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ट्रांसपोर्टर का अपरहरण कर गैंगस्टरों ने लूटे ५.३० लाख, नंगा कर पहले बनाया विडियो फिर सरेआम... - किदनप्पे केश
ट्रांसपोर्टर का अपरहरण कर गैंगस्टरों ने लूटे ५.३० लाख, नंगा कर पहले बनाया विडियो फिर सरेआम...
लुधियाना(ऋषि): नामी गैंगस्टर सचिन द्वारा हफ्ता वसूली के चलते अमृतसर में तैनात सरकारी वकील के भाई को पहले गन प्वाइंट पर बस स्टैंड के बाहर से किडनैप किया गया और किला मोहल्ला स्थित अपने दफ्तर न्यू यंग वाल्मीकि फाऊंडेशन में ले जाकर नग्न कर मारपीट की व गुदा में डंडा घुसेडऩे की वीडियो भी बना ली। आरोपी ने उससे ५.३० लाख की नकदी लूटने के बाद उसकी आंखों पर पट्टी बांध कर सुनसान जगह पर छोड़ दिया। थाना डिवीजन नं. ५ की पुलिस ने सचिन व उसके ४ साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
एस.एच.ओ. एस.आई. रिचा शर्मा के अनुसार पुलिस को दी शिकायत में एम.एफ. ट्रैवल के विमल कुमार (४६) निवासी न्यू करतार नगर, सलेम टाबरी ने बताया कि उसकी रेलवे स्टेशन रोड पर दुकान है। उक्त आरोपी उसकी बसें चलाने के नाम पर उनसे अवैध वसूली करते थे। इसी के चलते गत ३० जून सुबह ७ बजे उसके दफ्तर में सचिन, अशोक कुमार, माहन व दीपक निवासी किला मोहल्ला आए और कब्जा करने की नीयत से कुर्सियां रखकर बैठ गए लेकिन वह उनसे बिना कोई बहस किए अपने घर चला गया। इसके बाद वह लगभग ११.३० बजे किसी काम के चलते बस स्टैंड अपने दोस्त बन्नी के पास गया और पार्किंग में कार खड़ी कर दी। कुछ समय बाद ही उक्त आरोपी वहां पहुंच गए और उसे गन प्वाइंट पर अपनी कार में बिठाकर अपने दफ्तर ले गए। दफ्तर में उससे मारपीट कर नकदी लूटी, वीडियो बनाई और धमकाया कि अगर पुलिस को शिकायत दी तो वे उसके परिवार का नुक्सान कर देंगे। आरोपियों ने अपने कुछ साथी बस स्टैंड पर भेजकर उसकी कार भी कब्जे में ले ली और उसे आंखों पर पट्टी बांध सुनसान जगह पर छोड़ आए। गैंगस्टर सचिन ने फोन कर उसे धमकियां भी दी।
पुलिस ने खुलवाए बदमाशों द्वारा दुकान को लगाए ताले
पीड़ित द्वारा थाना कोतवाली पुलिस में भी शिकायत की गई है जिसकी अलग से जांच की जा रही है। बदमाशों द्वारा उसकी दुकान पर अपने ताले लगा दिए गए थे जो पुलिस ने खुलवाए हैं। एस.एच.ओ. कोतवाली एस.आई. हरजीत सिंह ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है जिसकी जांच की जा रही है। |
यू अरे हेरे: होम २०१८ ऑगस्ट कोंकण रेलवे निगम लिमिटेड (क्रल भर्ती २०१८) १०० ट्रैकमैन, स्विचमैन & खलासी (इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और स &त) पदों के लिए आवेदन आमंत्रित अंतिम तिथि: १६ सितंबर २०१८
कोंकण रेलवे निगम लिमिटेड (केआरसीएल भर्ती २०१८) ने १०० ट्रैकमैन, स्विचमैन & खलासी पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। अगर आप इस केआरसीएल भर्ती २०१८ के इच्छुक हैं तो आप आवेदन करने की आखिरी तारीख १६ सितंबर २०१८ से पहले आवेदन कर सकते हैं।
इस क्रल जॉब से जुड़ी जानकारी इस प्रकार है।
पोस्ट नाम: ट्रैकमैन
पोस्ट नाम: स्विचमैन
पोस्ट नाम: खलासी इलेक्ट्रिकल
पोस्ट नाम: खलासी स &त
पोस्ट नाम: खलासी मैकेनिकल
शैक्षणिक योग्यता: मान्यता प्राप्त बोर्ड से १०त पास
केआरसीएल भर्ती आयु सीमा: ०१.०७.2०१8 को अधिकतम आयु सीमा १८ से ३१ साल है
आवेदन शुल्क:अनारक्षित और ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए ५०० रुपये, एससी / एसटी / पूर्व-सैनिक / पीडब्ल्यूडी महिला / अल्पसंख्यक / आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए २५० / रुपये। परीक्षा देने पर २५० रुपये वापस कर दिए जाएंगे
क्रल आवेदन कैसे करें: इच्छुक उम्मीदवार वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं
ऑनलाइन आवेदन की हार्ड कॉपी की अंतिम तारीख: १६ सितंबर २०१८
विस्तार विज्ञापन लिंक
ऑनलाइन आवेदन करें-
आप सभी अनुरोध से निवेदन है कि इस जॉब लिंक केआरसीएल भर्ती २०१८-१९ को अपने दोस्तों को वाट्स एप गुप एवं फेसबुक या अन्य सोशल नेटवर्क पर अधिक से अधिक शेयर करें और उनको भी अच्छा रोजगार पाने में उनकी मदद करें।
थे पोस्ट कोंकण रेलवे निगम लिमिटेड (क्रल भर्ती २०१८) १०० ट्रैकमैन, स्विचमैन & खलासी (इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और स &त) पदों के लिए आवेदन आमंत्रित अंतिम तिथि: १६ सितंबर २०१८ एपेअरड फर्स्ट ऑन फ्री जॉब अलर्ट हिंदी. |
होम / ब्लॉग / हिन्दू ने ली मुस्लिम परिवार की जिम्मेदारी
दिल्ली की एक इमारत में आग लगने के हादसे में पिछले माह ४३ लोगों की मौत हुई। उनमें से एक बिहार के मुजफ्फ़रपुर जिले के रहने वाला मुशर्रफ नामक व्यक्ति जब आग में बुरी तरह से फंस गया था, तो अपने परिवार में किसी को फोन न करके मोनू अग्रवाल को फोन किया और कहा कि मेरे परिवार को लेकर दिल्ली पहुँच जाना। भरोसे को कायम रखते हुए मोनू डेड बॉडी लेने दिल्ली पहुँचा था।
मोनू ने बाद में बताया कि उन दोनों की दोस्ती खून की रिश्तेदारी और मज़हब से कहीं ऊँची थी। कभी भी हिन्दू मुस्लिम का पता नहीं चला। मोनू ने मुस्लिम परिवार के देखभाल का जिम्मा अपने ऊपर लिया है। यह गंगा-जमुनी तहज़ीब की एक अनूठी मिसाल है।
नेक्स्ट मदरसा के आधुनिकीकरण में सरकार की पहल |
चंद्रयान २ के ईर्स पेलोड ने यह चमकीली तस्वीर कैद की है, जिसे इसरो ने गुरुवार को रिलीज किया है।
फर्स्ट इल्ल्युमिनएटेड इमेज ऑफ थे लुनार सुर्फेस अऐकूर्ड बाय चंद्रयान२स ईर्स पेलोड न्यूज & देताइल्स इन हिन्दी: चंद्रयान २ के आईआईआरएस पेलोड से इसरो (इसरो), यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्ग) को चांद की सतह की पहली चमकीली तस्वीर मिली है। इसरो ने अपने ट्विटर अकाउंट से यह तस्वीर जारी की है। आईआईआरएस को चांद की सतह से परावर्तित होने वाले प्रकाश को मापने के मकसद से डिजाइन किया गया है।
उधर, नासा (नासा) ने इसरो के मून लैंडर विक्रम को खोजने में मदद तेज कर दी है। सोमवार को नासा के एलआरओ ने उसे जगह की कई तस्वीरें लीं, जहां माना जाता है कि विक्रम गिरा होगा। इससे पहले तस्वीर लेने की कोशिश पिछले महीने (१७ सितंबर को) भी की गई थी, लेकिन कम रोशनी के चलते अच्छी तस्वीरें नहीं ली जा सकी थीं। बुधवार को नासा के एलआरओ प्रोजेक्ट के वैज्ञानिक नोआ पेट्रो ने बताया कि इस बार रोशनी काफी बेहतर थी।
उन्होंने बताया कि हम पूरी शिद्दत से तलाश करेंगे और जल्द ही पता लगा लेंगे कि विक्रम के साथ क्या हुआ था। उन्होंने बताया कि ताजा तस्वीरों का अध्ययन अभी कैमरा टीम द्वारा किया जा रहा है। आने वाले कुछ दिनों में इस बारे में और जानकारी मिल सकती है।
चंद्रयान २ के ईर्स पेलोड ने चांद की सतह का यह फोटो कैद किया है, जिसे गुरुवार को इसरो ने टि्वटर पर साझा किया। तस्वीर में प्रमुख क्रेटर्स नजर आ रहे हैं, जिनमें समरफील्ड, स्टेबिन्स और किर्कवुड शामिल हैं। (फोटोः
उन्होंने बताया कि हम जिस जगह की तस्वीरें ले रहे हैं, वह काफी फैला हुआ है। हमें सटीक जानकारी नहीं है कि किस जगह विक्रम के साथ हादसा हुआ होगा। ऐसे में हमें काफी बड़े दायरे की तस्वीरें लेनी पड़ रही हैं। इसलिए हमें कुछ वक्त चाहिए। अब १० नवंबर को फिर से एलआरओ को और तस्वीरें लेने के लिए भेजा जाएगा।
बता दें कि छह सितंबर को जब इसरो ने चंद्रयान २ को लॉन्च किया था, तभी विक्रम का संपर्क इससे टूट गया था। चांद की सतह के काफी करीब पहुंच कर विक्रम लापता हो गया।
१ मोदी के महात्वाकांक्षी लक्ष्य पर मनमोहन का वार- नहीं नजर आ रहे लक्षण, कैसे पहुंचेगी ५ ट्रिलियन वाली अर्थव्यवस्था?
२ राहुल गांधी ने अब प्म को बताया बेचेंद्र मोदी, बोले- सूटबूट वाले मित्रों संग करते हैं प्सू की बंदरबांट
३ विडियो: आंसू बहा लोगों को बहलाना चाहते हैं आजम खान, पर उन पर औरतों के आंसुओं का श्राप- स्प नेता पर बरसीं जया प्रदा |
इंटरनेट डेस्क। बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन का जन्मदिन है। उनके जन्मदिन के खास मौके पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं उनके बारे में कुछ ऐसी अनसुनी बातें जिन्हें जानकर शायद आपको हैरानी हो। एक्टिंग से लेकर रोमांस करने तक में अपना नाम शामिल कराने वाले एक्टर अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की जोड़ी बॉलीवुड के लिए एक मिसाल है।
दोनों की शादी के बीच रेखा का नाम भी सामने आया। लेकिन फिर भी दोनों ने अपने रिश्ते को संभाला। १९७८ में रेखा ने स्टारडस्ट मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में अपने और अमिताभ बच्चन के अफेयर को लेकर कई बातें कही थीं जिन्हें जया बच्चन ने बिलुकल भी पसंद नहीं किया था। जिसके बाद जया बच्चन ने अमिताभ को रेखा संग काम करने से भी रोका था। रेखा और बिग बी का नाम काफी सुर्खियों में रहा है।
यहां तक की दोनों की शादी की खबरें भी सामने आई थीं। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि रेखा और जया बिग बी का पहला प्यार नहीं थीं। इन दोनों से पहले बिग बी किसी और को अपनी दिल दे चुके थे। बिग बी पहले एक महाराष्ट्रयन लड़की से प्यार करते थे। बिग बी उनसे शादी भी करना चाहते थे, लेकिन किसी वजह से दोनों की शादी नहीं हो पाई। उस लड़की ने किसी और के साथ शादी कर ली थी।
१०-१०-२०१९ १२:३१:०५ प्म |
एयरपोर्ट इस वजह से हुआ बंद, शताब्दी में ६ एक्स्ट्रा कोच की तैयारी
चंडीगढ़ एयरपोर्ट से दिल्ली की तरफ जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामान करना पड़ेगा।
अम्बाला. चंडीगढ़ एयरपोर्ट से दिल्ली की तरफ जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामान करना पड़ेगा, क्योंकि एयरपोर्ट अथॉरिटी ने १२ से २६ फरवरी तक १५ दिन के लिए एयरपोर्ट को बंद करने का फैसला किया है। यह फैसला एयरपोर्ट पर रनवे एक्सपेंशन और आईएलएस अपग्रेडेशन को लेकर किया गया है।
- चंडीगढ़-दिल्ली के बीच रोजाना ऑपरेट होने वाले १० फ्लाइट्स इस कार्यकाल के दौरान ऑपरेट नहीं होंगी। १५ दिन के लिए एयरपोर्ट बंद होने से चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच रोजाना ऑपरेट होने वाली १० फ्लाइट्स प्रभावित होंगी। इन फ्लाइट्स में ३३२४ सीटें हैं।
- दिल्ली की तरफ जाने वाले यात्रियाें को शताब्दी एक्सप्रेस ही नजर अा रही हैं। इस अवधि में शताब्दी में ६ एक्स्ट्रा कोच लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। उत्तर रेलवे अम्बाला मंडल के अनुसार हाईकोर्ट के दिशा-निर्देश के बाद दिल्ली और कालका के बीच अप डाउन चलने वाली शताब्दी में ६ एक्स्ट्रा कोच और हफ्ते में ६ दिन चलने वाली चंडीगढ़ शताब्दी में भी ६ एक्स्ट्रा कोच लगाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा है।
५००-६०० सीटें हैं खाली रोजाना इस दौरान
- रेलवे आरक्षण केंद्र से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर १२ से २६ फरवरी के बीच अभी तीनों शताब्दी एक्सप्रेस में रोजाना ५०० से ६०० सीटें बची हुई हैं। १५ दिन पहले शताब्दी में सीटों को लेकर मारामारी रहती है। फ्लेक्सी फेयर के चलते शताब्दी में ऑक्युपेंसी ६० से ७० फीसदी रहती है।
- मॉर्निंग शताब्दी की ५० फीसदी सीटें भरने के बाद फ्लेक्सी फेयर ८१५ तक पहुंच जाता है। ईवनिंग शताब्दी में डिनर दिया जाता है इसलिए फेयर ९२० रुपए तक पहुंच जाता है। |
बैंक ऑफ बङौदा परिवार द्वारा ऋण वितरण समारोह का आयोजन - सुजनगढ़ ऑनलाइन
बैंक ऑफ बङौदा परिवार द्वारा ऋण वितरण समारोह का आयोजन
बीदासर : बैंक ऑफ बङौदा शाखा बीदासर द्वारा आज शाखा परिवार में एक ऋण वितरण समारोह का आयोजन किया गया जिसमें २४ किसानों को क्रेडिट कार्ड एवं लघु सिंचाई योजनाओं के लिये ४० लाख ८८ हजार के कृषि ऋण स्वीकृत एवं वितरित किये गये।
समारोह में जिला प्रबन्धक क्क खरखोदिया ने विभिन्न किसानों को ऋण चैक व ऋण स्वीकृति पत्र वितरित किये। उन्होंने उपस्थित किसानों को बैंक की विभिन्न कृषि योजनाओं की जानकारी दी तथा बैंक के साथ जुङकर विभिन्न ऋण योजनाओं का अधिक से अधिक फायदा उठाने की सलाह दी।
उन्होंने किसानों को समय पर ऋण चुकाने के फायदे भी बताये।
हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने की मांग यंत्र मिलने से फैली सनसनी बीदासर में विवाहिता की हत्या, पति गिरफ्तार लीवे आ रेप्ली कैंसल रेप्ली प्लीस एन्टर यूर कमेंट!
राजकीय चिकित्सालय में फाईबर शैड लगाने में भ्रष्टाचार का आरोप मार्च २१, २०१७ बिना बताये घर से निकली युवती मार्च २१, २०१७ योगी के सीएम बनने पर सत्संग मार्च २१, २०१७ पीसीसी उपाध्यक्ष एवं सभापति ने किया एलईडी लाईटों का शुभारम्भ मार्च १२, २०१७ पटाखे छोड़कर व मिठाई खिलाकर भाजपाईयों ने किया खुशी का इजहार मार्च १२, २०१७ महिला मोर्चा ने किया सीएम का स्वागत मार्च १२, २०१७ १३० छात्राओं को साइकिल वितरित मार्च ८, २०१७ सुजला जिला की मांग को लेकर दिया धरना मार्च ८, २०१७ सुजला जिला की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन मार्च ८, २०१७ महाविद्यालय में हुई सांस्कृतिक प्रतियोगितायें मार्च ४, २०१७ रिसेंट कम्मनसेडू-ज़ुओई.कॉम ऑन महिला मोर्चा ने किया सीएम का स्वागत ऑन महिला मोर्चा ने किया सीएम का स्वागतराजेश कुमार श्रीवास्तव ऑन गैस एजेन्सी की शिकायतकेदार ऑन महिला मोर्चा ने किया सीएम का स्वागतविमलेश साराथे ऑन मुख्यमंत्री शहरी बीपीएल आवास योजना की प्रथम किश्त का वितरण होम |
दूसरा है कि चीन की तकनीकी नवाचार और प्रगतियां चीनी जनता की आत्म-निर्भरता तथा कठोर संघर्ष से आधारित है। वह किसी के यहां से चोरी करने का परिणाम नहीं है। अमेरिका ने बौद्धिक संपदा अधिकारों की "चोरी" और अनिवार्य प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के बहाने पर चीन के खिलाफ व्यापार युद्ध किया। अनेक चरणों की वार्ता में अमेरिका ने अपनी चिन्ताएं व्यक्त कीं। इस के प्रति श्वेत पत्र ने बहुत से आंकड़ों खासकर अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स और पत्रिकाओं के हवाले से चीन में बौद्धिक संपदा अधिकार संरक्षण प्रणाली की स्थापना, नवाचार संकेतक और अनिवार्य प्रौद्योगिकी हस्तांतरण का विरोध करने के संदर्भ में तथ्यों का परिचय दिया। इनसे यह जाहिर है कि अमेरिका द्वारा किया गया आरोप बिल्कुल निराधार है।
तीसरा है कि अधिक कर लगाने से दूसरे को क्षति पहुंचाने के साथ साथ अपने के लिए भी हानिकारक है, इससे अमेरिका को एक बार फिर "महान" नहीं बनाया गया है। अमेरिका का दावा है कि अधिक कर लगाने से व्यापारिक घाटी को कम किया जाएगा और अमेरिका की वृद्धि को बढ़ाया जाएगा। लेकिन तथ्य यही है कि वर्ष २०१८ में अमेरिका की चीन के साथ व्यापारिक घाटी पिछले साल से ११.६ प्रतिशत बढ़ी, जबकि सोयाबीन के चीन को निर्यात में ५० प्रतिशत कमी की गयी। मोटर गाड़ियों के निर्यात में भी २० प्रतिशत कटौती नजर आयी। अधिक कर वसूली से अमेरिका में दाम स्तर को बढ़ाया गया, अमेरिकी आर्थिक विकास को प्रभावित किया गया और अमेरिका के जन जीवन तथा निर्यात को रोका गया। साथ ही विश्व अर्थतंत्र की बहाली को गंभीर चुनौती संपन्न की गयी है। अमेरिका ने यह ऐलान किया कि व्यापार युद्ध से अमेरिका को एक बार फिर महान बनाया जाएगा। पर तथ्यों से जाहिर है कि यह बिल्कुल गलत है।
श्वेत पत्र के मुताबिक चीन हमेशा वार्ता के जरिये समस्याओं का समाधान करने का पक्षधर है। लेकिन व्यापार वार्ता करने के लिए दोनों पक्षों को समान दिशा में जाना ही पड़ेगा। चीन व्यापार युद्ध करना नहीं चाहता है। पर चीन इससे नहीं डरेगा। और आवश्यकता पर चीन को ऐसे युद्ध का सामना करना पड़ेगा। भविष्य में चाहे स्थितियों में कैसा परिवर्तन आएगा, चीन अच्छी तरह अपने कामकाज समाप्त करेगा और रुपांतर और खुलेपन के माध्यम से अपना विकास लक्ष्य को साकार करेगा। यह चीन का व्यापार घर्षण के मुकाबले में मूल रास्ता होगा। |
कोरोनाविरस इन इंडिया | देश में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या ६६४ हुई
नौ मिनट में बिजली की खपत में ३० हजार मेगावाट की कमी | लॉकडाउन एवं कर्फ्यू की सख्ती से पालना हो - गहलोत | देश की अदालतों में वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को करेगा सुनवाई | प्म आवास में बंद हुईं बत्तियां, कोरोना कर्मवीरों के लिए मोदी ने जलाया दीप | कोरोना के खिलाफ एकजुट हुआ देश, कश्मीर से कन्याकुमारी तक जलाएं दीप|
होम राज्य अन्य राज्य देश में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या ६६४ हुई
देश में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या ६६४ हुई
नई दिल्ली (एजेंसी)। देश में कोरोना वायरस कोविड-१९ के संक्रमण से अब तक ११ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर ६६४ हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस का प्रकोप देश के २५ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में फैल चुका है और इसके ६६४ मामलों की पुष्टि हो चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमण से देशभर में अब तक ११ लोगों की मौत हुई है जबकि ४३ लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली, कर्नाटक, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना और लद्दाख में अभी तक सबसे अधिक संक्रमण के मामले सामने आये हैं। कोरोना महामारी से महाराष्ट्र और गुजरात दो, दिल्ली, कर्नाटक, बिहार, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस कोविड-१९ से संक्रमित उज्जैन निवासी एक महिला की आज मृत्यु हो गयी। राज्य में इससे प्रभावितों की संख्या २६ हो गई है।
देश के विभिन्न राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस संक्रमितों की स्थिति इस प्रकार है:
राज्य संक्रमण ठीक हुए मौत
महाराष्ट्र १२८ १ २
केरल ११८ ४ ०
कर्नाटक ५१ ३ १
तेलंगाना ४१ १ ०
गुजरात ३८ ० २
राजस्थान ३८ ३ ०
उत्तर प्रदेश ३८ ११ ०
दिल्ली ३५ ६ १
हरियाणा ३१ ११ ०
पंजाब ३१ ० १
तमिलनाडु २६ १ १
मध्य प्रदेश १५ ० ०
लद्दाख १३ ० ०
जम्मू और कश्मीर ११ १ ०
आंध्र प्रदेश १० १ ०
पश्चिम बंगाल १० ० १
चंडीगढ़ ७ ० ०
उत्तराखंड ५ ० ०
बिहार ४ ० १
छत्तीसगढ़ ३ ० ०
गोवा ३ ० ०
हिमाचल प्रदेश ३ ० १
ओडिशा २ ० ०
मणिपुर १ ० ०
पुडुचेरी १ ० ०
कुल ६६४ ४३ ११
प्रेवियस आर्टियलकोरोना ने विज्ञान को कटघरे में खड़ा किया
नेक्स्ट आर्टियलवित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने १.७ लाख करोड़ के स्पेशल पैकेज का किया ऐलान
कोरोना के अंधेरे में जगमग हुए जिंदगी के दीप
कोरोना: विश्व में ६४७७४ की मौत, दुनिया में १२.०३ लाख संक्रमित
जान जोखिम में डालकर कोरोना से लड़ने वालों की मदद करना सबका फर्ज : प्रियंका |
सुषमा ने लगाई ब्रिटिश कॉन्सुलेट को फटकार, बोली- क्या सरोगेट बेबी अनाथालय में होनी चाहिए? | न्यूज़ २४
सुषमा ने लगाई ब्रिटिश कॉन्सुलेट को फटकार, बोली- क्या सरोगेट बेबी अनाथालय में होनी चाहिए?
नई दिल्ली (१४ सितंबर): ट्वीटर पर हमेशा एक्टिव रहकर लोगों की समस्या का समाधान करने वाली भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ब्रिटिश कॉन्सुलेट को फटकार लगाई है। मामला एक ब्रिटिश कपल द्वारा भारत में सेरोगेसी के जरिए बच्चे को पैदा करने ले जाने का है।
आपको बता दें कि भारत में सरोगेसी से माता-पिता बने ब्रिटिश कपल अपनी बेटी के पासपोर्ट बनने में हो रही देरी से परेशान हैं। दोनों का मेडिकल वीजा अक्टूबर के पहले हफ्ते में खत्म हो रहा है। इसके पहले चार महीने की बेटी को वीजा मिलना जरूरी है। ब्रिटिश कॉन्सुलेट ने कई वजह बताकर बेटी को इतनी जल्दी वीजा देने से मना कर दिया है।
जब यह मामला सुषमा के सामने आया, तब उन्होंने ट्वीट कर यूके सरकार से पूछा है- "क्या सरोगेट बेबी की नियति एक अनाथालय होनी चाहिए?"
इसके बाद उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा- "ब्रिटेन में कमर्शियल सरोगेसी पर बैन है... क्या ब्रिटिश सरकार इस सरोगेट बेबी को ब्रिटिश पासपोर्ट देगी?"
उन्होंने तीसरे ट्वीट में लिखा- "कमर्शियल सरोगेसी की वकालत करने वाले अब इस मसले का कोई समाधान बता सकते हैं और इस बच्ची की मदद कर सकते हैं?"
बता दें कि यूके में सरोगेसी पर बैन है। क्या है मामला... - यूके में सरे के रहने वाले इस कपल का नाम क्रिस और मिशेल न्यूमैन है। ये दोनों मेडिकल वीजा पर मुंबई में एक बेडरूम वाले फ्लैट में रहते हैं। यहां उन्होंने सरोगेसी के जरिए एक बच्ची हासिल की। जिसका नाम लिली है। - इनका वीजा ७ अक्टूबर को खत्म हो रहा है। इससे पहले उनकी चार महीने की बेटी का वीजा इश्यू होना जरूरी है। इस कपल ने ३ जून को बेटी के वीजा के लिए एप्लीकेशन दी थी। - बता दें कि भारत सरकार सरोगेसी पर बैन लगाने जा रही है। इसके लिए उसने एक ड्रॉफ्ट भी तैयार किया है।
ब्रिटिश कॉन्सुलेट का क्या कहना है? - मुंबई में ब्रिटिश कॉन्सुलेट ने इस कपल को बताया कि उनकी बेटी लिली का ७ अक्टूबर के पहले वीजा तैयार नहीं हो सकता है। लिली का पासपोर्ट तभी जारी किया जाएगा, जब हम उसके 'हितों की सुरक्षा' को लेकर आश्वस्त हो जाएंगे। इसके अलावा ब्रिटिश नेशनलिटी भी वेरिफाई की जाएगी। |
इस पोर्न स्टार ने बिकिनी में दिखाए अपने बड़े प्राइवेट पार्ट्स | न्यूज ट्रक लाइव, न्यॉस्ट्रक हिन्दी १
फेब २७ २०१९ ०६:०४ आम
आज तक आपने कई सारी सेक्सी और हॉट पोर्न स्टार्स देखी होंगी लेकिन हम आपके लिए आज जिस पोर्न स्टार की तस्वीरें लेकर आए हैं उसकी तस्वीरें देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे. ये पोर्न स्टार हैं एमी अंडर्सएन जो अक्सर ही सोशल मीडिया पर अपनी हॉट फोटोज शेयर कर तहलका मचा देती हैं. जी हां... हर बार की तरह इस बार फिर से एमी ने अपने फोटोज शेयर कर माहौल गर्म कर दिया हैं.
इन तस्वीरों में आप एमी के हॉट अंदाज़ को देख सकते हैं. आपको बता दें हाल ही में एमी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से कुछ फोटोज शेयर की हैं और इन सभी फोटोज में एमी का कातिलाना अंदाज़ नजर आ रहा हैं. एमी ने अपने इस लुक से तो फैंस को हैरान कर दिया. एमी ने अपनी फोटोज शेयर कर सनसनी मचा दी हैं. हर फोटो में वो अपने प्राइवेट पार्ट्स को फ्लॉन्ट कर रही हैं.
एमी हर थोड़े दिन में अपने फोटोज इंस्टाग्राम पर शेयर करती ही रहती हैं. एमी के सभी फोटोज आते ही सोशल मीडिया पर वायरल होते ही रहते हैं. एमी के इंस्टाग्राम पर ७ लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं. एमी के दीवाने तो उनके इस लुक की खूब तारीफ कर रहे हैं और लगातार उनकी फोटोज वायरल करते ही जा रहे है. उन्होंने अब तक इंस्टाग्राम पर हजारों पोस्ट कर दिए हैं जिनमे से ज्यादातर उनके हॉट फोटो है.
एमी अपने फैंस को खुश करने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ती हैं. जी हां... इस बार फिर से उनकी सभी फोटोज आग की तरह फ़ैल रही है और अब तक इन्हे लाखों लोगों ने पसंद कर लिया है. आगे देखिये एमी की और भी हॉट फोटोज. |
पेट्रोल प्राइस तोडे इन पंजिम ऑन २८ डिसेंबर २०१७, पणजी में २८ दिसंबर २०१७ को पेट्रोल के दाम - मनी भास्कर | पणजी में आज पेट्रोल हुआ ९ पैसा महंगा, २८ दिसंबर २०१७ का दाम हुआ ६४.३ रुपए प्रति लीटर
पणजी में आज पेट्रोल हुआ ९ पैसा महंगा, २८ दिसंबर २०१७ का दाम हुआ ६४.३ रुपए प्रति लीटर
पेट्रोल प्राइस तोडे इन पंजिम: २८ दिसंबर २०१७ को पणजी में पेट्रोल के दाम क्या है जानिये मनी भास्कर पर
पणजी। रोजाना प्राइस रिवाइजिंग पैटर्न के चलते पणजी में आज २८ डिसेंबर २०१७ को पेट्रोल की कीमत ६४.३ रुपए प्रति लीटर के लेवल पर पहुंच गई हैं। इससे पहले कल पेट्रोल की कीमत ६४.२१ रुपए प्रति लीटर के लेवल पर थीं। |
चोरी-छिपे स्क्रीनशॉट ले रहा वायरस, ऐंड्रॉयड यूजर्स रहें अलर्ट
एक नए ऐंड्रॉयड स्पाइवेयर का पता चला है और यूजर्स को इससे बचने के लिए अलर्ट किया जा रहा है। ट्रेंडमाइक्रो रिसर्चर्स के मुताबिक, कैलर्स्पी नाम का एक स्पाइवेयर इंटरनेट यूजर्स का पर्सनल डेटा चुराने की कोशिश कर रहा है।
ऐंड्रॉयड मोबाइल ऑपरेटिंग में पिछले कई साल में ढेरों अपडेट्स आए हैं, साथ ही ढेरों नए वायरस और मैलवेयर भी सामने आए हैं। अब एक नए ऐंड्रॉयड स्पाइवेयर का पता चला है और यूजर्स को इससे बचने के लिए अलर्ट किया जा रहा है। ट्रेंडमाइक्रो रिसर्चर्स के मुताबिक, कैलर्स्पी नाम का एक स्पाइवेयर इंटरनेट यूजर्स का पर्सनल डेटा चुराने की कोशिश कर रहा है। एक बार किसी यूजर के स्मार्टफोन तक पहुंचने के बाद यह स्पाइवेयर बिना यूजर को पता चले उसके स्मार्टफोन में होने वाले हर ऐक्शन का स्क्रीनशॉट सेव कर लेता है।
सिक्यॉरिटी फर्म ट्रेंडमाइक्रो के रिसर्चर्स ने कहा, 'हमने पाया कि नए स्पाइवेयर की फैमिली फिशिंग वेबसाइट्स पर चैट ऐप की जगह लेकर यूजर्स पर अटैक कर रही है।' एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह मैलवेयर इंटरनेट पर मौजूद अपक फाइल्स की मदद से फैल रहा है और जो यूजर्स इन फाइल्स को डाउनलोड या इंस्टॉल कर रहे हैं, उन्हें शिकार बना रहा है। हालांकि, बाकी मैलवेयर्स की तरह कैलर्स्पी गूगल प्ले स्टोर तक पहुंचने में नाकाम रहा है।
चुराता है पर्सनल डेटा
कई मामलों में कैलर्स्पी एक अल्टा-सीक्रिट ईमेल ऐप्लिकेशन अपेक्स आप्प या फिर छत्रियस के तौर पर इंस्टॉल होता है। ये दोनों ही डमी ऐप्लिकेशंस केबल इनकी साइट से डाउनलोड किए जा सकते हैं, जिन्हें हैकर्स ने सेटअप किया है। इंटरनेट यूजर्स का भरोसा जीतने के लिए और यूजर्स को फंसाने के लिए हैकर्स ने इन साइट्स को इस तरह सेटअप किया है, मानो ये गूगल से जुड़ी हों। एक बार यूजर के फोन तक पहुंचने के बाद कैलर्स्पी पर्सनल डेटा जुटाने का हर तरीका आजमाता है।
यह है बचाव का तरीका
यूजर जो चैट ऐप्लिकेशन समझकर इसे डाउनलोड करते हैं, ऐप उसका काम तो नहीं करता लेकिन मैलिशस कमांड डिवाइस में लॉन्च कर देता है। इसके बाद बिना यूजर को पता चले उसके डिवाइस से स्क्रीनशॉट लेकर यह मैलवेयर अपने रिमोट सर्वर को भेज देता है। यूजर की यह पर्सनल जानकारी क्रिप्टोकरंसी के बदले ब्लैक मार्केट्स में बेची जा सकती है। फिलहाल, यह स्पाइवेयर अटैक केवल ऐंड्रॉयड डिवाइसेज पर हुआ है लेकिन हैकर्स जल्द ही इयोस और विंडोज यूजर्स को भी निशाना बना सकते हैं। ट्रस्टेड साइट या प्लैटफॉर्म से ऐप डाउनलोड करना ही इससे बचाव का तरीका है। |
सिरफिरे आशिक ने मॉडल को बनाया बंधक, खुद को गोली से उड़ाने की दी धमकी: भोपाल - ज्म : ब्रेकिंग न्यूज
सिरफिरे आशिक ने मॉडल को बनाया बंधक, खुद को गोली से उड़ाने की दी धमकी: भोपाल
भोपाल में एक सिरफिरे आशिक का खौफनाक कारनामा सामने आया है. यहां एक सिरफिरे शख्सल ने एक लड़की को उसी के घर में सुबह ७ बजे से बंधक बनाया हुआ है. बिल्िंात ग के कॉरिडोर से मीडियावालों को हटाकर नीचे भेज दिया गया है. लड़के ने एसपी से अकेले में बात करने की इच्छाै जाहिर की है. पुलिस मोबाइल से लड़के के पिता और लड़की के माता-पिता की बात करा रहा है. लड़के को समझाने की कोशिश की जा रही है.
बंधक लड़की बीएसएनल के पूर्व जीएम की बेटी है और एमटेक की स्टूडेंट है. लड़की मुंबई में जॉब करती है और दो महीने ही पहले ही अपने घर आई है. लड़के ने लड़की के माता-पिता के साथ उसके ही घर में उसे बंधक बनाया है. लड़की के पैरेंट्स को उसने दूसरे कमरे में बंद कर रखा है और वीडियो कॉलिंग के जरिए मीडिया से बात की थी.
मिली जानकारी के मुताबिक, मिसरोद पुलिस को लड़की ने दो महीने पहले परेशान करने की शिकायत की थी. तब पुलिस आरोपी को अलीगढ़ से पकड़ कर लाई थी और उसके बाद इसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था. आरोपी लड़का यूपी के अलीगढ़ से है. मौके पर पहुंची पुलिस रेसक्यूि ऑपरेशन चला रही है. आरोपी लड़के का कहना है कि वो मॉडल से प्याकर करता है और शादी करना चाहता है.
वीडियो कॉलिंग में सामने आया है कि लड़के ने लड़की के साथ मारपीट भी की है. लड़का पुलिसवालों से बात नहीं करना चाह रहा है लेकिन मीडियावालों से वो लगातार बात कर रहा है. लड़की के बाहर मीडियावाले मौजूद हैं और वहां से जी म्पग के रिपोर्टर लड़के से बात कर रहे हैं. उसका कहना है कि पुलिसवालों ने पहले उसकी और लड़की की पिटाई कर दी और खबर फैला दी की लड़के ने लड़की को बंधक बना लिया है. बताया जा रहा है कि रोहित इस मॉडल को पहले से जानता है और काफी समय से लगातार उस पर शादी के लिए दबाव बना रहा है. युवक बार-बार खुद को गोली से उड़ा लेने की धमकी दे रहा है.
युवती से शादी करना चाहता है.
पुलिसवालों पर लगाया पिटाई का आरोप.
अपने पिता के आने का कर रहा है इंतजार.
मीडियावालों से लगातार कर रहा है बात.
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असम में ऑयल इंडिया के कुएं में आग अभी भी जारी, दो दमकलकर्मियों के शव मिले | न्यूज़क्लिक
असम में ऑयल इंडिया के कुएं में आग अभी भी जारी, दो दमकलकर्मियों के शव मिले
ओआईएल के दमकलकर्मियों के अलावा, थलसेना, वायुसेना, ओआईसी और असम गैस कंपनी के दमकलकर्मी भी आग को और फैलने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। ऑयल इंडिया ने कहा है कि इस आग को बुझाने में चार सप्ताह लग जाएंगे।
डिब्रूगढ़/गुवाहाटी: असम के तिनसुकिया जिले में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ऑयल इंडिया के जिस बागजान कुएं में पिछले १५ दिन से गैस के अनियंत्रित रिसाव के बाद भीषण आग लगी है, उसके पास पानी वाले क्षेत्र के निकट कंपनी के दो दमकलकर्मी मृत पाए गए हैं।
ऑयल इंडिया के प्रवक्ता त्रिदिव हजारिका ने पीटीआई भाषा को बताया कि आग लगने के बाद दो दमकलकर्मी मंगलवार को लापता हो गए थे और एनडीआरएफ के एक दल ने बुधवार सुबह उनके शव बरामद किए।
उन्होंने कहा, उनके शव आग लगने वाली जगह के निकट पानी वाले क्षेत्र से बरामद किए गए। प्रथमदृष्ट्या प्रतीत होता है कि वे पानी में कूद गए और डूब गए क्योंकि उनके शरीर पर जलने का कोई निशान नहीं हैं। उनकी मौत की असल वजह जांच के बाद ही पता चल पाएगी।
अधिकारी ने बताया कि दोनों की पहचान दुरलोव गोगोई और टीकेश्वर गोहेन के रूप में की गई है और दोनों कंपनी के अग्निशमन विभाग में सहायक ऑपरेटर हैं।
गोगोई एक जाना-माना फुटबॉल खिलाड़ी थे, जिन्होंने अंडर-१९ और अंडर-२१ वर्गों की कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में असम का प्रतिनिधित्व किया था। वह ऑयल इंडिया की फुटबॉल टीम का गोलकीपर थे।
इस आग को बुझाने के प्रयास में ओएनजीसी का एक दमकलकर्मी मामूली रूप से झुलस गया था।
ऑयल इंडिया ने कहा है कि इस आग को बुझाने में चार सप्ताह लग जाएंगे।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को ऑयल इंडिया के बागजन तेल कुएं में आग लगने की घटना के पीड़ितों को हरसंभव मदद देने का बुधवार को आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक बयान के मुताबिक सोनोवाल की प्रधानमंत्री मोदी के साथ टेलीफोन पर बातचीत हुई। सोनोवाल ने मोदी को घटना की ताजा स्थिति से अवगत कराया और आग के फैलने के बारे में जानकारी दी।
सोनोवाल ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बागजन आग त्रासदी के बारे में फोन पर पूरी जानकारी दी। उन्हें पेट्रोलियम मंत्रालय, ऑयल इंडिया लिमिटेड और राज्य सरकार की मशीनरी द्वारा उठाये गये आपात कदमों के बारे में भी बताया गया। उन्होंने स्थिति को काबू में लाने और पीड़ितों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
सोनोवाल ने इस हादसे में हुई लोगों की मौत पर खेद प्रकट किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय से पीड़ितों को मुआवजा दिए जाने की अपील की है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मैं केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री से अनुरोध करता हूं कि वह उनके परिवार को पर्याप्त मुआवजा दे क्योंकि उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपनी जान की कुर्बानी दी। मैं मंत्रालय से दोनों परिवारों के एक-एक सदस्य को रोजगार देने का अनुरोध करता हूं।
सोनोवाल ने कहा कि स्थल पर मौजूद आईओएल के चार कर्मी पानी में कूदे थे, लेकिन दो ही जीवित बचे।
सोनोवाल ने गुवाहाटी में कहा, हम निकटवर्ती गांवों में रह रहे सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। हम उनके नुकसान के लिए उन्हें पर्याप्त मुआवजा देंगे।
राज्य के उद्योग मंत्री चंद्र मोहन पटवारी हालात का जायजा लेने के लिए तिनसुकिया पहुंच गए हैं।
ओआईएल के एक अधिकारी ने कहा, कई मकान, वाहन, छोटे उद्यान और कुछ वनक्षेत्र जल गए हैं। हम आग लगने के कारण हुए नुकसान का सटीक अनुमान लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आग के अभी भीषण होने और तापमान अधिक होने के कारण यह काम मुश्किल हो गया है।
ओआईएल के दमकलकर्मियों के अलावा, थलसेना, वायुसेना, ओआईसी और असम गैस कंपनी के दमकलकर्मी भी आग को और फैलने से रोकने की कोशिश कर रहे है।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि आग लगने के कुछ ही देर बाद बागजान में और इसके आस-पास ओआईएल कर्मियों पर स्थानीय लोगों ने हमला किया था, जिसमें कई कर्मी घायल हो गए थे। |
जेनेरिक दवा योजना में दिखती हैं कुछ कमियां | ग्शिंदी.कॉम
जेनेरिक दवा योजना में दिखती हैं कुछ कमियां
प्रधानमंत्री ने गुजरात के सूरत में कहा था कि सरकार ऐसे नियम बनाएगी, जिनसे डॉक्टर पर्ची पर केवल जेनेरिक दवाएं ही लिख सकेंगे। इस समय वे परामर्श पर्ची पर दवा के ब्रांड का नाम लिखते हैं, लेकिन भविष्य में वे केवल सॉल्ट का नाम लिखेंगे। इसमें मरीज दवा की दुकान पर जाकर अपनी पसंद का ब्रांड चुन सकता है। इसके पीछे मकसद आम आदमी के लिए दवाओं की सस्ती उपलब्धता तथा दवा कंपनियों और डॉक्टरों के गठजोड़ को खत्म करना है।
इससे किसी बाहरी व्यक्ति को यह लगेगा कि भारतीय बाजार में ऊंची कीमतों की पेटेंट वाली दवाओं का दबदबा है।
मगर हकीकत यह है कि भारतीय बाजार में ऐसी दवाओं का हिस्सा महज ५ फीसदी है, शेष जेनेरिक दवाओं का है।
हालांकि भारत उन गिने-चुने बाजारों में से एक है, जहां ब्रांडेड जेनेरिक यानी किसी ब्रांड के तहत बिकने वाली पेटेंट रहित दवाओं का दबदबा है।
देश में बिकने वाली प्रत्येक १०० रुपये की जेनेरिक दवाओं में करीब ९५ रुपये की दवाएं ब्रांडेड होती हैं और शेष जेनेरिक जेनेरिक्स (बिना ब्रांड की जेनेरिक दवा) होती हैं। इसके साथ ही एक ही सॉल्ट के ब्रांडों में बहुत अधिक अंतर होता है।
यह बात जगजाहिर है कि दवा कंपनियां अपनी दवाएं लिखने के लिए डॉक्टरों को हर तरह के प्रलोभन देती हैं। उनके इस अनुचित कार्य का शिकार भोले-भाले मरीज बनते हैं। स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री खुद के फायदे लिए चल रही इस शृंखला को तोडऩा चाहते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि वे जब दवाएं लिखते हैं तो मरीज की वित्तीय हैसियत को ध्यान में रखते हैं। किसी गरीब मरीज को देखने के बाद डॉक्टर संभवतया सॉल्ट का सस्ता ब्रांड पर्ची पर लिखेगा। लेकिन इसमें यह मानकर चला जाता है कि डॉक्टर थोड़े समय में ही मरीज की आमदनी का आकलन करने की योग्यता रखता है। इस तर्क का यह भी मतलब है कि डॉक्टर जिन लोगों को महंगी दवाओं का भार वहन करने में सक्षम मानता है, उन्हें सस्ता दवा का विकल्प मुहैया नहीं कराया जाता। यह भी एक गलत फैसला हो सकता है। अगर डॉक्टरों को
लेकिन योजना में दो कमियां हैं।
इससे ब्रांड चुनने की ताकत डॉक्टर के स्थान पर दवा दुकानदार के हाथ में आ जाएगी और यह मरीज के पास नहीं होगी। ऐसी स्थिति के बारे में विचार कीजिए, जहां मरीज परामर्श का पर्चा लेकर आएगा। ऐसी स्थिति में ज्यादा फायदा देने वाले ब्रांडों का ही स्टॉक करने से दवा दुकानकार को कौन रोकेगा? ऐसे में कंपनी-डॉक्टर गठजोड़ की जगह कंपनी-दवा दुकानदारों का गठजोड़ ले लेगा। यह भी संभव है कि दवा दुकानदार किसी प्रतिष्ठित विनिर्माता के बजाय अनैतिक विनिर्माताओं की दवाओं की बिक्री को केवल इसलिए बढ़ावा दें क्योंकि इसमें उन्हें ज्यादा लाभ मिलता है। इससे मरीज के स्वास्थ्य पर जोखिम बढ़ जाएगा।
दूसरी कमी तकनीकी है। वर्तमान नियमों के तहत किसी दवा का पेटेंट खत्म होने के बाद पहले चार वर्षों में जेनेरिक संस्करण शुरू करने की मंजूरी केंद्र देता है और कंपनियों को बायो-इक्विवैलेंस अध्ययन करना होता है और स्टैबिलिटी डाटा सौंपना होता है। चार साल बाद यह जिम्मा राज्यों के कंधों पर आ जाता है और कंपनियों को बायो-इक्विवैलेंस और स्टैबिलिटी स्थापित करने की दरकार नहीं होती है।
उद्योग लंबे समय से कह रहा है कि इन दोनों श्रेणियों को अलग-अलग देखा जाना चाहिए। पहली को असल में जेनेरिक्स कहा जा सकता है, लेकिन अन्य वास्तव में 'नकल' हैं। अगर बाजार में किसी सॉल्ट के १०० ब्रांड हैं तो यह संभव है कि केवल १५ ही जेनेरिक संस्करण हों, शेष नकल हो सकते हैं। डॉक्टरों को केवल सॉल्ट ही लिखने और ब्रांड न लिखने का निर्देश देने से इन दोनों में कोई विभेद नहीं होगा, जो गलत होगा। मरीज यह मानकर चलेगा कि उसने जेनेरिक दवा खरीदी है, लेकिन उसके हाथ में आई दवा नकल हो सकती है, जो कम प्रभावी हो सकती है। इस बात की मांग की गई है कि सभी जेनेरिक्स के लिए बायो-इक्विवैलेंस अध्ययन अनिवार्य बनाया जाए, लेकिन इस प्रस्ताव के आड़े राज्य आ गए हैं, जिनका कहना है कि सभी सूचनाओं की जांच-पड़ताल के लिए उनके पास पैसा नहीं है।
भारत में कीमत नियंत्रण बहुत सख्त है। कंपनियां इससे बचने के लिए बहुत सा समय और पैसा खर्च करती हैं। अगर किसी लोकप्रिय सॉल्ट को कीमत नियंत्रण के दायरे में लाया जाता है तो वे किसी तरह इसमें बदलाव की कोशिश करेंगी ताकि वे कीमत की आजादी बनाए रख सकें। बहुत सी भारतीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियां खुले तौर पर कहती हैं कि इस वजह से उनके लिए भारत में कारोबार करना विश्व में सबसे ज्यादा मुश्किल हो गया है। इस नए नियम से कंपनियों का उत्साह और ठंडा पड़ेगा। इसे इस स्वीकारोक्ति के रूप में भी देखा जा सकता है कि कीमत नियंत्रण आम आदमी को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के मकसद में असफल रहा है।
गौरतलब है कि भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद ने पिछले साल अक्टूबर में डॉक्टरों के लिए जेनेरिक दवाएं लिखना अनिवार्य किया था, लेकिन इस फैसले पर क्रियान्वयन नहीं हो पाया है। सरकार ने दवा विपणन संहिता बनाई है, जिससे कंपनी-डॉक्टर गठजोड़ पर अंकुश लगने की उम्मीद की गई थी। लेकिन इससे पिछले दो साल में कोई बदलाव नहीं दिखा है। अगर इसे ठीक ढंग से लागू किया जाता तो हो सकता है कि जेनेरिक के लिए दोषपूर्ण कदम नहीं उठाने पड़ते। |
२६ से २९ जनवरी तक तरंग आडिटोरियम शक्ति भवन में होगा आयोजन, जबलपुर के अभिनेता नरोत्तम बेन की फ़िल्म 'ज़र्ब' का भी होगा प्रदर्शन
फेसबुक पर किसी की भी फ्रेंड रिक्वेस्ट लेने वालों के लिए बनी मूवी मोना डार्लिंग, देखें ट्रेलर
रनिंग शादी डॉट कॉम का मजेदार ट्रेलर लांच, देखें वीडियो
जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर में पहली बार इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस जबलपुर फ़िल्म फेस्ट में ४८ देशों की ७० वर्ल्ड क्लास शार्ट और फीचर फिल्मो का प्रदर्शन होगा। फेस्टिवल के लिए आई हुई ५०३ फिल्मो में से कुल ७० फिल्मो का चयन किया गया है। जबलपुर फ़िल्म फेस्ट का शुभारम्भ २६ जनवरी को शाम ५ बजे होगा, जबकि समापन २९ जनवरी की शाम ६ बजे संपन्न होगा।
इस फेस्टिवल के लिए दर्शकों की एंट्री फ्री रखी गई है। दर्शकों को आयोजन स्थल पर फ्री एंट्री पास दिए जाएंगे।साथ ही फेस्टिवल के दौरान आने वाले दर्शको को लकी ड्रॉ के जरिये ४ टेबलेट फोन उपहार स्वरूप भी दिए जाएंगे।
रेड अलसो- मोबाइल कंपनियों ने फ्री डाटा किया कम... तो ऐसे पाएं अनलिमिटेड मुफ्त डेटा
जबलपुर के अभिनेता की फ़िल्म का होगा प्रदर्शन
जबलपुर के अभिनेता और संगीतकार नरोत्तम बेन की फ़िल्म 'ज़र्ब 'का भी प्रदर्शन इस फेस्ट में किया जाएगा। उन्होंने इस फ़िल्म में गीत संगीत तो दिया ही है ,अपनी आवाज में गाने भी गाये है। फ़िल्म में नरोत्तम बेन ने एक भ्रष्ट पुलिस ऑफिसर का किरदार भी निभाया है। ज़र्ब फ़िल्म का निर्देशन साईं बाबा सीरियल से विख्यात हुए मुकुल नाग ने किया है। वे भी इस दौरान जबलपुर आएंगे। नरोत्तम पूर्व में विवेचना रंगमंडल से जुड़े रहे हैं और वर्तमान में मुम्बई में पृथ्वी थियेटर में अभिनय के साथ संगीत भी दे रहे हैं। नरोत्तम लारा दत्ता के साथ चलो दिल्ली और अमिताभ बच्चन के साथ पा जैसी फिल्मो में अभिनय कर चुके हैं।
लाइव वीडियो- घर पर करें रसोई गैस की रिफिलिंग, ये बता रहे तरीका
बैली लाफ डे - खुलकर हंसें तो पास भी नहीं फटकेंगे ये रोग, होंगे कई फायदे |
महाराष्ट्र में प्लास्टिक की थैली में मिले १९ कन्या भ्रूण, मचा हडकंप
मुंबई: भाजपा शासित महाराष्ट्र के सांगली में एक नाले से १९ कन्या भ्रूण मिलने से हड़कंप मच गया है। अंदेशा जताया जा रहा है कि गर्भपात करवाने वाला एक गिरोह सक्रिय है। अब यह मामला विधानसभा तक पहुंचा गया है और अब मामले की जांच हो रही है। स्थानीय भ्म्स डॉक्टर बाबासाहब खिद्रापुरे पर संदेह जताया जा रहा है जो कि फरार है। यह मामला राज्य के बजट सत्र में भी गूंजा. दरअसल गर्भपात के दौरान एक महिला की मौत के मामले की जांच कर रही पुलिस महेसाल गांव में नाले के पास पहुंची थी जहां उसे ये भ्रूण मिले। |
सोनभद्र। स्वराज इंडिया और मजदूर किसान मंच ने आज सोनभद्र नरसंहार के खिलाफ और उससे संबंधित ८ सूत्री मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन को एक ज्ञापन दिया। डीएम को सम्बोधित मांगपत्र को लेते हुए एसडीएम सदर ने आश्वस्त किया कि जिलास्तर की मांगों पर कार्यवाही की जायेगी और शासन स्तर के सवालों पर सरकार को अवगत कराते हुए न्याय दिलाया जायेगा। प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में स्वराज कार्यकर्ता मौजूद थे।
सभा को सम्बोधित करते हुए स्वराज इंडिया की राज्य समिति सदस्य राजेश सचान ने कहा कि सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली जमीन के सवाल पर आंदोलन, हिंसा और दमन के गवाह रहे हैं। यहां प्रशासनिक अधिकारियों और राजनेताओं के फर्जी ट्रस्टों और मठों ने अवैध रूप से ग्राम सभा की जमीनों पर कब्जा कर रखा है। यहां के बड़े कारपोरेट घरानों ने वन व ग्रामसभा की जमीनें हड़पी हुई हैं। इस क्षेत्र में एक दोना भात खिला कर सर्वे सेटेलमेंट में आदिवासियों की जमीनें छीन ली गयीं। वनाधिकार कानून को लागू करने की जगह इसके लाभ से आदिवासियों व वनाश्रितों को वंचित करने के लिए प्रशासन पूरी ताकत से लगा है।
हालत इतनी बुरी है कि माननीय उच्च न्यायालय के वनाधिकार कानून में पुर्नसुनवाई के आदेश के बाद दावाकर्ताओं के हजारों प्रत्यावेदन तहसीलों में पड़े हैं इन्हें विधि के अनुरूप निस्तारित करने की जगह आदिवासियों व वनाश्रितों को वन विभाग खेती करने से रोक रहा है जबकि कानूनन जमीन पर उनका अधिकार है।
स्वराज नेता ने कहा कि उम्भा नरसंहार ने एक बार फिर यह दिखाया है कि जमीन के सवाल को हल करके ही सोनभद्र, मिर्जापुर व चंदौली के पूरे क्षेत्र में शांति को स्थापित किया जा सकता है। इसलिए सरकार को तत्काल विकास, रोजगार और सामाजिक न्याय की कुंजी भूमि के सवाल के हल के लिए भूमि आयोग का गठन करना चाहिए। यह आयोग ट्रस्टों, मठों द्वारा फर्जी तरीके से कब्जा की गयी ग्राम सभा की जमीन अधिग्रहीत करे और इन जमीनों समेत ग्रामसभा की फाजिल जमीनों को गांव के गरीबों में वितरित करने के लिए काम करें, वनाधिकार कानून का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
उम्भा नरसंहार की न्यायिक जांच कराने, ट्रस्ट की जमीन अधिग्रहीत कर उम्भा के ग्रामीणों में वितरित करने, नरसंहार में मृतकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने, भूमि आयोग का गठित करने, वनाधिकार कानून के तहत पट्टा देने, भूमि विवादों के निस्तारण हेतु फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित करने, आदिवासियों व उनके नेताओं पर लादे गए गुंडा एक्ट के मुकदमें वापस लेने, धांगर को एससी का जाति प्रमाण पत्र जारी करने, कोल को आदिवासी का दर्जा देने, सीएम की घोषणा के अनुसार जनपद के टांगापाथर, झिल्ली महुआ, चेरी समेत सभी वन ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित करने सम्बंधी आठ सूत्री मांग पत्र सौंपा गया।
सभा को मजदूर किसान मंच के जिला संयोजक राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, आदिवासी वनवासी महासभा के नेता कृपाशंकर पनिका, पूर्व बीडीसी रामदास गोंड, जितेन्द्र धांगर, मंगरू प्रसाद गोंड़, सेवालाल कोल, रामदेव गोंड़, मुकेश मिंज, महेन्द्र प्रताप सिंह, मनोज भारती, केशों मौर्य ने सम्बोधित किया। सभा की अध्यक्षता स्वराज अभियान के जिला संयोजक कांता कोल ने और संचालन कृपाशंकर पनिका ने किया।
प्रेवियस सोनभद्र नरसंहार के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन
नेक्स्ट कश्मीर मसले पर प्रदर्शन से पहले सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडेय और एनपीएम सचिव अरुंधति धुरू नजरबंद
४ डेस एगो मदन कोथुनियां
५ ह्र एगो अरुण कुमार त्रिपाठी
विदेशी मोर्चे पर भारत को बड़ा झटका, ईरान स्थित चाबाहार रेलवे प्रोजेक्ट से हुआ बाहर |
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जनाब अजय गुप्ता जी ग़ज़ल तक आने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
जनाब अनीस अरमान जी आदाब, तरही मिसरे पर ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है, बधाई स्वीकार करें ।
'मुझको तलाशनी है अब इक अच्छी नौकरी'
इस मिसरे में 'तलाशनी' कोई शब्द नहीं है,मिसरा यूँ कर सकते हैं:-
'मुझको तलाश करनी है इक अच्छी नौकरी'
गिरह ठीक नहीं लगी,ग़ौर करें ।
जनाब समर कबीर साहब ग़ज़ल तक आने के लिए और इस्लाह का बहुत-बहुत शुक्रिया मैं सुधार कर लेता हूँ सर
सुंदर गज़ल के लिए बधाई आदरणीय अनीस अमन जी
दुश्वारियों से दुनिया की दो चार होना है
बातों में चाँद तोड़ के लाना बहुत हुआ |.....सुंदर सीख देता शेर।
जनाब दयाराम मेंठानी जी ग़ज़ल तक आने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया
आ. भाई अनीस जी ,अच्छी गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।
लक्ष्मण धामी मुसाफिर जी ग़ज़ल तक आने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया
अच्छी और सधी हुई ग़ज़ल.... गिरह बहुत अच्छी लगायी है आपने !!!
जनाब अजीत शर्मा आकाश जी ग़ज़ल तक आने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया
आदरणीय अनीस 'अरमान ' जी आदाब बेहतरीन ग़ज़ल हुई हैं हार्दिक बधाई स्वीकार करें
जनाब दंडपाणी नाहक जी ग़ज़ल तक आने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया
आदरणीय अनीश जी अच्छी ग़ज़ल हुई बहुत-बहुत बधाइयां |
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी - हे ब्लिस
नांदेड़ (महाराष्ट्र): महाराष्ट्र की एक अदालत ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और १४ अन्य के खिलाफ २०१० में गोदावरी नदी पर बाबली परियोजना के विरोध प्रदर्शन के मामले में गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया है। धर्माबाद अदालत (नांदेड़) के प्रथम श्रेणी के न्यायिक मजिस्ट्रेट एन.आर.गजभिये ने गुरुवार को नायडू और उनके मंत्रीमंडल के सहयोगियों, सिंचाई मंत्री डी.यू. राव, समाज कल्याण मंत्री जी. कमलाकर और १२ अन्य के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया।
पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग किया था और बाद में सबको गिरफ्तार कर लिया था। बाद में, जैसा कि नायडू ने जमानत लेने से इनकार कर दिया था, उन्हें विमान से वापस हैदराबाद भेजा गया था और फिर सभी प्रदर्शनकारियों पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
आर्टियल आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी टूक फ्र्म पूरी दुनिया | पूरी दुनिया. |
माँ दुर्गा की तृतीय शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। नवरात्रि विग्रह के तीसरे दिन इन का पूजन किया जाता है। माँ का यह स्वरूप शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी लिए इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। चन्द्रघंटा देवी का स्वरूप तपे हुए स्वर्ण के समान कांतिमय है. चेहरा शांत एवं सौम्य है और मुख पर सूर्यमंडल की आभा छिटक रही होती है। इनके दस हाथ हैं। दसों हाथों में खड्ग, बाण आदि शस्त्र सुशोभित रहते हैं। इनका वाहन सिंह है। इनकी मुद्रा युद्ध के लिए उद्यत रहने वाली है। इनके घंटे की भयानक चडंध्वनि से दानव, अत्याचारी, दैत्य, राक्षस डरते रहते हैं। नवरात्र की तीसरे दिन की पूजा का अत्यधिक महत्त्व है। इस दिन साधक का मन मणिपुर चक्र में प्रविष्ट होता है। मां चंद्रघंटा की कृपा से साधक को अलौकिक दर्शन होते हैं, दिव्य सुगन्ध और विविध दिव्य ध्वनियाँ सुनायी देती हैं। ये क्षण साधक के लिए अत्यंत सावधान रहने के होते हैं ।
माँ चन्द्रघंटा की कृपा से साधक के समस्त पाप और बाधाएँ विनष्ट हो जाती हैं । इनकी अराधना सद्य: फलदायी है। इनकी मुद्रा सदैव युद्ध के लिए अभिमुख रहने की होती हैं, अत: भक्तों के कष्ट का निवारण ये शीघ्र कर देती हैं । इनका वाहन सिंह है, अत: इनका उपासक सिंह की तरह पराक्रमी और निर्भय हो जाता है। इनके घंटे की ध्वनि सदा अपने भक्तों की प्रेत-बाधादि से रक्षा करती है । दुष्टों का दमन और विनाश करने में सदैव तत्पर रहने के बाद भी इनका स्वरूप दर्शक और अराधक के लिए अत्यंत सौम्यता एवं शान्ति से परिपूर्ण रहता है।
नकी अराधना से प्राप्त होने वाला सदगुण एक यह भी है कि साधक में वीरता-निर्भरता के साथ ही सौम्यता एवं विनम्रता का विकास होता है। उसके मुख, नेत्र तथा सम्पूर्ण काया में कान्ति-गुण की वृद्धि होती है। स्वर में दिव्य, अलौकिक, माधुर्य का समावेश हो जाता है। माँ चन्द्रघंटा के साधक और उपासक जहाँ भी जाते हैं लोग उन्हें देखकर शान्ति और सुख का अनुभव करते हैं। ऐसे साधक के शरीर से दिव्य प्रकाशयुक्त परमाणुओं का दिव्य अदृश्य विकिरण होता है। यह दिव्य क्रिया साधारण चक्षुओं से दिखलायी नहीं देती, किन्तु साधक और सम्पर्क में आने वाले लोग इस बात का अनुभव भलीभांति कर लेते हैं साधक को चाहिए कि अपने मन, वचन, कर्म एवं काया को विहित विधि-विधान के अनुसार पूर्णत: परिशुद्ध एवं पवित्र करके उनकी उपासना-अराधना में तत्पर रहे । उनकी उपासना से हम समस्त सांसारिक कष्टों से विमुक्त होकर सहज ही परमपद के अधिकारी बन सकते हैं । हमें निरन्तर उनके पवित्र विग्रह को ध्यान में रखते हुए साधना की ओर अग्रसर होने का प्रयत्न करना चाहिए। उनका ध्यान हमारे इहलोक और परलोक दोनों के लिए परम कल्याणकारी और सदगति देने वाला है। माँ चंद्रघंटा की कृपा से साधक की समस्त बाधायें हट जाती हैं। |
रूठी गर्लफ्रेंड को कैसे मनाये, यहाँ जानिए कुछ आसान टिप्स लाइफेशैली ब्लिस
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चाहे आपकी कोई बात उसे बुरी लग गयी हो, या फिर किसी और वजह से उसका मूड ख़राब हो, अपनी गर्लफ्रेंड को खुश करना बहुत मुश्किल काम है।
बहुत बार ऐसा होता है की आप अपनी नाराज गर्लफ्रेंड को मनाने जाते है तो उल्टा आपके बीच बहस और बढ़ जाती है। लेकिन आप उसे इस तरह दुखी और गुस्से में तो नहीं छोड़ सकते।
इसके लिए आपको उसकी नाराज़गी की वजह जाननी पड़ेगी की आखिर क्या है जो उसे परेशान कर रहा है। जानिए कुछ ऐसे तरीके जिससे आप उसके चेहरे पर फिर से स्माइल ला सकते है।
१. उसे गले लगाए
जब भी आपकी गर्लफ्रेंड नाराज या रूठी हुई हो तो उसे गले लगाए। आपका स्पर्श गुस्से के समय में भी उसे शांत कर सकता है और उसके चेहरे पर मुस्कान ला सकता है।
२. उसकी बात सुनने में रुचि दिखाएं
गर्लफ्रेंड को खुश करने के लिए चुटकुले सुनाने जैसा कार्य ना करे। यह उसे तभी अच्छे लगते है जब वो खुश मूड में हो। इसलिए इसके बजाय शांतिपूर्वक उसकी बात सुने।
सामने वाले की बातों को ध्यान से सुनना किसी भी रिलेशनशिप प्रॉब्लम को ठीक करने में मदद करता है। इसलिए बिना लड़ाई करे जो भी उसके दिल में है उसे कहने दे।
३. बिना देर किये माफ़ी मांगे
यदि आपकी गलती की वजह से आपकी गर्लफ्रेंड रूठी हुई है तो बिना देर करे उसे सॉरी बोले। हो सकता है कि आप गलत ना हो तब भी माफ़ी मांगे। माफ़ी मांगने से यह साबित नहीं होता है कि आप गलत थे, बल्कि यह सामने वाले व्यक्ति के प्रति आपके सम्मान को दर्शाता है।
साथ ही माफ़ी मांगने के बाद आपको सामने वाले को कुछ समय देने की भी आवश्यकता है। देखना इससे आपकी गर्लफ्रेंड की नज़रों में आपकी इज़्ज़त और बढ़ जाएगी और वह झट से मान जाएगी।
४. उसे ट्रीट दे
ऐसा कहते है, किसी भी आदमी के दिल को जितने का सबसे अच्छा तरीका उसके पेट से है। तो आपको बतादे कि लड़कियों पर भी यह बात लागू होती है।
जब लड़कियों का पेट खाली रहता है वो ज्यादा चिड़चिड़ करती है। यदि आपकी गर्लफ्रेंड छोटी सी बात पर गुस्सा दिखा रही है तो उसे उसका पसंदीदा खाना खिलाये फिर देखना कैसे झट से उसका गुस्सा दूर हो जाता है।
५. अच्छा सा सरप्राइज दें
लड़कियों का दिल बहुत नाज़ुक होता है जितनी जल्दी वो आपसे नाराज़ हो जाती है, उतनी ही जल्दी मान भी जाती है। बस जरुरत है तो आपके एफर्ट की।
यदि वो आपसे रूठी हुई है तो उसे एक अच्छा सा सरप्राइज दे। लड़कियों को सरप्राइज बहुत पसंद आते है। यदि आप उसे सरप्राइज देते है तो देखना कैसे वो पुरानी बातों को भूलकर आपके पास लौट आती है।
६. उसे बताये की वो आपके लिए खास है
मजबूत रिश्तों के लिए एक दूसरे की वेल्यू होना जरुरी है। आप अपनी गर्लफ्रेंड को समझाएं की वो आपके लिए कितनी मायने रखती है। उसे कहे की नाराज़गी छोड़ दे, आप यह गलती दोबारा नहीं करेंगे। उसका हाथ पकड़कर उससे ये बातें कहे, तो ज्यादा अच्छा रहेगा। [यहाँ पढ़े: गर्लफ्रेंड को कहने के लिए प्यारी बातें]
७. उसे हसाना ना भूले
यह अपने रिलेशनशिप को अच्छा बनाने का सबसे बढ़िया तरीका है। चाहे आपकी प्रेमिका आपसे गुस्से में भी हो तो भी आपकी कही कुछ फनी बाते उस वक्त उसका मूड सुधार सकती है। लेकिन हां किसी बड़ी वजह के चलते वह आपसे गुस्से में है तो यह तरीका ट्राय ना करे।
प्रेवियस आर्टियलरिज्यूमे लिखते वक्त कभी ना करे ये ५ ग़लतियाँ, हो जायेंगे रिजेक्ट
नेक्स्ट आर्टियलशादी से पहले होने वाले लाइफ पार्टनर से जरूर करे यह महत्वपूर्ण बातें |
राजस्थान यूनिवर्सिटी एक्सम रेसल्ट २०१७ आज ही स्नातक यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान ब.कॉम. पार्ट ई रेवल एक्सम रेसल्ट २०१७ का परिणाम विभाग की वेबसाइट पर जारी करने जा रही है, जो अभ्यर्थी स्नातक परीक्षा (प्राइवेट और रेगुलर) सत्र २०१७ मे पढ़ाई कर रहे है वे नीचे दिए गये लिंक से परीक्षा का परिणाम देख सकते है, राजस्थान यूनिवर्सिटी एक्सम रेसल्ट २०१७ स्नातक और स्नातकोतर परीक्षा २०१७ के परीक्षा पिछले माह मे हुई थी , राजस्थान यूनिवर्सिटी एक्सम रेसल्ट २०१७ विश्वविधालय विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रमो का संचालन करती है जैसे स्नातक (बीए, बीएससी, बीकॉम, बीएड, बीबीए, बीसीए) और स्नातकोतर (एमए, एमएससी, एमकॉम, एमबीए, एमएड, एमसीए) आदि ? आज राजस्थान यूनिवर्सिटी एक्सम रेसल्ट २०१७ ने यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान ब.कॉम. पार्ट ई रेवल एक्सम रेसल्ट २०१७ की घोषणा की है| जिसके लिए आपको कहीं भी जाने की ज़रूरत नहीं है आप निम्न लिंक का उपयोग कर के आप अपना परिणाम देख सकते है | आशा करते है की आप का परिणाम बहुत अच्छा होगा | |
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गंगा नदी को प्रदूषित करने वालों की खैर नहीं है। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (ङट) की सख्ती के बाद नगर निगम गंगा घाट पर गंदगी फैलाने वालों पर २५,००० रुपये जुर्माना लगाने की तैयारी कर रहा है। प्रशासन का मानना है कि जुर्माना लगाने से लोग गंगा नदी को प्रदूषित कम करेंगे।
नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि गंगा में प्रदूषण फैलाने को लेकर बड़ी सख्ती की जा रही है। गंगा घाट पर कपड़े धोने पर ५,००० रुपये से 2५,००० रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा प्रतिमा विसर्जन, पूजा सामग्री विसर्जित करने पर १०,००० रुपए तक, गंगा किनारे मल-मूत्र विसर्जन पर १०-२० हजार रुपये तक जुर्माना तय किया गया है। इस प्रस्ताव पर गंगा समिति की बैठक में मुहर लग जाएगी। |
प्रश्न ०१. हाल ही में विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस कब मनाया गया है ?
प्रश्न ०२. हाल ही में विजय खंडूजा को किस देश में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया है ?
प्रश्न ०३. हाल ही में आयी उन की रिपोर्ट के अनुसार कितने बिलियन बच्चे हिंसा का अनुभव करते हैं >
प्रश्न ०४. हाल ही में राष्ट्रिय विज्ञान फॉउंडटशन (न्स्फ) के प्रमुख के रूप में किसे नियुक्त किया गया है ?
डॉ सेतुरमन पंचनाथन
प्रश्न ०५. हाल ही में राजिंदर का निधन हुआ है, वे कौन थे ?
प्रश्न ०६. हाल ही में वर्ल्ड बैंक ने किस देश के लिए १.०५ बिलियन डॉलर की राशि मंजूर की है ?
प्रश्न ०७. हाल ही में योग के अभ्यास को बढ़ावा देने के लिए किस अभिनेत्री को आयुष मंत्रालय में शामिल किया गया है ?
प्रश्न ०८. हाल ही में किस स्पोर्ट्स अकादमी को खेलो इंडिया स्पोर्ट्स सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस के लिए चुना गया है ?
प्रश्न ०९. हाल ही में इत्फ के पुरुष खिलाडी पैनल के लिए किसे चुना गया है ?
प्रश्न १०. हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह किस देश की आधिकारिक यात्रा पर गए हैं ?
प्रश्न १२. हाल ही में किसने प्रवासी श्रमिकों को उनकी भाषा में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए पैनल का गठन किया है ?
प्रश्न १३. हाल ही में हुंडई इंडिया ने डिजिटल रूप से मोटर खरीदने के लिए किस बैंक के साथ समझौता किया है ?
प्रश्न १४. हाल ही में ऑनलाइन योग क्विज प्रतियोगिता का शुभारम्भ किसने किया है ?
प्रश्न १५. हाल ही में किस देश ने कोविड प्रक्रिया का समर्थन करने के लिए भारत के साथ २०० मिलियन यूरो का समझौता किया है ?
प्रश्न- हाल ही में किस देश ने कोविड वॉर्न एप लांच किया है ?
इस पाग में हमने २३ जून २०२० करेंट अफयर क्वेस्ट्न्स को रखा है जोकि आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं और आपको इन प्रश्नों को जरूर पढ़ना चाहिए। अगर यह जानकारी आपको पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शारें करें। |
पत्नी ने की ग्रेजुएशन की जिद तो हैवान पति ने काट डाली उसकी पांचों उंगलियां... पत्नी ने की ग्रेजुएशन की जिद तो हैवान पति ने काट डाली उसकी पांचों उंगलियां...
होम देश - विदेश पत्नी ने की ग्रेजुएशन की जिद तो हैवान पति ने काट डाली...
पत्नी ने की ग्रेजुएशन की जिद तो हैवान पति ने काट डाली उसकी पांचों उंगलियां
बांग्लादेश. बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां एक पति ने अपनी पत्नी के साथ ऐसा घिनौना कृत्य किया जिसे सुनकर किसी की भी रुह कांप जाए। दरअसल यहां एक ८वी पास पति को ये मंजूर नही था कि उसकी पत्नी आपनी ग्रेजुएशन की तालीम पूरी करे। इस वजह से []
बांग्लादेश. बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां एक पति ने अपनी पत्नी के साथ ऐसा घिनौना कृत्य किया जिसे सुनकर किसी की भी रुह कांप जाए।
दरअसल यहां एक ८वी पास पति को ये मंजूर नही था कि उसकी पत्नी आपनी ग्रेजुएशन की तालीम पूरी करे। इस वजह से गुस्सा हुए पति ने पत्नी को सरप्राइज देने के बहाने उसके हाथ की पांचों उंगलियां ही काट दी।
जानकारी के अनुसार रफीकुल नाम का एक युवक सउदी अरब में काम करता था। वह कुछ ही दिनों पहले बांग्लादेश लौटा था। युवक की पत्नी हवा अख्तर पति की मंजूरी के बिना ग्रेजुएशन की पढाई कर रही थी जिससे भडके पति ने उसे अंजाम भुगतने की धमकी भी दी। लेकिन उसकी पत्नी ने इसे नजरअंदाज कर दिया। और आखिरकार गुस्से से बौखलाए पति ने पत्नी को सरप्राइज देने के बहाने उसकी आंखों में पट्टी बांध कर उसके हाथ की पांचों उगलियां ही काट दी।
महिला के अनुसार पति के रिश्तेदार ने कटी हुई उंगलियां कूडेदान में फेंक दी जिससे वह दोबारा ना जुड सकें। पुलिस द्वारा दी जानकारी के अनुसार महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराने पर पति को अरेस्ट कर लिया गया है। युवक ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। पीड़ित महिला को ईलाज के बाद उसके माता-पिता के पास भेज दिया गया है। बता दें यह कोई पहला मामला नहीं है, पिछले साल भी एक युवक ने अपनी प्रोफेसर पत्नी की आंखे सिर्फ इसलिए निकाल ली थी कि वह कनाडा यूनिवर्सिटी से आगे की पढ़ाई ना कर सके।
प्रेवियस आर्टियलअगर आप भी यूज करते है व्हेत्सप्प तो हो जाए सावधान! कोई कर रहा है आपका डेटा हैक
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सुशांत सिंह रिया चक्रवर्ती (फाइले फोटो)
सुशांत के ऑफिस ब्वॉय ने रिया पर लगाए संगीन आरोप
रिया करती थीं जादू-टोना
सुशांत के कर्मचारियों को भी परेशान करती थीं रिया
नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत (सुशांत सिंह राजपूत) के मौत गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही है. इस मामले में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. सुशांत सिंह के पिता के के सिंह के एफआईआर दर्ज कराने के बाद अब मुंबई पुलिस के साथ बिहार पुलिस भी इस केस की पड़ताल में पूरी तरह से जुट गई है. सुशांत सिंह के दोस्त सिद्धार्थ पिठानी के बयान के बाद अब सुशांत के एक्स ऑफिस ब्वॉय ने रिया चक्रवर्ती को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
सुशांत सिंह के एक्स ऑफिस ब्वॉय राम ने सुशांत के साथ जनवरी २०१९ से जनवरी २०२० तक बतौर आफिस ब्वॉय काम किया था. उन्होंने बताया कि रिया के कहने पर उन्हें निकाला गया था. राम के मुताबिक सुशांत मजबूत व्यक्ति थे, आत्महत्या जैसा कदम वो नहीं उठा सकते थे. राम का कहना है कि रिया के आने के बाद दूसरे कर्मचारियों की तरह उन्हें भी परेशान किया जानें लगा. सैलरी लेट दी जानें लगी. काम करने का समय बढ़ा दिया गया. रिया कर्मचारियों से अपने पर्सनल काम भी करवाने लगी थीं और कर्मचारियों द्वारा उनकी बात न सुने जानें पर झगड़ा करती थीं.
राम के मुताबिक रिया के आने के पहले सुशांत खुश थे, उनके आने के बाद चेहरे पर मायूसी छाई रहती थी. रिया जादू टोना करती थीं. एक के बाद एक सुशांत सिंह मामले में जिस तरह से रिया चक्रवर्ती को लेकर खुलासे हो रहे हैं वो केस को एक अलग मोड़ दे रहा है. आपको बता दें हाल ही में रिया का ये वीडियो सामने आया था जिसमें उन्होंने कानून पर भरोसे की बात कही थी और कहा था कि सच्चाई की जीत होगी. इस वीडियो के बाद से रिया का फोन स्वीच ऑफ जा रहा है और पुलिस उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं कर पा रही है.
ब'दए: ३ बार शादी कर चुके हैं सिद्धार्थ रॉय कपूर, दिलचस्प है विद्या के साथ की लव स्टोरी |
होम/विशेष/देखें वीडियो खुद पर भरोसे की मिसाल. दिव्यांग महिला का चमत्कार देख उड़ जाएंगे आपके होश!
देखें वीडियो खुद पर भरोसे की मिसाल. दिव्यांग महिला का चमत्कार देख उड़ जाएंगे आपके होश!
जयपुर अक्सर कहा जाता है कि यदि आपमें हौसला है तो आपके सपनों को पूरा करने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती है। आपके सपने आपके हौसले और खुद पर विश्वास से पूरे होते हैं। हौसले और खुद पर विश्वास के सामने तो दिव्यांगता जैसी बाधा भी बहुत छोटी नज़र आती हैं।
गुजरात की एक दिव्यांग महिला ने साबित कर दिया है कि अगर खुद पर भरोसा है तो कुछ भी कर दिखाया जा सकता है। दिव्यांग महिला पैरों से असक्षम होने के बावजूद कार चला लेतीं हैं। इस महिला नाम जय श्री शाह है और जो भी इनको कार चलाते देखता है तो हैरान होता ही है। लेकिन साथ ही लोगों को यह भी विश्वास हो जाता है कि ज़िंदगी में कुछ भी नामुमकिन नहीं है। बस आपमें हौसला और हिम्मत होनी चाहिए। दीव्यंगा वॉन्डर्स बेलीव इन योर्सल्फ.
इस महिला को देखकर आपके होश उड़ जाएंगे। इन्हें जो भी देखता है उसे यही लगता है की दिव्यांग होने के बावजूद भी महिला कैसे कार चला लेती है।
दरअसल इनका उनका सपना था की वो कार चलाए और उन्होंने कर दिखाया। इस महिला ने दूसरों के लिए एक मिसाल कायम की है। इन्होंने साबित कर दिया कि मुकाम हासिल करने में कई परेशानियों के बावजूद आप खुद पर भरोसा रख सब कुछ कर सकते हैं।
देखें वीडियो कैसे यह महिला खुद पर भरोसे की मिसाल बन गई
एक बुजुर्ग कैब ड्राइवर ने देर रात जो लड़की के लिए किया , वो ये दोनों कभी नहीं भूल पाएंगे ! |
मंगल ग्रह मेष राशि का स्वामी माना जाता है। मेष राशि का आराध्य देव भगवान श्री गणेश को माना जाता है। अवनी नाम की लड़कियों के जन्म लेने का मौसम काफी सुहावना होता है। इस जाति के अवनी नाम की लड़कियाँ भविष्य में ज्वर, खून की अशुद्धि के रोगों, पायरिया, सिरदर्द, अनिद्रा और गुस्सैल स्वाभाव के कारण परेशान हो सकते हैं। अवनी नाम की लड़कियों के मस्तिष्क, जबड़े और चेहरे बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। इस राशि के अवनी नाम की लड़कियों का पाचन तंत्र भली प्रकार से काम नहीं कर पाता। अवनी नाम की लड़कियों में अग्नि तत्व का प्रभाव अधिक होने के कारण ये दिनभर ऊर्जावान रहते हैं और अधिक समय तक काम कर सकते हैं।
अगर आप अपने बच्चे का नाम अवनी रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। आपको बता दें कि अवनी का मतलब पृथ्वी होता है। अपनी संतान को अवनी नाम देकर आप उसके जीवन को एक नई दिशा दे सकते हैं। अवनी नाम रखने से पहले इसका अर्थ जानना जरूरी होता है। जैसे कि अवनी नाम का मतलब पृथ्वी होता है और इस अर्थ का प्रभाव अवनी नाम के व्यक्ति के स्वभाव में भी दिखने लगता है। वेदों में भी ये बात कही गई कि शिशु को अवनी देने से पहले माता-पिता को इसकी पूरी जानकारी लेनी चाहिए। यह माना जाता है कि यदि आपका नाम अवनी है और इसका अर्थ पृथ्वी है, तो इसका गहरा प्रभाव व्यक्ति के स्वभाव पर भी पड़ता है। आगे पढ़ें अवनी नाम की राशि, इसका लकी नंबर क्या है, अवनी नाम के पृथ्वी मतलब के बारे में विस्तार से जानें।
अवनी नाम लड़कियों का ग्रह स्वामी मंगल है। इनका शुभ अंक ९ होता है। मुश्किलों का सामना हिम्मत और जज्बे से करती हैं अवनी नाम वाली महिलाएं। इनको किसी काम की शुरूआत में मेहनत करनी पड़ती है, पर अंत में अवनी नाम की लड़कियों को सफलता हासिल होती है। ९ अंक वाली लड़कियां डरती नहीं है, जिस कारण कभी-कभी उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ जाता है। अवनी नाम की महिलाओं में नेतृत्व की अद्भुत क्षमता होती है। ये भविष्य में नेता बन सकती हैं। अवनी नाम की लड़कियां दोस्ती और दुश्मनी निभाने में पीछे नहीं रहती हैं।
जिनका नाम अवनी है उनकी राशि मेष होती है, ये लोग साहसी होते हैं और इन्हें खुद पर भरोसा होता है। ये आत्मविश्वासी होते हैं और हमेशा कुछ जानने की इच्छा रखते हैं। साहसी होने के कारण अवनी नाम की लड़कियां जोखिम लेने से कतराती नहीं हैं। जिन लड़कियों का नाम अवनी है, वे हर तरह के कार्यों को करने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। चुनौतियों को खुशी से स्वीकार करती हैं अवनी नाम की लड़कियां और ये खूब ऊर्जावान होती हैं। इस राशि से जुड़ी अवनी नाम की लड़कियां जल्दी जिद्द पकड़ लेती हैं और इनमें काफी अभिमान भी होता है। अवनी नाम की महिलाएं अपने व्यवसाय, जॉब या पैसों के मामलों में समझौता नहीं करती हैं। |
होम > उत्पादों > एलईडी फ्लोरोसेंट ४ पिन(एलईडी फ्लोरोसेंट ४ पिन के लिए कुल 2४ उत्पादों)
एलईडी फ्लोरोसेंट ४ पिन - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से
२ जी ११ १०व ४ पिन एलईडी पीएल ट्यूब लाइट स्थिरता सीई रोस। परंपरा सीएफएल के समान आयाम, सीधे प्रतिस्थापित कर सकता है। शुद्ध एल्यूमीनियम गर्मी सिंक। (मरने कास्टिंग एल्यूमीनियम से ४0%) .पीसी फैलता कवर धीरे-धीरे हल्के मिश्रण करता है, हल्का उत्पादन ८८% तक...
थोक चीन से एलईडी फ्लोरोसेंट ४ पिन , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते एलईडी फ्लोरोसेंट ४ पिन खोजने की आवश्यकता है। बस एलईडी फ्लोरोसेंट ४ पिन पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे एलईडी फ्लोरोसेंट ४ पिन का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
एलईडी फ्लोरोसेंट ४ पिन
एलईडी फ्लोरोसेंट ट्यूब
१७व एलईडी फ्लोरोसेंट ट्यूब
एलईडी रिप्लेसमेंट ट्यूब |
हत्या की आरोपी लड़की
पिछले महीने हुई संगीतकार बेनेट रिबेलो की हत्या के पीछे का असली मकसद अब पूरी तरह से सामने आ गया है। कुर्ला क्राइम ब्रांच ने इस केस में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें १६ साल के नाबालिग के साथ १९ साल की उसकी गर्लफ्रेंड आराध्या पाटील उर्फ रिया भी शामिल है। रिबेलो की हत्या के बाद उसकी लाश के आठ टुकड़े कर उसे दो सूटकेस और एक रैपर में बांधकर मुंबई में अलग-अलग जगह फेंका गया था।
एक सूटकेस पिछले सप्ताह माहिम में बरामद किया गया था। मुंबई क्राइम ब्रांच चीफ संतोष रस्तोगी ने एनबीटी को बताया कि दूसरा सूटकेस मंगलवार को ट्रेस कर लिया गया है। यह सूटकेस बीकेसी में एक नाले में मिला। अभी रैपर में बंधे लाश के टुकड़े ढूंढे जा रहे हैं। क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को जो सूटकेस मिला, उसमें रिबेलो का एक पैर और एक पंजा मिला है।
पढ़ें: मुंबई: संगीतकार के कत्ल के बाद लड़की ने लिखा- आई एम अ बैड गर्ल
लगभग दो दर्जन लोगों से की पूछताछ
डीसीपी शहाजी उमाप, एसीपी नेताजी भोपले, सीनियर इंस्पेक्टर जगदीश साइल और इंस्पेक्टर योगेश चव्हाण की टीम ने इस केस में अब तक कई दर्जन लोगों से पूछताछ की है। इनमें आरोपियों और मृतक के परिवार वाले, बिल्डिंग वाले और परिचित शामिल हैं। खुद दोनों आरोपियों से भी बहुत विस्तार से पूछताछ की गई है। उस आधार पर जांच टीम का मानना है कि इस हत्याकांड की पृष्ठभूमि दो महीने पहले के एक प्रकरण से जुड़ी हुई है।
दो महीने पहले की घटना बनी वजह
जैसा कि नाबालिग ने जांच टीम को बताया कि वह दो महीने पहले जब रिबेलो के सांताक्रूज स्थित घर पहुंचा, तो उसने घर के दरवाजे के हलके से सुराग से रिबेलो व लड़की को आपत्तिजनक स्थिति में देखा। इसके बाद उसने दरवाजे को खटखटाया और फिर दरवाजा खुलते ही लड़की को जोर से थप्पड़ मारा। हालांकि थप्पड़ लड़की को पड़ा, लेकिन रिबेलो खुद बहुत ड़र गया। बाद में रिबेलो ने नाबालिग को बहुत मनाने की कोशिश की, लेकिन रिबेलो नाबालिग की नजर में पूरी तरह गिर चुका था।
पढ़ें: माहिम मर्डर केस लाश की सुलझी गुत्थी, 'बेटी' निकली पिता की कातिल
नाबालिग ने शादी से मना किया
रिबेलो ने उसी दौरान बात को घुमाने के लिए नाबालिग से यह भी कहा, वह उसकी संबंधित लड़की से उसकी शादी करवा देता है, लेकिन नाबालिग ने कहा कि अभी उसकी शादी की उम्र नहीं हुई है। इसीलिए उसने रिबेलो को कोई भाव नहीं दिया और अपनी गर्लफ्रेंड से कहा कि जिसे तुम अपना बाप कहती हो, वह तुम्हारे साथ इस तरह की हरकतें कर रहा था। तुम्हें शर्म नहीं आती। उसकी गलफ्रेंड इसके बाद अपराधबोध से ग्रस्त हो गई।
गर्लफ्रेंड को दी अलग होने की सलाह
इसके बाद नाबालिग ने अपनी गर्लफ्रेंड को रिबेलो से अलग होने की सलाह दी। लेकिन गर्लफ्रेंड के सामने समस्या यह थी कि वह रिबेलो के घर से दूर रहे, तो कहां जाए। अपने मूल घर से तो वह दो साल पहले ही भाग चुकी थी। इसी के बाद नाबालिग के उकसाने पर लड़की द्वारा रिबेलो के कत्ल का फैसला किया गया और नवंबर के आखिरी सप्ताह में इस हत्याकांड को अंजाम पर पहुंचा दिया गया।
दसवीं के रिजल्ट से शुरू हुआ झगड़ा
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार, नाबालिग और संबंधित आरोपी लड़की की करीब चार महीने पहले दादर के सिद्धिविनायक मंदिर के बाहर किसी बहाने जान पहचान हुई थी, जो बाद में दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई। लेकिन रिबेलो की संबंधित लड़की से पहचान की अलग कहानी है।
घाटकोपर की रहने वाली है लड़की
क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार, लड़की मूल रूप से घाटकोपर के असल्फा की रहनेवाली है। उसके मां-बाप और भाई बेहद ही सज्जन लोग हैं। वह दसवीं में दो बार जब फेल हो गई, तो परिवार वालों ने उसे बहुत डांटा, तो उसने एक दिन गुस्से में घर छोड़ दिया। कुछ घंटे बाद वह घर वापस आ गई, लेकिन कुछ दिनों बाद किसी और बात पर लड़की का मां-बाप से झगड़ा हुआ। इस बार लड़की ने फिर घर छोड़ा और वह डोंबिवली पहुंच गई। वहां असल्फा के किसी व्यक्ति ने उसे देखा, तो बाप को फोन कर दिया। इसके बाद परिवार डोंबिवली पहुंचा और लड़की को किसी तरह समझाकर वापस घर लाया।
एक दूसरी लड़की ने कराई थी रिबेलो से पहचान
लड़की यहां से अगले दिन रबाले में अपने दादा के पास चली गई। वहां से वह १५ दिन बाद निकली, तो कुर्ला स्टेशन आ गई। वहां वह रो रही थी, तो वहां उसे एक अन्य लड़की मिल गई, जो रिबेलो के घर उन दिनों रहती थी। उसने रिबेलो की उससे पहचान कराई। बाद में पहचान कराने वाली लड़की ने दूसरी जगह शादी कर ली और असल्फा की लड़की रिबेलो के यहां स्थाई तौर पर रहने लगी।
'विकृत मानसिकता का था रिबेलो'
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी का दावा है कि जिस बेनेट रिबेलो का मर्डर हुआ, वह बहुत ही विकृति किस्म का इंसान था। जांच टीम को यह बताया गया है कि रिबेलो की कई साल पहले शादी हुई थी, लेकिन बाद में उसने तलाक ले लिया था। जांच अधिकारी इस तथ्य को वेरिफाई कर रहे हैं। |
६९००० शिक्षक भर्ती: हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट मामले में लिया बड़ा फैसला न्यूज आप तक
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने सहायक शिक्षकों के ६९ हजार पदों पर भर्ती परीक्षा के मामले में बड़ा फैसला लिया है। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा -२०१९ के सम्बंध में ७ जनवरी २०१९ का शासनादेश निरस्त कर दिया है। उक्त शासनादेश के द्वारा जनरल व रिजर्व कैटेगरी के लिए क्रमशः ६५ व ६० प्रतिशत क्वालिफाइंग मार्क्स घोषित किया गया था।
हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान ने मोहम्मद रिजवान व अन्य समेत दर्जनों याचिकाओं को मंजूर करते हुए कहा कि पिछले सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा की भांति क्वालिफाइंग मार्क्स तय करते हुए रिजल्ट तीन महीने में घोषित करें। उल्लेखनी है कि २०१८ भर्ती परीक्षा में ४० से ४५ प्रतिशत क्वालिफाइंग मार्क्स था।
सरकार ने १ दिसम्बर 20१8 को प्रदेश में ६९ हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती प्रकिया प्रारम्भ की थी। इसके लिए ६ जनवरी 20१9 को लिखित परीक्षा हुई। बाद में ७ जनवरी को सरकार ने सामान्य वर्ग के लिए ६5 व ओबीसी के लिए ६0 प्रतिशत क्वालिफाइंग मार्क्स तय कर दिए थे। सरकार के इसी निर्णय को याचियों ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। याचियों का तर्क है कि एक बार लिखित परीक्षा होने के बाद क्वालिफाइंग मार्क्स तय करना विधि विरुद्ध है। वहीं सरकार की दलील है कि वह मेरिट से समझौता नहीं कर सकती। सरकार का कहना है कि उसकी मंशा क्वालिटी एजुकेशन देने की है और उसके लिए अच्छे अध्यापकों की आवश्यकता है।
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कब आएगा एडमिट कार्ड?
आरआरबी एनटीपीसी एडमिट कार्ड (र्ब न्ट्प्क एडमित कार्ड) एग्जाम से ४ दिन पहले जारी किया जाएगा। उम्मीदवार अपने रीजन की आरआरबी वेबसाइट पर जाकर अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर पाएंगे। आरआरबी एनटीपीसी की पहले चरण की परीक्षा कम्प्यूटर बेस्ड होगी। इस परीक्षा में मैथ्स, जनरल अवेयरनेस और जनरल इंटेलिजेंस और रीजनिंग से सवाल आएंगे। आइये जानते हैं इस परीक्षा के पैटर्न और न्यूनतम पासिंग मार्क्स के बारे में।
-जनरल अवेयरनेस से ४० अंकों के सवाल आएंगे।-जनरल इंटेलिजेंस और रीजनिंग से ३० अंकों के सवाल होंगे।-गणित से ३० अंकों के सवाल आएंगे।-परीक्षा कुल १०० अंकों की होगी।- परीक्षा को पूरा करने के लिए उम्मीदवारों को ९० मिनट का समय दिया जाएगा।- पड़ उम्मीदवारों को १२० मिनट दिए जाएंगे।
- जनरल और यूज वर्ग के उम्मीदवारों को पास होने के लिए न्यूनतम ४० फीसदी अंक लाने होंगे। - ओबीसी और एससी वर्ग के उम्मीदवारों को परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम ३० फीसदी अंक लाने होंगे। - एसटी वर्ग के लिए न्यूनतम पासिंग मार्क्स २५ फीसदी है।
सीबीटी २ के लिए ऐसे होगा चयन
ध्यान रहे कि ये न्यूनतम पासिंग मार्क्स जो कि परीक्षा में पास होने के लिए लाने ही होंगे, इसके अलावा उम्मीदवारों का सीबीटी २ के लिए चयन कट-ऑफ के आधार पर होगा। कट-ऑफ के आधार पर वैकेंसी के २0 गुना उम्मीदवारों को सीबीटी २ के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। |
अंस्वर: इसके लिए आप गुनगुना पानी पिए. पैर प्रून पपीता अनार खाये. किशमिश खाये. दही छाछ लस्सी पिए. खाना खाने के बाद थोड़ा सा अजवाइन पानी के साथ ले. ये सब से आपको काफी फायदा होगा.
उत्तर: कुछ ऐसे कारण भी हैं जो चिंताजनक नहीं होते हैं जैसे की राउंड लिगामेंट्स में दर्द जैसे-जैसे यूट्रस बढ़ता है राउंड लिगामेंट्स खिंचाव होता है जिसकी वजह से पेट के निईचले हिस्से में दर्द होता है..आमतौर पर कुछ समय बाद गायब हो जाते हैं अगर दर्द ऐसे असहनीय हो तो आप डॉक्टर से कंसल्ट करें ..गर्भाशय का बढ़ना गर्भाशय के बढ़ने की वजह से आपको दर्द का एहसास होता है दर्द ..अगर ज्यादा हो तो आप अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं ..दर्द वाले हिस्से पर गर्म पानी की बोतल से सिकाई करें या गर्म पानी से स्नान करें
उत्तर: डियर इसमें घबराने की कोई जरूरत नहीं है. बहुत दिन से मैं ऐसा दिखाया जाता है
उत्तर: डियर गर्भावस्था के दौरान गैस की प्रॉब्लम एक आम समस्या है इसके लिए मैं आपको कुछ घरेलू उपचार बताना चाहूंग पहला मेथीदाना जो कि आप रात में भिगोकर रख दें और सुबह इसका पानी पी ले यह बहुत आराम पहुंचाएगा दूसरा पानी खूब पिएं गर्भावस्था के समय डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम बहुत ज्यादा होती है पानी कम पीने से पेट में ब्लोटिंग हो जाती है इस वजह से बॉडी में पानी की कमी ना होने दें तीसरा आप फाइबर वाला खाना जरूर खाएं चोकर युक्त आटा यूज़ करें , फल खूब खाएं आपका पेट का डाइजेशन भी ठीक रहेगा पेट में सूजन भी नहीं आएगी एक्सरसाइज आप नियमित तौर पर करें ज्यादा गैस होने पर आप अपने डॉक्टर से भी एडवाइस जरूर लें अपने खाने में सलाद ले ,रफेज की मात्रा बढ़ा दें तरल पदार्थों का उपयोग ज्यादा करें ,आप रोज ८ से १० गिलास पानी पिएं , आप रात में में मुनक्का दूध मैं बॉईल करें ठंडा होने पर वही दूध पी लें और सारे मुनक्के खा लें इससे आपको बहुत अधिक राहत मिलेगी और धीरे-धीरे ठीक भी होने लगेगा कंस्टिपशन आप यह भी कर सकते हैं कि रात में अंजीर भिगो दें और सुबह फ्रेश होने के बाद खाली पेट अंजीर खा ले धीरे-धीरे जड़ से आपका कॉन्स्टिपेशन चला जाएगा ज्यादा तेल का बना हुआ और मसालेदार खाना अवॉइड करें अपने आहार में फलों को शामिल करें पत्तेदार सब्जियां और छिलके वाली दालें खाएं टके कारे |
जी-२० सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया आज भारत को संभावनाओं के गेटवे के तौर पर देखती है। ७ महीने बाद एक बार फिर मुझे जापान की धरती में आने का मौका मिला।
ओसाका: जी-२० सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया आज भारत को संभावनाओं के गेटवे के तौर पर देखती है। ७ महीने बाद एक बार फिर मुझे जापान की धरती में आने का मौका मिला। पिछले बार जब मैं आया था तब मेरे मित्र सिंजो आबे पर भरोसा कर आपने उन्हें जिताया था।
इस बार जब मैं आया हूं तब दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत ने इस प्रधान सेवक पर पहले से ज्यादा प्यार और विश्वास जताया। अपनी सरकार के दोबारा चुने जाने को सच्चाई की जीत करार देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने इस प्रधान सेवक पर विश्वास जताया।
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उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि १९७१ के बाद देश ने पहली बार एक सरकार को प्रो-इन्कम्बैंसी जनादेश दिया है। ६१ करोड़ लोगों ने भीषण गर्मी में वोट दिया। चीन को छोड़ दें तो दुनिया के किसी भी देश की आबादी से ज्यादा मतदाताओं की यह संख्या थी।
पीएम मोदी के इस संबोधन के बाद जय श्री राम के नारे भी लगे। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने वंदे मातरम का भी नारा लगाया। पीएम मोदी ने जापान में बसे भारतीय समुदाय के लोगों से कहा कि आप यहां बैठकर भी हमारे काम का ज्यादा अच्छा आकलन करते हैं।
उन्होंने कहा, कई बार स्टेडियम में बैठकर मैच देखते हैं तो पता चलता है कि गलती कहां हुई, आउट कैसे हुए। इसलिए जब आप दूर बैठकर मैच देखते हैं तो आपको ज्यादा पता होता है। पीएम मोदी ने अपनी जीत में प्रवासी भारतीयों के योगदान के लिए भी धन्यवाद दिया।
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उन्होंने कहा, कुछ लोगों ने अपने गांव के लोगों को चिट्ठियां भेजीं, ईमेल भेजे। आपने भी किसी न किसी तरह से देश को लोकतंत्र को प्राणवान बनाया। १३० करोड़ भारतीयों ने पहले से भी मजबूत बनाया। उन्होंने कहा कि मानवता के इतिहास में इससे बड़ा लोकतांत्रिक चुनाव नहीं हुआ है। भविष्य में भी इस रिकॉर्ड को कोई तोड़ेगा तो वह भारत ही है। भारतीय होने के नाते तो हम सभी को इस पर गर्व है ही। पूरे विश्व को भी यह प्रेरित करने वाला है।
पीएम मोदी ने कहा, जापान के साथ हमारे रिश्तों की एक कड़ी महात्मा गांधी से भी जुड़ती है। संयोग से यह उनकी १५०वीं जयंती का भी वर्ष है। उनकी सीख थी कि बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो और बुरा मत कहो। भारत का बच्चा-बच्चा इसे भली-भांति जानता है। बहुत कम लोगों को यह पता है कि जिन तीन बंदरों को इस संदेश के लिए बापू ने चुना वह १७वीं सदी के जापान से जुड़े हैं।
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(फाइल फोटो (साभारः नासा))
हमारी पृथ्वी की सतह का तापमान १८८० से शुरू किए इसके रिकॉर्ड के मामले में पिछले साल सबसे ज्यादा गर्म रहा है. नासा द्वारा जारी रिपोर्ट बताती है कि २०१६ लगातार तीसरा साल रहा है जिसने ग्लोबल एवरेज सरफेस टेंपरेचर्स के मामले में नया रिकॉर्ड कायम किया है.
नेशनल ओसिएनिक एंड एटमॉसफेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) और नासा के स्वतंत्र विश्लेषण बताते हैं कि २०१६ में पृथ्वी की सतह का तापमान सर्वाधिक रहा है. १८८० से इस तामपान का रिकॉर्ड करने की मौजूदा परंपरा शुरू हुई थी.
२०वीं सदी के मध्य के औसत तापमान से २०१6 का वैश्विक औसत तापमान १.७८ डिग्री फॉरेनहाइट ज्यादा रहा. इस वजह से २०१6 लगातार तीसरा ऐसा वर्ष बना जिसने वैश्विक औसत सतह तापमान को रिकॉर्ड ऊंचा बना दिया.
२०१६ के तामपानों ने लगातार एक लंबी अवधि तक गर्म रहने वाले ट्रेंड को जारी रखा है. क्योंकि मौसम मापन केंद्रों की स्थिति और मापन के तरीके वक्त के साथ बदलते हैं, इसलिए साल दर साल वैश्विक औसत तापमान के अंतर को परिभाषित करने में अनिश्चितता बरकरार है.
हालांकि अगर इस बात को भी ध्यान में रखें तो भी नासा का अनुमान है कि वो ९५ फीसदी दावे के साथ कह सकता है कि २०१६ सबसे ज्यादा गर्म वर्ष रहा था.
न्यूयॉर्क स्थित नासा के गॉडर्ड इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज (जीआईएसएस) के निदेशक गैविन शमिट कहते हैं, "२०१६ आश्चर्यजनक ढंग से इस कड़ी में तीसरा रिकॉर्ड वर्ष साबित हुआ. हम हर साल को रिकॉर्ड वर्ष बनने का अनुमान नहीं लगाते, लेकिन लंबी अवधि तक चलने वाला गर्म मौसम का ट्रेंड जारी है."
१९वीं शताब्दी से पृथ्वी की सतह का औसत तापमान करीब २ डिग्री फारेनहाइट बढ़ा है. इस बदलाव की प्रमुख वजह वातावरण में मानव निर्मित उत्सर्जन और कार्बन डाईऑक्साइज का बढ़ना है.
सबसे ज्यादा गर्माहट पिछले ३५ वर्षों में बढ़ी है और रिकॉर्ड १७ में १६ सबसे गर्म वर्ष २००१ के बाद रहे हैं. न केवल 20१६ दुनिया का सबसे गर्म वर्ष बना बल्कि इसके १२ में से आठ महीने यानी जनवरी से लेकर सितंबर तक (जून को छोड़कर) इन महीनों की तुलना में भी रिकॉर्ड गर्म साबित हुए.
जबकि अक्तूबर, नवंबर और दिसंबर दूसरे सबसे ज्यादा गर्म महीने रिकॉर्ड किए गए. इन तीनों तापमानों की तुलना का आधार वर्ष २०१५ (दूसरा सबसे गर्म वर्ष) रहा है.
अगर बात करें वैश्विक औसत तापमान में बदलाव लाने के लिए अल नीनो और ला नीना के प्रभाव का तो इनका योगदान बहुत कम अवधि के लिए होता है. अल नीनो और ला नीना की वजह से ट्रॉपिकल पैसिफिक ओसिएन का ऊपरी हिस्सा गर्म या ठंडा होता है जिससे वैश्विक वायु और मौसम के चलन में बदलाव होते हैं.
वर्ष २०१५ और २०१६ की शुरुआत में अल नीनो की गर्माहट का प्रभाव था भी. शोधकर्ताओं का अनुमान है कि अल नीनो की वजह से २०१६ के वैश्विक तापमान में बहुत ज्यादा ०.२ डिग्री फारेनहाइट ही अंतर आया.
मौसम के उतार-चढ़ाव अक्सर क्षेत्रीय तापमान को प्रभावित करते हैं, इसलिए पिछले साल पृथ्वी के हर हिस्से ने पिछले साल रिकॉर्ड औसत तामपान का सामना नहीं किया.
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फ़िल्म समीक्षा : बद्रीनाथ की दुल्हनिया मकिंग इंडिया
होम मनोरंजन फ़िल्म समीक्षा : बद्रीनाथ की दुल्हनिया
महिलाओं की स्वतंत्रता, उनकी इच्छाएं, उनकी चाहतें, उनकी भावनाएं आदि पर कुठाराघात पारंपरिक समाज से लेकर आज तक पीढ़ी दर पीढ़ी धक्के खाते चला आ रहा है. इनको प्रोत्साहित करने में हमारी आज की यंग पीढ़ी भी अपनी ऊर्जा खपाती रहती है. तरह तरह के तरीकों से इसे सही साबित करती रहती है. १९३६ का गोदान भी पीढ़ी संघर्ष और प्रेम प्रसंग को अपने भीतर समाहित किये हुए है.
आज भी हमारे समाज में ज्यादातर लड़कियों को अपनी मर्जी से जीने या पसंद चुनने का अधिकार नहीं है. शादी के बाद लड़की के सपने पति के मर्जी पर टांग दिए जाते हैं और लड़की की स्थिति खूंटी में बंधी बकरी की तरह हो जाती है.
शशांक खेतान निर्देशित फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया भी एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है. फिल्म का डायमंड पक्ष मुख्य नायिका वैदेही ( आलिया भट्ट ) का अपने स्वतंत्र अस्तित्व के साथ जीना है. उसे अपने सपनों को जिन्दा रखना है. वह खुद पर विश्वास कर जॉब की खातिर अपनी शादी के मंडप से घर छोड़ मुम्बई जाती है और फिर एयर होस्टेस बनने तक कोई समझौता नहीं करती.
फिल्म की शुरुआत में ही बच्चों के जन्म के उपरांत लिंग आधारित भेदभाव को व्यंग्यपूर्ण टिप्पणी के द्वारा दिखाया गया है. जब लड़कों के जन्म को एसेट्स और लड़कियों के जन्म को लायबिलिटी माना जाता है.
फिल्म में बद्री (वरुण धवन) और वैदेही का प्रेम प्रसंग कॉमेडी को समाहित किये हुए बड़े मार्मिक शैली में प्रस्तुत किया गया है.
बद्री के पिता रूढ़िवादी सोच वाले व्यक्ति हैं. अपनी बड़े बेटे की शादी उसकी पसंद साक्षी से न कर खुद की पसंद लड़की उर्मिला से शादी करते हैं. ठीक इसी तरह बद्री की शादी भी अपने पसंद के आधार पर करना चाहते हैं. लेकिन छोटे बेटे बद्री को एक शादी के मौके पर वैदेही (आलिया) पसंद आ गई है. सो पिता को राजी करने की जिम्मेदारी बद्री के बड़े भाई पर आ जाती है.
दूसरी तरफ वैदेही आलिया भट्ट के पिता रिटायरमेंट से पहले दोनों बेटियों की शादी करना चाहते हैं. यही उनकी चिंता की वजह है. चिंता और जिम्मेदारियों वाली चीनी चायपत्ती की घोल आलिया बहनों की उम्र और शादी के साथ जुड़ जाती है.
एक मौके पर बद्री और वैदेही में प्यार हो जाता है. शादी की तैयारियां भी हो जाती हैं. पर ऐन मौके पर वैदेही शादी के मंडप से भाग जाती है. बद्री हाथ में वरमाला लिए खड़ा रह जाता है. वैदेही अपने सपने को पूरा करने के लिए मुंबई पंहुच जाती है फिर वहाँ उसका सेलेक्शन एयर होस्टेस के लिए हो जाता है और फिर ट्रेनिंग के सिंगापुर चली जाती है.
बद्री को वैदेही के सिंगापुर होने पर पता चलते ही वह भी दोस्त सोमदेव के साथ सिंगापुर पंहुचता है. अंत में वैदेही के अपनी मर्जी से जीने को स्वीकार कर घर में उसके लिए तार्किक विरोध करता है.
फिल्म में अपने यहाँ शादी के ब्रांड एम्बेसडर दहेज़ के रुतबे पर भी चोट किया गया है. हार्ट प्रॉब्लम के व्यंग्य से इसकी विद्रूपता पर अच्छा प्रहार किया गया है.
हमारा समाज अभी भी लड़कियों के प्रति दकियानूसी सोच और परंपरागत लिबास को ओढ़े जी रहा है जिसमें लड़कियों को अपने पसंद के साथ जीने को अच्छा नहीं माना जाता. जॉब करना तो और नहीं.
फिल्म का प्रस्तुतीकरण बेहतरीन है. सिनेमाहॉल में कॉमेडी दृश्यों पर दर्शकों की हंसी की आवाज़ ताजगी बरक़रार रखती है. टाइम हो और अंदर से आवाज निकले तो फ़िल्म देख लीजियेगा. कह नहीं सकता आपको कैसी लगेगी पर मुझे अच्छी लगी.
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एक आप्प से बनेगी आपके घर के आगे की सड़क, जाने कैसे करें आवेदन
नई दिल्ली। २५ दिसंबर २००० में केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में ५०० या इससे अधिक आबादी वाले सड़क संपर्क से वंचित गांवों को बारहमासी सड़क से जोड़ना था। इस योजना सबसे बड़ा फायदा गांव को होगा। जिस गांव में सड़के नहीं होती वहां आने जाने में काफी दिक्कतें आती है।
इस योजना से छोटे किसान सीधे बाजार से जुड़ पाएंगे और अपनी फसल बाजार में बेच पाएंगे। इस योजना में सड़कों को सही रखना और खराब सड़को का ख्याल रखा जाएगा।
इस आप्प से बना सकते है अपने गांव की सड़क
इस योजना के तहत आप अपने गांव की नई सड़क और खराब सड़क सही करा सकते है। जिसके लिए केंद्र सरकार ने मेरी सड़क नाम की एक सरकारी आप्प लॉंच की है। अगर आपके गांव में अभी तक सड़क नहीं बनी है या सड़क किसी कारण खराब हो गई, तो आप इस आप्प की मदद से प्रधानमंत्री से शिकायत कर सकते हैं। लेकिन वो खराब सड़के सही होगी जो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत बनी हो।
ग्रामीण सड़के होगी कवर
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत केवल ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों को ही कवर की जाएगी। यह योजना पूरी से सेंट्रली स्पॉन्सर स्किम है। शहरी सड़के इस योजना में नहीं है। ग्राम की ऐसी सड़के जो गांव/बसावटों या बसावटों के समूहों को एक दूसरे उच्च स्तर की सीमावर्ती सड़क को जोड़ती है।
पंगसी का मुख्य उद्देश्य गांव को शहरों की पक्की सड़को से जोड़ना है। जिससे वो हर मौसम में काम आ सकें।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में वो बस्तियां योग्य है जिस में १००० जनसंख्या हो, उस बस्ती को गांव या शहर से जोड़ दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का यह भी उद्देश्य है जो पुराने रास्ते है उसे भी नए सिस्टम से बनाया जाएगा। पुराने रास्तों को अपग्रेड किया जाएगा।
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सर्वाइवर सीरीज में ब्रॉक लैसनर ने एक बार फिर रिटेन किया
डब्लू डब्लू ई (व्वे) के चार सबसे बड़े पीपीवी में एक सर्वाइवर सीरीज इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। कंपनी ने इस शो को हिट कराने के लिए कई बड़ी चीज़ें की जिसमें वह सफल भी हुई। शो में रॉ, स्मैकडाउन के साथ न्क्स्ट ब्रांड भी शामिल था जिसने शो को जबरदस्त बनाया।
पूरे शो में न्क्स्ट ब्रांड का दबदबा रहा। न्क्स्ट ब्रांड ने जहां ४ मुकाबलों में जीत हासिल की तो वहीं स्मैकडाउन ब्रांड को २ में जीत मिली। इसके अलावा रॉ के हिस्से में केवल एक जीत रही। इन सबके के अलावा फैंस को जिस मुकाबले का सबसे ज्यादा इंतजार था वह ब्रॉक लैसनर बनाम रे मिस्टीरियो का मुकाबला था।
व्वे चैंपियनशिप के लिए हुए इस मुकाबले में ब्रॉक लैसनर ने रे मिस्टीरियो को हराकर एक बार फिर टाइटल रिटेन किया। इस मैच में रे मिस्टीरियो की मदद के लिए उनके बेटे का भी दखल देखने को मिला लेकिन बावजूद इसके लैसनर ने सफलतापूर्वक टाइटल रिटेन कर लिया।
इसी कड़ी में आइए एक नज़र डालते हैं ब्रॉक लैसनर की रे मिस्टीरियो के खिलाफ जीत के ५ बड़े कारणों पर।
#५ ब्रॉक लैसनर हार के लिए ना के बराबर बुक किए जाते हैं
लंबे समय से व्वे को फॉलो कर रहे फैंस इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि ब्रॉक लैसनर को हार के लिए न के बराबर बुक किया जाता है। कंपनी ने उन्हें पिछले कई सालों से इस तरह से दिखाने की कोशिश की है कि उन्हें कोई सुपरस्टार्स मात नहीं दे सकता है।
कंपनी ने लैसनर की इमेज को एक ऐसे सुपरस्टार के रूप में बनाया है जो हर रेसलर पर भारी पड़ता है। व्वे रोस्टर पर नज़र डाले तो लैसनर ही अकेले ऐसे सुपरस्टार हैं जिन्हें हार के लिए शायद ही बुक किया जाता हो। |
भागवत ने मीडिया के ७० लेखक-पत्रकारों के साथ बंद कमरे में किया मंथन, क्या र्स की छवि से परेशान हैं संघ प्रमुख!
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इससे पहले भी संघ और उसकी विचारधारा के बारे में गलत धारणा पर एक तरह से सफाई देने के लिए पिछले सितंबर में विदेशी मीडिया से जुड़े करीब ८० पत्रकारों के साथ एक अहम बैठक की थी।
पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की विशाल बहुमत की सरकार आने के बाद भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लेकर लोगों में प्रचलित धारणा में कोई बदलाव नहीं आने से संघ प्रमुख मोहन भागवत चिंतित हैं। बीजेपी की सरकार में भी आरएसएस की विवादास्पद छवि को लेकर कोई सकारात्मक बदलाव नहीं होने से भागवत की चिंता इन दिनों खासी बढ़ी हुई है। इसी को लेकर वह लोगों के बीच संघ की छवि को बदलने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
इसी कड़ी में मंगलवार को उन्होंने दिल्ली के छतरपुर इलाके में देश भर के ७० मीडिया स्तंभकारों से बंद कमरे में मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस बैठक का मकसद आरएसएस के बारे में लोगों के बीच फैली गलत धारणा को बदलने की रणनीति तैयार करना है। खबरों के मुताबिक छत्तरपुर इलाके में हुई इस बैठक में जिन ७० स्तंभकारों को बुलाया गया, वे सभी अलग-अलग भाषाओं में लिखते हैं।
फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि इन स्तंभकारों में कौन-कौन लोग थे और ये भी कि इस मुलाकात में क्या बातचीत हुई और क्या कुछ तय हुआ। दरअसल इस बैठक और इसमें हुई बातचीत को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया है। इस बीच सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में संघ प्रमुख मोहन भागवत कोई महत्वपूर्ण भाषण दे सकते हैं, जिसे लेकर ही इस बैठक में सघन चर्चा हुई।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इसकी विचारधारा को लेकर लोगों में कायम आम धारणा पर अपना रुख स्पष्ट करने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बीते साल सितंबर में विदेशी मीडिया के प्रतिनिधियों से इसी तरह की एक अहम बैठक की थी। यह मुलाकात दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित की गई थी। उस बैठक में ३० देशों के मीडिया संस्थानों से ८० पत्रकारों ने हिस्सा लिया था।
आरएसएस के प्रति धारणा |
नई दिल्ली: गुजरात चुनाव की आहट के साथ ही कांग्रेस और बीजेपी के बीच ट्विटर वार जारी है. फिलवक्त कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के हर ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पलटवार कर रही हैं. यहां तक कि राहुल गांधी के गुजरात दौरे के जवाब में बीजेपी अध्यक्ष के साथ स्मृति ईरानी ने अमेठी का दौरा किया. अब उसकी अगली कड़ी में राहुल गांधी के ट्विटर पर फॉलोअरों की बढ़ती संख्या पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने तीखा हमला बोला है.
उन्होंने एक न्यूज एजेंसी की खबर को टैग करते हुए राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट किए जाने की संख्या में अप्रत्याशित इजाफे को लेकर उन्हें आड़े हाथ लिया और उनके ट्विटर अकाउंट के तार रूस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान तक जुड़े होने की ओर इशारा किया. कांग्रेस ने हालांकि इस आरोप को तथ्यात्मक रूप से गलत कहते हुए खारिज कर दिया. ईरानी ने अपने ट्वीट में कहा, "वह शायद रूस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान में चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं.ईरानी ने अपने ट्वीट के साथ एक न्यूज रिपोर्ट 'राहुल गांधी के ट्विटर लोकप्रियता के पीछे बोट्स' को भी संलग्न किया, जिसमें राहुल गांधी के ट्वीट के रिट्वीट की वृद्धि पर सवाल खड़े किए गए हैं.
ट्विटर बोट एक प्रकार का बोट सॉफ्टवेयर है, जो ट्विटर अकाउंट द्वारा ट्विटर एपीआई (अप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस) को नियंत्रित करता है. यह बोट सॉफ्टवेयर ट्वीट, रिट्वीट, फॉलो, अनफॉलो या दूसरे के अकाउंट में सीधे संदेश भेजने के लिए स्वायत्त तरीके से काम करता है.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने बोट की खेल में डोपिंग जैसी कार्रवाई से तुलना की. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "खेल में, यह डोपिंग के अंतर्गत आता है. हे रुको, क्या 'डोप' आपको किसी की याद दिलाता है."कांग्रेस की डिजिटल संचार इकाई का जिम्मा संभाल रहीं दिव्या स्पंदना ने इस मामले में ईरानी पर हमला बोला और इस न्यूज स्टोरी को तथ्यात्मक रूप से गलत बताया. उन्होंने ईरानी के ट्वीट पर कहा, "हमें उनकी क्या जरूरत है, जब आप हमारे पास हैं."
मिशनरी स्कूल का फरमान- स्कार्फ बंधवाना है तो बच्चे को मदरसे में पढ़ाएं! |
अब स्विटजरलैंड में जमा होने वाले धन की मिलेगी रियल टाइम जानकारी - थे शियासत डेली
अब स्विटजरलैंड में जमा होने वाले धन की मिलेगी रियल टाइम जानकारी
नई दिल्ली. स्विट्जरलैंड की पार्लियामेंट पैनल ने उस पैक्ट को मंजूरी दे दी है, जिसमें वहां के बैंक अकाउंट में जमा होने वाली ब्लैकमनी की जानकारी भारत सरकार को रियल टाइम बेसिस पर मिलेगी। इसे ऑटोमैटिक इन्फॉर्मेशन एक्सचेंज पैक्ट कहा गया है। अब यह प्रपोजल मंजूरी के लिए विंटर सेशन में अपर हाउस से पार्लियामेंट को भेजा जाएगा, जो २७ नवंबर से शुरू हो रहा है।
पैक्ट २०१८ में लागू होना है और २०१९ से भारत सरकार को डाटा मिलने लगेगा। गजट नोटिफिकेशन के बाद ही माना जा रहा था कि रियल टाइम डाटा मिलना अब तय है। गजट के फैक्टशीट के मुताबिक, स्विस सरकार भारत के इन्श्योरेंस और फाइनेंशियल सेक्टर में और ज्यादा रीच बढ़ाना चाहती है। इसके तहत भारत को स्विस बैंक खातों में होने ट्रांजेक्शन की रियल टाइम इन्फॉर्मेशन मिलती रहेगी।
माना जा रहा है कि इस पैक्ट की मदद से ब्लैकमनी को रोकने में भी मदद मिलेगी। रविवार को कमिशन फॉर इकोनॉमिक अफेयर्स एंड टैक्सेज काउंसिल ऑफ स्टेट्स ने इस पैक्ट को मंजूरी दी है। यह पैनल स्विस पार्लियामेंट के अपर हाउस का खासय पैनल है। पैक्ट भारत के अलावा ४० दूसरे देशों से भी किया गया है। हालांकि मंजूरी देते समय पैनल ने यह भी कहा है कि ये देश इनडिविजुअल लीगल क्लेम्स के लिए अपने देश में प्रावणान मजबूत करें।
इस पैक्ट के तहत अगर किसी भारतीय का स्विस बैंक में अकाउंट है तो इस संबंध में बैक वहां इसके लिए बनी अथॉरिटी को फाइनेंशियल अकाउंट डाटा की पूरी जानकारी देंगे। इसके बाद अथॉरिटी इस डाटा को भारत सरकार के पास ट्रांसफर कर देगी। जिसके बाद भारत में उस अकाउंट होल्डर की पर्सनल डिटेल के बारे में पता लगाया जाएगा। जिसमें उसकी इनकम, उसके द्वारा दिए जाने वाले टैक्स आदि शामिल होगी।
पैक्ट को मंजूरी देते हुए अपर हाउस की इकोनॉमिक अफेयर्स कमिटी ने गवर्नमेंट से यह कहा है कि ऑटोमैटिक इनफॉर्मेशन एक्सचेंज फ्रेमवर्क की सेफ्टी के लिए इसके लिए कुछ एडिशन सेफगार्ड बनाए। |
केपटाउन टेस्ट में अजिंक्य रहाणे के नहीं खेलने पर हैरान हुए डु प्लेसिस... | टो न्यूज
केपटाउन टेस्ट में अजिंक्य रहाणे के नहीं खेलने पर हैरान हुए डु प्लेसिस
पोस्टेड बाय: सोमाली केपटाउन टेस्ट में अजिंक्य रहाणे के नहीं खेलने पर हैरान हुए डु प्लेसिस...
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कहा कि केपटाउन टेस्ट में अजिंक्य रहाणे की जगह रोहित शर्मा को चुने जाने से वह हैरान रह गए. उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और उमेश यादव पर जसप्रीत बुमराह को तरजीह दिए जाने से भी उन्हें हैरानी हुई.
डु प्लेसिस ने कहा, हम हैरान थे. हमें नहीं लगा था कि जसप्रीत बुमराह खेलेगा. वह वनडे क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, लेकिन हम दूसरे तेज गेंदबाजों के लिए तैयारी कर रहे थे क्योंकि उन्होंने ज्यादा टेस्ट खेले हैं.
दक्षिण अफ्रीका ने पहले टेस्ट में भले ही ७२ रनों के अंतर से जीत दर्ज की हो, लेकिन कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कहा कि भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में २०८ रन का लक्ष्य देने के बाद वह नर्वस हो गए थे. दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में सिर्फ १३० रन बनाए जिससे भारत को चौथे दिन जीत के लिए २०८ रन का लक्ष्य मिला.
डु प्लेसिस ने कहा, मैं नर्वस था. मुझे पता था कि नई गेंद हमारे लिए अहम होगी और अगर नई गेंद से विकेट ले सके तो उनकी बल्लेबाजी की नींव हिला सकते हैं. उनके पास कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं, लेकिन एक बार दबाव बनाने के बाद हमने उन्हें उबरने नहीं दिया. लेकिन यह सच है कि मैं नर्वस था.
डु प्लेसिस ने कहा, मुझे लगा था कि हमें ३५० रन की बढ़त मिलेगी लेकिन ऐसा हो नहीं सका. भारतीय टीम २०८ रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ४२.४ ओवर में १३५ रन पर ऑल आउट हो गई.
वर्नोन फिलेंडर ने ४२ रन देकर छह विकेट लिए. डु प्लेसिस ने कहा, हमारे पास बेहतरीन सीम गेंदबाज हैं और विकेट से मदद मिलने पर तो वे कहर बरपा सकते हैं. डेल स्टेन अगर होता तो भारतीय टीम और सस्ते में आउट हो जाती.
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जून १६, २०१८ सोमाली कम्मंट ऑफ ऑन दूसरी पारी में भी अफगानिस्तान बेदम दम, ८ विकेट गिरे |
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नई दिल्ली. मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए आज मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर खुशियों की सौगात लेकर आए. अगले साल से इन छात्रों को देशस्तर पर आयोजित होने वाली नीत या जी की परीक्षाओं में एक बार नहीं, बल्कि दो बार बैठने का मौका मिल सकेगा. सरकार ने नीत, जी, उग्क नेट, मैनेजमेंट कोर्स से जुड़ी सीमैट और फार्मेसी की जीपैट परीक्षाएं कराने की जिम्मेदारी इस साल से एक नई संस्था, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी न्टा को सौंप दी है. अभी तक इन परीक्षाओं के आयोजन का जिम्मा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई के पास होता था. हर्ड मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज इस बाबत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इसमें परीक्षाओं के संबंध में की गई नई व्यवस्था की जानकारी दी. जावड़ेकर ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र अब साल में दो बार नीत दे सकेंगे. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि उग्क नेट की जो परीक्षा अभी तक साल में दो बार ली जाती थी, अब वह सिर्फ एक ही बार होगी.
उग्क नेट २०१८: कल होगी परीक्षा, एग्जाम से पहले पढ़ लें ६ जरूरी चीजें |
बीजेपी नेता की हत्या के मामले में २० लोगों से पूछताछ |
बीजेपी नेता की हत्या के मामले में २० लोगों से पूछताछ
मुजफ्फरनगर: स्थानीय बीजेपी नेता की हत्या के सिलसिले में पूछताछ के लिए २० लोगों को हिरासत में लिया गया है. सेना से सेवानिवृत्त और मीरपुर शहर की बीजेपी इकाई के उपाध्यक्ष ओम वीर सिंह फौजी की कल दो हमलावरों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी.
सर्किल अधिकारी महेश मिश्र ने कहा कि हत्या के सिलसिले में २० लोगों को हिरासत में लिया गया है और आरोपी जल्दी ही गिरफ्तार किए जाएंगे. पुलिस ने दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
४७ वर्षीय सिंह के पास एक लाइसेंसी रिवाल्वर भी थी और उन्होंने हमलावरों पर जवाबी गोली भी चलाई थी लेकिन हमलावरों ने उनसे हथियार छीन लिया. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने भागने से पहले उनके ही हथियार से उन्हें गोली मारी.
वारदात के बाद सिंह के परिवार वालों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर दी. इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है.
वेब तितले: बीजेपी नेता की हत्या के मामले में २० लोगों से पूछताछ |
अमृतरस: निगेटिव प्रोग्रामिंग ( एक कहानी ) डॉ नूतन गैरोला
टोना टोटका काला जादू,इन पर विस्वाश करना मूर्खता है,...
प्रवीण पाण्डेय मार्च १, 20१2 एट ९:२६ आम
अंधविश्वास की पराकाष्ठा है, जहाँ सुबह सुबह आशा का संचार होता था, वहाँ आज निराशा पसरी पड़ी है..
उफ़ ! कितना अज्ञान और अन्धविश्वास फैला है आज भी गावों में, अखबार में इस तरह की बातें कई बार पढ़ी हैं कि किसी महिला को डायन कहकर पीड़ित किया गया.
अनकहे एहसासों को कहती कहानी
थैंक्स नूतन / तुमने लिखी है तो अच्छी ही होनी थी..... कोई शक नहीं कि निगेटिव प्रोग्रामिंग जैसी चीजें एक अभिशाप की तरह से हैं हमारे समाज के लिए लेकिन फिर भी हमारी अंधभक्त जानता इसके लपेटे में आने से खुद को बचाना चाहती ही नहीं है...... इसके पीछे सदियों पुराना हमारा बेस है जो पीढ़ी दर पीढ़ी हम तक स्थानांतरित होता रहा है.......
अन्धबिश्वासी सामाजिक तत्वों को 'आयना' दिखाती पोस्ट.. आभार. होली की शुभ कामनाएं.
ग्रामीण परिदृश्य का यथार्थ चित्रण...कहानी पढ़कर लगा जैसा अपने आस-पास के गाँव की ही तो बात है..
बहुत सुन्दर सार्थक प्रस्तुति..
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) मार्च १, 20१2 एट ८:०६ प्म
बहुत सार्थक और सटीक!
मनीष सिंह निराला मार्च २, २01२ एट २:०५ प्म
अन्धविश्वास पर चोट करती बहुत ही अच्छी कहानी
अख़तर क़िदवाई मार्च ३, २०१२ एट १२:५० प्म
अंधविश्वास से सजग रहने की सिख देती रचना
.......इसके बाद तो घर में आये दिन कभी दूध गिरता दिखता, और घर का बरसों पुराना शीशा भी तो तेज हवा से पहली बार फूटा| बूढी दादी भी ज्यादा बीमार रहने लगी...........कुच्छेक अप्रत्यासित घटनाएँ भी अंध विश्वासों को बढ़ावा दे जाती हैं....
अंधविश्वास पर चोट करती बिल्कुल सटीक रचना है...
आपका धाराप्रवाह रोचक लेखन बहुत ही
खूबसूरती से 'नगेटीव प्रोग्रामिंग' की
प्रक्रिया का बयान कर गया.
स्वार्थ क्या क्या अर्थ अनर्थ करवा देता है.
आपके शानदार लेखन के लिए दिल से आभार. |
आईपीएल २०१८ में चेन्नई-राजस्थान की दो साल बाद वापसी हो रही है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: भारत में क्रिकेट का त्योहार माने जाने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) नए सीजन में दो पुरानी टीमों की वापसी के साथ धूम मचाने के लिए तैयार है. लीग का ११वां संस्करण शनिवार (७ अप्रैल) से शुरू हो रहा है और इसका पहला मैच मौजूदा विजेता मुंबई तथा चेन्नई के बीच वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा. चेन्नई और राजस्थान की टीमें दो साल के प्रतिबंध के बाद वापसी कर रही हैं. दोनों टीमों को २०१३ में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था.
आईपीएल के आगाज से पहले ही सभी टीमें पूरी तरह से तैयार हो रही हैं. साथ ही टीमों और खिलाड़ियों के फैन्स, परिवार और दोस्त भी अपनी पसंद के खिलाड़ी और टीम के प्रमोशन में जुट चुके थे. इसी कड़ी में तीन बार की चैंपियन मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा की पत्नी रितिका सजदेह ने भी अपने पति का प्रमोशन किया.
इप्ल २०१८: मैच से पहले ही मुंबई के लिए सामने आया कुंबले का 'डर'
रितिका ने अपने इंस्टाग्राम पेज से एक मैग्जीन के कवर की तस्वीर शेयर की. इस तस्वीर में रोहित शर्मा को 'कैप्टन कूल' बताया गया है. रितिका के इस तस्वीर को शेयर करते ही महेंद्र सिंह धोनी के फैन्स नाराज हो गए और उन्होंने रितिका को ट्रोल करना शुरू कर दिया.
विडियो : चेन्नई के रंग में धोनी का ये अंदाज देखकर दीवाने हो जाएंगे आप
यह बात तो सभी जानते हैं कि क्रिकेट की दुनिया में 'कैप्टन कूल' की उपाधि महेंद्र सिंह धोनी को दी गई है. ऐसे में जब रितिका ने रोहित को 'कैप्टन कूल' बताया तो माही के फैन्स उनपर नाराज हो गए और कहा कि, क्रिकेट में सिर्फ एक ही 'कैप्टन कूल' हैं और वह हैं महेंद्र सिंह धोनी.
चेन्नई की कप्तानी के साथ लौटे महेंद्र सिंह धोनी
चेन्नई की कप्तानी एक बार फिर आईपीएल इतिहास के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में होगी. इस टीम में पुराने दिग्गज सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा भी हैं.
मुंबई ने बनाए रखे हैं पुराने खिलाड़ी
वहीं, तीन बार खिताब अपने नाम कर चुकी मुंबई ने कप्तान रोहित शर्मा को तो अपने पास बनाए रखा ही है साथ ही हार्दिक पांड्या, उनके भाई क्रुणाल पांड्या, जसप्रीत बुमराह को भी बनाए रखा है.
देशभर में ३६ आईपीएल फैन पार्क होंगे : बीसीसीआई |
लालन पस्वन अस्केड वुल्गर क्वेस्ट्न्स तो तीनेजर गर्ल स्टूडेंट इन हज़ीपुर | बिहार: रेप के मुद्दे पर विधायक ने छात्रा से पूछे शर्मनाक सवाल? - हिन्दी ओनेइंडिया इंडिया'स #१ लैंग्वेज पोर्तल इंग्लिश फेसबुक ट्विटर गूगल प्लस होम समाचार देश इन्फोग्राफिक्स व्यंग्य तस्वीरें विदेश अर्थ-जगत खेल-खिलाड़ी फीचर अजब-गजब कला-संस्कृति राज्य दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश राजस्थान हरियाणा महाराष्ट्र झारखंड पंजाब जम्मू-कश्मीर कार्टून वीडियो सिनेमा बॉलीवुड गपशप फीचर फिल्म रिव्यू साक्षात्कार गीत-संगीत फिल्म प्रिव्यू टेलीविजन ज्योतिष आज का राशिफल साप्ताहिक भविष्यफल मासिक राशिफल वार्षिक राशिफल प्यार का वार्षिक राशिफल लाइफस्टाइल स्वास्थ्य गर्भावस्था एवं परवरिश किचन किंग सौंदर्य होम गार्डन रिलेशनशिप ऑटो टू-व्हीलर फोर-व्हीलर रोचक खबरें ऑटो शो टिप्स एंड केयर गैजेट मोबाइल म्यूजिक कंप्यूटर कैमरा गैजेट समाचार टेक टिप्स यात्रा होटल फ्लाइट यात्रा डायरी गैलरी ओदर साइट्स लैंग्वेएज
सबस्क्रिबे तो ओनेइंडिया हिन्दी हाजीपुर। बिहार में एक स्कूली छात्रा से विधायक के शर्मनाक सवाल पूछने का मामला सामने आया है। विधायक ललन पासवान ने स्कूल की एक छात्रा से पूछा कि बलात्कार के बाद खून कहां से निकलता है। ललन पासवान राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के सासाराम से विधायक हैं। विधायक ने क्लास में छात्राओं से कई बेतुके सवाल पूछे। ये भी पढ़ें: दिल्ली: फुटपाथ पर सो रही ७ माह की गर्भवती से गैंगरेप, दिया बच्चे को जन्मबता दें कि आज से २ दिन पहले बिहार के हाजीपुर में एक महादलित छात्रा के साथ सामुहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। इसी मामले को लेकर बिहार के रालोसपा (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी) के सासाराम से विधायक ललन पासवान जांच के लिए छात्रावास पहुंचे थे। विधायक को देखते ही स्कूल के अध्यापक उनके स्वागत में दौड़ें चले आए। स्कूली छात्राओं को भी यह एहसास हुआ कि विधायक उनकी बातों को ऊपर तक पहुंचाएंगे। जिसके लिए स्कूली छात्राएं भी विधायक के पास पहुंच गई। लेकिन छात्राओं को देखते ही विधायक ने एक पर एक अश्लील सवाल पूछने शुरू कर दिए।विधायक ललन पासवान यहीं नही रुके उन्होंने विधायकी का रोब दिखाते हुए स्कूल प्रशासन के लोगों पर भी धमकी भरे लहजे में चेतावनी दी। साथ ही छात्रावास की लड़कियों के चरित्र पर भी सवाल उठाने लगे। उन्होंने कहा कि इस मामले मे विधानसभा में नीतीश कुमार का बुखार छुड़ा देंगे।विधायक ने कहा, माफी नहीं मांगूंगाविधायक ललन पासवान से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने छात्रा से पूछे गए सवालों को सही बताया और कहा कि वे इसके लिए कतई माफी नहीं मांगेंगे।रालोसपा (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी) के विधायक द्वारा स्कूली छात्रा से पूछे गये अश्लील सवाल....विधायक .....तुमको लगता है कि उसके साथ गलत हुआ था?स्कूली छात्रा .....सर, हम ये कैसे कह सकते हैं।विधायक .....ब्लड कहां से निकल रहा था?सर, नीचे से।विधायक .....नीचे मतलब कहां से, तुम पढ़ी लिखी लड़की हो बताना चाहिए।स्कूली छात्रा .....जबाब नही मिला ।विधायक .....तुमको बताना चाहिए, तुम पढ़ी लिखी लड़की हो, कल तुम्हारे साथ भी बलात्कार हो सकता है। ये भी पढ़ें: १३ साल की नाबालिग को ७3 साल के बूढ़े ने बनाया हवस का शिकार, लड़की ने दिया बच्चे को जन्म देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए ओनेइंडिया हिन्दी के फेसबुक पेज को लाइक करें रेड मोर आबात: हाजीपुर, रप, स्कूल, बिहार, म्ला, हाजीपुर, बिहार, बलात्कार, स्कूल, छात्रा स्टोरी फर्स्ट पबलिश्ड: वेडनेस्ड्य, जान्वरी ११, २01७, 1२:1२ [इस्ट] इंग्लिश सुमेरी म्ला फ्र्म सासाराम, बिहार,लालन पस्वन अस्केड वुल्गर क्वेस्ट्न्स तो तीनेजर गर्ल स्टूडेंट इन हज़ीपुर.
प्रियंका चोपड़ा ने मानी निजी जीवन से जुड़ी ये बात, बोलीं मेरी मां तो नहीं देख रहीं चेन्नई एक्सप्रेस के प्रोड्यूसर करीम मोरानी पर रेप और ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज जल्द आप देख सकेंगे स्मृति ईरानी की १०वीं १२ वीं की मार्कशीट फ्धचरेड पोस्ट आप्स | र्स फीड्स | फेसबुक | ट्विटर | गूगल प्लस | |
पंजाबी फिल्मों के बाद बौलीवुड में छा जाने की तमन्ना - सरिता मगजीन
पंजाबी फिल्मों के बाद बौलीवुड में छा जाने की तमन्ना
लेखक व निर्देशक इंदरवेश योगी की फिल्म लव के फंडे में सुफी गुलाटी ने लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली अमीर लड़की रिया का किरदार निभाया है.
शांतिस्वरूप त्रिपाठी | जून २८, २०१६
इन दिनों पंजाबी फिल्मों में स्टार बनने के बाद बौलीवुड की तरफ मुड़ने वाले कलाकारों की संख्या बढ़ती जा रही है. पंजाबी के स्टार अभिनेता दिलजीत दोसांज के बाद अब बौलीवुड में छा जाने की तमन्ना लेकर पंजाबी की सुपर हिट फिल्म मुंडे कमाल दे की चर्चित अदाकारा सुफी गुलाटी भी बौलीवुड पहुंच गयी हैं. सुफी गुलाटी बालीवुड में अपने करियर की शुरूआत गीतकार से निर्माता बने फाएज अनवार और प्रेम प्रकाश गुप्ता की फिल्म लव के फंडे से कर रही हैं.
जुलाई में प्रदर्शित होने वाली लेखक व निर्देशक इंदरवेश योगी की फिल्म लव के फंडे में सुफी गुलाटी ने लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली अमीर लड़की रिया का किरदार निभाया है, जो कि खुद अपने बिजनेस एम्पायर को संभालती है.
बौलीवुड में कदम रखने के अपने निर्णय की चर्चा करते हुए सुफी गुलाटी कहती हैं-मुझे लगता है कि मेरी तकदीर में अभिनेत्री बनना लिखा था. मैं पंजाब के ऐसे परिवार से हूं, जहां लड़कियों को घर से बाहर निकलने की आजादी बहुत कम होती है. पर मुझे पढ़ाई करने की छूट मिली. पंजाब में पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने दिल्ली से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया. यह कोर्स करते हुए ही मुझे पंजाबी फिल्म मुंडे कमाल दी में हीरोईन बनने का आफर मिला, तो मैंने लपक लिया. जिसे पंजाब में जबरदस्त सफलता मिली. इस फिल्म की सफलता से प्रेरित होकर मैं मुंबई चली आयी. यहां पर मुझे फिल्म लव के फंडे मिल गयी. इस फिल्म में मेरा रिया का काफी इमोशनल किरदार है. मेरे किरदार का युवा पीढ़ी पर काफी प्रभाव पड़ेगा. क्योंकि रिया लिव इन रिलेशनशिप में रहती है, जिसकी वजह से उसकी जिंदगी में काफी उतर चढ़ाव आते हैं. इससे अधिक अभी कुछ नही कहूंगी. |
होम गैलरी ये हैं हॉलीवुड की टॉप १० हॉट एक्ट्रेस, देखें तस्वीरें
हॉलीवुड की टॉप १० हॉट एण्ड सेक्सी अभिनेत्रियों के बारे में हम आपको बता रहे हैं १० . किर्स्टेन डनस्ट जर्मन और अमेरिकी अभिनेत्री, गायक, मॉडल और निर्देशक किर्स्टन डनस्ट का जन्म ३० अप्रैल १९८२ को हुआ, १९८९ में संकलन फिल्म कहानियां के लिए न्यूयॉर्क फिल्म में अपनी पहली उपस्थिति बना ली है । ९ . नताली पोर्टमान नताली पोर्टमैन यरूशलेम में ९ जून 1९81 में दुनिया में कदम रखा । अमेरिकी अभिनेत्री, निर्माता और निर्देशक वास्तव में तेज दिमाग&हेलिप;
{ यह भी पढ़ें:- बिग बॉस की एक्स कंटेस्टेंट एली अवराम का हॉट अंदाज़ }
वर्ल्ड टॉप १० हॉट एक्ट्रेस
पिछला लेखप्रिया प्रकाश को ड्रेस की वजह से उठानी पड़ी शर्मिंदगी, जानें वायरल तस्वीर का सच
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कोरोना वायरस का एक पॉजिटिव मरीज मिलने पर घर -घर सर्वे शुरू, जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम की तरफ से निजातम नगर सीलपंजाब ए न्यूज
पंजाब ए न्यूज : जिला प्रशासन ने निजातम नगर में कोरोना वायरस का केस पॉजिटिव आने के कारण शकी मरीजों की पहचान की मुहिम शुरू कर दी है।
उप मंडल मैजिस्ट्रेट राहुल सिंधु और सहायक कमिश्नर पुलिस बरजिन्दर सिंह के नेतृत्व में टीमों की तरफ से घर -घर सर्वे करके शकी मरीजों की पहचान की जा रही है।
सिंधु ने कहा कि पुलिस द्वारा पिछले दिनो के दौरान कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए लोगों की भी पहचान की जा रही है। उन्होने कहा कि रोगाणु मुक्त दवा का छिडकाव करने के लिए भी मुहिम चलाई जा रही है।
उप मंडल ने बताया कि टीमों की तरफ से हर घर को अच्छी तरह रोगाणु मुक्त किया जा रहा है जिससे कोई इस वायरस की जकड में ना आ सके।
सिंधु ने बताया कि इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है और जरूरी चीजें जैसे दूध, सब्जियाँ और किराना का समान जिला प्रशासन की तरफ से अधिकारत किये व्यक्तियों द्वारा उपल४ध करवाया जायेगा। उन्होने कहा कि अगर किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण पाये जाते हैं तो उसे एकांतवास में भेज दिया जायेगा।
सिंधु ने बताया कि इलाके पर पूरी चौकसी से निगरानी रखने के लिए विशेष कार्यकारी मैजिस्ट्रेट तैनात किया गया है। उन्होने कहा कि जिले में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कोई कमी बाकी नहीं छोडी जायेगी। |
में मिश्रित मिठाई कैंडी फल जेली कार्टून प्यारा जानवर सुअर जार
नवीनता ब्लॉक खिलौने २ में १ रोबोट बिल्डिंग आश्चर्य जेली हैच और खेलने अंडा
नवीनता ब्लॉक खिलौने २ में १ डायनासोर आश्चर्य जेली हैच और खेलने अंडा
नवीनता ब्लॉक खिलौने २ में १ लड़की निर्माण आश्चर्य जेली हैच और खेलने अंडा
मेल पत्र में १५ग मिनी फल जेली बाल्टी
प्लास्टिक ग्लास वाइन आकार का फल स्वाद जेली
निकाल दिया दही में हलवा बोतल
मजेदार कार्टून चेहरे फल का स्वाद जाम जेली
अजीब आकार फल का स्वाद हलवा
चार फल जायके हलवा जेली
आग ट्रक में फल जेली जार
४ फल जायके विनेग्लास आकार कप जेली का हलवा
२४ पस आम दूध फल जेली कप
में विभिन्न फल जेली कप मिनी क्लासिक कार बच्चों के लिए जार
रंगीन फल जेली कप में मिश्रित कार्टून बिल्ली कार जार |
मंगल ग्रह मेष राशि का स्वामी माना जाता है। मेष राशि का आराध्य देव भगवान श्री गणेश को माना जाता है। अर्निक नाम के लड़के सर्दी का मौसम खत्म होने के बाद जन्म लेते हैं। अर्निक नाम के लड़कों में सिरदर्द, बुखार, पायरिया, चोट लगने की संभावनाएं, गुस्सैल प्रवृत्ति आदि देखने को मिलती है। मेष राशि के अर्निक नाम के लड़कों में चेहरे की हड्डियों, मस्तिष्क, पीयूष ग्रंथि (पिट्युटरी ग्लैंड) और जबड़े से सम्बंधित बीमारियां होने का खतरा रहता है। इस राशि के अर्निक नाम के लड़कों का पाचन तंत्र भली प्रकार से काम नहीं कर पाता। अर्निक नाम के लड़कों में अग्नि तत्व का प्रभाव अधिक होने के कारण ये दिनभर ऊर्जावान रहते हैं और अधिक समय तक काम कर सकते हैं।
अगर आप अपने बच्चे का नाम अर्निक रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। आपको बता दें कि अर्निक का मतलब अर्निक होता है। अपनी संतान को अर्निक नाम देकर आप उसके जीवन को एक नई दिशा दे सकते हैं। शास्त्रों में अर्निक नाम को काफी अच्छा माना गया है और इसका मतलब यानी अर्निक भी लोगों को बहुत पसंद आता है। अर्निक नाम का अर्थ जानने के बाद आप भी अपने बच्चे को अर्निक नाम आराम से दे सकते हैं। माना जाता है कि अर्निक नाम वाले व्यक्ति के स्वभाव में अर्निक होने की झलक देख सकते हैं। नीचे अर्निक नाम की राशि, लकी नंबर और स्वभाव एवं अर्निक के बारे में विस्तार से बताया गया है।
अर्निक नाम के लोगों का लकी नंबर ९ होता है और ये मंगल ग्रह के अधीन होते हैं। अर्निक नाम के लोग मानसिक रूप से मजबूत होते हैं और मुश्किलों का हिम्मत से सामना करते हैं। इनको किसी काम की शुरूआत में मेहनत करनी पड़ती है, पर अंत में ये सफलता हासिल कर लेते हैं। अर्निक नाम वाले लोग निडर होते हैं और कभी-कभी ये इनके लिए मुसीबत का कारण भी बन जाता है। अर्निक नाम के व्यक्ति में लीडर बनने के गुण होते हैं। इन लोगों को दोस्ती ही नहीं, दुश्मनी भी अच्छी तरह निभानी आती है।
जिनका नाम अर्निक है उनकी राशि मेष होती है, ये लोग साहसी होते हैं और इन्हें खुद पर भरोसा होता है। ये आत्मविश्वासी होते हैं और हमेशा कुछ जानने की इच्छा रखते हैं। अर्निक नाम के लोग किसी भी विपत्ति से डरते नहीं हैं। जिनका नाम अर्निक है, वे हर तरह के कार्यों को करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इन्हें चुनौतियों का सामना करना पसंद होता है। अर्निक नाम के व्यक्ति में कभी भी ऊर्जा की कमी नहीं होती है। अर्निक नाम के लोगों में काफी अहंकार व हठ होता है। करियर और पैसों के मामले में अर्निक नाम के व्यक्ति को किसी भी तरह का समझौता करना पसंद नहीं होता।
अर्निक की मेष राशि के हिसाब से और नाम |
>ब्लड गु्रप की खोज किसने की ? >बरसात बिल्कुल न होना क्या कहलाता है ? >संसार का विशालतम स्तनधारी कौन-सा है ? >महलानोबिश मॉडल का सम्बन्ध किस पंचवर्षीय योजना के साथ जोड़ा गया है ? >सियाचिन जाने वाला पहला भारतीय प्रधानमंत्री कौन था ? >सूर्य में कौनसा परमाणु ईंधन होता है ? >कौन-सा ग्रह सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में सबसे कम समय लेता है ? >टेलीस्कोप द्वारा खोजा गया पहला ग्रह कौन-सा था ? >मणिपुर और त्रिपुरा को पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष मिला था ? >भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में राज्य के नीति.निदेशक तत्त्वों का उल्लेख है ? >कूलंब किसकी इकाई है ? >कौनण्से राज्य ने सर्वप्रथम ईण्कोर्ट फी सिस्टम लागू किया? >सर्वाधिक सोने के सिक्के किस काल में चलाए गए ? >प्रसिध्द गायत्री मंत्र कहां से लिया गया है ? >विश्व में प्रथम महिला प्रधानमंत्री कौन थी ? >भारत में मुद्रा स्फीति किसके द्वारा मापी जाती है ? >एक ही स्थान पर लगने वाले दो महाकुम्भ मेलों के बीच कितना अन्तराल होता है ? >अहिंसा का चरम स्वरूप किस धर्म में सर्वाधिक पालन किया जाता है ? >हड़प्पाई स्थलों में कांस्य नर्तकी की मूर्ति कहाँ से प्राप्त हुई है ? >प्राड्डतिक रबड़ किसका बहुलक है ? >मेघनाद साहा किस क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं ? >मेसोपोटामिया की सभ्यता कहाँ विकसित हुई थी ? >स्वेज नहर किस सागरों को जोड़ती है ? >पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म कहाँ हुआ था ? >किस लड़ाई में मुहम्मद गौरी के लिए दिल्ली क्षेत्र खोल दिया ? >१८५७ ई. के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर.जनरल कौन था ? >प्रथम पंचवर्षीय योजना में सर्वाेच्च प्राथमिकता किसे दी गई थी ? >आधुनिक ओलम्पिक खेल सर्वप्रथम कब एवं कहाँ आयोजित किए गए ? >संविधान की कौनसी अनुसूची में केंद्र और राज्यों में विधायी शक्तियों का विभाजन किया गया है ? >ज्वार.भाटा की उत्पत्ति में किसका प्रभाव अधिक होता है ? >किसके शासनकाल को वास्तुकला की दृष्टि से स्वर्ण.काल कहा जाता है ? >शरीर में सबसे बड़ी अंतःस्रावी ग्रंथि कौनसी है ? >सवाना चरागाह कहाँ पाए जाते हैं ? >प्रिज्म से गुजारने पर प्रकाश का कौन-सा रंग सबसे अधिक विचनल दर्शाता है ? >विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा कौन-सा है ? >विद्युत बल्ब के निर्माण में किन गैसों के संयोजन का प्रयोग किया जाता है ? >उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ का सम्बन्ध किस वाद्ययंत्र से था ? >भारत में समस्त अंतरिक्ष यान प्रचालन का मर्म केंद्र एम.सी.एफ (मास्टर कंट्रोल फेसिलिटी) का मुख्यालय कहां है ? >किशन महाराज किस वाद्य यंत्र से सम्बन्धित हैं ? >अकबरनामा मूलतः किस भाषा में लिखा गया ग्रन्थ है ? >भारतीय संविधान के अनुच्छेद ४५ का सम्बन्ध किससे है ? >भारत में सबसे बड़ा जनजातीय समुदाय कौन सा है ? >सुश्री हेली थोर्निंग श्मिड्ट किस देश की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं ? >डूरण्ड रेखा किस देशों की महत्वपूर्ण सीमा के बीच में है ? >सफदरजंग का मकबरा किसने बनवाया ? >राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने देश के कितने राज्यों में राष्ट्रीय डेयरी योजना आरम्भ करने की घोषणा की ? >इंग्लैण्ड के हाउस ऑफ कॉमन्स द्वारा भारत के किस गवर्नर जनरल पर महाभियोग चलाया गया ? >सुवर्ण सौधा किस राज्य का विधानसभा भवन है ? >उत्तर प्रदेश में १९२० ई. में भारतीय कला परिषद् की स्थापना कहाँ की गई ? >स्त्रियों की दशा में सुधार न होने तक विश्व के कल्याण का कोई मार्ग नहीं है। यह किसने कहा है ? >द फ्यूचर ऑफ इण्डिया नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं ? >विश्व विरासत दिवस किस तिथि को मनाया जाता है ? >सीपीयू का सबसे महत्त्वपूर्ण भाग कौन सा होता है ? >तेनालीराम किस शासक के दरबार में थे ? >संसार का सबसे बड़ा द्वीप ग्रीनलैण्ड है। वह किस देश का अभिन्न अंग है ? >लाल लाजपत राय किसके विरुध्द प्रदर्शन कर रहे थे, जब वे पुलिस की नृशंसता का शिकार हुए ? >राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम निर्धारित आयु क्या हैं ? >फासिज्म किसमें विश्वास रखता है ? >ऐन एरिया ऑफ डार्कनेस किसकी रचना है ? >भारत के किस एक राज्य में कुल भूक्षेत्र का अधिकतम वन क्षेत्र है ? >चित्रकला की बंगाल शैली का अग्रदूत कौन था ? >बच्चों के भोजन के अधिकार पर दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया ? >भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरू को फाँसी पर कब चढ़ाया गया ? >खानवां के युध्द में बाबर द्वारा पराजित किया जाने वाला राजपूत राजा कौन था ? >लिंगराज महल कहाँ स्थित है ? >अपने ही कुल के नाशक को क्या कहते हैं ? >प्रसिध्द भारतीय महिला एथलीट पी.टी. उषा की आत्मकथा का क्या नाम है ? >भारत में लोकपाल का विचार कहां से लिया गया है ? >राजस्थान में खेतड़ी किसके लिए प्रसिध्द है ? >संविधान के कौन-से अनुच्छेद के अधीन भारत के राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया जा सकता है ? >संसद के दोनों सदनों का संयुक्त सत्र कौन बुला सकता है ? >विश्व प्रसिध्द खजुराहो के मन्दिर किस राज्य में हैं ? >लहसुन की विशेष गंध किसके कारण होती है ? >टैगोर पुरस्कार किस क्षेत्र में शुरू किया गया है ? >अन्नपूर्णा योजना किस वर्ष कार्यन्वित की गई थी ? >लोक चित्रकला मधुबनी किस राज्य में लोकप्रिय है ? >विधानसभा एवं विधानपरिषद् के वर्ष में कम.से.कम कितने अधिवेशन होने अनिवार्य हैं ? >राज्यपाल का मुख्य सलाहकार कौन होता है ? >जैमिनी राय ने कला के किस क्षेत्र में नाम कमाया ? >राज्य को संविधान द्वारा प्रदत्त सभी शक्तियों को प्रयोग करने एवं कार्य कराने का अधिकार किसे प्राप्त है ? >भीलों द्वारा विवाह के अवसर पर किया जाने वाला नृत्य क्या कहलाता है ? >प्रथम जैन तीर्थंकर कौन थे ? >भारत के संविधान के किस भाग को संविधान की आत्मा के रूप में वर्णित किया गया हैं ? >अकल पै के नाम से प्रसिध्द अनंत पै ने किस कॉमिक श्रृंखला की रचना की थी ? >ध्वनि की गति किसमें सबसे तेज होती है ? >पुस्तक बैंकर टु द पुअर के लेखक कौन हैं ? >बैटरियों में कौन-सा अम्ल संगृहीत (स्टोर) होता है ? >संविधान की कौनसी अनुसूची संसद सदस्य एवं विधान.सभा सदस्य की अयोग्यता का प्रावधान दल.बदल के आधार पर रखती है ? >गुप्तकालीन नवरत्न किस शासक के दरबार में थे ? >कंप्यूटर प्रोग्राम में एरर्स की करेक्शंस को क्या कहते हैं ? >विश्व की सबसे लम्बी नदी कौन सी है ? >किस सिख गुरु पर औरंगजेब ने अत्याचार किया एवं मार दिया ? >रबी की अधिसूचना के अनुसार, २९ जून २०११ से कौन-से सिक्के बंद हो गये ? >एक सीडी.रोम का जीवनकाल/लाइफस्पैन लगभग कितना होता है ? >अपनी जैव.विविधता के कारण प्रसिध्द मेचूका घाटी कहाँ स्थित है ? >विश्व का प्रथम कम्प्यूटर नेटवर्क कौन सा है ? >वनस्पति घी के निर्माण में कौनसी गैस प्रयुक्त होती है ? >जिस विदेशी मुद्रा में शीघ्र देशांतरण की प्रवृति हो, उसे क्या कहते है ? >१९६२ के भारत.चीन युध्द के दौरान भारत के रक्षा मंत्री कौन थे ? >समुद्र में डूबी वस्तु का पता लगाने के लिए किस यंत्र का प्रयोग किया जाता है ? >गदर पार्टी की स्थापना किसने की थी ? >फ्रांसिस्को डी अलमिडा कौन था ? >पुष्कर मेले का आयोजन कहाँ होता है ? >उत्तर प्रदेश में नॉलेज पार्क की स्थापना कहाँ की जा रही है ? >१२वीं पंचवर्षीय योजना में उत्तर प्रदेश के किन दो शहरों में एम्स जैसे अस्तपाल खोलने की घोषणा केन्द्रीय स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय ने की है ? >कबीर हिन्दी की किस स्थानीय भाषा में लिखते थे ? >महात्मा गांधी ने किस साप्ताहिक अंग्रेजी अखबार का संपादन किया ? >जनगणना २०११ के अनुसार भारत में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या कितनी है ? >रक्त किस प्रकार का ऊतक है ? >भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के कहाँ पर आयोजित वार्षिक सत्र में पूर्ण स्वराज का संकल्प अपनाया गया था ? >सार्वजनिक लेखा समिति अपनी रिपोर्ट किसे प्रस्तुत करती है ? >विश्व का सबसे ऊँचा ज्वालामुखी कौन सा है ? >रॉकीज, एण्डीज, एटलस, आल्पस, हिमालय आदि किस प्रकार के पर्वत हैं ? >आलू किसका संशोधित रूप (उत्पादन) है ? >योजना आयोग को स्थापित किए जाने का वर्ष कौन सा था ? >सूर्य की किरण पृथ्वी की यात्रा पूरी करने में कितना समय लेती है ? >भारत में राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों की संख्या कितनी है ? >बेरी.बेरी किस विटामिन की कमी से होता है ? >भारत में वर्तमान मुद्रा प्रणाली का प्रबंधकर्ता कौन है ? >भारत में प्रच्छन्न बेरोजगारी सामान्यतः किस क्षेत्र में दिखाई देती है ? >अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेन्ट के आयोजन के सम्बन्ध में चर्चित शाहजाह किस देश में है ? >गीतगोविन्द के लेखक कौन थे ? >भारत सरकार अधिनियम, १९३५ के अंतर्गत आयोजित विधानसभा चुनावों के पश्चात् भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कितने प्रांतों में अपनी सरकार बनाई थी ? >स्फिग्मोमैनोमीटर से क्या मापा जाता है ? >कौनसे भारतीय राजा के समय ईस्ट इण्डिया कम्पनी इंग्लैण्ड में स्थापित हुआ ? >राइडर कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >स्वामीनारायण मन्दिर, अक्षरधाम कहाँ स्थित है ? >मैक मोहन रेखा किसके बीच सीमांकन करती है ? >इकाइयों की अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में मूल इकाइयां कितनी हैं ? >दिन और रात कहाँ बराबर होते हैं ? >कोंकण रेलवे लाईन की लंबाई कितने कि.मी. है ? >भारत का प्राचीनतम टूर्नामेन्ट कौन सा है ? >नरसिंहम समिति किससे सम्बन्धित है ? >शरीर के आंतरिक अंगो का परीक्षण किस उपकरण द्वारा किया जाता है ? >ईकोमार्क का प्रतीक र्चिी क्या है ? >पल्लवों की राजधानी का नाम क्या था ? >मोटर कार के धुएं से मानसिक रोग पैदा करने वाला प्रदूषक का नाम क्या है ? >उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय कहाँ स्थित है ? >मध्य प्रदेश में नेपानगर किसके लिए प्रसिध्द है ? >चाइनामैन शब्द किस खेल में सम्बन्धित है ? >ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह कहाँ स्थित है ? >ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या थी ? >अनसॉलिसिटेड ई.मेल को क्या कहते हैं ? >पृथ्वी की अपनी कक्षा में गति किस दिशा में है ? >दीवान.ए.अमीर.कोही विभाग की स्थापना किस सुल्तान ने की थी ? >किस अधिनियम को काला कानून की संज्ञा दी गई थी ? >मनुष्य की लाल रुधिर कोशिकाओं (आर.बी.सी.) का जीवन काल कितना होता है ? >हरे पौधे किसकी उपस्थिति में भोजन बनाते हैं ? >उत्तर प्रदेश में स्थित राहुल सांकृत्यायन संस्थान में किन दुर्लभ वस्तुओं का संग्रह है ? >किसी पेड़ की लगभग सही आयु क्या गिनकर ज्ञात की जा सकती है ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार् |
स्प-ब्सप-र्ल्ड की महारैली में किसानों-नौजवानों ने कहा- अब गन्ने की जमीन पर नफरत नहीं बर्दाश्त की जाएगी
होम २०१९ आम चुनाव स्प-ब्सप-र्ल्ड की महारैली में किसानों-नौजवानों ने कहा- अब गन्ने की जमीन पर...
सहारनपुर/देवबंद : रविवार को समाजवादी पार्टी (स्प) बहुजन समाज पार्टी (ब्सप) राष्ट्रीय लोक दल (र्ल्ड) की सहारनपुर के देवबंद डेओबैंद में संयुक्त रैली हुई। इस रैली का मकसद तीनों पार्टियों को यूपी में अपनी एकजुटता दिखाना है। वहीं पश्चिमी यूपी में गठबंधन के लिए सबसे बड़े निर्णायक वोट बैंक दलित, मुस्लिम और जाटों को भी एक साथ लाना है।
लोकसभा यात्रा पर निकली बोलता हिंदुस्तान की टीम ने इस रैली में पहुँचकर लोगों से बात की। सहारनपुर के एक किसान ने कहा कि, यहाँ गठबंधन का प्रत्याशी डेढ़ लाख की मार्जिन से जीतेगा, क्योंकि पीएम मोदी ने कुछ किया नहीं है उनके सारे वादे झूठे निकले हैं। इस सरकार ने हमारी पेंशन काट ली, बैंको से पैसे काट लिए गरीब आदमी को बेकार कर दिया। इसलिए इस बार मोदी नहीं जीतेगा।
क्या सपा-बसपा-आरएलडी के लोग एक दूसरे को वोट ट्रांसफर करवा पाएंगे के सवाल पर एक किसान ने कहा कि, ज़मीन पर ये गठबंधन सबको स्वीकार है। हमें चाहे कोई भी भड़काए हम वोट गठबंधन के प्रत्याशी को ही देंगे।
रैली में आए एक दूसरे शख्स ने कहा कि, मोदी सरकार में दलितों और मुसलमाओं का उत्पीड़न किया गया है, संविधान पर इन्होने डांका डाला है, इस सरकार ने मुस्लिमों के अंदर डर पैदा कर दिया है।
इसके अलावा एक युवा ने कहा कि, यहाँ आसपास के आठ जिलों से लोग आए हैं, ये गठबंधन उनके मुँह पर तमाचा है जो हमें पांच साल तक गफलत में डाले रहे। इस समय वतनपरस्त नेता की जरुरत है वो हमारे बीच का हो हमारी बात सुने, लंदन फ्रांस की बातें न करे कोट पहन कर ना घुमे। हमें बेरोजगारी से दूर करने के लिए नौकरी दे ऐसा नेता चाहिए।
बता दें कि पश्चिमी यूपी में पहले चरण के मतदान के अंतर्गत ११ अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
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शहीदों के नाम पर वोट मांगने वाले मोदी को प्रज्ञा ठाकुर... |
मानसिक हलचल: दशा शौचनीय है (कुछ) हिन्दी के चिठ्ठों की?
अज़दक जी आजकल बुरी और अच्छी हिन्दी पर लिख रहे हैं. उनके पोस्ट पर अनामदास जी ने एक बहूत (स्पेलिंग की गलती निकालने का कष्ट न करें, यह बहुत को सुपर-सुपरलेटिव दर्जा देने को लिखा है) मस्त टिप्पणी की है:...सारी समस्या यही है कि स्थिति शोचनीय है लेकिन कुछ शौचनीय भी लिख रहे हैं, टोकने पर बुरा मानने का ख़तरा रहता है, मैंने किसी को नहीं टोका है, लेकिन टोकने वालों का हाल देखा है...अब जहां भी बुरी या अच्छी हिन्दी की बात चलती है, मुझे बेचैनी होने लगती है. लगता है कभी भी कोई सज्जन मुझे उपदेश दे सकते हैं जब लिखने की तमीज नहीं है, हर वाक्य में अंगरेजी के शब्द घुसेड़े जाते हो, तो लिखना बन्द क्यों नहीं कर देते? कैसे समझाऊं कि हिन्दी अच्छी हो या बुरी, लिखने में बड़ा जोर लगता है. अत: हम जो कुछ लिख पा रहे हैं, वह चाहे जितना बुरा हो, जोर लगा कर लिखने का ही परिणाम है. सालों साल सरकारी फाइलें अंग्रेजी में निपटाते और राजभाषा के फर्जी आंकड़ों को सही मानते; हिन्दी लिखना तो दूर सोचना भी अंग्रेजी में होने लगा था. अब रोज जो २००-२५० शब्द हिन्दी में घसीट ले रहे हैं, वह शोचनीय हो या शौचनीय, संतोषप्रद है।मन की एक बात रखना चाहता हूं हिन्दी ब्लॉगरी का मार्ग प्रशस्त होगा तो शोचनीय या शौचनीय हिन्दी के बल पर ही होगा।खैर, लिखने को तो लिख दिया है पर वास्तविकता है कि मेरे जैसा चिठेरा आत्ममुग्ध नही, आत्म-शंकित है. कौन कब गलतियां निकाल दे. हिन्दी अपनी मातृभाषा है. पर हायर सेकेण्डरी के बाद जो छूटी कि ये लगता रहता है कि कोई मातृभाषा के घर में पला/बढ़ा/रह रहा कह न दे कौन है ये जो हिन्दी की विरासत में हिस्सा बटाने चला आया है.-------------------------------यह विशुद्ध आत्म-शंका का मामला है कि मैं यह ब्लॉग पोस्ट लिख रहा हूं. अन्यथा मुझे यह यकीन है कि उक्त दोनो सशक्त ब्लॉगर शायद ही कभी मेरे ब्लॉग को वक्र दृष्टि से देखते हों. |
निम्बाहेड़ा में फुटबॉल अकादमी, खिलाड़ियों को बड़ी सौगात - ६ड न्यूज
निम्बाहेड़ा में फुटबॉल अकादमी, खिलाड़ियों को बड़ी सौगात
जयपुर, १६ अप्रैल। चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा में फुटबॉल अकादमी शुरू करने की घोषणा मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने की है. उन्होंने कहा किये ये क़दम राज्य में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने और आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करने के लिए उठाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अच्छे प्रशिक्षक नियुक्त कर यहां फुटबॉल खेल की प्रतिभाओं को निखारा जाएगा ताकि वे प्रदेश और देश का नाम दुनिया में रोशन कर सकें।
श्रीमती राजे सोमवार को चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा स्थित जेके इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में निम्बाहेड़ा विधानसभा क्षेत्र के जनसंवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थीं। इस दौरान स्थानीय खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष फुटबॉल और अन्य खेलों के लिए और अधिक सुविधाएं मुहैया करवाने की मांग रखी थी।
श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा के स्तर के साथ-साथ खेलों का स्तर बेहतर करने के भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को निम्बाहेड़ा में जेके माइंस सड़क फलवा, शेखावत सर्कल से साकरिया चौराहा तक फोर लेन सड़क, निम्बाहेड़ा-केली-कनेरा सड़क, कनेरा में १३२ केवी ग्रिड सब स्टेशन तथा निम्बाहेड़ा ब्लॉक में स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। इसके साथ ही बजट घोषणा में स्वीकृत कनेरा उपतहसील का उद्घाटन भी किया।
श्रीमती राजे ने शहरी जनसहभागिता योजना के अंतर्गत निम्बाहेड़ा में वंडर टाउनहॉल, जेके कन्सर्ट हॉल तथा १३२ केवी सब स्टेशन ढोरिया चौराहा का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री सोमवार को जब जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से रूबरू हो रही थीं तब मुख्यमंत्री के हाथों लैपटॉप लेने वाली मेधावी छात्रा उर्वशी लौहार ने कहा कि वह सरकार की योजनाओं के तहत तीन बार लैपटॉप ले चुकी है और अब वह स्कूटी लेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन मेधावी छात्र-छात्राओं ने अच्छे अंक प्राप्त किए हैं वे और अधिक मेहनत कर सीकर जिले की बालिका भानुप्रिया की तरह देश-विदेश के अच्छे संस्थानों में पढाई करने का अवसर हासिल करें। गौरतलब है कि अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में भानुप्रिया की बीटेक की पढ़ाई का खर्च सरकार उठा रही है।
मुख्यमंत्री सोमवार को निम्बाहेड़ा में जनसंवाद कार्यक्रम से पूर्व जब दिव्यांग लाभार्थियों को ट्राईसाइकिल और अन्य उपकरण बांट रही थीं तो सरलाई से आयी बालिका शिवकन्या के आंसू छलक उठे। मुख्यमंत्री ने जब शिवकन्या को श्रवण यंत्र दिया तो वह अपने आंसू रोक नहीं पायी। मुख्यमंत्री ने जब कारण पूछा तो उसके परिजनों ने कहा कि वह मुख्यमंत्री के हाथों से श्रवण यंत्र के रूप में यह सहारा पाकर भावुक हो गयी है। मुख्यमंत्री ने शिवकन्या का दुलार किया और उसे तथा उसके परिवार को शुभकामनाएं दीं।
श्रीमती राजे ने विधानसभा क्षेत्र निम्बाहेड़ा की १० मेधावी छात्राओं को लैपटॉप वितरित किए। उन्होंने नौ विभिन्न दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, स्मार्टकेन, श्रवण यंत्र तथा एमएसआईटी किट भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने संनिर्माण श्रमिक कार्ड योजना के तहत लाभार्थियों को चैक सौंपे।
मोटापे पर यह पढ़ लें, आप अगला गुलाब जामुन नहीं खाएंगे |
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया सोमवार को शुरू होगी। नामांकन की प्रक्रिया भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में होगी। माना जा रहा है कि जेपी नड्डा को पार्टी की कमान मिल सकती है। फिलहाल वह पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष हैं। उनके नाम पर पहले ही पार्टी में आम सहमति बन गई है, लिहाजा जेपी नड्डा को निर्विरोध चुना जा सकता है। नामांकन प्रक्रिया के दौरान भाजपा के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। सभी राज्य की इकाइयों के नेता भी नड्डा के समर्थन में नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए पहुंचेंगे।
जेपी नड्डा पहली पसंद
जेपी नड्डा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की पहली पसंद के तौर पर देखा जाता है। बता दें कि पार्टी की ओर से कहा गया है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया २० जनवरी को होगी। इसके लिए बीजेपी ने अधिसूचना जारी कर दी है। वे इस पद के लिए नामांकन भरेंगे। उनके खिलाफ कोई दावेदार नहीं है। आम सहमति से इस पद के लिए उन्हें चुना जाएगा। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत समस्त भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री, राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा के नाम का प्रस्ताव रखेंगे।
पीएम मोदी कर सकते हैं संबोधित
नामांकन की समय सीमा खत्म होने के साथ ही २० जनवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। जगत प्रकाश नड्डा को जून २०19 में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था।नड्डा का पार्टी का ११वां अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। अभी गृहमंत्री अमित शाह के पास पार्टी अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी है। शाह के केंद्र में मंत्री बनने के बाद पार्टी की गतिविधियों को संभालने के लिए नड्डा को उनका सहयोगी बनाया गया था। भाजपा ने सभी प्रदेश अध्यक्षों, संगठन महामंत्रियों और राज्यों में कोर ग्रुप सदस्यों को २० जनवरी को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचने का निर्देश दिया है। नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
संगठन के चुनाव में तेजी
वहीं, पिछले कुछ दिनों में भाजपा के संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रियाओं से जुड़े कार्यों में तेजी आई है। चुनाव प्रभारी राधामोहन सिंह की टीम मतदाता सूची भी तैयार कर रही है। जेपी नड्डा छात्र राजनीति के समय एबीवीपी से जुड़े और संगठनों के विभिन्न पदों पर रहते हुए पहली बार १९९३ में हिमाचल प्रदेश से विधायक चुने गए थे। उसके बाद वे राज्य और केंद्र में मंत्री भी रहे हैं। |
मुंबई पुल हादसा : ६ की मौत, बीएमसी-रेलवे के खिलाफ मामला दर्ज | न्यूज़क्लिक
पिछले १८ महीनों में मुंबई में फुटओवर ब्रिज गिरने की यह तीसरी घटना है।
मुंबई : यहां छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के बाहर एक फुट ओवर ब्रिज का हिस्सा ढहने के बाद पिछले १२ घंटों में छह लोगों की मौत हो गई और ३२ लोग घायल हो गए। पुलिस ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) और भारतीय रेलवे के अधिकारियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।
बीएमसी आपदा नियंत्रण ने कहा, "पिछले १८ महीनों में शहर में फुटओवर ब्रिज गिरने की यह तीसरी घटना है। यह घटना गुरुवार शाम ७.३५ पर तब घटी, जब पुल पर जरूरत से ज्यादा लोगों का वजन बढ़ गया।"
आपको बता दें कि उस समय ज्यादातर लोग अपने दफ़्तरों से घर की तरफ जा रहे थे।
कौमार्य परीक्षण का विरोध करने पर परिवार का सामाजिक बहिष्कार
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में कंजरभट समुदाय के एक परिवार ने महिलाओं के कौमार्य परीक्षण की प्रथा का विरोध करने पर सामाजिक बहिष्कार किये जाने को लेकर |
पहले सप्ताह में विश्व कप को रिकॉर्ड दर्शकों को देखा | संध्या प्रवाकता
होम ओदर स्टेट मुंबई पहले सप्ताह में विश्व कप को रिकॉर्ड दर्शकों को देखा
पहले सप्ताह में विश्व कप को रिकॉर्ड दर्शकों को देखा
मुंबई, विश्व कप के पहले सप्ताह में स्टार स्पोर्ट्स को रिकॉर्ड २६.९ करोड़ लोगों ने देखा। कम्पनी ने यह जानकारी दी।पिछले विश्व कप की तरह इस विश्व कप में भी दर्शकों के मामले में नए रिकॉर्ड बने। इंग्लैंड एंड वेल्स में जारी इस विश्व कप को आईसीसी टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे अधिक लोगों ने देखा है।
टूर्नामेट को औसतन १०.७२ करोड़ लोगों ने देखा है जबकि कहा जा रहा है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पांच जून को हुए मुकाबले को करीब १८ करोड़ दर्शकों ने देखा।
नेटवर्क ने कहा कि क्रिकेट का क्राउन और ले जाएंगे जैसे मार्केटिंग कैम्पेन ने भी टूर्नामेंट को अधिक दर्शकों तक पहुंचाया है।
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सुप्रीम कोर्ट के फैसले का संत समाज ने किया स्वागत, निर्माण के लिए काली मंदिर पीठ देगा ११ लाख रुपये
संत - फोटो : अमर उजाला
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का संत समाज ने स्वागत किया है। श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने राम मंदिर के पक्ष में आए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि अब अयोध्या में भव्य रामलला मंदिर बनेगा।
मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने ११ लाख रुपये काली पीठ की ओर से दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने इस फैसले को कारसेवा के दौरान शहीद हुए कोठारी बंधुओं समेत सभी शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि करार दिया।
नरेंद्र गिरि बोले, सुप्रीम फैसला पूरी तरह स्वीकार
अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला स्वागत योग्य है। इस फैसले से जहां हिंदू धर्मावलंबियों की भावनाओं का सम्मान हुआ है और रामजन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। वहीं मुस्लिम पक्ष के हितों का भी संरक्षण हुआ है। सभी को इस फैसले का स्वागत करना चाहिए।
परमाध्यक्ष जयराम आश्रम ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों ने जो फैसला दिया है, वह भारत की गंगा जमुनी तहजीब को और ज्यादा संरक्षित करने वाला है। हमारी यही परंपरा रही है कि एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें। सभी वर्गों को यह फैसला बड़े दिल से स्वीकार करते हुए इसकी भावनाओं का आदर करना चाहिए। सरकार को जल्द ही अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनाने की कवायद शुरू करनी चाहिए। साथ ही मस्जिद के निर्माण के प्रयास किए जाने चाहिए।
भूमापीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि अब अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। बेहद सराहनीय फैसला देने के लिए मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई और अन्य न्यायाधीशों को साधुवाद। अब जल्द ही राम मंदिर बनना चाहिए। इस मंदिर में भगवान राम की जो प्रतिमा लगे उसमें नन्हें रामलला, माता कौशल्या की गोद में लेटे होने चाहिए। अन्य किसी प्रतिमा की जरूरत नहीं है। बहुत सराहनीय फैसला है।
शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या ने कहा कि राममंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला बेहद सराहनीय है। इससे भारत में सनातन धर्म के संरक्षण के लिए नए रास्ते खुलेंगे। न्यायपालिका ने जिस खूबसूरती से तथ्यों को समझकर यह फैसला दिया है, वह केवल भारत में ही संभव था। कुछ लोग अब भी माहौल में जहर घोलने की कोशिश कर रहे हैं। हमें ऐसे लोगों से बचकर रहना है। अब जल्द ही राम मंदिर बनेगा।
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने कहा कि अयोध्या मसले पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सत्य की हमेशा जीत होती है। इस फैसले ने स्पष्ट कर दिया है कि भगवान राम ही सत्य हैं, उनकी सत्ता सत्य है। आजादी के आंदोलन के समय महात्मा गांधी ने एक सपना देखा था कि जब हमारा देश आजाद होगा तो उसमें रामराज्य होगा और आज के फैसले के बाद बनने वाला राम मंदिर देश में राम राज्य की स्थापना करेगा। इस फैसले को सभी पक्षों को सहृदयता से स्वीकार करना चाहिए। जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने एकमत से यह फैसला दिया है, उन सभी को साधुवाद। यह निर्णय देश में रामराज्य स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
ठिठुरन बढ़ने लगी है। इसके साथ ही आपको याद आने लगेंगे ठंड से बचने वाले उत्पाद। क्या है बाजार की हलचल, आईए करते हैं पड़ताल...
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विधानसभा चुनाव : पृथला के साथ कुछ बूथों पर होगा दोबारा मतदान | न्यूज न्क्र
होम फरीदाबाद विधानसभा चुनाव : पृथला के साथ कुछ बूथों पर होगा दोबारा मतदान
न्यूज़ एनसीआर, हरियाणा | फरीदाबाद जिला के पृथला विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर ११३ में चुनाव आयोग द्वारा पुनर्मतदान (री-पोल) के आदेश दिए गए हैं। यह री-पोल बुधवार २३ अक्टूबर को प्रातः ७:०० से सायं ६:०० बजे तक होगा। इस बारे में जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त अतुल कुमार द्वारा दी गई है। उन्होंने बताया कि पृथला विधानसभा क्षेत्र में यह मतदान केंद्र नंबर ११३ गांव छांयसा में पड़ता है।
निर्वाचन आयोग द्वारा आज हरियाणा प्रदेश में ५ मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान के आदेश दिए हैं। इनमें पृथला विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर ११३ के अलावा उचाना कला विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर ७१, बेरी विधानसभा क्षेत्र का बूथ नंबर १६१, नारनौल विधानसभा क्षेत्र का बूथ नंबर २८ तथा कोसली विधानसभा क्षेत्र का बूथ नंबर १८ शामिल है। इन पांचों बूथो पर बुधवार २३ अक्टूबर को पुनर्मतदान होगा और मतदान का समय सुबह ७:०० बजे से लेकर शाम ६:०० बजे तक रहेगा।
नेक्स्ट आर्टियलमानव रचना स्कूल में शास्त्रीय संगीत का हुआ भव्य आयोजन |
अक्षेय कुमार की अपकमिंग फिल्म केसरी का ट्रेलर रिलीज हो गया है। ३.०४ मिनट के इस ट्रेलर में एक योद्धा की तरह अक्षय कुमार दुश्मनों के छक्के छुड़ाते नजर आ रहे हैं। फिल्म में परिणीति चोपड़ा भी हैं जिनकी झलक ट्रेलर में कुछ सेकंड्स ही देखने को मिली है। फिल्म का ट्रेलर अक्षेय कुमार ने ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा-वीरता, बलिदान और बहादुरी की ऐसी कहानी जो अब तक सामने नहीं आई।
इस फिल्म में अक्षेय कुमार ने बहुत ही अच्छा रोल किया है इसमें अक्षेय कुमार ने सैनिको के साथ लड़ाई की है अक्षय इस फिल्म में ईशर सिंह के रोल में दिखेंगे। १२ सिंतबर १८९७ को हवलदार ईशर सिंह की लीडरशिप में सिख रेजीमेंट ने कई घंटों तक अफगानी सेना के दस हजार सैनिकों से सारागढ़ी (नार्थ वेस्टर्न फ्रंटियर प्रोविंस) में लड़ाई लड़ी थी। रेजीमेंट यह बात जानती थी कि लड़ाई आसान नहीं थी क्योंकि सैनिकों की संख्या काफी ज्यादा थी लेकिन तब भी वह मैदान में डटे रहे और अंतिम समय तक हार नहीं मानी।
फिल्म का पोस्टर अक्षेय कुमार ने पिछले साल १२ सितंबर, २०१८ को सारागढ़ी डे पर जारी किया था। अक्षेय ने अपने ट्विटर एकाउन्ट पर लिखा था-सारागढ़ी डे के मौके पर पेश है केसरी का फर्स्ट लुक, सारागढ़ी के शहीदों को हमारा नमन! आज मेरी पगड़ी भी केसरी, जो बहेगा मेरा वो लहू भी केसरी और मेरा जवाब भी केसरी।
एक कट जो चाँदी के बर्तनो में खाती है खाना बनेगी करोड़ो की मालकिन |
ये हैं वो पांच गेंदबाज जिन्होंने इप्ल इतिहास में लुटाए सबसे ज्यादा रन
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) सीजन-१३ मार्च महीने २९ मार्च को शुरू होने जा रहा है। हर सीजन की तरह इस बार भी दर्शकों को मैदान पर चाैकों-छक्कों की बरसात देखने को मिली। अगर ये कहा जाए कि इस टूर्नामेंट में ज्यादातर बल्लेबाजों का ही बोलबाला रहता है तो कुछ गलत नहीं। हर टीम से २-३ बल्लेबाज धमाल तो मचाते ही हैं लेकिन गेंदबाजी में किस्मत किसी की ही अच्छी रहती है। फिलहाल हम आपको उन ५ गेंदबाजों के बारे में बताएंगे जिनकी बल्लेबाजो द्वारा खूब धुनाई हुई और वह रन खर्च करने के मामले में भी सबसे आगे रहे।
१. बासिल थंपी
आईपीएल में सबसे ज्यादा रन लुटाने का रिकाॅर्ड बासिल थंपी के नाम दर्ज है। थंपी ने १७ मई २०१८ को सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ १७.५० के इकॉनमी रेट से ४ ओवर में ७० रन लुटा दिए थे। उनके खराब प्रदर्शन के कारण आरसीबी ने २१८ रन बनाए, फिर जवाब में हैदराबाद की टीम 20४ रन ही बना सकी थी।
२. मुजीब उर रहमान
इस मामले में दूसरे नंबर पर आते हैं बांग्लादेश के मुजीब उर रहमान। इस गेंदबाज ने २९ अप्रैल २०१९ को किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेलते हुए सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खूब रन लुटाए थे। उन्होंने ४ ओवर फेंकते हुए ६६ रन खर्च कर दिए थे। इस मैच में हैदराबाद ने २० ओवर में २१२ रन बनाए थे। जवाब में उतरी पंजाब की टीम महज १६७ रन ढेर हो गई थी।
भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा भी बल्लेबाजों का शिकार बने हैं। वह आईपीएल में सबसे ज्यादा रन लुटाने वाले तीसरे गेंदबाज हैं। उन्होंने ८ मई २०१३ को हैदराबाद की तरफ से खेलते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ ४ ओवर में ६६ रन खर्च कर दिए थे। उनके इस खराब प्रदर्शन के दम पर चेन्नई ने २० ओवर में २२३ रन बना डाले और जवाब में हैदराबाद ७७ रन से मुकाबला हार गई थी।
इस मामले में चाैथे नंबर पर आते हैं उमेश यादव। उन्होंने १० मई २०१३ को दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से खेलते हुए ४ ओवर के स्पेल में १६.२५ के इकॉनमी रेट से ६५ रन लुटवाए थे। इस मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने २० ओवर में १८३ रन बनाए थे। जबकि दिल्ली कैपिटल्स यह मैच ४ रन से हार गई थी।
५. संदीप शर्मा
२०१३ में अपने आईपीएल करियर की शुरुआत करने वाले संदीप शर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अभी तक ७९ मैचों में ९५ विकेट हासिल किए हैं, हालांकि इस दौरान उनके नाम एक मैच में सबसे ज्यादा रन लुटाने का रिकॉर्ड भी दर्ज हुआ है। आईपीएल २०१४ में संदीप शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपने ४ ओवर में १६.२५ की औसत से ६५ रन लुटाए थे। हालांकि इस मैच में पंजाब की टीम ने लाजवाब प्रदर्शन किया और मैच ६ विकेट से जीत गई थी।
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५० मीन एगो राॅबिन उथप्पा बोले- मैं त-२० वर्ल्ड कप में फिनिशर की भूमिका निभा सकता हूं |
यूनिक एडवर्टाइजिंग नेटवर्क का उद्देश्य ब्लॉकचैन आधारित स्टार्टअप्स की समस्या को हल करना है, जो अपनी वेबसाइट पर खोज यातायात प्राप्त करना चाहते हैं - एक मंच पर आवश्यक मुआवजे की कमी के कारण, कंपनियां विज्ञापन बजट को कई प्लेटफार्मों में विभाजित करती हैं और इस तरह से कई बार विज्ञापन कंपनी के सेटअप और प्रत्येक मंच पर अनुकूलन ब्लोकचेन के आधार पर एक सुरक्षित और किफायती मध्यस्थता पारिस्थितिकी तंत्र के माध्यम से और आरंभिक सिक्का भेंट के साथ स्टार्टअप की वेबसाइटों के लिए क्रिप्टोकुरेंसी ट्रैफ़िक पर विशेष।
यूएनआईसी विज्ञापन नेटवर्क के बारे में
गूगल ऐडवर्ड्स के कीवर्ड प्लानर का अनुमान & नब्स्प; मात्रा क्रिप्टोकुरेंसी नेश में खोज यातायात १०० से अधिक होनी चाहिए नवंबर २०१७ पर हर महीने लाखों खोजों। & नब्स्प; ब्लॉकचैन आधारित स्टार्टअप इस प्रकार का & नब्स्प; प्राप्त करना चाहते हैं; उनकी वेबसाइट, चरण में जब आरंभिक & नब्स्प; सिक्का भेंट होता है और जब स्टार्टअप उत्पाद लॉन्च किया जाता है। & नब्स्प; एकत्र किए गए एक्सचेंज एफआईटी के समतुल्य में क्रिप्टोक्यूरेंसी और नब्स्प; और बैंक को स्थानांतरित करने के लिए विज्ञापन प्लेटफॉर्म स्टार्टअप के ८% -१५% तक खर्च करता है विज्ञापन बजट। & नब्स्प; स्टार्टअप के लिए औसत विज्ञापन बजट क३ में आईसीओ के साथ & नब्स्प; २०१७ $ ५००००० है और यह औसतन १५-३0% प्रत्येक आईसीओ में एकत्रित धन के सभी & नब्स्प;।
ट्रैफिक आर्बिट्रेज के लिए मौजूदा प्लेटफार्म, फाटक के अलावा भुगतान और नब्स्प; विधियां, व्यापक भूत में नेटवर्क गतिविधि को लागू करना नहीं पर्याप्त सूट के साथ & नब्स्प; प्रासंगिक नीचेस मुआवजा और नब्स्प; विधियों, जो प्रभावी के लिए आवश्यक हैं स्टार्टअप & नब्स्प; विज्ञापन कंपनी सभी परिश्रम के साथ पेशेवर & नब्स्प; मध्यस्थ विशेषज्ञ, न ट्रैफ़िक प्रासंगिक निक्के में & नब्स्प; कम रूपांतरण और सूचकांक हैं विज्ञापन बजट। & नब्स्प; आवश्यक मुआवजे के तरीकों की कमी के लिए एक और मंच पर, कंपनियां विज्ञापन बजट को विभाजित करती हैं विभाजित & नब्स्प; कई प्लेटफार्मों और इस प्रकार कई बार लागत को कवर करते हैं & नब्स्प; विज्ञापन कंपनी की स्थापना और अनुकूलन के लिए प्रत्येक। & नब्स्प; मंच
यूनिक एडवर्टाइजिंग नेटवर्क का उद्देश्य इस समस्या को & नब्स्प; द्वारा निस्तारण करना है सुरक्षित और किफायती मध्यस्थ पारिस्थितिकी तंत्र आधारित & नब्स्प; पर ब्लॉकचैन और क्रिप्टोकुरैंसीज ट्रैफ़िक पर विशेष आरंभिक सिक्का भेंट के साथ स्टार्टअप की वेबसाइट के लिए, & नब्स्प; मुआवज़े विधियों का उपयोग: प्रति क्लिक भुगतान, बिक्री के अनुसार वेतन और वेतन प्रति & नब्स्प; लीड। नियंत्रण, विश्लेषण और धोखाधड़ी के कार्य पहचान और नब्स्प; ऑनलाइन बिक्री की मात्रा में बढ़ोतरी की अनुमति देते हैं और & नब्स्प; इंटरनेट-विपणन की लाभप्रदता को अधिकतम करना बजट & नब्स्प; आईसीओ के दौरान अधिक, क्रिप्टोकार्जेन्सी भुगतान तरीकों & नब्स्प; मुद्रा और हस्तांतरण पर पैसे बचाने की अनुमति दें आपरेशनों।
धोखाधड़ी की जांच प्रणाली
मुआवजा के तरीके
व्यापक यातायात स्रोत
विज्ञापन रोटेशन सिस्टम
एडब्लॉक व्हाइट लिस्ट |
गीता ने अपने बेटे और बेटी की मदद से तार से गला घोंटकर पति की हत्या कर दी. इस घटना बाद गीता पुलिस थाने पहुंची और पूरा मामला बताया. गीता ने बयान में कहा कि वो अपने पति से परेशान हो गई थी.
पंजाब के लुधियाना (लुधियाना) में एक महिला ने अपने बच्चों की मदद से पति की हत्या उस वक्त कर दी जब उसने अपनी १५ साल की सौतेली बेटी (स्टेप्दॉटर) के साथ रेप की दोबारा कोशिश की. जब पति बेसुध हालत में घर आया तो उसके साथ बुरा बर्ताव करने लगा.
घटना लुधियाना की महावीर जैन कॉलोनी की है, जब शनिवार रात महिला का पति राज किशोर (४५) शराब पीने के बाद घर आया और अपनी सौतेली बेटी के साथ छेड़छाड़ करने लगा. जिसके बाद पत्नी गीता ने उसे रोकने की बहुत कोशिश की मगर वो उसे ही धमकाने लगा.
जिसके बाद गीता ने अपने बेटे और बेटी की मदद से तार से गला घोंटकर पति की हत्या कर दी. इस घटना बाद गीता पुलिस थाने पहुंची और पूरा मामला बताया. गीता ने बयान में कहा कि वो अपने पति से परेशान हो गई थी.गीता ने पुलिस को यह भी बताया कि राज किशोर ने २०१८ में अपनी सौतेली बेटी के साथ बलात्कार करने की पहले भी कोशिश की थी, जिसके बाद उसने मामले की सूचना पुलिस को दी थी.
बाद में राज किशोर के साथ उसका समझौता हो गया था. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि महिला ने तलाक के बाद राज किशोर ने दूसरी शादी की थी. गीता की पिछली शादी से एक बेटी और एक बेटा था और उसने दूसरी शादी के बाद दूसरी बेटी और दो बेटों को जन्म दिया था. |
भारत में यहां रात होते ही की कुँवारी लड़कियां उतार देती हैं कपड़े, माँ-बाप ही कराते हैं ये काम | उप उक लाइव
भारत में यहां रात होते ही की कुँवारी लड़कियां उतार देती हैं कपड़े, माँ-बाप ही कराते हैं ये काम
यह खबर है भारत के बिहार राज्य की जहां इन दिनों लड़कियों के निर्वस्त्र होकर घर से निकलने की घटना ने सभी को हैरान कर दिया है।
बिहार के ज्यादातर गांवों में कम बारिश की वजह से फसले बर्बाद हो गई हैं। ऐसे में नई फसल के लिए गांववाले भगवान से अच्छी बारिश की दुआ मांग रहें हैं। इसी के लिए गांव की हर घर की लड़कियों को कपड़े उतारकर खेत में जाने को कहा जाता है।
आईनेक्स्ट की रिपोर्ट के अनुसार लड़कियों को ऐसा करने के लिए उनके घरवाले ही मजबूर करते हैं। बिहार में कम बारिश के चलते अधिकांश लोग अपनी मान्यताओं और धारणाओं को लेकर काफी आग्रही होते हैं।
पूर्वी भारत में बारिश नहीं होने से किसान खासे परेशान हैं। ऐसे में किसान अपनी अविवाहित बेटियों को नग्न होकर खेतों को जोतने के लिए कह रहे हैं। दरअसल इन इलाकों में मानसूनी बारिश की जबरदस्त जरूरत है ताकि खेतों में बुवाई की जा सके।
दरअसल इस सब के पीछे लोगो का अजीब तर्क है उनका कहना है कि कुँवारी लड़कियों का खेतों में नग्न होकर घूमने से बारिश के देवता को शर्मिदंगी होगी। जिससे बारिश का देवता उनके खेतों में अच्छी बारिश करेगा। उनका ये भी कहना है कि इसके जरिए मानसूनी बारिश के लिए उन्हें मजबूर किया जा सकता है।
उप उक लाइव: भारत में यहां रात होते ही की कुँवारी लड़कियां उतार देती हैं कपड़े, माँ-बाप ही कराते हैं ये काम |
पांच दिन पैदल चलकर अहमदाबाद से सूरत पहुंचे ४२ उड़ीसावासी - लोकतेज
पांच दिन पैदल चलकर अहमदाबाद से सूरत पहुंचे ४२ उड़ीसावासी
प्रशासन एवं स्वयंसेवी संस्थाएं वतन भेजने के प्रयास में जुटे
कोरोना महामारी को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन में विविध राज्यों में लाखों प्रवासी श्रमिक को अनेकों प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा के लाखों की संख्या में श्रमिकों को उनके वतन भेजा जा चुका है। लेकिन अहमदाबाद के पास जरोडा में कन्स्ट्रक्चर निर्माण में काम करने वाले उड़ीसा के ४२ श्रमिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से नहीं जा सके।
अहमदाबाद आने के बाद उन्हें पता चला कि यहां से कोई ट्रेन नहीं है, सूरत से उड़ीसा के लिए ट्रेन है। इसके बाद सभी लोग ३० मई को पैदल ही सूरत के लिए निकल पड़े, जो पांच दिन की यात्राकर ३ जून को सूरत पहुंचे। परंतु यहां से भी कोई ट्रेन नहीं होने पर वे सभी पशोपेश में पड़ गये। इस बीच उधना के कुछ अग्रणी मिले और उन्हें उधना बस स्टेशन में विश्राम की जगह देकर खाने-पीने की व्यवस्था की।
गुरुवार को उड़ीसा के गंजाम जिला के निवासी श्रमिक अनाथ पहान एवं शिल्लू पहान ने बताया कि यहां पर खाने-पीने की व्यवस्था किया गया। साथ ही प्रशासन, राजनीतिकि पार्टियों के अग्रणी एवं स्वयंसेवी संस्थाएं उनके वतन जाने व्यवस्था में जुटे हुए है। मौके पर मौजूद आम आदमी पार्टी के नेता रमाकांत कौशिक ने बताया कि इन सभी के खाने की व्यवस्था अन्नपूर्णा भोजनालय से किया जा रहा है। जबकि पास की कैंटीन से चाय-नास्ते की व्यवस्था हैं। जब तक इन लोगों के गांव जाने की व्यवस्था नहीं पाती तब तक यह लोग यहीं पर रहेंगे।
मंगलवार को सूरत से यूपी, उड़ीसा, बिहार व झारखंड के लिए ९ ट्रेनें चलेगी
वापी और नवसारी से बड़ी संख्या में श्रमिक रवाना हुए |
ग्वाल की बर्खास्तगी हाईकोर्ट पहुंची - छत्तीसगढ़ खबर : खबर दुनिया भर
छत्तीसगढ़ बस्तर सुकमा
ग्वाल की बर्खास्तगी हाईकोर्ट पहुंची
बिलासपुर | समाचार डेस्क: सुकमा के पूर्व सीजेएम प्रभाकर ग्वाल की बर्खास्तगी छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय पहुंच गई है. गवाल की याचिका पर सुनवाई करते हुये उच्च न्यायालय के न्यायधीश गौतम भादुड़ी ने राज्य शासन तथा हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया है.
उल्लेखनीय है कि १ अप्रैल, २0१6 को छत्तीसगढ़ के बस्तर के सुकमा जिले में पदस्थ सीजेएम प्रभाकर ग्वाल को संविधान की धारा 3११-२ (बी) का उल्लेख करते हुये तुरंत बर्खास्त कर दिया गया था. बर्खास्तगी के पहले संविधान की धारा का हवाला देते हुये कोई जांच नहीं करवाई गई थी.
प्रभाकर ग्वाल ने अपनी याचिका में कहा है कि सिविल सेवक को बर्खास्त करने के पहले जांच कराना आवश्यक है. यदि जांच नहीं कराई जा रही है तो उसका कारण बताना आवश्यक है. जो उऩके मामलें में नहीं किया गया है.
गौरतलब है कि प्रभाकर ग्वाल ने सुकमा में पदस्थ रहते आम ग्रामीणों की बिना वारंट के गिरफ्तारी पर पूछताछ शुरु कर दी थी. जिसके बाद दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक ने जिला जज को पत्र लिखकर कहा था कि हमारें काम में बाधा डाली जा रही है.
छत्तीसगढ़: विस्फोटकों का जखीरा बरामद
छत्तीसगढ़: पंच ने मांगी इच्छामृत्यु
जोगी ने उठाया भूमि मुआवजे का मुद्दा
घोषणा पत्र नहीं, श्वेत पत्र है !
अहिंसक नक्सलियों का स्वागत- रमन |
ऑन: मंगलवार, ४ जून २०१३
बक्सर, बिहार के ७६ वर्षीय डॉ० बच्चन पाठक 'सलिल' का लेखन उनके उपनाम सलिल की तरह पानी के समान है, किसी भी विचारधारा से अप्रभावित. १९६८ में प्रेमचंद की कृतियों पर करा गया उनका शोध कार्य (पीएच.डी.), आज विद्यार्थियों को पीएच.डी. अध्ययन में सहायता दे रहा है. उनको मिले सम्मानों में अमृत पुरुस्कार, राष्ट्रिय सदभावना पुरुस्कार, स्वामी प्रणवानंद सम्मान व भोजपुरी मूलन सम्मान आदि शामिल हैं. न्याय की तुला - डॉ .बच्चन पाठक 'सलिल'
दसवीं शती में कश्मीर राज्य के अधिपति थे महाराज यशस्कर देव। ..वे अत्यंत पराक्रमी, न्याय प्रिय, धर्म में आस्था रखने वाले उदारशासक थे, उनके पराक्रम से भयभीत मध्य एशिया के किसी भी दस्यु जाति ने उनके शासनकाल में कश्मीर पर आक्रमण नहीं किया. अत्याचारी दस्युओं एवं आतंकवादियों को महाराजा क्षमा नहीं करते थे, यह सर्व विदित था। ...कश्मीर धन धान्य से पूर्ण था, पाटलिपुत्र से लेकर गांधार तक के व्यापारी आते, अपनी सामग्री बेचते और कश्मीर के वस्त्राभूषण क्रय करके ले जाते। सर्वत्र सुशान्ति थी, वस्तुतः जहाँ प्रशासन राज धर्म का निर्वहन करता है, वहीँ लक्ष्मी का निवास होता है।
भगवती वितस्ता [झेलम] का जल अमृत के समान था, लोग वितस्ता की पूजा करते थे। उसे प्रदूषित करना दंडनीय अपराध था, वितस्ता भी कृषि कार्य से लेकर पेय जल तक की आवश्यकताएं पूरी करती थी। यदि वितस्ता की शपथ लेकर कोई अपनी बात कहता तो वह विश्वास योग्य माना जाता था। पुष्पों और फलों से उद्यान परिपूर्ण रहते थे, राज्य कर्मचारी कर्तव्यनिष्ठ और प्रजापालक थे। उन्हें राज्य की ओर से सभी सुविधाएँ प्राप्त थीं। पर निर्देश यह था कि किसी निरपराध नागरिक पर किसी प्रकार का अत्याचार न हो, इन सारे तथ्यों का सुंदर वर्णन ''राज तरंगिणी '' में कियागया है।
एक दिन महाराज यशस्कर अपने दरबार में सिंहासन पर विराजमान थे, सभी सभासद अपने अपने स्थान पर बैठे थे। काशी से आये एक कवी भगवन शिव का गुणानुवाद कर रहे थे - सभासद साधुवाद दे रहे थे। .कुछ दरबारी कवि अपनी हीन भावना के कारण मन ही मन क्षुब्ध हो रहे थे - वस्तुतः इर्ष्य सार्वदेशिक सर्वकालिक व्याधि है।
अकस्मात मुख्य द्वारपाल ने आकर बताया ''महाराज की जय हो !'' महाराज ने उसकी ओर प्रश्न सूचक दृष्टि डाली ,द्वारपाल ने निवेदन किया - महाराज एक व्यक्ति सिर पर भगवती वितस्ता का जल एक घट में लेकर आया है, और बार बार कहता है - ''मै एक घटिका में राजद्वार पर आत्महत्या करूँगा ''
महाराज विचलित हो गए। कविता पाठ बंद हो गया। सभासदों को बैठे रहने का संदेश देकर महाराज शीघ्र द्वार पर पहुंचे, देखा -एक प्रौढ़ व्यक्ति खड़ा है। हांव भाव से विह्वल वह विक्षिप्त नहीं जान पड़ता। हाँ ... आवेश में जरुर प्रतीत होता है। महाराज ने कोमल स्वर में पूछा - बन्धु। आपको क्या कष्ट है ? क्या किसी राज कर्मचारी ने आप पर अत्याचार किया है ? क्या आप धनाभाव से पीड़ित हैं ? क्या किसी ने आपकी आस्था पर प्रहार किया है ? आप भगवती वितस्ता के भक्त हैं। कृपया संक्षेप में बताएं, आपको क्या कष्ट है ? मै यथा सम्भव दूर करने का प्रयत्न करूँगा''।
उस व्यक्ति ने कहा -''महाराज की जय हो, प्रबल प्रतापी महाराज यशस्कर देव के राज्य में कर्मचारी अनुशासित और प्रजा पालक हैं, उनसे मुझे कोई कष्ट नहीं है। मै धनाभाव से भी पीड़ित नहीं हूँ। अभी मेरे पास एक लाख स्वर्ण मुद्राएँ हैं। मै आत्मघात के बाद उसे राज कोष में प्रजा के लिए देना चाहता हूँ '' ।
महाराज विचलित हो उठे, बोले बन्धु! आत्मघात पातक है, आप अपनी व्यथा कहें। उस व्यक्ति ने निवेदन किया -'' महाराज मै मंगल नामक ब्राह्मण हूँ, पिता ने पढाया पर उनके देहावसान के बाद, मै कुसंगति में पड़ गया। मुझे सुरा, सुन्दरी का रोग लग गया, फलस्वरूप मेरे संचित द्रव्य, खेत, और उद्यान बिक गए, मैंने अपना निवास भी बेच दिया, अब मुझे प्रदेश जाने के सिवा कोई विकल्प नहीं था, मेरे निवास के पास एक कूप था उस पर सोपान थे, मैंने वहां एक कुटिया बनाई, अपनी पत्नी को उसमे रखा - मैंने उसे समझाया -'' तुम कूप के सोपान पर बैठ कर पथिकों को जल पिलाओ, जो कुछ मिल जाये उससे अपना निर्वाह करो, मै परदेश धन अर्जन के लिए जा रहा हूँ। शीघ्र ही धन लेकर आऊंगा, अब मै व्यसन मुक्त हूँ, मेरी चिंता मत करना।
मेरा घर श्रेष्ठिन लक्ष्मीदास ने ख़रीदा था, मैंने राज लिपिक से स्पष्ट कह दिया था कि कूप सोपान रहित पूरा आवास लक्ष्मीदास को बेच रहा हूँ। कुछ दिनों तक तो पत्नी सोपान पर बैठ कर पथिकों की सेवा करती रही, फिर श्रेष्ठिन ने उसे बल पूर्वक हटा दिया, कूप को प्राचीर से घेर दिया, मेरी राम मडैया तोड़ कर वहां पर अपना भंडार गृह बना लिया ...मै वापस आया। पत्नी ने कहा -''तुम्हारी लक्ष मुद्राएँ अब क्या करुँगी ? मै भिक्षाटन करती रही, हम दम्पति न्यायाधीश के पास गये उनसे भगवती वितस्ता और महाराज यशस्कर की शपथ खाकर सारी बात बतलाई, उन्होंने श्रेष्ठिन से बात की और मुझे कह दिया -''श्रेष्ठिन ने कोई अनुचित कार्य नहीं किया ''...
महाराज ने मंगल से एक दिन की अवधि ली और दरबार में लौट आये, वे सोच रहे थे - जिस राज्य में सर्वसाधारण का न्यायपालिका से विश्वास उठ जायेगा, वह राज्य नष्ट हो जायेगा, उन्होंने न्यायाधीश से पूछा -न्यायाधीश ने निवेदन किया - ''महाराज, मैंने अभिलेख देखा, उसमे स्पष्ट लिखा है - ''कूप और सोपान सहित आवास बेच रहा हूँ। साक्षी के हताक्षर भी हैं, मै क्या कर सकता हूँ ?''
महाराज चिंता निमग्न हो गये, उन्होंने देखा - सेठ लक्ष्मीदास एवं कुछ अन्य श्रेष्ठिन दरबार में उपस्थित हैं, सभी की उँगलियों में रत्न जटित मुद्रिकाएँ [अंगूठियाँ] हैं उन्होंने सबकी मुद्रिकाएँ ली और देखने लगे। पुनः बाहर गये और एक विश्वस्त अनुचर को लक्ष्मीदास की अंगूठी देकर बोले -''लक्ष्मी दास के घर जाओ, यह अंगूठी दिखाकर आवास -कूप का अभिलेख ले आओ। महाराज ने अभिलेख देखा, न्यायाधीश का कथन सही था, पर साथ ही उनकी दृष्टि व्यय पर पड़ी, राज लिपिक को एक सहस्र मुद्राएँ दी गईं, महाराज ने सोचा - इस छोटे से विवरण के लिए दस या पन्द्रह मुद्राएँ दी जाती हैं। इतनी बड़ी राशि क्यों दी गई ? कहीं यह उकोच [रिश्वत] तो नहीं ?
राज लिपिक को बुलाया गया, तब तक यह चर्चा विस्तारित हो चुकी थी, लिपिक सहमा सहमा आया, उसने स्वीकार किया कि सेठ के कहने पर ही ''कूप सोपान रहित के स्थान पर ''सहित'' लिख दिया था, उसने एक सहस्र का उत्कोच भी स्वीकार किया।
महाराज यशस्कर गम्भीर हो गये, उन्होंने निर्णय सुनाया - सेठ लक्ष्मीदास ने कपट किया है, राज्य कर्मचारी को उत्कोच देकर राज्य की प्रतिष्ठा पर आघात किया है, उनका यह आवास और कूप आज से मंगल का हो गया। लक्ष्मी दास की सेवाओं को देखते हुए उनकी सम्पत्ति का अधिग्रहण राज्य नहीं करेगा। उस पर उनके पुत्र का अधिकार रहेगा। लक्ष्मीदास दस वर्षों तक राज्य से निर्वासित रहेंगे। राज कर्मचारी उन्हें कल प्रातः रथ पर बैठा कर राज्य से बाहर छोड़ आयेगें ''
उन्होंने फिर कहा - ''राज लिपिक को कार्य मुक्त किया जाता है ''
फिर न्यायाधीश से बोले -विद्वान् न्यायाधीश! न्याय में केवल अभिलेख और साक्ष्य का ही ध्यान नहीं रखा जाता, विवेक भी साथ रहना चाहिए हमारी छठी इन्द्रिय ऐसे समय में उचित परामर्श देती है ...
मंगल से बोले -'' अब तुम विवेक सम्मत ढंग से संस्कार युक्त रह कर अपना गृहस्थ जीवन बिताओ''
डॉ बच्चन पाठक 'सलिल'पूर्व व्याख्याता [हिंदी साहित्य ] रांची विश्वविद्यालय ,बाबा आश्रम कॉलोनीआदित्यपुर -२संपर्क: ०६५७-२३७०८९२
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आज तो तरीका मै आपको बताने जा रहा हु उसमे आपको किसी एक्स्ट्रा स्किल्स की जरूरत नही है लेकिन हाँ ये ऐसा प्लान है जिसमे रिस्क (आपकी नजरों में) है क्योंकि आपको यहाँ पैसा इन्वेस्ट करना है वो नया प्रोग्राम है और एक और जरूरी बात बिना किसी इन्वेस्टमेंट या हार्ड वर्क के आप इंटरनेट से अच्छे पैसे नही कमा सकते। इस बुसिनेस को शुरू करने के लिए आपको १२००-१३०० रूपये (केवल एक बार) इन्वेस्ट करने होंगे और उसके बाद आपको लाखों कमाने का अवसर मिलेगा। १२००-१३०० रूपये कोई बड़ी रकम नही है और कभी-कभी इतनी रकम आप अपने छोटे-मोटे गैरजरूरी खर्चो में ही गुजार देते होगे। इसलिए अगर आप १२००-१३०० रूपये इन्वेस्ट करके अच्छे पैसे कमाने का अवसर जानना चाहते है तो आगे पढ़े अन्यथा आप इस पोस्ट को बंद कर दूसरी पोस्ट पढ़ सकते है।
ज़र्फंड में मेंबर्स अपनी इच्छा से डोनेशन (१२००-१३००) देकर जोइन होते है और डोनेशन उसे देना है जो आपको ज़र्फंड में जोइन कराता है। हलाकि कोई भी मेंबर अपने डानलाइन में २ से ज्यादा मेंबर्स नही ला सकता अगर उसका कोई ३र्ड मेंबर आता है तो वो सिस्टम के अनुसार उसके उसके रफर्रल के डानलाइन में जाता है। सारे पाय्मेंट्स डाइरेक्ट मेंबर से मेंबर को ही होते है एडमिन की कोई फी नही है यानी आपके रफर्रल को जोइन होने के लिए १०० % आपको ही पाय करना होगा। पाय्मेंट रेसेइव और सेंड करने के लिए केवल बत्क टेक्नोलॉजी ही है। जो लोग ऑनलाइन बुसिनेस में पहले से है वो बत्क के बारे में पहले ही जानते होंगे लेकिन जो नही जानते उन्हें मै बता दू बत्क को आप एक करेंसी कह सकते है बत्क की वेल्यू लगातार बदलती रहती है आज की दते में १ बत्क की वेल्यू ६००+ उसड है। अब आप सोच रहे होंगे की आप जोइन होने के लिए बत्क कैसे लाएँगे, इसके बारे में मै किसी अन्य पोस्ट में देतेल से बताऊंगा या फिर आप मुझे फेसबुक में संपर्क करके भी जान सकते है।
माना आपने १२०० रूपये देकर ज़र्फंड जोइन किया अब आप लेवल १ में २ रफर्रल लाकर १२००+१२०० पा सकते है और ऐसा ही २000 रूपये देकर (जो आपको आपके २ रफर्रल से ही मिल जाएँगे) लेवल २ में उपग्रेड कर ४ रफर्रल और लाकर २000*४= ८००० कमा सकते है और इसी तरह नेक्स्ट लेवल के लिए। यहाँ अच्छी बात ये है की अगर आप रफर्रल न भी ला सके तो आपके उपलाइनर इसमें आपकी मदद करेंगे और उनके २ रफर्रल होने के बाद सारे रफर्रल आपके ही डानलाइन में आएँगे।
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आइये स्टेप बाय स्टेप जानते है ज़र्फंड से पैसे कमाना कैसे शुरू करें -
अगर आपको बत्क की कोई जानकारी नही है और बत्क लेना चाहते है तो मुझे फेसबुक में या कॉन्टक्ट फॉर्म से संपर्क करें। |
स्वाइन फ़्लू: छह की हालत गंभीर - बैक न्यूज हिंदी
स्वाइन फ़्लू: छह की हालत गंभीर
इमेज कैप्शन स्वाइन फ़्लू की जाँच के लिए अस्पतालों में भीड़ लगी
महाराष्ट्र के पुणे शहर में स्वाइन फ़्लू से पीड़ित छह लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.
पूरे देश में अब तक चार लोगों की इस बीमारी से मृत्यु हो चुकी है और विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक रविवार को स्वाइन फ़्लू के ८२ नए मामले सामने आए हैं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा है कि पूरे राज्य में स्वाइन फ़्लू की दवाइयाँ भेजी जा रही है.
महाराष्ट्र में स्वाइन फ़्लू से सबसे ज़्यादा दहशत है. अस्पतालों में लोगों की लंबी कतारें देखी गईं जो टेस्ट कराने आए थे.
उनका आरोप था कि अस्पताल वाले रविवार का हवाला देकर टेस्ट नहीं कर रहे हैं.
पुणे में छह लोगों की हालत नाज़ुक है जिनमें एक डॉक्टर भी शामिल हैं. पुणे में अब तक ३५ लोगों के एच वन एन वन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.
मुंबई में १७ लोग इससे संक्रमित हैं.
पूरे भारत में अब तक स्वाइन फ़्लू से पीड़ित चार लोगों की मौत हो चुकी है.
इस बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ग़ुलाम नबी आज़ाद के साथ स्वाइन फ़्लू पर चर्चा और ताज़ा स्थिति की समीक्षा की.
प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री को हिदायत दी है कि वे राज्य सरकारों के साथ मिल कर बीमारी को नियंत्रित करने की कोशिश करें.
आज़ाद ने माँगी माफी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ग़ुलाम नबी आज़ाद ने स्वाइन फ़्लू से दम तोड़ने वाली रिदा शेख पर की गई टिप्पणी के लिए माफी माँगी है.
मेरा कहने का मतलब ये था कि स्वाइन फ़्लू संक्रामक बीमारी है और एक-दूसरे के संपर्क में आने पर तेज़ी से फ़ैलती है.
रिदा शेख की माँ ने प्रेस कॉंफ़्रेंस करके स्वास्थ्य मंत्री की आलोचना की थी. आज़ाद ने अपने एक बयान में कहा था कि रिदा एच वन एन वन से संक्रमित होने के बाद तीन अस्पतालों में गई जिसके कारण अस्सी से ज़्यादा लोग इससे संक्रमित हो गए.
उनके इस बयान को अपमानजनक बताते हुए रिदा की माँ ने कहा था, "स्वास्थ्य मंत्री को शर्म आनी चाहिए जो १४ साल की लड़की पर स्वाइन फ़्लू फैलाने का आरोप लगा रहे हैं."
इसके बाद ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि उनका मतलब रिदा के परिजनों को ठेस पहुँचाना या रिदा पर आरोप लगाना नहीं था. उन्होंने कहा, "मेरा कहने का मतलब ये था कि स्वाइन फ़्लू संक्रामक बीमारी है और एक-दूसरे के संपर्क में आने पर तेज़ी से फ़ैलती है."
कुल ८६४ संक्रमित
इमेज कैप्शन भारत में रविवार को ८२ नए मामले सामने आए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रविवार को स्वाइन फ़्लू पर ताज़ा रिपोर्ट जारी की है जिसके मुताबिक भारत में ८६४ लोग एच वन एन वन से संक्रमित पाए गए हैं.
इनमें से ५२३ को इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है.
पूरी दुनिया में अब तक ११५४ लोग इस बीमारी के कारण दम तोड़ चुके हैं और एक लाख ६२ हज़ार ३८० लोग इस बीमारी से पीड़ित पाए गए हैं.
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक भारत में रविवार को ८२ लोग इस बीमारी से संक्रमित पाए गए.
इनमें सबसे ज़्यादा संख्या पुणे की है जहां ३४ लोग एच वन एन वन से संक्रमित पाए गए हैं. दिल्ली में १३ और मुंबई में १२ लोगों में यह बीमारी होने की पुष्टि हुई है.
इस बीच देश में स्वाइन फ़्लू से मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है. रविवार सुबह अहमदाबाद में ४३ वर्षीय एक अप्रवासी भारतीय की मौत हो गई.
इमेज कैप्शन मनमोहन सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री से बात की है
प्रवीण पटेल १० दिन पहले अमरीका के अटलांटा से अहमदाबाद आए थे. रविवार तड़के सिटी सिविल अस्पताल में उनकी मौत हो गई.
स्वाइन फ़्लू के कारण सबसे पहले पुणे में १४ वर्षीय स्कूली छात्रा रिदा शेख़ की मौत हो गई थी.
जबकि शनिवार को पुणे में ही ४२ वर्षीय संजय तुकाराम की मौत हो गई. शनिवार को ही मुंबई में ५३ वर्षीय फ़हमिदा पानवाला की भी स्वाइन फ़्लू के कारण मौत हो गई.
हालाँकि फ़हमिदा को डायबिटीज़ और हाईपरटेंशन की भी शिकायत थी.
स्वाइन फ़्लू से तीसरी मौत
स्वाइन फ़्लू से दूसरी मौत
'स्वाइन फ़्लू को रोकना असंभव' |
- कोठरी में स्कूल, फर्नीचर ना ब्लैक बोर्ड , फिरोजाबाद न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।
फीरोजाबाद। कमरे में २५० छात्र बैठे थे, न तो फर्नीचर था न कोई ब्लैक बोर्ड। सामने खड़ा एक शिक्षक मुंह जबानी कुछ समझा रहा था। जब निरीक्षण में ये तस्वीर देखी तो चौंक गए। २५० छात्रों का एक स्कूल एक कोठरी में चलाया जा रहा था। सोमवार को बीएसए ने अपनी गाड़ी शहर में ही मकड़जाल फैलाए प्राइवेट स्कूलों पर दौड़ाई। सबसे पहले एससीआर जूनियर हाईस्कूल महावीर नगर में पहुंचे वहां का रजिस्टर देखा। विद्यालय में ४१६ छात्र पंजीकृत थे। जबकि उपस्थिति मात्र १६२ छात्रों की ही मिली। कक्षा ३ के ५४ छात्रों की उपस्थिति रजिस्टर पर दिखाई थी। जबकि २६ छात्र ही मौजूद मिले। कक्षा ४ में ५२ छात्र की उपस्थिति थी 2४ छात्र ही मौजूद मिले। वहीं कक्षा आठ के छात्रों की नवंबर माह की एक दिन की उपस्थिति ही रजिस्टर में दर्ज नहीं थी। इसके बाद बीएसए टीम का दल मधुर बाल विद्यालय मंदिर जगजीवन राम नगर पहुंचा। अंदर जाने से पहले बीएसए बिल्डिंग को बाहर से देखते रहे। अंदर जाकर देखा तो तीन कमरे थे। रजिस्टर में २५० छात्र पंजीकृत थे। जबकि मौके पर 9४ ही उपस्थित थे। रिहायशी इलाके में होने के बावजूद विद्यालय में प्लास्टर तक नहीं था। कक्षा एक के दो रजिस्टर बने थे। फर्नीचर नहीं था, छात्र टाट पट्टी में बैठे थे। बीएसए ने इसके बाद कक्षा ५ के छात्रों से 6४6 का भाग पांच से करने को कहा, लेकिन कोई भी छात्र भाग नहीं कर सका। इस बारे में बीएसए का कहना है कि स्कूलों में निरीक्षण का अभियान जारी रहेगा। फर्जीवाड़ा करने वाले स्कूलों के खिलाफ नकेल कसी जाएगी। पंजीकरण में छात्र ज्यादा दिखा रहे हैं। गलत सूचना अगर स्कूल दे रहे हैं तो उनकी मान्यता को भी खत्म किया जा सकता है। कैसा लगा |
उत्तराखंड के मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह को सौंपी गई अतिरिक्त जिम्मेदारी
उत्तराखंड सरकार ने मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह का कार्यभार बढ़ा दिया है। मुख्य सचिव को उनके वर्तमान कार्यभार के साथ मुख्य स्थानिक आयुक्त दिल्ली का भी पद सौंपा गया है। पहले यह पद प्रमुख सचिव ओमप्रकाश के पास रहा है।
सरकार ने मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह और प्रमुख सचिव ओम प्रकाश के बाकी विभाग यथावत रखे हैं। इस संबंध में जारी शासनादेश में कहा गया कि जनहित में यह निर्णय लिया गया है। सरकार ने इसी तरह अन्य अफसरों के विभागों में थोड़ा बदलाव किया है। संयुक्त सचिव कार्मिक अतर सिंह ने बताया कि अपर सचिव अतुल कुमार गुप्ता को समाज कल्याण विभाग तथा आयुक्त, नि:शक्तजन के पदभार से अवमुक्त किया गया है।
ये विभाग अपर सचिव मनोज चंद्र को दिए गए हैं। चंद्रन को वन संरक्षक, भूमि सर्वेक्षण निदेशालय के पदभार से अवमुक्त कर दिया गया। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी, पिथौरागढ़ हरिचन्द्र सेमवाल को एटीआई पश्चिम बंगाल में ११७वें इन्डक्शन ट्रेनिंग प्रोग्राम में १६ नवंबर से २४ दिसंबर तक के प्रशिक्षण में शिरकत करनी है।
इस अवधि में अपर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ प्रशांत कुमार आर्य को सेमवाल का कार्य देखने के लिए लिंक अधिकारी नामित किया गया है।
कोलकाता टेस्ट : चायकाल तक टीम इंडिया का दूसरी पारी का स्कोर ७०/० |
८६ साल बाद कोसी रेल पुल बनकर तैयार, पूरा हुआ पूर्व पीएम वाजपेयी का सपना
८६ साल बाद कोसी रेल पुल बनकर तैयार, पूरा हुआ पूर्व पीएम वाजपेयी का सपना
पटना (पटना). बिहार (बिहार)को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना आखिरकार पूरा हो गया है. कोसी नदी पर रेल पुल बनकर तैयार हो गया है. रेलवे (रेल्वे)उत्तर बिहार (बिहार)के दूरस्थ क्षेत्र के लोगों के ८६ वर्ष पुराने इस सपने को सच करने जा रहा है. उत्तर बिहार (बिहार)के कोसी महासेतु पर बन रहा रेल पुल जल्द ही राष्ट्र को समर्पित कर दिया जाएगा.
इसकी तैयारी अंतिम चरण में है. विगत २३ जून को इस नवनिर्मित रेल पुल पर पहली बार ट्रेन का सफलता पूर्वक परिचालन किया गया. लगभग १.९ किलोमीटर लंबे नए कोसी महासेतु सहित २२ किलोमीटर लंबे निर्मली सरायगढ़ रेलखंड का निर्माण वर्ष २००३-०४ में शुरू हुआ था. इसके लिए 3२३.4१ करोड़ की राशि स्वीकृत की गई थी. ६ जून २००३ को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस परियोजना का शिलान्यास किया था.
परियोजना की संशोधित अनुमानित लागत ५१६.०२ करोड़ बताई जा रहा है. रेल महकमे की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, कोविड १९ महामारी (एपिडेमिक) के दौरान भी पूर्व-मध्य रेलवे (रेल्वे)सभी स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए परियोजना को अंतिम रूप देने के लिए लगातार कार्यरत है. यह कार्य पूरा होने के बाद कोसी महासेतु सहित निर्मली सरायगढ़ रेलखंड को राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर दिया जाएगा. गौरतलब है कि कोसी नदी संपूर्ण बिहार (बिहार)प्रदेश की ही नहीं, बल्कि भारत और नेपाल की प्रमुख नदियों में गिनी जाती है. यह बराह क्षेत्र कुसहा तथा चतरा स्थानों से होते हुए बिहार (बिहार)की सीमा में सहरसा जिले के बीरपुर और भीमनगर स्थानों से प्रवेश करती है. |
रविवार विशेष-व्यंग-बिहार को एक पागलखाने की जरूरत है. - मधेपुरतिम्स
होम / मधेपुरा / रविवार विशेष-व्यंग-बिहार को एक पागलखाने की जरूरत है.
रविवार विशेष-व्यंग-बिहार को एक पागलखाने की जरूरत है.
बिहार को एक पागलखाने की जरूरत है.
मैं अपनी टकती झोंपड़ी में खाट खड़ी कर एक कोने में दुबका,चिंता सागर में गोते लगा रहा था.तभी मेरे स्वप्न गुरु अष्टावक्र जी दनदनाते आ धमके.गुरुजी से मेरा तार ठीक उसी प्रकार जुड़ा हुआ है जिस प्रकार आईएसआई से आतंकवादियों का.मैंने गुरु जी को साष्टांग प्रणाम किया.भींगे वस्त्रों में लिपटी उनकी टेढ़ी-मेढ़ी ठठरी हरकत में आई.फिर आशीर्वादी मुद्रा में उनका हाथ मेरे सर पर आ गया.
मेरा उतरा चेहरा पढकर उन्होंने अपनी हुलिया के मुताबिक़ प्रश्न दागा-"बेधड़क,लेखनी के सिवा तुम्हे और कुछ चाहिए क्या?" "हाँ,गुरुजी!बिहार को एक अदद पागलखाना की जरूरत है.अखंड बिहार का एकलौता पागलखाना अब झारखंड का हो गया.खानगी पागलखाना के डाइरेक्टर डा० महादेव यादव के हवालात और अदालत के बीच कबड्डी खेलने की गुंजायश बढ़ गयी है.पहले त्रिस्तरीय पंचायत इलेक्शन फिर थोक में शिक्षक सेलेक्शन में कटे कनेक्शन से बौखलाए पगलाए प्राणियों के लिए कोई ठौर-ठिकाना तो चाहिए ही.आवेदन कलेक्शन के बाद अब दफ्तर वालों की शामत आ गयी है.उनके दिमागी नट ढीले हो रहे हैं और चेहरे लाल-पीले हो रहे हैं." मैंने अपना सर झुकाते हुए कहा.
'आखिर तुम किस फ्रेम में फिट बैठते हो? न नेता और न ओहदेदार हो फिर तुम्हारे पेट में जबरदस्त दर्द क्यों हो रहा है?' गुरुजी ने अनमनस्क मगर तिक्त स्वर में पूछा.गुरुजी की इस विषाक्त विरक्ति से तिलमिलाकर मैंने प्रतिवाद किया-"गुरुजी,हम बाल बच्चेदार प्राणी हैं.भूत सरकार ने हम बापों को बेरोजगार बनाया.अब इस प्रेत सरकार ने हमारे होनहार बेटों को बर्बाद करने का बीड़ा उठाया है.जो बच्चे कल डॉक्टर-इंजीनियर या वैज्ञानिक बन सकते थे,उन्हें अल्प तनखाभोगी गुरुजी बनाकर परिवार और राष्ट्र दोनों को चूना लगाना चाहती है."
मेरी तीखी टिप्पणी को गुरुजी ने गंभीरता से लिया.हमदर्दी जताते हुए उन्होंने पूछा-'तुम कहना क्या चाहते हो? विस्तार से बताओ तो सही! 'बेधड़क', दिल के पके फफोले से मवाद निकलने दो नही तो टीस पैदा होती रहेगी.' मैं शुरू हो गया-'गुरुजी नई-नवेली बिहार सरकार के नित नवीन पहल से सर्वत्र हलचल है.जहां आधी आबादी को आधा हक देकर सरकार अपनी पीठ खुद थपथपा रही है,वहीं यथास्थितिवादी की एक बड़ी आबादी अपनी पीठ सहला रही है.नारी वर्ग ने पुरुष वर्ग के कन्धों पर सवार होकर भले ही चुनावी वैतरणी पार कर ली है,मगर अब बेचारी उनके चंगुल क्या;जबड़े में छटपटा रही है'.
'दूसरी तरफ सरकारी शगूफा 'डिग्री लाओ,नौकरी पाओ' शिक्षित बेरोजगारों के लिए झंडूबाम सिद्ध हुआ.जिसे चौबीस घंटे अपने दर्दे दिल पर मल-मलकर हरे-पके,हारे-थके प्रतिभागी शिक्षक अपनी फटी-पुरानी डिग्री को रफू कर,फोटोस्टेट करवा कर या फिर सरकारी-गैर सरकारी संस्थानों में मौत की सांसे गिन रही अपनी डिग्रीयों को विदा कर ले आने को बेताब नजर आ रहे हैं.सरकारी जुबां से निकली तुगलकी फरमान ने चूल्ही से दिल्ली तक दहला दिया.जहाँ पहली खेप में कभी पंचायत प्रतिनिधि खुद या बीबी को बनने-बनाने, अब गुरु-गुरुआईन हेतु बैक टू पवेलियन हुए.बिहार से बाहर रहकर चार पैसे कमाने वालों ने लोभ-लाभ के चक्कर में पड़कर खुद को फक्कड़ बना लिया है.आवेदन-निष्पादन हेतु खिड़कियों पर लटके लोगों को देखकर हनुमान-गढी के बंदरों की याद आ गयी और बेचारे बेरोजगारों को सर्कस करते-करते नानी क्या दादी भी याद आ गयी.बेचारों ने अपनी रही सही सारी उर्जा झोंक दी.
अब सरकार रोज-रोज पैंतरा बदल रही है.बार-बार सरकारी स्टैंड और स्टेटमेंट बदलने के कारण बेरोजगारों के चेहरे का रंग भी बदल रहा है.साँसे हलक में अटक रही है फिर सोये में उनकी आत्मा नौकरी देवी के पीछे भटक रही है.सच, गुरुजी!मजनूँ भी लैला की खातिर उतना कुछ नही कर पाया जितना कि एक अदद नौकरी के लिए शिक्षित बेरोजगारों ने किया है.सरकार हमेशा जनता को पीसती रही है जो उसकी कार्यशैली है और जनता हमेशा पीस क्या कूटवाकर भी उफ़ तक नही करती क्योंकि यह उसकी जीवनशैली बन गयी है.
बिहार में सुधार के आसार दूर-दूर तक नजर नही आ रहे हैं.जनता ने सरकार से कुछ ज्यादा ही अपेक्षा मन में पाल रखी है.मगर सरकार है कि उसे बरगला रही है या पगला रही है.'लगभग हाँफते हुए मैंने कहा.
मौन गुरुजी ने अपना मुखारबिंद खोला.आशावादी स्वर में बस इतना ही कहा-'सब्र करो.अधैर्य मत होओ बेधड़क!तुम्हे शायद ही पता होगा कि औद्योगिक क्रान्ति के बाद मंदी की मार से बीमार इंग्लैंड को कभी एक सनकी अर्थशास्त्री केन्स ने साबूत मकानों को तुडवा कर या फिर गड्ढे खुदवाकर-भरवाकर जिस प्रकार उबाड़ लिया था उसी प्रकार हमारे ओल्ड इंजीनियर कम चीफ मिनिस्टर साहब किसी तगड़ी जुगाड में लगे लगे हुए हैं."
मैंने कुछ कहना चाहा मगर गुरुदेव अंतर्ध्यान हो चुके थे. |
सड़क पर दम तोड़ती मानवता
समस्तीपुर समाचार (समस्तीपुर न्यूज)बिहार के समस्तीपुर जिले में बुधवार को बीच सड़क पर मानवता दम तोड़ती दिखी। न्ह-२८ पर गद्दोबाजीतपुर के पास तीन गाड़ियों के बीच आपस में टक्कर हुई।
इस भीषण सड़क हादसे में दो शख्स गंभीर रूप से जख्मी हो गये जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा घायल बीच सड़क पर तड़पता रहा। इस भीषण सड़क हादसे में दो लोग मौत से जूझते रहे लेकिन स्थानीय उनकी मदद करने की बजाय तेल लूटने में मशगुल रहे। नतीजन इलाज के अभाव मे एक शख्स की मौत हो गई जबकि दूसरा अभी भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है।
एक तरफ दुर्घटना में घायल हुए लोग दर्द से कराह रहे थे और शव बीच सड़क पर थी लेकिन लोग अपनी मानवता और सामाजिक दायित्व को भूल कर दुर्घटनाग्रस्त हुए डीजल टेंकर से तेल लूटने में लगे थे। मौके पर पहुंचे पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से घायल को एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा। पुलिस ने दुर्घटना में मृत शख्स के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
नेक्स्ट आर्टियलनौ बेटियों ने एक साथ दिया पिता के अर्थी को कंधा |
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को देश के कंटेनमेंट जोन में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन ३० जून तक बढ़ाने की घोषणा की. नए दिशा-निर्देश में कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन ३० जून तक जारी रहेगा. कंटेनमेंट जोन में आवश्यक गतिविधियों के अलावा कोई राहत नहीं मिलेगी. गैर-कंटेनमेंट जोन में तीन चरणों में राहत दी जाएगी.
पहले चरण के अंतर्गत नॉन-कंटेनमेंट जोन में सभी धार्मिक स्थानों को ८ जून से खोल दिया जाएगा. इसके साथ ही होटल, रेस्तरां, अन्य आतिथ्य सेवाएं और यहां तक कि शॉपिंग मॉल को भी नॉन कंटेनमेंट जोन में खोलने की अनुमति दी जाएगी. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय संबंधित मंत्रालयों और विभागों के साथ उचित परामर्श करने के बाद इस तरह की गतिविधियों के लिए एसओपी जारी करेगा.
दूसरे चरण में, स्कूल, कॉलेज, शैक्षिक प्रशिक्षण संस्थान खोल दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा केवल राज्य सरकारों और केंद्र शासित राज्यों से परामर्श करने के बाद ही किया जाएगा. गृह मंत्रालय के आदेश में दर्ज दिशा-निर्देशों के मुताबिक, फीडबैक के आधार पर जून २०२० में इन संस्थानों को फिर से खोलने के विषय पर निर्णय लिया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय इसके लिए एक एसओपी भी तैयार करेगा.
हॉटस्पॉट में केवल आवश्यक गतिविधियों की अनुमति
केंद्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन की परिभाषा तय करने और स्थान विशेष को हॉटस्पॉट घोषित करने के लिए राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को और अधिकार दिए हैं. राजधानी दिल्ली में फिलहाल १०२ हॉटस्पॉट हैं. कंटेनमेंट जोन के अंदर सख्त नियंत्रण बनाए रखा जाएगा और केवल आवश्यक गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी. व्यक्तियों और वस्तुओं को राज्यों के अंदर और अंतर-राज्य भेजे जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा.
मेट्रो, सिनेमा हॉल, जिम बंद रहेंगे
आदेश में कहा गया है कि सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, संस्कृति और धार्मिक सहित अन्य बड़े आयोजन भी बंद रहेंगे. उसमें कहा गया है कि इनके संबंध में फैसला परिस्थिति का आकलन करने के बाद तीसरे चरण में लिया जाएगा.स्थिति का आकलन करने के बाद केंद्र की ओर से अंतर्राष्ट्रीय हवाईयात्रा, मेट्रो, सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थिएटर, बार, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल, और राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्य और अन्य कार्यों से संबंधित बड़ी मंडलियों पर पाबंदी रहेगी. |
बावजी चतुर सिंह का जीवन परिचय-राजस्थान के कर्मशील मनुष्यों के साथ ही वितरानी भक्तो का भी प्रमुख स्थान हैं. ऐसे ही एक महात्मा बावजी चतुर सिंह थे. इनका जन्म विक्रम संवत सन १९३६ माघ शुक्ला चतुर्दशी को हुआ था. योगीवर्य महाराज चतुरसिंह जी मेवाड़ की भक्ति परम्परा के एक परमहंस व्यक्तित्व थे. इस संत ने लोकवाणी मेवाड़ी के माध्यम से अपने अद्भुत विचारों को साहित्य द्वारा जन-जन के लिए सुलभ बनाकर मानव के लिए बहुत सेवा की.
बावजी चतुर सिंह जी का जीवन परिचय
पूरा नाम-बावजी चतुर सिंह
जन्म-०९ फरवरी १८८०
जन्म स्थान-कर्जली, उदयपुर
माता-पिता-सूरत सिंह,रानी कृष्ण कँवर
मेवाड़ राजपरिवार से सम्बन्धित चतुरसिंह की वाणी दिव्य थी. क्युकि वे दिव्यता के पोषण थे. उनका चिन्तन उदात था. क्युकि वे अनुपम सौदर्य के उपासक थे, उनका सम्बोधन आत्मीय था. वे आत्मरूप थे. इन्होने कुल १८ छोटे बड़े ग्रंथो की रचना की. मेवाड़ी बोली में लिखी गईं. गीता पर गंगा-जलि उनकी प्रसिद्ध पुस्तक हैं.
बावजी चतुर सिंह के दोहो
हमने अपने पिछले लेख में कविवर बावजी के हिंदी मेवाड़ी और ब्रज समिश्रण के दोहे अर्थ सहित दिए हैं, जिन्हें आप सम्बन्धित पोस्ट में दी गई लिंक पर जाकर पढ़ सकते हैं.
चतुर सिंह की दोहावली का संग्रह चतुर चिंतामणी नामक रचना हैं,
सामान्य लोक जीवन पर आधारित इन दोहों में इंसान संसार और ईश्वर के बिच के सम्बन्ध को दार्शनिक तरीके से समझने में मदद मिल सकती हैं. लोक व्यवहार के दोहों में चतुर सिंह जी ने वर्तमान और प्राचीन समय के उदाहरनो का प्रयोग अच्छी तरह किया हैं.
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परावाणी : थे ईतेरनाल पोएट्री : यह पूरे समुदाय खींचकर पीछे ले जाने का षड्यंत्र है ..
यह पूरे समुदाय खींचकर पीछे ले जाने का षड्यंत्र है ..
बिहार के आरा में हुई ह्त्या की घटना एक सुचितित बहुआयामी लक्ष्य प्राप्त करने के लिए की गई और इसका मूल उद्देश्य था कि बिहार और बिहारियों की छवि और प्रतिष्ठा में हो रही विश्वस्तरीय उर्ध्वगति को रोका जा सके.
पूरी दुनिया देख रही है कि बिहार में क्या हो रहा है और हमें बताना होगा कि बिहार के नागरिक बड़े संकटों में भी संयम नहीं खोते ..
घटना के बाद ह्त्या के विरोध में आरा,पटना और दूसरे स्थानों पर जो हुआ , ह्त्या के षड्यंत्रकारी यही चाहते थे..लोग उनके बिछाए जाल में फंस गए..और इस बात को भावुकता में लोग समझ नहीं पाए कि वे जो कर रहे हैं वह उन्हीं के लिए नुकसानदेह है.... अभी भी समय है ..यह बात समझी जानी चाहिए और वैधानिक-सत्ता का प्रयोग करते हुए हत्यारों को शिकस्त देनी चाहिए..
निजी शक्ति का प्रयोग करना प्रतिगामी कदम होगा और अब बिहार के लोग वह कीमत चुकाने के लिए तैयार नहीं हैं..अभी बिहार में एक ऐसी व्यवस्था काम कर रही जो सर्ववर्ग-हितकारिणी है..इस व्यवस्था के प्रति विश्वास रखना होगा और ऐसे किसी भी कार्य से बचना होगा कि लोगों को यह प्रचार करने का मौक़ा मिले कि देखिये बिहार में यह सब हो रहा है..
इस बात को समझना होगा कि यह ह्त्या व्यक्तिगत और सामूहिक - दोनों प्रकार की असावधानी का परिणाम थी...खुद के महत्त्व को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए था..सुरक्षा के जो नियम हैं उनका पालन यदि नहीं होता है तो इतिहास साक्षी है कि अनेक ताकतवर और महत्त्वपूर्ण लोग भी इस षड्यंत्र के शिकार हुए हैं...
इसलिए शांत-बुद्धि से ह्त्या के पूरे षड्यंत्र समीक्षा करनी होगी क्योकि यह एक व्यक्ति ह्त्या नहीं की गई है .यह एक पूरे समुदाय खींचकर पीछे ले जाने का षड्यंत्र है और मैं जानता हूँ कि हम बिहार के लोग इतने प्रतिभाशाली हैं कि इस बात को समझ सकें..
प्रवीण पाण्डेय ४ जून २०१२ को ६:०८ प्म
सच कहा आपने, इस तरह की घटनायें विकास को बाधित करती हैं।
इश्वर ने सही गलत को समझने कि शक्ति दी है, और अब बिहार के लोग पर निर्भर करता है कि वो सही और गलत को समझ कर अपने कर्म को करे.
इश्वर से प्रार्थना है कि हमें सही और गलत को समझने कि शक्ति दे,हम जात-पात, धर्म, क्षेत्र , प्रान्त से ऊपर उठ कर केवल और केवल भारतीय बने. हम प्रण करें कि हम अपने को बांटने वाली हर शक्ति विरोध करेंगे और उन्हें कामयाब नहीं होने देंगे .बिहार भक्ति सर्वोपरि है और उससे बढ़ कर कुछ नहीं.बस इतना ही कहना चाहूँगा. कि आप सबका समर्थन और प्यार सदा मिले !.जय हिंद !! जय बिहार ...
***** क्या हम बिहार समुदाय के लोग को फिर कभी अरविंदजी पाण्डेय जेसा इग मिलेगा ?
यह पूरे समुदाय खींचकर पीछे ले जाने का षड्यंत्र है ... |
इतना खूबसूरत बना गधा कि जीत ली प्रतियोगिता | टो न्यूज
ब्यूटी कांटेस्ट आपने भी कई तरह के देखे होंगे जिसमें लड़का या लड़की अपने पार्टनर के साथ इन कांटेस्ट में हिस्सा लेते हैं और जीतते भी हैं. लेकिन आपने कभी पशुओं का ऐसा कोई कांटेस्ट नहीं देखा होगा जिसके बारे में हम बताने जा रहे हैं. इसके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जायेंगे और थोड़ी हंसी भी आएगी. तो चलिए आपको बता देते हैं इस प्रतियोगिता के बारे में जो अापने ना कभी देखी होगी ना ही सुनी होगी.
दरअसल, हाल ही में के गधे ने एक कांटेस्ट को जीतकर ख़िताब अपने नाम किया है. बता देते हैं ये एक क्विर्की कोलंबियाई पेजेंट प्रतियोगिता जिसमें गधों के बीच प्रतियोगिता होती है. इस प्रतियोगिता में गधों के बीच दौड़ लगाई जाती है और उन्हें अतरंगी कपड़े भी पहनाये जाते हैं जिसे देखकर ही विनर गधे को चुना जाता है. इसी प्रतियोगिता में एक गधे ने जीत हासिल की. लेकिन इसके पहले आपको बता दें ये त्यौहार होता है जिसे पशुधन त्यौहार कहा जाता है. इस पशुधन त्यौहार को मोनिकिरा के केंद्रीय शहर के किसान एनुअल डोंकी फेस्टिवल के रूप में मनाया जाता है.
आपको बता दें, ये त्यौहार १४ सालों से मनाया जा रहा है जिसमें गधों के बीच दौड़ होती है और उन्हें सुंदर ड्रेस भी पहनाई जाती है जिससे उनकी जीत निश्चित होती है. इस प्रतियोगिता को अमासुजोस आर्कबुको शहर के गलेदार प्रिंट ड्रेस पहने हुए इस गधे ने जीता और कोलंबियाई पेजेंट प्रतियोगिता में विनर बन गया. वाई ये बहुत ही अजीब प्रतियोगिता है जिसे हमने पहले कभी सुना नहीं.
जुलाई २३, २०१८ सोमाली कम्मंट ऑफ ऑन ऐसी जगह छुपाया महिला ने सामान देखकर शर्मा जायेंगे आप |
- आधा दर्जन खाद की दुकानें सीज , उन्नाओ न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।
औरास (उन्नाव)। जिलाधिकारी के आदेश पर शनिवार को एसडीएम हसनगंज महमूद आलम अंसारी व जिला सहायक निबंधक राजेश कुमार की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। इस दौरान कई दुकानाें से खाद के सैंपल लिए और आधा दर्जन दुकानाें को टीम ने सील करने की कार्रवाई की। औरास ब्लाक के ग्राम सीमऊ स्थित बालाजी खाद भंडार, अमृतलाल खाद भंडार, कस्बा के कमलाशंकर गुप्ता खाद भंडार, राजेंद्र यादव खाद भंडार व इनायतपुर बर्रा के किसान खाद भंडार पर छापेमारी की। इसके अलावा इसी दिन मियागंज ब्लाक के थोक खाद विक्रेता विमल कुमार गुप्ता व मिर्जापुर कला स्थित धर्मेंद्र खाद भंडार, संतराम पाल खाद भंडार, रामपाल खाद भंडार व राजू खाद भंडार पर छापा मारा। एसडीएम ने बताया कि मिर्जापुर कला के संतराम, रामपाल, राजू व इनायतपुर के किसान खाद भंडार, सीमऊ के बालाजी व अमृतलाल खाद भंडार आदि के दुकानदार टीम देख कर भाग खड़े हुए। इससे त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त छह दुकानों को सील कर दिया। बताया कि अमृतलाल सीमऊ की दुकान में खाद की जगह सीमेंट भरी मिली। जबकि कमलाशंकर गुप्ता की दुकान में अंदर से दरवाजा पाया गया। इससे यह दुकान सील नहीं हो सकी। वहीं राजेंद्र यादव औरास की दुकान पर किसानों ने टीम से अधिक मूल्य लेने की शिकायत की। इस पर टीम ने खड़े होकर वितरण कराया। टीम जाने के बाद दोबारा अधिक मूल्य पर बिक्री की शिकायत पर दोबारा टीम ने दुकान पहुंचकर हिदायत दी। बताया कि किसी भी दुकान पर न तो दुकान का नाम अंकित है और न रेट व स्टाक बोर्ड बना है। थोक विक्रेता विमल के यहां भी बिना अभिलेख देखे ही टीम को लौटना पड़ा। एसडीएम ने बताया कि यूरिया ३००.८० रुपए व निर्धारित मूल्य से अधिक की बिक्री पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। जबकि इसके विपरीत ३५० से लेकर ४०० रुपए तक यूरिया खाद खुलेआम बिकने की बात किसानों ने कही।छापेमारी कर भरा डीएपी का सैंपलपुरवा (उन्नाव)। उवर्रकों में मिलावट व कालाबाजारी की शिकायतों पर एसडीएम व कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने नगर में छापेमारी की। तीन खाद दुकानों पर डीएपी खाद का सैंपल भरा गया जबकि अन्य दुकानें बंद पाई जाने पर दुकानदारों के खिलाफ नोटिस का फरमान जारी किया।निश्चित से ज्यादा मूल्य पर बिक्री, कालाबाजारी, घटतौली की शिकायतों को लेकर सक्रिय हुए अधिकारियों ने टीमें गठित करके दुकानदारों के यहां छापेमारी की। शनिवार को एसडीएम प्रवीना के निर्देशन में सहायक कृषि रक्षा अधिकारी ने नगर में चार दुकानों में डीएपी खाद का सैंपल भरा तथा स्टाक रजिस्टर का मिलान कर सत्यापन किया। वहीं मोतीलाल खाद भंडार में मौके से खाद नहीं मिली। छापेमारी की सूचना मिलते ही अन्य दुकानें बंद हो गई। अभियान से क्षेत्र के अन्य खाद विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है। एसडीएम प्रवीना ने बताया कि कालाबाजारी, घटतौली की बावत छापेमारी की गई। |
वर्ल्ड आयोडीन डेफिशियन्सी दए: शरीर में चुपके से होने वाले ये ७ बदलाव आयोडीन की कमी के हैं संकेत
अन्य़ बीमारियां बाय अतुल मोदी , ओन्ली माई हैल्थ सम्पादकीय विभाग / आग ३०, २०१९
वर्ल्ड आयोडीन डेफिशियन्सी दए: क्या आप पर्याप्त मात्रा में आयोडीन लेते हैं? यदि आप नहीं लेते तो इससे क्या हो सकता है? इस लेख के माध्यम से आयोडीन की कमी के संकेतों का पता लगाएं।
आयोडीन डेफिशियन्सी: यदि आप आयोडीन के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं, तो आपको जानना चाहिए, क्योंकि यह बहुत महत्वपूर्ण है। आयोडीन थायराइड हार्मोन बनाने के लिए आवश्यक है, जो शारीरिक विकास और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है। दरअसल, हमारा शरीर स्वत: आयोडीन का निर्माण नहीं करता है और यह खनिज पदार्थ हमारे शरीर के लिए जरूरी है।
जीवन स्तर के आधार पर आयोडीन की जरूरत अलग-अलग होती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार वयस्कों को प्रति दिन १५० माइक्रोग्राम की आवश्यकता होती है। गर्भावस्था के दौरान, रोजाना २२० माइक्रोग्राम की आवश्यकता होती है, और जो महिला स्तनपान कराती है, उसे रोजाना २९० माइक्रोग्राम की आवश्यकता होती है।
आयोडीन युक्त नमक से आयोडीन प्राप्त किया जाता है, मगर कई अन्य स्रोत भी मौजूद हैं, जिनके माध्यम से आयोडीन की कमी को दूर किया जा सकता है। आयोडीन युक्त मिट्टी में उगाई गई सब्जियां, अंडे, पनीर, दूर और मछली में भरपूर मात्रा में आयोडीन पाया जाता है।
अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की लगभग ३० प्रतिशत आबादी इस जोखिम में है। आयोडीन की कमी के कुछ संकेत हैं, जिनके माध्यम आयोडीन की कमी का आप पता लगा सकते हैं।
१. सुस्ती और थकान
आयोडीन एक जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व है, जो शरीर के प्रत्येक ऊतक में पाया जाता है। आयोडीन का एकमात्र कार्य थायरॉयड हार्मोन- थायरोक्सिन और ट्राईआयोडायरोनिन के उत्पादन में योगदान देना है। हाइपोथायरायडिज्म में थायरॉयड अंडरएक्टिव होता है और शरीर को कुशलता से चलाने के लिए थायराइड हार्मोन का पर्याप्त उपयोग नहीं कर सकता है। हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों में थकान, कब्ज, वजन बढ़ना और ये अन्य मूक लक्षण शामिल हैं। पुरुषों के शरीर में दिखने वाले ये ५ लक्षण हाइपोथायरायडिज्म के हैं संकेत
२. शुष्क त्वचा और ठंड के प्रति संवेदनशीलता
हाइपोथायरायडिज्म के अतिरिक्त संकेतों में शुष्क त्वचा, ठंड के प्रति संवेदनशीलता और मांसपेशियों में कमजोरी शामिल है। एक्सपर्ट के मुताबिक, महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हाइपोथायरायडिज्म होने का आठ गुना अधिक खतरा होता है, जो इसे महिलाओं के स्वास्थ्य की चिंता का मुख्य कारण बनाता है। हालांकि महिलाओं में किसी भी उम्र में हाइपोथायरायडिज्म विकसित हो सकता है।
३. मानसिक कार्यों और कार्य उत्पादकता में कमी
वयस्कों में आयोडीन की कमी से मानसिक कार्य और कार्य उत्पादकता में कमी आ सकती है। ये हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण हैं। विशेषज्ञों की माने तो विकासशील देशों की समस्या के रूप में आयोडीन की कमी उभर रही है। विशेष रूप से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में आयोडीन नहीं मिल पाता है, क्योंकि वे आयोडीन से भरपूर खाद्य पदार्थ नहीं खाती हैं।
४. गर्दन पर एक बड़ी गांठ यानी घेंघा का बनना
गर्दन में घेंघा थायरॉइड के बढ़ने का और कम आयोडीन के सेवन का एक स्पष्ट संकेत है। यह गर्दन के सामने के आधार पर दिखाई देता है। घेंघा कम आयोडीन के सेवन का सबसे पहला संकेत है। घेंघा से आपको सांस लेने और निगलने में कठिनाई हो सकती है। जब आप लेट रहे हों, तो आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि जैसे आपका दम घुट रहा है।
५. आपके मूत्र में आयोडीन की मात्रा का कम होना
यदि आपको अपने आयोडीन के स्तरों का परीक्षण करवाना है, तो आपका डॉक्टर आपके के लिए मूत्र परीक्षण यानी यूरिन टेस्ट की सलाह दे सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आयोडीन मूत्र के माध्यम से शरीर निकलता है। परीक्षण के परिणाम इंगित करेंगे कि क्या आपके शरीर में आयोडीन की कमी है।
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६. महिलाओं में गर्भपात और स्टिलबर्थ
गर्भावस्था के दौरान, शरीर को थायरॉयड हार्मोन की आवश्यकता होती है, जिसके लिए पर्याप्त आयोडीन का उत्पादन करने की आवश्यकता होती है। ये थायरॉइड हार्मोन मायलिन बनाते हैं- जो तंत्रिका कोशिकाओं को घेरता है और उनकी रक्षा करता है, जिससे उन्हें ठीक से संवाद करने में मदद मिलती है। जिन महिलाओं में आयोडीन की कमी होती है उनमें गर्भपात और स्टिलबर्थ का जोखिम बढ़ जाता है।
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७. बच्चों में न्यूरोलॉजिकल समस्या
आयोडीन की कमी से भ्रूण के विकास पर कई प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। गर्भावस्था में आयोडीन की कमी भ्रूण के न्यूरोलॉजिकल विकास से वंचित रह जाता है। गर्भवती मां में आयोडीन की कमी से बच्चे के लिए मानसिक मंदता सहित अपरिवर्तनीय मस्तिष्क क्षति हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो गर्भावस्था के दौरान बच्चों में आयोडीन की कमी एडीएचडी विकार से जुड़ा है।
आयोडीन की कमी के संकेत
आयोडीन के स्त्रोत
आयोडीन की कमी से होने वाले रोग |
तीन सदी पुराना है प्यार
अमांडा का प्यार और अब पति जैक ३०० साल पहले मर चुका है। अमांडा के अनुसार उनका पति एक हाईतियन समुद्री डाकू था, जिसकी मौत १७०० दशक में हुई थी। उसने अपने पति को कभी नहीं देखा, लेकिन उसको लगता है कि वह पाइरेट्स ऑफ कैरेबियन के कैप्टन जैक स्पैरो जैसा दिखता होगा। दोनों की सगाई की रस्म भी हुई और जैक की मौजूदगी को प्रतीकात्मक मानते हुए उसकी अंगूठी एक तलवार पर रखी गई।
पहले हो चुकी है अमांडा की शादी
अमांडा की पहले एक जीवित व्यक्ति से शादी हो चुकी है और उनके पांच बच्चे भी हैं। पहले पति से अलग हो चुकी अमांडा का कहना है कि वे जैसा जैक के साथ महसूस करती हैं, वैसा किसी के साथ नहीं किया। अमांडा के मुताबिक जितना उन्होंने जैक को जाना और समझा है, उतना ही ज्यादा वे उसे पसंद करती गई और उनका प्यार बढ़ता गया है।
सपने में लिया शादी का फैसला
इस कहानी का सबसे अजीब ट्विस्ट ये है कि अमांडा से एक दिन जैक ने सपने में कहा कि वे दोनों एक हो सकते हैं, लेकिन इससे पहले अमांडा ने इंसान और आत्मा के बीच इतने घनिष्ठ संबंध के बारे में न तो सुना था और न ही देखा था। बाद में उन्होंने इस विषय पर काफी रिसर्च की और पाया कि वास्तव में इंसान और आत्मा के बीच गहरा रिश्ता होता है। अमांडा ने बताया कि जैक ने अपने पूरे जीवनकाल में कभी शादी नहीं की और वो एक शक्तिशाली आत्मा है। इस अनूठी प्रेम कहानी में अमांडा के परिवार ने भी उनका साथ दिया।
आपने प्यार के अनेकों किस्से सुने होंगे, पर ये कहानी तो एक ऐसे प्यार की है जिसमें मर चुके शख्स से एक महिला को प्यार हो गया और उसने भूत को अपना पति बना लिया। जी हां, उत्तरी आयरलैंड के डाउपेटट्रिक के रहने वाली ४५ साल की अमांडा टीग को एक भूत से प्यार हो गया और उन दोनों का अफेयर सालों पुराना है। आखिरकार दोनों ने शादी कर ली। |
वर्ल्ड कप में सिटी शूटर्स का क्लीन स्वीप, दाे गोल्ड समेत पांच मेडल जीते
आईएसएसएफ जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप के पहले दिन २५ मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल के मेडल फाइनल हो गए। उदयवीर ने टीम इंडिया को पहला गोल्ड दिलाया। उन्होंने ६०० में से ५७५ पॉइंट्स के साथ टीम इंडिया के लिए गोल्ड का उदय कराया। तीनों ही राउंड में उनके निशाने सटीक रहे। उदय ने १९ एक्स लगाकर गोल्ड मेडल जीता। उदय के बाद दूसरे नंबर पर आदर्श सिंह रहे। उदय से आदर्श ७ पॉइंट्स पीछे रहे लेकिन उन्होंने सिल्वर मेडल हासिल किया। आदर्श पहले राउंड में आगे रहे लेकिन सेकंड और थर्ड राउंड में वे लीड हासिल करने से चूक गए। उन्होंने ७ एक्स के बाद ५६८ पॉइंट्स के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया।
हरियाणा के अनीष बेनीवाल ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। अनीष ने अपने एक्सपीरियंस का पूरा फायदा उठाकर पहले राउंड में १९४ पॉइंट्स के साथ लीड हासिल की लेकिन इसके बाद वे पीछे रह गए। उन्होंने १० एक्स के बाद ५६६ पॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। स्लोवेकिया के फिलिप लुकास ने चौथा जबकि फ्रांस के क्यूसिग लॉरेंट ने ५वां स्थान हासिल किया। विजयवीर सिंह सिद्धू ने ५64 पॉइंट्स हासिल किए और वे छठे स्थान पर रहे। राजकंवर सिंह संधू ५60 पॉइंट्स के साथ ९वें स्थान पर रहे।
टीम चैंपियनशिप में सिटी शूटर्स ने भारत को दो मेडल दिलाए। टीम-१ में डीएवी कॉलेज की तिकड़ी ने गोल्ड मेडल जीता। टीम में विजयवीर सिंह सिद्धू, उदयवीर सिंह सिद्धू और आदर्श शामिल रहे। तीनों ने १707 पॉइंट्स हासिल करते हु़ए गोल्ड मेडल जीता। वहीं इंडिया की टीम-२ ने सिल्वर मेडल जीता। इस टीम में हरियाणा के अनीष के साथ साथ पंजाब के राजकंवर सिंह संधू और दिलशान शामिल रहे। उन्होंने १676 पॉइंट्स के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया। चाइना की टीम तीसरे नंबर पर रही। |
होम/अंतर्राष्ट्रीय/टोरंटो में बेकाबू ट्रक ने राहगीरों को कुचला,हादसे में ९ लोगों की मौत
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो घटना पर जताया अफसोस
टोरंटो । कनाडा के टोरंटो में एक ट्रक ने पैदल चल रहें यात्रियों को कुचल दिया। इस हादसे में ९ लोगों की मौत हो गई , जबकि १६ लोग घायल है। पुलिस ने मौके से आरोपी ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है।
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे में घायल लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां ज्यादातर घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह घटना योंग स्ट्रीट और फ़िंच एवेन्यू में सोमवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे हुई। फिलहाल पुलिस ने अब तक यह नहीं बताया है कि घटना को जानबूझकर अंजाम दिया गया या यह एक हादसा था। फिलहाल ड्राइवर से पूछताछ की जा रही है।
टना के दौरान बेकाबू ट्रक ने पहले सड़क किनारे बनी इमारत के दीवार पर टक्कर मारी और बाद में फुटपाथ और सड़क के किनारे चल रहे लोगों को रौंदते हुए आगे बढ़ गया। पुलिस के अनुसार इस पूरी घटना में कई बुजुर्गों को भी गंभीर चोटें आई हैं। गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका और यूरोप के कई देशों में इसी तरह से कई बड़ी आतंकवादी घटनाएं पहले हो चुकी है। जहां बेकाबू ट्रक से जानबूझकर राहगीरों को निशाना बनाया गया। फिलहाल पुलिस इस मामले में भी इस एंगल की जांच कर रही है। |
होम / राष्ट्रीय / जनुसू इलेक्शन २०१८: ज्नू फिर लाल, लेफ्ट यूनिटी ने किया क्लीन स्वीप
प्म मोदी से मिलने भारत आएंगे इजराइल के प्रधानमंत्री
मिशन मून: खामी दूर, चंद्रयान-२ ले जाने को तैयार बाहुबली
वामपंथी छात्र संगठनों आइसा, एसएफआई, एआईएसएफ और डीएसएफ के संयुक्त मोर्चा (वाम एकता) ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनावों में केंद्रीय पैनल के सभी चार पदों पर जीत दर्ज की. जेएनयूएसयू चुनाव संपन्न कराने के लिए गठित चुनाव समिति ने रविवार को यह घोषणा की.
वाम एकता के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) और बिरसा आंबेडकर फुले स्टूडेंट्स असोसिएशन (बापसा) के भी उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. शुक्रवार को हुए जेएनयूएसयू चुनाव में ६७.८ फीसदी मतदान हुआ था, जिसे पिछले छह साल में सबसे अधिक बताया गया. ५,००० से ज्यादा छात्रों ने अपने वोट डाले थे.
दिल्ली नौ साल की मासूम बच्ची कमरे में अचेत पड़ी थी। बगल में ११ महीने |
रेनिकन्डॉर्फ़ के केंद्र में स्थित, मर्क्यूरे एयरपोर्ट होटल बर्लिन टेजेल एक आदर्श स्थान है जहाँ से बर्लिन को देखा जा सकता है। शहर के रोमांच से ५ क्म दूर यह ४-तारा होटल एक बहुत अच्छे स्थान पर है और शहर के सबसे बड़े आकर्षणों तक पहुँच प्रदान करता है। इसके सुविधाजनक स्थान के कारण होटल से शहर के सबसे अधिक लोकप्रिय स्थानों तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। इस बर्लिन होटल पर अद्वितीय सेवाओं और सुविधाओं का लाभ लें। यह होटल सबसे सूक्ष्मदर्शी अतिथि को भी संतुष्ट करने के लिए कई सारी ऑनसाइट सुविधाएँ देता है। अतिथि 18४ कमरों में से चुन सकते हैं, सभी में शांति और सौहार्द्र का वातावरण है। चाहे आप फ़िटनेस पर ध्यान देते हों या बस दिनभर की थकान दूर करने का इरादा रखते हों, आपका फ़िटनेस सेंटर, आउटडोर पूल, सॉना, बगीचा जैसी बेहतरीन मनोरंजन सुविधाओं से मनोरंजन किया जाएगा। आदर्श स्थान और सुविधाओं के साथ मर्क्यूरे एयरपोर्ट होटल बर्लिन टेजेल कई आवश्यकताएँ पूरी करता है। स्टेप्स होटल |
जेट एयरवेज ने कर्ज चुकाने में किया डिफॉल्ट, ५% तक टूटा शेयर
जेट एयरवेज ने बैंकों को किए जाने वाले लोन रिपेमेंट का डिफॉल्ट किया है।
नई दिल्ली. कैश की तंगी से जूझ रही जेट एयरवेज (जेट एयरवेज) ने हाल में बैंकों को किए जाने वाले लोन रिपेमेंट का डिफॉल्ट किया है। कंपनी ने एक फाइलिंग के माध्यम से स्टॉक एक्सचेंजेस को यह जानकारी दी है। फुल सर्विस करियर बीते कुछ दिनों से आर्थिक दिक्कतों से जूझ रही है और उसे अपने कर्मचारियों को समय से सैलरी चुकाना भी मुश्किल हो रहा है। इस खबर के बाद जेट एयरवेज के शेयर में ५ फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली।
कैश की कमी के चलते किया डिफॉल्ट
कंपनी ने एक रेग्युलेटरी फाइलिंग में कहा, अस्थायी तौर पर कैशफ्लो में अंतर के कारण कंपनी भारतीय बैंकों के कंसोर्टियम (स्टेट बैंक की अगुआई वाले) इंटरेस्ट और मूलधन की किस्त का भुगतान नहीं कर सकी है, जो ३१ दिसंबर, २०१८ को चुकानी थी। जेट एयरवेज ने कहा कि कंपनी इस संबंध में बैंकों के साथ बातचीत कर रही है।
५ फीसदी तक टूटा शेयर
इस खबर के आते ही जेट एयरवेज का स्टॉक लगभग २ फीसदी टूट गया। बाद में गिरावट और गहरा गई। फिलहाल जेट एयरवेज का स्टॉक लगभग ५ फीसदी की कमजोरी के साथ २67 रुपए पर कारोबार कर रहा है। |
दानपानी: ज्वालामुखी- यानी जोता वाली मां- ५१ शक्तिपीठों में श्रेष्ठ
ज्वालामुखी- यानी जोता वाली मां- ५१ शक्तिपीठों में श्रेष्ठ
मां ज्वालामुखी के दरबार को शक्ति की देवी दुर्गा के ५१ शक्तिपीठों में सर्वोपरि माना जाता है। शिवालिक की मनोरम पर्वतमालाओं के बीच विराजने वाली नौ देवियों में से प्रमुख मां ज्वाला देवी का मंदिर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित है। यह प्रदेश का प्रमुख तीर्थ है। सालों भर यहां श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रहती है।
अनवरत जलती रहती है ज्वाला - पौराणिक आख्यानों के मुताबिक यहां सती की जिह्वा गिरी थी। इसलिए यह ५१ शक्तिपीठ में शुमार है। इस मंदिर में कोई देवी प्रतिमा नहीं है। बल्कि इस तीर्थ पर देवी का दर्शन ज्योति के रूप में होता है। पहाड़ों की नौ चट्टानों से आने वाली यह ज्योति बिना किसी ईंधन के अनवरत जलती रहती है। यह अपने आप में बहुत आश्चर्यजनक घटना है। इसलिए ये स्थान ज्वालामुखी के नाम से प्रसिद्ध है।
साल -२००३ , मां ज्वालामुखी के दरबार में
मुक्ति और भक्ति प्रदान करती हैं देवी
यहां कुल नौ ज्योत जलती हैं। मुख्य जोत का नाम महाकाली है जो मुक्ति और भक्ति प्रदान करने वाली मानी जाती हैं। बाकी ज्योत को अन्नपूर्णा, चंडी, हिंगलाज, विंध्यवासिनी, महालक्ष्मी, सरस्वती, अंबिका और अंजना देवी के नाम से जाना जाता है। कुंड में दर्शन देने वाली अंबिका देवी के बारे में ऐसी मान्यता है कि वह संतान सुख देती हैं। इसलिए यहां आने वाले श्रद्धालु सभी नौ जोत के दर्शन करते हैं और अपने जीवन में शांति समृद्धि की की कामना करते हैं।
एक ग्वाले ने देखी थी ज्वाला - एक दंत कथा के मुताबिक यह मंदिर सतयुग के काल का है। एक ग्वाले ने राजा भूमिचंद्र को सूचना दी कि उसने धौलाधार के पर्वत पर ज्वाला जलती देखी है। उसके बाद राजा भूमिचंद्र ने आकर ज्वाला रूपि देवी के दर्शन किए और यहां एक छोटे से मंदिर का निर्माण कराया। कहा जाता है कि महाभारत के पंच पांडवों ने भी ज्वालामुखी मंदिर की यात्रा की थी और यहां मंदिर का जीर्णोद्धार भी कराया था। माता ज्वालामुखी का जो वर्तमान मंदिर है उसे १८३५ में महाराजा रणजीत सिंह और राजा संसार चंद द्वारा बनवाया गया बताया जाता है।
साल - २००३ - मां ज्वालामुखी के दरबार में
गुरु गोरखनाथ ने की थी तपस्या - ज्वालाजी के मंदिर का नाथ संप्रदाय में भी काफी महत्व है। यहां आने वाले भक्त गोरख डिब्बी का दर्शन जरूर करते हैं। यह एक छोटे से कुंड में निरंतर खौलता रहता है। यह स्थान ज्वालामुखी मंदिर की परिक्रमा में दस सीढ़ियां ऊपर दाईं तरफ है। कहा जाता है यहां नाथ संप्रदाय के गुरू गोरखनाथ ने तपस्या की थी। वे अपने शिष्य नागार्जुन के पास डिब्बी रखकर खिचड़ी मांगने गए थे। पर वे इसके बाद वापस नहीं लौटे।
अकबर पहुंचे थे नंगे पांव - कहा जाता है कि ज्वालामुखी मां की महिमा ध्यानु भगत से सुनने के बाद मुगल बादशाह अकबर भी यहां नंगे पांव चलकर आए थे और माता के सम्मान में सोने का छत्र चढ़वाया था। हालांकि माता ने उनकी भेंट स्वीकार नहीं की। उनका छत्र खंडित रूप में आज भी माता के दरबार में है।
जोता वाली माता तेरी सदा ही जय हो - उत्तर भारत में जगह जगह होने वाले भगवती जागरण में बार बार जोता वाली माता का जिक्र आता है। वह जोता वाली माता ज्वालामुखी देवी ही हैं। कई जगह भगवती जागरण में माता की जोत लेने के लिए श्रद्धालु ज्वालामुखी पहुंचते हैं। कई श्रद्धालु तो माता की जोत लेकर नंगे पांव अपने गांव तक पहुंचते हैं। नवरात्र के समय माता के मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
कैसे पहुंचे - ज्वालामुखी देवी के मंदिर तक पहुंचने का आसान रास्ता पंजाब के होशियारपुर शहर से है। होशियारपुर शहर से अंब-चिंतपूर्णी- गोपीपुर होकर ज्वालामुखी मंदिर पहुंचा जा सकता है। होशियारपुर से ज्वालाजी की दूरी ५४ किलोमीटर है। कांगड़ा शहर से भी बस से ज्वालामुखी पहुंचा जा सकता है। कांगड़ा से ज्वालामुखी की दूरी ३० किलोमीटर है।
यहां सड़क मार्ग के अलावा रेल मार्ग से पठानकोट जोगिंदर नगर लाइट रेलवे से ज्वालामुखी रोड नामक रेलवे स्टेशन से भी उतर कर पहुंचा जा सकता है। ज्वालामुखी रोड स्टेशन से ज्वाला देवी मंदिर २१ किलोमीटर की दूरी पर है। स्टेशन से मंदिर के लिए मिनी बसें मिलती रहती हैं।
कहां ठहरें - माता ज्वालामुखी मंदिर के आसपास कई छोटे-छोटे होटल और धर्मशालाएं बनी हैं। अब यहां कुछ लग्जरी होटल भी बन गए हैं। यहां पर श्रद्धालु रात्रि विश्राम कर सकते हैं। खाने पीने के लिए ढाबे भी हैं। वैसे यहां मंदिर प्रशासन की ओर श्रद्धालुओं के लिए लंगर का संचालन किया जाता है। इसके लिए आप लंगर भवन में जा सकते हैं। आप होशियारपुर, चिंकपूर्णी या कांगड़ा में रात्रि में रुककर भी दिन में ज्वालामुखी पहुंच सकते हैं।
आसपास में क्या देखें - ज्वालाजी के मंदिर से ४ किलोमीटर की दूरी पर नगिनी माता का मंदिर है। वहीं पांच किलोमीटर की दूरी पर श्री रघुनाथ जी मंदिर है। इस मंदिर को भी पांडवों द्वारा निर्मित बताया जाता है। आप पास में तारा देवी मंदिर, अष्टभुजा मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं।
दो राज्यों का प्रवेश द्वार है वापी शहर
गुजरात का एक शहर वापी। वैसे तो यह जिला मुख्यालय भी नहीं है , पर इसका अपना महत्व है। यह हमारे देश के दो राज्यों प्रवेश द्वार है। वापी रे...
आल्हा उदल की आराध्या - मैहर की मां शारदा देवी
दक्षिणेश्वर की काली और बेलुर मठ
मन की इच्छा पूरी करती हैं मां मनसा देवी
रोशनी की देवी - नैना देवी
धन धान्य की देवी माता शाकुंभरी
जय मां कालका - बिगड़ी बनाने वाली मां
ज्वालामुखी- यानी जोता वाली मां- ५१ शक्तिपीठों में ...
मन की हर चिंता दूर करती है मां चिंतपूर्णी
कांगड़ा - मनोरम वादियों में चामुंडा नंदिकेश्वर धाम...
कांगड़ा की मां ब्रजेश्वरी देवी- नगरकोट वाली देवी
नीचे रेल ऊपर रेल - अनूठा है हाथीदह जंक्शन
बरौनी जंक्शन से हाथीदह वाया राजेंद्र पुल
नए राज्यों की मांग - कार्बी आंगलांग और बोडोलैंड
बराक घाटी रेल का सफर - देसवालिया हैं हमलोग
जातिंगा - यहां परिंदे दे देते हैं अपनी जान
अप्रतिम सौंदर्य बिखरा है बराक घाटी में
जीवन रेखा है - बराक घाटी रेल मार्ग
१९०३ में आरंभ हुआ था बराक घाटी रेलमार्ग
पूर्वोत्तर राज्यों में रेलमार्ग का जाल
यादों में रचा बसा रहेगा त्रिपुरा - वापसी की राह
अगरतला की हावड़ा नदी को बचाएं
अगरतला में बसों और आटोरिक्शा का अनुशासन |
चिदंबरम ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, कहा- गुजरात चुनाव की वजह से गस्ट में होगा बदलाव
होम हिन्दी चिदंबरम ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, कहा- गुजरात चुनाव की वजह...
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शुक्रवार(१० नवंबर) को कहा कि गुवाहाटी में जीएसटी परिषद बैठक के बाद बदलावों की बौछार होने की उम्मीद है और दहशत में आई मोदी सरकार के पास नई कर दरें बदलने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली की अध्यक्षता में उच्च अधिकार प्राप्त समिति जीएसटी दरों पर चर्चा के लिए असम के शहर में बैठक कर रही है। चिदंबरम ने कहा कि सरकार अगले महीने गुजरात विधानसभा चुनाव के कारण विपक्ष और विशेषग्यों की सलाह पर ध्यान देने को मजबूर होगी।
उन्होंने कहा कि, जीएसटी परिषद बैठक में आज जीएसटी दलों में बदलावों की बौछार होने की उम्मीद है। दहशत में आई सरकार के पास बदलाव की मांग को स्वीकार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
चिदंबरम ने ट्वीट किया, गुजरात चुनाव के कारण सरकार जीएसटी के क्रियान्वयन में खामियों पर विपक्ष और विशेषग्यों की सलाह पर ध्यान देने के लिए मजबूर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों के वित्त मंत्रियों के जेटली को लिखे पत्र आज जीएसटी परिषद में चर्चा का सुर तय करेंगे।
प्रेवियस आर्टियलटीपू सुल्तान जयंती: कर्नाटक में सुरक्षा के इंतजामों के बावजूद बस पर फेंके गए पत्थर, ब्जप ने किया विरोध प्रदर्शन
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला लगभग आठ महीने बाद हिरासत... |
कोरोना संकट के बिच कम्पनी ने शुरू की हायरिंग-२८
देश में कोरोना वायरस का संकट रोजगार बाजार पर साफ़ दिख रहा है और जहा एक तरफ कुछ कम्पनी ने नई हाइरिंग टाल दी है वही कुछ सेक्टर ऐसे भी है जहाँ हाइरिंग बढ़ने और कारोबार में तेजी दिख रही है।
एक सर्वे के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में पिछले महीने की तुलना में हाइरिंग में तेजी दर्ज की गई है। जिसके हिसाब से ईकॉमर्स, डाटा प्रोसेसिंग सप्लाई चेन, मैनेजमेंट, बैंकिंग, फ्मग, हेल्थ केयर, इंस्युरेन्स, डिजिटल एक्सपर्ट और फार्मा कम्पनी में एक बार फिर से हैरिंग सुरु हो गई है। इसके पहले लॉकडाउन में सारी कंपनियों ने हाइरिन को या तो फ्रिज कर दिया था या टाल दिया था। लेकिन अब हालत सुधरने लगे है और कम्पनी भी अपना कारोबार बढ़ाना चाह रही है जिसके कारन हायरिंग बढ़ने की उम्मीद है।
वही आकड़ों में देखा जाये तो रिक्रूटमेंट में लगभग ८०% की गिराबट देखी गई है। हाला की अभी भी पर्याटन जैसे सेक्टर में कुछ खास रहत नहीं दिख रही है। लेकिन टेलिकॉम और मैनुफैक्चरिंग जैसे सेक्टर में कुछ रहत देखि जा सकती है। कोरोना संकट में पहले की हायरिंग और अब की हायरिंग में कुछ बदलाब जरूर देखने को मिल सकता है। जैसे कुछ सेक्टर में पहले के मुताबिक सैलरी और सैलरी इन्क्रीमेंट में कुछ बदलाब देखने को मिल सकता है। लेकिन ये बदलाब सिर्फ कुछ सेक्टर में ही दिखने की सम्भाबना है कोरोना वायरस संकट के पहले नौकरी छोड़ कर दूसरे कंपनी में जाने से २०-३० % तक की सैलरी की बढ़ोतरी होती थी। लेकिन रोजगार कम होने के कारन अब इसमें कुछ गिराबट होने की सम्भाबना है।
कुछ रिपोर्ट्स में तो इस साल हायरिंग रुकने की भी बात मानी है लेकिन कुछ बुसिनेस ऐसे भी है जहा अब भी मांग है और आने वाले समय में मांग बढ़ भी सकती है। कोरोना ने कारोबार और प्राइवेट सेक्टर पर काफी असर डाला है ऐसे में कोरोना के साथ ही कारोबार की रिकवरी भी काफी जरुरी है और ऐसा सरकार के सही दिशा में प्रयासों से ही सम्भब है। छोटे बड़े कारोबार को सपोर्ट कर के ही धीरे धीरे ही अर्थवय्वस्था को सहारा दिया जा सकता है। |
बड़ी खबरः पटियाला में स्प के घर के नज़दीक चली गोलियां, देखें तस्वीर.
सरहिंद रोड़ पर पलटी स्कोरपियो गाड़ी, भरी हुई थी शराब से, पढ़ें व देखें तस्वीरें
पंजाब में ठंड का कहर जारी, अादमपुर सबसे ज्यादा बरसा रहा है
पटियाला के वार्ड नंबर ३७ के बूथ नंबर ३ पर दोबारा वोटिंग जारी..
पंजाब में इन जगहों पर बिना इलैक्शन लड़े कांग्रेस के उम्मीदवार जीते, पढ़ें
नगर निगम चुनावों दौरान पंजाब पुलिस ने बरसाई वोटरों पर लाठीयाँ, पढ़ें पूरा मामला, देखें तस्वीरें व विडियो
पंजाब में नगर निगम चुनाव की तारीख का हुआ ऐलान, जानें कब होंगे चुनाव
देखें विडियो: पटियाला में पटाख़ा मार्किट में लगी भयानक आग, लाखों का सामान जलकर राख
युवक ने नौकरी छोड़ी तो उसे अगवा कर की कुकर्म की कोशिश और किया ये गंदा काम
अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, देखें वीडियो.. |
भोपाल-मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अध्यापकों की अधिकांश मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिए जाने पर दो दिन से जारी आमरण अनशन मंगलवार को खत्म हो गया।राज्य अध्यापक संघ के प्रांताध्यक्ष जगदीश यादव ने मंगलवार शाम को एक बयान जारी कर बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनके निवास और
अब तक की सबसे कड़ी सुरक्षा में रहेंगे पीएम मोदी, बिना इजाजत मंत्री भी नहीं मिला सकते हाथ
नई दिल्ली-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जान को खतरा देखते हुए गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा और कड़ी करने का फैसला किया है।गृह मंत्रालय के नए फैसले के मुताबिक अब अधिकारियों को ही नहीं बल्कि मंत्रियों को भी पीएम मोदी के पास जाने से पहले उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही एजेंसी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी)
शिक्षाकर्मी वर्ग तीन का प्रदर्शन,क्रमोन्नति-वेतन विसंगति दूर करने की मांग,बनाफर ने दिया १० जुलाई तक का अल्टीमेटम
रायपुर।मंगलवार को बूढ़ातालाब धरना स्थल रायपुर मे पंचायत/न.नि. सहायक शिक्षक कल्याण संघ के बैनर तले एकसूत्रीय मांग ०८ वर्ष का बंधन समाप्त कर सबका संविलियन करते हुये वर्ग तीन का वेतन विसंगति दूर कर उन्हे क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जाये को लेकर,एकदिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन एवं रैली का आयोजन कर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ग्यापन
राजस्व मामले निपटाने में कोताही:रोकी गई सम/तहसीलदार की तनख्वाह,४ तहसीलदारों को नोटिस
रायगढ़।कलेक्टर शम्मी आबिदी ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में एसडीएम, तहसीलदार एवं राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर सीमांकन, नामांतरण, बटांकन, ई-कोर्ट, डिजीटल हस्ताक्षर, नक्सा दुरूस्तीकरण, सूखा राहत राशि का वितरण, आधार सीडिंग, ईस्काई संचार क्रांति, भू-अर्जन के प्रकरण, मुआवजा राशि आदि लंबित प्रकरणों की विस्तार से गहन समीक्षा की। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को सीमांकन, बटांकन, नामांतरण
बिलासपुर पेन्ड्रा के सधवानी में आसमानी बिजली गिरने से तीन लोग घायल और एक युवक की मौत हो गयी है। गाज का झटका इतना जोदार था कि अस्पातल पहुंचने से पहले ही मौके पर बीस के युवक ने दम तोड़ दिया। घटना करीब शाम तीस से चार बजे के बीच की बतायी जा रही है।
पाटन पंचायत चुनाव में बीजेपी की हार,कांग्रेस ने मांगा चुनाव प्रभारी संजय का इस्तीफा
रायपुर। विकास तिवारी ने दक्षिण पाटन के पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के समर्थित प्रत्याशी की करारी हार पर करारा हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और पाटन विधानसभा के प्रभारी संजय श्रीवास्तव द्वारा पाटन चुनाव में प्रचंड जीत का दावा किया गया था।कुल
पुलिस कप्तान ने कहा..वरिष्ठ नागरिकों का बनेगा टेलीग्राम ग्रुप..विधिक सेवा सचिव ने बताया..खुला है न्याय का दरवाजा
बिलासपुरपुलिस और समाज कल्याण विभाग के संयुक्त प्रयास से जल संसाधन परिसर स्थित प्रार्थना सभी में विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की भूमिका में पुलिस कप्तान आरिफ शेख विशेष रूप से मौजूद थे। इस दौरान माता-पिता और वरिष्ठ नागरिक, भरण-पोषण नियम २००७ के तहत वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और दिए
आपातकाल के खिलाफ भाजपा का कालादिवससांसद साहू ने कहा..विधायक पर लाठीचार्ज गलत..जब सवन्नी ने कहा लोकतंत्र पर धब्बा
बिलासपुर भारतीय जनता पार्टी ने आज आपातकाल को काला दिवस के रूप में मनाया। भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। सांसद लखनलाल साहू, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण समिति के चेयरमैन ने कांग्रेस की कथनी और करनी पर जमकर बरसा। नेताओें ने इस बात से इंकार किया कि देश
रायपुर । छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य कर (आबकारी ) विभाग में अधिकारियों के तबादले किए गए हैं । जिनमें करीब एक दर्जन जिला आबकारी अधिकारी इधर से उधर किए गए हैं । जबकि सहायक आयुक्त और सहायक जिला आबकारी अधिकारियों का भी तबादला किया गया है । मिली जानकारी के मुताबिक सहायक आयुक्त आबकारी एल
बिलासपुर। डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय को देश के बड़े मीडिया ग्रुप इंडिया टुडे ने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर भारत की २२ वीं बेस्ट युनिवर्सिटी की रेंकिंग प्रदान की है। इस दौड़ में देश के सैकड़ों विश्वविद्यालय शामिल थे। इस रैंकिंग के लिए अनेक मापदंड तय किए गए थे। देश के कई विश्वविद्यालय को पछाड़ने के बाद
ब्जप के हिटलर के जवाब में कांग्रेस ने पीएम मोदी को बताया औरंगजेब
नईदिल्ली।देश में आपातकाल लगने के ४३ साल पूरे होने पर बीजेपी के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना तानाशाह हिटलर से करने पर अब कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए पीएम मोदी को औरंगजेब करार दिया है।कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पीएम मोदी की तुलना औरंगजेब से करते हुए कहा, दिल्ली सल्तनत के औरंगजेब से
[व्ड्स ईद=१३] नई दिल्ली-भारत दौरे पर द्विपक्षीय वार्ता के लिए आए सेशेल्स के राष्ट्रपति को सोमवार को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। द्विपक्षीय वार्ता के लिए राष्ट्रपति डैनी फाउरे और पीएम मोदी ने हैदराबाद हाउस में बैठक की।इस दौरान सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति फाउरे का वीडियो सामने आया है जिसमें वह पीएम मोदी के लिए |
अगर आप ऋतिक रोशन और कैटरीना कैफ के फैन हैं, या आपको एक्शन देखना अच्छा लगता है, या सुन्दर दृश्य देखना पसंद है, तो इस फिल्म को एक बार देखा जा सकता है... वैसे, अगर नहीं देखेंगे, तो कुछ भी मिस नहीं करेंगे... 'बैंग बैंग' जितना डिज़र्व करती है, मैं उससे कुछ ज़्यादा रेटिंग दे रहा हूं, इसके ज़बरदस्त एक्शन और सुन्दर दृश्यों के लिए... मेरी तरफ से इस फिल्म की रेटिंग है - ३ स्टार... |
सलमान को हंसाकर बिग बॉस का ये जल्लाद हुआ था मशहूर, अब कर रहा है ये काम | अद्भुत दुनिया | ओथर्स
सलमान को हंसाकर बिग बॉस का ये 'जल्लाद' हुआ था मशहूर, अब कर रहा है ये काम
बिग बॉस सीजन-११ की तैयारियां शुरू हो गई हैं. शो से जुड़ी कई तरह की खबरें आए दिन मीडिया में छाई रहती हैं. इस बार शो कैसा होगा, कौन से सितारे इस शो का हिस्सा बनेंगे, ये कहना थोड़ा जल्दबाजी होगी, लेकिन शो को लेकर मेकर अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रहे हैं. खबरें हैं कि सीजन ११ पहले के मुकाबले जल्दी ही शुरू हो जाएगा. मगर इस शो में पिछले साल जल्लाद नहीं दिखा था, जिसे देखकर सलमान के चेहरे पर हंसी आ जाया करती थी. तो चलिए जानते हैं शो के बाद आखिर क्या कर रहे हैं जल्लाद ऊर्फ चिंतन गंगर.
ब्रांड प्रमोटर और एरिया ऑफिसर की करते हैं नौकरी
बिग बॉस के सातवें सीजन में सलमान खान ने एक नए किरदार को जन्म दिया था, जो अक्सर सलमान के साथ स्टेज पर नजर आता था. सलमान जब विकेंड पर आते थे, उस दौरान वे जल्लाद के साथ खूब मस्ती करते थे. आपको जानकर हैरानी होगी कि बिग बॉस शो से नेम-फेम हासिल करने वाले जल्लाद यानी चिंतन गंगर अब ब्रांड प्रमोटर और एरिया ऑफिसर की जॉब कर रहे हैं. ३० साल के चिंतन अक्सर अपने परिवार के साथ वक्त बिताते हैं और वे बिग बॉस को मिस करते हैं.
किस्मत से मिला बिग बॉस
जल्लाद सातवें सीजन के दौरान शो पर अपने दोस्त के साथ टीम शो के को-ऑर्डिनेटर से मिलने गए थे. बिग बॉस के को-ऑर्डिनेटर ने उन्हें सेलेक्ट कर लिया और वे स्क्रीन टेस्ट में भी पास हुए. इसके बाद उनका बिग बॉस के जल्लाद का सफर शुरू हो गया.
सलमान को बेहद पसंद हैं चिंतन ऊर्फ जल्लाद
जल्लाद बिग बॉस के ७वें, ८वें और ९वें सीजन में नजर आ चुके हैं. हालांकि, १०वें सीजन में उनका कोई रोल नहीं था. चिंतन सलमान को अपना गॉडफादर मानते हैं. चिंतन ने माना कि सीजन ८ में जल्लाद का कोई रोल नहीं था, लेकिन सलमान के कहने पर उन्हें फिर एक बार मौका दिया गया.
सलमान ने दिया था सीजन ९ में मौका
चिंतन को सलमान के साथ लोग पसंद करते थे, इसलिए उन्हें सीजन ९ में भी मौका दिया गया. चिंतन ने एक इंटरव्यू में कहा कि बिग बॉस मेरी लाइफ का टर्निंग प्वॉइंट था. अब जहां भी जाता हूं, लोग मुझे पहचान लेते हैं. वे मेरे साथ फोटो खिंचवाते हैं. ये सब देखकर अच्छा लगता है.
एक टेक में देते हैं परफेक्ट शॉट
चिंतन असल जिंदगी में बहुत हंसते हैं, लेकिन उनकी मर्जी के बिना उन्हें कोई नहीं हंसा सकता. उन्हें हंसाने में सलमान भी नाकाम रहे. वे बिना री-टेक के ही परफेक्ट शॉट देते हैं, इसलिए सलमान उन्हें बेहद पसंद करते हैंनेक्स्ट
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