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>देवभूमि में ज्वालामुखी आइसलैंड में ज्वालामुखी में विस्फोट की वजह से दुनिया भर में हवाई उडानों पर असर पडा है। सभी दूर अफरातफरी मची हुई है और लोग इस मुसीबत से खुद को कैसे बाहर निकाले यह उन्हें समझ में नहीं आ रहा है। आइसलैंड से सुदूर देवभूमि धर्मशाला में भी पहली बार लावा फूटा। यह लावा जस्बातों का था और इसकी तपिश का शिकार आम लोगों पर नहीं बल्कि एक बेहद खास और खूबसूरत बॉलीवुड अदाकारा प्रिटी जिंटा और उनकी टीम बनी। क्रिकेट के मैदान पर ज्वालामुखी फूटे या भूकंप आ जाए एक खिलाडी कभी भी संयम नहीं खोता है। खुशी का इजहार हो या फिर आक्रोश को जताने का यह खिलाडी हर हालात में चेहरे पर एक जैसे भाव लिए होता है। यहां तक की टी२० वर्ल्ड कप के खिताब पर कब्जा जमाने के बाद भी धोनी ने इस तरह सेलिब्रेशन और अपनी भावनाओं का इजहार नहीं किया। धर्मशाला में धोनी ने बता दिया कि क्यों उन्हें ग्रेट फिनिशर कहां जाता है। उन्होंने अपनी टीम को बेहद विपरीत हालातों में जीत दिलवाई है। अंतिम पांच ओवरों में चेन्नई के लिए सेमीफायनल में पहुंचने के रास्ते बंद होते दिख रहे थे। इसी मौके पर धोनी को खोया फार्म मिला और कप्तानी ने जिम्मेदारी भरी पारी खेलते हुए लगातार तीसरी बार टीम को सेमीफायनल में पहुंचा दिया। इरफान पठान के अंतिम ओवर में जीत के लिए १६ रनों की जरूरत थी। लीग के पहले मुकाबले में भी दोनों टीमों के बीच नतीजा पठान के अंतिम ओवर से ही तय हुआ था। उनके जादुर्द ओवर से सुपर ओवर में मुकाबला पहुंच गया था और पंजाब ने सीजन की पहली जीत हासिल की थी। यहां पठान के ही ओवर में धोनी की जादुई बल्लेबाजी से किंग्स इलेवन को सीजन के आखरी मुकाबले में हार नसीब हुई। पंजाब का पलडा भारी नजर आ रहा था और मुकाबला रोमांचक अंत की और बढने की उम्मीद थी लेकिन धोनी ने चार गेंदों में ही काम तमाम कर दिया। प्रिटी जिंटा पिछले तीन सालों से क्रिकेट से जुडी है। खेल के बेहद बारीक पहलूओं के बारे में उन्हें भले ही जानकारी न हो लेकिन वह अब इतना क्रिकेट तो जानती है कि कौन से कैच को लपका जा सकता था और गेंदबाज। यही वजह है कि धर्मशाला के खूबसूरत स्टेडियम में उनके चेहरे पर गुस्सा और निराशा साफ देखी जा सकती थी। अंतिम दो ओवरों में कप्तान संगकारा के कैच छोडने और मिस फील्डिंग के साथ साथ पठान की गेंदबाजी ने प्रिटी के सीजन कुल मिलाकर ऑल इज नॉट वेल साबित हुआ। पंजाब किंग्स इलेवन के बल्लेबाजों की नींद अब जाकर टूटी है। पहले गैरजिम्मेदाराना खेल दिखाने वाले बल्लेबाज अब जमकर रन बना रहे है। जयवर्धने और संगकारा के बाद अब जलवा बिखेरने की बारी शॉन मार्श की थी। इरफान पठान गेंदबाजी में भले ही नाकाम साबित हो रहे हो लेकिन बल्ला उनका भी बोल रहा है। युवराज ने जरूर फिर निराश किया लेकिन पंजाब के लिए अब ऐसी पारियों के कोई मायने नहीं है। टीम के लिए यह सीजन का अंतिम मुकाबला था। टीम निराश सीजन का अंत जीत के साथ करना चाहती थी लेकिन न तो आत्मसम्मान बचा और नहीं जीत की खुशी लौट कर आई। चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के तीनों सीजन में सेमीफायनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई है। पहले दो मौकों पर यह टीम शुरूआत से ही सेमीफायनल की और मजबूती से कदम बढा रही थी। इस सीजन में जरूर टीम झटके खाते खाते सेमीफायनल में पहुंची है। अब धोनी बिग्रेड के लिए केवल यही मुकाबला करो या मरो नहीं था। अगले दोनों मुकाबले नॉक आउट रहेंगे। सेमीफायनल में जीत मिलती है तो खिताबी दौड में यह टीम बनी रहेगी लेकिन यदि यहां शिकस्त मिलती है तो चैम्पियंस लीग की पात्रता के लिए सेमीफायनल हारने वाली दूसरी टीम से जोरआजमाइश करना होगी। अंत में एक बेहद दिलचस्प लेकिन जमीनी खिलाडी से जुडी बात। बौध धर्म में पांव छूने की कोई रवायत नहीं है लेकिन धोनी ने दलाई लामा के आगे श्रद्धा से दंडवत हो गए। दलाई लामा के साथ मौजूद प्रिटी जिंटा ने भी मजाकिया अंदाज में धोनी को उनके पांव छूने के लिए कहां, धोनी हल्की से मुस्कुराहट लिए आगे बढ गए। यह केवल एक क्षणिक मजाक था लेकिन मैच का अंत हकीकत था। झारखंड के इस लडाके ने किंग्स इलेवन को खुद के सामने नतमस्तक होने के लिए मजबूर कर दिया। हाड लक किंग्स इलेवन पंजाब। बेटर लक नेक्स्ट टाइम। >डेल्ही कैच रोहित आउट आईपीएल
मेघ: १७३. जालोर जिला और दोहरा मताधिकार.. सन् १९५२ में जालोर जिले में ५ विधानसभा के क्षेत्र थे। कोई दोहरे मतदान की सीट नहीं थी। सभी एकल मतदान की सामान्य सीटें थी, जो निम्न थी- जालोर-ए, जालोर-बी, जसवन्तपूरा, सांचोर और जसवंतपूरा-सांचोर। इन पर न तो दोहरा मताधिकार था और न आरक्षण। सन् 19५7 में जालोर जिले में विधानसभा हेतु ५ की जगह निम्नलिखित ४ सीटें बनायीं गयी- सांचोर, जालोर, रानीवाड़ा और आहोर। इस में जालोर सीट दो सदस्यों वाली सीट यानि दोहरे मतदान की थी। एक सामान्य को चुनना और एक अनुसूचित जाति के प्रतिनिधि को चुनना। जालोर विधानसभाकी दोनों सीटें(सामान्य और आरक्षित) राम राज्य परिषद के प्रत्याशियों ने जीती।
कैसे करे लक्ष्मी पूजा - देवी लक्ष्मी की इस रूप की पूजा करने से होती है धन की प्राप्ति ! देवी लक्ष्मी की इस रूप की पूजा करने से होती है अचानक धन की प्राप्ति ! अधिकांश लोग अपार धन पाने की इच्छा रखते है परंतु काफी मेहनत के बाद भी उनका की परिणाम नही निकलता क्योंकि धन की इच्छा महालक्ष्मी की पूजा और कृपा के बिना नही हो सकती. महालक्ष्मी के आठ रूप होते है सभी रूपो का अलग अलग महत्व बताया गया है.माँ लक्ष्मी जैसी जिसके मन में कामनाये होती है सभी को पूर्ण करती है. माँ लक्ष्मी की पूजा करने से पहले विष्णु भगवान् की भी पूजा करनी चाहिए शास्त्रो के अनुसार माँ लक्ष्मी का वास वही होता है जहां उनकीं पूजा से पहले विष्णु भगवान् की पूजा की जाती है क्योंकि लक्ष्मि जी विष्णु भगवान् की अर्धांग्नी है. माँ लक्ष्मी के आठ रूप. १. धन लक्ष्मी माँ लक्ष्मी के इस रूप की अर्चना करने से अपार धन की प्राप्ति होती है. २. यश लक्ष्मी माँ लक्ष्मी की इस रूप की अर्चना करने से यश की प्राप्ति होती है . ३. आयु लक्ष्मी माँ लक्ष्मी के इस रूप की साधना करने से दीर्घायु और स्वास्थ का वरदान मिलता है. ४. वाहन लक्ष्मी माँ लक्ष्मी के इस रूप की उपासना करने से वाहन सुख प्राप्त होता है. ५. स्थिर लक्ष्मी इस रूप में माँ लक्ष्मी की पूजा करने से धन धान्य सम्पदा हमेशा बनी रहती है. ६. गृह लक्ष्मी इस रूप को पूजने से सर्वगुण संपन्न पत्नी की प्राप्ति होती है. ७. संतान लक्ष्मी माँ लक्ष्मी के इस रूप की पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है. ८. भवन लक्ष्मी यदि आपके पास अपना खुद का घर नहीं है तो आप माँ लक्ष्मि के इस रूप की पूजा करे. . माँ लक्ष्मी की पूजा पूरे विधि विधान के साथ करने से आपको उसका फल अवश्य प्राप्त होगा. शास्त्रो में कहा तो ये भी जाता है की किसी समय माँ लक्ष्मी मैले वस्त्र पहन कर अपना रूप बदलकर सभी के घर घर गयी थी परंतु सभी ने उन्हें भिछुक समझकर उन्हें घर से निकल दिया था परंतु अंत में वे एक बनिए के घर गयी और उस बनिए ने उन्हें यानि की माँ लक्ष्मी को पहचान लिया और उस बनिए ने माँ लक्ष्मी से अपने घर के अंदर आने को कहा और उनसे बोला की आप यहाँ पर रहो और में गंगा स्नान करने जा रहा हूँ परंतु जब तक मैं न आउ तब तक आप मेरे घर की रक्षा करना और तभी से कहा जाता हे की माँ लक्ष्मी का निवास अधिकतर बनियो के घर में जरूर मिलता हे.. प्रेवियस प्रेवियस पोस्ट: यदि आपके शरीर पर भी है इन तीन जगह तिल, तो शादी के बाद बदल जाएगी आपकी किस्मत नेक्स्ट नेक्स्ट पोस्ट: कैसे करे गुरु बृहस्पति देव को प्रसन्न
व्वे में दिनभर की बड़ी खबरें: ११ जुलाई, २०१८ ब्रॉक लैसनर ही मेरे अगले चैलेंजर होंगे: डेनियल कॉर्मियर लैसनर के साथ होने वाली फाइट को लेकर कॉर्मियर ने कहा, "ब्रॉक लैसनर के शाथ मेरी अगली फाइट होगी। ब्रॉक लैसनर फिलहाल व्वे के चैंपियन हैं और पूर्व उल्ल्क चैंपियन भी रह चुके हैं।" कॉर्मियर ने ब्रॉक लैसनर के ड्रेसिंग सेंस को लेकर भी टिप्पणी की। दरअसल ब्रॉक लैसनर ३-पीस सूट के नीचे बूट पहनकर रिंग में आए थे। कॉर्मियर ने इस बारे में बोलते हुए कहा, "मैं ऑक्टागन के अंदर खड़ा हुआ कोशिश कर रहा था कि ब्रॉक लैसनर की तरफ ना देखूं। थोड़ी ही देर में ब्रॉक अंदर आ गए। वो एक सूट पहने हुए थे। उन्होंने काओबॉय बूट में पैंट के निचले हिस्से को दबाया हुआ था। इससे अजीब चीज़ शायद ही आप कभी देखें।" व्वे और ब्रॉक लैसनर के बीच कड़वाहट पैदा हो गई है ? व्वे यूनिवर्सल चैंपियन बीते रविवार को हुए उल्ल्क २२६ के मेन इवेंट के बाद नजर आए। लैसनर ने आकर उल्ल्क के डबल चैंपियन (लाइट हैवीवेट और हैवीवेट चैंपियन) डेनियल कॉर्मियर को फाइट के लिए तैयार रहने की चुनौती दी। डेनियल कॉर्मियर और ब्रॉक लैसनर के बीच ऑक्टागन (उल्ल्क केज) में हुई जुबानी जंग से उल्ल्क और व्वे फैंस काफी उत्साहित हो गए। लेकिन फैंस इस बात से हैरान रह गए कि व्वे ने रॉ में ब्रॉक लैसनर के उल्ल्क में नजर आने की बात का अपने शो पर कोई जिक्र नहीं किया। केजसाइड सीट्स की रिपोर्ट की मानें तो शायद कंपनी और ब्रॉक लैसनर के बीच कुछ कड़वाहट पैदा हो गई है। मेरी बेटी भी रैसलर बनना चाहती है और वो आगे चलकर व्वे चैंपियन बनेगी: द रॉक व्वे के पूर्व चैंपियन गोल्डस्ट की हुई सर्जरी तीन बार के पूर्व वॉफ आईसी चैंपियन गोल्डस्ट ने हाल ही में अपने दोनों घुटनों की सर्जरी कराई। गोल्डस्ट ने बर्मिंघम से अपनी और सर्जन की फोटो को शेयर किया। गोल्डस्ट की सर्जरी मशहूर स्पोर्ट्स सर्जन डॉक्टर जैफरे डुगास ने की। ब्रेट हार्ट द्वारा 'अनसेफ रैसलर' कहे जाने पर सैथ रॉलिंस ने दी प्रतिक्रिया "मैं नहीं जानता कि विंस मैकमैहन को ब्रेट के लगाए आरोपों के बारे में पता भी था या नहीं। लेकिन हाँ, मुझे लॉकर रूम में सभी का समर्थन मिला। साथी रैसलर्स का ब्रेट के बारे में यही कहना था कि 'ये शख्स क्या ही बोल रहा है?' 'वो ये सब बातें क्यों कर रहा है?' 'ये बस बकवास है।' हाँ ये खबर थोड़ी सुर्ख़ियों में थी लेकिन लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। ज़्यादातर लोगों ने केवल इसका मज़ाक बनाया था।" क्या रैसलिंग दिग्गज बुकर टी की फिर से होगी रिंग में वापसी? चाहे कितनी ही उम्र क्यों ना हो जाए, एक बड़े मंच पर लाइव परफॉर्म करने की इच्छा कभी खत्म नहीं होती। ऐसे में बुकर टी की वापसी की खबरें आना कोई हैरान करने वाली बात नहीं है। रेस्लिंगन्यूज.को के मुताबिक बुकर टी ने एक पॉडकास्ट "हीटेड कन्वर्ज़ेशंस" में ये कहकर अपने वापस आने के संकेत दिए कि वो वास्तव में कभी रिटायर हुए ही नहीं। एक्सट्रीम रूल्स पीपीवी में अब कुछ दिनों का वक्त बचा है। इस बार का ये पीपीवी काफी शानदार होने वाला है क्योंकि इसमें कई बड़े मैच को बुक किया गया है। ये पीपीवी भी दोनों ब्रांड का होगा। पीपीवी में कुल सात चैंपियनशिप मैच होने हैं , जिसमें दोनों ब्रांड के टैग टीम चैंपियनशिप, विमेंस चैंपियनशिप, इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप, यूएस चैंपियनशिप और व्वे चैंपियनशिप शामिल है। सिर्फ ब्रॉक लैसनर की यूनिवर्सल चैंपियनशिप को इसका हिस्सा नहीं बनाया गया है। जबकि दो सिंगल्स मैच, एक स्टील केज और एक किक ऑफ मैच होगा। कुल मिलाकर ११ मैच होने वाले हैं। व्वे स्मैकडाउन रिजल्ट्स और वीडियो हाइलाइट्स: १० जुलाई २०१८ इस हफ्ते स्मैकडाउन का एपिसोड एक्सट्रीम रूल्स पीपीवी से पहले आखिरी शो था। सभी मैचों को पहले तय कर दिया गया था जबकि दो मुकाबले पेज ने शो के दौरान बुक किए। शिंस्के नाकामुरा और एजे स्टाइल्स की दुश्मनी फिर से देखने को मिली जबकि जैफ और एजे स्टाइल्स की जोड़ी को पंसद किया गया।
चंडीगढ़ / शहर में टूरिज्म को बढ़ाने के लिए रोडमैप तैयार,बोटेनिकल गार्डन में चलेगी टॉय ट्रेन चंडीगढ़ में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम तैयार किए। फाइल फोटो सुखना लेक में रोजाना लाइट एंड साउंड शो कार्यक्रम करवाने को लेकर विचार किया मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म की ओर से राज्यों व यूटी को टूरिज्म बढ़ाने के लिए फंडस दिए जा रहे चंडीगढ़. देश की पहली प्लान्ड सिटी चंडीगढ़ को अब एक टूरिस्ट सिटी के तौर पर डेवलप किया जाएगा। इसका रोडमैप तैयार है और इसके लिए किए जाने वाले अलग-अलग कामों के लिए मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म फंड्स देगी। एडवाइजर टू एडमिनिस्ट्रेटर मनोज परिदा की देखरेख में शुक्रवार को यूटी सेक्रेटरिएट में मीटिंग हुई। इसमें रोडमैप को लेकर हायर किए गए कंसल्टेंट की तरफ से फाइनल रिपोर्ट रखी गई। हालांकि जो प्रेजेटेंशन कंसल्टेंट ने दी है, उसमें कुछ बदलाव किए जाने हैं और चंडीगढ़ में क्या-क्या चीजें होंगी उसको लेकर अगले हफ्ते प्रशासन फाइनल कर मिनिस्ट्री को रिपोर्ट सब्मिट करेगा। मीटिंग में प्रशासन के सभी सीनियर ऑफिसर्स ने हिस्सा लिया। दरअसल मिनिस्ट्री की तरफ से ये योजना स्वदेश दर्शन चलाई जा रही है जिसमें सभी राज्यों और यूटी को टूरिज्म डेवलपमेंट को लेकर प्लानिंग और उस पर मिनिस्ट्री की तरफ से फंड्स प्रोवाइड करवा जा रहे हैं। इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने भी कंसल्टेंट हायर किया है, जिसने चंडीगढ़ में टूरिज्म को कैसे प्रमोट किया जा सकता है इसके लेकर रिपोर्ट तैयार की है। शुक्रवार को हुई मीटिंग में कंसल्टेंट ने कहा कि बोटेनिकल गार्डन में एक टॉय ट्रेन चलाने से इस एरिया की डेवलपमेंट हो सकती है क्योंकि बच्चों के खेलने के लिए ये एक जगह होगी और इसके चलते ज्यादा लोग इस तरफ को आ सकेंगे। इसके साथ सुखना लेक में रेगुलर लाइट एंड साउंड शो के लिए कहा गया लेकिन इस पर ऑफिसर्स की तरफ से बताया गया कि ये साइलेंस जोन है और माइग्रेटरी बर्ड्स भी लेक में आते हैं तो उसको देखते हुए ही इसकी प्लानिंग होनी चाहिए। सुखना में वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी... सदर्न सेक्टरों में टूरिज्म को लेकर कुछ खास नहीं है इसलिए न्यू लेक सेक्टर-४२ की डेवलपमेंट करने की प्लानिंग बनाने के लिए कहा गया है। सुखना लेक में साल में अलग-अलग टाइम वाॅटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी जिनको प्रशासन परमिशन दे। इसके अलावा पियरे जेनरे म्यूजियम और ली कार्बुजिए सेंटर में होलोग्राफिक टेक्नोलाॅजी को यूज किया जाएगा। मकर संक्रांति / हिमाचल के तत्तापानी में एक बर्तन में १९९५ किलो खिचड़ी बनाने का रिकॉर्ड दर्ज हिमाचल / टूरिज्म सेक्टर के लिए जून में २५०० कराेड़ रु. की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयाेजन करेगी सरकार
एक ऐसी सब्जी जो कैंसर से लेकर सफ़ेद बालो तक लगभग ५० रोगों में फायदेमंद है एक ऐसी सब्जी जो कैंसर से लेकर सफ़ेद बालो तक लगभग २० रोगों में फायदेमंद है सब्जियों में चौलाई का अपना एक अलग स्थान है। दुनिया भर के लोग इसका उपयोग सब्जी और अनाज के रूप में स्वास्थ्य लाभों के रूप में करते है। यह अनेकों औषधीय गुणों से भरपूर होता है। चौलाई दो तरह की होती है ,एक सामान्य हरे पत्तों वाली दूसरी लाल पत्तों वाली। यह कफ और पित्त का नाश करती है जिससे रक्त विकार दूर होते हैं। पेट और कब्ज के लिए चौलाई का साग बहुत उत्तम माना जाता है। चौलाई की सब्जी का नियमित सेवन करने से वात, रक्त व त्वचा विकार दूर होते हैं। सबसे बडा गुण सभी प्रकार के विषों का निवारण करना है, इसलिए इसे विषदन नाम दिया गया है। इसके डंठल और पत्तों में पौष्टिक तत्वों की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। पेट और कब्ज के लिए चौलाई बहुत उत्तम मानी जाती है। सूजन को कम करें : वजन करने में मददगार : रक्तचाप कम करें : शरीर में रक्त की कमी दूर करें : कैंसर की रोकथाम : पचाने में आसान : पेशाब में जलन : खूनी बवासीर : प्रतिरक्षा प्रणाली को बढावा : स्तनों का आकार बढ़ने के लिए : एनर्जी बूस्टर : बालों को सफेद होने से रोकता है : लेबल आयुर्वेदिक औषधियाँ कैंसर पथरी बलवान बवासीर महावारी रक्त चाप (ब्लड प्रेशर) रसेंद्र चूड़ामणि रस शीघ्र*पतन, ना*मर्दी और वी*र्य व...
बेंगलुरु / सिद्धारमैया ने कहा- कुमारस्वामी १८ जुलाई को विधानसभा में विश्वास मत साबित करेंगे कर्नाटक. कर्नाटक में जारी राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि कुमारस्वामी सरकार गुरुवार यानी १८ जुलाई को ११ बजे विश्वास मत साबित करेगी। हालांकि, भाजपा ने सोमवार को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी से विश्वास मत साबित करने की मांग की। कांग्रेस और जेडीएस के १६ विधायक इस्तीफा सौंप चुके हैं। हालांकि, स्पीकर रमेश कुमार ने अभी तक फैसला नहीं लिया। इससे पहले बेंगलुरु के रिसॉर्ट में ठहरे कांग्रेस-जेडीएस विधायक एक बस से विधानसभा पहुंचे हैं। आज विधानमंडल की बैठक होनी है। कांग्रेस के मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि हमें भरोसा है कि विधायक पार्टी में लौट आएंगे। अगर उन्होंने विश्वास मत के खिलाफ वोट किया तो सदस्यता रद्द हो जाएगी। इस पर भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि स्पीकर पर विधायकों की सदस्यता रद्द करने का अधिकार नहीं है। येदियुरप्पा का दावा है कि कांग्रेस-जेडीएस सरकार के पास अब बहुमत नहीं है। फ्लोर टेस्ट हुआ तो सरकार गिरेगी।
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राम रहीम को मिली उम्रकैद की सज़ा,पत्रकार हत्या केस में अदालत ने सुनाया फैसला - इंडिया हेडलींस होम देश राम रहीम को मिली उम्रकैद की सज़ा,पत्रकार हत्या केस में अदालत ने... राम रहीम को मिली उम्रकैद की सज़ा,पत्रकार हत्या केस में अदालत ने सुनाया फैसला नई दिल्ली :पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामला में दोषी करार दिए गया डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम समेत चार अन्य दोषी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए जज के सामने पेश हुए. राम रहीम हाथ जोड़कर जजमेंट सुन रहा था . जजमेंट सुनते हुए राम रहीम के चेहरे पर उदासी छा गई. जज के सामने राम रहीम के वकील दया की अपील की. पत्रकार के परिवार की तरफ से फांसी की मांग की गई थी.और अब कोर्ट ने अपना फैसला सूना दिया है और राम रहीम को उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई गई है। पच्चास हज़ार रूपए का जुर्माना भी लगाया गया है। सभी आरोपियों को उम्रकैद की सज़ा सुनाई गई है। आपको बता दें की पहले बाबा को बीस साल की सज़ा काटने के बाद यह उम्रकैद की सजा शुरू होगी ,पहले बीस साल रेप के दोष में दिए गए जेल की सजा काटेंगे फिर शुरू होगी उम्रकैद की सजा। यानी अब यह साफ़ हो गया है की राम रहीम अब पूरी ज़िंदगी जेल में ही रहेंगे। सुनवाई के दौरान जज ने रामरहीम से पूछा के आपको कुछ कहना है ? इसके जवाब में राम रहीम ने कहा की हमारे जो वकील कह रहे हैं वही हमारी बात है। वहीं सीबीआई के वकील ने सज़ा ए मौत की मांग की जब की बचाव पक्ष के वकील ने उम्र क़ैद और कम से कम सज़ा दी जाइये ,इस बीच वकील ने राम रहीम के अच्छे कारनामों का भी हवाला दे कर उन पर रहम करने की मांग की है बता दें की इस से पहले बाबा को रेप के दोष में दो केस के अंदर दस दस साल के जेल की सज़ा दी जा चुकी है। आज यानी १७ जनवरी को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या के दोषी गुरमीत राम रहीम व कृष्ण लाल, निर्मल सिंह और कुलदीप सिंह को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में अब प्रत्यक्ष रूप से पेश नहीं किया गया. मामले की संवेदनशीलता व प्रदेश में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को देखते हुए सीबीआई कोर्ट ने सरकार की याचिका मंजूर कर ली थी. आपको बात दें कि ११ जनवरी को पंचकूला स्थित हरियाणा की विशेष सीबीआई कोर्ट ने सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम, कृष्ण लाल, निर्मल सिंह और कुलदीप सिंह को दोषी करार दिया गया था, जिसमें चारों आरोपियों गुरमीत राम रहीम , कृष्ण लाल, निर्मल सिंह और कुलदीप सिंह को इप्क की धारा ३०२ और इप्क की धारा १२०बी के तहत दोषी करार दिया गया है, जबकि आरोपी कृष्ण लाल को १९५९ आर्म्स एक्ट के सेक्शन २९ के तहत भी दोषी करार दिया गया है. साथ ही आरोपी निर्मल सिंह को १९५९ आर्म्स एक्ट के सेक्शन २५ के तहत भी दोषी करार दिया गया है. बता दें की २००२ में पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या हुई थी जिस पर आज अदालत ने अपना फैसला सूना दिया है। प्रेवियस आर्टियलकन्हैया कुमार के लिए आई अब तक की सब से बड़ी खुशखबरी चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा केंद्र सरकार के इशारे पर चल रहे...
शिवपाल के एक्शन के बाद सपा में इस्तीफे की बाढ़, अखिलेश के करीबी छोड़ रहे हैं पार्टी होम > मुख्य समाचार > शिवपाल के एक्शन के बाद सपा में इस्तीफे की बाढ़, अखिलेश के करीबी छोड़ रहे हैं पार्टी लखनऊ: सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए सात नेताओं को बर्खास्त कर दिया। शिवपाल के यूथ विंग पर कार्रवाई के बाद इस्तीफों की बाढ़ आ गई। सपा के चारों यूथ विंग के ११३ पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया है। मुलायम यूथ ब्रिगेड के सचिव अभय यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद लोहिया वाहिनी के अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया। इसके अलावा इलाहबाद विश्व विद्यालय के बड़े छात्रनेता और अखिलेश के करीबी अभिषेक यादव ने समर्थको के साथ पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है। साथ ही यूथ नेता संतोष यादव, राजू यादव, राहुल सिंह, फैजाबाद के युवजनसभा जिलाध्यक्ष अनूप सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा युवजन सभा प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद गिरि ने भी इस्तीफा दे दिया है। यूथ ब्रिगेड के महासचिव सूरज यादव ने इस्तीफा दे दिया है।
४ में परिणाम स्वास्थ विज्ञान, वेस्टर्न युरोप स्वास्थ्य विज्ञान में बैचलर ऑफ साइंस, केएल में चिकित्सा अध्ययन का पहला हिस्सा है और स्वास्थ्य विज्ञान में नए व्यावसायिक क्षेत्रों तक पहुंच खोलता है। बीए स्वास्थ्य विज्ञान ... [+] हेल्थकेयर साइंस एक गतिशील और लगातार विकसित होने वाला अनुशासन है जिसमें प्रयोगशाला आधारित तकनीकों की एक सरणी का प्रदर्शन करने के लिए उच्च प्रशिक्षित व्यक्तियों की आवश्यकता ... [+] हेल्थकेयर साइंस एक गतिशील और लगातार विकसित होने वाला अनुशासन है जिसमें प्रयोगशाला आधारित तकनीकों की एक सरणी का प्रदर्शन करने के लिए उच्च प्रशिक्षित व्यक्तियों की आवश्यकता होती है जो रोगियों की संपूर्ण देखभाल और भलाई में योगदान करते हैं।... [-]
किसानों की नाराजगी बनी ब्जप की मुसीबत, कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया नव इंडिया टाइम्स किसानों की नाराजगी बनी ब्जप की मुसीबत, कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया होम २०१८ डिसेंबर २ किसानों की नाराजगी बनी ब्जप की मुसीबत, कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया सीकर(राजस्थान), न.ई.त. : दांता रोड पर मुंडवारा के पास बरगद के एक पेड़ पर लटकता हंसिया-हथौड़े के निशाना वाला लाल झंडा यहां वामपंथी झुकाव की एकमात्र निशानी है. वहीं पास में ही एक चाय की दुकान पर चल रही सियासी बहस स्थानीय राजनीति की थोड़ी बहुत थाह दे रही है. यह बहस दूसरी तमाम बातों और मुद्दों के होते हुए ले-देकर एक ही अहम बिन्दु पर आकर अटकती थी कि क्या सीकर जिले के धोड़ के जाट कॉमरेड पेमा राम या कांग्रेस प्रत्याशी परसाराम मोरडिया को वोट देंगे. करीब ४००० की आबादी वाला यह गांव दो पूर्व सीपीएम विधायकों का घर रहा है. पेमा राम और अमरा राम, जो कि दांता रामगढ़ से इस बार चुनाव लड़ रहे हैं. २०१३ के विधानसभा चुनाव में दोनों तो हार झेलनी पड़ी थी. हालांकि अब उन्हें उम्मीद है कि २००७ में किसानों की आवाज़ बुलंद कर जिस तरह उन्होंने राज्य सरकार को उनकी मांगें मानने पर मजबूर किया था, उसका इस चुनाव में उन्हें फायदा मिलेगा. राजस्थान जैसे चुनावी राज्य में ग्रामीणों के बढ़ते असंतोष को देखते हुए ही संभवत: केंद्र की बीजेपी सरकार ने बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य ५२५ रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया था. केंद्रीय कैबिनेट की तरफ से बेहद धूमधड़ाके के साथ ऐलान की गई यह चुनावी रेवड़ी मोटे आनाज उगाने वाले इस सूखे प्रदेश के किसानों को अपने पाले में करने की कोशिश का ही एक हिस्सा थी. केंद्र सरकार ने भले ही बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर अब १९५० रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, लेकिन मांग कम होने के कारण उन्हें ३०-४० फीसदी कम दाम पर ही अपनी पैदावार बेचनी पड़ रही है. मुंडवारा के एक किसान कहते हैं, छोटे किसान आज कर्ज पर जी रहे हैं. फसल तैयार हो जाने पर सभी उम्मीद करते हैं कि हम जल्द से जल्द उनका कर्ज चुकता कर देंगे. खेतिहर मजदूर से लेकर दुकानदार तक वे हमसे बार-बार तकादा करते हैं. अगर सरकारी खरीद प्रकिया धीमी और पेचीदा होती है, तो हमें अपना फसल खुले बाजार में ही बेचना पड़ जाता है. सीकर में सीपीएम से जुड़ी किसान सभा से के सागर कछारिया कहते हैं, फसल खरीद राज्य और केंद्रीय एजेंसियों की ही जिम्मेदारी है. ऐसा देखा जाता है कि किसान अपनी फसल बेचने के लिए खुले बाजार ही जाना पसंद करते हैं. सरकारी मंडी में आपको रजिस्ट्रेशन कराना होता और फिर आपको अपनी पैदावार लाने की तारीख दी जाती है. अगर किसी कारण आप उस दिन अपनी फसल नहीं ला पाए, तो फिर से सारी प्रक्रिया दोहरानी पड़ती है. राजस्थान के किसानों की मुसीबत खुले घूमते मवेशियों खासकर गायों ने और बढ़ा दी है. अपनी फसल को इन मवेशियों से बचाने के लिए खेत में बाड़ लगाने से उनका खर्च ही बढ़ा है. ऐसे में किसानों की परेशानी भांप कर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की तरह यहां भी किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया है.पिछले साल सीपीएम और उसकी सभा द्वारा शेखावटी और बीकानेर जिले के कुछ हिस्सों में नाराज़ किसानों का उग्र आंदोलन हुआ था और कांग्रेस यहां किसानों के इस गुस्से में अपनी जीत के ख्वाब हकीकत में तब्दील होती देख रही है. लखनऊ, न.ई.त. : बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया में भारत की पहली टेस्ट सीरीज जीत के कारण सीनियर चयन समिति के... भाया, मेघवाल ने मृतक किसान रेवडीलाल के घर पहुंचकर दी सांत्वना अप्रैल २१, २०१८ अप्रैल २१, २०१८ , ताज़ा खबर, राज्य, मेघवाल ने मृतक किसान रेवडीलाल के घर पहुंचकर दी सांत्वना न्यूज, राजस्थान बारा न्यूज, ० फ़िरोज़ खान,राजस्थान (बारां) न.ई.त : बारां तहसील अटरू क्षेत्र के ग्राम रहलाई में किसान रेवडीलाल मेघवाल द्वारा कर्ज से तंग... फ़िरोज़ खान, बारां(राजस्थान) न.ई.त : अखिल भारतीय प्रजापति छात्र संघ का प्रतिभा सम्मान समारोह रविवार को अग्रवाल मेरिज सदन में आयोजित... अलीगढ़ पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड के दौरान दो बदमाशों की मौत, थानाध्यक्ष घायल सिप्तंबर २०, २०18 सिप्तंबर २०, २०18 , ताज़ा खबर, राज्य, अलीगढ़ पुलिस, अलीगढ़ पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड के दौरान दो बदमाशों की मौत थानाध्यक्ष घायल, अलीगढ पुलिस और बदमाशो में मुठभेड, ० मोहित शर्मा,अलीगढ़ न.ई.त. : अलीगढ़ मछुआ माइनर पर पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़,मुठभेड़ के दौरान २५-२५ हजार... जबसे मैने बीएसपी छोडी, बसपा खत्म हो गई है, नसीमुद्दीन मायावती के मुनीम है स्वामी प्रसाद आमिर खान, कम्पिल/फर्रुखाबाद, न.ई.त : फर्रूखाबाद जिले के कम्पिल के.एस.आर.इंटर कॉलेज मे आज भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद... बुलंदशहर में महिला से मदद के बहाने गैंगरेप करने की सनसनीखेज वारदात मोहित शर्मा, बुलंदशहर, न.ई.त. : बुलंदशहर में रास्ता भटकी एक महिला से मदद के बहाने गैंगरेप करने की सनसनीखेज वारदात सामने आई... भीलवाड़ा:पुलिस का कार्य सरहानीय,लगे आवारा घुमने वालो पर लगाम आजाद नेब, भीलवाड़ा, न.ई.त : जिले मे शांति बनाये रखने,आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने,चोरी व अन्य समाज कंटको को पकडऩे... और यह बदलाव शुरू भी हो गया है, ४.० का केंद्र बनने के लिए भारत में सभी सही परिस्थितियां मौजूद हैंविधानसभा आम चुनाव 2०18 अधिकारियों की बैठक आयोजित
आचार्य चाणक्य जिनको हम कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जानते हैं। वे भारत में पैदा हुए एक ऐसे विद्वान थे जिनकी नीतियों पर चलकर कई साम्राज्य स्थापित हुए। इसलिए उनको विश्व के सबसे बुद्धिमान व्यक्तियों में से एक माना जाता है। आज मैं आपके लिए लेकर आया हूँ आचार्य चाणक्य के अनमोल विचार | चाणक्य कोटेस थॉट इन हिन्दी जिनमे से कुछ वाक्य आपकी उलझनों को सुलझा सकते हैं, और कुछ वाक्य आपको आपके लक्ष्य की और बढ़ने में मदद करंगे तो बिना वक़्त गंवाए पढ़ते हैं। चाणक्य के अनमोल विचार लिस्ट १ व्यक्ति अकेले पैदा होता है और अकेले मर जाता है, और वह अपने अच्छे और बुरे कर्मो का फल खुद ही भुगतता है, और वह अकेले ही नर्क और स्वर्ग जाता है। भगवान मूर्तियों में नहीं है, आपका अनुभव आपका ईश्वर है आत्मा आपका मंदिर है। अगर सांप जहरीला न हो तो भी उसको खुदको जहरीला दिखाना चाहिए। इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये की अपने क्या करने के लिए सोचा है, बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिये, और इस काम को करने के लिए दृढ़ रहिये। जब तक आपका शरीर स्वस्थ और नियंत्रण में है, अपनी आत्मा को बचाने की कोशिश कीजिये, जब मृत्यु सर पर आजाएगी तब आप क्या कर पाएंगे। शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है, एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्मान पाता है, शिक्षा सौंदर्य और यौवन को परस्त कर देती है। जैसे ही भय आपके करीब आये उस पर आक्रमण कर उसे खत्म कर दीजिये। कसी मुर्ख व्यक्ति के लिए किताबे उतनी ही उपयोगी हैं जितना की एक अंधे व्यक्ति के लिए आइना। कोई भी व्यक्ति अपने कर्म से महान होता है अपने जन्म से नहीं। वह जो हमारे चिंतन में रहता है हमारे करीब है भले ही वास्तविकता में वह हमसे बहुत दूर क्यों न हो, लेकिन जो हमारे हृदय में नहीं वह करीब होते हुए भी बहुत दूर है। चाणक्य के अनमोल विचार लिस्ट २ सबसे बड़ा गुरुमंत्र है, कभी भी कभी भी अपने राज दुसरो को मत बताएं ये आपको बर्बाद कर देगा। कोई भी काम करने से पहले खुद से तीन प्रश्न कीजिये १- मैं ये कार्य क्यों कर रहा हूँ ? २-इसके परिणाम क्या हो सकते हैं ? ३-और क्या मैं सफल होऊंगा ? जब आपको इन तीनो प्रश्नों का संतोषजनक जवाब मिल जाये तभी आगे बढिए। च सालो में अपने बच्चे को बड़े प्यार से रखिये अगले पांच साल उसे डांट डपट कर दखिये और जब वह १६ साल का हो जाये तब उसके साथ एक मित्र की तरह व्यवहार कीजिये, आपके वयस्क पुत्र ही आपके सबसे अच्छे मित्र हैं। यह भी पढ़ें सफल लोगों के जबरदस्त अनमोल विचार फूलों की सुगंध हवा की दिशा में फैलती है मगर एक अच्छे वक्ती की अच्छाई हर दिशा में फैलती है। दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति नौजवानी और औरत की सुन्दरता है। हमें भूत के बारे में पछतावा नहीं करना चाहिए न ही भविष्य के बारे में चिंतित होना चाहिए विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में जीते हैं। हर मित्रता के पीछे कोई न कोई स्वार्थ होता है, ऐसी कोई मित्रता नहीं जिसके पीछे कोई स्वार्थ न हो, यह एक कड़वा सत्य है। वैश्याएँ निर्धनों के साथ नहीं रहती नागरिक कमजोर संगठन समर्थन नहीं करते, और पक्षी उस पेड़ पर घोंसला नहीं बनाते जिस पर फल न हों। जब आप किसी काम को करे तो असफलता से न डरे और उस काम को ना छोड़े, जो ईमानदारी से काम करते हैं वो सबसे प्रसन्न होते है। वह जो अपने परिवार से अत्यधिक जुड़ा हुआ है उसको भय और चिंता का सामना करना पड़ता है क्योंकि सभी दुखो की जड़ लगाव है, इसलिए खुश रहने के लिए लगाव छोड़ देना चाहिए। चाणक्य के अनमोल विचार लिस्ट ३ अपमानित होकर जीने से अच्छा मरना है मृत्यु तो बस एक क्षण का दुःख देती है मगर अपमान हर दिन में दुःख लाता है। कभी भी उस से मित्रता मत कीजिये जो आपसे कम या ज्यादा प्रतिष्ठा के हों, ऐसी मित्रता कभी आपको ख़ुशी नहीं देगी। सेवक को तब परखे जब वह काम न कर रहा हो, मित्र को संकट में और पत्नी को घोर विपत्ति में । संतुलित दिमाग जैसी कोई सादगी नहीं है, और दया जैसा कोई पुण्य नहीं है । यदि किसी का स्वभाव अच्छा है तो उसे किसी और गुण की क्या जरुरत है और यदि व्यक्ति के पास प्रसिद्धि है तो भला उसे और किसी श्रंगार की क्या आवश्यकता है । यह भी पढ़ें सफल लोगों के जबरदस्त अनमोल विचार पार्ट- २ वह जिसका ज्ञान बस किताबो तक सीमित है और जिसका धन दूसरो के कब्जे में है वह जरुरत पड़ने पर न अपना ज्ञान प्रयोग कर सकता है और न अपना धन । एक उत्कृष्ठ बात जो शेर से सीखी जा सकती है की व्यक्ति जो कुछ भी करना चाहता है उसे पूरे दिल और जोरदार प्रयास के साथ करें । उस व्यक्ति के लिए पृथ्वी ही स्वर्ग है, जिसका पुत्र उसकी बात मानता हो। जिसकी पत्नी उसकी अच्छा के अनुरूप व्यव्हार करती है। जिसे अपने धन पर संतोष है।पुत्र वही है जो पिता का कहना मानें, पिता वही है जो पुत्रों का पालन-पोषण करे, और पत्नी वही है जिससे सुख प्राप्त हो। जो लोग परमात्मा तक पहुंचना चाहते हैं उन्हें वाणी, मन और इन्द्रियों की पवित्रता और एक दयालू ह्रदय की आवश्यकता होती है । जो मेहनती हैं वे गरीब नहीं हो सकते, हर दम भगवान को याद करते रहने वालो को कभी भी पाप नहीं छू सकता क्योंकि वह किसी भी बुरे कर्म करने से पहले भगवान से डरेगा और अच्छे कर्म ही करेगा । चाणक्य के अनमोल विचार पर मेरी राय दोस्तों यह आचार्य चाणक्य द्वारा कहे गए ऐसे अनमोल वचन और कथन है जो किसी की भी ज़िन्दगी को बदल सकते हैं आचार्य चाणक्य के अनमोल विचार हमारी पारिवारिक बातो से लेकर बुसिनेस से लेकर और सेल्फ इम्प्रूव्मेन्ट तीनो क्षेत्र में हमें बहुत कुछ सिखाते हैं, तो आशा करता हूँ इनमे कोई न कोई विचार तो आपको भी आपके सपने की तरफ बढ़ने में जरुर मदद करेगा ऐसी अन्य जानकारी और ज्ञानवर्धक आर्टियल पढने के लिए विजिट करते रहे हिन्दिश.कॉम को ।
तीन पीढ़ियों से चली आ रही रंजिश को रामवीर ने कराया खत्म होम मुख्य समाचार तीन पीढ़ियों से चली आ रही रंजिश को रामवीर ने कराया खत्म हाथरस, नीरज चक्रपाणि। पूर्व मंत्री एवं सादाबाद विधायक रामवीर उपाध्याय ने गाॅव ऊँचा गाँव में पंचायत कर चैधरी समाज के दो परिवार जो कि वर्तमान प्रधान चै. रनवीर सिंह (गल्ला) एवं संजय चैधरी की पिछली तीन पीड़ियों से चली आ रही लड़ाई को समाप्त कराकर एक मिशाल पेश की है। बता दें कि संजय चै. एवं चै. रनवीर सिंह के परिवार में लगभग पचास वर्षों से लड़ाई चली आ रही थी, यह लड़ाई इतनी बढ़ गयी थी कि दोनों परिवार एक दूसरे की जान के दुश्मन बने हुये थे एवं एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर ३०७ जैसी गम्भीर धाराओं में मुकद्दमा भी दर्ज करा रखा था। जिसमें चार्ज सीट लगाकर न्यायालय में दर्ज हो चुकी थी, जिसके चलते दोनों परिवार के बच्चे सरकारी नौकरियों से भी वंचित चल रहे थे। जब यह मामला उपाध्याय के समक्ष आया तो उन्होंने गाँव के काॅलेज में एक पंचायत को बुलाया। जिसमें धानोटी, मीरपुर, जुगसना, रमचेला, एदलपुर, बीजलपुर, पल्हावत, करसोरा समेत आस पास के गाॅवों एवं ब्लाॅक मुरसान के कुछ गाॅवों के प्रतिष्ठित लोग भी सम्मलित हुये जिसकी अध्यक्षता ठा. चैब सिंह एवं संचालन पूर्व प्रधान सत्यवीर आर्य ने किया। जब पंचायत की शुरूआत की गई तो विधिवत बुजुर्गांे को पंच नियुक्त किया गया किन्तु जैसे ही दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी पीड़ा सुनाई तो रामवीर ने सभी पंचों से बात कर अपना फैसला सुनाया, जिसे दोनों पक्षों ने स्वीकारा किया। तदोपरांत रामवीर ने अपने सामने दोनों परिवार के सदस्यों को गले मिलवाया एवं भविष्य में किसी भी तरह की लड़ाई न करने एवं शान्ति बनाए रखने की अपील की। इस अवसर पर चरन सिंह गौतम, पूर्व प्रधान चै. राजवीर सिंह, भोला चैधरी फौजी, भगवती गौतम, रामकुमार गौतम, दीनदयाल गौतम, चै. सुरेशचन्द्र, चै. महेन्द्र सिंह, नानकचन्द्र, मुकुटपाल, बलवीर सिंह, रामवीर सिंह प्रधान, ओमकार सिंह, किशन सिंह आदि मौजूद थे।
हम विशेष हैं मफलर डेट्ज इंजन के लिए निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक मफलर डेट्ज इंजन के लिए, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक मफलर डेट्ज इंजन के लिए में से एक, शीजियाज़उआंग हूफेंग ट्रेडिंग को.,लैड। मफलर डेट्ज इंजन के लिए मफलर डेट्ज इंजन के मफलर डेट्ज के लिए बेल्ट चरखी डेट्ज इंजन के लिए सोलेनॉयड डेट्ज इंजन के लिए कैंषफ़्ट गियर डेट्ज इंजन के लिए मोटर डेट्ज वाटर कूल्ड चक्का डेट्ज के लिए
तंग गलियों से मुक्त होंगे गांव, तो न्यायधानी को मिल पाएगा बी क्लास सिटी का नाम बिलासपुर न्यूज - सूर्यकान्त चतुर्वेदी | बिलासपुर राज्य बनने के पहले से छत्तीसगढ़ में रायपुर और बिलासपुर की पहचान बड़े शहर के रूप... राज्य बनने के पहले से छत्तीसगढ़ में रायपुर और बिलासपुर की पहचान बड़े शहर के रूप में होती थी, परंतु स्थापना के १८ वर्षों में अब विकास के मामले में इनके बीच जमीन आसमान का अंतर आ गया है। बिलासपुर लगातार पिछड़ता जा रहा है। इसकी कई वजहों में शहर में बेतरतीब बसाहट के साथ जगह की कमी एक है। ३०.४२ वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैले शहर की आबादी ३.७१ लाख को पार कर चुकी है। समस्या यह है कि अब सहूलियतों के विस्तार के लिए शहर में जमीन नहीं बची। बड़े प्रोजेक्ट, उद्योग, कार्यालय सबके लिए पास पड़ोस के गांवों का सहारा लेना पड़ा। इन सबके बावजूद शहर से जुड़े अर्धशहरी गांवों की हालत नहीं बदली। बिजौर, परसाही, बहतराई, खमतराई शहर से ५ किलोमीटर के दायरे में हैं, परंतु मुख्य मार्ग को छोड़कर गांव का अधिकांश हिस्सा तंग गलियों के बीच कीचड़ भरी राहों पर जिंदगी बसर करने मजबूर है। यही वजह है कि सीमावृद्धि के लिए २९ गांवों को शामिल करने पहल की जा रही है। २००० में १६ गांवों को बिलासपुर नगर निगम में शामिल करने लाया गया पहला प्रस्ताव बहतराई जैसी तंग गलियां और भी कई गांवों में है। जानिए सेटेलाइट टाउन को क्यों नहीं मिल रहा स्ट्रीट लाइट और पानी दैनिक भास्कर ने शहर से जुड़े उस्लापुर, सकरी, बहतराई, बोदरी जैसे गांवों की हालत के बारे में टाउन प्लानर, इंजीनियर तथा एक्सपर्ट से बातचीत की। बुनियादी बात यह है कि ग्राम पंचायत और नगर पंचायत में निगम की तुलना में नक्शे पास कराना ज्यादा आसान है। यही वजह है कि ज्यादातर आवासीय कालोनियां गांवों में विकसित हो गईं। शहर की सीमा पार जैसे ही इन गांवों की ओर पहुंचते हैं स्ट्रीट लाइट की रोशनी नजर नहीं आती। उस्लापुर या चकरभाठा रोड पर चोरी, लूट की घटनाएं इसीलिए होती रही हैं। ग्राम पंचायतों में पीने के पानी के लिए हैंडपंप और ट्यूबवेल का सहारा लिया जाता है। नगर निगम की तरह सेटेलाइट टाउन के पास क्लोरीनयुक्त पानी सप्लाई की कोई व्यवस्था नहीं है। रायपुर से जुड़े तो ७ गांवों का हुआ विकास २००४ में रायपुर नगर निगम में मोवा, भनपुरी, अमलीडीह सहित २६ गांव जुड़े। २०१४ में आमासिवनी, सरना, लाभांडी, जोरा, देवपुरी, तोंडा और सड्डू को शामिल किया गया। आबादी १० लाख के पार हुई और अब यह महानगर बन चुका है। ४ साल पहले जुड़े गांवों में पाइप लाइन से पानी और स्ट्रीट लाइट जैसी सहूलियतों के साथ २-२ करोड़ के कार्य स्वीकृत किए गए। हाईकोर्ट, बस स्टैंड, स्टेडियम गांव में हाईकोर्ट को बोदरी, हाइटेक बस स्टैंड को तिफरा, ट्रांसपोर्ट नगर को सिरगिट्टी, साईं कैम्पस को बहतराई, अपोलो अस्पताल को लिंगियाडीह में स्थापित किया गया। चकरभाठा हवाई अड्डे को अब आर्मी के बेस कैंप बनाने की तैयारियां चल रही हैं। सीयू के बाद मल्टी स्पेशीलिटी अस्पताल को भी कोनी में ही जगह मिली। एक्सपर्ट पैनल: प्रमोद दुबे मेयर रायपुर, एससी श्रीवास्तव रिटायर्ड अधीक्षण अभियंता नगर निगम, श्याम शुक्ला आर्किटेक्ट।
रविता हत्याकांड के पीछे ऑनर किलिंग, भाई ने ही गला घोटकर की थी हत्या प्रयाग्रज न्यूज ऑनर किलिंग के तहत रिश्ते का खून किया गया। झूंसी की रविता हत्याकांड के पीछे यही कारण था। उसके सगे भाई ने दो दाेस्तों के साथ वारदात को अंजाम किया था। तीनों गिरफ्तार हुए है। प्रयागराज, जेएनएन। हंडिया इलाके की रविता हत्याकांड के पीछे ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। प्रेमी के पास पुणे जाने के लिए घर से निकली रविता को उसके सगे भाई ने रास्ते में पकड़ लिया था। फिर दुपट्टे से गला घोटकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने समाज में बदनामी की वजह से हत्या के आरोपित सगे भाई समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। झूंसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तीन के ट्रैक पर मृत मिली थी रविता हंडिया में उस्मापुर गांव निवासी विमला शंकर पटेल की छह बेटियों में रविता दूसरे नंबर पर थी। चार बेटों में सबसे बड़ा जीतेंद्र है। २२ वर्षीय रविता शुक्रवार सुबह झूंसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तीन के ट्रैक पर मृत मिली थी। उसे गला दबाकर मारा गया था। पास पड़े मिले मोबाइल में लगा सिम उस्मापुर गांव के सूरज के नाम से था। सूरज विश्वकर्मा रविता का पड़ोसी निकला। पुलिस ने सूरज को पकड़ा और उससे पूछताछ के बाद बलराम पटेल और रविता के भाई जीतेंद्र को भी हिरासत में लिया। भाई समेत तीनों युवकों ने कत्ल की बात कुबूली इंस्पेक्टर जीआरपी रघुवीर सिंह के मुताबिक, भाई समेत तीनों युवकों ने कुबूला कि उन्होंने रविता का कत्ल किया है। भाई ने बताया कि रविता दो महीने पहले नेवादा गांव के मनीष के साथ पुणे चली गई थी। वह १५ अगस्त को पुणे से घर लौटी। २८ अगस्त को वह फिर मनीष के पास जाने के लिए घर से बगावत कर निकली थी। घर में रखा मोबाइल फोन भी उठा ले गई थी। उसमें लगा सिम पड़ोसी सूरज ने ही खरीदकर दिया था। भाई जीतेंद्र ने सूरज और बलराम के साथ मिलकर सैदाबाद में रविता को पकड़ा। काफी समझाया पर वह मनीष के पास जाने के लिए अड़ी रही। कत्ल के बाद शव खींचकर रेलवे ट्रैक पर ले जाया गया आखिर में उसकी हत्या का इरादा बनाकर भाई ने कहा कि जब जाना ही है तो वह लोग उसे झूंसी स्टेशन तक छोड़ देते हैं। देर रात झूंसी स्टेशन के पास पहुंचने पर वह रविता को तीन नंबर प्लेटफार्म के सामने सन्नाटे में ले गए। वहां जीतेंद्र ने बलराम के साथ मिलकर दुपट्टे से गला घोटकर उसे मार डाला। फिर शव को खींचकर करीब ५० मीटर दूर ट्रैक पर ले गए। वहां मोबाइल और पर्स भी छोड़कर तीनों घर चले गए। भाई ने कहा-बदनामी करा दी थी, इसलिए मार डाला भाई जीतेंद्र ने पूछताछ के दौरान कहा कि रविता की वजह से समाज में बहुत बदनामी हो रही थी। बाकी बहनों की शादी के लिए रिश्ते नहीं मिल रहे थे। लोग शादी से मना कर दे रहे थे। रविता फिर पुणे जाने पर अड़ गई थी, इसलिए उसे जान से मारना पड़ गया। जिले के इन आठ ब्लाकों में गहराया भू जल संकट प्रयाग्रज न्यूज # रविता हत्याकांड # भाई निकला हत्यारा
इंड व्स ऑस: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही वनडे सीरीज़ का तीसरा और आखिरी १८ जनवरी को खेला जाएगा। एडिलेड, जेएनएन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज़ खेली जा रही है। फिलहाल ये सीरीज़ १-१ की बराबरी पर है। ऐसे में मेलबर्न में होने वाला तीसरा और आखिरी वनडे सीरीज़ का निर्णायक मुकाबला हो गया है। मेलबर्न में १8 जनवरी को होने वाले आखिरी वनडे मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया के धुरंधर खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने कुछ खिलाड़ियों के स्टाइल को कॉपी किया। उऩ्होंने धौनी के खास हेलीकॉप्टर शॉट को भी कॉपी करने की कोशिश की। मैक्सवेल ने धौनी का स्टाइल किया कॉपी एडिलेड में मिली छह विकेट से हार के बाद ऑस्ट्रेलिया के इस तेज़ तर्रार बल्लेबाज़ ने रिकी पॉंटिंग, मार्क वॉ, केविन पीटरसन और एम एस धौनी सरीखे खिलाड़ियों के शॉट्स को कॉपी करने की कोशिश की। मैक्सवेल ने सबसे पहले रिकी पॉंटिंग के शॉट को कॉपी किया। मैक्सवेल ने रिकी पॉंटिंग के पुल शॉट, एबी डिविलियर्स के लैप या रैम्प शॉट, केविन पीटरसन के स्विच हिट / रिवर्स स्वीप जैसे कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के स्ट्रोक्स को कॉपी किया। भारतीय खिलाड़ियों में उन्होंने धौनी के हेलीकॉप्टर शॉट को भी कॉपी किया। ३० वर्षीय मैक्सवेल को एक मैच याद आया जिसमें उन्होंने भारतीय दिग्गज धौनी का एक कैच ड्रॉप किया था। अगली ही गेंद पर, धौनी ने अपने स्टाइलिश हेलीकॉप्टर शॉट से फॉकनर की गेंद को मैदान के बाहर फेंक दिया था मैक्सवेल को अभी तक ये भी याद है कि वो छक्का ११५ मीटर का था। ऐसा रहा है मैक्सवेल का प्रदर्शन मैक्सवेल मौजूदा वनडे सीरीज़ के दो मैचों में १४०.४७ की स्ट्राइक रेट के साथ ५९ रन बना चुके हैं। सिडनी में खेले गए पहले मैच में वो ११ रन बनाकर नाबाद रहे थे। इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने ३४ रन से जीता था। एडिलेड में खेले गए दूसरे मैच में मैक्सवेल ने ३७ गेंदों पर ४८ रन की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने पांच चौके और एक शानदार छक्का भी लगाया था। हालांकि इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। # धौनी के हैलिकॉप्टर शॉट की नकल # रिकी पॉंटिंग # वनडे सीरीज़
सलमान के पूर्व बॉडीगार्ड को इस वजह से रस्सी से बांधकर ले गई पुलिस | विज़न४न्यूज सलमान के पूर्व बॉडीगार्ड को इस वजह से रस्सी से बांधकर ले गई पुलिस सलमान खान (सलमान खान) के पूर्व बॉडीगार्ड (बॉडीगार्ड) रह चुके अनस कुरैशी (आनस कुरेशी) के आपत्तिजनक व्याहार के कारण पुलिस उन्हें रस्सी से बांधकर ले गई. खबरों की मानें तो पुलिए ने मजबूरन ऐसा किया. रिपोर्ट के अनुसार, अनस ने स्टेरॉयड का ओवर डोज (स्टेरॉयड ओवर डोस) ले रखा था, जिसका उसकी स्वास्थ्य पर बहुत ज्यादा हद तक बुरा असर पड़ाष इसके कारण उसका मानसिक संतुलन भी हिल गया व वो मोरादाबाद की सड़क तोड़फोड़ के साथ ही बहुत ज्यादा शोर मचाने लगे. अनस के इस हरकट को देखकर स्थानिय लोगों बहुत ज्यादा भय गए व उन्होंने पुलिस को सूचना दी. न्यूज साइट लेटेस्ट-ली की समाचार के अनुसार, अनस लगभग डेढ़ वर्ष पहले सलमान खान का बतौर बॉडीगार्ड रहे हैं. हाल ही में उसने मिस्टर मोरादाबाद चैंपियनशिप में दूसरा जगह हासिल किया था. सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि पुलिस कैसे अनस को काबू में करने की प्रयास कर रही है. इस वीडियो को सोशल मीडिया उपभोक्ता पीयूष गोयल ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है. खबरों की मानें को यह घटना कल बीते प्रातः काल की है. जब अनस जिम जाने के लिए घर बाहर निकले लेकिन बुधवार को जिम जाने से पहले उन्होंने स्टेरॉयड ले लिया था. स्थानिय लोगों का बोलना है कि उन्होंने मोरादाबाद की सड़कों पर खड़ी कार के शीशों को रॉड से पीट-पीटकर तोड़ दिया. इसी के साथ उसने आसपास के लोगों को भी हानि पहुंचाने को प्रयास की. वह लोगों को नुकसान पहुंचाने के अतिरिक्त अपने आप को भी घायल करने की प्रयास करने लगे. अनस की ऐसी स्थिती देखकर चश्मदीद ने फौरन पुलिस को फोन करके अलर्ट किया. लेकिन अनस को कंट्रोल करने में पुलिस के भी पसीने छुट गए. न्यूज साइट लेटेस्ट-ली की समाचार के अनुसार पुलिन उन्हें कंट्रोल करने के लिए रस्सी व फिशिंग रॉड का प्रयोग कर उनपर काबू पाई. इसके बाद उसे समीप के एक अस्पताल में ले जाया गया. रिपोर्ट के अनुसार, मेडिकल जाँच में डाक्टरों ने हालत को गंभीर बताया जिसके बाद उसे बरेली के मेंटल हॉस्पिटल में भेजा गया है. प्रेवियस कुछ इस तरह अपनी फिगर को मेन्टेन रखती है अदिति, शेयर किया यह विडियो नेक्स्ट बुढ़ापे की उम्र में कदम रखते ही बिग बी को होने लगी है यह बिमारी
होम > उत्पादों > ४० मिमी लंबी दस्ता नाबदान गारा पंप(४० मिमी लंबी दस्ता नाबदान गारा पंप के लिए कुल २४ उत्पादों) ४० मिमी लंबी दस्ता नाबदान गारा पंप - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं ४० मिमी लंबी दस्ता नाबदान गारा पंप निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक ४० मिमी लंबी दस्ता नाबदान गारा पंप, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक ४० मिमी लंबी दस्ता नाबदान गारा पंप में से एक, शीजियाज़उआंग सोरओ मचीनरी को.,लैड।
शुकुल बाजार क्षेत्र में ४२ वर्षीय युवक की गला रेतकर हत्या - न्यूज विज़न इंडिया होम इंडिया शुकुल बाजार क्षेत्र में ४२ वर्षीय युवक की गला रेतकर हत्या शुकुल बाजार क्षेत्र में ४२ वर्षीय युवक की गला रेतकर हत्या अमेठी शुकुल बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम पुरे जबर का पुरवा में जन्म से ही रह रहे जगदीशपुर थाना क्षेत्र के थोरी गांव का निवासी रामखेलावन पुत्र रामकुमार उम्र लगभग ४५ वर्ष की बीती रात गला रेत कर हत्या कर दी गई आज सुबह सो कर उठे उनके परिजन यह मंजर देख दंग रह गए उक्त घटना की जानकारी जब ग्रामीणों को भी तो देखते ही देखते वहां ग्रामीणों का ताता लग गया वही ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी बाजार शुक्ला ने परिजनों व ग्रामीणों से घटना फिर से बात की तो पता चला कि जब काफी रात बीत जाने के बाद भी रामखेलावन दिखाई नहीं दिए तो परिजनों ने खोजबीन शुरू कर दी खोजबीन के दौरान देखा कि घर के ही अंदर खिलावन का मृतक शरीर जमीन पर पड़ा था परिजनों ने जताई हत्या की आशंका ग्रामीणों ने इसकी सूचना थानाध्यक्ष बाजार शुक्ला गोदी जब थानाध्यक्ष बाजार शुकुल मौके पर पहुंचे शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए उक्त मामले की जांच की जा रही है/
स्वागत! नमस्कार टेडीकाव्य जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है। टेडीकाव्य जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में ५,0५,3५3 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद। -- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) ०६:०८, २० दिसम्बर २०13 (उत्क) " से लिया गया अन्तिम परिवर्तन ०६:०८, २० दिसम्बर २०13।
अमृतवाणी से || भक्ति,मुक्ति और ज्ञान का अधिकारी कौ - सुप्रभात - ज्ञानवर्षा - पूजा-पाठ - मिमन्दिर अक्षत कुमार जून ७, २०१८ अमृतवाणी से || भक्ति,मुक्ति और ज्ञान का अधिकारी कौन है ? || विहंगम योगा सुप्रभात ज्ञानवर्षा पूजा-पाठ हम सभी जो भी पूजा-पाठ अभी तक किये है या कर रहें है, यह तो पूजा की प्रारंभिक श्रेणी है और हम यही समझ बैठे है कि यही वास्तविक भक्ति है और पूजा की समाप्ति यहीं तक है लेकिन बन्धुओं भक्ति कुछ और ही है। वह भक्ति क्या है और अभी तक हम जिस पूजा के बारे में जानते है इससे आगे की पूजा क्या है, यही "विहंगम योग" बतलाता है। इस दुर्लभ अमृतवाणी का श्रवण ज़रूर करें। "विहंगम योग" संबंधित अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - १८०० ३०७० २१०० यह ऋग्वेद का मनु शास्त्र है। शास्त्र में कहना है कि अगर आप इसे दिन में एक बार सुनते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य में किसी भी तरह की कमी को दूर करेगा। इसलिए आप इसे सुनें और अपने दोस्तों को भी भेजें जल्दी शादी करवाने का अद्भुत प्रयोग जय श्री महाकाल +६ प्रतिक्रिया ७ कॉमेंट्स १२ शेयर
निफ्टी १०७५० के नीचे बंद, सेंसेक्स १५६ अंक लुढ़का मुंबई : आज बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार देखने को मिला है। दिन के निचले स्तरों से सुधार के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी में ०.५ फीसदी की कमजोरी देखने को मिली है। बैंक शेयरों ने सबसे ज्यादा बाजार का मूड बिगाड़ा। निफ्टी 1०,७५० के नीचे फिसलकर बंद हुआ है जबकि सेंसेक्स 3५,4०० के नीचे आकर बंद हुआ है। आज के कारोबार में निफ्टी ने 1०,६९९.७ तक गोता लगाया था जबकि सेंसेक्स 3५,२४१.६३ तक टूट गया था। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी दबाव देखने को मिला है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स ०.२५ फीसदी गिरकर बंद हुआ है, जबकि निफ्टी के मिडकैप १०० इंडेक्स में ०.१ फीसदी की मामूली गिरावट दर्ज की गई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट होकर बंद हुआ है। बीएसई का ३० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स १५६ अंक यानि करीब ०.५ फीसदी की गिरावट के साथ 3५,३८८ के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं, एनएसई का ५० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी ६१ अंक यानि ०.६ फीसदी टूटकर 1०,७४१ के स्तर पर बंद हुआ है। आज बैंकिंग, मेटल और ऑयल एंड गैस शेयरों में बिकवाली का दबाव सबसे ज्यादा नजर आया। बैंक निफ्टी १.१ फीसदी की गिरावट के साथ २६,१82 के स्तर पर बंद हुआ है। हालांकि एफएमसीजी और रियल्टी शेयरों में खरीदारी देखने को मिली है। आज के कारोबार में दिग्गज शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, सिप्ला, गेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई, हीरो मोटो और अदानी पोर्ट्स ३.६-१.२५ फीसदी तक लुढ़क कर बंद हुए हैं। हालांकि दिग्गज शेयरों में एचयूएल, ल्यूपिन, आईटीसी, विप्रो, यस बैंक और एशियन पेंट्स ३.९-०.८ फीसदी तक चढ़कर बंद हुए हैं। मिडकैप शेयरों में वक्रांगी, एमएंडएम फाइनेंशियल, मैक्स फाइनेंशियल, पेट्रोनेट एलएनजी और फेडरल बैंक ५-३ फीसदी तक गिरकर बंद हुए हैं। हालांकि मिडकैप शेयरों में जेएसडब्ल्यू एनर्जी, एम्फैसिस, मैरिको, नाल्को और पीएंडजी ३.४-२.३ फीसदी तक बढ़कर बंद हुए हैं। स्मॉलकैप शेयरों में मोरपीन लैब, सिंडिकेट बैंक, क्लैरिएंट केम, जिंदल पॉलि और अदानी ट्रांसमिशन १३.३-८.३ फीसदी तक टूटकर बंद हुए हैं। स्मॉलकैप शेयरों में इंडियाबुल्स रियल एस्टेट, वी-मार्ट रिटेल, पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल, प्रीमीयर एक्सप्लोसिव और एचईजी १२.२-७.८ फीसदी तक उछल कर बंद हुए हैं। दो सुपरकिड्स स्टार को क्या मिलेगा दर्शकों का प्यार,जाने लोकप्रियता हासिल करने के लिए अग्निवेश ने खुद रची हमले की साजिश : मंत्री सीपी सिंह
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गाज़ियाबाद न्यूज, गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पांच दिन से लापता टीचर की हत्या का पुलिस चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस की मानें तो अपने से छोटी उम्र के युवक से प्यार करना और शादी का दबाव बनाने पर युवक ने गला दबाकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के आरोपी ने शव को गंगनहर में फेंक दिया और दोस्त के साथ फिल्म देखने चला गया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि कविनगर थाना क्षेत्र के एक स्कूल में पढ़ाने वाली टीचर ८ मार्च को संदिग्ध परिस्थतियों में गायब हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जब उससे पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी दीपक का कहना है कि वह उससे जबरन शादी का दबाव बनाने लगी थी। उनकी दोस्ती करीब ९ महीने पहले शुरू हुई थी। दीपक का कहना है कि उसने शुरू में ही कह दिया था कि वह उससे शादी नहीं कर सकता। लेकिन कुछ दिनों बाद ही वह उस पर शादी का दबाव बनाने लगी और धमकी देने लगी कि यदि उसने शादी नहीं की तो वह उसे रेप के केस में फंसा देगी। ८ मार्च को हुआ था विवाद ८ मार्च को भी दोनों के बीच इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसके बाद उसने गुस्से में टीचर की गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में उसका शव उसने एक बैग में बंद कर गंगनहर के किनारे फेंक दिया। पुलिस का कहना है कि दीपक घटना को अंजाम देने के बाद अपने एक दोस्त के साथ फिल्म देखने के लिए नोएडा चला गया था। अगले दिन दोपहर को वह अपने फ्लैट पर लौटा तब उसने टीचर का शव बैग में रखकर गंगनहर के किनारे फेंक दिया। पुलिस ने १० मार्च को दीपक से थाने पर पूछताछ की थी लेकिन तब आरोपी ने कुछ नहीं बताया। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से कुछ साक्ष्य एकत्र कर दोबारा दीपक से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। पुलिस के मुताबिक शिक्षिका की उम्र करीब ४० साल थी। उसका पति से कोर्ट के जरिए तलाक हुआ था। जबकि दीपक की उम्र करीब २५ साल है। ये भी पढ़ें:-गाजियाबाद: पांच दिन से लापता टीचर की नहर में मिली लाश, पुलिस कर रही प्रेमी से पूछताछ
यह कहा गया है कि आधुनिक दुनिया बनाने के लिए थॉमस एडिसन किसी और व्यक्ति की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है| उन्होंने अपने जीवन काल में कई ऐसे अविष्कार किए जिन्होंने दुनिया की दशा और दिशा को बदल दिया| परंतु क्या आप जानते हैं कि जिस प्रतिभा ने दुनिया को कई अविष्कार दिए वह बचपन में और बच्चों की तुलना में कमजोर थे| वह नाम कोई और नहीं थॉमस अल्वा एडिसन है| थॉमस अल्वा एडिसन ४ साल की उम्र तक अच्छे तरीके से बात भी नहीं कर पाते थे| थॉमस अल्वा एडिसन का जन्म ११ फरवरी १८४७ को एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था| उनका जन्म ओहियो के एक बंदरगाह में हुआ था| एडिशन के पिता का नाम सैमुअल और माता का नाम नैंसी था| वह अपने माता पिता की ७ संतानों में सबसे छोटे थे| जब एडिसन की उम्र मात्र ७ साल की थी तब उनके माता पिता मिशिगन के पोर्ट ह्यूरन चले गए जहाँ उनके पिता ने लकड़ी के व्यवसाय में काम करना प्रारंभ किया|। शुरुआती वर्षों में, थॉमस एडिसन का स्वास्थ्य खराब रहता था, और इससे स्कूल में उनकी पढ़ाई प्रभावित हुई। उनके स्कूल के अध्यापकों ने दावा किया कि एडिसन मंदबुद्धि बालक है और वह अच्छे से पढ़ लिख नहीं सकता है| इस बात को सुनकर उनकी मां को बहुत दुख पहुंचा और उन्होंने खुद एडिशन को पढ़ाया| कम उम्र में एडिसन ने रसायन विज्ञान के साथ साथ यांत्रिकी के प्रयोग करने में गहरी रुचि दिखाई। १८५९ में थॉमस अल्वा एडिसन ने अखबार बेचने का काम शुरू किया और साथ ही साथ उन्होंने एक छोटी सी जगह में अपनी रसायन विज्ञान की छोटी सी प्रयोगशाला बनाई| इस प्रयोगशाला में उन्होंने बहुत सारे प्रयोग किए और बाद में उन्होंने इसे अपने जीवन का सबसे सुखद समय बताया। १८५९ से लेकर १८६८ तक उन्होंने कुछ और नौकरिया भी की परंतु बाद में १८६८ में उन्होंने अपने प्रयोगों के लिए नौकरियों को छोड़ दिया और अपना पूरा ध्यान अपने प्रयोगों पर केंद्रित किया| कुछ समय के बाद उन्हें एक कंपनी ने टेलीग्राफिक इंडिकेटर की मरम्मत करने के लिए बुलाया और वहां पर उन्होंने इतना अच्छा काम किया कि वहां से उनकी किस्मत बदल गई| उन्हें टेलीग्राफिक इंडिकेटर के पर्यवेक्षक के रूप में नौकरी मिल गई, और उन्हें $४०००० की राशि से सम्मानित किया गया| १८७१ में उनकी मां की मृत्यु हो गई। यह समय थॉमस अल्वा एडिसन के लिए बहुत ही दुखद था क्योंकि वह बचपन से ही अपनी मां के बहुत करीब थे| बाद में उसी वर्ष थॉमस एडिसन ने शादी कर ली। शादी क्रिसमस के दिन मैरी स्टिलवेल नामक एक महिला से हुई। थॉमस बहुत ज्यादा देर तक अपने प्रयोगों में व्यस्त रहते थे और यह शादी उनके लिए बहुत आसान नहीं थी| आगे चलकर इस दंपति को तीन बच्चे हुए, जिनके नाम थे- मैरियन, थॉमस जूनियर और विलियम। उन्होंने मैरियन को डॉट और थॉमस को डैश का उपनाम दिया। दुर्भाग्य से उनकी पत्नी की मृत्यु १८८४ में हो गई| १८७६ में थॉमस एडिसन ने न्यू जर्सी में अपनी मेनलो पार्क प्रयोगशाला खोली जिसे बाद में इंवेंशन फैक्ट्री कहा गया। यह वह समय था जब एडिसन ने कई सारे प्रयोग किए| उन्होंने कहा कि वह हर दस दिन में एक छोटा आविष्कार करेंगे और हर छह महीने में एक बड़ा आविष्कार दुनिया के सामने लाएंगे| ऐसा कहा जाता है कि किसी भी वक्त उनके पास ४० से अधिक प्रयोग होते थे| उस समय वह हर साल लगभग ४०0 पेटेंट के लिए आवेदन कर रहे थे। दुनिया ने उन्हें अविष्कारों का व्यवसाय करने वाला कहा| १८७८ में, एडिसन ने उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक पर काम किया। इलेक्ट्रिक लाइट सिस्टम सिर्फ लाइट बल्ब से अधिक था। एडिसन ने विद्युत संयंत्रों की एक प्रणाली भी तैयार की जो विद्युत शक्ति और तारों को बनाती है जो इसे लोगों के घरों तक पहुंचाती है। और आज इसी के कारण आप उन सभी चीजों की कल्पना कर सकते हैं जिन्हें आप सिर्फ प्लग इन करते हैं| इस दौरान, एडिसन ने पुनर्विवाह किया, इस बार विवाह मीना मिलर नाम की एक महिला से हुआ| यह शादी २४ फरवरी १८८६ को हुई| इस जोड़े के तीन बच्चे थे, मेडेलीन, चार्ल्स और थियोडोर। १९२० के दशक के दौरान, एडिसन ने अपने आविष्कारों पर काम करना जारी रखा लेकिन उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। नतीजतन उन्होंने अपनी पत्नी के साथ घर पर अधिक समय बिताया, हालांकि अभी भी वहां अपने प्रयोगों को जारी रखा है। एडिसन के स्वास्थ्य में गिरावट जारी रही और वह १४ अक्टूबर १९३१ को कोमा में चले गए। बताया गया है कि १८ अक्टूबर को अपनी मृत्यु से कुछ समय पहले वह कोमा से बाहर आए और अपनी पत्नी से कहां- वहां सब कुछ बहुत सुंदर है| एडिसन की मृत्यु एक आविष्कार के युग का अंत था| इससे पहले कभी भी दुनिया ने एक आदमी द्वारा किए गए इतने आविष्कार नहीं देखे थे। उनके सम्मान में कई बिजली कंपनियों और संगठनों ने अपनी रोशनी कम कर दी या शाम को अपने जनरेटर को बंद कर दिया था।
दोस्तों आज हम जानेंगे, अमेरिका के मल्टीनेशनल टेलीकम्युनिकेशन कंपनी, मोटोरोला के बारे में, जिसे कि दुनिया का सबसे पहला पोर्टेबल मोबाइल फोन बनाने का श्रेय जाता है | साथ ही कुछ सालों पहले तक यह कंपनी, मोबाइल फोन बनाने और बेचने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी थी | हालांकि २००७ से २००९ तक भारी नुकसान होने की वजह से इस कंपनी को बेचना पड़ गया | जिसके बारे में मैं आगे इसी विडियो में आपको डिटेल में बताऊंगा लेकिन उससे पहले चलिए हम मोटोरोला के सफर को शुरू से जानते हैं | तो दोस्तों इस कहानी की शुरुआत होती है आज से करीब ९० साल पहले से, जब एक छोटे किराए की मकान में दो भाइयों ने मिलकर गल्विन मैनुफैक्चरिंग कारपोरेशन नाम के कंपनी की स्थापना की | और उन दोनों भाइयों का नाम था, पॉल और जोशेफ़ गाल्विन | यह कंपनी सिर्फ ५ एंप्लाइज और $५6५ के वर्किंग कैपिटल के साथ शुरू हुई थी | दरअसल उस टाइम दिवालिया हो चुकी थी स्टीवर्ट बैटरी कंपनी के औजारों को नीलामी में खरीदकर इस कम्पनी को शुरू किया गया था | कंपनी शुरू हो जाने के बाद इसका सबसे पहला प्रोडक्ट बैटरी एलिमिनेटर था, जो की बैटरी से चलने वाले रेडियो को घरेलू बिजली पर भी चलने के लायक बनाता था | लेकिन यह प्रोडक्ट बहुत ही जल्द मार्केट से चला गया क्योकि रेडियो टेक्नालॉजी तेजी से आगे बढ़ रही थी | और फिर आगे चलकर पॉल को पता चला कि आज कल लोग, कार में रेडियो लगाना पसंद कर रहे हैं | तो उन्होंने अपने इंजीनियर को एक सस्ता और अच्छा कार रेडियो बनाने के लिए कहा | और फिर गल्विन मैनुफैक्चरिंग कारपोरेशन द्वारा डिजाईन किये गए इस रेडियो को रेडियो मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन के सम्मेलन में दिखाया गया, जहां पर लोगों ने इसे खूब पसंद किया | और यही से कंपनी को आर्डर मिलने शुरु हो गए | अब पॉल गल्विन मैनुफैक्चरिंग कारपोरेशन के द्वारा बनाए गए इस रेडियो को एक अलग ब्रांड नेम देना चाहते थे, इसी लिए उन्होंने इस रेडिओ का नाम मोटोरोला दे दिया | दरसल मोटोरोला दो शब्दों से मिल कर बना हुआ था, पहला मोटोर जो की मोटर कार सम्बंधित था, और दूसरा ओला को की बिक्रोला से लिया गया था | कंपनी ने अपना पहला मोटोरोला ब्रांड का रेडियो २७ जून १९३० को बेचा, और फिर यह रेडियो जब खूब प्रसिद्ध हो गया तो कंपनी ने भी अपना नाम बदलकर मोटोरोला कर दिया | आगे चलकर मोटोरोला ने कार रेडियो रिसीवर बनाया और इसे पुलिस डिपार्टमेंट और नगर पालिका को बेचा | और फिर दूसरे विश्व युद्ध के समय इस कम्पनी ने स्क्र ५३६ मॉडल का रेडियो लांच किया, जिससे अमेरिकन मिलिट्री को कम्युनिकेशन में काफी मदद हुई | १९४७ में रेडियो के अलावा मोटोरोला ने व्ट-७१ मॉडल का एक टेलीविजन बनाया और इस टाइम तक मोटोरोला का मेन बिजनेस रेडियो और त्व बनाना था | १९५८ में अमेरिका का पहला सेटेलाईट लांच करते समय, मोटोरोला ने नासा के लिए भी बहुत सारे रेडियो उपकरण (इक्विपमेंट्स)बनाये थे | और फिर नील आर्मस्ट्रांग ने पहली बार चंद्रमा पर जा कर मोटोरोला के ट्रांसिवर से ही अपनी आवाज धरती पर पहुंचाई थी | आगे चल ३ अप्रैल 197३ में मोटोरोला ने दुनिया का पहला पोर्टेबल मोबाइल फोन बनाया | जिसका मॉडल था डायनाटाक, और इसे मोटोरोला के ही सीनियर इंजिनियर मार्टिन कूपर ने बनाया था | १९७४ में, मोटोरोला ने अपने टेलीविजन बिजनस को जापान के मात्सु-शिता कम्पनी बेच दिया , जो की पैनासोनिक की पैरेंट कम्पनी है | और फिर फ़ोन बनाने पर ध्यान केन्द्रित करने के बाद, १९८४ में मोटोरोला ने ही पहला सेलुलर फ़ोन लांच किया, जिसका नाम था डायनाटाक ८०००क्स. और फिर आगे भी १९९६ तक मोटोरोला ने मायक्रो टैक, अल्ट्रा क्लासिक, और, स्टार टैक माडल का फोन लाया | अब तक यह मोबाइल फोन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कपनी थी | लेकिन नोकिया के आने के बाद १९९८ में यह दुसरे पायदान पर खिसक गयी | और फिर आगे भी मोटोरोला ने, स्टार टैक २००४, रेजर मैक्स और एट६०३ जैसे कई सारे बेहतरीन मोबाइल फोन लांच किये | लेकिन २००७ के बाद से इस कम्पनी को नुक्सान होता चला गया, और फिर ४ जनवरी २०११ को इसे दो अगल अलग पब्लिक कम्पनियों में बाँट दिया गया | और फिर २०१२ में गूगल ने मोटोरोला मोबिलिटी को खरीद लिया लेकिन आगे चल कर सिर्फ दो साल के अंदर ही गूगल ने भी इसे लेंनवो को बेच दिया | और अब लेनवो के बैनर तले मोटोरोला के मोबाइल फोन फिर से आगे निकलने की कोशिश में लगे हुए है |
बाजार ने बढ़त गंवाई, सेंसेक्स और निफ्टी की चाल सुस्त बाजार ने बढ़त गंवाई, सेंसेक्स और निफ्टी की चाल सुस्त अच्छी बढ़त दिखाने के बाद बाजार की तेजी लगभग गायब हो गई है। सेंसेक्स और निफ्टी सपाट होकर कारोबार कर रहे हैं। शुरुआती कारोबार में निफ्टी ने १०,०८३.२५ तक दस्तक दी थी जबकि सेंसेक्स ३३,५८० तक पहुंचा था। अब निफ्टी १०,०५० के नीचे फिसल गया है जबकि सेंसेक्स ३३,३५० के पास आ गया है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी सुस्ती का माहौल है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स ०.२५ फीसदी बढ़ा है, जबकि निफ्टी के मिडकैप 1०० इंडेक्स में ०.१५ फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स ०.४ फीसदी तक मजबूत हुआ है। फिलहाल बीएसई का ३० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ८६ अंक यानि ०.२५ फीसदी की बढ़त के साथ ३३,४३५ के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई का 5० शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी २६ अंक यानि ०.२५ फीसदी चढ़कर 1०,०56 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। फार्मा, बैंकिंग और ऑटो शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। बैंक निफ्टी करीब ०.५ फीसदी की बढ़त के साथ २४,५23 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। हालांकि मेटल और आईटी शेयरों में दबाव नजर आ रहा है। दिग्गज शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक, इंडियाबुल्स हाउसिंग, डॉ रेड्डीज, सन फार्मा, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एशियन पेंट्स ६.६-१.६ फीसदी तक चढ़े हैं। हालांकि दिग्गज शेयरों में कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल और एचडीएफसी २.६-१ फीसदी तक लुढ़के हैं। मिडकैप शेयरों में डिवीज लैब, बीईएल, टोरेंट फार्मा और वॉकहार्ट १३-३.३ फीसदी तक मजबूत हुए हैं। हालांकि मिडकैप शेयरों में श्रीराम ट्रांसपोर्ट, सन टीवी, इंडियन होटल और अदानी पावर ३-१.३ फीसदी तक गिरे हैं। स्मॉलकैप शेयरों में रेमंड, विनती ऑर्गेनिक्स, आरएसडब्ल्यूएम, इरोस इंटरनेशनल और ऑरिनप्रो सॉल्यूशंस ७.७-६.१ फीसदी तक उछले हैं। हालांकि स्मॉलकैप शेयरों में एचटी मीडिया, सुप्रीम पेट्रो, जिंदल स्टेनलेस, आशापुरा इंटीमेंट और जेट एयरवेज १0.७-५ फीसदी तक टूटे हैं।
राजस्थान: लॉकडाउन फेज-४ का ११वां दिन / आज २५१ नए पॉजिटिव मिले, ७ की मौत; कोरोना संक्रमण राज्य के सभी ३३ जिलों तक पहुंचा तस्वीर जयपुर की है। यहां कोरोना मरीजों को लाने वाली एंबुलेंस को रोजाना दिन में तीन से चार बार सैनिटाइज किया जाता है। राजस्थान में कोरोना से अब तक १८० लोगों की मौत हो चुकी है, जयपुर में सबसे ज्यादा ८९ की जान गई जयपुर. कोरोना अब राजस्थान के सभी ३३ जिलों तक पहुंच गया। आखिरी बचे बूंदी जिले में भी बुधवार रात को पहली संक्रमित मरीज मिली। युवती २३ मई काे मुंबई से लाैटी है। वहीं, गुरुवार को कोरोना के २५१ नए पॉजिटिव केस सामने आए। इनमें झालावाड़ में ६९, जोधपुर में ६४, पाली में ३२, भरतपुर में १२, सीकर में १०, नागौर और कोटा में ९-९, बीकानेर, जयपुर, झुंझुनू में ७-७, अजमेर में ६, चूरू में ५, दौसा में ४, हनुमानगढ़ में ३, सिरोही, सवाई माधोपुर, जालौर, डूंगरपुर, बूंदी और भीलवाड़ा में १-१, संक्रमित मिला। वहीं, दूसरे राज्य का एक व्यक्ति भी संक्रमित मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 80६७ पहुंच गया। उधर, संक्रमण से राज्य में ७ लोगों की मौत भी हो गई। इनमें अजमेर, बांसवाड़ा, दौसा, जयपुर, करौली, नागौर में एक-एक मरीज की जान गई। वहीं, दूसरे राज्य से आए एक व्यक्ति की जा भी इलाज के दौरान गई। जिसके बाद राज्य में संक्रमण से मौतों का कुल आंकड़ा १८० पहुंच गया। प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां १९११ (२ इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में १४२२ (इनमें ४७ ईरान से आए), उदयपुर में 5२3, कोटा में 4२3, डूंगरपुर में ३३३, नागौर में 4२5, अजमेर में ३१६, पाली में ४१३, चित्तौड़गढ़ में १७५, टोंक में १६३, जालौर में १५५, भरतपुर में १६५, भीलवाड़ा में १३५, सिरोही में १४२, राजसमंद में १३५, बांसवाड़ा में ८५, झुंझुनूं में १०९, सीकर में १७४, जैसलमेर में 8२ (इनमें १४ ईरान से आए), बाड़मेर में 9२, बीकानेर में १०१, चूरू में ९०, झालावाड़ में २04 मरीज मिले हैं। उधर, दौसा में ५०, अलवर में ५१, धौलपुर में ४५, सवाई माधोपुर में २०, हनुमानगढ़ में २४, प्रतापगढ़ में १३, करौली में १२ कोरोना मरीज मिल चुके हैं। बारां में ८ संक्रमित मिले हैं। श्रीगंगानगर में ५, बूंदी में २ पॉजिटिव मिला। जोधपुर में बीएसएफ के ५० जवान भी पॉजिटिव मिल चुके हैं। वहीं दूसरे राज्यों से आए १४ लोग पॉजिटिव मिले। राजस्थान में कोरोना से अब तक १८० लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा ८९ (जिसमें चार यूपी से) की मौत हुई। इसके अलावा, जोधपुर में १७, कोटा में १६, नागौर और अजमेर में ७-७, पाली में ६, भरतपुर में ५, चित्तौड़गढ़ और सीकर में ४-४, करौली और बीकानेर में ३-३, बांसवाड़ा, जालौर, अलवर और भीलवाड़ा २-२, दौसा, राजसमंद, उदयपुर, चूरू, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर और टोंक में १-१ की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरे राज्य से आए चार व्यक्ति की भी मौत हुई है।
भोपाल. मोदीजी को जब भी देशवासियों को झटका देना होता है वो शाम को आठ बजे ही टीवी पर आते हैं, ना एक घंटे पहले ना एक घंटे बाद! ना जाने इस आठ में ऐसा कौन सा जादू है जो वो रह-रहकर शॉक देने चले आते हैं। अपनी दीवार घड़ी दिखाता योगेश नोटबंदी के समय भी वो आठ बजे ही टीवी पर आये थे, इसके अलावा पिछले छः दिनों में वो इसी समय पर दो बार टीवी पर आ चुके हैं। अब तो ये आठ लोगों पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। यही वजह है कि इस कहर से बचने के लिए योगेश नाम के युवक अपनी दीवार घड़ी में से आठ नंबर ही उखाड़कर फ़ेंक दिया है, कहता है, ऐसा करने से उसके दिल को ठंडक पहुँची है। अब उसकी घड़ी में सात के बाद सीधे नौ ही बजते हैं। फ़ेकिंग न्यूज से बात करते हुए योगेश ने बताया कि, इस नंबर का मेरे जीवन में बड़ा महत्त्व है भाईसाब क्योंकि सबसे ज्यादा दुःख मैंने इसी आठ बजे के आसपास ही पाए हैं, मोदीजी आसानी से बोल देते हैं और हमारा पूरा कुनबा हिल जाता है आठ बजे! पर अब तो मैंने ठान लिया है, नो मोर आइट ऑक्लॉक. मुझे चाहिए ही नहीं भाईसाब, बहुत लफड़ा कर लिया इसने, अब मेरी बारी है! ये देखिए! मैंने स्क्रू-ड्राइवर की मदद से आठ वाला साइन ही जड़ से उखाड़ दिया है! ना रहेगा बॉंस, ना बजेगी बाँसुरी! -कहते हुए योगेश ने उखड़ा हुआ आठ हमारे रिपोर्टर को पकड़ा दिया। उधर, योगेश को उस समय एक और झटका लगा जब उसे किसी ने बता दिया कि ऐसा करने से कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि मोदीजी की घड़ी तो आज भी जस की तस है।
बुलब्बुल रेवीव: तीन बड़े कारण, अनुष्का शर्मा की नई फिल्म देखने के काबिल है नेटफ़्लिक्स पर बॉलीवुड फिल्म बुलबुल (बुलब्बुल मूवी रेवीव) रिलीज हो गई है. अनुष्का शर्मा (अनुष्का शर्मा) के प्रोडक्शन हाउस की यह फिल्म डराती बिल्कुल नहीं है, लेकिन एक्टिंग खासतौर से फिल्म की हिरोइन की, वीएफएक्स यानी फिल्मांकन औरर शानदार बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म को देखने के काबिल बना देता है. नेटफ्लिक्स पर बुलबुल रिलीज हो गई है. अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस की फिल्म बुलबुल एक बच्ची से महिला तक के सफर में उसके दोस्त, हमसफर, साथी, चाह, प्यार, हिज़्र, विक्षोभ, तड़प, परिवार, यातना और फिर बदले की भावना पर आधारित एक खूबसूरत कविता की तरह है. बुलबुल में एक चांद है, जो स्याह नहीं, बल्कि विद्रोह के प्रतीक लाल रंग का चोला धारण किए है. बुलबुल में एक लाल और नीले रंग में लिपटा घर, जंगल, मंदिर,आसमां और धुएं की दुनिया है, जिसकी आगोश में कुछ किरदार घूमते रहते हैं. निर्देशक अन्विता दत्त की बुलबुल को भले हॉरर फिल्म की कैटिगरी में रखा गया है और इसकी थीम को सुपरनेचुरल रखा गया है, लेकिन यह फिल्म की इन दोनों विधाओं से अलग एक पेटिंग की तरह है, जिसके एक छोर पर बुलबुल का बचपन है, बीच वाले हिस्से में जवानी की ख्वाहिशें और दूसरे छोड़ पर विरह, तड़प और यातना से उपजी बदले की भावना है, जिसे एक चुड़ैल का सहारा मिलता है. बुलबुल खूबसूरत है, अनोखी है और प्यारी भी, जिससे आप प्यार कर बैठेंगे. भारतीय समाज में एक मान्यता काफी प्रचलित है कि अगर कोई प्राकृतिक मौत नहीं मरती या मरता तो उसकी आत्मा भटकती रहती है. जो कोई भी उसकी मौत का जिम्मेदार होता है, आत्मा उसे सताती है और बदला लेती है. अन्विता दत्त ने भी इसी पुरानी थीम पर एक कहानी लिखी, जिसके मुख्य पात्र के रूप में बुलबुल पूरी तरह फिल्म पर छाई रहती है. बेहद सीमित यानी प्रमुख पांच किरदार, बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी यानी फिल्मांकन और आर्ट डायरेक्शन के साथ ही सधे निर्देशन से बुलबुल अनुष्का की परी और फिल्लौरी की अगली कड़ी के रूप में जानी जाएगी. अविनाश तिवारी, तृप्ति दीमरी, राहुल बोस, पाओली डैम और परमब्रत चट्टोपाध्याय जैसे कलाकारों को लेकर बनाई गई फिल्म बुलबुल एक घंटे ३४ मिनट तक आपको थामे रहती है, जिसकी सबसे मजबूत कड़ी है इसका बैकग्राउंड स्कोर. क्या कमाल का बैकग्राउंड स्कोर है, जो बुलबुल को किरदारों को बांधे रखने के साथ ही उन्हें दर्शकों से रूबरू कराता है. इसके साथ ही बेहतरीन विजुअल इफेक्ट्स फिल्म की जान हैं, जिसे देख आपकी आंखों को सुकून का एहसास होता है. बुलबुल कहानी है एक ऐसी लड़की की, जिसका बाल विवाह एक ठाकुर घराने के जमींदार से कर दिया जाता है. १९वीं सदी के ढलान और २०वीं सदी की शुरुआत के कलकत्ते से दूर एक छोटा सा गांव, जो जंगलों से घिरा है, बुलबुल के लिए अनजान जरूर है, लेकिन उसके हमउम्र सत्या के साथ से उसे अपनापन मिलता है. सत्या उसका देवर है, लेकिन उसका बालमन उसे ये एहसास नहीं होने देता कि सत्या का सबसे बड़ा भाई इंद्रनील ठाकुर उसका पति है. बुलबुल बड़ी होती है सत्या के साथ. हमउम्र सत्या के प्रति बुलबुल के विशेष अपनेपन से घर में दीवार खींच जाती है, जिसके एक और सिर्फ बुलबुल है और दूसरी और ठाकुर, बुलबुल का देवर महेंद्र और उसकी पत्नी. समय बीतता जाता है, बुलबुल की चाह समर्पण बनकर सत्या के आसपास मंडराती रहती है, जिसे भांप बुलबुल का पति सत्या को लंदन भेज देता है. सत्या के जाने के ग़म में बुलबुल टूट जाती है और उसकी विरह वेदना उसके पति ठाकुर के मन में जहर भर देता है. ठाकुर बुलबुल को कष्ट देता है और फिर उसे छोड़कर चला जाता है. इस बीच बुलबुल के साथ एक ऐसा वाकया होता है, जिससे सबकुछ बदल जाता है. जब सत्या लंदन से लौटता है तो सबकुछ बदला रहता है. महेंद्र की मौत के बाद उसकी पत्नी विधवा आवरण डाले एकांत में समय बिता रही होती है. सत्या बुलबुल का इलाज कर रहे डॉक्टर से जलता है. गांव में २-३ कत्ल हो जाते हैं और इसके पीछे प्यासी चुड़ैल की कहानी निकलती है. अन्विता दत्त ने बुलबुल की कहानी लिखने के साथ ही फिल्म को डायरेक्ट भी किया है. बेहद सामान्य, लेकिन महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा जैसे अहम मुद्दे को अन्विता ने क्या बेहतरीन ढंग से छूआ है. जब बुलबुल कहती है कि सभी मर्द एक जैसे होते हैं, तो जैसे लगता है कि ये घटना तो हम फैमिली में या अपने आसपास देख रहे हैं. हालांकि बुलबुल में कहानी बताने के लिए चुड़ैल का सहारा लिया गया है, जो एक शरीर धारण कर गुनहगारों को सजा देती है. निर्देशन की बात करें तो अन्विता ने डायरेक्टर के रूप में पहली फिल्म में ही क्या शानदार काम किया है. अन्विता ने दर्शकों को बेवजह डराने की बजाय उन्हें शानदार एक्टिंग, कर्णप्रिय बैकग्राउंड स्कोर, बेहतरीन वीएफएक्स से रूबरू कराने की कोशिश की है, जिसमें लाल और नीले रंग का उतना ही महत्व है. खूबसूरत लोकेशन पर शूट बुलबुल किसी पेंटिंग मानिंद है, जिसमें बेहद करीने से रंग भरा गया हो. हालांकि, फिल्म में ऐसे कई सीन है, जिसे देख १९२० या बाकी हॉरर फिल्मों में जंगल में रात के वक्त दौड़ते घोड़ा गाड़ी की याद आती है. एक्टिंग और डायलॉग इस फिल्म की जान है बुलबुल का किरदार निभा रहीं तृप्ति दीमरी. महज तीसरी फिल्म में तृप्ति ने क्या खूब काम किया है. चाहे एक्सप्रेशन हो, बोलने का अंदाज हो, अनकही चाहतों के बोझ तले चेहरा झुकाए हुए अपनी भावनाएं जाहिर करना हो या साड़ी-बिंद-गहनों से लदी शर्माती-इठलाती बुलबुल, इस फिल्म में तृप्ति ने सराहनीय काम किया है. सत्या के किरदार में अविनाश तिवारी जंचे हैं और इस बुलबुल में भी वह नेटफ्लिक्स फिल्म घोस्ट स्टोरीज के किरदार जैसे ही दिखे हैं. राहुल बोस ने ठाकुर और महेंद्र की दोहरी भूमिका में कम बोलते हुए भी अपनी छोप छोड़ी है. विनोदिनी के रूप में पाओली डैम और डॉक्टर सुदीप के रूप में परमब्रत चट्टोपाध्याय दो ऐसे किरदार हैं, जो देखने लायक हैं. दोनों एक्टर अपनी हर फिल्म में उम्दा प्रदर्शन करते हैं. दोनों बंगाली कलाकार बुलबुल में भी बंगाल को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत करने में सफल हुए हैं. बुलबुल की सामान्य कहानी में डायलॉग भी ज्यादा जानदार नहीं हैं और कम ही हैं, लेकिन किरदारों के स्क्रीन प्रजेंस ने फिल्म को बेहतरीन बना दिया है. तकनीकी पक्ष और म्यूजिक नेटफ्लिक्स फिल्म बुलबुल तकनीकी रूप से काफी अच्छी फिल्म है. प्रोडक्शन डिजाइनर के रूप में मीनल अग्रवाल और सिनेमैटोग्राफर के रूप में सिद्धार्थ दीवान ने बेहतरीन काम किया है. बुलबुल शूट करने से लेकर एडिटिंग टेबल तक फिल्म की एक-एक बारीकियों पर काम किया गया है, जिससे दर्शक फिल्म देखते वक्त स्टोरी और डायरेक्शन की बाकी खामियां इग्नोर कर देते हैं. बुलबुल भारतीय दर्शकों के लिए एक तरह से विजुअल ट्रीट है, जिसके शॉट्स काफी अच्छे हैं. फिल्म के हर फ्रेम को लाल या ब्लू कलर में दिखाना हॉरर फिल्मों के लिए नई बात नहीं है, लेकिन जिस तरह से बुलबुल में चांद को लाल, घर के अंदर सामान को ब्लू, जंगल और किरदारों को लाल रंग के साये में दिखाया गया है, वह वाकई देखने लायक है. अमित त्रिवेदी ने फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर कमाल का क्रिएट किया है, जिसे सुनना अच्छा लगता है. अगर आप डार्क हॉरर फिल्मों की जगह लाइट मुड वाली फिल्में देखना चाहते हैं तो बेशक बुलबुल देखें. महज डेढ़ घंटे की फिल्म है, जो यकीनन आपको अच्छी लगेगी. फिल्म की कहानी कुछ खास नहीं है, लेकिन प्रजेंटेशन जबरदस्त है. बुलबुल का साथ पाकर आप अच्छा महसूस करेंगे. वहीं, अगर आप इट, द कंज्यूरिंग, एनाबेल, इनसीडियस जैसी हॉलीवुड फिल्मों जैसी उम्मीदें पालकर बुलबुल देखेंगे तो निराश होंगे.
कोलकाता के १८ गरीब बच्चों ने कभी नहीं सोचा होगा कि वे कभी हवार्इ जहाज की सैर करेंगे। इन बच्चों ने अभी तक ट्रेन का सफर तक नहीं किया था। हवार्इ जहाज का सफर तो इनके लिए सपने जैसा था, लेकिन सोमवार को राउंड टेबल इंडिया आैर लेडीज सर्किल की महिलाआें ने इन बच्चों के सपने काे साकार कर दिया। कोलकाता, शिलांग आैर गुवाहाटी की राउंड टेबल इंडिया आैर लेडीज सर्किल की महिलाआें ने कोलकाता के १८ बच्चाें को विमान में बैठाकर उनका सपना पूरा किया। इन गरीब आैर सुख सुविधाआें से वंचित बच्चों को महिलाएं विमान द्वारा कोलकाता से शिलांग लार्इं। शिलांग में बच्चों ने कर्इ स्थान घूमा आैर मौज-मस्ती की। शिलांग घूमने के बाद इन बच्चों को दोबारा से विमान के जरिए काेलकाता पहुंचाया गया। राउंड टेबल पहले भी एेसा काम करता आया है। पिछले साल सितंबर में भी राउंड टेबल ने सिलिगुड़ी के १५ गरीब स्कूली बच्चों को बागडोगरा एयरपोर्ट से दिल्ली तथा दिल्ली से आगरा ले गया था। असम-मेघालय बॉर्डर पर भूस्खलन, न्ह-४४ पर यातायात हुआ प्रभावित काजीरंगा ही नहीं असम में है एक और शानदार नेशनल पार्क सूचना के बिना बदले एसी कोच, नार्थ र्इस्ट एक्सप्रेस समेत इन ट्रेनों को हो रही परेशानी फेसबुक पर आतंक का सबब बना मनोज
आईक्यू-व्यू के साथ जटिल तार असेंबली कोई स्विच नहीं - बॉस्गोओ डॉट कॉम विवरण:लिटिलफ्यूज बॉक्स के साथ केबल असेंबली,अनुकूलित ऑटोमोबाइल केबल असेंबली,ऑटोमोबाइल वायरिंग असेंबली लिटिलफ्यूज बॉक्स के साथ केबल असेंबली,अनुकूलित ऑटोमोबाइल केबल असेंबली,ऑटोमोबाइल वायरिंग असेंबली होम > उत्पादों > मोटर वाहन तार हार्नेस > आईक्यू-व्यू के साथ जटिल तार असेंबली कोई स्विच नहीं मॉडल नं.: व्ह११५२ ऑटोमोटिव आईक्यू-व्यू नो स्विच सिस्टम के लिए डिज़ाइन की गई जटिल ऑटोमोटिव केबल असेंबली । मूल देच से सभी घटक, लिटल फ्यूज बॉक्स भी। केबल लॉम को ध्यान में रखते हुए बहुत अधिक शाखाओं के साथ काफी जटिल है, हमने सामान्य कॉरगूएटेड ट्यूब को उत्पाद फोटो के रूप में विशेष ऑटोमोटिव स्प्लिट टैपिंग के रूप में बदलने का प्रस्ताव रखा है। लिटिलफ्यूज बॉक्स के साथ केबल असेंबली , अनुकूलित ऑटोमोबाइल केबल असेंबली , ऑटोमोबाइल वायरिंग असेंबली , वाटरप्रूफ बॉक्स के साथ ऑटो वायर असेंबली , सिंच कनेक्टर के साथ केबल असेंबली , एम ८ कनेक्टर के साथ केबल असेंबली , ऑटोमोटिव कूलर के लिए केबल असेंबली , चिकित्सा केबल असेंबली
उफनते नाले में डूब गई थी कार, दो महिला शिक्षकों समेत तीन के शव बरामद होम > देश प्रदेश > मध्य प्रदेश > उफनते नाले में डूब गई थी कार, दो महिला शिक्षकों समेत तीन के शव बरामद उज्जैन/महिदपुर। जिले के महिदपुर सेमदिया में गुरुवार सुबह नाले में बही कार शुक्रवार सुबह जलस्तर कम होने के बाद नजर आई। कार में दो महिला शिक्षकों समेत ... उज्जैन/महिदपुर। जिले के महिदपुर सेमदिया में गुरुवार सुबह नाले में बही कार शुक्रवार सुबह जलस्तर कम होने के बाद नजर आई। कार में दो महिला शिक्षकों समेत तीन लोग सवार थे। शुक्रवार सुबह नाले में कार दिखने के बाद ग्रामीणों ने करीब जाकर देखा तो तीनों के शव अंदर पड़े मिले। ग्रामीणों ने शवों को कार से बाहर निकाल कर पुलिस को जानकारी दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है। सेमदिया गांव के बरखेड़ा खुर्द स्कूल में १५ अगस्त के दिन झंडावंदन कर लौट रहीं दो शिक्षिका इंदौर निवासी शैलजा पारखी और उज्जैन निवासी नीता शेल्को की कार उफनते नाले में बह गई थी। कार में दोनों शिक्षकों के साथ ड्रायवर भी था। इनके साथ एक अन्य महिला टीचर भी स्कूल से निकली थी, लेकिन बाईक पर सवार होने के चलते वो महिदपुर पहुंच गई। जब यह दोनों शिक्षिका घर नहीं पहुंची तो इनकी तलाश शुरू हुई। पिछले २४ घंटे से इनकी तलाश की जा रही थी। शुक्रवार सुबह नाले का जलस्तर घटने पर गांववालों को नाले में एक कार नजर आई। पुसिल ने बताया कि गुरुवार को स्कूल में ध्वजारोहण और मिठाई वितरण के बाद करीब दस बजे दोनों शिक्षिका घर के लिए वापस निकली थीं। इनके साथ और भी शिक्षक थे जो सुरिक्षत अपने घर पहुंच गए, लेकिन यह दोनों कार में सवार होने के चलते हादसे का शिकार हो गए।
स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य चूड़ामणि बड़ाइक कहते हैं कि यहां कौन अपना बच्चा भेजेगा. बच्चों का भविष्य कौन खराब करना चाहेगा, अध्यापकों का वेतन रोका गया हेडमास्टर भी नशे में मिले, दूर के स्कूल में जा कर पढ़ रहे हैं बच्चे राज्य में स्कूली शिक्षा को दुरुस्त करने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन सिमडेगा के एक स्कूल में शिक्षकों के चलते शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है. दरअसल यहां के शिक्षक नशे में धुत होकर स्कूल आते हैं. ऐसे में अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए अभिभावकों ने उन्हें स्कूल भेजना बंद कर दिया. इस स्कूल में ४२ बच्चे थे, जो अब ५ किलोमीटर दूर प्राइवेट स्कूल में जाकर पढ़ते हैं. टीचर हमेशा रहते हैं टल्ली केरसई प्रखंड के बाघडेगा पंचायत के राजकीय प्राथमिक विद्यालय पहारसारा में अब सन्नाटा पसरा रहता है. बच्चों ने स्कूल आना बंद कर दिया, तो मवेशियों ने इसे अपना पनाहगार बना लिया है. जब स्कूल के प्रिंसिपल मनोहर एक्का के पास न्यूज-१८ की टीम पहुंची, तो उस वक्त भी वह नशे में ही थे. न्यूज-१८ की टीम ने जब उनसे स्कूल की दुर्दशा के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि अधिकारी यहां दूसरे शिक्षक को भेज दें, तो बच्चे फिर से स्कूल में आ सकते हैं. मवेशियों का पनाहगार बना स्कूल शिक्षक बदलने को लेकर गुहार स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य चूड़ामणि बड़ाइक कहते हैं कि यहां कौन अपना बच्चा भेजेगा. बच्चों का भविष्य कौन खराब करना चाहेगा. शिक्षकों को बदलने के लिए अधिकारी को लिखा गया है. गांव की मुखिया सावित्री देवी कहती हैं कि नशेड़ी शिक्षकों के चलते बच्चों ने स्कूल आना छोड़ दिया. प्रिंसिपल हमेशा शराब के नशे में घुत रहते हैं. बच्चों का कहना है कि स्कूल में पढ़ाई नहीं होती थी. इसलिये दूसरे स्कूल में दाखिला लिया. स्कूल में दो शिक्षक हैं, लेकिन दोनों हमेशा नशे में रहते थे. शिक्षकों के वेतन पर रोक ऐसा नहीं है कि इस स्कूल की कहानी से अधिकारी अनभिज्ञ हैं. प्रखण्ड शिक्षा अधिकारी भृगुनाथ राम ने कहा कि शिक्षकों के खिलाफ ऊपर लिखा गया है. अप्रैल माह से इनके वेतन पर रोक भी लगा दिया गया है.
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-२ की गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. इसके तहत स्कूल-कॉलेज ३१ जुलाई तक बंद रहेंगे. गृह मंत्रालय ने एक से ३१ जुलाई के बीच देश में शुरू हो रहे अनलॉक-२ के लिए दिशानिर्देश जारी किए. गृह मंत्रालय ने कोरोना वायरस प्रतिबंधों पर कहा कि सभी स्कूल और कॉलेज ३१ जुलाई तक बंद रहेंगे. ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा की अनुमति होगी और उन्हें बढ़ावा दिया जाएगा. केंद्र सरकार ने अनलॉक-२ की गाइडलाइंस (उनलॉक-२ गाइडलाइन्स) जारी कर दी हैं और इसके तहत गृह मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि ३१ जुलाई तक स्कूल-कॉलेज नहीं खुलेंगे. इसके तहत जानकारी दी गई है कि मेट्रो, सिनेमाहॉल और जिम आदि नहीं खुलेंगे. अनलॉक-२ में भी कंटेनमेंट जोन में कोई राहत नहीं दी जाएगी और कंटेनमेंट जोन के बाहर राज्य अपने हिसाब से नियमों का पालन करा सकते हैं. हालांकि अनलॉक २.० के लिए जो दिशानिर्देश दिए गए हैं इसमें रात के कर्फ्यू में थोड़ी ढील दी गई है. अब रात 1० बजे से सुबह ५ बजे तक का नाइट कर्फ्यू जारी रहा करेगा. अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर पहले की तरह प्रतिबंध जारी रहेगा और केवल वंदे भारत मिशन के तहत आने-जाने वाली उड़ानों को ही अनुमति होगी. घरेलू उड़ानों और पैसेंजर ट्रेनों के लिए पहले से जारी नियमों के मुताबिक यातायात जारी रहेगा.
क्टेट आवेदन फॉर्म २०२० - ऑनलाइन फॉर्म भरने की टिप्स यहाँ पढ़े। सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने सीटीईटी एग्जाम के लिए नोटिफिकेशन जारी की है। सीटीईटी २०२० के अनुसार इच्छुक उम्मीदवार २४ जनवरी २०२० से २४ फरवरी २०२० तक सीटीईटी की आधिकारिक वेबसाइट क्टेट।निक।इन से ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। सीटीईटी जुलाई २०२० के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों के पास स्नातक की डिग्री के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में डिग्री या डिप्लोमा होना आवश्यक है। उम्मीदवारों को बता दें कि सीटीईटी २०२० की लिखित परीक्षा ०५ जुलाई २०२० को आयोजित की जाएगी। इसलिए इस लेख में हम आपको विस्तार से क्टेट आवेदन फॉर्म भरने के लिए स्टेप वाइज स्टेप जानकारी प्रदान कर रहे हैं। क्टेट २०२० परीक्षा तिथि क्टेट आवेदन फॉर्म २०२० के लिए कुछ महत्वपूर्ण तिथियाँ: ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि २४ फरवरी २०२० भुगतान की अंतिम तिथि २७ फरवरी २०२० (३:३0 प्म के पहले) क्टेट परीक्षा तिथि ५ जुलाई २०२० क्टेट आवेदन फॉर्म कैसे आवेदन करें? क्टेट २०२० आवेदन के लि्ए सीधी लिंक परीक्षा के लिए इवेंट्स नीचे तालिका में दिया गया है। ५/७/२०२० पेपर १ ९:३० आम तो १२:०० नूँ २:३० बजे ५/७/२०२० पेपर २ २:०० प्म तो ४:३० प्म २:३० बजे १. क्टेट आवेदन फॉर्म निम्नलिखित विवरण भरें केपिटल लेटर में निम्नलिखित जानकारी भरें परीक्षा के बारे में व्यक्तिगत जानकारी शैक्षणिक योग्यता के बारे में पते के बारे में आपका नाम परीक्षा केंद्र के बारे में चयन करें, आप कम से कम तीन सेंटर चुन सकते हैं। आधार कार्ड की जानकारी भरें राज्य, जिला, कॉलेज का नाम, पिनकोड और डिग्री में अंकों का% दर्ज करें। अपना पता, स्थानीयता, शहर, जिला, राज्य और पिनकोड दर्ज करें। पिताजी का नाम जेंडर सिलेक्शन से संबंधित जानकारी भरें माताजी का नाम परीक्षा पेपर के लिए अपनी भाषा का चयन करें अंग्रेजी या हिंदी योग्यता परीक्षा की स्थिति, रोजगार की स्थिति चुनें। डिप्लोमा%, कॉलेज का नाम, पिनकोड और जिला दर्ज करें। अपना ईमेल औऱ मोबाईल नंबर दर्ज करें। २. अपना फोटो और हस्ताक्षर अपलोड करें अपनी स्कैन की गयी तस्वीर, आवेदन पत्र में अपलोड करें। इसके बाद हस्ताक्षर अपलोड करें। तस्वीर अपलोडिंग के लिए निम्नलिखित पैमाने नीचे दिए गए हैं- दस्तावेज फॉर्मेट इमेज डायमेंशन इमेज साइज यदि आपको छवि / हस्ताक्षर का आकार बदलते समय कोई परेशानी हो रही है, तो नीचे दिए गए हमारे टूल को देखें अपनी छवि को कैसे बदलें / उसका आकार बदलें? अपनी छवि को बदलने / आकार देने के लिए टूल स्टबुक क्रॉप / रिसाइज़ टूल . आपको बस ३ सरल चरणों का पालन करना है ३. क्टेट आवेदन फॉर्म फीस एप्लिकेशन फॉर्म में पेमेंट बटन पर क्लिक करें यह आपको पेमेंट गेटवे पेज पर ले जाएगा क्रेडिट / डेबिट कार्ड या ई-चालान द्वारा भुगतान करें। श्रेणियाँ पेपर ई और ई पेपर ई और ई दोनों जनरल/ओबीसी ७०० रूपए १२०० रूपए एससी/एसटी/डिफरेंटली एबल्ड ३५० रूपए ६०० रूपए ४. क्टेट परीक्षा के लिए आवेदन पत्र प्रिंट और जमा करें भुगतान करने के बाद, आपको पुष्टिकरण पृष्ठ पर ले जाया जाएगा। भविष्य के संदर्भ के लिए पुष्टिकरण पृष्ठ का एक प्रिंटआउट लें। क्टेट आवेदन पत्र क्टेट २०२० के लिए आवेदन करने के लिए सीधा लिंक क्टेट आवेदन फॉर्म अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न? क.१ मैं क्टेट २०२० के लिए आवेदन कैसे कर सकता हूं? अंस.१ ऊपर दिए गए क्टेट २०२० के लिए आवेदन करने के लिए सीधे लिंक पर जाएं और फिर अपने आप को सफलतापूर्वक पंजीकृत करने के लिए ऊपर दी गई विस्तृत प्रक्रिया का पालन करें। क.२ क्टेट फॉर्म २0२0 की अंतिम तिथि क्या है? अंस.२ सीटीईटी आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि २4 फरवरी २0२0 है, हालांकि फीस का भुगतान २7 फरवरी २0२0 तक किया जा सकता है! क.३ क्टेट परीक्षा २०२० के लिए आयु सीमा क्या है? अंस.३ क्टेट २०२० के लिए अधिकतम आयु सीमा आधिकारिक भर्ती अधिसूचना में निर्दिष्ट नहीं की गई है, लेकिन न्यूनतम आयु सीमा १७ वर्ष है। क.४ मैं अपना क्टेट फ़ॉर्म कैसे ठीक कर सकता हूँ? अंस.४ क्टेट फॉर्म सुधार प्रक्रिया आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेट की जाएगी। जैसा कि हम सभी जानते हैं, अभ्यास सफलता की कुंजी है। इसलिए, अब अपना अभ्यास शुरू करके और अपनी तैयारी को बढ़ावा दें।
नई दिल्ली साल २०१८ के एइक्य्मा मोटरसाइकल शो में पेश की गई नेक्स्ट-जेनरेशन ब्म स१००० र भारत में आने को तैयार है। कंपनी ने ट्वीट से इस बात की पुष्टि की है। माना जा रहा है कि २०१९ ब्म स१०००र जल्द ही भारत में लॉन्च की जाएगी। पुराने मॉडल की तुलना में नई ब्म स१०००र में कई बदलाव किए गए हैं। नई बाइक की डिजाइन में सबसे बड़ा बदलाव इसके फ्रंट में हुआ है। इसमें नई फेयरिंग और ट्विन हेडलैम्प क्लस्टर दिए गए हैं। इसमें एलईडी हेडलैम्प और डेटाइम रनिंग लाइट्स हैं। इसके अलावा भी डिजाइन में कुछ अन्य बदलाव हुए हैं। बाइक काफी शार्प दिखती है। २०१९ ब्मो स१०००र्र की डिजाइन में सबसे बड़ा बदलाव इसके फ्रंट में हुआ है। नई बाइक का इंजन भी पुराने मॉडल से ज्यादा पावरफुल है। नई बीएमडब्ल्यू एस१०००आरआर में ९९८क्क का इंजन दिया गया है। यह इंजन २०४ भ्प का पावर और ८३ न्म पीक टॉर्क जनरेट करता है। पुराने मॉडल की तुलना में इसमें ८ भ्प ज्यादा पावर है। यह नई बाइक पुराने मॉडल से करीब १० किलोग्राम हल्की है। बाइक का वजन १९७ किलोग्राम है। फीचर्स और कीमत नई बाइक लेटेस्ट फीचर्स से लैस है। इसमें एबीएस, एबीएस प्रो, डाइनैमिक ट्रैक्शन कंट्रोल और वीली कंट्रोल समेत अन्य सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। बाइक में लॉन्च कंट्रोल और पिट-लेन स्पीड लिमिटर भी है। इसमें चार राइडिंग मोड (रोड, रेन, डाइनैमिक और रेस) दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें ६.५-इंच का टीएफटी इंस्ट्रूमेंट कंसोल, बाय-डायरेक्शनल क्विक-शिफ्टर और क्रूज कंट्रोल फीचर्स भी हैं। इसकी कीमत २०-२२ लाख रुपये के आसपास हो सकती है।
होम > उत्पादों > विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट (विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट के लिए कुल २४ उत्पादों) विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट में से एक, संकें इलेक्ट्रॉनिक मानुफ़क्टरिंग (डोंगउअन) को., लैड.। थोक चीन से विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट खोजने की आवश्यकता है। बस विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे विद्युत इन्सुलेशन गैसकेट का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
- महंगाई की मार में रोशनी की आस, अंबाला न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें। अंबाला महंगाई की मार में रोशनी की आस अंबाला। दिवाली और अन्य त्योहारों को देखते हुए कारोबारियों को धंधा चमकने की उम्मीद है। हालांकि महंगाई कारण लोगों में खासा उत्साह नहीं है। लेकिन बाजारों में उमड़ रही लोगों की जबरदस्त भीड़ को देखकर कारोबारियों का उत्साह भी कम नहीं है। कारोबारियों की मानें तो उन्हें इन पांच दिनों में कम से कम दो अरब के कारोबार की उम्मीद है। सराफा बाजार मेें बूमसराफा बाजार में इस वक्त जबरदस्त चहल-पहल है। ग्राहकों की भी अच्छी भीड़ है। वजह है सोने में लगातार बढ़ते जा रहे दाम। मगर सराफा बाजार भी त्योहारों को भुनाने के लिए तैयार है। इसलिए सोने के आभूषणों व श्री लक्ष्मी-श्री गणेश जी की मूर्तियों और सिक्कों पर विभिन्न ऑफर दिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं आभूषणों को फाइनेंस तक करने की सुविधा भी दी जा रही है। सराफा व्यापारी संजय जैन और शुभम के अनुसार उम्मीद है कि इन सीजन में कम से कम ७५ करोड़ का कारोबार तो होना चाहिए। कपड़ा मार्केट को बढ़िया उम्मीदशहर में उतर भारत की सबसे बड़ी थोक कपड़ा मार्केट है, जहां कपड़ों के छोटे-बड़े कुल मिलाकर ९०० के करीब छोटी बड़ी दुकानें व शोरूम हैं। छावनी में भी बड़ी कपड़ा मार्केट है, जहां १०० से अधिक शोरूम व दुकानें मौजूद है। इन दिनों ये बाजार पूरी तरह गुलजार है। मैरिज सीजन के लिए भी लोग इन दिनों खरीददारी कर रहे हैं। कपड़ा व्यापारी पूर्ण चंद व राजेंद्र अग्रवाल के अनुसार त्योहार ही अच्छे कारोबार के लिए खास होते हैं। उम्मीद है इन दिनों में कम से कम ३५ करोड़ का कपड़ा बिकेगा।बिके दो करोड़ के बर्तनधनतेरस को लेकर जहां शहर व छावनी के तमाम बर्तन बाजार लोगों की भीड़ से गुलजार रहे, वहीं एक दिन में शहर व छावनी में शाम तक करीबन दो करोड़ के बर्तनों की बिक्री हुई। मगर कारोबारियों को उम्मीद है कि ये आंकड़ा अभी और ऊपर जाएगा। संजीव जिंदल व पंकज के अनुसार उम्मीद है कि इस बार बर्तन व क्राकरी कारोबारी कम से कम तीन करोड़ के आसपास कारोबार कर सकेंगे।चमकेगा लाइटिंग का धंधादीपावली पर लोग अपने घरों को लाइटिंग से सजाते हैं, मगर यहां तो दिवाली से पहले ही लोगों व कारोबारियों ने अपने घरों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को लाइटिंग से सजा रखा है। बाजारों में आ रही जबरदस्त सजावटी चाइनिज लाइटिंग से लोगों व कारोबारियों ने घरों और प्रतिष्ठनों को जगमग किया हुआ है। जबकि बाजारों में इनकी इतनी ज्यादा डिमांड दिख रही है कि लाइटिंग कारोबारी खासे उत्साहित है। उम्मीद है कि लाइटिंग का कारोबार दो करोड़ से अधिक रहेगा।इलेक्ट्रानिक्स कारोबारी उत्साहितशहर व छावनी में इलेक्ट्रानिक्स बाजार ढेरों ऑफरों के साथ गुलजार है। हर कंपनी की इलेक्ट्रानिक्स आइटमों पर ढेरों ऑफर है। लोगों को इन ऑफर से लुभाने को लेकर इलेक्ट्रानिक्स कारोबारी पूरी तरह से तैयार है। पैसे की कोई दिक्कत नहीं, अधिकतर दुकानदारों ने दुकानों में ही फाइनेंस करने वाली कंपनियों के नुमाइंदे बिठा रखे हैं। आप बस, आइटम पंसद कीजिए आपको को वहीं मौके पर ही फाइनेंस हो जाएगा। कारोबारी मनविंद्र सिंह के अनुसार धनतेरस और दिवाली ही ऐसे त्यौहार है, जब ये आइटम सबसे ज्यादा बिकती है। इसलिए उम्मीद है कि कम से कम इस बार जिले में २० करोड़ की इलेक्ट्रानिक्स आइटम तो बिकेगी।दस करोड़ के गिफ्टों से होगी दिवाली मुबारकगिफ्ट अपने संबंधाें को बनाए रखने का एक माध्यम बन चुका है। प्रोफेशन हो या परिवार स्टे्टस सिंबल बन चुकी इस गिफ्ट प्रथा का चलन बहुत ज्यादा बढ़ गया है। इसी बात को भुनाने के लिए अलग-अलग गिफ्ट आइटमों की अच्छी बिक्री हो रही है। शहर व छावनी के अतिरक्त सैन्य क्षेत्र के आउटर में स्थित सेना नगर में पूरा गिफ्ट बाजार सजाया गया है। जहां गिफ्ट का थोक कारोबार किया जा रहा है। उम्मीद इस दिपावली पर दस करोड़ रूपये गिफ्ट आइटम के साथ लोग दिवाली मुबारक करेंगें।अन्य व्यापारियों को भी उम्मीददिवाली पर इसके अलावा सूखे मेवे के कारोबारियों, सजावटी समान बेचने वाले व्यापारी, हलवाइयों समेत अन्य छोटे-बड़े व्यापारियों को भी इस पर्व से काफी उम्मीदें हैं। गिफ्ट गैलरी के संचालक ईश कुमार आर्य व सूखे मेवे व्यापारी अजय गुलाटी व सजावटी समान विक्रेता सोनू के अनुसार सामानों में महंगाई तो है, जिसे लेकर ग्राहक सोच-समझकर खरीदारी कर रहा है। कैसा लगा
नई दिल्ली, एएनआइ। भाजपा की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज की प्रार्थना सभा दिल्ली में १३ अगस्त को होगी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। बता दें कि छह अगस्त की रात सुषमा स्वराज का दिल्ली में निधन हो गया था। सात अगस्त बुधवार को दिल्ली में लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में अंतिम संस्कार किया गया। इसके बाद पुत्री बांसुरी ने बृहस्पतिवार को हापुड़ के ब्रजघाट में अस्थियां का विसर्जन किया। सुषमा स्वराज भाजपा की कद्दावर नेता होने के साथ ही सरकार में भी अहम भूमिका निभां चुकी हैं। उनका कार्यकाल सबसे ज्यादा चर्चित तब रहा जब उन्हें विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली। सुषमा स्वराज के बारे में यह कहा जाता है कि विदेश में फंसे एक भारतीयों की मदद के लिए वह मात्र एक ट्वीट पर तैयार रहती थीं। उन्हें बस जानकारी मिलने की देर रहती थी वह उस परेशानी खत्म करने की तैयारी में पूरी जी जान से जुट जाती थीं। दिल्ली में जब प्याज और बिजली की कमी के कारण भाजपा मुश्किल में तब इस मुश्किल घड़ी में भाजपा नेतृत्व ने सुषमा स्वराज की अगुवाई में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया और वह पार्टी के निर्देश पर केंद्रीय मंत्री का पद छोड़कर दिल्ली की मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल लीं। प्याज को लेकर जनता में बढ़ रही नाराजगी को दूर करने में वह जुटी ही थी कि नमक की कमी की अफवाह भी शुरू हो गई। दुकानों में नमक खरीदने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगने लगी। इसके बाद सुषमा स्वराज ने छापेमारी अभियान चला कर इसे रोका। # सुषमा स्वराज की शांति सभा
१ रुपए का सिक्का बनाने पर सरकार खर्च करती है १.११ रु, रती से खुलासा नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ती महंगाई के बाद सिक्कों के मूल्य में लगातार गिरावट आ गई है। सिक्के की लागत के बारे में जानकर आपको हैरानी होगी कि सिक्के की लागत उसके मूल्य से ज्यादा है। इंडिया टुडे ने सूचना के अधिकार के तहत सिक्के के मूल्यों को लेकर जानकारी मांगी। सिक्के निर्माण की लागत को लेकर रती के जबाव में रबी से जो जानकारी दी वो जानकर आप हैरान हो जाएंगे। इस सवाल का जवाब भारतीय सरकारी टकसाल, मुंबई ने देने से इंकार कर दिया। मुंबई टकसाल में १० रु, ५ रु, २ रु और १ रु के सिक्कों को ढाला जाता है। टकसाल ने गोपनीयता का हवाला देते हुए इस आरटीआई का जवाब देने से इंकार कर दिया। टकसाल ने जवाब में कहा कि ये जानकारी आरटीआई एक्ट, २00५ के सेक्शन ८ (१) (ड) के तहत उपलब्ध नहीं कराई जा सकती क्योंकि ये ट्रेड सीक्रेट है। वहीं एक आरटीआई हैदराबाद स्थित टकसाल को भी भेजा गया। वहां भी १० रु, ५ रु, २ रु और १ रु ढाला जाता है। हैदराबाद टकसाल ने के मुताबिक १ रुपए के सिक्के को बनाने में औसत लागत १ रुपए ११ पैसे की लागत आती है। रुपए की लागत उसके मूल्य से ज्यादा है। वहीं २ रुपए के सिक्के को ढालने में १.२8 रुपए, ५ रुपए को तैयार करने में ३.६९ रुपए और १० रुपए के सिक्के को बनाने में ५.५4 रुपए की लागत आती है।
"रिकॉर्ड ऑर्केस्ट्रा" ने "मुख्य चरण" करिश्मा जीता अपने ही हिट लाडा सेडान, टिमोफी कोपाइलव और अलेक्सई बर्य्शेव ने लिखा है, और गीत रूसी बर्फ, रशीद बेहबुडोव द्वारा गाया: क्वालीफाइंग दौर में रिकार्ड आर्केस्ट्रा दो गीतों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शन से पहले संगीतकारों ने चिंता नहीं की और मंच को व्यवस्थित और आत्मविश्वास से देखा। मुख्य गायक और सहयोगी टिमोफी कोपाइलव के रूप में, मुख्य मंच केवल दर्शकों का एक बहुत साथ अभी तक एक और जमीन है, । निर्माता समूहों आंद्रेई सेरन हमें मंच के पीछे विवरण को बताया, गीत रूसी बर्फ संयोग से नहीं चुना गया था, यह के काम के साथ बहुत अच्छी तरह से प्रतिध्वनित ऑर्केस्ट्रा के रिकॉर्ड । बैंड ने अपनी शैली में रचना की व्यवस्था की और यह काफी मूल साबित हुआ। जूरी ने सर्वसम्मति से हमें अगले दौर में एक हरा प्रकाश दिया। साथ ही, जूरी के सदस्यों में से कोई भी समूह के काम से परिचित नहीं था और उसने पहले लाडा सेदान गीत नहीं सुना था। इसलिए, यह आश्वस्त रूप से जोर देकर कहा जा सकता है कि सेदान बैंगन पंथ जो बहुत पहले नहीं बनाया गया था, जूरी पर निर्णय लेने पर खत्म नहीं हुआ था। न्यायाधीश वालेरी लेओनटिव अपने देशवासियों के प्रदर्शन को पसंद किया: पिछले नहीं सप्ताह या सप्ताह से पहले कुछ भी नहीं है जैसे हम नहीं था गायक ने कहा। डायना आर्बेनाना अपने सहयोगी से सहमत हैं: मुझे ऐसे खतरनाक लड़कों को पसंद है। आप, निश्चित रूप से, काईफोव स्विंग! और व्लादिमीर प्रेसन्याकोव संगीत कार्यक्रम ऑर्केस्ट्रा रिकॉर्ड में भाग लेने की अपनी इच्छा व्यक्त की। वैसे, आप इस शनिवार, ७ नवंबर को व्लादिमीर में आग्रहक और जोरदार कंपनी रिकॉर्ड ऑर्केस्ट्रा के साथ शाम बिता सकते हैं। इस बीच, आप हमारे रॉक बैंड की भागीदारी के साथ कार्यक्रम मुख्य चरण से एक विशेष अंश प्रदान करते हैं। कार्यक्रम का पूरा संस्करण टीवी चैनल रूस १ की हवा पर है। समूह की भविष्य की योजनाओं मुख्य मंच में भाग लेने के लिए एक नया वीडियो शूटिंग और रिलीज लेझ्जिनोबलकानो रिकॉर्ड्स, २५ नवंबर को इस वर्ष के लिए निर्धारित। महिला दिवस लोगों को नई हिट चाहता है और केवल मुख्य चरण पर जीतता है! ब्रांस्क स्कूली छात्रा ने परियोजना पर जूरी जीता आवाज। बच्चे
'...पटेल को कैबिनेट में नहीं रखना चाहते थे नेहरू': वीपी मेनन की जीवनी के हवाले से बोले विदेश मंत्री देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल के बीच के रिश्ते को लेकर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है. देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल के बीच के रिश्ते को लेकर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया है. विदेशमंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को नारायणी बसु द्वारा लिखी गई वीपी मेनन की जीवनी के विमोचन के बाद एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि वीपी मेनन की जीवनी से उन्होंने जाना कि १९४७ में जवाहरलाल नेहरु सरदार पटेल को अपने कैबिनेट में जगह नहीं देना चाहते थे. साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'नारायणी बसु की ओर से लिखी गई वीपी मेनन की जीवनी में पटेल के मेनन और नेहरू के मेनन में काफी विरोधाभास देखने को मिला. बहुत ही लंबे समय के बाद एक ऐतिहासिक पुरुष के साथ न्याय हुआ है.' विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सुप्रीम कोर्ट में एक कैविएट दाखिल की विेदेशमंत्री ने कहा "उन्होंने किताब से जाना कि नेहरु नहीं चाहते थे कि पटेल उनके केबिनेट का हिस्सा हो और नेहरु ने अपने पहले लिस्ट से उनका नाम भी हटा दिया था. हालांकि लेखक का यह रहस्योद्घाटन एक बड़े विवाद का विषय है. साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीति के इतिहास को लिखने के लिए हमें पूरी ईमानदारी की जरूरत होती है." विदेशमंत्री ने साथ ही कहा, 'किताब से पता लगा कि साल १९४७ में पटेल को नेहरू अपने कैबिनेट में नहीं रखना चाहते थे और उन्होंने शुरुआती कैबिनेट की लिस्ट से उनका नाम भी हटा दिया था. स्पष्ट तौर पर यह एक बहस का विषय है.' साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीति के इतिहास को लिखने के लिए हमें पूरी ईमानदारी की जरूरत होती है. विदेशमंत्री ने ट्वीट किया "वीपी मेनन ने कहा था कि जब सरदार पटेल की मौत हुई तो उनकी यादों को भुलाने के लिए व्यापक स्तर पर कैंपेन चलाया गया था. मैं यह इसलिए जानता हूं क्योंकि मैंने यह देखा है.' विडियो: पाक विदेश मंत्री ने किया एस जयशंकर के संबोधन का बहिष्कार कश्मीर मुद्दा उठाने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का अमेरिकी सीनेटर को जवाब, कहा-चिंता न करें हम खुद सुलझा लेंगे हर वर्ष चीनी विदेश मंत्री की पहली यात्रा अफ्रीकी क्यों होती है?
नई दिल्ली। ग्लोबल मार्केट में मिली मजबूती के चलते दिल्ली सराफा बाजार में पिछले ५ दिन से गिरावट झेल रहे सोने की कीमतों में सोमवार को सुधार हुआ। वहीं चांदी में भी उछाल आया। सोने की कीमत आज ६० रुपए नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में सोने में गिरावट और स्थानीय डिमांड में और कमी आने के कारण दिल्ली सराफा बाजार में सोने की कीमत शुक्रवार को लगातार चौथे दिन नीचे गिरी। थोक सराफा बाजार में आज सोने के भाव में नई दिल्ली। ग्लोबल मार्केट में सोना और चांदी की चमक तेज होने के बाद भी दिल्ली सराफा बाजार में इनकी कीमतों में गिरावट लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। इसके पीछे घरेलु मांग का कम होना बताया जा रहा है। नई दिल्ली। ग्लोबल और स्थानीय मांग में कमी का असर आज दिल्ली सराफा बाजार में भी दिखा। दोनों कीमती धातुओं की की कीमतों में गिरावट देखी गई। सोनें में २७० रुपए की गिरावट आई, जिससे इसकी कीमत अब ३१,३८० रुपए नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में अच्छी तेजी के बाद भी लोकल डिमांड में कमजोरी आने की वजह से दिल्ली सराफा बाजार में सोमवार को सोना पिछले कारोबारी दिन की कीमत ३१,६५० रुपए प्रति दस ग्राम पर स्थिर रहा। हालांकि इंडस्ट्रियल नई दिल्ली। दुनियाभर के बुलियन बाजारों में कमजोर रुख के बाद भी स्थानीय जेवराती मांग ने सोने के भाव और बढ़ा दिए हैं। शुक्रवार को सोने की कीमत में दस रुपए की और बढ़ोतरी हुई है। अब सोने का दा नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में मजबूती रहने और स्थानीय जेवराती मांग में बढ़त कायम रहने से सोने के भाव लगातार दूसरे दिन भी चढ़े रहे। गुरुवार को दिल्ली सराफ बाजार में सोना की कीमत में १० रुपए की बढ़ोतरी हुई। नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों के मजबूत रुख और जेवरारी खरीदी बढ़ने से दिल्ली सराफा बाजार में बुधवार को सोना २१० रुपए उछल गया। अब इसकी कीमत ३१,५७० रुपए प्रति दस ग्राम है। उधर दबाव के चलते चांदी ३९० रुपए फिसल नई दिल्ली। दुनियाभर के बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेतों और स्थानीय जेवराती मांग कम होने के कारण सोना की कीमत में ४० रुपए की और गिरावट आई है। मंगलवार को दिल्ली सराफा बाजार में इसकी कीमत ३१३६० रुपए प्रति नई दिल्ली। विश्व के बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेत और घरेलू जेवराती मांग के कारण दिल्ली के सराफा बाजार में सोने की कीमतों में सोमवार को २० रुपए की गिरावट आई। सोना फिलहाल ३१,४०० रुपए प्रति दस ग्राम पर नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर सोना और चांदी की मांग तेज होने के बावजूद स्थानीय आभूषण मांग में सुस्ती के चलते दिल्ली सराफा बाजार में शुक्रवार को सोना १७० रुपए लुढ़क गया। सोना अभी ३१,४८० रुपए प्रति दस ग्राम पर सराफा बाजार में लगातार दूसरे दिन सोने में तेजी आ गयी है जिसने आज २३० रुपए की छलांग लगाकर २९,६६५ रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया है वहीं चांदी भी तीन दिन की गिरावट से उबरने में कामयाब रही। नई दिल्ली। सोने के दाम लगातार गिर रहे हैं और आज भी सोने की कीमतें नीचे आई हैं। कमजोर ग्लोबल रुख के साथ घरेलू ज्वैलर्स की कम मांग से आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव २० रुपये कम डॉलर में गिरावट ने लौटाई सोने की चमक, चांदी भी हुई मजबूत मुंबई। सोने की चमक विदेशी बाजार में एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही है जबकि घरेलू बाजार में यह शुरुआती नरमाई के बाद संभल गया। डॉलर में कमजोरी की वजह से शुक्रवार को विदेशी बाजार में सोना चमकता दिखा। नई दिल्ली। दुनिया भर में मांग कम होने के बाद भी स्थानीय स्तर पर निरंतर लिवाली से दिल्ली सराफा बाजार में आज सोने के भाव में ५० रुपए की तेजी आई। अब यह ३१,6५० रुपए प्रति दस ग्राम की कीमत नई दिल्ली। दुनियाभर के बाजारों में सोना और चांदी में आई गिरावट के बाद अब घरेलू स्तर पर भी मांग कम होने से दिल्ली सराफा बाजार में आज सोना ५५ रुपए टूट गया। अब यह ३१५९५ रुपए प्रति दस ग्राम नई दिल्ली। मंगलवार को सोने के भाव में ५५ रुपए की गिरावट आने के बाद बुधवार को सराफा बाजार में यह दिल्ली २५ रुपए और टूटा, अब इसकी कीमत ३१,५७० रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गई है। दुनियाभर के नई दिल्ली। दुनियाभर में सोने पर बने दबाव के बीच स्थानीय स्वर्णाभूषण के लिए मांग होने के चलते आज दिल्ली सराफा बाजार में सोने की चमक बढ़ गई। सोना के दाम में ८० रुपए बढ़ोतरी होने से यह ३१,६५० रुपए
शस्त्र लायसेंस थाने में जमा करने के दिशा निर्देश पंजीकृत किसानो के सत्यापन का कार्य शीघ्र पूरा करें - कलेक्टर ग्राम स्वराज अभियान १४ अप्रैल से ५ मई तक अधिकारियों को जारी किए निर्देश मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना में किसानों को मिलेगा २०० रूपए का लाभ रावतपुरा सरकार के सानिध्य में आयोजित होने वाले कुंभ पर बैठक में चर्चा तीन आदतन अपराधियों को किया जिलाबदर जिला दण्डाधिकारी डॉ. इलैया राजा टी ने पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत खरे के प्रतिवेदन पर से म.प्र.राज्य सुरक्षा अधिनियम १९९० की धारा ३ की सहपठित धारा ५ के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए चार अपराधियों की आपराधिक व असामाजिक गतिविधियों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लोक व्यवस्था एवं जनसाधारण के हित में जिला बदर किया गया है। पारित आदेशो के अन्तर्गत राहुल उर्फ बिल्लू पुत्र धमेन्द्र सिंह गुर्जर निवासी वार्ड क्र.०५ मौ रोड गोहद, सोनू उर्फ कुलदीप दुबे पुत्र रामौतार दुबे निवासी कस्बा अमायन एवं सत्तू उर्फ सतेन्द्र पुत्र भारत सिंह गुर्जर निवासी कठंवा गुर्जर हाल संतोष नगर थाना गोहद को निकटवर्ती जिला ग्वालियर, मुरैना, दतिया की सीमा से एक वर्ष की अवधि के लिए जिलाबदर किया गया है।
झुकी महाराष्ट्र सरकार, किसानों का आंदोलन समाप्त - संध्यालिक झुकी महाराष्ट्र सरकार, किसानों का आंदोलन समाप्त सरकार ने मांगों पर लिखित भरोसा देने की बात कही. सरकार ने ६ मंत्रियों की एक समिति बनाई है जो कि किसानों की समस्या पर विचार करेगी. मुख्यमंत्री इस समिति के अध्यक्ष होंगे. नासिक से मुंबई तक लगभग१८० किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर आए किसानों के लिए बड़ी जीत है. मुंबई: सरकार ने किसानों अधिकतर मांगें मान ली हैं और उन्हें लिखित पत्र दिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की. करीब तीन घंटे तक चली बैठक के बाद सरकार ने मांगों पर लिखित भरोसा देने की बात कही. सरकार ने ६ मंत्रियों की एक समिति बनाई है जो कि किसानों की समस्या पर विचार करेगी. मुख्यमंत्री इस समिति के अध्यक्ष होंगे. नासिक से मुंबई तक लगभग१८० किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर आए किसानों के लिए बड़ी जीत है. सीपीएम से जुड़ा संगठन अखिल भारतीय किसान सभा प्रदर्शन की अगुवाई कर रहा है. किसानों ने बिना शर्त ऋण माफ करने और वन भूमि उन आदिवासी किसानों को सौंपने की मांग की है जो वर्षों से इस पर खेती कर रहे हैं. किसान नासिक, ठाणे और पालघर जिले में नदियों को जोड़ने की योजना में बदलाव की भी मांग की है ताकि आदिवासियों की जमीन नहीं डूबे और इस योजना से जल इन इलाकों और अन्य सूखाग्रस्त जिलों को मुहैया कराई जा सके.वे हाई स्पीड रेलवे और सुपर हाईवे सहित परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण करने का भी विरोध कर रहे थे.उधर, मुंबई से किसानों की वापसी के लिए रेलवे प्रशासन ने दो स्पेशल ट्रेन चलाई हैं. संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, कृषि उपयोग में लाई जाने वाली वन भूमि आदिवासियों और किसानों को सौंपने के लिए हम समिति बनाने पर सहमत हो गए हैं. बशर्ते वे २००५ से पहले जमीन पर कृषि करने के सबूत मुहैया कराएं. हमने उनकी लगभग सभी मांगें मान ली हैं. उन्होंने कहा कि किसानों की करीब १२-१३ मांगें थीं जिनमें से ज्यादातर पर दोनों पक्षों में सहमति बन गई है. किसानों का समर्थन कांग्रेस, राकांपा, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और शिवसेना भी कर रही थी जो राज्य और केंद्र में भाजपा नीत सरकार में शामिल है. मनसे प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने रविवार को किसानों से मुलाकात की थी.
अश्लील सीडी कांड में सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ चल रही ट्रायल पर रोक लगा दी है. सीबीआई ने याचिका दायर करते हुए केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की गई है. सीबीआई का कहना है कि इस मामले में गवाहों को धमकाया जा रहा है. उन्हें झूठे केस में फंसाया जा रहा है. लिहाजा ट्रायल को छत्तीसगढ़ के बाहर ट्रांसफर कर दिया जाए. अश्लील सीडी कांड में रिंकू खनूजा की खुदकुशी के बाद क्बी ने अप्रत्याक्ष रूप से जांच में तेजी नहीं दिखाई. सीबीआई ने याचिका में कैलाश मुरारका और चार अन्य को पक्षकार बनाया.
एटीएम से निकासी पर चार्ज लेने के मामले में हाईकोर्ट ने दिया नोटिस - खबर मंत्र बिलासपुर: हाईकोर्ट की युगलपीठ ने एटीएम में ५ ट्रांजेक्शन के बाद रकम निकालने पर कटौती व न्यूनतम बैलेंस में सेवा शुल्क लिए जाने को चुनौती देने वाली याचिका पर आरबीआई, केन्द्र सरकार, भारतीय स्टेट बैंक समेत अन्य बैंकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक ने एटीएम ट्रांजेक्शन, खाते में न्यूनतम बैलेंस को लेकर नोटिफिकेशन जारी की है। इसके अनुसार माह में ५ बार से अधिक रकम निकाले जाने पर अतिरिक्त चार्ज लेने व खाते में न्यूनतम राशि से कम होने पर सेवा शुल्क लिए जाने की बात कही है। बैंकों की इस नोटिफिकेशन के खिलाफ याचिकाकर्ता सलीम कॉजी ने अधिवक्ता अशीष श्रीवास्तव के माध्यम से हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर इसे चुनौती दी है। इसमें कहा गया है कि बैंकों में सेविंग व सैलरी अकाउंट हैं। राशि निकालने व कम जमा होने पर अतिरिक्त चार्ज लिया जाना रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट १९३४, बैंकिंग रेग्यूलेशन एक्ट १९४९ का उल्लंघन है। इसके अलावा अनुच्छेद १४, १९ (१) जी, 2१ एवं ३०० ए का भी गंभीर उल्लंघन माना गया है। संविधान के एक्ट ३०० ए में व्यक्ति का बैंकों में जमा राशि उनकी संपत्ति है। इसमें सरकार किसी प्रकार की कटौती नहीं कर सकती है। याचिका में चीफ जस्टिस टीबी राधाकृष्णन व जस्टिस पी सेम कोशी की डीबी में सुनवाई हुई। कोर्ट ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, केन्द्र सरकार, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक सहित अन्य को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। बड़गाम में मारे गए तीन नागरिकों की मौत के विरोध में कश्मीर घाटी बंद
कम३५२ केबल जैकेट होसेस होम > उत्पादों > कम३५२ केबल जैकेट होसेस(कम३५२ केबल जैकेट होसेस के लिए कुल १० उत्पादों) कम३५२ केबल जैकेट होसेस - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं कम३५२ केबल जैकेट होसेस निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक कम३५२ केबल जैकेट होसेस, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक कम३५२ केबल जैकेट होसेस में से एक, शानदोंग नोविस्ता केमिकल्स को.,लैड (नोविस्ता ग्रुप)। टैग: पीवीसी वायर केबल वन पैक स्टेबलाइजर्स , पीवीसी वायर केबल स्टेबलाइजर्स , पीवीसी वायर केबल हीट स्टेबलाइजर्स तार और केबल के लिए लीड वन-पैक स्टेबलाइजर उत्पाद का परिचय न्व६ऐक्स श्रृंखला मुख्य रूप से पीवीसी तार और केबल के लिए उपयोग की जाती है। यह कंपनी के अद्वितीय प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी के साथ चेलेटिंग एजेंट, स्नेहक और अन्य आंतरिक और बाहरी घटकों की मात्रा के...
होम / हिन्दी / ब्यूटी / हनीमून पर इस तरह स्किन का ख्याल और दिखे सुंदर! स्किन केयर टिप्स जो बता रही हैं ब्यूटी एक्सपर्ट और हर्बल क्वीन शहनाज़ हुसैन। हनीमून शादी के बाद का एक खास समय होता है जो आपकी ज़िंदगी को यादों से भर देता है और साथ ही आपके रिश्ते को ढेर सारा समय भी मिलेगा। लेकिन जीवन के इन यादगार पलों में खुद को खूबसूरत, तरोताज़ा, सुन्दर और आकर्षक दिखाने के लिए आप इन स्किन केयर टिप्स को फॉलो कर सकते हैं जो बता रही हैं ब्यूटी एक्सपर्ट और हर्बल क्वीन शहनाज़ हुसैन। यात्रा शुरू करने से पहले ही मैनीक्योर, पैडीक्योर तथा हेयर कट करवा लें ताकि सफर के दौरान आप अपनी ब्यूटी को लेकर निश्चित रह सकतें। अपने साथ बालों को सजाने, संवारने के लिए एक हल्की कंघी जरूर रखे क्योंकि सफर में बाल बार-बार ख़राब हो जाते है। अगर आपके बाल लम्बे है तो आप बालों पर हैड बैंड तथा हेयर क्लिप का उपयोग करें। हनीमून के दौरान मोटर गाड़ी, बोटिंग या समुद्र किनारे चहल कदमी करते समय अपने सिर को स्कार्फ से ढंक कर रखे क्योंकि इससे आपके बालों को नैचुरली सुरक्षित रखने में मदद मिलती है। चाहे आप ऊंचे बर्फीले स्थानों पर जाएं या समुद्री तट पर, लेकिन जाते हुए हेयर क्रीम तथा सनस्क्रीन ले जाना कतई न भूले क्योंकि समुद्र के पानी तथा बर्फ वाली जगहों पर सूर्य की किरणों का प्रभाव सामान्य स्तर से ज़्यादा कठोर और नुकसानदायक हो जाता है तथा इन परिस्थितियों में सनस्क्रीन त्वचा के प्राकृतिक टेक्स्चर को बनाए रखने में मददगार साबित होता है। बालों के लिए हेयर ड्रायर काफी लाभदायक साबित होगा। अगर आप समुद्री तट पर जा रही है तो समुद्र के खारे पानी से बालों को बचाने के लिए स्विमिंग कैप का जरूर उपयोग कीजिए। बालों में शैम्पू के बाद कण्डीशनर या हेयर सीरम का जरूर उपयोग कीजिए। समुद्री पानी से बालों को सुरक्षित रखने के लिए हल्के शैम्पू का प्रयोग करके बालों को ताजे साफ पानी से ज़रूर धोएं क्योंकि इससे बालों के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी। अगर आप गर्म स्थल पर जा रही है तो तत्काल उपयोग में लाने वाला स्क्रब जरूर अपने साथ रखें। गर्मियों के मौसम में त्वचा की कोशिकाओं को मैल, गन्दगी तथा तेल से मुक्त रखने के लिए कोशिकाओं की क्लीजिंग अत्यन्त आवश्यक हो जाती है। त्वचा को साफ करने के बाद स्क्रब को सर्कुलर मोशन में अहिस्ता-अहिस्ता त्वचा पर रगड़िए। त्वचा को साफ तथा तरोताजा रखने के लिए एक अच्छा स्किन टोनर काफी आवश्यक माना जाता है तथा इनमें से गुलाब आधरित स्किन टोनर सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। त्वचा को साफ करने के बाद कॉटन वूल की मदद से स्किन टोनर से साफ करें। गर्मियों के मौसम में गाढ़ें मॉश्चराजर के उपयोग से बचें। गर्म जगहों पर धूप से बचने की कोशिश करें। त्वचा को साफ तथा ताजा रखने के लिए गीले टीशू या वेट वाइप्स हमेशा अपने साथ रखें। रोजाना मेकअप के लिए आई पेंसिल, काजल तथा लिपस्टिक अपने साथ रखें जो कि दिन और रात में बराबर रूप में फायदेमंद साबित होते हैं। गर्मियों के मौसम में लिप ग्लॉस, टैल्कम पाउडर तथा पाउडर ब्लश काफी सहायक साबित होते है। सफर के दौरान डियोडरेंट तथा टैल्कम पाउडर भी सहायक साबित होते हैं।
"जनाब डॉ.छोटेलाल सिंह जी आदाब,प्रदत्त चित्र पर कुण्डलिया छन्द का अच्छा प्रयास हुआ है,इस प्रस्तुति पर" "जनाब अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव जी आदाब,प्रदत्त चित्र को सार्थक करते दोनों छन्द अच्छे हुए हैं,इस" "जनाब तस्दीक़ अहमद साहिब आदाब,प्रदत्त चित्र को सार्थक करते दोनों ही छन्द उम्दा हुए हैं,इस प्रस्तुति" "आपकी विस्तृत टिप्पणी के लिए आभार अखिलेश जी। निश्चित तौर पर इनको अधिक समय दिए जाने की ज़रूरत है और" "मुहतरमा प्रतिभा पाण्डेय जी आदाब,प्रदत्त चित्र पर आपकी दोनों ही प्रस्तुतियां अच्छी हुई हैं,इसके लिये" बह्र-२१२-२१२-२१२-२१२ घर पे अपने बुरा या भला ठीक हूँ।। गुमशुदा हूँ अगर गुमशुदा ठीक हूँ।।पर्त धू कीसी मोर
दुमका कोषागार केस: दो धाराओं में लालू यादव को १४ साल की सजा और ६० लाख का जुर्माना- हरिभूमि, हरिभूमि दुमका कोषागार केस: दो धाराओं में लालू यादव को १४ साल की सजा और ६० लाख का जुर्माना चारा घोटाला से संबंधित दुमका कोषागार मामले में दो धाराओं के तहत कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को ७-७ साल यानी १४ साल की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने लालू पर ६० लाख का जुर्माना भी लगाया है। टीम डिजिटल/हरिभूमि, दिल्ली२४ मार्च २०१८ ९:०१ आम गम्त दुमका कोषागार में करोड़ों रुपए के गबन के मामले में शुक्रवार को दोषियों की सजा के बिंदु पर कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर ली थी। क्बी के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मामले की सुनवाई हुई थी। आखिरी दिन ५ दोषियों का मामला कोर्ट में था। आखिर में कोर्ट ने बचाव पक्ष और सीबीआई की दलील सुनकर तय किया कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव समेत १९ दोषियों को शनिवार को सजा सुनाई जाएगी। ये चारा घोटाला में चौथा मामला है, जब लालू को सजा सुनाई गई है। ३ मामलों में पहले ही हो चुकी है सजा लालू यादव को चारा घोटाले के तीन मामलों में पहले ही सजा हो चुकी है। लालू को देवघर कोषागार एवं चाईबासा कोषागार के गबन के दो मामलों में क्रमशः २३ दिसंबर एवं २४ जनवरी को दोषी ठहराया जा चुका है। देवघर मामले में लालू की जमानत याचिका उच्च न्यायालय खारिज कर चुका है। इन १९ अभियुक्तों को ठहराया गया दोषी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव समेत फूलचंद सिंह, सचिव, ओपी दिवाकर, क्षेत्रीय निदेशक, विमल कांत दास, वेटनरी ऑफिसर, केके प्रसाद, वेटनरी ऑफिसर, मनोरंजन प्रसाद, वेटनरी ऑफिसर, नंद किशोर प्रसाद, वेटनरी ऑफिसर, पंकज मोहन भुई, एकाउंटेंट, पितांबर झा, वेटनरी ऑफिसर, रघुनाथ प्रसाद, वेटनरी ऑफिसर, राधा मोहन मंडल, वेटनरी ऑफिसर, एसके दास, असिस्टेंट, गोपी नाथ दास, प्रोपराइटर, राधा फार्मेसी, एमएस बेदी, प्रोपराइटर सेमेक्स क्रायोजेनिक्स, अरुण कुमार सिंह, पार्टनर विश्र्वकर्मा एजेंसी, अजित कुमार शर्मा, प्रोपराइटर लिटिल ओक, राजकुमार शर्मा, ट्रांसपोर्टर, आरके बगेरिया, ट्रांसपोर्टर, नरेश प्रसाद और प्रोपराइटर वायपर कुटीर को सजा सुनाई जाएगी।
विराट कोहली पर बरसे वीरेंद्र सहवाग, बोले- दूसरों को बदलते हैं पर खुद टीम के लिए कुछ क्यों नहीं करते भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली. वीरेंद्र सहवाग (वीरेंदर सेहवाग) ने कहा कि विराट कोहली (विरत कोहली) चाहते हैं कि टीम इंडिया के दूसरे खिलाड़ी ही अपनी जगह बदलें वे खुद जहां खेलते हैं वहीं खेलेंगे. नई दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग (वीरेंदर सेहवाग) ने भारतीय क्रिकेट टीम (इंडियन क्रिकेट टीम) में केएल राहुल (क्ल राहुल) का बल्लेबाजी क्रम लगातार बदलने पर विराट कोहली (विरत कोहली) पर निशाना साधा है. उन्होंने कोहली के अपने बैटिंग ऑर्डर को न बदलने पर भी सवाल उठाए. सहवाग ने कहा कि कोहली चाहते हैं कि टीम इंडिया (टीम इंडिया) के दूसरे खिलाड़ी ही अपनी जगह बदलें वे खुद जहां खेलते हैं वहीं खेलेंगे. उनका यह बयान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में ३ मैचों में केएल राहुल के ३ अलग-अलग जगहों पर खेलने के बाद आया है. राहुल के विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालने के बाद कोहली उन्हें ही कीपिंग में आजमा रहे हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज से पहले भारतीय कप्तान ने कहा कि विकेटकीपर और बल्लेबाज के रूप में केएल राहुल की दोहरी भूमिका से टीम में संतुलन आया है. उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि राहुल किसी भी भूमिका को स्वीकार करने के लिए तैयार है. जो भी टीम उससे चाहती है वह वैसा करता है. वीरेंद्र सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में दो तिहरे शतक लगाए हैं. (फाइल फोटो) 'जो राहुल के लिए कह रहे हैं वह खुद क्यों नहीं करते' वीरेंद्र सहवाग ने कोहली की कप्तानी पर सवाल उठाते हुए क्रिकबज से कहा, 'वह केएल राहुल के लिए बात कर रहे हैं लेकिन खुद के ऊपर बात आती है तब नहीं करते. मतलब कप्तान यह कह रहे हैं कि मुझे खुशी है कि केएल राहुल किसी भी नंबर पर बैटिंग करने के लिए तैयार हैं. खुद की जब नंबर ४ पर बैटिंग करने की बारी आई तो ३ पर चले गए. तो वह अप्लाई खुद पर क्यों नहीं होता. वह नंबर ३ के बाद ही क्यों होता है. क्योंकि मैं तो कप्तान हूं. यह गलत है.' सचिन का उदाहरण देकर कोहली को घेरा सहवाग ने कहा कि कोई भी खिलाड़ी टीम की जरूरत के हिसाब से खेलने से मना नहीं करता है लेकिन उससे उसकी मर्जी भी पूछी जानी चाहिए. उन्होंने सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए कहा, 'एक समय यह बहस बड़ी छिड़ी थी जब हम २००७ के वर्ल्ड कप में गए थे. सचिन तेंदुलकर को नंबर ४ पर बैटिंग कराई गई. जब भी उनसे पूछते थे कि आप कहां पर बैटिंग करोगे तो वह कहते कि मुझे ओपनिंग पसंद है, मैं ओपनिंग करना चाहूंगा. लेकिन टीम मुझे बोलेगी तो मैं नंबर ४ पर कर सकता हूं. तो २००७ के बाद उन्होंने वापस ओपनिंग शुरू की. इसलिए आप प्लेयर की भी तो राय लो. प्लेयर से भी तो पूछो कि आप नंबर ४,५,६ पर खेलने में कंफर्टेबल हो या नहीं. उसने (केएल राहुल) सारी उम्र ओपनिंग की है अब आप उसे इंटरनेशनल क्रिकेट में नंबर ५ पर मुश्किल जगह बल्लेबाजी करने को कह रहे हैं. वह सवाल है.' केएल राहुल प्रैक्टिस सेशन के दौरान. सहवाग ने आगे कहा कि विराट कोहली भी टीम की जरूरत के हिसाब से नंबर ४ पर ही आए थे. लेकिन एक मैच बाद ही बता दें कि कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई में पहले वनडे में नंबर ३ की जगह ४ पर उतरे थे लेकिन इस पोजीशन पर नाकाम रहने के बाद में फिर से नंबर ३ पर ही बल्लेबाजी करने चले गए थे. वहीं राहुल को मुंबई वनडे में नंबर ३ पर उतारा गया.
सैन फ्रांसिस्को में व्यापार के लिए अंग्रेज़ी भाषा कोर्स - निजी कक्षाएं सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में व्यापार के लिए अंग्रेज़ी भाषा निजी कक्षाएं १ भाषा स्कूल द्वारा में सैन फ्रांसिस्को में ५ एक अकेले व्यवसाय कोर्स पेश किए जाते हैं - २ सप्ताह अंग्रेज़ी कोर्स निजी कक्षाएं जिन्हें फ्लेक्सिबल तिथियों के साथ व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित किया गया है।किसी भी व्यवसाय के लिए सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में सामान्य व्यापार समूह कक्षाओं पर भी नज़र डालें।. सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में सामान्य अंग्रेज़ी व्यक्तिगत कोर्सों पर भी नज़र डालें, जिन्हें आमतौर पर आपकी आवश्यकताओं और व्यावसायिक ज़रूरतों के अनुसार अनुकूलित किया जा सकता है। विशेष! ऑफ़र! २४९४उस$ २४९४उस$ विशेष! ऑफ़र! ३३७६उस$ ३३७६उस$ विशेष! ऑफ़र! ४१३६उस$ ४१३६उस$ विशेष! ऑफ़र! ४८८४उस$ ४८८४उस$ विशेष! ऑफ़र! ५५७६उस$ ५५७६उस$ एक अकेले व्यवसाय कोर्स ऑफ़र कर रहे स्कूलों के साथ सैन फ्रांसिस्को का नक्शा
होम > उत्पादों > जाल बाबा स्पंज(जाल बाबा स्पंज के लिए कुल २४ उत्पादों) जाल बाबा स्पंज - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से उत्पादन का वर्णन: सबसे चमकीले रंगीन स्पंज सतह त्वचा को निकालने के लिए उपयोगी है। यह तैयार की गई मुलायम सौम्य स्पंज गेंद प्रभावशाली रूप से उर शरीर साफ कर सकती है। उर उच्च गुणवत्ता जाल स्नान गेंद के बारे में इसे महसूस करना आसान है। आशा है कि आप महान... थोक चीन से जाल बाबा स्पंज , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते जाल बाबा स्पंज खोजने की आवश्यकता है। बस जाल बाबा स्पंज पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे जाल बाबा स्पंज का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
होम / मनोरंजन / पत्नी मीरा संग शाहिद की सेल्फी, बीच पर मीशा-जैन का क्यूट अंदाज मुंबई :बाॅलीवुड एक्टर शाहिद कपूर इन दिनों फैमिली संग थाइलैंड में हाॅलीडे एंजाॅय कर रहे हैं। शाहिद फुकेट रिजॉट में ठहरे हुए हैं। इस दौरान की तस्वीरें शाहिद की पत्नी मीरा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की हैं। तस्वीर में मीशा और जैन नजर आ रहे हैं। शेयर की इस तस्वीर में जैन जहां बीच किनारे बैठे दिख रहे हैं। वहीं मीशा ब्लू ड्रेस में भाई के पीछे खड़ी दिख रही हैं। भाई-बहन की इस तस्वीर को फैंस काफी पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा शाहिद ने भी एक तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर में शाहिद मीरा संग पोज देते दिख रहे हैं। तस्वीर में मीरा ब्लू कलर की ड्रेस में नजर आ रही हैं। इसके साथ शाहिद ने कैप्शन में लिखा-उस। कपल की ये तस्वीर सोशल साइट पर काफी वायरल हो रही है। फैंस उनकी इन तस्वीरों को काफी पसंद कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले शाहिद और मीरा बच्चों संग थाइलैंड की सड़कों पर साइकिल चलाते दिखे थे। काम की बात करें तो शाहिद फिल्म कबीर सिंह में नजर आने वाले हैं। कबीर सिंह तेलुगू ब्लॉकबस्टर अर्जुन रेड्डी का हिन्दी रीमेक है। फिल्म में शाहिद के अपोजिट कियारा आडवाणी हैं।इसमें शाहिद एक सनकी और गुस्सैल सर्जन की भूमिका में दिखेंगे। फिल्म का ट्रेलर कुछ समय पहले ही रिलीज हुआ है, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं। यह फिल्म २१ जून को रिलीज हो रही है।
हिन्दी खबरें: सजीवन मयंक की कृति पत्थर खिंची लकीर का लोकार्पण सजीवन मयंक की कृति पत्थर खिंची लकीर का लोकार्पण होशंगाबाद । मध्य प्रदेश नगर के वरिष्ठ रचनाकार सजीवन मयंक की काव्य कृति पत्थर खिंची लकीर (दोहा संग्रह) का लोकार्पण मेकलसुता दोहा पत्रिका के सम्पादक श्रीकृष्ण स्वरूप शर्मा मैथिलेन्द्र एवं डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा के कर कमलों से शिव संकल्प साहित्य परिषद के भव्य आयोजन में किया गया। श्री कृष्ण स्वरूप शर्मा ने उक्त संग्रह को मील का पत्थर निरुपित करते हुए मयंक जी के दोहे- लाख मिटाओ न मिटे पत्थर खिंची लकीर। हम सबने पाई यहाँ ऐसी ही तकदीर।। को संदर्भित किया, संग्रह में पर्यावरण जातिवाद, भाषावाद, दहेज, भ्रूण हत्या एवं सामाजिक विसंगतियों पर ५२० दोहे संग्रहित हैं। इस अवसर पर प्रदेश से अनेक साहित्यकार श्रीमती प्रभा पाण्डे पुरनम (जबलपुर), आचार्य अमरनाथ दीपक (जालौन), पं. विष्णुदयाल गोस्वामी मुरैना, श्रीमती स्वराज ग्रोवर, श्री बाबूलाल खण्डेलवाल, श्री जगदीश वाजपेयी, श्री ब्रजमोहन पाण्डे, श्री प्रहलाद गायकवाड़ एवं नगर के अनेक गणमान्य नागरिक एवं साहित्य प्रेमी उपस्थित थे, इस अवसर पर गीत संगीत गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का संचालन पं. गिरि मोहन गुरु ने किया। मयंक जी को उनकी कृति के लिये बधाईयां!
ब्लॉगर "रचना " का ब्लॉग " बिना लाग लपेट के जो कहा जाए वही सच है ": ४०० करोड़ बीस खाते एक मैनेजर !!!! सिटी बैंक के २० खातो से ४०० करोड रुपया दूसरे खाते मे जमा होता हैं और एक मैनेजर को हेरा फेरी का जिम्मेदार माना जाता हैं । वो बीस लोग जिनके खातो मे ४०० करोड़ रूपया पडा था उनकी कोई बात नहीं होती । कौन हैं वो उनके पास इतना पैसा कहा से आया और क्या उस पर टैक्स दिया गया था ?? प्रवीण पाण्डेयडिसेंबर ३०, २०१० एट ७:2७ प्मआश्चर्य किन्तु सत्य।रेप्लैडलेटेअन्तर सोहिलडिसेंबर ३१, २०१० एट ४:४1 प्मकौन पूछेगा ये सवाल और कौन देगा उत्तरप्रणामरेप्लैडलेटीभूषन्देसेंबर ३१, २०१० एट ७:५६ प्मआपके सनातन प्रश्न का सनातन उत्तर है कि बिना चोरी किए और बिना गरीब का खून चूसे करोड़पति नहीं बना जा सकता. ख़ैर! नववर्ष की ढेरों हार्दिक शुभभावनाएँ.रेप्लैडलेटेद कमेंटलोड मोर...
होम विदेश स्विस गांव लोगों को वहां रहने के लिए ५३,००० पौंड देना चाहता... स्विस गांव लोगों को वहां रहने के लिए ५३,००० पौंड देना चाहता है स्विस देश के खूबसूरत स्थानों में रहने के लिए भुगतान की कल्पना करो। यह वास्तविकता में हो रहा है। घाटी में स्थित एक वास्तविक स्विस गांव अब लोगों को वहां स्थानांतरित करने की पेशकश कर रहा है।वैलिस के कैंटोन में एल्बिन के पहाड़-वाले गांव में २४० लोगों का शांतिपूर्ण समाधान है, जिसमें एक चर्च हैं। अल्बिनेन के निवासि ३० नवंबर को एक नई नीति पेश करने जा रहे हैं जो कम से कम एक दशक के लिए वहां रहने के लिए बाहर के लोगों की पेशकश करेगा। किसी भी एकल वयस्क को २५,००० स्विस फ़्रैंक या १६ लाख रुपये और प्रत्येक बच्चे को १०,००० स्विस फ़्रैंक या ६ लाख रुपये से अधिक भुगतान किया जाएगा। चार लोगों के परिवार को ७०,००० स्विस फ़्रैंक या लगभग 4६ लाख रुपये मिल सकता है।गांव हाल के दिनों में इतने पैसे खर्च करने को तैयार है, क्योंकि स्थायी परिवारों के बहुत सारे लोग गांव से बाहर निकल गए हैं। गांव के स्कूल को भी बंद कर दिया गया ताकि शेष बच्चों को अन्य पड़ोसी शहरों में स्कूलों में जाने के लिए मजबूर किया जा सके। गांव के भविष्य को बचाने के लिए निवासियों ने इस असामान्य विचार के साथ हैं। हालांकि, परिषद ने कुछ शर्तों को तैयार किया है स्थानांतरित लोगों को ४५ वर्ष या उससे कम होना चाहिए और कम से कम दस वर्षों तक रहने के लिए तैयार होना चाहिए। जिन संपत्ति को वे खरीदने या पुनर्निर्मित करने जा रहे हैं वे २००,००० स्विस फ़्रैंक या १.३ करोड़ के आसपास होंगे।संपत्ति दूसरा घर नहीं हो सकती है लेकिन स्थायी निवास होना चाहिए। यदि व्यक्ति या परिवार इसे दस साल की समय सीमा तय करने में असमर्थ हैं, तो उन्हें धन वापस करना होगा।विस्पा और सायन के कस्बे सिर्फ एक घंटा दूर है वहां नौकरी के अवसर तलाशे जा सकते है। शहर की हलचल से बचने की तलाश करने वालों के लिए यह एक अच्छा मौका है। नेक्स्ट आर्टियलभारत में ५ जगह जहां पाया जाता है किंग कोबरा एक शहर जहाँ ३५० की रफ्तार से चलती है कारें !! लक्ज़म्बर्ग सिटी यूरोप के दूसरे स्विट्जरलैंड के कुछ रोचक तथ्य पृथ्वी में सबसे ज्यादा प्रदूषित जगह दुबई के बारे में कुछ बातें जो आपको पता नहीं होंगी
#इकनॉमिक्स्लोडाउन : वैश्विकअर्थव्यवस्था के पॉजिटिव होने के संकेत, २०२० में सकारात्मक माहौल की उम्मीद - न्युश्विंग #इकनॉमिक्स्लोडाउन : वैश्विकअर्थव्यवस्था के पॉजिटिव होने के संकेत, २०२० में सकारात्मक माहौल की उम्मीद सिंगापुर में स्टैंडर्ड चार्टर्ड पीएलसी के प्रधान अर्थशास्त्री डेविड मन ने कहा, २०१९ में अर्थव्यवस्था की हालत खराब हो गयी थी लेकिन २०२० में इसमें सुधार की बहुत सारी वजहे हैं. न्यूदेल्ली : आर्थिक सुस्ती दूर होने और अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के संकेत मिल रहे हैं. जान लें कि पिछले एक साल से वैश्विक अर्थव्यवस्था संकटों से घिरी रही है. कई बड़े देश आर्थिक सुस्ती की चपेट में हैं. खबर है कि केंद्रीय बैंकों द्वारा रेट कट की घोषणा और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के खत्म होने की उम्मीदों के बीच बाजार से आर्थिक सुस्ती के खत्म होने के संकेत मिल रहे हैं. हालांकि अर्थव्यवस्था सुधरने में थोड़ा समय लगेगा. कुछ सप्ताह पहले ही इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था कि वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जा रही है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार अब कई देश अर्थव्यवस्था तेज करने के प्रयास कम कर सकते हैं , क्योंकि कुछ समय बाद इसमें सुधार की गुंजाइश है. सिंगापुर में स्टैंडर्ड चार्टर्ड पीएलसी के प्रधान अर्थशास्त्री डेविड मन ने कहा, २०१९ में अर्थव्यवस्था की हालत खराब हो गयी थी लेकिन २०२० में इसमें सुधार की बहुत सारी वजहे हैं. इसे भी पढ़ें : रियल एस्टेट सेक्टर को सरकार ने दिया बड़ा सहारा, १० हजार करोड़ के फंड को मंजूरी इस्म की रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर में रोजगार के अवसर बढ़े जेपी मॉर्गन चेज ऐंड कंपनीज ग्लोबल इंडेक्स के अनुसार अर्थव्यवस्था कमजोर जरूर है लेकिन यह धीरे-धीरे पॉजिटिव हो रही है और स्थिर है. अमेरिका की एजेंसी इस्म की रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर में रोजगार के अवसर बढ़े हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पे-रोल में बढ़ोतरी के अनुमान हैं और पिछले दो महीने की तुलना में अक्टूबर में ज्यादा हायरिंग हुई हैं. ब्रेक्जिट को लेकर अनिश्चितताओं और ट्रेड वॉर के चलते यूरोप की अर्थव्यवस्ता भी खराब स्थिति से गुजर रही है लेकिन अक्टूबर में इसमें सुधार देखा गया है. यूरो एरिया में तीसरी तिमाही में अनुमान केअनुसार ज्यादा ग्रोथ देखी गयी. वहीं जर्मनी तो मंदी के हालात तक ही पहुंच गया था लेकिन यहां के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में ग्रोथ दर्ज की गयी है. इसे भी पढ़ें : #दिल्हिपोलऊशन : स्क की दिल्ली, हरियाणा व पंजाब सरकार को फटकार, कहा- लोगों की परवाह नहीं है तो सत्ता में क्यों हैं वैश्विक बैंकों द्वारा रेट कट के ऐलान के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार रिपोर्ट्स के अनुसार वैश्विक बैंकों द्वारा रेट कट के ऐलान के बाद अर्थव्यवस्था में काफी सुधार देखा गया है. इसके अलावा मॉनेटरी पॉलिसी को कई देशों ने सरल कर दिया है जिससे अर्थव्यवस्था की जान लौट आयी है. उधर अमेरिकी राष्ट्रपति और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच ट्रेड पर हुई पहले चरण की वार्ता से एक सकारात्मक माहौल बन रहा है. दोनों देशों से मिली प्रतिक्रियाओं के अनुसार ट्रेड वॉर खत्म हो सकता है. इसे भी पढ़ें : कांग्रेसी नेता #जयरामरमेश ने कहा, मोदी-शाह के नये शस्त्र #त्रिशूल एड, क्बी और इट के निशाने पर हैं राजनीतिक विरोधी #सऔद्यराम्को बनी विश्व की नंबर वन कंपनी, बाजार पूंजीकरण १४२ लाख करोड़ रुपये पहुंचा,
कर्नाटक चुनाव २०१४ की ताज़ा ख़बर, ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिन्दी - नत्व इंडिया होम | विषय | कर्नाटक चुनाव २०१४ | कर्नाटक चुनाव २०१४ 'कर्नाटक चुनाव २०१४' - १४ वीडियो रिजल्ट्स मुकाबला: किसका गठबंधन, ज्यादा मजबूत? कांग्रेस के दंभ को जनता ने नकारा : रविशंकर प्रसाद सिंपल समाचार: कर्नाटक में सभी के जीत के अपने-अपने दावे कर्नाटक चुनाव २०१४ से जुड़े अन्य वीडियो 'कर्नाटक चुनाव २०१४' - १७ न्यूज़ रिजल्ट्स कुमारस्वामी की भविष्यवाणी पर प्म मोदी का पलटवार, कहा- देवगौड़ा जी ने भी यही कहा था लेकिन किया क्या? प्म मोदी ने कहा 'मुझे बताया गया कि देवेगौड़ा जी के बेटे ने कहा है कि केंद्र में फिर मोदी सरकार बन गई तो वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे. २०१४ के चुनाव के पहले खुद देवेगौड़ा जी ने भी तो यही कहा था. लेकिन मेरे पीएम बनने के बाद संन्यास लिया क्या.' लोकसभा चुनाव २०१९ के अखाड़े में कर्नाटक के बेंगलुरु से बीजेपी ने सबसे युवा चेहरे के तौर पर तेजस्वी सूर्या को उतारा है. एक्टर प्रकाश राज बेंगलुरु से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, आप ने कहा- सभी अच्छे लोग राजनीति में आएं राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हो चुके अभिनेता ने एक ट्वीट में यह ऐलान किया. राज का जन्म बेंगलुरु में ही हुआ है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, २०१९ संसदीय चुनाव. मेरी नई यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत करने और प्रतिक्रिया देने के लिए शुक्रिया. मैं कर्नाटक के बेंगलुरु सेंट्रल सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा.' आम आदमी पार्टी ने राज के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि सभी अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए. क्या कर्नाटक भी हो जायेगा इस बार 'कांग्रेस मुक्त'? साख बचाने की बड़ी चुनौती क्या कर्नाटक भी कांग्रेस मुक्त हो जायेगा? बीजेपी ने पीएम नरेंद्र मोदी सहित पूरी ताकत झोंक रही है. कांग्रेस की ओर से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोर्चा संभाल रखा है. इसी बीच अचानक खबर आई कि यूपीए की अध्यक्ष और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी आज बीजापुर में रैली करेंगी. कर्नाटक में १२ मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पीएम नरेंद्र मोदी वहां ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. बेंगलुरु में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के आखिरी किले को भी ध्वस्त करने का फैसला कर लिया है. पीएम मोदी ने कहा कि आपलोगों को याद होगा कि २०१४ के चुनाव हों या देश के अन्य राज्यों के चुनाव, जब-जब कांग्रेस का चुनाव हारना तय हो जाता है तो, ऐसी अफवाहें उड़नी शुरू हो जाती है कि सरकार किसी की नहीं बनेगी, गठजोड़ करना पड़ेगा, त्रिशंकु विधानसभा होगी. किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलेगी. तब कांग्रेस का गीत गाने वाले लोग हंग एसेम्बली का हल्ला करते हैं. इसका मतलब यह है कि भारतीय जनता पार्टी येदियुरप्पा के नेतृत्व में १५ मई को पूर्ण बहुमत से जीतेगी. ब्जप की २०१४ की जीत के हीरो प्रशांत किशोर २०१९ में फिर नरेंद्र मोदी का दे सकते हैं साथ! चुनावों के चाणक्य माने जानेवाले प्रशांत किशोर एक बार फिर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि २०१४ में बीजेपी की जीत में बड़ी भूमिका निभाने वाले प्रशांत किशोर २०१९ लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के चुनावी अभियान की ज़िम्मेदारी संभाल सकते हैं. उपचुनाव के खराब नतीजों से हताश नहीं हों : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इंडिया | बुधवार सितम्बर १७, २०१४ ०७:४१ प्म इस्ट उपचुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे हताश नहीं हों। वे चार राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव भारी बहुमत से जीतेंगे और इसके लिए वे 'कांग्रेस-मुक्त भारत' के एजेंडा पर आगे बढ़ें। दांव पर लगा १० से अधिक राज्यपालों का भविष्य निवर्तमान यूपीए सरकार की ओर से कर्नाटक के एचआर भारद्वाज और पंजाब के शिवराज पाटिल के साथ ही १० से ज्यादा राज्यपालों की किस्मत दांव पर लगी हुई है, क्योंकि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि नई व्यवस्था में उनसे शालीनता से राजभवन खाली करने करने को कहा जा सकता है। केंद्रीय मंत्री ने वास्तु के हिसाब से बदलवायी ईवीएम की दिशा एक निर्वाचन अधिकारी ने कथित रूप से केंद्रीय मंत्री केएच मुनियप्पा की अपील पर ईवीएम मशीन की दिशा बदलकर उसे 'वास्तु' के अनुरूप रखा। लेकिन निर्वाचन अधिकारी को यह कार्रवाई महंगी पड़ी और उन्हें कोलार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया। यूपीए सरकार 'रिमोट से नियंत्रित' : नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के चिकबल्लापुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नीत यूपीए की धुंधली तस्वीर पेश करते हुए दावा किया कि कई राज्यों में इसका खाता तक नहीं खुलेगा और कई राज्यों में इसे इकाई अंक में ही सीट हासिल होगी। ब्लॉग्स | गुरुवार नवम्बर २०, २०14 ०१:१० प्म इस्ट केजरीवाल ने बेंगलूर में किया रोड शो, मीडिया पर फिर बोला हमला कर्नाटक में राजनीतिक जमीन हासिल करने के लिए प्रयासरत आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया पर फिर से हमला बोला और दावा किया कि लोग भाजपा और कांग्रेस दोनों की 'भ्रष्ट' सरकारों से ऊब गए हैं। बेंगलूर में डिनर के जरिये चंदा जुटाएंगे अरविंद केजरीवाल कर्नाटक में पैर पसारने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी अपने अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल के सप्ताहांत में दो दिवसीय दौरे में 'फंड रेजिंग डिनर' आयोजित करने वाली है। यानी इस दक्षिण भारतीय शहर में केजरीवाल रात्रिभोज के जरिये चंदा जुटाएंगे। लोकसभा चुनाव : बीजेपी की दूसरी लिस्ट में ५२ नाम, येदियुरप्पा को शिमोगा से टिकट बीजेपी ने लोकसभा चुनावों के लिए शनिवार को जारी दूसरी सूची में ५२ उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, जिनमें कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, राज्यसभा सदस्य और पत्रकार चंदन मित्रा, फिल्म कलाकार निमू भौमिक और जॉय बनर्जी तथा गायक बाबुल सुप्रियो के नाम शामिल हैं। कर्नाटक में बोले नरेंद्र मोदी, देश बचाने का मंत्र है 'कांग्रेस मुक्त भारत' भारतीय जनता पार्टी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के दवाणगेरे में एक रैली को संबोधित करते कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला। मोदी ने कहा कि देश बचाने का मंत्र है कांग्रेस मुक्त भारत। जगदीश शेट्टर कर्नाटक में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सोमवार को जगदीश शेट्टर को कर्नाटक में ५ मई को होने जा रहे राज्य विधानसभा के चुनावों के लिए पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया। वहीं, भाजपा ने पार्टी दो सांसदों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित कर दिया है। कर्नाटक चुनाव २०१४ से जुड़े अन्य समाचार
होमफैक्ट फाइलकर्नाटक उपचुनाव २०१८ : कांग्रेस-ज्ड्स गठबंधन की अग्निपरीक्षा, ब्जप के पास बदला लेने का मौका - १० खास बातें कर्नाटक (कर्नाटक बाय इलेक्शन २०१८) में तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीटों के उपचुनाव के परिणाम आज यानी मंगलवार को घोषित किये जाएंगे. नई दिल्ली: कर्नाटक में लोकसभा की तीन और विधानसभा की दो सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम अगले साल होने वाले आम चुनाव २०१९ के लिहाज़ से काफी अहम हैं. कर्नाटक मंगलवार को उपचुनावों के परिणामों के लिए इंतज़ार कर रहा है, जो न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी (ब्जप), बल्कि राज्य में सत्तासीन कांग्रेस-ज्ड्स के लिए भी काफी अहम हैं. लोकसभा सीटों, शिमोगा, बल्लारी और मांड्या तथा विधानसभा सीटों जामखंडी और रामनगरम के परिणाम सभी के लिए अहम इसलिए हैं, क्योंकि लोकसभा की तीन में से दो सीटों पर अब तक ब्जप का कब्ज़ा था, वहीं, एक पर ज्ड्स की जीत हुई थी. इन तीन सीटों में से दो पर भी जीत ब्जप का मनोबल ऊंचा रखेगी, वहीं, विधानसभा चुनाव में मिली कामयाबी से कांग्रेस-ज्ड्स गठबंधन भी खुद को कमतर नहीं आंक रहा है. बता दें कि मई में हुए विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस-ज्ड्स ने मिलकर सरकार बनाई थी. कर्नाटक उपचुनाव के नतीजे से जुड़ी १० बातें
तो इसलिए फेनी नहीं फैला पाया अपना फन | | संमार्ग तो इसलिए फेनी नहीं फैला पाया अपना फन भुवनेश्वर : प्रचंड चक्रवातीय तूफान फेनी ने शुक्रवार को ओडिशा के तटीय इलाकों को प्रभावित किया। इस दौरान यहां २४५ किमी/घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चली। इस तूफान में ८ लोगों की मौत हो गई, जबकि १६० लोग घायल हुए। लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि इतना खतरनाक तूफान होने के बावजूद कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई। ऐसे में इसे भारतीय मौसम विभाग और सरकारी एजेंसियों की कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग की मुस्तैदी और बचाव कार्यों के लिए लगी टीमों के तटीय इलाकों से लाखों लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की वजह से ये कामयाबी मिली है। इसके अलावा इस तूफान की भयावहता को कम करने के लिए जिस चीज की तारीफ की जा रही है, वह है राज्य और केंद्र का आपसी सहयोग और इन सबसे ऊपर एनडीआरएफ की टीमों की मुस्तैदी। कैसे बची सैकड़ों लोगों की जानें तूफान के प्रभाव को कम करने में भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के नए क्षेत्रीय हरीकेन मॉडल ने बहुत मदद की। इससे यह भी साफ हुआ की १९९९ के मुकाबले ऐसे सुपर साइक्लोन को ट्रैक करने और उसके बारे में सटीक जानकारी जुटाने में आईएमडी की क्षमता में बहुत सुधार आया है, क्योंकि ओडिशा में १९९९ में आए इसी तरह के सुपर साइक्लोन में करीब १०,००० लोगों की मौत हो गई थी। वहीं अक्टूबर, २०१३ में आए पाइलिन और अक्टूबर, २०१४ में आए हुदहुद चक्रवातीय तूफानों से सफलतापूर्वक निपटने में भी केंद्रीय एजेंसियां और राज्य सरकार सफल रही थीं। इसके बाद इन्होंने बड़े स्तर पर लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकालने की रणनीति अपनाई है। इस दौरान समुद्र तटीय क्षेत्रों में बार-बार दी गई चेतावनी और इसके लिए बनाई गई मूलभूत जरूरतों (जैसे तूफान से बचने के लिए बनाए गए बंकर आदि) के चलते तूफान से होने वाली मौतों को कम करने में सफलता मिली थी। भारी संख्या में मुस्तैद थी एनडीआरएफ की टीमें ओडिशा की क्षेत्रीय आपदा नियंत्रण संस्थाएं और एनडीआरएफ की टीम तूफान के जमीन से टकराने के वक्त बिल्कुल तैयार थीं, बल्कि एनडीआरएफ ने अब तक की अपनी सबसे ज्यादा टीमें इस काम के लिए तैनात कर रखी थीं। एनडीआरएफ ने अपनी कुल ६५ टीमें लगाई थीं। इसकी एक टीम में ४५ सुरक्षाकर्मी होते हैं। इनमें से ३८ टीमें सिर्फ ओडिशा में थीं। इसके अलावा पिछले तीन दिनों में ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में पहले से ही ११ लाख लोगों को तटीय क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था। मैंने सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी, लेकिन चौकीदार चोर सच्चाई है- राहुल
गृह मंत्रालय में कार्यभार संभालने के बाद से ही गृह मंत्री अमित शाह लगातर केंद्रीय मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने मंगलवार को केंद्र के कई बड़े नेताओं के साथ बैठक की. गृह मंत्रालय में हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर, रेल मंत्री पीयूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मौजूद रहे. गृह मंत्रालय में हुई इस उच्च स्तरीय बैठक में पेट्रोलियम सेक्टर से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में तेल और गैस क्षेत्र में निवेश की मौजूदा हालात पर बातचीत की गई. गृह मंत्री अमित शाह और अन्य मंत्रियों के एक अनौपचारिक समूह ने मंगलवार को भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) की मोजाम्बिक के विशाल गैस क्षेत्र में २.२ से २.४ अरब डॉलर के निवेश प्रस्ताव की समीक्षा की. पूर्व में हुई दिक्कतों के मद्देनजर सरकार विदेशों में निवेश के प्रस्तावों की अधिक गहराई से समीक्षा करना चाहती है. सूत्रों ने बताया कि इस अनौपचारिक समूह में विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कान्त भी शामिल थे. इस निवेश प्रस्ताव की समीक्षा इस मामले को औपचारिक मंजूरी के लिए कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) को भेजे जाने से पहले की गई. प्रधान पब्लिक सेक्टर की कंपनियों द्वारा पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में मोजाम्बिक में रोवूमा आफशोर क्षेत्र-एक में किए गए छह अरब डॉलर के निवेश की आलोचना करते रहे हैं. तेल एवं गैस कीमतों में गिरावट की वजह से इतना भारी निवेश फायदेमंद नहीं रहा. इसके अलावा उन्होंने ओएनजीसी विदेश द्वारा रूप की इम्पीरियल एनर्जी की खरीद की भी आलोचना करते रहे हैं. इस क्षेत्र में भी कच्चे तेल का उत्पादन २००८ में २.५८ अरब डॉलर में किए गए अधिग्रहण के समय लगाए गए अनुमान से कम रहा है. सूत्रों ने कहा कि सरकार इस तरह की गलतियों को दोहराना नहीं चाहती और वह किसी निवेश को मंजूरी से पहले गहन छानबीन करना चाहती है. पूर्व में इस तरह के फैसले की समीक्षा तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली की अगुवाई वाला मंत्री समूह करता रहा है. खराब स्वास्थ्य की वजह से जेटली इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हैं. अब यह काम शाह ने अपने हाथ में लिया है. बहुत से लोगों का मानना है कि शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सरकार में नंबर दो पर हैं. इस क्षेत्र में करीब ७५,००० अरब घन मीटर गैस खोजी गई है. इसे चरणों में तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) में बदला जाएगा और जहाजों के जरिये विदेशी उपभोक्ताओं को भेजा जाएगा. पहले चरण में मोजाम्बिक परियोजना के भागीदार २२ से २४ अरब डॉलर का निवेश करेंगे. बीपीसीएल के पास इस परियोजना में १० प्रतिशत हिस्सेदारी है और उसका निवेश करीब २.४ अरब डॉलर बैठता है. सूत्रों ने बताया कि इस निवेश के लिए सीसीईए की मंजूरी की जरूरत होगी. उससे पहले अनौपचारिक समूह ने इसकी समीक्षा की है. बीपीसीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक डी राजकुमार भी बैठक में शामिल हुए. कंपनी के निदेशक मंडल की सोमवार को आपात बैठक हुई थी जिसमें संभवत: इस निवेश योजना को मंजूरी पर चर्चा हुई थी. राजकुमार को किए गए कई फोन कॉल्स का जवाब नहीं मिला. वहीं पेट्रोलियम मंत्रालय ने बैठक में हुई चर्चा पर चुप्पी साधी हुई है.
अवैध निर्माण: बिल्डरों तक नहीं पहुंच रहे निगम के हाथ गुडग़ांव(मनोज): साइबर सिटी में नगर निगम द्वारा अवैध निर्माण, अवैध रुप से कालोनी काटने और अतिक्रमण के खिलाफ वृहद स्तर पर अभियान चलाने का दावा किया जा रहा है। हकीकत भी है कि अवैध निर्माणों और कब्जे के खिलाफ कार्रवाई हो भी रही है लेकिन निगम के अधिकारी उन छोटे-बड़े बिल्डरों के गिरेबान तक नहीं पहुंच पा रहे हैं जो अवैध कालोनी काटने के साथ धड़ल्ले से अवैध निर्माण करा रहे हैं। देखते ही देखते बहुमंजिला इमारतें खड़ी हो रही हैं। इसके पीछे अधिकारियों के साथ नेताओं के भी हाथ हैं। अवैध निर्मांणों को रोकने जाने वाले अधिकारियों के हवाले भी यह गोपनीयता उजागर हो रही है कि अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई ना करने के लिए सिफारिश भी की जा रही है। वहीं अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई में जनप्रतिनिधियों द्वारा हस्तक्षेप किया जा रहा है। इसके कारण शहर मेें अवैध निर्माण धडल्ले से जारी है। खासकर छोटे बड़े बिल्डर बिना नक्शा पास कराए अवैध रुप से निर्माण करा रहे हंै। अवैध निर्माण का यह खेल एक दो स्थान पर नहीं बल्कि शहर के कई इलाकों में अधिकतर जगहों पर धड़ल्ले से चल रहा है। इन इलाकों में काटी जा रहीं हैं अवैध कालोनियांअवैध निर्माण अधिकारियों की अवैध कमाई का जरिया बना हुआ है। शहर के राजेन्द्रा पार्क, सूरत नगर, लक्ष्माण विहार पालम विहार, भीमगढख़ेड़ी, बसई, खांडसा आदि इलाकों में अवैध रुप से जहां निर्माण कराए जा रहे हैं वहीं कालोनियां भी काटी जा रही हैं। पूरे गुडग़ांव में बिना नक्शा पास कराए हजारों निर्माण कराए जा रहे हैं। और इसके प्रति नगर निगम की निगाहें बंद है। यहां तक कि आम लोगों द्वारा अवैध निर्माण के खिलाफ शिकायत करने पर भी कार्रवाई नहीं हो रही है। दूसरी तरफ जो लोग बिना मिलीभगत किए निर्माण कराने का प्रयास कर रहे हैं उन लोगों पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जागरुक लोगों का कहना है कि शहर में जो भी अवैध निर्माण हुए हैं वे नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी के कारण हुए हैं। शहर में एक तरफ जहां नगर निगम के अधिकारी अवैध निर्माणों के खिलाफ अपनी कार्रवाई बंद रखते हैं। मिलीभगत के कारण अवैध निर्माणों को होने दिया जाता है। अभियान अवैध निर्माण, अतिक्रमण तक कार्रवाई सीमित नगर निगम की टीमों द्वारा निगमायुक्त के आदेश पर जो अभियान चलाया जा रहा है, वह अतिक्रमण हटाने के साथ अवैध निर्माण कराने वालों के खिलाफ है लेकिन अब तक अभियान में नगर निगम द्वारा केवल सड़कों और गलियों में रैम्प और चबूतरे आदि को तोड़कर एकमात्र अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर पूरे अभियान की खानापूर्ति की जा रही है। छापेमारी में आयकर टीम को मिली ५ करोड़ की अघोषित आय गुरुग्राम में कांग्रेस कार्यकर्ता महासम्मलेन १५ को, हुड्डा-सैलजा...
नेवी भर्ती मेडिकल नौसेना नाविक भारती मेडिकल: नेवी में भर्ती होने वाले युवाओं को सलाह दी जाती है के नेवी भर्ती लिखित परीक्षा में बैठने से पहले निम्नलिखित विन्दुओं पर ध्यान देना चाहिए: अभ्यर्थी के शारीरिक योग्यता, आयु और कद के अनुरूप न्यूनता कद १५७ से मी तथा इसके साथ समानुपाती वजन होना चाहिए। अभ्यर्थी का समानुपाती सीना कम से कम ०५ से मी की छाती फुलाने के क्षमता होनी चाहिए। आवेदक को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। किसी भी तरह के रोग/ अपंगता से मुक्त होना चाहिए। आवेदक को हृदय संबंधी रोग एवं नाक-नीज (घुटने का जुड़ना) नहीं होनी चाहिए। अभ्यर्थी का सपाट पद जैसे अंग विकृतियाँ नही होनी चाहिएई अभ्यर्थी को फिट्स पड़ने या मानसिक बीमारी, स्फीत शिरा आदि नहीं होनी चाहिए। अभ्यर्थी को कान में किसी भी तरह का संक्रमण नहीं होनी चाहिए। आवेदक को यह सलाह दी जाती है कि वह लिखित परीक्षा में बैठने से पूर्व अपने कान के अंदर जमा होने वेल वैक्स को साफ करा लेना चाहिए तथा दातों में जमा होने वाले कीट (वेल टारटार) को भी साफ करा लेना चाहिए जिसके तुरंत बाद शारीरिक फिटनेस परीक्षा और चिकित्सा परीक्षा होगी। टैटू: शरीर पर स्थाई टैटू बाजू के अन्दरूनी भाग में ही अनुमेय है अर्थात बाजू अन्दरूनी भाग से कलाई तक और हथेली का पिछ्ला भाग/ हाथ का पिछ्ला भाग (पृष्ठीय) शरीर पर स्थित टैटू शरीर के किसी और भाग में नहीं होना चाहिए और यदि है तो अभ्यर्थी मेडिकल में अनफिट हो सकता है। अभ्यर्थी की आँखों के रंग की पहचान के मानदंड सी पी ११ होना चाहिए और आँखों के मानदंड नीचे दिए गए निर्धारित मानदंडों से मेल खाने चाहिए अर्थात् चश्मे के साथ और चश्मे के बिना दोनों स्थितियों में १ दृष्टि संबंधी मानदंड इस प्रकार हैं भर्ती की किस्म चश्मे के बिना चश्मे के साथ अपेक्षाकृत बेहतर नेत्र अपेक्षाकृत मंद नेत्र अपेक्षाकृत बेहतर दृष्टि नेत्र अपेक्षाकृत मंद नेत्र ए ए (आ) ६/१२ ६/१२ ६/९ ६/१२ शेफ़ और स्टीवर्ड ६/3६ ६/3६ ६/९ ६/१२ संगीतज्ञ ६/६0 ६/६0 ६/९ ६/२४ एन एम आर (न्म्र) ६/६0 ६/६0 ६/९ ६/२४ सेना रैली भर्ती -२०१८ दौङ कब हैं ? ही, टैटू: शरीर पर स्थाई टैटू बाजू के अन्दरूनी भाग में ही अनुमेय है अर्थात बाजू अन्दरूनी भाग से कलाई तक और हथेली का पिछ्ला भाग/ हाथ का पिछ्ला भाग (पृष्ठीय) शरीर पर स्थित टैटू शरीर के किसी और भाग में नहीं होना चाहिए और यदि है तो अभ्यर्थी मेडिकल में अनफिट हो सकता है।
इक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पॉइंट टेबल: आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप अंक तालिका में जाने किस टीम ने कितने मैच जीते व्ट अंक तालिका आईसीसी ने दुनयाभर में वनडे क्रिकेट और टी२० फॉर्मेट की तरह ही टेस्ट के फॉर्मेट क पॉपुलर करने के लिए वर्ल्ड कप २०19 के समापन के साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की घोषणा कर दी। इसके तहत दुइयभर की दिग्गज टीमें एक दूसरे से टेस्ट मैच खेलती हुई नजर आएगी। टेस्ट मैच ही हर सीरीज अब आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के अंदर खेली जाएगी और टेस्ट क्रिकेट मैच जीतने वाली टीम को अंक भी दिए जाएँगे। इसकी शुरुआत इंग्लैंड और ऑस्टेलिया के बीच हो रही एशेज सीरीज से हो गई है और साल २०21 में इसका फाइनल मैच खेला जाएगा। किसी भी टेस्ट मैच के रिजल्ट आने के बाद के वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप पायंट्स टेबल यहाँ चेक कर सकते है। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के अंदर भारत अपनी पहली सीरीज वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू कर दी है। भारत ने पहले टेस्ट मैच में जीत हासिल कर ६० पॉइंट्स हासिल कर लिए है। बता दें की टेस्ट क्रिकेट मैच जीतने वाली हर टीम को ६० अंक मिलेंगे और सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाली टीम अंक तालिका में टॉप पर रहेगी। ऐसे में दुनियाभर में क्रिकेट की दिग्गज टीमें एक दूसरे से इस दरम्यान टेस्ट मैच खेल रही है। कुछ टीमों के टेस्ट मैचों की शुरुआत अभी नहीं हुई है और कुछ की हो चुकी है। ऐसे में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप पॉइंट्स टेबल में बड़े उत्तार-चढाव देखने को मिलेंगे। १ इंडिया १6० ३ ३ ० ० साल २०२१ तक चलने वाली वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में पहले दो सस्थान पर रहने वाली टीमों के बीच टेस्ट चैम्पयनशिप का फाइनल मैच खेला जाएगा। आईसीसी ने एक सीरीज के सबसे ज्यादा १२० अंक तय किए है। जिसमें अगर दो टेस्ट मैचों की सीरीज होती है तो एक टेस्ट मैच जीतने के ६० अंक, तीन टेस्ट मैच की सीरीज है तो ४० अंक और ५ टेस्ट मैचों की सीरीज है तो २४ अंक मिलेंगे। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप पॉइंट्स टेबल में इस हिसाब से मिलेंगे अंक वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में ९ टीमें हिस्सा ले रही है। इस सभी टीमों को ९ सीरीज खेलनी है। जिनमें से ६ घरेलू मैदान ६ विदेशों में होंगी। टीमों के रैंकिग मैच के आधार पर तय किए जाएंगे न की सीरीज के आधार पर। जिसके चलते ये सिलसिला दो साल तक चलेगा और अंत में खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। जिस प्रकार से क्रिकेट के फैंस पर वनडे और टी२० के टूर्नामेंट का खुमार रहता है उम्मीद है की वैसा की उत्साह वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के लिए भी देखने को मिलेगा। अभी तो इसकी शुरुआत हुई है और कई टीमों के मैच तो शुरू भी नहीं हुआ है। ऐसे में जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में बड़े बदलाव देखने को मिलते जाएँगे। पहली बार आयोजित हो वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप कौन जीतेगा? इस बारे में साफ तौर से कुछ नहीं कहा जा सकता। देखते रहे टेस्ट क्रिकेट मैच और साथ ही साथ चेक करते रहे वर्ल्ड टेस्ट चैम्पयनशिप पॉइंट्स टेबल।
ज़ो सलदाना ने इंटेल के जुलाई अंक में "मेरे पति ने मेरा अंतिम नाम क्यों लिया" समझाया में स्टाइल मेंजुलाई का मुद्दा, कवर स्टार जोए सलदाना न केवल पत्नी, मां और अभिनेत्री होने के बारे में खुलता है, बल्कि अपने पति मार्को पेरेगो के प्रगतिशील निर्णय लेने के बारे में स्पष्ट हो जाता है उसके अंतिम नाम। पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी से बने कलाकार (और दुनिया में जुड़वां लड़कों के आराध्य सेट का स्वागत करने के बाद) के लगभग दो साल बाद, सलदाना ने आखिरकार खुलासा किया कि पेरेगो ने अपनी पत्नी के बावजूद २०१३ में अपने नपुंसकों के बाद गैर पारंपरिक विकल्प बनाया संदेह. मैंने उससे बात करने की कोशिश की, वह कहती है स्टाइल में. मैंने उनसे कहा, यदि आप मेरे आखिरी नाम का उपयोग करते हैं, तो आप दुनिया के अपने लैटिन समुदाय द्वारा, अपने कलाकारों के समुदाय द्वारा नकल किए जा रहे हैं। लेकिन मार्को मेरे ऊपर देखता है और कहता है [वह एक प्यारा इतालवी उच्चारण रखती है], आह, ज़ोए, मैं चादर नहीं देता। सम्बंधित: ज़ो सलदाना शेयर डैड मार्को पेरेगो के नृत्य मूव पर हँसते हुए अपने जुड़वां बच्चों का प्यारा स्नैप ३६ वर्षीय स्टार ने बाद में इस मुद्दे पर बहस उकसाई, और अपने पति के साथ संयुक्त वक्तव्य देने के लिए अपने फेसबुक पेज पर पहुंचा: पिता, बेटे, भाई, हर जगह पुरुष: यदि आप अपने साथी का उपनाम लेते हैं, या वह उसे रखती है तो आपकी विरासत नष्ट नहीं होगी। मुझे पता चला है कि मैंने अपनी शादी के बारे में एक टिप्पणी को कुछ ध्यान आकर्षित किया है। मुझे गर्व महसूस हुआ कि मेरे पति ने अपना आखिरी नाम खुद के रूप में लेने का फैसला किया और मैं उसका। मैंने अपने साथ अपने हिचकिचाहट को साझा किया जब उसने मुझे अपने फैसले के बारे में बताया, न केवल उसने कहा, मैं एक शहीद नहीं देता !! (एक बहुत ही मजबूत इतालवी उच्चारण के साथ !!) उसने मुझसे पूछा, क्यों नहीं? तुम इतने डरते हो? और इससे मुझे आश्चर्य हुआ मैं इतना डरता हूं? यह इतनी आश्चर्यजनक, चौंकाने वाली बात क्यों है कि एक आदमी अपनी पत्नी का उपनाम लेगा? महिलाओं से कभी नहीं पूछा गया है कि उनके नाम छोड़ने के लिए यह ठीक है यह समाचार क्यों नहीं बनाता है? पुरुष, आप अपने साथी के उपनाम ले कर अस्तित्व में नहीं रहेंगे। इसके विपरीत आपको एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा जो परिवर्तन से खड़ा था। मुझे पता है कि हमारे बेटे उनके पिता का सम्मान करेंगे और प्रशंसा करेंगे क्योंकि उनके पिता उदाहरण के लिए नेतृत्व करते हैं. सज्जनो, मैं आपको बॉक्स के बाहर सोचने के लिए आग्रह करता हूं- बॉक्स को पूरी तरह से हटा दें। चलो मर्दाना को फिर से परिभाषित करें। एक असली आदमी उसके साथी के साथ आगे बढ़ता है। एक असली आदमी अपनी मृत्यु दर स्वीकार करता है। एक असली आदमी स्वीकार करता है कि अकेले कुछ भी नहीं किया जा सकता है. मुझे उम्मीद है कि इस विषय के पीछे चर्चा सिर्फ गपशप के लिए नहीं है बल्कि सभी के लिए एक प्रेरणा हमारे भीतर देखने और देखने के लिए एक महत्वपूर्ण है कि वास्तव में क्या महत्वपूर्ण है. आइए हम अतीत से विरासत में मिली कुछ सीमाओं को छोड़कर शुरू करें, और आगे बढ़ने के लिए एक नया रास्ता तैयार करें. ज़ो और मार्को सलदाणा के साथ हमारे साक्षात्कार में, वह इस बारे में भी बात करती है कि मातृत्व ने अपनी शादी कैसे बदल दी है, जिस तरह से वह अपने शरीर को गर्भावस्था के बाद देखती है, और असली व्यक्ति होने का महत्व. ज़ो सलदाना पर पूरी सुविधा देखने के लिए, जुलाई के अंक को उठाओ स्टाइल में, न्यूज़स्टैंड पर और डिजिटल डाउनलोड के लिए १२ जून को उपलब्ध. सम्बंधित वीडियो: ज़ो सलदाना हमें अपने इनस्टाइल कवर शूट के पर्दे के पीछे ले जाता है बिता कल, स्टाइल मेंजुलाई के कवर स्टार जोए सलदाना ने अपने अनुयायियों को दिखाने यौन उत्पीड़न के बारे में विवादास्पद टिप्पणियों के लिए सुपरमैन सुपर ड्रैग हो रहा न्यू ऑरलियन्स एक पैदल शहर है और इसमें ऐतिहासिक स्थलों, आउटडोर कैफे और सड़क कब गार्डियंस ऑफ़ गैलेक्सी निर्देशक जेम्स गुन को इस महीने श्रृंखला की तीसरी किस्त
महंगा हुआ दिल्ली मेट्रों का सफर, यात्री हुए नाराज, स्टेशन पर न्सुई छात्रों का विरोध राजधानी दिल्ली दिन-ब-दिन और महंगी होती जा रही है| मंगलवार से दिल्ली मेट्रो में सफर और महंगा हो रहा है। नए किराए के अनुसार यात्रियों को २ किमी तक के लिए १० रुपए, २-५ किमी तक के लिए 1५ रुपए की बजाय २0 रुपए, ५-1२ के लिए २0 से बढ़ाकर ३० रुपए, 1२-२1 किमी तक का किराया ३० की बजाय ४० रुपए और २1-3२ किमी तक के लिए ४० की बजाय ५0 रुपए देने होंगे वहीं 3२ किमी के बाद किराया ५0 रूपए की बजाय ६० रुपए देना होगा। किराए में की गई बढ़ोत्तरी से मेट्रो में यात्रा करने वाले लोगों की जेब पर असर पड़ेगा जिसके चलते वो नाराज दिखाई दे रहे हैं। मेट्रो में न्यूनतम किराया तो १० रुपए ही रखा गया है लेकिन अधिकतम किराया बढ़ाकर ६० रुपए कर दिया गया है। पहले यह ५० रुपए था। बता दें कि किराए में बढ़ोत्तरी को लेकर सोमवार को दिल्ली विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका। हंगामे के बीच दिल्ली विधानसभा ने किराया बढ़ोतरी के खिलाफ प्रस्ताव पास कर दिया। वहीँ दूसरी ओर विधार्थी परिषद न्सुई के छात्रों ने किराया बढ़ाने के विरोध में डीयू मेट्रो स्टेशन पर हंगामा जमकर हंगामा किया| मेट्रो में रोजाना यात्रा करने वाले यात्री के अनुसार मेट्रो ने किराए बढ़ाने का कारण घाटा बताया है। लेकिन सच यह है कि मेट्रो में पांव रखने की जगह नहीं होती, सुविधाएं तो बढ़ा नहीं रहे लेकिन किराया बढ़ा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर पर्रिकर को दी जन्मदिन की बधाई दैनिक संध्या प्रकाश यू अरे हेरे: होम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर पर्रिकर को दी जन्मदिन की बधाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर पर्रिकर को दी जन्मदिन की बधाई पणजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को उनके ६२वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी है। प्रधानमंत्री ने ट्विट करके पर्रिकर को बधाई देते देते हुए कहा, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। वह दीर्घायु हों और स्वस्थ रहें। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने भी ट्वीट करके पर्रिकर को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट में कहा है, श्री मनोहर पर्रिकर जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। आपको जीवन में अच्छा स्वास्थ्य, खुशी और सफलता मिले। केंद्रीय कोयला एवं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी पूर्व केंद्रीय मंत्री को जन्मदिन की बधाई दी है। गोवा का मुख्यमंत्री बनने के लिए पर्रिकर ने इस साल मार्च में रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
सिमरी में हुआ जीयर स्वामी जी का आगमन, ग्यारह तक चलेगी कथा | बक्सर खबर होम अध्यात्म सिमरी में हुआ जीयर स्वामी जी का आगमन, ग्यारह तक चलेगी कथा सिमरी में हुआ जीयर स्वामी जी का आगमन, ग्यारह तक चलेगी कथा बक्सर खबर। सिमरी में पूज्य जीयर स्वामी जी का आगमन गुरुवार को हुआ। कालरात्रि मंदिर पर उनकी कथा ११ अप्रैल तक चलेगी। आयोजकों ने बताया प्रतिदिन सुबह ६:३० बजे आरती होगी। अपराह्न ४:३० से ६:३० बजे तक श्रीमद्भागवत की कथा होगी। दोपहर १२ से २ बजे के मध्य स्वामी जी का दर्शन लाभ श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा। प्रेवियस आर्टियलबूढी महिला से पैसा छीन भाग रहा उचक्का चढा भीड के हत्थे, पुलिस ने बचाई जान नेक्स्ट आर्टियलनवानगर थाना क्षेत्र से एक ही रात में चोर ले उड़े दो वाहन
सरकारी वाट्सअप ग्रुप पर पंचायत सचिव ने पोस्ट की अश्लील तस्वीरें, मचा हड़कंप - म्प ब्रेकिंग न्यूज होम डिंडौरी सरकारी वाट्सअप ग्रुप पर पंचायत सचिव ने पोस्ट की अश्लील तस्वीरें, मचा... सरकारी वाट्सअप ग्रुप पर पंचायत सचिव ने पोस्ट की अश्लील तस्वीरें, मचा हड़कंप मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले से पंचायत सचिव द्वारा सरकारी वाट्सअप ग्रुप में अश्लील तस्वीर पोस्ट करने का मामला सामने आया है। घटनाक्रम के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जनपद पंचायत की सीईओ ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पंचायत सचिव को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, शुक्रवार को ग्राम पंचायत सिमरिया में पदस्थ सचिव दिगंबर चौहान ने सरकारी वाट्सअप ग्रुप पर अश्लील तस्वीरें पोस्ट की थी। जिसके बाद पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। जैसे ही यह बात जनपद पंचायत की सीईओ वर्षा झारिया को पता चली उन्होंने सचिव की पुलिस में शिकायत दर्ज़ करा दी है। वहीं सीईओ की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज़ कर आरोपी सचिव को देर शाम ही गिरफ्तार कर लिया है।बताया जा रहा है पंचायत सचिव ने ऑफिसियल वाट्सअप ग्रुप में अश्लील तस्वीर पोस्ट पोस्ट की थी। जनपद पंचायत के सरकारी इस वाट्सअप ग्रुप से जिले के तमाम अधिकारी व महिला कर्मचारी जुड़े हुए हैं। घटनाक्रम के बाद से ही पूरे विभाग में खलबली मची हुई है। विवादित बांध को लेकर फिर बवाल, धरने पर ग्रामीण, मौके पर भारी पुलिस बल उपचुनाव को लेकर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का बड़ा दावा
हॉकी विसर बनाम केज - खेल - २०२० हॉकी विसर बनाम केज युवा लीग को खेल खेलने के लिए फुल फेस मास्क की आवश्यकता होती है। हॉकी एक ऐसा खेल है जिसमें चोट लगने से जोखिम का एक उच्च स्तर शामिल है। खेल के अधिकांश स्तरों पर, यह एक उच्च संपर्क खेल है जिसमें उच्च वेग पर एक छड़ी के साथ एक वल्केनाइज्ड रबर पक के आसपास थप्पड़ मारना शामिल है। खेल के पहले के दिनों में, हेलमेट वैकल्पिक थे, लेकिन आधुनिक खेल में वे अनिवार्य हैं, साथ ही साथ या पूर्ण-चेहरे वाले पिंजरे भी हैं। आपके द्वारा खेले जाने वाले लीग के आधार पर, उपकरण के एक टुकड़े की दूसरे पर आवश्यकता हो सकती है। प्रत्येक खेल खेलने के लिए अपने फायदे और कमियां प्रदान करता है। हॉकी का छज्जा स्पष्ट प्लास्टिक का एक ढाला हुआ टुकड़ा होता है जो आंखों को, नाक और चेहरे के ऊपरी आधे हिस्से को एक विक्षेपित पक से बचाने के लिए एक हॉकी हेलमेट के साथ संलग्न होता है, साथ ही साथ गलत छड़ें, कोहनी और अन्य बर्फ के खतरों पर। छज्जा टेम्पर्ड है, जो स्थायित्व प्रदान करता है, और यह सभी तरह से पारभासी है। यह दृश्यता की एक उच्च श्रेणी प्रदान करता है और परिधीय दृष्टि में बाधा नहीं डालता है। पिंजरे के विपरीत, हालांकि, स्पष्ट प्लास्टिक एक ठोस टुकड़ा है जो हवा के प्रवाह की अनुमति नहीं देता है, जिससे गेम खेलने के दौरान फॉगिंग हो सकती है। इसके अलावा, दृष्टि स्थायी खरोंच और खरोंच के लिए अतिसंवेदनशील होती है जो खिलाड़ी के दृष्टि क्षेत्र को अवरुद्ध कर सकती है। इसके लिए विज़र के प्रतिस्थापन की आवश्यकता होगी, और खिलाड़ी अक्सर पिंजरों की तुलना में अधिक बार विज़र्स के माध्यम से साइकिल चलाते हैं। हॉकी के छज्जा के विपरीत, हॉकी पिंजरा धातु है और पूरे चेहरे की सुरक्षा करता है। पिंजरे हेलमेट के शीर्ष से जुड़ता है, और इसमें एक काज शामिल होता है कि यह ऊपर की तरफ कुंडा कर सकता है। पिंजरे में खेल खेलने के दौरान पूरी इकाई को सुरक्षित रखने के लिए ठोड़ी का पट्टा भी शामिल है। पूर्ण-चेहरा पिंजरे बर्फ पर नियमित खिलाड़ियों के लिए सबसे अधिक सुरक्षा प्रदान करता है, और हवा के माध्यम से प्रवाह करने की अनुमति देता है। हालांकि पिंजरा कोहरा नहीं देगा, यह सीधे और आगे दोनों तरह से दृष्टि के खिलाड़ी के क्षेत्र को महत्वपूर्ण रूप से बाधित कर सकता है। आम तौर पर, पूर्ण-चेहरा पिंजरे टिकाऊ होता है, और अक्सर तब तक चलेगा जब तक यह किसी खिलाड़ी के सिर के आकार के अनुरूप नहीं हो जाता। सभी आधिकारिक युवा लीगों को खेल खेलने और संगठित अभ्यास दोनों के लिए पूरे चेहरे वाले हॉकी पिंजरे की आवश्यकता होती है। कॉलेज के माध्यम से पेशाब-वे और बैंटम लीग से, खिलाड़ियों को बिना किसी अपवाद के, हर समय पूर्ण-चेहरा पिंजरे पहनना चाहिए। पिंजरे के साथ खेल खेलने के लिए तैयार करना छोटे स्तरों पर खिलाड़ियों के लिए आसान है, और समय के साथ, एक खिलाड़ी स्पष्ट रूप से इसे देखने के अभाव में पक यात्रा की आशा करने की क्षमता विकसित करता है क्योंकि यह सामने आता है। वयस्क लीग, चाहे वह प्रतिस्पर्धी हो या मनोरंजक, अक्सर खेल और संगठित अभ्यासों के लिए कम से कम हॉकी के छज्जे की आवश्यकता होती है। अमेरिकन हॉकी लीग, एक पेशेवर मामूली लीग संगठन है, जिसे खिलाड़ियों को टोपी पहनने की आवश्यकता होती है। २०१३ में, नेशनल हॉकी लीग ने एक नियम बनाया कि न्ल में नए खिलाड़ियों को टोपी पहननी होगी, और जो भी खिलाड़ी २६ से कम गेम खेलेंगे उन्हें भी पहनना होगा। अक्सर, पिक-अप गेम्स और अनौपचारिक स्क्रिमेज के लिए हेलमेट से अधिक कुछ भी आवश्यक नहीं होता है, लेकिन खिलाड़ी अक्सर सुरक्षा के लिए टोपी पहनते हैं। सभी कार्बोहाइड्रेट आम में क्या हैं? एसिड भाटा की जांच के लिए क्या टेस्ट किया जाता है? कैसे एक मामूली स्टेपर का उपयोग करने के लिए टोन जांघों मानव शरीर में कौन से अंग कार्बोहाइड्रेट को स्टोर करते हैं? कॉपिराइट २०२० \ स्वस्थ जीवन शैली - खेल, जिमनास्टिक और फिटनेस \ हॉकी विसर बनाम केज
तेज हवाएं चलने के कारण सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता में काफी सुधार आया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) २२६ रिकॉर्ड किया गया जो खराब श्रेणी में आता है। एक्यूआई १०० से २०० के बीच रहने पर यह मध्यम श्रेणी में माना जाता है, जबकि २०१ से ३०० के बीच खराब, ३०१ से ४०० के बीच बहुत खराब और ४०१ से ५०० के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है। अधिकारियों ने बताया कि शहर की हवा की गुणवत्ता रविवार तक गंभीर श्रेणी में थी मगर २० किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलने के कारण वायु गुणवत्ता में काफी सुधार आया और यह खराब श्रेणी में रिकॉर्ड की गई। सीपीसीबी ने कहा कि दिल्ली के २६ इलाकों में वायु गुणवत्ता खराब रिकॉर्ड की गई जबकि चार क्षेत्रों में यह मध्यम श्रेणी में थी। इसने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में रिकॉर्ड की गई है। सीपीसीबी ने कहा कि दिल्ली में पीएम २.५ का स्तर १०९ था जबकि पीएम १० का स्तर 19२ रिकॉर्ड किया गया। केंद्र द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में रिकॉर्ड किया गया है और इसमें तेजी से सुधार होने की संभावना है।
पोस्टेड ऑन २५त अप्रैल, २०१६. अन्डर देश नयी दिल्ली, दिल्ली सरकार की ओर से सम-विषम योजना लागू रहने के मद्देनजर सांसदों के लिये विशेष बस सेवा शुरू किये जाने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद परेश रावल सम नंबर की कार से संसद पहुंचे जिसके कारण उन्हें जुर्माना भरना पड़ा। सम-विषम योजना के तहत आज विषम नंबर के निजी चारपहिया वाहनों को चलाने की अनुमति थी। इसके बावजूद कई सांसद इसका उल्लंघन करके सम नंबर के वाहनों से संसद पहुंचे। रिलेटेड पोस्ट:खुल रहे हैं रामपाल के रहस्यधारा ३७० को खत्म कर देना चाहिएचारों ओर से घिरी राधे मां, भोपाल में मामला दर्जनमो की राह पर सुमो: मुस्लिम टोपी पहनने से किया इन्कारवंजारा ने सरदार पटेल की प्रतिमा को पहनाया नकली पिस्तौल लगा हार, हुआ विवादशिक्षक बने प्रणव, भारतीय राजनीति के इतिहास पर ली क्लास वैश्विक संकेतों से लुढ़का शेयर बाजार उत्तराखंड मामले पर नहीं चल सकी राज्यसभा की कार्यवाही
राहुल गांधी बोले- मैंने पर्रिकर से हुई मुलाकात की कोई बात जनता में शेयर नहीं की राहुल गांधी ने कहा, पीएम मोदी के लिए वफादारी प्रदर्शित करके मुझ पर हमला करने के लिए मजबूर हैं मनोहर पर्रिकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा, 'कल गोवा में हुई आपसे मुलाकात की कोई बातचीत मैंने किसी से शेयर नहीं की. अपनी २ पब्लिक रैलियों में मैंने केवल वही कहा जो पहले से पब्लिक के बीच में है.' राहुल ने कहा, 'आपसे हुई मुलाकात बहुत व्यक्तिगत थी. आपको इसमें कोई संदेह नहीं होगा जब मैंने तब भी आपको फोन किया था, जब आप अमेरिका में अपना इलाज करवा रहे थे.' गांधी ने कहा, 'मैं आपकी स्थिति से सहानुभूति रखता हूं. मैं समझता हूं कि हमारी बैठक के बाद आप पर जो भारी दबाव है, वह आपको अचूक तरीके से मुझ पर हमला करके पीएम और उनके सहयोगियों के प्रति अपनी वफादारी का प्रदर्शन करने के लिए मजबूर करता है.' गौरतलब है कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर निराशा जताई थी और कहा था कि राहुल ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए मेरे से हुई मुलाकात का जिक्र किया. उन्होंने लिखा था कि वे बिना पूर्व जानकारी के मिलने आए और हमारी मुलाकात मात्र पांच मिनट की थी. इस दौरान राफेल पर कोई चर्चा नहीं हुई.
मैं कभी किसी फ्रेंचाइजी में जम नहीं पाया : युवराज कोलकाता। पिछले महीने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह का कहना है कि वह कभी किसी भी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी में जम नहीं पाए। युवराज २०११ में विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे थे। वह उस विश्व कप में मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी चुने गए थे। वो एक बार आईपीएल खिताब जीतने वाली सनराइजर्स हैदराबाद टीम का हिस्सा रह चुके हैं। वह लीग के इस साल खेले गए १२वें संस्करण में विजेता बनी मुंबई इंडियंस का भी हिस्सा थे। युवराज को चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स ने लाइफटाइम अचिवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया है। इस मौके पर युवराज ने कहा, मैंने जितनी भी फ्रेंचाइजी में खेला वहां जम नहीं पाया। मैं कोलकाता नाइट राइडर्स में चला गया था लेकिन अंतिम समय पर मुझे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने खरीद लिया। मेरा शायद सर्वश्रेष्ठ आईपीएल सीजन बेंगलोर के साथ ही गुजरा। यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि मैं कोलकाता फ्रेंचाइजी में नहीं आ पाया। २०१४ की आईपीएल नीलामी में युवराज सबसे महंगे खिलाड़ी रहे थे। उन्होंने बेंगलोर ने १४ करोड़ की राशि में अपने नाम किया था। सनराइजर्स ने जब पहली बार २०१६ में आईपीएल खिताब जीता था तब युवराज उस टीम का हिस्सा थे। २०१९ में हुई नीलामी के पहले राउंड में युवराज को किसी ने भी नहीं खरीदा था, लेकिन बाद में मुंबई ने उन्हें एक करोड़ रुपये में खरीदा। इस सीजन मुंबई के लिए चार मैच खेलने वाले युवराज ने कहा, मैं इसके बारे में शिकायत भी नहीं कर सकता। सभी टीमों के साथ मैंने अच्छा समय बिताया। मुंबई इंडियंस के साथ होना और विजेता बनना साथ ही सनराइजर्स के साथ खिताब जीतना मेरे लिए शानदार था।
अमित शर्मा: "करना" हमारे बस में है लेकिन "होना" हमारे बस में नहीं है . ----अमित शर्मा पुश्पेन्द्रसिप्तंबर १२, २०१० एट ३:२७ प्मबहुत खूब लिखा है, पर आजकल यह अनमना सा क्यों पस्डा है.रेप्लैडलिटेराधाकृष्णसेतंबर १२, २०१० एट ५:३५ प्मकर्म-सिद्धांत के चक्र से दूर होने का नाम ही तो मुक्ति है, जिसे प्राप्त करना परम उद्देश्य है.रेप्लैडलेटीविचार शून्यसप्तंबर १२, २०१० एट ५:४६ प्मबहुत कुछ घटा है, बहुत कुछ घट रहा है और बहुत कुछ आगे घटेगा. दोस्त यही तो जीवन है..एक घाटे का सौदा... ये यूँ ही चलता रहेगा....रेप्लैडलेटीप्रतुंलसप्टेंबर १२, २०१० एट ७:५८ प्म.... फिर एक कर्म बंधन जुड़ गया. हत्या करने वाला इस नए कर्म को होने से अपने विवेक से रोक सकता था. क्योंकि करने पर उसका अधिकार था. मनुष्यमात्र को विवेकशक्ति प्राप्त है और उस विवेक के अनुसार अच्छे या बुरे काम करने में वह स्वतंत्र है.@ जटिल विषय को सरलता से समझाया है. फिर भी प्रश्न हैं कि इस धर्म सभा में हाथ खड़ा किये बिना नहीं रहते. ?.... एक ट्रेन दुर्घटना घटी. हज़ारों की संख्या में लोग हताहत हुए, काफी मरे भी. बच्चे भी शिकार हुए जिन्हें भविष्य की लम्बी पारी खेलना बाक़ी था. इस दुर्घटना को देखने वालों की संख्या भी काफी थी. इसकी सूचना मीडिया द्वारा पूरे जगत में फ़ैल गयी. सभी के मन इससे व्यथित हुए, हताहतों के परिजन शोक सागर में डूबे, मेरे जैसे केवल शोक में डूबे-डूबे प्राशासन को कोसते रहे.इनके पीछे क्या प्रारब्ध था? आपके विचार का एक अंश याद आया : "भले ही कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हमारी परिस्थिति के लिए उत्तरदायी दिख रहा हो, पर वह हमारे सुख-दुःख का मूल कारण बिलकुल भी नहीं है.बल्कि अनेक जन्मों में हमारा अनेक जीवात्माओं से सम्बन्ध रहता है. उनके साथ हमारा ऋणानुबंध है, जिसे हमें समय अनुसार चुकता करना होता है. इस तरह प्रत्येक परिस्थिति का मूल कारण हम ही है." क्या इस घटना से मेरा कुछ लेना-देना होगा? यदि हाँ तो कितनी मात्रा में? क्या इस घटना का 'हर सूचना पाने वाले के पिछले जन्म से' कनेक्शन होगा? क्या एक-सा कर्म-फल भोग करने वाले एकाधिक संख्या में हो सकते हैं? वह भी हज़ारों की संख्या में. क्या यह रेल-दुर्घटना सामूहिक कर्म-फल का परिणाम हो सकती है? क्या इस दुर्घटना में निर्दोष लोगों के होने की संभावना होगी? जिनका पूर्व जन्म पर आधारित कर्म-फल उत्तम ही होना चाहिए था.रेप्लैडलेटेपं.डी.के.शर्मा"वत्स"सिप्तंबर १३, २०१० एट ४:१९ प्मअधिक विस्तार में जाते हुए प्रातुल जी के सवालों के जवाब में सिर्फ चन्द शब्दों में कहना चाहूँगा कि "जैसा करोगे, वैसा भरोगे" यह नियम केवल एक व्यक्ति पर ही लागू नहीं होता है। एक मनुष्य जैसा ही एक कुटुम्ब को, एक जाति को या एक राष्ट्र को भी अपने अपने किए हुए कर्म भोगे बिना छुटकारा नहीं है। चूँकि प्रत्येक मनुष्य का किसी न किसी कुटुम्ब में, जाति में या राष्ट्र में समावेश होता है, इस कारण स्वत: के कर्म ही नहीं अपितु कुटुम्बादिक सामाजिक कर्मों के फल भी प्रत्येक मनुष्य को अंशत: भोगने पडते हैं और मनुष्य के अपने कर्म फल समाज को.......रेप्लैडलेटेअमित शर्मासिप्तंबर १३, २०१० एट ८:३७ प्मप्रतुलजी आपके सवालों का यथामति उत्तर खोजने की कोशिश की है , जबकि समाधान सुन्दर शब्दों में पंडित जी ने कर ही दिया है. फिर भी चर्चा को गति देने की कोशिश मात्र है ------------------ क्या इस घटना से मेरा कुछ लेना-देना होगा? यदि हाँ तो कितनी मात्रा में?# सुख-दुःख कई प्रकार से प्राप्त होता है, इस प्रमाण से अगर आपको यह खबर सुनकर मानवीय संवेदना हुयी आपका प्रारब्ध सिर्फ इतना ही जुड़ा, हो सकता है की दुर्घटना में हताहत व्यक्तियों/व्यक्ति को कभी/किसी जन्म में आप द्वारा प्राप्त सूचना से वेदना प्राप्त हुयी. परिणाम-स्वरुप आपको अभी उनसे प्रत्यक्ष सम्बन्ध ना होते हुए भी उनसे जुडी प्रत्यक्ष घटना से आपके ह्रदय को वेदना हुयी. और अगर उस घटना में आपका कोई परिचित हताहत हुआ तो आपको प्रत्यक्ष वेदना फल प्राप्त होगा ही. मात्रा संबंधो के अनुसार निर्धारित है. अंजानो के प्रति संवेदना, जानकारों के प्रति विरह-वेदना . क्या इस घटना का 'हर सूचना पाने वाले के पिछले जन्म से' कनेक्शन होगा?# इसका उत्तर उपरोक्तानुसार ही है . क्या एक-सा कर्म-फल भोग करने वाले एकाधिक संख्या में हो सकते हैं? वह भी हज़ारों की संख्या में.# जी बिलकुल ................ लाखों की संख्या में भी हो सकतें है. क्या यह रेल-दुर्घटना सामूहिक कर्म-फल का परिणाम हो सकती है?# जी हो सकती है नहीं है ही . क्या इस दुर्घटना में निर्दोष लोगों के होने की संभावना होगी? जिनका पूर्व जन्म पर आधारित कर्म-फल उत्तम ही होना चाहिए था.# श्रीमान उस विराट का न्याय विधान अत्यंत जटिल प्रतीत होते हुए भी, अत्यंत सरल और निश्छल है. किसी प्रकार की चूक का सवाल ही नहीं है. हमें ऐसी शंका करनी ही नहीं चाहिये की पाप तो कम था पर दंड अधिक भोगा. मान लीजिये की एक सरल परोपकारी दंपत्ति है उनके एक संतान हुयी और कुछ ही दिनों बाद असाध्य रोग से मर गयी जिसका माता-पिता ने काफी खर्चा करके इलाज़ करवाया. माता-पिता का उस संतान से कुछ लेनदेन कभी का बाकी था जिसे चुकता कर वह जीव चलता बना. अभी की परोपकारिता काम नहीं आई वरन पूर्व संचित प्रारब्ध से जीवन में हलचल मची, उस जीव के इस जन्म में सिर्फ इतने ही कर्म भोग शेष थे जिन्हें भोग कर वह चला गया. जबकि इस जन्म में वह बिलकुल निर्दोष था .रेप्लैडलेटेअमित शर्मासिप्तंबर १३, २०१० एट ८:३७ प्मप्रतुलजी आपके सवालों का यथामति उत्तर खोजने की कोशिश की है , जबकि समाधान सुन्दर शब्दों में पंडित जी ने कर ही दिया है. फिर भी चर्चा को गति देने की कोशिश मात्र है ------------------ क्या इस घटना से मेरा कुछ लेना-देना होगा? यदि हाँ तो कितनी मात्रा में?# सुख-दुःख कई प्रकार से प्राप्त होता है, इस प्रमाण से अगर आपको यह खबर सुनकर मानवीय संवेदना हुयी आपका प्रारब्ध सिर्फ इतना ही जुड़ा, हो सकता है की दुर्घटना में हताहत व्यक्तियों/व्यक्ति को कभी/किसी जन्म में आप द्वारा प्राप्त सूचना से वेदना प्राप्त हुयी. परिणाम-स्वरुप आपको अभी उनसे प्रत्यक्ष सम्बन्ध ना होते हुए भी उनसे जुडी प्रत्यक्ष घटना से आपके ह्रदय को वेदना हुयी. और अगर उस घटना में आपका कोई परिचित हताहत हुआ तो आपको प्रत्यक्ष वेदना फल प्राप्त होगा ही. मात्रा संबंधो के अनुसार निर्धारित है. अंजानो के प्रति संवेदना, जानकारों के प्रति विरह-वेदना . क्या इस घटना का 'हर सूचना पाने वाले के पिछले जन्म से' कनेक्शन होगा?# इसका उत्तर उपरोक्तानुसार ही है . क्या एक-सा कर्म-फल भोग करने वाले एकाधिक संख्या में हो सकते हैं? वह भी हज़ारों की संख्या में.# जी बिलकुल ................ लाखों की संख्या में भी हो सकतें है. क्या यह रेल-दुर्घटना सामूहिक कर्म-फल का परिणाम हो सकती है?# जी हो सकती है नहीं है ही . क्या इस दुर्घटना में निर्दोष लोगों के होने की संभावना होगी? जिनका पूर्व जन्म पर आधारित कर्म-फल उत्तम ही होना चाहिए था.# श्रीमान उस विराट का न्याय विधान अत्यंत जटिल प्रतीत होते हुए भी, अत्यंत सरल और निश्छल है. किसी प्रकार की चूक का सवाल ही नहीं है. हमें ऐसी शंका करनी ही नहीं चाहिये की पाप तो कम था पर दंड अधिक भोगा. मान लीजिये की एक सरल परोपकारी दंपत्ति है उनके एक संतान हुयी और कुछ ही दिनों बाद असाध्य रोग से मर गयी जिसका माता-पिता ने काफी खर्चा करके इलाज़ करवाया. माता-पिता का उस संतान से कुछ लेनदेन कभी का बाकी था जिसे चुकता कर वह जीव चलता बना. अभी की परोपकारिता काम नहीं आई वरन पूर्व संचित प्रारब्ध से जीवन में हलचल मची, उस जीव के इस जन्म में सिर्फ इतने ही कर्म भोग शेष थे जिन्हें भोग कर वह चला गया. जबकि इस जन्म में वह बिलकुल निर्दोष था .रेप्लैडलेटीप्रतुंलसप्टेंबर १४, २०१० एट १२:0५ आमपंडित जी ने थोड़े शब्दों में ही निराकरण कर दिया. लेकिन उसके बाद भी जो प्रश्न निरुत्तर रह गया था वह फिर से हाथ उठाने की सोच ही रहा था कि आपने उसे भी समझा-बुझाकर बैठा दिया. अब इस अशिष्ट मन में जो प्रश्न खड़े होने की सोच रहे हैं, उनकी मैं स्वयं धुनाई करके इस धर्म सभा में वितंडा खड़ा नहीं होने दूँगा. मुझे आध्यात्मिक चर्चा बेहद भाती है और प्रश्न तब अधिक सूझते हैं जब मंच पर पंडित लोग विराजमान हों. यदि कोई उद्दंडता की हो तो क्षमा भाव रखियेगा. मेरा पंडितों के प्रति प्रेम प्रश्नोत्तर-क्रीड़ा वाला होता है.रेप्लैडलेटेमेरा देश मेरा धर्मसिप्तंबर १४, २०१० एट १०:३6 आमजो किया सो तै किया, मैं कुछ कीन्हा नाहीं !!जहाँ कहीं कुछ मैं किया, तुम ही थे मुझ माहीं !!!रेप्लैडलेटेअमित शर्मासिप्तंबर १४, २०१० एट १०:५0 आम@ अब इस अशिष्ट मन में जो प्रश्न खड़े होने की सोच रहे हैं, उनकी मैं स्वयं धुनाई करके इस धर्म सभा में वितंडा खड़ा नहीं होने दूँगा.# यह तो बिलकुल गलत बात हुयी प्रतुलजी आपके प्रश्न पूछने से हमें भी पंडितजी जैसे विज्ञ जनों का प्रसाद मिल जाता है और आप कह रहें है की प्रश्न ही नहीं पूछूँगा.रेप्लैडलेटेमो सम कौन ?सिप्तंबर १४, २०१० एट ११:५७ आमखूबसूरत लेख।ऐसी ज्ञान गंगा बहती रहे तो हम जैसे भी डुबकी लगाते रहेंगे, इसीलिये तो आपको मिस करते रहे।कर्म से नहीं बच सकते हम, तो श्रेयस्कर यही है कि ऐसे कर्म करें जिनसे किसी की हानि न हो, जैसा कि आपने अपने अंतिम पैरा में लिखा है।आभार स्वीकार करें।रेप्लैडलेटेअमित शर्मासिप्तंबर १४, २०१० एट १:१२ प्मसही कहा मौसमजी आपने कर्म ऐसे ही होने चहिये जिनसे किसी की हानि ना हो और इसके लिए ईश्वर में व्यक्ति को विवेक रुपी शक्ति दी है. अब यह तो हमारे ऊपर ही है की हम उसका कितना उपयोग कर पाते है ........................ या फिर लिखने बोलने की फी चीज़ बनाकर रख देतें है ,,,,, आपने भी देखा होगा की गजेन्द्र जी के ब्लॉग पर मैंने इस विवेक शक्ति का प्रयोग नहीं किया. फिर क्या फायदा ऐसी धर्म-चर्चा करने मात्र का ............... परे कोशिस में लगा हूँ की विवेक का अधिक से अधिक प्रयोग करूँ.रेप्लैडलेटेगिरिजा कुलश्रेष्ठसिप्तंबर १४, २०१० एट ८:५४ प्मअमित जी ,आपके विचार , विचारणीय हैं ।रेप्लैडलेटीप्रतुंलसप्टेंबर १५, २०१० एट ९:३७ अमईस कमेंट हस बीन रिमूव बाय थे औथोर.रेप्लैडलेटीप्रतुंलसप्टेंबर १५, २०१० एट ९:४0 अमईस कमेंट हस बीन रिमूव बाय थे औथोर.रेप्लैडलेटीप्रतुंलसप्टेंबर १५, २०१० एट ९:४४ आमअमित जी, आपके लेख पर विचार करते मैं काफी दूर निकल आया, एक बार फिर मेरे प्रश्न आपके माध्यम से ही वत्स जी की वात्सल्य दृष्टि चाहते हैं. क्या सत्य एक ही होता है? या फिर उसके भी दायरे हैं? क्या सत्य बुद्धी की क्षमताओं के अनुसार बदलता रहता है? क्या मेरा आज का बौद्धिक स्तर वर्तमान मान्य और स्थापित सत्य को अंतिम सत्य मानने की भूल करे ले? उदाहरण के माध्यम से बात को और अधिक स्पष्ट करता हूँ : सूर्य पूर्व से निकलता है. यह एक सामाजिक सत्य है और प्राकृतिक भी. इसी की शिक्षा परम्परा रूप में प्रवाहित भी है. अस्त होने संबंधी सर्वमान्य सत्य भी एक ही है. ध्रुवीय प्रदेशों में यह सत्य कुछ और रूप ले लेगा. क्या वहाँ दिकभ्रम जैसी स्थिति होगी? सूर्य एक छोर पर टंगा है तो टंगा ही है. नदारद है तो महीनों नदारद ही है. क्या 'सत्य' स्थान-सापेक्ष होकर अपने रूप में बदलाव ले आता है? आपने कई प्रश्नों का निराकरण किया और वत्स जी ने भी किया. इसी से अंतर्मन में प्रश्न उठते रहे, क्या 'सत्य' बुद्धी की क्षमताओं के अनुसार बदलता रहता है? और इसी कारण धर्म-सभाओं में शास्त्रार्थ और तर्क-वितर्क-कुतर्कों का संग्राम मचा रहता है. जो जीता उसी की बात स्वीकृत. फिर भी अहम् है कि झुकने को तैयार नहीं होता कई विद्वानों का. [तो ऐसे में] क्या मेरा आज का बौद्धिक स्तर वर्तमान मान्य और स्थापित सत्य को अंतिम सत्य मानने की भूल करे ले? क्या हम सत्य की खोज आज भी कर रहे हैं? सूर्य स्थिर है, यह भी एक सत्य है, लेकिन उसके उदय और अस्त की घटनाओं को देख हम एक अन्य सत्य गढ़ लेते हैं. फिर वृहत दृष्टि से विचारते हैं तो पाते हैं कि यह स्थिर सूर्य वाला 'सत्य' भी हमारे 'सौर्यमंडल तक ही तो फैलाव लिए है. ब्रहमांड में न जाने कितने सत्य अपना अलग-अलग कायदा लिए बैठे होंगे. >>> यदि कोई वाचिक उद्दंडता की हो तो अल्पज्ञ जान भुला देना. और यदि बातें स्पष्ट ना हो पायीं हों तो फिर मेल के ज़रिये अलाप करेंगे.रेप्लैडलेटील एक्सम पेपर्सप्टेंबर १५, २०१० एट ११:0७ अम्निस पोस्ट सिंह राजपूतसिप्तंबर १५, २०१० एट ११:१२ आमजय श्री राधे-राधे भाईसाहब मैंने आपको जो फोन न. दिया था वो ऑफिस से मिला था, नौकरी छोडने पर वापस कर दियाआप मेरे न. पर फोन करें - 0९७१७११९022रेप्लैडलेटीस.म.मासूमसेतंबर २६, २०१० एट १२:४९ प्म"सभी अच्छे बुरे कर्मों का ध्यान देते हुए हमें अपने जीवन में सज्जनता लाते हुए, दूसरों की भलाई के काम करने चहिये जिससे कि पिछले गलत कामों को भोगते हुए हमसे कोई दूसरा गलत काम ना जो जाये जिसका फल फिर दुखदायी हो"अमित शर्मा अति सुंदररेप्लैडलेटेद कमेंटलोड मोर...
लॉकडाउन / खाली समय में ताहिरा ने पहली बार की कुकिंग, कहा- '२१ दिन बाद हम सबके पास एक अलग करियर चॉइस होगी' बॉलीवुड डेस्क. कोरोना लॉकडाउन के चलते घर में सेलेब्स कई तरह की एक्टिविटीज करके अपना खाली समय बिता रहे हैं। आयुष्मान खुराना की वाइफ ताहिरा कश्यप भी २१ दिन के क्वारैंटाइन टाइम को प्रोडक्टिव बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। यही वजह है कि उन्होंने पहली बार कुकिंग में हाथ आजमाया। ताहिरा ने बनाया केक: ताहिरा ने इंस्टाग्राम पर जानकारी दी कि उन्होंने पहली बार केक बेक किया है। ताहिरा ने केक की तस्वीर शेयर करते हुए उसकी रेसिपी फैन्स के साथ शेयर की और लिखा,ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं कभी कोई रेसिपी शेयर करूंगी, क्योंकि शुरू करने के लिए आनी भी तो चाहिए! ये वाली पूरी इंटरनेट से चेपी है। २१ दिन बाद हममें से ज्यादातर लोगों के पास एक अलग करियर च्वाइस होगी। पेंटिंग में भी आजमाया हाथ: इससे पहले ताहिरा ने क्वारैंटाइन टाइम में पेंटिंग भी की थी। उन्होंने पेंटिंग की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर भी थीं। ताहिरा एक ब्रेस्ट कैंसर सरवाइवर हैं। २०१८ में कैंसर का पता लगने के बाद उन्होंने इसका डटकर सामना किया और जंग जीत ली। ३५ साल की ताहिरा और आयुष्मान की शादी को १२ साल हो चुके हैं। दोनों के विराज और वरुश्का नाम के दो बच्चे हैं। ताहिरा ने 'टॉफ़ी' नाम की शॉर्ट फिल्म भी बनाई थी। साथ ही वह 'क्रैकिंग द कोड: माय जर्नी इन बॉलीवुड' की लेखिका भी हैं।
स्कूटर खरीदना है! ५१से ५५ हजार के अंदर है कीमत दीपावली नज़दीक है और धनतेरस में अब २४ घंटे भी नहीं बचे हैं। अगर आप इस शुभ मौके पर स्कूटर लेने का प्लान कर रहे हैं तो यह सही मौका है। अगर सच में आप स्कूटर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो हमारा यह खास आर्टिकल आपकी मदद कर सकता है। इस स्पेशल आर्टिकल में हमने शामिल किए हैं ऐसे स्कूटर, जिनका दाम ५० हजार से ५५ हजार रूपए तक है। आइए, डालते हैं एक पैनी नज़र .... यह भी पढ़े :आलिया को ऑडीक-५ प्यारी, प्रियंका की पोर्श-कैनन से यारी यह भी पढ़े :देश की टॉप ६ सुपर्बिक्स, फीचर्स जान हो जाएंगे हैरान महिंद्रा ने भारत में लॉन्च की एक्सयूवी३००, इन कारों से होगी टक्कर
देश भर में जहां कठुवा रेप केस ने लोगों के मन में आक्रोश पैदा कर दिया है, वहीं बॉलीवुड सेलेब्स भी ८ साल की बच्ची से रेप हुए घिनौने अपराध के विरोध में अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। इसके चलते रेप के मामलों को लेकर सोशल मीडिया पर आम लोगों के साथ सेलेब्स भी इस तरह के जघन्य अपराधों का पुर्जोर विरोध कर रहे हैं। इंस्टाग्राम और ट्विटर पर सोनम कपूर, करीना कपूर, स्वरा भास्करा और फरहान अख्तर, जावेद अख्तर जैसी बड़ी शख्सियतों ने रेप के विरोध में मोर्चा खोला। इसके चलते कई सेलेब्स सोशल मीडिया पर एक सफेद बोर्ड पर अपने दिल की बात लिख कर ८ साल की बच्ची के लिए इंसाफ मांगते नजर आए। वहीं अब सेलेब्स के बीच एक और सेलेब्स के कुछ ट्वीट सामने आए हैं जिसने इस तरह की मुहीम को बकवास बताया है। साथ ही यह सवाल भी खड़ा किया है कि क्या मुसलमान हो तो रेप हो जाएगा? एक्ट्रेस पायल रोहतगी लिखती ट्वीट कर लिखती हैं- मैं हिंदू हूं और मैं गर्व से कहती हूं। मुझे मेरे धर्म पर कोई शर्मिंदगी नहीं है। मैं बाकी धर्मों का भी आदर करती हूं। लेकिन मैं अपने धर्म में विश्ववास रखती हूं और इस पर गर्व करती हूं। मैं किसी एक इंडस्ट्री से बिलॉन्ग नहीं करती। मैं खुद से बिलॉन्ग करती हूं। मैं अपनी एबिलिटी के जरिए अच्छी एक्टर और परफॉर्मर बनने की कोशिश करती हूं। मैं शीप नहीं हूं। मैं एक इंसान हूं दीमाग वाली। एक्ट्रेस अपने अलगे ट्वीट में लिखती हैं- एक्ट्रेस #टेंपल #रेप केस में हाइलाइट कर रही हैं। वो क्यों नहीं समझ रही हैं कि वह सिर्फ एक लोकेशन है जैसे एक # खालीबस होती है। कैसे बेवकूफ हैं। रेप बिजी स्ट्रीट्स में नहीं होता।
भारत से डॉ० मधु संधु की कहानी फ्रैक्चर अस्पताल में मोबाइल की लाइफ़-लाइन के सहारे उन्होंने डेढ़ सप्ताह काट लिया। कभी यह लाइफ़-लाईन कैंटीन से जुड़ती, कभी मेडिकल स्टोर से, कभी रिश्तेदारों-परिचितों से, कभी अड़ौसी-पड़ौसियों से। दोपहर को लोग सारे काम निपटाकर एक औपचारिकता का बोझ उतारने आ जाते और फिर घर जाकर अस्पताल जाने की थकावट उतारने में जुट जाते। नहाते-धोते, लेटते-सोते, फ्रेश होते, अंग-अंग से अंगड़ाइयाँ लेते। चारपाई से जुड़ा मरीज़ हर दोपहर आने वालों की प्रतीक्षा में दीवार पर टकटकी लगाए रहता। दुनिया-जहान घूमने वालों का संसार भी यहाँ आकर ऐसे ही सीमित हो जाता है। पत्नी उनके साथ छाया की तरह बनी रहती। हास्य-व्यंग्य में गुरमीत बेदी का आलेख प्री-मैच्योर रिटायरमेंट लेकर अपुन क्या करेगा! मैं प्री-मैच्योर रिटायरमैंट लेकर कोई ऐसा काम करना चाहता हूँ जिससे अख़बारों से लेकर पत्रिकाओं के मुखपृष्ठों पर मेरी ही तस्वीरें छपें। मुझे छींक भी आ जाए तो अलग-अलग न्यूज़ चैनल मेरे स्वास्थ्य के बारे में स्पैशल बुलेटन जारी करना शुरू कर दें और मेरे स्वास्थ्य लाभ की कामना के लिए चैनलों को एस.एम.एस भेजने वालों की होड़ लग जाए। मुझे अगर मच्छर काट जाए तो मेरे चाहने वाले उस मच्छर के खून के प्यासे हो जाएँ। मैं अगर शर्ट उतारकर हवा में लहराऊँ तो पूरे मुल्क की रूपसियाँ सर्द आहें भरती नज़र आएँ। इसके अलावा भी मुल्क में बहुत कुछ हो सकता है, जिसके बारे में आपको विस्तार से बाद में बताया जाएगा। कुमार आशीष का संकल्प व्यक्ति व्यवस्था का साधन भी है और प्रयोजन भी। व्यक्ति के अभाव में न तो समाज की कल्पना की जा सकती है और न ही राज्य की। इसलिए आवश्यक है कि सर्वप्रथम व्यक्ति के अस्तित्व से जुड़े हुए प्रश्नों को हल किया जाए। उन्हें नकार कर आगे बढ़ जाना संभव नहीं। बालक ने उचित ही कहा है. . . व्यवस्था की सार्थकता तभी है जब वह व्यक्ति के अस्तित्व की रक्षा करने में समर्थ हो। स्वयं के कर्तव्य की अवहेलना कर दूसरों से कर्तव्यपालन की अपेक्षा करना बुद्धिमानी नहीं। बालक को मुक्त ही नहीं किया जाना चाहिए, अपितु, इसके परिवार को पर्याप्त भरण-पोषण भी राज्य द्वारा प्रदत्त किया जाना चाहिए। फुलवारी में मौसम की कहानी का अगला भाग जब नमी से भरी हुई ढेर-सी गर्म हवा तेज़ी से ऊपर की ओर उठती है तब तूफ़ान आते हैं। तुमने तूफ़ान की शुरुआत से पहले हवा को तेज़ होते हुए देखा होगा। जब बादल को बड़े होते जाते हैं और गहरे होते हुए आसमान में अँधेरा छाने लगता है। ये तूफ़ान के लक्षण हैं। बादलों के अंदर पानी के कण तेज़ी से घूमते हैं और आपस में टकराते हैं, जिससे बिजली पैदा होती है। बिजली पैदा होने का काम तब-तक चलता रहता है जब तक वह बड़ी-सी चिंगारी बन कर एक बादल से दूसरे बादल तक होती हुई धरती तक ज़ोरदार चमक बन कर कौंध नहीं जाती। रसोईघर में गृहलक्ष्मी माइक्रोवेव अवन में पका रही हैं हरे प्याज़ और मटर, गाजर के साथ मटर, गाजर, हरा प्याज़ और सलाद के पत्ते! स्वाद का स्वाद और स्वास्थ्य भरपूर! जल्दी पक जाए साथ ही ज़्यादा चिकनाई न हो तो खाने में इससे बेहतर कुछ नहीं। इसे सब्ज़ी की तरह भी खा सकते हैं और नाश्ते की तरह भी- ब्रेड, रोटी और चावल सभी के साथ मज़ेदार। चटपटा चाहिए तो बारीक कटी हरी मिर्च, ताज़े नीबू का रस और चाट मसाला मिलाकर परोसें। संवेदनशीलता न्याय की पहली अनिवार्यता है। कुमार आशीष राम सनेही लाल शर्मा, अचला दीप्ति कुमार, विक्रांत, शांतनु गोयल, शशि भूषण, रमेश देवमणि और संजय ग्रोवर की नई रचनाएँ चश्मदीद-एस आर हरनोट जिस रोज़ मुझे भगवान मिले-तरुण जोशी महेश चंद्र द्विवेदी खोल रहे हैँ भारतीय दंड-संहिता की कमज़ोर कड़ियाँ भीष्म साहनी की आपबीती कृष्णानंद कृष्ण की लघुकथा श्रीश बेंजवाल शर्मा सिखा रहे हैं कंप्यूटर पर यूनिकोड हिंदी टाइपिंग गुरु दयाल प्रदीप सुलझा रहे हैं
परमेश्वर का अधिकार (ई) भाग एक मेरी पिछली अनेक सभाएँ परमेश्वर के कार्य, परमेश्वर के स्वभाव, और स्वयं परमेश्वर के विषय में थीं। इन सभाओं को सुनने के बाद, क्या तुम लोगों को एहसास होता है कि तुम सबने परमेश्वर के स्वभाव की समझ और ज्ञान को प्राप्त किया है? कितनी बड़ी समझ और ज्ञान को प्राप्त किया है? क्या तुम लोग उसे एक संख्या दे सकते हो? क्या इन सभाओं ने तुम सभी को परमेश्वर की और गहरी समझ दी है? क्या ऐसा कहा जा सकता है कि यह समझ परमेश्वर का सच्चा ज्ञान है? क्या ऐसा कहा जा सकता है कि परमेश्वर का यह ज्ञान और समझ परमेश्वर के सम्पूर्ण सार-तत्व, और जो उसके पास है और जो वह है उसका ज्ञान है? नहीं, बिलकुल नहीं! यह इसलिए है क्योंकि ये सभाएँ केवल परमेश्वर के स्वभाव और स्वरूप के एक भाग की समझ प्रदान करती हैं - न कि इसके सब कुछ की, या उसकी सम्पूर्णता की। ये सभाएँ परमेश्वर के द्वारा किसी समय किए गए कार्य के एक भाग को समझने के लिए तुम लोगों को सक्षम करती हैं, जिसके द्वारा तुम सभी परमेश्वर के स्वभाव और उसके स्वरूप के, साथ ही साथ जो कुछ उसने किया है उस हर एक चीज़ के पीछे क्या पहुँच एवं सोच है, उसे देखते हो। परन्तु यह केवल परमेश्वर की शाब्दिक एवं मौखिक समझ है, और तुम सब अपने हृदय में अनिश्चित बने रहते हो कि इसका कितना भाग सच्चा है। वह कौन सी चीज़ है जो मुख्य रूप से यह निर्धारित करती है कि ऐसी चीज़ों के प्रति लोगों की समझ में कोई वास्तविकता है या नहीं? यह इससे निर्धारित होता है कि उन सबने अपने वास्तविक अनुभवों के दौरान परमेश्वर के वचनों और स्वभाव का वास्तव में कितना अनुभव किया है, और वे सभी इन वास्तविक अनुभवों के दौरा कितना उसे देख या समझ पाये हैं। "पिछली कई सभाओं ने हमें परमेश्वर के द्वारा की गई चीज़ों, परमेश्वर के विचारों, और इसके अतिरिक्त, मनुष्य के प्रति परमेश्वर की मनोवृत्ति, और उसके कार्यों के आधार, साथ ही उसके कार्यों के सिद्धांतों को समझने की अनुमति दी है। और इस प्रकार हमने परमेश्वर के स्वभाव को समझा है, और हम परमेश्वर की सम्पूर्णता को जान पाए हैं।" क्या कभी किसी ने ऐसे वचन कहे हैं? क्या ऐसा कहना सही है? ऐसा बिल्कुल नहीं है। और मैं क्यों कहता हूँ कि ऐसा नहीं है? परमेश्वर का स्वभाव, और जो उसके पास है और जो वह है, उन कार्यों के द्वारा जो उसने किए हैं और उन वचनों के द्वारा जो उसने कहे हैं, प्रगट होते हैं। मनुष्य परमेश्वर के द्वारा किये गये कार्यों व उसके द्वारा बोले गये वचनों के द्वारा, परमेश्वर के दर्शन कर सकता है, परन्तु इससे बस यही कहा जा सकता है कि उसके द्वारा किये गये कार्यों और उसके वचनों से मनुष्य परमेश्वर के स्वभाव व जो उसके पास है और जो वह है, उसके एक अंश को ही समझने में सक्षम हो सकता है। परमेश्वर के स्वभाव व जो उसके पास है और जो वह है, यदि मनुष्य परमेश्वर की और अधिक तथा और गहरी समझ प्राप्त करने की अभिलाषा करता है, तो मनुष्य को परमेश्वर के कार्य और वचनों का और गहनता से अनुभव करना होगा। यद्यपि जब मनुष्य परमेश्वर के वचनों और कार्य का आंशिक रूप से अनुभव करता है तो उसे परमेश्वर की समझ का एक आंशिक भाग ही प्राप्त होता है, क्या यह आंशिक समझ परमेश्वर के सच्चे स्वभाव को दर्शाती है? क्या यह परमेश्वर के सार-तत्व को दर्शाती है? हाँ, वास्तव में यह परमेश्वर के स्वभाव, और परमेश्वर के सार-तत्व को दर्शाता है, और इसमें कोई सन्देह नहीं है। समय या स्थान की परवाह किए बगैर, परमेश्वर किस रीति से अपना काम करता है, या किस रूप में मनुष्य के सामने प्रगट होता है, या किस रीति से अपनी इच्छा को प्रकट करता है, वह सब कुछ जो वह प्रकाशित एवं प्रगट करता है, वह स्वयं परमेश्वर, परमेश्वर के सार-तत्व और जो उस के पास है और जो वह है उसे दर्शाता है। यह बिलकुल सत्य है कि परमेश्वर अपनी विशेषताओं और अस्तित्व एवं अपनी सच्ची पहचान के साथ अपना कार्य करता है; फिर भी, आज, उसके वचनों के द्वारा, और उस प्रचार को सुनने के द्वारा जो वो सुनते हैं लोगों के पास परमेश्वर की केवल आंशिक समझ है, और इस प्रकार कुछ हद तक, इस समझ को केवल काल्पनिक ज्ञान कहा जा सकता है। अपनी वास्तविक स्थिति का ध्यान रखते हुए, तुम केवल परमेश्वर की समझ या ज्ञान को जिसे तुमने सुना, देखा, या जाना है, और अपने हृदय में समझा है, जाँच सकते हो, यदि तुम में से हर एक इस वास्तविक अनुभव से होकर गुज़रता है और इसे थोड़ा थोड़ा कर के जान पाता है। यदि मैं ने इन शब्दों के साथ तुम लोगों से सहभागिता में विचार विमर्श नहीं किया होता, तो क्या मात्र अपने अनुभवों से तुम सभी परमेश्वर के सच्चे ज्ञान को हासिल कर पाते? मैं डरता हूँ, क्योंकि ऐसा करना बहुत ही अधिक कठिन होता। क्योंकि यदि लोग परमेश्वर के अनुभव को पाना चाहते हैं तो उनके पास पहले परमेश्वर के वचन होने चाहिए। फिर भी लोग परमेश्वर के बहुत से वचनों को खाते हैं, ऐसे लोगों की संख्या है जो वास्तव में उन का अनुभव कर सकते हैं। परमेश्वर के वचन आगे की ओर पथ प्रदर्शन करते और मनुष्य को उसके अनुभव में मार्गदर्शन देते हैं। संक्षेप में, उनके लिए जिनके पास थोड़ा बहुत सच्चा अनुभव है, ये अनेक पिछली सभाएँ सत्य की गहरी समझ और परमेश्वर के और अधिक वास्तविक ज्ञान को हासिल करने में उनकी सहायता करेंगी। परन्तु उनके लिए जिनके पास कुछ भी वास्तविक अनुभव नहीं है, या वे जिन्होंने बस अभी अभी अपना अनुभव शुरू किया है, या बस अभी अभी वास्तविकता को स्पर्श करना प्रारम्भ किया है, यह एक बड़ी परीक्षा है। पिछली अनेक सभाओं की मुख्य विषयवस्तु परमेश्वर के स्वभाव, परमेश्वर के कार्य, और स्वयं परमेश्वर से संबंधित थी। जो कुछ भी मैं ने कहा था तुम सबने उसके मुख्य और केन्द्रीय भाग में क्या देखा था? इन सभाओं के द्वारा, क्या तुम लोग यह पहचान सकते हो कि वह जिसने यह काम किया था, और इन स्वभावों को प्रगट किया था, वह स्वयं एक अद्वितीय परमेश्वर है, जो सभी चीज़ों के ऊपर संप्रभुता रखता है? यदि तुम सबका उत्तर हाँ है, तो किस बात ने तुम लोगों को ऐसे निष्कर्ष तक पहुँचाया? किस पहलू के द्वारा तुम सभी इस निष्कर्ष तक पहुँचे? क्या कोई मुझे बता सकता है? मैं जानता हूँ कि पिछली सहभागिता ने तुम सबको गहराई से प्रभावित किया था, और परमेश्वर को जानने के लिए तुम लोगों के हृदय में एक नई शुरूआत प्रदान की थी, जो महान है। यद्यपि तुम सबने पहले की तुलना में परमेश्वर को समझने के लिए एक बड़ी छलाँग लगाई है, परन्तु परमेश्वर की पहचान की तुम लोगों की परिभाषा को अभी भी यहोवा, व्यवस्था के युग के परमेश्वर, अनुग्रह के युग के प्रभु यीशु मसीह, और राज्य के युग के सर्वशक्तिमान परमेश्वर जैसे नामों से भी कहीं बढ़कर और अधिक उन्नत होना है। दूसरे शब्दों में, यद्यपि परमेश्वर के स्वभाव, परमेश्वर के कार्य, और स्वयं परमेश्वर के बारे में इन सभाओं ने तुम सबको परमेश्वर द्वारा किसी समय बोले गए कुछ वचनों, और परमेश्वर के द्वारा किसी समय किए गए कार्य, और परमेश्वर के द्वारा किसी समय प्रकाशित किए गए उसके अस्तित्व और व्यावहारिक गुणों की समझ दी है, तो भी तुम सभी "परमेश्वर" शब्द की सही परिभाषा और सटीक शुरूआती जानकारी प्रदान करने में असमर्थ हो। न ही तुम लोगों के पास स्वयं परमेश्वर की स्थिति एवं पहचान की, दूसरे शब्दों में तुम सबके पास सभी चीज़ों एवं सम्पूर्ण सृष्टि के मध्य परमेश्वर की हैसियत की सच्ची और सटीक शुरूआती जानकारी तथा ज्ञान नहीं है। यह इसलिए है, क्योंकि स्वयं परमेश्वर व परमेश्वर के स्वभाव के विषय में पिछली सभाओं में, सभी सन्दर्भ परमेश्वर के पूर्व प्रगटीकरण और प्रकाशन पर आधारित थे जो बाईबिल में लिखित हैं। फिर भी मनुष्य के लिए उसके अस्तित्व और उसके व्यावहारिक गुणों की खोज करना कठिन है, जिन्हें परमेश्वर द्वारा मानवजाति के प्रबन्ध और उद्धार के दौरान, या उसके बाहर, प्रकाशित और प्रगट किया गया है। अतः, भले ही तुम लोग परमेश्वर के अस्तित्व और उसके व्यावहारिक गुणों को समझते हो जो उस कार्य में प्रकाशित हुए थे जिसे उसने किसी समय किया था, फिर भी परमेश्वर की पहचान और स्थिति की तुम सबकी परिभाषा उस अद्वितीय परमेश्वर से अभी भी बहुत दूर है, जो सभी चीज़ों के ऊपर संप्रभुता रखता है, और उस रचयिता से कहीं अलग है। पिछली अनेक सभाओं ने सब को ठीक ऐसा ही महसूस करवाया था मनुष्य परमेश्वर के विचारों को कैसे जान सकता है? यदि कोई वास्तव में जाननेवाला था, तो वह शख्स निश्चित रूप से परमेश्वर ही होगा, क्योंकि केवल परमेश्वर ही अपने विचारों को जानता है, और केवल परमेश्वर ही अपने कार्यों को करने का तरीका व उसका आधार जानता है। इस रीति से परमेश्वर की पहचान को जानना तुम लोगों को उचित और तर्कसंगत लग सकता है, परन्तु परमेश्वर के स्वभाव और परमेश्वर के कार्य से कौन यह बता सकता है कि यह वास्तव में स्वयं परमेश्वर का कार्य है, और मनुष्य का कार्य नहीं है, ऐसा कार्य जो परमेश्वर के बदले मनुष्य द्वारा नहीं किया जा सकता है? कौन यह देख सकता है कि यह कार्य उसकी संप्रभुता में आता है जिसके पास परमेश्वर की हस्ती और सामर्थ है? दूसरे शब्दों में, किन विशेषताओं या हस्ती के जरिए तुम सब यह पहचानोंगे कि वह स्वयं परमेश्वर है, किसके पास परमेश्वर की पहचान है, और वो कौन है जो सब चीज़ों के ऊपर संप्रभुता रखता है? क्या तुम सबने इसके बारे में कभी सोचा है? यदि तुम लोगों ने नहीं सोचा है तो इससे एक बात साबित होती हैः कि पिछली अनेक सभाओं ने तुम लोगों को बस इतिहास के एक टुकड़े, और उस कार्य के दौरान परमेश्वर की पहुँच, उसके प्रकटीकरण, और उसके प्रकाशन की कुछ समझ दी है जिसमें परमेश्वर ने अपना काम किया था। हालाँकि ऐसी समझ सन्देह से परे तुम सभी में से हर एक को यह पहचान करवाती है कि वह जिसने कार्य के दोनों स्तरों को पूरा किया वह स्वयं परमेश्वर है जिसमें तुम लोग विश्वास करते हो और उसका अनुसरण करते हो, और जिसका तुम सबको हमेशा अनुसरण करना चाहिए, फिर भी तुम लोग अब भी यह पहचानने में असमर्थ हो कि यह वही परमेश्वर है जो सृष्टि के समय से अस्तित्व में है, और जो अनन्तकाल तक अस्तित्व में बना रहेगा, और तुम लोग यह भी पहचानने में समर्थ नहीं हो कि यह वही है जो तुम सबकी अगुवाई करता है और समूची मानवजाति में सर्वोच्च है। तुम लोगों ने निश्चित रूप से इस समस्या के बारे में कभी नहीं सोचा था। वह यहोवा हो या प्रभु यीशु, हस्ती और प्रकटीकरण के किन पहलुओं के द्वारा तुम यह पहचान सकते हो कि वह न केवल वो परमेश्वर है जिसका तुम्हें अनुसरण करना होगा, बल्कि वह है जो मानवजाति को आज्ञा देता है और मनुष्यों की नियति के ऊपर संप्रभुता रखता है, इसके अतिरिक्त कौन स्वयं अद्वितीय परमेश्वर है जो स्वर्ग और पृथ्वी और सभी चीज़ों के ऊपर संप्रभुता रखता है? किन माध्यमों से तुम यह विश्वास करोगे कि वह जिस में तुम विश्वास करते हो और जिसका अनुसरण करते हो वह स्वयं परमेश्वर है जो सब वस्तुओं के ऊपर संप्रभुता रखता है? किन माध्यमों से तुम लोग उस परमेश्वर को जिस पर तुम विश्वास करते हो उस परमेश्वर से जोड़ सकते हो जो मानवजाति की नियति के ऊपर संप्रभुता रखता है? ऐसी कौन सी बात है जो यह पहचानने में तुम लोगों को अनुमति देती है कि वह परमेश्वर जिस पर तुम विश्वास करते हो स्वयं अद्वितीय परमेश्वर है, जो स्वर्ग और पृथ्वी, और सब में है? यह वह समस्या है जिसका समाधान मैं अगले खंड में करूँगा। ऐसी समस्याएँ जिनके बारे में तुम सबने कभी भी नहीं सोचा है और न ही उनके विषय में सोच सकते हो कि ख़ास तौर पर ऐसी समस्याएँ हो सकती हैं जो परमेश्वर को जानने में बहुत महत्वपूर्ण हैं, और इनमें उन सच्चाईयों को खोजा जा सकता है जिनकी गहराई मनुष्य नहीं नाप सकता। जब ये समस्याएँ तुम्हारे ऊपर आती हैं, और तुम लोगों को इनका सामना करना अवश्य है, और तुम्हें एक चुनाव करना होता है, यदि तुम सब अपनी मूर्खता और अज्ञानता के कारण पूरी तरह से उनका समाधान करने में असमर्थ हो, या इसलिए क्योंकि तुम्हारे अनुभव बिलकुल दिखावटी हैं और तुम लोगों में परमेश्वर के सच्चे ज्ञान की कमी है, तो परमेश्वर पर विश्वास करने की राह पर वे सबसे बड़े अवरोधक और सबसे बड़ी बाधा बन जाएँगे। और इस प्रकार मैं यह महसूस करता हूँ कि इस विषय के संबंध में तुम लोगों के साथ सभा में विचार विमर्श करना सबसे अधिक ज़रूरी है। क्या तुम सभी जानते हो कि अब तुम्हारी समस्या क्या है? क्या तुम लोग उन समस्याओं के विषय में स्पष्ट हो जिनके बारे में मैं बात करता हूँ? क्या ये वो समस्याएँ हैं जिनका तुम लोग सामना करोगे? क्या ये ऐसी समस्याएँ हैं जिन्हें तुम लोग नहीं समझते हो? क्या ऐसी समस्याएँ हैं जो तुम्हारे साथ कभी घटित नहीं हुई हैं? क्या ये समस्याएँ तुम लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं? क्या ये वास्तव में समस्याएँ हैं? यह मामला तुम लोगों के लिए भ्रमित होने का एक बड़ा स्रोत है, जो यह दिखाता है कि तुम्हारे पास उस परमेश्वर की सही समझ नहीं है जिस पर तुम सब विश्वास करते हो, और यह कि तुम लोग उसे गम्भीरतापूर्वक नहीं लेते हो। कुछ लोग कहते हैं, "मैं जानता हूँ कि वह परमेश्वर है, इसलिए मैं उसका अनुसरण करता हूँ, क्योंकि उसका वचन परमेश्वर का प्रकटीकरण है। बस इतना काफी है। और कितने सबूत की ज़रूरत है? निश्चित रूप से हमें परमेश्वर के बारे में सन्देह उत्पन्न करने की आवश्यकता नहीं है? निश्चित रूप से हमें परमेश्वर की परीक्षा नहीं करनी चाहिए? निश्चित रूप से हमें परमेश्वर की हस्ती और स्वयं परमेश्वर की पहचान पर प्रश्न नहीं करना चाहिए?" इसके बावजूद कि तुम लोग इस तरह से सोचते हो या नहीं, किन्तु परमेश्वर के बारे में तुम लोगों को और भ्रमित करने के लिए, या उसे परखने हेतु तुम सबको उकसाने के लिए, और परमेश्वर की पहचान और उसकी हस्ती के विषय में तुम्हारे भीतर सन्देह उत्पन्न करने के लिए मैं ऐसे प्रश्नों को तो बिलकुल भी आगे नहीं रखता हूँ। उसके बजाए, मैं ऐसा इसलिए करता हूँ ताकि मैं तुम लोगों को परमेश्वर की हस्ती के विषय में बड़ी समझ, और परमेश्वर की हैसियत के विषय में एक बड़ी निश्चितता व विश्वास के लिए उत्साहित कर सकूँ, जिससे वे सभी जो परमेश्वर का अनुसरण करते हैं परमेश्वर उन सभी के हृदय में निवास करने वाला एकमात्र परमेश्वर हो, और ताकि परमेश्वर की मूल पदस्थिति - सृष्टिकर्ता, सभी चीज़ों का शासक, स्वयं अद्वितीय परमेश्वर के रूप में - हर जीव के हृदय में पुनः वास करे। यह भी एक मुख्य विषय है जिसके बारे में मैं तुम लोगों से विचार विमर्श करनेवाला हूँ। पिछली अनेक सभाओं की मुख्य विषयवस्तु परमेश्वर के स्वभाव, परमेश्वर के कार्य, और स्वयं परमेश्वर से संबंधित थी। जो कुछ भी मैं ने कहा था तुम सबने उसके मुख्य और केन्द्रीय भाग में क्या देखा था? इन सभाओं के द्वारा, क्या तुम लोग यह पहचान सकते हो कि वह जिसने यह काम किया था, और इन स्वभावों को प्रगट किया था, वह स्वयं एक अद्वितीय परमेश्वर है, जो सभी चीज़ों के ऊपर संप्रभुता रखता है? यदि तुम सबका उत्तर हाँ है, तो किस बात ने तुम लोगों को ऐसे निष्कर्ष तक पहुँचाया? किस पहलू के द्वारा तुम सभी इस निष्कर्ष तक पहुँचे? क्या कोई मुझे बता सकता है? मैं जानता हूँ कि पिछली सहभागिता ने तुम सबको गहराई से प्रभावित किया था, और परमेश्वर को जानने के लिए तुम लोगों के हृदय में एक नई शुरूआत प्रदान की थी, जो महान है। यद्यपि तुम सबने पहले की तुलना में परमेश्वर को समझने के लिए एक बड़ी छलाँग लगाई है, परन्तु परमेश्वर की पहचान की तुम लोगों की परिभाषा को अभी भी यहोवा, व्यवस्था के युग के परमेश्वर, अनुग्रह के युग के प्रभु यीशु मसीह, और राज्य के युग के सर्वशक्तिमान परमेश्वर जैसे नामों से भी कहीं बढ़कर और अधिक उन्नत होना है। दूसरे शब्दों में, यद्यपि परमेश्वर के स्वभाव, परमेश्वर के कार्य, और स्वयं परमेश्वर के बारे में इन सभाओं ने तुम सबको परमेश्वर द्वारा किसी समय बोले गए कुछ वचनों, और परमेश्वर के द्वारा किसी समय किए गए कार्य, और परमेश्वर के द्वारा किसी समय प्रकाशित किए गए उसके अस्तित्व और व्यावहारिक गुणों की समझ दी है, तो भी तुम सभी "परमेश्वर" शब्द की सही परिभाषा और सटीक शुरूआती जानकारी प्रदान करने में असमर्थ हो। न ही तुम लोगों के पास स्वयं परमेश्वर की स्थिति एवं पहचान की, दूसरे शब्दों में तुम सबके पास सभी चीज़ों एवं सम्पूर्ण सृष्टि के मध्य परमेश्वर की हैसियत की सच्ची और सटीक शुरूआती जानकारी तथा ज्ञान नहीं है। यह इसलिए है, क्योंकि स्वयं परमेश्वर व परमेश्वर के स्वभाव के विषय में पिछली सभाओं में, सभी सन्दर्भ परमेश्वर के पूर्व प्रगटीकरण और प्रकाशन पर आधारित थे जो बाईबिल में लिखित हैं। फिर भी मनुष्य के लिए उसके अस्तित्व और उसके व्यावहारिक गुणों की खोज करना कठिन है, जिन्हें परमेश्वर द्वारा मानवजाति के प्रबन्ध और उद्धार के दौरान, या उसके बाहर, प्रकाशित और प्रगट किया गया है। अतः, भले ही तुम लोग परमेश्वर के अस्तित्व और उसके व्यावहारिक गुणों को समझते हो जो उस कार्य में प्रकाशित हुए थे जिसे उसने किसी समय किया था, फिर भी परमेश्वर की पहचान और स्थिति की तुम सबकी परिभाषा उस अद्वितीय परमेश्वर से अभी भी बहुत दूर है, जो सभी चीज़ों के ऊपर संप्रभुता रखता है, और उस रचयिता से कहीं अलग है। पिछली अनेक सभाओं ने सब को ठीक ऐसा ही महसूस करवाया था मनुष्य परमेश्वर के विचारों को कैसे जान सकता है? यदि कोई वास्तव में जाननेवाला था, तो वह शख्स निश्चित रूप से परमेश्वर ही होगा, क्योंकि केवल परमेश्वर ही अपने विचारों को जानता है, और केवल परमेश्वर ही अपने कार्यों को करने का तरीका व उसका आधार जानता है। इस रीति से परमेश्वर की पहचान को जानना तुम लोगों को उचित और तर्कसंगत लग सकता है, परन्तु परमेश्वर के स्वभाव और परमेश्वर के कार्य से कौन यह बता सकता है कि यह वास्तव में स्वयं परमेश्वर का कार्य है, और मनुष्य का कार्य नहीं है, ऐसा कार्य जो परमेश्वर के बदले मनुष्य द्वारा नहीं किया जा सकता है? कौन यह देख सकता है कि यह कार्य उसकी संप्रभुता में आता है जिसके पास परमेश्वर की हस्ती और सामर्थ है? दूसरे शब्दों में, किन विशेषताओं या हस्ती के जरिए तुम सब यह पहचानोंगे कि वह स्वयं परमेश्वर है, किसके पास परमेश्वर की पहचान है, और वो कौन है जो सब चीज़ों के ऊपर संप्रभुता रखता है? क्या तुम सबने इसके बारे में कभी सोचा है? यदि तुम लोगों ने नहीं सोचा है तो इससे एक बात साबित होती हैः कि पिछली अनेक सभाओं ने तुम लोगों को बस इतिहास के एक टुकड़े, और उस कार्य के दौरान परमेश्वर की पहुँच, उसके प्रकटीकरण, और उसके प्रकाशन की कुछ समझ दी है जिसमें परमेश्वर ने अपना काम किया था। हालाँकि ऐसी समझ सन्देह से परे तुम सभी में से हर एक को यह पहचान करवाती है कि वह जिसने कार्य के दोनों स्तरों को पूरा किया वह स्वयं परमेश्वर है जिसमें तुम लोग विश्वास करते हो और उसका अनुसरण करते हो, और जिसका तुम सबको हमेशा अनुसरण करना चाहिए, फिर भी तुम लोग अब भी यह पहचानने में असमर्थ हो कि यह वही परमेश्वर है जो सृष्टि के समय से अस्तित्व में है, और जो अनन्तकाल तक अस्तित्व में बना रहेगा, और तुम लोग यह भी पहचानने में समर्थ नहीं हो कि यह वही है जो तुम सबकी अगुवाई करता है और समूची मानवजाति में सर्वोच्च है। तुम लोगों ने निश्चित रूप से इस समस्या के बारे में कभी नहीं सोचा था। वह यहोवा हो या प्रभु यीशु, हस्ती और प्रकटीकरण के किन पहलुओं के द्वारा तुम यह पहचान सकते हो कि वह न केवल वो परमेश्वर है जिसका तुम्हें अनुसरण करना होगा, बल्कि वह है जो मानवजाति को आज्ञा देता है और मनुष्यों की नियति के ऊपर संप्रभुता रखता है, इसके अतिरिक्त कौन स्वयं अद्वितीय परमेश्वर है जो स्वर्ग और पृथ्वी और सभी चीज़ों के ऊपर संप्रभुता रखता है? किन माध्यमों से तुम यह विश्वास करोगे कि वह जिस में तुम विश्वास करते हो और जिसका अनुसरण करते हो वह स्वयं परमेश्वर है जो सब वस्तुओं के ऊपर संप्रभुता रखता है? किन माध्यमों से तुम लोग उस परमेश्वर को जिस पर तुम विश्वास करते हो उस परमेश्वर से जोड़ सकते हो जो मानवजाति की नियति के ऊपर संप्रभुता रखता है? ऐसी कौन सी बात है जो यह पहचानने में तुम लोगों को अनुमति देती है कि वह परमेश्वर जिस पर तुम विश्वास करते हो स्वयं अद्वितीय परमेश्वर है, जो स्वर्ग और पृथ्वी, और सब में है? यह वह समस्या है जिसका समाधान मैं अगले खंड में करूँगा।
मुझे भी कुछ कहना है पृष्ठ २ व्यक्तिगत अनुभव और विभिन्न विषयों पर मेरा दृष्टिकोण किसी अन्य के लिए किया गया कार्य छठी कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा को पाठशाला से बहुत सारा गृह-कार्य करने को मिला। उसने मुझसे कहा आज तो मैं अपना गृह कार्य अपनी बड़ी दीदी से करवा लूंगी। मैंने कहा तुम्हे अपना कार्य स्वयं करना चाहिए। तब उसने कहा मैं भी तो उसका बहुत सा काम करती हूँ। उसके ले टी.वी. चालू करती हूँ, उसका लेप-टॉप उठाकर के उसको देती हूँ, उसको पानी पिलाती हूँ, उसके कपडे तह करके रखती हूँ । परस्थितिवश पुत्र को अपने माता-पिता के साथ रहना पड़ा । आंशिक रूप से उन पर निर्भर रहना पड़ा। पिताजी अपना ज्यादातर समय पूजा-पाठ और धार्मिक पुस्तकों को पढ़कर बिताते थे। भगवान की पूजा करते समय दुग्धाभिषेक भी करते थे,जिसमें कि दूध का उपयोग थोडा ज्यादा ही करते थे । एक दिन पिताजी से पुत्र ने कहा कि आप पूजा के विधि-विधान में बहुत सा दूध उपयोग में लाते हैं। पूजा में उपयोग होने वाले दूध की मात्रा थोड़ी कम कर दीजिये। दुनिया में कितने ही बच्चों को दूध की एक बूँद भी नसीब नहीं होती है। उत्तर में पिताजी ने कहा तुम्हारे सर पर जो ये छत है वो ही बहुत हैं। बालिका जो कि अपना पसंदीदा कार्टून चैनल देख रही थी, तभी अचानक बिजली गुल हो गयी। इनवर्टर होने कि वजह से बिजली आती रही लेकिन इनवर्टर पर ज्यादा लोड न हो इसलिए घर के बुजुर्ग उसे टी.वी. बंद करने के लिए कह रहे थे। बड़े दुखी मन से उसने टी. वी. बंद कर दिया। कुछ देर पश्चात् ही बुजुर्गों के पसंद के टी. वी. कार्यक्रम बालिका-वधू का समय हो गया और वे बिजली न होने पर भी अपने पसंद का टी.वी पर कार्यक्रम देखते रहे और बालिका अपने बुजुर्गों के दोगलेपन से व्यथित होती रही। एक छात्र मुझसे गणित विषय पढ़ने आता है। वह बहुत ही बेमन से गणित के प्रश्न हल करता है। कुछ दिन पहले ही एक और छात्र गणित पढ़ने आने लगा। पहले ही दिन मैंने देखा कि प्रथम छात्र बहुत मन लगाकर गणित कर रहा है। दूसरे दिन देखा तो आते ही बहुत उत्साह के साथ उसने कहा कि जल्दी बताईये कौनसा सवाल हल करना है। केवल एक और साथी छात्र आने से ही उसके व्यवहार में इतना परिवर्तन आ गया था जो कि उसे उत्साह के साथ गणित करने के लिए प्रेरित कर रहा था। बेटी प्रश्न करती है कि मेरे पिताजी हैं। मेरे पिताजी के पिताजी दादाजी हैं, दादाजी के भी पिताजी थे इस तरह दुनिया में जन्म लेने वाला प्रथम व्यक्ति कौन था। कुछ दिन पहले हम भोपाल से लगभग ९० किलो मीटर दूर बाड़ी-बरेली की ओर बस से जा रहे थे। सुबह का ८ बजे का समय था। बस ७-८ किलो मीटर आगे चलकर एक स्टॉप पर रुक गयी। देखा तो बहुत सारे लोगों की भीड़ थी उनमे से एक स्त्री ४ माह की अपनी बेटी के साथ बस में चढ़ रही थी। बस में बैठने के लिए एक भी सीट खाली नहीं थी। हमारे बाजू में एक मौलानाजी जो की बुजुर्ग थे उस स्त्री को देखते ही उठ खड़े हुए और उसको बैठने के लिए जगह दे दी। हम लोगों ने भी थोड़ा-थोड़ा सरक कर मौलानाजी के लिए थोड़ी सी जगह बना दी ताकि वो भी बैठ सकें। बहुत देर तक एक ही स्थिति में अपनी बेटी को लेकर बैठेने से उस स्त्री को बैठने में परेशानी हो रही थी। फिर से एक बार मौलानाजी को उसने अपनी परेशानी बताई तो वो झट से खड़े हो गए और उस स्त्री को आराम से बैठने के लिए जगह दे दी। माँ अपने बच्चे पर हाथ उठाकर स्वयं को ही ज्यादा दुःख पहुंचाती है। कुछ ऐसा ही कल मैंने महसूस किया जब मैंने किसी बात पर क्रोधित होकर अपनी बेटी की पिटाई की। पिटाई होने पर भी वह बिलकुल नहीं रोई जो कि सामान्य से अलग उसका व्यवहार था। वह बहुत अच्छे से जानती थी कि गलती वास्तव में उसने की थी। उसने बहुत देर तक मेरी कही गयी बातों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उसकी जिस बात पर मैंने पिटाई कि थी उस सम्बन्ध में मैंने पहले भी उससे बहुत गहनता के साथ विचार-विमर्श किया था और उसने मुझे विश्वास दिलाया था कि वह पुनः ऐसा नहीं करेगी। मैंने कल भी उसे एक अच्छी सी कहानी सुनाकर उसे मेरी बात समझाने का प्रयास किया और बिटिया भी मेरी बात से सहमत हो गयी कि उसे मेरी बात बहुत अच्छे से समझ में आ गयी है। कुछ देर बाद मैंने उसको पुछा कि जब माँ ने तुम्हारी पिटाई लगायी तो तुम्हे माँ पर क्रोध नहीं आया क्या? उसने अपने उत्तर में बस इतना ही कहा कि जब आप मुझ पर क्रोधित हो रहे थे तो मैं चुप रहकर अपना क्रोध ही तो व्यक्त कर रही थी।
राष्ट्रीय जनता दल लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता दल (राजद) देश की प्रमुख क्षेत्रीय पार्टियों में से एक है। इसके संस्थापक फिलहाल चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू यादव खुद हैं। ५ जुलाई १९९७ को स्थापित इस पार्टी की बिहार में तीन बार सरकार बन चुकी है। राजद २००८ में राष्ट्रीय पार्टी बन गई थी, लेकिन २०१० में इसने यह हैसियत गंवा दी। इस समय लोकसभा में इसके ४ और राज्य सभा में ५ सांसद हैं। इस समय बिहार विधानसभा में पार्टी के ८१ विधायक हैं। लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री के साथ केंद्र में रेलवे मंत्री भी रह चुके हैं। उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी तीन बार बिहार की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। इस समय उनके बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव, छोटे पुत्र तेजस्वी यादव और पुत्री मीसा भारती भी राजनीति में सक्रिय हैं। नीतीश सरकार की कमी की वजह से बिहार के लोग परेशान: तेजस्वी यादव बिहार में महागठबंधन टूटने के कगार पर पटना(बिहार): नए सीएम को लेकर बिहार में सियासी हलचल तेज प्रशांत किशोर के नीतीश कुमार पर वार से गरमायी बिहार की सियासत, जानिए किसने क्या कहा लालू प्रसाद के दांत में अचानक उठा दर्द, रिम्स में डॉक्टरों ने उखाड़ा बिहार में सियासी पोस्टर वार का नया एडिशन- अब राक्षस पर सवार दिखे तेजस्वी-लालू राजद कार्यकर्ताओं की बैठक संपन्न
स्पेस साइंस एक चुनौतीपूर्ण क्षेत्र है। इसकी पढ़ाई रोजगार के बेहतरीन मौके उपलब्ध कराती है। क्या है स्पेस साइंस और क्या हैं इसमें करियर की संभावनाएं, जानते हैं सेटेलाइट व नई तकनीक के जरिए मौसम अथवा ग्रह-उपग्रह के बारे में सटीक सूचना दे पाना अब पहले से ज्यादा आसान हो गया है। वायुमंडल अथवा पृथ्वी की हलचलों का पता लगाना भी ज्यादा आसान हो गया है। यह सब संभव हो पाया है स्पेस साइंस से। साल दर साल इसमें नई चीजें शामिल होती जा रही हैं। इसमें एडवांस कम्प्यूटर एवं सुपर कम्प्यूटर से डाटा एकत्र करने का कार्य किया जाता है। डाटा न मिलने की स्थिति में आकलन के जरिए किसी निष्कर्ष तक पहुंचने की कोशिश की जाती है। इस काम से जुड़े प्रोफेशनल स्पेस साइंटिस्ट कहलाते हैं। समय के साथ यह एक सशक्त करियर का रूप धारण कर चुका है। इस क्षेत्र में युवाओं की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है। इंडस्ट्री के जानकारों का भी मानना है कि आने वाले पांच सालों में इसमें नौकरियों की संख्या बढ़ेगी। मई १४, २०१८ ०७:४०
नोकिया के इन ४ स्मार्टफोन्स में १३ हजार रुपये तक की कटौती नोकिया ६.१ की बात करें तो इसके ३गब/ ३2गब वैरिएंट के दामों में १500 रु. और ४गब/ ६४गब के दामों में १000 रु. की कटौती की गई है. यह भारत में अप्रैल में लॉन्च किया गया था. हम्ड ग्लोबल ने ४ स्मार्टफोन्स के दामों में बड़ी कटौती की है. नोकिया ने अपने एंट्री लेवल स्मार्टफोन्स के दामों में १०००, १५०० और १३,००० रुपये तक की कटौती की है. नोकिया ३.१, नोकिया ५.१, नोकिया ६.१, नोकिया ८ सिरोको के दाम घटाए गए है. सबसे पहले अगर बात करें नोकिया ३.१, ३गब रैम और ३2 गब स्टोरेज की बात करें तो इसके दाम में १,००० रुपये की कटौती की गई है. पहले इसकी कीमत ११,९९९ रु. थी, जो अब १0,९९९ रु. में खरीदा जा सकता है. बता दें कि यह फोन इस साल मई में लॉन्च किया गया था. नोकिया ५.१ के दामों में भी भारी छूट देते हुए १५00 रु. की कटौती की गई है. बता दें कि इसके ३गब रैम और ३2गब स्टोरेज की कीमत पहले १३,४९९ रु. जो घटाकर १2,९९९ रु. कर दी गई है. और पढ़ें: गूगल पिक्सल एप करेगा बाहरी माइक्रोफोन्स को सपोर्ट फ्लैगशिप फोन नोकिया ८ सिरोको की बता करें तो नोकिया ने ग्राहकों को चौंकाते हुए इसमें १३,००० रु. की भारी कटौती की है. बता दें कि इसकी कीमत ४९,९९९ से सीधे ३६,९९९ रु. कर दी गई है. कंपनी ने इस फोन को खरीदने वाले लोगों को बड़ा दिवाली तोहफा दिया है.
मोबाइल के ५ ऑनलाइन रेसिंग गेम्स, इतने बेहतरीन कि साथ में हार्टबीट भी करेगी रेस चाहे बचपन में खेला रोड राश हो जिसको खेलने के बाद मोटरसयकल चलाओ तो मन में बड़े खुराफ़ाती ख़्याल आते थे या तेज़ी से साइकल चलाते हुए धूम मचाले गाना हो, रेसिंग हमारे 'बड़े होने' में हमेशा किसी ना किसी रूप में साथ रही है. क्योंकि अब सब कुछ ऑनलाइन है तो अब रेसिंग गेम्स भी ऑनलाइन हो गए हैं. साथ ही एकदम बेहतरीन ग्राफिक से ये सारे गेम्स और भी मज़ेदार हो गए हैं जो आपको घंटों उलझा कर रखने की क्षमता रखते हैं. रेसिंग गेम्स में एस्फाल्ट ९: लीजेंड्स का नाम सबसे पहले आना बनता है. शानदार ग्राफिक, जबरदस्त रंग, गेम में एकदम असली लगने वाला मौसम, बैकग्राउंड में चलने वाला म्यूज़िक इस गेम को सबसे अलग खड़ा करता है. अगर आप कार के शौक़ीन हैं तो ये गेम आपके लिए जन्नत से कम नहीं है क्योंकि इस गेम में आपको बड़ी कार कंपनी जैसे फर्रारी, पोरछे, लम्बोर्गीनी और व मोटर्स की गाड़ियां चलाने को मिल सकती हैं जो किसी भी और गेम में नहीं है. इलेक्ट्रॉनिक आर्ट्स यानी ईया का ये गेम आपको एकदम असली रेस का माहौल देगा और अगर आप रेसिंग के दीवाने हैं तो इससे बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता. इस गेम में १४० असली कार हैं १७ असली रेसिंग ट्रैक्स हैं. आने वाले एड्स आपको परेशान कर सकते हैं मगर आप रेसिंग का असली मज़ा लेना चाहते हैं तो रियल रेसिंग ३ आपके लिए ही है. नस कई सालों तक रेसिंग गेम्स का दूसरा नाम था और काफी हद तक अभी भी है. अगर आप एकदम खुल के कुछ थ्रिल्स के साथ रेस करना चाहते हैं तो नस आपकी ज़रुरत पूरा कर देगा. कुल मिलकर अगर आपको रोहित शेट्टी बनाना है ये गेम आपके पास होना ही चाहिए. जैसा की नाम से ही पता चल रहा है फ१ रेसिंग का ऑफिशियल गेम है. हमेशा से फ१ कार्स ने आपको रोमांचित किया है तो ये गेम आपको अपनी ख़ुद के कार बना सकते हैं और उसे अपने हिसाब से मोदीफी भी कर सकते हैं. लिस्ट का दूसरा एस्फाल्ट का गेम. आप जैसे ही गेम डाउनलोड करने जाएंगे लिख कर आएगा नो रोड. नो रूलस! जो गेम किस तरह का है ये बताने के लिए काफी है. यहां आपको रेस करना होगा पहाड़ियों में, गुफाओं में, गाड़ी को लम्बा उछाल कर आपको रेस जीतना है. इस गेम में आपको मॉन्स्टर ट्रक, मस्कले कार, बग्गी, रैली कार या सुव चलाने को मिलेगी वो भी इस लक्ष्य के साथ के फिनीश लाइन पर सबसे पहले पहुंचना है कैसे भी.
दिल्ल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग का इस्तीफा , कांग्रेस ने लगाया मोदी-केजरीवाल के बीच डील का आरोप - हिन्दी न्यूज दिल्ल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग का इस्तीफा , कांग्रेस ने लगाया मोदी-केजरीवाल के बीच डील का आरोप नई दिल्ली | दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने इस्तीफा दे दिया है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार से अनबन की वजह से चर्चा में रहने वाले नजीब जंग ने अपना इस्तीफा केंद्र सकरार को भेज दिया है. उधर कांग्रेस ने नजीब जंग के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए पुछा है की क्या केजरीवाल और मोदी के बीच किसी डील की वजह से जंग को हटाया गया गया है? अरविन्द केजरीवाल के साथ अधिकारों की जंग लड़ने वाले उपराज्यपाल नजीब जंग ने आज अचानक से अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उनके इस तरह इस्तीफा देने से आम आदमी पार्टी और केजरीवाल भी हैरान है. केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा की मैं उपराज्यपाल के इस्तीफा से हैरान हूँ. नजीब जंग को भविष्य के लिए शुभकामनाये. उधर खबर है की केजरीवाल कल नजीब जंग से मुलाकात करेंगे. उपराज्यपाल भवन की और से जारी बयान में कहा गया की नजीब जंग ने अपना इस्तीफा केंद्र सरकार को भेज दिया है. उन्होंने शिक्षा क्षेत्र से जुड़ने की इच्छा जाहिर की है. नजीब जंग ने २०१३ में दिल्ली के उपराज्यपाल पद की शपथ ली थी. वो दिल्ली के २०वे उपराज्यपाल थे. नजीब जंग इससे पहले जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के कुलपति भी रह चुके है. उधर कांग्रेस ने नजीब जंग के इस्तीफे पर मोदी और केजरीवाल पर निशाना साधा है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने मीडिया से बात करते हुए कहा की हम जानना चाहते है की नजीब जंग जी के इस्तीफे के पीछे मोदी और केजरीवाल के बीच क्या डील हुई है? उनके इस्तीफे के पीछे के क्या कारण है? क्या केंद्र सरकार ने आरएसएस के किसी कार्यकर्ता को दिल्ली का उपराज्यपाल बनाने के लिए नजीब जंग से इस्तीफा लिया. अगर ऐसा होता है तो हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे. इसी बीच खबर मिली है की दिल्ली के पूर्व कमिश्नर बीएस बस्सी को दिल्ली का उपराज्यपाल बनाया जा सकता है. यह आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका होगा. क्योकि बस्सी और केजरीवाल के बीच की तल्खी किसी से छिपी नही है. केजरीवाल ,उनके कमिश्नर रहते हुए उन्हें बीजेपी प्रवक्ता तक कह चुके है.
सुर्वीवोर सिरीज के बाद इन ५ व्वे दिग्गजों के साथ ड्रू मैकइंटायर की दुश्मनी हो सकती है मंडे नाइट रॉ में इस समय रोमन रेंस की कमी को पूरी करने के लिए कंपनी ड्रू मैकइंटायर को बड़े सुपरस्टार के तौर पर दिखा रही है। इस बात में कोई शक नहीं है कि स्कॉटलैंड के ड्रू मैकइंटायर कंपनी में अपने आप को एक बड़ा हील बना चुके हैं और पहले के मुकाबले काफी बदल भी चुके हैं। कर्ट एंगल के ऊपर मिली एक बड़ी चीज से उन्होंने सभी को चौंकाया और इससे साफ पता लगता कि उन्हें आने वाले समय में उन्हें कितना बड़ा पुश मिलने वाला है। लेकिन, क्या आने वाले समय में कोई उनका सामना करने की हिम्मत दिखाएगा? काफी सारे व्वे दिग्गज हैं जिनका करियर अब लगभग खत्म होने को आया है और हो सकता है कि ड्रू का सामना उनमें से ही किसी के साथ हो जाए। आइए जानें ऐसे पांच व्वे दिग्गजों के बारे में जो ड्रू के साथ अपनी दुश्मनी शुरू कर सकते हैं। जॉन सीना ने अपने करियर के दौरान उन सभी चीजों को हासिल किया है जिसकी लोग सिर्फ कल्पना कर सकते हैं। इस समय वह कंपनी के अंदर भी ज्यादा नजर नहीं आ रहे हैं लेकिन मैकइंटायर के लिए अच्छी विरोधी भी साबित हो सकते हैं। दोनों का सामना कभी नहीं हुआ है और पूर्व न्क्स्ट चैंपियन को रॉ में इतना बड़ा पुश मिल रहा है तो ऐसा होने की संभावना है। व्वे और सर्वाइवर सीरीज की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
राज्य शासन को मिला दो सप्ताह का समय..हाईकोर्ट ने मांगा जवाब..पूछा अब तक जांच कहां तक पहुंची - क्गवाल-छत्तीसगढ़ न्यूज होम मेरा बिलासपुर राज्य शासन को मिला दो सप्ताह का समय..हाईकोर्ट ने मांगा जवाब..पूछा अब तक जांच कहां तक पहुंची बिलासपुर- हाईकोर्ट में फरवरी महीने से गायब जयमती साहू मामले को लेकर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद कोर्ट ने राज्य शासन को दो सप्ताह का समय दिया है। इन १४ दिनों के अन्दर राज्यशासन को याचिकाकर्ता के आवेदन का जवाब देना होगा। जूही साहू के वकील रोहित तिवारी ने बताया कि फरवरी महीने से जूही की मां जयमती साहू लापता हो गयी है। जूही ने मामले को लेकर हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण की याचिक पेश की थी। मामले में आज सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई मुख्यन्यायाधीश और ज्टिस पीपी साहू की खण्डपीठ में हुई। रोहित तिवारी ने बताया कि मुख्य न्यायमूर्ति और जस्टिस पीपी साहु की खण्डपीठ ने आईजी को गायब जयमति साहू मामले में जाँच के निर्देश दिये थे। लेकिन किसी प्रकार की को प्रगति रिपोर्ट पुलिस ने पेश नहीं किया। यचिकाकर्ता ने पुलिस जांच पर प्रश्नचिंह लगाते हुए न्यायालय से सीबीआई से जांच कराने की मांग की। हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुआ सोमवार को दो सप्ताह का समय देते हुए राज्य शासन को आवेदन का जवाब पेश करने को कहा है। इल दौरान कोर्ट को बताया गया कि आज तक पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है। यचिककर्ता की तरफ से अधिवक्ता रोहित शर्मा और वतन साहू ने जबकि राज्य शासन की तरफ से गगन तिवारी ने पैरवी की है। जब धीरे से टाला सरई, सागौन का सवालजोगी ने कहा समीरा मेरी बहनमहाधिवक्ता पर बरसेबताया फिर नहीं..सुप्रीम कोर्ट जाएं
आज का राशिफल ज्योतिर्विद अभय पांडेय के साथ मेष-आज का दिन मेष राशि वालों के लिए अति उत्तम रहेगा| सुसमाचार की प्राप्ति होगी| पदौन्नती का योग है| मन प्रसन्न रहेगा| प्रशासनिक कार्य में सफलता का योग है| सुख समृद्धि में वृद्धि होगी| बाहरी स्थान से लाभ मिलेगा| पराक्रम के द्वारा रोजगार एवं संचित धन में वृद्धि का योग है| वृष-आज के दिन जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति चिंता रहेगी| संचित धन में वृद्धि का योग| शत्रु के कारण नुकसान हो सकता है| मित्र एवं भाई से वैचारिक मतभेद का योग है| संतान के कारण मान सम्मान में वृद्धि होगी| ठंडक से सम्बंधित रोग से कष्ट का योग है| मिथुन-आज के दिन छोटे भाई/बहन एवं मित्र के ऊपर खर्च की अधिकता के कारण संचित धन में हानि का योग है| पराक्रम के द्वारा शत्रुओ पर विजय प्राप्त होगी| धार्मिक कार्य में अरुचि रहेगी| जीवनसाथी को शारीरिक कष्ट का योग है| कर्क-आज के दिन बाहरी स्थान के सहयोग से संचित धन में वृद्धि का योग है| मनोरंजन एवं भोग विलास पर खर्च होगा| भाग्य का पूर्ण सुख प्राप्त नहीं होगा| मान सम्मान में वृद्धि होगी| वाहन सुख उत्तम मिलेगा, दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा| सिंह-आज के दिन व्यय अधिक रहेगा| आकस्मिक धनहानि का योग है| सुख में कमी होगी, माता पिता को शारीरिक कष्ट का योग है| संतान के सहयोग से संचित धन में वृद्धि होगी| जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति चिंता| कन्या-आज के दिन शत्रु प्रबल होंगे| स्थान परिवर्तन का योग है| आकस्मिक धनहानि हो सकती है| अपने लोग भी शत्रु जैसा व्यवहार करेंगे| रोजगार से लाभ मिलेगा| मान सम्मान में वृद्धि होगी| यात्रा के कारण धनहानि हो सकती है| तुला-आज के दिन नए रिश्ते बनेंगे| भूमि, वाहन में निवेश करने से लाभ, धार्मिक यात्रा में खर्च होगा, भाग्य का पूर्ण सहयोग प्राप्त नहीं होगा| प्रशासनिक कार्य में वृद्धि का योग है| विद्या एवं संतान से संचित धन में वृद्धि| वृश्चिक-आज के दिन भूमि से सम्बंधित चिंता हो सकती है| पदौन्नती का योग है| भाग्य का पूर्ण सुख प्राप्त नहीं होगा| विद्या /संतान के द्वारा आय में वृद्धि का योग है| जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति चिंता रहेगी| धनु-आज के दिन आकस्मिक धनहानि हो सकती है| जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति चिंता रहेगी, रक्त एवं हड्डी से सम्बंधित रोग से कष्ट हो सकता है| मित्र से मतभेद हो सकता है| धार्मिक कार्य में अरुचि रहेगी| मान सम्मान में वृद्धि का योग है| मकर-आज के दिन मान सम्मान में वृद्धि का योग है| बनते हुए काम भी बिगड़ने की संभावना है| आकस्मिक घटना का योग है| बाहरी स्थान से रोजगार में वृद्धि होगी| लम्बी यात्रा का योग है| कुम्भ-आज के दिन शत्रु के द्वारा लाभ मिलेगा| संतान/विधा के सहयोग से सुख समृद्धि में वृद्धि होगी| पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंता रहेगी| साझेदारो के साथ मतभेद हो सकता है| मीन-आज के दिन पदौन्नती का योग है| सुख समृद्धि में वृद्धि होगी| संतान/जीवनसाथी को कष्ट हो सकता है| सहकर्मियों से अच्छा व्यवहार बना कर रखने से लाभ मिलेगा|
२०१९ ट्रिम्फ स्ट्रीट ट्विन और स्ट्रीट स्क्राम्ब्लेर पुरानी बाइक्स की तुलना में ज्यादा पावरफुल हैं। साथ ही इनमें कुछ कॉस्मेटिक अपडेट्स भी किए गए हैं। इस धाकड़ और हाईटेक 'इंडियन' क्रूजर में लगा है गोल्ड यह एक लग्जूरिअस बाइक है
मृत मजदूरों के परिजनों को दस लाख मुआवजा देने की मांग | मृत मजदूरों के परिजनों को दस लाख मुआवजा देने की मांग - संपला न्यूज,सांपला न्यूज़,सांपला समाचार मृत मजदूरों के परिजनों को दस लाख मुआवजा देने की मांग संपला न्यूज - रोहतक | भाजपा सरकार की मजदूर किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी नीतियों के खिलाफ व मजदूर-कर्मचारियों के हकों को लेकर... रोहतक | भाजपा सरकार की मजदूर किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी नीतियों के खिलाफ व मजदूर-कर्मचारियों के हकों को लेकर शुक्रवार को जिला कन्वेशन कर्मचारी भवन में रीना की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें आगामी ३० जनवरी काे होने वाले जेल भरो आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। इस दौरान वक्ताआें ने मिल्क प्लांट अमूल, सांपला में रबड़ फैक्ट्री में हुई घटना में मारे गए दो मजदूरों व घायल चार मजदूरों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। सभी ने सर्वसम्मति से मृतक के परिवारों को दस-दस लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की। ३० जनवरी को हुड्डा सिटी पार्क में सुबह ११ बजे प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद गिरफ्तारियां भी जाएंगी। संचालन सीटू जिला सचिव प्रकाशचंद्र ने किया। जोगेंद्र बल्हारा, विजेंद्र गूलिया, महासंघ के नेता, सर्व कर्मचारी संघ की नेता सविता राज्य उपप्रधान, जिला प्रधान कर्मबीर सिवाच, सचिव प्रदीप, सीटू जिला प्रधान सतबीर पाक्समा, सचिव प्रकाशचंद्र, विनोद, कमलेश, संजीव, रीना, रोशनी, बबीता, कांता, शीला आदि उपस्थित रहे।
हवाई चप्पल वाला भी हवाई यात्रा कर सकेगाः प्रधानमंत्री | | तेवर टाइम्स ० कमेंट हवाई चप्पल वाला भी हवाई यात्रा कर सकेगाः प्रधानमंत्री शिमला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केंद्र सरकार की क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना के तहत दिल्ली और शिमला के बीच विमान सेवा का शुभारंभ किया। इस योजना को उड़ान- उड़े देश का आम नागरिक नाम दिया गया है। प्रधानमंत्री ने उड़ान योजना के तहत कड़पा-हैदराबाद और नांदेड़-हैदराबाद सेक्टरों के बीच भी विमान सेवा की शुरुआत की। इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र दुनिया में सबसे तेजी से विकास करता हुआ क्षेत्र है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आने से पहले तक देश में कोई विमानन नीति नहीं थी लेकिन हमने सरकार में आते ही एक नीति बनायी और बड़े शहरों के अलावा छोटे शहरों को भी विमान सेवा से जोड़ना शुरू किया। उन्होंने कहा कि पहले यह माना जाता था कि विमान सेवा सिर्फ बड़े लोगों के लिए है लेकिन हमारी सरकार ने इसे सभी के लिए मुहैया करवाने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली में टैक्सी का किराया कम से कम दस रुपए प्रति किलोमीटर होता है लेकिन विमान से आने का किराया ज्यादा से ज्यादा ६ या ७ रुपए प्रति किलोमीटर पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का मंत्र है सब उड़ें सब जुड़ें। उन्होंने कहा कि हवाई यात्रा हवाई चप्पल वाला भी कर सके हमारा यही प्रयास है। इस संदर्भ में उन्होंने एक किस्सा बताते हुए कहा कि जब केंद्र में अटलजी की सरकार थी तब मैं हिमाचल का प्रभारी था और मैंने उस समय सरकार को सुझाव दिया था कि एअर इंडिया का लोगो महाराजा यह संदेश देता है कि यह सेवा सिर्फ बड़े लोगों के लिए है इसलिए इसे बदल कर कार्टूनिस्ट आर. लक्ष्मण के आम आदमी को बनाया जाये और मुझे खुशी है कि मेरा सुझाव मान लिया गया था।
दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार | लिमंत अतिसार का रोग इंसान के शरीर के अंदर उनके द्वारा किए गए भोजन के सही ढंग से शरीर के अंदर न पच पाने के कारण होता है। अतिसार का रोग खाने में असंतुलित भोजन और खान पान में गड़बड़ी के कारण भी होना शुरू हो जाता है। इस रोग में इंसान के द्वारा किए गए भोजन पाचन तंत्रिका के द्वारा ठीक से पचा नहीं पाते हैं। शरीर के अंदर किए गए भोजन यदि ठीक तरह से नहीं पच पाते हैं। तो यह दस्त का रूप धारण कर लेती है। इस रोग में इंसान के शरीर के अंदर से बार बार मल का आना शुरू हो जाता है। साथ ही साथ मल शरीर के अंदर से बहुत पतले निकलने शुरू हो जाते हैं। अतिसार को डायरिया के नाम से भी जाना जाता है।(दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) अतिसार रोग में मल के समय मल से रक्त आना शुरू हो जाता है। यदि किसी इंसान के शरीर के अंदर डायरिया काफी लंबे समय से चलती आ रही है। तो ऐसे में इंसान के दस्त करने के समय दस्त के साथ साथ रक्त का आना भी शुरू हो जाता है। ज्यादा मात्रा में मल त्याग करने से शरीर के अंदर कई तरह के पौष्टिक तत्व शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इस कारण से शरीर में हमेशा थकावट बना रहता है। और इंसान हमेशा थकावट महसूस करने के कारण हमेशा आराम करना चाहता है। अतिसार के रोग में रोगी को खाना खाने का बिल्कुल मन नहीं करता है। रोगी को खाने से विरक्ति होना शुरू हो जाता है। हमेशा प्यास लगना और मुँह सुखा हुआ रहना डायरिया और अतिसार के प्रमुख लक्षण माने जाते हैं। (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) डायरिया के लक्षणों में सिर का दर्द होना भी प्रमुख लक्षण माना जाता है। लंबे समय से मल त्याग करने के कारण हमेशा सर में दर्द बना रहता है। ज्यादा मात्रा और पतले मल त्याग करने से बुखार का आना और वजन की कमी होनी ही शुरू हो जाती है। कभी कभी देखा जाता है कि डायरिया के लक्षणों में जैसा हम भोजन करते हैं। बिना पचे हमारे भोजन हमारे मल के माध्यम से वैसे ही निकल जाते हैं। खाना खाने के तुरंत उपरांत जी मिचलाना उल्टी का आना भी अतिसार और डायरिया के लक्षण माने जाते हैं। मल त्याग करने के समय में ढीले मल का त्याग होना अर्थात ज्यादा मात्रा में पतले और पानी जैसे मल का त्याग करना अतिसार के प्रमुख लक्षणों में से एक माने जाते हैं। हमेशा पेट में दर्द होना और पेट में किसी चीज का चुभन महसूस होना भी अतिसार और डायरिया के लक्षणों में से एक हैं। (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) डायरिया और अतिसार के रोग का उपचार खजूर का नाम आप लोगों ने आवश्य सुना होगा। खजूर शरीर के अंदर रोगों से लड़ने की क्षमता अर्थात रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में रोगी की मदद करता है। अतिसार और डायरिया के रोग में खजूर का एक बहुत बड़ा महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। खजूर के पांच से छह की संख्या को लेकर इसके सेवन करने से शरीर के अंदर हो रहे डायरिया और अतिसार के रोग को खत्म किया जा सकता है। इसके उपयोग करने के लिए हमें ५ से ६ खजूर के फल को लेकर इसका सेवन करना है। और १ घंटे के बाद थोड़ा थोड़ा पानी पीते रहना है। लगातार थोड़े थोड़े पानी के सेवन करने से शरीर के अंदर अतिसार और पतले दस्त की समस्या को दूर किया जा सकता है। साथ ही साथ खजूर के सेवन करने से शरीर के अंदर रोग से लड़ने की क्षमता में भी काफी वृद्धि होती है। दालचीनी के सेवन करने से भी शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे अतिसार और दस्त की समस्या को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है। दालचीनी के उपयोग करने के लिए हमें दालचीनी १० ग्राम लेकर इसे अच्छे से कूटकर चूर्ण बना लेना है। चूर्ण बनाने के उपरांत हमें १ लीटर ठंडे पानी में इसे मिलाना है। और इसे हल्की आंच पर गर्म करना है। जब यह पानी उबलने लगे तो हमें किसी छलनी के माध्यम से इस पानी को छान लेना है। और २४ घंटे तक हमें इस पानी की थोड़ी-थोड़ी मात्रा सेवन करने से शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे डायरिया अतिसार और पतले दस्त की समस्या को हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है। पेट से जुड़ी समस्याओं को जड़ से खत्म करने में जामुन का बहुत महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। जामुन एक ऐसा औषधीय प्राकृतिक फल है। जिसके सेवन करने से पेट की समस्याओं को खत्म करने के साथ साथ शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे अन्य लोगों को भी जड़ से खत्म करने की क्षमता रखता है। जामुन के गुठली का चूर्ण ३ से ४ दिन लगातार सेवन करने से पुराना से पुराना डायरिया और अतिसार या पतले दस्त से हो रहे रोग को जड़ से खत्म किया जा सकता है। (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) यदि नवजात शिशु के अंदर डायरिया के लक्षण नजर आ रहे हैं तो ऐसे शिशु को जायफल को पीसकर और बार-बार चटाने से अतिसार में यह अत्यंत लाभप्रद साबित होता है। हालांकि नवजात शिशु को आप हमारे द्वारा बताए गए ऊपर के किसी और औषधि का सेवन ना करवाएं। क्योंकि नवजात शिशु में इम्यून सिस्टम व्यस्क पुरुष के मुकाबले कमजोर होता है। ऐसे में यदि किसी कम आयु के बच्चे में अतिसार अर्थात डायरिया के लक्षण नजर आ रहे हैं। तो उसे जायफल को पीसकर उसको चटाने से कम आयु के बच्चे में अतिसार की बीमारी को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है। डायरिया अर्थात अतिसार के रोग को जड़ से खत्म करने के लिए नीम की पत्ती का उपयोग किया जा सकता है। नीम के पत्ती के अंदर बहुत सारे ऐसे गुण मौजूद है। जो शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे रोग को हमेशा के लिए खत्म कर सकता है। नीम के उपयोग करने के लिए हमें नीम के कोमल पत्तियां लेनी है। चार से पांच कोमल पति को लेकर अच्छे से साफ कर लेना है। इसे पीसकर इसका पेस्ट तैयार कर लेना है। पेस्ट तैयार होने के बाद इसमें शहद की मात्रा मिलाकर १ दिन में तीन से चार बार सेवन करने से डायरिया अर्थात पतले हो रहे दस्त में काफी सुधार प्राप्त किया जा सकता है। डायरिया की रोक को सुधार करने के लिए प्याज का भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। प्याज के सेवन करने से शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे डारिया की समस्या को खत्म किया जा सकता है। प्याज का उपयोग करने के लिए हमें एक प्याज लेकर इसे अच्छी तरह से पीसकर इसका जूस बाहर निकाल लेना है। इसका सेवन हमें तीन से चार दिन तक लगातार करना है। ३ से ४ दिन तक लगातार प्याज के जूस के सेवन करने से शरीर के अंदर अतिसार में काफी लाभप्रद साबित होता है। (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) अतिसार की समस्या को खत्म करने के लिए बेल का पानी भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। गर्मी के समय में बेल का उपयोग करना अतिसार के साथ साथ कई अन्य रोगों को जड़ से खत्म करने के लिए किया जाता है। यदि किसी रोगी को अतिसार की समस्या बहुत विकृत होती जा रही है। तो ऐसे में पके हुए बेल के गुदा को पानी में अच्छी तरह से मिलाकर और थोड़ी सी शक्कर डालकर इसका शरबत बनाकर इसके सेवन करने से अतिसार के रूप में काफी फायदेमंद साबित होता है। अतिसार और डायरिया के रोग से छुटकारा पाने के लिए पीपल के पत्ते का भी सेवन करना अति आवश्यक है। पीपल के पत्ते में बहुत सारे ऐसे आयुर्वेदिक गुण मौजूद है। जो शरीर के अंदर रोगों से लड़ने की क्षमता को प्रबल बनाता है। साथ ही साथ इसके सेवन करने से अतिसार और डायरिया के रोग को जड़ से खत्म करने में हमारी मदद करता है। पीपल के पत्ते के उपयोग करने के लिए हमें तीन से चार पीपल के पत्ते को अच्छी तरह से धोकर पानी में उबालना है। इसे तब तक उबलते रहना है। जब तक कि पीपल के पत्ते का रंग बदल ना जाए। पीपल के पत्ते के रंग बदल जाने के बाद हमें इस पानी को किसी छलनी या कपड़े की मदद से अच्छे से छान लेना है। इस पानी का सेवन करने से शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे डायरिया के रोग को हमेशा के लिए जड़ से खत्म किया जा सकता है। डायरीया और अतिसार की समस्या में लौकी का सेवन भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। लोकी हमारे पेट से जुड़ी सभी समस्याओं को समाप्त करने में हमारी मदद करता है। ऐसे में अतिसार की समस्या को भी जड़ से समाप्त करने में लौकी का महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। प्रतिदिन लौकी के जूस के सेवन करने से शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे डायरिया अर्थात अतिसार की समस्या को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है। हालांकि डायरिया और अतिसार की समस्या को दूर करने के लिए कई तरह के रासायनिक दवाइयों का भी सेवन किया जा रहा है। लेकिन मैं आप सभी से यही कहूंगा कि रसायनिक दवाइयों के सेवन करने से शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे रोग में कुछ समय के लिए इजाफा प्राप्त होता है लेकिन यह रसायनिक दवाई हमारे शरीर के अंदर हो रहे रोग को जड़ से खत्म नहीं कर पाता है (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) रासायनिक दवाइयों के सेवन करने से शरीर के अंदर साइड इफेक्ट होने की संभावना होती है ऐसे में यदि कोई रोगी पहले से किसी रोग से पीड़ित हो तो साइड इफेक्ट होने के कारण और ज्यादा विकृत होने लगता है अतः आप सभी हमेशा आयुर्वेदिक औषधियों के सेवन करने के साथ-साथ अपने खान-पान के ऊपर परहेज रखें हालांकि आयुर्वेदिक दवाइयों के सेवन करने से रोग को खत्म करने में कुछ समय लग जाता है लेकिन आयुर्वेदिक दवाइयों के सेवन करने से शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे रोगों को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है और सबसे अच्छी बात यह मानी जाती है कि आयुर्वेदिक दवाइयों के सेवन करने से शरीर के अंदर किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट होने की संभावना नहीं होती है। रासयनिक दवाइयों के सेवन करने से शरीर के अंदर कई तरह के रोग उत्पन्न होने लगते हैं। लेकिन आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन करने से हमेशा के लिए खत्म तो होते ही हैं। साथ ही साथ यह शरीर के अंदर उत्पन्न हो रहे रोग को भी खत्म करने में हमारी मदद करता है। (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) यदि आप सभी को मेरे द्वारा दस्त (डायर्रिया) अतिसार के बारे में दिया गया जानकारी पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्त और परिवार के बीच अवश्य शेयर कर दे। दस्त (डायर्रिया) अतिसार बहुत ही परेशान कर देने वाला रोग है। अतः आप के द्वारा शेयर करने से यह जानकारी बहुत सारे लोगों को दस्त (डायर्रिया) अतिसार के समस्या से राहत दिला सकता है। (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) यदि आपको दस्त (डायर्रिया) अतिसार के इस जानकारी के बारे में कुछ पूछना है। या आप कुछ बताना चाहते हैं। तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। दस्त (डायर्रिया) अतिसार के इस जानकारी के लिए कमेंट करने का विकल्प आपको इस पोस्ट के नीचे आसानी से प्राप्त हो जाएगा। यदि आप किसी खास मुद्दे पर हमसे बातचीत करना चाहते हैं। तो आप हमें कमेंट के जरिए बता सकते हैं। (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) मैसेज के जरिए बता सकते हैं। ईमेल के जरिए बता सकते हैं। मैसेज करने का विकल्प आपको हमारी वेबसाइट के होमपेज पर जाकर व्हाट्सएप के जरिए आसानी से प्राप्त हो जाएगा। यदि आप दस्त (डायर्रिया) अतिसार के रोग के बारे में किसी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को रखते हैं। या फिर दस्त (डायर्रिया) अतिसार के उपचार के लिए किसी अन्य घरेलू नुस्खे के बारे में विस्तार से जानते हैं। तो आप हमारे साथ उस जानकारी को शेयर कर सकते हैं। (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) आप सभी के सुविधा और अच्छी जानकारी के लिए समय-समय पर हम अपने द्वारा दिए गए जानकारी को अपडेट करते रहते हैं। ऐसे में आपके द्वारा प्रदान किया गया जानकारी महत्वपूर्ण साबित होगा। (दस्त (डायर्रिया) अतिसार के कारण लक्षण और इसका उपचार) कैसे उपचार करे दस्त की घरेलु नुस्के से अतिसार का उपचार डायरिया की रोकथाम करने के उपाय डायरिया रोग होने के प्रमुख कारण
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कुराश प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने किया अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन - न्यूज१२७.कॉम होम / एडउकेशन / कुराश प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने किया अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन संजीव शर्मा, मेरठ। तीन दिवसीय कुराश प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने जमकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता के दौरान एक से बढ़कर एक कड़े मुकाबले देखने को मिले। मंगलवार को प्रतियोगिता का समापन हो गया। प्रदेश स्तरीय इस प्रतियोगिता में गाजियाबाद की टीम ने ओवर आल चैंपियन का खिताब जीता। विजेता खिलाड़ियों को आयोजकों की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। तीन दिवसीय कुराश प्रतियोगिता का आयोजन मेरठ जिले के भराला गांव में स्थित राजपाल सिंह स्पोर्टस एकादमी में किया गया था। प्रदेश स्तरीय कुराश प्रतियोगिता के दौरान प्रदेश के सभी जिलों से करीब ३५० खिलाड़ियों ने भाग लिया। मंगलवार को प्रतियोगिता का समापन हुआ। समापन असवर पर विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। भाजयुमो के पूर्व जिला मंत्री मनिंदर विहान भराला ने बताया कि प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। जीत हासिल करने के लिए खिलाड़ी अपने दांव पेंच अजमाते नजर आए। उत्तर प्रदेश कुराश एसोसिएशन के सचिव विक्रांत कश्यप ने बताया कि इस प्रतियोगिता में विजेता बच्चे नेशनल प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। २७ से २९ दिसंबर पुणे में सीनियर नेशनल प्रतियोगिता और २७ से २९ जनवरी के बीच उज्जैन में जूनियर नेशनल प्रतियोगिता का आयोजन होगा। प्रदेश स्तरीय इस प्रतियोगिता में गाजियाबाद ने पहला, सहारनपुर ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। राजपाल सिंह स्पोटर्स अकादमी के डायरेक्टर सतेन्द्र फौजी ने बताया कि इस प्रतियोगिता के आयोजन से ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को आगे आने का मौका मिलेगा। प्रेवियस स्वीडन के महाराजा व महारानी की मौजूदगी में १४ एमएलडी सीवेज का लोकापर्ण, देखें विडियों नेक्स्ट बैंक आफ बडौदा ने १७१ उपभोक्ताओं को दिया १७ करोड़ ४३ लाख का लोन सोनी चौहान राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर कॉलेज के छात्रों को मतदान को लेकर