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लाइव न्यूज: अगर आपसे कोई ये कहे कि एक १६ साल की लड़की पेट में पल रहे बच्चे का पिता एक १२ साल का बच्चा हैं तो शायद आप यकीन न करें।
जी हां हाल ही में मध्य प्रदेश के रीवा में सोहागी थानाक्षेत्र के सोनवर्षा गांव में एक बड़ा चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक १६ साल की लड़की थाने पहुंची और उसने पुलिस को अपने ६ माह की प्रेग्नेंसी बात बताई। उसका कहना था कि उसके साथ एक रेप हुआ है। इस पर पुलिस ने जब रेपिस्ट का नाम पूछा तो पता चला कि एक १२ साल के बच्चे ने उसके साथ रेप किया है।
ऐसे में उसके बच्चे का बाप भी वही छोटा बच्चा है। यह सुनकर पुलिस हैरत में पड़ गई। लड़की का कहना था कि उस लड़के और उसके घर के अच्छे संबंध हैं। जिससे एक दिन वह शाम को उसके घर गई। इसके बाद वह खाना खाकर रात में वहीं पर सो गई।
इस दौरान सुबह जब उठी तो देखा कि वह लड़का उसके साथ बिस्तर पर लेटा था। इसके बाद से ही वह प्रेग्नेंट हो गई। ऐसे में यह पूरा मामला सुनकर पुलिस ने लड़के के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली। मामले की जांच शुरू हुई और लड़के का मेडिकल टेस्ट कराया गया। इसके बाद और ज्यादा चौकाने वाली सामने आई। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक अभी वह लड़का पिता नहीं बन सकता है। ऐसे में अब पुलिस और लड़की के परिजन हैरान हैं कि आखिर उसके पेट में पल रहे बच्चे का पिता कौन है। वहीं लड़की अपनी बात पर अड़ी है। उसका कहना है कि उसके बच्चे का बाप सिर्फ और सिर्फ वहीं १२ साल का लड़का है। मध्यप्रदेश पुलिस अब इस मामले को दूसरे एंगल से जांच रही है। |
पूर्व अाइपीएस अधिकारी अमिताभ दास ने खुद की सुरक्षा की गुहार लगाते हुए बिहार के डीजीपी को पत्र लिखा है। उन्होंने फरार चल रहे बाहुबली विधायक अनंत सिंह से जान का खतरा बताया है।
पटना, जेएनएन। बिहार के पूर्व आइपीएस अधिकारी अमिताभ दास (अमिताभ दास) ने एके ४७ बरामदगी मामले में फरार चल रहे बाहुबली विधायक अनंत सिंह से खुद की जान का खतरा बताते हुए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय से सुरक्षा की गुहार लगाई है। डीजीपी को पत्र लिखकर उन्होंने सुरक्षा के लिए दो गोरखा जवानों की मांग की है।
अमिताभ दास ने बिहार पुलिस के मुखिया गुप्तेश्वर पांडे को भेजे गए पत्र में लिखा है कि विधायक अनंत सिंह सुपारी देकर उनकी हत्या करवा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने गोपनीय पत्र का हवाला दिया है जो उन्होंने वर्ष २००९ में बिहार के निर्वाचन पदाधिकारी सुधीर कुमार राकेश को लिखा था। पत्र में उन्होंने बाहुबली विधायक अनंत सिंह के घर पर एके ४७ सहित अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा होने की गोपनीय सूचना दी थी।
पूर्व आइपीएस अधिकारी ने डीजीपी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि दिनांक ५ मार्च २००९ को उन्होंने मोकामा विधायक अनंत सिंह के बारे में सूचना दी थी कि उनके लदमा (बाढ़ ) स्थित आवास में एके ४७, एके ५6 और लाइट मशीनगन सहित अवैध हथियारों का जखीरा है। इस सूचना के बाद १६ अगस्त २०१९ को पूरे १० वर्ष बाद विधायक के आवास पर पुलिस ने छापेमारी कर एके ४७ बरामद किया। सूचना पुष्ट हुई। सत्यमेव जयते।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि अब विधायक उनकी हत्या कराने का षडयंत्र रच रहे हैं। उनके गुर्गों को सुपारी दी जा चुकी है। इसीलिए तत्काल बीएमपी से दो गोरखा अंगरक्षक उपलब्ध कराए जाएं।
बता दें कि बीते १६ अगस्त को बाहुबली विधायक अनंत सिंह के नदावां गांव स्थित पैतृक घर से पुलिस को एके-४७ और दो हैंड ग्रेनेड मिले थे। बरामदगी के बाद से विधायक फरार चल रहे हैं। उसके बाद उन्होंने दो वीडियो संदेश जारी किए हैं। माना जा रहा है कि वे जल्द ही सरेंडर कर देंगे। |
शाहिद कपूर की सुपरहिट फिल्म इश्क-विश्क के सीक्वल में नजर आएंगा ये बॉलीवुड सुपरस्टार!
ले पंगा न्यूज डेस्क, धीरज सैन। हाल ही में शाहिद कपूर की रिलीज हुई फिल्म कबीर खान बॉक्स आफिस पर शानदार बिजनेस कर रही है। कबीर खान में बॉलीवुड के चॉकलेटी अभिनेता शाहिद कपूर ने शानदार एक्टिंग की है। जिसे उनके फैंस काफी पंसद कर रहे है। इसी बीच शाहिद कपूर के फैंस के लिए एक अच्छी खबर नहीं आ रही है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक शाहिद कपूर की २००३ में आई सुपरहिट मूवी इश्क विश्क के सीक्वल में नजर नहीं आएंगे। शाहिद कपूर ने फिल्म इश्क विश्क से ही बॉलीवुड में डेब्यू किया था। जानकारी मिल रही हैं कि जल्द ही इश्क विश्क का सीक्वल बनने की तैयारी है। ऐसे में इस रोमांटिक फिल्म के सीक्वल में शाहिद कपूर नजर नहीं आने वाले है।
मीडिया से मिल रही जानकारी के अनुसार इश्क विश्क के सीक्वल में शाहिद के छोटे भाई ईशान खट्टर अहम भूमिका में नजर आ सकते है। हालांकि अभी इस बात की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिल है। बॉलीवुड के जाने माने फिल्म मेकर रमेश तौरानी फिल्म इश्क विश्क का सीक्वल बनाने पर काम कर रहे है।
बता दें कि शाहिद कपूर की हाल ही रिलीज हुई फिल्म कबीर खान ने १०० के क्लब में एंट्री कर ली है। शाहिद के करियर की ये पहली फिल्म है जो १०० करोड़ के क्लब में शामिल हुई है। साथ ही हाल ही में खबर आई है कि कबीर सिंह की सफलता के बाद शाहिद कपूर एक बार फिर साउथ फिल्म के रीमेक में काम करने जा रहे है। तेलुगू सुपरहिट फिल्म अर्जुन रेड्डी की रीमेक है। |
ॐ नमो सत्य नाम आदेश गुरु को,
किसकी बेटी, का तेरो नाम,
कहाँ से उड़ी, कहाँ को जाया,
कहो नज़र कहाँ ते आई,
मेरी बात सुनो चित्त लाय,
जैसी होय सुनाऊँ लाय,
यहाँ की ठौर तोही कौन बताई,
कौन जात तेरो कहाँ धाम,
अबहि बसकर ले तेरी माया,
बोले छल सौं अमृतवानी,
मेरी भक्ति, गुरु की शक्ति,
इस मंत्र को मंगलवार के दिन बच्चे के माता पिता दोनों में से कोई भी सिद्ध कर सकता हे | महिला मासिक धर्म में होतो मन्त्र उच्चारण न करे तो बेहतर हे | इस मन्त्र को सात बार बोल कर बच्चे के सर सात बार फुक मारे ,मंत्र जाप करने वाले को दक्षिण दिशा की तरफ मुँह कर तेल का दीपक जला कर मंत्र सिध्द करना चाहिए। |
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के ऊपरकोट में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान बवाल हो गया है। बताया जा रहा है कि सीएए के विरोध में कुछ लोग जुलूस निकाल रहे थे। खबरों के मुताबिक, इस दौरान कुछ युवकों ने तुर्कमान गेट पर के पास पथराव किया। इसके बाद हलाता तनावपूर्ण हो गए। खबरों में कहा गया है कि कुछ लोगों ने ऊपरकोट कोतवाली पर भी पथराव किया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं।
बताया जा रहा है कि सीएए के विरोध में शाहजमाल ईदगाह के सामने हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरुष जमा हुए थे। प्रदर्शनकारी लगातार नारेबाजी कर रहे थे। ऊपरकोट कोतवाली के सामने भी प्रदर्शनकारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। पुलिस प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के समझाने के बावजूद टकराव के हालात बन रहे हैं।
खबरों के मुताबिक, देहलीगेट और ऊपरकोट थाना क्षेत्र के मुस्लिम इलाकों के सभी बाजार बंद हो गए हैं। करीब १२:३० बजे सब्जी मंडी इलाके के दुकानदारों को भी धरना प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान करते हुए बाजार बंद करा दिया गया था। फिलहाल इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। इलाके में हालात तनावपूर्ण हैं। |
नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में १४४ से ज्यादा याचिकाओं पर सुनवाई शुरू हुई। कोर्ट ने कानून पर रोक से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा, अंतरिम रोक के लिए तीन जजों की बेंच आदेश नहीं दे सकती, सिर्फ पांच जजों की संविधान पीठ ही अंतरिम राहत दे सकती है। कोर्ट ने केंद्र सरकार से चार सप्ताह में जवाब मांगा है।
हाईकोर्ट में सीएए के खिलाफ दाखिल याचिकाओं की सुनवाई पर भी रोक लगा दी है। सीजेआइ एसए बोबडे, जस्टिस अब्दुल नजीर और जस्टिस संजीव खन्ना की पीठ ने असम और त्रिपुरा की याचिकाओं को अलग से सुनने पर सहमति जताई है। कोर्ट ने मामले को पांच जजों की संविधान पीठ को भेजने का भी संकेत दिया है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुझाव दिया कि नई याचिका दाखिल करने पर रोक लगनी चाहिए। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, उत्तर प्रदेश में १९ जिलों में ४० हजार लोगों को संदिग्ध बताकर पुष्टिकरण की प्रक्रिया चल रही है।
क्या यह लोगों में डर पैदा करने के लिए काफी नहीं है, जो प्रक्रिया ७० सालों में नहीं हुई तो क्या उसे मार्च तक टाला नहीं जा सकता। एक अन्य वकील ने कहा कि अगर एक बार एनपीआर में किसी को संदेहजनक बताया गया तो उसका नाम मतदाता सूची से कट जाएगा। यह अल्पसंख्यकों के लिए बडी चिंता है, इस पर कपिल सिब्बल ने भी हामी भरी।
इस तरह रोक ठीक नहीं : सीजेआइ अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा, अगर ये लोग इस तरह रोक चाहते हैं तो अलग से याचिका दाखिल करना चाहिए। इस पर याचिकाकर्ता ने कहा कि बंगाल और असम विशिष्ट राज्य हैं। सुनवाई आज ही शुरू होनी चाहिए। असम में बांग्लादेशियों का मुद्दा है। इनमें आधे बांग्लादेश से आने वाले हिंदू और आधे मुस्लिम हैं। असम में ४० लाख बांग्लादेशी हैं। इस कानून के तहत आधे ही लोगों को नागरिकता मिलेगी। ये पूरी डेमोग्राफी को बदल देगा, इसलिए सरकार को फिलहाल कदम उठाने से रोका जाना चाहिए।
सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा, पहले ये तय हो कि इसे संविधान पीठ भेजा जाना है या नहीं। हम कानून पर रोक नहीं मांग रहे, लेकिन इस प्रक्रिया को तीन महीने के लिए रोका जाए। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि नागरिकता देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में ३० हजार लोग चुने गए हैं। सिब्बल बोले कि इसी पर फरवरी में कोई तारीख सुनवाई के लिए तय होनी चाहिए। सीजेआइ ने कहा, फिलहाल हम सरकार को अस्थाई नागरिकता देने के लिए कह सकते हैं। हम एकतरफा रोक नहीं लगा सकते।
सीजेआइ ने कहा कि ये अहम है कि क्या हमें ९९ प्रतिशत याचिकाकर्ताओं को सुनना चाहिए और इसके बाद आदेश जारी करना चाहिए। अगर हम केंद्र सरकार व कुछ की बात सुनकर हम आदेश जारी करते हैं तो बाकी याचिकाकर्ता कहेंगे कि हमारी बात नहीं सुनी गई।
मनु सिंघवी और कपिल सिब्बल ने कहा कि मामले को संविधान पीठ को भेजा जाए। सिब्बल ने कहा कि तब तक कुछ माह के लिए इस पर रोक लगा दी जानी चाहिए, जिसका अटार्नी जनरल ने विरोध किया और कहा यह एक तरह का स्टे होगा। सीजेआई ने कहा कि मामला संविधान पीठ को जा सकता है। हम रोक पर बाद में सुनवाई करेंगे।
सुनवाई से पहले कोर्ट नंबर खचाखच था, जिसकी वजह से कोर्ट के तीनों दरवाजे खोलने पड़े। सीजेआइ एसए बोबड़े की अध्यक्षता वाली तीन जजों की पीठ मामले की सुनवाई में भीड़ के चलते परेशानी हुई। अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि वकील अंदर नहीं आ पा रहे हैं, शांतिपूर्वक माहौल होना चाहिए, कुछ किया जाए। इस पर सीजेआइ ने कहा कि कोर्ट रूम बढ़ती गैरजरूरी भीड़ को काबू करने के लिए व्यवस्था बनानी होगी। इसमें वकील आसानी से आ जा पाएं। |
देहरादून- उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में उत्तराखंड-हिमाचल की सीमा पर मोरी क्षेत्र में चांईसील ट्रैक पर ११ अप्रैल को हुई भारी बर्फबारी में फंसे यूथ हॉस्टल असोसिएशन इंडिया के ट्रैकिंग दल के दो सदस्यों की भीषण ठंड की वजह से मौत हो गई है। बर्फबारी में फंसे इस ट्रेकिंग दल के सभी सदस्यों को निकाल लिया गया है। २९ सदस्यीय इस दल के तीन लोगों को १० दिन बाद शुक्रवार को निकाला जा सका। एसडीआरएफ की टीम २४ सदस्यों को पहले ही रेस्क्यू कर चुकी थी।
चांईसील गया यह ट्रेकिंग दल खराब मौसम का शिकार हो गया था। ट्रेकिंग दल में एक व्यक्ति घायल भी हो गया था, जिसे एयरलिफ्ट किया गया है। बाकी लोग सड़क मार्ग से ही लौट रहे हैं। आपको बता दें कि ३ अप्रैल को दल के सदस्यों ने ट्रेकिंग शुरू की थी और ११ अप्रैल को जब चांईसील बुग्याल में यह दल पहुंचा तो भारी बर्फबारी में फंस गया।
जानकारी के मुताबिक, मौसम खराब होने और भीषण बर्फबारी शुरू होने के कुछ ही देर में ट्रेकर्स को समझ आ गया कि वह खराब मौसम में फंस चुके हैं। उनके द्वारा इसकी सूचना मिलने के बाद भी मौसम खराब होने की वजह से बचाव कार्य भी तेजी से नहीं चलाए जा सके। |
मुंबईः आज विश्व रक्तदान दिवस है। साल में दो बार क्रमशः १४ जून और १ अक्टुबर को विश्व रक्तदान दिवस और ८ मई को रेड क्रॉस डे के रूप बड़े पैमाने पर में रक्तदान किया जाता है। ये तीनों दिन आम आदमी के लिए महज़ तारिख है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह एक अवसर है, एक त्योहार है। उन में से एक हैं महाराष्ट्र के जलगांव जिला अन्तर्गत चालीस गांव तहसील के रहने वाले दीपक शुक्ला। दीपक शुक्ला एक ऐसे रक्तदाता हैं, जो पिछले ३९ वर्षों से लगातार रक्तदान करते आ रहे हैं और अब तक १32 बार रक्तदान कर चुके हैं।
दीपक शुक्ला की कहानी शुरू होती है साल १९८० से, तब दीपक महज १७ साल के थे और जलगांव जिला अन्तर्गत चालीस गांव के एक स्कूल में कौमर्स संकाय के विद्यार्थी थे। उन दिनों ब्लड डोनेशन के लिए स्कूल में बाहर की संस्थाओं की ओर से कैंप लगाए जाते थे। कैंप लगने की जानकारी पाकर दीपक मन ही मन ब्लड डोनेट करने को लेकर उत्साहित थे और उस दिन का इंतजार कर रहे थे जब वो रक्तदान जैसे महादान में भाग लेते।
साल १९८० की तारिख स्कूल में रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ। सभी रक्तदाताओं के साथ दीपक भी शिविर में रक्तदान करने पहुंचे, लेकिन उनका रक्त नहीं लिया जा सका क्योंकि तब उनकी उम्र महज़ १७ साल थी और रक्त देने की कैरेटेरिया को फूलफिल करने के लिए डोनर की उम्र कम से कम १८ साल होनी चाहिए। दीपक उदास हो गए, लेकिन मन से ख़्याल नहीं गया और अपने १८ साल होने का इंतजार करने लगे।
१५ अगस्त १९८१ को स्कूल में फिर से रक्तदान शिविर लगा। दव दीपक १८ साल के हो चुके थे। दीपक उस रक्तदान शिविर में अपनी माँ श्यामा देवी शुक्ला के साथ ब्लड डोनेट करने पहुंचे। माँ और दीपक ने एक साथ पहली बार ब्लड डोनेट किया। रक्तदान करने के बाद दीपक काफी खुश हुए और मन ही मन ये ठान लिया कि वे अब रक्तदान को अपनी जीवनशैली बना लेंगेहो भी वैसा ही रहा है।
३८ साल पहले १८ साल की उम्र से दीपक ने रक्तदान का जो शिलशिला शुरू किया वह आज भी अनवरत जारी है। आज उनके परिवार का हर एक बालिग सदस्य रक्तदाता है। अकेले दीपक जहां १३२ बार रक्तदान कर चुके हैं वहीं उनका पूरा परिवार मिललाकर लगभग ३०० बार से ज्यादा रक्तदान किया जा चुका है। दीपक आगे भी थकते नज़र नहीं आ रहे।
दीपक कहते हैं रक्तदान मेरे जीवन की सार्थकता है , यह तब तक जारी रहेगा जब तक मैडिकल साइंस इजाजत देती है।
दीपक और उनका परिवार इस महादान को निःस्वार्थ भाव से करते हैं। उन्हें ना तो नाम कमाने की लालसा है और ना ही सरकार से पुरस्कार पाने की। हालांकि उनकी अपील है कि रक्तदाताओं के लिए सरकार को अपनी योजनाओं कुछ विशेष महत्व देना चाहिए, ऐसा करने से रक्तदान करने वालों का हौसला तो बढ़ेगा ही साथ ही दूसरे लोग भी रक्तदान के लिए आगे आएंगे। दीपक का कहना है कि सरकार को रक्तदाता युवाओं के लिए विशेष छुट का प्रावधान करना चाहिए ताकि उनका हौसला बढ़ सके और ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें अपनी सहभागिता निभा सकें।
अभय पाण्डेय एक युवा पत्रकार हैं। देश के कई प्रतिष्ठित समाचार चैनलों, अखबारों और पत्रिकाओं को बतौर संवाददाता अपनी सेवाएं दे चुके अभय ने वर्ष २००४ में पत्न न्यूज के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। इनकी कई ख़बरों ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी हैं। |
मुरलीपुरा गांव के रावतेडा जोहड़ स्थित दूणों की ढाणी में २९ अप्रैल को सुशीला उर्फ सोनिया की शादी में शाहपुरा से हेलिकाप्टर में दूल्हा आएगा जिसको लेकर बुधवार को थाना प्रभारी उदय सिंह, पीडब्ल्यूडी एईएन बहादुर सिंह व जेइएन अनिल जांगिड ने हेलिपैड स्थल का निरीक्षण किया। जानकारी के अनुसार मुरलीपुरा रावतेडा जोहड़ स्थित दूणो की ढाणी में सुशीला उर्फ सोनिया पुत्री बोदीलाल दूण की शाहपुरा निवासी सुरेंद्र पुत्र भगवान सहाय पलसानिया के साथ शादी तय हुई है। दूल्हे द्वारा हेलिकाप्टर में आने की सूचना पर थाना प्रभारी उदय सिंह व पीडब्ल्यूडी के एईएन बहादुर सिंह व जेईएन अनिल जांगिड ने मय टीम हेलिपैड के लिए राष्ट्रीम महिला कालेज के प्रस्तावित स्थल का मौका निरीक्षण किया तथा दुल्हन के परिजनों से जानकारी प्राप्त कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भिजवाई। पूर्व जिला पार्षद जेपी मान, फूलचंद दूण आदि लोगों ने बताया कि दूल्हे के हेलिकाप्टर से आने की सूचना से कस्बे सहित आसपास के गांवों में लोगों में रोमांच है। उल्लेखनीय हैं कि आसपास क्षेत्र में कोई दूल्हा पहली बार अपनी शादी में हेलिकाप्टर से आ रहा है। थाना प्रभारी उदय सिंह व जेईएन अनिल जांगिड ने बताया कि हेलिपेड स्थल का निरीक्षण कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी। |
मुख पृष्ठ > आजकी वार्ता > कोलकाता के श्री सत्यानंद महापीठ के स्वामी म्रिगानंद महाराज की सनातन के साधक एवं हिन्दू जनजागृति समिति के कर्यकर्ताओं ने ली भेंट !
कोलकाता के श्री सत्यानंद महापीठ के स्वामी म्रिगानंद महाराज की सनातन के साधक एवं हिन्दू जनजागृति समिति के कर्यकर्ताओं ने ली भेंट !
कोलकाता (बंगाल) : हाल ही में यहां के जादवपुर में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री सुमंतो देवनाथ एवं श्री. शंभू गवारे ने श्री सत्यानंद महापीठ के स्वामी म्रिगानंद महाराज एवं उनकी गुरुमाता श्री अर्चना पुरी मां से भेंट कर सनातन संस्था एवं समिति के कार्य की जानकारी दी। साथ ही उन्हें सनातन के गोवा के आश्रम में आने हेतु आमंत्रित किया।
इस अवसर पर स्वामीजी ने समिति एवं संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि, वे अपने स्तर पर पिछले ३५ वर्षों से हिन्दू राष्ट्र के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सत्यानंद महापीठ के संदर्भ में जानकारी दी एवं इस पीठ का उपयोग हिन्दू धर्म के एक व्यासपीठ के रुप में होने की इच्छा व्यक्त की !
इस भेंट के लिए भारत साधक समाज संस्था के श्री. अनिर्बान नियोगी एवं श्री. मानस रॉय ने विशेष प्रयास किए। |
वीर दुर्गादास राठौड़ जयंती समारोह की तैयारियों को लेकर एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें १३ अगस्त को दुर्गादास राठौड़ की ३८०वीं जयंती मनाने का निर्णय लिया। संघ सचिव बलवीर सिंह बड़ाबरा ने बताया कि जयंती समारोह हिम्मत सिंह छात्रावास सभा भवन में १३ अगस्त को सुबह ११ बजे आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर समता राम महाराज मौजूद रहेंगे। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह मुख्य अतिथि होंगे। अध्यक्षता लोकेंद्रसिंह कालवी करेंगे। साथ ही पूर्व डीजी लक्ष्मण सिंह राठौड़, राजपूत सभा जयपुर अध्यक्ष गिरीराज सिंह लोटवाड़ा, उतराखंड के शेरसिंह राणा, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी, महिपाल सिंह मकराना, श्रीराज शेखावत, सवाई सिंह, दुर्ग सिंह चौहान, प्रेम सिंह रूणिचा, भंवर सिंह रेटा, सुमेर सिंह आदि उपस्थित रहेंगे। |
८२३ दो घटक विलायक मुक्त पॉलीयुरेथेन चिपकने वाला, पारदर्शी फिल्म के लिए उपयोग किया जाता है, फिल्म और एल्यूमीनियम कंपोजिंग के लिए उपयोग किया जाता है।
उत्पाद प्रदर्शन, स्याही, पैकेजिंग सामग्री, और ठीक-ट्यूनिंग के संचालन की स्थिति के अनुसार ए: बी = १००: ९० का मानक द्रव्यमान अनुपात।
एक घटक और बी घटक सेट प्रतिशत अंक, स्वत: मिश्रण मशीन मिश्रण के माध्यम से, उपयोग के बाद मिश्रण।
यह प्लास्टिक फ़ाइल और एल्यूमीनियम पन्नी, और फिल्म के अंतिम उद्देश्य के बीच स्थिति को संयोजित करने के लिए है। कोटिंग की चिपकने वाली मात्रा ०.९-२.०ग / म२ (शुष्क चिपकने वाला) के भीतर प्रबंधित की जा सकती है। मुद्रित राशि को मुद्रित फिल्म के अनुसार समायोजित किया जाना चाहिए।
उत्कृष्ट संचालन के साथ ८२३ चिपकने वाला घटक ए और बी मिश्रण ४० से ३० मिनट से अधिक के समय के संचालन के लिए।
भंडारण: प्रशीतित भंडारण की सिफारिश की जाती है। सीधे धूप और उच्च तापमान से बचें। सील चिपकने वाला -३० में मूल कंटेनर में ९ महीने के लिए ३० तक संग्रहीत किया जाना चाहिए। एक बार खोलने के बाद, इसे उपयोग करने के बाद सील किया जाना चाहिए, और बाकी चिपकने वाला कम समय के भीतर समाप्त हो जाना चाहिए।
सुरक्षा विचार के लिए, कोटिंग सिस्टम को निकास कवर स्थापित किया जाना चाहिए। उत्पादन से पहले, निकास दक्षता की जांच करने के लिए हवा में आइसोसाइनेट सामग्री का परीक्षण करें। आइसोसाइनेट सौंपने के नियमों को अंतर्राष्ट्रीय आइसोसाइनेट एसोसिएशन के साथ पालन करना चाहिए। कृपया स्थानीय सुरक्षा नियमों और म्स्ड्स को देखें।
बड़े पैमाने पर उत्पादन से पहले कंपोजिट टेस्ट और फिल्म टेस्ट का अभ्यास करना आवश्यक है। विस्तृत निर्देश "चिपकने वाली समग्र प्रौद्योगिकी निर्देश" को संदर्भित करता है। |
जयपुर। दुनिया पॉपुलर ऑटोमोबाईल निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन ने घोषणा की है कि वह २०२६ के बाद से केवल इलेक्ट्रिक व्हीकल को ही तैयार करेगी। कंपनी २०२६ के बाद पेट्रोल और डीजल इंजन की कारें बनाना बंद कर देगी। ये नई योजना फॉक्सवैगन ग्रूप के अंतर्गत आनेवाली सभी सब ब्रांड कंपनियों पर लागू होगा। आपको बता दें कि फॉक्सवैगन ग्रूप के अंतर्गत फॉक्वैगन, ऑडी, सीट, स्कोडा, पोर्शे, बेंटले, लेम्बोर्गिनी और बुगाटी के साथ और भी कई कंपनियां वाहनों का निर्माण करती है।
यह ऐलान कंपनी के स्ट्रेटजी प्रमुख माइकल जॉस्ट ने जर्मनी के वोल्फ्सबर्ग में चल रहे ऑटोमेटिव कॉन्फरेंस के दौरान किया है। आने वाले समय में कंपनी केवल ईको फ्रेंडली और कम उत्सर्जन वाले इलेक्ट्रिक इंजन वाली कारों का निर्माण करेगी।
कॉन्फरेंस में जॉस्ट कहा कि हम ईंधन जलाकर चलने वाले इंजन कारों के निर्माण से हम खुद को धीरे-धीरे दूर कर रहे हैं। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ वर्षों पहले हुए डीजल-गेट स्कैंडल से फॉक्सवैगन को कड़ा झटका लगा था और इसमें कंपनी को करीब २७ बिलियन यूरो का जुर्माना भरना पड़ा था। इन चीजों को ध्यान में रखते हुए कंपनी डीजल-पेट्रोल कारों के निर्माण से खुद को पूरी तरह दूर करना चाहती है।
जानकारी के अनुसार, इस योजना पर कंपनी ने काम करना शुरु कर दिया है और पोर्शे टेकैन उसका पहला प्रोडक्ट हो सकता है। माना जा रहा है कि इस कार को अगले साल ग्लोबल मार्केट में लॉन्च किया जा सकता है। बता दें कि पिछले महीने कार निर्माता कंपनी ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर २०२३ तक ४४ अरब यूरो (५० अरब डॉलर) के निवेश की घोषणा की थी। |
रायपुर। कोरोना के प्रति लोगों में भय का वातावरण देखकर मास्क बेचने के लिए पंडाल लगाने वाले व्यापारियों को पुलिस ने खदेड़ दिया है। धारा-१४४ के उल्लंघन की आशंका के कारण पुलिस ने पंडाल बंद कराया। यह पंडाल जिला दवा व्यापारियों ने लगाया था, जहां व्यापारिक संगठनों के कुछ नेता भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि नए मेडिकल कॉम्पलेक्स के पास दवा व्यापारियों ने रियायती दर पर यानी २५ रुपए में दो मास्क बेचने का बैनर लगा रखा था, जिसके चलते देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ लग गई है। भीड़ लगना धारा-१४४ का उल्लंघन है। जानकारी मिली है कि रायपुर उत्तर के विधायक कुलदीप जुनेजा भी यहां पहुंचे। पंडाल वाली जगह पर भीड़ और अव्यवस्था देखकर विधायक जुनेजा ने भी नाराजगी व्यक्त की।
इसी बीच, इसकी खबर 'आईएनएच-२४' ने बड़ी प्रमुखता से प्रसारित की। इसके बाद हरकत में आए प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंच सबसे पहले पंडाल हटवाया। उसके बाद कैम्प लगाकर मास्क बेचने वालों को वहां से चलता किया। |
रायबरेली। बेसिक शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह ने मंगलवार को जिले के १० से अधिक स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता की जांच की।
दो स्कूलों के एमडीएम रजिस्टर में गड़बड़ी मिलने पर प्रधानाध्यापक का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण तलब किया, जबकि एक स्कूल के प्रधानाध्यापक सुबह १० बजे तक स्कूल नहीं पहुंचे तो उनका वेतन रोक कर जवाब मांगा है।
बीएसए पीएन सिंह व एमडीएम के जिला समन्वयक विनय तिवारी ने मंगलवार को सबसे पहले अमावां ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक स्कूल हैबतमऊ का निरीक्षण किया।
यहां एमडीएम रजिस्टर में गड़बड़ी पकड़ में आई। प्रथम दृष्टया मनमानी मिलने पर बीएसए ने प्रधानाध्यापिका कल्पना तिवारी को वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण तलब किया है।
नगर क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल वजीरगंज में भी एमडीएम रजिस्टर में गड़बड़ी मिलने पर प्रधानाध्यापक सुमन दीक्षित का वेतन रोकते हुए जवाब तलब किया।
बीएसए ने नगर क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल किला बालिका नगर का निरीक्षण किया तो यहां प्रधानाध्यापक जावेद अहमद सुबह १० बजे तक स्कूल में मौजूद नहीं मिले।
उनका वेतन रोकते हुए नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इसके अलावा बीएसए ने प्राथमिक व जूनियर स्कूल राही समेत कई और स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता की पड़ताल की। |
एकाउन्ट क्रिएट करने के बाद आपको इसका शॉर्टकुट स्क्रीन पर ले आना है जहाँ से आप इसे बड़ी आसानी से उसे कर सकते हो।
उम्मीद करता हो दोस्तों आपको यह एक मोबाइल में २ व्हेत्सप्प एकाउन्ट कैसे बनाए ? की स्टेप्स अच्छी तरह से समझ में आ गई होगी। इसमे अगर आपको कोई भी परेशानी आती है। तो आप हमें निचे कमेंट कर सकते है। |
मुम्बई : अभिनेता अनिल कपूर ने कहा कि तमाम यंग ऐक्टर्स मल्टीस्टारर फिल्म करने से खुद का करियर सेफ नहीं समझते हैं। इसी वजह से खूबसूरत और वीरे दी वेडिंग की कास्टिंग में बहुत दिक्कत हुई थी। लोग फिल्म की स्क्रिप्ट ले जाते थे, लेकिन पढ़ते भी नहीं थे। फिल्मं में हिरोइन का थोड़ा सा ज्यादा और मजबूत रोल होता है तब भी वह खुद को असुरक्षित महसूस करने लगते हैं। अनिल कपूर के अनुसार फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले कुछ लोगों को जैसे ही थोड़ी कामयाबी मिलती है उनका दिमाग खराब हो जाता है और उनका पागलपन सामने आ ही जाता है। मल्टीस्टारर फिल्मों की कास्टिंग में होने वाली दिक्कत पर बात करते हुए अनिल कपूर कहते हैं कि आज भी बड़े सुपरस्टार्स मल्टीस्टारर फिल्म करने से डरते हैं। खास तौर पर आज के यंगस्टर्स में यह डर ज्यादा है।
मुझे अपने होम प्रॉडक्शन की फिल्म खूबसूरत में दो हीरो को कास्ट करने में बहुत दिक्कत हुई थी। मैंने खुद कई लोगों को कहानी सुनाई थी, कुछ लोग स्क्रिप्ट लेकर गए, लेकिन पढ़ी भी नहीं। ऐसी ही तकलीफ हमें वीरे दी वेडिंग के दौरान भी हुई थी। अनिल बताते हैं, मैं अपने दोस्त विधु विनोद चोपड़ा के साथ बात कर रहा था कि आज के यंग ऐक्टर्स समझते क्यों नहीं हैं। कहानी में हिरोइन का रोल थोड़ा सा ज्यादा अच्छा हो जाता है तो परेशानी हो जाती है। सच बात तो यह है कि इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है, जब फिल्म कामयाब होती है तो सबको फायदा होता है। हर फिल्म में आप फर्स्ट फ्रेम से लास्ट फ्रेम तक नहीं हो सकते हैं। रेस ३ के बाद अनिल कपूर की अगली फिल्म फन्ने खान है। यह फिल्म ३ अगस्त को देश के सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी। इसके बाद अनिल एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा और टोटल धमाल में नजर आएंगे। फिल्म इंडस्ट्री में आपसी ईगो से बिगड़ते काम पर अनिल ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में जिसको ज्यादा कामयाबी मिलती है, उसका दिमाग खराब हो जाता है, यहां पागलपन की कमी नहीं है। मैंने तो सबके अंदर ईगो देखा है, फिर चाहे वह ऐक्टर हो, डायरेक्टर हो या फिर फिल्म निर्माता। लोग यह नहीं समझते हैं कि कामयाबी का रास्ता बहुत लंबा है, सबको छोटे रास्ते से ही कामयाबी चाहिए होती है।
अनिल बताते हैं कि जब रेस ३ की कहानी मेरे पास आई थी तब मुझे काफी लोगों ने कहा था कि मल्टीस्टारर फिल्म है यह होगा, वह होगा, मत कर यह फिल्म। ऐसी स्टारकास्ट के साथ क्यों काम कर रहे हो। मतलब इधर-उधर की बहुत सारी बातें लोगों ने मुझसे कहीं और समझाने की कोशिश की, ताकि मैं रेस ३ न करूं। यह अच्छी बात है कि मैं किसी की नहीं सुनता हूं, मैं अपने मन और दिल की बात सुनता हूं, अपनी समझदारी से काम करता हूं। अनिल आगे कहते हैं कि मुझे लोगों की बातें सुनकर हैरानी होती थी कि ऐसी बातें आप कैसे कर सकते हैं। अब किसी की फिल्म चलती है किसी की नहीं। मुझे लगता है कि एक मल्टीस्टारर फिल्म में किसी एक की किस्मत भी अच्छी होती है तो फिल्म चल जाती है। अब इतने सारे ऐक्टर्स में किसी न किसी की किस्मत तो अच्छी होगी न। रेस ३ के दौरान मैं हमेशा सोचता था कि यह फिल्म मेरे और सलमान की किस्मत से नहीं बल्कि बाकी ऐक्टर्स की किस्मत से चलेगी। मैं इसी सोच के साथ काम करता हूं। शायद सलमान भी ऐसा ही सोचकर काम करते होंगे तभी इतने सालों से इतने बड़े स्टार हैं।
फिल्म बनाना आसान काम नहीं है, प्रॉडक्शन के अनगिनत कामों के अलावा शूटिंग, स्क्रिप्ट, रिलीज़, प्रमोशन और भी बहुत कुछ होता है। मेरे हिसाब से सबसे मुश्किल काम होता है प्रोडूसर का। बहुत कुछ तो आपके पिछले प्रॉजेक्ट पर आधारित होता है। अब जैसे वीरे दी वेडिंग की कास्टिंग, शूटिंग और प्रॉडक्शन में हमें बहुत दिक्कत हुई, लेकिन अब जब फिल्म सफल हो गई है तो अब हमारी अगली फिल्म के लिए रास्ते आसान हो गए हैं। हम जब वीरे दी वेडिंग बना रहे थे उस समय जो देरी हुई उस दौरान हमने बहुत सी और भी कहानियों में काम किया है। इस समय मेरे होम प्रॉडक्शन में बहुत सी पकी-पकाई कहानियां तैयार हैं। बस उनकी शूटिंग शुरू करनी है। हम हर तरह का काम कर रहे हैं, फिल्म, टीवी शो और वेब सीरीज का, सब चीजों का मसाला तैयार है। |
सांसद और पीएम नरेंद्र मोदी ने आज नवरात्रि के पहले दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नागरिकों से बातचीत करते हुए कहा कि कोरोना से बचाव की लड़ाई में लागू किए लॉकडाउन को प्रभावी बनाना बेहद जरूरी है।
काशीवासी साधना, सेवा, समाधान के सद्गुण पर चलकर, नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन करके देश के लिए उदाहरण बन सकते हैं। कोरोना से बचाव पर चिंता प्रकट करते हुए पीएम ने कहा कि महामारी से बचने के सामाजिक जागरूकता ही यही एकमात्र उपाय है।
पीएम नरेंद्र मोदी से बातचीत में प्रोफेसर कृष्णकांत वाजपेयी ने कोरोना महामारी का मुकाबला करने के लिए सामाजिक जागरूकता फैलाने पर बात की, तो प्रधानमंत्री ने भी कहा कि कोरोना से बचाव की लड़ाई में सामाजिक जागरूकता बेहद जरूरी है।
पीएम ने कहा कि वैसे मैं आपको ये भी जानकारी देना चाहता हूं कि कोरोना से जुड़ी सही और सटीक जानकारी देने के लिए सरकार ने वाट्सएप के साथ मिलकर एक हेल्पडेस्क भी बनाई है। आप ये भी ध्यान रखिए कि कोरोना से संक्रमित दुनिया में १ लाख से अधिक लोग ठीक भी हो चुके हैं और भारत में भी दर्जनों लोग कोरोना के शिकंजे से बाहर निकले हैं।
पीएम ने कहा कि कल तो एक खबर में देख रहा था कि इटली में ९० वर्ष से ज्यादा आयु की माताजी भी स्वस्थ हुई हैं। आपने देखा होगा, बीते कुछ वर्षों में एक परंपरा शुरू हुई है कि एयरपोर्ट पर जब लोग फौज के जवानों को देखते हैं तो उनके सम्मान में खड़े हो जाते हैं, कुछ लोग तालियां भी बजाते हैं। ये आभार प्रकट करने का तरीका हमारे संस्कारों में आगे भी बढ़ना ही चाहिए। हमारे समाज में ये संस्कार दिनों-दिन प्रबल हो रहा है, कि जो देश की सेवा करते हैं, जो देश के लिए खुद को खपाते हैं, उनका सार्वजनिक सम्मान भी होते रहना चाहिए।
समाजसेवी मोहिनी ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दिन-रात कार्य कर रहे मेडिकल स्टॉफ के स्वास्थ्य को लेकर सवाल पूछा। पीएम ने कहा कि आप सोचिए, अस्पतालों में लोग १८-१८ घंटे काम कर रहे हैं। कई जगहों पर अस्पतालों में, हेल्थ सेक्टर से जुड़े लोगों को २-३ घंटे से ज्यादा सोने को नहीं मिल रहा। कितने ही सिविल सोसायटी के लोग हैं जो गरीबों की मदद के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। निराशा फैलाने के लिए हजारों कारण हो सकते हैं लेकिन जीवन तो आशा और विश्वास से ही चलता है। नागरिक के नाते कानून और प्रशासन को जितना ज्यादा सहयोग करेंगे, उतने ही बेहतर नतीजे निकलेंगे।
उद्योगपति अखिलेश खेमका ने पीएम से लॉकडाउन की वजह से प्रभावित असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों के आजीविका के संबंध में चिंता प्रकट की। पीएम ने कहा कि ये सही है कि आपदा बहुत बड़ी है, लेकिन आपदा को अवसर में बदलना ही मानव जीवन की विशेषता है। इन दिनों सोशल मीडिया में आप लॉकडाउन का एक और प्रभाव देखने को मिल रहा है।
बीएचयू में कोरोना वार्ड के हेड डॉ गोपाल नाथ ने पीएम से कोरोना महामारी के इलाज से जुड़ी सुविधाओं की उपलब्धता पर चिंता प्रकट की। पीएम ने कहा कि हमें ये ध्यान रखना है कि अभी तक कोरोना के खिलाफ कोई भी दवा, कोई भी वैक्सीन पूरी दुनिया में नहीं बनी है। इस पर हमारे देश में भी और दूसरे देशों में भी काम तेज़ी से चल रहा है।
गृहिणी अंकिता खत्री ने पीएम से जब छात्रों की वार्षिक परीक्षा और अन्य विषयों पर बात की तो पीएम ने उन्हें बच्चों की चिंता से बचने की सलाह देते हुए कहा कि मैं देख रहा हूं कि मानव जाति, कैसे इस वैश्विक संकट से जीतने के लिए एक साथ आगे आई है और इसमें भी सबसे बड़ी भूमिका मेरी बालक सेना निभा रहे हैं। |
एडउकेशन ऑफिस कबिर्धम रिक्रूटमेन्ट: शिक्षा विभाग कबीरधाम के द्वारा जिले के प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय हेतु शाला संगवारी के ५० पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। इसके लिए छ.ग. के स्थानीय/जिले के मूल निवासियों से २४ अक्टूबर २०१९ तक निर्धारित प्रारूप में आवेदन मंगाया गया है। एडउकेशन ऑफिस कबिर्धम रिक्रूटमेन्ट आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार जो इन पदों के लिए निर्धारित शैक्षणिक योग्यता एवं अन्य अर्हताओं की पूर्ति करते हों, वे अंतिम तिथि तक विभाग को अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। अन्य एडउकेशन डिपार्टमेंट जॉब्स के लिए यहां क्लिक करें।
शाला संगवारी ५० पद।
इस रोजगार अधिसूचना पर चयनित उम्मीदवारों को ८०००-१००००/- संविदा वेतनमान प्रदान किया जायेगा।
इस भर्ती हेतु आवेदन करने के लिए आवेदक के पास किसी मान्यता प्राप्त संस्था/बोर्ड/विश्वविद्यालय से बारहवीं पास एवं डीएड/स्नातक डिग्री एवं डीएड या बीएड अथवा समकक्ष योग्यता होनी चाहिए। |
थे एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर ट्रेलेर मिसिंग:जी हां, यह सुनने में आपको एक बार अजीब जरूर लगेगा, लेकिन यह सच है कि साल २०१९ की बहुप्रतीक्षित फिल्म थे एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का ट्रेलर यूट्यूब से गायब हो चुका है, जिसका ट्रेलर हाल ही में रिलीज़ किया गया था।
यूट्यूब से विडियो का इस कदर गायब होने से न केवल दर्शक हैरान हैं बल्कि फिल्म के लीड ऐक्टर अनुपम खेर ने भी अपनी चिंता जाहिर की है।अनुपम खेर ने अपने ट्विटर हैंडल पर युतुबे से इस बारे में मदद मांगी है।
बता दें कि यह फिल्म ११ जनवरी २०१९ को रिलीज़ होनेवाली है, जिसमें अनुपम खेर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भूमिका में नजर आ रहे हैं। ट्रेलर रिलीज़ होते ही राजनीतिक विवादों से घिर चुकी है यह फिल्म। यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब थे एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर आधारित है, जिसमें साल २००४ से लेकर साल २०१४ तक के भारत के राजनीतिक माहौल और उस दौरान हुई घटनाओं को बताया है।
अनुपम खेर ने एक और ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने ट्रेलर का लिंक शेयर करते हुए इस ट्वीट को ज्यादा से ज्यादा रीट्वीट करने का निवेदन किया है।बता दें कि ट्रेलर रिलीज़ होते ही कई कांग्रेस के कई नेताओं ने इसका यह कहते हुए विरोध किया कि फिल्म के जरिए गांधी परिवार की छवि खराब की जा रही है।
इसके बाद कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि कांग्रेस नेताओं ने रिलीज़ से पहले इस फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग की डिमांड की है और अनुपम खेर ने कहा था कि यदि मनमोहन सिंह ऐसा चाहते हैं तो फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी जाएगी।
फिल्म में अनुपम खेर के अलावा अक्षय खन्ना ने संजय बारू का, सुजैन बर्नट ने सोनिया गांधी, आहना कुमरा ने प्रियंका गांधी, दिव्या सेठी ने गुरशरण कौर और अर्जुन माथुर ने राहुल गांधी का किरदार निभाया है। विजय रत्नाकर गुट्टे के निर्देशन में बनी यह फिल्म ११ जनवरी को रिलीज होगी। |
वाहन में किसी तरह की खराबी को दूर करने की जिम्मेदारी कार निर्माता की है। शीर्ष उपभोक्ता आयोग ने यह फैसला सुनाया है। नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमिशन (एनसीडीआरसी) ने देश की प्रमुख कार कम्पनी मारुति को निर्देश दिया है कि एक उपभोक्ता की वाहन में गड़बड़ी की शिकायत को दूर नहीं करने के लिए वह उसकी कीमत लौटाए।
एनसीडीआरसी ने कम्पनी को आंध्र प्रदेश निवासी डॉ. के एस किशोर को ३,३0,७१० रुपये लौटाने का निर्देश दिया है। आयोग ने कार कम्पनी की राज्य आयोग के आदेश में संशोधन की अपील को खारिज कर दिया।
पीठासीन सदस्य बी सी गुप्ता की अगुवाई वाली पीठ ने अपने आदेश में कहा, यह मारुति की जिम्मेदारी है कि वह खराबी को दूर कर शिकायतकर्ता को वाहन सडक़ पर सडक़ पर चलने की हालत में सौंपे। जो तथ्य और परिस्थितियां सामने रखी गई हैंं उनसे पता चलता है कि मारुति शिकायतकर्ता को वाहन सडक़ पर चलने की स्थिति में सौंपने में विफल रही है।
शिकायतकर्ता ने १० जनवरी, २००३ को डीलर मित्रा एजेंसीज से एल्टो८०० कार ३,३0,7१० रुपये में खरीदी थी। दूसरे, तीसरे और चौथे गियर में कार चलाने पर कार में झटके लगते थे और गियरबॉक्स असेंबली से तेज आवाज आती थी। डीलर के पास कई बार चक्कर काटने के बावजूद इस गड़बड़ी को दूर नहीं किया जा सका।
जिला मंच ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर डीलर को यह राशि २५,००० रुपये मुआवजे और २,००० रुपये की मुकदमा लागत के साथ लौटाने का निर्देश दिया। डीलर ने अपनी ओर से किसी तरह की खामी से इनकार करते हुए कहा कि आवाज आने की वजह गलत तरीके से वाहन चलाना हो सकती है।
राज्य आयोग ने डीलर की अपील को स्वीकार करते हुए कार कम्पनी को कार की कीमत लौटाने का निर्देश दिया। मारुति को थोड़ी राहत प्रदान करते हुए २५,००० रुपये का मुआवजा हटा दिया गया। हालांकि २,००० रुपये की मुकदमा लागत को कायम रखा गया। एनसीडीआरसी ने शिकायतकर्ता की मुआवजा बढ़ाने की संशोधन याचिका को खारिज करते हुए राज्य आयोग के आदेश को उचित ठहराया है। |
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कनीना,१५ फरवरी:जहां एक तरफ सरकार लड़कियों की सुरक्षा को लेकर तरह-तरह के रास्ते खोज रही है, वहीं दूसरी तरफ स्थानीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना मण्डी स्कूल की छात्राओं को आए दिन स्कूल के बाहर की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है, जिसको लेकर अब तक प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाही नहीं कि गई है, ताकि छात्राओं को इस समस्या से निजात मिल सके।
इस बारे में स्कूल स्टाफ के सदस्यों ने बताया कि पिछले तीन माह से स्कूल प्राचार्य किसी मामले में निलंबित हो गया था, जिसके बाद से स्कूल के सभी कार्य बाधित हो गए।
उन्होंने बताया कि लगभग चार माह पहले स्कूल कि लगभग सौ मीटर लम्बी बाहरी दीवार व पानी की टंकी फट जाने के कारण स्कूल में पढऩे वाली छात्राओं को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जिसको लेकर स्कूल के प्राचार्य रामपाल यादव व वर्तमान स्कूल स्टाफ के द्वारा उच्चाधिकारियों को लिखित व मौखिक में कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन अब तक इस कार्य को करना तो दूर की बात है इसको कोई देखने तक नहीं आया है।
उन्होंने बताया कि स्कूल के साथ लगता ही रेलवे स्टेशन और पार्क है, जिसके कारण यहा लोगों का आना जाना बना रहता है। जिसके कारण स्कूल में पढऩे वाली छात्राए काफी परेशान है। उन्होंने बताया कि स्कूल के पास पार्क होने के कारण आवारा लडक़े इस पार्क का बहाना लगाकर यहां घूमते रहते है, जिसके कारण कभी भी कोई अनहोनी कि घटनाएं होने का अंदेशा बना रहता है, लेकिन इस और अब तक किसी भी प्रकार से ध्यान नहीं दिया गया है, वहीं स्कूली छात्राओं ने बताया कि इस स्कूल की दीवार गिरने से आए दिन काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन लगभग चार माह बीत जाने के बाद भी इस विकट समस्या की और कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
यहां गौरतलब है कि स्कूल प्राचार्य को निलंबित हुए लगभग तीन माह हो गए है। जिसके बाद से नहीं तो स्कूल के स्टाफ का वेतन निकला है और अन्य स्कूल के काफी कार्य बाधित हो गए है, जिसको लेकर खण्ड शिक्षा अधिकारी से बात की गई थी तो उनका कहना था कि हमने लिखित में डी.डी. पावर के लिए डी.ओ. कार्यालय में भिजवा दिया था, जिसके बाद भी आज तक इस मामले पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है आखिर क्यों तीन माह से किसी भी स्टाफ को पावर नहीं दी गई।
आखिर इसके पीछे किसका हाथ है इसकी भी जांच होनी चाहिए। इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी नसीब सिंह से बात कि गई तो उनका कहना है कि मुझे यहां आए मात्र दो दिन हुए है उक्त मामला मेरी संज्ञान में नहीं है। इसको लेकर जल्द ही कनीना मंडी स्कूल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया जाएगा और स्टाफ के वेतन की समस्या का भी जल्द से जल्द समाधान कराया जाएगा। |
एडिलेड। भारतीय क्रिकेट टीम ने एडिलेड ओवल में गुरुवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए १२ सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी जिसमें सीमित ओवर विशेषज्ञ रोहित शर्मा को जगह दी गई है जबकि तेज गेंदबाज उमेश यादव और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को बाहर रखा गया है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्टों की सीरीज की पूर्व संध्या पर बुधवार को यहां एडिलेड ओवल में ही भारत की १२ सदस्यीय टीम घोषित की गई। वनडे टीम में उपकप्तान रोहित को बल्लेबाजी क्रम में जगह दी गई है जबकि जडेजा और उमेश को जगह नहीं मिली है। रोहित के अलावा हनुमा विहारी को भी अंतिम एकादश में जगह मिली है।
इंडिया व्स ऑस्ट्रेलिया १स्त टेस्ट : एडिलेड में टीम इंडिया की जीत की राह हो सकती है आसान? |
कल २०१९: क्रिस गेल का शतक काम न आया और जमैका थलावाज को सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रियाट्स के हाथों हार झेलनी पड़ी।
बासेटेरे। क्रिस गेल के शतक के बावजूद जमैका थलावाज को कैरेबियन प्रीमियर लीग (कल) में मंगलवार को सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रियाट्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा। गेल के २२वें टी२० शतक की मदद से जमैका ने ४ विकेट पर 2४1 रन बनाए। इसके जवाब में पेट्रियाट्स ने ७ गेंद शेष रहते ६ विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया। पेट्रियाट्स ने सीपीएल इतिहास का सबसे बड़ा टारगेट हासिल किया।
इस मैच के दौरान सीपीएल का सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड दो बार टूटा। जमैका के ग्लेन फिलिप्स ८ रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गेल और चैडविक वॉल्टन ने दूसरे विकेट के लिए १६२ रनों की रिकॉर्ड भागीदारी की। यह सीपीएल में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी भागीदारी है। इससे पहले यह रिकॉर्ड मार्लोन सैमुअल्स और ओ. पीटर्स के नाम था जिन्होंने हॉकबिल्स की तरफ से एमेजॉन के खिलाफ २०१४ में चौथे विकेट के लिए १६१ रनों की भागीदारी की थी।
वॉल्टन ३६ गेंदों में ३ चौकों और ८ छक्कों की मदद से ७३ रन बनाने के बाद जोसेफ की गेंद पर ब्रैथवेट को कैच थमा बैठे। गेल ने टी२० क्रिकेट में अपना २२वां शतक पूरा किया। वे ६२ रन बनाने के बाद ७ चौकों और १० छक्कों की मदद से ११६ रन बनाकर फेबियन एलन के शिकार बने। गेल के नाम टी२० क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक है और उन्होंने अपनी बढ़त को और मजबूत किया।
इसके जवाब में पेट्रियाट्स को इविन लुईस और डेवोन थॉमस ने आक्रामक शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए ८५ रन जोड़े। लुईस १८ गेंदों में ३ चौकों और ६ छक्कों की मदद से ५३ रन बनाकर रसेल के शिकार बने। उन्होंने १७ गेंदों में फिफ्टी पूरी की। इसके बाद थॉमस और लॉरी इवांस (४१) ने दूसरे विकेट के लिए 7६ रन जोड़े। थॉमस ने ४० गेंदों में ८ चौकों और ३ छक्कों की मदद से ७१ रन बनाए। अंत में फेबियन एलन ने १५ गेंदों में ५ चौकों और २ छक्कों की मदद से ३7 रन बनाए। |
गाजीपुर। थल सैनिक शिविर से वापस आए दो एनसीसी कैडेटों को मुख्य अतिथि पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार सिंह ने सम्मानित किया। साथ ही महाविद्यालय के खेल मैदान कैडेटों को ट्रेनिंग भी प्रदान की गई।
इस मौके पर मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि थल सैनिक शिविर में पूरे देश से कुछ गिने-चुने कैडेटों का ही चयन होता है। इसका आधार फायरिंग तथा विभिन्न तरह के साहसिक प्रशिक्षण के बाद दिल्ली तक पहुंचते हैं। कहा कि महाविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि दोनों कैडेट कुंदन भारद्वाज और मीना यादव ने महाविद्यालय का नाम रौशन किया है। कहा कि इस तरह के शिविर के माध्यम से कैडेटों में शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। इससे कैडेट अपने अंदर एक अच्छे चरित्र का निर्माण कर सकते है। एनसीसी ऑफिसर डी आर सिंह ने कहा कि थल सैनिक शिविर को सफलता पूर्वक संपन्न करने वाले कैडेट महाविद्यालय के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भविष्य में अपने मेहनत एवं लगन से आगे बढ़ते हुए राष्ट्र तथा महाविद्यालय का नाम रोशन करते रहेंगे। इस मौके पर बद्रीनाथ सिंह, समर बहादुर सिंह, डॉ. अनुराग सिंह, डॉ. संजय चतुर्वेदी, मनोज मिश्रा आदि मौजूद रहे। संचालन डी आर सिंह और आभार संयुक्त सचिव कृपाशंकर सिंह ने व्यक्त किया। |
रियो डी जनेरियो। ब्राजील के लिए ओलम्पक में पोल वॉल्ट का खिताब जीतने वाले ब्राज डा सिल्वा को पुरस्कार के तौर पर एक किलो सोने की ईंट मिली है। सिल्वा ने मौजूदा चैम्पियन फ्रांस के रेनाड लावीलीन को हराते हुए पोल वॉल्ट का खिताब जीता था। सिल्वा ने ६.०३ मीटर के साथ नया ओलम्पिक रिकार्ड बनाया था।
सिल्वा ने कहा कि उन्होंने पोल वाल्ट की कला ब्राजील के पूर्व विश्व चैम्पियन फेबियाना मुरेर से सीखी है। इस बीच, मुरेर ने रियो ओलम्पिक में खराब प्रदर्शन के बाद गुरुवार को संन्यास की घोषणा की। वह पहले दौर में ही बाहर हो गए थे। |
गुजरात न्यूज, जूनागढ़। गुजरात में जूनागढ़ के विसावदर क्षेत्र में एक मां अपने दो मासूमों को जहर खिलाया और फिर उन्हीं के साथ खुद भी मर गई। महिला ३५ साल की थी जबकि, उसके बच्चे भी काफी कम उम्र के थे। घरेलू विवाद के चलते महिला द्वारा यह कदम उठाए जाने की प्राथमिक जानकारी सामने आई है। पुलिस ने तीनों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे हैं।
घटना विसावादर के पियावा गांव की है, जहां रविवार की सुबह अरुणाबेन सावलिया नामक महिला ने अपने बेटे लक्ष और बेटी राशी के साथ जहर खाया। जहर से बेटे को तो तत्काल मौत हो गई, जबकि अरुणाबेन और उसकी बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान अरुणाबेन ने दम तोड़ दिया, इसके बाद बेटी भी चल बसी।
इससे पहले विसावदर में ही एक माता ने ४ संतानों के साथ कूएं में कूदकर जान दे दी थी। अब ऐसी ही और एक घटना के चलते पूरे इलाके में कोहराम मचा हुआ है। हालांकि, इन मृतकों के परिवार ने इस मामले में चुप्पी साध ली है। पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है। |
हैदराबाद २१ दिसंबर: ऑल इंडिया बैंक कर्मचारियों एसोसिएशन और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन ने नोटबंदी की वजह से विभिन्न बैंकों और उनके कर्मचारियों को हो रही कठिनाइयों के खिलाफ मुज़ाहिरों का ऐलान किया है। जो विरोध प्रोग्राम तय किए गए हैं उनमें २८ दिसंबर को जुलूस भी शामिल है। इसके बाद यूनियनों की ओर से वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम २९ दिसंबर को एक पत्र भेजा जाएगा। संघ के सदस्यों इस समस्या २ और ३ जनवरी २017 को भी विरोध प्रदर्शन की योजना रखते हैं।
ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन के महासचिव सी एच वेंकट चिलम ने और बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव एस नागराजन ने जारी एक बयान में कहा गया है कि हमारे संगठनों की ओर से घोषणा के अनुसार हमारी तन्ज़ीमों की तरफ से ऐलान के मुताबिक़ हमारी यूनिटें तमाम बड़े मराकिज़ पर मुज़ाहिरों का एहतेमाम कर रही हैं और वो रिज़र्व बैंक के मुक़ामी हुक्काम से मुलाक़ात करते हुए याददाश्तें हवाले कर रही हैं।
यूनियनों ने केंद्र से मांग की के सभी बैंक बराँचस पर पर्याप्त मात्रा में मुद्रा और नकदी प्रदान की जाए। सभी एटीएम्स किसी देरी के बिना बहाल किया जाए और बैंकों को पैसे की आपूर्ति में शफ़्फ़ाफ़ियत बरती जाए। मुंबई से मिली इत्तेला के मुताबिक स्थानीय शहरी पुराने नोटों को अपने खातों में जमा करने की नई कड़ी शर्तों पर बेहद नाराज हैं। |
भोपाल। खुदकुशी एक ऐसा लफ्ज है जिसे सुनकर ही रौंगटे खड़े हो जाते हैं। लोग खुदकुशी अक्सर निराशा के चलते कर लेते हैं। आज की भाग दौड़ भड़ी जिंदगी में पिछड़ने पर लोग हताशा का शिकार हो रहे हैं। सहनशीलता और सब्र की कमी युवा वर्ग की जान पर भारी पड़ रही है। राजधानी में फांसी लगाकर आत्महत्या के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसा ही खुदकुशी का मामला अवधपुरी थाने में दर्ज हुआ है जहां एक युवक ने फांसी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली।
जनसंपर्कलाइफ.कॉम को मिली जानकारी के अनुसार, ५४ वर्षीय दीपक मंडल पुत्र वीरेंद्र मंडल बीडीए कॉलोनी अवधपुरी में रहता था। वह कारपेंटर था। कल मंगलवार शाम को उसने अपने घर में फांसी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। परिजन उसे अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृग कायम कर शव का पीएम के लिए भेज दिया है। और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है जिससे मौत की कारणों का पता चलता। पुलिस परिजनों और मिलने जुलने वालोंं से भी पूछताछ कर रही है। |
स्टीव स्मिथ पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने १ साल का बैन लगाया है।
गेंद से छेड़छाड़ कर १ साल का बैन झेल रहे स्टीव स्मिथ जल्द ही क्रिकेट के मैदान में वापसी कर सकते हैं। लेकिन स्मिथ के ऑस्ट्रेलिया नहीं बल्कि कनाडा में होने वाली ग्लोबल टी२० कनाडा टूर्नामेंट के जरिए वापसी करने की खबरें हैं। माना जा रहा है कि आयोजकों ने स्मिथ से संपर्क किया है और उनसे टूर्नामेंट में खेलने को कहा है। कनाडा में होने वाला ये टूर्नामेंट २८ जून से १६ जुलाई तक खेला जाएगा। इसमें ६ टीमें हिस्सा लेंगी। टीमों के नाम कैरीबियन ऑल-स्टार, टोरंटो नेश्नल्स, मॉन्ट्रियल टाइगर्स, ओटावा रॉयल्स, वैंकोवर नाइट्स और विनिपेग हॉक्स हैं।
टूर्नामेंट को वेस्टइंडीज का समर्थन हासिल है क्योंकि आईसीसी के पूर्ण सदस्य के समर्थन के बिना आईसीसी इसे मंजूरी नहीं देती। आपको बता दें कि हाल ही में ये खबरें भी सामने आई हैं कि डेविड वॉर्नर भी घरेलू क्रिकेट के जरिए वापसी करने की तैयारी में हैं। हालांकि अभी सिर्फ इसकी खबरें हैं लेकिन माना जा रहा है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भी स्मिथ को कनाडा में खेलने की मंजूरी दे सकता है।
आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में तीसरे टेस्ट के दौरान स्मिथ की कप्तानी में गेंद से छेड़छाड़ हुई थी और इसके बाद मामला सामने आने पर जमकर बवाल हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया था कि ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री को भी बयान देने सामने आना पड़ा था और इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया मामले में शामिल खिलाड़ियों पर कड़ी कार्रवाई की थी। बोर्ड ने स्मिथ, डेविड वॉर्नर पर १-१ साल और कैमरन बैनक्रॉफ्ट पर ९ महीने का बैन लगा दिया था। अब तीनों खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट, बिग बैश लीग में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। लेकिन तीनों घरेलू क्रिकेट खेल सकते हैं। |
आम आदमी पार्टी [आप] भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए तीसरे मोर्चे को समर्थन दे सकती हैं. आप के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि अगर १६ मई को चुनाव परिणाम आने के बाद तीसरे मोर्चे की सरकार के लिए पहल होती है तो पार्टी उसे मुद्दों पर आधारित समर्थन की पेशकश पर विचार कर सकती है.इस बयान का अरविन्द केजरीवाल ने खण्डन किया है. पूर्व में आये सर्वेेक्षणों में चौकाने वाली बात यही थी कि विपक्ष या तीसरा मोर्चा जो भी बनेगा वह अहम भूमिका निभाने की स्थिति में है तथा वह भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए धर्मनिरपेक्ष कहलाने वाली ताकतों के साथ में आने की संभावना पर बातचीत तेज कर सकती है. सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और अन्य कई नेताओं ने इस तरह की संभावना जताई थी। सोलहवीं लोकसभा में किसी भी गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में सरकार बनाने के लिए नए साथियों की तलाश में सीबीआई अहम भूमिका अदा कर सकती है। मायावती, ममता बनर्जी और नवीन पटनायक जैसे तीन बड़े क्षत्रप सीबीआई के निशाने पर हैं और उनके लिए सत्ताधारी दल के साथ टकराव आसान नहीं होगा।
छह चरणों के मतदान के बाद कांग्रेस ने यह मत बनाया था कि देश की सत्ता उसके हाथ से जा रही है. सत्ता का फायदा भाजपा को न मिले इसके लिए उसने चुनाव बाद देश में तीसरे मोर्चे की सरकार बनवाने के संकेत भी दिये. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण के बाद विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि बहुमत न मिलने पर कांग्रेस तीसरे मोर्चे की सरकार का समर्थन करने पर विचार कर सकती है. मोदी को भाजपा के लिए ही बड़ी समस्या करार देते हुए खुर्शीद ने कहा था कि जब भगवान (राम मंदिर आंदोलन) की लहर कांग्रेस को नहीं रोक पाई तो मोदी की लहर क्या चीज है. इसलिए केंद्र में भाजपा की सरकार बनने की संभावना नहीं है. चुनाव बाद कांग्रेस सरकार बनाने के लिए तीसरे मोर्चे का समर्थन कर सकती है. इतना ही नहीं वह सरकार बनाने के लिए तीसरे मोर्चे के दलों का समर्थन भी ले सकती है. माकपा ने भाजपा को सत्ता से रोकने के लिए चुनाव बाद सेक्युलर फ्रंट बनाने के संकेत दिए हैं.माकपा महासचिव प्रकाश कारत की माने तो चुनाव के बाद सेक्युलर फ्रंट बन सकता है. इसके लिए उन्हें कांग्रेस के समर्थन से कोई ऐतराज नहीं जबकि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और रक्षा मंत्री ए.के एंटनी ने केरल की सभा में वामदलों को कांग्रेस के नेतृत्व में सेक्युलर फ्रंट के तहत एकजुट होने की अपील की थी.कारत का दावा है कि चुनाव के बाद कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होगी. एंटनी के बयान पर उनका मत है कि चुनाव के बाद एंटनी और कांग्रेस के सामने एक ही रास्ता होगा कि वह सेक्युलर मोर्चे को समर्थन दें, भाजपा को सरकार से दूर रखने के लिए सेक्युलर मोर्चे में कांग्रेस के समर्थन से कोई आपत्ति नहीं है.मोर्चे के नेतृत्व का फैसला चुनाव के बाद तय किया जा सकता है। १९९६ में ऐसे ही हालात में संयुक्त मोर्चा बना था और नेता चुना गया था। |
चीन हमेशा से अपने हाईटेक चीजों के लिए चर्चा में रहता है। इस बार चीन ने नववर्ष के हाईटेक सुरक्षा इंतजाम के लिए चेहरे को पहचानने की टेक्नोलॉजी से लैस चश्मे पहनने वाले पुलिस कर्मियों की तैनाती की है। यह चश्मा बड़ी संख्या में यात्रियों पर नजर रखने का काम करेगा।
स्थानीय मीडिया खबरों के मुताबिक, हेनान प्रांत के झेंगझू पूर्वी रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे के साथ ही उच्च तकनीक वाले चश्मे पहने रेलवे पुलिसकर्मी तैनात हैं। चश्मे के जरिए पुलिस डेटाबेस पर उपलब्ध जानकारी के साथ यात्रियों की पहचान मिलानी होती है ताकि कोई अपराधी बचकर न निकल सके।
इस टेक्नोलॉजी के जरिए अभी तक मानव तस्करी और हिट एंड रन के सात आरोपियों को पकड़ा गया है, जबकि पहचान बदलकर यात्रा करने वाले २६ मामले दर्ज किए गए हैं। बता दें कि एक फरवरी से लेकर १२ मार्च तक हर साल ज्यादातर चीनी यात्री नववर्ष के दौरान छुट्टी मानाने अपने घर लौटते हैं।
हेनान के सार्वजनिक सुरक्षा विभाग के झांग जियाओली ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि यह चश्मा गूगल के ग्लास के समान है, जो पुलिस डेटाबेस से जुड़ा होता है। चश्मे में कैप्चर किए गए चेहरों की जानकारी वांछित सूची पर संदिग्धों की तुलना करने के लिए डेटाबेस में वापस भेजी जाएगी। नई तकनीक को डेटाबेस से तुलना करने के लिए फोटो की आवश्यकता होती है।
पुलिस कर्मिया द्वारा पहने जाने वाले चश्मे टैबलेट व कंप्यूटर से जुड़े होते हैं। इनमें एक बार यात्रियों के चेहरे स्कैन हो जाने पर टैबलेट से पुलिस डेटाबेस में चेहरों का मिलान कर लेता है। जबकि पहले एक अपराधी को पकड़ने के लिए उसके चेहरे की विभिन्न एंगल की तस्वीरों की जरूरत होती थी। |
कोल्हापुर: पुणे, सांगली, सतारा, कोल्हापुर और सोलापुर जिलों में भारी बारिश के बाद खेतों को बड़ा नुक्सान हुआ है। अब, किसान बाढ़ के बाद सामान्य स्थिति में लौटने की कोशिश कर रहे हैं।
बाढ़ ने क्षेत्र में कई हजार हेक्टेयर पर फसलों को नुकसान पहुंचाया है। अन्य फसलों की तरह, अत्यधिक जलभराव से गन्ने को भी नुकसान हुआ है। जिसके बाद, अब नप ने सरकार से गन्ना किसानों को मुआवजा प्रदान करने का आग्रह किया है।
धनंजय मुंडे और सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में नप के एक प्रतिनिधिमंडल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात की और गन्ने के लिए प्रति हेक्टेयर १ लाख रुपये के मुआवजे की मांग की। इसके साथ ही पार्टी ने कृषि भूमि को खेती योग्य बनाने के लिए मुआवजे के रूप में २५,००० रुपये प्रति हेक्टेयर की भी मांग की। |
पश्चिम बंगाल के रानाघाट रेलवे स्टेशन पर गाना गाती रानू मंडल को को अपने मोबाइल फोन से रिकॉर्ड करने वाले इस शख्स का नाम अतींद्र चक्रवर्ती है।
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब धूम मचा रहा है, ये वीडियो है रानू मंडल का, जो अब हिमेश रेशमिया के साथ उनकी फिल्म का टाइटल ट्रैक गा रही हैं, रानू मरिया मंडल वही औरत हैं, जिन्हें कुछ दिन पहले एक वीडियो में रेलवे प्लेटफॉर्म पर गाना गाते हुए सुना गया था, उनकी आवाज और सुर इतने मधुर थे, कि हर कोई उनकी तारीफ करने लगा, सोशल मीडिया की वजह से वो रातों-रात स्टार बन गई। लेकिन ये खबर रानू के बारे में नहीं है, बल्कि उस शख्स के बारे में है, जिसके दो मिनट के वीडियो ने रानू की जिंदगी ही बदल दी।
पश्चिम बंगाल के रानाघाट रेलवे स्टेशन पर गाना गाती रानू मंडल को को अपने मोबाइल फोन से रिकॉर्ड करने वाले इस शख्स का नाम अतींद्र चक्रवर्ती है, जो पेशे से समाज सेवक हैं,
अतींद्र ने जब रानू को रेलवे प्लेटफॉर्म पर गाना गाते सुना, तो अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया, अतींद्र वहां अपने दोस्त के साथ पहुंचे थे, उन्हें उनका गाना काफी पसंद आया।
अतींद्र ने इस वीडियो को पहले फेसबुक पर पोस्ट किया, हालांकि उन्हें भी शायद इस बात का अंदाजा नहीं था, कि उनके द्वारा पोस्ट किया गया वीडियो रानू मंडल की जिंदगी ही बदल देगा,
इन दिनों रानू मंडल जहां भी जा रही हैं, अतींद्र उनके साथ ही नजर आ रहे हैं।
बीते गुरुवार को लोगों को तब सबसे ज्यादा हैरानी हुई, जब रानू मारिया मंडल की फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री की खबर सामने आई, हिमेश रेशमिया ने इंस्टाग्राम के जरिये जानकारी दी, |
डॉ नीलम महेंद्र, ग्वालियर | मध्यप्रदेश की राजधानी एक बार फिर कलंकित हुई। एक बार फिर साबित हुआ कि हम एक सभ्य समाज होने का कितना भी ढोंग करें लेकिन सत्य बेहद कड़वा है। प्यारेमियाँ तो केवल वो नाम है जो सामने आया है ऐसे कितने ही नाम अभी भी गुमनाम हैं। प्यारेमियाँ तो मात्र वो चेहरा है जो बेनकाब हुआ है ऐसे कितने ही चेहरे अभी भी नकाब की ओट में हैं यह हम सभी जानते हैं। चूंकि अब यह मामला सामने आ गया है तो सब ओर से प्यारेमियाँ को कठोर से कठोर दंड देने की मांग उठने लगी है। लेकिन क्या प्यारेमियाँ को दंडित करने मात्र ही समस्या का हल है? क्या प्यारेमियाँ अकेला अपराधी है? ऐसे अनेक सवाल हैं जो एक समाज के रूप में हमें स्वयं से पूछने ही चाहिए।
दरअसल प्यारेमियाँ अकेला दोषी नहीं है उसके अतीत को खंगालने पर पता चलता है कि उसका आज ही नहीं बल्कि उसका बीता हुआ कल भी दागदार था। आश्चर्यजनक है कि सरकार और प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी। क्योंकि १९९० से प्यारेमियाँ लगभग ५००० वर्गफीट में बने विधायक विश्राम गृह के दो भवनों में रह रहा था, किस हैसियत से यह पता नहीं। इस जगह पर उसने अपना आलीशान घर बना लिया था। २००२ में जब उसे सचिवालय द्वारा परिसर खाली करने का नोटिस दिया गया तो उसने अदालत की शरण ली। हालांकि अदालत से भी उसे परिसर खाली करने का आदेश दिया गया फिर भी सत्ता शीर्ष तक उसकी पहुंच के चलते सचिवालय को उससे यह परिसर खाली कराने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। पुलिस और विधानसभा के सुरक्षा विभाग के साझा ऑपेरशन से परिसर को खाली कराया गया। इस दौरान परिसर से ४० पेटी विदेशी शराब तथा आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए थे। बावजूद इसके, कुछ माह बाद ही प्यारेमियाँ को पुराना भोपाल इलाके में एक बंगला आवंटित कर दिया गया था। क्या यहाँ यह प्रश्न नहीं उठता कि कैसे और क्यों? और अगर आपको बताया जाए कि जिस परिसर पर प्यारेमियाँ ने पत्रकार और अखबार के नाम पर कब्ज़ा किया था वो वीआईपी क्षेत्र की बेशकीमती सरकारी जमीन है जो भोपाल के मुख्य बाजार न्यू मार्केट, राजभवन, बिड़ला मंदिर, विधानसभा और मंत्रालय के बीचों बीच स्थित है तो आप क्या कहेंगे?
इसे पुलिस की मासूमियत कहें या मजबूरी? अगर हमारी पुलिस इतनी ही मासूम है तो उसे समझना चाहिए कि उनकी यह मासूमियत कितनी ही नाबालिग बच्चियों की मासूमियत समय से पहले ही छीन लेती है। और अगर वो मजबूर है तो उसे समझना चाहिए कि उनकी यह मजबूरी भविष्य में न कितने प्यारेमियाँ को किसी गरीब लड़की की मजबूरी का फायदा उठाने की हिम्मत दे जाती है। हमारी सरकारों और न्याय व्यवस्था को भी समझना चाहिए कि जब बलात्कार के एक आरोपी का जब हैदराबाद पुलिस द्वारा एनकाउंटर होता है तो पूरा देश खुशी क्यों मनाता है। क्योंकि जब तक हम इन सवालों के ईमानदार जवाब नहीं खोजेंगे प्यारेमियाँ बार बार सामने आते रहेंगे। |
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह विकास के दावे के साथ अपने निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव की जनता के पास गए हैं। कोई उनकी जीत पक्की मान रहा है तो कुछ लोग कहते हैं कि इस बार रमन को जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री की जीत पर संशय! आखिर वजह क्या है? दरअसल, कांग्रेस ने चुनावी अखाड़े में मुख्यमंत्री के खिलाफ इस बार अलका मुदलियार को उतारा है और जीरम घाटी नक्सली कांड के जरिए सहानुभूति वोट बटोरने की कोशिश कर रही है।
वहीं, मुख्यमंत्री रमन के बेटे अभिषेक सिंह भी अपने पिता के कार्यों का बखान कर राजनांदगांव के हर घर में पहुंच रहे हैं। अलका ने राजनांदगांव में चुनावी बिगुल भी फूंक दिया है। वह इस बार घर-घर जाकर नक्सली कांड में शहीद हुए राज्य के शीर्ष नेताओं का जिक्र कर सहानुभूति पाने की कोशिश कर रही हैं। यहां बताना लाजिमी होगा कि पिछले दिनों बागी तेवर अख्तियार कर चुकीं करुणा शुक्ला भी अब अलका के समर्थन में उतर चुकी हैं। उन्होंने इतना तक कह दिया कि अलका उनकी बेटी हैं और वे अलका के लिए राजनांदगांव में जनसंपर्क भी करेंगी।
करुणा के इस कथन से यह साफ हो गया है कि वे आने वाले दिनों में कांग्रेस में भी प्रवेश कर सकती हैं। यहां पर यह कहना गलत नहीं होगा कि बागी करुणा आने वाले दिनों में भाजपा को नुकसान पहुंचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं। अलका जनसंपर्क कर जीरम में शासन-प्रशासन की हुई चूक के बारे में कहकर और जनता से गले मिलकर आंसू बहा रही हैं। एक महिला प्रत्याशी का रोना अगर दिलों को छू गया तो यह कहना गलत नहीं होगा कि सीएम को आटे-दाल का भाव पता चल जाएगा। वहीं सूत्रों से पता चला है कि इस बार राजनांदगांव की जनता भी सीएम से खफा है।
लोगों का कहना है कि सीएम उनके जिला के हैं, फिर भी राजनांदगांव का विकास नहीं हो पाया। वहीं इस बार कांग्रेस भी अपनी सारी ताकत राजनांदगांव में ही झोंक रही है। कांग्रेस के सभी नेता राजनांदगांव में सीएम के लिए अलग ही रणनीति तैयार कर रहे हैं। अब देखना होगा कि आने वाले समय में सीएम रमन सिंह कांग्रेस के चक्रव्यूह को तोडऩे में कहां तक सफल होते हैं। रमन सिंह के लिए राहत की बात यह है कि जीरम घाटी से जुड़ी सहानुभूति की लहर अभी तक जिले में नजर नहीं आ रही है। अगर आने वाले दिनों में लहर दौड़ गई तो सीएम को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि राजनीति और किक्रेट दो ऐसी चीजें हैं कि कब कौन बाजी मार जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता। अब तो आने वाला समय ही बताएगा कि राजनांदगांव में सीएम के विकास के दावों के सिक्के चलेंगे या अलका के मार्फत सहानुभूति की लहर। |
१ लोगों ने दाऊद से कहा, "देखो, पलिश्ती कीला के विरुद्ध युद्ध कर रहे हैं। वे खलिहानों से अन्न लूट रहे हैं।"२ दाऊद ने यहोवा से पूछा, "क्या मैं जाऊँ और इन पलिश्तियों से लड़ूँ?" यहोवा ने दाऊद को उत्तर दिया, "जाओ और पलिश्तियों पर आक्रमण करो। कीला को बचाओ।"३ किन्तु दाऊद के लोगों ने उससे कहा, "देखो, हम यहाँ यहूदा में हैं और हम भयभीत हैं। तनिक सोचो तो सही कि हम तब कितने भयभीत होंगे जब वहाँ जाएंगे जहाँ पलिश्ती सेना है।"४ दाऊद ने फिर यहोवा से पूछा। यहोवा ने दाऊद को उत्तर दिया, "कीला को जाओ। मैं तुम्हारी सहायता पलिश्तियों को हराने में करूँगा।"५ इसलिये दाऊद और उसके लोग कीला को गये। दाऊद के लोग पलिश्तियों से लड़े। दाऊद के लोगों ने पलिश्तियों को हराया और उनकी गायें ले लीं। इस प्रकार दाऊद ने कीला के लोगों को बचाया।६ (जब एब्यातार दाऊद के पास भाग कर गया था तब एब्यातार अपने साथ एक एपोद ले गया था।)७ लोगों ने शाऊल से कहा कि अब दाऊद कीला में है। शाऊल ने कहा, "परमेश्वर ने दाऊद को मुझे दे दिया है। दाऊद स्वयं जाल में फँस गया है। वह ऐसे नगर में गया है जिसके द्वार को बन्द करने के लिये दरवाजे और छड़ें हैं।"८ शाऊल ने युद्ध के लिये अपनी सारी सेना को एक साथ बुलाया। उन्होंने अपनी तैयारी कीला जाने और दाऊद तथा उसके लोगों पर आक्रमण के लिये की।९ दाऊद को पता लगा कि शाऊल उसके विरुद्ध योजना बना रहा है। दाऊद ने तब याजक एब्यातार से कहा, "एपोद लाओ।"१0 दाऊद ने प्रार्थना की, "यहोवा इस्राएल के परमेश्वर, मैंने सुना है कि शाऊल कीला में आने और मेरे कारण इसे नष्ट करने की योजना बना रहा है।११ क्या शाऊल कीला में आएगा? क्या कीला के लोग मुझे शाऊल को दे देंगे? यहोवा इस्राएल के परमेश्वर, मैं तेरा सेवक हूँ! कृपया मुझे बता!" यहोवा ने उत्तर दिया, "शाऊल आएगा।"१२ दाऊद ने फिर पूछा, "क्या कीला के लोग मुझे और मेरे लोगों को शाऊल को दे देंगे।" यहोवा ने उत्तर दिया, "वे ऐसा करेंगे।"१३ इसलिए दाऊद और उसके लोगों ने कीला को छोड़ दीया। वहाँ लगभग छः सौ पुरुष थे जो दाऊद के साथ गए। दाऊद और उसके लोग एक स्थान से दूसरे स्थान घूमते रहे। शाऊल को पता लग गया कि दाऊद कीला से बच निकला। इसलिए शाऊल उस नगर को नही गाय।१४ दाऊद मरूभूमि मे चला गया और वहाँ किलों में ठहर गया। दाऊद जीप की मरूभूमि के पहाड़ी देश में भी गया। शाऊल प्रतिदिन दाऊद की खोज करता था, किन्तु यहोवा शाऊल को दाऊद को पकड़ने नहीं देता था।१५ दाऊद जीप की मरुभूमि में होरेश में था। वह भयभीत था क्योंकि शाऊल उसे मारने आ रहा था।१६ किन्तु शाऊल का पुत्र योनातान होरेश में दाऊद से मिलने गया। योनातान ने परमेश्वर पर दृढ़ विश्वास रखनेे में दाऊद की सहायता की।१७ योनातान ने दाऊद से कहा, "डरो नहीं। मेरे पिता शाऊल तुम्हें चोट नहीं पहुँचा सकते। तुम इस्राएल के राजा बनोगे। मैं तुम्हारे बाद दूसरे स्थान पर रहूँगा। मेरे पिता भी यह जानते हैं।"१८ योनातान और दाऊद दोनों ने यहोवा के सामने सन्धि की। तब योनातान घर चला गया और दाऊद होरेश में टिका रहा।१९ जीप के लोग गिबा में शाऊल के पास आए। उन्होंने शाऊल से कहा, "दाऊद हम लोगों के क्षेत्र में छिपा है। वह होरेश के किले में है। वह हकीला पहाड़ी पर यशीमोन के दक्षिण में है।२0 महाराज आप जब चाहें आएँ। यह हम लोगों का कर्तव्य है कि हम आपको दाऊद को दें।"२१ शाऊल ने उत्तर दिया, "यहोवा आप लोगों को मेरी सहायता के लिये आशीर्वाद दे।२२ जाओ और उसके बारे में और अधिक पता लगाओ। पता लगाओ कि दाऊद कहाँ ठहरा है। पता लगाओ कि दाऊद को वहाँ किसने देखा है। शाऊल ने सोचा, 'दाऊद चतुर है। वह मुझे धोखा देने की कोशिश कर रहा है।'२३ छिपने के जिन स्थानों का उपयोग दाऊद कर रहा है, उन सभी का पता लगाओ और मेरे पास वापस लौटो तथा मुझे सब कुछ बताओ। तब मैं तुम्हारे साथ चलूँगा। यदि दाऊद उस क्षेत्र में होगा तो मैं उसका पता लगाऊँगा। मैं उसका पता तब लगा लूँगा यदि मुझे यहूदा के सभी परिवारों की तलाशी लेनी पड़े।"२४ तब जीपी निवासी जीप को लौट गए। शाऊल वहाँ बाद में गया। दाऊद और उसके लोग माओन की मरुभूमि में थे। वे यशीमोन के दक्षिण में मरुभूमि क्षेत्र में थे।२५ शाऊल और उसके लोग दाऊद की खोज करने गये। किन्तु लोगों ने दाऊद को सावधान कर दिया। उन्होंने बताया कि शाऊल उसकी तलाश कर रहा है। दाऊद तब माओन की मरुभूमि में नीचे की ओर चट्टान पर गया। शाऊल ने सुना कि दाऊद माओन की मरुभूमि में गया है। इसलिये शाऊल उस स्थान पर दाऊद को पकड़ने गया।२६ शाऊल पर्वत की एक ओर था। दाऊद और उसके लोग उसी पर्वत की दूसरी ओर थे। दाऊद शाऊल से दूर निकल जाने के लिये शीघ्रता कर रहा था। शाऊल और उसके सैनिक पर्वत के चारों ओर दाऊद और उसके लोगों को पकड़ने जा रहे थे।२७ तभी शाऊल के पास एक दूत आया। दूत ने कहा, "शीघ्रता करो! पलिश्ती हम पर आक्रमण कर रहें है!"२८ इसलिये शाऊल ने दाऊद का पीछा करना छोड़ दिया और पलिश्तियों से लड़ने निकल गया। यही कारण है कि लोग उस स्थान को "फिसलनी चट्टान' कहते हैं।२९ दाऊद ने माओन की मरूभूमि को छोड़ा और एनगदी के समीप के किले में गया। |
किसी भी अन्य व्यवसाय की तरह, ईकामर्स व्यवसाय का मुख्य उद्देश्य अधिकतम पहुंच और रिसेप्शन के माध्यम से अधिकतम लाभ अर्जित करना है। जबकि ग्राहक के दृष्टिकोण से; मुख्य उद्देश्य सस्ती दरों पर सर्वोत्तम उत्पाद प्राप्त करना है। यह वह जगह है जहाँ एक प्रभावी मूल्य निर्धारण रणनीति खेल में आती है।
मूल्य निर्धारण की इस पद्धति में, खुदरा विक्रेता मुख्य रूप से उपभोक्ता व्यवहार या मांग-आपूर्ति श्रृंखला के बारे में अधिक शोध किए बिना मूल्य निर्धारित करता है। प्रक्रिया दृष्टिकोण में काफी सरल है और बेचे जा रहे उत्पादों की न्यूनतम वापसी सुनिश्चित करती है। ज्यादातर मामलों में, खुदरा विक्रेता लागत मूल्य पर कुछ अतिरिक्त मार्कअप जोड़ता है और लाभ कमाता है।
उदाहरण के लिए, यदि आप रु। की कुल लागत पर एक जोड़ी जूते का निर्माण कर रहे हैं। ७०० और २०% लाभ मार्जिन रखना चाहते हैं, आप रुपये की कीमत पर जूते बेचेंगे। ८४०। यह ठीक वही है जो मूल्य-आधारित मूल्य-निर्धारण है।
मूल्य निर्धारण रणनीति का यह मॉडल छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए अच्छी तरह से काम करता है जो एक स्थानीय लक्षित दर्शकों को पूरा करते हैं।
मूल्य-आधारित मूल्य निर्धारण रणनीति को प्रभावित करने वाले कारकों में क्षमता, सामग्री लागत, ओवरहेड व्यय, शिपिंग लागत और श्रम लागत शामिल हैं। यदि आप उचित कीमतों पर जहाज नहीं करते हैं तो शिपिंग लागत एक प्रमुख योगदानकर्ता है।
इस प्रकार, अपने शिपिंग लागत को कम करने और अधिक प्रतिस्पर्धी तरीके से अपने उत्पादों को कीमत देने के लिए शिपरॉक जैसे शिपिंग समाधानों के साथ टाई-अप करें। चूंकि आप कई कूरियर भागीदारों के साथ रियायती दरों पर जहाज पर जाते हैं, आप आसानी से शिपिंग में सुधार कर सकते हैं और बहुत बेहतर कर सकते हैं।
इस मूल्य निर्धारण की रणनीति में, खुदरा विक्रेता अन्य प्रतियोगियों के मूल्य निर्धारण का तुलनात्मक विश्लेषण करने के बाद कीमत निर्धारित करने की कोशिश करता है। तुलना के अनुसार, आप अपने प्रतिस्पर्धी के मूल्य निर्धारण के आधार पर अपने उत्पादों का मूल्य निर्धारण कर सकते हैं।
म्य्न्त्र और अजियो दो ईकामर्स स्टोर हैं जो समान श्रेणियों से पुरुषों और महिलाओं के परिधान जैसे समान उत्पादों को बेचते हैं और कई ब्रांडों के घर हैं। वे आमतौर पर प्रतिस्पर्धी आधारित मूल्य निर्धारण का पालन करते हैं और उनके अधिकांश उत्पाद मूल्य बहुत समान होते हैं और केवल मामूली अंतर होता है।
यह मूल्य निर्धारण मॉडल बाजार में समान उत्पादों को बेचने के लिए आदर्श है। हालाँकि, मूल्य निर्धारण के इस रूप में एक खामी भ्रामक जानकारी है, जो आपके व्यवसाय की प्रगति में बाधा बन सकती है।
यह सबसे प्रभावी मूल्य निर्धारण में से एक है ईकामर्स के लिए लागू रणनीतियों। यह मुख्य रूप से उस गुणवत्ता पर केंद्रित है जिसे आप ग्राहक को वितरित करते हैं ताकि मांग बढ़े।
आप उद्योग खंड, उत्पाद खंड, उपभोक्ता स्वाद, व्यवहार और खरीदने की वरीयताओं में गहन शोध करते हैं और तदनुसार उत्पादों के सही मूल्य के साथ आते हैं।
यद्यपि मूल्य-आधारित मूल्य निर्धारण में गहन बाजार अनुसंधान और ग्राहक विश्लेषण की आवश्यकता होती है, लेकिन आप उनसे जो लाभ और लाभ प्राप्त करते हैं वह अद्भुत है।
मूल्य-आधारित मूल्य-निर्धारण के लिए आवश्यक है कि आप अपने ग्राहकों के लिए जिस दर्द बिंदु को हल कर रहे हैं, उसके प्रति अत्यधिक सतर्क रहें और फिर उसी के अनुसार अपने उत्पादों का मूल्य निर्धारित करें। यदि आपके पास उसी उत्पाद को बेचने वाले बाजार में कई प्रतियोगी हैं, तो संभावना है कि ग्राहक आपको उसी कीमत का भुगतान नहीं करेंगे। इसलिए, यदि आप इस प्रकार के उत्पाद मूल्य निर्धारण रणनीति के साथ सफल होना चाहते हैं, तो अपने उत्पादों और अपने ग्राहक की मांग के मूल्य का आकलन करना महत्वपूर्ण है।
जैसा कि आप व्यवसाय में जाते हैं, आप लक्षित दर्शकों के स्वाद, वरीयताओं और बजट से मेल खाने के लिए कीमतों में सूक्ष्म बदलाव करते हैं। मांग और आपूर्ति श्रृंखला के अनुसार, आपका मूल्य निर्धारण भी अलग-अलग होगा।
अपने व्यवसाय के लिए सबसे उपयुक्त मूल्य निर्धारण मॉडल चुनें और धीरे-धीरे उच्च रणनीतियों पर जाएं। मूल्य निर्धारण की रणनीति आपके व्यवसाय के विकास, अधिग्रहण और, के लिए एक महत्वपूर्ण बाध्यकारी कारक है ग्राहक प्रतिधारण; एक का चयन करना सुनिश्चित करें जो दोनों के बीच संतुलन बनाए रखता है।
साझा करने के लिए धन्यवाद। यह वास्तव में मददगार मार्गदर्शक है! |
आज का राशिफल :- आज आपको किस्मत का साथ मिलेगा और रुका हुआ पैसा भी मिलेगा। तथा कुछ राशियों के नौकरीपेशा और बिजनेस करने वाले लोगों के लिए दिन अच्छा है।
आर्थिक उन्नति के लिए नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। नए कार्य प्रारंभ हो सकते हैं। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। मान-सम्मान मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। आलस्य न कर भरपूर प्रयास करें। प्रसन्नता रहेगी। व्यस्तता अधिक रहेगी।
पूजा-पाठ में व्यय होगा। कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालयों में रुके कार्यों में गति आएगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पारिवारिक चिंता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। प्रमाद न करें।
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में अत्यंत सावधानी की आवश्यकता है। शारीरिक हानि की आशंका है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बनते कामों में बाधा संभव है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी।
कोर्ट व कचहरी के कामों में गति आएगी। जीवनसाथी के सहयोग से प्रसन्नता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। मित्रों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। भाग्य का साथ रहेगा।
भूमि-भवन व दुकान-फैक्टरी इत्यादि की खरीद-फरोख्त के कार्य लाभदायक रहेंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है, ध्यान दें। नए संपर्क भविष्य में काम आएंगे। आय में वृद्धि होगी।
व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। किसी आनंददायक आयोजन का कार्यक्रम बन सकता है। मनोरंजन के साधन भरपूर मिलेंगे। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। भय रहेगा।
कोई बुरी खबर की प्राप्ति की संभावना है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। व्यापार की गति धीमी रहेगी। नौकरी में अपेक्षाएं बढ़ेंगी। तनाव रहेगा। दूसरों के उकसाने में न आएं।
शत्रुओं का पराभव होगा। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। समाजसेवा करने की प्रेरणा मिलेगी। मान-सम्मान मिलेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। किसी व्यक्ति से विवाद हो सकता है।
घर में अतिथियों का आगमन हो सकता है। किसी मांगलिक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। धनलाभ में निरंतरता बनी रहेगी। नौकरी में चैन रहेगा। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी।
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा। अप्रत्याशित लाभ की संभावना है। लॉटरी-सट्टे से दूर रहें। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। भाग्य का साथ बना हुआ है। भरपूर प्रयास करें।
कोई अप्रत्याशित बड़ा खर्च सामने आ सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। विवाद से दूर रहें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बनते कामों में देरी होगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा।
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नए काम का प्रारंभ हो सकता है। आर्थिक स्थिति सुधरेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यस्तता के चलते थकान हो सकती है। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। |
उत्तर प्रदेश की विधानसभा ने मौजूदा अखिलेश सरकार के मंत्रियों के पॉकेट मनी का ब्यौरा पेश किया है। सपा सरकार में शामिल मंत्रियों ने २०१२ से २०१६ तक करीब ९ करोड़ (८ करोड़ 7८ लाख १२ हजार ४७४) रुपये खर्च कर दिए।
कैलाश चौरसिया तीसरे स्थान पर हैं, उन्होंने २२,८५,९०० रुपये खर्च किए हैं।
शिवकुमार बेरिया जो अब पूर्व मंत्री हैं। उन्होने अपने कार्यकाल में २१,९३,००० रुपये खर्च किए थे।
ग्राम विकास मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप ने २१,८७,९०० रुपये खर्च किए।
भूमि विकास और जल संसाधन राज्य मंत्री जगदीश सोनकर ने २१,५३,००० रुपये खर्च किए।
खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री रामकरन आर्य ने २१,०८,००० रुपये खर्च किए।
श्रम मंत्री शाहिद मंजूर ने २१,२५,४०० रुपये खर्च किए।
ओमप्रकाश सिंह ने २०,५१,२०0 रुपये खर्च किए।
कमाल अख्तर ने २०,५८,२०0 रुपये खर्च किए।
राममृर्ति वर्मा ने २०,३४,६०० रुपये खर्च किए।
फरीद अहमद ने २०,०५,५८७ रुपये खर्च किए।
व्यावसायिक शिक्षा व कौशल विकास राज्यमंत्री प्रो. अभिषेक मिश्रा ने १८,९४,१०३ रुपये खर्च किए।
कृषि मंत्री विनोद सिंह ऊर्फ पंडित सिंह ने १९,७४,९५५ रुपये खर्च किए हैं।
परिवहन राज्यमंत्री मानपाल सिंह ने १८,८६,६०० रुपये खर्च किए हैं।
खेल व युवा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामसकल गुर्जर ने १८,३५,४२३ रुपये खर्च किए हैं।
बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने ३,८०,७७४ रुपये खर्च किए।
स्टाम्प व पंजीयन मंत्री रघुराज प्रताप सिंह ने ७,५०,३०० रुपये खर्च किए हैं।
पूर्व मंत्री कामेश्वर उपाध्याय काफी कम समय के लिए मंत्री थे, लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान ६७,४०० रुपये खर्च किए।
महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सैय्यदा शादाब फातिमा भी इस सूची में शामिल हैं. उन्होंने ७२,५०० रुपये ही खर्च किए।
राजनीतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी ने २,६३,४०० रुपये खर्च किए।
पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री साहब सिंह ने १,8१,००० रुपये खर्चे।
समाज कल्याण राज्यमंत्री बंशीधर बौद्ध ने १,९२,५०० रुपये खर्च किए हैं। |
रे-बैन वेफरर धूप का चश्मा आकाश को लुभाने के लिए तैयार किया गया था, लेकिन उन्होंने जल्दी से पृथ्वी पर कब्जा कर लिया और अपने नए पास्ता फ्रेम के साथ सभी का ध्यान आकर्षित किया। उनके लिए, उनके लिए, क्लासिक, रंगीन, वेफरर्स ६० से अधिक वर्षों से प्रकाशिकी और फैशन की सेवा कर रहे हैं। सबसे अच्छी कीमत पर, और सबसे अच्छी सेवा के साथ, रे-बैन वेफरर आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।
रोचेस्टर, २० वीं सदी की शुरुआत में। दो आप्रवासियों द्वारा स्थापित एक छोटी ऑप्टिकल कंपनी रबर तमाशा फ्रेम के साथ प्रयोग करना शुरू कर देती है। लेकिन यह केवल आधी सदी बाद, में था १९५३, कि रे-बैन वेफरर, धूप का चश्मा अभिनव और अलग जो एक राष्ट्र की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं: आधुनिकता, लापरवाहियों पर लगाम, बाजार पर आता है। चश्मे का यह पारगमन मॉडल रंगीन डिजाइन और एक अनूठी सामग्री के रूप में फैशन के साथ फिट बैठता है। यह जल्दी से एक आइकन बन जाता है, रुझानों में परिवर्तन से बचता है और दुनिया भर में एक आवश्यक और कालातीत गौण बन जाता है। रे-बैन वेफरर धूप का चश्मा प्रसिद्ध रे-बैन एविएटर के साथ अमेरिकी ब्रांड के सबसे अधिक मान्यता प्राप्त और नकल किए गए मॉडल में से एक है। विशाल धूप का चश्मा बाजार में, मन में आने वाला पहला ब्रांड निस्संदेह रे-बैन है। कोई आश्चर्य नहीं: रे-बैन धूप के चश्मे का प्रमुख आधुनिक निर्माता है और इसके उत्पादों की उत्कृष्टता ने इसके विकास और अंतर्राष्ट्रीय विस्तार को गति दी है। प्रकाशिकी, बॉश और लोम्बोन में बड़े नामों में से एक, रे-बैन गुणवत्ता और विश्वसनीयता का प्रतीक है।
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दुबई, १६ दिसंबर: ( एजेंसी) शामी सदर बशर अल असद को ईरानी हिमायत के ख़िलाफ़ मुल्क के अंदर भी सदाए एहतिजाज बुलंद होने लगी है। इस एहतिजाज में सबसे बुलंद आहंग ईरान के सरकरदा सुन्नी आलम दीन मौलाना अबदुल हमीद का बशार अल असद को इक़तिदार ( शासन) से हटाने का मुतालिबा है।
उन्हों ने सूबा सीसतान बलोचिस्तान के शहर ज़ाहिद उनकी जामा मस्जिद में ख़िताब करते हुए तेहरान हुकूमत पर ज़ोर दिया कि वो शाम में बेगुनाह लोगों के किश्त-ओ-ख़ून का सिलसिला बंद कराने के लिए सदर असद को इक़तिदार से हटाने के लिए मुदाख़िलत करे।
मौलाना अबदुल मजीद ने कहा कि शाम में ख़ानाजंगी के बाइस निहत्ते शहरी जिनमें बच्चे और ख़वातीन भी शामिल हैं लुकमा-ए-अजल बन रहे हैं।
ईरान अख़लाक़ी तौर पर पाबंद है कि वो शाम में क़ियाम अमन के लिए ठोस इक़दामात करे। आलमी और इस्लामी सतह पर ऐसा करना तेहरान की गिरती साख बचाने के लिए ज़रूरी है।मौलाना अबदुल हमीद का कहना था कि मैं अपनी हुकूमत को ये मुख़लिसाना मश्वरा दे रहा हूँ कि वो शाम में मुदाख़िलत करे और बशर अल असद को इक़तिदार से हटा दे।
शामी बाग़ीयों के साथ ताल्लुक़ात उस्तिवार करे क्योंकि अब शाम का बेशतर इलाक़ा बाग़ीयों के क़बज़े में आ चुका है। आलमी बिरादरी शामी अपोज़ीशन इत्तिहाद को मुल्क की नुमाइंदा क़ुव्वत के तौर पर तस्लीम कर रही है।
यहां तक कि रूस जैसे शाम नवाज़ मुल्क ने भी ये तस्लीम कर लिया है कि बशर अल असद की इक़तिदार से अलाहैदगी नविश्ता दीवार बन चुकी है। इन तमाम हालात को सामने रखते हुए में भी इस्लामी जमहूरीया ईरान के मुक़तदिर लोगों से भी अपील करूंगा कि वो शाम के बारे में अपनी पालिसी पर नज़र-ए-सानी करें।
तेहरान को भी ये यक़ीन कर लेना चाहिए कि बशर अल असद के दिन गिने जा चुके हैं। उन्हें जल्द अज़ जल्द इक़तिदार से हटाने और शाम को ख़ूँरेज़ी से निकालने के लिए हमारी हुकूमत को फ़ौरी मुदाख़िलत करनी चाहिए। ईरानी आलम ए दीन ने अपनी हुकूमत की असद नवाज़ पालिसीयों को कड़ी तन्क़ीद का भी निशाना बनाया।
उन्होंने कहा कि तेहरान, बशर अल असद को बचाने की कोशिश करके आलमी और इस्लामी सतह पर अपनी साख को भी नुक़्सान पहुंचा रहा है। |
मनरेगा (मरेगा) के तहत प्रति परिवार उपलब्ध कराए जाने वाले रोजगार की सीमा १०० दिन से बढ़ाकर २०० दिन की जाने की मांग को लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (राजस्थान कम अशोक गहलोट) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (प्राइम मिनिस्टर नरेन्द्र मोदी) को एक चिट्ठी लिखी है।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी।
सीएम ने मनरेगा के तहत रोजगार की सीमा १०० दिन से बढ़ाकर २०० दिन करने की मांग की।
आज पीएम मोदी ने बिहार से गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारम्भ किया।
कोरोना संकट के कारण घर लौट आए प्रवासी मजदूरों के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार और जीविका के साधन उपलब्ध कराने के लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में सीएम गहलोत ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान राजस्थान में भी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर लौटकर आए हैं। ऐसे में इन प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध है कि मनरेगा के तहत प्रति परिवार उपलब्ध कराए जाने वाले रोजगार की सीमा १०० दिन से बढ़ाकर २०० दिन की जाए। अतिरिक्त १०० मानव दिवस सृजित होने का लाभ राज्य के ७० लाख ग्रामीण परिवारों को मिलेगा।
सीएम गहलोत ने पत्र में लिखा कि कोविड-१९ महामारी से लाखों लोगों के रोजगार पर विपरित असर पड़ा है। संकट के समय में महात्मा गांधी नरेगा योजना से न केवल समाज के वंचित और पिछड़े तबकों को रोजगार मिला है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी इस योजना ने सम्बल प्रदान किया है। लॉकडाउन के दौरान घर लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए राजस्थान सरकार ने बडी संख्या में मनरेगा के तहत जॉब कार्ड जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में ५० लाख से अधिक श्रमिक महात्मा गांधी नरेगा योजना तहत नियोजित हैं, इनमें से अधिकतर ग्रामीण परिवारों के १०० दिन के रोजगार की पात्रता आने वाले माह में पूरी हो जाएगी।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में गहलोत ने राज्य के ३ लाख ५७ हजार २५८ असहाय परिवारों को २ माह के लिए निशुल्क प्रति व्यक्ति ५ किलो गेहूं और प्रति परिवार एक किलो चना आवंटित कराने का भी आग्रह किया है। बता दें, पीएम मोदी ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारम्भ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बिहार के खगड़िया जिले के तेलिहार गांव में निर्माण कार्यों की शुरुआत कर किया। सीएम गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शामिल हुए थे। |
एक दिन यही अघदैत्य शंखासुर का पुत्र था, देखने में अत्यन्त सुन्दर था। कामदेव जैसी शोभा इसके अंगों से झरती रहती थी। पर था यह अतिशय अभिमानी। रूप के गर्व ने इसे अंधा बना दिया था। बाह्य सौन्दर्य के अभाव में भी कोई आदरणीय, वन्दनीय हो सकता है यह विवेकशक्ति यौवन के उन्माद ने हर ली थी। ऐसे रूपमदोद्धत युवक असुर को अष्टावक्र मुनि की आकृति देखकर हँसी न आवे, यह भी कभी सम्भव है? मुनि पर दृष्टि पड़ते ही वह हँस पड़ा। उसकी विकट हँसी मलयाचल श्रृंगों में प्रतिनादित हो उठी मानो चन्दन-वन से नित्य शीतल मलयगिरि के अन्तस्तल में भी इस महदपराध से रोष का आविर्भाव हो गया हो और वह महीधर गरज उठा हो!
कुरूपा वक्रगा जातिः सर्पाणां भूमिमण्डले।। |
यशराज की फिल्म साथ करने के लिए तैयार शाहरुख़-सलमान!
मुंबई(२९त जुलाई): रीयल लाइफ में शाहरुख़ ख़ान और सलमान ख़ान के बीच दूरियों को लेकर कितनी भी अटकलें लगाई जाती हों लेकिन बॉलिवुड में ये चर्चा ज़ोरों पर है कि दोनों ख़ान दोबारा बड़े पर्दे पर साथ दिखने वाले हैं। ये करिश्मा यशराज बैनर्स ही कर सकता है। बज़ है कि दोनों सुपरस्टार के साथ इस फिल्म को खुद यशराज के बॉस आदित्य चोपड़ा डायरेक्ट करेंगे।
शाहरुख़ तो पहले ही इस फिल्म के लिए हामी भर चुके हैं। बताया जा रहा है कि सलमान भी इस फिल्म मे काम के लिए तैयार हो गएं हैं। दोनों ख़ान को फिल्म में ऑफर किए गए अपने अपने रोल पसंद आए हैं। बताया जा रहा है कि सलमान को जो रोल ऑफर किया गया है उसके लिए पहले रणवीर सिंह को कंसीडर किया जा रहा था।
सूत्रों के मुताबिक इस रोमांटिक थ्रिलर की शूटिंग २०१६ के अंत में शुरू होगी। फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार है। अभी फिल्म की फीमेल लीड तय किए जाना बाकी है। इस फिल्म के बारे में सारी जानकारी जल्दी ही खुद आदित्य चोपड़ा दे सकते हैं।
सूत्रों का ये भी कहना है कि स्क्रीन पर दोबारा एक साथ दिखने को लेकर शाहरुख़ और सलमान दोनों उत्सुक हैं। आख़िरी बार दोनों ने २००२ में हम तुम्हारे है सनम में साथ काम किया था। नब्बे के दशक के मध्य में इन दोनों स्टार को लेकर बनाई गई करन-अर्जुन सुपर हिट साबित हुई थी। सलमान ने शाहरुख के साथ ओम शांति ओम और कुछ कुछ होता है में गेस्ट अपीयरेंस भी किया था।
शाहरुख से जुड़े एक सूत्र ने ऐसी चर्चाओं का खंडन किया है। वहीं यशराज फिल्म्स से जुड़े सूत्रो का कहना है कि आने वाली फिल्मों के बारे में यशराज फिल्म्स की आधिकारिक घोषणाओं का इंतज़ार किया जाना चाहिए। उससे पहले कोई अटकलें नहीं लगानी चाहिएं। |
विश्व के खाद्यान्न उत्पादन में ७० प्रतिशत का योगदान करने वाले किसानों के खाते में सब्सिडी का मात्र २० प्रतिशत और शोध का महज १० प्रतिशत ही जाता है। इसके बावजूद वे पूरे विश्व को न सिर्फ अराजकता से बल्कि दुनिया की तीन चौथाई आबादी को भूखा मरने से भी बचाए हुये हैं। भारत सहित पूरे विश्व की नव उदारवादी नीतियां इन अन्नदाताओं का नाश कर अंतर्राष्ट्रीय खाद्य श्रृंखला पर अपना कब्जा स्थापित कर लेना चाहती हैं। इस खतरनाक प्रवृत्ति को सामने लाता महत्वपूर्ण आलेख।
जमीन, पानी और संसाधनों की उपलब्धता से जुड़े पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकी के प्रभाव के फलस्वरूप आधुनिक औद्योगिक कृषि प्रणालियां अब इस दुनिया की भूख शांत नहीं कर पाएंगी। यह चेतावनी संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा भोजन के अधिकार पर नियुक्त विशेष प्रतिनिधि प्रोफेसर हिलाल ईल्वर ने पदभार ग्रहण करने के बाद के अपने पहले सार्वजनिक व्याख्यान में कही। एमेस्टरडम में खचाखच भरे सभागृह में उन्होंने कहा ऐसी सारी खाद्य नीतियां जो कि विश्व मौजूद भूख के मूल कारणों के प्रति उत्तरदायी नहीं हैं वे हर हाल में असफल साबित होंगी। उन्होंने घोषणा की कि विश्व में एक अरब लोग भूखे हैं और संस्कारों को कृषि लोकतंत्र के माध्यम से ऐसे रूपांतरण में सहायक होना चाहिये जो कि छोटे किसानों को सशक्त करें।
कृषि पारिस्थितिकी : कृषि को नई दिशा की आवश्यकता।
उन्होंने कहा कि सन् २००९ के खाद्य संकट ने वैश्विक खाद्य प्रणाली में परिवर्तन की ओर इशारा कर दिया है। सन् १९५० के दशक से प्रचलन में आई आधुनिक कृषि संसाधनों एवं जीवाश्म ईंधन पर अति निर्भर, खादों का प्रयोग करने वाली और अत्यधिक उत्पादन पर आधारित है। यह नीति बदलनी ही होगी। हम चुनौतियों की श्रंृखला का सामना कर रहे हैं। संसाधनों की कमी, बढ़ती जनसंख्या, भूमि की उपलब्धता और उस तक पहुंच में कमी, पानी की बढ़ती कमी और भूमि के क्षरण ने हमें इस बात पर पुर्नविचार हेतु बाध्य कर दिया है कि भविष्य की पीढ़ी के मद्देनजर हम किस प्रकार अपने संसाधनों का सर्वश्रेष्ठ उपयोग कर सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी का कहना है कि नये वैज्ञानिक शोधों से उजागर हुआ है किस प्रकार कृषि परिस्थितिकी पर्यावरणीय सुस्थिर प्रणालियों के माध्यम से अभी भी खाद्य पदार्थों की बढ़ती मांग की पूर्ति कर सकती है। कृषि पारिस्थितिकी कृषि का एक पारंपरिक तरीका है, जिसमें कि संसाधनों का प्रयोग कम होता है और उसकी समाज से संगति भी बैठती है।
हिलाल ईल्वर ने कहा है कि, जो खाद्यान्न का उपयोग कर रहे हैं और जो उत्पादन कर रहे उनके मध्य भौगोलिक एवं वितरण संबंधी असंतुलन है। वैश्विक कृषि नीति को समायोजित करने की आवश्यकता है। भविष्य के भीड़ भरे और तपते विश्व में कमजोरों को किस तरह संरक्षित किया जाये इस पर ध्यान देना जरूरी है। इससे खाद्य उत्पादन में महिलाओं की भूमिका जो कि किसान से घरेलू महिला से लेकर कामकाजी में तक है में यह अपरिहार्यता स्पष्ट होती है कि वह विश्व में महत्वपूर्ण भोजन प्रदाता है। इसका यह अर्थ भी है कि छोटे किसानों को मान्यता प्रदान की जाय जो कि सबसे ज्यादा जोखिम में और सबसे ज्यादा भूखे हैं।
ईल्वर महज संयुक्त राष्ट्रसंघ की अपनी अधिकारिता से ही नहीं बल्कि एक सम्माननीय बुद्धिजीवी के नाते भी संबोधित कर रही थीं। उन्होंने विशाल एकल कृषि व्यापार कंपनियों को दी जाने वाली अत्यधिक सब्सिडी की कटु आलोचना की। वर्तमान में यूरोपीय यूनियन की सब्सिडी का करीब ८० प्रतिशत और शोध संबंधी धन का ९० प्रतिशत इस परंपरागत औद्योगिक कृषि को दिया जा रहा है। उनके अनुसार, अनुभव सिद्ध एवं वैज्ञानिक तथ्य बताते हैं कि छोटे किसान ही विश्व का पेट भरते हैं। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार, जितना खाद्यान्न वैश्विक उपयोग में आता है उसका ७० प्रतिशत छोटे किसानों के माध्यम से आता है। यह भविष्य की कृषि नीतियों के लिहाज से महत्वपूर्ण है। वर्तमान में अधिकांश कृषि सब्सिडी बड़े कृषि व्यापार को जाती है। इसमें हर हाल में परिवर्तन होना चाहिये। सरकारें छोटे किसानों की हर सूरत में मदद करें। चूंकि ग्रामीण लोगों का शहरों की ओर पलायन बढ़ रहा है, इससे भी समस्याएं पैदा हो रही हैं। अगर यह प्रवृत्ति जारी रहती है तो सन् २०५० तक संपूर्ण मानव आबादी का ७५ प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में रहने लगेगा। हमें छोटे किसानों, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे युवाओं को नई संभावनाएं एवं प्रोत्साहन देकर इस प्रवृत्ति को पलटना ही होगा। अगर यह क्रियान्वित हो जाता है तो, इल्वर के सुझाव वर्तमान सरकारी खाद्व नीतियों में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला पायेंगे।
हालैंड के एक वरिष्ठ खाद्य एवं पोषण अधिकारी ने इस सभा में इल्वर से असहमति जताते हुये कहा कि छोटे किसानों को अधिक सशक्त करने की बात से मैं सहमत हूं। लेकिन वास्तविकता यह है कि बड़े कृषि फार्म अब गायब नहीं होंगे। अतएव हमें औद्योगिक कृषि व्यापार को और प्रभावशाली बनाने के तरीके तलाशने होंगे। और इसका अर्थ है कि हमें छोटे या बड़े निजी क्षेत्र के साथ भागीदारी करना ही होगी। संयुक्त राष्ट्र की नई खाद्य विशेष प्रतिनिधि पदग्रहण व्याख्यान कमोवेश इटली के रोम में खाद्य एवं पोषण सुरक्षा हेतु कृषि पारिस्थितिकी पर हुये दो दिवसीय महत्वपूर्ण सम्मेलन के साथ-साथ ही हुआ है, जिसे एफएओ ने आयोजित किया था। इसमें वैज्ञानिकों, निजी क्षेत्र, सरकारी अधिकारियों एवं नागरिक समाज के अग्रणी लोगों ने भागीदारी की थी।
अनेक वैज्ञानिकों का मानना है कि कृषि पारिस्थितिकी किसी विज्ञान से कहीं ज्यादा है। यह न्याय के लिये एक सामाजिक आंदोलन भी है जो कि किसानों के समुदायों के उन अधिकारियों का न सिर्फ सम्मान करता है बल्कि मान्यता भी देता है कि वे स्वयं तय करें कि उन्हें क्या उगाना है और कैसे उगाना है। वहीं कुछ अन्य वैज्ञानिकों का कहना है कि औद्योगिक कृषि के प्रति हम जरूरत से ज्यादा कृपालु बने रहे। निजी क्षेत्र ने इसकी अनुशंसा की लेकिन वह विश्व का पेट भरने में असमर्थ रहा है। साथ ही यह पर्यावरण प्रदूषण और प्राकृतिक संसाधनों के अनुचित उपयोग की भी दोषी है। |
यह $ १००,००० गूगल ऐडसेंस से एक साल बनाने के लिए (या अपनी वेबसाइट / ब्लॉग पर विज्ञापन बेच कर) वास्तव में संभव है? यदि हां, तो असली सवाल यह है कि क्या तुम सच में यातायात गूगल ऐडसेंस के साथ मोटी रकम बनाने की जरूरत है?
हालांकि यह सच है कि हम गूगल ऐडसेंस आय वास्तव में भविष्यवाणी नहीं कर सकते, हम अलग अलग तरीकों से विज्ञापनों का अनुकूलन के रूप में तो यह सबसे अधिक से बाहर करने के लिए कर सकते हैं।
इसके अलावा, आप यह है कि अपनी वेबसाइट श्रेणी अनुकूल विज्ञापन है क्योंकि आपके ऐडसेंस आय अपनी वेबसाइट की श्रेणी पर बहुत कुछ निर्भर करता सुनिश्चित करना चाहिए। आप अपने उद्योग में प्रतिस्पर्धा पता लगाने के लिए गूगल ऐडवर्ड्स कीवर्ड प्लानर उपकरण का उपयोग कर सकते हैं।
यदि पर्याप्त प्रतिस्पर्धा है (अर्थात, अगर सुझाव अपने आला में खोजशब्दों के लिए ऐडवर्ड्स द्वारा बोली अधिक है) तो हम मान सकते हैं कि गूगल उच्च भुगतान विज्ञापनों (देखें कैसे ऐडसेंस काम करता है) के साथ अपने विज्ञापन रिक्त स्थान को भरने जाएगा। |
लो ज़ियाओमी रेडमी ६ निम्न-मध्य श्रेणी श्रेणी से एक ज़ियामी एंड्रॉइड स्मार्टफोन है। प्रोसेसर मीडियाटेक हेलीओ प२२ एक द्वारा सहायता की गपू पावरवीआर रॉग गे८३२०, बुनियादी कार्यों को पूरा करने के लिए प्रबंधन करता है लेकिन वास्तव में केवल उन: समस्या जो इस प्रोसेसर के साथ पाई जाती है वह धीमी प्रक्रियाओं की शुरुआत है। यह एक से लैस है ५.४५ 'से आईपीएस टचस्क्रीन डिस्प्ले (संकल्प के साथ थोड़ा सा रंग बंद और रंग प्रतिपादन सबसे अच्छा नहीं है) एचडी + एक्सएनएनएक्स एक्स एक्सएनएएनएक्स पिक्सल और फिर औसत से नीचे। आयाम बहुत छोटे हैं और यह एक उत्कृष्ट उपयोगिता का तात्पर्य है। यह एक से लैस है से दोहरी कैमरा १२ + ५ मेगापिक्सेल जो आपको बहुत सारी रोशनी के साथ अच्छी तस्वीरें लेने की इजाजत देता है, भले ही कम रोशनी की स्थिति वास्तव में सबसे अच्छी नहीं है, और वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए पूर्ण एचडी में ३० एफपीएस के लिए। नेटवर्क स्तर पर, यह स्पष्ट रूप से एक मॉड्यूल से लैस है एलटीई डुअल ४ग, वाई-फाई ए जीपीएस। उपलब्ध स्मृति कटौती हैं ३ / ४ जीबी रैम और ३2 / ६४ जीबी रॉम (माइक्रोएसडी के साथ विस्तार योग्य)।
सितंबर में भारत में शीओमी रेड्मी ६ और ६आ लॉन्च किया जा सकता है! |
कमलेश तिवारी की मां कुसुमा तिवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वह अपने बड़े बेटे की तरह मानती हैं। उनसे मांग की थी हमें न्याय मिलना चाहिए और जो दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने हमें न्याय का भरोसा दिलाया है।
वहीं कमलेश की पत्नी किरन तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि हत्यारों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। किरन ने कहा कि महाराज जी (मुख्यमंत्री) हमारे लिए पहले से पूज्यनीय हैं। उनके साथ बैठ के बात की बहुत अच्छा लगा। किरन ने कहा कि हमारा कोई और बड़ा सुनने वाला नहीं हैं।
मुख्यमंत्री जी सुनेंगे हमारी बात इसीलिए उनसे मिलने हम लोग आए थे। वहीं सीएम से मुलाकात के बाद हिंदू समाज पार्टी के महासचिव राजेश मणि ने दावा किया कि सरकार ने उनकी सभी मांगें मान ली हैं। मुलाकात के बाद कमलेश तिवारी के बेटों ने मुख्यमंत्री योगी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद भी लिया था।
वहीं, लखनऊ से सीतापुर पहुंचते ही कुसुमा तिवारी अपने बयान से पलट गईं। सीतापुर में उन्होंने कहा कि हमारी मांगों पर मुख्यमंत्री ने सिर्फ आश्वासन ही दिया है। उन्हें आश्वासन नहीं कार्रवाई चाहिए।
उन्होंने एलान किया कि इंसाफ नहीं मिला तो अब तलवार उठाएंगे। हत्यारों को अब तक पकड़ा नहीं जा सका है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री से आश्वासन ही मिला है। उन्होंने सीएम से मुलाकात को बेनतीजा बताया। |
हॉलीवुड अभिनेत्री मिला कुनिस का कहना है कि पति व अभिनेता एश्टन कचर के साथ दोबारा काम करना उनके लिए अजीब होगा। दोनों टीवी शो 'दैट सेवेन्टीज शो' में काम कर चुके हैं, लेकिन कुनिस को एक फिर से कचर के साथ काम करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
वेबसाइट 'डेलीमेल डॉट को डॉट यूके' के मुताबिक, कुनिस ने 'टीवी शो 'संडे टुडे विद विली गीस्ट' में कहा कि कचर के साथ काम करना शायद फिर कभी नहीं हो पाए।
उन्होंने कहा, "मैं उन्हें ऐसे नहीं देख सकती और ऐसा नहीं कह सकती, 'आप क्या रहे हैं?' यह एक तरह से अजीब होगा।"
उन्होंने बताया कि एक दृश्य में उनके साथ काम करने के दौरान उनकी प्रतिक्रिया कुछ ऐसी थी, "ओह, आप अभिनय कर रहे हैं।" अभिनेत्री ने कहा कि यह उनके लिए ऐसा था जैसे वह इसे समझ सकती हैं और एश्टन ने उन्हें देखा और उनकी प्रतिक्रिया कुछ ऐसी थी कि "तुम यह किस तरह की भावभंगिमा बना रही हो?"
अभिनेत्री ने कहा कि फिर उनके जेहन में आया कि हम यह नहीं कर सकते। हम एक दृश्य में साथ नहीं हो सकते।
'दैट्स सेवेन्टीज शो' के बाद कुनिस और कचर ने २०१४ में आई फिल्म 'एनी' में कैमियो किया था। |
आज प्यार के इस सफ्ताह यानी कि वैलेंनटाइन वीक का पांचवा दिन है। 'रोज डे', 'प्रपोज डे' , 'चॉकलेट डे', 'टेडी बियर डे 'के बाद आज बारी है वादों की मतलब की आज है 'प्रॉमिस डे' यानी कि कसमें-वादों का दिन। एक-दूसरे के साथ पूरी जिंदगी को साथ जीने का और साथ निभाने के लिए शपथ लेने का दिन।
जाहिर है जब आप किसी से मोहब्बत करते हैं तो उसके लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। अपनी हर खुशी उसके साथ बांटना चाहते हैं, उसके हर गम को अपनाना चाहते हैं, जिसको जताने के लिए आज से अच्छा दिन हो ही नहीं सकता है।
आज के दिन प्रेमी जोड़े अपने दिल की वो बात जुबां पर ला सकते हैं जो इतने दिन से वो कह नहीं पा रहे थे। आईलवयू कहना तो बहुत आसान है लेकिन उसे निभा पाना बहुत मुश्किल जिसको लेकर हमेशा लड़कियां आशंकित रहती हैं।
लड़कियों के लिए कहना बहुत आसान होता है कि वो जिससे प्रेम करती हैं उस पर अपना सबकुछ न्यौछावर कर सकती हैं। लेकिन लड़कों के लिए यह जताना थोड़ा मुश्किल होता है कि वो अपने प्रेम से कह सके कि वो उसके बिना अधूरे हैं। इसलिए शायद प्यार करने वालों ने आज के दिन को 'प्रॉमिस डे' नाम दिया है।
आज आप सभी अपने आप से वादा कीजिये कि आप अपने प्यार के साथ हमेशा हर पाल साथ रहेंगे। अपने प्यार की बगिया इतनी सुंदर बनायेंगे जहां कोई भी आप दोनों के सिवा घुस न पाये।
जो भी वादा आप आजके दिन करें उसे पूरी शिद्दत से निभाने की कोशिश करें। क्योंकि दोस्तों किसी का साथ पाना तो आसान है निभाना बहुत मुश्किल लेकिन अगर दिल में उसके प्रति अनुराग है तो आप आसानी से अपने सारे वादों और कसमों को निभा पायेंगे।
एहसास और ख्याल तब तक मुक्कमल नहीं होते जब तक उसमें वादें और कसमें नहीं होतीं।" |
सरधना। कस्बा स्थित पुलिस चौकी से चंद कदम दूर रविवार रात दावत-ए-वलीमा के दौरान पुलिस ने गोकशी पकड़ी। वहां से तीन कुंतल गोमांस, खाल एवं छुरा आदि बरामद किए। पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिया। वहीं, पांच-छह लोग फरार हो गए। हालांकि पुलिस ने खेल कर सोमवार देर शाम रिपोर्ट दर्ज की।
पुलिस ने गो-तस्करों की पुलिस चौकी बस स्टैंड के निकट मोहल्ला पीरजादगान से गिरफ्तारी के बजाय सोमवार सायं ईदगाह रोड नई बस्ती के समीप मुठभेड़ होना दर्शाया। पुलिस पर फायरिंग एवं मौके से तीन गो तस्करों को गिरफ्तार होना बताया और चार को फरार दिखाया। जिसका वलीमा था उसके बजाय भाई को घटनास्थल से फरार होना दिखाया है। इस बाबत थानाध्यक्ष उपेंद्र मलिक ने बताया कि गोकशी के दौरान मुठभेड़ में पकडे़ गए लोगों से तमंचा, छुरा, तीन कुंतल गोमांस एवं गाय की खाल बरामद की है। वहीं, इमरान उर्फ भूरा पुत्र इस्लाम, सुभान पुत्र इस्लाम निवासी भूलरिया एवं सालू पुत्र अब्दुल सलाम सराय भटियारी को गिरफ्तार किया है। वहीं, फिरोज पुत्र इकबाल निवासी भूलरिया, भूरा पुत्र अमीर अहमद कस्याबान, वसीम उर्फ काना पुत्र नफीस व दानिश पुत्र असलम को फरार बताया है। थानाध्यक्ष का कहना है कि फरार गोतस्करों की तलाश में दबिश जारी है। उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। |
पिछले ५ साल नागालैंड बोर्ड एचएसएलसी समाधान के साथ प्रश्न पत्र एसएसएलसीग नागालैंड बोर्ड की परीक्षा अब शुरू करने के करीब हैं नागालैंड बोर्ड ऑफ स्कूल शिक्षा से संबंधित छात्र अब परीक्षा अध्ययन की तैयारी में व्यस्त हैं। अध्ययन को आसान बनाने के लिए, एनबीएसई एचएसएलसी मॉडल प्रश्न पत्र इस पृष्ठ पर उपलब्ध हैं। अध्ययन को आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए, पिछले ५ सालों से नागालैंड बोर्ड एचएसएलसी प्रश्न पत्र समाधान के साथ यहां उपलब्ध हैं। छात्र अब एनबीएसई एचएसएलसी नमूना पत्रों के अनुसार परीक्षा का अध्ययन शुरू करते हैं। परीक्षा के लिए कक्षा और गृह अध्ययन का नियमित व्याख्यान भी अनिवार्य है। |
देश में गौरक्षा के नाम पर आतंक बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ सालों में गौरक्षा के नाम पर कई लोगों की जान ले ली गई हैं। इस तरह की घटनाएँ सबसे ज़्यादा भाजपा शासित राजस्थान में सामने आई हैं। इसके बावजूद राज्य की पुलिस इस तरह की घटनाओं को लेकर ढीला रवैय्या अपना रही है।
हाल ही में राजस्थान के अलवर में गौरक्षा के नाम पर अकबर नाम के नौजवान की पीट-पीटकर हत्या कर देने के मामले में भी पुलिस का ऐसा ही रवैय्या सामने आया है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पुलिस पीड़ित अकबर को घायल हालत में अस्पताल ले जाने से पहले घंटों तक घुमाती रही। इतना ही नहीं पुलिस ने घायल रकबर को पीटा भी था। जिसके कारण उसकी जान चली गई।
रकबर को बुरी तरह पीटा गया था। इसके बावजूद पुलिस ने उसे अस्पताल ले जाने में जल्दी नहीं की। मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार पुलिस को देर रात १२:४१ बजे घटना की सूचना मिली और पुलिस १:२० बजे वहां पहुंची। पुलिस के साथ गए नवल किशोर के अनुसार पुलिसवालों ने घायल के शरीर को धोया क्योंकि वह कीचड़ से सना था, उसके बाद उन्होंने कई अन्य काम किए।
उनका पहला पड़ाव नवल किशोर का घर था, जहां से उन्होंने गाड़ी का इंतजाम किया ताकि गायों को स्थानीय गोशाला ले जाया जा सके।
इसके बाद पुलिस जब्त की गई गायों को गोशाला ले गई, फिर पुलिस थाने गई और यहां तक कि चाय पीने के लिए भी रुकी। अस्पताल पहुंचने तक रकबर उर्फ रकबर की जान जा चुकी थी।
बता दें, कि राजस्थान के अलवर में शुक्रवार को पशुतस्करी के आरोप में जिस शख्स की हत्या कर दी गई है वह अपने परिवार के लिए रोटी कमाने वाला अकेला शख्स था। भीड़ के हमले में जान गंवाने वाला रकबर खान हरियाणा के मेवात जिले का रहने वाला था। अब उसके आश्रितों के सामने जीने का संकट आकर खड़ा हो गया है। रकबर के घर में पत्नी, माता-पिता और सात बच्चे हैं। |
- बीडीओ, एडीओ और डाक्टर गैरहाजिर, देवरिया न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।
बरहज। एसडीएम ने शुक्रवार सुबह ब्लाक कार्यालय, सीएचसी और न्यू पीएचसी का औचक निरीक्षण किए। यहां बीडीओ, एडीओ और डाक्टर गैरहाजिर थे। एसडीएम ने कहा कि गैरहाजिर कर्मचारियों के खिलाफ विभाग को लिखा जाएगा। एसडीएम त्रिभुवन विश्वकर्मा पहले ब्लाक कार्यालय पहुंचे। यहां बीडीओ जेएन राव, सहायक विकास अधिकारी पंचायत भरत प्रसाद और बोरिंग टेक्नीशियन मौजूद नहीं थे। उन्होंने पशु चिकित्सालय भी देखा। डाक्टर सहित सभी कर्मचारी मौजूद थे। सीएचसी के निरीक्षण के दौरान प्रभारी डा. लालजी यादव के अलावा कोई डाक्टर नहीं था। डाक्टरों की कमी पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने रैबीज की दवा, मस्तिष्क ज्वर से निपटने एवं अन्य सरकारी सुविधाओं के बारे में प्रभारी डाक्टर से जानकारी ली। हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि यहां कोई डाक्टर रात्रि विश्राम नहीं करता। रात में अचानक निरीक्षण के दौरान कोई नहीं मिला तो कार्रवाई होगी। एसडीएम नगर के न्यू पीएचसी गए। यहां फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वाय के अलावा कोई डाक्टर ओपीडी में नहीं थे। यहां बताया गया कि डा. पीएन तिवारी धौला पीएचसी गए हैं। उन्होंने दवा अनुभाग की जानकारी ली। निरीक्षण के बाद एसडीएम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की खामियों और गैरहाजिर कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जाएगा। |
पंजाबी मशहूर सिंगर और फिल्म एक्टर गिप्पी ग्रेवाल अपनी आने वाली फिल्म मंजे बिस्तरे के प्रमोशन को लेकर फिल्म के अन्य कलाकारों सोनम बाजवा, करमजीत अनमोल, जग्गी सिंह के साथ दिल्ली पहुंचे और मीडिया के साथ अपनी फिल्म की स्टोरी को साझा किया।
मीडिया से बातचीत में गिप्पी ग्रेवाल ने बताया कि बलजीत सिंह देव के निर्देशन में बनी मंजे बिस्तरे एक कॉमेडी, लेकिन पारिवारिक ड्रामा है, जिसे पूरे परिवार के साथ आराम से देखा जा सकता है। बकौल गिप्पी ग्रेवाल, यह फिल्म पुराने समय में जिस तरह से शादी होने से १५ दिन पहले रिश्तेदार का शादी वाले घर में आना शुरू हो जाता था और जिस घर में शादी होती थी वह लोग अपने पड़ोसियों के घर से मंजे और बिस्तरे लाना शुरू कर देते थे, उस पर आधारित है।
फिल्म मंजे बिस्तरे में गिप्पी ने सुखी नामक युवक का किरदार निभाया है, जो अपनी बहन की शादी की तैयारी में व्यस्त है, लेकिन घर आई एक नई मेहमान रानो के मोहब्बत के जाल में फंस जाता है। हालांकि, सुखी एक संकोची प्रेमी है, जो अपने प्यार कर इजहार कर पाने में हिचकता है। इसी दौरान अन्य कलाकार कैसे कहानी में प्रवेश करते हैं और नया ताना-बाना बुनते हैं, इसी से हास्य का तड़का लगता है। खास बात यह है कि १४ अप्रैल को रिलीज होने जा रही फिल्म मंजे बिस्तरे का लेखन और निर्माण खुद गिप्पी ग्रेवाल ने किया है।
अभिनेत्री सोनम बाजवा ने बताया कि मंजे बिस्तरे में वह रानो का लीड किरदार प्ले कर रही हैं, जो पूरी तरह से ९० के दशक की लड़की है। हालांकि, वह एक पारिवारिक लड़की है, जो आत्मविश्वासी होने के साथ ही बेहद क्यूट-चुलबुली भी है। मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि इस फिल्म में काम करने का मौका दिया गया, क्योंकि यह एक बेहतरीन फिल्म है। |
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। साउथ सुपरस्टार कमल हासन, जो बॉलीवुड इंडस्ट्री में भी अपने अभिनय का ढंका बजवा चुके हैं। आज वे अपना ६५ वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म ७ नवम्बर १९५४ को तमिलनाडु के रामानाथपुरम में हुआ था। उन्होंने महज ६ साल की उम्र से फिल्मों में काम करना शुरु कर दिया था। उनकी पहली फिल्म कलथुर कन्नम्मा थी, जो 19६0 में रिलीज हुई थी। कमल हासन जितना अपनी एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं, उतना ही अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी चर्चा में रहे हैं। आज उनके जन्मदिन पर जानते हैं उनके बारे में कुछ बातें।
महज ६ साल की उम्र से अभिनय की दुनिया में कदम रखने वाले कमल हासन ने लीड एक्टर के तौर पर अपने कॅरियर की शुरुआत साल १९७८ में की थी। ७० के दशक में एक्ट्रेस श्रीविद्या के साथ कमल हासन ने कई फिल्में कीं। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं, हालांकि बाद में दोनों अलग हो गए।
कमल हासन १९७८ में खुद से २४ साल बड़ी वाणी गणपति के प्यार में पड़ गए। वाणी कमल हासन के लिए कॉस्ट्यूम डिजाइन करने का काम करती थीं। जल्द ही दोनों ने शादी कर ली। फिल्मों के दौरान कमल की जिंदगी में सारिका आईं। वाणी को जब पता चला कि कमल हासन और सारिका के बीच नजदीकियां इस कदर बढ़ी हैं तो उन्होंने कमल हासन को शादी के १० साल बाद तलाक दे दिया।
तलाक के बाद कमल और सारिका लिव इन रिलेशन में रहने लगे। इसी बीच सारिका प्रेग्नेंट हो गईं उन्होंने बेटी श्रुति हासन को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद सारिका ने साल १९८८ में शादी की। शादी के बाद सारिका ने फिल्मों से दूरी बना ली। इसके बाद १९९१ में सारिका ने अपनी दूसरी बेटी अक्षरा हासन को जन्म दिया।
कमल के पिछले रिश्तों की तरह यह रिश्ता भी नहीं चल सका। साल २००२ में सारिका और कमल के रास्ते अलग हो गए। कमल हासन अपने से २२ साल छोटी एक्ट्रेस सिमरन बग्गा को डेट करने लगे लेकिन सिमरन ने अपने बचपन की दोस्त से शादी कर ली। फिर कमल हासन की जिंदगी में गौतमी तड़ीमल्ला आईं। दोनों २००५ से २०१६ तक लिव इन में रहे। इसके बाद दोनों आपसी सहमति से अलग हो गए। |
जालंधर. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला से वीडियो कॉलिंग के जरिए बात की और कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में प्रदेश में नंबर एक जालंधर का हाल जाना। दरअसल, जालंधर जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के ७९ मामले सामने आ चुके हैं। ३ की मौत भी हो चुकी है और अब भी लगातार इस आंकड़े में बढ़ोतरी हो रही है। इसी के मद्देनजर कैप्टन ने सिविल सर्जन डॉ. चावला से उनकी और उनके स्टाफ की सेहत के बारे में भी बात की और उनका हौसला बढ़ाया।
सिविल सर्जन ने सीएम को बताया कि जालंधर में अब तक ढाई हजार से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं और सैंपलिंग की प्रक्रिया तेज की जा रही है, ताकि कोरोना वायरस आगे ना फैले। साथ ही कई ऐसे मरीजों को भी ढूंढा गया है, जिनमें कोरोना वायरस के संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे। मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि यह कैसे पता चलता है कि इन्हें कोरोना है, जबकि उन्हें कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं? सिविल सर्जन ने जवाब दिया कि पॉजिटिव आए मरीज के संपर्क में आए इन लोगों की भी सेहत विभाग टेस्ट कर रहा है, जिस वजह से उन्हें लक्षण आने से पहले ही कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है और उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है, ताकि वह दूसरों को संक्रमण न फैलाएं।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कोरोना वायरस संकट के बीच लगातार पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों से बात कर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। अगर जालंधर की बात करें तो पिछले दिनों नकोदर में एक सब-इंस्पेक्टर और होम गार्ड जवान पर शराब तस्कर ने पेट्रोल बम से हमला कर दिया था। उस समय भी मुख्यमंत्री ने उपचाराधीन होम गार्ड जवान से वीडियो कॉल के जरिये बात कर उसका हाल जाना था। |
शाहजहांपुर। पानी में गई भैंस को निकालने के चक्कर में बुजुर्ग नदी में डूब गया। उसका शव तिलहर क्षेत्र से बरामद हुआ है। परिजनों ने शव की शिनाख्त कर ली है।
थाना बिलसंडा (पीलीभीत) के गांव मानपुर बीसलपुर निवासी जीवन लाल (५५) पुत्र मोहन बीस सितंबर को भैंस चराने गया था। यहां से गुजरने वाली कटना नदी में भैंस चली गई। जीवन लाल भैंस निकालने के लिए नदी में घुस गए और उनकी डूब कर मौत हो गई। शव बहकर तिलहर क्षेत्र में आ गया। गर्रा नदी के रपटा पुल के पास बुजुर्ग का शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा। परिजनों ने यहां पहुंच कर बुजुर्ग के अंडरवियर से उसकी पहचान की। पोस्टमार्टम के बाद वे शव को अपने गृह जनपद ले गए। |
सुनील तिवारी आज के युग को विज्ञान का युग कहा जाता है। विज्ञान के बिना आधुनिक जीवन की परिकल्पना करना भी मुश्किल है। विज्ञान ने मानव-जीवन को हर प्रकार की सुविधाओं से सम्पन्न कर दिया है। आज वैज्ञानिक विकास का सीधा सम्बन्ध राष्ट्रीय विकास से लगाया जाता है। एक विकसित देश के पीछे विज्ञान का ही महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। ऐसा कोई देश नहीं है जिसके विकास में विज्ञान का योगदान न हो। इसीलिए समाज में वैज्ञानिक जागरूकता लाने के लिए हर वर्ष २८ फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। दरअसल इस दिन का भारत के वैज्ञानिक इतिहास में बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान है। इसी दिन 19२८ में कोलकाता में भारतीय वैज्ञानिक प्रोफेसर चंद्रशेखर वेंकट रमन ने एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक खोज की थी, जो रमन इफेक्ट के नाम से प्रसिद्ध है। इसी खोज के लिए उन्हें १९३० में नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। आज जब विज्ञान की स्थिति की तुलना उस समय से करते हैं तो विज्ञान की बदहाली पर रोना आ रहा है। विज्ञान की बदहाली का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि सीवी रमन (१९३०) के बाद से किसी भी भारतीय वैज्ञानिक को नोबेल पुरस्कार नसीब नहीं हुआ। पिछले ८४ सालों से हम भारतीय मूल के विदेशियों द्वारा अर्जित नोबेल पर ही इतरा रहे हैं। इस पर यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर पिछले आठ दशकों से भारत क्यों नहीं ऐसा वैज्ञानिक पैदा कर पाया जो नोबेल पुरस्कार भारत की झोली में डाल सके? पिछले साल कोलकाता में आयोजित १००वें विज्ञान कांग्रेस समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश के वैज्ञानिकों से विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार पाने की दिशा में काम करने का आह्वान किया था। निश्चित ही राष्ट्रपति का आह्वान एक सकारात्मक संदेश है। पिछले कई सालों से कई बार सरकार में मौजूद जिम्मेदार लोगों द्वारा इस तरह की बातें, घोषणाएं और आह्वान किये जाते रहे हैं, लेकिन वास्तविक धरातल पर अपवादस्वरूप ही कुछ क्रियान्वित हो पाते हैं। यानी यह सब हर बार सिर्फ रस्म अदायगी के तौर पर होता आया है। यथार्थ के धरातल पर देश में वैज्ञानिक अनुसंधान और शोध कार्य की दशा दयनीय ही है। इसका अनुमान इससे भी लगाया जा सकता है कि ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स के १४१ देशों की सूची में भारत ६४वें स्थान पर है।
पिछले साल इस सूची में वह ६२वें स्थान पर था। भारत आविष्कार के मामले में ब्रिक देशों में सबसे निचले पायदान पर है। आविष्कार और शोध के मामले में इस तरह पिछड़ने का एक बड़ा कारण यह है कि विकसित दुनिया के देशों की तुलना में हम इस पर बहुत कम खर्च करते हैं। डेलीओटी और मैकेन्जी के एक अध्ययन के मुताबिक २०११ में पूरी दुनिया में शोध और विकास के नाम पर ११४३ अरब डॉलर खर्च किये गए। इसमें एक तिहाई यानी ३३ फीसद खर्च अकेले अमेरिका द्वारा किया गया। इसके बाद यूरोप के द्वारा २४.५ फीसद, चीन द्वारा १२.६ फीसद, जापान द्वारा १२.६ फीसद और भारत द्वारा केवल २.१ फीसद खर्च किया गया। हमारे देश में तकनीकी शोध और विकास योजनाओं में 7५ से ८० फीसद खर्च सरकार के द्वारा किया गया जबकि २0 से २५ फीसद खर्च निजी क्षेत्रों के द्वारा किया गया। विश्वविद्यालयों द्वारा इस क्षेत्र में केवल तीन फीसद खर्च किया गया। इसकी तुलना में ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक डेवलपमेंट एंड कोपरेशन (ओईसीडी) देशों में निजी क्षेत्र द्वारा ६9 फीसद, विश्वविद्यालयों द्वारा १8 फीसद, सरकारी एजेन्सियों द्वारा १0 फीसद और गैर मुनाफा कमाने वाली संस्थाओं द्वारा तीन फीसद खर्च किया गया। इन आंकड़ों से एक बात साफ तौर पर जाहिर हो जाती है कि भारत में शोध और विकास के क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी बहुत ही कम है। यानी भारत के निजी क्षेत्र द्वारा अधिकाधिक तकनीकी विकास के लिए किए जाने वाले शोध कार्यो में अधिक ध्यान देने की जरूरत है। ताकि देश में अधिक से अधिक शोध और विकास संबंधी परियोजना पर काम हो सके। अपने देश के शोध और विकास के क्षेत्र में पिछड़े होने की एक वजह यह भी है कि इस मद में दुनिया के अन्य देशों की तुलना में जीडीपी का बहुत कम खर्च होता है।
भारत सरकार द्वारा तकनीकी शोध और वैज्ञानिक विकास के नाम पर कुल जीडीपी केवल ०.९ फीसद ही खर्च किया जाता है। जबकि दूसरी ओर दुनिया के अन्य अनेक देशों में शोध और विकास के नाम पर जीडीपी का २.५ से ४.५ फीसद तक खर्च किया जाता है। इस्नइल अपनी तकनीकी शोध परियोजनाओं के नाम पर जीडीपी का ६ फीसद तक खर्च करता है। पड़ोसी देश चीन भी इस नाम पर कुल जीडीपी का करीब २ फीसद खर्च करता है। इन स्थितियों के मद्देनजर भारत को भी शोध और उसके वांछित परिणाम पाने के लिए निश्चित रूप से निवेश बढ़ाना होगा। तभी हम २1वीं सदी के वैश्विक धरातल पर प्रतिस्पर्धा और चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
इस क्रम में हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम दुनिया के ताकतवर देशों में शामिल होने का भी सपना पाले हुए हैं और इस सपने को साकार करने के नाम पर हमें इस बात का खास खयाल रखना होगा कि एक उन्नत समाज और मजबूत अर्थव्यवस्था में शोध और उसके सार्थक परिणामों की अहम भूमिका होती है। लेकिन इसे विडम्बना ही कहा जाएगा कि हमारे देश में शोध और उसके परिणामस्वरूप किसी सार्थक आविष्कार के लिए आमजन में वैसा जुनून नहीं है जैसा दुनिया के विकसित देशों में देखने में आता है। अपने देश में तो ऊपर से लेकर नीचे तक जुगाड़ की तकनीक को ही अधिक तवज्जो मिली हुई दिखती है और उसी के सहारे ज्यादा से ज्यादा कम चलाने की कोशिश होती है। |
यू अरे हेरे: होम / क्या महिलाओं को पूर्ण अधिकार दिला पाएगा महिला आरक्षण विल ?
क्या महिलाओं को पूर्ण अधिकार दिला पाएगा महिला आरक्षण विल ?
यकीनन आपका सिर झन्ना गया होगा। मेरा भी झन्नाया था जब मैंने अपने दोस्त द्वारा भेजे गये इस संदेश को अपने मेल-बॉक्स पर पढ़ा था। आपकी तरह मैं भी यह जानने को उत्सुक था कि आखिर यह युवतियाँ हैं कौन ? आपकी तरह मैं भी इन्हें प्रॉस या लम्पट युवतियाँ समझ बैठा था। लेकिन पूरा संदेश पढ़ने पर मेरा अनुमान गलत निकला। असल में ये अमेरिकी समाज की पढ़ी-लिखी वोमेन एक्टिविस्ट थीं। नारी मुक्ति आंदोलन की इन कार्यकर्त्रियों का दावा था कि उनकी देह पर केवल उनका हक है। वे चाहें अपनी देह का जैसा उपयोग करें।
याद कीजिये भारत में महिला मुक्ति आंदोलन की शुरूआत। हमारे यहाँ भी यही माँग उठ रही थी कि स्त्री की देह पर सिर्फ उसी का अधिकार है। ऐसा क्यों हो कि उसकी देह बचपन में माता-पिता के नियंत्रण में, विवाह के बाद पति के कब्जे में और बुढ़ापे तक बच्चों के हवाले रहे। यह एकदम बेसिक सवाल है। इसी सवाल का जवाब ढूँढने निकले लोगों ने बेहद ठंडे यूरोप में भी महिलाओं को नंग-धड़ंग कर निमोनिया के हवाले कर छोड़ा है। जी हाँ ! वहाँ नवजात बच्चों से ज्यादा निमोनिया की मरीज जवान महिलायें होती हैं। कारण साफ है कि देह-प्रदर्शन के चक्कर में वह पर्याप्त कपड़े नहीं पहनती और ठंडी हवाओं का शिकार बन जाती हैं। आजकल भारत में घोर सर्दियों में सड़क पर निकलती बारातों में आप स्लीवलेस ब्लाउज में महिलाओं का जो जत्था देखते हैं, वह भी जाने-अनजाने महिला-मुक्ति के इसी दर्शन से प्रभावित होता है।
को भी स्त्री के प्रति पक्षपाती मानता हूं। मेडिकल साइंस भी घोषित रूप में स्वीकार करता है कि स्त्री की यौनेच्छा पुरुष के मुकाबले आठ गुनी ज्यादा होती है। मैं कामना करता हूँ कि यह बात सच साबित हो और एक दिन हमारे अखबार स्त्रियों द्वारा पुरुषों के बलात्कार से पटें मिलें। क्या आपने कभी ऐसा प्रसंग सुना है ? अगर नहीं तो क्या इस शोध को पक्षपाती नहीं समझा जाना चाहिये !
को क्यों नहीं ?
केवल अपने मूल नाम के साथ कायम हैं, बल्कि जिनका नाम भर सुनने से पुरुषों की सत्ता डोलने लगती है। स्त्री-मुक्ति की बात हो तो हमारे समाज शास्त्रियों को विवाह संस्था की याद आ जाती है। लेकिन यहाँ भी सवाल यही है कि क्या इस संस्था को बनाये और बचाये रखने का दायित्व केवल स्त्री का है ?
अब समय आ गया है कि सही सवालों को लेकर पूरी संजीदगी के साथ एक नई पहल हो अन्यथा अगली सदी में भी हम अपनी आधी आबादी को कुचलते हुए ही प्रवेश करेंगे। यह भी तय करना पडेगा कि अब जो पहल हो वह केवल महिलाओं द्वारा-उन्हीं के वैचारिक नेतृत्व में हो। पुरुषों की पहल निरपेक्ष होती तो कम से कम उन मुल्कों की महिलाओं को तो उनकी जमीन नसीब हो जानी चाहिये थी जिन्होंने स्त्रियों को बूचड़ के यहाँ टँगे खाल उतरे बकरे की तरह बनाकर छोड़ा है। आप लम्पट छोकरों की बात छोड़िये-प्रबुद्ध और जिम्मेदार पुरुषों की जमात में स्त्रियों को लेकर छिड़ी बहसों का मिजाज परखिये। आप अच्छी तरह समझ जायेंगे कि पुरुष के लिये स्त्री मनोरंजन से ज्यादा कुछ नहीं है। इसलिये स्त्री के हक को हासिल करने के लिये स्त्रियों को ही आगे आना पड़ेगा- अन्यथा नारी सशक्तीकरण के सभी नाटकों का दुखद अंत ही होता रहेगा। |
लड़की को प्रपोज करने से पहले आपको चाहिए कि आप सबसे पहले उससे दोस्ती करें।दोस्त बनते ही आपको समझ आ जाएगा कि सामने वाली लड़की का नेचर किस तरह का है।जिसकी वजह से आप उन्हें आराम से अपने दिल की बात बता सकते हैं।
किसी भी लड़की से बात करने या उसे खुश करने से पहले ये पता कर लें कि सामने वाली लड़की आपसे बात करने में रूचि ले भी रही हें या नहीं। क्या उनको आपकी बातों में मजा आ रहा है या नहीं।
लड़कियों को अपनी ओर आकर्षित करने और उन्हें खुश करने का सबसे बढ़िया फॉर्मूला है कि आप उन्हें इंप्रेस करें। यदि आपको अहसास होता है कि लड़की आपसे इंप्रेस है तो आपको मुस्कुराकर प्यार से बात करनी चाहिए।
आपको चाहिए कि लड़कियों से पॉजिटिव बात करें और अपने एटीट्यूड को भी पॉजिटिव रखें, ताकि लड़कियां भी आपसे बात करने में इंटरेस्टेड हो।
बहुत अधिक उतावले ना हो और ना ही बहुत ज्यादा बालें बल्कि लड़कियों को भी बोलने का बराबर का मौका दें।इसके अलावा बीच-बीच में आपको लड़की की तारीफ भी करनी चाहिए। हालांकि ये तारीफ बहुत बनावटी नहीं लगनी चाहिए। |
दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा के खराब प्रदर्शन के मद्देनजर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बुधवार (१२ फरवरी) को कहा कि उन्होंने न तो पद छोड़ने की पेशकश की है और न ही उन्हें पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। हालांकि, सूत्रों ने दावा किया कि तिवारी ने पार्टी के एक शीर्ष पदाधिकारी से संपर्क किया और भाजपा को आम आदमी पार्टी (आप) के हाथों मिली करारी हार के चलते दिल्ली इकाई प्रमुख के रूप में पद छोड़ने की पेशकश की।
तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, न तो मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया है और न ही मैंने अपना इस्तीफा दिया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद तिवारी ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि वह दिल्ली भाजपा प्रमुख के रूप में काम जारी रखेंगे या नहीं, यह पार्टी का आंतरिक मामला है। |
भोगपुर(सूरी): स्वतंत्रता दिवस पर पंजाब भर में किए हाई अलर्ट और पुलिस के कड़े सुरक्षा प्रबंध को लुटेरों के हौसले चुनौती दे रहे हैं। भोगपुर के नजदीक राष्ट्रीय राजमार्ग पर लुटेरों ने एक एक्टिवा सवार अष्टाम फरोश महिला के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया है।
मामले की जानकारी देते हुए गुरविन्द्र कौर पत्नी हरभजन सिंह निवासी किंगरा चौ वाला ने बताया कि वह सब-तहसील भोगपुर में अष्टाम फरोश का काम करती है। घर जाते समय अचानक एक मोटरसाइकिल पर सवार २ नौजवान लुटेरों ने उसकी एक्टिवा को लात मारी, जिससे वह गिर गई और लुटेरे थैले में रखे अष्टाम बिक्री के पुराने रजिस्टर, ५ हजार रुपए, बैंकों की कॉपियां, कोर्ट फीस, रसीदी टिकटें, पैन कार्ड और वोटर कार्ड सहित अन्य जरूरी कागजात लूट कर ले गए। गुरविन्द्र कौर की तरफ से इसकी शिकायत थाना भोगपुर में दी गई है। |
मध्यप्रदेश सरकार का किसानों के प्रति उदासीन रवैया एक बार फिर देखने को मिल रहा है। सरकार के द्वारा चलाई जा रही भावांतर भुगतान योजना यहां के किसानों के गले की फांस बन गई है। इस योजना के तहत कई महीने से किसानों को पैसा भुगतान नहीं हो पाया है। किसान को अपने ही पैसों के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
भावांतर योजना के तहत मध्यप्रदेश सरकार बिना एमएसपी वाले फसलों पर उचित मूल्य और एमएसपी मूल्य के बीच अंतर वाली राशि को किसानों को भुगतान करती है। लेकिन किसान संगठन आम किसान यूनियन के अनुसार किसानों का २२ हज़ार करोड़़ रुपए सरकार के पास अटका है। वो अपने पैसों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैंं।
हिंद किसान के एक रिपोर्ट के अनुसार नरसिंहपुर के किसान चन्द्रभान को इस योजना के तहत सरकार को बेची गई उड़द के २५ हज़ार के लिए पिछले ९ महीनों से इंतजार करना पड़ रहा है। किसानों ने ज़िला अधिकारी से लेकर कृषि विभाग और यहां तक कि सीएम हेल्पलाइन में भी मदद की गुहार लगाई पर कहीं राहत नहीं मिल रही है।
गौर करने की बात यह है कि सरकार का दावा है की भावांतर योजना किसानों की मदद के लिए चलाई गई है पर सरकारी उदासीनता ने इसके स्वरूप को ही बदल रखा है। किसानो को अपने पैसों के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। |
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले ने देश के हिन्दुओं में एक नए ऐतिहासिक बोध को फिर से जगा दिया है। इस फैसले ने हमें फिर सोचने का अवसर दिया है कि कथित धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा के जोश में हम अपने अतीत को अनदेखा नहीं करें क्योंकि अतीत के गर्भ से ही वर्तमान जन्म लेता है और यही वर्तमान हमारे भविष्य को दिशा देता है। यदि राष्ट्र की धरती अथवा राजसत्ता छिन जाये तो शौर्य उसे वापस ला सकता है। यदि धन नष्ट हो जाए तो परिश्रम से कमाया जा सकता है, परन्तु यदि राष्ट्र अपनी पहचान ही खो दे तो कोई भी शौर्य या परिश्रम उसे वापस नहीं ला सकता। इसी कारण भारत के वीर सपूतों ने भीषण विषम परिस्थितियों में लाखों अवरोधों के बाद भी राष्ट्र की पहचान को बनाये रखने के लिए बलिदान दिए। इसी राष्ट्रीय चेतना और पहचान को बचाये रखने का प्रतीक रहा श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण का संकल्प। हम सब सन् २०२० में अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि पर मंदिर के शिलान्यास का प्रत्यक्षदर्शी बनेंगे। भारतवासियों के लिए ५ अगस्त का दिन बहुत ही शुभ घड़ी होगी जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कर शिलान्यास करेंगे। हम सब भाग्यशाली हैं जो भव्य राम मंदिर को देखेंगे।
मैं पूजनीय पिताश्री अश्विनी कुमार द्वारा लिखित अत्यन्त चर्चित और लोकप्रिय धारावाहिक सम्पादकीय रोम-रोम में राम का अध्ययन कर रहा था और मुझे भी इस विषय पर लिखने की प्रेरणा मिली। पिताश्री को इस बात की हमेशा पीड़ा रही कि भारत में संकीर्ण मानसिकता, तथाकथित धर्मनिरपेक्षता, घृणा, उन्माद, कट्टरवाद और साम्प्रदायिकता से भी सियासत की जड़ें गहरी न होती तो श्रीराम मंदिर निर्माण कब का हो गया होता। अब क्योंकि श्रीराम मंदिर निर्माण होने जा रहा है तो हमें गर्व भी हो रहा है। भगवान राम के पावन नाम के स्मरण मात्र से प्राणों में सुधा का संचार होता प्रतीत होता है। इस नाम की महिमा कौन नहीं जानता। भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के प्रतीक पुरुष श्रीराम भारतीयों के रोम-रोम में बसे हुए हैं। रामचरित मानस में राम राजा होते हुए भी स्वयं को साधारण व्यक्ति के रूप में दर्शाते हैं। सीता रानी नहीं बल्कि समाज से जुड़ी हुई एक ऐसी महिला के रूप में दिखाई देती है जिसने अथाह पीड़ा सही। भाई, मां, पत्नी, मित्र, सेवक-सखा, राजा-शत्रु सभी अपनी मर्यादाओं में बंधे हुए हैं। तुलसी दास के नायक राम भाग्यवादी या निर्यातवादी नहीं हैं। पुरुषार्थ उनका कर्म है। इस कर्म में एक ओर राक्षसों का वध करना उनका उद्देश्य है तो दूसरी ओर शबरी के बेर खाकर मानव मात्र की समानता को प्रतिष्ठित करना भी उनका लक्ष्य रहा।
श्रीराम का सम्पूर्ण जीवन त्याग, तपस्या, कर्त्तव्य और मर्यादित आचरण का उत्कृष्ट स्वरूप है। मर्यादा निर्माण का यह अभ्यास विश्वास इतिहास में अनूठा है। यही कारण है कि विज्ञान और विकास के दौर में भी श्रीराम जनमानस के देवता हैं। राम शक्ति के ही नहीं विरक्ति के भी प्रतीक हैं। राम भगवान से पहले एक व्यक्ति हैं। उन्होंने अपने जीवन में ऐसे कार्य किए हैं जिन्हें हम दैनिक जीवन में अपना सकते हैं। जनमानस की व्यापक आस्थाओं के इतिहास को देखें तो मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम कण-कण में विद्यमान हैं। श्रीराम इस देश के पहले महानायक हैं। राम का जो विराट व्यक्तित्व भारतीय जनमानस पर अंकित है, उतने विराट व्यक्तित्व का नायक अब तक के इतिहास में कोई दूसरा नहीं हुआ। राम के जैसा दूसरा कोई पुत्र नहीं। उनके जैसा सम्पूर्ण आदर्श वाला पति, राजा, स्वामी कोई भी दूसरा नाम नहीं। राम किसी धर्म का हिस्सा नहीं, बल्कि मानवीय चरित्र के उदात हैं। बचपन की स्मृतियों में झांकता हूं तो मुझे एक कथा याद आती है। मैं बचपन में अक्सर राम कथा मर्मज्ञ को सुनने कार्यक्रमों में चला जाता था।
सेतु निर्माण का कार्य चल रहा था। नल, नील नामक दो इंजीनियरों के हाथ के स्पर्श के बाद जो भी शिलाएं जल में डाल दी जातीं, वे तैरने लगतीं। राम कार्य जोरों पर था। भगवान राम दूर तक शिला पर बैठे यह सब देख रहे थे और आनंदमग्न हो रहे थे। अचानक न जानें क्यों उनके दिल में एक ख्याल आया। उन्होंने देखा कि वही शिलाएं तैरती हैं जिन पर राम का नाम लिखा होता है, अन्य शिलाएं डूब जाती हैं। कुछ देर के बाद उन्होंने इशारे से पवन पुत्र हनुमान को बुलाया और स्वयं दो शिलाएं हिलोरें मारते समुद्र में छोड़ने की इच्छा जाहिर की। महावीर ने शिलाएं दीं। चूंकि भगवान राम स्वयं उन शिलाओं को जल में छोड़ने जा रहे थे, अतः उन्होंने अपना नाम स्वयं कहां लिखना था। जैसे ही वे शिलाएं छोड़ीं, दोनों ही डूब गईं।
बाकी चर्चा मैं कल के लेख में करूंगा। |
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हावड़ा के संतरागाछी स्टेशन पर मंगलवार को भगदड़ मच गई। इसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि २५ लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि दो ट्रेन एक साथ आने पर रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ मच गई, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। रेलवे ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है। वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संतरागाछी भगदड़ में मर गए लोगों के परिवारों के लिए पांच- पांच लाख रुपए और घायल हुए लोगों के लिए एक- एक लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है। इसके साथ ही रेलवे ने दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। |
डबल विजन या डबल दृष्टि (डिप्लोपिया) क्या है? जब आप अपनी आँखें खोलते हैं और एक एकल, स्पष्ट छवि देखते हैं, तो आप संभवत: उसे मंजूर कर लेते हैं। लेकिन यह एक जटिल प्रक्रिया का परिणाम है जिसके लिए आपके आँख के कई हिस्सों को एक साथ आसानी से काम करने की आवश्यकता होती है। कभी कभी कुछ समस्यायों के कारन दोहरी दृष्टि हो जाती है।
जब आप दो दो देखते हैं, इसका मतलब है कि उस सिस्टम के साथ एक समस्या है। और इसे आपको गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि कुछ कारणों की तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है। यह समझने के लिए कि क्या गलत हो रहा है, यह आपकी आंख के हिस्सों को जानने में मदद करता है और वे एक साथ कैसे काम करते हैं।
कॉर्निया: आपकी आंखों में स्पष्ट खिड़की। इसका मुख्य काम प्रकाश को फोकस करना है। यदि आप एक आंख को कवर करते हैं और आपकी डबल दृष्टि ठीक हो जाती है, तो आपको दूसरी आँख में कोर्निया ख़राब हो सकती है।
लेंस: यह आपकी आँख की पुतली के पीछे होता है और आपके रेटिना पर प्रकाश फ़ोकस करने में मदद करता है।
मोतियाबिंद सबसे आम लेंस की समस्या है। सर्जरी लगभग हमेशा उन्हें ठीक करती है।
नसों के साथ एक समस्या जो उन्हें नियंत्रित करती है।
ग्रेव की बीमारी (ग्रेव् डिसीज), एक थायरॉयड की स्थिति जो आँख की मांसपेशियों को प्रभावित करती है यह ऊर्ध्वाधर डिप्लोपिया पैदा कर सकता है, जहां एक छवि दूसरे के ऊपर होती है।
गिलें -बारे सिंड्रोम एक तंत्रिका स्थिति है जो प्रगतिशील कमजोरी का कारण बनती है। कभी-कभी, पहले लक्षण आपकी आंखों में होते हैं और दोहरी दृष्टि शामिल होती है।
मधुमेह आपके आंखों को आगे बढ़ने वाली मांसपेशियों की तंत्रिका क्षति के कारण हो सकता है। इससे दोहरी दृष्टि हो सकती है।
मल्टीपल स्केलेरोसिस आपके मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी में कहीं भी नसों को प्रभावित कर सकता है। यदि आपकी आँखों को नियंत्रित करने वाली नसों को नुकसान पहुंचता है, तो आप दोहरी देख सकते हैं।
डबल दृष्टि (डिप्लोपिया)के लक्षण क्या हैं?
डबल विजन का निदान कैसे किया जाता है?
दोहरी दृष्टि (डिप्लोपिया) जो नई या अस्पष्टीकृत है, उसे तुरंत चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। इतने सारे संभावित कारणों से, बिना देरी के कारणों की खोज करना महत्वपूर्ण है।
आपके चिकित्सक को आपकी समस्या का कारण जानने के लिए सबसे अधिक संभावना एक से अधिक विधि का उपयोग करना होगा। वह रक्त परीक्षण, एक शारीरिक परीक्षा, और शायद एक इमेजिंग टेस्ट की कोशिश करता है जैसे कि सीटी या चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (एमआरआई)।
डबल दृष्टि कब शुरू हुई?
क्या आपके सर में चोट लगी, कहीं गिरे या बेहोश हुए?
क्या आप एक कार दुर्घटना में थे?
क्या दिन के अंत में या जब आप थके होते हो तो तो दोहरी दृष्टि ज्यादा होती है?
क्या आपको दोहरी दृष्टि के अलावा कोई अन्य लक्षण हैं?
क्या दो ऑब्जेक्ट्स एक तरफ, या दूसरे के ऊपर एक हैं? या वे थोड़ी सी झुके हुए हैं? कौन सा उच्च या निम्न है?
दोनों छवियां स्पष्ट हैं लेकिन पंक्ति में नहीं? या एक स्पष्ट और दूसरा अस्पष्ट है?
एक आंख को कवर करें, फिर स्विच करें। क्या समस्याएं दूर जाती हैं जब या तो आंख को कवर किया जाता है?
अपने सिर को दाएं झुकाएं, फिर बाईं तरफ। क्या इन स्थितियों में से कोई भी आपकी दृष्टि को बेहतर बनाता है या इसे खराब कर सकता है?
दोहरी दृष्टि (डिप्लोपिया) इलाज कैसे किया जाता है?
सबसे महत्वपूर्ण कदम मूल कारणों की पहचान करना और उनका इलाज करना है।
यदि कमजोर आँख की मांसपेशियों को दोषी ठहराया जाए या चोट की वजह से मांसपेशियों को चोट पहुंचाई गई हो, तो सर्जरी मदद कर सकती है।
यदि डबल दृष्टि को उलट नहीं किया जा सकता है, तो उपचार आपको इसकी सहायता कर सकते हैं। आंख पैच या प्रिज्म चश्मे की तरह विशेष चश्मा, प्रभाव को कम कर सकते हैं। |
ह-१ब वीजा के नए नियम उस में रह रहे भारतीयों के लिए बने मुसीबत, छोड़ना पड़ सकता है अमेरिका !!
ह-१ब वीजा (फ़ाइल फोटो) !
०२ जनवरी २०१८,
'बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन' की नीति के अनुरूप ट्रंप प्रशासन एक ऐसे प्रस्ताव पर विचार कर रहा है जिससे बड़ी संख्या में भारतीयों को अमेरिका छोड़ना पड़ सकता है। डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी (डीएचएस) के साथ मेमो के रूप में साझा किया गया यह प्रस्ताव उन विदेशी वर्करों को अपना ह-१ब वीजा रखने से रोक सकता है जिनके ग्रीन कार्ड आवेदन लंबित पड़े हों।
ह-१ब वीजा की मान्यता बढ़ाने की अनुमित !
अमेरिकी सरकार के इस कदम से अमेरिका में हजारों इंडियन एंप्लॉयीज का ह-१ब एक्सटेंड नहीं किया जाएगा क्योंकि अमेरिका में स्थायी निवास की अनुमति देनेवाला उनका ग्रीन कार्ड आवेदन लंबित है। इस नए कानून से प्रभावित होनेवाले भारतीयों में बड़ी तादाद आईटी सेक्टर में काम करनेवाले एंप्लॉयीज की है। मौजूदा नियम में ग्रीन कार्ड आवेदनों के लंबित रहने के मद्देनजर अभी २-३ साल के लिए ह-१ब की मान्यता बढ़ाने की अनुमित मिली हुई है। अगर नया नियम लागू हो जाता है तो ह-१ब धारक ५०,००० से ७५,००० भारतीयों को अमेरिका छोड़कर देश वापस आना पड़ सकता है।
ह-१ब वीजा के दुरुपयोग रोकने के लिए नए प्रतिबंध प्रस्तावित !
खबर है कि सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री की संस्था नैस्कॉम वीजा संबंधी मुद्दों को लेकर अमेरिकी सांसदों और प्रशासन के सामने अपनी चिंता प्रकट कर चुका है और अगले कुछ हफ्तों में प्रस्तावित कानून पर भी बातचीत कर सकता है। दरअसल, अमेरिकी प्रशासन का यह कदम उसके प्रस्तावित 'प्रोटेक्ट एंड ग्रो अमेरिकन जॉब्स (अमेरिकी नौकरियों का संरक्षण और वृद्धि)' बिल के फलस्वरूप उठाया है। इस बिल में ह-१ब वीजा के दुरुपयोग रोकने के लिए नए प्रतिबंध प्रस्तावित हैं। इसके तहत, न्यूनतम वेतन और टैलंट के मूवमेंट को लेकर नई पाबंदियां लगाए जाने की बात कही गई है।
न्यूनतम वेतन में बड़ी वृद्धि के साथ नए वीजा नियम में क्लायंट्स को यह बताने को बाध्य किया जा रहा है कि वो नई नियुक्ति से मौजूदा वर्कर के अगले ५ से ६ साल तक की नौकरी पर खतरा नहीं होने की गारंटी दें। अमेरिका हर साल 8५,००० नॉन-इमिग्रंट ह-१ब वीजा जबकि ६५,००० विदेशियों को विदेशों में नियुक्ति और अमेरिकी स्कूल-कॉलेजों के अडवांस डिग्री कोर्सेज में दाखिले के लिए २०,००० लोगों को वीजा प्रदान करता है। इन कोटे का ७० प्रतिशत वीजा भारतीयों के हाथ ही लगता है। इनमें ज्यादातर को इट कंपनियां नियुक्त करती हैं। |
यह न९५ पुन: प्रयोज्य श्वास चेहरे का मास्क स्पनबाउंड पॉलीप्रोपाइलीन की ३ परतों से बना होता है जिसमें नरम परतें होती हैं जो त्वचा की जलन या एलर्जी की समस्याओं को रोकती हैं।
आकार: १७५ सेमी क्स ९० सेमी।
रंग: सफेद / नीला।
सुरक्षा सामग्री के लिए प्रोटेक्टिव मास्क का ईयर लूप ७.५ इंच पर लेटेक्स फ्री राउंड लाइक्रा इलास्टिक से बनाया गया है, जो १: २ के अनुपात के साथ लंबा होता है, जिससे चाइना नॉट 9५ मास्क पहनना और आराम से निकालना आसान हो जाता है।
न९५ फेस चाइना डिस्पोजेबल मास्क माउथ कवर मेडिकल का निंदनीय नाक पुल अपनी स्थिति में मास्क को सुरक्षित रखता है। जहां खरीदने के लिए न९५ फेस मास्क। |
राष्ट्रीय मिति फाल्गुन २६ शक संवत् १९४१, चैत्र कृष्ण अष्टमी, सोमवार, विक्रम संवत् २०७६। सौर चैत्र मास प्रविष्टे ०३, रज्ज़ब २०, हिजरी १४४१ (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख १६ मार्च सन् २०२० ई॰। सूर्य उत्तरायण, दक्षिण गोल, बसंत ऋतु।
राहुकाल प्रातः ०७ बजकर ३० मिनट से ०९ बजे तक। अष्टमी तिथि अर्धरात्रोत्तर ०३ बजे तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ, ज्येष्ठा नक्षत्र पूर्वाह्न ११ बजकर १२ मिनट तक उपरंात मूल नक्षत्र का आरंभ।
सिद्धि योग अपराह्न ०१ बजकर ३१ मिनट तक उपरांत व्यतीपात योग का आरंभ, बालव करण अपराह्न ०३ बजकर ०४ मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ। चंद्रमा पूर्वाह्न ११ बजकर १२ मिनट तक वृश्चिक उपरांत धनु राशि पर संचार करेगा।
सूर्योदय का समय दिल्ली १६ मार्च: सुबह ०६ बजकर २८ मिनट पर।
सूर्यास्त का समय दिल्ली १६ मार्च: शाम ०६ बजकर ३० मिनट पर।
अभिजित मुहूर्त दोपहर १२ बजकर ०६ मिनट से १२ बजकर ५४ मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर ०२ बजकर ३० मिनट से ०३ बजकर १८ मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि १२ बजकर ०५ मिनट से १२ बजकर ५३ मिनट तक। गोधूलि मुहूर्त शाम ०६ बजकर १८ मिनट से ०६ बजकर ४२ मिनट तक। अमृत काल अगली सुबह ०५ बजकर १३ मिनट से ०६ बजकर ५२ मिनट तक रहेगा।
राहुकाल सुबह ०७ बजकर ३० मिनट से ०९ बजे तक। सुबह १० बजकर ३० मिनट से १२ बजे तक यमगंड रहेगा। दोपहर ०१ बजकर ३० मिनट से ०३ बजे तक गुलिक काल रहेगा। वर्ज्य काल शाम ०७ बजकर २४ मिनट से ०९ बजकर ०२ मिनट तक रहेगा। दुर्मुहूर्त काल दोपहर १२ बजकर ५४ मिनट से ०१ बजकर ४२ मिनट तक रहेगा। पूरे दिन गण्ड मूल रहेगा। |
इस बारे में फैसला ३१ मई को नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में किया गया।
नई दिल्ली । नरेंद्र मोदी २.० सरकार ने प्रधानमंत्री किसान योजना का विस्तार करते हुए सभी १४.५ करोड़ किसानों तक करने के फैसले को अधिसूचित कर दिया। सरकार के इस कदम से इस योजना का लाभ देशभर के सभी किसानों को मिल सकेगा, बेशक उनके पास कितनी भी जमीन हो।
इस योजना के तहत सरकार किसानों को खाते में सालाना ६,००० रुपये डालेगी। इस बारे में फैसला ३१ मई को नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में किया गया। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के चुनावी घोषणा पत्र में भाजपाने इस योजना का लाभ देशभर के सभी किसानों को देने का वादा किया था।
केंद्र सरकार ने इस फैसले को अधिसूचित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों लाभार्थियों की पहचान करने को कहा है। राज्यों को यह भी पहचान करनी होगी कि कौन से लोग इस योजना के दायरे में नहीं आते हैं।
इस योजना का लाभ जिन लोगों को नहीं मिल सकेगा उनमें संस्थागत भूमि धारक, संवैधानिक पद संभालने वाले किसान परिवार, राज्य/केंद्र सरकार के साथ-साथ पीएसयू और सरकारी स्वायत्त निकायों के सेवारत या सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। डॉक्टर, इंजीनियर और वकील के साथ-साथ १० हजार रुपये से अधिक की मासिक पेंशन पाने वाले सेवानिवृत्त पेंशनभोगियों और अंतिम मूल्यांकन साल में इनकम टैक्स का भुगतान करने वाले पेशेवरों को भी योजना के दायरे से बाहर रखा गया है।
अंतरिम बजट में ७५,००० करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री-किसान योजना की घोषणा की गई थी। इसके तहत दो हेक्टेयर तक की जोत वाले अनुमानत: रूप से १२.५ करोड़ छोटे और सीमांत किसानों को प्रति वर्ष (तीन बराबर किस्तों में) ६ हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। संशोधित योजना के तहत फाइनेंशियल ईयर २०१९-२० में इस पर अनुमानित रूप से ८७,२१७.५0 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। साथ ही इसके दायरे में २ करोड़ और किसानों को लाया जाएगा। |
इंडियन प्रीमियर लीग के १२वें सीजन का अभी पहला हफ्ता भी नहीं बीता है कि दो बड़े विवाद सामने आ गए हैं। रविचंद्रन अश्विन द्वारा किए गए मांकडिंग रन आउट का विवाद थमा ही नहीं था कि एक और नए विवाद ने अब जन्म ले लिया है। ये एक ऐसा विवाद है जिसमें दो बड़ी टीमें शामिल थीं।
दरअसल बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल का ७वां मैच खेला जा रहा था। आखिरी गेंद पर आरसीबी को जीत के लिए ७ रन चाहिए थे और सामने गेंदबाज थे लसिथ मलिंगा। मलिंगा ने एक बेहतरीन गेंद डाली और बल्लेबाज शिवम दूबे उस गेंद पर सिर्फ १ रन ही ले सके। मैच खत्म हो गया और मुंबई इंडियंस के सभी खिलाड़ी इस रोमांचक जीत पर खुशी मनाने लगे। सभी खिलाड़ी भी एक दूसरे से हाथ मिलाने लगे और ड्रेसिंग रूम की तरफ लौटने लगे। लेकिन इसी बीच टीवी पर रीप्ले दिखा कि मलिंगा ने जो आखिरी गेंद डाली थी वो नो बॉल थी। हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी और मैच खत्म हो चुका था इसलिए उस पर अमल नहीं किया जा सकता था।
इस रीप्ले को जब आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने देखा तो वे भी काफी गुस्सा हो गए। उन्होंने साफतौर पर कहा कि हम आईपीएल जैसा बड़ा टूर्नामेंट खेल रहे हैं, ये कोई क्लब गेम नहीं है, जहां इस तरह की गलती हो। अंपायर को अपनी आंखे खुली रखनी चाहिए थी। मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने भी वही बात दोहराई और कहा कि इस तरह की गलती बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। आपको बता दें कि जिस अंपायर से ये गलती हुई उनका नाम एस रवि है और वे आईसीसी के एलीट पैनल के अंपायर हैं।
अब यहां पर सवाल ये उठता है कि अंपायर केवल बल्लेबाज के आउट होने पर ही क्यों नो बॉल चेक करते हैं। क्या जरूरी नहीं है कि ऐसे अहम मौकों पर भी नो बॉल चेक की जाए। क्योंकि ऐसे मैच में सिर्फ १ गेंद हार और जीत का फर्क पैदा कर सकती है। सोचिए अगर आरसीबी को नो बॉल मिला होता तो उन्हें आखिरी गेंद फ्री हिट मिलती, जिस पर छक्का या चौका भी लग सकता था। अंपायर क्यों सिर्फ आउट होने पर ही नो बॉल चेक करते हैं।
ये पहला वाकया नहीं है जब नो बॉल को लेकर इस तरह का विवाद हुआ हो। इससे पहले २१ दिसंबर २०१८ को बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए तीसरे टी२० मैच में भी एक वाकया हुआ था, जिस पर काफी विवाद हुआ था। वेस्टइंडीज द्वारा निर्धारित १९१ रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने काफी तेज शुरुआत की। हालांकि पारी के चौथे ओवर में ओशेन थॉमस की गेंद पर बेहद आक्रामक बल्लेबाजी कर रहे लिटन दास कैच आउट हो गए लेकिन अंपायर तनवीर अहमद ने इसे नो बॉल करार दे दिया। रीप्ले में देखने पर साफ पता चल रहा था कि ये गेंद नो बॉल नहीं थी और ओशेन थॉमस का पैर लाइन के थोड़ा इधर था। इससे पहले वाली गेंद भी अंपायर ने नो बॉल करार दे दी थी लेकिन वो भी नो बॉल नहीं थी। अब लगातर २ गलत नो बॉल दिए जाने की वजह से वेस्टइंडीज के कप्तान कार्लोस ब्रैथवेट नाराज हो गए।
उस मैच में अंपायर दो गलत नो बॉल दे दी थी और यहां पर अंपायर ने नो बॉल होने के बावजूद नहीं दी। तो क्या थर्ड अंपायर को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए कि गेंद नो बॉल थी। हालांकि जब तक मैदान पर मौजूद अंपायर रेफर नहीं करेंगे तब तक थर्ड अंपायर खुद से कुछ नहीं कर सकता। इस तरह की गलतियां मैदान में कई बार अंपायरों से हो चुके हैं। घरेलू क्रिकेट में ऐसा कई बार हो चुका है लेकिन जब आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में ऐसा कुछ होता है तो फिर ज्यादा हंगामा होता है। भविष्य में ऐसी गलतियां ना हों इसके लिए जरूरी है कि केवल बल्लेबाज के आउट होने पर ही नहीं बल्कि इस तरह के नाजुक मौके पर भी थर्ड अंपायर द्वारा नो बॉल चेक की जाए। क्योंकि एक गेंद किसी भी टीम के लिए बहुत बड़ा फर्क पैदा कर सकती है। |
डिजिटल आर्ट के प्रयोग से कला को लेकर अनंत नमूने और कृतियां सृजित की जा सकती हैं। इसके बढ़ते प्रभाव और उपयोग का परिणाम है कि इस विषय को मीडिया के पाठय़क्रम में शामिल किया जा रहा है। आज के युवा वर्ग में यह विधा तेजी से अपनी पकड़ बना रही है। कला के पुराने और नए रूपों का संगम होने के कारण हर वर्ग डिजिटल आर्ट के ज्ञान का उत्सुक होता है और इसको समझना चाहता है।इससे तैयार होने वाली कृतियों के लिए अलग से संग्रहालय तैयार किये जाने लगे हैं।[१] इसका एक उदाहरण है नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय का डिजिटल आर्ट अनुभाग। डिजिटल आर्ट ने कला को पहले से अधिक लोकप्रिय बनाने में भरपूर सहयोग दिया है। इसमें तकनीक की मदद का विशेष योगदान है। इससे पुरानी कला या डिजिटल आर्ट से तैयार कृति को इंटरनेट के माध्यम से संसार में कहीं भी देखा जा सकता है।
अन्तिम परिवर्तन २०:४४, १२ मार्च २०13। |
इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16-इन्दौर पुलिस पूर्व क्षेत्र द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्ध बदमाशों तथा ऐसे आदतन अपराधी जो अपराध के बल पर ही अपनी आजिविका चलाते है, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिक कार्यवाही करते हुए ०३ संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा १५१ जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई।
इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16-इन्दौर पुलिस पूर्व क्षेत्र द्वाराशहर में विभिन्न थाना क्षेत्रान्तर्गत में कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को ०५ गैर जमानती, ०९ गिरफ्तारी तथा ७७ जमानती वारन्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रो में, न्यायालयो द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी बदमाशों, अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों के वारन्ट तामील कराकर, वैधानिक कार्यवाही की गयी।
इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16- पुलिस थाना परदेशीपुरा द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को रात्रि में मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर भेरू बाबा मंदिर के पास एनटीसी ग्राउण्ड एवं नंदानगर सांई मंदिर के पास से अवैध रूप से सार्वजनिक स्थान पर शराब पीतें मिलने पर मालवामिल कंपाउण्ड निवासी-छगनलाल पिता रामअवतार, ई-१९ जनता क्वाटर नंदानगर निवासी-जयेश पिता ईश्वर चौहान तथा ८६१/९ नेहरू नगर निवासी-रवि पिता मुन्नालाल रघुंवंशी को पकडा गया।
इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०१६-पुलिस थाना एमआईजी द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०१६ को १६.३०बजे, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर, सुनीकेत अपार्टमेंट के सामने श्रीनगर इंदौर से अवैध हथियार लेकर घूमते हुये मिलें, ५९५ जनता क्वाटर मोतीतबेला बाबा मंदिर के पास इंदौर निवासी कृष्णा पिता मुरली मालवंदे को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से एक चाकू जप्त किया गया।
इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16- इन्दौर पुलिस पश्चिम क्षेत्र द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्ध बदमाशों तथा ऐसे आदतन अपराधी जो अपराध के बल पर ही अपनी आजिविका चलाते है, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिककार्यवाही करते हुए ०१ आदतन व ०९ संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा ११०, १५१ जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई।
इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16-इन्दौर पुलिस पश्चिम क्षेत्र द्वारा शहर में विभिन्न थाना क्षेत्रान्तर्गत में कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को ०६ गैर जमानती, ०९ गिरफ्तारी तथा ६१ जमानती वारन्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रो में, न्यायालयो द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी किये, यह वारन्ट तामील किये गये।
इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०१६- पुलिस थाना सदर बाजार द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०१६ को १६.१५ बजे, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर भोई मोहल्ला चौक इंदौर से अवैध शराब ले जाते/बैचते हुये मिलें, ८ साउथ कमाठीपुरा इंदौर निवासी विजय उर्फ विनय पिता रामदास गौड़ को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से 1२०0 रूपये कीमत की २४ क्वाटर अवैध शराब जप्त की गयी।
इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16-पुलिस थाना सिमरोल द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को १५.०० बजे, मुखबिर की सूचना के आधार पर पेट्रोल पंप के सामने चोरल से सट्टे की गतिविधि में लिप्त मिलें, चोरल पिल्ले पार निवासी रजक पिता राधेश्याम लोधी को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 5२० रूपये नगदी तथा सट्टा उपकरण बरामद किये गये। |
गरोठ रेलवे स्टेशन से शामगढ़ स्टेशन की तरफ झाड़ियों पास राजधानी एक्सप्रेस से गिरी महिला की लाश मिली है। मृतिका की उम्र करीब ४७ वर्षीय हाेकर का चेहरा बुरी तरह बिगड़ा हुआ और शरीर के अन्य अंगों पर भी गहरी चोट के निशान हैं। इससे महिला की मौत केवल ट्रेन से गिरकर न होकर संदिग्ध लग रही हैं। घटना स्थल से कुछ दूरी पर लेडीज पर्स व अन्य सामान मिला। मिले मोबाइल नंबर से परिजनों को खबर कि है, उनके आने के बाद ही शिनाख्त हो पाएगी। मामले को संदिग्ध मानते हुए पुलिस हर पहलु पर जांच कर रही हैं।
मंगलवार सुबह करीब ९ बजे गरोठ रेलवे स्टेशन शामगढ़ की तरफ करीब ढ़ाई किमी दूर झाड़ियों के समीप एक युवती के गिरने की सूचना पुलिस काे मिली थी। सूचना पर गरोठ पुलिस सहित जीआरपी व आरपीएफ पुलिस शामगढ़ मौके पर पहुंची थी। मामला संदिग्ध होने पर एएसपी डॉ. इंद्रजीत बाकरवाल के निर्देश पर एसडीओपी भंवरसिंह सिसौदिया भी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उक्त महिला राजधानी एक्सप्रेस से गिरी या फैकी गई हैं। पटरियों से कुछ ही दूरी पर लाश औंधे मुंह पड़ी हुई मिली और कुछ ही दूरी पर एक लेडीज पर्स मिला हैं। गरोठ थाना की उपनिरीक्षक रीना इक्का ने बताया पर्स के अंदर से आधार कार्ड व राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के दो टिकिट भी मिले हैं। आधार कार्ड पर नाम संगीता पिता छोटेलाल अग्रवाल(४७) निवासी कटुआपुरा, मऊनाथ भंजन जिला मऊ(उत्तर प्रदेश) लिखा हैं। टिकिट सूरत से दिल्ली व दिल्ली से पटना तक ए-१ एसी कोच सीट नंबर-३७ दर्ज हैं। मामला संदिग्ध होने पर मंदसौर से एफएसएल अधिकारी डाॅ. चंदा आंजना टीम के साथ पहुंची। जांच पश्चात शव को सिविल अस्पताल गरोठ के पोस्टमार्टम रूम में रखा गया हैं। शव का पोस्टमार्टम शिनाख्त के बाद परिजनों की उपस्थिति किया जाएगा।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कुछ यात्रियों ने पर्स व अन्य सामान चाेरी होने की शिकायत दर्ज करवाई हैं। मृत महिला का ट्रेन में किसी से यात्री से विवाद भी हुआ था। पुलिस का मानना है कि राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में सामान्य यात्री तो सफर करता नहीं हैं। ट्रेन के दरवाजे भी खुले नहीं रहते हैं, ट्रेन कोच अटेंडर भी साथ रहता हैं। एेसे में महिला ट्रेन से कैसे गिरी। इन सभी पहलुओं और आरपीएफ व जीआरपी पुलिस इंदौर के अधिकारियों से संपर्क कर पुलिस जांच में जुटी हैं। पुलिस ने दिल्ली में भी संपर्क किया हैं। |
राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सोमवार को बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का क्रिकेट प्रमुख नियुक्त किया।
पूर्व भारतीय कप्तान तथा भारत ए और अंडर-१९ टीम के कोच रहे राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सोमवार को बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का क्रिकेट प्रमुख नियुक्त किया।
द्रविड़ को पहले एक जुलाई को पदभार संभालना था लेकिन वह इंडिया सीमेंट से जुड़े थे जिसके कारण इसमें देरी हुई। प्रशासकों की समिति ने द्रविड़ से इंडिया सीमेंट के उपाध्यक्ष पद छोड़ने या एनसीए में अपना कार्यकाल पूरा करने तक अवकाश पर रहने के लिये कहा था। इंडिया सीमेंट ने हितों के टकराव से बचने के लिये उन्हें अवकाश पर भेज दिया। |
आए दिन सभी कंपनियां मार्किट में बेस्ट फीचर्स के साथ स्मार्टफोन लाॅन्च कर रही है। जो ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
आए दिन सभी कंपनियां मार्किट में बेस्ट फीचर्स के साथ स्मार्टफोन लाॅन्च कर रही है। जो ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। इन दिनों पूरे भारत में चीन की ऐप्पल कही जाने वाली कंपनी ज़ियाओमी ने दुनिया के पहले डबल फोल्डेबल स्मार्टफोन की पहली झलक दिखाई है। शाओमी के को-फाउंडर और अध्यक्ष लीन बिन ने अपने डबल फोल्डेबल स्मार्टफोन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। बिन ने चीन की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वेइबो पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें फोन को दो बार मुड़ते हुए दिखाया गया है।
बताया जा रहा है कि यह शाओमी का डबल फोल्डेबल साल २०१९ की पहली तिमाही में लांच होगा, हालांकि वीडियो में फोन के अन्य फीचर्स आदि के बारे में जानकारी नहीं दी गई है लेकिन यह साफ है कि कंपनी अपने फोल्डेबल फोन में भी एंड्रॉयड आधारित मिउई सॉफ्टवेयर देगी।
गौरतलब है कि सैमसंग ने पिछले साल नवंबर में सैन फ्रांसिस्को में आयोजित डेवलपर कांफ्रेंस में अपने फोल्डेबल फोन की पहली झलक दिखाई थी।
सैमसंग के फोल्डेबल फोन में मुख्य डिस्प्ले ७.३ इंच की है, वहीं दूसरी डिस्प्ले ४.६ इंच की है। इवेंट के दौरान कंपनी ने बताया कि अगले कुछ महीनों में फोन को बड़े पैमाने पर तैयार किया जाएगा ताकि बाजार की मांग को पूरी की जा सके। |
"तेरी -मेरी बातें (तेरी-मेरी, मेरी-तेरी... तेरी-मेरी बातें...)-२ ओ, मैंने तेरी बात, कभी की ही नहीं है... फिर भी तूने मेरी बात, सुन ही ली है... (तेरी-मेरी, मेरी-तेरी... तेरी-मेरी टाँगे...)-२ ओ, मैंने तेरी टाँगों के लिये, कभी चप्पल भी नहीं ली है... फिर भी तूने मेरी टाँगे, जूतों से भर दी है... (तेरी-मेरी, मेरी-तेरी... तेरी-मेरी बातें-टाँगे...)-२ तेरी-मेरी, मेरी-तेरी... तेरी-मेरी दिल की बज गई घण्टी... तेरी-मेरी हो गई छुट्टी... धन्यवाद @बधाई हो छुट्टी की प्यारी मुक्कीकी"
"ये बारिश आज ना जाने कौनसा रूप दिखा रही हैं, बिन मौसम बरसती जा रही हैं| हर एक बूंद तेरा एहसास दिला रही हैं, क्या तुझे भी मेरी याद आ रही हैं|| -लकी त्रिपाठी" |
आइसलैंड में ज्वालामुखी में विस्फोट की वजह से दुनिया भर में हवाई उडानों पर असर पडा है। सभी दूर अफरातफरी मची हुई है और लोग इस मुसीबत से खुद को कैसे बाहर निकाले यह उन्हें समझ में नहीं आ रहा है। आइसलैंड से सुदूर देवभूमि धर्मशाला में भी पहली बार लावा फूटा। यह लावा जस्बातों का था और इसकी तपिश का शिकार आम लोगों पर नहीं बल्कि एक बेहद खास और खूबसूरत बॉलीवुड अदाकारा प्रिटी जिंटा और उनकी टीम बनी। क्रिकेट के मैदान पर ज्वालामुखी फूटे या भूकंप आ जाए एक खिलाडी कभी भी संयम नहीं खोता है। खुशी का इजहार हो या फिर आक्रोश को जताने का यह खिलाडी हर हालात में चेहरे पर एक जैसे भाव लिए होता है। यहां तक की टी२० वर्ल्ड कप के खिताब पर कब्जा जमाने के बाद भी धोनी ने इस तरह सेलिब्रेशन और अपनी भावनाओं का इजहार नहीं किया।
धर्मशाला में धोनी ने बता दिया कि क्यों उन्हें ग्रेट फिनिशर कहां जाता है। उन्होंने अपनी टीम को बेहद विपरीत हालातों में जीत दिलवाई है। अंतिम पांच ओवरों में चेन्नई के लिए सेमीफायनल में पहुंचने के रास्ते बंद होते दिख रहे थे। इसी मौके पर धोनी को खोया फार्म मिला और कप्तानी ने जिम्मेदारी भरी पारी खेलते हुए लगातार तीसरी बार टीम को सेमीफायनल में पहुंचा दिया। इरफान पठान के अंतिम ओवर में जीत के लिए १६ रनों की जरूरत थी। लीग के पहले मुकाबले में भी दोनों टीमों के बीच नतीजा पठान के अंतिम ओवर से ही तय हुआ था। उनके जादुर्द ओवर से सुपर ओवर में मुकाबला पहुंच गया था और पंजाब ने सीजन की पहली जीत हासिल की थी। यहां पठान के ही ओवर में धोनी की जादुई बल्लेबाजी से किंग्स इलेवन को सीजन के आखरी मुकाबले में हार नसीब हुई। पंजाब का पलडा भारी नजर आ रहा था और मुकाबला रोमांचक अंत की और बढने की उम्मीद थी लेकिन धोनी ने चार गेंदों में ही काम तमाम कर दिया।
प्रिटी जिंटा पिछले तीन सालों से क्रिकेट से जुडी है। खेल के बेहद बारीक पहलूओं के बारे में उन्हें भले ही जानकारी न हो लेकिन वह अब इतना क्रिकेट तो जानती है कि कौन से कैच को लपका जा सकता था और गेंदबाज। यही वजह है कि धर्मशाला के खूबसूरत स्टेडियम में उनके चेहरे पर गुस्सा और निराशा साफ देखी जा सकती थी। अंतिम दो ओवरों में कप्तान संगकारा के कैच छोडने और मिस फील्डिंग के साथ साथ पठान की गेंदबाजी ने प्रिटी के सीजन कुल मिलाकर ऑल इज नॉट वेल साबित हुआ।
पंजाब किंग्स इलेवन के बल्लेबाजों की नींद अब जाकर टूटी है। पहले गैरजिम्मेदाराना खेल दिखाने वाले बल्लेबाज अब जमकर रन बना रहे है। जयवर्धने और संगकारा के बाद अब जलवा बिखेरने की बारी शॉन मार्श की थी। इरफान पठान गेंदबाजी में भले ही नाकाम साबित हो रहे हो लेकिन बल्ला उनका भी बोल रहा है। युवराज ने जरूर फिर निराश किया लेकिन पंजाब के लिए अब ऐसी पारियों के कोई मायने नहीं है। टीम के लिए यह सीजन का अंतिम मुकाबला था। टीम निराश सीजन का अंत जीत के साथ करना चाहती थी लेकिन न तो आत्मसम्मान बचा और नहीं जीत की खुशी लौट कर आई।
चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के तीनों सीजन में सेमीफायनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई है। पहले दो मौकों पर यह टीम शुरूआत से ही सेमीफायनल की और मजबूती से कदम बढा रही थी। इस सीजन में जरूर टीम झटके खाते खाते सेमीफायनल में पहुंची है। अब धोनी बिग्रेड के लिए केवल यही मुकाबला करो या मरो नहीं था। अगले दोनों मुकाबले नॉक आउट रहेंगे। सेमीफायनल में जीत मिलती है तो खिताबी दौड में यह टीम बनी रहेगी लेकिन यदि यहां शिकस्त मिलती है तो चैम्पियंस लीग की पात्रता के लिए सेमीफायनल हारने वाली दूसरी टीम से जोरआजमाइश करना होगी।
अंत में एक बेहद दिलचस्प लेकिन जमीनी खिलाडी से जुडी बात। बौध धर्म में पांव छूने की कोई रवायत नहीं है लेकिन धोनी ने दलाई लामा के आगे श्रद्धा से दंडवत हो गए। दलाई लामा के साथ मौजूद प्रिटी जिंटा ने भी मजाकिया अंदाज में धोनी को उनके पांव छूने के लिए कहां, धोनी हल्की से मुस्कुराहट लिए आगे बढ गए। यह केवल एक क्षणिक मजाक था लेकिन मैच का अंत हकीकत था। झारखंड के इस लडाके ने किंग्स इलेवन को खुद के सामने नतमस्तक होने के लिए मजबूर कर दिया। हाड लक किंग्स इलेवन पंजाब। बेटर लक नेक्स्ट टाइम। |
सन् १९५२ में जालोर जिले में ५ विधानसभा के क्षेत्र थे। कोई दोहरे मतदान की सीट नहीं थी। सभी एकल मतदान की सामान्य सीटें थी, जो निम्न थी- जालोर-ए, जालोर-बी, जसवन्तपूरा, सांचोर और जसवंतपूरा-सांचोर। इन पर न तो दोहरा मताधिकार था और न आरक्षण। सन् 19५7 में जालोर जिले में विधानसभा हेतु ५ की जगह निम्नलिखित ४ सीटें बनायीं गयी- सांचोर, जालोर, रानीवाड़ा और आहोर। इस में जालोर सीट दो सदस्यों वाली सीट यानि दोहरे मतदान की थी। एक सामान्य को चुनना और एक अनुसूचित जाति के प्रतिनिधि को चुनना। जालोर विधानसभाकी दोनों सीटें(सामान्य और आरक्षित) राम राज्य परिषद के प्रत्याशियों ने जीती। |
लैसनर के साथ होने वाली फाइट को लेकर कॉर्मियर ने कहा, "ब्रॉक लैसनर के शाथ मेरी अगली फाइट होगी। ब्रॉक लैसनर फिलहाल व्वे के चैंपियन हैं और पूर्व उल्ल्क चैंपियन भी रह चुके हैं।"
कॉर्मियर ने ब्रॉक लैसनर के ड्रेसिंग सेंस को लेकर भी टिप्पणी की। दरअसल ब्रॉक लैसनर ३-पीस सूट के नीचे बूट पहनकर रिंग में आए थे। कॉर्मियर ने इस बारे में बोलते हुए कहा, "मैं ऑक्टागन के अंदर खड़ा हुआ कोशिश कर रहा था कि ब्रॉक लैसनर की तरफ ना देखूं। थोड़ी ही देर में ब्रॉक अंदर आ गए। वो एक सूट पहने हुए थे। उन्होंने काओबॉय बूट में पैंट के निचले हिस्से को दबाया हुआ था। इससे अजीब चीज़ शायद ही आप कभी देखें।"
व्वे और ब्रॉक लैसनर के बीच कड़वाहट पैदा हो गई है ?
व्वे यूनिवर्सल चैंपियन बीते रविवार को हुए उल्ल्क २२६ के मेन इवेंट के बाद नजर आए। लैसनर ने आकर उल्ल्क के डबल चैंपियन (लाइट हैवीवेट और हैवीवेट चैंपियन) डेनियल कॉर्मियर को फाइट के लिए तैयार रहने की चुनौती दी। डेनियल कॉर्मियर और ब्रॉक लैसनर के बीच ऑक्टागन (उल्ल्क केज) में हुई जुबानी जंग से उल्ल्क और व्वे फैंस काफी उत्साहित हो गए।
लेकिन फैंस इस बात से हैरान रह गए कि व्वे ने रॉ में ब्रॉक लैसनर के उल्ल्क में नजर आने की बात का अपने शो पर कोई जिक्र नहीं किया। केजसाइड सीट्स की रिपोर्ट की मानें तो शायद कंपनी और ब्रॉक लैसनर के बीच कुछ कड़वाहट पैदा हो गई है।
तीन बार के पूर्व वॉफ आईसी चैंपियन गोल्डस्ट ने हाल ही में अपने दोनों घुटनों की सर्जरी कराई। गोल्डस्ट ने बर्मिंघम से अपनी और सर्जन की फोटो को शेयर किया। गोल्डस्ट की सर्जरी मशहूर स्पोर्ट्स सर्जन डॉक्टर जैफरे डुगास ने की।
"मैं नहीं जानता कि विंस मैकमैहन को ब्रेट के लगाए आरोपों के बारे में पता भी था या नहीं। लेकिन हाँ, मुझे लॉकर रूम में सभी का समर्थन मिला। साथी रैसलर्स का ब्रेट के बारे में यही कहना था कि 'ये शख्स क्या ही बोल रहा है?' 'वो ये सब बातें क्यों कर रहा है?' 'ये बस बकवास है।' हाँ ये खबर थोड़ी सुर्ख़ियों में थी लेकिन लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। ज़्यादातर लोगों ने केवल इसका मज़ाक बनाया था।"
क्या रैसलिंग दिग्गज बुकर टी की फिर से होगी रिंग में वापसी?
चाहे कितनी ही उम्र क्यों ना हो जाए, एक बड़े मंच पर लाइव परफॉर्म करने की इच्छा कभी खत्म नहीं होती। ऐसे में बुकर टी की वापसी की खबरें आना कोई हैरान करने वाली बात नहीं है। रेस्लिंगन्यूज.को के मुताबिक बुकर टी ने एक पॉडकास्ट "हीटेड कन्वर्ज़ेशंस" में ये कहकर अपने वापस आने के संकेत दिए कि वो वास्तव में कभी रिटायर हुए ही नहीं।
एक्सट्रीम रूल्स पीपीवी में अब कुछ दिनों का वक्त बचा है। इस बार का ये पीपीवी काफी शानदार होने वाला है क्योंकि इसमें कई बड़े मैच को बुक किया गया है। ये पीपीवी भी दोनों ब्रांड का होगा। पीपीवी में कुल सात चैंपियनशिप मैच होने हैं , जिसमें दोनों ब्रांड के टैग टीम चैंपियनशिप, विमेंस चैंपियनशिप, इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप, यूएस चैंपियनशिप और व्वे चैंपियनशिप शामिल है। सिर्फ ब्रॉक लैसनर की यूनिवर्सल चैंपियनशिप को इसका हिस्सा नहीं बनाया गया है। जबकि दो सिंगल्स मैच, एक स्टील केज और एक किक ऑफ मैच होगा। कुल मिलाकर ११ मैच होने वाले हैं।
इस हफ्ते स्मैकडाउन का एपिसोड एक्सट्रीम रूल्स पीपीवी से पहले आखिरी शो था। सभी मैचों को पहले तय कर दिया गया था जबकि दो मुकाबले पेज ने शो के दौरान बुक किए। शिंस्के नाकामुरा और एजे स्टाइल्स की दुश्मनी फिर से देखने को मिली जबकि जैफ और एजे स्टाइल्स की जोड़ी को पंसद किया गया। |
चंडीगढ़. देश की पहली प्लान्ड सिटी चंडीगढ़ को अब एक टूरिस्ट सिटी के तौर पर डेवलप किया जाएगा। इसका रोडमैप तैयार है और इसके लिए किए जाने वाले अलग-अलग कामों के लिए मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म फंड्स देगी। एडवाइजर टू एडमिनिस्ट्रेटर मनोज परिदा की देखरेख में शुक्रवार को यूटी सेक्रेटरिएट में मीटिंग हुई।
इसमें रोडमैप को लेकर हायर किए गए कंसल्टेंट की तरफ से फाइनल रिपोर्ट रखी गई। हालांकि जो प्रेजेटेंशन कंसल्टेंट ने दी है, उसमें कुछ बदलाव किए जाने हैं और चंडीगढ़ में क्या-क्या चीजें होंगी उसको लेकर अगले हफ्ते प्रशासन फाइनल कर मिनिस्ट्री को रिपोर्ट सब्मिट करेगा।
मीटिंग में प्रशासन के सभी सीनियर ऑफिसर्स ने हिस्सा लिया। दरअसल मिनिस्ट्री की तरफ से ये योजना स्वदेश दर्शन चलाई जा रही है जिसमें सभी राज्यों और यूटी को टूरिज्म डेवलपमेंट को लेकर प्लानिंग और उस पर मिनिस्ट्री की तरफ से फंड्स प्रोवाइड करवा जा रहे हैं। इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने भी कंसल्टेंट हायर किया है, जिसने चंडीगढ़ में टूरिज्म को कैसे प्रमोट किया जा सकता है इसके लेकर रिपोर्ट तैयार की है।
शुक्रवार को हुई मीटिंग में कंसल्टेंट ने कहा कि बोटेनिकल गार्डन में एक टॉय ट्रेन चलाने से इस एरिया की डेवलपमेंट हो सकती है क्योंकि बच्चों के खेलने के लिए ये एक जगह होगी और इसके चलते ज्यादा लोग इस तरफ को आ सकेंगे।
इसके साथ सुखना लेक में रेगुलर लाइट एंड साउंड शो के लिए कहा गया लेकिन इस पर ऑफिसर्स की तरफ से बताया गया कि ये साइलेंस जोन है और माइग्रेटरी बर्ड्स भी लेक में आते हैं तो उसको देखते हुए ही इसकी प्लानिंग होनी चाहिए।
सदर्न सेक्टरों में टूरिज्म को लेकर कुछ खास नहीं है इसलिए न्यू लेक सेक्टर-४२ की डेवलपमेंट करने की प्लानिंग बनाने के लिए कहा गया है। सुखना लेक में साल में अलग-अलग टाइम वाॅटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी जिनको प्रशासन परमिशन दे। इसके अलावा पियरे जेनरे म्यूजियम और ली कार्बुजिए सेंटर में होलोग्राफिक टेक्नोलाॅजी को यूज किया जाएगा। |
सब्जियों में चौलाई का अपना एक अलग स्थान है। दुनिया भर के लोग इसका उपयोग सब्जी और अनाज के रूप में स्वास्थ्य लाभों के रूप में करते है। यह अनेकों औषधीय गुणों से भरपूर होता है।
चौलाई दो तरह की होती है ,एक सामान्य हरे पत्तों वाली दूसरी लाल पत्तों वाली। यह कफ और पित्त का नाश करती है जिससे रक्त विकार दूर होते हैं। पेट और कब्ज के लिए चौलाई का साग बहुत उत्तम माना जाता है। चौलाई की सब्जी का नियमित सेवन करने से वात, रक्त व त्वचा विकार दूर होते हैं। सबसे बडा गुण सभी प्रकार के विषों का निवारण करना है, इसलिए इसे विषदन नाम दिया गया है। इसके डंठल और पत्तों में पौष्टिक तत्वों की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। पेट और कब्ज के लिए चौलाई बहुत उत्तम मानी जाती है। |
कर्नाटक. कर्नाटक में जारी राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि कुमारस्वामी सरकार गुरुवार यानी १८ जुलाई को ११ बजे विश्वास मत साबित करेगी। हालांकि, भाजपा ने सोमवार को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी से विश्वास मत साबित करने की मांग की। कांग्रेस और जेडीएस के १६ विधायक इस्तीफा सौंप चुके हैं। हालांकि, स्पीकर रमेश कुमार ने अभी तक फैसला नहीं लिया।
इससे पहले बेंगलुरु के रिसॉर्ट में ठहरे कांग्रेस-जेडीएस विधायक एक बस से विधानसभा पहुंचे हैं। आज विधानमंडल की बैठक होनी है। कांग्रेस के मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि हमें भरोसा है कि विधायक पार्टी में लौट आएंगे। अगर उन्होंने विश्वास मत के खिलाफ वोट किया तो सदस्यता रद्द हो जाएगी। इस पर भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि स्पीकर पर विधायकों की सदस्यता रद्द करने का अधिकार नहीं है। येदियुरप्पा का दावा है कि कांग्रेस-जेडीएस सरकार के पास अब बहुमत नहीं है। फ्लोर टेस्ट हुआ तो सरकार गिरेगी। |
नई दिल्ली :पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामला में दोषी करार दिए गया डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम समेत चार अन्य दोषी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए जज के सामने पेश हुए. राम रहीम हाथ जोड़कर जजमेंट सुन रहा था . जजमेंट सुनते हुए राम रहीम के चेहरे पर उदासी छा गई. जज के सामने राम रहीम के वकील दया की अपील की. पत्रकार के परिवार की तरफ से फांसी की मांग की गई थी.और अब कोर्ट ने अपना फैसला सूना दिया है और राम रहीम को उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई गई है। पच्चास हज़ार रूपए का जुर्माना भी लगाया गया है। सभी आरोपियों को उम्रकैद की सज़ा सुनाई गई है। आपको बता दें की पहले बाबा को बीस साल की सज़ा काटने के बाद यह उम्रकैद की सजा शुरू होगी ,पहले बीस साल रेप के दोष में दिए गए जेल की सजा काटेंगे फिर शुरू होगी उम्रकैद की सजा। यानी अब यह साफ़ हो गया है की राम रहीम अब पूरी ज़िंदगी जेल में ही रहेंगे।
सुनवाई के दौरान जज ने रामरहीम से पूछा के आपको कुछ कहना है ? इसके जवाब में राम रहीम ने कहा की हमारे जो वकील कह रहे हैं वही हमारी बात है। वहीं सीबीआई के वकील ने सज़ा ए मौत की मांग की जब की बचाव पक्ष के वकील ने उम्र क़ैद और कम से कम सज़ा दी जाइये ,इस बीच वकील ने राम रहीम के अच्छे कारनामों का भी हवाला दे कर उन पर रहम करने की मांग की है बता दें की इस से पहले बाबा को रेप के दोष में दो केस के अंदर दस दस साल के जेल की सज़ा दी जा चुकी है।
आपको बात दें कि ११ जनवरी को पंचकूला स्थित हरियाणा की विशेष सीबीआई कोर्ट ने सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम, कृष्ण लाल, निर्मल सिंह और कुलदीप सिंह को दोषी करार दिया गया था, जिसमें चारों आरोपियों गुरमीत राम रहीम , कृष्ण लाल, निर्मल सिंह और कुलदीप सिंह को इप्क की धारा ३०२ और इप्क की धारा १२०बी के तहत दोषी करार दिया गया है, जबकि आरोपी कृष्ण लाल को १९५९ आर्म्स एक्ट के सेक्शन २९ के तहत भी दोषी करार दिया गया है. साथ ही आरोपी निर्मल सिंह को १९५९ आर्म्स एक्ट के सेक्शन २५ के तहत भी दोषी करार दिया गया है. बता दें की २००२ में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या हुई थी जिस पर आज अदालत ने अपना फैसला सूना दिया है। |
लखनऊ: सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए सात नेताओं को बर्खास्त कर दिया। शिवपाल के यूथ विंग पर कार्रवाई के बाद इस्तीफों की बाढ़ आ गई। सपा के चारों यूथ विंग के ११३ पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया है।
मुलायम यूथ ब्रिगेड के सचिव अभय यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद लोहिया वाहिनी के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया।
इसके अलावा इलाहबाद विश्व विद्यालय के बड़े छात्रनेता और अखिलेश के करीबी अभिषेक यादव ने समर्थको के साथ पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है। साथ ही यूथ नेता संतोष यादव, राजू यादव, राहुल सिंह, फैजाबाद के युवजनसभा जिलाध्यक्ष अनूप सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया है।
इसके अलावा युवजन सभा प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद गिरि ने भी इस्तीफा दे दिया है। यूथ ब्रिगेड के महासचिव सूरज यादव ने इस्तीफा दे दिया है। |
आचार्य चाणक्य जिनको हम कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जानते हैं। वे भारत में पैदा हुए एक ऐसे विद्वान थे जिनकी नीतियों पर चलकर कई साम्राज्य स्थापित हुए। इसलिए उनको विश्व के सबसे बुद्धिमान व्यक्तियों में से एक माना जाता है। आज मैं आपके लिए लेकर आया हूँ आचार्य चाणक्य के अनमोल विचार | चाणक्य कोटेस थॉट इन हिन्दी जिनमे से कुछ वाक्य आपकी उलझनों को सुलझा सकते हैं, और कुछ वाक्य आपको आपके लक्ष्य की और बढ़ने में मदद करंगे तो बिना वक़्त गंवाए पढ़ते हैं।
व्यक्ति अकेले पैदा होता है और अकेले मर जाता है,
और वह अपने अच्छे और बुरे कर्मो का फल खुद ही भुगतता है,
और वह अकेले ही नर्क और स्वर्ग जाता है।
भगवान मूर्तियों में नहीं है, आपका अनुभव आपका ईश्वर है आत्मा आपका मंदिर है।
अगर सांप जहरीला न हो तो भी उसको खुदको जहरीला दिखाना चाहिए।
इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये की अपने क्या करने के लिए सोचा है,
बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिये, और इस काम को करने के लिए दृढ़ रहिये।
जब तक आपका शरीर स्वस्थ और नियंत्रण में है, अपनी आत्मा को बचाने की कोशिश कीजिये, जब मृत्यु सर पर आजाएगी तब आप क्या कर पाएंगे।
शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है, एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्मान पाता है,
शिक्षा सौंदर्य और यौवन को परस्त कर देती है।
जैसे ही भय आपके करीब आये उस पर आक्रमण कर उसे खत्म कर दीजिये।
कसी मुर्ख व्यक्ति के लिए किताबे उतनी ही उपयोगी हैं जितना की एक अंधे व्यक्ति के लिए आइना।
कोई भी व्यक्ति अपने कर्म से महान होता है अपने जन्म से नहीं।
वह जो हमारे चिंतन में रहता है हमारे करीब है भले ही वास्तविकता में वह हमसे बहुत दूर क्यों न हो, लेकिन जो हमारे हृदय में नहीं वह करीब होते हुए भी बहुत दूर है।
सबसे बड़ा गुरुमंत्र है, कभी भी कभी भी अपने राज दुसरो को मत बताएं ये आपको बर्बाद कर देगा।
१- मैं ये कार्य क्यों कर रहा हूँ ?
२-इसके परिणाम क्या हो सकते हैं ?
३-और क्या मैं सफल होऊंगा ?
जब आपको इन तीनो प्रश्नों का संतोषजनक जवाब मिल जाये तभी आगे बढिए।
च सालो में अपने बच्चे को बड़े प्यार से रखिये अगले पांच साल उसे डांट डपट कर दखिये और जब वह १६ साल का हो जाये तब उसके साथ एक मित्र की तरह व्यवहार कीजिये, आपके वयस्क पुत्र ही आपके सबसे अच्छे मित्र हैं।
फूलों की सुगंध हवा की दिशा में फैलती है मगर एक अच्छे वक्ती की अच्छाई हर दिशा में फैलती है।
दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति नौजवानी और औरत की सुन्दरता है।
हमें भूत के बारे में पछतावा नहीं करना चाहिए न ही भविष्य के बारे में चिंतित होना चाहिए विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में जीते हैं।
हर मित्रता के पीछे कोई न कोई स्वार्थ होता है, ऐसी कोई मित्रता नहीं जिसके पीछे कोई स्वार्थ न हो, यह एक कड़वा सत्य है।
वैश्याएँ निर्धनों के साथ नहीं रहती नागरिक कमजोर संगठन समर्थन नहीं करते, और पक्षी उस पेड़ पर घोंसला नहीं बनाते जिस पर फल न हों।
जब आप किसी काम को करे तो असफलता से न डरे और उस काम को ना छोड़े, जो ईमानदारी से काम करते हैं वो सबसे प्रसन्न होते है।
वह जो अपने परिवार से अत्यधिक जुड़ा हुआ है उसको भय और चिंता का सामना करना पड़ता है क्योंकि सभी दुखो की जड़ लगाव है, इसलिए खुश रहने के लिए लगाव छोड़ देना चाहिए।
अपमानित होकर जीने से अच्छा मरना है मृत्यु तो बस एक क्षण का दुःख देती है मगर अपमान हर दिन में दुःख लाता है।
कभी भी उस से मित्रता मत कीजिये जो आपसे कम या ज्यादा प्रतिष्ठा के हों, ऐसी मित्रता कभी आपको ख़ुशी नहीं देगी।
सेवक को तब परखे जब वह काम न कर रहा हो,
मित्र को संकट में और पत्नी को घोर विपत्ति में ।
संतुलित दिमाग जैसी कोई सादगी नहीं है,
और दया जैसा कोई पुण्य नहीं है ।
और यदि व्यक्ति के पास प्रसिद्धि है तो भला उसे और किसी श्रंगार की क्या आवश्यकता है ।
वह जरुरत पड़ने पर न अपना ज्ञान प्रयोग कर सकता है और न अपना धन ।
एक उत्कृष्ठ बात जो शेर से सीखी जा सकती है की व्यक्ति जो कुछ भी करना चाहता है उसे पूरे दिल और जोरदार प्रयास के साथ करें ।
उस व्यक्ति के लिए पृथ्वी ही स्वर्ग है, जिसका पुत्र उसकी बात मानता हो। जिसकी पत्नी उसकी अच्छा के अनुरूप व्यव्हार करती है। जिसे अपने धन पर संतोष है।पुत्र वही है जो पिता का कहना मानें, पिता वही है जो पुत्रों का पालन-पोषण करे, और पत्नी वही है जिससे सुख प्राप्त हो।
जो लोग परमात्मा तक पहुंचना चाहते हैं उन्हें वाणी, मन और इन्द्रियों की पवित्रता और एक दयालू ह्रदय की आवश्यकता होती है ।
जो मेहनती हैं वे गरीब नहीं हो सकते, हर दम भगवान को याद करते रहने वालो को कभी भी पाप नहीं छू सकता क्योंकि वह किसी भी बुरे कर्म करने से पहले भगवान से डरेगा और अच्छे कर्म ही करेगा ।
दोस्तों यह आचार्य चाणक्य द्वारा कहे गए ऐसे अनमोल वचन और कथन है जो किसी की भी ज़िन्दगी को बदल सकते हैं आचार्य चाणक्य के अनमोल विचार हमारी पारिवारिक बातो से लेकर बुसिनेस से लेकर और सेल्फ इम्प्रूव्मेन्ट तीनो क्षेत्र में हमें बहुत कुछ सिखाते हैं,
तो आशा करता हूँ इनमे कोई न कोई विचार तो आपको भी आपके सपने की तरफ बढ़ने में जरुर मदद करेगा ऐसी अन्य जानकारी और ज्ञानवर्धक आर्टियल पढने के लिए विजिट करते रहे हिन्दिश.कॉम को । |
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। पूर्व मंत्री एवं सादाबाद विधायक रामवीर उपाध्याय ने गाॅव ऊँचा गाँव में पंचायत कर चैधरी समाज के दो परिवार जो कि वर्तमान प्रधान चै. रनवीर सिंह (गल्ला) एवं संजय चैधरी की पिछली तीन पीड़ियों से चली आ रही लड़ाई को समाप्त कराकर एक मिशाल पेश की है।
बता दें कि संजय चै. एवं चै. रनवीर सिंह के परिवार में लगभग पचास वर्षों से लड़ाई चली आ रही थी, यह लड़ाई इतनी बढ़ गयी थी कि दोनों परिवार एक दूसरे की जान के दुश्मन बने हुये थे एवं एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर ३०७ जैसी गम्भीर धाराओं में मुकद्दमा भी दर्ज करा रखा था। जिसमें चार्ज सीट लगाकर न्यायालय में दर्ज हो चुकी थी, जिसके चलते दोनों परिवार के बच्चे सरकारी नौकरियों से भी वंचित चल रहे थे। जब यह मामला उपाध्याय के समक्ष आया तो उन्होंने गाँव के काॅलेज में एक पंचायत को बुलाया। जिसमें धानोटी, मीरपुर, जुगसना, रमचेला, एदलपुर, बीजलपुर, पल्हावत, करसोरा समेत आस पास के गाॅवों एवं ब्लाॅक मुरसान के कुछ गाॅवों के प्रतिष्ठित लोग भी सम्मलित हुये जिसकी अध्यक्षता ठा. चैब सिंह एवं संचालन पूर्व प्रधान सत्यवीर आर्य ने किया।
जब पंचायत की शुरूआत की गई तो विधिवत बुजुर्गांे को पंच नियुक्त किया गया किन्तु जैसे ही दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी पीड़ा सुनाई तो रामवीर ने सभी पंचों से बात कर अपना फैसला सुनाया, जिसे दोनों पक्षों ने स्वीकारा किया। तदोपरांत रामवीर ने अपने सामने दोनों परिवार के सदस्यों को गले मिलवाया एवं भविष्य में किसी भी तरह की लड़ाई न करने एवं शान्ति बनाए रखने की अपील की।
इस अवसर पर चरन सिंह गौतम, पूर्व प्रधान चै. राजवीर सिंह, भोला चैधरी फौजी, भगवती गौतम, रामकुमार गौतम, दीनदयाल गौतम, चै. सुरेशचन्द्र, चै. महेन्द्र सिंह, नानकचन्द्र, मुकुटपाल, बलवीर सिंह, रामवीर सिंह प्रधान, ओमकार सिंह, किशन सिंह आदि मौजूद थे। |
राज्य बनने के पहले से छत्तीसगढ़ में रायपुर और बिलासपुर की पहचान बड़े शहर के रूप में होती थी, परंतु स्थापना के १८ वर्षों में अब विकास के मामले में इनके बीच जमीन आसमान का अंतर आ गया है। बिलासपुर लगातार पिछड़ता जा रहा है। इसकी कई वजहों में शहर में बेतरतीब बसाहट के साथ जगह की कमी एक है। ३०.४२ वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैले शहर की आबादी ३.७१ लाख को पार कर चुकी है। समस्या यह है कि अब सहूलियतों के विस्तार के लिए शहर में जमीन नहीं बची। बड़े प्रोजेक्ट, उद्योग, कार्यालय सबके लिए पास पड़ोस के गांवों का सहारा लेना पड़ा। इन सबके बावजूद शहर से जुड़े अर्धशहरी गांवों की हालत नहीं बदली। बिजौर, परसाही, बहतराई, खमतराई शहर से ५ किलोमीटर के दायरे में हैं, परंतु मुख्य मार्ग को छोड़कर गांव का अधिकांश हिस्सा तंग गलियों के बीच कीचड़ भरी राहों पर जिंदगी बसर करने मजबूर है। यही वजह है कि सीमावृद्धि के लिए २९ गांवों को शामिल करने पहल की जा रही है।
बहतराई जैसी तंग गलियां और भी कई गांवों में है।
दैनिक भास्कर ने शहर से जुड़े उस्लापुर, सकरी, बहतराई, बोदरी जैसे गांवों की हालत के बारे में टाउन प्लानर, इंजीनियर तथा एक्सपर्ट से बातचीत की। बुनियादी बात यह है कि ग्राम पंचायत और नगर पंचायत में निगम की तुलना में नक्शे पास कराना ज्यादा आसान है। यही वजह है कि ज्यादातर आवासीय कालोनियां गांवों में विकसित हो गईं। शहर की सीमा पार जैसे ही इन गांवों की ओर पहुंचते हैं स्ट्रीट लाइट की रोशनी नजर नहीं आती। उस्लापुर या चकरभाठा रोड पर चोरी, लूट की घटनाएं इसीलिए होती रही हैं। ग्राम पंचायतों में पीने के पानी के लिए हैंडपंप और ट्यूबवेल का सहारा लिया जाता है। नगर निगम की तरह सेटेलाइट टाउन के पास क्लोरीनयुक्त पानी सप्लाई की कोई व्यवस्था नहीं है।
२००४ में रायपुर नगर निगम में मोवा, भनपुरी, अमलीडीह सहित २६ गांव जुड़े। २०१४ में आमासिवनी, सरना, लाभांडी, जोरा, देवपुरी, तोंडा और सड्डू को शामिल किया गया। आबादी १० लाख के पार हुई और अब यह महानगर बन चुका है। ४ साल पहले जुड़े गांवों में पाइप लाइन से पानी और स्ट्रीट लाइट जैसी सहूलियतों के साथ २-२ करोड़ के कार्य स्वीकृत किए गए।
हाईकोर्ट को बोदरी, हाइटेक बस स्टैंड को तिफरा, ट्रांसपोर्ट नगर को सिरगिट्टी, साईं कैम्पस को बहतराई, अपोलो अस्पताल को लिंगियाडीह में स्थापित किया गया। चकरभाठा हवाई अड्डे को अब आर्मी के बेस कैंप बनाने की तैयारियां चल रही हैं। सीयू के बाद मल्टी स्पेशीलिटी अस्पताल को भी कोनी में ही जगह मिली।
एक्सपर्ट पैनल: प्रमोद दुबे मेयर रायपुर, एससी श्रीवास्तव रिटायर्ड अधीक्षण अभियंता नगर निगम, श्याम शुक्ला आर्किटेक्ट। |
ऑनर किलिंग के तहत रिश्ते का खून किया गया। झूंसी की रविता हत्याकांड के पीछे यही कारण था। उसके सगे भाई ने दो दाेस्तों के साथ वारदात को अंजाम किया था। तीनों गिरफ्तार हुए है।
प्रयागराज, जेएनएन। हंडिया इलाके की रविता हत्याकांड के पीछे ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। प्रेमी के पास पुणे जाने के लिए घर से निकली रविता को उसके सगे भाई ने रास्ते में पकड़ लिया था। फिर दुपट्टे से गला घोटकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने समाज में बदनामी की वजह से हत्या के आरोपित सगे भाई समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
हंडिया में उस्मापुर गांव निवासी विमला शंकर पटेल की छह बेटियों में रविता दूसरे नंबर पर थी। चार बेटों में सबसे बड़ा जीतेंद्र है। २२ वर्षीय रविता शुक्रवार सुबह झूंसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तीन के ट्रैक पर मृत मिली थी। उसे गला दबाकर मारा गया था। पास पड़े मिले मोबाइल में लगा सिम उस्मापुर गांव के सूरज के नाम से था। सूरज विश्वकर्मा रविता का पड़ोसी निकला। पुलिस ने सूरज को पकड़ा और उससे पूछताछ के बाद बलराम पटेल और रविता के भाई जीतेंद्र को भी हिरासत में लिया।
इंस्पेक्टर जीआरपी रघुवीर सिंह के मुताबिक, भाई समेत तीनों युवकों ने कुबूला कि उन्होंने रविता का कत्ल किया है। भाई ने बताया कि रविता दो महीने पहले नेवादा गांव के मनीष के साथ पुणे चली गई थी। वह १५ अगस्त को पुणे से घर लौटी। २८ अगस्त को वह फिर मनीष के पास जाने के लिए घर से बगावत कर निकली थी। घर में रखा मोबाइल फोन भी उठा ले गई थी। उसमें लगा सिम पड़ोसी सूरज ने ही खरीदकर दिया था। भाई जीतेंद्र ने सूरज और बलराम के साथ मिलकर सैदाबाद में रविता को पकड़ा। काफी समझाया पर वह मनीष के पास जाने के लिए अड़ी रही।
आखिर में उसकी हत्या का इरादा बनाकर भाई ने कहा कि जब जाना ही है तो वह लोग उसे झूंसी स्टेशन तक छोड़ देते हैं। देर रात झूंसी स्टेशन के पास पहुंचने पर वह रविता को तीन नंबर प्लेटफार्म के सामने सन्नाटे में ले गए। वहां जीतेंद्र ने बलराम के साथ मिलकर दुपट्टे से गला घोटकर उसे मार डाला। फिर शव को खींचकर करीब ५० मीटर दूर ट्रैक पर ले गए। वहां मोबाइल और पर्स भी छोड़कर तीनों घर चले गए।
भाई जीतेंद्र ने पूछताछ के दौरान कहा कि रविता की वजह से समाज में बहुत बदनामी हो रही थी। बाकी बहनों की शादी के लिए रिश्ते नहीं मिल रहे थे। लोग शादी से मना कर दे रहे थे। रविता फिर पुणे जाने पर अड़ गई थी, इसलिए उसे जान से मारना पड़ गया। |
इंड व्स ऑस: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही वनडे सीरीज़ का तीसरा और आखिरी १८ जनवरी को खेला जाएगा।
एडिलेड, जेएनएन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज़ खेली जा रही है। फिलहाल ये सीरीज़ १-१ की बराबरी पर है। ऐसे में मेलबर्न में होने वाला तीसरा और आखिरी वनडे सीरीज़ का निर्णायक मुकाबला हो गया है। मेलबर्न में १8 जनवरी को होने वाले आखिरी वनडे मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया के धुरंधर खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने कुछ खिलाड़ियों के स्टाइल को कॉपी किया। उऩ्होंने धौनी के खास हेलीकॉप्टर शॉट को भी कॉपी करने की कोशिश की।
एडिलेड में मिली छह विकेट से हार के बाद ऑस्ट्रेलिया के इस तेज़ तर्रार बल्लेबाज़ ने रिकी पॉंटिंग, मार्क वॉ, केविन पीटरसन और एम एस धौनी सरीखे खिलाड़ियों के शॉट्स को कॉपी करने की कोशिश की। मैक्सवेल ने सबसे पहले रिकी पॉंटिंग के शॉट को कॉपी किया।
मैक्सवेल ने रिकी पॉंटिंग के पुल शॉट, एबी डिविलियर्स के लैप या रैम्प शॉट, केविन पीटरसन के स्विच हिट / रिवर्स स्वीप जैसे कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के स्ट्रोक्स को कॉपी किया। भारतीय खिलाड़ियों में उन्होंने धौनी के हेलीकॉप्टर शॉट को भी कॉपी किया।
३० वर्षीय मैक्सवेल को एक मैच याद आया जिसमें उन्होंने भारतीय दिग्गज धौनी का एक कैच ड्रॉप किया था। अगली ही गेंद पर, धौनी ने अपने स्टाइलिश हेलीकॉप्टर शॉट से फॉकनर की गेंद को मैदान के बाहर फेंक दिया था मैक्सवेल को अभी तक ये भी याद है कि वो छक्का ११५ मीटर का था।
मैक्सवेल मौजूदा वनडे सीरीज़ के दो मैचों में १४०.४७ की स्ट्राइक रेट के साथ ५९ रन बना चुके हैं। सिडनी में खेले गए पहले मैच में वो ११ रन बनाकर नाबाद रहे थे। इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने ३४ रन से जीता था। एडिलेड में खेले गए दूसरे मैच में मैक्सवेल ने ३७ गेंदों पर ४८ रन की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने पांच चौके और एक शानदार छक्का भी लगाया था। हालांकि इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। |
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अन्तिम परिवर्तन ०६:०८, २० दिसम्बर २०13। |
मुंबई : आज बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार देखने को मिला है। दिन के निचले स्तरों से सुधार के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी में ०.५ फीसदी की कमजोरी देखने को मिली है। बैंक शेयरों ने सबसे ज्यादा बाजार का मूड बिगाड़ा। निफ्टी 1०,७५० के नीचे फिसलकर बंद हुआ है जबकि सेंसेक्स 3५,4०० के नीचे आकर बंद हुआ है। आज के कारोबार में निफ्टी ने 1०,६९९.७ तक गोता लगाया था जबकि सेंसेक्स 3५,२४१.६३ तक टूट गया था।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी दबाव देखने को मिला है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स ०.२५ फीसदी गिरकर बंद हुआ है, जबकि निफ्टी के मिडकैप १०० इंडेक्स में ०.१ फीसदी की मामूली गिरावट दर्ज की गई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट होकर बंद हुआ है।
बीएसई का ३० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स १५६ अंक यानि करीब ०.५ फीसदी की गिरावट के साथ 3५,३८८ के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं, एनएसई का ५० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी ६१ अंक यानि ०.६ फीसदी टूटकर 1०,७४१ के स्तर पर बंद हुआ है।
आज बैंकिंग, मेटल और ऑयल एंड गैस शेयरों में बिकवाली का दबाव सबसे ज्यादा नजर आया। बैंक निफ्टी १.१ फीसदी की गिरावट के साथ २६,१82 के स्तर पर बंद हुआ है। हालांकि एफएमसीजी और रियल्टी शेयरों में खरीदारी देखने को मिली है।
आज के कारोबार में दिग्गज शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, सिप्ला, गेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई, हीरो मोटो और अदानी पोर्ट्स ३.६-१.२५ फीसदी तक लुढ़क कर बंद हुए हैं। हालांकि दिग्गज शेयरों में एचयूएल, ल्यूपिन, आईटीसी, विप्रो, यस बैंक और एशियन पेंट्स ३.९-०.८ फीसदी तक चढ़कर बंद हुए हैं।
मिडकैप शेयरों में वक्रांगी, एमएंडएम फाइनेंशियल, मैक्स फाइनेंशियल, पेट्रोनेट एलएनजी और फेडरल बैंक ५-३ फीसदी तक गिरकर बंद हुए हैं। हालांकि मिडकैप शेयरों में जेएसडब्ल्यू एनर्जी, एम्फैसिस, मैरिको, नाल्को और पीएंडजी ३.४-२.३ फीसदी तक बढ़कर बंद हुए हैं।
स्मॉलकैप शेयरों में मोरपीन लैब, सिंडिकेट बैंक, क्लैरिएंट केम, जिंदल पॉलि और अदानी ट्रांसमिशन १३.३-८.३ फीसदी तक टूटकर बंद हुए हैं। स्मॉलकैप शेयरों में इंडियाबुल्स रियल एस्टेट, वी-मार्ट रिटेल, पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल, प्रीमीयर एक्सप्लोसिव और एचईजी १२.२-७.८ फीसदी तक उछल कर बंद हुए हैं। |
बदला लेने वाले आधिकारिक तौर पर लाइसेंस प्राप्त स्लॉट गेम में यह वापस आ गया है। उन सभी सामान्य सुविधाओं की पेशकश करना, जिनसे आपको पता है और स्लॉट्स की मार्वल श्रेणी से प्यार करते हैं प्लेटेक, हम गारंटी देते हैं कि यह निराश नहीं करेगा। वहाँ वाइल्ड्स, स्कऐटर्स, फ़्री स्पिन और सभी के लिए एक उदार जैकपॉट हैं, यह उल्लेख करने के लिए नहीं कि एवेंजर्स के सभी पात्र इस ३ड स्लॉट पर एक उपस्थिति बनाते हैं।
वाइल्ड सिंबल शील्ड है, और यह सिंबल सभी प्रतीकों के लिए खड़ा होगा, नीचे बिखरे हुए लोगो सिंबल बार। न केवल यह जंगली है, यह ५ के साथ जैकपॉट का प्रतीक भी है, जो कि १०००० सिक्कों को प्रदान करता है, उन्हें आपके सक्रिय वाइनलाइन में से एक पर पंक्तिबद्ध होना चाहिए। इतना ही नहीं, कोई भी दूसरी जीत जिसे वे पूरा करने में मदद करते हैं, उन्हें भी पुरस्कृत किया जाएगा ताकि आप बहुत सुंदर पेनी के साथ समाप्त हो सकें!
जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, स्कैटर प्रतीक लोगो है, और यह फिर हीरोज बोनस की दीवार को ट्रिगर करेगा, यह २० ए प्रतीकों के साथ एक नई स्क्रीन लाएगा, जब तक आप तीन एवेंजर्स, हल्क, कैप्टन से मेल नहीं खाते, तब तक प्रतीकों को बंद करें अमेरिका, लौह पुरुष या थोर। एक बार जब आप तीन का मिलान कर लेते हैं, तो उनके मुक्त स्पिन स्वतः बंद हो जाएंगे, पूरा होने पर, आप स्क्रीन पर लौट आएंगे और एक नए सेट को चुनने के लिए एक नए सेट का चयन करेंगे। लोकी से सावधान रहें, हालांकि, वह बोनस को समाप्त कर देगा और आपको मुख्य खेल में वापस ले जाएगा।
इस स्लॉट पर बोनस फीचर्स फ्री स्पिन्स हैं, कैप्टन अमेरिका: यह ९ फ्री स्पिन को अवार्ड करेगा जिसमें रैंडम मल्टीप्लायर को किसी भी जीत में जोड़ा जाएगा। आयरन मैन: यह एक्सएनयूएमएक्स मुक्त खेल के बाद एक्सएनयूएमएक्स मल्टीप्लायर के साथ एक्सएनयूएमएक्स मुक्त गेम को देने जा रहा है; गुणक एक के बाद एक बढ़ जाता है। रील ९ की मध्य स्थिति में एक शील्ड भी है, और यह एक अतिरिक्त वाइल्ड है जो कि फ्री गेम्स की अवधि के लिए निर्धारित है। थोर: इस फ्री स्पिन्स राउंड में १ फ्री स्पिन्स होते हैं, जिसके साथ थॉर का वॉर हैमर शूटिंग के लिए लाइटनिंग आउट होता है ०-५ प्रतीकों बेतरतीब ढंग से जंगली! हल्क: इन मुफ्त स्पिनों में रील तीन पर स्टैक वाइल्ड के रूप में हल्क की विशेषता है, जहां वह एवेंजर्स जैकपॉट प्रतीक के सभी प्रतीकों के लिए खड़े होंगे।
मुक्त खेल को फिर से ट्रिगर नहीं किया जा सकता है; हालाँकि, उन राउंड को पूरा करने पर, आपको बोर्ड पर वापस ले जाया जाएगा, जहाँ आप फ्री स्पिन के एक और सेट को ट्रिगर कर सकते हैं। बस लोकी के लिए बाहर देखो, क्योंकि वह दौर खत्म हो जाएगा और आप बेस गेम में वापस आ जाएंगे, और हम नहीं चाहते कि अब हम क्या करें ?!
२६५ निष्ठा मुक्त स्पिन! |
गाज़ियाबाद न्यूज, गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पांच दिन से लापता टीचर की हत्या का पुलिस चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस की मानें तो अपने से छोटी उम्र के युवक से प्यार करना और शादी का दबाव बनाने पर युवक ने गला दबाकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के आरोपी ने शव को गंगनहर में फेंक दिया और दोस्त के साथ फिल्म देखने चला गया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि कविनगर थाना क्षेत्र के एक स्कूल में पढ़ाने वाली टीचर ८ मार्च को संदिग्ध परिस्थतियों में गायब हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जब उससे पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी दीपक का कहना है कि वह उससे जबरन शादी का दबाव बनाने लगी थी। उनकी दोस्ती करीब ९ महीने पहले शुरू हुई थी। दीपक का कहना है कि उसने शुरू में ही कह दिया था कि वह उससे शादी नहीं कर सकता। लेकिन कुछ दिनों बाद ही वह उस पर शादी का दबाव बनाने लगी और धमकी देने लगी कि यदि उसने शादी नहीं की तो वह उसे रेप के केस में फंसा देगी।
८ मार्च को भी दोनों के बीच इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसके बाद उसने गुस्से में टीचर की गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में उसका शव उसने एक बैग में बंद कर गंगनहर के किनारे फेंक दिया। पुलिस का कहना है कि दीपक घटना को अंजाम देने के बाद अपने एक दोस्त के साथ फिल्म देखने के लिए नोएडा चला गया था। अगले दिन दोपहर को वह अपने फ्लैट पर लौटा तब उसने टीचर का शव बैग में रखकर गंगनहर के किनारे फेंक दिया।
पुलिस ने १० मार्च को दीपक से थाने पर पूछताछ की थी लेकिन तब आरोपी ने कुछ नहीं बताया। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से कुछ साक्ष्य एकत्र कर दोबारा दीपक से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। पुलिस के मुताबिक शिक्षिका की उम्र करीब ४० साल थी। उसका पति से कोर्ट के जरिए तलाक हुआ था। जबकि दीपक की उम्र करीब २५ साल है। |
जब एडिसन की उम्र मात्र ७ साल की थी तब उनके माता पिता मिशिगन के पोर्ट ह्यूरन चले गए जहाँ उनके पिता ने लकड़ी के व्यवसाय में काम करना प्रारंभ किया|।
शुरुआती वर्षों में, थॉमस एडिसन का स्वास्थ्य खराब रहता था, और इससे स्कूल में उनकी पढ़ाई प्रभावित हुई। उनके स्कूल के अध्यापकों ने दावा किया कि एडिसन मंदबुद्धि बालक है और वह अच्छे से पढ़ लिख नहीं सकता है| इस बात को सुनकर उनकी मां को बहुत दुख पहुंचा और उन्होंने खुद एडिशन को पढ़ाया| कम उम्र में एडिसन ने रसायन विज्ञान के साथ साथ यांत्रिकी के प्रयोग करने में गहरी रुचि दिखाई।
इस दौरान, एडिसन ने पुनर्विवाह किया, इस बार विवाह मीना मिलर नाम की एक महिला से हुआ| यह शादी २४ फरवरी १८८६ को हुई| इस जोड़े के तीन बच्चे थे, मेडेलीन, चार्ल्स और थियोडोर।
१९२० के दशक के दौरान, एडिसन ने अपने आविष्कारों पर काम करना जारी रखा लेकिन उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। नतीजतन उन्होंने अपनी पत्नी के साथ घर पर अधिक समय बिताया, हालांकि अभी भी वहां अपने प्रयोगों को जारी रखा है।
एडिसन की मृत्यु एक आविष्कार के युग का अंत था| इससे पहले कभी भी दुनिया ने एक आदमी द्वारा किए गए इतने आविष्कार नहीं देखे थे। उनके सम्मान में कई बिजली कंपनियों और संगठनों ने अपनी रोशनी कम कर दी या शाम को अपने जनरेटर को बंद कर दिया था। |
अच्छी बढ़त दिखाने के बाद बाजार की तेजी लगभग गायब हो गई है। सेंसेक्स और निफ्टी सपाट होकर कारोबार कर रहे हैं। शुरुआती कारोबार में निफ्टी ने १०,०८३.२५ तक दस्तक दी थी जबकि सेंसेक्स ३३,५८० तक पहुंचा था। अब निफ्टी १०,०५० के नीचे फिसल गया है जबकि सेंसेक्स ३३,३५० के पास आ गया है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी सुस्ती का माहौल है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स ०.२५ फीसदी बढ़ा है, जबकि निफ्टी के मिडकैप 1०० इंडेक्स में ०.१५ फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स ०.४ फीसदी तक मजबूत हुआ है।
फिलहाल बीएसई का ३० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ८६ अंक यानि ०.२५ फीसदी की बढ़त के साथ ३३,४३५ के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई का 5० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी २६ अंक यानि ०.२५ फीसदी चढ़कर 1०,०56 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
फार्मा, बैंकिंग और ऑटो शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। बैंक निफ्टी करीब ०.५ फीसदी की बढ़त के साथ २४,५23 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। हालांकि मेटल और आईटी शेयरों में दबाव नजर आ रहा है।
दिग्गज शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक, इंडियाबुल्स हाउसिंग, डॉ रेड्डीज, सन फार्मा, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एशियन पेंट्स ६.६-१.६ फीसदी तक चढ़े हैं। हालांकि दिग्गज शेयरों में कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल और एचडीएफसी २.६-१ फीसदी तक लुढ़के हैं।
मिडकैप शेयरों में डिवीज लैब, बीईएल, टोरेंट फार्मा और वॉकहार्ट १३-३.३ फीसदी तक मजबूत हुए हैं। हालांकि मिडकैप शेयरों में श्रीराम ट्रांसपोर्ट, सन टीवी, इंडियन होटल और अदानी पावर ३-१.३ फीसदी तक गिरे हैं।
स्मॉलकैप शेयरों में रेमंड, विनती ऑर्गेनिक्स, आरएसडब्ल्यूएम, इरोस इंटरनेशनल और ऑरिनप्रो सॉल्यूशंस ७.७-६.१ फीसदी तक उछले हैं। हालांकि स्मॉलकैप शेयरों में एचटी मीडिया, सुप्रीम पेट्रो, जिंदल स्टेनलेस, आशापुरा इंटीमेंट और जेट एयरवेज १0.७-५ फीसदी तक टूटे हैं। |
तस्वीर जयपुर की है। यहां कोरोना मरीजों को लाने वाली एंबुलेंस को रोजाना दिन में तीन से चार बार सैनिटाइज किया जाता है।
जयपुर. कोरोना अब राजस्थान के सभी ३३ जिलों तक पहुंच गया। आखिरी बचे बूंदी जिले में भी बुधवार रात को पहली संक्रमित मरीज मिली। युवती २३ मई काे मुंबई से लाैटी है। वहीं, गुरुवार को कोरोना के २५१ नए पॉजिटिव केस सामने आए। इनमें झालावाड़ में ६९, जोधपुर में ६४, पाली में ३२, भरतपुर में १२, सीकर में १०, नागौर और कोटा में ९-९, बीकानेर, जयपुर, झुंझुनू में ७-७, अजमेर में ६, चूरू में ५, दौसा में ४, हनुमानगढ़ में ३, सिरोही, सवाई माधोपुर, जालौर, डूंगरपुर, बूंदी और भीलवाड़ा में १-१, संक्रमित मिला। वहीं, दूसरे राज्य का एक व्यक्ति भी संक्रमित मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 80६७ पहुंच गया।
उधर, संक्रमण से राज्य में ७ लोगों की मौत भी हो गई। इनमें अजमेर, बांसवाड़ा, दौसा, जयपुर, करौली, नागौर में एक-एक मरीज की जान गई। वहीं, दूसरे राज्य से आए एक व्यक्ति की जा भी इलाज के दौरान गई। जिसके बाद राज्य में संक्रमण से मौतों का कुल आंकड़ा १८० पहुंच गया।
प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां १९११ (२ इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में १४२२ (इनमें ४७ ईरान से आए), उदयपुर में 5२3, कोटा में 4२3, डूंगरपुर में ३३३, नागौर में 4२5, अजमेर में ३१६, पाली में ४१३, चित्तौड़गढ़ में १७५, टोंक में १६३, जालौर में १५५, भरतपुर में १६५, भीलवाड़ा में १३५, सिरोही में १४२, राजसमंद में १३५, बांसवाड़ा में ८५, झुंझुनूं में १०९, सीकर में १७४, जैसलमेर में 8२ (इनमें १४ ईरान से आए), बाड़मेर में 9२, बीकानेर में १०१, चूरू में ९०, झालावाड़ में २04 मरीज मिले हैं।
उधर, दौसा में ५०, अलवर में ५१, धौलपुर में ४५, सवाई माधोपुर में २०, हनुमानगढ़ में २४, प्रतापगढ़ में १३, करौली में १२ कोरोना मरीज मिल चुके हैं। बारां में ८ संक्रमित मिले हैं। श्रीगंगानगर में ५, बूंदी में २ पॉजिटिव मिला। जोधपुर में बीएसएफ के ५० जवान भी पॉजिटिव मिल चुके हैं। वहीं दूसरे राज्यों से आए १४ लोग पॉजिटिव मिले।
राजस्थान में कोरोना से अब तक १८० लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा ८९ (जिसमें चार यूपी से) की मौत हुई। इसके अलावा, जोधपुर में १७, कोटा में १६, नागौर और अजमेर में ७-७, पाली में ६, भरतपुर में ५, चित्तौड़गढ़ और सीकर में ४-४, करौली और बीकानेर में ३-३, बांसवाड़ा, जालौर, अलवर और भीलवाड़ा २-२, दौसा, राजसमंद, उदयपुर, चूरू, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर और टोंक में १-१ की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरे राज्य से आए चार व्यक्ति की भी मौत हुई है। |