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जहाजपुर | पेंशनर्स के लिए ई-फार्म भरने का अभियान १ से ३ जुलाई तक चलेगा। पेंशनर समाज के अध्यक्ष रामस्वरूप स्वर्णकार व संगठन मंत्री चंद्रप्रकाश जोशी ने बताया कि सरकार के आदेश के अनुसार १-१-१6 से पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारी और फैमिली पेंशनर को सातवें वेतनमान के संशोधित पेंशन के लिए फॉर्म परिशिष्ट ई भरकर पेंशन विभाग अजमेर को भेजना है। फॉर्म उपशाखा कार्यालय कल्याण मंदिर पर उपलब्ध है। जिसमें प्रथम पीपीओ की छाया प्रति संलग्न करनी है। १ जुलाई से ३ जुलाई तक अभियान चलेगा। पेंशनर संघ की बैठक आयोजित | खटवाड़ा | पेंशनर संघ की बैठक मंगलवार को त्रिवेणी संगम पर हुई। अध्यक्षता जिला अध्यक्ष राजेश कुमार ने की। उप शाखा अध्यक्ष नंदलाल मेवाड़ा ने बताया कि उपभोक्ता भंडार, चिकित्सा सुविधाएं एवं सदस्यों को जोड़ने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।
शारीरिक संबंध से यहां आपसी संबंध मजबूत रहते हैं,वहीं यह एक तरह की एक्सरसाइज भी है। जिससे शरीर में बहुत से बदलाव आते हैंं लेकिन इसके बाद अगर किसी कारण शारीरिक संबंधो से दूरी बना ली जाए तो इसका शरीर और लाइफस्टाइल पर बुरा असर पड़ सकता है। यदि आप शारीरिक संबंध से ऊब गए हैं तो इससे आपको डिप्रैशन होने का खतरा बना रहता है। जो लोग एक हफ्ते में दो बार करते हैं वे हमेशा फ्रैश और फिट रहते हैं। शारीरिक संबंध से व्यक्ति तनाव मुक्त रहता है। लेकिन इससे दूरी बना लेने पर ब्लड प्रैशर हाई रहना शुरू हो जाता है। शारीरिक संबंध बनाने से दिल के रोगों से बचाव रहता है। ज्यादा समय तक न करने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। संबंध बनाने के बाद नींद अच्छी आती है। तनाव मुक्त होने के कारण थकावट भी दूर हो जाती है। आपका शरीर अगर शारीरिक संबंध बनाने का आदि हो चुका है और इससे अचानक दूरी बना लेने से नींद न आने की समस्या हो सकती है। शारीरिक संबंध से दिमाग में एक तरह के सैल पैदा होते हैं। जिससे याद्दाशत बढती है। लेकिन इससे दूरी बना लेने से याद्दाशत पर बुरा असर पड़ना शुरू हो जाता है। यदि आपने शारीरिक संबंध बनाने काफी कम कर दिया है तो आप यह बात जान लें कि इससे आपको शारीरिक कमजोरी बहुत ही आ जाएगी। हाल ही हुए एक शोध के अनुसार शारीरिक संबंध रोज करने से प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना कम होती है।
भिण्ड ५/नवंबर/२०१७(रूबरूडेस्क) @ >> बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के शोपिया जिले में भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष गौहर अहमद की आतंकवादियों ने धारदार हथियार से गला रेत हत्या के विरोध में रविवार देर शाम जिला भाजयुमो इकाई द्वारा आतंकवाद का पुतला दहन किया गया। जहां प्रदर्शनकारियों ने आतंक विरोधी नारेबाजी करते हुस इस घटना की निंदा की। रविवार शाम को धनवंतरी कॉम्प्लेक्स में एकत्रित हुए भाजयुमो कार्यकर्ता रौली निकालते हुए परेट चैराहा पहुंचे। यहां उन्होने आतंकवाद का पुतला फूंका। इस अवसर पर युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सुदीप भदौरिया ने आतंकवादियों की निंदा करते हुए कहा कि आतंकी अपनी कायरता पर उतर आए हैं जो किसी को भी घर से उठाकर उसकी नृशंस हत्या कर रहे हैं। दक्षिणी कश्मीर के सोफिया प्रांत में भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौहर अहमद की हत्या को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यहां भाजयुमो जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र गुर्जर ने कहा कि आतंक के सामने उनके हौसले पहाड़ की तरह हैं, जो हर हाल में आतंकियों का डट कर मुकाबला करेंगे। विरोध प्रदर्शन के दौरान उपेंद्र राजौरिया, बजरंग भदौरिया, ओमेंद्र भदौरिया, अजय त्यागी,राजीव उपाध्याय, मोनू नरवरिया, रिशु कुशवाह, मनीष कुशवाह, रक्षपाल राजावत, जितेंद्र तोमर, अमित गोयल, रवि तोमर, लकी कुशवाह, संतोष भरौली, समीर भदौरिया, गोलू सोनी व श्यामू राजावत सहित काफी संख्या में भाजयुमो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मैनपुरी। बाइक सवार चार लुटेरों ने एक महिला से कुंडल और जंजीर छीन ली। महिला के शोर मचाने पर लोगों ने दो लुटेरों को बाइक सहित दबोच लिया। उनके दो साथी भाग गए। भीड़ ने लुटेरों की पिटाई कर उन्हें पुलिस को सौंप दिया। पीड़ित महिला ने थाने में तहरीर दे दी है। थाना औंछा के बुढ़र्रा निवासी किरन कुमारी पत्नी अशोक कुमार गुप्ता अपने भाई सतीश के साथ मोहल्ला कटरा में एक शादी समारोह में भाग लेने के बाद रविवार को बाइक से गांव जा रहे थे। जब दोनों देवी रोड पर दुर्गा मंदिर के समीप पहुंचे तभी पीछे से दो बाइकों पर आए चार लुटेरों ने ओवरटेक कर दोनों को रोक लिया। महिला के कानों से कुंडल तथा गले में पहनी हुई जंजीर छीन ली। महिला ने शोर मचाया तो लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ का दबाव देख दो लुटेरे बाइक लेकर भाग गए। दो को भीड़ ने बाइक सहित दबोच लिया। भीड़ ने दोनों की जमकर पिटाई की। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम राजेश पुत्र सर्वेश जाटव निवासी देवपुरा कोतवाली तथा विकास पुत्र सर्वेश कुमार निवासी आवास विकास कालोनी कोतवाली बताए। जानकारी पाकर पुलिस भी यहां आ गई। भीड़ ने दोनों को पुलिस को सौंप दिया। पुलिस दोनों को थाने ले आई। बाद में कोतवाली पहुंची किरन कुमारी ने घटना के संबंध में थाने में तहरीर दे दी है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड इलेक्शन २०१९ फेस ३ वोटिंग तीसरे चरण में जिन १७ सीटों पर गुरुवार को मतदान होगा, उन सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव २०१४ में अधिसंख्य प्रत्याशियों के पसीने छूट गए थे। स्थिति तो यह हो गई थी कि इनमें से १५ सीटों पर विनर और रनर को छोड़कर कोई भी प्रत्याशी मैदान में खड़ा नहीं हो सका था। सभी की जमानत जब्त हो गई थी। पिछले विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण की सीटों में बरही और धनवार ही ऐसी सीटें थीं जिनमें विनर और रनर के अलावा कुछ अन्य प्रत्याशी भी थे, जिनकी जमानत बच गई थी। इस तरह, वे भी मैदान में कुछ हद तक खड़े रह सके। अन्य सीटों में विनर और रनर के बाद के प्रत्याशियों की जमानत नहीं बच सकी थी। खिजरी में तो उपविजेता प्रत्याशी की भी जमानत जब्त हो गई थी।
मुम्बई। संस्कारी सैंसरशिप के लिए फेमस सेंसरबोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी का कार्यकाल समाप्त होने के बाद फिल्म इंडस्ट्री में चर्चा थी की अब फिल्मों के सर्टिफिकेशन में दिक्कत नही आएगी। इसके विपरीत नवनियुक्त अध्यक्ष प्रसून जोशी के आने के बाद सैंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेशन के लिए आई पहली पंजाबी फिल्म तूफान सिंह को क्रूर और हिंसात्मक कंटेंट के चलते बैन कर दिया है साथ ही इंडस्ट्री को संकेत दे दिया है कि राहे इतनी भी आसान नही है। जोशी का यह फैसला मेकर्स के लिए सैटबैक साबित हो सकता है। जानकारी के अनुसार बाघेल सिंह के निर्देशन में बनी पंजाबी फिल्म तूफान सिंह में रणजीत बावा लीड रोल निभा रहे है जो देश के सिस्टम और राजनीति में फैले भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए आतंकवादी गतिविधियों का सहारा लेता है। फिल्म के क्रूर और हिंसात्मक कंटेंट को देखते हुए सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने से इंकार करते हुए फिल्म को बैन कर दिया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार फिल्म में तूफान सिंह एक आंतकवादी का किरदार अदा करते हुए भ्रष्ट नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की निर्मम हत्या करता है। साथ ही फिल्म में तूफान सिंह को भगतसिंह के तुल्य दिखाने का प्रयास किया है। फिल्म बेहद क्रूर और अराजक है। बोर्ड ने इस प्रकार के क्रूरता का संदेश देने वाली इस फिल्म को रीलीज किया जाना उचित नही माना है अत: फिल्म को बैन कर दिया गया है। आपको बता दे कि यह पंजाबी फिल्म तूफान सिंह गत ४ अगस्त को ओवरसीज में रीलीज की जा चुकी है। बोर्ड के फैसले के बाद भारत में फिल्म अधर झूल में लटकी नजर आ रही है।
लखनऊ। यूपी के बुलंदशहर कांड पर अब सियासत तेज हो गयी है। इस कांड की आग अब दिल्ली तक पहुंच चुकी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा है, तो क्या भाजपा वालों ने ख़ुद गाय काट कर फेंकी, ख़ुद अपने गुंडे भेजकर दंगा करवाया और फिर पुलिस वाले को मरवा दिया? इस ट्वीट के साथ केजरीवाल ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जो काफी हैरान करने वाला है। शेयर वीडियो में ये कहते हुए सुना जा सकता है कि गाय को कुंदन ने मारा है, अब ये कुंदन कौन है? और क्या ये किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रही है, इसी सवाल को उठाते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस वीडियो को रीट्वीट किया है। वीडियो में कुछ लोग गालियां देते हुए आपस में बात कर रहे हैं। वहीं फायरिंग की आवाज भी साफ सुनी जा सकती है। बताते चलें कि बुलंदशहर कांड पर योगी सरकार को विपक्ष लगातार घेर रहा है। सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश की बात की जा रही है। इस नए वीडियो के सामने आने के बाद योगी सरकार पर हमले और तेज हो गए हैं। बुलंदशहर के स्याना में गोकशी के शक में फैली अफवाह के बाद भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह समेत दो लोगों की मौत हो गयी। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी बुधवार शाम तक रिपोर्ट शासन को सौपेगी। कहा जा रहा है कि पुलिस के कई बड़े अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। एसआईटी की जांच रिपोर्ट आज रात तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी जानी है। लखनऊ। यूपी के बुलंदशहर कांड पर अब सियासत तेज हो गयी है। इस कांड की आग अब दिल्ली तक पहुंच चुकी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा है, "तो क्या भाजपा वालों ने ख़ुद गाय काट कर फेंकी, ख़ुद अपने गुंडे भेजकर दंगा करवाया और फिर पुलिस वाले को मरवा दिया?" इस ट्वीट के साथ केजरीवाल ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जो काफी हैरान करने वाला है।शेयर वीडियो में ये कहते हुए सुना जा सकता है कि गाय को कुंदन ने मारा है, अब ये कुंदन कौन है? और क्या ये किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रही है, इसी सवाल को उठाते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस वीडियो को रीट्वीट किया है। वीडियो में कुछ लोग गालियां देते हुए आपस में बात कर रहे हैं। वहीं फायरिंग की आवाज भी साफ सुनी जा सकती है।
क्या आप जानते हैं कि ज़्यादा ज़ोर से नाक साफ करने से आपको बड़ा नुकसान भी हो सकता है? गत दिनों एक ऐसा हादसा हुआ जिसमें एक ब्रिटिश महिला ने अपनी नाक इतनी ज़ोर से साफ की कि उसकी आई सॉकिट यानी आंख की थैली की हड्डी टूट गई। नाक साफ करने के लिए जो फोर्स लगाई गई वह इतनी ज़्यादा थी कि उस महिला को ऑर्बिटल ब्लोआउट फ्रैक्चर हो गया। मतलब यह है कि आई सॉकिट में जो एक पतली सी हड्डी होती है उसमें फ्रैक्चर हो गया। इस घटना को बीएमजे केस की रिपोर्ट्स में भी पब्लिश किया गया। इतना ही नहीं, इसके कुछ देर बाद उस महिला की दोनों आंखों की रोशनी भी चली गई। दो घंटे बाद उसकी नाक से खून आने लगा और उसकी बांई आंख के पास की स्किन पर भी सूजन आ गई। एक फैक्टर यह भी हो सकता है कि नाक साफ करते वक्त उस महिला ने अपना एक नथुना बंद कर लिया होगा, जोकि अक्सर कई लोग करते हैं। इसकी वजह से दोगुना प्रैशर पैदा हो जाता है जो खतरनाक होता है। इसके अलावा अगर किसी की आई सॉकिट की हड्डियां कमज़ोर हैं, तो उसमें ऐसा हादसा होने के चांस ज़्यादा होते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नाक साफ करने के दौरान कई बार ज़्यादा फोर्स लग जाती है, लेकिन इस दौरान आई सॉकिट की हड्डी टूट जाए, यह काफी कम ही होता है, लेकिन यहां एक बात ध्यान देने वाली है कि यह महिला धूम्रपान करती थी और रोज़ाना एक पैकिट पी लेती थी। अब स्मोकिंग करने से एक इंसान के साइनस यानी नासुरों में प्रैशर बदल जाता है। यह साइनस आई सॉकिट्स के पास ही मौजूद होता है और इसीलिए फ्रैक्चर होने के चांस बढ़ जाते हैं।
जयपुर/नई दिल्ली। चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी.जोशी ने लोकसभा में सदन की कार्यवाही में भाग लेते हुये शुन्यकाल के दौरान आयुष्मान भारत योजना में वंचित लोगों को भी इसमें शामिल किये जाने का विषय रखा। सांसद जोशी ने बताया कि १ अप्रेल 20१8 से भारत सरकार के द्वारा गरीब लोगों के परिवारों के लिये चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु आयुष्मान भारत योजनान्तर्गत ५ लाख रुपए तक का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया गया हैं। इस योजना से देश की ५0 करोड़ से अधिक आबादी को जोड़ा गया है, इसके साथ ही इस श्रेणी में आने वाले लोग इस योजना से लाभान्वित हो रहे है। सांसद जोशी ने आग्रह किया कि इस योजना से वंचित लगभग ८० करोड़ देशवासियों के लिये भी कोई विकल्प उपलब्ध कराया जाना चाहिये जिसमें इच्छुक व्यक्ति निश्चित प्रीमियम राशि जमा करवाकर कैशलेस स्वास्थ्य बीमा का लाभ उठा सकें। वर्तमान में जितने भी निजी हेल्थ बीमा जो उपलब्ध है, उनकी प्रीमियम राशि काफी अधिक हैं तथा उनकी क्लेम प्रक्रिया भी काफी जटिल हैं, जिस कारण बीमा राशि का क्लेम लेने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि वंचित वर्ग को सशुल्क आयुष्मान योजना से जुड़ने का मौका मिलता हैं तो यह राशि इस वर्ग के लिये वहन करने योग्य होगी। इससे राजकोष पर अतिरिक्त भार भी नही पड़ेगा तथा शेष वंचित लोगों को भी इस योजना का लाभ मिल सकेगा। सांसद जोशी ने सदन के माध्यम से सरकार से आग्रह किया कि देश के मध्यम वर्ग एवं पर्याप्त चिकित्सा सुविधा तथा बीमा लाभ से वंचित समस्त लोगों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिलाए।
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा द एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए लॉकडाउन का आदेश दिया है। जनता कर्फ्यू के दूसरे दिन से ही जिले में लॉकडाउन के आदेश की उड़ रही धज्जियों को देखते हुए पुलिस के स्तर से अनुपालन में अब काफी सख्ती बरती जा रही है। पुलिस के स्तर से बरती जा रही सख्ती की चपेट में प्रतिबंध से मुक्त रखे गए अनिवार्य व इमरजेंसी सेवा क्षेत्र से जुड़े लोग भी आ रहे हैं। इस स्थिति के कारण खाद्यान्न एवं स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों के लिए स्पष्ट गाइडलाइन जारी किया है। कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए पीएम ने लॉक डाउन की अवधि अगले २१ दिन विस्तारित कर दिया है। लॉक डाउन के दौरान आवश्यक वस्तुएं, अनिवार्य सेवाएं बाधित होने की स्थिति में देश में अराजकता का माहौल उत्पन्न न हो इसके लिए भारत सरकार के गह मंत्रालय ने आदेश संख्या ४०-३/२०२० डी. दिनांक २४ मार्च २०२० के माध्यम से कार्यालय संचालन एवं आवश्यक वस्तुओं, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के संबंध में व्यापक निर्देश दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि ऐसी सूचनाएं मिल रही है कि खाद्यान्न अन्य आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के परिचालन भी विभिन्न कारणों से प्रभावित हो रहे हैं जबकि खाद्यान्न एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं के परिवहन से जुड़े वाहनों सहित आकस्मिक एवं आवश्यक वस्तुओं से जुड़े वाहनों पर किसी प्रकार का रोक नहीं है। होम डिलेवरी करने वाले ई-कॉमर्स से जुड़े आवश्यक सेवाओं के वाहनों के भी रोके जाने की शिकायत है। साथ ही विभिन्न कार्यालयों के कर्मियों को भी कार्यालय पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लॉक डाउन के आदेश के अक्षरश: पालन के साथ ही खाद्यान्न, स्वास्थ्य सेवाओं एवं आवश्यक वस्तुओं के वाहनों के सुगम परिचालन एवं खाद्य सामग्री एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है अन्यथा बाद की स्थिति में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने से इंकार नहीं किया जा सकता। आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं से जुड़े प्रबंधन तंत्र तथा श्रमिकों, कर्मी को घर से कार्यालय पहुंचने तथा जाने के लिए वाहन पास, एवं फोटो पहचान पत्र निर्गत करने हेतु अफसरों, विभागों को प्राधिकृत किया गया है। लालगंज| स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस के संदिग्धों की जांच करने की प्रक्रिया से खासे चिंतित नजर आ रहे है। स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली से लोगों में दहशत का माहौल है। लालगंज रेफरल अस्पताल में कोरोना वायरस के संदिग्धों की स्क्रीनिंग की जगह सिर्फ मौखिक पूछताछ करने की जा रही है। डॉक्टर आम बीमारी के तरह ही लोगों से पूछताछ कर रहे है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना किसी मशीन से स्क्रीनिंग किए बिना कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। कई बार डर के कारण मरीज पूछताछ के दौरान डॉक्टर से सही जानकारी छिपा लेते हैं। साथ ही लंबी इलाज के डर से झूठी जानकारी देकर डॉक्टर से बच निकलते है। डॉक्टर भी अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों से मामूली पूछताछ करने के बाद घर जाने की इजाजत दे रहे हैं। डॉक्टर की इस रवैया से स्थानीय लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का डर सताने लगा है। लालगंज रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शशिभूषण प्रसाद ने बताया कि खुद की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए एक मीटर की दूरी बनाकर डॉक्टर संदिग्ध प्रवासियों से पूछताछ कर रहे है। प्रवासियों में कोरोना वायरस के संक्रमण का लक्षण नहीं पाए जाने पर उन्हें घर जाने दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से संदिग्धों की जांच के लिए स्क्रीनिंग मशीन उपलब्ध नहीं कराया गया है। प्रवासियों से डॉक्टर मौखिक पूछताछ कर कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होने की बात बताकर घर जाने की इजाजत दे रहे हैं। पातेपुर| पातेपुर विधानसभा क्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए विधायक प्रेमा चौधरी ने अपने विधायक मद से ३६ लाख रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा की है। इसके लिए विधायक प्रेमा चौधरी ने जिला योजना पदाधिकारी को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है। बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव का एक मात्र उपाय सोशल डिस्टेंस ही है। उन्होंने जनता से घरों में रहने की अपील की है। अधिक जरूरत होने पर ही सावधानी से घराें से निकलने की सलाह दी है। सदर अस्पताल में बनाया गया कंट्रोल रूम। पहला | सभी आवश्यक वस्तु यथा खाद्यान्न आटा-चावल, तेल, दवा, दूध, पशुचारा, इंधन आदि से लदे वाहनों के विंड स्क्रीन पर आवश्यक वस्तु, वस्तु का नाम चिपका होना चाहिए। इस प्रकार के वाहनों को गंतव्य स्थल पर जाने दिया जाएगा। खाली वाहन भी इसी प्रकार से परिचालित होंगे। दूसरा | सभी चिकित्सकों, पारा मेडिकल स्टाफ, मेडिकल सेवा से जुड़े स्टाफ, सरकारी सेवा के कर्मी, ई-कॉमर्स यथा ऑमेजन, बिगबास्केट, मेडिसेफ के स्टाफ अपने होम डिलेवरी संस्थान का आईकार्ड दिखाकर गंतव्य स्थल पर जा सकते हैं। शहर के राजेन्द्र चौक पर छाया सन्नाटा। {जिलांर्तगत सभी रेलवे स्टेशनों, रेलवे कार्यालयों के स्टाफ को सोनपुर डीआरएम प्राधिकार पत्र या पास निर्गत करेंगे। {वैशाली समाहरणालय के सभी कार्यालय तथा अन्य जिला स्तरीय कार्यालय के स्टाफ को जिला नजारत उप समाहर्ता वकील प्रसाद सिंह को पास निर्गत करने के लिए प्राधिकृत किया गया है। {स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सरकारीक-गैर सरकारी हॉस्पीटल स्टाफ को सिविल सर्जन पास निर्गत करेंगे। {विभिन्न औषधि दवा प्रतिष्ठान एवं संबंधित कार्य के लिए सहायक औषधि नियंत्रक पास निर्गत करेंगे। {बैकिंग, इंश्योरेंस, एटीएम एवं संबंधित क्षेत्र से जुड़े कर्मी का पास एलडीएम निर्गत करेंगे। {विद्युत सेवा से संबंधित पास एक्जीक्यूटिव इंजीनियर निर्गत करेंगे। {एलपीजी गैस, डेयरी, मिल्क बूथ, पशुचारा, कोल्ड स्टोरेज, ई-कॉमर्स सेवाओं, औद्योगिक प्रतिष्ठान से जुड़े लोग अपने एसडीओ से पास निर्गत करवा सकते हैं। एसडीओ अंतरजिला पास भी निर्गत करेंगे। {जलापूर्ति, स्वच्छता से जुड़े स्टाफ को अपने एक्जीक्यूटिव इंजीनियर से पास प्राप्त करना होगा। नगर निकाय के कर्मी कार्यपालक पदाधिकारी से पास हासिल करेंगे। हाजीपुर के दुकानों के सामने ग्राहकों को खड़े रहने के लिए बनाया जा रहा खाका।
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कोरोना वायरस का असर पूरी दुनिया में दिख रहा है। इसके कई नए मामले सामने आये हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस से अब तक ३,२०० लोगों से ज्यादा की मौत हो चुकी है। इसको रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने देशवासियों से कहा है कि जानलेवा कोरोना वायरस को रोकने के लिए आप लोग हाथ मिलाने की बजाय भारतीयों की तरह नमस्ते करिए। पीएम नेतन्याहू ने कोरोना वायरस को लेकर मीटिंग करने के बाद नमस्ते करने की सलाह दी है। उन्होंने यह भी कहा है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे, लेकिन कुछ साधारण तरीके अपनाकर भी इसको काफी हद तक रोका जा सकता है। इससे बचने के लिए लोगों को हाथ मिलाने की बजाय नमस्ते करना चाहिए।आप को बता दें कि यह कोरोना वायरस बिल्कुल सर्दी-खांसी की तरह ही एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है। अगर कोई व्यक्ति छींकता या खांसता है तो हवा के जरिए फ्लू के वायरस दूसरे सामने वाले व्यक्ति तक पहुंचते हैं।
गर्मी की शुरूआत के साथ ही नगर में जल संकट ने पैर पसार लिए हैं। वर्षों से चली आ रही पानी की समस्या के प्रति जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासन समस्या का हल नहीं कर पाया है। नागरिकों को इस विकट समस्या का निदान करने में कोई रुची नहीं है। इसके चलते अधिकांश वार्डों के लोग पानी के स्रोतों की तलाश में भटक रहे हैं। गर्मी शुरू होते ही अधिकांश स्थानों के पेयजल स्रोत समय से पहले ही दम तोड़ रहे हैं। जिससे रहवासियों की मुसीबतें और अधिक बढ़ रही हैं। वहीं नगर परिषद भी पर्याप्त और शुद्ध पानी उपलब्ध नहीं करा पा रही है। इस कारण लोग इधर-उधर पानी की जुगत में भटकते नजर आ रहे हैं। इसमें अधिक समस्या वार्ड नंबर चार व पांच के रहवासियों को उठाना पड़ रही है। मार्च माह से ही पानी के लिए दो से तीन किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। शासन द्वारा करोड़ों रुपए की मुख्यमंत्री जल आवर्धन योजना स्वीकृत की गई थी। जिस पर तीन साल से काम चल रहा है, लेकिन उसका काम पूरा नहीं किया जा सका है। अब तक बगा फत्तूखेड़ी से बैराज से नगर में पाइप लाइन लाई गई है, लेकिन उसे चालू नहीं किया गया है। इस कारण जान जोखिम में डालकर बालक-बालिकाओं सहित लोग नेशनल हाईवे को पार कर पानी लाते हैं। जो कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। दो-तीन किमी दूर से पानी ला रहे लोग : नगर में नागरिकों के लिए पानी के स्रोत भी नहीं हैं। हैंडपंप और ट्यूबवेल हैं, वह भी दम तोड़ रहे हैं। गर्मी अपने शबाब पर आने से पहले ही हिचकोले मारने लगे हैं। इससे लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। लोग कुएं-बावड़ियों पर निर्भर हैं, लेकिन इनमें भी पानी सूखने की कगार पर है। ऐसे में लोग निजी जल स्रोत ट्यूबवेलों के भरोसे हैं। तालाब स्थित जल कुएं, छोटे महाराज स्थित कुएं और क्षीर सागर का कुएं। इन तीनों कुओं से लोग पानी की जुटा रहे हैं। इसके अलावा फलौदी लॉज की ट्यूबवेल व कुएं, तोपखाना गेट पर राजा बोहरा की ट्यूबवेल से नागरिक पानी की जुगत कर रहे हैं। यहां से पानी भरने के लिए एक से तीन किमी की दूरी तय करना पड़ती है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई सार्थक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
हिल शिशुओं और आत्मा के लिए संघर्ष मेरा सिकुड़ करें: मानसिक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों की ऑनलाइन समीक्षा क्या आप अधिक इच्छा शक्ति प्राप्त कर सकते हैं? क्यों मनोवैज्ञानिक संक्रामक चिंराट के लिए प्रतिरक्षा हैं मनश्चिकित्सा में मनोचिकित्सा: फिर भी लगभग बेहतर भावनात्मक स्वच्छता के ५ कदम यदि आप 'मुझसे झूठ' देखते हैं, तो क्या आप झूठ का पता लगाने में अधिक सफल होंगे? क्या मेल गिब्सन हमेशा हिंसक मनोचिकित्सा था? भोजन विकार गलतफहमी खेल और युद्ध की गिरावट मैं एक मोनार्क तितली से क्या सीखा अपने चिंतित बीच में सशक्तीकरण गिलहरी से बचने के बारे में सीखना एक उत्पादक बैठक होल्डिंग के लिए १४ टिप्स मनोवैज्ञानिक निदान: खतरनाक, वांछनीय, या दोनों? सहानुभूति के बारे में मेरे दो पिछली पोस्ट के बारे में कई लोगों ने मुझे लिखा है मुझे अपने पाठकों को याद दिलाने दो कि मेरा विषय इस विषय पर चर्चा करने के लिए मेरे ब्लॉग को शुरू करने का इरादा नहीं था। यह द न्यू यॉर्क टाइम्स की गड़बड़ी को प्रकाशित करने के लिए गलती थी जिसमें कहा गया था कि छोटे बच्चों के स्वार्थी जानवर किसी भी इंसान की शक्ल में असमर्थ थे, ताकि समाजीकरण का असर इस तरह के बिच्छू प्राणियों को सौंपने के लिए किया गया। मेरी सहानुभूति का आह्वान सबसे पहले, यह दिखाने का एक प्रयास था कि टाइम्स के लेखक का बच्चा बच्चा था, क्योंकि युवा बच्चों अविश्वसनीय रूप से प्रबल हैं, वास्तव में मेरे अनुभव में, अक्सर वयस्कों की तुलना में बहुत अधिक। आप ग्रामीण अलबामा की यात्रा करने के लिए अपने आप को अधिक संवेदनशील होने के लिए धक्का करने के लिए नहीं है जब आप पेपर पढ़ते हैं और दुनिया के कुछ इलाके के बारे में एक लेख से गुजारना शुरू करते हैं, तो आप मामलों या किसी मुद्दे को नहीं सोचते हैं, जो आपके सामने आती हैं, इन कहानियों में रुचि की आपकी अभ्यस्त कमी न दें । गहरा गहराइए और देखें कि क्या कहानी के कुछ पहलू नहीं हैं जो आपको पकड़ लेता है, जिससे आपको लोगों को एक संवेदनशील तरीके से लिखा जा रहा है। या एक ऐसी फिल्म पर जाएं जिसे आपको लगता है कि आप नफरत करेंगे ईरान के बुद्धिजीवियों की दुर्दशा के बारे में एक फिल्म कहें कुछ अमेरिकियों ने उन चीजों की सूची में उच्च स्थान नहीं लगाया है जिन पर उन्हें अधिक सहानुभूति व्यतीत करना चाहिए। एक पृथक्करण , जो केवल एक साल पहले दिखाया गया था, मुझे देखते हैं कि शिक्षित व्यक्ति होने के लिए कितना मुश्किल होना चाहिए जिसका अर्थ है कि एक पश्चिमी व्यक्ति उस देश में। लेकिन यह आसान हिस्सा है: क्योंकि हम पश्चिमी ईरानियों में खुद को देखते हैं और स्वाभाविक रूप से उन्हें सहानुभूति देते हैं क्या फिल्म ने केवल उम्मीद के मुकाबले आगे बढ़ाया, जिस तरह से वह धार्मिक मुस्लिम आदमी को अपनी सहानुभूति का विस्तार करने में सक्षम था, जिसे हम एक ऐसी दुनिया में अपनी गरिमा बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं जो कि उनकी प्राकृतिक नहीं है। तो मैं क्या कह रहा हूं कि मैंने पहले कई तरह से सहानुभूति दी थी और यह दुर्भाग्यपूर्ण था क्योंकि ऐसा लगता है कि कुछ पाठकों को विमुख कर दिया है। अब, मुझे यह आशा है कि मुझे सहानुभूति है और विशेष रूप से अपने प्राकृतिक चक्र को अपनी सामान्य, अपेक्षित सीमा से परे बढ़ाने का काम एक योग्य पीछा है। प्रश्न यह माना जाता है कि क्या २१ वीं शताब्दी की शुरुआत में मानव जाति का सामना कर रहे बहुत ही वास्तविक खतरों से निपटने के लिए हमारे प्राकृतिक सहानुभूति चक्र के चक्र को चौड़ा करने के लिए आवश्यक है या नहीं। टॉम की सबसे हाल की किताब ए स्वीट इज़ एक स्नेच और अन्य दार्शनिक खोजों: चिड्रेन के साहित्य में ढूँढना बुद्धि है। उन्होंने व्याख्यान दिया और दार्शनिक सोच के लिए युवा बच्चों को पेश करने के बारे में कार्यशालाएं दीं।
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भारतीय बल्लेबाज ऋषभ पंत को वेस्टइंडीज-ए दौरे के लिए वन-डे टीम में जगह मिली है। ये दौरा ११ जुलाई से शुरू होगा। वेस्टइंडीज-ए के खिलाफ चार दिवसीय मैच २४ जुलाई से शुरू होंगे। इससे पहले ११ जुलाई से पांच एकदिवसीय मैच खेले जाएंगे। ये दौरा भारत की सीनियर टीम के टेस्ट श्रृंखला के लिये वेस्टइंडीज दौरे से पहले आयोजित किया जा रहा है। इसमें इंडिया-ए टीम पांच वनडे और तीन चार दिवसीय मैच खेलेगी। इस बीच ऋद्धिमान साहा को भी वेस्टइंडीज दौरे की टीम में चुन गया है। कंधे की चोट के कारण साहा लगभग एक साल तक बाहर रहे। उन्होंने पिछले साल अगस्त में कंधे का ऑपरेशन करवाया था और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बंगाल की तरफ से वापसी की और आईपीएल में हैदराबाद की तरफ से पांच मैचों में खेले। पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी को वन-डे और चार दिवसीय दोनों टीमों में चुना गया है। शॉ और अग्रवाल के वेस्टइंडीज सीरीज में टेस्ट टीम में भी चुने जाने की संभावना है। श्रेयस अय्यर चार दिवसीय मैचों में जबकि वनडे में मनीष पांडे भारत-ए की अगुवाई करेंगे। चयनकर्ताओं ने इसके साथ ही श्रीलंका-ए के खिलाफ २५ मई से शुरू होने वाली घरेलू सीरीज के लिए भी टीमों का चयन किया है। झारखंड के विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन दो चार दिवसीय मैचों में टीम की कमान संभालेंगे जबकि गुजरात के प्रियांक पांचाल छह जून से होने वाले पांच एकदिवसीय मैचों में कप्तानी करेंगे। टेस्ट क्रिकेट में नियमित तौर पर खेलने वाले आर अश्विन, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और तेज गेंदबाज उमेश यादव को भारत ए टीम में नहीं चुना गया है क्योंकि उनके काउंटी क्रिकेट में खेलने की संभावना है।
अपान का स्थान स्वास्थ्य और शक्ति केन्द्र है। विसर्जन क्रिया को नियमित करने में मदद करती है। सुखासन या अन्य किसी ध्यान-आसन में बैठ कर करें। प्राण वायु शरीर के विभिन्न अवयवों एवं स्थानों के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार से कार्य करती है। इस दृष्टि से उनको अलग-अलग नाम भी दिये गये हैं जैसे प्राण, अपान, समान, उदान और व्यान। यह वायु समुदाय पांच प्रमुख केन्द्रों में अलग-अलग तरह से कार्य करता है। प्राण स्थान मुख्य रूप से हृदय में आंनद केंद्र में है। प्राण नाभि से लेकर गले तक फैला हुआ है। प्राण का कार्य सांस लेने, छोड़ने, खाया हुआ भोजन पचाने, भोजन के रस को अलग-अलग इकाइयों में विभाजित करना, भोजन से रस बनाना और रस से अन्य धातुओं का निर्माण करना है। जबकि अपान का स्थान स्वास्थ्य और शक्ति केन्द्र है, योग इसे मूलाधर चक्र कहा जाता है। अपान का कार्य मल, मूत्र, वीर्य, गर्भ और रज को बाहर निकालना है। यह सोना, बैठना, उठना, चलना आदि गतिशील स्थितियों में सहयोग करता है। जैसे अर्जन जीवन के लिए जरूरी है, वैसे ही विसर्जन भी जीवन के लिए अनिवार्य है। शरीर में केवल अर्जन की ही प्रणाली हो, विर्सजन न हो तो व्यक्ति का एक दिन भी जिंदा रहना मुश्किल हो जाता है। विर्सजन के माध्यम से शरीर अपना शोधन करता है। शरीर विर्सजन की क्रिया यदि एक, दो या तीन दिन बंद कर दे तो पूरा शरीर मलागार हो जाए। ऐसी अवस्था में मनुष्य का स्वस्थ रहना मुश्किल हो जाता है। मानव स्वास्थ्य की रक्षा के लिए अपान मुद्रा बहुत महत्वपूर्ण क्रिया है। क्योंकि यह स्वस्थ शरीर की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता-विसर्जन क्रिया को नियमित करती है और शरीर को निर्मल बनाती है। यानी अपान मुद्रा अशुचि और गंदगी का शोधन करती है। आइए जानें अपान मुद्रा कैसे की जाती है और इसके क्या लाभ है। सुखासन या अन्य किसी ध्यान-आसन में बैठ जाएं। दोनों हाथ घुटनों पर रखें, हथेलियां उपर की तरफ रहें एवं रीढ़ की हड्डी सीधी रहे। हाथ की तर्जनी (अंगूठे के पासा वाली) अंगुली को मोड़कर अंगूठे के अग्रभाग में लगा दें तथा मध्यमा (बीच वाली अंगुली) व अनामिका (तीसरी अंगुली) अंगुली के प्रथम पोर को अंगूठे के प्रथम पोर से स्पर्श कर हल्का दबाएं। कनिष्ठिका (सबसे छोटी अंगुली) अंगुली सीधी रहेगी। प्राण और अपान दोनों का शरीर में महत्व है। प्राण और अपान दोनों को समान बनाना ही योग का लक्ष्य है। प्राण और अपान दोनों के मिलन से चित्त में स्थिरता उत्पन्न होती है। अपान मुद्रा करने का सर्वोत्तम समय प्रात, दोपहर एवं सायंकाल है। इस मुद्रा को दिन में कुल ४८ मिनट तक कर सकते हैं। दिन में तीन बार १६ मिनट भी कर सकते हैं। अपान मुद्रा ह्रदय रोगों के लिए रामबाण है, यह हृदय को शक्तिशाली बनाती है। इसीलिए इसे ह्रदय मुद्रा भी कहा जाता है। एक्युप्रेशर के अनुसार इसके दाब केंद्र बिंदु श्वास रोगों को दूर करते हैं। यह मुद्रा पेट संबंधी समस्याओं को समाप्त करती है, अपच, गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसे रोगों में अत्यंत लाभकारी है। वायु विकार एवं डायबिटीज दूर करने में मददगार होता है। इससे दांतों के दोष एवं दर्द दूर होते है। यह यूरीन संबंधी दोषों को दूर करती है। यह मुद्रा दोनों हाथ से करने से पूर्ण लाभ उठाया जा सकता है। लेकिन अगर किसी कारण से एक हाथ दूसरे कार्य में लगा हुआ हो तो एक हाथ से भी इस मुद्रा को किया जा सकता है। हालांकि एक हाथ से करने से दोनों हाथों से करने जितना लाभ नहीं मिलता, किन्तु फायदा अवश्य होता है। प्राण, अपान, समान, उदान और व्यान वायु के दोषों का परिष्कार अपान मुद्रा से किया जा सकता है। अपान मुद्रा एक शक्तिशाली मुद्रा है इसमें एक साथ तीन तत्वों का मिलन अग्नि तत्व से होता है, इसलिए इसे निश्चित समय से अधिक नही करना चाहिए। साथ ही इस मुद्रा से यूरीन अधिक आ सकता है। इससे डरने की आवश्यकता नहीं है।
बिलासपुर सरकंडा पुलिस ने १२ घंटे के अन्दर लूट पाट और मारपीट करने वाले दोनों आरोपियों को घर से धर दबोचा है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से खर्च के बाद बचे लूट की रकम और मोबाइल को जब्त किया है। आरोपियों को जेल भेजा दिया गया है। सरकंडा पुलिस जानकारी के अनुसार बसहा निवासी गुलाब प्रसाद ने थाना पहुंचकर बताया कि वह अपने साथ चन्दराम के साथ गांव से ट्रैक्टर की किश्त पटाने मंगला चौक स्थित एचडीएफसी बैंक बिलासपुर आया। किन्हीं कारणों से ८ जनवरी को रूपए जमा नहीं हो पाए। इसके बाद दोनों गांव के लिए निकले। रास्ते में पानी बरसने से भीग गए। बारीश से बचने और भीग जाने के कारण चन्दराम के परिचित हरिसिंगार अटल आवास में रहने वाले सरवन के घर चले गए। सरवन साहू का घर राजकिशोर नगर में है। इस दौरान दोनों ने कपड़ा बदला। गुलाब प्रसाद ने बताया कि कपड़ा बदलने के दौरान सरवन और उसका साथी रवि गंधर्व ने पांच-पाच सौ के एक लाख रूपए देख लिया। दोनों की नीयत बदल गयी। यकायक दोनों मिलकर गाली गलौच करने लगे। इसके पहले हम समझ पाते दोनों ने मिलकर मारना शुरू कर दिया। घर से बाहर निकाल दिया। किसी तरह दोनों बचकर मोपका चौक पहुंचे। घर वालों को फोन किया। घर वाले मोटरसायकल से आए और हम दोनों अपने बसहा पहुंचे। दूसरे दिन घर वालों के साथ लूट पाट और मारपीट की घटना का जिक्र किया। घरवालों के निर्देश पर सरकंडा थाना पहुंचकर शिकायत की। पार्थी रिपोर्ट लिखने के बाद पुलिस के आलाधिकारियों के निर्देश पर आरोपियों की तलाश शुूरू हुई। पुलिस ने सरवन और रवि गंधर्व को राजकिशोर स्थित हरसिंगार अटल आवास से दोनों आरोपियों को शिकायत के १२ घंटे के अन्दर पकड़ लिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से लूट की कुल ६२ हजार रूपए नगद बरामद किया। इसके अलावा लूट के रूपए से खरीदी गयी मोबाइल को भी जब्त किया गया। आरोपियों को आईपीसी की धारा ३९४ के तहत अपराध दर्ज कर जेल भेज दिया गया।
फिल्म 'अय्यारी' का दूसरा गाना 'याद है' भी रिलीज कर दिया गया है। फिल्म अय्यारी के दूसरे गाने को एक्टर सिद्धार्थ और एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह पर फिल्माया गया है। फिल्म अय्यारी का दूसरा गाना याद है रिलीज हो गया है। बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा अपनी अपकमिंग फिल्म अय्यारी के कारण सुर्खियां बटोर रहे हैं। डायरेक्टर नीरज पांडे के निर्देशन में बनीं फिल्म अय्यारी का ट्रेलर पहले ही रिलीज हो चुका है। अब फिल्म का दूसरा गाना याद है भी रिलीज कर दिया गया है। फिल्म अय्यारी के दूसरे गाने को एक्टर सिद्धार्थ और एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह पर फिल्माया गया है। फिल्म का पहला गाना ले डुबा रकुल प्रीत पर फिल्माया गया था। जिसमें सिद्धार्थ के लिए रकुल के एकतरफा प्यार को दिखाया गया था। फिल्म के दूसरे गाने याद है के बोल मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं। गाने में पलक मुच्चल और अंकित तिवारी ने अपनी आवाज दी है। फिल्म अय्यारी का ट्रेलर लोगों के बीच काफी पॉपुलर रहा था। फिल्म के दूसरे गाने याद है को फिल्म की अभिनेत्री रकुल और एक्टर सिद्धार्थ ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। फिल्म के पहले गाने ले डुबा को दर्शकों ने काफी पसंद किया था। लेकिन फिल्म के दूसरे गाने यानी कि याद है में सिद्धार्थ मल्होत्रा, रकुल को मनाते हुए नजर आ रहे हैं। फिल्म अय्यारी में सिद्धार्थ और रकुल प्रीत सिंह ने पहली बार एक साथ काम करते दिखेंगे। फिल्म के ट्रेलर और पहले गाने को लोगों ने काफी पसंद किया था। निर्माताओं को उम्मीद है कि फिल्म का दूसरा गाना भी दर्शकों को पसंद आएगा। एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा। सिद्धार्थ मल्होत्रा और रकुल प्रीत सिंह के साथ फिल्म में मनोज बाजपेयी,पूजा चोपड़ा, अनुपम खेर और नसीरुद्दीन शाह भी स्क्रीम शेयर करते नजर आएंगे। फिल्म ९ फरवरी को रिलीज होने जा रही है। हालांकि निर्माता फिल्म को जनवरी में ही रिलीज करना चाहते थे लेकिन फिल्म पद्मावत और पैडमैन के कारण फिल्म की रिलीज डेट को आगे खिसकाना पड़ा था।
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वृन्दावन, २०१७.०५.२७ (व्ट): तुलसी के वनों से आच्छादित वृंदावन आज उजड़ रहा है। जहां का हर कोना कभी हरियाली अपने आप में हरियाली समेटे हुआ था, वहां अब हरियाली नहंी रही। आबादी बढ़ी, पश्चिमी सभ्यता को देखकर लोगों की सोच बदली और विकास ने यहां पैर पसार लिए, यहां के बाग-बगीचे बड़ी बेरहमी से उजाडे़ गए और धीरे-धीरे वृन्दावन कंक्रीट का बन रहा है। वृक्षों से रगड़कर गुजरती हवा की ठंडक अब खत्म हो गई। मोरों के कलरव-नृत्य व खगों की चहचहाहट अब यहां से गायब सी हो गई है। हरियाली के साथ-साथ यहां बने सरोवर, बाबड़ी, झील, कुण्ड, पोखरों पर भी कब्जे के शिकार हो गए। वृंदावन के बारे में कहा जाता है कि वृंदावन सों वन नहीं, नंदगांव सों गांव। पर आज वृन्दावन में वन नहीं है। चारों तरफ विकास ही नजर आएगा और इस विकास की चकाचैंध में यहां नैसर्गिक खूबसूरती कहीं गायब सी हो गई है। बाग-बगीचों को खत्म कर हमने केवल पर्यावरण का ही नुकसान नहीं किया है, बल्कि अपनी संस्कृति को भी खत्म कर दिया है। वृन्दावन के हर प्रमुख मंदिरों के अपने बाग-बगीचे थे, जिसमें बकायदा ठाकुरजी अपने भक्त परिकर के साथ अपने बगीचे में जाया करते थे, लेकिन धीरे-धीरे बाग-बगीचे सब विकास की भेंट चढ़ गए। आज बाजार की दृष्टि से वृन्दावन को फिर से वृन्दा का वन बनाने की बातें और थोड़ा बहुत कार्य भी हो रहा है, मगर यह हमारे परंपरागत उस पावन हरितिमा युक्त वृन्दावन का स्थान नहीं ले सकती। आज बाग-बगीचों के न होने का परिणाम यह हो गया है कि प्रकृति, पर्यावरण और समाज संकट में आ घिरे हैं। वृन्दावन में श्रीनिधिवन राज, सेवाकुंज, किशोर वन, टटिया स्थान, रंगजी मंदिर बगीचा आदि में ही अब बस पावन वृन्दावन के दर्शन हो सकते हैं, बाकी पूरा वृंदावन सिर्फ नाम मात्र का वृन्दावन रह गया है। देखना यह है कि आने वाले समाज वृन्दावन को फिर से उसे उसका स्वरूप दिलवा पाता है या नहीं। ब्रज के रसिक संतों में से एक हरित्रयी के संत श्री हरिराम व्यास जी ने आज से ५०० वर्ष पूर्व ही वृन्दावन की आगामी स्थिति पर लिखा था कि मथुरा खुदत कटत वृन्दावन अब सांचै ही कलियुग आयौ, पूत कह्यो ना बाप को मानत, बेटिन को दिन-दिन मोल बढ़ायौ.।
संयुक्त राष्ट्र, १६ मई (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र ने अपनी अर्धवार्षिक आर्थिक रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष २००८ के दौरान दुनिया की आर्थिक विकास दर में १.८ प्रतिशत की गिरावट आएगी। पिछले वर्ष यह ३.८ प्रतिशत थी। गुरुवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वर्ष विकासशील देशों की अनुमानित औसत विकास दर पांच प्रतिशत रहेगी। वर्ष २००७ में यह ७.३ प्रतिशत थी। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष २००९ में विकास दर में और गिरावट आएगी और यह ४.८ प्रतिशत पर जा पहुंचेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए जो कदम उठाए गए हैं यदि उनका सकारात्मक असर होता है तभी स्थिति में कुछ बेहतरी की उम्मीद की जा सकती है। लेकिन अमेरिका की आर्थिक गति को फिर से लय में लाने के लिए ये उपाय काफी नहीं हैं। यदि वहां ऋण प्रवाह में कमी के कारण घरों और शेयरों की कीमतों में मौजूदा गिरावट जारी रही तो वैश्विक अर्थव्यवस्था में आभासी ठहराव की स्थिति बन सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि मौजूदा नकारात्मक परिदृश्य जारी रहा तो वैश्विक विकास दर में गिरावट बढ़ती ही जाएगी। गौरतलब है कि जनवरी में संयुक्त राष्ट्र ने इस वर्ष विश्व विकास दर ३.४ प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई थी।
यह भावनात्मक पत्र पढ़ने के बाद मैं शेयर करने पर मजबूर हो गया । एक दुखियारी भैंस का प्रधानमंत्री जी को मन की बात में भेजा गया पत्र । कभी रामपुर गयी । ना पटना । मेरा उनकी भैंसों से दूर दूर तक कोई नाता नहीं है । यह सब मैं इसलिये बता रही हूं कि कहीं आप मुझे विरोधी पक्ष की भैंस ना समझे लें । फ़ैन थी, हूं और सदा रहूंगी । चाहे कोई कुछ भी कहता रहे । और भी दुर्दशा हो गयी । अब तो जिसे देखो वही गाय की तारीफ़ करने में लगा हुआ है । कोई उसे माता बता रहा है । तो कोई बहन । अगर गाय माता है । तो हम भी तो आपकी चाची, ताई, मौसी, बुआ कुछ लगती ही होंगी । हम सब समझती हैं । हम अभागनों का रंग काला है ना । इसीलिये आप इंसान लोग हमेशा हमें ज़लील करते रहते हो । और गाय को सर पर चढ़ाते रहते हो । आप किस किस तरह से हम भैंसों का अपमान करते हो । उसकी मिसाल देखिये । आपका काम बिगड़ता है अपनी गलती से । और टारगेट करते हो हमें कि देखो - गयी भैंस पानी में । गाय को क्यूं नहीं भेजते पानी में । वो महारानी क्या पानी में गल जायेगी ? आप लोगों में जितने भी लालू लल्लू हैं । उन सबको भी हमेशा हमारे नाम पर ही गाली दी जाती है - काला अक्षर भैंस बराबर । माना कि हम अनपढ़ हैं । लेकिन गाय ने क्या पीएचडी की हुई है ? जब आप में से कोई किसी की बात नहीं सुनता । तब भी हमेशा यही बोलते हो कि - भैंस के आगे बीन बजाने से क्या फ़ायदा । आपसे कोई कह के मर गया था कि हमारे आगे बीन बजाओ ? बजा लो अपनी उसी प्यारी गाय के आगे । भैंस की तरह मोटी हो गयी हो । करीना और कैटरीना गाय और डॉली बिंद्रा भैंस । वाह जी वाह । गाली गलौज करो आप और नाम बदनाम करो हमारा कि - भैंस पूंछ उठायेगी तो गोबर ही करेगी । हम गोबर करती हैं । तो गाय क्या हलवा हगती है ? जी की गाय है । तो गाय तो हो गयी राम जी की और हम हो गये लालू जी के । वाह रे इंसान । ये हाल तो तब है । जब आप में से ज़्यादातर लोग हम भैंसों का दूध पीकर ही सांड बने घूम रहे हैं । उस दूध का क़र्ज़ चुकाना तो दूर, उल्टे हमें बेइज़्ज़त करते हैं । नहीं सकते । हम हैं ही इतने काम की चीज़ । आपकी चहेती गायों की संख्या तो हमारे मुक़ाबले कुछ भी नहीं हैं । फिर भी, मेजोरिटी में होते हुए भी हमारे साथ ऐसा सलूक हो रहा है । रहे हो ? प्लीज़ कुछ करो । पागल बाबा द्वारा - मेरे मार्ग पर चलने के लिये आपको पूरी बात समझनी होगी । सिर्फ़ जीते जी मुक्ति है । मरने के बाद किसी ने कहा नहीं कि स्वर्ग में गया या नर्क में गया । इसका कोई पता नहीं चला । जहिया जन्म मुक्ता हता तहिया हता न कोय । - हे जीव तू मुक्त है । तेरे ऊपर कोई दूसरा कर्ता नहीं है । संसार में आकर के तेरे ऊपर बहुत से आवरण या गिलाफ़ चढ गये । काम क्रोध लोभ मोह अहंकार, मरने जीने का नर्क और स्वर्ग का ये तेरे सारे झूठे आवरण हैं । तू अजर अमर अविनाशी है । गीता में श्रीकृष्ण महाराज ने अर्जुन को समझाया है कि तुझे शस्त्र काट नहीं सकता । आग जला नहीं सकती । जल गला नहीं सकती । वायु सुखा नहीं सकती । फ़िर तुझे किसका भय है । तू अविनाशी मरने जीने वाला नहीं है । इसका उपाय श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा है - तू किसी तत्वदर्शी सन्त के पास जा । दण्डवत प्रणाम कर । उसकी सेवा कर । सेवा करने पर प्रसन्न होकर तुझे तत्व का बोध करायेंगे । तेरे जन्म मरण का वो बन्धन छुङा देंगे । गीता में जीव मुक्त बताया है । और जिसका लोग भजन करते हैं । वो भी मुक्त बताया है । वो भी मरने जीने वाला नहीं है । ये दोनों बनने बिगङने वाले नहीं हैं फ़िर भजन किसका ? इस बात को समझें । लोग कहते हैं कि संसार किसी ने बनाया है । मैं कहता हूँ कि यदि संसार बनाया गया है । तो पहले बीज बना या वृक्ष ? ये अनादि है । किसी का बनाया हुआ नहीं है । पाँच तत्व छटवां जीव ( या बीज ) एक ही है । छह के अलावा जो कुछ भी दिखायी दे रहा है । सब बनने बिगङने वाला है । सदगुरु की पहचान - पहले गुरु को समझो । गुरु से सतसंग करो । गुरु से सतसंग करने से ही गुरुतत्व प्राप्त होगा । उसी को सदगुरु कहते हैं । सदगुरु देहधारी नहीं होता । गुरु देहधारी होता है । जब सदगुरु प्रकट हो जायेगा । तब तुम्हारे सब बन्धन छुट जायेंगे । कोई न काहू सुख दुख करि दाता । निज करि कर्म भोग सब भ्राता । फ़िर दूसरा कौन है । कौन कर सकता है ? जीव दया और आतम पूजा । मुक्त उपाय और नहिं दूजा । तेरे पास दो मार्ग हैं - एक शुभ कर्म और एक अशुभ कर्म । सुमार्ग पर जायेगा । तो राम, कृष्ण, कबीर सी पूजा होगी । कुमार्ग पर कंस रावण जैसा विनाश होगा । अब तू दोनों मार्ग समझ । किस पर चलेगा ? हम घर जारों आपना, लूका लीनों साथ, जो घर जारे आपना चले हमारे साथ । जो काम क्रोध, लोभ मोह अंहकार, को तोङ देगा । वही इस मार्ग पर पहुँचेगा । भक्ति का पहला मार्ग - मात पिता की सेवा, संसार से प्रेम, स्त्रियों के लिये सास ससुर की सेवा और पति को परमेश्वर मानना । बेटियों के लिये गुरु करने की आवश्यकता नहीं । अनसूया का कोई गुरु नहीं था । अपने पतिवृत धर्म से बृह्मा विष्णु शंकर को बालक बना दिया था । सत्यनाम - ये ज्ञान कबीर ने धर्मदास को कराया । वो ये ज्ञान है । राजा जनक ने शुकदेव को कराया । जनक को अष्टावक्र ने । श्रीकृष्ण ने अर्जुन को । सूर्य ने अपने पुत्र इच्छ्वाक को । जीव पर जब तक आवरण चढा है । तब तक जीव जीव है । आवरण हटने पर शिव हो जाता है । पिंडे सोई बृह्मांडे..बाहर सोई अन्दर, दोनों की जानकारी करने चाहते हो तो सम्पर्क करें । सभी मजहब व सभी संप्रदायों के लिये । शब्द की जानकारी, नाम की जानकारी, रुहानी मंडल की जानकारी, सारशब्द की जानकारी, दसवें द्वार की जानकारी, पाँच तत्वों की जानकारी, दस इन्द्रियों की जानकारी, कुन्डलिनी की जानकारी, परमहंस की अवस्था, उनमुनी, बालवत, पिशाच, सुजान । अवस्थाओं की जानकारी, जाग्रत स्वपन सुषुप्ति, तुरीया, तुरीयातीत । इस बात को समझें । और अपनी मंजिल तक पहुँचे । रामायण का नाम - कहाँ लगि करिहों नाम बढाई । सके न राम नाम गुण गाई । नानक साहब का शब्द - शब्द हि धरनी शब्द अकाशा । शब्दई शब्द भयो प्रकाशा । सोई शब्द घट घट में आछे । सगली सृष्टि शब्द के पाछे । मन को जानो, मन क्या है ? पाँच तत्वों की पच्चीस प्रकृतियों के नाम और काम । पच्चीस प्रकृतियों पाँच देवताओं के वास । पाँच तत्वों के पाँच विषयों का निर्णय । पच्चीसों के विषय व चाल । पाँच मुद्राओं पाँच शब्दों का निर्णय । पाँच देह का कोष्ठक निर्णय । पाँच देह का न्यारा न्यारा अर्थ विवरण । मात्राओं के अर्थ । मात्रा अकार उकार मकार । नाम शब्द और मन की जानकारी के लिये फ़ोन पर जानें । और मार्ग पर पहुँचना है । तो स्वयं मिलें । नोट - लेख के तथ्य श्री पागल बाबा के कथनों पर आधारित है । ब्लाग की सहमति अनिवार्य नहीं ।
लोकसभा चुनाव के बीच पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच उठापटक शांत होने का नाम नहीं ले रही है। पश्चिम बंगाल की बारासात लोकसभा सीट से टीएमसी प्रत्याशी काकोली घोष दस्तीदार ने बीजेपी पर पैसे बांटने का आरोप लगाया। उधर, बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने काकोली पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर घर के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। बता दें कि पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में छठे चरण में वोटिंग के दौरान राजनीतिक हिंसा के मामले में चुनाव आयोग ने सख्त ऐक्शन लेते हुए यहां के डीएम और जिला निर्वाचन अधिकारी को पद से हटा दिया है। आयोग ने इस संबंध में रविवार को हुई शिकायत के बाद सोमवार शाम आदेश जारी किया। बारासात लोकसभा सीट पर १९ मई यानी की लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में मतदान होना है। यहां पर टीएमसी ने काकोली घोष दस्तीदार पर दांव लगाया है तो बीजेपी ने यहां से मृणाल कांति देबनाथ को कैंडिडेट घोषित किया है। लोकसभा चुनाव: पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख का आरोप, ट्म्क के लोग बीजेपी कार्यकर्ताओं को धमका रहे हैंपश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख ने यह आरोप लगाया है की ट्म्क के लोग राज्य में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को धमकाने का काम कर रहे हैं और चुनाव आयोग को इस बात का संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए मतदान जारी है। इस चरण में दिल्ली समेत ७ राज्यों की ५९ लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है। सुबह ७ बजे से शाम ६ बजे तक वोटर कर सकेंगे अपने मताधिकार का प्रयोग। इस चरण में कुल १०.1७ करोड़ मतदाता मतदान के योग्य हैं जो 9७9 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।
राणापुर. तालाब के इस हिस्से में सीवर इंटर सेप्टर का काम रुका हुआ है। इस बारे में एसडीएम केसी परते ने कहा अतिक्रमणकर्ताओं को अतिक्रमण हटाने के नोटिस दिए थे। उन्होंने बताया है कि अतिक्रमण हटा लिए हैं। तहसीलदार को इसकी जांच कर वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट देने को कहा है। उस रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई तय होगी। वहीं तहसीलदार नितिन चौहान बोले- हम लोग हमारी मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर हैं, इसलिए एसडीएम के आदेश को लेकर जानकारी नहीं है। तालाब के सौंदर्यीकरण व शुद्धिकरण के लिए २ करोड़ १ लाख रुपए की लागत की योजना का काम चल रहा है। सीवर इंटरसेप्टर भी इसी का एक हिस्सा है। इसका करीब ८० फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसके रास्ते में लोगों द्वारा किया गया पक्का अतिक्रमण बाधा बन गया है। राह में बाधक इन अतिक्रमण को हटाने के लिए ठेकेदार ने नगर परिषद से अनेक बार कहा। नगर परिषद इसे राजस्व विभाग का मामला बताती रही। उसके बाद ठेकेदार ने काम ही बंद कर दिया। करीब एक साल बीतने पर भी निराकरण नहीं हो पाया। फिलहाल वार्ड ९ व ३ की गंदी नालियां तालाब में ही मिल रही। जिससे इसका पानी दूषित होकर बदबूदार हो गया है। बारिश का सीजन शुरू होने वाला है ऐसे में काम पूरा नहीं हुआ तो मुश्किलें बढ़ जाएगी। सीवर इंटरसेप्टर का काम पूरा नहीं होने पर तालाब का पानी प्रदूषित ही रहेगा जिससे २ करोड़ से ज्यादा रुपए का खर्च व्यर्थ चला जाएगा।
चकाला मेट्रो स्टेशन पर बुधवार शाम ७.३० बजे प्रियंका नाम की महिला ऑफिस का काम खत्म कर घर जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रही थी कि तभी उसने मेट्रो स्टेशन पर एक घोषणा सुनी, जिसमें चिकित्सा आपातकाल में सहायता के लिए हेल्थ केयर पेशेवर को कस्टमर केयर अधिकारी से मिलने का अनुरोध किया जा रहा था। प्रियंका ने यह घोषणा सुनी और सीधा कस्टमर केयर की तरफ बढ़ी। हेल्थकेयर क्लीनिकल ट्रेनर प्रियंका कस्टमर केयर सेंटर पहुंची जहां उसने देखा कि एक ७६ वर्षीय बुजुर्ग को दौरा पड़ा था। हेल्थकेयर में एचओएमई (एचसीएएच) प्रशिक्षण प्राप्त प्रियंका ने हालात संभालते हुए एम्बुलेंस आने तक (करीब २० मिनट) बुजुर्ग का उपचार किया। चकाला मेट्रो स्टेशन के कुछ कर्मचारियों के साथ प्रियंका ने एम्बुलेंस में रोगी के साथ यात्रा की और डॉक्टरों के साथ मिलकर उस बुजुर्ग को बचाने में मदद की लेकिन उस व्यक्ति की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। हालांकि प्रियंका के कार्य की वहां मौजूद सभी लोगों ने सराहना की। प्रियंका ने रोगी को न बचा पाने पर अफसोस जताया और कहा कि उसे गर्व है कि एचओएमई में लिया हेल्थकेयर प्रशिक्षण उसके काम आया। चकाला स्टेशन नियंत्रक ने प्रियंका को मेट्रो हीरो बैज के साथ प्रशंसा की और कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया। चकाला मेट्रो स्टेशन के स्टेशन नियंत्रक विजय ने कहा, उन्होंने समाज के लिए एक उदाहरण स्थापित किया है। प्रियंका जैसे जिम्मेदार लोग हमारे समाज को बेहतर बनाते हैं। उसे मेट्रो हीरो के रूप में पहचानना हमारा सम्मान है। जीवन बचाने के हमारे प्रयासों में सक्रिय समर्थन करने के लिए हम उनका आभारी हैं।
नई दिल्ली। विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी(महेन्द्र सिंह धोनी) भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कितने महत्तव रखते हैं, शायद इसकी व्याख्या करना भी आसान नहीं। विकेटकीपिंग में महानता हासिल करने वाले इस दिग्गज खिलाड़ी ने कप्तानी के मामले में भी खूब नाम कमाया। यही कारण है कि इंग्लैंड एंड वेल्स में होने जा रहे विश्व कप(वर्ल्ड कप) के दाैरान भी सभी को उन्हीं से बड़ी उम्मीद लगी है। वह भले ही टीम के कप्तान ना हों लेकिन मैदान के अंदर जिस तरह से उनका रवैया रहता है, उसे देख ऐसा लगता है कि टीम वही चला रहे हैं। विराट कोहली(विरत कोहली) कप्तानी के मामले में इतने पक्के नहीं हैं। धोनी के बिना वह सटीक फैसला नहीं ले सकते, ऐसा सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस का जबकि कई दिग्गजों का भी मानना है। वहीं धोनी के बचपन के कोच केशव रंजन बनर्जी का भी मानना है कि कप्तानी के मामले में कोहली के पास ऐसी कला नहीं है जो धोनी के पास है। धोनी को तैयार करने वाले इस कोच ने एमएस धोनी क्रिकेट अकादमी क्लीनिक लांच के मौके पर समर कैंप' के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जहां तक मैच की स्थितियों को पढ़ने और रणनीति बनाने की बात है तो धोनी की तुलना नहीं की जा सकती। यहां तक कि कोहली में भी यह कला नहीं है। इसलिए कोहली को कुछ सलाह लेने की जरूरत है। अगर धोनी भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हों तो उनकी मदद के लिए कोई नहीं होगा।' उन्होंने कहा, विराट को अब भी कप्तान के तौर पर कुछ समय की जरूरत है और धोनी से सलाह से उसकी मदद ही होगी। नंबर-४ पर काैन बल्लेबाजी करेगा, इसको लेकर कई दिग्गजों मेंं अभी भी आपसी बहस देखने को मिलती है। लेकिन बनर्जी के कोच का मानना है कि चाैथे नंबर की पहले अगर कोई सुलझा सकता है तो वह धोनी ही हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि विश्व कप में धोनी को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। यह फैसला टीम प्रबंधन का है लेकिन यह मेरी राय है। अगर वह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करता है तो उसके बाद बल्लेबाज खुलकर खेल सकते हैं।' धोनी के पास नंबर-४ पर ३० मैच खेलने का अनुभव है। इसपर नंबर पर वह खरे भी उतरे हैं। इसका अंदाजा यह देखकर लगाया जा सकता है कि विश्व कप २०११ का खिताब दिलाने वाले धोनी ने नंबर-४ पर आकर ५६.५८ की एवरेज के साथ 13५८ रन बनाए हैं, जिसमें १२ अर्धशतक व एक नाबाद शतकीय पारी भी शामिल है। वहीं अब यह भी सवाल उठने लग पड़े हैं कि क्या धोनी का यह आखिरी विश्व कप होगा। जब उनके कोच से यह सवाल किया गया तो उन्होंने हंसते हुए इसका जवाह दिया। बनर्जी ने कहा कि आप उन्हें संन्यास लेते देखना चाहते हैं। आपको देखना चाहिए कि वह कितने फिट हैं। यह अहम बात है। धोनी कब संन्यास लेंगे यह उनकी पत्नी और पिता को भी नहीं पता होगा। इसके अलावा उन्होंने ऋषभ पंत को टीम में नहीं चुनने पर कहा कि उन्हें मौका देना जल्दबाजी होगा। भारत के पास अच्छी बेंच स्ट्रैंग्थ है। उन्हें विश्व कप के बाद मौका मिल सकता है।
समाज में माता-पिता अक्सर अपने बेटा व बेटी के लिए दुल्हा-दुल्हन खोजते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। इसके विपरित एक बेटा अपने पिता के निधन के बाद मां को खुशी देने के लिए उनके लिए दुल्हे की तलाश कर रहा है। वह फेसबुक के माध्यम से दुल्हे की तलाश कर रहा है। हुगली जिले के चंदननगर निवासी बेटा गौरव अधिकारी अपनी मां की खुशी के लिए उसकी शादी करवाने के लिए फेसबुक के माध्यम से अच्छे दुल्हे की तलाश कर रहा है। उसने लिखा है कि मेरी मां का नाम दोला अधिकारी है और उम्र ४५ साल है। उसने यह भी लिखा है कि दुल्हा कैसा होना चाहिए। उसके पास जमीन या संपत्ति नहीं हो तो भी चलेगा। वह खुद कमाने वाला हो। उसका व्यवहार अच्छा हो। जो उसकी मां को खुश रख सके। गौरव ने कहा कि अपनी मां के लिए उसे ऐसे ही दुल्हे की तलाश है। जो उसकी मां को हमेशा खुश रख सके और उसका ख्याल कर सके। गौरव के पिता का निधन २०१४ में हो गया था। गौरव का कहना है कि कभी-कभी काम के सिलसिले में घर से बाहर रहता है। ऐसे में उसकी मां अकेली हो जाती है। उसका ख्याल मैं नहीं रख पाता हूं। मैं चाहता हूं कि उनका जीवनसाथी ऐसा हो जो उन्हें हमेशा खुश रख सके। एक तरफ मैं बेटे का फर्ज निभा रहा हूं। दूसरी ओर अपनी मां की शादी कराकर एक जिम्मेदार अभिभावक का भी फर्ज निभाना चाहता हूं। गौरव ने कहा कि मुझे इस बात की जरा सी भी परवाह नहीं है कि लोग क्या कहेंगे। उसका मुख्य सपना है कि वह मां की शादी कराकर उसे खुश देखना चाहता है।
किड्जी प्री स्कूल ऊना में रविवार शाम को वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नगर परिषद अध्यक्ष अमरजोत सिंह बेदी, नीरा कौर बेदी व रूपनीत कौर बेदी, स्कूल के चेयनमैन जगदीश राम, एमडी सुनील चौधरी, प्रधानाचार्य रेणुका चौधरी व एकेडमिक कोडिनेटर ममता व जेएस विज्डम स्कूल की एडमिन लविका ने बतौर गेस्ट शिरकत की। जबकि डीएसपी हरोली अनिल कुमार मेहरा, कुटलैहरिया व हरीश विशेष रूप से उपस्थित रहे। लैंप लाईटनिंग समारोह की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई। इसके बाद बच्चों ने जी एंथम से सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरु किया। समारोह के दौरान बच्चों ने वैलकेम सांग के बाद हिप हॉप डांस किया, जिस पर बच्चों ने खूब तालियां बिटौरी। इसके अलावा बच्चों ने तेरी मिट्टी में मिल जावां सहित अनेक गीतों पर अपनी प्रस्तुतियां पेश की। बच्चों ने धरती, पर्यावरण, पानी, प्रदुषण, प्लास्टिक, जंक फूड, मोबाइल व सेव ट्री को लेकर बहुत से कार्यक्रम किए, जिसकी सभी ने सराहना की। बच्चों ने विभिन्न प्रकार के खेलों की झलकियां प्रस्तुत की। स्कूल प्रधानाचार्य रेणुका चौधरी ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़कर सुनाई। उन्होंने वर्ष भर स्कूल में हुई गतिविधियों के साथ-साथ उपलब्धियों को लेकर पूरा ब्यौरा दिया। समारोह के दौरान स्कूल के रियांशा राणा को विभिन्न गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया। स्कूल के एमडी सुनील चौधरी ने कहा कि किड्जी प्री स्कूल ने बड़े कम समय में उन बुलंदियों को छुआ है, जिन्हे हासिल करने में वर्षों लग जाते हैं। किड्जी स्कूल ने क्षेत्र का एक अग्रणी संस्थान बन चुका है। बच्चों की शिक्षा और विकास की ओर ध्यान दे रहा है। स्कूल समय की आवश्यकता के दृष्टिगत ही अभिभावकों की मांग को ध्यान में रखते हुए अनुरूप शिक्षा प्रदान कर रहा है। एमडी सुनील चौधरी ने छात्रों की अद्भुत प्रस्तुतियों को सराहते हुए उनका मनोबल बढ़ाया साथ ही उनको प्रोत्साहित करते हुए हुए उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। इस अवसर पर ममता लट्ठ, शैली, दीपिका, मुक्ता, अंजना सैणी, अनिता, पूजा जसवाल, अमरजीत, शिवानी, अमनदीप, रजनी, मिनाक्षी, वंदना, सुमन लत्ता, ममता, मोनिका, अनिल कुमारी, सुनिता कुमार व सुनीता, मीना, सिमरित, मनजिंद्र व मनोज सहित अन्य उपस्थित रहे।
से पीड़ित हैं अर्श (के रूप में भी जाना जाता है बवासीर) एक ऐसी स्थिति है जो वास्तव में असहज और दर्दनाक बन सकती है। बवासीर के बहुत सारे सामान्य मामले हैं, इनका दर्द कम करने के लिए प्राकृतिक तरीकों को जानना हमेशा उपयोगी होता है। लेकिन बवासीर या बवासीर क्या हैं? वे मूल रूप से हैं नसों की सूजन जो हमें मलाशय में स्थित मिली, और जब वे सूजन हो जाते हैं, तो यह कष्टप्रद लक्षण पैदा करता है जो कभी-कभी बहुत गंभीर हो सकते हैं। गंभीरता के आधार पर (और, अंततः, बवासीर की डिग्री और प्रभाव, १ से ४ तक), रक्तस्राव हर बार जब आप बाथरूम में जाते हैं, तो जलन, जलन और प्रभावित क्षेत्र में खुजली के दौरान दिखाई दे सकते हैं। उनके कारण वास्तव में बहुत विविध हैं, हालांकि अधिकांश अवसरों के परिणामस्वरूप वे उत्पन्न होते हैं कब्ज या संचलन मूल की समस्याओं के कारण। वे एक गतिहीन जीवन की खोज और शारीरिक व्यायाम के छोटे अभ्यास के कारण भी दिखाई देते हैं। हम आपको इस बार उन युक्तियों की एक श्रृंखला का प्रस्ताव देते हैं जिन्हें आपके घर में किसी भी समय और उसके बाद आसानी से लागू किया जा सकता है, चाहे वह बाथरूम के उपयोग के माध्यम से, बर्फ या चाय और अन्य तरीकों के उपयोग से हो इनसे पीड़ित हैं। उन खाद्य पदार्थों से स्वस्थ आहार लें जो फाइबर से भरपूर हों, जैसे कि ब्रेड या साबुत अनाज टॉर्टिला। पालक, किशमिश, प्लम, अनाज, ब्रोकोली और मटर जैसे विभिन्न फलों और सब्जियों का सेवन करें; इसके अलावा, ओट्स, बीन्स, अनाज और नट्स का सेवन आपको बवासीर का इलाज करने में मदद कर सकता है, क्योंकि जब यह इलाज करने की बात आती है, तो आहार सबसे महत्वपूर्ण कारक होता है, इससे पाचन संबंधी समस्याएं बेहतर होंगी जो आपको हो सकती हैं। दूसरी ओर ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें खाने से बचना चाहिए जो रक्तस्राव के बिगड़ने का कारण बन सकते हैं, जैसे कि मिर्च मिर्च, कुछ मसाले और ड्रेसिंग, लहसुन, अजमोद, प्याज, सरसों, टमाटर सॉस, टमाटर, सिरका, कॉफी, चॉकलेट और शराब; ये ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनसे आपको बचना चाहिए और कब्ज या दस्त जैसी स्थितियों के निर्माण में मदद कर सकते हैं, जो निस्संदेह प्रभावित कर सकते हैं और बवासीर के सबसे सामान्य कारणों में से एक हो सकते हैं। बवासीर के दर्द से राहत पाने का एक तरीका गर्म स्नान का उपयोग करना है। हम किसी भी साबुन या बाहरी एजेंट (स्वाद के पानी, शॉवर शैम्पू, साबुन, आदि) के बिना ८ इंच गर्म पानी के साथ एक टब भरने के लिए आगे बढ़ते हैं। गर्म पानी से भरे टब के साथ और कुछ नहीं (बहुत गर्म नहीं), अगला कदम १० से १५ मिनट के लिए टब में बैठना है, बवासीर की वसूली में तेजी लाने के लिए कई दिनों तक इस प्रक्रिया को दोहराएं और दर्द को कम करें इन। गुदा क्षेत्र में लगाए गए बर्फ या ठंडे चाय बैग के आवेदन से दर्द कम हो सकता है जो वसूली प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए प्रभावी हैं; लपेटना याद रखें, यदि आप बर्फ का उपयोग करते हैं, तो यह आपके आवेदन के लिए कपड़े में है। पीने के पानी का खूब पीने की सलाह दी जाती है; यदि यह पीने योग्य नहीं है, तो इसे उबाल लें या पहले शुद्ध कर लें, इसकी उच्च सोडियम सामग्री के कारण बवासीर होने पर मिनरल वाटर पीने की सलाह नहीं दी जाती है। अच्छी गुदा स्वच्छता बनाए रखना और एक ही समय में बवासीर को खरोंचने या रगड़ने से बचने के लिए उन्हें घायल करने और संक्रमण को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है। ठंड या गर्म पानी से गुदा को धोने की कोशिश करें; इसे साफ करने के लिए, आपको सफाई के लिए टॉयलेट पेपर के उपयोग से बचना चाहिए, इसका उपयोग केवल पानी से धोने के बाद गुदा को सुखाने के लिए किया जाना चाहिए। यह एक जड़ी बूटी है जिसका औषधीय उपयोग है; लसीका जल निकासी को बढ़ावा देता है, जो द्रव प्रतिधारण को कम करता है, विशेष रूप से शिरापरक दीवार के ऊतकों में। स्वर बैठना, जुकाम, एंटी वैरिकाज़ टॉन्सिल के लिए उपयोगी, कसैले और निश्चित रूप से, दर्दनाक बवासीर भी। प्रभावित क्षेत्र की अधिकतम सफाई और देखभाल बनाए रखना इस के एक इष्टतम उपचार के लिए महत्वपूर्ण है। आवश्यक देखभाल के साथ, अधिकांश रोगसूचक बवासीर का दर्द दो से सात दिनों के भीतर कम हो जाएगा, और कठोर गांठ को चार से छह सप्ताह में कम होना चाहिए; आपके पास बवासीर नहीं होना चाहिए, खरोंच या परेशान नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह एक संक्रमण में समाप्त हो सकता है और उन्हें बदतर बना सकता है। हालांकि, यदि आप इस समय में सुधार नहीं देखते हैं या यदि बवासीर २, ३ या ४ डिग्री है, तो आपको व्यक्ति की स्थिति का निदान करने के लिए एक पेशेवर चिकित्सक के पास जाना चाहिए और इसके लिए एक उपयुक्त उपचार भेजना चाहिए। यदि सर्जरी के बिना समस्या का इलाज नहीं किया जा सकता है, तो प्रभावित व्यक्ति को विभिन्न प्रकार के सर्जिकल उपचार उपलब्ध होंगे। यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है। यह एक चिकित्सक के साथ परामर्श को प्रतिस्थापित नहीं कर सकता है और नहीं करना चाहिए।हम आपको अपने विश्वसनीय चिकित्सक से परामर्श करने की सलाह देते हैं।
रघुवर दास का अपना बचपन बहुत अभावों में गुजारा, जिसकी वजह से उन्होंने जमशेदपुर की टाटा स्टील रोलिंग मिल में मजदूर के रूप में अपना सफर शुरु किया। टाटा स्टील के कर्मचारी से झारखंड के नये मुख्यमंत्री बनने तक का रघुवर दास का सियासी सफर बेहद दिलचस्प रहा है। रघुवर दास झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री हैं। रघुवर दास पहली बार १९९५ में भाजपा की टिकट पर जमशेदपुर (पूर्व) से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। चार बार विधायक रह चुके रघुवर दास ३० दिसंबर, २००९ से २९ मई, २०१० तक झारखंड के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। एनडीए की पूर्व सरकार में इन्हें मंत्री पद भी दिया गया था। रघुवर दास को अमित शाह की टीम का हिस्सा माना जाता है। बतौर भाजपा संगठनकर्ता वे कई प्रदेशों में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभा चुके हैं। रघुवर दास भाजपा के कद्दावर नेताओं में जरूर गिने जाते हैं, लेकिन उनका आरएसएस या अन्य सहयोगी संगठनों से कोई सीधा संबंध नहीं है। रघुवर दास १९७४ के छात्र आंदोलन के समय समाजवादी छात्र संगठनों के संपर्क में रहे। उसके बाद भाजपा का दामन थामने के बाद पार्टी ने उन्हें कई जिम्मेदारियां दीं, जिसको उन्होंने बखूबी निभाया। उन्होंने २०१४ के चुनावों में 'जमशेदपुर पूर्व' सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा तथा वे भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के उम्मीदवार आनन्द बिहारी दुबे को ७०१५७ वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए और झारखंड के छठवें मुख्यमंत्री नियुक्त किये हुए। रघुवर दास झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री हैं। ५९-वर्षीय रघुवर दास वर्ष १९७७ में जनता पार्टी के सदस्य बने। वर्ष १९८० में बीजेपी की स्थापना के साथ ही वह सक्रिय राजनीति में आए।उन्होंने वर्ष १९९५ में पहली बार जमशेदपुर पूर्व से विधानसभा का चुनाव लड़ा और विधायक बने। तब से लगातार पांचवीं बार उन्होंने इसी क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीता है। तत्कालीन बिहार के जमशेदपुर पूर्व से वर्ष १९९५ में उनका टिकट बीजेपी के प्रसिद्ध विचारक गोविंदाचार्य ने तय किया था। दास पंद्रह नवंबर, २००० से १७ मार्च, २००३ तक राज्य के श्रम मंत्री रहे, फिर मार्च २००३ से १४ जुलाई, २००४ तक वह भवन निर्माण और १२ मार्च २००५ से १४ सितंबर, २००६ तक झारखंड के वित्त, वाणिज्य और नगर विकास मंत्री रहे। इसके अलावा दास २००९ से ३० मई, २०१० तक झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ बनी बीजेपी की गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री, वित्त, वाणिज्य, कर, ऊर्जा, नगर विकास, आवास और संसदीय कार्य मंत्री भी रहे। रघुवर दास पर कई विवादों के आरोप भी लगे हैं। जनवरी २०१० में रघुवर दास एक प्राइवेट कंपनी को पुरस्कार अच्छे कार्य करने के लिए पुरस्कार देने के चलते विवाद में रहे। बात २००४-२००५ की है जब दास झारखंड की मुंडा सरकार के अंतर्गत शहरी विकास मंत्री थे।
सिरसा । हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर किसान-कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि पिछले चार साल में किसान की आमदनी दोगुनी होने के बजाय लगातार घटी है। किसान आज भाव न मिलने पर अपने उत्पादों को सड़क पर फेंक कर आंदोलन को मजबूर हुआ है। डॉ. तंवर ने ऐलनाबाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि विपक्ष का धर्म होता है कि जनता के हक की आवाज बने, लेकिन भाजपा से मिलीभगत कर जनता को धोखा देने का काम आज इनेलो कर रही है। गर्मी में साइकिल पर यात्रा के सवाल पर तंवर ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की बस एक ही यात्रा हरियाणा बचाओ-परिवर्तन लाओ है बाकी सब कार्यक्रम सम्मेलन या जनसभा है। गत दिवस कांग्रेस की हरियाणा बचाओ-परिवर्तन लाओ साइकिल यात्रा रानियां से शुरू हुई। रविवार को यह यात्रा गांव जमाल से शुरू होकर गांव रुपावास पहुंची। इससे पूर्व यात्रा लहरावाली ढाणी, नकोड़ा, भडोलियावाली मोड़, जीवननगर चौक, जीवन नगर, बूढ़ीमेड़ी चौक, प्रताप नगर, ऐलनाबाद, ममेरा, सुरेरा चौक, पोहड़का, भुरटवाला, मेहनाखेड़ा, उमेदपुरा, मल्लेका, माधोसिंघाना, गुडिय़ाखेड़ा, ढुकड़ा होते हुए जमाल पहुंची थी। इस दौरान ग्रामीणों के बीच पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसान को ताकतवर बनाने के लिए कांग्रेस ने डॉ. स्वामीनाथन आयोग का गठन किया था, लेकिन काम कम बात ज्यादा करने वाली भाजपा के चार साल में किसानों को अच्छे दिन दूर तक नजर नहीं आ रहे।
१. क्वाड कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन ७ इंच की कार जीपीएस है। क्वाड कोर अंड्रॉयड ५.१ जेएसी ज५ नेविगेशन जीपीएस, ब्लूटूथ, वाई-फाई, एसडी, यूएसबी, रेडियो, दर्पण-लिंक समारोह है। ऑब्द, डीवीआर, त्पम्स, पीछे देखने कैमरा और डी ए बी समारोह क्वाड कोर अंड्रॉयड ५.१ जेएसी ज५ नेविगेशन के लिए वैकल्पिक है। ट्रैड कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन एचडी १024 * ६०० और कैपेसिटिव मल्टी-टच स्क्रीन है। ट्रैक्टर कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन एंड्रॉइड ५.१ सिस्टम है। क्वाड कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेवीगेशन रॉकपीप पीएक्स ३ कॉर्टेक्स ए ९ का उपयोग करें। सुमसुंग १गब द्र३, १6गब नंद फ्लैश क्वाड कोर अंड्रॉयड ५.१ जेएसी ज५ नेविगेशन के साथ सुसज्जित है। ३. क्वाड कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेवीगेशन समर्थन आईजीओ, सिगिक और पापुको मैप। ट्रैक्टर कोर एंड्रॉइड ५.१ जेएसी जे ५ नेविगेशन में विभिन्न नि: शुल्क नक्शे, यूरोप (यूके, स्पेन, रूस, इटली, रोमानिया, यूक्रेन, फ्रांस, पोलैंड, डेनमार्क, स्वीडन, स्विटजरलैंड, ग्रीस, हंगरी, जर्मनी, तुर्की और अन्य यूरोप के देशों) हो सकते हैं। , दक्षिण अमेरिका (ब्राजील, अर्जेंटीना, चिली, इक्वाडोर, पेरू, पनामा, कोलंबिया ...), एशिया (भारत, जापान, कोरिया, मलेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, सिंगापुर) , ताइवान, एच, चीन, ...), मध्य पूर्व (सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, बहरीन, इज़राइल, ओमान, जॉर्डन और मिस्र ...), ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड।
चलिए आपको बताते हैं भारत में खेले गए टी२० मुकाबलों में कोहली और फिंच में कौन है आगे। रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दो टी२० मुकाबलों की सीरीज का पहला मैच खेला जाएगा। इन दो मुकाबलों में भारतीय रन मशीन कप्तान विराट कोहली और टी२० स्टार ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरोन फिंच पर नजर रहेगी। दोनों ही कप्तानों के बीच टी२० मुकाबलों में बल्ले के बीच जोरदार जंग देखने को मिल सकती है। दोनों ही रन बनाना पसंद करते हैं और दोनों ही विरोधी टीम पर हावी होने के हुनर में माहिर है। चलिए आपको बताते हैं भारत में खेले गए टी२० मुकाबलों में कोहली और फिंच में कौन है आगे। भारत में खेले गए मुकाबलों की बात करें तो विराट कोहली और एरोन फिंच दोनों ही कप्तानों ने ४-४ मैच खेले हैं। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान फिंच ने ४ मैच में १८२ रन बनाए हैं जबकि विराट को नाम इतने ही मुकाबलों से १३३ रन है। भारत में खेले गए दोनों देशों के कप्तानों की बात करें तो सबसे बड़ा स्कोर फिंच के नाम पर है। एरोन फिंच ने राजकोट में खेलते हुए साल २०१३ में ८९ रन की पारी खेली थी। विराट का सर्वश्रेष्ठ स्कोर ८२ रन है जो उन्होंने साल २०१६ में मोहाली में बनाया था। विराट कोहली और फिंच दोनों ने भारत में ४ टी२० मुकाबले खेल हैं। फिंच के नाम रन ज्यादा हैं लेकिन कोहली का औसत उनसे बेहतर है। फिंच चारो ही मैच में अपना विकेट गंवा कर वापस लौटे थे जबकि कोहली दो मुकाबलों में नाबाद मैच से लौटे। फिंच का औसत ४5.५० का है तो कोहली ६६.५० का औसत रखते हैं। तेजी से रन बनाने के मामले में विराट कोहली कंगारू कप्तान पर भारी है। कोहली १४९.४३ की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं तो फिंच का स्ट्राइक रेट १४६.७७ हैं।
१. सही नींव छाया। यहां तक कि यदि आप हर दिन मेकअप नहीं पहनते हैं, तो उन लोगों के लिए नींव रखना अच्छा होता है जिन्हें आप ~ दोषहीन ~ देखना चाहते हैं। कवरगर्ल, एल'ऑरियल और क्लिनिक जैसे ब्रांडों में निष्पक्ष और गहरे चमकीले लड़कियों के साथ-साथ बीच में सभी के लिए रंगों की एक विस्तृत श्रृंखला है। यदि नींव आपके लिए बहुत भारी महसूस करती है, तो एक टिंटेड मॉइस्चराइज़र, और बीबी और सीसी क्रीम हल्के विकल्प होते हैं जो हर दिन के लिए बहुत अच्छे होते हैं। यहां आपके लिए सही नींव खोजने के लिए सुझाव प्राप्त करें। २. एक बहुआयामी ब्रोंजर। कई रंगों के साथ मोज़ेक ब्रोंजर चुनें, और आप इसे साल भर पहनने में सक्षम होंगे। सर्दियों के महीनों के दौरान हल्के, अधिक हाइलाइटिंग रंगों पर धूल, जब आप अपने गालों को एक सुंदर, प्राकृतिक दिखने वाली चमक देने के लिए पालर होते हैं, और सूरज क्षति के बिना आसान ग्रीष्मकालीन तन के लिए गहरे कांस्य रंगों पर स्वाइप करते हैं। ३. चिमटी वास्तव में, वास्तव में काम करते हैं। उन ब्लंट चिमटी को डुबोएं जो छोटे बाल खींचने के लिए असंभव बनाते हैं। गुणवत्ता चिमटी की एक तेज जोड़ी में निवेश करें, और आप उन्हें हमेशा के लिए रखेंगे। चिमटी एक जीवन-बचतकर्ता होती है जब आपको अंतिम मिनट में भटक भौहें बाल साफ़ करने की आवश्यकता होती है, या जब आपको अपने शरीर पर बाल मिलते हैं जो वास्तव में वहां नहीं होना चाहिए। ट्वीज़मैन उज्ज्वल, मजेदार रंगों में सुपर-प्यारा मिनी बनाता है जिसे आप मुफ्त में तेज कर सकते हैं, ताकि वे हमेशा के लिए चले जाएंगे, जिससे उन्हें छेड़छाड़ की जा सकेगी। ४. निविड़ अंधकार मस्करा। यदि आपके मेकअप बैग में केवल एक मस्करा है, तो इसे निविड़ अंधकार बनाएं। इस तरह, आप पूल पार्टी से अपनी फिल्मों के साथ फिल्म रोना उत्सव में सब कुछ के लिए तैयार रहेंगे। जब आप इसे हटा रहे हों तो बस सावधान रहें। पनरोक मस्करा उतरना मुश्किल हो सकता है; एक तेल आधारित मेकअप रीमूवर का उपयोग करें ताकि आप अपनी चमक को खींच न सकें। क्लिनिक हाई इंपैक्ट वाटरप्रूफ मस्करा और मेबेललाइन ग्रेटलाश वाटरपोफ मस्करा मेकअप कलाकार फव्वारे हैं। ५. मेकअप ब्रश का एक सेट। अपने ब्लश या आंखों के साथ मिलने वाले छोटे ब्रश पर भरोसा न करें। सही उपकरण रखना महत्वपूर्ण है, भले ही आप सही पंख वाले एएलिनर कील की कोशिश कर रहे हैं, अपने गाल समोच्च, या बस एक प्राकृतिक चमक प्राप्त करें। अपनी हिरन के लिए सबसे ज्यादा धमाके के लिए, ब्रश के इस सूची के साथ शुरू करें, जो आपको एक उपकरण पर एक टन खर्च किए बिना मेकअप के साथ प्रयोग करने की अनुमति देगा, जिसे आप केवल एक बार उपयोग करेंगे। और आपको छेड़छाड़ करने की ज़रूरत नहीं है - ईएलएफ प्रसाधन सामग्री $ ३ के लिए औसत जो शानदार बनाता है। ६. नग्न एयेशडो पैलेट। इसमें आंखों, तनों और भूरे रंग के साथ एक आंखों की किट होने से आप मूल रूप से जीवन के लिए सेट हो जाएंगे। आप एक प्राकृतिक, हर रोज एक ग्लैम स्मोकी आंख से देख सकते हैं। यदि आप वास्तव में आंख मेकअप में हैं, शहरी क्षय नग्न पैलेट में निवेश करें, लेकिन आप दवा भंडार में एक महान डुप्ली भी पा सकते हैं। ७. ब्राउन एएलिनर। आपको लगता है कि आपको एक ब्लैक लाइनर चाहिए, लेकिन हर दिन के लिए गहरा भूरा अधिक पहनने योग्य है। अपने कौशल स्तर और वरीयता के आधार पर, आप एक पाउडर संस्करण, पेंसिल, या एक तरल लाइनर के लिए जा सकते हैं। लाइनर को एक सुंदर, भूरे रंग की धुंधली आंखों के देखो के लिए धुंधला करें, या एक आधुनिक शैली के लिए मोटी पर परत करें। ८. एक बोल्ड लिपस्टिक। यहां तक कि यदि आप एक होंठ चमकदार लड़की के अधिक हैं, तो आपको विशेष अवसरों के लिए अपने मेकअप बैग में एक अच्छी लिपस्टिक की आवश्यकता है। यह आपके द्वारा सोए जाने वाले दिनों में एक लाइफसेवर भी है। बस इसे स्वाइप करें, और आप तुरंत पॉलिश देखेंगे। इसके अलावा, जब आप चुटकी में हों तो आप इसे गाल या भौं के दाग के रूप में उपयोग कर सकते हैं। ९. कंसलर। ज़ीट, अंधेरे सर्कल, और लाली को कवर करने के लिए, एक अच्छा छुपा कुंजी महत्वपूर्ण है। उन दिनों में जब आप नींव छोड़ना चाहते हैं, तो आप केवल छुपाने वाले पर जा सकते हैं और जा सकते हैं। १०. आपकी त्वचा टोन के लिए सही ब्लश। ब्लश एक साल भर होना चाहिए। सही छाया तुरंत आपके चेहरे को उज्ज्वल कर देगी और अगर आप पूरी रात पढ़ रहे थे तब भी आप कम थके हुए दिखेंगे। लेकिन यह आपकी त्वचा के प्रकार के लिए सही सूत्र खोजने के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है जो आपको एक जोकर की तरह दिखने नहीं देता है। यदि आप त्वचा अधिक तेल या मुँहासे प्रवण हैं, तो एक प्रकाश, खनिज ब्लश के लिए जाएं जो आपकी त्वचा को सांस लेने देगी। यदि आप त्वचा सूखी हैं, क्रीम ब्लश अद्भुत काम करता है और आपको केकी नहीं छोड़ देगा। ११. ब्लॉटिंग चादरें। तेल-अवशोषित चादरें केवल तेल त्वचा के लिए नहीं हैं। वे सभी प्रकार के त्वचा के लिए जीवन-बचतकर्ता हैं, खासकर जब यह गर्म और आर्द्र हो जाता है और आपको अपने मेकअप को गड़बड़ किए बिना पसीने और तेल से छुटकारा पाना पड़ता है, या अधिक पाउडर पर पकड़ा जाता है। आप सूखे शैम्पू के लिए स्टैंड-इन के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं जब आप खोपड़ी थोड़ा चिकना महसूस कर रहे हैं। जादू! १२. हाइलाइटर। मेरा मतलब है, चलो असली हो। आपको वास्तव में अपने चेहरे पर थोड़ा शर्मिंदा बिना अपने घर को नहीं छोड़ना चाहिए। चाहे आप रोजमर्रा के नज़र के लिए जा रहे हों या आप रात के लिए चीजों को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, सही हाइलाइटर आपके सुंदर गालबोन में एक नया आयाम जोड़ सकता है। यदि आप पहले से नहीं हैं, तो आप निश्चित रूप से दो फेस वाले डायमंड लाइट हाइलाइटर को आजमा सकते हैं।
चहल्लुम के अवसर पर शहर में बैठे ताजियों को रविवार को सागरताल में दफनाया गया। जबकि पिछोरियों की पहाड़ियां पर ताजियों को पीछे दफनाकर श्रद्घांजलि अर्पित की गई। मोहर्रम एवं करबला कमेटी के अध्यक्ष अख्तर हुसैन कुरैशी ने बताया कि चहल्लुम के अवसर पर सभी स्थानों से ताजिये अपने मुकामों से उठकर सागरताल पर पहुंचे। वहां पर तिलावते कुराने की आयतों को पढ़कर ताजियों को दफनाया गया। साथ ही वहां पर श्रद्घांजलि भी आयोजित की गई। जबकि पिछोरियों की पहाड़ियों पर विराजने वाले ताजियों को पहाड़ियां के पीछे ही दफनाकर श्रद्घांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर कमेटी के महामंत्री लतीफ खां मल्लू, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल , अमर सिंह माहौर,कृष्णराव दीक्षित,चतुर्भुज धनोलिया, लाल सिंह एडवोकेट आदि उपस्थित थे।
नई दिल्ली (८ मई): इमानुएल मैक्रों फ्रांस के अगले राष्ट्रपति होगें। ३९ साल के मैक्रों फ्रांग के देश के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। मैक्रों ने अपने करियर की शुरुआत एक नौकरशाह के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने निवेश बैंकर के रूप में हाथ आजमाया और अब वह देश के नए राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। इमैनुएल मैक्रों की जीत से दुनियाभर के शेयर बाजारों में खुशी का माहौल है। मैकों की जीत की खबर आने से एशियाई शेयर बाजारों में रौनक देखी जा रही है। जापानी शेयर मार्केट निक्केई पर लगभग १.८ फीसदी की उछाल के साथ दिन का कारोबार शुरू हुआ वहीं स्ट्रेट्स टाइम्स ०.१ फीसदी, हैंगसेंग ०.४ फीसदी और ताइवान शेयर बाजार ०.१ फीसदी की उछाल के साथ दिन की शुरुआत की। फ्रांस चुनावों के नतीजों पर भारतीय शेयर बाजार ने भी हरे निशान में शुरुआत करते हुए प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में लगभग १०० अंकों की बढ़त बनाते हुए ३०,००० के आंकड़े के पास पहुंच गया। सेंसेक्स में यह उछाल ०.३० फीसदी से अधिक की रही। वहीं 5० प्रमुख शेयरों वाला निफ्टी इंडेक्स भी एशियाई बाजारों की तर्ज पर ०.4० फीसदी की बढ़त लेते हुए ९,३२२ के स्तर पर पहुंत गया। अन्य प्रमुख एशियाई इंडेक्स कोस्पी ०.६ फीसदी की मजबूती के साथ खुला तो भारतीय शेयर बाजार के खुलने से पहले प्रमुख एशियाई इंडेक्स एसजीएक्स निफ्टी भी ०.२ फीसदी की मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है। गौरतलब है कि एशियाई बाजारों में फ्रांस चुनावों से लौटी मजबूती के बाद उम्मीद जताई गई कि भारतीय शेयर बाजार भी मजबूत शुरुआत करते नजर आ सकते हैं।
मुस्लिम धर्मगुरु इमाम उमर इलयासी ने बुधवार को कहा कि शरीयत कानून नहीं बल्कि मानसिकता बदलने की जरूरत है। उनका यह बयान जमीयत उलेमा हिंद के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के २५ मौलानाओं की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मुलाकात के बाद आया है। उन्होंने कहा, यह मामला बहुत गंभीर हो गया है। अब लगता है कि हमें कुछ तय करना होगा। जुलाई के पहले सप्ताह में हमने अखिल भारतीय इमाम संगठन की बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया है जिसमें हम इस मामले पर चर्चा करेंगे। हम मानते हैं कि कहीं इसका दुरुपयोग हुआ है और इस पर चिंता करने की हमारी ज़िम्मेदारी है। महिलाओं के अधिकार केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं हैं, बल्कि समाज के भी हैं। लोगों की मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है, शरीयत नहीं। इन नेताओं के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा था कि पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है और यह कि भारतीय समाज के सभी वर्गों की जिम्मेदारी देश को आगे बढ़ाने के लिए है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने डोभाल से सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री से मुलाक़ात की प्रशंसा करते हुए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने आशा व्यक्त की कि वे समाज के सभी क्षेत्रों की समृद्धि और कल्याण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने तीन तलाक़ के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी के रुख कीसराहना की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जो शैक्षिक संस्थानों से भी जुड़े हुए हैं, ने सरकार की नकद रहित लेनदेन, स्टार्ट-अप आदि पहल का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने पहले ही दोहराया कि मुस्लिम समुदाय को इस मुद्दे को राजनीति में घसीटने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए और इसमें सुधार की शुरुआत करने की जिम्मेदारी लेने का सभी से आग्रह किया गया।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज विधानसभा में कहा कि राज्य में अटल सेवा केन्द्र का नाम फिर से राजीव सेवा केन्द्र किया जायेगा। गहलोत ने निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा द्वारा स्थगन प्रस्ताव के तहत उठाये इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि इसके लिए पहले ही निर्देश दे दिये गये हैं और न्यायालय के आदेश की पालना के तहत प्रदेश में अटल सेवा केन्द्रों का नाम बदलकर फिर राजीव सेवा केन्द्र कर दिया जायेगा। के कारण मजबूरन अब अटल सेवा केन्द्र का नाम फिर राजीव सेवा केन्द्र करना पड़ेगा। इससे पहले लोढ़ा ने कहा कि पूरे देश में राजीव सेवा केन्द्र का नाम चल रहा है लेकिन केवल राजस्थान में भाजपा सरकार ने इसे बदलकर अटल सेवा केन्द्र कर दिया। उन्होंने कहा कि यह मामला न्यायालय में चले जाने के बाद इस पर न्यायालय ने राज्य सरकार के निर्णय को निरस्त कर दिया। उन्होंने अटल सेवा केन्द्र का नाम बदलकर राजीव सेवा केन्द्र करने की मांग की।
नानखताई को कुकर में भी बहुत असानी से बना सकते हैं। बिना ओवन के भी यह नानखताई उतनी ही अच्छी स्वादिष्ट बनकर तैयार होती है। विधि: नान खटाई बनाने के लिए किसी प्याले में मैदा निकाल लीजिए। मैदा में सूजी, बेसन डाल कर अच्छे से मिक्स कर लीजिए। अब एक दूसरे प्याले में देशी घी निकल लीजिए और घी में चीनी डाल कर अच्छे से मिक्स कीजिए और मिश्रण को तब तक फेंटिए जब तक की वो अच्छे से फूला हुआ और गाढा़ होकर एकसार हो जाए। मिश्रण के अच्छे से फूल जाने पर इसमें बेकिंग पाउडर और इलायची पाउडर डाल कर मिक्स कर लीजिए। इस मिश्रण में मैदा सूजी और बेसन का मिश्रण जो अलग से मिक्स कर लिया था इसमें डाल दीजिए और सभी चीजों को अच्छे से मिलाते हुए मिक्स कर लीजिए। मश्रण को हाथ से आटे के जैसा हल्का सा गूंथ कर तैयार कर लीजिए। (अगर आपका मिश्रण सूखा सा लग रहा है तो आप इसमें १-२ चम्मच दूध के डाल कर इसे ठीक कर सकते हैं)। नान खटाई बनाने के लिए कुकर को गैस पर गरम होने के लिए रखें। कुकर में १/२ किलो नमक डाल कर कुकर के तले पर नमक की परत बिछा दीजिए। अब इस पर एक जाली स्टैंड रख दीजिए। अब कुकर को ढक कर इसे अच्छे से गरम होने दीजिए। नान खटाई बनाने के लिए कोई भी ऐसी प्लेट ले लीजिए जो कुकर में आसानी से आ जाए। प्लेट को घी लगाकर चिकना कर लीजिए। अब नान खटाई के लिए तैयार किए मिश्रण में से थोडा़ सा मिश्रण निकाल लीजिए और हथेली की सहायता से इसे गोल आकार देकर हल्का सा चपटा कर लीजिए और इसे घी लगी प्लेट में रख दीजिए। सारी नान खटाई इसी तरह से बना कर प्लेट पर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर रखते जाएं। सभी नान खटाई पर चाकू से क्रास का निशान बना दीजिए, और इस पर थोड़ा-थोड़ा पिस्ता डाल दीजिए। कुकर को ७-८ मिनिट तक गरम कर लिया है, कुकर अच्छे से गरम हो कर तैयार है। अब नान खटाई की प्लेट को कुकर में जाली स्टैंड पर रख दीजिए। कुकर को ढक कर मध्यम आंच पर १० मिनिट के लिए नान खटाई को बेक होने दीजिए। १० मिनिट बाद नान खटाई को चैक कीजिए। कुकर का ढक्कन खोले और चैक करें, नान खटाई फूल तो गई पर सिकी नहीं है तो इसे फिर से बंद करके ४-५ मिनिट के लिए सिकने दीजिए अब गैस की आंच को थोड़ा तेज कर दीजिए और तेज आंच पर इसे सिकने दीजिए। जब तक नान खटाई सिक रही है, बचे हुए मिश्रण से और नान खटाई बना कर तैयार कर लीजिए। नान खटाई को चैक कीजिए, नान खटाई सिक कर तैयार है यह अच्छी फूली हुई और हल्की सी ब्राउन सिक चुकी है। प्लेट को कुकर में से निकाल लीजिए और ठंडा होने दीजिए। तब तक तैयार मिश्रण से बनाई हुई नान खटाई की दूसरी प्लेट को सिकने के लिए कुकर में रख दीजिए। नान खटाई सिकने पर इसे भी निकाल लीजिए और ठंडा होने दीजिए। नान खटाई के ठंडा होने पर इसे प्लेट में निकाल लीजिए और सर्व कीजिए। नान खटाई को बेक होने में १२-१५ मिनिट का समय लग जाता है। नान खटाई को पूरी तरह से ठंडा हो जाने के बाद इसे किसी भी एयर टाइट कंटेनर में भर कर रख दीजिए और पूरे १ माह तक इसे खाते रहिए। आपको इसका स्वाद बहुत भाएगा।
आलोक कुमार और जितेन्द्र कुमार को नीति आयोग में पांच साल के लिए सलाहकार नियुक्त किया गया है। ये नियुक्तियां शनिवार से प्रभावी हो गई हैं।आलोक उत्तर प्रदेश कैडर के १९९३ बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जबकि जितेन्द्र उत्तराखंड कैडर के १९८७ बैच के भारतीय वन सेवा के अधिकारी हैं। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि अन्ना राय को वित्तीय सेवाओं के विभाग में संयुक्त सचिव के तौर पर नियुक्त किया गया है। १९९२ बैच की भारतीय आर्थिक सेवा की अधिकारी राय का कार्यकाल ३१ अक्तूबर, २०१७ तक का होगा। अभी वह इसी विभाग में निदेशक के तौर पर काम कर रही हैं। आईएएस अधिकारी संजय प्रसाद को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में पांच साल के लिए संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है। वहीं मणिपुर त्रिपुरा कैडर के १९९६ बैच के आईएएस अधिकारी जितेन्द्र कुमार सिन्हा को पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है। भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा व वित्त सेवा के अधिकारी मोहम्मद शाहबाज अली को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम में प्रबंध निदेशक :संयुक्त सचिव के स्तर: के पद पर नियुक्त किया गया है। वहीं भारतीय वन सेवा के अधिकारी राजीव कुमार को इलेक्ट्रानिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है, जबकि भारतीय रेलवे लेखा सेवा के १९८७ बैच के अधिकारी जगमोहन गुप्ता को जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनरद्धार मंत्रालय में नया संयुक्त सचिव व वित्तीय सलाहकार नियुक्त किया गया है। भारतीय रेल सेवा (इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स) के अधिकारी वेणुगोपाल रेड्डी गद्दम को श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है। वहीं भारतीय राजस्व सेवा के १९८८ बैच के अधिकारी नवनीत सोनी को राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण में सदस्य सचिव (संयुक्त सचिव स्तर का) नियुक्त किया गया है।
तो आइये जानते है कि आपके लिए नौकरी या व्यवसाय में क्या बेहतर और किन क्षेत्रों में आप अधिक सफल हो सकते हैं। हथेली में अनामिका ऊँगली के नीचे के भाग को सूर्य पर्वत कहा जाता है यदि किसी की हथेली में सूर्य का स्थान अर्थात सूर्य पर्वत उभरा हुआ हो तो ऐसे लोग इलेक्ट्रॉनिक्स, विज्ञापन, पेंटिंग, डेकोरेशन, सरकारी नौकरी जैसे क्षेत्रों में बड़ी कामयाबी हासिल करते है। प्रश्न- हथेली में सरकारी नौकरी रेखा कहाँ पर होती है? प्रश्न- नौकरी और व्यवसाय के लिए किन रेखाओं का अध्ययन किया जाता है? प्रश्न- हथेली में मंगल पर्वत कहाँ पर होता है? प्रश्न- हथेली में सूर्य पर्वत किस ऊँगली के नीचे होता है?
सलमान खान का बर्थडे केक। भांजे अहिल के साथ केक काटते सलमान। सलमान खान, अहिल और आयुष शर्मा। बीना काक, लूलिया वंतूर, सलमान। श्रद्धा कपूर और सलमान। केक काटते सलमान। सलमान खान, बीना काक, रणदीप हुड्डा। डेजी शाह, बीना काक और संगीता बिजलानी। बीना काक के साथ सलमान। पार्टी में पोज देती बीना काक और श्वेता रोहिरा। बीना काक और लूलिया वंतूर। सलमान और बीना काक। अरबाज खान के साथ बीना काक। संगीता बिजलानी के साथ बीना काक। बिपाशा बसु और सलमान। मुंहबोली बहन श्वेता के साथ सलमान। मौनी रॉय के साथ सलमान। रेमो डीसूजा के साथ सलमान। बिपाशा और करण सिंह ग्रोवर।
उत्तर प्रदेश में आगरा जनपद के प्राचीन स्थान बटेश्वर के मूल निवासी पण्डित कृष्ण बिहारी वाजपेयी मध्य प्रदेश की ग्वालियर रियासत में अध्यापक थे। वहीं शिन्दे की छावनी में २५ दिसम्बर १९२४, को ब्रह्ममुहूर्त में उनकी सहधर्मिणी कृष्णा वाजपेयी की कोख से अटल जी का जन्म हुआ था। पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी ग्वालियर में अध्यापन कार्य तो करते ही थे इसके अतिरिक्त वे हिन्दी व ब्रज भाषा के सिद्धहस्त कवि भी थे। पुत्र में काव्य के गुण वंशानुगत परिपाटी से प्राप्त हुए। महात्मा रामचन्द्र वीर द्वारा रचित अमर कृति विजय पताका पढकर अटल जी के जीवन की दिशा ही बदल गयी। अटल जी की बी०ए० की शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कालेज (वर्तमान में लक्ष्मीबाई कालेज) में हुई। छात्र जीवन से वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक बने और तभी से राष्ट्रीय स्तर की वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहे। कानपुर के डी०ए०वी० कालेज से राजनीति शास्त्र में एम०ए० की परीक्षा प्रथम श्रेणी, में उत्तीर्ण की। उसके बाद उन्होंने अपने पिताजी के साथ.साथ कानपुर में ही एल०एल०बी० की पढ़ाई भी प्रारम्भ की लेकिन उसे बीच में ही विराम देकर पूरी निष्ठा से संघ के कार्य में जुट गये। उन्होंने अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारम्भ किया था और देश के सर्वोच्च पद पर पहुँचने तक उस संकल्प को पूरी निष्ठा से निभाया। डॉ॰ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के निर्देशन में राजनीति का पाठ तो पढ़ा ही, साथ-साथ पांचजन्य, राष्ट्रधर्म, दैनिक स्वदेश और वीर अर्जुन जैसे पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादन का कार्य भी कुशलता पूर्वक करते रहे। वे भारतीय जनसंघ की स्थापना करने वाले महापुरुषों में से एक हैं और १९६८ से १९७३ तक उसके अध्यक्ष भी रहे। वे जीवन भर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे। वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पहले प्रधानमन्त्री थे जिन्होंने गैर काँग्रेसी प्रधानमन्त्री पद के ५ साल बिना किसी समस्या के पूरे किए। उन्होंने २४ दलों के गठबंधन से सरकार बनाई थी जिसमें ८१ मन्त्री थे। कभी किसी दल ने आनाकानी नहीं की। इससे उनकी नेतृत्व क्षमता का पता चलता है।
जयपुर। इस मौसम में भारी बारिश ने देशभर में तबाही ला दी है। मूसलाधार बारिश से कई सारे राज्यों के जनजीवन प्रभावित हो रहे हैं। इसी तरह राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में बारिश के पानी की वजह से एक स्कूल में ३५० बच्चे और ५० टीचर फंस गए हैं। बता दें राणा प्रताप डैम से पानी छोड़े जाने के बाद नदियों में पानी का उफान है। सड़कों पर भी पानी जमा हो गए हैं। जिसकी वजह से ३५० बच्चे स्कूलों में कैद होकर रह गए हैं। इस मुश्किल वक्त में बस यही राहत की बात है कि स्थानीय लोग बच्चों और शिक्षकों की भरपूर मदद कर रहे हैं। उन्हें खाना-पानी जैसे बुनियादी चीजें ले जाकर दे पा रहे हैं। दरअसल, राणा प्रताप डैम से भारी मात्रा में निकले पानी की वजह से सड़कों पर सैलाब जैसे हालात बन गए हैं। स्कूल में फंसे बच्चों और शिक्षकों को स्थानीय लोग तत्काल सहायता और खाने-पीने का सामान पहुंचा रहे हैं। वहीं कोटा बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से श्योपुर की चंबल नदी में भी उफान आ गया है। यही वजह है कि चंबल के बढ़े जल स्तर से आसपास के कई गांवों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। इतना ही नहीं इस बाढ़ की वजह से श्योपुर को जयपुर और सवाई माधोपुर को जोड़ने वाला स्टेट हाईवे भी डूब गया है। देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। राजस्थान में भी मूसलाधार बारिश ने ऐसे हालात बना दिए हैं कि कोटा समेत कई शहरों में जनजीवन ठप है। भारी बारिश के कारण कोटा में बैराज के १८ गेट खोले गए हैं। जिससे साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वहीं प्रतापगढ़, करौली में भी हालात बद से बदतर हैं। बता दें कोटा बैराज से ६१ हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बताया जा रहा है कि १३ साल बाद बैराज के सभी १९ गेट खोल दिए गए हैं। जिससे निचले इलाकों में पानी का भरी जमाव हो गया है। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़ में भी हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। सभी छोटी-नदियां किनारा तोड़कर फैलती जा रही हैं। नदी के उफान में कोटा-दौसा मेगा हाईवे भी दरिया बन गया है। जिसके बंद होने से दर्जनों गांवों का संपर्क कोटा टूट गया है।
ब्लैकबेरी एक समय में ऐसी कंपनी मानी जाती थी जिसके उपभोक्ता या तो बिजनेस मैन होते थे या फिर प्रोफेशनल, लेकिन एंड्रायड आने के बाद ब्लैकबेरी हैंडसेट की मांग घटने लगी इसके कई कारण थे सबसे पहला ब्लैकबेरी है हैंडसेट की कीमत काफी ज्यादा थी और दूसरा इंटरनेट सस्ता होने के बाद भी ब्लैकबेरी के हैंडसेट में साधारण इंटनेट प्लान नहीं यूज़ कर सकते थे। लेकिन देर से ही सही ब्लैकबेरी अब एक बार फिर मार्केट में अपनी खोई हुई जगह वापस पाने की कोशिश करने में लगा है। हालाकि ब्लैकबेरी जेड १० और जेड ३० मार्केट में उतने पसंद नहीं किए गए जितनी कंपनी को उम्मीद थी। जिसकी वजह से कंपनी ने जेड १० के दामों में काफी कमी भी की, इस समय जेड १० बाजार में १७,००० रुपए में मिल रहा है जबकि इसकी लांच कीमत ४०,००० रुपए से अधिक थी। खैर एक बार फिर ब्लैकबेरी जेड ३ स्मार्टफोन भारत में लांच करने वाला है। इंडोनेशिया में जेड ३ को ११,००० रुपए में लांच किया गया है जिससे उम्मीद की जा रही है भारत में भी ये लगभग इतनी की कीमत में उतारा जाएगा। अब सबसे बड़ा सवाल ये हैं कि क्या जेड ३ भारतीय बाजार में चल पाएगा। आईए जानते हैं उन ६ कारणों के बारे में जिनकी वजह से ब्लैकबेरी जेड ३ खरीदना फायदे का सौदा होगा।
पिशाचिनी मुक्ति पूजा में बाकायदा 'फेमिनिज्म' और 'मी टू इंडिया' का पिंडदान भी किया गया। इनका कहना है कि 'मी टू' आंदोलन भारत में लैंगिक समानता के लिए सकारात्मक की अपेक्षा नकारात्मक ज्यादा रहा। नारीवाद यानी फेमिनिज्म (फेमिनिस्म) और मी टू मूवमेंट (मे तो इंडिया) पिछले कुछ सालों से चर्चा के अहम मसलों में शुमार है। कुछ लोग इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में सकारात्मक कदम मानते हैं तो कुछ लोग इसे मुसीबत का सबब मानते हैं। कर्नाटक में इसे लेकर एक अनोखा मामला सामने आया है। दरअसल यहां एक संगठन ने पिछले दिनों नारीवाद को खत्म करने के लिए पिशाचिनी मुक्ति पूजा का आयोजन किया। इसे परिवार बचाओ आंदोलन बताकर पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई। इस कार्यक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर जबर्दस्त प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। ४० एनजीओ ने मिलकर चलाई मुहिमः इसमें इस मुहिम को भारती परिवार बचाओ आंदोलन नाम दिया गया। बताया जा रहा है कि इसे पारिवारिक सद्भाव और लैंगिक समानता के लिए काम करने वाले ४० एनजीओ ने मिलकर शुरू किया है। इनका कहना है कि इस तरह की विचारधारा ने देश में लैंगिक भेदभाव को घटाने की बजाय बढ़ाया है। फेमिनिज्म-मी टू का पिंडदान भी किया गयाः रिलीज के मुताबिक पिशाचिनी मुक्ति पूजा में बाकायदा फेमिनिज्म और मी टू इंडिया का पिंडदान भी किया गया। इनका कहना है कि मी टू आंदोलन भारत में लैंगिक समानता के लिए सकारात्मक की अपेक्षा नकारात्मक ज्यादा रहा। रिपोर्ट के मुताबिक यह आयोजन सिर्फ कर्नाटक में नहीं बल्कि इसी दिन देश के लगभग ५० अन्य स्थानों पर भी किया गया। बता दें कि इस कार्यक्रम के आयोजन का फैसला ११वीं अखिल भारतीय पुरुष महासभा में लिया गया था। सोशल मीडिया पर फेमिनिज्म पिशाचिनीट्रेंड करने लगा।
खुटहन, जौनपुर। क्षेत्र के इमामपुर गांव से शनिवार की रात पुलिस ने दो नाबालिग चोरों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशान देही पर एक स्टेब्लाइजर बरामद किया गया। पुलिस ने दोनों को बाल सुधार गृह रामनगर वाराणसी भेज दिया। उक्त गांव निवासी विजय सोनी पुत्र काशी नाथ व संतोष गौतम पुत्र रामकेवल के खिलाफ शेखूपुर गांव से डीजल इंजन के पार्ट और स्टेब्लाइजर चोरी का अलग अलग आरोप था। जिसके आधार पर पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी। शनिवार की रात मुखबिर की सूचना पर उप निरीक्षक नकी हैदर रिजवी ने दोनों को उनके घर से ही गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर दो कबाड़ी के दुकान पर छापा मारा गया। मगर कबाड़ी डीजल पम्प का पार्ट बेच दिया था और स्टेप्लाईजर शेखूपुर के ही एक व्यक्ति के घर से बरामद हुआ।
किसी प्रकार का भय इंसान के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। भूत का डर हो या अन्य किसी प्रकार का डर इंसान के दैनिक जीवन के काम को भी प्रभावित करता है। आपने कई बार लोगों को यह कहते हुए सुना होगा की रात में भूत का डर लगता है। यह एक प्रकार का भय होता है जिसे मेडिकल टर्म में फॉस्मोफोबिया कहा जाता है। किसी प्रकार का भय इंसान के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। भूत का डर हो या अन्य किसी प्रकार का डर इंसान के दैनिक जीवन के काम को भी प्रभावित करता है। टॉक थेरपी के माध्यम से इसका उपचार संभव है। टॉाक थेरपी के माध्यम से यह समझने की कोशिश की जाती है कि भय किस बात है और उसकी जड़ क्या है, इसके बाद उस सोच को बदलने के लिए आवश्यक प्रयास किया जा सकता है। सांस की कुछ एक्सरसाइज के माध्यम से इसमें आराम मिलता है। आराम और शांत मन के लिए इसे करना चाहिए।
मिलिए दिल्ली के नन्हें क्रिकेटर और भविष्य के गौतम गंभीर कहे जाने वाले शौर्या पंडित से । दिल्ली २० मई: चलिए जानते है भविष्य के सौरभ गांगुली और गौतम गंभीर कहे जाने वाले नन्हें क्रिकेटर के बारे में जिसका नाम है शौर्या पंडित। यह महज १०साल के है लेकिन क्रिकेट के टैलेंट तो भरपूर है। भविष्य के उभरते हुए सितारें है शौर्या पंडित जिसने अपने छोटे से उम्र में क्रिकेट में ऐसा बल्ले का जादू दिखाया कि बड़े-बड़े लोग जो क्रिकेट से जुड़े है इन्हें भविष्य का सौरव गांगुली या गौतम गंभीर बुलाते है।। शौर्या पंडित मुख्य रूप से दिल्ली के रहने वाले है और इस बच्चे के उम्र महज १० वर्ष है लेकिन क्रिकेट कि टैलेंट और क्लासिकल शॉर्ट्स खेलता है कि अच्छे अच्छे खिलाड़ी का मन मोह लेता है। शौर्या के पिता का नाम जितेन्द्र पंडित है यह एक विजन्स मैन है इनकी माता का नाम नेहा पंडित यह एक टीचर है इनके परिवार में एक बहन भी है दिक्शा पंडित,दादा और दादी है। शौर्या के पिता ने खेल पत्रिका से कहा कि शौर्या क्रिकेट ही नही बल्कि पढ़ाई में भी बहुत तेज़ है। पिता ने बताया कि शौर्या जब ७ साल का था तबसे क्रिकेट खेलना शुरू किया था अभी वह १० साल का इन तीन सालों में बहुत से टूर्नामेंट खेले अंडर-१२ और अंडर-१४ के जिसमे शौर्या ने ४८ मेडल और कप जीते है। शौर्या लेफ्ट हैंड बैट्समैन ऑलराउंडर है वह दीपक सिंघल के अंदर क्रिएटिव स्टार्स क्रिकेट एकेडमी में प्रैक्टिस करता है। शौर्या के आइडियल क्रिकेटर में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर तथा एक अन्य विकेटकीपर बैट्समैन श्री लंका के कुमार संगाकारा है। अब तक शौर्या ने बहुत से टूर्नामेंट खेले है जिसमे मैन ऑफ द मैच व सीरीज हुई है। शौर्या के पिता जितेंद्र ने बताया कि मेरा परिवार ३० साल पहले पंजाब के पटियाल में रहता था अब सभी दिल्ली में रहते है हालांकि मैंने कभी स्पोर्ट्स में कुछ नही किया लेकिन मेरे पिता जी (शौर्या के दादा जी) एक बहुत प्रसिद्ध कब्बडी ख़िलाडी थे उन्हें बहुत से अवॉर्ड भी मिले है कब्बडी में ।। शौर्या पंडित इतने टैलेंट है कि आगे चलकर जरूर यह देश के लिए क्रिकेट खेलेंगे इनके क्लासिकल शॉर्ट्स देख के ही लोग इनकी तुलना भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर व भारतीय टीम के पूर्व सफल कप्तान में से एक सौरभ गांगुली से करते है।।बस इसके टैलेंट को देखने के लिए वह नजरिया चाहिए जो शौर्या को सही स्थान दिला सके।। नेक्स्ट आर्टियलबदल सकता है क्रिकेट व खेल में यह मुख्य नियम देखे? दिल्ली & जिला क्रिकेट संघ के लोकपाल ने दुबारा चुनाव करबाने कि मांग। बीसीए सचिव को लेकर ख़बरे तेज,वापसी कि ख़बरे। भारत का तीसरा सबसे बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट केकेसी कप गाजियाबाद में,
ह्यूस्टन २२ सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सप्ताह की अमेरिका यात्रा पर पहुंचने के बाद रविवार को कश्मीरी पंडित समुदाय के एक प्रतिनिधि मंडल से मिले जो उनसे मिलने के बाद बेहद भावुक दिखाई दिए। श्री मोदी ने इस दौरान प्रतिनिधि मंडल के साथ नमस्ते शारदे देवी श्लोक का उच्चारण भी किया जिसके अंत में नमो नमः शब्द का उल्लेख किया गया। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के लोगों समेत मानवता के बेहतरी के लिए प्राथना भी की गयी। श्री मोदी ने इस दौरान नमो-नमो का उल्लेख भी किया जिसके बाद पूरा प्रतिनिधि मंडल अपने आप को हसने से नहीं रोक सका।
इलाहाबाद : प्रदेश सरकार के निर्देश पर गुरुवार को शिक्षा महकमे के अफसरों की स्क्रीनिंग होनी है। जिन अफसरों पर गंभीर जांचें वर्षो से चल रही हैं उनकी भविष्य की सेवा की तस्वीर भी इस बैठक में साफ होगी। असल में शासन उन दागी अफसरों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति कर रहा है, जिनकी आयु ५० वर्ष पूर्ण हो चुकी है साथ ही इससे कम आयु के अफसरों पर बर्खास्तगी तक की तलवार लटक रही है। शासन में पिछले आठ नवंबर से क वर्ग के २०९ व ख वर्ग के १७५ अफसरों की गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर स्क्रीनिंग चल रही है। शिक्षा निदेशालय से कई चरणों में सभी अफसरों का पूरा ब्योरा भेजा गया है।
६ जुलाई को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती थी। पीएम मोदी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी। पीएम ने ट्वीट करके लिखा कि वो एक सच्चे देशभक्त थे और उन्होंने भारत के विकास में अपना अनुकरणीय योगदान दिया। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार आज भी लोगों में एक नई ऊर्जा भर देते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में ८ जुलाई को मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस दौरान कई अहम फैसले लिए गए। नई देशव्यापी केंद्रीय क्षेत्र योजना को मंज़ूरी दी गई। इसके साथ ही गरीब प्रवासियों के लिए कम किराये वाले आवासीय मकान के विकास को मंज़ूरी दी गई है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की समय सीमा को तीन महीने के लिए और बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही ये भी फैसला लिया गया है कि पीएमयूवाई के लाभार्थियों को एक अप्रैल २०२० से तीन महीने की अवधि के लिए फ्री में रीफिल सिलेंडर दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी की सामाजिक संस्थाओं के साथ अपना संवाद किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि हम कोरोना से निपटने के लिए कई ठोस कदम उठा रहे हैं। संक्रमण को रोकने के लिए वाराणसी में क्या क्या कदम उठाए जा रहे हैं और यहां के अस्पतालों की स्थिति क्या है, सुरक्षा व्यवस्थाएं क्या हैं, इन सबकी जानकारी मैं लेता रहता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन में आयोजित इंडिया ग्लोबल वीक २०२० के उद्घाटन में भाषण दिया। पीएम ने इस उद्घाटन सत्र को वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोविड-१९ की वैक्सीन बनाने में भारत की अहम और महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मुझे आशा है कि इसकी वैक्सीन मिलने के बाद इसके विकास और उत्पादन में भारत की एक महत्वपूर्ण भूमिका होगी। पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस दौरान ३ सामान्य बीमा कंपनी ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को १२,४५० करोड़ रुपए दिए जाने को मंज़ूरी दी गई है। पीएम मोदी ने सबसे बड़े रीवा सोलर प्लांट का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए शुभारंभ किया। इस मौके पर पीएम ने कहा कि एमपी जल्द ही सौर उर्जा का हब बनेगा। पीएम ने इस कार्य के लिए एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ भी की। इसके लिए मैं रीवा के लोगों को, मध्य प्रदेश के लोगों को, बहुत-बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।
बिलासपुर: श्रावण का महीना शुरू होते ही नयना देवी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया है। भारी तादाद में श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं और उनमें यहां १ से १0 अगस्त तक चलने वाले श्रावण मास के मेलों को लेकर काफी जोश है। श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो इसलिए यातायात व कानून व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने ७०० पुलिस व ३५० होमगार्ड जवानों की तैनाती की है। इसके साथ ही १2 पुलिस अधिकारी जिला के बाहर मेले के दौरान प्रतिनियुक्ति पर नयनादेवी में तैनात रहेंगे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागमल को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है, वहीं डी.एस.पी. नयनादेवी भी सुरक्षा व्यवस्था में रहेंगे। यह जानकारी अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए एस.पी. बिलासपुर साक्षी वर्मा ने दी है। उन्होंने बताया कि नयनादेवी से कुछ पहले घवांडल चौक पर ही सारा टै्रफिक रोक दिया जाएगा। यहां से दर्शन करने वाले सभी श्रद्धालु पैदल जाएंगे। घवांडल चौक से थोड़ा आगे दोपहिया वाहनों की पार्किंग बनी है, वहां तक दोपहिया वाहन को ले जाने की इजाजत होगी लेकिन यदि श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी तो दोपहिया वाहनों को भी घवांडल चौक पर ही रोक दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंजाब की तरफ से आने वाले भारी वाहनों बसों, ट्रकों व टैक्टर ट्रॉलियों को टोबा से आगे नहीं आने दिया जाएगा। टोबा से एच.आर.टी.सी. की विशेष बसें व टैक्सियां श्रद्धालुओं को साधारण किराए पर घवांडल चौक तक लाएंगी। छोटे वाहनों में कारें इत्यादि टोबा से आगे लाने की इजाजत रहेगी लेकिन ये सभी वाहन भी घवांडल चौक तक ही जाएंगे। घवांडल चौक से आगे केवल एम्बुलैंस, फायर ब्रिगेड, शारीरिक रूप से अक्षम व लंगर का सामान लेकर जाने वाले वाहनों को विशेष परमिट पर जाने की ही छूट होगी। मंदिर परिसर में अधिक भीड़ इकट्ठी हो, इसके लिए बस अड्डा के पास से १००-१२५ श्रद्धालुओं को जत्थों में भेजा जाएगा। धक्कामुक्की इत्यादि से बचने के लिए मातृ आंचल के पास बने मंदिर के सिंहद्वार पर अलग से बैरिकेड्स भी लगाए जाएंगे। मंदिर के अंदर की गतिविधियों को दर्शन करने के लिए बाहर खड़े श्रद्धालुओं को दिखाने के लिए लाइव एल.सी.डी. स्क्रीन भी मंदिर के बाहर लगाई जाएगी।
डीकेएस पोस्ट ग्रेज्युट इंस्टिट्यूट एवं रिसर्च सेंटर रायपुर (छत्तीसगढ़) द्वारा विभिन्न तकनीकी एवं गैर तकनीकी पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। इन पदों के लिए छ.ग. के स्थानीय/जिले के मूल निवासियों से ०९ से १३ दिसम्बर २०१७ तक वॉक इन इंटरव्यूह के तहत आवेदन मंगाया गया है। आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार जो इन पदों के लिए निर्धारित शैक्षणिक योग्यता एवं अन्य अर्हताओं की पूर्ति करते हों, वे निर्धारित साक्षात्कार तिथि को विभागीय कार्यालय में उपस्थित होकर विभाग को अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। इस रोजगार के लिए आप विभाग द्वारा प्रकाशित आधिकारिक अधिसूचना इस पेज के अंत में दिये गये विभागीय नोटिफिकेशन लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं। १. स्टेनोग्राफर 0१ पद। २. डाटा एंट्री ऑपरेटर ०७ पद। ३. कोडिंग क्लर्क ०६ पद। ४. सहायक ग्रेड-३ १० पद। ५. स्टेनो-टायपिस्ट - ०२ पद। ६. कम्प्यूटर ऑपरेटर कम रिसेप्शनिस्ट ०८ पद। ७. मेडिकल रिकार्ड क्लर्क ०१ पद। ८. स्टॉफ नर्स २३६ पद। ९. काउंसलर ०२ पद। १०. ओक्युपेशनल थैरेपिस्ट ०३ पद। ११. काउंसलर ०२ पद। १२. स्टेटिशियन ०२ पद। १३. डाइटिशियन ०४ पद। १४. डायलिसिस टेक्निशियन ०७ पद। १५. पैथालॉजी टेक्निशियन ०३ पद। १६. रेडियोलॉजी टेक्निशियन/एक्स-रे टेक्नीशियन ०६ पद। १७. ईसीजी टेक्निशियन १० पद। १८. ऐनेस्थिसिया टेक्निशियन ०३ पद। १९. ओ.टी. टेक्निशियन २२ पद। २०. स्टरलाईजेशन टेक्निशियन ०२ पद। २१. लैब सहायक ०६ पद। २२. स्टीवर्ड ०१ पद। २३. फार्मासिस्ट - ०८ पद। २४. लैब टेक्निशियन ०६ पद। २५. रेडियोग्राफर ०१ पद। २६. क्लीसाइकोलॉजिस्ट - ०१ पद। २७. तकनीशियन ०१ पद। २८. मानसिक सोशल वर्कर ०१ पद। २९. जूनियर टेक्निशियन ०२ पद। ३०. ड्राइवर ०२ पद। ३१. लैब अटेंडेंट ०२ पद। ३२. ड्रेसर १२ पद। ३३. वार्ड ब्वॉय ६४ पद। ३४. आया १० पद। ३५. भृत्य/चौकीदार २४ पद। ३६. कारपेंटर ०१ पद। ३७. स्वीपर १० पद। ३८. पंप अटेंडेंट ०२ पद। १. क्लेरिकल (कार्यालयीन) पोस्ट - ३५ पद। २. स्टॉफ नर्स - २36 पद। ३. टेक्निशियन पोस्ट २१८ पद। कुल ४८९ पद। पोस्ट १, ८, १2 से २०, २२, २३, २४, २६ के लिए - मासिक संविदा वेतन १८655/- रूपये प्रतिमाह। पोस्ट २ से ७, २9 के लिए - मासिक संविदा वेतन 1२6७5/- रूपये प्रतिमाह। पोस्ट ९ से ११ के लिए - मासिक संविदा वेतन २३०१०/- रूपये प्रतिमाह। पोस्ट २१, २५, २७, २८ के लिए - मासिक संविदा वेतन १६४४५/- रूपये प्रतिमाह। पोस्ट ३० के लिए - मासिक संविदा वेतन १०४६५/- रूपये प्रतिमाह। पोस्ट ३१ के लिए मासिक संविदा वेतन ११७००/- रूपये प्रतिमाह। पोस्ट ३२ से ३७ के लिए - मासिक संविदा वेतन १०१४०/- रूपये प्रतिमाह। इस भर्ती सूचना पर आवेदन करने के लिए आवेदक के पास ५वीं/ ८वीं/ १०वीं/ १२वीं/ स्नातक /स्नातकोत्तर डिग्री /नर्सिंग/ संबंधित क्षेत्र/विषय में डिग्री/डिप्लोमा/ कम्पयूटर डिग्री/ डिप्लोमा अथवा समकक्ष होना चाहिए। अपिव/सामान्य ३००/- रूपये। इस भर्ती सूचना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए आवेदक को सादे कागज पर निर्धारित प्रारूप में आवेदन तैयार करना होगा। आवेदन फार्म डाउनलोड करने के लिए नीचे दिये गये लिंक का प्रयोग करें। आवेदन फार्म के साथ समस्त वांछित दस्तावेज संलग्न कर साक्षात्कार तिथि में साक्षात्कार स्थल पर उपस्थित होकर विभाग को आवेदन करना होगा।
भिंड। नए कलेक्टर धनराजू एस ने आते ही धमाकेदार कार्रवाई कर डाली। उन्होंने बीमारी का बहाना बनाकर चुनाव ड्यूटी से बचने की कोशिश करने वाले उद्यान अधिकारी एवं एक अध्यापक को वीआरएस दे दिया। कलेक्टर ने इसके आदेश भी जारी कर दिए। अब दोनों अधिकारियों को किसी भी चुनाव ड्यूटी में नहीं जाना पड़ेगा। भिंड के ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी गिरजाशंकर दुबे और शासकीय माध्यमिक विद्यालय धरई के अध्यापक सुधीर त्रिपाठी ने स्वास्थ्य कारणों के चलते चुनावी ड्यूटी से अवकाश लिया था लेकिन अवकाश के आवेदन के साथ मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र संलग्न नहीं किया था। इस पर कलेक्टर ने इन्हें २०-५० फॉर्मूल के तहत वीआरएस दे दिया। ये फॉर्मूला २० वर्ष की नौकरी या ५० वर्ष की आयु का है। इस अवधि या आयु के बाद यदि व्यक्ति नौकरी के योगय ना हो तो उसे रिटायरमेंट दे दिया जाता है। कलेक्टर ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए। कलेक्टर का ये फरमान अब पूरे शहर में चर्चाओं का विषय बन गया है, क्योंकि भिंड कलेक्टर आशीष कुमार की जगह २००९ बैच के आईएएस अधिकारी धनराजू एस को भिंड का नया कलेक्टर बनाया गया है। आज उनकी ड्यूटी का पहला दिन था और पहले दिन ही उन्होंने यह कार्रवाई कर दी। एस धनराजू इसके पहले लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक थे। बता दें कि धनराजू एस अक्सर सुर्खियों में रहने वाले काम करते हैं। सिवनी कलेक्टर रहते हुए इनकी एक फोटो काफी वायरल हुई थी। फोटो में धनराजू एस अपनी बेटी को पैदल स्कूल छोड़ने जा रहे थे। वाट्सएप पर एक पोस्ट देखकर मरीज को खून देने पहुंच गए थे। नोटबंदी के समय अपनी ६ साल की बेटी के साथ बैंक की लाइन में लगे दिखाई दिए थे। इन सभी मामलों ने धनराजू एस को काफी लोकप्रियता दी लेकिन इसके बाद इनकी बर्थडे पार्टी की एक फोटो वायरल हुई जिसमें शराब के जाम छलक रहे थे।
मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामायण हम सबके जीवन में व्यापक परिवर्तन लाने वाली है। भगवान राम ने वनगमन और राम राज्य की स्थापना के बीच सामाजिक समता और वन्य जीवों का संरक्षण भी किया। वनवासी समुदाय के लोगों, दलितों और आदिवासियों को एकजुट किया। सभी को साथ लेकर सेना बनाई और रावण के खिलाफ विजयश्री हासिल की। वह मंगलवार को अधियारीबाग रामलीला मैदान में मर्यादा पुरुषोत्तम के लंका विजय के बाद अयोध्या पहुंचने पर आयोजित राजतिलक कार्यक्रम प्रसंग को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज दुनिया विजयदशमी मना रही है। त्रेता युग में रावण दुनिया भर के आंतक का पर्याय था। रावण सिर्फ त्रेता युग में नहीं, बल्कि हर युग में होता है। रावण की यह उपस्थिति हम सबको जीवन में सदैव विपरीत परिस्थितियों में संयम न खोते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि २६ अक्तूबर को अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन होगा। ५.५1 लाख दीप सरयू तट पर जलाए जाएंगे। अयोध्या में २६ देशों की रामलीला का मंचन होगा। उन्होंने कहा कि इन देशों की भाषा भले ही भिन्न हो लेकिन सभी के भाव एक ही है। थाईलैंड के राजा खुद को राम का वंशज मानते हैं। उन्होंने आयोजकों से कहा कि वे रामायण शोध संस्थान के लोगों से बात कर विदेश की रामलीला का गोरखपुर में मंचन कराएं। इससे पहले गोरखनाथ मंदिर से मानसरोवर मंदिर एवं रामलीला मैदान तक विजयादशमी पर गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ की परंपरागत रूप से निकलने वाली भव्य शोभायात्रा निकली। इसमें गद्दी पर सवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट गई। शोभायात्रा जिधर से गुजरी सड़क किनारे खड़े श्रद्धालुओं ने उसका जोरदार स्वागत किया और फूल बरसाए। सबसे आगे हनुमान अखाड़े के लोग चल रहे थे। उनके पीछे श्रद्धालुओं का समूह जय श्रीराम और नाथ संप्रदाय का जयकारा लगाते हुए चल रहा था। हनुमान जी की प्रतिमा भी शोभा यात्रा में शामिल थी। शोभायात्रा में हाथों में तलवार, फरसा, भाला समेत अन्य पारंपरिक शस्त्र से सुसज्जित युवाओं की सेना भी शामिल थी। लोग कौतूहल के साथ उन्हें देख रहे थे। उन्होंने जुलूस के दौरान शस्त्र संचालन के अपने कौशल और शौर्य को भी प्रदर्शित किया। शोभायात्रा में लाठी खेलते बच्चे आकर्षण के केंद्र बने हुए थे। यात्रा में श्रद्धालुओं, विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं के हाथों में नाद, ध्वज, दंड और परंपरागत अस्त्र-शस्त्र थे। विजय शोभायात्रा के दौरान पुलिस प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली। सीआरपीएफ, रैपिड एक्शन फोर्स, पुलिस, एनएसजी के सुरक्षाकर्मी चप्पे चप्पे पर तैनात थे। शोभायात्रा के रास्ते में जगह-जगह छतों पर पुलिस बल तैनात किया गया था। उन्होंने कहा कि २६ अक्तूबर को अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन होगा। ५.५1 लाख दीप सरयू तट पर जलाए जाएंगे। अयोध्या में २६ देशों की रामलीला का मंचन होगा। उन्होंने कहा कि इन देशों की भाषा भले ही भिन्न हो लेकिन सभी के भाव एक ही है। थाईलैंड के राजा खुद को राम का वंशज मानते हैं। उन्होंने आयोजकों से कहा कि वे रामायण शोध संस्थान के लोगों से बात कर विदेश की रामलीला का गोरखपुर में मंचन कराएं। इससे पहले गोरखनाथ मंदिर से मानसरोवर मंदिर एवं रामलीला मैदान तक विजयादशमी पर गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ की परंपरागत रूप से निकलने वाली भव्य शोभायात्रा निकली। शोभायात्रा में हाथों में तलवार, फरसा, भाला समेत अन्य पारंपरिक शस्त्र से सुसज्जित युवाओं की सेना भी शामिल थी। लोग कौतूहल के साथ उन्हें देख रहे थे। उन्होंने जुलूस के दौरान शस्त्र संचालन के अपने कौशल और शौर्य को भी प्रदर्शित किया। शोभायात्रा में लाठी खेलते बच्चे आकर्षण के केंद्र बने हुए थे। यात्रा में श्रद्धालुओं, विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं के हाथों में नाद, ध्वज, दंड और परंपरागत अस्त्र-शस्त्र थे। प्रदेश में ओवरलोड ट्रकों से वसूली के मामले में गोरखपुर के एआरटीओ एसपी श्रीवास्तव, कुशीनगर के एआरटीओ संदीप कुमार पंकज, संत कबीर नगर के एआरटीओ केएन सिंह, देवरिया के आरटीओ चतुर्वेदी समेत कई अन्य जिलों के परिवहन अफसरों के नाम उजागर हुए हैं।
हज़ारों साल पहले राक्षसों एवं दैत्यों से मानव एवं देवता आतंकित थे। उसी समय मानव मां शक्ति को याद करने लगे। तब पार्वती (शक्ति) का छिन्नमस्तिका के रूप में अवतरण हुआ। छिन्नमस्तिका का दूसरा नाम प्रचण्ड चण्डिका भी है। फिर मां छिन्नमस्तिका खड़ग से राक्षसों-दैत्यों का संहार करने लगीं। यहां तक कि भूख-प्यास का भी ख्याल नहीं रहा, सिर्फ पापियों का नाश करना चाहती थीं। रक्त की नदियां बहने लगीं। पृथ्वी में हाहाकार मच गया। मां अपना प्रचण्ड रूप धारण कर कर चुकी थीं। पापियों के अलावा निर्दोषों का भी वध करने लगीं। तब सभी देवता प्रचण्ड शक्ति से घबड़ाकर भगवान शिव के पास गये और शिव से प्रार्थना करने लगे कि मां छिन्नमस्तिका का प्रचण्ड रूप को रोकें, नहीं तो पृथ्वी पर उथल-पुथल हो जायेगी। देवताओं की प्रार्थना सुनकर भगवान शिव मां छिन्नमस्तिका के पास पहुंचे। मां छिन्नमस्तिका भगवान शिव को देखकर बोली- हे नाथ! मुझे भूख सता रही है। अपनी भूख कैसे मिटाऊं? भगवान शिव ने कहा कि- आप पूरे ब्रह्माण्ड की देवी हैं। आप तो खुद एक शक्ति हैं। तब भगवान शिव ने उपाय बताया कि आप अपनी गर्दन को खड़ग से काटकर निकलते हुए शोनित (रक्त) को पान करें तो आपकी भूख मिट जायेगी। तब मां छिन्नमस्तिका ने शिव की बात सुनकर तुरंत अपनी गर्दन को खड़ग से काटकर सिर को बाएं हाथ में ले लिया। गर्दन और सिर अलग हो जाने से गर्दन से खून की तीन धाराएं निकलीं, जो बाएं-दाएं डाकिनी-शाकिनी थीं। दो धाराएं उन दोनों की मुख में चली गयीं तथा बीच में तीसरी धारा मां के मुख में चली गयी, जिससे मां तृप्त हो गयीं।
जैसा कि कोविड-१९ आशंकाओं के कारण, १७-१९ मार्च को होने वाली ओशनोलॉजी इंटरनेशनल २०२० प्रदर्शनी में विश्व स्तर पर व्यापार प्रदर्शनियों और सम्मेलनों को रद्द या पुनर्निर्धारित किया जाता है। एक्ससेल लंदन में २०२० को स्थगित प्रदर्शनियों द्वारा घोषित १-३ दिसंबर, २०२० तक स्थगित कर दिया गया है। रीड एक्ज़िबिट्स के पोर्टफोलियो डायरेक्टर, जोनाथन हेट्टी ने घोषणा के बारे में बात करते हुए कहा: हमारे प्रदर्शकों, आगंतुकों और कर्मचारियों की सेहत और सुरक्षा बेशक हमारी नंबर एक प्राथमिकता है। हम स्थिति और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य इंग्लैंड और लंदन में अधिकारियों द्वारा जारी किए गए नोटिसों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हम कई प्रदर्शकों, आगंतुकों और सम्मेलन वक्ताओं के साथ नियमित रूप से संवाद में रहे हैं ताकि उनके विचारों को समझ सकें और यह सुनिश्चित कर सकें कि हम इस तरह की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में - महासागर समुदायों की सेवा करें। जबकि यह घटना को स्थगित करने के लिए बेहद निराशाजनक है, न कि एक निर्णय जिसे हमने हल्के में लिया है, हमारा मानना है कि यह सभी शामिलों के लिए कार्रवाई का सबसे अच्छा कोर्स है, जो कि कोविड-१९ से संबंधित चल रहे विकास और चिंताओं को देखते हुए है। "हमें विश्वास है कि शो को स्थगित करने से हमें यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि हम इस विश्व-अग्रणी घटना के बाद के वर्ष में सही मूल्य प्रदान करें। हम आने वाले हफ्तों में अपने सभी वैश्विक ग्राहकों और साझेदारों के साथ मिलकर काम करेंगे और दिसंबर में एक्सेल में वापस आने का इंतजार करेंगे। "हम पूरी तरह से योजना के स्तर को समझते हैं और सराहना करते हैं जो हमारे जैसे किसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आवश्यक है, और इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान अपने प्रदर्शकों, भागीदारों, आपूर्तिकर्ताओं और आगंतुकों को उनके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं।"
वाराणसी कार्यालय संवाददाता। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में अवैध शोध पंजीकरण के मामले में जांच के लिण् एक और समिति का गठन किया गया है। समिति इतिहास विभाग में हुई अनियिमितता के दोषियों की पहचान कर शीघ्र रिपोर्ट सौंपेगी। जांच समिति पता लगायेगी कि मसले में शिक्षक और कर्मचारी किस स्तर तक दोषी हैं। समिति में प्रो. ओमप्रकाश सिंह, प्रो. कल्पलता पांडेय, प्रो. केएस जायसवाल और उपकुलसचिव इंदुपति झा शामिल हैं। समिति के गठन की जानकारी मिलते ही विश्वविद्यालय में हड़कम्प की स्थिति है। संभावित है कि जांच में कई शिक्षक और कर्मचारी घेरे में आ सकते हैं। २००७ से २००९ के बीच शोध पंजीकरण में अनियमितता के मामले में रिपोर्ट सितम्बर में ही पेश कर दी गई थी, इसका खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट सुधांशु सिंह के जनसूचना अधिकार के तहत रिपोर्ट की प्रति हासिल करने के बाद हुआ। रिपोर्ट से सीट से अधिक प्रवेश के मामले सहित कई अन्य घपले उजागर हुए हैं। समिति ने इतिहास विभाग, वित्तविभाग, यूजीसी यूनिट, शोध अनुभाग और कुलसचिव कार्यालय के कामकाज को भी लपेटे में लिया था। समिति की रिपोर्ट कुलाधिपति के यहां भी भेजी गई है। कुलाधिपति के निर्णय की प्रतीक्षा भी विवि प्रशासन कर रहा है।
अहमदाबाद। पीएम मोदी गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए दनादन रैलियां कर रहे हैं, उसी दौरान बुधवार को मंच पर 'छोटा मोदी' आ पहुंचा। चुनावी रैलियों में तनाव के बीच एक अजीब वाकया देखने को मिला जब एक छोटा सा बच्चा जिसे दिखने में बिल्कुल पीएम मोदी की तरह तैयार किया गया था, वो मंच पर आ गया। एक बार तो मोदी भी उसे देखकर हैरान रह गए। मंच पर आते वक्त लिटिल मोदी को पीएम मोदी ने हाथ मिलाकर उसे अपने गोद में बिठा दिया। यह पूरा वाकया गुजरात के नवसारी का था, जब पीएम मोदी एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान पीएम मोदी की वेशभूषा में एक छोटा बच्चा मंच पर आ गया। उस वक्त पीएम मोदी के साथ अन्य बीजेपी के नेता भी मौजूद थे। वह छोटे मोदी भी पीएम के जैसा ही चश्मा, दाढ़ी और कपड़ों से लेकर सब कुछ हुबहु नजर आ रहा था। उस छोटे मोदी को देखकर हर कोई हैरान था। मंच पर आते दिख छोटे मोदी से पीएम मोदी हाथ मिलाते हैं और फिर उसे अपनी गोद में बिठा देते हैं। पीएम मोदी उस बच्चे से थोड़े टाइम तक बातचीत करते हुए जनता को हाथ दिखाकर अभिवादन स्वीकार करने के लिए कहते हैं।
फिल्मों के साथ ही साथ कंगना रनौत अपने बयानों के चलते भी खूब चर्चा में रहती हैं। हाल ही में उन्होंने एक बार फिर रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के रिश्ते पर निशाना साधा है। इस बार तो कंगना ने हद ही कर दी, उन्होंने एक सवाल के जवाब में रणबीर और आलिया को 'डंब' तक कह डाला। यंग नहीं पुराने हो चुके हैं रणबीर और आलिया :- मिड-डे से बात करते हुए कंगना ने कहा कि, रणबीर और आलिया को यंग कहने की क्या बात है। यंग कहलाने के लिए वे लोग बहुत पुराने हो चुके हैं। रणबीर कपूर ३७ साल के हैं और आलिया भट्ट २७ साल की हैं। २७ साल की उम्र में मेरी मां के तीन बच्चे थे। यह बिल्कुल सही नहीं है कि उन्हें यंग कहा जाए। ये बच्चे हैं कि डंब हैं, क्या हैं?' बता दें कि, फिल्म 'मणिकर्णिका' की रिलीज के बाद कंगना अपने अगले प्रोजेक्ट की तैयारी कर रही हैं। कंगना के पास अभी 'मेंटल है क्या' और 'जयललिता' की बायोपिक है । इससे पहले भी कंगना ने दिया था विवादित बयान :- बता दें कि इससे पहले भी कंगना ने आलिया को लेकर एक विवादित बयान दिया था। कंगना ने कहा था कि 'आलिया ने मुझे राजी का ट्रेलर भेजा था और फिल्म को देखने की बात कही थी। ट्रेलर देखने के बाद मैंने मेघना गुलजार और आलिया को फोन पर शुभकामनाएं दी थी। लेकिन, मेरी फिल्म के लिए किसी की तरफ से कोई रिस्पॉन्स नहीं आया।' इतना ही नहीं कंगना ने आलिया भट्ट को करण जौहर की कठपुतली तक कह डाला था। कंगना की नाराजगी पर आलिया ने कहा था कि अगर कंगना मुझसे नाराज हैं तो मैं पर्सनली उनसे माफी मांग लूंगी लेकिन मैं जानबूझकर किसी को दुख नहीं पहुंचाती।
सुनाम(संगरूर)। पंजाब के वित्त मंत्री परमिंद्र सिंह ढींढसा ने कहा कि भारत-पाक के बीच वीजा प्रणाली सरल होने का लाभ पंजाब को भी मिलेगा। श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी और व्यापार भी बढे़गा। इससे दोनों देशों का माहौल भी सामान्य होगा। रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि कबड्डी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा कर ओलंपिक में शामिल करवाया जाए। अगले वर्ष इससे भी ज्यादा देशों की टीमों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ओक क्रीक गुरुद्वारे में मारे गए सिखों से संवेदना के लिए अपनी संसद में प्रस्ताव पारित किया है। अमेरिका ने सिखों की भावनाओं की कद्र की है। कांग्रेस को इससे सीख लेनी चाहिए और १९८४ में हुए सिख दंगों के लिए माफी मांगनी चाहिए। यदि कांग्रेस ने माफी मांगी होती तो यह मामला खत्म हो सकता था। दुनिया के सबसे बडे़ देश को यदि इसका अहसास है तो कांग्रेस को भी इसके लिए समय रहते आगे आना चाहिए था। इस मौके पर जंगीर सिंह, सुशील गोयल, नरिंदर सिंह, प्रितपाल सिहं हांडा आदि थे। वित्त मंत्री ने कहा कि संगरूर में कैंसर डिटेक्शन केंद्र खोलने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। घाबदां कोठी को पीजीआई के नाम किया जा रहा है और इसके अलावा पंद्रह एकड़ जमीन भी एक्वायर करने के लिए योजना है। इससे मालवा के लोगों को भारी राहत मिलेगी।
नई दिल्ली। ऐसा कई बार होता है जब आप ट्रेन से यात्रा की तैयारी कर रहे होते हैं लेकिन ऐनमौके पर आपका प्लान चेंज हो जाता है। रेलवे यात्रियों के दिमाग में ट्रेनों को लेकर सबसे ज्यादा सवाल टिकट कैंसल कराने पर मिलने वाले रिफंड को लेकर होते हैं। ट्रेन के टिकट के कैंसलेशन के बाद रिफंड मिलना कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है। तत्काल टिकट: आप यात्रा की तारीख से एक दिन पहले तत्काल टिकट बुक कर सकते हैं। अगर आपके पास कंफर्म तत्काल टिकट है और आप इसे कैंसल करना चाहते हैं तो आपको कोई रिफंड नहीं मिलेगा। अगर आपका तत्काल टिकट वेटिंग में है तब रेलवे नियमों के मुताबिक कुछ राशि काट ली जाएगी और बाकी आपको रिफंड हो जाएगा। कंफर्म्ड टिकट: ट्रेन आने के चार घंटे पहले तक अगर आपने कंफर्म्ड टिकट कैंसल नहीं किया और टीडीआर यानी टिकट डिपॉजिट रिसीट फाइल नहीं की है तो कोई भी रिफंड नहीं मिल पाएगा। रैक ई-टिकट: अगर आपके पास रिजर्वेशन एगेन्स्ट कैंसलेशन (रैक) ई-टिकट है और आपने ट्रेन के डिपार्चर समय के ३० मिनट पहले कैंसल नहीं किया है तो आपको कोई रिफंड नहीं मिलेगा। वेटिंग के साथ आई-टिकट: ट्रेन के शेड्यूल्ड डिपार्चर से ३० मिनट पहले कम्प्युटराइज्ड पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (प्र) काउंटर से आई-टिकट कैंसल किया जा सकता है। यह रैक या वेटिंग टिकट्स भी सच है। इसके बाद कोई रिफंड जनरेट नहीं किया जाता है। प्रीमियम स्पेशल ट्रेन में बुकिंग: प्रीमियम स्पेशल ट्रेनों के लिए आईआरसीटीसी नियमों के अनुसार, कंफर्म्ड या रैक टिकट कैंसलेशन की अनुमति नहीं है। टिकट केवल तभी कैंसल हो सकते हैं अगर ट्रेन रद्द हो जाए। आंशिक रूप से कंफर्म्ड ई-टिकट: ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान के ३० मिनट पहले अगर टिकट कैंसल नहीं किया गया और टद्र फाइल नहीं हुआ तो कोई रिफंड नहीं होगा। यही नियम रैक और वेटिंग टिकट्स के लिए भी लागू होता है। आई-टिकट खो जाए: यदि आपका आई-टिकट गुम हो जाता है, तो आप कैंसलेशन का लाभ नहीं उठा सकते हैं। हालांकि, रेलवे आपको एक डुप्लिकेट आई-टिकट जारी कर सकते हैं।
सोमवार को विवो नेक्स ३ और विवो नेक्स ३ ५ग स्मार्टफोन्स को लॉन्च कर दिया गया है। इन स्मार्टफोन्स की बिक्री चीन में २१ सितंबर को होगी और मिली जानकारी के मुताबिक आने वाले महीनों में इन्हें एशिया पैसिफिक, साउथ ईस्ट एशिया और दूसरे बाजारों में की जाएगी। इन डिवाइसेज में साइड में प्रेशर-सेंसिटिव बटन्स दिए गए हैं, जिससे यूनिक वाइब्रेटिंग एक्सपीरियंस मिलता है इन स्मार्टफोन की खूबी की बात करें तो रियर में ६४म्प प्राइमरी कैमरा, स्नैपड्रैगन 8५५+ प्रोसेसर और ४४व अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ ४,५00माह की बैटरी दी गई है। विवो नेक्स ३ की कीमत ८गब + १२८गब वेरिएंट के लिए क्नी ४,99८ (लगभग ५०,६०० रुपये) है। वहीं विवो नेक्स ३ ५ग की कीमत ८गब + 2५६गब वेरिएंट के लिए क्नी ५,६9८ (लगभग ५7,७०० रुपये) और १२गब + 2५६गब वेरिएंट के लिए क्नी ६,19८ (लगभग ६2,७०० रुपये) है। ये फोन्स ब्लैक और वाइट कलर ऑप्शन में उपलब्ध होंगे और इनकी बिक्री चीन में २१ सितंबर से होगी। ये फोन्स एंड्रॉयड पाई-बेस्ड फंटूछ ओस ९.१ दिया गया है। डुअल-सिम सपोर्ट वाले इन फोन्स में ९९.६ स्क्रीन-टू-बॉडी रेश्यो और हदर१0 के साथ ६.8९-इंच फुल-हद+ (१080२२5६ पिक्सल) अमोलेड नॉच-लेस वॉटरफॉल डिस्प्ले दिया गया है।इन फोन्स में १२गब तक रैम, 5१२गब स्टोरेज और एड्रेनो ६40 गपू के साथ २.९६घ्ज़ ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन ८५५+ प्रोसेसर दिया गया है। इस सेटअप में ६४म्प मेन सैमसंग ग्वा१ सेंसर, १3म्प अल्ट्रा-वाइड एंगल सेंसर और १0क्स डिजिटल जूम के साथ १3म्प टेलीफोटो सेंसर दिया गया है।वहीं फ्रंट में यहां १6म्प पॉप-अप सेल्फी कैमरा दिया गया है। इन फोन्स की बैटरी ४,५००माह की है और यहां ४४व अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट भी दिया गया है। कनेक्टिविटी के लिहाज से इनमें ३.५म्म ऑडियो जैक, ब्लूटूथ व५, न्ङक, उसब टाइप-सी, वी-फी ८०२.११ एक और गप्स + ग्लोनास मौजूद हैं। विवो नेक्स ३ और विवो नेक्स ३ ५ग दोनों में ही इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर्स का सपोर्ट दिया गया है।
होम चुनाव २०१९ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ५ जनवरी, २०१९ को झारखंड और ओडिशा के दौरे पर रहेंगे। प्रधानमंत्री झारखंड में उत्तरी कोयल (मंडल बांध) परियोजना और कनहर स्टोन पाइपलाइन सिंचाई प्रणाली के पुनरुद्धार की आधारशिला रखे जाने के अवसर पर एक पट्टिका का अनावरण करेंगे। श्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत २५,००० लाभार्थियों के सामूहिक ई-गृह प्रवेश का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री एक जनसभा को संबोधित भी करेंगे। प्रधानमंत्री इसके बाद ओडिशा रवाना हो जायेंगे। प्रधानमंत्री बारीपाड़ा में आईओसीएल की एलपीजी पाइपलाइन परियोजना का बालासोर-हल्दिया-दुर्गापुर खंड और बालासोर मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक पार्क राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री प्राचीन किले हरिपुरगढ़ में रासिका रे मंदिर के विकास एवं संरक्षण से जुड़े कार्य का शुभारंभ होने के अवसर पर एक पट्टिका का अनावरण करेंगे। प्रधानमंत्री विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को चार लेन में तब्दील करने के कार्य की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री इसके अलावा छह पासपोर्ट सेवा केंद्रों का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री टाटानगर से बदामपहाड़ तक चलने वाली दूसरी पैसेंजर ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। प्रधानमंत्री बारीपाड़ा में एक जनसभा को संबोधित भी करेंगे। बड़ी खबर:समस्तीपुर:उपद्रवियों ने शिवलिंग और मूर्ति को तोड़ फोड़ कर नदी में फेंका,ग्रामीणों ने किया हंगामा ।
अंगार अधर पर धर मैं मुस्काया हूँ, मैं मरघट से जिन्दगी बुला लाया हूँ, हूँ आँख-मिचौनी खेल चुका किस्मत से, सौ बार मृत्यु के गाल चूम आया हूँ, है नहीं मुझे स्वीकार दया अपनी भी, तुम मत मुझ पर कोई एहसान करो। श्रम के जल से ही राह सदा सिंचती है, गति की मशीन आँधी में ही हँसती है, शूलों से ही श्रृंगार पथिक का होता, मंजिल की माँग लहू से ही सजती है, पग में गति आती है छाले छिलने से, तुम पग पग पर जलती चट्टान धरो। फूलों से मग आसान नहीं होता है, रुकने से पग गतिवान नहीं होता है, अवरोध नहीं तो संभव नहीं प्रगति भी, है नाश जहाँ निर्माण वहीं होता है, मैं बसा सकूँ नव स्वर्ग धरा पर जिससे, तुम मेरी हर बस्ती बीरान करो। मैं पंथी तूफानों में राह बनाता, वह मुझे रोकती है अवरोध बिछाकर, मैं ठोकर उसे लगाकर बढ़ता जाता, मैं ठुकरा सकूँ तुम्हे भी हँसकर जिससे, तुम मेरा मन-मानस पाषाण करो।
नई दिल्ली, १२ अक्तूबर (भाषा) : कोलंबिया के खिलाफ पिछले मैच में कुछ अच्छा प्रदर्शन करके उम्मीद जगाने वाली भारतीय टीम आज यहां घाना के कप्तान एरिक अयाह और उनके दमदार साथियों के सामने पस्त नजर आयी और अफ्रीकी टीम ने एकतरफा मुकाबले में ४-० से जीत दर्ज करके फीफा अंडर-१७ विश्व कप के प्री क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह सुरक्षित की। घाना की तरफ से एरिक अयाह (४3वें और ५२वें मिनट) ने दो जबकि स्थानापन्न रिकार्डो डान्सो (८६वें) और इमानुअल टोकु (८७वें मिनट) ने एक-एक गोल दागा। मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों विशेषकर धीरज सिंह की आंखों में आंसू थे जिन्होंने आज कुछ अच्छे बचाव किये। भारत तीनों मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गया। भारत को लगातार तीसरे मैच में हार का सामना करना पड़ा। पिछले मैच में कोलंबिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भारत से उम्मीद बंध गयी थी लेकिन दो बार का चैंपियन घाना उससे खेल के हर क्षेत्र में अव्वल साबित हुआ। घाना ने इस जीत से तीन मैचों में छह अंक के साथ ग्रुप ए में पहले स्थान पर रहकर अंतिम सोलह में पहुंचा। कोलंबिया और अमरीका के भी छह-छह अंक रहे लेकिन गोल अंतर में वे क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर खिसक गये। घाना के खिलाड़ी कद काठी में काफी मजबूत थे लेकिन भारतीयों ने फुर्ती और कौशल के मामले में उन्हें शुरु में बराबर की टक्कर दी। खेल आगे बढ़ने के साथ हालांकि अंतर साफ नजर आने लगा और अफ्रीकी टीम का दबदबा बढ़ता गया।
अन्ना हजारे- एक ऐसा नाम जो लाखों लोगों को अपनी बातों से, अपने उद्देश्य से सबको एक धागे में पिरोये हुए है। आज के भारत का एक ऐसा शख्स जिसके लिये कहा जा रहा है कि भारत में ऐसा कोई नेता या अभिनेता नहीं जो इतनी भारी भीड़ को सात दिनों तक मैदान में इकट्ठा कर सके। अन्ना अनशन क्यों कर रहे हैं ये सभी को पता है इसलिये आपका ज्यादा समय नहीं लूँगा। जनलोकपाल का समर्थन पाने की चाह में आज लगातार आठवें दिन उनका अनशन जारी है। आज़ाद भारत के इतिहास में ऐसे मौके कम ही आये होंगे जब स्वतंत्रता दिवस से भी अधिक झंडे सड़कों पर दिखाये दे रहे हों। जितने लोग मैदान में थे उससे कहीं अधिक लोग सड़कों पर थे। अब कुछ ऐसे चित्र भी जो ये सोचने पर मजबूर करेंगे कि लोकपाल भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलवा भी दे फिर भी इस कथित "सभ्य समाज" में सभ्य लोगों की कहीं कमी सी है। लाइन तोड़ते और बिना हेलमेट व चार लोग एक बाइक पर..ऐसे दृश्य आम देखे जा सकते थे... ये सब देखकर कहीं से लगा नहीं कि ये लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ़ साथ देने आये हैं... भ्रष्टाचार तो केवल एक राक्षस है... हर आदमी में जो राक्षस पल रहा है जब तक उसके लिये लोकपाल नहीं आयेगा तब तक यह देश आज़ाद नहीं होगा। आज़ादी की लड़ाई हमने नहीं देखी...पर रविवार को हमने देखा कि आज़ादी ऐसे ही मिली होगी। नेताओं के भ्रष्टाचार तो हमें दिखता है और लोकपाल से साठ प्रतिशत दूर भी हो जाये परन्तु क्या वो दिन भी आयेगा जब हम लाइसेंस के लिये दो हजार, मैरिज सर्टिफ़िकेट के लिये पाँच हजार व पासपोर्ट के लिये दो सौ रूपये न दें?
मुम्बई बेहतरीन एक्टिंग और खूबसूरती से कई दशकों तक लाखों सिनेमा प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाली श्रीदेवी का अब हमारे बीच नहीं है। बीते २४ फरवरी को श्रीदेवी का दुबई में निधन हो गया। वो दुबई में किसी शादी में शामिल होने गई हुई थीं, जहां उनके साथ ये हादसा हो गया। श्रीदेवी की अचानक निधन के बाद से ही उनसे जुड़े कुछ किस्से सोशल मीडिया और मीडिया के ज़रिए सामने आ रहे हैं। इसी बीच एक और किस्सा सामने आया है। यह किस्सा देश के सबसे बड़े सुपरस्टार रजनीकांत से जुड़ा हुआ है। किस्सा ये है कि श्रीदेवी रजनीकांत पर थूक चुकी हैं जी हां, आपने सही पढ़ा। आइय़े अब आपको इसी वजह भी बता देते हैं। बॉलीवुड की सदाबहार क्वीन श्रीदेवी के अचानक निधन ने सबको झकझोर कर रख दिया है। श्रीदेवी ने अपनी खूबसूरती से सदियों तक बॉलीवुड पर राज किया है। श्रीदेवी के अचानक निधन से न सिर्फ उनका परिवार बल्कि पूरा बॉलीवुड और देश हैरान रह गया। किसी के लिए इस बात का यकीन करना मुश्किल था कि श्रीदेवी अब इस दुनिया में नहीं रही। इसी बीच श्रीदेवी के निधन के बाद उनसे और सुपरस्टार रजनीकांत से जुड़ा किस्सा सामने आया है। बात ये है कि श्रीदेवी रजनीकांत पर थूक चुकी हैं। हैरान मत होइये। आइये आपको पूरा माज़रा बताते हैं। तमिल फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत एक नई पॉलिटिकल पार्टी बनाकर राजनीति में उतरने का एलान कर चुके हैं। रजनी ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है और देश व दुनिया में उनके करोड़ों फैन्स हैं। लेकिन फिल्म १६ वायतिनाले, के दौरान जो हुआ उसे न तो कभी रजनीकांत भूल सके और न ही कभी श्रीदेवी भूल सकी। वो इसलिए क्योंकि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान श्रीदेवी ने रजनीकांत पर एक दो नहीं बल्कि कई बार थूक दिया था। दरअसल, यह फिल्म के स्क्रिप्ट की डिंमाड थी। फिल्म १६ वायतिनाले के एक सीन में श्रीदेवी को रजनीकांत के ऊपर थूकना था। लेकिन, रजनीकांत को सामने देख श्रीदेवी काफी नर्वस हो गई थी। श्रीदेवी इतनी नर्वस हो गई थीं कि इस सीन के लिए कई रीटेक हुए। इस दौरान श्रीदेवी ने रजनीकांत के ऊपर कई बार थुका। इसके बावजूद जब यह सीन परफेक्ट नहीं हुआ तो रजनीकांत खुद श्रीदेवी के पास गए और उनसे कहा कि आप सच में मेरे ऊपर थूको। श्रीदेवी रजनीकांत पर थूक चुकी हैं। रजनीकांत के समझाने पर श्रीदेवी ने उनके ऊपर थूका सीन परफेक्ट रहा। इस फिल्म के बारे में बात करते हुए रजनीकांत ने कहा था कि, जब इस फिल्म की शूटिंग हो रही थी तो कोई मुझसे बात नहीं करता था। उस दौरान सभी मेरे साथ एक न्यूकमर की तरह व्यवहार करते थे। इस फिल्म के दूसरे एक्टर कमल हासन ने कहा था कि, हमारी फिल्म १६ वायतिनाले को रिलीज होने से पहले कुछ लोग एक फ्लॉप फिल्म मानने लगे थे। लेकिन यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई। श्रीदेवी से जुड़ा यह किस्सा आजकल सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। आपको बता दें कि बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में शामिल श्रीदेवी के अचानक निधन समूचे बॉलीवुड और सिनेमा प्रेमियों को झकझोर कर रख दिया। श्रीदेवी अभी केवल ५४ साल की थीं। नेक्स्ट हिन्दू शास्त्रों में बताये गए हैं पुरुषों के ४ प्रकार, जानिए आप कौन से हो?
कब थॉमस ने कहा, 'हम ऐसा देश नहीं बन सकते जहां जय श्री राम का कहना गैर-कानूनी हो। यह सही समय है और हमें ज्यादा से ज्यादा जय श्री राम कहना चाहिए। अपने संबोधन के बाद थॉमस ने जय श्री राम और एक मंत्र के साथ अपने भाषण को खत्म किया। बिहार के नालंदा जिले के बाद अब अररिया जिले से भी मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है। जिले के सिकटी थाना क्षेत्र में मवेशी चोरी के आरोप में एक व्यक्ति (५५) की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना का विडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। सोमवार को मॉब लिंचिंग की घटना के विरोध में मुस्लिम संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान जबरन दुकान बंद कराने पर स्थानीय दुकानदारों ने विरोध किया और फिर शहर में काफी हिंसा हुई थी। यूपी में बुजुर्ग महिला से रेप के आरोप में भीड़ ने शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी। आरोपी को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसने दम तोड़ दिया। वाराणसी में भीड़ ने एक मूकबधिर महिला को बच्चा चोर समझकर जमकर पीटा। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
भारत में स्वर्ण आभूषण के लिए मांग मार्च २०२० तिमाही में ४१ फीसदी घटकर ७३.९ टन रह गई, जो ११ साल का सबसे निचला स्तर है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने स्वर्ण मांग के रुझानों पर आधारित गुरुवार को जारी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि कोरोनावायरस महामारी की वजह से सोने की कीमतों में तेजी को बढ़ावा मिला, जिससे मांग प्रभावित हुई। मांग में यह गिरावट दुनियाभर में दर्ज 3९ फीसदी के मुकाबले ज्यादा है। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि वहीं इस कीमती धातु के सबसे बड़े उपभोक्ता चीन में स्वर्ण आभूषण के लिए मांग समीक्षाधीन अवधि के दौरान ६५ फीसदी तक गिरकर ६४ टन के साथ १३ वर्ष के निचले स्तर पर आ गई। मूल्य के संदर्भ में, वैश्विक स्तर पर मांग में गिरावट सालाना आधार पर २६ फीसदी के साथ १६.६ अरब डॉलर पर रही, जो १० वर्ष का निचला स्तर है। कोरोना महामारी की वजह से स्वर्ण आपूर्ति भी बाधित हुई और खदान उत्पादन सालाना आधार पर ३ फीसदी घटकर ७९५.८ टन के पांच वर्षीय निचले स्तर पर रह गया। जहां तक भारत का सवाल है तो भले ही विवाद सीजन से मार्च २०२० तिमाही के शुरू में मांग बढ़ी थी, लेकिन फरवरी के मध्य से स्थानीय सोने की कीमतों में भारी तेजी से मांग प्रभावित हुई, क्योंकि उपभोक्ताओं ने खरीदारी टाल दी। वहीं लॉकडाउन की वजह से मांग पूरी तरह ठप हो गई है। डब्ल्यूजीसी के अनुमानों के अनुसार मार्च में आभूषण मांग में ६० से ८० फीसदी के बीच कमी आई। भारत में मार्च तिमाही में सोने की औसत कीमत ४१,१२४ रुपये प्रति १० ग्राम रही जो सालाना आधार पर २६.६ फीसदी ज्यादा है। डब्ल्यूजीसी का कहना है कि रुपये में कमजोरी के साथ साथ डॉलर संदर्भ में स्वर्ण कीमतों में तेजी से स्थानीय स्वर्ण कीमतें मार्च में ४४,३१५ रुपये के सर्वाधिक ऊंचे स्तर पर बंद हुईं। डब्ल्यूजीसी को भविष्य में स्वर्ण मांग पर दबाव बने रहने का अनुमान है क्योंकि लॉकडाउन मई में भी बना रहेगा। इससे अक्षय तृतीया के अलावा विवाह संबंधित खरीदारी के साथ-साथ अन्य अवसरों के दौरान भी सोने की मांग पर दबाव दिखेगा।
होम नेशनल गोंडा अवध विश्वविद्यालय के अनोखे कारनामे परीक्षार्थी एक, परीक्षा परिणाम दो। गोंडा अवध विश्वविद्यालय के अनोखे कारनामे परीक्षार्थी एक, परीक्षा परिणाम दो। गोंडा। पिछले दिनों बीएड के एक छात्र के प्रवेश पत्र पर सिने स्टार अमिताभ बच्चन की फोटो प्रिंट करने को लेकर सुर्खियों में रही फैजाबाद की अवध यूनिवर्सिटी का एक और चौका देने वाला कारनामा सामने आया है। इस बार एक ही परीक्षार्थी के दो-दो रिजल्ट जारी कर दिए गए हैं। उसे एक रिजल्ट में उत्तीर्ण तो दूसरे रिजल्ट मे ं अनुपस्थित दिखाया गया है। जिससे छात्र परेशान है व उसमे भ्रम की स्थिति बनी हुई है। गोंडा के पोर्टरगंज के रहने वाले बृजलाल तिवारी ने बताया कि वह साकेत पीजी कॉलेज अयोध्या में एलएलबी छठे सेमेस्टर का छात्र है। जिसकी परीक्षा पिछले १ अगस्त को संपन्न हो चुकी है। जिसमें उसने सारे प्रश्न पत्र की परीक्षा दी है। लेकिन गुरुवार की शाम को विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए परीक्षा परिणाम को देखकर वह चौंक गया। रोल नंबर 63१0१502१ अभ्यर्थी का नाम बृजलाल तिवारी पुत्र गौरीशंकर तिवारी का परीक्षा परिणाम दो बार जारी किया गया है। एक परिणाम में उसे उत्तीर्ण तो दूसरे में उसे अनुपस्थित दिखाया गया है। जिसे लेकर छात्र व उसके परिवारीजन परेशान हैं व उनमें भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
पटना. इधर वित्त मंत्री जेटली ने अपना बजट भाषण समाप्त किया और उधर बिहार में बवाल हो गया। बजट का विरोध करते हुए लाखों लोग सड़कों पर उतर आये और जेटली हाय-हाय के नारे लगाने लगे, कई जगह पर उनका पुतला भी फूँका गया। लोगों के इस ग़ुस्से की वजह है बिहार के लिए नयी ट्रेन का एलान ना होना! इस वजह से बिहार के लोग अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। हाय-हाय के बीच में खैनी रगड़ते हुए सुत्तन नामक प्रदर्शनकारी ने कहा, हम पूरा दो घंटे तक ऊ जेटली का अल्ल-बल्ल सुनते रहे पर ससुर का नाती एकठो नये टिरेन का अलाउंसमेंट नहीं किये! यह कहकर सुत्तन ने अपनी वाणी को विराम दिया और खैनी को मुँह में सेट करने लगे। इसी बीच, मौक़ा और माइक देखकर वहीं बराबर में खड़े एक दूसरे भाईसाब बोले, और तो हमें कुछ मिलता नहीं था इस बजट में, एकठो टिरेन मिलता था, इस जेटलवा ने वो भी छीन लिया। फिर उन्होंने एक पॉज लिया और दोनों उंगलियों को होंठों पे रख के उनके बीच से पिचकारी मारते हुए कहा, और हमरे खैनी और गुटखा पे भी कुछ नहीं बोले! और तोड़फोड़ में योगदान देने चले गये।
नई दिल्ली : शुक्रवार को आए तेज आंधी-तूफ़ान और बारिश की वजह से आगरा के ताजमहल को भी नुकसान पहुंचा है। ताजमहल परिसर में तेज आंधी-तूफ़ान से रेलिंग टूट गई और बगीचे के कई पेड़ नष्ट हो गए हैं। जानकारी के अनुसार, जहां से पर्यटक ताजमहल परिसर में प्रवेश करते हैं वहां पॉड गिरने से रेलिंग टूट गई। सिर्फ इतना ही नहीं प्रवेश स्थल की सीलिंग को भी तूफ़ान की वजह से भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं तूफ़ान की वजह से चमेली फर्श पर पर्यटकों को यमुना किनारे की तरफ जाने से रोकने वाली सुरक्षा वूडन रेलिंग भी टूट गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ताजमहल को पहुंचे नुकसान की पुष्टि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी डॉ बसंत कुमार ने भी की है। वहीं लॉकडाउन के चलते ताजमहल अभी बंद है और वहां आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगाईं गई है। बता दें कि मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि आज यानी शुक्रवार को यूपी के मथुरा, आगरा, हाथरस, खैर, अलीगढ़, एटा समेत कई इलाकों में बारिश होने के आसार हैं।
हर कोई कहता है कि कंप्यूटर दृष्टि रखता है। यह समझ में आता है, हम कंप्यूटर पर कम से कम आठ घंटे बिताते हैं। और स्मार्टफोन के बारे में क्या, जो अधिक से अधिक हो रहे हैं? आपके साथ एक कंप्यूटर केवल घर पर और कार्यालय में है, और एक स्मार्टफोन हर जगह और हमेशा होता है। हम सार्वजनिक परिवहन में, एक यात्रा पर, सड़क पर, एक कैफे में छोटी स्क्रीन देखते हैं। और यह एक कंप्यूटर से भी ज्यादा दृष्टि खराब करता है। क्या मैं इसे छोड़ दिए बिना स्मार्टफोन से नुकसान को कम कर सकता हूं? मैं लंबे समय से संपर्क लेंस पहन रहा हूं, और इस बार मेरी दृष्टि बहुत ज्यादा नहीं बदली, इसलिए मुझे हर बार निदान के माध्यम से जाने की भी आवश्यकता नहीं है-आप एक ही पर्चे खरीदते हैं, और यह ठीक है। लेकिन हाल ही में मैंने ध्यान दिया कि दूरस्थ वस्तुएं लेंस में भी अधिक अस्पष्ट हो रही हैं, और जब रिमोट संकेतों पर विचार करना जरूरी है तो आंखें तनावग्रस्त हो रही हैं। एक पल के विचार के बाद, मैंने इस बदलाव को एक स्मार्टफोन से जोड़ा, जिसमें लटकना मुश्किल नहीं है। अलग-अलग साइटों पर संक्रमण, स्मार्टफ़ोन पर पढ़ना, जब खाली समय, गेम, नोट्स हों। अगर मेरे खाली समय में मुझे इंटरनेट पर जाना है (जो साइट पर साइट पर हैंग-अप और संक्रमण से भरा हुआ है), मैं इसे स्मार्टफोन से करता हूं। बेशक, मैंने यह जांचने का फैसला किया कि मेरी धारणा कितनी उचित थी, और यह पता चला कि यह काफी था। बेशक, दृष्टि को नुकसान कम करने का अवसर है, लेकिन बाद में इस पर अधिक। समस्या के बारे में सबसे पहले। जर्नल ऑफ ऑप्टोमेट्री और विजन साइंस में सूचना प्रकाशित हुई कि लोग अपने मोबाइल उपकरणों को बहुत करीब रखते हैं, जिससे दृष्टि तेजी से खराब हो रही है। इस पत्रिका के एक अध्ययन से पता चला है कि एक स्मार्टफोन और अन्य मोबाइल डिवाइस पर वेब पेज ब्राउज़ करके, लोग पाठ लिखते समय चार या छह सेंटीमीटर करीब रखते हैं। १२ ९ लोगों में से संपर्क लेंस का उपयोग करके परीक्षण किया गया, कोई भी १,२,१0 नियम का पालन नहीं करता है। यह नियम फोन को एक पैर की दूरी पर रखना है, यानी चेहरे से लगभग ३० सेमी, कंप्यूटर स्क्रीन दो फीट दूर होनी चाहिए, और टीवी दस फीट। एक स्मार्टफोन पर छवियां विभिन्न आकारों का हो सकती हैं, उदाहरण के लिए, एक बहुत छोटा फ़ॉन्ट जो पढ़ने में मुश्किल है। इसलिए, आप अनैच्छिक रूप से स्मार्टफोन को चेहरे के करीब लाते हैं। और आंकड़ों के अनुसार इन आंकड़ों की पुष्टि की जाती है। एक अध्ययन के परिणामस्वरूप, यह पता चला कि १ ९९ ७ की तुलना में लोगों की दृष्टि पूरी तरह से ३५% कम हो गई, जब स्मार्टफोन केवल आम हो गया। यह अध्ययन डेविड अलांबी, एक आंख सर्जन और लंदन फोकस क्लिनिक के संस्थापक द्वारा आयोजित किया गया था, जिन्होंने एक विशेष शब्द स्क्रीन मायोपिया भी पेश किया था। मायोपिया या मायोपिया कारकों के संयोजन से उत्पन्न होता है: नज़दीकी वस्तुओं के निरंतर विचार से आंखों पर आनुवंशिकता और तनाव, उदाहरण के लिए, पढ़ना। वास्तव में, एक स्मार्टफोन का उपयोग कंप्यूटर के साथ पढ़ने या काम करने जैसा ही होता है, केवल अंतर यह है कि हम स्मार्टफोन को चेहरे के बहुत करीब लाते हैं, और आंखों के लिए वस्तु पर ध्यान केंद्रित करना अधिक कठिन होता है। समस्या स्पष्ट है, लेकिन क्या करना है? शायद सबसे अच्छा विकल्प स्मार्टफोन को त्यागने के लिए, लेकिन यह असंभव है। हम बेहतर लेंस पहनेंगे, क्योंकि वे अच्छी दृष्टि का भ्रम देते हैं। कम से कम, आप स्मार्टफोन और अन्य मोबाइल गैजेट्स का उपयोग करने से नुकसान को कम कर सकते हैं, और यहां ७ युक्तियां हैं कि इसे कैसे करें। जब आप किसी स्मार्टफ़ोन की स्क्रीन देखते हैं, तो आप सामान्य से तीन गुना कम झपकी देते हैं। इससे शुष्क आंखों की भावना होती है। ऐसा लगता है कि इसमें कुछ भी भयानक नहीं है, लेकिन निरंतर सूखापन दृष्टि को नुकसान पहुंचा सकता है। जब आप किसी स्मार्टफ़ोन पर पढ़ते हैं, मूवी देखते हैं या साइट से साइट पर जाते हैं, तो हर २० मिनट स्क्रीन से आपकी आंखें लेते हैं, और २० सेकंड के लिए, २० फीट की दूरी पर दूरी में देखें (यह लगभग ६ मीटर है)। अंधेरे कमरे में अपने स्मार्टफोन पर पढ़ने या बजाना भूल जाओ। प्रकाश की कमी, स्क्रीन की उज्ज्वल बैकलाइटिंग के साथ, आंखों के लिए खराब है, इसलिए डिवाइस को केवल एक अच्छी तरह से प्रकाशित कमरे में या दिन के उजाले में उपयोग करने का प्रयास करें। जब कोई आपसे बात करते समय स्मार्टफोन देखता है तो यह बहुत परेशान होता है, और यदि वे दोनों ऐसा करते हैं, तो एक दुखद तस्वीर आम तौर पर निकलती है। बस ऐसा करने से रोकें, अपने साथी को अपना पूरा ध्यान १००% दें, और इससे आपको स्क्रीन के सामने बिताए गए समय को कम करने में मदद मिलेगी, और इसलिए आंखों का स्वास्थ्य। अपने आप को एक नियम निर्धारित करें, स्मार्टफोन से कोई भी क्रिया न करें। उदाहरण के लिए, सोशल नेटवर्क या ई-मेल की जांच न करें, समाचार या रुचि के लेख न पढ़ें। एक छोटे से स्क्रीन स्मार्टफोन के सामने बिताए गए समय को कम करने का यह एक और मौका है। स्मार्टफोन को विशाल या कम से कम बड़ा के रूप में सेट करें। कुछ पढ़ने के प्रयास में फ़ॉन्ट जितना बड़ा होगा, आंखें कम होंगी। मोबाइल वेब सेवा अनुप्रयोगों का उपयोग करने और उन साइटों से बचने का प्रयास करें जो स्मार्टफ़ोन स्क्रीन पर अनुकूलित नहीं हैं। जैसा कि पहले बताया गया है, आंखों के लिए मुख्य क्षति इस तथ्य से आती है कि हम स्मार्टफोन को चेहरे के बहुत करीब रखते हैं। खुद को देखें आप अपने डिवाइस को चेहरे से कितनी दूरी पर रखते हैं? यह असंभव है कि यह ४० सेंटीमीटर, शायद ३० या २० भी डाल दिया गया है? किसी भी मामले में, आप इसे आंखों के करीब लाते हैं, तेज़ मायोपिया विकसित होता है। इसलिए, यदि आप २०-३० सालों में खराब नजर नहीं रखना चाहते हैं, तो अपने स्मार्टफोन की स्क्रीन के पीछे जितना संभव हो उतना समय बिताने का प्रयास करें, और इसे सही दूरी पर रखें।
कोटा। कारोबारी और ट्रेडर्स १ अप्रैल से पहले अपना जीएसटी रिकॉर्ड और रिटर्न फाइलिंग का पैटर्न ठीक कर लें, नहीं तो आगे उन्हें परेशानी हो सकती है। सरकार पहले ही कह चुकी है कि १ अप्रैल से उनका रिटर्न फाइलिंग का जीएसटी सिस्टम समय अनुसार काम करेगा और तब समय पर रिटर्न फाइल नहां करने पर कारोबारियों को जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। ऐसे में कारोबारी पेंडिंग रिटर्न और मार्च महीने की रिटर्न समय पर फाइल कर दें। टैक्स एक्सपर्ट अनिल काला ने लें-दें न्यूज को कहा कि कारोबारी और ट्रेडर्स मार्च तक अपनी पेंडिंग रिटर्न भर लें और मार्च से पहले अपना ट्रैक रिकॉर्ड ठीक कर लें। सरकार का टारगेट था कि जीएसटी सिस्टम को १ अप्रैल 20१8 तक रेगुलर करेगी यानी सभी रिटर्न अपनी डेडलाइन वाले समय पर मंथली जाएगी। १ अप्रैल के बाद से रिटर्न देर से फाइल करने पर कारोबारियों को लेट फीस चार्ज भी देना पड़ेगा। ऐसे में कारोबारी अपनी पिछली पुरानी पेंडिंग रिटर्न भर दें और मार्च की रिटर्न भी समय पर फाइल कर दें। ताकि, १ अप्रैल से कारोबारी किसी भी परेशानी में न फंसे। मार्च में जनवरी २०१८ की जीएसटीआर-१ रिटर्न जाएगी जिसकी डेडलाइन १0 मार्च २०१८ तक है। 3१ मार्च २०१८ तक जुलाई 20१7 से फरवरी २०१८ तक जीएसटीआर-६ रिटर्न फाइल करनी है। जीएसटीआर-६ इन्पुट सर्विस डिस्ट्रीब्यूटर को भरनी है, जिसमें इन्पुट टैक्स क्रेडिट रिसीवड की जानकारी होगी। ये जीएसटीआर रिटर्न सभी कारोबारियों और ट्रेडर्स को भरनी होगी क्योंकि ज्यादतर सभी इन्पुट टैक्स क्रेडिट रिसीव करते हैं। १.५० करोड़ रुपए तक टर्नओवर वाले कारोबारी जिन्होंने कंपोजिशन स्कीम ली है और जिन्होंने नहीं ली है वह अपनी पेंडिंग रिटर्न फाइल कर दे।
लोग अपने पाप काटने (कम करने) के लिए मन्दिरों में पूजा व दान पुण्य करते हैं। कुछ लोग कौओं को, कुछ भिखारियों, कंगालों को, कुछ लोग साँड को, कुछ लोग कुत्तों को तो कुछ लोग मछलियों को खिलाते हैं। भगवान(मूर्ति) तो स्वयं कुछ खाते नहीं है, भक्त ही उनके नाम पर लगा प्रसाद खाते हैं। यदि भगवान के सेवक (उर्फ, कौवे, कंगले, कुत्ते) ऐसे बरसते पानी(दान) में से दो घूँट पी लें तो क्या खराब है, क्या यह उनका हक नहीं? वर्तमान युग में सबसे बड़ा पुण्य कार्य (पाप कम करने हेतु) तो होगा, कि अधिकाधिक वृक्ष लगाएँ, उनकी सिंचाईं करें, ग्लोबल वार्मिंग कम करने, भूमिगत जल के स्तर को ऊँचा उठाने में सहयोग दें। मन्दिरों, आश्रमों, मठों में दान-पुण्य करना, और किसी राजनैतिक पार्टी को चन्दा देना और किसी गुण्डे/डाकू/शराबी/दादा को दिहाड़ी (टैक्स) देना लगभग बराबर ही है। लेकिन आम जनता को सबको कुछ न कुछ देना ही पड़ता है, नहीं तो जीना दूभर हो जाएगा उसका। जे हुई ना बात, सही मुद्दे पे लिखा भाया आपने!! यह हाल देश के तकरीबन सभी मंदिरों का है!!
ऑनर ७स आज पहली बार (१४ सितंबर) फ्लैश सेल के लिए आएगा। यह स्मार्टफोन एक्सक्लूसिव फ्लिपकार्ट और हिओनर स्टोर पर दोपहर १२ बजे बिक्री के लिए आएगा। इस डिवाइस में मीडियाटेक म्त6७३9 सोक के साथ २गब रैम और १६गब की इंटरनल स्टोरेज है। ऑनर ७स में १३म्प का रियर कैमरा और ५म्प का फ्रंट फेसिंग कैमरा है। फोन में फिंगरप्रिंट सेंसर नहीं है। इसमें ३,०२०माह की बैटरी दी गई है। ऑनर ७स में वाईफाई, ब्लूटूथ, जीपीएस और ४ग एलटीई है। यह एंड्रॉइड ८.१ ओरियो के साथ एमुई ८.० पर कार्य करता है। ऑनर ७स की भारतीय मार्केट में कीमत ६,९९९ रुपये है। सेल के दौरान आप इस स्मार्टफोन को ब्लैक, ब्लू और गोल्ड कलर ऑप्शन में खरीद सकते हैं। कंपनी इस दौरान एक्सचेंज ऑफर भी दे रही है। इस ऑफर के जरिए कस्टमर अपने पुराने डिवाइस पर कम से कम १,००० रुपये का ऑफ ले सकते हैं। इसके अलावा नो कॉस्ट एमी का ऑप्शन भी दिया जा रहा है जिसकी शुुरुआती प्रति महीने की कीमत ७७8 रुपये है। इसके अलावा एक्सिस बज क्रेडिट कार्ड पर ५% एक्सट्रा डिस्काउंट मिल रहा है। रिलायंस जियो यूजर्स २,२00 रुपये का कैशबैक और ५0गब एडिशनल डाटा पा सकते हैं।
जंतु कोशिका एवं पादप कोशिका के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है? माइटोकाँड्रिया केवल जंतु कोशिकाओं के लिये ही ऊर्जा गृह के रूप में कार्य करता है। कोशिका भित्ति केवल पादप कोशिका की ही विशेषता है। दोनों ही कोशिकाओं में प्लाज्मा झिल्ली कार्बोहाइड्रेट से बनी होती हैं। लाइसोसोम कोशिकाओं के लिये प्रोटीन संश्लेषण का कार्य करता है। कोशिका भित्ति (सेल वाल) केवल पादप कोशिकाओं में पाई जाती है। यह पादप कोशिकाओं के चारों ओर बाह्य आवरण के रूप में स्थित होती है। यह हरे पौधे में मुख्य रूप से सेल्युलोज से बनी होती हैं। जंतु कोशिकाओं में कोशिका भित्ति का अभाव होता है। माइटोकाँड्रिया जंतु कोशिकाओं एवं पादप कोशिकाओं दोनों के लिये ऊर्जा गृह के रूप में कार्य करता है । जंतु एवं पादप दोनों ही कोशिकाओं में प्लाज्मा झिल्ली प्रोटीन एवं लिपिड से बनी होती हैं। कोशिकाओं के लिये प्रोटीन संश्लेषण का कार्य अंतःद्रव्य जालिका (एंडोप्लास्मिक रेटिक्यूलम) और राइबोसोम (रीबोसोम) करते हैं। लाइसोसोम को कोशिका की आत्महत्या की थैली कहा जाता है। उपर्युक्त में से कौन-सा/से ऊतक पौधों के तनों की वृद्धि के लिये ज़िम्मेदार है/हैं ? प्ररोह के शीर्षस्थ विभज्योतक जड़ों एवं तनों की वृद्धि वाले भाग में विद्यमान रहते है तथा वे इनकी लम्बाई में वृद्धि करते हैं। एन्डोसाइटोसिस (एण्डोसाइटोसिस) का संबंध निम्नलिखित में से किससे है? यह पादप कोशिकाओं में होने वाला एक रोग है। यह किसी कोशिका द्वारा अपशिष्ट उत्सर्जन की प्रक्रिया है। यह किसी कोशिका के बाह्य पर्यावरण से अपना भोजन तथा अन्य पदार्थ ग्रहण करने की प्रक्रिया है। इससे पौधों की वृद्धि नकारात्मक रूप से प्रभावित होती है। व्याख्याः कोशिका में उपस्थित प्लाज़्मा झिल्ली लचीली होती है। इसका लचीलापन किसी कोशिका के बाह्य पर्यावरण से अपना भोजन तथा अन्य पदार्थ ग्रहण करने में सहायता करता है। ऐसी प्रक्रिया को एन्डोसाइटोसिस कहते हैं। अमीबा अपना भोजन इसी प्रक्रिया द्वारा प्राप्त करता है। अतः कथन च सही है । १. कोशिका में उपस्थित प्लाज़्मा झिल्ली वरणात्मक पारगम्य (सेलेक्टिवली परमीबल) होती है। २. कोशिका में जल और गैसों का आवागमन विसरण तथा परासरण के माध्यम से होता है। प्लाज़्मा झिल्ली को वरणात्मक (चयनात्मक) पारगम्य झिल्ली भी कहा जाता है, क्योंकि यह कुछ पदार्थों को अंदर अथवा बाहर आने-जाने देती है तथा कुछ अन्य पदार्थों की गति को रोकती भी है। अतः कथन १ सही है। कोशिकाओं में गैसों तथा जल के आदान-प्रदान, पोषण ग्रहण करना तथा कोशिका से विभिन्न अणुओं का अंदर-बाहर गमन सब विसरण के माध्यम से होता है। जल भी विसरण के नियमों के अनुकूल ही व्यवहार करता है। इस प्रकार जल के अणुओं की झिल्ली के आर-पार आवागमन परासरण कहलाता है। परासरण विसरण की एक विशिष्ट विधि है। एक कोशिकीय अलवणीय जलीय जीव तथा अधिकांश पादप कोशिकाएँ परासरण द्वारा जल ग्रहण करते हैं। पौधों के मूल द्वारा जल का अवशोषण परासरण का एक उदाहरण है। अतः कथन २ भी सही है। उल्लेखनीय है कि परासरण द्वारा जलग्रहण की प्रक्रिया जीवित एवं मृत दोनों कोशिकाओं में संपन्न होती है। कोशिका में पाए जाने वाले क्रोमोसोम के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही नहीं है ? ये कोशिका के केन्द्रक में उपस्थित होते हैं। ये डी.एन.ए. तथा प्रोटीन से निर्मित होते हैं। ये अनुवांशिक गुणों के लिये उत्तरदायी होते हैं। मनुष्य में सामान्यतः २४ जोड़े क्रोमोसोम पाए जाते हैं। कोशिकाओं में केन्द्रक उपस्थित होता है जिसके चारों ओर केंद्रक झिल्ली होती है । क्रोमोसोम केन्द्रक में होते हैं।जो कोशिका विभाजन के समय छड़ाकार(रोड शेपद)दिखाई पड़ते हैं। क्रोमोसोम में अनुवांशिक गुण होते हैं जो माता पिता से अगली सन्तति में स्थानांतरित हो जाते है। अतः कथन आ सही है । क्रोमोसोम डी.एन.ए .और प्रोटीन के बने होते हैं डी.एन.ए. में अणु कोशिका के निर्माण तथा संगठन की सभी आवश्यक सूचनाएं होती हैं डीएनए के क्रियात्मक खंड को जीन कहते है । अतः कथन ब सही है । जब कोशिका विभाजित नहीं हो रही होती है उस समय यह डीक्रोमैटिन पदार्थ के रूप में डी.एन.ए विद्यमान रहता है।क्रोमैटिन पदार्थ धागे की तरह की रचनाओं का एक जाल पिंड होता है ।जब कभी भी कोशिका विभाजित होने वाली होती है ,तब क्रोमोसोम में संगठित हो जाता है। अतः कथन च सही है। मनुष्य में सामान्यतः २३ जोड़े क्रोमोसोम पाए जाते हैं।अतः कथन ड गलत है। १. कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक ने की थी। २. ल्यूवेनहक ने बैक्टीरिया की खोज की थी। ३. रॉबर्ट ब्राउन ने कोशिका में केंद्रक का पता लगाया। रॉबर्ट ब्राउन ने १८३१ में कोशिका में केंद्रक का पता लगाया। कोशिकाओं में अणुओं का यातायात प्रबंधन का कार्य निम्नलिखित में से किसके द्वारा संपादित किया जाता है? कोशिकाओं में अणुओं का यातायात प्रबंधन का कार्य गॅाल्जी काय (गोलगी बॉडी) द्वारा संपादित किया जाता है। उल्लेखनीय है कि गॅाल्जी काय (गोलगी बॉडी) रक्त कोशिकाओं को छोड़कर सभी यूकैरियोटिक कोशिकाओं में गुच्छे के रूप में पाए जाते हैं। यह कोशिका भित्ति एवं लाइसोसोम का निर्माण करते हैं। पेशीय ऊतक के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में कौन सा असत्य है? यह ऊतक प्राणियों में गति के लिये उत्तरदायी है। ह्रदय का निर्माण पेशीय ऊतक से हुआ है। मलाशय एवं मूत्राशय में अरेखित पेशीय ऊतक से बने हैं। रक्तवाहिनियाँ रेखित पेशीय ऊतक से बनी होती हैं। व्याख्या: कथन (ड) असत्य है। रक्तवाहिनियाँ अरेखित पेशीय ऊतक से बनी होती हैं। उल्लेखनीय है कि प्राणियों में गति पेशीय ऊतक के कारण होती है। पेशियाँ गमन के अतिरिक्त अन्य कार्यों से भी संबंधित होती हैं। जैसे:- सांस लेना, परिवहन, जनन, उत्सर्जन आदि। पेशीय ऊतक तीन प्रकार के होते हैं- रेखित पेशियाँ, अरेखित पेशियाँ और ह्रदय पेशियाँ। रेखित पेशीय ऊतक शरीर की उन भागों में पाए जाते हैं, जो इच्छानुसार गति करते हैं। जैसे:- हाथ, पैर, गर्दन इत्यादि। अरेखित पेशीय ऊतक शरीर के उन अंगों की दीवारों में पाए जाते हैं। जो अनैच्छिक रूप से गति करते हैं। जैसे आहारनाल, मूत्राशय, मलाशय, रक्तवाहिनियाँ आदि। ह्रदय पेशियाँ केवल ह्रदय की दीवारों में पाई जाती हैं। इन्हीं पेशियों में संकुचन एवं शिथिलन से ह्रदय का संकुचन एवं शिथिलन होता है। तंत्रिका ऊतक/कोशिका के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में कौन-सा असत्य है? यह शरीर के समस्त अंगों एवं कार्यों में सामंजस्य स्थापित करता है। तंत्रिका कोशिका शरीर की सबसे छोटी कोशिका होती है। शरीर में सर्वाधिक तंत्रिका कोशिकाएँ मस्तिष्क में पाई जाती है। तंत्रिका ऊतक का निर्माण भ्रूण की एक्टोडर्म द्वारा होता है। व्याख्या: कथन (ब) गलत है। तंत्रिका कोशिका शरीर की सबसे लंबी कोशिका होती है। तंत्रिका कोशिका को न्यूरॅान कहा जाता है। उपर्युक्त युग्मों में कौन सा/से सत्य है/हैं? व्याख्या: संयोजी ऊतक शरीर में विभिन्न अंगों और ऊतकों को जोड़ने का कार्य करता है। उल्लेखनीय है कि कांडरा (टेंडन्स) और स्नायु (लिगामेंट) विशेष प्रकार के संयोजी ऊतक हैं। कांडरा (टेंडन्स) पेशी को अस्थि से जोड़ता है और स्नायु (लिगामेंट) अस्थि को अस्थि से जोड़ता है।
मंडी। मंडी पुलिस ने १५ दिनों के भीतर दूसरे सेक्स रैकेट को पकड़ने में सफलता हासिल की है। मामला मंडी जिले के रामनगर का है। यहां मुख्य आरोपी महिला ने किराए पर मकान लिया हुआ था और यहां से धंधा चला रखा था। पुलिस ने मौके से लड़कियों को रेस्क्यू कर मुख्य आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। इस रैकेट में एक युवती बिहार की और दूसरी मंडी की है। आपको बता दें कि ६ जुलाई को भी मंडी में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था। मंडी शहर से सटे चडियारा इलाके में पुलिस ने एक निजी होटल में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने इस संदर्भ में मामला दर्ज कर अब छानबीन शुरू कर दी है।
- कैम्पस के अंदर बाहरी लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित की जाए। - केवल छात्रों को पहचान के आधार पर प्रवेश दिया जाए। - यदि कोई छात्र शिकायत करता है तो तत्काल पंजीबद्ध किया जाए। - कैम्पस में आवश्यकता पडऩे पर पुलिस की मदद ली जाए। बीएड एवं एमएड की प्रवेश प्रक्रिया को लेकर हेल्प सेंटरों में निजी कॉलेजों के एजेंटो के कैम्पस के अंदर बने रहने और सेटिंग से छात्र-छात्राओं के आवेदनों में बदलाव कर अपने कॉलेज में प्रवेश दिलाने के मामलों को लेकर उच्च शिक्षा विभग ने गंभीरता से लिया है। सख्त रुख अपनाते हुए एेसे हेल्प सेंटरों में पुलिस की निगरानी में प्रक्रिया कराने के लिए संबंधित कॉलेज प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है। साथ ही इस तरह की शिकायतों की पूरी रिपोर्ट संबंधित सेंटरों से तलब की है। किन कॉलेजों के खिलाफ छात्र-छात्राओं ने शिकायत की गई हैं उनके आवेदन भी सेंटरों के माध्यम से तलब करने के लिए कहा गया है। विदित हो कि प्रदेश के कॉलेजों में बीएड एवं एमएड सत्र २०१९-२० की प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई है, शहर में करीब दो दर्जन एेसे कॉलेज हैं। बीएड, एमएड की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को लेकर शहर में चार हेल्प सेंटर बनाए गए हैं। इनमें शासकीय महाकोशल कॉलेज, मानुकंवर बाई कॉलेज, साइंस कॉलेज एवं होमसाइंस कॉलेज शामिल है। हेल्प सेंटरों में विजयनगर, सालीवाडा़, आईटीआई, दमोहनाका, सिविल लाइंस, कटंगी, नेपियर टाउन आदि क्षेत्रों के बीएड-एमएड कॉलेजों की लिस्टिंग कर सेंटर दिए गए हैं। साइंस कॉलेज को एमएड वेरिफिकेशन के लिए अधिकृत किया गया है। निजी कॉलेजों द्वारा हेल्प सेंटरों में शिक्षकों को खड़ा किया है ताकि वेरिफिकेशन में मदद की जा सके। लेकिन ये कथित शिक्षक एजेंट मदद के बहाने छात्र-छात्राओं को दस्तावेज लेकर मोबाइल नंबर बदलकर ओटीपी की मदद से च्वाइस फिलिंग में बदलाव कर रहे हैं। ताकि अपने कॉलेज में दाखिला करवाया जा सके। इसके लिए कॉलेज प्रबंधन के साथ शिक्षक भी जमघट लगाए रहते हैं। पीडि़त छात्र छाया ग्रोवर, रजनी, अमित कुमार, अजय पटेल आदि ने विभिन्न कॉलेजों की शिकायत उच्च शिक्षा विभाग से की है। -शिकायतों को देखते हुए रिपोर्ट मांगी है। संबंधित कॉलेजों के प्राचार्यों, विवि प्रशासन को आदेशित किया है कि हेल्प सेंटरों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश को पूरी तरह वर्जित किया जाए। इसके लिए पुलिस प्रशासन की मदद ली जाए। निर्देशों का यदि संबंधित सेंटरों में पालन होता नहीं मिलता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुंबई: अपने चिकित्सा कर्मचारियों के बीच कोरोनोवायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए, राज्य में संचालित जे जे अस्पताल ने परिसर के भीतर सीओवीआईडी -१९ रोगियों के संपर्क रहित आवागमन के लिए एक परिवहन कक्ष विकसित किया है। इंडोमेड डिवाइसेस नामक एक फर्म के इंजीनियरों की मदद से अस्पताल के सामान्य सर्जरी विभाग द्वारा विकसित, रोगी परिवहन 'कवच' का उद्देश्य अस्पताल के कर्मचारियों, आगंतुकों और अन्य रोगियों के बीच संक्रमण के जोखिम को कम करना है। संस्कृत शब्द 'कवच' का शाब्दिक अर्थ है एक कवच। जे-हॉस्पिटल में सर्जरी के सहायक प्रोफेसर अमोल वाघ ने कहा, लागत प्रभावी ग्लास ट्रांसपोर्ट ट्रॉली में सिर के सिरे पर हेपा फ़िल्टर होता है, जो कणों को ०.०2 माइक्रोन से छोटा करता है। हर दिन हजारों स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारी संक्रमण के लिए सकारात्मक परीक्षण करते हैं और उन्हें अलग करना पड़ता है। इससे चिकित्सा कर्मचारियों की कमी होती है, उन्होंने कहा। इसलिए, सुरक्षात्मक उपकरणों में नवाचार को समय की आवश्यकता है क्योंकि मेडिकल स्टाफ को पीपीई किट में लंबे समय तक बिताना पड़ता है, जिससे उनके लिए आवश्यक रोगी देखभाल और उपचार प्रदान करना मुश्किल हो जाता है, वाघ ने कहा। नवाचार के बारे में बात करते हुए, सर्जरी के प्रमुख, डॉ। अजय भंडारवार, जो अवधारणा के साथ आए थे, ने कहा कि ट्रॉली न केवल कोरोनावायरस के संचरण को रोक देगा, बल्कि यह उनके आसपास के अन्य संक्रमणों को कम करने के साथ कम प्रतिरक्षा वाले कोविड -१९ रोगियों की भी रक्षा करता है। मरीजों को ट्रॉली और परीक्षणों में उतारा जा सकता है, जैसे सोनोग्राफी, मरीज के चैंबर के अंदर होने पर भी किया जा सकता है, वाघ ने कहा, इंजीनियरों और विशेषज्ञों ने एम्बुलेंस में चैम्बर स्थापित करने और इसे सीटी के अनुकूल बनाने के तरीकों पर काम कर रहे हैं। स्कैन।
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नई दिल्ली। रेप के आरोपों से घिरे स्टार फुटबॉल खिलाड़ी को स्कॉटलैंड और पोलैंड के खिलाफ होने वाले मैचों के लिए पुर्तगाल टीम में जगह नहीं मिली है। इससे पहले सितंबर में भी रोनाल्डो को टीम में नहीं चुना गया था। अमेरिका की रहने वाली एक महिला ने रोनाल्डो पर रेप का आरोप लगाया है। हालांकि रोनाल्डो ने इन आरोपों को पूरी तरह से नकार दिया है। रोनाल्डो पर महिला ने आरोप लगाया है कि २००९ में रोनाल्डो ने उनके साथ दुष्कर्म किया था कैथरीन मेयोर्गा ने दावा किया है कि रोनाल्डो ने लॉस वेगास के एक होटल के कमरे में उनके साथ रेप किया था। पुलिस ने इस साल सितंबर में इस मामले को फिर से खोल दिया है।
सामग्री के डेटा सुरक्षा शीट्स (म्स्ड्स) का उपयोग कार्यस्थल में रसायनों और उनके मिश्रण के सुरक्षित उपयोग और निपटान के बारे में आवश्यक जानकारी प्रदान करने के लिए किया जाता है। आम तौर पर, मानक म्स्ड्स में किसी उत्पाद की पहचान, खतरों और गुणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी के साथ १६ खंड होते हैं। एक मानकीकृत तरीके से रसायनों के बारे में संवाद करने के लिए, दुनिया के अधिकांश रासायनिक नाम के बजाय मानकीकृत संख्यात्मक पहचानकर्ताओं का उपयोग करते हैं, जिन्हें कस (पंजीकरण) नंबर (र्न) कहा जाता है। कैस, या केमिकल एब्सट्रैक्ट सर्विस, अमेरिकन केमिकल सोसाइटी का एक प्रभाग है जो रसायनों के लिए अद्वितीय कैस संख्या प्रदान करता है। आम तौर पर, प्रत्येक रसायन के लिए एक विशेष सीएएस संख्या होती है। सीएएस नंबर हमेशा एक सेक्शन का रूप लेते हैं जो हाइफ़न द्वारा अलग किए गए तीन खंडों में विभाजित होता है। पहले खंड में कम से कम दो अंक होते हैं, दूसरे खंड में हमेशा दो अंक होते हैं और तीसरे खंड में हमेशा एक अंक होता है। आम तौर पर, एक सीएएस नंबर इस तरह दिखता है: [अंक स्ट्रिंग] -एक्सएक्स-एक्स। उदाहरण के लिए, बेंजीन की कैस संख्या ७१-४३-२ है और तांबे की कैस संख्या ७४४०-५०-८ है। रसायनों के लिए नामों और पर्यायवाची शब्दों और उपयोगकर्ताओं द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं की संख्या की असाधारण संख्या के कारण, उनकी पहचान करने के लिए संख्याओं का उपयोग महत्वपूर्ण जानकारी को अधिक कुशल बनाता है। इसके अलावा, रसायनों पर जानकारी रखने वाले डेटाबेस उन कोड के साथ खोज करने के लिए बेहतर होते हैं जिनमें उत्पाद नाम और समानार्थक शब्द होते हैं। दुनिया में, म्स्ड्स लिखने के लिए उपयोग किए जाने वाले प्रारूप काफी भिन्न होते हैं। आम तौर पर, रसायनों के लिए कैस पंजीकरण संख्या पहले पृष्ठ पर, धारा २ में या खंड ३ में होती है। कार्य की सी इकाई क्या है? भूमध्य सागर को काला सागर से क्या जोड़ता है? गता ४ में नाव कैसे प्राप्त करें? एक सफेद शोर मशीन कैसे काम करती है?
फरीदाबाद। दिल्ली से सटे फरीदाबाद के ओल्ड रेलवे स्टेशन पर बने रिजर्वेशन काउंटर में बीती रात चोर घुस गए। जब चोरों को अंदर कुछ भी नहीं मिला तो तोड़फोड़ की और जाते-जाते एक लेटर छोड़ गए। लेटर में चोरों ने लिखा कि हैप्पी न्यू ईयर दिल्ली पुलिस, आज मैं खाली हाथ जा रहा हूं। अगली बार जब आऊंगा तो लेकर जाऊंगा। ओम नमः शिवाय। चोरों के दाखिल होने की खबर रेल अधिकारियों को बुधवार सुबह को मिली। इसके बाद घटना की सुचना आरपीएफ और जीआरपी को दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक बीती मंगलावर की रात ८ बजे रेलवेकर्मी रिजर्वेशन काउंटर बंद कर शटर और गेट में ताला लगाकर रवाना हो गए। इसके बाद बीती देर रात चोरों ने पीछे के रास्ते से छत पर चढ़ और ऊपर लगे सीमेंट की चादर को तोड़कर नीचे काउंटर पर पहुंच गए। टिकट का पांच नंबर काउंटर का शीशा तोड़कर चोर अंदर घुसे और अलमारी का ताला तोड़कर पैसे चुराने का प्रयास किया। लेकिन अलमारी में टिकट का बंडल देखकर सामान इधर-उधर फैला दिया। रेलवे सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक चोरों ने दिल्ली पुलिस को चैलेंज करते हुए एक पत्र लिखा और उसे रिजर्वेशन काउंटर पर छोड़ गए।
राज्य सरकार ने १३ मार्च को आदेश जारी कर प्रदेश में कर्मचारियों के तबादलों पर रोक हटा ली है। रोक हटने के बाद प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को लेकर गाइड लाइन जारी कर दी है, लेकिन व्याख्याताओं एवं वरिष्ठ अध्यापकों को अभी भी तबादलों की गाइडलाइन का इंतजार है। तृतीय श्रेणी शिक्षकों को तबादलों को लेकर लंबे समय से इंतजार था। शिक्षा विभाग ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों से तबादले के लिए आवेदन लेना शुरू कर दिया है, लेकिन व्याख्याताओं को वरिष्ठ अध्यापकों के तबादलों के लिए गाइड लाइन जारी नहीं की है। गाइड लाइन जारी नहीं किए जाने से व्याख्याता एवं वरिष्ठ अध्यापक वर्ग के शिक्षक तबादलों के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे है। कई शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार को तृतीय श्रेणी शिक्षकों के साथ ही व्याख्याताओं और वरिष्ठ अध्यापकों के तबादलों के लिए भी गाइडलाइन जारी कर आवेदन लेना शुरू कर दिया जाना चाहिए था। शिक्षा विभाग ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों से निदेशक एवं संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से तबादले के लिए २० अप्रेल तक आवेदन मांगे है। वहीं दूसरी ओर शिक्षकों के विरोध को देखते हुए विभाग ने ६ मार्च को आदेश जारी कर ६डी की प्रक्रिया को स्थगित कर दिया है। सामान्य जिलों में ३१ दिसंबर २०१२ से पहले नियुक्त शिक्षक ही तबादलों के लिए आवेदन कर सकेंगे। प्रतिबंधित जिलों में वर्ष २००८ से पहले नियुक्त शिक्षकों के तबादले किए जा सकेंगे। प्रतिबंधित जिलों में अंतर जिला तबादले के लिए विभाग ने विशेष श्रेणी बनाई है। जिसमें असाध्य रोग से ग्रसित शिक्षकों के तबादले हो सकेंगे। पंचायतराज सेटअप के तृतीय श्रेणी शिक्षकों के केवल ग्रामीण क्षेत्र में तबादले के लिए पात्र होंगे। पारस्परिक तबादला चाहने वाले शिक्षकों के भी तबादले के आवेदन कर सकेंगे। परिवीक्षाकाल में चल रहे शिक्षकों के तबादले नहीं ही सकेंगे। शिक्षा विभाग के सेटअप परिवर्तन के आदेशों ने शिक्षकों की चिंता बढ़ा दी थी। शिक्षकों में इसको लेकर नाराजगी जताई थी। विभाग ने पंचायती राज में लगे शिक्षकों को शिक्षा विभाग में आने के लिए ६डी की प्रक्रिया को १० अप्रैल तक पूरा करने के निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन शिक्षकों के विरोध को देखते हुए विभाग ने ६ मार्च को आदेश जारी कर ६डी की प्रक्रिया को स्थगित कर दिया है। जिससे उन्हें राहत मिली है।
तो मन को भा गये। बारिश का इन्तजार है। अरे, हमारी इतनी हिम्मत। अपना पता बताइए, आदर का पूरा ट्रक ही भिजवा देते हैं। भारतीय सभ्यता संस्कृति के अनुसार नारी की मर्यादा की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन कुर्बान कर देने वाले कई बुजुर्ग कवियों ने सालियों की सुंदरता, उनके स्वभावों की चपलता, उनके साथ अपने सभी प्रकार के सम्बन्धों की स्वायत्तता, स्वतंत्रता, उनकी विभिन्न प्रकार के क्रियाकलापों में कर्मठता, अपने जीजाओं के प्रति उनकी कत्र्तव्यनिष्ठा आदि का विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए अत्यन्त सुन्दर व सार्थक साहित्य का सृजन किया है। सामाजिक जीवन में जीजा पुराण और दामाद पुराण इस कदर बोर करता है कि झेलना मुश्किल हो जाता है ! किसी भी लडकी की बहन की शादी हो जाए, फिर तो जीजू..जीजू का ऐसा रिकार्ड बजता है कि बस ... उफ ! बड़े शौक से सुन रहा था ज़्माना,
ये एक ऐसा सूत्र है, जिसे हर सफल इंसान अपने जीवन में अवश्य उतारता है। जिम्मेदारी ही एक ऐसी चीज है जो कभी दी नहीं जा सकती, लेकिन ली जा सकती है। जिम्मेदारी आपको दी नहीं जा सकती, अगर आप इसे लेने को तैयार नहीं होते हैं। अगर आप जिम्मेदारी लेने के तैयार रहेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। अगर किसी से मदद लेते हैं तो उसे धन्यवाद अवश्य कहें। धन्यवाद देने वाला, आभार व्यक्त करने वाला व्यक्ति हमेशा हल्का महसूस करता है। ऐसे लोग कभी चिंता नहीं करते, बल्कि चिंतन करते हैं। आभार व्यक्त करेंगे तो दूसरे लोग आपकी मदद के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। आप अपने जीवन में कैसे विचारों को चुनते हैं, किस व्यवहार को चुनते हैं, इसका सीधा असर आपके कामों पर होता है। आपकी जिंदगी का चुनाव कोई और नहीं कर सकता है, इसके लिए आपको किसी और पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। अगर आप अपने जीवन में परिवर्तन लाने को खुद तैयार नहीं हैं तो कोई और आपका जीवन नहीं बदल पाएगा। इसीलिए हमेशा सही चीजों को चुनिए।
लखनऊ। भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री का सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड समारोह १२वां भोजपुरी फिल्म अवार्ड २०१७ का आयोजन १९ नवंबर को मुंबई में किया जायेगा। इसके लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसकी जानकारी देते हुए भोजपुरी फिल्म अवार्डस कमेटी के अध्यक्ष विनोद गुप्ता ने बताया कि पिछले ११ सालों से भोजपुरी फिल्म अवार्ड के जरिए हमने इंडस्ट्री में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वालों कलाकारों और फिल्म मेकरों को सम्मानित किया है। ताकि भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को प्रोत्साहन मिले और वे ऐसे ही बेहतरीन फिल्मों का निर्माण कर इंडस्ट्री को और आगे बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभाते रहें।
कार्ल मार्क्स ने कुछ ऐसे ही क्रांतिकारी विचारों के साथ दुनिया भर के मजदूरों को एकजुट होने के लिए कहा था। आज मजदूर दिवस है, आइए जानते हैं कैसे हुई इस दिन की शुरुआत और इससे जुड़ी खास बातें। अंतराष्ट्रीदय तौर पर मजदूर दिवस मनाने की शुरुआत १ मई १८८6 को हुई थी। अमेरिका के मजदूर संघों ने मिलकर निश्चयय किया कि वे ८ घंटे से ज्यामदा काम नहीं करेंगे। जिसके लिए संगठनों ने हड़ताल किया। इस हड़ताल के दौरान शिकागो की हेमार्केट में बम ब्लास्ट हुआ। जिससे निपटने के लिए पुलिस ने मजदूरों पर गोली चला दी जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई और १00 से ज्याेदा लोग घायल हो गए। इसके बाद १८८9 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में ऐलान किया गया कि हेमार्केट नरसंघार में मारे गये निर्दोष लोगों की याद में १ मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाएगा और इस दिन सभी कामगारों और श्रमिकों का अवकाश रहेगा। भारत में मजदूर दिवस कामकाजी लोगों के सम्माशन में मनाया जाता है। भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तामन ने १ मई १923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी। हालांकि, उस समय इसे मद्रास दिवस के रूप में मनाया जाता था। काम पैसा कमाने के लिए नहीं है; आप जीवन का औचित्य साबित करने के लिए काम करते हैं। कोई व्यक्ति इसलिए बेकार नहीं है क्योंकि वो ख़यालों में खोया हुआ है। एक दिखाई देने वाला काम है और एक ना दिखाई देने वाला। भगवान श्रम की कीमत पर हमें सभी चीजों को बेचता है। श्रम एक मात्र प्रार्थना है जिसका उत्तर प्रकृति देती है। काम पर एक बुरा दिन नरक में एक अच्छे दिन की तुलना में बेहतर है। वो जो मेहनत से काम करता है उसे कभी निराश होने की ज़रुरत नहीं है; क्योंकि सभी चीजें परिश्रम एवं श्रम से प्राप्त की जाती हैं।
ये जादू है जिन्न का ७ जनवरी २०२० रिटेन अपडेट: परवीन का जादू अमन और परिवार पर असर! यह एपिसोड रोशनी के साथ शुरू होता है उस पल को याद करते हुए कि अमन ने तलवार को छुआ है और वह नीली पवित्र आग के पास खड़ा है जिसमें उसे उस रात पहने हुए सभी कपड़ों को जलाना है। उसने आग में एक के बाद एक कपड़े जलाने का फैसला किया लेकिन आग अचानक एक दर्जन से अधिक हो गई। अमन ने फिर से आग बुझाई लेकिन आग घेरे से बाहर निकल गई और बेबी को अचानक पकड़ लिया। वे सब उसके पास पहुँचते हैं ताकि उसे बचाया जा सके जब आपको एक आदमी के जूते पर ध्यान देना चाहिए कि वह सितारों की बारिश की रात में क्या पहनता है। जिस पल छोटू ने जूते के अंदर कदम रखा, वह जिन के आड़े आ गया। अमन ने बेबी को बचाया और आश्चर्यचकित किया कि कैसे आग इतनी दूर अपने दम पर आती है? अचानक उसने देखा कि रोशनी उनके बीच गायब है। वह घर के अंदर रोशनी की तलाश में जाता है और उसे बिस्तर पर पड़ा पाता है। वह उससे पूछता है कि क्या वह ठीक है? वह कहती है कि उसके हाथ में दर्द हो रहा है। अमन ने देखा कि उसके हाथ पर छोटा सा निशान अचानक बड़ा घाव बन गया है। इसके अलावा उन्होंने देखा कि रोशनी को कुछ तापमान मिला है। वह रोशनी से कुछ प्यार करता है और उसे सोने के लिए मिलता है। सुबह छोटू गेंद के साथ खेल रहा है और इस समय वह काफी मुश्किल से खेल रहा है। साइमा वहाँ आती है और गेंद को अपने हाथ में लेती है और कहती है कि मेरे साथ आओ क्योंकि बेबी ने उसके लिए चॉकलेट मिल्कशेक बनाया है। वह साइमा से अपनी गेंद मांगता है और वह गुस्से में खिड़की के शीशे तोड़ देता है। बाद में, अमन ने अपने घर में चश्मे के टुकड़े बिखरे हुए देखे और उसने सोचा कि घर में क्या हो रहा है? रोशनी, अंजुम से कहती है कि कल रात बच्चे और मेरे साथ जो कुछ भी हुआ और उसके बाद हमारे गर्दन पर हस्ताक्षर अभी भी बरकरार है। ये सभी किसी न किसी तरह एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं क्योंकि ऐसा नहीं लग रहा है कि कुछ संयोग से बाहर हो रहा है। बेबी वहां आती है और उन्हें बताती है कि सोहा आ रही है। रोशनी अमन से पूछती है कि सोहा कौन है? वह कहता है कि वह छोटू की जैविक माँ है लेकिन उसने कभी अपने ही बेटे से प्यार नहीं किया। वह कहता है कि उसे आने दो मैं उससे निपट लूंगा। सोहा आती है और छोटू को उसके साथ परिवार से दूर करने की मांग करती है। अमन उसे समझने की कोशिश करता है कि वह छोटू की मर्जी के खिलाफ ऐसा नहीं कर सकता है लेकिन वह सुनता नहीं है और छोटू को वहां से जबरदस्ती ले जाने की कोशिश करता है। छोटू जो कि गुस्से में है, चिल्लाता है और घर के बाहर रखी कार हवा में उड़ने लगती है और जमीन पर गिर जाती है। हर कोई यह देखकर हैरान रह जाता है और बाद में अमन भी उसी रूप में हो जाता है, जब वह पहले जानवर के रूप में परिवर्तित होता था। रुबीना ने महिलाओं की समस्याओं को ठीक करने के लिए कुछ करने की कोशिश की लेकिन परवीन ने उनका रास्ता रोक दिया। बाद में रुबीना हर किसी से कहती है कि भले ही अमन ने तलवार छोड़ दी हो, लेकिन तलवार ने अमन को नहीं छोड़ा और यह इस घर में ही है। रोशनी ने पूछा कि हमें इसका पता कैसे लगाना चाहिए? अमन खुद या इस घर में जो कुछ भी हो रहा होता है, जब रोशनी ने उसे आश्वासन दिया कि वे दोनों अपने रास्ते में आने वाली किसी भी समस्या से लड़ेंगे। अमन रोशनी से कहता है कि अगर वह गलत तरीके से जाता है तो वह उसे किसी भी कीमत पर रोकने की कोशिश करेगा। रोशनी अपनी मांग पर सहमत हो जाती है जब वह कहती है कि अगर आपको इसके लिए मुझे मारना पड़े तो भी आप वहां नहीं रुकेंगे। रोशनी कहती है कि आपने जो कुछ भी कहा है उसे जीवन में दोबारा न दोहराएं। प्रिकप अमन परिवार पर हमला करने की कोशिश करता है लेकिन रोशनी उसे रोकती है और बाद में वह उसे उसी तलवार से वार करता है। पिछला लेखगुड्डन तुमसे ना हो पाएगा ७ जनवरी २०२० रिटेन अपडेट: गुड्डन और अक्षत के रिश्ते में दरार! अगला लेखये रिश्ते हैं प्यार के ७ जनवरी २०२० रिटेन अपडेट: मिष्टी और निशांत के रोका के बारे अबीर का निष्कर्ष!
नयी दिल्ली, ०६ मार्च (प्ती) सरकार ने मंगलवार को कहा कि चीनी मिलें चालू माह के दौरान खुले बाजार में २४.५ लाख टन चीनी की बिक्री कर सकती हैं। केंद्र सरकार ने देश की ५२४ मिलों में से प्रत्येक को बिक्री के लिए चीनी कोटा आवंटित किया है। इसमें कहा गया है कि चीनी मिलों को ३१ रुपये प्रति किलो के न्यूनतम बिक्री मूल्य पर चीनी बेचने की अनुमति है। हाल ही में मिलों को अधिकतम लाभ दिलाने और किसानों के गन्ना मूल्य बकाया को दिलाने में मदद करने के लिए न्यूनतम बिक्री मूल्य को २९ रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़ा दिया गया था। हाल ही में, चीनी मिलों को थोक उपभोक्ताओं को चीनी बिक्री की अग्रिम बुकिंग के लिए जाने की सलाह दी गई थी। सरकार जून २०१८ से मिलों के लिए चीनी कोटा तय कर रही है। देश में चीनी के अधिशेष उत्पादन का प्रबंधन करने और किसानों के गन्ना मूल्य बकाया को चुकाने के उद्देश्य से चीनी की कीमतों को रखने के लिए सरकार चीनी मूल्य (नियंत्रण) आदेश २०१८ को लागू कर रही है। चालू विपणन वर्ष २०१८-१९ (अक्टूबर-सितंबर) में किसानों का गन्ना बकाया २०,००० करोड़ रुपये को पार कर गया है। विपणन वर्ष २०१८-१९ में चीनी उत्पादन ३०७ लाख टन होना आंका गया है, जो पिछले वर्ष में रिकॉर्ड ३२५ लाख टन से कम होगा लेकिन यह २६० लाख टन की घरेलू आवश्यकता से अधिक होगा।
राज एक्सप्रेस। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा यूपी की राजधानी लखनऊ में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए 'बदला' और 'भगवा' शब्दों का प्रयोग किया गया था, अब इस पर राजनीति तेज हो चली है, कम योगी (कम योगी आदित्यनाथ) ने इस बात का पलटवार किया है। क्या बोले कम योगी ? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवा लोक सेवा के लिए धारण किया है। सब कुछ त्याग कर, वे न केवल भगवा धारण करते हैं, बल्कि उसका प्रतिनिधित्व भी करते हैं। भगवा वेशभूषा लोक कल्याण और राष्ट्र निर्माण के लिए है और योगी जी उस पथ के पथिक हैं। क्या था प्रियंका गांधी का बयान ?
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि सैन्य ताकत के लिहाज से वह अमेरिका के लगभग बराबर पहुंच गया है। साथ ही उसने कहा कि अमेरिका उसे आंखें दिखाने की कोशिश ना करे । साथ ही उसने बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को पूरा करने का संकल्प लिया। सियोल : उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि सैन्य ताकत के लिहाज से वह अमेरिका के लगभग बराबर पहुंच गया है। साथ ही उसने कहा कि अमेरिका उसे आंखें दिखाने की कोशिश ना करे । साथ ही उसने बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को पूरा करने का संकल्प लिया। एजेंसी ने किम के हवाले से कहा, पूरे विश्व ने माना है कि संयुक्त राष्ट्र के तमाम प्रतिबंधों के बाद भी हमने ये सभी उपलब्धियां हासिल की हैं। उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने किम के हवाले से एक बयान में यह बात कही। यह बयान अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सेनाओं के प्योंगयांग से किए एक और मिसाइल प्रक्षेपण करने का पता लगाने के एक दिन बाद आया है। इस मिसाइल ने करीब ३,७०० किलोमीटर की दूरी तय की और उत्तरी प्रशांत सागर में गिरने से पहले जापान के ऊपर से होकर गुजरी। अभी तक जिन बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया गया है, उनमें से इस मिसाइल ने जमीन के ऊपर से सर्वाधिक दूरी तय की थी। उत्तर कोरिया ने २९ अगस्त को मध्यम दूरी वाली ह्वासोंग-१२ मिसाइल का परीक्षण करने की पुष्टि भी की थी, जो जापान के मुख्य द्वीपसमूहों के ऊपर से होकर गुजरी थी। केसीएनए ने कहा कि किम प्रक्षेपण को लेकर बेहद संतुष्ट हैं और उन्होंने मिसाइल की युद्ध क्षमता एवं विश्वसनीयता तथा उसकी क्षमता बढ़ाने के प्रयासों की पुष्टि की है। रिपोर्ट के अंग्रेजी संस्करण में सीधे तौर पर यह बात नहीं कही गई, लेकिन कोरियाई संस्करण में कहा गया कि किम ने मिसाइल को पूरी तरह तैयार बताया और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बाद भी अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को पूरा करने का संकल्प लिया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ताजा मिसाइल प्रक्षेपण के जरिए उत्तर कोरिया पर क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा भंग करने का आरोप लगाया और कहा कि उसके परमाणु एवं मिसाइल परीक्षण विश्वभर में गंभीर सुरक्षा चिंताओं का कारण हैं और संयुक्त राष्ट्र के सभी १९३ सदस्यों के लिए खतरा हैं।
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने अभिनेता से नेता बने मंसूर अली खान की वह याचिका सोमवार को खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि वह यह प्रदर्शित कर सकते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है। याचिकर्ता ने दावा किया था कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है और न्यायालय चुनाव आयोग को निर्देश दे कि वह विशेषज्ञों की सहायता से और उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की देखरेख में ईवीएम से छेड़छाड़ करने की अनुमति दें। दरअसल २०१९ के लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु के डिंडीगुल निर्वाचन क्षेत्र से तमिल अभिनेता चुनाव हार गए थे।
शिक्षा के क्षेत्र में रूचि रखने वाले बेरोजगार युवाओं को शिक्षक बनने का सुनहरा अवसर है, राज्य सरकार प्रदेश में बड़े पैमाने पर शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है, इच्छुक व्यक्ति आज से सीजी व्यापम के वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते है | आवेदन की प्रक्रिया १६ मई से शुरू हो गई है, जो १६ जून तक चलेगी | वही परीक्षार्थी १६ से २२ अगस्त तक अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते है । व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा जारी की गई भर्ती कार्यक्रम के अनुसार परीक्षा २५ अगस्त को दो पालियों में आयोजित की जाएगी | ई और टी संवर्ग की होने वाली परीक्षा में ३.१५ घंटे की परीक्षा होगी। सुबह ९ बजे से सहायक शिक्षक साइंस के लिए परीक्षा शुरू होगी, जो दोपहर १२.१५ बजे तक चलेगी। वही दूसरी पाली में व्यायाम, कृषि, जीव विज्ञान, गणित, अंग्रेजी विषय के शिक्षक के लिए परीक्षा होगी। ये परीक्षा दोपहर बाद २ बजे से शाम ५.1५ बजे तक आयोजित होगी। हे अटलजी, इन्हें माफ करना..!
मेरे छोटे भाई बरेली के किसी चिकित्सालय में पशुचिकित्सा अधिकारी हैं। ने काट लिया था। नियमित अन्तराल पर उसको एण्टी रेबीज इंजक्शन लगना था। इंजक्शन लगाना है। इंजक्शन भर कर तैयार कर लो। उसने भी सोचा कि भैया कुत्ते से खेल रहे होंगे। वह इंजक्शन भर कर ले आया और कहने लगा - भैया थोड़ी रूई और स्प्रिट दे दो। चौंकने की बारी थी। वह बहुत जोर से हँसा। भेद खुला तो पता लगा कि इंजक्शन तो उनकी बेटी छोटू (पल्लवी) को लगना है। छोटू को इंजक्शन लगने का सुन, किस छोटू पर क्या बीती होगी? संस्मरण मज़ेदार है! होली के मौके पर संस्मरण सटीक है। यादों में बस जाती है। गलतफहमी सुन्दर लगी। वो भी होली पर। छोटू पिल्ला तो इंजक्शन से बच गया। सहनी ही पड़ी। गलतफहमी पर बधाई। संस्मरण अच्छा है।