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जिंदा है जैश का सरगना मसूद अजहर, १० मिनट की ऑडियो क्लिप में इस बार पाकिस्तान सरकार को दी धमकी इस्लामाबाद। पिछले दिनों जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर की मौत को लेकर कई तरह की अफवाहें देश में उड़ी थीं। बुधवार को अजहर ने अपनी एक ऑडियो क्लिप रिलीज कर इन सभी अफवाहों पर विराम लगा दिया है। अजहर की इस क्लिप को जैश के कई ग्रुप्स पर रिलीज किया गया है जो कि पूरी तरह एनक्रिप्टेड हैं। इस क्लिप के साथ ही जैश सरगना ने साबित कर दिया है कि वह अभी जिंदा है और भारत के खिलाफ साजिशों को अंजाम देता रहेगा। यह भी पढ़ें-आर्मी ऑफिसर के एक थप्पड़ पर ही जैश सरगना अजहर ने उगल दिए थे पाकिस्तान के सारे राज अजहर को याद आए भारत की जेल के दिन यह ऑडियो क्लिप १० मिनट से कुछ ज्यादा की है। इस क्लिप में अजहर ने उस समय का जिक्र किया है जब उसे भारत की जेल में रखा गया था। मौलाना मसूद अजहर को ९० के दशक में गिरफ्तार करके जम्मू की कोटल बहावल जेल में रखा गया था। अजहर की मानें तो पाकिस्तान, भारत के दबाव में आकर कार्रवाई कर रहा है। इस ऑडियो क्लिप को चार मार्च को रिकॉर्ड किया गया था। इस ऑडियो क्लिप में कहा गया है, 'मेरी मौत के बारे में काफी खबरें हैं लेकिन सिर्फ अल्लाह तय करेगी कि मैं कब तक जीऊंगा और कब मरूंगा।' अजहर ने यह भी कहा है कि वह संगठन के काम के साथ बहुत करीब से जुड़ा हुआ है। पाक को धमकाया, दबाव में काम करना बंद करो अजहर ने इसके साथ ही एक नई धमकी भी दी है। उसने मुसलमानों और मदरसों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए कहा है। उसने कहा है, 'खुदा से डरना चाहिए।' अजहर की मानें तो पाकिस्तान में रह रहे लिबरल्स मदरसों पर हमले करा रहे हैं और उसने इन लोगों को चेतावनी भी दी है। अजहर ने पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी पर भी हमला बोला। कुरैशी ने कहा था कि उनके अधिकारी जैश के संपर्क में हैं। अजहर के मुताबिक कुरैशी दबाव में आकर यह बात कह रहे हैं जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। अजहर ने कहा है कि पाकिस्तान की सरकार को जैश को वैसे ही स्वीकारना पड़ेगा जैसा कि वह है। विदेश मंत्री बोले पाक में ही है अजहर कुरैशी ने पिछले हफ्ते कहा था कि जैश का मास्टरमाइंड मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है। उन्होंने यह भी कहा था कि अजहर की तबियत काफी खराब है और वह अपने घर से बाहर निकलने में भी असमर्थ है। कुरैशी ने यह बात सीएनएन कको दिए इंटरव्यू में कही थी। कुरैशी के मुताबिक अगर भारत चाहता है कि मसूद अजहर पर कार्रवाई हो तो उसे ऐसे सुबूत मुहैया कराने होंगे जो पाकिस्तान की अदालत में 'मान्य' हों। उनके इस बयान के बाद ही ये खबरें आने लगी थीं कि मसूद अजहर की मौत हो गई है। सेना ने कहा जैश पाक में नहीं बुधवार को जब यह ऑडियो क्लिप रिलीज हो रही थी तो पाकिस्तान सेना की ओर से भी एक बयान जारी किया जा रहा था। इस बयान को पाक सेना की मीडिया विंग आईएसपीआर की ओर से जारी किया गया था। इसके मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में है ही नहीं। आईएसपीजी के डीजी, मेजर जनरल आसिफ गफूर की ओर से यह बात कही गई है।
ससुर व उसके साथियो पर महिला ने लगाया अपहरण कर दुष्कर्म का आरोप - बिजनोर न्यूज २८२ : परद्फाश हिन्दी होम क्षेत्रीय ससुर व उसके साथियो पर महिला ने लगाया अपहरण कर दुष्कर्म का... ससुर व उसके साथियो पर महिला ने लगाया अपहरण कर दुष्कर्म का आरोप बिजनौर। मुकदमे की तारीख पर आई एक महिला ने अपने ससुर पर दो साथियों के साथ मिलकर अपहरण कर ले जाने व बलात्कार किये जाने का आरोप लगाया है। महिला ने थाने पहुंचकर पुलिस को तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है। स्थानीय मौहल्ला नई बस्ती निवासी एक महिला का विवाह वर्ष २०१४ में नगीना थाना क्षेत्र के ग्राम रायपुर निवासी रईसुद्दीन के साथ हुआ था। महिला के अनुसार शादी के बाद उसके ससुर इमामुद्दीन ने उसके साथ बलात्कार किया। जिसके बाद वह अपने घर आकर रहने लगी। उसने अपने ससुर के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज करा दिया। महिला के अनुसार मुकदमा न्यायालय में चल रहा है। मंगलवार को वह मुकदमे की तारीख पर न्यायालय में आई थी। दोपहर जब वह घर जा रही थी तो उससे ससुर इमामुद्दीन अपने दो साथियों के साथ मिलकर डीएम आवास के सामने से उसका अपहरण कर लिया और उसे मण्डावर मार्ग स्थित गन्ने के खेत में ले गये। वहां पर उसके ससुर ने उसे हवस का शिकार बनाया। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी उसे मौके पर छोड़कर फरार हो गये। पीडिघ्ता ने घर पहुंचकर आपबीती परिजनों को बतायी और मामले की जानकारी पुलिस को दी। बुधवार की सुबह पीडिघ्ता पुनरू थाने पहुंची और ससुर के खिलाफ पुलिस को तहरीर सौंपकर कार्यवाही की मांग की। पुलिस ने तहरीर मिलने के पश्चात मामले की जांच शुरू कर दी है। पिछला लेखमहिलाओं ने पति की लंबी आयु के लिए रखा निर्जल व्रत, बाजारों में उमडी भीड अगला लेखमेन बाजार में ई-रिक्शाओं के प्रवेश पर प्रतिबंद लगाने की कार्यकर्ताओं ने की मांग
आज वायुसेना दिवस है और आज ही देशभर में विजयादशमी या दशहरा का पर्व भी मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन दोनों मौकों के लिए देशवासियों को शुभाकामनाएं देते हुए ट्वीट किया है. आज दशहरे के मौके पर पीएम मोदी ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में ट्वीट कर देशवासियों को बधाई दी है. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में 'विजयादशमी के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं' लिखा है. हर साल की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलीला में शामिल होंगे. हालांकि पीएम मोदी इस बार दिल्ली के द्वारका में आयोजित दशहरा समारोह में पहुंचेंगे. यह पहला मौका है जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्वारका में दशहरा का पर्व मनाएंगे. विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए पीएम मोदी ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें उनके अलग-अलग रामलीला और दशहरे के कार्यक्रम में शामिल होने के दृश्य दिखाए गए हैं. वहीं वायुसेना दिवस के लिए ट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि आज वायुसेना दिवस के दिन एक गर्व से भरा हुआ राष्ट्र अपने वायु योद्धाओं और उनके परिवारों के प्रति आभार व्यक्त करता है. भारतीय वायु सेना निरंतर समर्पण और उत्कृष्टता के साथ भारत की सेवा करती आ रही है.
वाइट हाउस ने इस संपादकीय को लिखने वाले वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के इस्तीफे की मांग की है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यूं तो वाइट हाउस का सफर बहुत अच्छा नहीं जा रहा लेकिन अब लगता है कि उनके अधिकारी भी उनके खिलाफ बगावत कर रहे हैं. अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने द न्यूयॉर्क टाइम्स में अपने नाम को गुप्त रखकर एक लेख लिखा है. इस लेख में लिखा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ऐसे तरीके से काम कर रहे हैं जो हमारे गणतंत्र की स्थिति के लिए हानिकारक है. डोनाल्ड ट्रंप ने इस लेख और लेखक को देशद्रोह और कायरतापूर्ण बताया. आई एम पार्ट ऑफ द रेजिस्टेंस इनसाइड द ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन नाम से छपे लेख में अधिकारी ने कहा कि उन्होंने और उनकी जैसी सोच के सहकर्मियों ने राष्ट्रपति के एजेंडा और उनके खराब रुझानों को रोकने का आह्वान किया है. बिना नाम और परिचय वाले इस लेख में लेखक ने दावा किया कि ट्रंप अपने राष्ट्रपति पद के लिए ऐसी परीक्षा का सामना कर रहे हैं जो पहले कभी किसी आधुनिक अमेरिकी राष्ट्रपति ने नहीं की. द न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक ट्वीट कर लेखक की पहचान पुरुष के तौर पर की है. अखबार बिरले ही बेनाम लेख प्रकाशित करता है. अखबार ने कहा कि वह लेखक के अनुरोध पर ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी के नाम का खुलासा नहीं कर रहा है. अधिकारी ने कहा, हम चाहते हैं कि प्रशासन सफल हो और मानते हैं कि उनकी कई नीतियों ने पहले ही अमेरिका को सुरक्षित और समृद्ध बनाया. लेकिन हमारा मानना है कि हमारा पहला कर्तव्य इस देश के प्रति है और राष्ट्रपति इस तरीके से काम कर रहे हैं जो हमारे गणतंत्र के स्वास्थ्य के लिए अहितकारी है. बहरहाल, ट्रंप वाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में अखबार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि बिना नाम का मतलब डरपोक, संपादकीय. एक ट्वीट में उन्होंने द न्यूयॉर्क टाइम्स से व्यक्ति की पहचान उजागर करने की मांग की. ट्रंप ने टि्वटर पर कहा, देशद्रोह? क्या यह तथाकथित वरिष्ठ अधिकारी सच में है या एक अन्य फर्जी सूत्र के साथ यह महज द न्यूयॉर्क टाइम्स की विफलता है. अगर कायर बेनाम व्यक्ति निश्चित तौर पर है तो टाइम्स को राष्ट्रीय सुरक्षा के मकसद से उसे एक बार सरकार को सौंपना चाहिए. वाइट हाउस ने इस संपादकीय को लिखने वाले वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के इस्तीफे की मांग की है.
पीएम मोदी बोले, भीड़ देखकर पता चला दीदी हिंसा पर क्यों उतारु हैं - डिग इंडिया न्यूज होम/देश-दुनिया/देश/पीएम मोदी बोले, भीड़ देखकर पता चला दीदी हिंसा पर क्यों उतारु हैं पीएम मोदी बोले, भीड़ देखकर पता चला दीदी हिंसा पर क्यों उतारु हैं न कोई बिचौलिया न कोई सिंडिकेट सीधे आपके खाते में पैसे जमा होंगे। कोलकाता। ममता बनर्जी के गढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन २०१९ का चुनावी बिगुल फूंक दिया है। इस दौरान उन्होंने आज नार्थ २४ परगना के ठाकुर नगर में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बजट से १२ करोड़ किसानों को फायदा हुआ। मोदी ने कहा कि रैली की भीड़ देखने के बाद मुझे पता चला कि दीदी हिंसा पर क्यों उतारु हो गई है। पश्चिम बंगाल में निर्दोष लोगों की हत्या हो रही है। अब सिंडिकेट टैक्स को घुसने नहीं दिया जाएगा। न कोई बिचौलिया न कोई सिंडिकेट सीधे आपके खाते में पैसे जमा होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार कामगारों और किसानों के लिए घोषणाओं का ऐलान किया गया है। पश्चिम बंगाल में स्थिति बहुत खराब है लेकिन नया भारत ऐसे नहीं चल सकता है। उन्होंने कहा कि ठाकुर नगर की धरती से सभी महापुरुषों को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। आपको बतां दे कि सभी की निगाहें मोदी के इस समारोह पर टिकी होंगी क्योंकि बजट के बाद और आम चुनाव से पहले यह महत्वपूर्ण सार्वजनिक समारोह होगा। मोदी के इस समारोह में विपक्ष पर कड़े प्रहार की संभावना को देखते हुए राजनीतिक विश्लेषक भी इस समारोह पर नजर गड़ाए हुए हैं। पीएम मोदी बोले भीड़ देखकर पता चला दीदी हिंसा पर क्यों उतारु हैं
होम वास्तु ज्ञान इन ३ राशि वाले लोगों को भूलकर भी नहीं पहननी चाहिए सोने... इन ३ राशि वाले लोगों को भूलकर भी नहीं पहननी चाहिए सोने की अंगूठी, आती है गरीबी व्यक्ति के जीवन में सुख-दुख का समय चलता रहता है। ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो हमेशा सुखी रहे। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में बुरा वक्त जरूर आता है। जिसे टालने के लिए लोग अनेक टोने- टोटके और उपाय भी करते है। ज्योतिषशास्त्र का सहारा लेते है। ज्योतिष शास्त्र हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। जीवन में सफलता पाने के लिए बहुत से लोग ज्योतिष शास्त्र के नियमों के अनुसार सोने की अंगूठी पहनते हैं। जबकि कुछ लोग केवल शौक के लिए ही सोने की अंगूठी पहनते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बहुत से लोगों के लिए सोने की अंगूठी पहनना शुभ भी होता है। और सोने की अंगूठी पहनने से जीवन में उन्नति होती है। और बड़ी-बड़ी सफलताएं मिलती हैं। लेकिन ३ राशि के लोगों के लिए सोने की अंगूठी पहनना अशुभ माना जाता है। और सोने की अंगूठी पहनना इनके दुर्भाग्य का कारण भी बन सकता है। ऐसी तीन राशियां कौनसी है ? आइए जानते है। मेष राशि के लोगों के लिए सोने की अंगूठी पहनना अशुभ माना जाता है। सोने की अंगूठी पहनने से इनका प्रत्येक काम असफल होगा। और हर काम में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। जिससे इनके जीवन में आर्थिक तंगी भी आ सकती है। और परिवार की सुख-समृद्धि और शांति भी कम हो सकती है। कन्या राशि के लोगों को भी सोने की अंगूठी नहीं पहननी चाहिए। सोने की अंगूठी पहनने से इनकी तरक्की रुक जाएगी। इनका कोई भी काम सफल नहीं होगा। जिससे इनकी धन-दौलत पर असर पड़ेगा। इसके अलावा सोने की अंगूठी पहनने से परिवार के लोगों के साथ और जीवनसाथी के साथ संबंधों पर भी असर पड़ेगा। धनु राशि के लोगों को भी सोने की अंगूठी कभी नहीं पहननी चाहिए। सोने की अंगूठी पहनने से इनके बने हुए काम बिगड़ जाएंगे। जीवनसाथी के साथ रिश्ते में कड़वाहट आएगी। और दूरियां बढ़ेगी। स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ेगा। और आर्थिक नुकसान भी होगा। प्रेवियस आर्टियलये चार राशि की लड़कियां अच्छी पत्नी साबित नहीं होती हैं।कारन जानकार आप चौक जाओगे। नेक्स्ट आर्टियल२७ जून की की शाम होने से पहले स्वयं शनिदेव होंगे इन राशियों पर मेहरबान, अचानक मिलेगा सबकुछ
ईफा२०१५: हाईटेक कैमरा और फिंगर प्रिंट सेंसर के साथ लांच हुआ ज़्ते एक्सोन एलीट बर्लिनः ईफा-२०१५ ट्रेड शो में सोनी, सैमसंग, अल्काटेल जैसी कंपनियों ने अपने गैजट अनाउंस किया वहीं ज़्ते ने अपने स्मार्टफोन एक्सोन का ग्लोबल वर्जन ज़्ते एक्सोन एलीट लांच किया है. ईफा-२०१५ ट्रेड शो में सोनी, सैमसंग, अल्काटेल जैसी कंपनियों ने अपने गैजट अनाउंस किया वहीं ज़्ते ने अपने स्मार्टफोन एक्सोन का ग्लोबल वर्जन ज़्ते एक्सोन एलीट लांच किया है. २४ सितम्बर तक ये स्मार्टफोन फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और यूनाइटेड किंगडम के मार्केट तक पहुंच जायेगा. वहीं मैक्सिको, तुर्की, सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, हॉन्गकॉन्ग, रूस और फिलिपिंस के मार्केट में ये स्मार्टफोन बाद में उतारा जाएगा. भारत में ये फोन कब आएगा इसकी औपचारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है. ज़्ते एक्सोन के इस नए वर्जन की कीमत ४१९.९९ यूरो यानि करीब ३१,१०० रुपए है. ज़्ते एक्सोन एलीट एक डुअल सिम स्मार्टफोन है जिसके स्पेसिफेकशन ज़्ते एक्सोन से कुछ ज्यादा अलग नहीं हैं. ज़्ते एक्सोन को भी इसी साल जुलाई महीने में ४४९.९८ डॉलर (करीब २८,५०० रुपये) की कीमत के साथ अमेरिका में लांच किया गया था. ज़्ते एक्सोन एलीट ऑथेंटिकेशन के मामलें में ज़्ते एक्सोन से कहीं ज्यादा बेहतर दिखता है. इस स्मार्टफोन में बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन फीचर जैसे फिंगरप्रिंट, वॉयस और आई स्कैनिंग सेंसर जैसी खूबियां मौजूद हैं, ये सारी खूबियां ज़्ते एक्सोन में नहीं थी. ज़्ते के इन दोनों स्मार्टफोन में डिस्पले का भी फर्क हैं जहां ज़्ते एक्सोन में क़द,१४४०२५६० पिक्सल रिज़ॉल्यूशन का डिस्पले हैं, वहीं इसके ग्लोबल वर्जन ज़्ते एक्सोन एलीट में लोअर फुल हद,१०८०१९२० पिक्सल रिज़ॉल्यूशन के डिस्पले की खूबियों के साथ हैं. इस स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन की बात करें तो ज़्ते एक्सोन एलीट एंड्रॉयड ५.१.१ लॉलीपॉप ऑपरेटिंग सिस्टम बेस्ड स्मार्टफोन है. इसमें १.५घ्ज़ ऑक्टाकोर क्वाल्कम स्नाद्रगन 8१0 प्रोसेसर दिया गया है. ३२गब इनबिल्ट मैमोरी वाले इस स्मार्टफोन में २गब की रैम दी गई हैं. साथ ही इसमें माइक्रोएसडी कार्ड के लिए कोई स्लॉट मौजूद नहीं है. यानी आप इस फोन की इनबिल्ट मैमोरी बढ़ा नहीं सकते हैं. इस स्मार्टफोन की सबसे बड़ी खासियत इसका कैमरा हैं. ज़्ते एक्सोन एलीट में डुअल लेंस (१३ मेगापिक्सल+२ मेगापिक्सल) कैमरा है. ये कैमरा पहले से क्लिक की गई पिक्चर में ऑब्जेक्ट को रिफोकस करने का मौका यूजर्स को देता है. इस स्मार्टफोन से ४क रिज़ॉल्यूशन के वीडियो भी शूट किए जा सकते हैं. सेल्फी के लिहाज से भी ये स्मार्टफोन दमदार है, स्मार्टफोन में ८ मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है. कनेक्टिविटी के लिए ज़्ते एक्सोन एलीट में ४ग लते, ब्लूटुथ ४.०, जीपीएस/ए- जीपीएस, वाई-फाई, और यूएसबी जैसे फीचर मौजूद हैं. साथ ही ये स्मार्टफोन 3०००माह की दमदार बैटरी के साथ मार्केट में छा जाने को तैयार है.
क्वेरी स्ट्रिंग ही वाब यूआरएल की क्वेरी स्ट्रिंग में # हेश साइन (कभी-कभी नंबर साइन या पाउंड साइन के रूप में जाना जाता है) से बचने के लिए कैसे? मैं एक ऐसी साइट का निर्माण कर रहा हूं जिसमें मैं टेक्स्टवेयर तत्व के मूल्य से फ़ाइल क्लाइंट पक्ष बनाना चाहता हूं। ऐसा करने के लिए मेरे पास कोड है, लेकिन मुझे यह त्रुटि मिल रही है हप त्रुटि ४०४.१५ नहीं मिला अनुरोध फ़िल्टरिंग मॉड्यूल एक अनुरोध को अस्वीकार करने के लिए कॉन्फ़िगर किया [] मुझे पता है कि यूआरएल की क्वेरी स्ट्रिंग में + एक स्पेस का प्रतिनिधित्व करता है क्या यह क्वेरी स्ट्रिंग क्षेत्र के बाहर भी है? यह कहने के लिए, निम्न यूआरएल करता है: वास्तव में प्रतिनिधित्व करते हैं: (और इस प्रकार एन्कोडेड होना चाहिए अगर यह वास्तव में एक होना चाहिए), या वास्तव [] मेरी रिपोर्ट में मेरे कई मल्टी-पैरामीटर हैं मैं वेब क्वेरी स्ट्रिंग में एक ही पैरामीटर के लिए एकाधिक मानों में पारित करने का एक तरीका ढूँढ़ने की कोशिश कर रहा हूं? अगर मैं एक ही मान से गुजरता हूं, तो यह ठीक काम करता है। रिपोर्ट एक परम के लिए एकाधिक विकल्पों का चयन ठीक [] मैं एक स्ट्रिंग जैसे प१=६&प२=७&प३=८ को नामवेल्युइक्लेक्शन में पार्स करना चाहूंगा। जब आपके पास पाग.रीक्वेस्ट । पाग.रीक्वेस्ट ऑब्जेक्ट तक पहुंच नहीं है, तो यह करने का सबसे शानदार तरीका क्या है? नियमित अभिव्यक्ति का उपयोग करते हुए एक मानक स्ट्रिंग में एक यूआरएल स्ट्रिंग में क्वेरी स्ट्रिंग से पैरामीटर को हटाने का बेहतर तरीका है? मेरे परीक्षण में काम करने वाली अभी तक जो कुछ भी आया है, वह यहाँ है, लेकिन मैं क्वेरी स्ट्रिंग पार्सिंग को फिर से बनाना पसंद नहीं करता! फंक्शन रिमूवपरम्तेररोमर्ल( उर्ल, [] त-स्क्ल कथन में उपसर्ग एन का क्या अर्थ है? जावा के साथ एक ज़िप फ़ाइल में फ़ाइलों को जोड़ना आप सी में समानता के लिए स्ट्रैक्ट की तुलना कैसे करते हैं? सीएसएस चयनकर्ताओं में वर्ग के नाम संवेदनशील हैं? मैं जावास्क्रिप्ट ऑब्जेक्ट प्रॉपर्टी को हाइफ़न के साथ कैसे संदर्भ करूं? एंड्रॉइड: टोस्ट के साथ बैकप्रेस () पर उपयोग करने के लिए उचित तरीका क्रोम एक्सटेंशन दोम सामग्री प्राप्त करें स्थिति पूर्ण लेकिन माता पिता के सापेक्ष रेस्केलिऑप का उपयोग कर छवि का आकार कैसे सेट करें जावा स्विंग जीयूआई जमा देता है पृष्ठ पर कहीं भी क्लिक करते समय ज्ञएरी का छुपा तत्व जावा स्विंग पुनः संशोधित करें () विरूपण रेपेंट () ज्सन ऑर्डर को मिश्रित किया गया जावा.लांग.क्लासनोटफाउंडेक्सेप्शन: कॉम.मैसूल.ज्दब्क.ड्राइवर इन इक्लिप्से नाम से कुकी प्राप्त करें
राहुल रवैल ने इमरान खान को 'मेंटली चैलेंज' कहा इमरान खान लम्बे समय के बाद फिल्म 'कटती बट्टी' से बड़े परदे पर वापसी कर रहे हैं। पर अब उनका नाम एक नयी कॉन्ट्रोवर्सी में घिर गया है। उन्होंने रणबीर कपूर और उनके बीच ख़राब हुए रिश्तों के लिए राहुल रवैल को ज़िम्मेदार ठहराया है। वहीं रवैल ने उन्हें 'मेंटली चैलेंज' कहा है। मुंबई मिरर को दिए एक इंटरव्यू में जब इमरान से पूछा गया कि क्या उनके और रणबीर के बीच अनबन का कारन राहुल रवैल है? तो इमरान ने कहा, "क्या राहुल रवैल अभी भी है?" राहुल ने इस पर ट्विटर पर लिखा, " इमरान खान इन मुंबई मिरर। इस राहुल रवैल स्टिल अराउंड? इस 'मेंटली चैलेंज' पर्सन के साथ मेरी सिम्पथी है।" उनके भतीजे ने फेसबुक पर लिखा, "इमरान खान को आज अपनी पोजीशन पता होना चाहिए। आज उसने ज़्यादा मुझे लीड में ली हुई फिल्म चलेंगी। अब वो कंगना पर निर्भर। इमरान खान आज किसी के लिए फ्री में महँगा है।" ये फ़िल्में सबूत हैं कि अजय देवगन दिवाली क्लैश के बादशाह हैं! अपनी फ़िल्म के क्लैश से पहले एक दूसरे से मिले अजय देवगन और आमिर खान!
उत्तर भारत के कुछ स्थानों में २९-३० मई को धूल भरी आंधी की संभावना मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर भारत के कुछ स्थानों में २९-३० मई को धूल भरी आंधी की संभावना है और इससे भीषण गर्मी और लू से कुछ राहत मिलेगी। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में लू और गर्मी बढ़ी है और तापमान ४५ डिग्री तक गया है। मौसम विभाग ने रविवार को उत्तर भारत के लिये रेड कोडेड अलर्ट जारी किया है जिसमें २५-२६ को भीषण गर्मी की आशंका व्यक्त की गयी है। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और विदर्भ में २५-२७ मई तक लू और भीषण गर्मी पड़ सकती है। अब चीन में 'काली मौत' ने बढ़ाई टेंशन! गलवान: भारत भी १.५ क्म पीछे, अब ये टेंशन कोरोना: भारत के इन राज्यों ने बढ़ाई टेंशन
भोपाल में जब रणबीर कपूर ने अनुष्का शर्मा को डराने का बनाया प्लान - इब्न७ हिन्दी यह बात सभी को पता है कि फिल्म फिल्लौरी में अनुष्का शर्मा एक प्यारी और दोस्ताना भूतनी शशि का किरादर निभा रही हैं। खैर जबसे ट्रेलर लॉन्च हुआ है तभी से अनुष्का अपने किरदार को लेकर सोशल मीडिया पर क्यूट से जोक्स पोस्ट कर रही हैं। इसके अलावा जिस क्यूट भूतनी का इंतजार सभी को है वो आजकल हर जगह नजर आ रही है। अपने फिल्लौरी के प्रमोशन से ब्रेक लेकर अनुष्का हाल ही में भोपाल गईं। जहां उन्हें संजय दत्त की बायोपिक के लिए शूटिंग करनी थी। संजय दत्त का किरदार निभा रहे रणबीर कपूर अपनी पुरानी दोस्त को देखकर काफी खुश हुए। दोनों ने करण जौहर की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल में साथ काम किया था। वहीं दत्त पर बन रही बोयोपिक को राजकुामर हीरानी डायरेक्ट कर रहे हैं। रणबीर ने अपनी दोस्त अनुष्का पर एक प्रैंक करने का निर्णय लिया। रणबीर और उनकी टीम भोपाल के जेहान नुमा पैलेस में ठहरी हुई है। वहां पहुंचने वाली अनुष्का आखिरी शख्स थीं। इसी वजह से रणबीर और उनकी टीम ने अनुष्का को डराने के लिए काफी कहानियां गढ़ी। एक सूत्र ने एंटरटेनमेंट पोर्टल को बताया- जब अनुष्का पहुंची, रणबीर और उनकी टीम अपनी भूतहा कहानियों के साथ तैयार थे। उन्होंने अनुष्का को बताया कि यह होटल भुतहा है और हमें जितनी जल्दी हो सके इसे छोड़ देना चाहिए। हालांकि अनुष्का तो अनुष्का हैं उन्हें प्लान का पता चल गया और उनकी पोल खुल गई। एक्ट्रेस को अहसास हुआ कि सभी उनके किरदार का मजाक बना रहे थे। वहीं रणबीर कपूर पूरी तरह से संजय दत्त के किरदार में फिट होने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने बाल और १३ किलो वजन बढ़ा लिया है। कुछ दिनों पहले ही शूटिंग से उनका लुक लीक हुआ था। उनकी बॉडी लैंग्वेज से लेकर पर्सनैलिटी बिल्कुल संजय दत्त के शुरुआती दिनों की तरह लग रही है। सोशल मीडिया पर फैल रही ये फोटो इस बात का सबूत है। इन फोटोज में वो सीन दिखाया गया है जब १९९३ में संजय जेल में एंट्री कर रहे हैं। यह वही समय था जब उनकी फिल्म खलनायक बॉक्स ऑफिस पर काफी सफल हुई थी। अनुष्का 'सुई धागा' के लिए सीख रहीं सिलाई-कढ़ाई होली पर रिलीज होगी 'परी'
बम से बचाने वाली स्निफ़र डॉग की मौत - राजकीय सम्मान के साथ किया विदा होम हॉट न्यूज बम से बचाने वाली स्निफ़र डॉग की मौत राजकीय सम्मान के... बम से बचाने वाली स्निफ़र डॉग की मौत राजकीय सम्मान के साथ किया विदा पग-पग पर बिछे बमों के जाल को ढूंढकर अफसरों-जवानों की जान बचाने वाली और कोंडापारा कैंप खोलने और आईईडी को ढूंढने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली सीआरपीएफ १११वीं बटालियन के स्निफर डॉग बैरी नैना की जगदलपुर में ट्रेनिंग के दौरान मौत हो गई। इसके बाद जगदलपुर में ही मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद स्निफर डॉग को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उसे अंतिम विदाई दी गई। बैरी को विदाई देते वक्त टूआईसी कुंवर सिंह,सहित अन्य अफसरों और जवान मौजूद रहे। डीआईजी के मुताबिक फोर्स में स्निफर डाॅग की सबसे बड़ी भूमिका होती है। बिल्कुल अफसर और जवान की तरह अपनी भूमिका निभाते हैं। बैरी काफी तेज थी,कई बार अफसरों और जवानों को ब्लास्ट की चपेट में आकर नुकसान होने से उसने बचाया है। पग-पग पर बिछे बमों के जाल को ढूंढकर अफसरों-जवानों की जान बचाने वाली बटालियन के हेडक्वार्टर में ही हुआ था जन्म सीआरपीएफ १११वीं बटालियन के कारली के पास हेडक्वार्टर में ही लैब्रो ब्रीड की बैरी नैना का साल २०११ में जन्म हुआ था। बटालियन के प्रभारी कमांडेंट के मुताबिक, बैरी काफी चुलबुली थी। कैंप के हर एक जवान की लाड़ली थी। आॅपरेशन्स के दौरान बहुत ही सतर्कता के साथ वह काम करती थी। डाॅग को समय-समय पर ट्रेनिंग दी जाती है। सीआरपीएफ की बटालियन में तैनात हैं ७ डाॅग सीआरपीएफ की सभी बटालियन में सात कंपनियां हैं। ऐसे में सभी बटालियन की कंपनियों में एक-एक डाॅग तैनात हैं। नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण यहां वे सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डेढ़ साल पहले सातधार में ब्लास्ट के बाद आसपास के इलाकों की अफसर सर्चिंग कर रहे थे। १९५ वीं बटालियन में तैनात डाॅग का पैर बम पर जाते ही ब्लास्ट हुआ और वह उछल गई। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था। अरनपुर में तीन सालों तक थी तैनात समेली, अरनपुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाके में बैरी तीन सालों तक तैनात थी। अरनपुर से जगरगुंडा सड़क निर्माण के वक्त कोंडापारा कैंप खोला जाना था, जहां डाॅग हैंडलर के साथ वह सबसे आगे चलती थी। अरनपुर से कोंडापारा के बीच तीन सालों तक सतर्कता के साथ काम किया। इस रोड पर १० से ज्यादा आईईडी बरामद कराने में महत्वपूर्ण योगदान देकर जवानों को क्षति होने से बचाने का काम किया है। सड़क निर्माण के दौरान वह जवानों के साथ सुरक्षा के लिए दिन भर तैनात रहती थी। पिछला लेखस्क-स्त अधिनियम में बदलाव सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका अगला लेखस्त्री-पुरुष करते हैं ये काम तो इन्हें कभी ना करें
- विद्युत कटौती से बेहाल हैं न्यौतनी के बाशिंदे, उन्नाओ न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें। उन्नाओ विद्युत कटौती से बेहाल हैं न्यौतनी के बाशिंदे न्यौतनी (उन्नाव)। नगर में हो रही बिजली की अंधाधुंध कटौती से उमस भरी गर्मी में नगर वासियों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। नगरवासियों को दो दिन से बिजली के दर्शन नहीं हुए हैं। इससे नगर में गर्मी में पानी की किल्लत उत्पन्न हो गई है। भीषण गर्मी में बिजली के साथ पानी न आने से लोग तिलमिला उठे हैं। परंतु बिजली विभाग व नगर पंचायत विभाग सोया नजर आ रहा है। नगर पंचायत न्यौतनी में पानी की सप्लाई करने के लिए जनरेटर की व्यवस्था है। लेकिन कई-कई दिन तक बिजली न आने पर भी जनरेटर चलाकर पानी की सप्लाई नहीं की जाती है। मंगलवार से बिजली की सप्लाई नहीं की गई। इससे नगर में पानी की आपूर्ति दो दिन से ठप है। नगर में बिजली व पानी की आपूर्ति न किए जाने से नगर वासियों में आक्रोश व्याप्त है। नगर को सप्ताह भर दिन व सप्ताह भर रात में बिजली की आपूर्ति किए जाने का रोस्टर चलाया जा रहा है। भीषण उमस भरी गर्मी में बिजली व पानी की सप्लाई न किया जाना आग में घी का काम कर रहा है। नगर के हरिहर चौरसिया, प्रदीप, कमलेश, अलम, जावेद, ताहिर, सुरेंद्र, मिश्रीलाल आदि लोगों ने पानी व बिजली आपूर्ति किए जाने की मांग उठाई है।
विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने ली भाजपा की सदस्यता - न्यूज२४तोडे नई दिल्ली, विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने सोमवार को औपचारिक रूप से संसद भवन में भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस दौरान भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद थे। फिलहाल वह किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। संभावना जताई जा रही है कि भाजपा उन्हें दक्षिण भारत के किसी राज्य से राज्यसभा में भेजेंगे। सुब्रमण्यम जयशंकर को यह महत्वपूर्ण दायित्व उस समय दिया गया है जब करीब १६ महीने पहले ही वे विदेश सेवा से सेवानिवृत हुए हैं। ६४ वर्षीय जयशंकर न तो राज्यसभा और न ही लोकसभा के सदस्य हैं। देश के प्रमुख सामरिक विश्लेषकों में से एक दिवंगत के सुब्रमण्यम के पुत्र जयशंकर ऐतिहासिक भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के लिए बातचीत करने वाली भारतीय टीम के एक प्रमुख सदस्य थे। इस समझौते के लिए २००५ में शुरूआत हुयी थी और २००७ में मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली संप्रग सरकार ने इस पर हस्ताक्षर किए थे। जनवरी २०१५ में जयशंकर को विदेश सचिव नियुक्त किया गया था और सुजाता सिंह को हटाने के सरकार के फैसले के समय को लेकर विभिन्न तबकों ने तीखी प्रतिक्रिया जतायी थी। जयशंकर अमेरिका और चीन में भारत के राजदूत के पदों पर भी काम कर चुके हैं। १९७७ बैच के भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी जयशंकर ने लद्दाख के देपसांग और डोकलाम गतिरोध के बाद चीन के साथ संकट को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जयशंकर सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त और चेक गणराज्य में राजदूत पदों पर भी काम कर चुके हैं। ६४ वर्षीय जयशंकर जनवरी २०१५ से जनवरी २०१८ तक विदेश सचिव रहे हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई देश के प्रसिद्ध जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से की। बसपा अब सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी मायावती
ब्जप नेता ने इयास अधिकारी की पत्नी से की छेड़छाड़, सरेआम चप्पलों से हुई पिटाई, वीडियो वायरल - थेरेसिस्टेंसन्यूज हिन्दी होम इंडिया ब्जप नेता ने इयास अधिकारी की पत्नी से की छेड़छाड़, सरेआम चप्पलों से हुई पिटाई, वीडियो वायरल ब्जप नेता ने इयास अधिकारी की पत्नी से की छेड़छाड़, सरेआम चप्पलों से हुई पिटाई, वीडियो वायरल बीजेपी का मशहूर नारा है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ लेकिन उत्तराखड़ से ऐसी वारदात सामने आई है जिसके बाद यह कहना पढ़ रहा है कि बीजेपी नेता से बेटी बचाओ। खबर के मुताबिक, उत्तराखंड में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक नेता ने आईएएस अधिकारी की पत्नी से छेड़छाड़ की। हालांकि ऐसा करना बीजेपी नेता को बड़ा भारी पढ़ा। इयास की पत्नी ने बीजेपी नेता की छेड़खानी से परेशान होकर उन्हें सरेआम चप्पलों से जमकर पिटाई कर दी। सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता की पिटाई की वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। अब्प न्यूज के हवाले से जनता का रिपोर्टर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी बीजेपी नेता का नाम अश्विनी अरोड़ा है, जिनको एक इयास की पत्नी ने पुलिस के सामने चप्पलों से मारा। नेता पर महिला ने छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। यह मामला उत्तराखंड के रुद्रपुर का बताया जा रहा है। खुद को एक मंत्री का करीबी बताने वाला बीजेपी नेता अपने ही फ्लैट में पीड़ित महिला के हाथों खूब पिटा। सितारगंज का रहने वाला बीजेपी नेता नैनीताल रोड स्थित पॉश कालोनी में किराए पर रहता है। रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में तैनात आईएएस अधिकारी की पत्नी भी उसी कॉलोनी में किराए पर रहती है और पीसीएस की तैयारी कर रही है। महिला का आरोप था कि बीजेपी नेता उसका पीछा करता है और अश्लील मैसेज भेजता है। कुछ दिनों पहले बीजेपी नेता महिला का पीछा करते हुए जिम तक पहुंच गया था। इससे परेशान अधिकारी की पत्नी ने सोसायटी पदाधिकारियों से शिकायत की थी। शिकायत के बाद शनिवार को महिला सोसायटी पदाधिकारियों के साथ आरोपित के घर पहुंच गई और बीजेपी नेता की चप्पलों से पिटाई शुरू कर दी। अधिकारी की पत्नी ने सोसायटी में मौजूद सभी लोगों की मौजूदगी में ही बीजेपी नेता की चप्पलों से पिटाई की। महिला का आरोप है कि बीजेपी नेता करीब एक माह से उसका पीछा कर रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद सोसायटी अध्यक्ष ने बीजेपी नेता की इस हरकत को शर्मनाक बताते हुए कॉलोनी से उसे हटाने की बात कही है। दैनिक जागरण के मुताबिक, बीजेपी नेता की चप्पलों से पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी ने उसकी सदस्यता निलंबित कर दी गई है। वहीं जिलाध्यक्ष ने उसके निष्कासन के लिए प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट भेज दी है। बीजेपी नेता के वीडियो वायरल होने के बाद रविवार को भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा ने उसे पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया, साथ ही निष्कासन के लिए प्रदेश अध्यक्ष को लिखा है। शिव अरोरा का कहना है कि पार्टी की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वालों के लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं है।
होम स्वास्थ्य क्या हर किसी को विटामिन डी लेना चाहिए विटामिन डी हमारे लिए बहुत ही जरूरी विटामिन है। यह विटामिन हमारे पूरे शरीर को मजबूती प्रदान करता है , यह एक फैट सॉल्युबल विटामिन है यह मसल्स को मजबूत बनाकर रखता है जिसके वजह से शारीरिक अंग सुचारु रूप से सही से कार्य करता है इसकी कमी के वजह से चलने फिरने में दिक्क्त महसूस होने लगती है। जब कोई कार्य करने पर थकान और एनर्जी में कमी जैसा प्रतीत हो तो हमें डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। आज कल की आराम दायक दिनचर्या और पर्याप्त धुप का न लेना भी इसका मुख्य कारण है। पहले तो ये समस्या ज्यादा तर अधिक उम्र के लोगो में पायी जाती थी लेकिन आज कल यह समस्या युवाओं में भी ज्यादा तर पायी जाने लगी है। खासकर उन युवाओं में ज्यादा जो धुप में कम निकलते है। इसके आलावा कभी-कभी यह समस्या अन्य दूसरे कारणो से भी होती है। विटामिन डी का कार्य - विटामिन डी का कार्य हमारे शरीर में मौजूद कैल्शियम,मैग्नीशियम को सुचारु रूप से कार्य करने में मदत करता है। यह हमारे इम्युनिटी पॉवर को भी बढ़ाता है औरमानव प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है जिसके वजह से रोगो से लड़ने की शक्ति बढ़ती है।इसके साथ यह नर्व को सुचारु रूप से सही रखने में मदत करती है। विटामिन डी मुख्यतः २ प्रकार के होते है विटामिन डी की कमी से होने वाली परेशानीयां - विटामिन डी की कमी से आपको ये समस्याएं पैदा हो सकती है या ये समस्याएं नजर आये तो आप डॉक्टर की सलाह ले सकते है। हड्डियों का कमजोर हो जाना - विटामिन डी का स्तर ज्यादा दिन तक कम बना रहे तो आपकी हड्डियाँ कमजोर हो सकती है,और इसके साथ हड्डियों में दर्द बना रह सकता है और ज्यादा वजन सामान उठाने में समस्या पैदा हो सकती है। हड्डियों की छमता में कमी आ जाती है और चोट लगने पर फ्रैक्चर की संभावना बढ़ जाती है। घुटनों और जोड़ो में दर्द होने लगता है। थकान का होना - इसकी कमी की वजह से थकान की समस्या होना स्वाभाविक है विटामिन डी की कमी का मुख्य प्रभाव मसल्स पर पड़ता है जिसके वजह से शरीर बिल्कुल कमजोर पड़ जाता है जब हम कोई कार्य करते है तो एनर्जी लेवल न के बराबर होता है। डिप्रेसन का होना - विटामिन डी की कमी के वजह से डिप्रेसन की समस्या बढ़ जाती है।शरीर में हमेसा आलस्य बना रहता है इसका सीधा असर हमारे मूड पर पड़ता है जिसके वजह से हमारे माइंड में हार्मोनल बदलाव होते है।जिसके वजह से डिप्रेस रहना मुख्य कारण है। मूड में बदलाव - अगर विटामिन डी का स्तर बहुत ही ज्यादा कम हो तो सरियस प्रॉबब्लेम हो सकती है। आपको चलने फिरने के साथ साथ जब आप देखते है तो आपके आँखों से हल्का धुआँ या कुहरा जैसा दिखाई देता है और मूड अपसेट रहता है लेकिन यह तभी होता है जब आपका विटामिन डी का स्तर बहुत ही कम हो। ब्लड प्रेसर पर असर - विटामिन डी की कमी के वजह से ब्लड प्रेसर पर असर पड़ सकता है। इसका मुख्य कारण मसल्स का कमजोर होना है जिसके वजह से नर्व प्रॉपर और सुचारु रूप से कार्य नहीं कर पाता जिसका सीधा असर ब्लड प्रेसर पर पड़ता है क्योकि ब्लड को सुचारु रूप सेसंचालित करने वाली धमनिया कमजोर हो जाती है। साँस लेने में तकलीफ - विटामिन डी की कमी से साँस लेने भी दिक्कत महसूस होती है। कभी-कभी घुटन जैसा भी महसूस होता है अगर हम सही समय पर डाक्टर की मदत से विटामिन डी का खुराक ले तो इन सभी समस्याओं से निजात मिल सकती है। विटामिन डी कमी से कैंसर की भी समस्या पैदा हो सकती है क्योकि नई कोशिकाओं का निर्माण सही से नहीं हो पाता जिसके वजह से इसकी संभावना ज्यादा हो जाती है। विटामिन डी का स्तर कम क्यों होता है - विटामिन डी का स्तर कम होने के बहुत सारे कारण है जिसमे से कुछ निम्न कारण इस प्रकार है। ज्यादा समय तक घरो मेंअंदर रहना बाहर न निकलना, जिसके वजह से पर्याप्त धुप नहीं मिल पाती और धीरे धीरे विटामिन डी का लेवल कम होने लगता है। यह समस्या ज्यादा वेजीटेरियन लोगो में पाया जाता है क्योकि शाकाहारी भोजन में विटामिन डी का न होना है यह विटामिन एग योल्क ,मीट में पाया जाता है। डार्क स्किन वाले लोगो में यह समस्या ज्यादा पैदा होती है ,क्योकि फेयर स्किन वाले लोगो की अपेक्षा डार्क स्किन वाले लोगो को विटामिन डी का अवशेषण करने में ज्यादा समय लगता है कुछ कास में हमारी किडनी विटामिन डी को प्रोड्यूस नहीं कर पाती है जिसके वजह से विटामिन डी की समस्या हो सकती है। इसका मुख्य कारण मोटापा का होना है लेकिन ज्यादा तर यह तभी होता है जब आपका वजन एकाएक बड़े तो विटामिन डी की कमी हो सकती है। किडनी में पथरी बनने के वजह से आप के विटामिन डी स्तर में कमी आ सकती है लेकिन यह तभी होता है ,जब पथरी काफी लम्बे समय तक बना रहे। इसका मुख्य कारण कैल्शियम ऑक्सलेट का होना है जिसके वजह से किडनी स्टोन की समस्या होती है। विटामिन डी की कमी से सर्वाइकल की भी समस्या हो सकती है। विटामिन डी की कमी को कैसे पूरा करे :- विटामिन डी का सबसे प्रमुख स्रोत धुप है इसे सन साइन विटामिन भी कहा जाता है इसमें भरपुर मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है। सुबह की ताज़ी धुप लेने से विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है। दुध और इससे बने डेयरी प्रोडक्ट जैसे मख्खन ,पनीर में विटामिन डी पाया जाता है कुछ हद तक विटामिन डी की समस्या पूरी की जा सकती है। अंडे में विटामिन डी पाया जाता है जो हमारे हेल्थ की दृष्टि से लाभ दायक है इसको अपने आहार में शामिल करके विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते है। विटामिन डी की कमी को पिल्स के माधयम से डाक्टर के सलाह अनुसार ले सकते है। ५०००० /ईऊ हफ्ते एक बार लेना चाहिए जिसे ८ से १२ सप्ताह तक ५०० /ईऊ प्रतिदिन लिया जा सकता है डाक्टर के सलाह अनुसार १००० /ईऊ और २५००० /ईऊ के दोसेज भी आते है। विटामिन ड ग्रेन्युअल्स में भी आता है जो बाजार में आसानी से मिल जाता है। अन्य आर्टिकल्स पढ़े - अदरक खाने के क्या फायदे होते है
हरी सब्जियां सेहत के लिए बहुत लाभकारी होती हैं, इन्हीं में से एक है धनिया। धनिया खाने को स्वादिष्ट बनाने के साथ साथ सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। धनिये में विटामिन ए और सी काफी मात्रा में होते है जो शरीर को कई बिमारियों से बचाते हैं। आज हम आपको बताएंगे धनिया हमारे लिए कैसे फायदेमंद है। गलत खान पान के कारण पेट में गैस की प्रॉब्लम हो जाती है। इससे राहत पाना चाहते हैं तो आहार में हरा धनिया भी शामिल करना शुरू कर दें। धनिया के पत्तों के पेट की गैस से राहत मिलती है। दस्त की प्रॉब्लम के लिए धनिया बहुत सहायक है। दस्त में धनिया की चटनी बना कर खाने से आपको बहुत जल्द आराम मिलेगा। धनिया खून में इंसुलिन की मात्रा को कंट्रोल करता है। हर रोज धनिये का सेवन जरूर करें। आंवले के साथ धनिये का सेवन करने से लाभ मिलता है।
बैश स्टार्टअप फ़ाइलें यह खंड वर्णन करता है कि बैश अपनी स्टार्टअप फ़ाइलों को कैसे निष्पादित करता है। अगर कोई भी फाइल मौजूद है लेकिन पढ़ा नहीं जा सकता है, तो बैश एक त्रुटि रिपोर्ट करता है। टिल्डे विस्तार के तहत ऊपर वर्णित अनुसार फ़ाइल नामों में टिल्ड्स का विस्तार किया जाता है (टिल्डे विस्तार देखें)। इंटरेक्टिव शैल इंटरेक्टिव शैल में वर्णित हैं। एक इंटरैक्टिव लॉगिन खोल के रूप में या --लोगीन के साथ आमंत्रित किया जब बैश को इंटरेक्टिव लॉगिन शेल के रूप में बुलाया जाता है, या --लोगीन विकल्प के साथ एक गैर-इंटरैक्टिव खोल के रूप में, यह फ़ाइल मौजूद है, तो यह फ़ाइल / एट / प्रोफाइले से कमांड को पढ़ता है और निष्पादित करता है। उस फ़ाइल को पढ़ने के बाद, यह उस क्रम में ~ / .बाश_प्रोफाइले , ~ / .बाश_लोगीन , और ~ /प्रोफाइले की तलाश करता है , और मौजूद पहले से कमांड को पढ़ता है और निष्पादित करता है और पठनीय है। जब इस व्यवहार को रोकने के लिए खोल शुरू हो जाती है तो --नोप्रोफाइले विकल्प का उपयोग किया जा सकता है। जब एक इंटरैक्टिव लॉगिन खोल निकलता है, या एक गैर-इंटरैक्टिव लॉगिन खोल एक्सित निर्मित कमांड निष्पादित करता है, तो बैश फ़ाइल / / .बाश_लोगोंट से कमांड को पढ़ता है और निष्पादित करता है, यदि यह मौजूद है। जब एक इंटरैक्टिव खोल जो लॉगिन शेल नहीं है, तो बैश ~ / .बशर्क से कमांड को पढ़ता है और निष्पादित करता है, अगर वह फ़ाइल मौजूद है। यह --नोर्क विकल्प का उपयोग करके अवरुद्ध हो सकता है। --रैफाइले फ़ाइल विकल्प बैश को ~ / .बशर्क की बजाय फ़ाइल से कमांड को पढ़ने और निष्पादित करने के लिए मजबूर करेगा। गैर-संवादात्मक रूप से आमंत्रित किया गया जब बैल को गैर-इंटरैक्टिव रूप से प्रारंभ किया जाता है, तो शेल स्क्रिप्ट चलाने के लिए, उदाहरण के लिए, यह वातावरण में परिवर्तनीय बाश_एंव की तलाश करता है, यदि यह वहां दिखाई देता है तो इसका मूल्य बढ़ाता है, और विस्तारित मान को फ़ाइल के नाम के रूप में पढ़ने और निष्पादित करने के लिए उपयोग करता है । बैश व्यवहार करता है जैसे निम्न आदेश निष्पादित किए गए थे: लेकिन पथ चर का मान फ़ाइल नाम की खोज के लिए उपयोग नहीं किया जाता है। जैसा ऊपर बताया गया है, यदि --लोगीन विकल्प के साथ एक गैर-इंटरैक्टिव खोल लागू किया जाता है, तो बैश लॉगिन खोल स्टार्टअप फ़ाइलों से कमांड को पढ़ने और निष्पादित करने का प्रयास करता है। नाम श साथ आमंत्रित किया यदि बैश को नाम श साथ बुलाया जाता है, तो यह संभवतः जितना संभव हो सके श के ऐतिहासिक संस्करणों के स्टार्टअप व्यवहार की नकल करने की कोशिश करता है, जबकि पॉसिक्स मानक के अनुरूप भी। जब एक इंटरैक्टिव लॉगिन खोल के रूप में या --लोगीन विकल्प के साथ एक गैर-इंटरैक्टिव खोल के रूप में बुलाया जाता है, तो यह पहले उस क्रम में / एट / प्रोफाइले और ~ / प्रोफाइले से आदेशों को पढ़ने और निष्पादित करने का प्रयास करता है। इस व्यवहार को रोकने के लिए --नोप्रोफाइले विकल्प का उपयोग किया जा सकता है। नाम श साथ एक इंटरैक्टिव खोल के रूप में श , बैश वैरिएबल एंव , अगर इसे परिभाषित किया जाता है तो इसका मूल्य बढ़ाता है, और विस्तारित मान को फ़ाइल के नाम के रूप में पढ़ने और निष्पादित करने के लिए उपयोग करता है। चूंकि श रूप में बुलाया गया खोल किसी भी अन्य स्टार्टअप फ़ाइलों से कमांड को पढ़ने और निष्पादित करने का प्रयास नहीं करता है, तो --रैफाइले विकल्प का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। नाम श साथ बुलाया गया एक गैर-इंटरैक्टिव खोल किसी अन्य स्टार्टअप फ़ाइलों को पढ़ने का प्रयास नहीं करता है। श के रूप में श , स्टार्टअप फ़ाइलों को पढ़ने के बाद बैश पॉसिक्स मोड में प्रवेश करता है। पॉसिक्स मोड में शामिल किया गया जब पॉसिक्स मोड में बैश प्रारंभ होता है, जैसा कि --पॉसिक्स कमांड लाइन विकल्प के साथ, यह स्टार्टअप फ़ाइलों के लिए पॉसिक्स मानक का पालन करता है। इस मोड में, इंटरैक्टिव शैल एंव चर का विस्तार करते हैं और कमांड को उस फ़ाइल से पढ़ और निष्पादित किया जाता है जिसका नाम विस्तारित मान है। कोई अन्य स्टार्टअप फाइलें पढ़ी नहीं जाती हैं। रिमोट शैल डिमन द्वारा आमंत्रित किया गया बैश यह निर्धारित करने का प्रयास करता है कि यह नेटवर्क कनेक्शन से जुड़े अपने मानक इनपुट के साथ कब चल रहा है, जब रिमोट शैल र्श्ड द्वारा निष्पादित किया जाता है, आमतौर पर र्श्ड , या सुरक्षित खोल र्श्ड स्श्ड । यदि बैश निर्धारित करता है कि यह इस फैशन में चल रहा है, तो यह ~ / .बशर्क से कमांड को पढ़ता है और निष्पादित करता है, अगर वह फ़ाइल मौजूद है और पठनीय है। यदि यह श रूप में बुलाया जाता है तो यह ऐसा नहीं करेगा। --नोर्क विकल्प का उपयोग इस व्यवहार को बाधित करने के लिए किया जा सकता है, और --रैफाइले विकल्प का उपयोग किसी अन्य फ़ाइल को पढ़ने के लिए मजबूर करने के लिए किया जा सकता है, लेकिन न तो र्श्ड और न ही स्श्ड आम तौर पर उन विकल्पों के साथ खोल का आह्वान करता है या उन्हें निर्दिष्ट करने की अनुमति देता है। असमान प्रभावी और असली यूआईडी / जीआईडी एस के साथ शामिल किया गया यदि प्रभावी उपयोगकर्ता (समूह) आईडी के साथ बैश प्रारंभ किया गया है तो वास्तविक उपयोगकर्ता (समूह) आईडी के बराबर नहीं है, और -प विकल्प प्रदान नहीं किया जाता है, कोई स्टार्टअप फ़ाइलें नहीं पढ़ी जाती हैं, शैल फ़ंक्शन पर्यावरण से शेल्लप्ट्स , शेल्लप्ट्स , बशॉप्ट्स , चपथ , और ग्लोबिग्नोर चर, यदि वे पर्यावरण में दिखाई देते हैं, तो उन्हें अनदेखा कर दिया जाता है, और प्रभावी उपयोगकर्ता आईडी वास्तविक उपयोगकर्ता आईडी पर सेट होती है। यदि -प विकल्प को आमंत्रण पर आपूर्ति की जाती है, तो स्टार्टअप व्यवहार समान होता है, लेकिन प्रभावी उपयोगकर्ता आईडी रीसेट नहीं होती है।
रमजान २०१९ रोज़ा कैलेंडर रमज़ान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है। जिसके रमदान भी कहा जाता है। मुस्लिम समुदाय में रमज़ान के महीने को बहुत पवित्र माना जाता है। और सभी मुस्लिम इस दौरान उपवास रखते हैं जिन्हे रोज़ा कहते हैं। रमज़ान के महीने में रोज़ा रखना बहुत पाक माना जाता है। क़ुरान में रमज़ान मुस्लिम के विश्वास के अनुसार, रमज़ान महीने की २७ वीं रात्रि शब-ए-क़द्र को कुरान का अवतरण हुआ था। इसलिए इस महीने में क़ुरान पढ़ना सबसे शुभ होता है। तरावीह की नमाज़ में महीना भर क़ुरान का पाठ किया जाता है। जिन्हे क़ुरान पढ़ना नहीं आता उन्हें क़ुरान सुनने का अवकाश मिल जाता है। रमज़ान में रोज़ा रखने का महत्व रमज़ान का महीना २९ या ३० दिन का होता है। इस पुरे महीने मुस्लिम समुदाय के लोग उपवास रखते हैं। अरबी में उपवास को सौम कहा जाता है। इस माह को माह-ए-सियाम भी कहते हैं। फ़ारसी में इसे रोज़ा कहा जाता है। रोज़ा रखने वाले, सूर्योदय से पहले कुछ खाते हैं जिसे सहरी कहते हैं और उसके बाद पुरे दिन भर कुछ भी खाया पिया नहीं जाता। शाम को सूर्यास्त के बाद रोज़ा खोला जाता है जिसे इफ्तारी कहते हैं। रमज़ान महीने की विशेषताएं मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए रमज़ान का महीना बहुत खास होता है, जिसे सभी अपने-अपने तरीकों से मनाते हैं। इस माह की मुख्य विशेताएं इस प्रकार हैं इस पुरे माह अधिकतर मुस्लिम रोज़े (उपवास) रखते है। रमज़ान के दौरान रात में तरावीह की नमाज़ पढ़ीं जाती है। क़ुरान तिलावत (पारायण) करना। एतेकाफ़ बैठना, यानी गांवों और लोगों के भले और कल्याण के लिए अल्लाह से दुआ करते हुए मौन व्रत रखना। दान धर्म करना। अल्लाह का शुक्र अदा करना। अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए इस महीने के खत्म होने के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फ़ित्र मनाई जाती है। रमज़ान के पुरे महीने में पुण्य कार्य करने को कहा जाता है। इसीलिए इस महीने को नेकियों और इबादतों का मास माना जाता है। २०१९ रमज़ान की पाक बातें मुस्लिम समुदाय में निम्नलिखित को रमजान की पाक (पवित्र) बातें कहा जाता है रमजान को नेकियों और पुण्यकर्मों का मौसम-ए-बहार कहा जाता है। इस महीने में मुसलमान अल्लाह की इबादत ज्यादा करते है। अपने अल्लाह को प्रसन्न करने के लिए इस दौरान उपासना के साथ-साथ , क़ुरान परायण और दान धर्म भी किया जाता है। यह महिना गरीबों और जरुरतमंदों के साथ हमदर्दी का है। इस महीने में रोजादार को इफ्तार कराने वाले के गुनाह माफ़ हो जाते है। यदि गुंजाईश न हो तो एक खजूर या पानी से ही इफ्तार कराया जा सकता है। रमज़ान का महिना मुस्तहिक लोगों की मदद करने के लिए जाना जाता है। रमज़ान के ताल्लुक से बेशुमार हदीसें मिलती है। पढ़ा और सुना भी जाता है और लोग इस पर अमल भी करते है। अल्लाह की राह में कंजूसी नहीं बरतनी चाहिए। अल्लाह के लिए खर्च करना अफज़ल है। गरीब चाहे अन्य धर्म के ही क्यों न हो, उनकी मदद करने की शिक्षा क़ुरान में दी गयी है। दूसरों के काम आना भी इबादत ही समझी जाती है। ज़कात, सदक़ा, फित्रा, खैर-खैरात, गरीबों की मदद, दोस्त अहबाब में जो जरूरतमंद है उनकी मदद करना जरुरी समझा और माना जाता है। दूसरों की जरूरतों को पूरा करना अपने गुनाहों को कम और नेकियों को ज्यादा कर देता है। जो शख्स रोज़े ईमान और एहतेसाब रखे उसके पिछले सभी गुनाह माफ़ कर दिए जाते है। रोज़ा व्यक्ति को जब्ते नब्ज की तरबियत देता है। व्यक्ति में परहेजगारी पैदा करता है।
मैं जा रहा हूं और यह कह कर वो दुनिया से ही चला गया, जानें रफी के जीवन के कुछ दिलचस्प लम्हें | बिकीमीडिया मैं जा रहा हूं और यह कह कर वो दुनिया से ही चला गया, जानें रफी के जीवन के कुछ दिलचस्प लम्हें किसी भी कलाकार के आकलन के दो पैमाने हैं- उसका व्यक्तित्व और उसकी कला। सिनेमा और गैर-सिनेमा के ऐसे कई कलाकार हैं जो अपनी कला तक तो ठीक हैं, लेकिन एक व्यक्ति के तौर पर बुरे साबित हुए। लेकिन रफी साहब इसमें अपवाद है। एक कलाकार के तौर पर तो वे बेमिसाल हैं ही, एक इंसान के तौर पर भी उनकी मिसाल खोजना मुश्किल है। मोहम्मद रफी आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन फिजा के कण-कण में उनकी आवाज गूंजती हुई महसूस होती है। हिंदुस्तान का हर संगीत प्रेमी रफी साहब की दिलकश आवाज का आज भी दीवाना है। आवाज की दुनिया के बेताज बादशाह मोहम्मद रफी ने ३१ जुलाई १९८० हम सबको अलिवदा कह दिया था। जानते है उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ बेहतरीन अनछुए लम्हों के बारें में.. एक गाने यह शाम क्यूं उदास है दोस्त.. की रिकार्डिंग पूरी करने के बाद संगीतकार लक्ष्मीकांत प्यारे लाल से कहा कि ओके नाउ आई विल लीव। उसी शाम ७ बजकर ३० मिनट पर मोहम्मद रफी को दिल का दौरा पड़ा और वह अपने कराड़ों प्रशंसकों को छोड़कर इस दुनिया से हमेशा-हमेशा के विदा हो गए। रफ़ी जब सात साल के थे तब एक फकीर का पीछा किया करते थे। उसकी आवाज रफ़ी को इतनी पसन्द आई और रफ़ी उसकी नकल कर उसके साथ गाते थे और यहीं से गाने का सफर शुरू हुआ। रफ़ी अपने जीवन में शुरुआती दिनों में अपने पिता का हेयर सैलून संभालते थे। जब रफ़ी छोटे थे तब बड़े भाई के साथ अपनी नाई दुकान में जाते थे, रफ़ी का काफी वक्त वहीं पर गुजरता था। एक बार लाहौर रेडियो स्टेशन में उस समय के प्रख्यात गायक-अभिनेता कुन्दन लाल सहगल अपना प्रदर्शन करने आए थे। बिजली गुल हो जाने की वजह से सहगल ने गाने से मना कर दिया। रफ़ी के बड़े भाई ने आयोजकों से निवेदन किया की भीड़ को शांत करने के लिए मोहम्मद रफ़ी को गाने का मौका दिया जाय। उनको अनुमति मिल गई और १३ वर्ष की आयु में मोहम्मद रफ़ी का ये पहला सार्वजनिक प्रदर्शन था। उस समय के प्रसिद्ध संगीतकार श्याम सुंदर ने उनको अपने लिए गाने का न्यौता दिया। रफी को पैसों से नहीं बल्कि गानों से प्यार था,ऐसे कई किस्से हैं जब उन्होंने किसी संगीतकार से पैसा नहीं लिया या कई गीत निशुल्क गा दिए। वे बेहद संकोची, शर्मीले इंसान तो थे ही, साथ ही ऐसे शख्स थे जिसे कैमरा फेस करने से लेकर साक्षात्कार की संवाद परंपरा बिल्कुल पसंद नहीं थी। अमिताभ बच्चन ने एक आयोजक के लिए अरजेंट में एक गायक के ना आने पर रफी साहब से गानें की विनती की। जो कि वापसी के लिए विमान में बैठ चुके थे, वे कार्यक्रम में एक दिन और रुक जाएं और कुछ गीत गा दें। बकौल अमिताभ, स्वयं उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि रफ़ी साहब तत्काल राजी हो गए और प्लेन से झट उतर गए। गाने की रॉयल्टी को लेकर लता जी और रफी साहब में अनबन हुई थी। इसी बात को लेकर उनमें अनबन काफी बढ़ गई और फिर उन्होंने आपस में बात करना बंद कर दिया। चार साल तक उन्होंने एक दूसरे बातचीत बंद कर दी और एक दूसरे के साथ गाना भी नहीं गाया। लेकिन चाल साल बाद नरगिस ने एक दूसरे के बीच सुलह कराई और दोनों ने एक समारोह में गीत भी गाया था। लेकिन जिस देश ने उन्हें इतनी मोहब्बत दी, इसी देश में २०१० में उनकी कब्र खोद दी गई, इसलिए कि नई कब्रों के लिए जगह बनाई जा सकें और नई लाशों को दफनाया जा सके। इस महान गायक ने १३-१४ भारतीय भाषाओं के अलावा अंग्रेजी, स्पैनिश, डच और पारसी भाषा में भी गाने गाए। मोहम्मद रफी ने करीब सात सौ फिल्मो के लिए २६ हजार गाने गाए हैं। संगीत में बेहतर काम के लिए उन्हें ६ बार फिल्म फेयर अवार्ड मिला है। साल 19६5 में उन्हें पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। टॉप १० रफी चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे ( दोस्ती ) दिल एक मंदिर है ( दिल एक मंदिर ) वो जब याद आए ( पारसमणि ) चौदहवीं का चांद हो ( चौदहवीं का चांद ) बहारो फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है ( सूरज ) क्या हुआ तेरा वादा ( हम किसी से कम नहीं ) तुम मुझे यूं भुला न पाओगे ( पगला कहीं का ) दिल का सूना साज तराना ढूंढेगा ( एक नारी दो रूप ) ओ दूर के मुसाफिर हमको भी साथ ले ले ( गम के आंसू ) ये दुनिया , ये महफिल ( हीर रांझा ) रफी के इन दिलचस्प लम्हों के बारें में पढ़कर अगर अच्छा लगे तो इसे शेयर करना ना भूलें.. इस एप के जरिए व्यक्त करें अपनी भावनाएं बॉलिवुड की सभी पत्नियां मेरे से डरी रहती हैं- सन्नी लियोनी नेक्स्ट स्टोरी ४१ दिनों में पांच करोड़ से ज्यादा शिवलिंग क्यों बनाया गया?
हत्मल दस्तावेज़ों में अक्सर वह पाठ होता है जिसे आप ब्राउज़रों से छिपाना चाहते हैं। यह पाठ आसपास के कोड को नोट कर सकता है या भविष्य के आवश्यक संपादन नोट कर सकता है। इसमें पदावनत कोड हो सकता है, जिसे आप संदर्भ के लिए पृष्ठ पर छोड़ देते हैं, या भविष्य का कोड जिसे पृष्ठ बाद में उपयोग करेगा। जब आप इसे टिप्पणी के रूप में बंद करते हैं तो हत्मल यह अवांछित पाठ छुपाता है। ब्राउज़र टिप्पणी वाले पाठ को प्रदर्शित नहीं करते हैं और टिप्पणी कोड को पार्स नहीं करते हैं, इसलिए इसका उस पृष्ठ पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है जो पाठक देखते हैं। हत्मल स्रोत फ़ाइल तक पहुँचें। यदि आपने स्थानीय रूप से साइट की एक प्रति सहेज ली है, तो अपने कंप्यूटर पर साइट फ़ोल्डर से स्रोत फ़ाइल खोलें। यदि आप प्रत्यक्ष एफ़टीपी कनेक्शन का उपयोग करके साइट को संपादित करते हैं, तो फ़ाइल को अपने एफ़टीपी क्लाइंट के साथ एक्सेस करें। प्रत्येक हत्मल ब्लॉक के तुरंत पहले निम्न कोड डालें जिसे आप छिपाना चाहते हैं: प्रत्येक सीएसएस या जावास्क्रिप्ट ब्लॉक जिसे आप छिपाना चाहते हैं, उससे पहले निम्नलिखित कोड डालें: प्रत्येक सीएसएस या जावास्क्रिप्ट ब्लॉक जिसे आप छिपाना चाहते हैं, उसके तुरंत बाद निम्न कोड डालें: फ़ाइल को स्थानीय रूप से सहेजें। अपने एफ़टीपी क्लाइंट का उपयोग करके अपनी साइट पर अद्यतन पृष्ठ प्रकाशित करें। लोग पृष्ठ के स्रोत कोड को देखकर छिपे हुए पाठ तक पहुँच सकते हैं। पाठ को पूरी तरह से निजी रखने के लिए, इसे केवल छिपाने के बजाय पृष्ठ से पूरी तरह से हटा दें।
ऑस्कार २०१८: ओल्डमैन बेस्ट एक्टर और फ्रांसेस मैकडोरमंड बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड | मार्च ५ , २०१८ , १३:२२ इस्ट मैकडोरमैंड (६०) ने ९०वें एकेडमी अवार्ड्स में दो दशक से अधिक समय बाद ऑस्कर जीता है। इससे पहले उन्होंने १९९६ में फिल्म 'फार्गो' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का अपना पहला ऑस्कर जीता था। 'थ्री बिलबोर्ड्स आउटसाइड एबिंग, मिसौरी' में उन्होंने एक ऐसी मां मिल्ड्रेड हेयस का किरदार निभाया, जो अपनी बेटी के साथ हुए दुष्कर्म और उसकी हत्या से दुखी है। मैकडोरमैंड ने ऑस्कर ग्रहण करते हुए कहा, "हमारे पास बताने के लिए कहानियां और प्रोजेक्ट हैं, जिन्हें फाइनेंस की जरूरत है।" जेनिफर लॉरेंस और जोडी फोस्टर ने मैकडोरमैंड को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का ट्रॉफी प्रदान किया। वहीं, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार ग्रहण करते हुए ओल्डमैन ने कहा, "मैं लंबे समय तक अमेरिका में रहा हूं और इसके प्यार के लिए, यहां मैंने जो दोस्त बनाए और इसने मुझे जो शानदार उपहार दिए, उसके लिए मैं तहे दिल से आभारी हूं। मेरा घर, मेरी आजीविका, मेरा परिवार और अब ऑस्कर।" ओल्डमैन (५९) ने अपनी ९८ वर्षीय मां का भी आभार जताया।
प्राकृतिक सुन्दरता की मिशाल है ये लड़की, बिना किसी सर्जरी के है आकर्षक फिगर व सुन्दरता | विज़न४न्यूज प्राकृतिक सुन्दरता की मिशाल है ये लड़की, बिना किसी सर्जरी के है आकर्षक फिगर व सुन्दरता प्राकृतिक सुन्दरता की पहचान ही अलग होती है। आज के समय में ज्यादातर मॉडल या अभिनेत्रियां सर्जरी करा कर मनचाही सुंदरता पातीं हैं। आज मैं आपको एक ऐसी लड़की के बारे में बताने जा रहा हूँ, जो बहुत ही आकर्षक फिगर के साथ -साथ सुन्दर भी है। उस लड़की का नाम कैथी फेरेरियो है। कैथी का जन्म ३ सितम्बर 199३ को क्यूबा में हुआ था। इनकी बचपन की शिक्षा क्यूबा में ही पूरी हुई थी। जब ये बड़ी हुई तो उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चली गईं। इन्होने फैशन डिजाइनिंग में डिग्री हासिल की है। कैथी बहुत ही सुन्दर और आकर्षक फिगर वाली हैं। इन्होने पहले मॉडलिंग की शुरुआत की किन्तु कुछ समय बाद इन्होने मॉडलिंग छोड़ दी और एक कॉस्मैटिक कंपनी में डिस्ट्रीब्यूटर की नौकरी कर ली। आज के समय में कैथी मॉडलिंग और डिस्ट्रीब्यूटर का काम करतीं हैं। कैथी बहुत ही ख़ूबसूरत और आकर्षक फिगर वाली मॉडल हैं। कैथी का मानना है कि उनका फिगर प्राकृतिक है और उन्होंने अभी तक किसी भी तरह की कोई सर्जरी नहीं कराई है। कैथी कहतीं हैं कि जब प्रकृति ने उन्हें खुद एक आकर्षक फिगर दिया है तो सर्जरी कराने की क्या आवश्यकता है। कैथी क्यूबा की किम कार्दशियन के रूप में प्रसिद्ध है। जाना पड़ा था जेल कैथी अपनी सुंदरता के लिए जानी जातीं हैं किन्तु इन्हे अपनी एक गलती के लिए जेल भी जाना पड़ा था। कैथी नशे की हालत में गाड़ी चलाती हुए २०१७ में गिरफ्तार भी की चुकीं हैं। जिसके लिए कैथी को जेल भी जाना पड़ा था। सोशल मीडिया एक्टिविटी कैथी फेरेरियो एक मॉडल है और इंस्टाग्राम स्टार के रूप में जानी जातीं हैं। इनके सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भारी संख्या में फॉलोवर हैं। हालांकि कैथी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी बहुत प्रसिद्ध है। इंस्टाग्राम पर ये कैथीवर्ल्ड नाम से लोकप्रिय है। वह अपने कर्वी फिगर और सुंदरता के कारण सोशल मीडिया की सनसनी बन गईं। उन्हें क्यूबन किम कार्दशियन कहा जाता है। कैथी के ट्विटर पर १४५ हजार तथा इंस्टाग्राम पर ५.४ मिलियन से अधिक फॉलोवर हैं। प्रेवियस सूडान के नए सत्तारूढ़ सैन्य परिषद के प्रमुख जनरल अवद इब्ने औफ ने दिया त्याग पत्र नेक्स्ट बीजेपी का पलटवार, अब उठा सबूत के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की डिग्री पर सवाल
होम > उत्पादों > उच्च दक्षता पंप(उच्च दक्षता पंप के लिए कुल २४ उत्पादों) उच्च दक्षता पंप - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं उच्च दक्षता पंप निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक उच्च दक्षता पंप, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक उच्च दक्षता पंप में से एक, शीजियाज़उआंग सोरओ मचीनरी को.,लैड। टैग: हाई हेड स्लरी पंप , उच्च दक्षता पंप , जेडबीबी स्लरी पंप १००ज़्गब हाई हेड स्लरी पंप १००ज़्गब खनिज प्रसंस्करण के लिए जेडबीबी (पी) श्रृंखला पंप में से एक है। जेडबीबी (पी) श्रृंखला स्लरी पंप क्षैतिज, लंबवत अक्षीय मध्य खुले प्रकार और डबल आवरण संरचना हैं, जो पहनने वाले प्रतिरोधी धातु के साथ पंक्तिबद्ध हैं। इंपेलर... १५०ज़्गब हाई हेड स्लरी पंप टैग: उच्च दबाव स्लरी पंप , १५०ज़्गब स्लरी पंप , उच्च दक्षता पंप १५०ज़्गब हाई हेड स्लरी पंप १५० जीजीबी स्लरी पंप ओएस जेजीबी (पी) श्रृंखला उच्च दक्षता स्लरी पंप में से एक है। जेडबीबी (पी) श्रृंखला स्लरी पंप क्षैतिज, लंबवत अक्षीय मध्य खुले प्रकार और डबल आवरण संरचना हैं, जो पहनने वाले प्रतिरोधी धातु के साथ पंक्तिबद्ध... १००ज़्गब हाई हेड स्लरी पंप अब से संपर्क करें १५०ज़्गब हाई हेड स्लरी पंप अब से संपर्क करें
बहराइच @२८ फरवरी २०१९ तक चलेगा पशुगणना का कार्य २८ फरवरी २०१९ तक चलेगा पशुगणना का कार्य बहराइच । जनपद में संचालित हो रही २०वीं पशुगणना को सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से विगत दिवस विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय ने उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, पशुचिकित्साधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी, वेटनरी फार्मासिस्ट एवं पैरावेट (गणनाकार) को निर्देश दिया कि कार्य को पूरी सूक्ष्मता के साथ करें ताकि विभाग द्वारा बेहतर से बेहतर कार्य योजना तैयार की जा सके। श्री पाण्डेय ने कहा कि त्रुटिरहित आधारभूत आंकड़ों के आधार पर विभाग द्वारा अच्छी योजना तैयार की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस बार की गणना में नस्लवार पशुओं की गणना की जानी है इसलिए आवश्यक है कि गणना कार्य से जुड़े सभी पूरी सावधानी के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें। बैठक के दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बलवन्त सिंह ने जानकारी दी कि विभाग द्वारा प्रत्येक ०५ वर्ष पर पशुगणना का कार्य कराया जाता है, जो कि पूर्व मे राजस्व विभाग के माध्यम से कराया जाता था। गणना में पशुओं की नस्लों के चिन्हॉकन में आने वाली कठिनाईओ को देखते हुए प्रथम बार भारत सरकार द्वारा पशु गणना का कार्य पशुपालन विभाग के माध्यम से कराया जा रहा है। डा. सिंह ने बताया कि जनपद में ०१ दिसम्बर २०18 से पशुगणना का कार्य प्रारम्भ है जो २८ फरवरी २०19 तक संचालित रहेगा। सीवीओ डा. सिंह ने बताया कि जनपद में पशु गणना के कार्य में १४० पैरावेट (गणनाकार्य) ५० सुपरवाईजर तथा ०१ स्कूटनी आफीसर को नामित किया गया है, जिसमें उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, पशुचिकित्साधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी, वेटनरी फार्मासिस्ट सम्मिलित हैं। उन्होंने बताया कि पशुगणना इस बार टैबलेट के द्वारा गांव मे जाकर की जायेगी और उसी स्थान से डाटा को आनलाइन सबमिट किया जायेगा। डा. सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में ०४ तहसीलों महसी, कैसरगंज, बहराइच एवं नानपारा मे पशुगणना का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। अब तक ५२ पैरावेटों द्वारा ३७०० परिवारों की गणना का कार्य कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि ०२ नई तहसीलों पयागपुर एवं मोतीपुर में अभी कार्य प्रारम्भ नही हुआ है, जिसका भारत सरकार से अनुमोदन प्राप्त होते ही गणना का कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
दो हज़ार के नोट ? कहां गायब हो रहे हैं..... - समाचारबुदी होम बड़ी खबर दो हज़ार के नोट ? कहां गायब हो रहे हैं.. दो हज़ार के नोट ? कहां गायब हो रहे हैं.. मध्य प्रदेश, बिहार और गुजरात सहित कई राज्यों में इन दिनों दो हज़ार के नोटों की परेशानी बनी हुई है .सवाल यह उठा रहा है कि क्या कालेधन के कारोबारियों ने इसे गायब किया है या रिजर्व बैंक ने बैंकों को कम आपूर्ति की है या यह कोई साजिश है . मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तो इसे साजिश बताते हुए जाँच की मांग की है. उल्लेखनीय है कि बैंक शाखाओं और करंसी चेस्ट में भी २००० रुपये के नोटों की आवक लगातार कम होती जा रही है. मीडिया रिपोर्ट पर विश्वास करें, तो रिजर्व बैंक ने नोटबंदी के बाद करीब ७ लाख करोड़ रुपये मूल्य के २००० रुपये के नोट जारी किए थे. जुलाई में बैंकों में इन नोटों की संख्या करीब ३५ प्रतिशत थी, जो नवंबर 201७ तक घटकर २५ प्रतिशत हो गई. बैंकों से जमा नकदी रोजाना औसतन १४ करोड़ से घटकर ४ करोड़ रह गई है . मध्यप्रदेश सहित देश के अनेक राज्यों में एटीएम में नकदी की कमी पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान महासम्मेलन में इसे साजिश बताते हुए कहा कि कुछ लोग २,००० के नोट दबाकर नकदी की कमी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम ने कहा, नवंबर २0१६ में जब नोटबंदी हुई थी तब १५ लाख करोड़ रुपये के नोट बाजार में थे और आज साढ़े १६ लाख करोड़ के नोट छापकर बाजार में भेजे गये हैं, लेकिन २-२ हजार के नोट कहां जा रहे हैं, कौन दबाकर नकदी की कमी पैदा कर रहा है. यह षड्यंत्र इसलिए किया जा रहा है, ताकि परेशानियां पैदा हो.राज्य सरकार इससे निपटेगी. केंद्र से भी बात करेंगे. हालाँकि इस मामले में आरबीआई या वित्त मंत्रालय की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. प्रेवियस आर्टियलसादर नमन महान शिक्षाविद सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पुण्यतिथि पर. अब खेतों से बंदरों को भगाने में का कर रहा है... एशिया कप और विश्व कप जीतने पर हैं हमारी निगाहें,२०२० ओलंपिक... इसे अभी निकाल फेंके, इस राशि के लिए होता है बेहद... सेना के जवान की अपहरण के बाद हत्या
रासायनिक क्न आयात डेटा होम > उत्पादों > रासायनिक क्न आयात डेटा (रासायनिक क्न आयात डेटा के लिए कुल २४ उत्पादों) रासायनिक क्न आयात डेटा - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं रासायनिक क्न आयात डेटा निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक रासायनिक क्न आयात डेटा, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक रासायनिक क्न आयात डेटा में से एक, ग्लोबल ट्रेड ऑनलाइन लिमिटेड। थोक चीन से रासायनिक क्न आयात डेटा , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते रासायनिक क्न आयात डेटा खोजने की आवश्यकता है। बस रासायनिक क्न आयात डेटा पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे रासायनिक क्न आयात डेटा का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
लता मंगेशकर की सेहत में हो रहा है सुधार, पूरी तरह से ठीक होने पर होंगी डिस्चार्ज - जंतजनार्दन जनता जनार्दन संवाददाता , नोव १३, २०१९, १७:४० प्म इस्ट बॉलीवुड की दिग्गज पाश्र्वगायिका लता मंगेशकर सीने में संक्रमण के कारण अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं. यह जानकारी उनके परिवार ने दी. गायिका को सोमवार तड़के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके परिवार ने बुधवार को कहा, "लता दी की हालत स्थिर और पहले से बेहतर है. प्रार्थना करने के लिए आप सभी का बहुत बहुत शुक्रिया. हम उनके पूरी तरह से ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि उन्हें घर ले जा सकें. हमारे साख खड़े रहने के लिए और हमारी निजता को बनाए रखने के लिए शुक्रिया." भारत रत्न प्राप्त गायिका लता मंगेशकर फिलहाल आईसीयू में ही भर्ती हैं. गायिका डॉक्टरों की लगातार निगरानी में हैं. पारिवारिक सूत्र ने दावा किया है कि लता मंगेशकर की तबीयत में लगातार सुधार हो रहा है. लता मंगेशकर परिवार की भतीजी रचना ने बताया कि उनकी तबीयत पहले से बेहतर और स्थिर है. उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बताया कि लता मंगेशकर की तबीयत में लगातार सुधार हो रहा है और वो अच्छे से रेस्पॉन्ड कर रही हैं. उनके डिस्चार्ज संबंधी पूछे गये सवाल के जवाब में रचना ने कहा कि फिलहाल हम इस बारे में सोच भी नहीं रहे हैं और हम उनके पूरी तरह से ठीक होने इंतजार करेंगे. इस बीच, एबीपी न्यूज़ को पता चला है लता मंगेशकर को पूरी तरह से ठीक होने में काफी वक्त लग सकता है और ऐसे में उन्हें कई दिनों तक अस्पताल में ही रहना पड़ सकता है. इस सबके बीच, करीबी लोगों का ब्रीच कैंडी अस्पताल में जाकर लता मंगेशकर का हाल-चाल जानने का सिलसिला जारी है.
वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है न्स काटने के लिए शुरू होता है एनएचएस की देखभाल की मांग बढ़ रही है लेकिन प्रति व्यक्ति धन गिर रहा है। इसका मतलब है कि क्लिनिकल कमीशन समूह (कैग्स) - जो अपने स्थानीय क्षेत्र के लिए स्वास्थ्य सेवा की योजना बनाने के लिए जिम्मेदार हैं - अपने स्थानीय आबादी की ओर से एनएचएस की देखभाल के लिए भुगतान करने के लिए कम धन प्राप्त कर रहे हैं पुस्तकों को संतुलित करने के लिए, सीसीजी अपने उपचार के बारे में अपने नियमों को कस कर रहे हैं कि कौन उपचार कर सकता है। जनवरी में, वेस्ट केंट सीसीजी ने कहा कि यह अप्रैल के बाद तक गैर-तत्काल कार्रवाइयां देरी करेगा, जो कि ३.२म को बचाने की उम्मीद कर रहा है। कुछ दिन पहले, तीन सीसीजी पश्चिम मिडलैंड्स में उन्होंने घोषणा की कि वे सबसे गंभीर दर्द में केवल मरीजों के लिए कूल्हे या घुटने के प्रतिस्थापन को सीमित करना शुरू कर देंगे। सीसीजी, इन कार्यों को ३50 प्रति वर्ष कम करने की उम्मीद करते हैं, २000 में लगभग २016 से नीचे। नवंबर में इसी तरह की कार्रवाई की गई थी यॉर्क सीसीजी की घाटी. ये अभी तक आने वाले कई ऐसे निर्णयों में से सबसे पहले हैं निधि की कमी, सीसीजी के पास राशन एनएचएस की देखभाल के लिए कोई विकल्प नहीं है लेकिन क्या यह एकमात्र विकल्प है? काश मैं अपने ऑपरेशन कभी नहीं होगा इच्छा ज्यादातर लोगों को शल्य चिकित्सा शीघ्र ही ठीक हो जाती है और बाद में बहुत बेहतर लगती है। लेकिन हर कोई नहीं कुछ रोगियों खेद शल्यक्रिया हो रही है या उनकी उम्मीद की तुलना में ठीक होने में अधिक समय लगता है। यदि वे पहले से जानते थे, तो शायद वे पहले स्थान पर सर्जरी नहीं करते थे। लेकिन वे यह जानकारी कैसे प्राप्त कर सकते हैं? परंपरागत रूप से, रोगियों ने अपने डॉक्टरों पर भरोसा किया है कि वे सर्जरी के बाद कितना बेहतर महसूस करेंगे। लेकिन डॉक्टर वास्तव में नहीं जानते हैं यह इसलिए है, क्योंकि हाल ही में, एनएचएस ने मरीज के बारे में कभी नहीं पूछा है कि उनके ऑपरेशन के बाद वे बेहतर महसूस करते हैं या नहीं। यह २००९ में बदलना शुरू हुआ, जब इंग्लैंड ने राष्ट्रीय रोगी-रिपोर्ट किए गए परिणाम उपायों की शुरुआत की, या प्रोम कार्यक्रम। तब से सभी रोगी हिप प्रतिस्थापन वाले, घुटने के प्रतिस्थापन या जीर्ण हर्निया की मरम्मत के लिए कहा गया है कि उन्हें सर्जरी होने से पहले एक स्वास्थ्य प्रश्नावली भरने के लिए और कुछ महीनों बाद में फिर से कहा गया है। मार्च २०१५ तक, लगभग ८००,००० रोगियों ने उत्तर दिया प्रत्येक रोगी के उत्तर की तुलना करके, हम यह पता कर सकते हैं कि सर्जरी के बाद उन्हें कितना अच्छा लगा। इनमें से किसी एक ऑपरेशन की योजना बना रहे किसी के लिए यह जानकारी भी महत्वपूर्ण है कूल्हे या घुटने के प्रतिस्थापन के बारे में सोचने वाले लोग यह जानना चाहते हैं कि वे बेहतर महसूस करेंगे, अगर वे बिना समस्याओं के चलने, खरीदारी करने और दर्द से मुक्ति पाने में सक्षम होंगे। अब वे पता लगा सकते हैं सर्जरी के बाद मुझे कैसा महसूस होगा? न्यूयॉर्क के स्वास्थ्य अर्थशास्त्र केंद्र के विश्वविद्यालय में, हमने एक विकसित किया है वेतूल रोगियों द्वारा स्वास्थ्य संबंधी प्रश्नावली के उत्तर के आधार पर। वेबटोल में संक्षेप में बताया गया है कि शल्य चिकित्सा के बाद विभिन्न रोगियों को कैसे महसूस किया गया था, इस बात पर ध्यान देते हुए कि वे सर्जरी से पहले कैसे महसूस करते थे, कितनी देर तक उनकी स्वास्थ्य समस्या थी, और उनकी उम्र और लिंग। शल्य चिकित्सा के बारे में कोई भी सोचने वाले एक ही सरल स्वास्थ्य प्रश्नावली में भर सकता है तब वेबोटोल उन उत्तरों के साथ मिलते हैं जो ऐसे रोगियों से पहले सर्जरी कर चुके हैं और अपने अनुभवों का सार प्रस्तुत करते हैं, दिखाते हैं कि सर्जरी के बाद कितने बेहतर, खराब या कोई अलग नहीं। वेबटोल यह भी दिखाता है कि इन रोगियों में से कितने लोगों के बारे में चलने के मामले में बेहतर महसूस किया गया; दर्द; चिंता और अवसाद; धोने और कपड़े पहनने की क्षमता; और अपनी सामान्य गतिविधियों को पूरा करने की क्षमता। यह उपयोगकर्ता के अनुकूल और आसानी से समझने योग्य है। यह केवल भरने के लिए कुछ समय लगता है और डॉक्टर के दौरे के दौरान या मरीजों और उनके परिवारों के घर पर उपयोग किया जा सकता है। यह कहीं से भी पहुंचा जा सकता है, इसलिए यदि आप (या आपके किसी मित्र या परिवार के सदस्य) कूल्हे, घुटने या हर्निया सर्जरी के बारे में सोच रहे हैं, तो आप यह जान सकते हैं कि आपके बाद के लोगों के बारे में आपको कैसा महसूस होगा कह चुका। रोगियों को सूचित विकल्प बनाने में सहायता करना हमारा वेबटोल यह सुनिश्चित करता है कि यह जानकारी प्रत्येक व्यक्ति की विशेष विशेषताओं के अनुरूप बनाई जा सके। अब तक, सर्जरी होने के बारे में सोचने वाले लोगों के लिए ऐसी विशिष्ट जानकारी कभी उपलब्ध नहीं है। डॉक्टर शल्य चिकित्सा के बाद आम तौर पर कैसा महसूस करते हैं, इस बारे में मरीजों को केवल अस्पष्ट मार्गदर्शन प्रदान करने में सक्षम हैं। इसी तरह, एनएचएस विकल्प वेबसाइट कहते हैं कि "अधिकांश लोगों को दर्द में एक महत्वपूर्ण कमी और उनके आंदोलन में कुछ सुधार का अनुभव" निम्नलिखित हिप प्रतिस्थापन लेकिन लोग जानना चाहते हैं कि उनके साथ क्या होगा, न कि "अधिकांश लोग" अब यह जानकारी प्रदान करना संभव है क्योंकि पिछले कई मरीजों ने शल्य चिकित्सा के अपने अनुभव साझा किए हैं। इसका मतलब यह है कि इंग्लैंड में लोग अब एक ऑपरेशन के लिए या नहीं, इसके बारे में अधिक सूचित निर्णय कर सकते हैं। ज्यादातर लोग ऑपरेशन के साथ आगे बढ़ने की संभावना रखते हैं, ऐसे ही रोगियों के पिछले अनुभव से आश्वासन देते हैं कि वे बाद में बेहतर महसूस करेंगे। लेकिन कुछ लोग तय कर सकते हैं कि उनकी वसूली की संभावना जोखिम के लायक नहीं है, और शल्य चिकित्सा के खिलाफ निर्णय लेना है। लोगों को इस फैसले को खुद बनाने की इजाजत देना कुछ लोगों की देखभाल को नकार देने से बेहतर है क्योंकि क्लिनिकल कमीशन ग्रुप ने अपने स्थानीय आबादी पर राशन नियमों का एक सेट लगाया है। एंड्रयू स्ट्रीट, प्रोफेसर, सेंटर फॉर हेल्थ इकोनॉमिक्स, यॉर्क विश्वविद्यालय और निल्स गुटकर, रिसर्च फेलो, सेंटर फॉर हेल्थ इकोनॉमिक्स, यॉर्क विश्वविद्यालय आप यहाँ हैं: होम > जीवित > स्वास्थ्य और कल्याण > सर्जरी के बाद अगर आपको बेहतर महसूस हो तो पता करें
थौसन्द टर्न उप फॉर जम्मू कश्मीर कॉप फनरल एट एईदगाह इन हंडवाड़ा | कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी नहींं पुलिसकर्मी के जनाजे में आए ४,००० लोग - हिन्दी ओनेइंडिया इंडिया'स #१ लैंग्वेज पोर्तल इंग्लिश फेसबुक ट्विटर गूगल प्लस होम समाचार देश इन्फोग्राफिक्स व्यंग्य तस्वीरें विदेश अर्थ-जगत खेल-खिलाड़ी फीचर अजब-गजब कला-संस्कृति यूपी बिहार राज्य दिल्ली मध्य प्रदेश राजस्थान हरियाणा महाराष्ट्र झारखंड पंजाब जम्मू-कश्मीर शहर लखनऊ कानपुर आगरा मथुरा इलाहाबाद मेरठ नोएडा गाजियाबाद वाराणसी गोरखपुर अलीगढ़ बरेली मुरादाबाद सहारनपुर आजमगढ़ मिर्जापुर झांसी मुजफ्फरनगर बुलंदशहर बहराइच रायबरेली शाहजहांपुर हरदोई मऊ उन्नाव बदायूं बांदा रामपुर बस्ती कार्टून वीडियो सिनेमा बॉलीवुड गपशप फीचर फिल्म रिव्यू साक्षात्कार गीत-संगीत फिल्म प्रिव्यू टेलीविजन ज्योतिष आज का राशिफल साप्ताहिक भविष्यफल मासिक राशिफल वार्षिक राशिफल प्यार का वार्षिक राशिफल लाइफस्टाइल स्वास्थ्य गर्भावस्था एवं परवरिश किचन किंग सौंदर्य होम गार्डन रिलेशनशिप ऑटो टू-व्हीलर फोर-व्हीलर रोचक खबरें ऑटो शो टिप्स एंड केयर गैजेट मोबाइल म्यूजिक कंप्यूटर कैमरा गैजेट समाचार टेक टिप्स यात्रा होटल फ्लाइट यात्रा डायरी गैलरी अंड्रॉयड आप्प इयोस आप्प होम समाचार देश कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी नहींं पुलिसकर्मी के जनाजे में आए ४,००० लोग सबस्क्रिबे तो ओनेइंडिया हिन्दी श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में सीमा पार से जारी फायरिंग के अलावा आतंकवादियों की घुसपैठ भी लगातार जारी है। पिछले दिनों इन्हीं आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में जम्मू कश्मीर पुलिस के ३७ वर्षीय पुलिसकर्मी अब्दुल करीम की मौत हो गई। करीम का जब अंतिम संस्कार किया गया तो उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा। यह हुजूम उन तमाम लोगों को एक कड़ा संदेश था जो यह कहते थे कि घाटी में अक्सर आतंकियों की मौत पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। पहली बार इलाके में लगा हुजूम करीब उत्तर कश्मीर के हंदवाड़ा के लांगेट के रहने वाले थे और शनिवार को मुठभेड़ में उनकी मौत हो गई है। उनके घर में उनकी पत्नी और मां के अलावा दो बेटियां और एक बेटा है। जल्द ही उनकी पत्नी एक और बच्चे को जन्म देने वाली है। अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने हंदवाड़ा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। करीम हंदवाड़ा के बाहरी इलाके में स्थित पुलिस चौकी चौगुल में गश्त के लिए मौजूद थे। करीब हंदवाड़ा के लांगेट के तहत आने वाले गांव लाछ के रहने वाले थे। स्थानीय लोगों की मानें तो उनके अंतिम संस्कार में जो भीड़ आई वह उन्होंने इस इलाके में पहली बार देखी थी। पांच माह तक चली अशांति और बवाल के बाद घाटी में इस तरह का माहौल बनना काफी अहम है। पढ़ें-पुंछ में मस्जिद से हुई पाकिस्तान से फायरिंग बंद करने की अपील! हिजबुल मुजाहिदीन ने दी है पुलिस को वॉर्निंग अब्दुल करीम का अंतिम संस्कार ईदगाह में किया गया था और स्थानीय लोगों की मानें तो करीब चार हजार लोगों ने इसमें हिस्सा लिया था। गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया, 'वह काफी अच्छे इंसान थे और उन्होंने कभी किसी को परेशान नहीं किया। हमेशा पड़ोसियों की मदद की और गांव का हर व्यक्ति उन्हें हमेशा याद करेगा। ' उनके पड़ोसी गुलाम कादिर के मुताबिक इस इलाके में यह अब तक का सबसे बड़ा अंतिम संस्कार था। आपको बता दें कि हिजबुल मुजाहिदीन के नए कमांडर जाकिर राशिद उर्फ मूसा ने पिछले दिनों एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में उसने जम्मू कश्मीर पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर आतंकियों के परिवारवालों को परेशान किया गया तो फिर उनके लिए अच्छा नहीं होगा। मूसा ने कहा है, 'हमारे परिवारवालों को शामिल करके तुम लोगों ने अब तक की सबसे बड़ी गलती की है। यह युद्ध तुम्हारे और हमारे बीच था लेकिन परिवारवालों को इसमें शामिल कर लिया है।' देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए ओनेइंडिया हिन्दी के फेसबुक पेज को लाइक करें रेड मोर आबात: जम्मू कश्मीर, श्रीनगर, हंडवाड़ा, लाइन ऑफ कंट्रोल, लोक, फ़िरिंग, सीसफिरे, फनरल, पाकिस्तान, त, टेरोरिस, जम्मू कश्मीर, श्रीनगर, हंदवाड़ा, लाइन ऑफ कंट्रोल, एलओसी स्टोरी फर्स्ट पबलिश्ड: तुएस्ड्य, जान्वरी ३, २०१७, १०:१२ [इस्ट] इंग्लिश सुमेरी नॉर्थ कश्मीर'स विलेज इन हंडवाड़ा विटनेसेड आ ह्युज फनरल प्रोसेशन फॉर जम्मू कश्मीर कॉप वो वास किल्ल्ड बाय टेरोरिस्ट फू डेस बऐक.
१६६६ पूर्णिमा के दिन | पूर्णिमा व्रत | पूर्ण चन्द्रमा के दिन नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, भारत के लिए १६६६ पूर्णिमा | पूर्ण चन्द्रमा के दिन नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, भारत के लिए १६६६ पूर्णिमा के दिन [१७२२ - १७२३] विक्रम सम्वत जनवरी २०, १६६६, बुधवार प्रारम्भ - ०५:४१ ए एम, जनवरी २० समाप्त - ०३:१७ ए एम, जनवरी २१ फरवरी १९, १६६६, शुक्रवार प्रारम्भ - ०५:५६ पी एम, फरवरी १८ समाप्त - ०२:३० पी एम, फरवरी १९ मार्च २०, १६६६, शनिवार प्रारम्भ - ०३:५१ ए एम, मार्च २० समाप्त - ११:५५ पी एम, मार्च २० अप्रैल १८, १६६६, रविवार प्रारम्भ - ११:५९ ए एम, अप्रैल १८ समाप्त - ०८:११ ए एम, अप्रैल १९ अप्रैल १९, १६६६, सोमवार मई १८, १६६६, मंगलवार प्रारम्भ - ०७:२० पी एम, मई १७ समाप्त - ०४:१५ पी एम, मई १८ जून १६, १६66, बुधवार प्रारम्भ - ०३:०२ ए एम, जून १६ समाप्त - ०१:०४ ए एम, जून १७ जुलाई १५, १६६६, बृहस्पतिवार प्रारम्भ - १२:०३ पी एम, जुलाई १५ समाप्त - ११:२६ ए एम, जुलाई १६ जुलाई १६, १६66, शुक्रवार अगस्त १४, १६६६, शनिवार प्रारम्भ - ११:१० पी एम, अगस्त १३ समाप्त - ११:५२ पी एम, अगस्त १४ सितम्बर १२, १६६६, रविवार प्रारम्भ - १२:४९ पी एम, सितम्बर १२ समाप्त - ०२:३५ पी एम, सितम्बर १३ सितम्बर १३, १६६६, सोमवार अक्टूबर १२, १६६६, मंगलवार प्रारम्भ - ०५:०३ ए एम, अक्टूबर १२ समाप्त - ०७:२८ ए एम, अक्टूबर १३ नवम्बर ११, १६६६, बृहस्पतिवार प्रारम्भ - ११:२५ पी एम, नवम्बर १० समाप्त - ०१:५० ए एम, नवम्बर १२ दिसम्बर ११, १६६६, शनिवार प्रारम्भ - ०६:४१ पी एम, दिसम्बर १० समाप्त - ०८:२१ पी एम, दिसम्बर ११ १६६७ में पूर्णिमा के दिन
इस पुस्तक का नाम : अथातो भक्ति जिज्ञासा भाग-२ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : ओशो | ओशो की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : ओशो | इस पुस्तक का कुल साइज ०३.० म्ब है | पुस्तक में कुल ३९८ पृष्ठ हैं |नीचे अथातो भक्ति जिज्ञासा भाग-२ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अथातो भक्ति जिज्ञासा भाग-२ पुस्तक की श्रेणियां हैं : स्प्रिचुआलिटी -अध्यात्म देह के ऐसे सबंध हैं, जिनसे मुक्त होना है। और देह के ऐसे सबंध हैं, जिनमें और गहरे जाना है। प्रेम ऐसा ही सबंध है। प्रेम में गहराई बढ़ना चाहिए। घृणा में गहराई घटनी चाहिए। घृणा से तुम मुक्त हो सको, तो सैभाग्य लेकिन अगर प्रेम से मुक्त हो गए तो दुर्भाग्य और मजा यह है कि अगर तुम्हें घृणा से मुक्त होना हो तो सरल रास्ता यह है कि प्रेम से भी मुक्त हो जाओ और तुम्हारे अब तक के साधु-संन्यासियों ने सरल रास्ता पकड़ लिया न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी लेकिन बांस और बांसुरी में बड़ा फर्क है। बांसुरी बजनी चाहिए। बांस से बांसुरी बनती है, लेकिन बांसुरी बड़ा रूपांतरण है।
यौन शोषण का शिकार होते मासूम बच्चे : एक सामाजिक रोग यौन शोषण का शिकार होते यौन शोषण की दर लगातार बढ़ती जा रही है, इसको रोकने के लिए समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर यौन शोषण जैसे सामाजिक रोग को खत्म करना होगा। इसके लिए बच्चों को शुरू से ही इस संबंध में जागरूक करने के साथ-साथ स्कूलों में न्यूनतम सेक्स शिक्षा की अनिवार्यता होनी चाहिए। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के अनुसार प्रत्येक दिन भारत में ५५ बच्चे दुष्कर्म का शिकार हो रहे हैं, जबकि बहुत से मामले तो सामने ही नहीं आ पाते। बच्चों में असुरक्षा का भाव है ना वह घर में सुरक्षित हैं और ना ही स्कूल या बाहर। एक अनुमान के अनुसार हर चार में से एक लड़की १८ वर्ष के होने से पहले ही यौन शोषण का शिकार हो जाती हैं और आश्चर्य की बात यह है कि बच्चों के साथ दुष्कर्म करने वाले ९०% लोग परिवार के या फिर जाने वाले ही होते हैं। प्रत्येक ६ मिनट में देश के किसी कोने से कोई ना कोई बच्चा गायब हो जाता है, बच्चे अपने साथ हुए इस दुष्कर्म को समझ नहीं पाते और अंदर ही अंदर घुटने रहते हैं। ज्यादातर मामले इसी वजह से दबाने की कोशिश की जाती है जिसमें परिवार का कोई व्यक्ति भी शामिल हो। यह कारण है कि ज्यादातर दोषी बच निकलते हैं। ग्सत-११ की कामयाबी की उड़ान | भारत का सबसे बड़ा उपग्रह सिंगापुर में आयोजित आसियन शिखर सम्मेलन में भारत की भूमिका पीब रिलीस : भारत में आपातकालीन मेडिसन एवं चिकित्सा बाल यौन शोषण के जो मुकदमे दर्ज भी हो जाते हैं उन्हें निपटने में सालों लग जाते हैं इसलिए इस मामले में सख्त सजा का होना बहुत जरूरी है। समाज में बढ़ती आपसी दूरी भी इसका कारण है पहले मोहल्ले में हर कोई एक-दूसरे को जानता था। अब यही नहीं पता रहता कि पड़ोस में कौन रहता है। ऐसी स्थिति में अपराधी का बच निकलना आसान हो जाता है इस सामाजिक रोग से लड़ने के लिए समाज को एकजुट होना होगा। मंत्रिमंडल ने बच्चों को यौन शोषण से बचाने के लिए २८ दिसंबर २०१८ को पोक्सो कानून, २०१२ ( थे प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्र्म सेक्सुअल ऑफ ऑफेंसेस एक्ट ) में संशोधन को मंजूरी दे दी है। तो संशोधन विधेयक इसी सत्र में संसद में पेश हो सकता है इस एक्ट के अनुसार बच्चों के आक्रामक यौन उत्पीडन पर मौत की सजा एवं बाल यौन उत्पीडन के अन्य अपराधों के लिए भी सख्त सजा का प्रावधान किया गया है इसके साथ साथ पैसे के बदले यौन शोषण और बच्चे को जल्दी वयस्क (अदुल्ट) करने के लिए हार्मोन या रसायन देना भी एग्रावेटेड सेक्सुअल एसॉल्ट माना जाएगा| बच्चों की पोर्नोग्राफी से संबंधित सामग्री एकत्रित करने पर न्यूनतम ३ साल की सजा का प्रावधान गैर जमानत के साथ करने का प्रावधान किया जा रहा है| पिछले कुछ समय में बच्चों के यौन शोषण के मामलो ने देश को हिला कर रख दिया है इसलिए इस अपराध के लिए सख्त सजा की मांग और तेज हो गई है। सोर्स बाय नवभारत टाइम्स में प्रकाशित लेख पर आधारित प्रेवियसप्रेवियस पोस्ट:खनिज क्या है ? खनिज कहां पाए जाते हैं एंव ऊर्जा संसाधननेक्स्टनेक्स्ट पोस्ट:नये भारत के लिए रणनीति @७५ : नये भारत की निर्माण नीति संपादकीय : क्या कर्जमाफी ही किसानों की समस्या का समाधान है ?
कोहडौर थाने के सूर्यगढ़ जगन्नाथ में तालाब में डूबने से बच्चों की मौत पर जिला अस्पताल में बिलखते प - फोटो : प्रतापगढ़ कोहड़ौर/ मकूनपुर (प्रतापगढ़)। कोहड़ौर इलाके में रविवार को घर से मवेशी चराने के लिए निकले तीन बालिकाओं समेत चार बच्चों की नहाते समय तालाब में डूबने से मौत हो गई। घंटों मशक्कत के बाद तालाब से सभी को बाहर निकाला जा सका। जिला अस्पताल में डाक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। परिजन शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे, इसलिए वे आनन-फानन शवों को बाइक से लेकर घर लौट गए। कोहड़ौर थाना क्षेत्र के सूर्यगढ़ जगन्नाथपुर की रहने वाली आरती (११) पुत्री रामसुंदरपाल, अनूप (१०) पुत्र रामअभिलाष, रुचि (१५) पुत्री रामनाथ, शिवानी (१६) पुत्री विनोद कुमार तिवारी और सुषमा पुत्री सुखराम रविवार दोपहर मवेशी चराने के लिए घर से दूर खेतों की ओर गई थी। इस दौरान सभी बगल स्थित राघव दुबे के निजी तालाब में नहाने चले गए। सुषमा को छोड़कर सभी तालाब में उतर गए। देखते ही देखते वे डूबने लगे। उनकी चीख सुनकर सुषमा आई, सभी को डूबते देख वह बदहवास होकर घर भागी और घटना की जानकारी दी। आनन फानन ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी तरह आरती, रुचि व अनूप को निकाला। तीनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सबसे अंत में शिवानी को तालाब से बाहर निकाला जा सका। उसे लेकर परिजन सदर बाजार स्थित प्राइवेट अस्पताल पहुंचेे, जहां चिकित्सकों ने शिवानी को मृत घोषित कर दिया। शवों का पोस्टमार्टम न कराना पड़े, इसलिए परिजन बाइक व दूसरे संसाधनों से शवों को लेकर घर लौट गए। गांव में चार बच्चों की मौत से कोहराम मचा रहा। सूचना मिलने पर कोहड़ौर पुलिस पहुंची। कुछ देर बाद एसडीएम पट्टी डीपी सिंह पहुंचे। परिवार के लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। हर संभव मदद का भरोसा देते हुए शवों का पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी किया, जिसके बाद कोहड़ौर पुलिस शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज सकी। प्रतापगढ़ के कोहडौर क्षेत्र के सूर्यगढ़ जगन्नाथ में तालाब में डूबने से मृत बालिका शिवानी। फाइल ?- फोटो : प्रतापगढ़ प्रतापगढ़ के कोहडौर क्षेत्र के सूर्यगढ़ जगन्नाथ में तालाब में डूबने से मृत बालिका आरती। फाइल फो?- फोटो : प्रतापगढ़ प्रतापगढ़ के कोहडौर क्षेत्र के सूर्यगढ़ जगन्नाथ में तालाब में डूबने से मृत बालक अनूप। फाइल फोटो- फोटो : प्रतापगढ़ प्रतापगढ़ के कोहडौर क्षेत्र के सूर्यगढ़ जगन्नाथ में तालाब में डूबने से मृत किशोरी रूचि। फाइल फो?- फोटो : प्रतापगढ़
आंध्र प्रदेश के किसानों ने भी तेज किया परमाणु संयंत्र का विरोध संघर्ष संवाद आंध्र प्रदेशपरमाणु पॉवर प्लांट विरोधी आंदोलन हरियाणा के गोरखपुर तथा महाराष्ट्र के जैतापुर में प्रस्तावित परमाणु संयंत्र के विरोध की चिंगारी को जापान की त्रासदी ने हवा दी है और अब इसकी लपटें महाराष्ट्र (जैतापुर) के पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश तक पहुंच गई हैं। सिरीकाकुलम जिले के रणस्थलम मंडल की ३० ग्राम पंचायतों ने मोर्चा बनाकर कोव्वाडा गांव में प्रस्तावित परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। भूमि अधिग्रहण कानून २०१३ को लागू करें मध्य प्रदेश सरकार आंध्र प्रदेश सरकार ने आदिवासियों के संघर्ष के चलते कल्याण छत्तीसगढ़ : अडानी के खिलाफ बस्तर के आदिवासियों का संघर्ष बैलाडीला अडानी खनन का मामला : मेरा कातिल ही मेरा मुंसिफ है, पड़ोसी राज्य के जैतापुर परमाणु संयंत्र के विरोध को मिल रहे समर्थन से उत्साहित रणस्थलम मंडल की ३० ग्राम पंचायतों के लगभग १५० गांवों के किसानों ने १८ मार्च २०११ को रणस्थलम में रैली निकालकर केन्द्र व राज्य सरकार से परियेाजना को रद्द करने को कहा है। प्रस्तावित परमाणु संयंत्र के लिए २,००० एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। हालांकि अभी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया की शुरूआत नहीं हुई है। किसान किसी भी कीमत पर अपनी भूमि इस तरह की विनाशकारी परियोजना के लिए देने को तैयार नहीं हैं। गोरखपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र विरोधी आंदोलन किसानों ने किया मिनी सचिवालय के सामने धरना, प्रदर्शन अडानी के खिलाफ धरने का चौथा दिन : देश की आत्मा के नाम बस्तर के आदिवासियों की अपील; हरियाणा : बीजेपी सरकार ने नियमों को ताक पर रखकर ४०० एकड़ सामुदायिक जमीन बाबा रामदेव को बस्तर : बैलाडीला की १३ खदान अडानी को बेचने पर पचास हजार आदिवासी विरोध करने के लिए छत्तीसगढ़ : बस्तर में जमीन अधिग्रहण करने पहुंचे अफसरों को आदिवासियों ने पढ़ाया छ्त्तीसगढ़ : बस्तर में अडानी ने २ हज़ार पेड़ काट कर जला छत्तीसगढ़ : हिंडाल्को कंपनी ने आदिवासी किसान की निजी भूमि पर
जल शक्ति अभियान के तहत विभाग पूर्ण कार्यों की रिपोर्ट एप पर करें अपलोड: भारती भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय से संयुक्त सचिव एवं सैंट्रल नोडल प्रभारी चंद्राकर भारती ने कहा कि सभी विभाग जल शक्ति अभियान के अंतर्गत निर्धारित एक्शन प्लान में तेजी लाएं। साथ ही पूर्ण किए जा चुके कार्यों की डिटेल जल शक्ति अभियान एप पर अपलोड करें ताकि जिला की रैंकिंग में सुधार लाया जा सके। वे आज स्थानीय लोक निर्माण विश्राम गृह में जल शक्ति अभियान के तहत आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में नोडल प्रभारी चंद्राकर भारती ने विभागों द्वारा किए गए कार्यों की खंडवार समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस बैठक में सिंचाई विभाग, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, विकास एवं पंचायत विभाग, मार्केट कमेटी, कृषि विभाग, जनस्वास्थ्य विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। श्री भारती ने कहा कि जल शक्ति अभियान १ जुलाई से शुरु हुआ था और यह अभियान १5 सितम्बर को सम्पन्न हो रहा है। इस अभियान के तहत देश के २५० से भी अधिक जिले चिह्नित किए गए थे जहां का भूजल स्तर बहुत ही कम है। इनमें सिरसा जिला भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इस समय सिरसा जिला की रैंकिंग ९२ है तथा जिला की स्कोर 2१.7१ है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे प्राप्त किए गए लक्ष्यों की रिपोर्ट दो दिनों के अंदर-अंदर जल शक्ति अभियान एप पर अपलोड करवाएं ताकि जिला की रैंकिंग व स्कोर में सुधार करवाया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे पूर्ण कार्यों की जियोटैगिंग यथाशीघ्र करें ताकि ऑनलाईन कार्यों की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त की जा सके। उन्होंने बताया कि अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु मुख्य बिन्दु निर्धारित किए गए है। इनमें जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन, परम्परागत एवं अन्य जलाशयों का जीर्णोद्धार, बोरवेल रिचार्ज स्ट्रक्चर्स का रियूज, जलग्रहण क्षेत्र विकास व सघन वृक्षारोपण किया जाना शामिल है। जिला में जल शक्ति अभियान की प्रगति की समीक्षा के लिए केन्द्र सरकार की पांच सदस्यीय टीम आई हुई है जो आगामी दो दिनों तक जिला में चिह्नित स्थानों पर अभियान के तहत कार्यों की समीक्षा करेगी। उल्लेखनीय है कि जिला में जल संरक्षण अभियान के तहत पौधारोपण का लक्ष्य प्राप्त किया जा चुका है, विभाग द्वारा अबतक ४ लाख २० हजार पौधे रोपित किए जा चुके हैं। वन विभाग द्वारा मुख्य मार्गों के दौनों ओर, नहरों, स्कूलों, सरकारी व सार्वजनिक भवनों के प्रांगण में पौधारोपण किया जा चुका है। इसके अलावा जल स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में २५०० टूंटियां लगाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ था, विभाग द्वारा लक्ष्य से उपर उठ कर २७०० टूंटियां लगवाई जा चुकी है। इसके अलावा तालाबों के किनारों की सफाई करवाई जा चुकी है, साथ ही वहां पर पौधारोपण का कार्य भी करवाया गया है। इसके अलावा तालाबों के विस्तार का कार्य जारी है ताकि तालाबों की जल संग्रहण की क्षमता बढ सके।
एफआईआर के आदेश देने वाले डीएम से मायावती के जूते साफ करवाएंगे आजम - हिन्द मोरचा होम फ्लाश न्यूज एफआईआर के आदेश देने वाले डीएम से मायावती के जूते साफ करवाएंगे... एफआईआर के आदेश देने वाले डीएम से मायावती के जूते साफ करवाएंगे आजम आजम खान की इस हिमाकत को राष्ट्रीय परिप्रेक्ष में समझने की जरुरत हैं। ऐसी गंदी मानसिकता वाली सोच के आजम को लेकर अखिलेश यूपी में कैसा शासन देंगे सवाल यह नहीं है कि यूपी के पूर्व मंत्री और लोकसभा चुनाव में रामपुर से सपा-बसपा के गठबंधन के उम्मीदवार आजम खान ने अपनी प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार जयाप्रदा के अंग वस्त्रों को लेकर नीचतापूर्ण टिप्पणी की है। अहम सवाल आजम खान की हिम्मत का है। आजम की इस हिम्मत को राष्ट्रीय परिप्रेक्ष में समझने की जरुरत है। आज देश के हालात ऐसे हो गए है कि आजम खान जैसे राजनेता एक हिन्दू महिला के लिए इस तरह के बयान सार्वजनिक तौर पर देते हैं। जयाप्रदा जानी मानी फिल्म स्टार हैं और दो बार रामपुर की सांसद रह चुकी हैं। जयाप्रदा तो आजम खान को अपना भाई मानती रही, लेकिन इसे अफसोसनाक ही कहा जाएगा कि आजम खान जयाप्रदा के अंडरवियर की बातें कर रहे हैं। आजम खान को भी पता है कि ऐसी गंदी बातें करने के बाद भी उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा, क्योंकि भारत में धर्मनिरपेक्षता वाला लोकतंत्र हैं। आजम खान भले ही एक महिला के अंडरवियर की बातें करें, लेकिन रामपुर के लाखों लोग उन्हें ही वोट देंगे। यानि ऐसे लोगों को तो आजम खान की ऐसी बातें अच्छी लगती हैं। यह हमारा धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र ही है, जिसमें नीचतापूर्ण बयान देने के बाद भी आजम खान चोरी और सीना जोरी वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। असल में बयान के बाद रामपुर के डीएम और जिला निर्वाचन अधिकारी ने आजम के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। लेकिन आजम ने बिना कोई घबराहट दिखाए कह दिया कि मैं ऐसे प्रशासनिक अधिकारियों से डरता नहीं हंू। यूपी में सपा-बसपा का राज आने पर इसी डीएम से मायावती के जूते साफ करवाउंगा। अंदाजा लगाया जा सकता है कि आजम के हौंसले कितने बुलंद हैं। यदि आजम को इस बात का अहसास होता कि एक महिला की बेईज्जती करने की सजा मिल सकती है तो वे कभी भी गंदी बातें नहीं करते। गंभीर बात तो यह है कि जिस चुनावी सभा में आजम ने जया प्रदा के लिए अश्लील बातें कहीं उस सभा में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे। अखिलेश ने अभी तक भी आजम के बयान की निंदा नहीं की है। महिला होने के नाते मायावती भी जया प्रदा की समर्थन में नहीं आई हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि सपा के भीष्म पितामह माने जाने वाले मुलायम सिंह भी चुप हैं। हालांकि जयाप्रदा ने अब आजम खान का नामांकन रद्द करने की मांग की है। प्रेवियस आर्टियलमहराजगंज सदर कोतवाल को निलंबित करने का मामला गरमाया, एस०पी०को ज्ञापन नेक्स्ट आर्टियलभाजपा में कैसे मिलता है टिकट, सांसद ने खोला राज-सुनिए आडियो फायरब्रिगेड और पुलिस के देरी से पहुंचने के कारण ग्रामीण हुए... दबंगो द्वारा एक व्यक्ति को बुरी तरह से मारा पीटा गया जलियांवाला बाग में मारे गए लोग शहीद क्यों नहीं? आप-कांग्रेस में गठबंधन को लेकर अटकलें तेज, जानें- दिल्ली के एक... विमान क्रैश होने के बाद एयरफोर्स की टीम ने शाम तक...
शिक्षक दिवस २०१८: गुरु की महिमा का बखान- हरिभूमि, हरिभूमि शिक्षक दिवस २०१८: गुरु की महिमा का बखान भारत में सदियों से गुरु परंपरा समाज और देश का मार्गदर्शन करती रही है। अनेक ऐसे महापुरुष हुए हैं, जिन्हें संवारने और उनके जीवन को नई दिशा देने में उनके गुरुओं की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही। बदलते समय में गुरु परंपरा और शिक्षक-शिक्षण का स्वरूप भले ही बदल गया है लेकिन सभ्य समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण में शिक्षक की भूमिका आज भी उतनी ही मूल्यवान है। सरस्वती रमेश३ सेप २०१८ २:५४ प्म गम्त आज के दौर में शिक्षण को एक व्यवसाय मान लिया गया है लेकिन गहरे अर्थों में देखें तो यह केवल व्यवसाय नहीं है। एक शिक्षक अपने शिक्षण द्वारा पूरे समाज में ज्ञान का प्रकाश फैलाता है। हमारे भीतर सामाजिक एवं नैतिक मूल्य रोपता है और इस तरह सुसंस्कृत समाज और सशक्त राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यही कारण है कि शिक्षकों को राष्ट्रनिर्माता भी कहा जाता है। शिक्षकों के इसी योगदान को याद करने के लिए हम हर वर्ष ५ सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते हैं। यह दिन हमारे देश के महान शिक्षाविद और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन होता है। उन्हीं की इच्छानुसार उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई। गुरु की अवधारणा गुरु की महिमा का बखान लगभग हर धर्म के ग्रंथों और शास्त्रों में किया गया है। ईश्वर को लेकर भले ही हमारी मान्यताओं में विभिन्नता हो लेकिन गुरु के प्रति सम्मान एक जैसा है, हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला या अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाने वाला। प्राचीन गुरुकुल परंपराओं में गुरुओं ने न सिर्फ मौलिक ज्ञान प्रसारित किया बल्कि अपने शिष्यों और समाज के लिए नैतिकता की मिसाल भी बने। उन्होंने अपने शिष्यों को ज्ञानवान होने के साथ ही चरित्रवान इंसान बनने को भी प्रेरित किया। प्राचीन ग्रंथों में देखें तो पता चलता है कि विद्यार्थियों को गुरुकुल में जाकर या गुरु के आश्रम में रहकर विद्या अध्ययन करना पड़ता था। राजा और प्रजा सभी की संतानें एक स्थान पर एक ही परिवेश में विद्या अर्जन करती थीं। इस तरह की शिक्षा व्यवस्था का उद्देश्य यही था कि सभी बालकों को बिना भेदभाव भविष्य में हर परिस्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम बनाया जा सके। हमारे देश में प्राचीन काल में शिक्षक, गुरु ही कहे जाते थे, जो अपने गुरुकुल में शिक्षा प्रदान करते थे। वह समय चक्रवर्ती राजाओं और एक से बढ़कर एक महान दार्शनिकों और योगियों का था। इतिहास गवाह है कि अधिकतर राजाओं के शासन की दिशा और दशा को तय करने में किसी न किसी महान गुरु का मार्गदर्शन रहता था। संत और योगियों, जिन्होंने भारतीय संस्कृति और इसके अक्षुण्ण मूल्यों को पूरे विश्व में फैलाकर भारत को आध्यात्मिक गुरु होने का दर्जा दिलाया, उन्हें महान बनाने के पीछे भी किसी न किसी गुरु की भूमिका रही है। जिनको गुरु से ज्ञान प्राप्त करने का सौभाग्य नहीं प्राप्त हुआ, उन्होंने भी किसी को प्रतीकात्मक रूप में गुरु मानकर ज्ञान अर्जित किया, ऐसे भी कई उदाहरण मौजूद हैं। महान गुरुओं के प्रसिद्ध शिष्य (इसे अलग से प्ले कर सकते हैं) माना जाता है कि अगर आचार्य चाणक्य ने चंद्रगुप्त को विवेकपूर्ण बुद्धि, शासन कौशल और राजनीति की शिक्षा नहीं दी होती तो भारत का इतिहास एक चक्रवर्ती राजा से वंचित रह जाता। एक भारत की सर्वप्रथम आधारशिला रखने का श्रेय चंद्रगुप्त मौर्य को ही जाता है लेकिन इसकी भूमिका तैयार करने में उनके गुरु चाणक्य का सबसे अहम योगदान रहा। चाणक्य ने अगर चंद्रगुप्त को अपना शिष्य बनाकर समस्त विद्याओं में दक्ष नहीं किया होता तो आज भारत का इतिहास कुछ और ही होता। महाभारत काल में गुरु द्रोणाचार्य ने अर्जुन को एक श्रेष्ठ धनुर्धारी बनाया। उन्हीं गुरु द्रोणाचार्य से शिक्षा ग्रहण न कर पाने पर एकलव्य ने द्रोणाचार्य की प्रतिमा को ही साक्षात गुरु मानकर अर्जुन से भी अधिक दक्षता हासिल कर ली। रामकृष्ण परमहंस ने स्वामी विवेकानंद के रूप में दुनिया को एक महान मानवतावादी योगी दिया। स्वामी विवेकानंद स्वयं महान योगी और ज्ञानी थे फिर भी यह कहने में उन्हें जरा भी संकोच नहीं था कि मैं जो भी करता हूं, कहता हूं, वह सब मेरे गुरु का दिया हुआ है। इसी तरह ब्रिटिश गणितज्ञ जी. एच. हार्डी ने अपने बहुमूल्य कार्यों के बावजूद भारतीय गणितज्ञ रामानुजन को अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया, उन्हें गुरुतुल्य माना। विश्व इतिहास में देखें तो सुकरात, प्लेटो और अरस्तु के रूप में दुनिया को तीन महान गुरु मिले। प्लेटो, सुकरात के शिष्य थे। सुकरात ने अपने दर्शन को कहीं लिखा नहीं था लेकिन उनके शिष्य प्लेटो ने उनकी शिक्षाओं को आगे बढ़ाया। इसी तरह प्लेटो के शिष्य अरस्तु ने अपने गुरु के ज्ञान और संदेश को आगे बढ़ाया। अरस्तु ने भौतिकी, अध्यात्म, कविता, नाटक, संगीत, तर्कशास्त्र, जीव विज्ञान सहित कई विषयों पर महत्वपूर्ण रचनाएं कीं। देते हैं जीवन को दिशा गुरु जीवन को नई दिशा प्रदान करता है। माता-पिता भले ही हमारे पहले शिक्षक हों लेकिन जीवन की वास्तविक और कठिन परीक्षा के लिए हमारे गुरु ही हमें तैयार करते हैं। जीवन जीने के लिए सिर्फ किताबी ज्ञान पर्याप्त नहीं होता। हमारे भीतर साहस, हौसला, धैर्य, नैतिकता, करुणा जैसे मानवीय गुण भी होने आवश्यक हैं और ये सारे गुण एक सच्चा गुरु ही हमारे भीतर भर सकता है। दरअसल, इन गुणों के साथ होने पर ही विद्यालय में अर्जित किताबी ज्ञान का उपयोग किया जा सकता है। कई बार विद्यार्थी अपनी असफलता से निराश हो जाते हैं और गहरे अवसाद में डूब जाते हैं। ऐसी असफलताओं से निराश न होने का सबक हमें गुरु ही सिखाता है। इस तरह गुरु हमारे जीवन में सच्चे मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं। ईश्वर के समतुल्य हमारी प्राचीन भारतीय परंपरा में गुरु को ईश्वरतुल्य माना गया है, इसीलिए उनके द्वारा दिए जाने वाले ज्ञान को सबसे मूल्यवान माना जाता है। यहां तक कि गुरु को ईश्वर तक पहुंचने का साधन माना गया है। इसीलिए उन्हें त्रिदेव ब्रम्हा, विष्णु और महेश के समान प्रतिष्ठा प्राप्त है। गुरुः साक्षात परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः॥ ज्ञानाश्रयी शाखा के महान कवि कबीर ने भी गुरु को सर्वोपरि माना इसीलिए गुरु और गोविंद दोनों के एक साथ उपस्थित होने पर पहले गुरु के चरण स्पर्श को वरीयता दी। शिक्षक के अनेक रूप गुरु की परंपरागत अवधारणा से अलग भी शिक्षक के कई रूप होते हैं। हम अपने जीवन में इनके विभिन्न रूपों से मिलते हैं। भले ही ये रूप गुरु की परिभाषा के दायरे में नहीं आते लेकिन जीवन की कोई शिक्षा या ज्ञान अगर किसी से सीखने को मिलता है तो वह भी शिक्षक की श्रेणी में ही आ जाता है। हमारे माता-पिता, भाई, बंधु, रिश्तेदार जिनसे मिलकर या बिना मिले हमने कुछ सीखा, प्राप्त किया है तो वे भी शिक्षक कहे जाने के हकदार हैं। हमारे सच्चे मित्र कई बार जीवन के कठिन फैसले लेने में हमारी मदद करते हैं, राह दिखाते हैं या सुझाव देते हैं तो वे भी शिक्षक के ही एक रूप हुए। किसी के द्वारा कही गई या लिखी गई प्रेरक बात को पढ़कर यदि हम जीवन में आगे बढ़ने की ऊर्जा से भर जाते हैं तो वे भी हमारे लिए अप्रत्यक्ष शिक्षक ही हुए। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि हर इंसान को आगे बढ़ने और महान बनने के लिए किसी न किसी रूप में गुरु की आवश्यकता होती है और आज के समय में इनकी महत्ता और भी बढ़ गई है।
उत्तराखंड के चारों धामों में बर्फबारी, कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी से बढ़ी सर्दी उत्तराखंड में मौसम करवट ले रहा है। बदरीनाथ केदारनाथ गंगोत्री और यमुनोत्री की पहाड़ियों में जमकर बर्फबारी से सर्दी बढ़ गई। वहीं कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। ... देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध स्कीइंग स्थल औली में ३१ साल बाद नवंबर में हिमपात हुआ है। बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे तो खिले ही, व्यवसायियों में भी उत्साह है। गुरुवार को प्रदेश में मौसम ने करवट बदली और बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में भी बर्फ की हल्की फुहारें पड़ीं। इसके अलावा पिथौरागढ़ के मुनस्यारी के साथ ही ऊंची पहाडिय़ों पर बर्फबारी के समाचार हैं। निचले स्थानों पर बारिश से ठंड बढ़ गई है। देहरादून स्थित राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले २४ घंटों में भी मौसम के मिजाज में कोई बदलाव नहीं होगा। साढ़े तीन हजार मीटर की ऊंचाई तक बर्फबारी की संभावना है। गुरुवार को सुबह से ही प्रदेश के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में बूंदाबांदी का दौर जारी है। दूसरी ओर ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है। समुद्रतल से १०५०० फीट की ऊंचाई पर स्थित औली में बर्फ की चादर बिछने पर पर्यटकों ने जमकर लुत्फ उठाया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार औली में ३१ साल पहले २८ नवंबर १९८८ को बर्फबारी रिकार्ड की गई थी। आमतौर पर वहां दिसंबर में हिमपात होता है। एडवेंचर एसोसिएशन के अध्यक्ष और स्कीयर्स विवेक पंवार ने बताया कि लंबे समय पर नवंबर में बर्फबारी उत्साहित करने वाली है। यदि मौसम मेहरबान रहा तो औली में शीतकालीन खेलों की उम्मीद परवान चढ़ेगी। इसके अलावा केदारनाथ में सुबह दस बजे से दोपहर तक बर्फ की फुहारें पड़ती रहीं। इससे पुनर्निर्माण कार्य भी ठप रहे। चार धामों के अलावा हेमकुंड साहिब, उत्तरकाशी जिले के दयारा बुग्याल, डोडीताल और हरकीदून में अच्छी बर्फ गिरी है। देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर के साथ ही अल्मोड़ा और नैनीताल में बारिश से सर्दी में इजाफा हो गया है। गौरतलब है कि शीतकाल के लिए केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट बंद हो चुके हैं, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट १७ नवंबर को बंद किए जाने हैं। दूसरी ओर कुमाऊं में भी मौसम का मिजाज गढ़वाल मंडल की भांति ही रहा। सायं तक उच्च हिमालय क्षेत्र में चोटियों पर लगातार हिमपात हो रहा है। मुनस्यारी के शीर्ष में स्थित खलिया टॉप तक हिमपात हो चुका है। वहीं बागेश्वर जिले के कपकोट में हल्की बूंदाबांदी और ङ्क्षपडर घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी होने लगी है। हरिद्वार, दून सहित मैदानी इलाकों में कई स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मौसम विभाग के मुताबिक पहाड़ों से लेकर मैदान तक हल्की बारिश की संभावना है। वहीं, ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात का दौर जारी रहेगा। ३५०० मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अधिक बर्फबारी होने की संभावना है। राज्य में बीते २९ सितंबर से राज्य में बारिश नहीं हुई है। इस बीच केवल नैनीताल व चमोली जिले में एक से दो मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। करीब ३९ दिनों से बारिश न होने से खेतों में नमी कम होती जा रही है और हवा में धूल के कण अधिक ऊंचाई तक पहुंच रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि बारिश नहीं होने से दिन और रात के तापमान में अपेक्षाकृत अधिक अंतर देखा जा रहा है, जो फसलों की बढ़वार के लिए लाभकारी नहीं माना जाता है। बुधवार को दून का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक २९.२ डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक १३.६ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में तापमान में हुआ इजाफा, धूल से उखड़ रही सांसे मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि राज्य के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। दून के कुछ क्षेत्र में बादलों की गर्जन के साथ बारिश हो सकती है। पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है। यह भी पढ़ें: अरब सागर में बने सुपर साइक्लोन से उत्तराखंड समेत इन राज्यों में छाई धुंध, जानिए
नीदरलैंड - इस्पात उत्पादन वर्तमान मूल्यों, ऐतिहासिक डेटा, पूर्वानुमान, आंकड़े, चार्ट और आर्थिक कैलेंडर - नीदरलैंड - इस्पात उत्पादन. कारोबारी विश्वास -१५.१० -२५.१० १०.९० -२८.७० अंक [+] औद्योगिक उत्पादन -८.५० -१.७० १3.९० -१9.२० प्रतिशत [+] औद्योगिक उत्पादन (मासिक) -६.९० -०.९० ६.2० -८.3० प्रतिशत [+] विनिर्माण उत्पादन -१२.५० -११.०० १०.३० -१३.८० प्रतिशत [+] क्षमता उपयोग ७४.२० ८२.७० ८६.५० ७४.२० प्रतिशत [+] सूची में परिवर्तन -४०.०० -३६.०० २४३२.०० -१५०६.०० उसड - लाख [+] दिवालिया ३६०.०० ३९५.०० ११८५.०० ७२.०० कंपनियां [+] वाहन पंजीकरण १४९३४.०० १५३७३.०० ९१९२६.०० ७१९७.०० [+] इस्पात उत्पादन ४८७.२२ ४९४.३३ ६८७.०० २३६.०० हजार टन [+] खनन उत्पादन -१६.१० -१९.७० ५६.६० -४२.७० प्रतिशत [+] विनिर्माण पी म आई ४५.२० ४०.५० ६३.४० ४०.५० अंक [+] प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक ८२.३९ ८२.३८ ८२.३९ ५.३२ अंक [+] प्रतिस्पर्धा रैंक ४.०० ६.०० ११.०० ४.०० [+] व्यापार करने में आसानी ४२.०० ३६.०० ४२.०० २५.०० [+] बिजली का उत्पादन १०२२४.०० ९८३०.०० १२६२५.०० ६४९२.०० गीगावाट घंटे [+]
१० लाख रुपए ले ले बाबा ! भगवान के नाम पर टिकट हमको दे दे बाबा - रेड एएस टाइम्स होम नगर निकाय पार्षद प्रत्याशी ब्जप पॉलिटिकल १० लाख रुपए ले ले बाबा ! भगवान के नाम पर टिकट हमको दे दे बाबा १० लाख रुपए ले ले बाबा ! भगवान के नाम पर टिकट हमको दे दे बाबा पर अक्तूबर २३, २०१७ नगर निकाय, पार्षद, प्रत्याशी, ब्जप, पॉलिटिकल, लंबे समय से पार्षद की तैयारी कर रहे कई दिग्गज दावेदारों ने टिकट पक्की करवाने के लिए "बाजरा" खोल दिया है। उनके "बाजरा" खोलते ही अन्य दावेदारों में खलबली मच गई है। सभी दावेदार अब अपने-अपने आकाओं की चौखट पर सुबह से लेकर शाम तक डेरा जमाए हैं। इन दावेदारों के डेरा जमाने की वजह से ब्जप के कई बड़े नेताओं के लिए परेशानी की वजह बन चुकी है। कई नेता अब दावेदारों के फोन तक नहीं उठा रहे हैं। कानपुर। नगर निकाय चुनाव के तिथियों का शंखनाद होने में महज कुछ ही दिन शेष बचे हैं। जिला प्रशासन चुनाव की तैयारियों में व्यस्त है तो प्रत्याशी अपनी टिकट पक्की करने में जुटे हैं। सबसे अधिक मारामारी सत्ताधारी ब्जप में मची है। पार्षद की टिकट पाने के लिए जद्दोजहद कर रहे तमाम दावेदारों की सुबह और शाम आकाओं की चौखट पर बीत रही है, और आका हैं कि उनके पास मिलने का वक्त ही नहीं। कई प्रत्याशी हर कीमत पर टिकट चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने बाकायदा बाजरा भी खोल दिया है। भाव खुला है सीधे १० लाख पर। ये हम नहीं कह रहे बल्कि कई दावेदार खुल्लम-खुल्ला महफिलों और चौराहों पर चर्चा करते दिखाई दे रहे हैं। गुजैनी और दबौली से तो दो दावेदारों ने अपना टिकट पक्का करने के लिए १० लाख रुपए की बोली लगा दी है। इन प्रत्याशियों का कहना है कि बाजरा का भाव बढ़ा तो वह और भी दे सकते हैं लेकिन हर कीमत पर टिकट चाहिए। चर्चित मंत्री तो चहेते के लिए किसी और को आवेदन तक नहीं करने दे रहे यूपी सरकार में एक चर्चित मंत्री अपने करीबी का टिकट पक्का करने के लिए दूसरे दावेदारों को प्रत्याशिता से हटाने के लिए तरह-तरह के हथकंडों को अपना रहे हैं। वह अब तक तीन दावेदारों भगा चुके हैं। नाम न खोलने की शर्त पर एक प्रत्याशी ने बताया कि दबंग पांडेय जी मंत्री के करीबी हैं। मंत्री जी हर कीमत पर उनकी टिकट फाइनल कराने में जुटे हुए हैं। क्षेत्र के तीन पुराने कार्यकर्ता जब आवेदन करने पहुंचे तो मंत्री ने फटकार लगा दी। चर्चा है कि हर दावेदार के लिए मंत्री जी यह कह रहे हैं कि इसने यूपी विधान सभा इलेक्शन में बसपा प्रत्याशी को चुनाव लड़वाया था। दो माननीयों पुत्र खुल्लम-खुल्ला बांट रहे टिकट शहर के दो माननीय जिसमें एक मंत्री भी हैं, दोनों हर कीमत पर अधिक से अधिक अपने करीबी लोगों को टिकट देने के लिए लंबे समय से कवायद छेड़े थे। दोनों काफी हद तक सफल भी हो रहे हैं। दबी जुबान से ही सही लेकिन कार्यकर्ताओं ने बताया कि बाजरा खुलने के बाद दोनों के परिवारीजन ही टिकट फाइनल करने में व्यस्त हैं। कोई भी हो, पैसा देकर टिकट ले सकता है। दोनों ही माननीयों की चौखट पर टिकट के लिए कार्यकर्ताओं से अधिक भीड़ बाहरी लोगों की इस समय मौजूद रहती है। बाजरा खुलने पर आर्थिक रूप से कमजोर प्रत्याशियों में निराशा पार्षद के टिकट पाने के लिए बाजरा खुल जाने से सबसे अधिक निराशा और हताशा का भाव उन दावेदारों के चेहरों पर है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इन दावेदारों का कहना है कि लंबा समय बीत गया। पार्टी के लिए दरी और चादरें तक बिछाई हैं। अब जब समय आया है तो पार्टी में ऊंचे पदों पर बैठे आका पूंजीपतियों को टिकट देने की तैयारी कर रहे हैं, यह ठीक नहीं है। चुनाव जीतने के लिए मंत्र और फार्मूला भी बता रहे प्रत्याशी आर्थिक रूप से बेहद कमजोर प्रत्याशी पार्षदी का चुनाव जीतने के लिए अपने करीबी नेताओं को फार्मूला और मंत्री भी बता रहे हैं कि वह इस तरह से चुनाव हर कीमत पर जीत लेंगे। साथ ही वह नेताओं को यह बताना भी नहीं भूल रहे हैं कि विधान सभा के चुनाव में उन्होंने प्रत्याशी के लिए बूथ पर क्या-क्या नहीं किया ? दावेदारों की सबसे अधिक मारामारी साउथ सिटी के करीब दर्जन भर वार्डों में अधिक है। बाकी दलों में नहीं है पार्षद प्रत्याशियों के दावेदारों की भीड़ कांग्रेस, सपा और बसपा में पार्षद का टिकट मांगने वाले प्रत्याशियों की संख्या तो है लेकिन भीड़ और मारामारी बिल्कुल भी नहीं है। मुस्लिम एरिया के तीन-चार वार्ड ही ऐसे हैं जहां सपा और कांग्रेस में होड़ मची है। बाकी जगहों पर सामान्य से हालात हैं। बसपा में भी दावेदारों की संख्या शून्य जैसी ही है। यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं में प्रत्याशिता को लेकर उत्साह भी नहीं है। एक पदाधिकारी की मानें तो कुछ वार्डों में तो दावेदार ही नहीं हैं। इन सबके पीछे तर्क चुनाव का मंहगा होना भी है। कई दावेदार स्लीपिंग सेल की तरह सक्रिय टिकट के लिए दावेदारों की मचमच के बीच कई दावेदार ऐसे भी हैं जो बिल्कुल स्लीपिंग सेल की तरह सक्रिय हैं। ये वो दावेदार हैं जो हर तरह से संपन्न और सक्षम भी हैं। सूत्रों की मानें तो ये टिकट नहीं मांग रहे हैं लेकिन ऐन वक्त पर ये रायता फैला सकते हैं। विवादित सीटों पर स्लीपिंग माड्यूल्स की तरह सक्रिय कई अघोषित दावेदारों को टिकट भी मिल सकती है। नगर निकाय पार्षद प्रत्याशी ब्जप पॉलिटिकल
होम न्यूज लव रंजन की फिल्म में साथ काम करेंगे अजय देवगन-रणबीर कपूर, बॉलीवुड के सिंघम ने किया कंफर्म लव रंजन की फिल्म में साथ काम करेंगे अजय देवगन-रणबीर कपूर, बॉलीवुड के सिंघम ने किया कंफर्म अजय देवगन और रणबीर कपूर डायरेक्टर लव रंजन की आने वाली फिल्म में एक साथ काम करेंगे। फिल्म टोटल धमाल के प्रमोशन के दौरान अजय देवगन ने इसकी पुष्टी की है। इससे पहले दोनों एक्टर के फिल्म में एक साथ काम करने को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। सेल्फी लेते हुए अजय देवगन। (साभारः अजय देवगन इंस्टाग्राम) फिल्म टोटल धमाल के प्रमोशन के दौरान अजय देवगन ने रणबीर सिंह के साथ फिल्म करने की अफवाह पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा, हमने जैसा प्लान किया है, रणबीर कपूर और मैं अगले साल से फिल्म की शूटिंग करेंगे। इससे कंफर्म हो गया है कि फिल्म में रणबीर कपूर और अजय देवगन एक साथ काम करेंगे। इससे पहले लव रंजन ने कहा था कि वह अजय देवगन और रणबीर कपूर को लेकर एक फिल्म डायरेक्टर करेंगे। इसके बाद रणबीर सिंह ने भी फिल्म संजू के प्रमोशन के दौरान लव रंजन के साथ काम करने की बात करते हुए उनके साथ काम करने की इच्छा भी जताई थी। लव रंजन ने प्यार का पंचनामा और सोनू की टीटू की स्वीटी जैसी बेहतरीन फिल्में बनाई हैं। इस प्रोजेक्ट को लेकर अफवाह थी कि स्क्रिप्ट की वजह से फिल्म नहीं बनेगी। हालांकि अजय देवगन के कमेंट से इस बात की पुष्टि हो गई है कि फिल्म पर काम शुरू होने वाला है। स्क्रिप्ट का कोई इशु नहीं है। फिल्म ऑडियंस और फैंस के लिए तैयार हो रही है। विशेष रूप से उन लोगों के जो इन दोनों स्टार को एक साथ बड़े पर्दे पर एक साथ देखना चाहते हैं। राजनीति में किया दोनों साथ काम इससे पहले अजय देवगन और रणबीर कपूर डायरेक्टर प्रकाश झा की मल्टी स्टारर फिल्म राजनीति (२०१०) में दिखाई दिए। इसमें इन दोनों स्टार के अलावा अर्जुन रामपाल, कैटरीना कैफ, नाना पाटेकर और मनोज बाजपेयी और कई कलाकार थे। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया था। खैर! देखना अब यह है कि लव रंजन इस फिल्म पर कबसे काम शुरू करते हैं और लोग दोनों स्टार को एक साथ कब देख सकेंगे। आपको बता दें कि अजय देवगन फिल्म टोटल धमाल में धमाल मचाते दिखाई देंगे। इस फिल्म में उनके साथ अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, अरशद वारसी, रितेश देशमुख, संजय मिश्रा और जावेद जाफरी जैसे कलाकार शामिल हैं। फिल्म २२ फरवरी को रिलीज होगी। यहा देखिए अजय देवगन का वीडियो यहां देखिए अजय देवगन की तस्वीरें
बांग्लादेश: ढाका की बहुमंजिला इमारत में भीषण आग, २५ की मौत, ९० घायल बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने की खबर है। इस अग्निकांड में १९ लोगों की मौत हो गई, वहीं ७० लोग घायल हो गए। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने की खबर है। इस अग्निकांड में २५ लोगों की मौत हो गई, वहीं ७० लोग घायल हो गए। इस इमारत में बृहस्पतिवार की दोपहर आग लग गई थी। इमारत में कपड़े की और इंटरनेट सेवाएं देने वाली कई दुकानें हैं। 'ढाका ट्रिब्यून' ने एक दमकल अधिकारी के हवाले से कहा, "ढाका के बनानी इलाके में स्थित २२ मंजिला इमारत में आग लगने के बाद, उसके अंदर से १९ शव बरामद किये गए हैं। अब तक कुल २५ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस घटना में ७६ लोग घायल हुए हैं।" घायलों का ढाका मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। अग्निशमन विभाग के ड्यूटी ऑफिसर ने कहा कि बृहस्पतिवार को करीब ४ बजकर ४5 मिनट पर आग पर काबू पाया जा सका। इस घटना में श्रीलंकाई नागरिकों समेत छह लोगों की मौत आग लगने के बाद जान बचाने के लिए इमारत से नीचे कूदने की वजह से हुई। अधिकारियों के अनुसार आग के चलते बहुत से लोग बिल्डिंग के भीतर ही फंस गए। ऊपरी मंजिल पर फंसे कई लोग खिड़कियों और छत से मदद की गुहार लगा रहे थे। इस बीच कुछ लोगों ने पाइप के सहारे उतरने की कोशिश की, वहीं खिड़कियों से कूदने के चलते एक व्यक्ति की मौत हुई है। अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार घंटों चले बचाव अभियान के बाद बहुत से लोगों को बिल्डिंग के भीतर से सुरक्षित निकाल लिया गया है। फायर सर्विस एवं सिविल डिफेंस के डिप्टी डायरेक्टर देबाशीष बर्धन के मुताबिक स्थिति अब काबू में है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ढाका के बिनानी कॉमर्शियल डिस्ट्रिक्ट के व्यस्त एवेन्यू में स्थित एफआर टावर में यह आग लगी। बिल्डिंग में जहरीला धुंआ भरने के चलते फायर सर्विस के जवानों को बिल्डिंग के कांच तोड़ने पड़े। रॉय पिनाकी के एक फेसबुक लाइव वीडियो में इस आग की भयावह स्थिति का पता चलता है। इसमें पांच लोगों को खिड़की से उतरते देखा जा सकता है, वहीं बिल्डिंग के जले हिस्से इधर उधर गिर रहे हैं। वहीं एक व्यक्ति खिड़की से उतरे वक्त फिसलता भी दिख रहा है। यह व्यक्ति तारों पर गिरने के बाद जमीन पर गिरा। इस आग पर काबू पाने के लिए मिलिट्री के हेलीकॉप्टरों की भी सेवाएं ली गई हैं। हेलीकॉप्टर की मदद से भी दर्जनों लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। वहीं हाइड्रोलिक क्रेन की मदद से भी लोगों को निकाला गया है। दूसरी डबल डेकर उदय एक्सप्रेस विशाखापत्तनम से विजयवाड़ा के बीच दौड़ेगी राजस्थान में दबंग ३ की शूटिंग कर रहे हैं सलमान खान, ऊंट के साथ शेयर किया वीडियो
दूसरी सालगिरह कूपन २०१८ में पंगत्री के साथ आपकी कहानी टिप्पणी करें और उपहार प्राप्त करें! २०१९ जन्मदिन कैलेंडर पिता का दिन फूल चिह्न ट्रेडमार्क पेड़ की पत्ती पार्टी गर्मी वेलेंटाइन दिवस आबरंग शादी आपका कूपन समाप्त हो जाएगा ३ दिन नवीनतम ग्राफिक्स के लिए अधिसूचना प्रीमियम सदस्यों के लिए सामग्री बनाएँ अभी खरीदें अभी खरीदें अभी खरीदें
कन्वर्ट ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर (उसड) में चिली पीसो (क्ल्फ), मुद्रा विनिमय दरें आज ८.46666015८८744 उसड अमेरिकी डॉलर सेवा क्ल्फ चिली पीसो आप परिवर्तित कर दिया है ८.46666०15८८744 उसड सेवा क्ल्फ : ०.२५१३७५ क्ल्फ. आखिरी अपडेट : फ्री, १४ आग २०२० ०८:३९:४१ +०००० या ८.46666015८८744 उसड सेवा क्ल्फ: = २१ अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो ४६ अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो १९६ अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो ३९६ अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो ७९६ अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो १५९६ अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो ३१९६ अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो ६३९६ अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो १२७९६ अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो टोंगन पांगा ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो मलावी क्वाचा ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो तुर्कमेनिस्तान मनात ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो उज़्बेकिस्तान सोम ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो दिर्हाम ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो बेलीज डॉलर ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो इंडोनेशियाई रुपिया ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो थाई अपतटीय बात ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो अर्जेंटीना पेसो ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो डेनमार्क क्रोन ९९९९९९९९.९९९९९ क्सल सेवा हँल ४९८९८७५ गीप सेवा टूड ९९९९९९९९.९९९९९ इस्क सेवा बत्न ९९९९९९९९.९९९९९ कॉप सेवा कफ ९९९९९९९९.९९९९९ स्गड सेवा अफन
शिक्षा विभाग के निर्देश पर मतदाताओं को जागरुक करने निकले जीविका मित्र, निकाली जागरुकता रैली नवादा : लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशासन शत प्रतिशत मतदान को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। सभी सरकारी विभागों द्वारा अपने-अपने कर्मचारियों को मतदाताओं को मतदान के लिए जागरुक करने का निर्देश दिया जा रहा है। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग द्वारा जिले के भी जीविका कार्यकर्ताओं को प्रखंड एवं पंचायत स्तर तक मतदाताओं को मतदान के लिए जागरुक करने को कहा गया है। मतदाताओं को जागरुक करने के लिए आज शुक्रवार को जीविका कार्यकर्ताओं द्वारा जागरुकता रैली निकाली गई। इस दौरान जीविका कार्यकर्ताओं ने कई प्रखंडो और पंचायतों का भ्रमण किया और लोगों को अपने मत का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान जीविका मित्रों ने आमलोगों से कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। वोट करना सभी नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। आप अपने मत के प्रयोग से अपने पसंद की सरकार बनाने में सहयोग अपनी भूमिका अदा करें।
स्टुअर्ट ब्रॉड के प्रदर्शन से खुश हुआ ऑस्ट्रेलिया के ये पूर्व कप्तान, कहा उसने अपनी बात साबित की चैपल ने लिखा, "५००वां विकेट लेना ब्रॉड के लिए अपने आप को साबित करने के लिहाज से काफी संतोषजनक रहा होगा।" मैनचेस्टर। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने साउथैम्पटन में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में से बाहर किए जाने के बाद जिस तरह से अपने आप को संभाला उससे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल काफी प्रभावित हैं। इंग्लैंड पहले टेस्ट मैच में हार गई थी लेकिन इसके बाद उसने सीरीज के बाकी दोनों मैच जीत सीरीज अपने नाम की। इन दोनों मैचों में जीत में अहम रोल निभाने वाले ब्रॉड को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया था। चैपल ने ईएसपीएनक्रिकइंफो में अपने कॉलम में लिखा है, "मीडिया ट्रेनिंग के इस युग में ब्रॉड ने इंटरव्यू में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच से बाहर किए जाने पर ईमानदारी से अपनी बात रखी। वह चयनकर्ताओं पर नहीं बरसे उन्होंने सिर्फ अपनी निराशा जाहिर की और फिर अगले दो मैचों में बताया कि वो लोग गलत क्यों थे।" उन्होंने लिखा, "बाहर जाने के बाद इस तरह की सकारात्मक प्रतिक्रिया से कोई भी चयनकर्ता खुश होगा।" मैनचेस्टर में खेले गए तीसरे मैच में ब्रॉड ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में ५०० विकेट पूरे किए और वह ऐसा करने वाले इंग्लैंड के दूसरे और दुनिया के सातवें गेंदबाज हैं। चैपल ने लिखा, "५००वां विकेट लेना ब्रॉड के लिए अपने आप को साबित करने के लिहाज से काफी संतोषजनक रहा होगा। हैरानी वाली बात यह है कि उनका ५००वां शिकार क्रैग ब्रैथवेट बने थे जो उनके जोड़ीदार जेम्स एंडरसन के भी ५००वें शिकार थे।" उन्होंने लिखा, "टेस्ट में ५०० विकेट क्लब के सात सदस्य शानदार हैं। इसमें दो लेग स्पिनर, एक ऑफ स्पिनर, एक स्विंग गेंदबाज और तीन सीमर हैं। एक शख्स की कमी है और वो है एक तूफानी गेंदबाज। उसका न होना बताता है कि ऐसा होना शरीर के लिए कितना मुश्किल है।"
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा मैं व्यक्तिगत तौर पर सावरकर की विचारधारा से सहमत नहीं हूं लेकिन इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि वह निपुण व्यक्ति थे। काग्रेस नेता अभिषेक मनु सिघंवी, फोटो सोर्स इंडियन एक्सप्रेस महाराष्ट्र में बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र में वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग को लेकर देश की राजनीति में एक बार फिर सावरकर पर बहस छिड़ गयी है। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर सावरकर की तारीफ की है। सिंघवी ने कहा है कि सावरकर ने आजादी के लड़ाई एक अहम भूमिका निभाई और देश के लिए जेल जाना स्वीकार किया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह नीजी तौर पर उनकी विचारधारा से सहमत नहीं है। देश के लिए जेल गए सावरकर: दरअसल अभिषेक मनु सिंघवी ने अपने ट्वीटर पर लिखा है कि, मैं व्यक्तिगत तौर पर सावरकर की विचारधारा से सहमत नहीं हूं लेकिन इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि वह निपुण व्यक्ति थे जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई, दलितो की लड़ाई लड़ी और देश के लिए जेल भी गए। यह कभी नहीं भूलना चाहिए। प्म मोदी की तारिफ कर चुके सिघंवी: बता दें कि अभिषेक मनु सिंघवी इससे पहले कांग्रेस पार्टी के खिलाफ जाकर पीएम मोदी की तारीफ कर चुके है। सिंघवी ने कहा था कि जहां कोई तारिफ के काबिल हो उसे वहां तारिफ करनी चाहिए । पीएम मोदी स्वच्छता के संदेश के लिए देश के बॉलीवुड की सॉफ्ट पावर का उपयोग कर रहे है, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक गांधी जी का यह संदेश पहुंच सके। इंदिरा गांधी ने जारी किया था डाक टिकट: गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुंबई में कहा था कि प्रधानमंत्री रहते हुए इंदिरा गांधी ने सावरकर कि याद में डाक टिकट जारी किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि हम सावरकर के खिलाफ नहीं उनके विचारधारा के खिलाफ है। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि इस देश में यदि सावरकर को भारत रत्न देने की बात होती है तो अब भगवान ही बचाए। ३ बीजेपी की संकल्प यात्रा में नहीं जाने पर सवाल टाल गईं सांसद प्रज्ञा ठाकुर, गांधी को बताया राष्ट्रपुत्र, पहले गोडसे को कहा था राष्ट्रभक्त
फैबल रूसी साहित्य में एक विशेष जगह रखती है। एक संक्षिप्त, हास्यास्पद, लेकिन साथ ही निर्देशक कहानी प्यार में गिर गई और लोगों के आदी हो गई। तथ्यों के मान्यता प्राप्त लेखक इवान एंड्रीविच क्रिलोव थे। लेकिन कुछ जानते हैं कि उत्कृष्ट रूसी वैज्ञानिकों में से एक ने भी इस शैली में काम किया है। एम वी लोमोनोसोव की कहानियां उनके साहित्यिक कार्यों में एक विशेष स्थान पर हैं। एक कहानी क्या है? फेल मुख्य रूप से एक साहित्यिक हैकाम यह संक्षिप्तता, क्षमता और अभिव्यक्तिपूर्ण रूप से विशेषता है। एक नियम के रूप में, वर्णन रूपक रूप से, रूपक रूप से आयोजित किया जाता है। जैसे ही कलाकार जानवरों को कार्य कर सकते हैं। प्रत्येक फब्बल के पास अपनी नैतिकता होती है, जो एक नियम के रूप में काम के अंत में लाया जाता है। यह शैली सबसे पुरानी है। तथ्यों जैसा दिखने वाले पहले काम प्राचीन मिस्र में लिखे गए थे। आधिकारिक तौर पर, इसकी घटना ग्रीस के साथ बंधी हुई है और, एक नियम के रूप में, वे एसोप को भी याद करते हैं। रोमन साम्राज्य में, सबसे प्रसिद्ध फाबुलिस्ट कवि फेडरर था, कई मामलों में अपने ग्रीक पूर्ववर्ती अनुकरण। नए समय में, १७ वीं शताब्दी में, फ्रांसीसी जीन लफोंटेन, जिन्होंने इस साहित्यिक शैली की महिमा की थी, ने तथ्यों पर काम किया था। रूसी साहित्य में फबल लोकप्रिय तथ्यों के अनुवाद और रीटेलिंग परला फॉन्टेन ने कई रूसी कवियों का काम किया। लेकिन पूरी तरह से, रूसी मिट्टी पर एक मूल शैली उभरी है, जो सामान्य राष्ट्रीय विसेस के प्रतिबिंबित और मजाक कर रही है। फेजेबल रूस में एक्सवी शताब्दी में दिखाई दिया, बीजान्टियम से पेनेट्रतिंग। आप ख्वी शताब्दी में अपने दिन के बारे में बात कर सकते हैं। वी। ट्रीडियाकोवस्की, ए पी। तथ्यों पर काम किया। सुमारोकोव, एई इज़मेलोव, एडी कैंटिमिर। और, ज़ाहिर है, सबसे अच्छे नमूने ई. ए क्रिलोव की कलम से संबंधित हैं। अपनी रचनात्मक विरासत में विदेशी तथ्यों के अनुवाद एक महत्वहीन स्थान पर हैं, लेकिन उनके अपने कार्यों का लगभग सभी यूरोपीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है। मिखाइल वासिलीविच लोमोनोसोव भी इस शैली में खुद की कोशिश की। एक उत्कृष्ट रूसी वैज्ञानिक के तथ्य उनकी साहित्यिक विरासत में एक विशेष स्थान पर हैं। साहित्यिक रचनात्मकता लोमोनोसोव मिखाइल वासिलीविच लोमोनोसोव की तुलना की जा सकती हैपुनर्जागरण के प्रतिभाशाली। यह वह मामला है जब प्रतिभा एक क्षेत्र में बारीकी से है। और वह सबकुछ में प्रकट होने की कोशिश करता है। सबसे पहले, लोमोनोसोव को प्रकृतिवादी, रसायनज्ञ और भौतिक विज्ञानी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने रूसी विज्ञान में वास्तव में अमूल्य योगदान दिया। लेकिन प्राकृतिक विज्ञान के अलावा, वैज्ञानिक चित्रकला और साहित्य में लगे थे। और इस क्षेत्र में जबरदस्त सफलता हासिल की है। यह कोई संयोग नहीं है कि बेलिनस्की ने उन्हें रूसी साहित्य का जनक कहा। "रूसी कविता के नियमों पर पत्र" मेंलोमोनोसोव ने एक असली क्रांति की, रूसी कविता में विभिन्न काव्य आयामों का उपयोग करने की संभावना को इंगित करते हुए, न केवल आम तौर पर स्वीकार्य इम्बा और कोरिया। इस प्रकार, साहित्य की संभावनाओं का विस्तार हुआ है। लोमोनोसोव रूसी ओदे के पूर्वजों थे (और, मुख्य रूप से, उन्होंने उन्हें एक कवि के रूप में गौरव दिया)। अगर उनकी कई कविताओं को आसानी से याद किया जा सकता है, तो एम वी लोमोनोसोव के तथ्यों को पूरी तरह से भुला दिया गया था। अर्थात्, वे अपने सभी साहित्यिक और मानववादी सिद्धांतों को प्रतिबिंबित करते हैं। मिखाइल लोमोनोसोव के तथ्य समकालीन लोगों ने याद किया कि लोमोनोसोव थाएक अद्भुत व्यक्ति - ईमानदार, संचार में सुखद, सभ्य, मदद करने के लिए तैयार। उन्हें कम मानवीय विसेस - डरावनी, पाखंड, पाखंड, अज्ञानता, और झूठ से दंडित किया गया था। यह वह पाठक के साथ साझा करना चाहता था और उसे विचार के लिए खाना देना चाहता था। लोमोनोसोव के तथ्यों ने नैतिक शिक्षक की भूमिका निभाई। ऐसी शैली धारणा के लिए सबसे सरल थी और बड़ी संख्या में दिल तक पहुंच गई थी। वे पाठक को समझने के लिए समझदार और आसान हैं, लेकिन साथ ही वे आश्चर्यजनक रूप से यथार्थवादी हैं। साहित्य को तीन "शांत", फेल माइकल में विभाजित करनावासिलीविच "कम" से संबंधित है। इस स्टाइलिस्ट समूह को उच्च आधिकारिकता से मुक्त किया गया है। इसलिए, लोमोनोसोव के तथ्यों में बोलचाल, रोज़ाना भाषण, आम लोक अभिव्यक्तियों के घटक होते हैं। लेखक की कलम से इस शैली में निम्नलिखित कार्य हुए: "माउस", "अच्छी तरह से शादी करें, हां बहुत और परेशान", "सुनो, मैं पूछता हूं कि पुराने व्यक्ति के साथ क्या हुआ", "रात अंधेरे आसमान को ढक गया" और कई अन्य। सबसे मशहूर में से एक - "केवल दिन का शोर चुप था।" उसके बारे में और आगे बात करो। "केवल दिन का शोर चुप था" लोमोनोसोव के कुछ तथ्यों को लिखा गया थाउद्देश्य लाफोंटेन काम करता है। उनमें से एक - "भेड़िया, जो एक चरवाहा बन गया।" लोमोनोसोव के काम को एक शाब्दिक अनुवाद को कॉल करना असंभव है, क्योंकि यह एक विशेष लेखक के दृष्टिकोण "रूसी शैली" से जुड़ा हुआ है। कुछ लोग तर्क भी देते हैं: क्या मूल लफॉन्टेनियन नैतिकता अनुवाद फैबल में बदल गई है? सामग्री के लिए, यह निम्नलिखित है। भेड़िये से बाहर निकलने के लिए दुर्भाग्यपूर्ण भेड़िया की कल्पना की गईभेड़िया, एक चरवाहे के रूप में पहना और कर्मचारियों के साथ सींग लिया। उसे सोने की भेड़, एक चरवाहा और एक निगरानी मिली। लेकिन अपनी चालाकी से फुसफुसाए, उसने एक आवाज देने का फैसला किया और सुनिश्चित किया कि उसने सभी का नेतृत्व किया। हालांकि, केवल खोले भेड़िये के मुंह से बच निकला, जिसकी अपेक्षा की जानी थी। हर किसी को बदलकर, छद्म चोर ने कपड़ों और त्वचा दोनों को अलविदा कहा। ला फॉन्टेन के काम का मुख्य विचार - पाखंड हमेशा खुद को दूर कर देगा। लोमोनोसोव के फैले का नैतिक यह है कि "भेड़िया एक लोमड़ी नहीं होगा"। और किसी और की त्वचा में निचोड़ने की कोशिश मत करो। मिखाइल वासिलीविच के काम हमेशा छोटे से विस्तार के लिए सोचा गया है। उनमें कुछ भी आकस्मिक नहीं है। हमेशा के लिए वे रूसी साहित्य के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक रहेगा।
फ्रांसीसी इकिया वाणिज्यिक - आईकेईए वाणिज्यिक मेरा बेटा हर माँ जानता है कि हर माता-पिता के जीवन में सबसे तनावपूर्ण-लेकिन मधुर-समय में से एक है जब आपका बच्चा एक बच्चा है। आप वह हैं जो उसकी देखभाल करते हैं और आप वह हैं जो वह ज़रूरत के समय में बदल जाता है. जबकि लक्ष्य आपके छोटे से एक जिम्मेदार, अच्छी तरह से गोल वयस्क में विकसित होने के लिए है, अपने बच्चों को बड़ा होने पर एक गर्वपूर्ण भावनात्मक समय है। हाल ही में आईकेईए वाणिज्यिक, जो फ्रांस में प्रसारित हुआ, उस भावना में टैप किया गया, और परिणाम पूरी तरह से फाड़ रहे हैं. हम इसे अधिक से अधिक नहीं देना चाहते हैं, लेकिन मीठा वाणिज्यिक एक मां और उसके छोटे बेटे को फर्नीचर के लिए खरीदारी दिखाता है। लड़का नेतृत्व लेता है क्योंकि मां गर्व से दिखती है। जब वे रजिस्टर तक पहुंचते हैं तो वह भुगतान करने की भी पेशकश करता है. अगर आपको लगता है कि छोटा लड़का उसकी उम्र के लिए परिपक्व है, तो इसके लिए एक कारण है। लेकिन आपको वाणिज्यिक के अंत तक इंतजार करना होगा। अगर आपके हाथ में कुछ ऊतक नहीं हैं तो बस हमें दोष न दें- आपको चेतावनी दी गई है. (एच / टी डरावनी माँ) मैं काला हूँ। मेरा बेटा सफेद है। यहां लोग हमसे कैसे व्यवहार करते हैं। यह अंतरजातीय रूप से अपनाने के लिए क्या पसंद है
फेसबुक से की दोस्ती, शादी का झांसा देकर दुष्कर्म १५८९२१३७ फेसबुक से की दोस्ती, शादी का झांसा देकर दुष्कर्म जागरण संवाददाता, कानपुर : फेसबुक पर दोस्ती कर एक युवक ने शिक्षिका से प्रेम का इजहार किया और शादी काजागरण संवाददाता, कानपुर : फेसबुक पर दोस्ती कर एक युवक ने शिक्षिका से प्रेम का इजहार किया और शादी का झांसा देकर तीन साल तक शारीरिक संबंध बनाता रहा। अब उसने गुपचुप तरीके से दूसरी युवती से शादी कर ली। पीड़िता ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने के लिए स्वरूपनगर थाने में तहरीर दी है। स्वरूपनगर की युवती एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका है। तीन साल पहले फेसबुक के जरिये उसकी रामादेवी के युवक से दोस्ती हुई थी। दोस्ती के बाद दोनों की कई मुलाकातें हुईं। आरोपी ने शादी का झांसा देकर उससे शारीरिक संबंध बना लिए। तीन साल तक शोषण करता रहा। बीती १४ अप्रैल को उसने किसी और युवती से शादी कर ली। अगले दिन शिक्षिका को इसका पता लगा। वह युवक से मिलने उसके घर पहुंची तो युवक ने जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद युवती परिजनों के साथ थाने पहुंची और कड़ी कार्रवाई की मांग की। इंस्पेक्टर स्वरूपनगर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आरोपी से पूछताछ की जाएगी। बाय लाइक और कमेट से मिजाज भांप रहे आतंकी संगठन शादी का झांसा देकर किया दुष्कर्म, मुकदमा शादी का झांसा देकर पांचवी की छात्रा से दुष्कर्म शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म, मुकदमा
'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के दौरान लगी भीषण आग पर काबू पाया गया | न्यूज़ २४ 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के दौरान लगी भीषण आग पर काबू पाया गया मुंबई (१४ फरवरी): मुंबई में चल रहे 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के मंच पर रविवार को भीषण आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि पूरा मंच जलकर खाक हो गया। इस दुर्घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। यह कार्यक्रम महाराष्ट्र सरकार की ओर से आयोजित किया गया था। आग लगने के वक्त मंच पर कलाकार अपनी डांस की प्रस्तुति कर रहे थे। मंच को काफी बड़े स्तर पर बनाया गया था। आग की लपटें उठने पर सभी कलाकारों के साथ मौजूद दर्शकों को बाहर निकाला गया। तुरंत ही आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। थोड़ी देर में आग पर काबू पा लिया गया। लेकिन मंच पूरी तरह जलकर खाक हो गया। गनीमत रही कि दुर्घटना में किसी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचा। आग पर काबू पाने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने दुख जताते हुए कहा, "ये एक दुखद दुर्घटना है। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अचानक आग लग गई। आग लगने पर लोगों को बाहर निकालने के लिए अधिकारियों ने ऑपरेशन चलाया। आग पर काबू पा लिया गया है। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लोग सुरक्षित हैं।" मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम में किस तरह आग लगी इसकी विस्तृत जांच की जाएगी। यहां कार्यक्रम से पहले यहां सेफ्टी के लिए डिजास्टर मैनेजमेंट ने पूरी व्यवस्था की थी। इसलिए उन्होंने समय रहते सभी को बाहर निकाला और आग पर काबू पा लिया। आपको बता दें कि 'मेक इन इंडिया' वीक की शुरुआत हो चुकी हैं। इसके चलते मुंबई में यह कार्यक्रम हो रहा था। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणावीस, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, राज्यपाल और अमिताभ बच्चन सहित बॉलीवुड की कई दिग्गज मौजूद थे। इसी कार्यक्रम में आग लगने से पहले अमिताभ बच्चन ने अपनी कविता पढ़ी थी।
जैक्सन के बैंक युद्ध विश्लेषण गतिविधि जैक्सन और बैंक युद्ध ग्राफिक ऑर्गनाइज़र जैक्सन एक सीमित सरकार में विश्वास करते थे, लेकिन राष्ट्रपति के रूप में अपने समय के दौरान, उन्होंने विस्तारकारी शक्तियों का उपयोग किया था। यह संयुक्त राज्य अमेरिका के दूसरे बैंक के खिलाफ उनकी लड़ाई में विशेष रूप से स्पष्ट है। एक ग्रिड स्टोरीबोर्ड का उपयोग करते हुए, छात्र बैंक के उद्देश्य और कार्य का वर्णन करेंगे। छात्र बैंक के खिलाफ जैक्सन की प्रतिक्रिया कार्यों के लिए भी ऐसा ही करेंगे, साथ ही अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों की भी जांच करेंगे । उन्हें अपनी परीक्षा में जैक्सन की वीटो शक्ति को भी छूना चाहिए। एक ग्रिड का उपयोग करके, छात्र आसानी से प्रत्येक कार्रवाई के कारण और प्रभाव की कल्पना कर सकेंगे। छात्र अपने पूर्ण प्रोजेक्ट का उपयोग बड़े पेपर के लिए आधार के रूप में भी कर सकते हैं। छात्रों ने फेडरल रिजर्व, हमारे राष्ट्रीय "बैंक" और फंड्स के धर्मनिरपेक्ष के वर्तमान स्टैंडिंग और फ़ंक्शन पर शोध किया है। क्या छात्रों ने इसके कार्यों को समझाया और समझा है, आज अमेरिकी अर्थव्यवस्था में यह भूमिका निभाता है और यह आज अमेरिका के आम लोगों को कैसे प्रभावित करता है। एक स्टोरीबोर्ड बनाएं जिसमें जैक्सन की अमेरिका के दूसरे बैंक के खिलाफ लड़ाई का वर्णन है। शीर्षक बक्से में, तीन घटनाओं या कार्यों की पहचान करें जो जैक्सन ने दूसरे बैंक के खिलाफ की थीं। पहली पंक्ति में, बैंक और जैक्सन के कार्यों की शक्ति का वर्णन करें। दूसरी पंक्ति में, क्रियाओं के परिणाम का वर्णन करें। प्रत्येक विवरण की कल्पना करने के लिए उपयुक्त दृश्यों, पात्रों और वस्तुओं का उपयोग करके एक चित्रण बनाएं।
सब कुछ के बारे में सब कुछ / कला और मनोरंजन / स्टाइल एक पूरी है शैली - यह वही है जो एक व्यक्ति को निर्धारित करता है यायुग, किसी भी समय या इलाके की विशिष्ट विशेषताएं। शैली एक व्यक्ति या सामान्य हो सकती है, वह कला और साहित्य, घर के अंदरूनी विशेषताएँ कर सकती है। आज हम समझने की कोशिश करेंगे कि क्या हैशैली प्रोवेंस और रोमन शैली शैली उन्हें क्यों? यह सरल है - ये दिशाएं आज और अधिक लोकप्रिय हो रही हैं इसके अलावा, वे एक-दूसरे से काफी हद तक अलग हैं शैली प्रोवेंस उसी नाम से जुड़ा हुआ हैफ़्रांस, आल्प्स, रोन नदी के पूर्व में सीमित - पश्चिम, और भूमध्य सागर के तट में - दक्षिण में। क्षेत्र की इस शैली में परिभाषित प्रकृति की विशेषताएं, दुनिया विन्सेन्ट वान गाग, पाब्लो पिकासो, अगस्टे रेनोइर पॉल सिज़ेन, एफ स्कॉट फिजराल्ड़, जीन कोक्टीऊ, हेनरी मैटिस के रूप में इस तरह के महान कलाकारों दे दी है। पृथ्वी के इस कोने अविश्वसनीय आकर्षक हैं,शब्दों में केवल अपने आकर्षण का एक छोटा सा हिस्सा वर्णन कर सकते हैं शांति, मंद नकारात्मकता और प्रकाश, ऊंची भावनाएं - यह सब प्रोवेंस से संबंधित है अनगिनत दाख की बारियां और मसालेदार घास का मैदान जो कि सरीस और पाइन के पेड़ों के साथ ऊंचा हो गए चट्टानों के साथ वैकल्पिक है, और सैकड़ों वर्षों के लिए प्राचीन कोब्बल्ड सड़कों के लिए स्वाद और फ्रांसीसी प्रांतों की असामान्य सुंदरता रखा है। विशाल फूल क्षेत्र उदार दक्षिणी सूरज से एक विशेष मसाले और बुलंद सुगंध के हवा को गरम करते हैं। यह एक परी कथा है! शांति, शांति, सहजता, आयाम और प्रकृति के निकटता, आपके इतिहास और परंपराओं के साथ मजबूत संबंधों के साथ- यही प्रोवेंस की शैली है। ये प्रकाश, सूरज भरा और सरल स्वर हैं, हालांकि, जो कि अनुग्रह नहीं रखते हैं शैली की मुख्य विशेषताएं (चाहे चित्रकला याआंतरिक सजावट) - प्राकृतिक रंग और सामग्री, मौलिकता और लपट, प्रकृति की सद्भाव के शांत आकर्षण और किसी भी प्रेटेन्टियसनेस का पूरा अपवर्जन, पुरातनता का एक आसान छाप। सचमुच आत्मा को आराम से एक सिद्ध शैली बनाता है यह वास्तव में ऐसा मामला है जब आप शांत और आंतरिक शांति की अभूतपूर्व भावना को पूरी तरह से आराम और आत्मसमर्पण करना चाहते हैं। रोमन वास्तुकला, इसके विपरीत, की विशेषता हैआनुपातिकता, स्पष्टता, रेखाओं की शुद्धता और तत्वों की एकता। रोमनस्क शैली एक शैली है जो प्राचीन काल की पुरातनता में जाने के बाद हुई थी; रोमन साम्राज्य के पतन के बाद इसकी मुख्य विशेषता गहरा धर्मशास्त्र है, साथ ही साथ सामान्यता - इस शैली को सभी यूरोपीय माना जाता है, इसमें किसी खास संस्कृति की व्यक्तिगत विशेषताओं अनुपस्थित हैं। सभी प्रकार के अतिरेक और अनुग्रह में अंतर्निहितभारहीन प्रोवेंस - यह रोमनस्क्यू शैली के बारे में नहीं है। यहां मुख्य बात फॉर्म है, और व्यावहारिकता भी है। रोमांस शैली - यह विशाल दीवारों और संकीर्ण खिड़कियां (वर्ग, गोल, एक शमौन के रूप में), कैनवास से बने शटर, एकाग्रता है। दीवारों की सजावट अक्सर बेस-रिलीफ होती है।कालीन आंतरिक सजावट का एक आम तत्व है, प्रकाश विशेष ध्यान दिया जाता है। महत्वपूर्ण, लेकिन स्वतंत्र मूल्य नहीं है, एक मूर्तिकला था - इमारत की एक तरह की सजावट। यह शैली भावनाओं की त्रासदी, छवियों का भ्रम और महान उत्साह, पवित्रता और संयम है। कंपनी की शैली क्या है या इसके लिए छवियां क्या हैं? संवादी शैली: इसकी मुख्य विशेषताएं कपड़ों में रोमांटिक शैली: लालित्य, स्त्रीत्व, शान
नई दिल्ली। सर्दियों की शुरुआत होते ही लोगों को त्वचा के रूखेपन की चिंता सताने लगती है। इसके लिए तरह -तरह के क्रीम और औषधि अपनाए जाते हैं लेकिन नतीजा सही नहीं मिलता है। आइउ आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आप अपनी त्वचा को नर्म और मुलायम रख सकेंगे। -अंजीर में अल्फा हाइड्रो एसिड, एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन्स भरपूर मात्रा में होते हैं। यह त्वचा के रंग को बेहतर बनाने के अलावा मृत त्वचा को हटाने में भी मदद करते हैं। इस फेस पैक को बनाने के लिए २ अंजीर और कद्दू की दो फांकों का पेस्ट बनाएं और इसमें बादाम के तेल की कुछ बूंदें डालें। साफ त्वचा पर इसे लगाएं। एक घंटे के बाद गुलाब जल से त्वचा को धो लें। -मिंट यानी पुदीना दाग-धब्बों को दूर करने में मदद करता है और मुहांसों को हटाने में कारगर है। यह त्वचा के अतिरिक्त तेल को सोखकर उसे तरोताजा बनाता है। इसे बनाने के लिए पुदीने की पत्तियों को अच्छी तरह से धोकर मिक्सी में पीस लें। इसका रस निकालें और मुहांसों पर लगाएं। आधे घंटे बाद ताजे पानी से चेहरा धो लें। -गेंदा फूल भारत में काफी लोकप्रिय है और इसका उपयोग पूजा-अर्चना में किया जाता है। ३-४ गेंदे का फूल लें और इसे हाथ या किसी भारी उपकरण से अच्छे से मसलें। अब इसमें एक छोटा चम्मच शहद और कच्चा दूध डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। चेहरे पर इसे लगाएं और १५ मिनट के बाद हल्के गुनगुने पानी से चेहरा धो लें, आपको दमकती त्वचा मिलेगी। -अंगूर सेहत के साथ त्वचा को भी मुलायम बनाता है। २ बड़े चम्मच अंगूर का ताजा रस लें और इसमें एक चम्मच नीबू का रस और एक बड़ा चम्मच गेहूं का आटा मिलायें। जब फेस पैक सूख जाए तो तौलिया गीला करें और नीचे से ऊपर की दिशा में फेस पैक को साफ करें। ठंडे पानी से चेहरा धो लें। यह फेस पैक रोमछिद्रों को टाइट करता है, त्वचा में जान भरता है और आपको गोरी चमकती त्वचा प्रदान करता है।
अर्चना बन गयी पत्रकार,लेंगी सबका इंटर्व्यू! टहलकैंडिया.कॉम अर्चना बन गयी पत्रकार,लेंगी सबका इंटर्व्यू! फिल्म जगत और टीवी रिपोर्टर में एक समानता यह है कि आज के दौर में दोनों ही फील्ड ग्लैमर वर्ल्ड में आते हैं. कलाकारों के साथ-साथ टीवी एंकर और रिपोर्टर को भी दुनिया भली भांति पहचानती है. ऐसे में नाम और शोहरत के शौकीन लोगों को यह फील्ड हमेशा से आकर्षित करता है. अब खबर यह है कि कई भोजपुरी फिल्मों और धारावाहिकों में काम कर चुकीं अभिनेत्री अर्चना प्रजापति ने पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रख दिया है और अपने अचूक सवाल सेलिब्रेटियों और राजनेताओं पर दागने के लिए तैयार हैं. पत्रकार की भूमिका में हैं अर्चना जी हां, अर्चना के सवाल कैसे होंगे और वो किन-किन लोगों से सवाल करेंगी इसका खुलासा होने में अभी कुछ महीनों का वक्त लगेगा. दरअसल, मॉडल एक्ट्रेस अर्चना प्रजापति किसी चैनल से नहीं जुड़ी हैं, बल्कि अपनी आने वाली फिल्म है तुझे सलाम इंडिया में एक पत्रकार की भूमिका में हैं. निर्माता अरबाज भट्ट और निर्देशक अविनाश कुमार की इस फिल्म के एसोसिएट डायरेक्टर हैं शादाब सिद्दीकी जबकि अर्चना प्रजापति के साथ मुख्य भूमिका में आर्या बब्बर, मुश्ताक खान, एजाज खान, स्मिता गोंड़कर आदि हैं. है तुझे सलाम इंडिया की डबिंग पूरी अर्चना ने हाल ही में है तुझे सलाम इंडिया की डबिंग पूरी की है. अर्चना का कहना है कि उनकी भूमिका फिल्म में काफी चैलेंजिंग है और डबिंग के दौरान फिल्म को देखकर महसूस हो गया कि दर्शकों को यह फिल्म अवश्य पसंद आएगी. बहरहाल अर्चना के फैंस को पत्रकार के रूप में उन्हें देखने का इंतजार है. बता दें, अर्चना प्रजापति का नाम भोजपुरी फिल्मों में शुमार है. वैसे अर्चना पहले भी बॉलीवुड की कई फिल्मों और म्यूजिक एल्बम में नजर आ चुकी हैं, लेकिन इस बार उन्हें बॉलीवुड के बड़े पर्दे पर सेकेंड लीड एक्ट्रेस के रूप में देखना काफी दिलचस्प होगा. छोटे पर्दे से बड़े पर्दे तक का सफर बता दें, छोटे पर्दे से बड़े पर्दे तक का सफर तय करना अर्चना के लिए आसान नहीं रहा. उन्हें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा. तब जाकर उन्हें यह मुकाम हासिल हुई. अर्चना के परिवार वाले नहीं चाहते थे कि वह फिल्मों में काम करे. इस कारण उन्हें काफी समस्या होती थी. अर्चना बताती हैं कि वह परिवार वालों से छुपकर ऑडिशन देने जाती थीं, लेकिन एक दिन ऐसा आया जब फिल्म जगत से जुड़े लोग अर्चना के पिता जी से मुलाकात कर उन्हें समझाया कि अर्चना एक टैलेंटेड लड़की है और आने वाले समय में फिल्मी दुनिया में वह अच्छा नाम कमा सकती है. छोटे-छोटे रोल से की करियर की शुरुआत ये सारी बातों को सुनकर किसी तरह अर्चना के पिता ने हामी भर दी और फिर अर्चना अपने सपनों को सच करने के लिए निकल पड़ीं. उन्होंने अपने करियर के लिए जमकर मेहनत किया और छोटे से रोल से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की. छोटे-छोटे रोल करते करते आज अर्चना उस मुकाम को हासिल कर चुकी हैं, जहां वह अपनी पहचान की मोहताज नहीं हैं. बिहार में रेलवे स्टेशनों पर बजाया जा रहा है टीवी पत्रकार नीतीश चंद्र का तौबा तौबा शराब गाना बेगूसराय की सिनेमाई गतिविधि देश के लिए बनी है प्रेरणा,जानिए पूरा मामला!
आदित्य पंचोली ने कंगना के खिलाफ दर्ज कराया आपराधिक मानहानि का मामला पंचोली का दावा है कि कंगना ने उन्हें वर्षों से बदनाम किया है और टेलीविजन पर उनके बारे अपमानजनक ढंग से बात की अभिनेता आदित्य पंचोली और उनकी अभिनेत्री पत्नी जरीना वहाब ने आज यहां की एक अदालत में अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया है. पंचोली ने कहा कि उन्होंने अंधेरी में मजिस्ट्रेट की अदालत में कंगना और उनकी बहन रंगोली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने बताया, हां, हमने मानहानि का मामला दर्ज कराया...हमने दीवानी मानहानि के मामले का विकल्प खुला रखा है. कंगना ने आरोप लगाया था कि कभी पंचोली के साथ उनका रिश्ता था जिस दौरान इस अभिनेता ने उनको प्रताड़ित किया था. पंचोली का दावा है कि कंगना ने उन्हें वर्षों से बदनाम किया है और टेलीविजन पर उनके बारे अपमानजनक ढंग से बात की. अभिनेता ने कहा, कंगना और उनकी बहन रंगोली ने मेरी पत्नी, बेटे और बेटी को इस मामले में खींचा जो अच्छा नहीं था. मैं खुद के लिए और अपने परिवार के लिए चिंतित हूं. कंगना रनौत के आरोपों पर ऋतिक रोशन के जवाब रितिक के बचाव में आए फरहान अख्तर, फेसबुक पर लिखी दिल की बात
कभी उत्कृष्ट विधायक का सम्मान पाने वाले प्रदीप यादव अब गिरफ्तारी के डर से चल रहे हैं फरार - न्युश्विंग रांची: कभी उत्कृष्ट विधायक का सम्मान पाने वाले विधायक प्रदीप यादव अब गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे हैं. प्रदीप यादव पर उनकी ही पार्टी की महिला नेत्री रिंकी झा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. जिसमें वह दोषी पाये गये हैं. वहीं दोषी पाये जाने के बाद से प्रदीप यादव गायब हैं. कोर्ट ने महिला नेत्री के साथ यौन शोषण के आरोपित विधायक प्रदीप यादव की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गयी है. इस मामले में कोर्ट ने माना कि इनके खिलाफ पर्याप्त सबूत है. गौरतलब है कि वर्ष २०१५ में झारखंड विधानसभा का १६ वां स्थापना दिवस के अवसर पर विधायक प्रदीप यादव को उत्कृष्ट विधायक के सम्मान से नवाजा गया था. इसे भी पढ़ें- पूर्व डप डीके पांडेय की पत्नी के जमीन मामले की समीक्षा करेंगे आयुक्त गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद से चल रहे हैं फरार प्रदीप यादव अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. जेवीएम विधायक प्रदीप यादव अंडरग्राउंड हो गए हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. लेकिन फिर भी प्रदीप यादव का कोई सुराग नहीं मिल रहा है. प्रदीप यादव की जमानत याचिका भी खारिज झारखंड हाइकोर्ट ने यौन उत्पीड़न के आरोपी झाविमो विधायक प्रदीप यादव की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था. जज अनिल कुमार चौधरी की कोर्ट ने १६ जुलाई को विधायक की याचिका को खारिज किया था. विधायक ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए एक जुलाई को झारखंड हाइकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी. इसे भी पढ़ें- कश्मीर में अशांति फैलाने के लिये यासीन मलिक ने इसी से लिए पैसे: निया प्रदीप यादव के पास अब ये हैं विकल्प हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद प्रदीप यादव के पास कई विकल्प हैं. कानूनी जानकारों के अनुसार हाइकोर्ट के आदेश के खिलाफ प्रदीप यादव सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल कर सकते हैं और जमानत की गुहार लगा सकते हैं. या फिर उन्हें निचली अदालत में सरेंडर करना होगा. जहां वह नियमित जमानत की अर्जी दाखिल कर सकते हैं. फिलहाल उम्मीद जतायी जा रही है कि प्रदीप यादव निचली अदालत में सरेंडर कर सकते हैं. इसे भी पढ़ें- अलविदा शीला दीक्षित: निगम बोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार उत्कृष्ट विधायकगिरफ्तारीप्रदीप यादवफरारसम्मान
हिंदी न्यूज़ ओपिनियन घर से दफ्तर तक बदलाव इस अंजुमन में आपको आना है बार-बार, दीवारो-दर को गौर से पहचान लीजिए... उमराव जान फिल्म के एक गीत की यह पंक्ति आज काफी मौजूं है। घर, दफ्तर और बाहर, अगर दीवारों-दर ही बदल चुके हों, तो? और अगर आप भी बदल गए हों, तो? बदलाव तय है। मशहूर चिंतक, लेखक थॉमस फ्रीडमैन ने कहा है कि हम इतिहास की एक नई विभाजन रेखा पर खड़े हैं। दुनिया का इतिहास अब ईसा से पहले और ईसा के बाद के पैमाने पर नहीं, बल्कि कोरोना से पहले और कोरोना से बाद के कालखंडों में विभाजित होगा। उत्तर कोरोना काल में जो चीजें सबसे ज्यादा बदली हुई होंगी, उनमें से एक है- हमारा सामाजिक व्यवहार और दूसरा है- काम करने का हमारा तरीका। पहले भी लोग घर से या दफ्तर के बाहर से काम करते थे, लेकिन वे अपवाद थे। अब कोरोना के समय दफ्तर जाने वाले अपवाद हैं। इसीलिए सबके मन में सवाल है कि ऐसे ही क्यों नहीं चल सकता? दफ्तर की क्या जरूरत है? कई छोटे दफ्तर चलाने वाले तो फैसला कर चुके हैं कि अब दफ्तर बंद करके किराया बचाया जाए। दुनिया की चर्चित आर्थिक पत्रिका इकोनॉमिस्ट ने एक लेख में ऑफिस का मर्सिया लिख दिया है। डेथ ऑफ द ऑफिस शीर्षक वाले लेख में बताया गया है कि इस बीमारी के आने से पहले ही दफ्तर खतरे में थे, अब यह खतरा और भी बढ़ गया है। हालांकि लेखक रियायत देते हैं कि फिलहाल ऑफिस की जान नहीं जाने वाली। इधर रियल एस्टेट कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक ने भारत में कमर्शियल रियल एस्टेट के जिम्मेदार लोगों के बीच एक सर्वे किया है। इसके मुताबिक, ७२ प्रतिशत लोग सोच रहे हैं कि छह महीने बाद भी दफ्तर के आधे लोगों से घर से ही काम लेना जारी रखा जाए। जल्दी ही उन दफ्तरों के बारे में फैसला होना है, जहां लॉकडाउन लगने के बावजूद लोगों ने घर से काम करके कामकाज पर असर नहीं आने दिया है। ऐसी कंपनियों का सोचना है कि क्या सबको काम पर वापस बुलाना है या कम लोगों को दफ्तर बुलाकर बाकी के घर को ही दफ्तर मान लिया जाए? मैकिंजी के सर्वेक्षण में शामिल एक कंपनी के सीईओ ने इस पर बहुत दिलचस्प टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि इसे वर्क फ्रॉम होम कहने की बजाय स्लीपिंग इन ऑफिस कहना बेहतर होगा। घर से काम कर रहे लोगों और उनके घरवालों से बात कीजिए, तो यह बात सटीक लगेगी। ज्यादातर का कहना है कि अब वे पहले से ज्यादा व्यस्त हैं। ज्यादा समय काम कर रहे हैं और इस चक्कर में घर का संतुलन भी बिगड़ रहा है, क्योंकि सब अपने-अपने कंप्यूटर या मोबाइल के जरिए किसी न किसी मीटिंग या क्लास में व्यस्त रहते हैं। वैसे ऑफिस कम रेजिडेंस यानी घर और दफ्तर एक साथ की अवधारणा नई नहीं है। आम तौर पर इसका अर्थ एक बड़ा बंगलेनुमा घर होता है, जिसमें रहने का हिस्सा अलग और दफ्तर का हिस्सा अलग होता है। बडे़ अधिकारियों की जिंदगी आज भी ऐसे घरों में गुजरती है। दफ्तर बंद होने के बाद उसके कमरे बंद और घर की जिंदगी शुरू। मगर कोरोना आने के साथ असंख्य लोगों के घर उनके दफ्तर बन गए। दिक्कत यह है कि सारे घर ऐसे नहीं हैं, जिनमें अलग से दफ्तर बन जाएं, तो अपने बेडरूम, ड्रॉइंग रूम या डाइनिंग टेबल को ही दफ्तर बनाना पड़ता है। बीच में कूकर की सीटी भी बजेगी और दरवाजे की घंटी भी। एक से ज्यादा लोग काम कर रहे हों, तो जगह की तंगी भी है। एक दिग्गज का कहना है कि भारत के ज्यादातर घर वर्क फ्रॉम होम के हिसाब से तैयार नहीं हैं। यानी इस रास्ते पर आगे बढ़ना है, तो घरों में बदलाव करने होंगे। इस बदलाव का खर्च भी क्या कंपनियां उठाएंगी? जाहिर है, सारी बड़ी कंपनियां यह हिसाब जोड़ रही हैं कि जो कर्मचारी घर पर रहकर दफ्तर चलाएंगे, उन्हें इसके लिए कितना खर्च करना पडे़गा और कंपनी को कितना देना पड़ेगा। घर में काम से कंपनी को बचत हो रही है या नुकसान? अभी फिजिकल डिस्टेंसिंग भी देखनी है यानी एक कर्मचारी को बैठाने के लिए चार की जगह चाहिए। एक जगह ज्यादा कर्मचारियों को बैठाने से हमेशा खतरा बना रहेगा। दक्षिण कोरिया के एक कॉल सेंटर में एक ही हॉल में काम करने वाले ४३ प्रतिशत लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। अब ओपन ऑफिस और कंपनी के सारे कामकाज एक जगह लाकर बड़ा सेंट्रल कॉम्प्लेक्स बनाने की दिशा में काम खतरनाक है। अगर कोई बीमारी फैल गई, तो पूरा काम ठप हो जाएगा। इसीलिए काम को एक से ज्यादा जगह बांटकर रखना समझदारी मानी जाएगी। शिकागो यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च से पता चलता है कि अमेरिका में ३७ प्रतिशत काम ऐसे हैं, जो हमेशा के लिए घर से किए जा सकते हैं। एक दूसरी बड़ी बहस यह भी छिड़ी हुई है कि क्या दफ्तर सिर्फ काम के लिए होते हैं? टीम भावना, कंपनी से जुड़ाव और नौकरी न बदलने की इच्छा, इन सबके पीछे दफ्तर की भी भूमिका होती है। काम के बीच चाय-कॉफी पर चर्चा, विमर्श, दोस्तियां, रोमांस इत्यादि से भी इंसान अपने दफ्तर से जुड़ता है। बहरहाल, मैकिंजी की रिपोर्ट में ऐसा एक सूत्र है, जो सबके काम का है और वह है, सीखने की कला सीखो। महामारी के बाद के दौर में काम की पूरी दुनिया बदली हुई होगी, कंपनियां बदल जाएंगी और आपके अपने बहुत से लोग बदल चुके होंगे। ऐसे में, वही कारोबार आगे बढ़ पाएंगे, जो अपने लोगों को तेजी से इस बदलती दुनिया के साथ बदलने का रास्ता सीखने लायक बनाएंगे या सीखने के लिए जरूरी कौशल दे पाएंगे और अभी यह काम बहुत कम लोगों को आता है। फेसबुक और ट्विटर, दोनों ने कहा है कि वे अपने बहुत से कर्मचारियों को हमेशा के लिए घर से काम करने की छूट दे रहे हैं। उधर, एक रियल एस्टेट कंपनी ने एक नए ऑफिस का डिजाइन बना दिया है, जिसमें काम करने वालों के बीच छह फुट की दूरी का इंतजाम होगा। यह तय है कि हर आदमी घर से काम नहीं कर सकता और काम के जितने भी तरीके निकाले जाएंगे, उन पर सवाल उठेंगे। बहरहाल, दुनिया किसी भी शक्ल में खुले, हमें आगे तो बढ़ना ही होगा।
१२०३२ अमेरिकी डॉलर (उसड) कन्वर्ट किर्गिज़स्तानी सोम (क्ग्स) के लिए, मुद्रा विनिमय दरें आज १२०३२ उसड अमेरिकी डॉलर सेवा मेरे क्ग्स किर्गिज़स्तानी सोम आप परिवर्तित कर दिया है १२०३२ उसड सेवा मेरे क्ग्स : ८४०४३५.२ क्ग्स. आखिरी अपडेट : सत, २९ फेब २०२० १०:३३:४२ +०००० या १२०३२ उसड सेवा मेरे क्ग्स: = ६६१७६ अमेरिकी डॉलर तो किर्गिज़स्तानी सोम १३८३६८ अमेरिकी डॉलर तो किर्गिज़स्तानी सोम २८२७५२ अमेरिकी डॉलर तो किर्गिज़स्तानी सोम ५७१५२० अमेरिकी डॉलर तो किर्गिज़स्तानी सोम ११४९०५६ अमेरिकी डॉलर तो किर्गिज़स्तानी सोम ४६१४२७२ अमेरिकी डॉलर तो किर्गिज़स्तानी सोम १८४७५१३६ अमेरिकी डॉलर तो किर्गिज़स्तानी सोम १२०३२ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु १२०३२ अमेरिकी डॉलर तो अरमेनियाई दरम १२०३२ अमेरिकी डॉलर तो त्रिनिदाद और टोबैगो डॉलर १२०३२ अमेरिकी डॉलर तो मलावी क्वाचा १२०३२ अमेरिकी डॉलर तो गौरदे १२०३२ अमेरिकी डॉलर तो आइसलैंडिक क्रोना १२०३२ अमेरिकी डॉलर तो ब्राजीली रियल १२०३२ अमेरिकी डॉलर तो वियतनामी ङ १२०३२ अमेरिकी डॉलर तो जॉर्जियाई लारी ९९९९९९९९.९९९९९ अंग सेवा मेरे बिफ १९६ आओआ सेवा मेरे जपी ४८६४० ज़ॉड सेवा मेरे उई ६९५७५ जपी सेवा मेरे ज़र १९४१७७५० कप सेवा मेरे एल ९९९९९९९९.९९९९९ गमड सेवा मेरे सिप ९९९९९९९९.९९९९९ पेन सेवा मेरे मद १९४५९०८१ ज़ॉफ सेवा मेरे सग ९९९९९९९९.९९९९९ क्नी सेवा मेरे ओम्र ९९९९९९९९.९९९९९ नियो सेवा मेरे उई ९९९९९९९९.९९९९९ हग सेवा मेरे म्मक
वनइंडिया से बात करते हुए यहां के एसपी अखिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि रात को १२.१५ बजे काफी तेज धमाका हुआ था, यह धमाका ओल्ड सुपरमार्केट के सामने हुआ है। हालांकि इस धमाके में किसी की जान नहीं गई है और ना ही कोई घायल हुआ है, लेकिन यहां आस-पास की कई दुकानों को काफी नुकसान पहुंचा है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, इस बात की जांच हो रही है कि किसने इस धमाके को अंजाम दिया और उसका क्या मकसद था।
इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया १-३ से पीछे होकर टेस्ट सीरीज पहले ही गंवा चुकी है और अब ५वें और आखिरी टेस्ट में भी उसकी हार पक्की लग रही है. नई दिल्ली. हिंदी फिल्म रंग का एक बड़ा ही मशहूर गाना था हर सवाल का जवाब नहीं मिल सकता. लेकिन इस वक्त टीम इंडिया के लिए ऐसी कोई भी छूट नहीं है. इंग्लैंड दौरे के बाद उसे सारे सवालों के जवाब देने पड़ेंगे. टेस्ट सीरीज में मिली हर हार का हिसाब देना पड़ेगा. खबर ये भी है कि सवालों के जवाब या फिर हार का हिसाब सही नहीं मिलने पर कुछ खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के पर कतरे भी जा सकते हैं, जिसकी तरफ प्रशासकों की समिति यानी कोआ के प्रमुख विनोद राय का ताजा बयान भी इशारा कर रहा है. इंग्लैंड दौरे का होगा रिव्यू एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब विनोद राय से इंग्लैंड में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले पर टीम इंडिया के मैनेजर से रिपोर्ट तलब की जाएगी. विनोद राय ने कहा, मैं किसी बात का वादा नहीं कर रहा हूं लेकिन सीरीज के बाद रिव्यू होता है. जब टीम मैनेजर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा तो हम उसका अध्ययन करेंगे. वैसे तो इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों ने खराब प्रदर्शन किया है लेकिन सबस निराशाजनक प्रदर्शन टीम मैनेजमेंट का रहा है. टीम के हेड कोच रवि शास्त्री की भूमिका सवालों के कटघरे में है. प्लेइंग इलेवन में खिलाड़ियों के चयन को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. यही वजह है कि कोआ के ताजा बयान में थोड़ी सी तल्खी देखने को मली है. सीरीज हारे, ५वें टेस्ट में भी हार तय बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया १-३ से पीछे होकर टेस्ट सीरीज पहले ही गंवा चुकी है और अब ५वें और आखिरी टेस्ट में भी उसकी हार पक्की लग रही है.
राशिफल १३ जुलाई २०१९, शनिवार सूर्योदय प्रातः ०५ः३७ पर राहुकाल प्रातः ०८ः५९ से सुबह १०ः४२ तक दिशाशूल पूर्व दिशा तिथि द्वादशी तिथि १३-१४/७/२०१९ रात्रि ००ः२८ तक तत्पश्तचात् त्रयोदशी तिथि नक्षत्र अनुराधा नक्षत्र दोपहर १६ः२६ तक तत्पश्चात् ज्येष्ठा नक्षत्र चन्द्रराशि वृश्चिक राशि भद्रा १२-१३/७/२०१९ रात्रि ००ः३० तक पर्व देवशयनी एकादशी व्रत (निम्बार्क) मेष चन्द्रमा के प्रभाव से माता से सम्बन्धित सुख में कमी आयेगी तथा भूमि एवं अचल सम्पत्ति को भी हानि पहुँचती है, स्वास्थ्य से सम्बन्धित परेशानि होगी, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से धन सम्बन्धित योग निरन्तर प्राप्त होंगे तथा धन उपार्जित करने के लिए विशेष मनोयोग के साथ निरन्तर प्रयत्नशील बनेंगे। वृष चन्द्रमा के प्रभाव से जीवनसाथी तथा व्यवसाय के क्षेत्र में चिन्ता, हानि तथा कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा, साथ ही भाई-बहनों के सम्बन्धों में भी त्रुटि बनेगी, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से शारीरिक सौन्दर्यता बढ़ेगी तथा हृदय के भीतर शक्ति एवं बाहर यश तथा मान प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। मिथुन चन्द्रमा के प्रभाव से धन प्राप्ति के लिये कठिन परिश्रम करना पड़ेगा तथा शत्रु पक्ष द्वारा हानि पहुँचने की सम्भावना है, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से व्यय अधिक रहेगा जिसके कारण धन संचय नहीं हो पायेगा परन्तु बाहरी स्थानों से लाभ होगा, धन प्राप्ति के सम्बन्ध में अपयश के भागी भी बनेंगे। कर्क चन्द्रमा के प्रभाव से विद्या, बुद्धि में कमी तथा संतान पक्ष से कष्ट प्राप्त होगा साथ ही शारीरिक एवं मानसिक दुर्बलता भी आयेगी, चन्द्रमा की सातवीं उच्च दृष्टि से आर्थिक लाभ के लिये अपनी मानसिक तथा शारीरिक शक्तियों एवं गुप्त युक्तियों का प्रयोग करेंगे और उसमें सफलता प्राप्त करेंगे परन्तु थोड़ी-बहुत मानसिक अशान्ति भी बनेगी। सिंह चन्द्रमा के प्रभाव से माता एवं भूमि-मकान आदि के सुख में कमी तथा कष्ट की प्राप्ति होगी तथा घरेलू खर्चो के कारण मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा, चन्द्रमा की सातवीं उच्च दृष्टि से पिता से सुख मिलेगा तथा राज्य एवं व्यवसाय के द्वारा सुख, सम्मान एवं सफलता की प्राप्ति होगी। कन्या चन्द्रमा के प्रभाव से भाई-बहन के पक्ष से परेशानी होगी तथा परक्रम में भी कुछ कमी बनेगी, मानसिक चिन्ताओं से ग्रस्त रहेंगे तथा धनोपार्जन के क्षेत्र में कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से कठिन परिश्रम द्वारा भाग्य क्षेत्र में वृद्धि होगी तथा धार्मिक कार्याें में विशेष रूचि बनेगी। तुला चन्द्रमा के प्रभाव से धन संचय शक्ति में कमी आयेगी तथा कुटुम्ब का सुख भी प्राप्त नहीं होगा, व्यवसाय एवं सुख के मार्ग में बाधाएँ पड़ेगी तथा धन वृ(ि के लिए गुप्त युक्तियों का आश्रय लेंगे, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से स्वास्थ्य से सम्बन्धित परेशानियों में लाभ होगा, जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें। वृश्चिक चन्द्रमा के प्रभाव से शारिरिक दुर्बलता रहेगी, यशप्राप्ति के मार्ग में कठिनाईयाँ आयेंगी जिसके कारण मन चिन्तित सा बनेगा, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से सुन्दर एवं मनोनुकूल जीवनसाथी की प्राप्ति होगी साथ ही व्यवसाय के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। धनु अष्ठमेश चन्द्रमा के प्रभाव से व्यय के मामलों में बड़ी कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा तथा बाहरी स्थानों के सम्बन्ध से भी कष्ट मिलेगा, स्वास्थ्य से सम्बन्धित परेशानी आयेगी, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से शत्रुओं पर प्रभाव बनायेंगे, न्यायिक क्षेत्र में मामलों पर विजय एवं सफलता प्राप्त करेंगे। मकर चन्द्रमा के प्रभाव से आय के क्षेत्र में कुछ कमी बनेगी, जीवनसाथी एवं व्यवसाय के पक्ष में भी अल्पसुख प्राप्त होगा, गृहस्थी के कारण मानसिक चिन्ताओं के कारण भी बनेंगे, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से विद्या, बुद्धि तथा संतान का सुख यथेष्ट मात्रा में प्राप्त होगा, जीवन उल्लासपूर्ण होगा। कुम्भ षष्ठेश चन्द्रमा के प्रभाव से पिता पक्ष से सुख में कमी होगी, राजकीय क्षेत्र से सम्मान में कुछ हानि प्राप्त होगी, व्यवसायिक उन्नति में रूकावटें आयेंगी, शत्रुपक्ष से परेशानी होगी, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से माता, भूमि-मकान आदि का सुख प्राप्त होगा। मीन चन्द्रमा के प्रभाव से भाग्योन्नति में कुछ रूकावटें आयेेेंगी तथा धार्मिक कार्यों का पालन भी यथाविधि नहीं होगा, संतान सुख में कमी तथा विद्या के क्षेत्र में कमी होगी, मन तथा मस्तिष्क में परेशानी बनेगी, चन्द्रमा की सातवीं दृष्टि से भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा तथा पराक्रम की वृद्धि होगी। यौन उत्पीड़न और बाल अपराधों के मामलों के लिए बनेंगी १०२३ फास्ट ट्रैक कोर्ट सहकारिता विभाग निभा रहा किसानों की आय वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका
हिटलर के जन्मस्थल इमारत को बनाया जायेगा पुलिस स्टेशन २१-११-२०१९ १३:१४:५७ प्म जर्मनी के तानाशाह अडोल्फ हिटलर का जन्म ऑस्ट्रिया के एक गेस्ट हाउस में हुआ था, जहाँ हिटलर ने अपने बचपन के शुरूआती ३ साल गुजारे थे। हिटलर के जन्म के समय समय उसके पिता ऑस्ट्रिया में कस्टम अफसर के तौर पर तैनात थे और तीन साल रहने के बाद वे वापिस जर्मनी चले गए। हिटलर की मौत के बाद तानाशाही महिमामंडन करने वाले लोगो ने इस स्थान को पवित्र स्थान मन्ना शुरू कर दिया था और यहाँ आना जाना बढ़ा दिया था जिसके चलते ऑस्ट्रिया की सर्कार ने यहाँ पुलिस स्टेशन बनाने की घोषणा की है। साथ ही यह फैसला भी किया कि यहाँ से सभी राष्ट्रिय समाजवादी यादें हटा दी जाएगी। सरकार ने यहाँ मौजूद हिटलर की निजी वस्तुओं की नीलामी का भी आदेश दिया है जिसमे हिटलर की टोपी भी शामिल है। वही जर्मनी में कुछ यहूदी समूह ने इस नीलामी का खूब विरोध किया है। उनका कहना है कि इन खून से लथपथ चीज़ो से पैसे कामना गलत है।
कपिल शर्मा की तरह निरहुआ ने पत्रकार को दी गालियां, मामला दर्ज | दलित दस्तक होम टॉप न्यूज कपिल शर्मा की तरह निरहुआ ने पत्रकार को दी गालियां, मामला दर्ज नई दिल्ली। भोजपुरी के स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ विवादों में घिर गए हैं. निरहुआ पर पत्रकार को गाली देने व मारने-पीटने की धमकी देने का आरोप लगा है. इस बात को लेकर निरहुआ की निंदा हो रही है. इस मामले को लेकर पत्रकार ने निरहुआ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. लेकिन निरहुआ ने भी इस पर खुलकर अपनी बात रखी है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक निरहुआ के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने की मुंबई में शिकायत दर्ज कराई गई है. भोजपुरी सिनेमा के पीआरओ और पत्रकार शशिकांत सिंह ने निरहुआ के साथ अपनी इस गाली-गलौत भरी बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया है. इसमें गाली-गलौच और जान से मारने की धमकी देते हुए सुना जा रहा है. इसको लेकर निरहुआ के छोटे भाई और फिल्म एक्टर परवेश लाल यादव ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से शशिकांत सोशल मीडिया पर बॉर्डर के खिलाफ नेगेटिव अभियान चलाए हुए थे. हालांकि उन्होंने निरहुआ और शशिकांत की बातचीत के बारे में कुछ ज्यादा नहीं कहा, लेकिन ये माना कि दोनों में गरमागर्मी हुई थी. बता दें कि इसी तरह कपिल शर्मा ने एक पत्रकार को गाली दी थी जिसको लेकर काफी विवाद हुआ था और कपिल शर्मा की निंदा हुई थी. भोजपुरी के जुबली स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ की नई फिल्म बॉर्डर ईद पर रिलीज हुई थी और फिल्म ने बिहार और यूपी के कुछ सेंटर्स में सलमान खान की रेस ३ को जबरदस्त टक्कर भी दी. फिल्म को मिल रहे जबरदस्त रिस्पॉन्स से फिल्म की टीम बेहद खुश है. इसे भी पढ़ें-बॉर्डर का टी-शर्ट पहन चंपा को बचाने निकला निरहुआ दलित लड़के ने की पाटीदार लड़की से शादी, शहर में हुआ...
सांसद यादव एवं विधायक रघुवंशी ने ओलावृष्टि से हुए नुकसान का लिया जायजा | क्रांतिदूत सांसद यादव एवं विधायक रघुवंशी ने ओलावृष्टि से हुए नुकसान का लिया जायजा क्षेत्रीय सांसद डॉ. केपी यादव एवं कोलारस विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने ओलावृष्टि से प्राकृतिक आपदा पर कोलारस विधानसभा के ग्राम खैराई,... क्षेत्रीय सांसद डॉ. केपी यादव एवं कोलारस विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने ओलावृष्टि से प्राकृतिक आपदा पर कोलारस विधानसभा के ग्राम खैराई, मोहराई, भड़ौता में हुए नुकसान का मुआयना किया। भाजपा सांसद डॉ. केपी यादव ने किसानों के प्रति सहानुभूति का परिचय देते हुए सोमवार को शाम एवं रात्रि में हुई बरसात एवं ओलावृष्टि से संसदीय क्षेत्र के अशोकनगर कोलारस में हुई बरसात एवं ओलावृष्टि के कारण किसानों के खेतों में खड़ी हुई गेहूं एवं चने की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा जिस पर संवेदनशीलता दिखाते हुए सांसद डॉ के पी यादव एवं कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने आज कोलारस विधानसभा के कई ग्रामों में पहुंचकर किसानों के खेत पर पहुंचे और उन्होंने फसलों का मुआयना किया एवं किसानों को सहानुभूति देते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल फसलों को हुए नुकसान के सर्वे का निर्देश दिया और उनको तुरंत शासन द्वारा जो सहायता प्रदान की जा सकती है उसके लिए निर्देश दिए । क्रांतिदूत: सांसद यादव एवं विधायक रघुवंशी ने ओलावृष्टि से हुए नुकसान का लिया जायजा
- बीएससी के छात्राें का प्रवेश विद्यालय में ही होगा, बाल्लिया न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें। बाल्लिया बीएससी के छात्राें का प्रवेश विद्यालय में ही होगा बिल्थरारोड (सं.)। देवेंद्र पीजी कालेज के बीएससी के छात्र-छात्राओं का प्रवेश विद्यालय में ही होगा। उक्त आशय का निर्देश महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलसचिव एसएल मौर्य ने महाविद्यालय प्रबंधक को दिया है। इससे बीएससी में अध्ययन को भटक रहे छात्रों में हर्ष व्याप्त है। उल्लेखनीय है कि देवेंद्र पीजी कालेज में सत्र २०११-१२ में सत्र शून्य करते हुए महाविद्यालय प्रशासन ने बीएससी-प्रथम और द्वितीय वर्ष की वार्षिक परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों का अग्रिम कक्षा में प्रवेश रोक दिया था। महाविद्यालय प्रशासन का कहना था कि स्ववित्तपोषित योजना अंतर्गत बीएससी की कक्षाएं संचालित होती हैं, लेकिन छात्रों की पर्याप्त संख्या न होने के चलते अग्रिम कक्षाओं में प्रवेश संभव नहीं होगा। ऐसे में भाग एक व दो उत्तीर्ण छात्रों का प्रवेश किसी दूसरे महाविद्यालय में कराना पड़ेगा। प्रबंधक के इस तुगलकी फरमान से छात्रों के भविष्य पर संकट के बादल मड़राने लगे थे। छात्रों का कहना था कि एक साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद अगले साल में पढ़ने के लिए दूसरे महाविद्यालयों में ही भेजा जाना सर्वथा अनुचित है। छात्रों और महाविद्यालय प्रबंधक ने वस्तु स्थिति से विश्वविद्यालय को अवगत कराया। इस संदर्भ में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति ने बीएससी-द्वितीय और तृतीय खंड में छात्रों के प्रवेश काे पूर्ण कराने एवं अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। कुलपति के निर्णय के क्रम में कुल सचिव ने १० अक्तूबर को प्रबंधक के लिखे गए पत्र में छात्रों का प्रवेश और अध्ययन-अध्यापन कराने का निर्देश दिया। कैसा लगा
लिव इन रिलेशन : क्या करें जब हो जाए ब्रेकअप - सरिता मगजीन लिव इन रिलेशन : क्या करें जब हो जाए ब्रेकअप रिश्ते को प्यार और विश्वास भरा बनाने की कोशिश हर कोई करना चाहता है, पर जब यही रिश्ता टूट जाए तो फिर रिश्ते के दुश्मनों को पहचान कर उन से पार पाने का सही रास्ता क्या है. आरती प्रियदर्शिनी | ऑगस्ट २३, २०१८ राखी कुछ दिनों से बेहद परेशान दिख रही थी. दफ्तर के काम में भी उस का मन नहीं लग रहा था. वह एक जिम्मेदार पद पर कार्यरत थी. ऐसे में बौस का उस पर झल्लाना लाजिम था. यह सब उस की सहकर्मी नीलिमा से न देखा गया और एक दिन लंच टाइम में उस ने राखी के मन को कुरेदा तो वह फफक उठी, नीलिमा, मैं और मिहिर १ साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे. मैं ने तो अपने मातापिता को भी मना लिया था शादी के लिए, लेकिन अब वह कह रहा है कि वह इस रिश्ते से ऊब चुका है. उसे स्पेस चाहिए. कुछ हफ्तों से हम एक छत के नीचे रह कर भी अजनबियों की तरह रह रहे हैं. ३ दिन से वह मुझे मिला भी नहीं है. न कौल, न मैसेज. कुछ भी रिप्लाई नहीं कर रहा, और फिर वह फूटफूट कर रोने लगी. नीलिमा ने राखी को जी भर कर रोने दिया. फिर दफ्तर के बाद उसे अपने घर ले गई. नीलिमा अपने मम्मीपापा और भैयाभाभी के साथ रहती थी. राखी को एक परिवार का भावनात्मक सहारा मिला और अपनी एक सहेली का हौसला, जिस से उस का मनोबल मजबूत हुआ और वह आगे की जिंदगी हंसतेहंसते बिता पाई. राखी जैसी न जाने कितनी लड़कियों को सहजीवन या लिव इन रिलेशनशिप ने अपने मकड़जाल में फंसाया हुआ है, जिस से निकलतेनिकलते वे टूट कर पूरी तरह बिखर जाती हैं और हाथ लगती है सिर्फ हताशा और मानसिक अवसाद. कुछ वर्षों पहले जब सुप्रीम कोर्ट ने लिव इन रिलेशनशिप को कानूनी मान्यता दी थी तब युवावर्ग खुशी से झूम उठा था मानो खुले आसमान के साथसाथ अब उन्हें सुनहरे पंख भी मिल गए हों. मगर अब इस रिश्ते की स्वच्छंदता बहुतों को घायल कर रही है, जिन में महिलाएं, लड़कियां ज्यादा हैं. नैंसी के साथ तो बहुत ही बुरा हुआ. ६ महीने तक प्रकाश के साथ सहजीवन में रहने के बाद अचानक एक हादसे में प्रकाश की मौत हो गई. किसी तरह वह इस सदमे से खुद को उबारती है तो पता चलता है कि वह मां बनने वाली है और अब गर्भपात की समयसीमा भी निकल चुकी है. ऐसे में वह जीवन से हताश हो कर आत्महत्या जैसा गलत कदम उठा लेती है और पीछे छोड़ जाती है अपना रोताबिलखता परिवार और उन के अनमोल सपने जो कभी उन्होंने नैंसी के लिए देखे थे. महानगरों में ऐसे कई उदाहरण मिल जाएंगे. अब सवाल यह उठता है कि यदि विवाह संस्था बंधन और लिव इन आजादी है, तो फिर इस आजादी में इतनी तकलीफ क्यों सहन करनी पड़ रही है लड़कियों को? इस का जवाब है समाज की दोयमदर्जे की मानसिकता. भारतीय महिलाओं के लिए संबंधों को तोड़ पाना अभी भी आसान नहीं है. सामाजिक ही नहीं भावनात्मक स्तर पर भी. पुरुष तो ऐसे रिश्तों से अलग हो कर शादी भी कर लेता है और समाज स्वीकार भी लेता है, परंतु वही समाज महिला के चरित्र पर उंगली उठाता है. ऐसी स्थिति में क्यों न हम कुछ बातों का खयाल रखते हुए एक सुकून भरी जिंदगी जीएं. लिव इन रिश्ते के टूटने पर पलायनवादी होने से अच्छा है कि हम इसे अपना अनुभव समझते हुए सबक लें. यह सच है कि महिलाओं के लिए साथी के साथ को भूलना और जीवन के आगामी संघर्षों से मुकाबला करना आसान नहीं होता. लेकिन जिंदगी रुकने का नहीं, निरंतर चलने का नाम है. बस जरूरत है तो इस रिश्ते से जुड़े कुछ पहलुओं पर गौर करने की ताकि लिव इन रिलेशनशिप से टूट कर न बिखरें. खुद को रखें व्यस्त: यदि आप नौकरी करती हैं, तो आप के लिए खुद को व्यस्त रखना थोड़ा आसान होगा. अपने औफिशियल टारगेट को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करें. हर वक्त यह न सोचती रहें कि अपने पार्टनर को कैसे मनाया जाए क्योंकि आप के पार्टनर ने मानसिक तैयारी के साथ ही आप को छोड़ा है, इसलिए वह तो आने से रहा. नौकरी न करने वाली लड़कियों को भी चाहिए कि वे ज्यादा से ज्यादा समय परिवार के साथ बिताएं और साथ ही अपने अंदर के किसी हुनर को पहचानते हुए उसे निकालने का प्रयास करें. वे सारे कार्य करें जो कभी आप समय की कमी के कारण नहीं कर पाती थीं. कभीकभी अपनी भावनाओं को डायरी के पन्नों में भी ढालने का प्रयास करें. मन की तकलीफ कुछ कम हो जाएगी. कुछ तो लोग कहेंगे: जब आप ने लिव इन रिलेशनशिप में रहने का फैसला किया होगा तब अवश्य ही लोगों की बातों को नजरअंदाज किया होगा. लोग क्या कहेंगे, इस वाक्य को कई बार सिरे से खारिज किया होगा. तो बस अभी वही करते रहिए. शांति से उन की नकारात्मक बातों को अनसुना कीजिए. कभी भी अपनी तरफ से सफाई देने या अपना पक्ष रखने की कोशिश न कीजिए, क्योंकि आप ने कोई अपराध नहीं किया है. हीनभावना न पनपने दें: आप केवल दोस्ती के एक रिश्ते से अलग हुए हैं. अत: स्वयं को तलाकशुदा न समझें. आप ने कोई अपराध नहीं किया है. यौन शुचिता के तराजू पर भी खुद को न तौलें. शारीरिक संबंध बनाना एक प्राकृतिक क्रिया है. इसे लेकर अपने मन में हीनभावना न पालें. साथी के साथ बिताए सुखद पलों को ही जीवन में स्थान दें. साथी के प्रति मन में नफरत का भाव न रखें. आमनेसामने होने पर भी दोस्ताना व्यवहार करें और किसी भी प्रकार का ताना या उलाहना न दें. कानून है आप के साथ: यदि आप लंबे समय से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं और आप का बच्चा भी है तो ऐसे में यदि आप का साथी आप को आप की मरजी के खिलाफ छोड़ना चाहता है तो आप कानून का सहारा ले सकती हैं. सुप्रीम कोर्ट ने २०१० में यह फैसला सुनाया है कि लिव इन के कारण पैदा हुए बच्चे नाजायज नहीं कहे जाएंगे. आप सीआरपीसी की धारा १२५ के तहत बच्चे के गुजाराभत्ते के लिए अर्जी दाखिल कर सकती हैं, क्योंकि अधिक समय तक लिव इन रिश्ते में रहने के कारण आप को कानूनन पत्नी का दर्जा मिलता है. साथी के द्वारा मारपीट या जबरदस्ती करने पर भी आप न्यायालय से घरेलू हिंसा कानून के तहत इंसाफ एवं गुजाराभत्ते की मांग कर सकती हैं या हिंदू अडौप्शन ऐंड मैंटनैंस एक्ट की धारा १८ के तहत भी अर्जी दाखिल कर सकती हैं. न छिपाएं होने वाले जीवनसाथी से: टूटे रिश्ते के गम से बाहर निकलने के लिए शादी एक बेहतर विकल्प है, पर इतना याद रखें कि शादी से पहले आप अपने भावी जीवनसाथी को अपने लिव इन रिलेशनशिप के बारे में अवश्य बताएं, साथ ही उन्हें यह आश्वस्त करें कि आप अपने पुराने रिश्ते को नए रिश्ते पर कभी हावी नहीं होने देंगी. पुरुष भी दें ध्यान: यह सही है कि सहजीवन से अलग होने का परिणाम सब से ज्यादा लड़कियों को ही भुगतना पड़ता है, परंतु कुछ समय संवेदनशील पुरुष भी प्रभावित होते हैं, इस बात को नकारा नहीं जा सकता. जयंत की पार्टनर ने उसे छोड़ने के बाद उस के खिलाफ शादी का झांसा दे कर बलात्कार करने का इलजाम लगा दिया था. काफी मुश्किलें झेलने के बाद वह इस से छुटकारा पा सका. ऐसे पुरुषों के लिए ही दिल्ली हाईकोर्ट ने ऐसे मामलों में पुलिस को बलात्कार के बजाय विश्वास भंग (क्रिमिनल ब्रीच औफ ट्रस्ट)का मुकदमा दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया है, ताकि पुरुषों को भी न्याय मिल सके.
अमेठी: जमीन के लिए परिवार संग धरने पर बैठा फौजी, हमें जवान सिर्फ शहादत के वक़्त याद आते हैं? होम भ न्यूज अमेठी: जमीन के लिए परिवार संग धरने पर बैठा फौजी, हमें जवान... सरहद पर २० सैनिक शहीद हो गए, इधर जमीन के लिए अमेठी में परिवार संग धरने पर बैठा फौज सैनिक एक तरफ चीन विवाद के बाद लद्दाख के गलवान घाटी में शहीद हो रहे हैं तो दूसरी तरफ अमेठी में एक सैनिक को अपनी ही ज़मीन लेने के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है। अपने आपको राष्ट्रवादी कहने वाली और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में देश की सीमा की सुरक्षा में तैनात एक सैनिक न्याय के लिए एसडीएम ऑफिस के बाहर पत्नी और बच्चे के साथ धरने पर बैठ गया है। धरने पर बैठे पीड़ित सैनिक बृजेश कुमार दुबे का आरोप है कि उसकी जमीन पर गाँव के दबंग लोगों ने कब्ज़ा कर लिया है। आरोप है कि अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा जबरन उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है और साथ ही उसे एससी-एसटी के मामले में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। न्याय के लिए ब्रिजेश कुमार दुबे सम ऑफिस के बाहर कड़ी धूप में अपनी पत्नी और बच्चे के साथ धरने पर बैठे हुए हैं। फौजी बृजेश दुबे जम्मू राष्ट्रीय राइफल डोगरा रेजिमेंट पुंछ मे तैनात हैं। सैनिक ने कई बार इसकी शिकायत स्थानीय प्रसाशन से की, लेकिन प्रसाशन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे परेशान होकर सैनिक ने एसडीएम ऑफिस परिसर में जमीन पर परिवार संग बैठकर न्याय की गुहार लगा रहा है। जबकि दबंग लोग सैनिक और उसकी पत्नी बच्चे को जान से मारने की धमकी दे रहें हैं। जहां सैनिक बृजेश अपनी पत्नी और बच्चे के साथ घंटो धूप में बैठा रहे। वहीँ एसडीएम योगेंद्र कुमाए सिंह अपने एसी कमरे में बैठे रहे और एक बार भी बाहर आकर फौजी से बात करना भी मुनासिब नहीं समझा।
होम > उत्पादों > कम तत्व कास्टेबल अपवर्तक(कम तत्व कास्टेबल अपवर्तक के लिए कुल २४ उत्पादों) कम तत्व कास्टेबल अपवर्तक - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं कम तत्व कास्टेबल अपवर्तक निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक कम तत्व कास्टेबल अपवर्तक, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक कम तत्व कास्टेबल अपवर्तक में से एक, निंग्क्सिया चांगमाओक्सियांग स्मेल्टिंग को., लैड। टैग: कम तत्व कास्टेबल अपवर्तक , कम तत्व कास्ट रेफ्रेक्ट्री ठीक सिलिका पाउडर , ललित सिलिका पाउडर सस्ती कीमत के साथ अलीबाबा सर्वश्रेष्ठ विक्रेता कम तत्व जाली अपवर्तक ठीक सिलिका पाउडर उत्पाद वर्णन टेक्निकल डाटा टेस्ट...
अधिकतम धुन आर्केड खेल मशीन,अधिकतम धुन वांगन आधी रात आर्केड खेल मशीन - बाय अधिकतम धुन आर्केड गेम मशीन प्रोडक्ट ऑन अलीबाबा.कॉम अधिकतम धुन आर्केड खेल मशीन, अधिकतम धुन वांगन आधी रात आर्केड खेल मशीन अधिकतम धुन आर्केड गेम मशीन बुलबुला + फिल्म + लकड़ी के मामले खेल केंद्र/घर उपयोग/मनोरंजन केंद्र ५-1५ दिन (मात्रा पर निर्भर करता है) १०० टुकड़ा/मोहरे प्रति माह १. नए उन्नयन: नवीनतम नई लक्जरी कार रेसिंग मशीन उन्नयन २. अनुकरण मज़ा: उच्च गुणवत्ता एलसीडी डिस्प्ले आप एक प्रभावशाली कार अनुभव लाने के लिए, मजबूत ध्वनि, ड्रैग रेसिंग फिलिंगीन का अनुकरण रोमांचक ट्रैक, खेल मज़ा को प्रोत्साहित करने के लिए. ३. दूरबीन सीट: सीटें सामने और रियर सुनिश्चित करने के लिए समायोजित किया जा सकता है कि खिलाड़ियों की एक किस्म के लिए ऊंचाई है। ४. गतिशील दिशा: इस मशीन का उपयोग करता है गतिशील स्टीयरिंग व्हील ऊंचाई सिमुलेशन, वास्तव में आराम से पकड़ है, वास्तविक अनुभव है। ५. सभी हवाई जहाज़ के पहिये: चेसिस सभी-धातु निर्माण के साथ टिकाऊ, आसानी से क्षतिग्रस्त नहीं, लंबे समय से सेवा जीवन एक: हम कर सकते हैं अपनी खुद की कलाकृति अपनी आवश्यकता के रूप में, इस तरह के रूप में अपने लोगों. एक: वोल्टेज और सिक्का स्वीकर्ता अपने देश की स्थिति के रूप में समायोजित किया जा सकता है। एक: आप गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिए एक परीक्षण के आदेश जगह कर सकते हैं और बाजार में अपनेएलओकल, लेकिन आप अधिक प्राप्त कर सकते हैं छूट आप और अधिक आदेश अगर एक समय. एक: अच्छी सवाल है, परीक्षण के आदेश के लिए. हम अलीबाबा व्यापार आश्वासन के माध्यम से आदेश और भुगतान कर सकते हैं, व्यापार आश्वासन की तरह पेपैल गारंटी कर सकते हैं अपने लाभ है। एक:किसी भी स्थापना की जरूरत नहीं है, हम ध्यान से इकट्ठा मशीनों अच्छी तरह से और उन्हें परीक्षण शिपमेंट से पहले, तो जब ग्राहकों प्राप्त मशीनों, बस प्लग और खेलते हैं!
अक्षय कुमार भारत के अलावा अन्य देशों में भी पॉपुलर हैं. कनाडा में उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है. उन्हें वहां की नागरिकता भी मिली है. इस सबको लेकर उनकी दोहरी नागरिकता पर सवाल उठते रहते हैं, क्योंकि भारत में दोहरी नागरिकता की अनुमति नहीं है. इस बारे में अक्षय के जवाब वाला एक वीडियो वायरल हुआ है. इसमें वे पूरी बात समझा रहे हैं. अक्षय कुमार भारत के अलावा अन्य देशों में भी पॉपुलर हैं. कनाडा में उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है. उन्हें वहां की नागरिकता भी मिली है. इस सबको लेकर उनकी दोहरी नागरिकता पर सवाल उठते रहते हैं, क्योंकि भारत में दोहरी नागरिकता की अनुमति नहीं है. इस बारे में अक्षय के जवाब वाला एक पुराना वीडियो वायरल हुआ है. इसमें वे पूरी बात समझा रहे हैं. अक्षय से जब प्रेस वार्ता के दौरान पूछा गया कि अकसर उनकी दोहरी नागरिकता को लेकर असमंजस में रहते हैं, जबकि भारत में ऐसा कानून नहीं है. इसका जवाब अक्षय ने सधे हुए शब्दों में दिया. उन्होंने कहा कि ये ऑनरी यानी मानद है. जैसा आप समझती हैं, वैसा नहीं है.' गौरतलब है कि भारतीय कानून के संविधान के अनुच्छेद ९ के तहत दोहरी नागरिकता मान्य नहीं है. साथ ही नागरिकता अधिनियम 1९55 की धारा ८ के अनुसार भी दोहरी नागरिकता गैरकानूनी है. किसी भी भारतीय नागरिक के पास अगर किसी दूसरे देश का पासपोर्ट है तो वो अपने पास भारतीय पासपोर्ट नहीं रख सकता. ये कानून का उल्लंघन होगा. इस दशा में उस शख्स की भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जाएगी. इस समय अक्षय कुमार सोशल मुद्दों पर फिल्में बनाने में बिज़ी हैं उनकी फिल्म टॉयलेट के प्रेम कथा को भी काफी सराहना मिल चुकी है और अब वो पैडमैन के प्रमोशन में व्यस्त हैं यह फिल्म भी सोशल इशु पर है और इसी महीने के अंत में रिलीज़ होने को तैयार है. अब केसरी की भूमिका में आए पैडमैन अक्षय, नई फिल्म में ऐसा है लुक अक्षय कुमार की पैडमैन रिलीज होने वाली है और उससे पहले ही उनकी दूसरी फिल्म केसरी का फर्स्ट लुक रिलीज कर दिया गया है. अक्षय कुम ... क्रिसमस पर अक्षय कुमार का ट्विंकल खन्ना के साथ डांस, प्रीति जिंटा भी जुटी क्रिसमस की तैयारियों में, देखें विडियो ... पैडमैन का ट्रेलरः सैनिटरी नैपकीन बांटते दिखे सुपरहीरो अक्षय अक्षय कुमार, राधिका आप्टे और सोनम कपूर स्टारर पैडमैन का ट्रेलर १५ दिसंबर को रिलीज हो गया. ... अक्षय कुमार ने सैनेटरी पैड के साथ शेयर की अपनी लेटेस्ट तस्वीर, जानें क्या है पूरा मामला. ... कुछ समय से खबरें चल रही थीं कि अक्षय कुमार ने गुलशन कुमार की बायोपिक फिल्म 'मुगल' को छोड़ दिया है. अब एक्टर ने खुद इन बातों क ...
क्पी के राष्ट्रीय परिषद में कन्हैया कुमार शामिल, सुधाकर रेड्डी फिर बने महासचिव २३वीं पार्टी कांग्रेस में रेड्डी के सर्वसम्मति चुनाव से पहले १२५ सदस्यीय राष्ट्रीय परिषद का भी चुनाव किया गया एस. सुधाकर रेड्डी तीसरी बार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के महासचिव चुने गए. रविवार को सर्वसम्मति से उनका चुनाव इस पद के लिए हुआ. वहीं जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार को राष्ट्रीय परिषद में जगह मिली है. २३वीं पार्टी कांग्रेस में रेड्डी के सर्वसम्मति चुनाव से पहले १२५ सदस्यीय राष्ट्रीय परिषद का भी चुनाव किया गया. इसमें जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को शामिल किया गया. दो बार लोकसभा के सदस्य रह चुके रेड्डी पहली बार २०१२ में भाकपा महासचिव बने थे. रेड्डी (७६) तो बिना किसी विरोध के फिर से चुन लिए गए, लेकिन सीपीआई की शीर्ष निर्णय लेने वाली इकाई में केरल से १५ सदस्यों के चयन में वरिष्ठ सदस्य सी. दिवाकरन का नाम सूची में शामिल नहीं किए जाने से कुछ अवरोध नजर आया. सीपीआई की राज्य इकाई, पार्टी सचिव कनम राजेंद्रन व वरिष्ठ नेता के. ई. इस्माइल के धड़ों के बीच बंटी हुई है. राष्ट्रीय परिषद में रविवार को छह नए सदस्यों को शामिल किया गया, यह सभी राजेंद्रन के प्रति निष्ठा रखने वाले माने जाते हैं.
देश के इतिहास में संघियों के पिटने और जेल जाने की अगर कोई वाकया है, तो वह सिर्फ इमरजेंसी के दौर का है। लिखित माफी की भी कुछ कहानियां हैं। लेकिन यह सच है कि समाजवादियों के साथ संघियों ने भी इमरजेंसी के दौरान इंदिरा सरकार की प्रताड़ना सही। इतिहास बोध आजकल एक विलुप्तप्राय चार्ली चैप्लिन महात्मा गांधी से मिलना चाहते थे जिसके लिए कैनिंग टाउन में डॉक्टर चुन्नीलाल कतियाल के यहाँ २२ सितम्बर १९३१ की शाम का वक्त तय हुआ। खुद चैप्लिन ने इस रोचक मुलाकात को आत्मकथा में सहेजा है। उस वक्त का एक फोटो रिकॉर्ड्स में मिलता है जिसमें गांधी गाड़ी से बाहर आ रहे हैं दादरी का अख़लाक़ हर हत्या के बाद ख़ामोश हो जाते हैं हत्यारे और उनके मित्रगण. उनके दाँतों के बीच फँसे रहते हैं ताज़ा माँस के गुलाबी रेशे, रक्त की कुछ बूँदें भी चिपकी होती हैं होंठों के आसपास, पर आँखें भावशून्य हो जाती हैं जैसे चकित सी होती हों धरती पर निश्चल पड़ी कुचली-नुची मृत
विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि कल काफी रांची के लोग मेरे इस पेज से जुड़े हैं। मित्रों, रांची से मेरा पुराना नाता है। जन्म लेने के बाद से १५ साल, मतलब १२ कक्षा तक मेरी ज़िन्दगी वहीँ कांके रोड में गुजरी है, तो काफी अच्छा लगा आप लोगो को देख के। हमेशा मन में रहता है कांके डैम, हुंडरू फॉल, जोन्हा फॉल, दशम फाल, वो रामगढ से आने वाली घाटी के मोड़। वो फिरायालाल, वो पंजाब स्वीट हाउस। :) स्वच् सोशियल मीडिया अभियाँ
सर्वश्रेष्ठ बुनकर पुरस्कार बर आवेदन २५ फरवरी तक सर्वश्रेष्ठ बुनकर पुरस्कार बर आवेदन २५ फरवरी तक - छत्तीसगढ़ विकास्पीडिया स्व. श्री बिसाहूदास मंहत सर्वश्रेष्ठ बुनकर पुरस्कार योजना साल २०१४-१५ अउ 20१५-१६' प्रविष्टि प्रस्तुत करे के संबंध म आवेदक ल पचास रूपया के स्टाम्प पेपर म शपथ पत्र देना होही। शासकीय, अर्धशासकीय, सहकारी संस्था अउ संघ के कर्मचारी ए योजना म हिस्सा नइ ले सकय। प्रविष्टि म देहे सबो जानकारी अउ प्रमाण के पूरा जिम्मेदारी आवेदक के खुदे के होही। पुरस्कार के चयन के संबंध म कोनो आपत्ति या अपील स्वीकार्य नइ होवय। पुरस्कार बर आवेदन पत्र अउ विस्तृत नियम शर्त जिला हाथकरघा कार्यालय रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, जगदलपुर, महासमुंद, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ अउर अम्बिकापुर ले प्राप्त कर सकत हव। आवेदक अपन प्रविष्टि बंद लिफाफा म संबंधित जिला के कलेक्टर के माध्यम ले या जिला हाथकरघा कार्यालय म या संचालक ग्रामोद्योग हाथकरघा संचालनालय इंद्रवती भवन चतुर्थ तल ब्लाक-ए नवा रायपुर म १५ फरवरी तक जमा कर सकत हें। आवेदक ल लिफाफा के ऊपर 'स्व. श्री बिसाहूदास मंहत सर्वश्रेष्ठ बुनकर पुरस्कार योजना साल २०१४-१५ अउ 20१५-१६' संग अपन नाम अउ पूरा पता लिखना अनिवार्य हावय।
काल भैरव जयंती जानें शंकर के भयंकर रूप काल भैरव की कहानी - एस्ट्रोयोगी.कॉम काल भैरव जयंती जानें शंकर के भयंकर रूप काल भैरव की कहानी भगवान शिव शंकर, भोलेनाथ, सब के भोले बाबा हैं। सृष्टि के कल्याण के लिये विष को अपने कंठ में धारण कर लेते हैं तो वहीं इनके तांडव से सृष्टि में हाहाकार भी मच जाता है और भोले बाबा विनाशक, विध्वंसक बन जाते हैं। अनेक रूपों वाले भोले भंडारी के ही अंश से पैदा हुए थे काल भैरव। मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को काल भैरव की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसे कालाष्टमी अथवा भैरवाष्टमी भी कहा जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल २०१८ में कालभैरव जयंती २९ नवंबर को मनाई जा रही है। अपने आप को श्रेष्ठ बताने के लिये अक्सर दूसरे को कमतर आंका जाने लगता है। अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने की यह लड़ाई आज से नहीं बल्कि युगों युगों से चली आ रही है। मनुष्य तो क्या देवता तक इससे न बच सकें। बहुत समय पहले की बात है। भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश यानि त्रिदेवों के बीच इस बात को लेकर विवाद हो गया है कि उनमें से कौन सर्वश्रेष्ठ है। विवाद को सुलझाने के लिये समस्त देवी-देवताओं की सभा बुलाई गई। सभा ने काफी मंथन करने के पश्चात जो निष्कर्ष दिया उससे भगवान शिव और विष्णु तो सहमत हो गये लेकिन ब्रह्मा जी संतुष्ट नहीं हुए। यहां तक कि भगवान शिव को अपमानित करने का भी प्रयास किया जिससे भगवान शिव अत्यंत क्रोधित हो गये। भगवान शंकर के इस भयंकर रूप से ही काल भैरव की उत्पत्ति हुई। सभा में उपस्थित समस्त देवी देवता शिव के इस रूप को देखकर थर्राने लगे। कालभैरव जो कि काले कुत्ते पर सवार होकर हाथों में दंड लिये अवतरित हुए थे ने ब्रह्मा जी पर प्रहार कर उनके एक सिर को अलग कर दिया। ब्रह्मा जी के पास अब केवल चार शीश ही बचे उन्होंने क्षमा मांगकर काल भैरव के कोप से स्वयं को बचाया। ब्रह्मा जी के माफी मांगने पर भगवान शिव पुन: अपने रूप में आ गये लेकिन काल भैरव पर ब्रह्म हत्या का दोष चढ़ चुका था जिससे मुक्ति के लिये वे कई वर्षों तक यत्र तत्र भटकते हुए वाराणसी में पंहुचे जहां उन्हें इस पाप से मुक्ति मिली। कुछ कथाओं में श्रेष्ठता की लड़ाई केवल ब्रह्मा जी व भगवान विष्णु के बीच भी बताई जाती है। भगवान काल भैरव को महाकालेश्वर, डंडाधिपति भी कहा जाता है। वाराणसी में दंड से मुक्ति मिलने के कारण इन्हें दंडपानी भी कहा जाता है। काल भैरव जयंती व्रत पूजा विधि भगवान काल भैरव तंत्र विद्या के देवता भी माने जाते हैं यही कारण हैं कि तांत्रिक काल भैरव की उपासना करते हैं। मान्यता के अनुसार इनकी उपासना रात्रि में की जाती है। रात भर जागरण कर भगवान शिव, माता पार्वती एवं भगवान कालभैरव की पूजा की जाती है। काल भैरव के वाहन काले कुत्ते की भी पूजा होती है। कुत्ते को विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। पूजा के समय काल भैरव की कथा भी सुनी या पढ़ी जाती है। अगले दिन प्रात:काल पवित्र नदी अथवा किसी तीर्थ स्थल में नहाकर श्राद्ध व तर्पण भी किया जाता है। इसके बाद भैरव को राख अर्पित की जाती है। मान्यता है कि भैरव की पूजा करने वाला निर्भय हो जाता है। उसे किसी से भी डरने की आवश्यकता नहीं होती। उसके समस्त कष्ट बाबा भैरव हर लेते हैं। काल भैरव के मंदिर मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकाल का प्रसिद्ध अति प्राचीन मंदिर तो है ही इसी मंदिर से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर बाबा भैरव का भी एक प्राचीन मंदिर है जिसकी खासियत यह है कि इस मंदिर में बाबा भैरव की प्रतिमा को प्रसाद के रूप में मदिरा यानि शराब चढ़ाई जाती है जिसे बाबा ग्रहण भी करते हैं। इस मंदिर की लोकप्रियता व मान्यता भी दूर-दूर तक फैली है। जम्मू एवं काश्मीर में स्थित माता वैष्णों देवी के मंदिर के पास ही बाबा भैरव का मंदिर भी मिलता है। इतना ही नहीं माता के अधिकांश मंदिरों के समीप बाबा भैरव का मंदिर अथवा प्रतिमा भी अवश्य मिलती हैं। काल भैरव तंत्र क्रियाओं के देवता भी माने जाते हैं। जीवन में चल रहे क्लेश से काल भैरव जयंती पर मुक्ति कैसे मिलेगी? इसके लिये एस्ट्रोयोगी पर देश के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों से परामर्श लें। क्या कहता है शिव का स्वरूप | शिव मंदिर भारत के प्रसिद्ध शिवालय | शिव का शरभावतार - नृसिंह की क्रोधाग्नि से बचायी सृष्टि शिव वृषभ अवतार - क्यों किया विष्णु पुत्रों का संहार? | नटराज सृष्टि के पहले नर्तक भगवान शिव नवाजुद्दीन सिद्दीकी ... उत्तरप्रदेश के बुधाना में जन्मे नवाजुद्दीन सिद्दीकी का प्रारंभिक जीवन अभाव में बीता। नवाज को लेकर उनके कुल नौं भाई-बहन हैं। ग्रेजुएशन करने के बाद नवाज ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में ...
हिंदी न्यूज़ मनोरंजन सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर संजय लीला भंसाली से पूछताछ करेगी पुलिस, यशराज फिल्म्स के कास्टिंग डायरेक्टर को दोबारा जाना होगा पुलिस स्टेशन बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुए दो हफ्ते से भी ज्यादा का समय बीत चूका है। सुशांत के सुसाइड केस को लेकर मुंबई पुलिस लगातार छानबीन में जुटी हुई है । पुलिस एक्टर के प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ से सबंधित सभी लोगों से पूछताछ कर रही है। अभी तक पुलिस ने एक्टर से संबंधित २८ लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। अब पुलिस फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली से जल्द ही पूछताछ करने का प्लान बना रही है। भंसाली को अगले दो दिनों में पुलिस के सामने पेश होने के लिए एक समन भेजा गया है। खबर ये भी है कि यशराज फिल्म्स के कास्टिंग डायरेक्टर शानू शर्मा को भी एक बार फिर से पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। बता दें कि इससे पहले २८ जून को शानू शर्मा से पूछताछ के लिए बांद्रा पुलिस स्टेशन बुलाया गया था। खबरों की मानें तो संजय लीला भंसाली से पूछताछ करने की वजह ये है कि सुशांत सिंह राजपूत को दो बार संजय लीला की फिल्में 'गोलियों की रासलीला राम-लीला' और फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' ऑफर हुईं थी, लेकिन बाद में सुशांत को फिल्मों से निकाल दिया गया था। इसके बाद से वे डिप्रेशन का शिकार हो गए थे, जिसकीा इलाज भी चल रहा था। सूत्र के अनुसार, संजय लीला भंसाली और कास्टिंग डायरेक्टर शानू शर्मा से पूछताछ करने के साथ ही साथ एक्ट्रेस कंगना रनौत और फिल्म निर्माता शेखर कपूर को भी पूछताछ के लिए समन भेजा गया है। क्योंकि कंगना और शेखर सुमन लगातार अपने सोशल मीडिया पोस्ट और इंटरव्यू में दिवंगत अभिनेता के बारे में बात करते रहे हैं। खबरों की मानें तो पुलिस शेखर और कंगना से ट्वीट से संबंधित पूछताछ करेगी। 'बेल बॉटम' में अक्षय कुमार के साथ दिखेंगी वाणी कपूर, इस दिन रिलीज होगी फिल्म बता दें कि सुशांत, शेखर के बहुत करीब थे वह अक्सर अपनी परेशानी शेखर से शेयर करते रहते थे। इतना ही नहीं शेखर भी सुशांत के निधन के बाद कई सारी ऐसी बातों का खुलासा किया था, जिसे लेकर पुलिस उनसे पूछताछ करेगी। शेखर कपूर की फिल्म 'पानी' में सुशांत सिंह राजपूत लीड रोल में काम करने वाले थे। इस फिल्म को यशराज द्वारा प्रड्यूस किया जा रहा था लेकिन क्रिएटिव डिफरेंस की वजह से फिल्म अधर में लटकी थी। इस बारें में शेखर का भी बयान सामने आया था। इससे पहले, सुशांत के करीबी दोस्त रिया चक्रवर्ती को भी बांद्रा पुलिस ने सिलसिले में दस घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। अभी तक पुलिस ने कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा, एक्ट्रेस संजना सांघी ,महेश शेट्टी, रोहिणी अय्यर से पूछताछ कर चुकी है। दीपिका पादुकोण से पहले कंगना रनौत को ऑफर हुई थी 'पद्मावत'! बनी रहनी चाहिए फिल्म निर्माण की बॉलीवुड शैली : भंसाली भंसाली को है साथी की तलाश
कविता: 'दुःख की बात' - लीलाधर जगूड़ी - पोषम पा निरर्थकताओं को सार्थकताओं में बदलने के लिए हम संघर्ष करते हैं बदहालियों को ख़ुशहालियों में बदलने के लिए क्योंकि कमियाँ जब अभाव बन जाती हैं तो वे बीमारियाँ बन जाती हैं कोई डाक्टर नहीं बताता कि क्या-क्या अभाव है किसी के जीवन में वे सिर्फ़ उन जगहों के बारे में पूछते हैं जो दुख रही होती हैं या जानलेवा दर्द उठा रही होती हैं मौत से फिर कभी हम बाद में मरते हैं और फिर मौत को ही ज़िम्मेदार ठहराते हैं अपनी मौत का आज शरीर विज्ञान में हो रहे अनुसन्धान की एक ख़बर पढ़ी कि उस दवा के सेवन से अब आदमी बूढ़ा नहीं होगा यह कितने दुःख की बात है कि आदमी जवान रहेगा और मर जाएगा। लीलाधर जगूड़ी साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी कवि हैं जिनकी कृति 'अनुभव के आकाश में चाँद' को १९९७ में पुरस्कार प्राप्त हुआ। वे हाथ होते हैं ख़ाली बोतलें, ख़ाली डिब्बे अनुवाद जवाहरलाल नेहरू शाश्वत छल व प्राथमिकता न रही
आराम की बुद्धि मनोविज्ञान दुनिया बचपन की शिक्षा: पहले वाकई बेहतर है? परहेज़ होना एक भोजन विकार माना जाना चाहिए? हम "नीचे" के बारे में कैसे महसूस करते हैं मेरी पॉकेट में विश्व एंजेलीना: क्या अकेलापन सफलता की कीमत है? व्यवहारवाद की व्याख्या: ऑपरेंट एंड क्लासिकल कंडीशनिंग नए साल का संकल्प: अपनी शक्तियां बनाएं उद्यमी के हटना से सावधान रहें ओह, आज के बच्चों के साथ क्या बात है? अमीर के बारे में आपके विश्वास आपको गरीब बना रहे हैं संकट में लोगों को वास्तविक आराम देने के लिए १० युक्तियाँ व्यक्तित्व जन्म से पहले शुरू होती है क्या आपको अल्जाइमर रोग के बारे में चिंतित होना चाहिए? लेखक जेनिफर गिलमोर के साथ साक्षात्कार बात कर रहे राजनीति के लिए एक हॉलिडे गेम जानबूझकर आराम के बारे में एक किताब आपके बर्नआउट का जवाब हो सकती है। स्रोत: आराम / एलेक्स पांग अपने इंटरनेट पर ध्यान डालें और इस शीर्षक को पढ़ें- बाकी: जब आप कम काम करते हैं तो आप और अधिक क्यों हो जाते हैं । अब एक पल के लिए अपनी थके हुए आंखों को आराम करें और प्रभावों पर विचार करें। मैंने हाल ही में आराम के लेखक डॉ। एलेक्स पांग से मुलाकात की, जो लिखते हैं कि काम और बाकी सहयोगी हैं, विरोधी नहीं। इसका मतलब है कि अपने काम को और गंभीरता से लेने के लिए, आपको अपने आराम के महत्व को बढ़ाने की जरूरत है। कहना आसान है, करना मुश्किल है। विशेष रूप से यदि आप काम की मांगों की असली दुनिया में रहते हैं, तो माता-पिता, पति / पत्नी, मित्र और अपने स्वयं के उच्च मानकों को करने के लिए स्वयं संचालित इच्छा के रूप में उपलब्ध होने के दबाव। यह मेरे अपने काम (और पेरेंटिंग) बर्नट के समय के दौरान था कि मैंने पांग के आराम उठाया। उस समय, मैं ताओवाद के प्राचीन दर्शन की भी खोज कर रहा था। यह एक महान संयोग था कि बाकी के वैज्ञानिक और अजीब रूप से समर्थित ज्ञान ताओवादी दर्शन में व्यक्त प्राचीन ज्ञान के समान हैं। ताओवाद के एक आधारभूत सिद्धांत से पता चलता है कि यिन और यांग की विरोधी शक्ति ब्रह्मांड के प्राकृतिक क्रम को रेखांकित करती है। यिन-यांग को कभी-कभी सकारात्मक-नकारात्मक के रूप में अनुवादित किया जाता है और ग्राफिक रूप से अंधेरे और हल्के आकार के रूप में दर्शाया जाता है जो कि एक दूसरे के बिंदु होते हैं। यह प्रतिनिधित्व स्पष्ट करता है कि एक दूसरे के साथ संघर्ष में प्रतीत होता है कि बल एक स्वस्थ, टिकाऊ संतुलन में एक-दूसरे को पकड़ते हैं। दूसरे शब्दों में, हम जिन विपक्षी विपक्ष में हैं, वे वास्तव में उनके विरोधाभासी प्रकृति के आधार पर सद्भाव बना सकते हैं। अभ्यास में इसका मतलब क्या है जो आपके विचार से सरल हो सकता है, और यह काम करने और एक-दूसरे के खिलाफ आराम करने के तरीके को सराहना करने और गले लगाने से शुरू होता है। उदाहरण के लिए, थकावट के धुएं पर किसी अन्य कार्य दिवस के माध्यम से अपने दांतों को बनाने के बजाय, आप अपनी थकान के लक्षणों को पहचान सकते हैं। उस थकान कोहरे के माध्यम से कैफीनिंग के बजाय, आप अपनी बिगड़ती प्रभावशीलता का निरीक्षण कर सकते हैं और इसके लिए इंतजार कर सकते हैं- काम करना बंद करो । आपकी परिस्थितियों के आधार पर, आप दिन के लिए रुकना चुन सकते हैं, अस्थायी रूप से दूसरे कार्य में स्विच कर सकते हैं, चलने के लिए जा सकते हैं, या अपनी मानसिक आंखों के लिए अपनी आंखें बंद कर सकते हैं। ये सभी तरीके हैं जो पांग कहते हैं जानबूझकर आराम, और वे आपके काम के मस्तिष्क को ब्रेक लेने का अवसर प्रदान करने के लिए प्रत्येक प्रभावी रणनीतियां हैं। चाहे आप विश्राम या गहरे खेल में शामिल हों, वह ब्रेक आपको अधिक प्रभावशीलता के साथ अपने काम पर लौटने की अनुमति देगा। अगर ऐसा लगता है कि आराम करने के लिए थोड़ा अधिक गुलाबी लगता है तो आपको बेहतर काम करने में मदद मिलेगी, पांग की किताब आपको अन्यथा विश्वास दिला सकती है। दरअसल, पांग एक महान रचनात्मक के जीवन की समीक्षा करता है, जो अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही खुद को जलाने के लिए कड़ी मेहनत करता था। अभ्यास के साथ, इन रचनात्मक दिग्गजों (प्रमुख कलाकारों, लेखकों, संगीतकारों, और वैज्ञानिकों ने बहुत से लोगों के बीच) दैनिक अभ्यासों को बनाया जो आराम को प्राथमिकता देते थे, जिससे भारी रचनात्मकता, उत्पादकता, और उनके आजीवन काम के लिए रचनात्मकता को बनाए रखा जाता है। लेकिन आप ऐसी दुनिया में क्या करते हैं जो हमेशा हमें और अधिक काम करने के लिए दबाती है? यदि आपके पास बच्चों या बीमार माता-पिता जैसी अन्य ज़िम्मेदारियां हैं, तो क्या करना है, इस बारे में दुविधा का जिक्र नहीं करना चाहिए। जब आराम के लिए समय निकालने की बात आती है तो ये मुश्किल मुद्दे हैं। फिर भी, जैसा कि डॉ। पांग ने मेरे साथ साझा किया, जितना अधिक आप इस भूमिका को पहचान सकते हैं कि हमारे जीवन को संतुलित करने और वास्तव में अधिक रचनात्मक, अधिक उत्पादक, बेहतर माता-पिता होने में हमारी सहायता करने में अच्छा आराम होता है, उतना अधिक आप इसे बचाने की संभावना रखते हैं ऐसी दुनिया के खिलाफ जो उस समय के लिए अन्य उपयोगों को पायेगा जो उनके लिए बेहतर होगा लेकिन आपके लिए बेहतर नहीं होगा। यदि आप उनके पास भारी मूल्य पहचानते हैं तो आप आराम से अभ्यास करने में अधिक सफल होंगे। जैसा कि डॉ। पांग ने मुझे बताया था, हम अक्सर आराम के बारे में सोचते हैं क्योंकि हम सबकुछ पूरा करते हैं जब हम सब कुछ के साथ किया जाता है। समस्या यह है कि, हम कभी नहीं कर रहे हैं। ऐसा करने के लिए हमेशा और अधिक होता है जो हमें लगता है कि हमें करना चाहिए। छोटे बच्चे, नौकरियों की मांग करना, और जीवन के सभी डोमेन में भाग लेने की इच्छा आपके लिए आसान नहीं होगी। लेकिन अगर आपको आराम को प्राथमिकता देने का तरीका मिलता है, तो आप और आपके जीवन के काम का लाभ होगा। पांग, ए (२०१६)। बाकी: जब आप कम काम करते हैं तो आप और अधिक क्यों हो जाते हैं। न्यूयॉर्क: बेसिक बुक्स। बर्नट पेरेंटिंग उत्पादकता ज्ञान दर्शन मस्तिष्क रचनात्मकता
सामान उतार कर बदमाश ट्रक छोड़ कर भागे बीसलपुर। बदमाशों ने ट्रक को जबरन भगा ले गए और उसमें से डेढ़ लाख का सामान चोरी कर लिया है। मोहल्ला ग्यासपुर निवासी जुबैर खां का ट्रक रविवार की रात चीनी मिल गेट के सामने स्थित दुकान के सामने खड़ा था। दुकान की छत पर उनका चौकीदार सोया था। रात लगभग १२ बजे कुछ बदमाश आए और ट्रक को स्टार्ट कर ले जाने लगे। चौकीदार द्वारा टोकने पर बदमाशों ने उसे धमकाकर नीचे उतार दिया। बदमाश ट्रक को पीलीभीत की ओर ले गए। बदमाशों के जाने के बाद चौकीदार ने मोबाइल फोन से जुबैर खां को मामले की जानकारी दी। जुबैर खां ने रात भर अपने परिजनों के साथ ट्रक को तलाश किया। सोमवार की सुबह ट्रक कस्बा बरखेड़ा में पीलीभीत रोड पर बंद पड़े पेट्रोल पंप के सामने ट्रक खड़ा मिला। ट्रक के चारों पहिए, स्टपनी, बैट्री, डेक और रिंच समेत लगभग डेढ़ लाख रुपये का सामान गायब था। जुबैर ने मामले की तहरीर कोतवाली में दे दी है, जिसमें ट्रक ले जाने वाले बदमाशों को अज्ञात बताया गया है। पुलिस मामले की जंाच कर रही है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी।
महिलाओं के लिए एबी और लेग टोन वर्कआउट - स्वास्थ्य - २०१९ महिलाओं के लिए एबी और लेग टोन वर्कआउट टोन्ड एब्स और पैरों के लिए स्ट्रेंथ ट्रेन। एब्डोमिनल, कूल्हों, जांघों और बछड़ों को लक्षित करने वाले अभ्यासों के साथ एक टोंड निचले शरीर और कोर खंड संभव है। ये अभ्यास प्रति सप्ताह तीन बार किए जाने वाले परिणामों का उत्पादन करते हैं, जिससे मांसपेशियों को वर्कआउट के बीच कम से कम २४ घंटे आराम करने की अनुमति मिलती है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए, कम से कम १५० मिनट प्रति सप्ताह मध्यम-तीव्रता वाली एरोबिक गतिविधि के साथ इन अभ्यासों को मिलाएं। व्यायाम कार्यक्रम शुरू करने से पहले हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें। एब्स और लेग्स के लिए क्लासिक स्क्वाट स्क्वाट्स एक ऐसा व्यायाम है जो एब्स और पैरों को एक साथ निशाना बनाता है। स्क्वैट्स शुरू करने के लिए, अपने पैरों को हिप-चौड़ाई के साथ अलग करें और आपके कंधे पीछे और नीचे खींचे। स्क्वाट के नीचे और ऊपर के हिस्से के दौरान अपनी रीढ़ को स्थिर करने में मदद करने के लिए अपनी पेट की मांसपेशियों को अनुबंधित करें। अपने वजन को अपनी एड़ी में शिफ्ट करें क्योंकि आप अपने घुटनों को मोड़ते हैं और अपने धड़ को आगे की ओर झुकाते हैं और अपनी पीठ को बिना हिलाए झुकते हैं। अपने पीछे एक अदृश्य कुर्सी की कल्पना करें, जब तक आप अपने नितंबों को फर्श की ओर कम कर देते हैं जब तक कि आपकी जांघें फर्श के समानांतर न हों। एक सेकंड के लिए स्थिति को पकड़ें और फिर अपनी ऊँची एड़ी के जूते को फर्श पर धकेलें जैसे ही आप अपनी शुरुआती स्थिति में लौटते हैं। १२ दोहराव के तीन सेट करें। औसत लुंज नहीं ट्विस्ट फेफड़े एब्डोमिनल और पैरों को टोन करता है। अपनी कोहनी को मोड़कर और अपने पेट के केंद्र में एक दवा की गेंद या डम्बल पकड़कर शुरू करें। अपने पैरों के साथ २ इंच अलग खड़े हो जाओ और अपने कंधों को पीछे और नीचे खींच लिया। अपने बाएं पैर के साथ आगे बढ़ते हुए अपने लंज की शुरुआत करें ताकि आप एक विभाजित रुख में हों। अपने पेट की मांसपेशियों को अनुबंधित करें क्योंकि आप अपने घुटनों को एक साथ मोड़ते हैं अपने शरीर को कम करने के लिए जब तक कि आपकी बाईं जांघ जमीन के समानांतर न हो और आपका दाहिना घुटना जमीन से लगभग १ इंच दूर हो। एक बार जब आपका शरीर कम हो जाता है, तो अपने मध्य भाग के सामने दवाई की गेंद या डंबल रखें और अपने धड़ को दाईं ओर घुमाते हुए अपने शरीर के करीब रखें। वापस केंद्र में घूमें और अपने शुरुआती स्थान पर लौटने के लिए अपने बाएं पैर से जमीन को धक्का दें। शरीर के दोनों किनारों पर १२ प्रतिनिधि के तीन सेट करें। लेग राइज के साथ टोन वेटेड लेग रेज़ आपके हिप फ्लेक्सर्स के लिए बहुत अच्छे हैं, लेकिन यह एक्सरसाइज आपके एब्डोमिनल और आपके सामने की जांघ के क्वाड्रिसेप्स को भी निशाना बनाती है। फ्लैट वेट बेंच पर लेटकर अपने सिर के शीर्ष पर भी बेंच के ऊपरी सिरे के साथ शुरू करें और एक डम्बल को अपने पैरों के बीच मजबूती से रखें। अपनी कोहनी मोड़ें और अपने सिर के पीछे बेंच के किनारों को पकड़ें। अपने पैरों के बीच के वजन के साथ, धीरे-धीरे अपने पैरों को भार बेंच से आगे बढ़ाएं, इसलिए केवल आपके सिर, कंधे, पीठ और नितंब ही वजन बेंच को छू रहे हैं। अपने सिर के ऊपर से अपने पैरों के नीचे तक एक सीधी रेखा की कल्पना करें और इस स्थिति को अपनी शुरुआती स्थिति के रूप में पकड़ें। धीमी और नियंत्रित गति का उपयोग करते हुए, एक साथ अपने घुटनों और कूल्हों को फ्लेक्स करें जैसे ही आप अपने घुटनों को अपनी छाती की ओर लाते हैं। धीरे-धीरे अपने पैरों और नितंबों को उनकी शुरुआती स्थिति में लौटाएं और १२ प्रतिनिधि के तीन सेट करें। सेक्सी बछड़ों के लिए उत्तर बछड़ा अपने निचले पैरों की पीठ और पक्षों की मांसपेशियों को टोन करता है और नीचे सीढ़ी या मजबूत ऊंचाई वाले मंच का उपयोग करके घर पर किया जा सकता है। अपने पैर की गेंद के साथ खड़े होकर मजबूती से सीढ़ी पर बैठें, अपने मेहराब और एड़ी को सीढ़ी से लटकने दें। संतुलन के लिए एक दीवार या कुछ मजबूत का उपयोग करें क्योंकि आप अपने बाएं घुटने को मोड़ते हैं और अपने बाएं पैर को सीढ़ी से ऊपर उठाते हैं, इसलिए आप एक समय में केवल एक पैर पर काम कर रहे हैं। अपनी एड़ी को कम करें जब तक कि आप अपने पैर के पीछे एक कोमल खिंचाव महसूस न करें और फिर धीरे-धीरे अपनी एड़ी को ऊपर उठाएं जहां तक आप जा सकते हैं ताकि आप अपने पैर की उंगलियों पर खड़े हों। दो सेकंड के लिए स्थिति को पकड़ो और फिर धीरे से अपनी एड़ी को नीचे करें। १२ पुनरावृत्तियों के तीन सेटों के लिए दोहराएं। इस अभ्यास की तीव्रता को बढ़ाने के लिए, एक हाथ में एक डम्बल पकड़ो। कॉपिराइट २०१९ \ स्वस्थ जीवन शैली - खेल, जिमनास्टिक और फिटनेस \ महिलाओं के लिए एबी और लेग टोन वर्कआउट
स्क क्या है ? - जाने स्क के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में दोस्तों आज के इस दौर में कम्पेटिटिव एक्सम के लिए कैसे कम्पेटिशन चल रहा है यह तो आप सभी को पता है तो हमें भी उसी हिसाब से तैयारी कर लेनी चाहिए अगर हम देखे तो किसी भी एक्सम को क्लियर करना बहूत ही आसान है बस हमें थोड़ी सी तैयारी करनी पड़ती है मतलब कुछ महिनो के लिए मेहनत, लगन और ईमानदारी के साथ हमें किसी एक एक्सम को ध्यान देकर पढना पड़ेगा इसी को ध्यान में रखते हुए आज हम बात कर रहे है स्क क्या है ? स्क क्या हैं इन हिन्दी इस पोस्ट के जरिये आपको स्क के बारे में सारी जानकारी देने जा रहा हु बस आपको इस पोस्ट को ध्यान से पड़ना है अगर आप अपना भविष्य सुनहरा बनाना चाहते है और आपमें कुछ करने की क्षमता है तो आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आएगी कर्मचारी चयन आयोग का हेड ऑफिस नई दिल्ली में स्थित है पुरे देश में इसके ७ रेजियोनल ऑफिस इलाहाबाद, मुंबई, कोलकाता, गुवाहाटी, चेन्नई, बंगलोर शामिल है। अगर आप केंद्र सरकार के अधीन सरकारी नौकरी करना चाहते हैं तो आप एसएससी देकर अपना यह सपना सच कर सकते हैं स्क केंद्र सरकार के मंत्रालयों और अन्य विभागों में ग्रुप ब एवं च के लिए कर्मचारियों का चयन करता हैं स्क काम कैसे करता है ? जैसा की मैंने आपको पहले बताया कि स्क केंद्र सरकर के अधीन विभिन्न प्रतियोगी परिक्षाए जैसे- कल, जे, च्स्ल, स्टेनो,कप्फ इत्यादि के लिए कर्मचारी नियुक्त करता है स्क अपने आधिकारिक वेबसाइट पर वैकन्सी की सुचना देता है, और फिर एक्सम कराता है। विभिन्न पोस्ट पर एग्जाम अलग-अलग तरीके से होते है। जिसमे गणित, अंग्रेजी, रीजनिंग एवं सामान्य ज्ञान के ही प्रश्न पूछे जाते हैं जिनका स्तर ऊपर बताई गई विभिन्न पोस्ट के अनुसार भिन्न हो सकता हैं कल (कॉम्बिनेड ग्रेजुएट लेवल एक्समिनेशन) कोई भी छात्र स्नातक पास करने के बाद कल एग्जाम दे सकता हैं| कल परीक्षा को पास करने के बाद आपको विभिन पदों पर नियुक्त किया जाता हैं जैसे इनकम टैक्स ऑफिसर, फ़ूड इंस्पेक्टर आदि जे (जूनियर इंजीनियर) इस एग्जाम की योग्यता के लिए आपके पास इंजीनियरिंग में डिप्लोमा होना आवश्यक है जे एग्जाम को पास करने के बाद भारत सरकार के विभिन तकनीकी कार्यलयो में नियुक्ति दी जाती है च्स्ल (कॉम्बिनेड हायएर सेकेंडरी लेवल एक्समिनेशन) १२त पास करने के बाद सरकारी नौकरी के इछुक छात्र इस प्रतियोगी परीक्षा की तेयारी कर सकते है इस परीक्षा को पास करने के बाद आप एलडीसी, क्लर्क इस तरह के पद पर कार्य कर सकते हैं स्टेनो (स्टेनोग्राफी) जिन छात्रों की टाइपिंग स्पीड बहुत फ़ास्ट है वे आशुलिपि में अपना करियर बना सकते है इस परीक्षा में पास होने के लिए लिखित परीक्षा के साथ टाइपिंग स्पीड अच्छी होना जरुरी है कप्फ (सेंट्रल अरमेड पुलिस फ़ोर्स) केंद्र सरकार की पुलिस फाॅर्स में नियुक्ति के लिए इस प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन करवाया जाता है इस परीक्षा को पास करने के बाद केंद्र सरकार के विभिन सुरक्षा विभाग में पदों पर नियुक्त किया जाता है जैसे असिस्टेंट कमांडेंट आदि दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको स्क क्या है यह पोस्ट पसंद आई होगी स्क की तैयारी संबंधित पोस्ट पर प्रकाशित होती रहेंगी, अगर आप इससे सम्बन्धित अधिक जानकारी चाहते है तो हमसे जुड़े रहिये अगर आप किसी भी तरह का प्रश्न पूछना चाहें तो कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं
बजट में आज पीयूष गोयल मनोरंजन जगत के लिए बजट में क्या प्रवाधान किए गए हैं, इसकी जानकारी सदन को दी। उन्होंने कहा, 'मनोरंजन जगत से कई लोगों को रोजगार मिलता है और हम सभी फिल्में देखते ही हैं। पायरेसी पर रोक लगाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। फिल्म बनाने वालों की सुविधा के लिए सरकार ने सिंगल विंडों क्लीयरेंस का प्रावधान किया है। ताकि इस उद्योग को आगे बढ़ाया जा सके।' पीयूष गोयल ने आगे कहा- 'हम सबको बॉलीवुड फिल्में देखने का शौक है और देशभर में फिल्म बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इसके जरिए कई लोगों को रोजगार मिलेगा चाहे वो हिन्दी सिनेमा हो या फिर तेलुगू, मलयालम जैसा क्षेत्रीय सिनेमा हो, सभी जगह रोजगार के मौके हैं।' इस दौरान उन्होंने उरी फिल्म के बारे में कहा, 'हमने उरी फिल्म देखी और खूब मजा आया। हॉल के अंदर जो जोश था वो देखने लायक था। मंत्री के यह कहने की देर थी कि पीछे बैठे खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर समेत तमाम एनडीए सांसद हॉ'स थे जोश के नारे लगाने लगे। लोकसभा में काफी देर तक ऐसी नारेबाजी होती रही।
आत्मनिर्भर भारत: एक्टर आर माधवन आए मोदी के समर्थन में प्रधानमंत्री मोदी ने बीते दिनों देश को संबोधित किया था जिसमें उन्होंने आत्म निर्भर मुहिम को चलाया जिसका बहुत से लोगों ने स्पोर्ट भी किया और अब इनके समर्थन के बॉलीवुड एक्टर आर माधवन भी आ गए हैं और उन्होंने अनोखे अंदाज में इस मुहिम को स्पोर्ट किया। ट्वीटर पर शेयर की एक खास फोटो एक्टर आर माधवन ने पीएम मोदी को स्पोर्ट करते हुए अपने ट्वीटर पर एक फोटो शेयर की। उन्होंने खास अंदाज में मोदी को स्पोर्ट किया ,माधवन ने नंबी नारायणन के साथ ही विदेश के प्रख्यात कॉलेजों से पढ़ाई कर भारत वापस लौटे दिग्गजों का आभार व्यक्त किया। माधवन ने जो पोस्टर शेयर किया है उसमें भारतीय वैज्ञानिक और एयरोस्पेस इंजीनियर नंबी नारायणन के साथ इसरो के संस्थापक और भारतीय स्पेस प्रोग्राम के जनक विक्रम साराभाई, इसरो के चेयरमैन रह चुके सतीश धवन, यू.आर राव और आईएएस रहे टी. एन. शेषन के नाम शामिल रहे। आर माधवन ने उन सितारों को सलाम किया जो भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भारत लौट आए।
टैरो कार्ड से जानिए आपके लिए कैसा रहेगा मंगलवार का दिन - थे हिन्दुश मेष : एंपरर: एक शुभ समाचार आपको बहुत जल्दी मिलने वाला है, धैर्य बनाए रखें ,आपको सफलता मिलेगी लकी रंग नारंगी विशेष उपाय आपको अपने लिए जीना चाहिए ना कि दूसरों के लिए ,आलोचनाओं का सामना करके आगे बढ़ेवृषभ: स्टार : परिश्रम करके जिस मुकाम पर आप पहुंचे हैं अब उसकी महत्ता को समझिए और निरंतर प्रयास करके आगे बढ़ते रहिए विशेष उपाय :किसी भी देवालय में जाकर सेवा करें, अपने अतीत से निकलकर वर्तमान में रहे मिथुन : सफलता की आप बहुत करीब है अपनी पूरी शक्तियों को संचित करके एकाग्र चित्त होकर आगे बढ़िए आपके प्रयास सफल होंगे। विशेष उपाय : गहरी सांस लें, खुश रहने का प्रयास करें ,व्यायाम करें , पानी पीजिए और अपनी गलतियों को गले लगाकर उन से सीखिए कर्क: एक नई पार्टनरशिप ,नए रिलेशनशिप ,विवाह आदि शुभ मांगलिक कार्य सभी बहुत जल्दी संपन्न होने वाले हैं आप नई नौकरी को या विदेश यात्रा पर जा सकते हैं लकी रंग पीला विशेष उपाय: किसी भी गरीब बालक की शिक्षक की व्यवस्था करें या नई पुस्तक खरीद के दे आपको लाभ मिलेगा सिंह: डेथ : यह बताता है कि आप आगे की तरफ अग्रसर हो चुके हैं और आपको अब कठिन परिश्रम करना पड़ेगा लेकिन आपका आज का चुनाव आपके लिए ७ से ८ महीने के बाद आपके लिए शुभ संकेत लेकर आएगा लकी रंग बैगनी विशेष उपाय: अब सोचने का समय गया अब आपको परिश्रम करना है, दृढ़ निश्चय और संकल्प लेकर आगे बढ़े कन्या: मून: व्यर्थ की चिंता में अपना मन और समय ना लगाएं, जिन चीजों का कोई मूल्य नहीं उन पर अपना दिन बेकार ना करें विशेष उपाय : दूसरों की भावनाओं की भी कदर करें ,किसी व्यक्ति से प्रेरणा ले फिर ना ही सब कुछ है लेकिन यह अर्थहीन है अगर आप इससे कुछ सीखते नहीं तुला : मैजिशियन यह कार्ड दर्शाता है कि आपके जीवन में अब एक सुनहरा अवसर आपको मिलने वाला है अपने मन को एकाग्र कर, अपनी शक्तियों को संचित कर, पूरे मन के साथ उस काम पर लग जाइए, सफलता जरूर आपको मिलेगी विशेष उपाय- जो आपके पास है उसी में खुश रहना सीखिए , कार्यस्थल पर किसी की मदद करिएवृश्चिक : व्हील आफ फॉर्चून देखिए समय एक सा नहीं रहता ना अच्छा ना बुरा ,जो चल रहा है वह भी बहुत जल्दी बीत जाएगा, इसलिए आपको कर्म प्रधान बनना चाहिए कर्म करते रहिए जिससे आपका मनोबल बना रहेगा और आप अपने गंतव्य की ओर लगातार बढ़ते रहेंगे। लकी रंग आसमानी नीला विशेष उपाय अपने अंदर की मानवता को हमेशा याद रखें और आपका दृढ़ संकल्प ही आपको हर समय विजय बनाएगा धनु : द सन: यह दर्शाता है कि आपको अपने परिवार में शक्ति, विस्तार, सुख,समृद्धि की ओर देखना चाहिए ,परिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे घर के अंदर धन का संचार होगा लकी रंग सफेद या गुलाबी विशेष उपाय किसी भी एकांत जगह जाकर बैठ कर पहले अपने मन को शांत करिए , उसके बाद आगे की योजनाओं पर ध्यान दीजिए मकर: द हरमिट् : यह दर्शाता है कि आपको अपनी कमजोरियों पर सबसे पहले ध्यान देना चाहिए और उन्हीं को अपना हथियार बनाकर आगे चलना चाहिए आप किसी अनुभवी व्यक्ति , सलाहकार व्यक्ति से अपनी समस्या का समाधान ले सकते हैं जरूरत है बस आपको आगे बढ़कर उनसे मदद मांगने की विशेष उपाय : योग अभ्यास करें अच्छा भोजन और फल इत्यादि का प्रयोग करें ,अगर कोई पूजा- अर्चना या ध्यान करते हो तो वह भी करें कुंभ : दा लवर्स : यह दर्शाता है कि आपको अपने चुनाव उच्च और नीच स्थिति में कैसे करना है यह आपको अपने अंतर्मन से समझना है अपने किए हुए चुनाव पर दृढ़ निश्चय बनाते हुए आगे बढ़िए विशेष उपाय- किसी भी वृद्ध आश्रम में जाकर सेवा करें मीन: द हाई प्रीसटस : देर से ही सही लेकिन जो फैसला आया है वह आपके पक्ष में आया है आपके भीतर विशाल और विस्तार क्षमता है, अपनी अंदर छिपी असीमित संभावनाओं को ध्यान में रखकर, आगे बढ़िए हरा नीला गुलाबी माता पिता का आशीर्वाद ले दिन की शुरुआत से दिन की शुरुआत माता पिता का आशीर्वाद लेकर दिन की शुरुआत करें। विशेष उपाय : किसी भी असहाय या भूखे व्यक्ति को भोजन कराएं न्यूज़ शेयर करना न भूले |२ रिलिजन डेस्क. शनिवार, १५ दिसंबर २018 को चंद्रमा शनि की राशि कुंभ से निकल कर गुरु की राशि मीन में प्रवेश करेगा। शाम ६.४० बजे चंद्रमा मीन राशि में आ जाएगा। दिन की शुरुआत सिद्धि नाम के शुभ योग से हेगी। शुक्रवार के अशुभ योग के बाद शनिवार को पूरे दिन शुभ [] कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे पूर्व सीएम शिवराज सिंह, कांग्रेस नेताओं ने स्वागत कर मंच पर बैठाया अयप्पा मंदिर के उल्सवम को देखने देश-विदेश से भक्तों की उमड़ती है भीड़
मकर संक्रांति का पुण्य काल १५ जनवरी प्रातःकाल से सूर्यास्त तक रहेगा. पूरे दिन पर्व का शुभ मुहूर्त है. मकर संक्रांति २०१९ को हिन्दुओं का प्रमुख पर्व माना गया है. मकर संक्रांति को लेकर कहा गया है कि सूर्य एक राशि में एक माह रहते हैं और जब सूर्य अपने पुत्र शनि की राशि मकर में जाते हैं तो वह संक्रांति, मकर संक्रांति कहलाती है. इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं और खरमास समाप्त हो जाते हैं. इसके साथ ही संपूर्ण मांगलिक कार्य भी आरंभ हो जाते हैं. इस साल मकर संक्रांति पौष माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को है. १४ को रात्रि में ०२ बजकर १० मिनट पर सूर्य मकर में प्रवेश करेंगे. १५ जनवरी को उदय तिथि पड़ने के कारण मकर संक्रांति १५ को ही मनाई जाएगी. मकर संक्रांति का पुण्य काल १५ जनवरी प्रातःकाल से सूर्यास्त तक रहेगा. पूरे दिन पर्व का शुभ मुहूर्त है. मकर संक्रांति को लेकर मान्यता है कि इसी दिन माता गंगा भगीरथ के पीछे चलकर गंगासागर में मिली थीं. भीष्म पितामह ने इसी दिन अपने शरीर का त्याग किया था. इसी महापर्व पर विष्णु जी ने असुरों की समाप्ति कर युद्ध समाप्ति की घोषणा की थी. इस साल मकर संक्रांति पौष माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को है. मकर संक्रांति का पुण्य काल १५ जनवरी प्रातःकाल से सूर्यास्त तक रहेगा. पूरे दिन पर्व का शुभ मुहूर्त है. ऐसे में सुबह उठकर पवित्र नदी में स्नान करके सूर्यदेव को जल चढ़ाना चाहिए. साथ ही श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का तीन बार पाठ भी करना चहिए. घर में खिचड़ी बनाते और बांटते हैं लोग मान्यता है कि इस दिन गुरु गोरखनाथ जी को खिचड़ी चढ़ाई जाती है. ऐसे में हर घर में मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी बनाई जाती है और लोग खिचड़ी ही खाते हैं. साथ ही दूसरों को बांटते भी हैं. इसके अलावा तिल के लड्डू का प्रयोग भी होता है. इस दिन दान का बहुत महत्व है. गरीबों में ऊनी वस्त्र का दान करें. इस दिन दान करने से सूर्य तथा शनि दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. पुण्य काल का मुहूर्त: ०७:१९ बजे से १२:३० बजे तक हैप्पी मकर संक्रांतिमाकर संक्रांति २०१९मकर राशिमकर संक्रांतिमकर संक्रांति शुभ मुहूर्तमहा पुण्यकाल का मुहूर्त
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आईपीएल ऑक्शन में मुझे खरीदने की होड़ को देखकर चेहरे पर आ गई थी घबराहट- मनीष पांडे | क्रिकेटकंट्री.कॉम हिन्दी सनराइजर्स हैदराबाद को अपना पहला मुकाबला राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ नौ अप्रैल को खेलना है। मनीष पांडे (फाइल फोटो) अफप सनराइजर्स हैदराबाद की टीम से आईपीएल-११ में खेल रहे मनीष पांडे शुरू से ही आईपीएल में सबसे डिमांडिंग खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। उन्होंने साल २०१४ के आईपीएल के रोमांचक फाइनल मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से मैच विनिंग पारी खेलते हुए टीम को जितवाया था।। इस आईपीएल में ११ करोड़ रुपये में हैदराबाद ने मनीष पांडे काे अपने पाले में कर लिया। मनीष पांडे ने आईपीएल टी२० डॉट कॉम को दिए इंटरव्यू में कहा, ११ करोड़ रुपये मिलने की बात सुनते ही मैं काफी नरवस हो गया था। मैं उस वक्त दक्षिण अफ्रीका में था और अगले वनडे मुकाबले की तैयारी कर रहा था। मैंने अपने घर फोन मिलाया। भारत में उस वक्त आईपीएल के ऑक्शन चल रहे थे। घर वालों ने मुझे इसकी जानकारी दी। जैसे-जैसे मुझे खरीदने के लिए बिडिंग अमांउट उपर जा रहा था, मेरे चेहरे पर घबराहट भी बढ़ती जा रही थी। बता दें कि मनीष पांडे को खरीदने के लिए चेन्नई सुपर किंग्स और किंग्स इलेवन पंजाब ने जमकर बिडिंग्स की थी। हालांकि अंत में हैदराबाद की टीम उन्हें खरीदने में सफल रही। मनीष पांडे ने कहा, मेरी सालों की मेहनत और तपस्या रंग लाई है जो मुझे आईपीएल खेलने के लिए इतनी बड़ी रकम दी जा रही है। निश्चित तौर पर ये मुझपर अतिरिक्त दबाव भी डालेगा। मनीष ने कहा, चार साल तक कोलकाता की टीम के लिए खेलने के बाद उसे छोड़ना मेरे लिए काफी भावुक पल हैं। वो मेरे लिए एक परिवार की तरह बन गया था। सनराइजर्स हैदराबाद को अपना पहला मुकाबला राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ नौ अप्रैल को खेलना है। कश्मीर विवाद पर शिखर धवन ने अफरीदी से कहा, अपना ज्यादा दिमाग मत चलाओ
भारत मैं लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट &एम्प; फ्री एक्सेसरीज की कीमतें, ऑफर्स और उनका पूरा विवरण। | प्रिसदेखो.कॉम होमएमपी३ प्लेयर्स & ईपॉड्ससुन्वेब एमपी३ प्लेयर्स & ईपॉड्स लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट &एम्प; फ्री एक्सेसरीज लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट & फ्री एक्सेसरीज ४०० अभी उपलब्ध नहीं हैं प्रमुख विशेषताऐं सुनवेब नोन नोन ४ ह्र सभी विशेषतायें देखें विवरण ग्राहको की समीक्षा तकनीकी विवरण गेट ईमेल/स्म्स प्राइस अलर्ट मार्किट की अनुसार कीमतें अगले ३ हफ़्तों मैं १०% तक गिर जाती हैं लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट & फ्री एक्सेसरीज प्राइस डिस्क्लेमर लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट & फ्री एक्सेसरीज की कीमत ऊपर टेबल के अनुसार इंडियन रुपए मैं हैं लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट & फ्री एक्सेसरीज की सबसे नवीनतम कीमत अप्र ०७, २०१६ को प्राप्त हुई लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट & फ्री एक्सेसरीज की कीमतें बदलती रहती हैं. लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट & फ्री एक्सेसरीज की सबसे नवीनतम कीमत जानने के लिए हमारी साइट पर विजिट करते रहें। लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट & फ्री एक्सेसरीज - ग्राहको की समीक्षा ३ अपनी समीक्षा लिखे लिमतेच एमपी३ प्लेयर (एल्युमीनियम मेटल) विथ माइक्रो सद कार्ड स्लॉट & फ्री एक्सेसरीज तकनिकी विवरण परफॉरमेंस प्लेबैक टाइम सड्ज़ एमपी३ प्लेयर्स & ईपॉड्स प्राइस लिस्ट
होम भारत मीटू: अदालत ने मानहानि के मामले में रमानी को दी जमानत मीटू: अदालत ने मानहानि के मामले में रमानी को दी जमानत नई दिल्ली/(भाषा)। दिल्ली की एक अदालत ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री एमजे अकबर द्वारा दायर मानहानि के मामले में सोमवार को पत्रकार प्रिया रमानी को जमानत दे दी। गौरतलब है कि मी टू अभियान के दौरान रमानी ने अकबर के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था। इस पर अकबर ने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया, जिसमें रमानी को बतौर आरोपी समन किया गया था। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल ने १०,००० रुपए के मुचलके पर रमानी को जमानत दे दी। अदालत ने पाया कि अकबर के खिलाफ लगाए गए आरोप पहली नजर में मानहानि कारक हैं और उन्होंने सभी आरोपों को फर्जी तथा मनगढ़ंत बताया है। इसके बाद अदालत ने रमानी को अपने समक्ष पेश होने को कहा था। रमानी का आरोप है कि २० साल पहले जब अकबर पत्रकार थे तब उन्होंने यौन शोषण किया था। हालांकि पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने आरोपों से इनकार किया है। अकबर पर अन्य कई महिलाओं ने भी आरोप लगाए हैं। भारत में पिछले साल मी टू अभियान ने जब जोर पकड़ा तब अकबर का नाम सोशल मीडिया में आया। उन दिनों वे नाइजीरिया में थे। फिर उन्होंने १७ अक्तूबर को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था प्रेवियस आर्टियलशुरुआती कारोबार में सेंसेक्स पुन: ३६ हजार के पार नेक्स्ट आर्टियलघायल युवक को कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाने वाले पुलिसकर्मी की राहुल ने की तारीफ
खीरे के बिना घर पर बना कोई भी सलाद अधूरा होता है। खीरा ना केवल सलाद में स्वाद बढाने के लिये ही प्रयोग होता है बल्कि इससे सेहत को भी कई लाभ मिलते हैं। खीरा पानी का बहुत बड़ा स्त्रोत होता है इसमें ९६% पानी होता है। क्या आपको पता है कि इसको कई बॉलीवुड स्टार अपने आपको स्लिम-ट्रिम बनाएं रखने के लिए भी खाते हैं। ज़रा सी भूख लगे तो खीरा खा लेना चाहिये। खीरे में विटामिन बी, सी, पोटेशियम, फास्फोरस, आयरन आदि प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। यही नहीं खीरा कई रोगों को भी दूर भगाता है। खीरा कब्ज से मुक्ति दिलता है। पेट की गैस, एसिडिटी, छाती की जलन में नियमित रूप से खीरा खाना लाभप्रद होता है।जो लोग मोटापे से परेशान रहते हैं उन्हें सवेरे इसका सेवन करना चाहिये। कटे खीरे में नमक, काली मिर्च और नींबू डालकर खाने से ये स्वादिष्ट तो लगता ही है साथ ही खाना पचाने में मदद करता है। खीरे के रस में दूध, शहद व नींबू मिलाकर चेहरे और हाथ पैर पर लगाने से त्वचा मुलायम और कांतिवान हो जाती है। यही नहीं जिन लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान काफी परेशानी होती है वो दही में खीरे को कसकर उसमें पुदानी, काला नमक, काली मिर्च, जीरा और हींग डालकर रायता बनाकर खाएं। आराम मिलेगा। खीरा खाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, आइये जानते हैं इनके बारे में- १) पानी की कमी दूर करें खीरे में ९६% पानी होता है जो कि कड़ी गरमी में शरीर को तर रखता है। यह शरीर से सारी गंदगी बाहर निकालता है। २) स्किन केयर इसमें विटामिन ए, बी और सी तथा अनेको प्रकार के मिनरल जैसे, मैगनीशियम, सिलिका और कैल्शियम आदि होता है जो कि त्वचा के लिये अच्छे माने जाते हैं और खीरे की स्लाइस को त्वचा पर लगाने से बहुत लाभ भी मिलता है। इसको चेहरे पर लगान से त्वचा टाइट बनती है। ३) आंखों के लिये लाभकारी यदि आंखों के नीचे सूजन आ गई है तो खीरे की स्लाइस लगाने से वह सही हो जाता है। साथ में स्किन पर सन बर्न हो गया हो तो खीरे का रस लगाना चाहिये। ४) मासिक धर्म की परेशानी दूर करे लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान काफी परेशानी होती है वो दही में खीरे को कसकर उसमें पुदानी, काला नमक, काली मिर्च, जीरा और हींग डालकर रायता बनाकर खाएं। आराम मिलेगा। ५) क्लीजर का काम करे खीरे के रस में नींबू मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे के रंग में निखार आता है। खीरा चेहरे के लिए बहुत अच्छा क्लीजर हैं। ६) पाचन सही करे खीरे में ९५% पानी और ५% फाइबर पाया जाता है। कब्ज, एसिडिटी, सीने में जलन या गैस्ट्रिक की कोई भी समस्या हो तो वह खीरे के लगातार सेवन से सही हो सकती है। ७) नेल केयर कमजोर नाखूनों के लिये खीरा बहुत लाभकारी है। ८) बालों की ग्रोथ बढाये इसमें सिलिकॉन तथा सल्फर होने के नाते यह बालों को स्वस्थ्य रखने के साथ ही उनकी ग्रोथ भी बढाता है। खीरे के रस के साथ गाजर का जूस तथा पालक का रस मिला कर पिये। ९) मोटापा कम करे जब भी भूख लगे तब खीरा खाइये क्योंकि इसमें ९६ प्रतिशत पानी और फाइबर पाया जाता है जो कि बिना कैलोरी के होता है, इसे खाने से आपका वजन नहीं बढेगा। अगर आप खीरे से तैयार सलाद बना कर खाएगें तो ३ दिन में लगभग २ किलो वजन तो कम ही हो जाएगा। १०) मधुमेह में लाभकारी खीरे का नियमित सेवन करने से यह इंसुलिन लेवल को कंट्रोल करता है। ११) कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल खीरे में स्टीरॉल होता है जो कि कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने मे सहायक है।
विकास ने महंगाई से अपना रिश्ता जोड़ लिया है-हिन्दी व्यंग्य कवितायें रिश्ता और कीमत-दो हिन्दी व्यंग्य क्षणिकायें
ऐतिहासिक खजाने का भंडार है तमिलनाडु का थरंगमबाड़ी थरंगमबाड़ी दक्षिण भारत के नागपट्टिनम जिले स्थित एक खूबसूरत नगर है, जो अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। भारतीय इतिहास के कई अहम पहलु इस दक्षिण भूखंड से जुड़े हैं। इस नगर को ट्रांक्यूबर या अलापूर के नाम से भी संबोधित किया जाता है। यह राज्य के चुनिंदा खास पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां इतिहास से जुड़ी कई प्राचीन संरचनाओं को देखा जा सकता है, जिसमें फोर्ट, चर्च, म्यूजियम आदि शामिल हैं। यह एक तटीय नगर है, जहां १६२० में पहली डेनिश टैडिंग पोस्ट स्थापित की गई थी। डेनिश डेनमार्क के मूल निवासी और उत्तरी युरोपीय जातीय समुह हैं। यह वो समय था जब यहां डेनिश लोगों का आगमन हुआ। डेनिश सरकार ने यहां अपनी कॉलोनी बनाई और १८४५ में ईस्ट इंडिया कंपनी को बेच दी थी। उस दौरान यहां कई प्राचीन संरचनाओं का निर्माण किया गया था, जो अब ऐतिहासिक विरासत के रूप में हमारे सामने मौजूद हैं। इस लेख में हमारे साथ जानिए पर्यटन के लिहाज से थरंगमबाड़ी आपके लिए कितना खास है, और यहां कौन-कौन से खास स्थलों का भ्रमण किया जा सकता है। थंरगमबाड़ी का मुख्य आकर्षण समुद्र किनारे बनाया गया डेनिश फोर्ट है। इस किले का निर्माण १६२० में किया गया था। यह वो समय था जिस दौरान भारत के कई अन्य हिस्सों में किलों का निर्माण कार्य चल रहा था। इस किले को डान्सबोर्ग फोर्ट के नाम से भी जाना जाना जाता है। जानकारी के अनुसार यह किला अबतक का बनाया दूसरा सबसे बड़ा डेनिश फोर्ट है। सबसे बड़ा डेनिश किला डेनमार्क में स्थित है, जिसे कोनबोर्ग कहा जाता है। यहा एक अद्भुत किला है, जिसे आकर्षक वास्तुकला के साथ बनाया गया था। समुद्र के किनारे होने के कारण यह और भी ज्यादा खूबसूरत नजर आता है। किले के चारो ओर सुरक्षा दीवारों का भी निर्माण किया गया था। इस किले में सेनावास, गोदाम, किचन और जेल भी बनाए गए थे। आज भी यह किला उस दौर की याद ताजा करता है। न्यू येरुशलम चर्च डेनिश लोगों ने यहां पवित्र स्थानों की भी निर्माण किया था, जिसमें न्यू येरुशलम चर्च भी शामिल है। इस चर्च का निर्माण १७१८ में एक रॉयल डेनिश मिशनरी (बार्तोलोमएअस जिगेन्बलग) ने करवाया था। यह चर्च ट्रांक्यूबर की किंग स्ट्रीट में मौजूद है। माना जाता है कि २००४ की भारी सुनामी में यह चर्च अपनी संरचना के साथ बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। बाद में २००६ में इसका पुननिर्माण करवाया गया। इस चर्च इस बात का सबूत थी कि दक्षिण भारत में ईसाईयों का आगमन शुरु हो रहा था। एक एक खूबसूरत चर्च है जिसे आप अपनी यात्रा के दौरान देख सकते हैं। आप अपनी यात्रा के दौरान यहां के ट्रांक्यूबर म्यूजियम को भी देख सकते हैं, जो डेनिश फोर्ट के अंदर स्थित है। इस संग्रहालय में औपनिवेशिक काल और डेनिश व्यवस्थापन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण वस्तुओं का संग्रह मौजूद है। आप यहां ग्लास ऑब्जेक्ट्स, पोर्सिलीन वेयर, स्टीटेट लैंप, टेराकोटा ऑब्जेक्ट्स, डेनिश पांडुलिपियां, चीनी सामान और लैंप आदि को यहां देख सकते हैं। उस दौर के इतिहास को समझने के लिए यह एक आदर्श स्थल है। थंरगमबाड़ी स्थित संरचनाओ में आप किंग स्ट्रीट में बने टाउन गेट को देख सकते हैं, जिसे डेनिश में लैंडपोर्टेन के नाम से भी जाना जाता है। यह दुर्ग का हि एक हिस्सा है, जिसे १६६० में बनवाया गया था। जानकारी के अनुसार असल गेट १७९१ में बर्बाद हो गया था बाद में इसी जगह नए गेट का निर्माण करवाया गया था। ट्रांक्यूबर की ऐतिहासिक खूबसूरती देखने के लिए आप यहां आ सकते हैं। मसिलामनी नाथर कोइल उपरोक्त संरचनाओं के अलावा आप ट्रांक्यूबर स्थित मसिलामनी नाथर कोइल को देख सकते हैं, जो समुद्र किनारे बने बंगले के पास मौजूद है। माना जाता है कि इसका निर्माण १३०६ में किया गया था। यह एक धार्मिक स्थल है, और पांडवों के काल से सबंध रखता है। इस मंदिर के निर्माण संबंधी जानकारी एक अभिलेख में है, जो डेनिश संग्रहालय में मौजूद है। अपनी यात्रा को धार्मिकता से जोड़ने के लिए आप यहां आ सकते हैं। ये थे थरंगमबाड़ी के चुनिंदा सबसे खास पर्यटन स्थल जिन्हें आप अपनी यात्रा के दौरान देख सकते हैं।
क्रिकेट३ महीने पहले भारत करेगा वेस्टइंडीज का दौरा, जून-जुलाई में खेलेगा पांच एकदिवसीय और एक टी२० मैच की सीरीज १६ मई को बीसीसीआई द्वारा जारी एक रिलीज के मुताबिक टीम इंडिया जून-जुलाई में सीमित ओवर की सीरीज खेलने के लिए वेस्टइंडीज जाएगी। वनडे सीरीज का आगाज २३ जून को होगा और एकमात्र टी२० मुकाबला ९ जुलाई को जमैका के सबीना पार्क में खेला जाएगा। रिपोर्टः ड्वेन स्मिथ ने किया अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान क्रिस गेलः टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज के सुनहरे दौर को वापस ला पाना मुश्किल प्रज्ञान ओझा ने साझा की सचिन के फाइनल टेस्ट से जुड़ी कुछ भावनात्मक बातें भारतीय टीम द्वारा सर्वोच्च पांच सर्वाधिक ओड़ी स्कोर
लक्ष्मीबाई बलिदान मेले का भव्य समापन ग्वालियर : वीरांगना लक्ष्मीबाई बलिदान मेला आयोजन समिति द्वारा इस वर्ष का क्रांतिवीर परिजन सम्मान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर के परिजन सत्यकी सावरकर को दिया तथा देश की प्रथम महिला पायलट कारगिल युद्ध के दौरान अदम्य साहस के लिये शौर्य चक्र से सम्मानित सुश्री गुंजन सक्सेना को श्वीरांगना सम्मान-२०१७ से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान ङ्क्षसह सोलंकी के कर कमलों द्वारा प्रदान किए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल प्रो. सोलंकी ने कहा कि लक्ष्मीबाई बलिदान मेले ने ग्वालियर को एक नई पहचान दी है। इस आयोजन से ग्वालियर गौरवान्वित हुआ है। उन्होंने कार्यक्रम के भव्य और गरिमापूर्ण आयोजन के लिए श्री जयभान ङ्क्षसह पवैया की प्रशंसा की और कहा कि उनके इस कार्य से ग्वालियरवासियों को १८५७ की क्रांति की महानायिका वीरांगना लक्ष्मीबाई के प्रति समारोहपूर्वक श्रृद्धा-सुमन अर्पित करने का अवसर प्राप्त हुआ है। बलिदान मेला आयोजन समिति के संस्थापक अध्यक्ष और उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि उनके द्वारा प्रो. सोलंकी की प्रेरणा से सन् २००० से यह आयोजन प्रारंभ किया गया है। इस आयोजन के माध्यम से हम उन सब शहीदों को जिन्होंने अपने प्राणों की आहूति इस राष्ट्र की रक्षा और निर्माण के लिये दे दी है, उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन में ग्वालियर शहरवासियों की सक्रिय भागीदारी पर भी हर्ष और आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व समारोह में वीरांगना अवार्ड और क्रांतिवीर परिजन सम्मान तथा देश की सीमा पर शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया। क्रांति की ज्वाला महानाट्य व अखिल भारतीय कवि सम्मेलन भी हुआ इस गरिमापूर्ण कार्यक्रम में जीवित घोड़े, ऊंटों के साथ क्रांति की ज्वाला नामक महानाट्य की प्रस्तुति दी गई।
रिलायंस जियो की टक्कर में अपने प्रतिद्वंदी पैक की लड़ाई को बरक़रार रखते हुए, भारती एयरटेल ने अपने प्रीपेड ग्राहकों के लिए ७९९ रुपये के पैक अपडेट किया है। अब ७९९ रुपये के पैक में ग्राहकों को ३.५ जीबी डेटा प्रतिदिन मिलेगा। इसके अलावा, अनलिमिटेड लोकल, एसटीडी और रोमिंग वॉयस कॉल व १०० लोकल और एसटीडी एसएमएस भी प्रतिदिन मिलेंगे। इस पैक की वैधता २८ दिन है। इससे पहले एयरटेल ७९९ रुपये वाले पैक में जियो के ७९९ रुपये वाले पैक के जवाब में ३ जीबी डेटा हर रोज़ दे रही थी। जियो का यह पैक एक्सक्लूसिव तौर पर शुरुआत में आईफोन यूज़र के लिए लॉन्च किया गया था। लेटेस्ट अपडेट के साथ, एयरटेल अब अपने प्रीपेड ग्राहकों को २८ दिन के लिए कुल ९८ जीबी ३जी/४जी डेटा ऑफर कर रही है। यह डेटा रिलायंस जियो द्वारा ७९९ रुपये वाले पैक में दिए जाने वाले कुल डेटा से 1४ जीबी ज़्यादा है। जियो के ७९९ रुपये पैक में २८ दिन के लिए हर रोज ३ जीबी डेटा मिलता है। इससे पहले, पिछले हफ्ते एयरटेल ने ९३ रुपये में १ जीबी प्रतिदिन, अनलिमिटेड लोकल, एसटीडी और रोमिंग कॉल के साथ १00 लोकल व एसटीडी एसएमएस हर रोज वाला पैक लॉन्च किया था। इस पैक की वैधता १0 दिन है। इस प्रीपेड पैक को रिलायंस जियो के ९८ रुपये वाले पैक को चुनौती देने के लिए पेश किया गया है। ट्राई: समय से पहले चुन ले अपने पसंदीदा चैनल्स, बाद में नही मिलेगा मौका मोदी सरकार एक बार फिर से किसानों को बड़ी राहत देने की तैयारी में है, इसके लिए बैठक बुलाई गई... सलमान खान बीर्थदय: जानिए कौन-कौन सेलेब्स दबंग खान के बर्थडे सेलिब्रेशन में पहुंचे? आलिया की एंट्री अब रणबीर की फैमिली में हो गई है, क्या बनेंगी मिसेज कपूर? आमाज़न पर आज दो स्मार्टफोन की फ्लैश सेल जारी, मिल रहा भारी कैशबैक: कपिल-गिन्नी आज करेंगे दो रिवाजो के साथ शादी...
होमदेशइंटरनेशनल वोमेन'स दए २०१९: गूगल कुछ इस तरह मना रहा है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, दूडल बनाकर महिलाओं को किया सलाम दुनिया भर में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (इंटरनेशनल वोमेन'स दए)मनाया जा रहा है. हर साल की तरह इस साल भी खास थीम 'बैलेंस फॉर बेटर' (बैलेंस फॉर बेटर) के साथ इंटरनेशन वुमेन्स डे को सेलिब्रेट किया जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर गूगल ने कुछ यूं बनाया दूडल. इंटरनेशनल वोमेन'स दए २०१९: दुनिया भर में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (इंटरनेशनल वोमेन'स दए)मनाया जा रहा है. हर साल की तरह इस साल भी खास थीम 'बैलेंस फॉर बेटर' (बैलेंस फॉर बेटर) के साथ इंटरनेशन वुमेन्स डे को सेलिब्रेट किया जा रहा है. दुनिया भर में महिलाओं के सम्मान में तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में गूगल ने भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (इंटरनेशनल वोमेन'स दए) गूगल डूडल बनाया है. इस डूडल में एक स्लाइड शो के माध्यम से अलग-अलग भाषाओं में महिलाओं से जुड़े प्रेरणादायक कोट्स लिखे गए हैं. इसमें एक हिंदी का कोट्स भी शामिल है. जिसमें लिखा है कि हम इतने अनमोल हैं कि निराशा कभी हमारे दिलों-दिमाग में भी नहीं आनी चाहिए. सबसे पहली बार १९०९ में अंतरराष्ट्रिय महिला दिवस (इंटरनेशनल वोमेन'स दए) मनाया गया था. २८ फरवरी, १९०९ को पहली बार अमेरिका में महिला दिवस सेलिब्रेट किया गया. सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में १९०८ में गारमेंट वर्कर्स की हड़ताल को सम्मान देने के लिए इस दिन का चयन किया ताकि इस दिन महिलाएं काम के कम घंटे और बेहतर वेतनमान के लिए अपना विरोध और मांग दर्ज करवा सकें. इसी के साथ रुसी महिलाओं ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस २८ फरवरी को मनाकर पहले विश्व युद्ध का विरोध दर्ज किया. यूरोप में महिलाओं ने ८ मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स को सपोर्ट करने के लिए रैलियां कीं थीं. वहीं, आधिकारिक तौर पर यूनाइटेड नेशन्स ने ८ मार्च, १९७५ को पहला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था.
भारत में मिनी ट्रैक्टर, कॉम्पैक्ट ट्रैक्टर, मिनी ट्रैक्टर मूल्य, ऑर्चर्ड ट्रैक्टर, मिनी ट्रैक्टर मूल्य सूची भारत में मिनी ट्रैक्टर टॉप मिनी ट्रैक्टर कीमत, स्मॉल ट्रैक्टर । भारत में मिनी ट्रैक्टर मूल्य सूची. आपके बजट और एचपी श्रेणी के अनुसार सभी लोकप्रिय कंपनियों के कृषि उपयोग के लिए मिनी ट्रैक्टर नीचे दिखाए गए हैं। ट्रैक्टर जंक्शन पर, उचित मूल्य सीमा पर एक स्थान पर बिक्री के लिए उपलब्ध मिनी ट्रैक्टरों का पता लगाएं। भारत में लोकप्रिय मिनी ट्रैक्टर महिंद्रा जिवो २४५ डीआई, सोनालिका जीटी २० आरएक्स, कुबोटा नियोस्टार बी २७४१ ४डब्ल्यूडी सहित कई अन्य हैं। मिनी ट्रैक्टर मूल्य सूची २०२० मिनी ट्रैक्टर एचपी मिनी ट्रैक्टर मूल्य महिंद्रा युवराज २१५ न्क्स्ट १५ एचपी २.५० - २.७५ लाख* वीएसटी शक्ति व्ट २२४ -१ड २२ एचपी ३.४२ लाख* स्वराज ७१७ १५ एचपी २.६०-२.८५ लाख* वीएसटी शक्ति म्त २७०- विराट ४व्ड प्लस २७ एचपी ४.०५ लाख* सोनालिका ग्य्ट २० र्क्स २० एचपी ३.०० लाख* कुबोटा नियोस्टार आ२११न ४व्ड २१ एचपी ४.१५ लाख* महिंद्रा जीवो ३६५ डीआई ३६ एचपी ४.८०-५.५0 लाख* महिंद्रा जीवो २२५ डीआई २० एचपी २.९१ लाख* स्वराज ७२४ एक्स एम ऑर्चर्ड २५ एचपी ३.९५ लाख* आयशर १८८ १८ एचपी २.९०-३.१० लाख* कुबोटा नियोस्टार ब२७४१ ४व्ड २७ एचपी ५.४५ लाख* वीएसटी शक्ति (८) सभी ट्रैक्टर - ४९ मिनी ट्रैक्टर खोजें क्या आप एक मिनी ट्रैक्टर खरीदना चाहते हैं? जब आप एक ही स्थान ट्रैक्टर जंक्शन पर सभी मिनी ट्रैक्टर ब्रांडों को प्राप्त करते हैं तो कहीं भी क्यों जाएं। ट्रैक्टर जंक्शन पर आप महिंद्रा, जॉन डियर, कैप्टन, फार्मट्रैक, प्रीत, सोनालिका, कुबोटा जैसे कई लोकप्रिय मिनी ट्रैक्टर ब्रांड पा सकते हैं। हम आपको मिनी ट्रैक्टर की कीमत, विशेषताएं और तुलना प्रदान करते हैं ताकि आप उस मिनी ट्रैक्टर के बारे में उचित विवरण प्राप्त कर सकें जिसे आप खरीदना चाहते हैं। एक मिनी ट्रैक्टर भारत में सबसे अधिक चलने वाला ट्रैक्टर है। अधिकांश किसानों के पास जमीन के छोटे टुकड़े हैं, इसलिए पूरी तरह से संगठित ट्रैक्टर के साथ छोटी भूमि पर काम करना मुश्किल हो जाता है। यही कारण है कि मिनी ट्रैक्टर इस प्रकार के किसानों के लिए सही विकल्प है। मिनी ट्रैक्टर छोटी भूमि में प्रभावी और कुशल होते हैं और श्रेष्ठ उत्पादकता वाले परिणाम देते हैं। मिनी ट्रैक्टर की कीमत २०२० इस खंड में, हमने आपको भारत में एक उचित मिनी ट्रैक्टर मूल्य दिखाया है जो हर प्रकार के किसान के लिए उपयुक्त है। इसके साथ ही, आप भारत में उचित आर्थिक सीमा पर एक मिनी ट्रैक्टर मूल्य सूची प्राप्त कर सकते हैं जिसे किसान आसानी से खरीद सकते हैं। अपनी आवश्यकता, आराम, और बजट के अनुसार उपयुक्त मिनी ट्रैक्टर चुनें। हमने आपके सपनों के ट्रैक्टर को चुनने और अपने खेत की उत्पादकता बढ़ाने के लिए यहां कई विकल्प दिखाए हैं। तो, यहाँ ट्रैक्टर जंक्शन पर, आप एक ही स्थान पर सभी ब्रांडों के भारत में मिनी ट्रैक्टर मूल्य सूची भारत और मिनी ट्रैक्टरों के बारे में अन्य जानकारी पा सकते हैं। सवाल . सबसे अच्छा मिनी ट्रैक्टर कौन सा है? जवाब. महिंद्रा जीवो २४५ डीआई भारत का सबसे अच्छा मिनी ट्रैक्टर है। सवाल. मिनी ट्रैक्टर की एचपी रेंज क्या है? जवाब. मिनी ट्रैक्टर की एचपी रेंज १५ एचपी से शुरू होकर ३० एचपी तक होती है। सवाल. पैसे के हिसाब से सबसे अच्छा मिनी ट्रैक्टर कौनसा है? जवाब. सोनालिका जीटी २० आरएक्स पैसे के हिसाब से सबसे अच्छा मिनी ट्रैक्टर है। सवाल. भारत में सबसे ज्यादा मांग वाला मिनी ट्रैक्टर कौन सा है? जवाब. फार्मट्रैक एटम २६ भारत में सबसे अधिक मांग वाला मिनी ट्रैक्टर है। सवाल. क्या मिनी ट्रैक्टर विश्वसनीय हैं? जवाब. हां, मिनी ट्रैक्टर विश्वसनीय हैं क्योंकि वे सभी उन्नत सुविधाओं के साथ आते हैं जो खेत की उत्पादकता में सुधार करते हैं।
चंबा के भटियात में सिंचाई के अभाव में खेत हो रहे बंजर कुल्हें बंद पड़े हैं जिसके चलते खेत बंजर हो रहे हैं हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के भटियात क्षेत्र के नैनीखड़ गांव के खेतों में सिंचाई के लिए कुल्ह न होने के चलते लोगों को बहुत दिक़्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस क्षेत्र के लोगों का कहना है कि यहां पर कुल्हें काफी समय से बंद पड़ी हैं, जिससे हमारे खेत बंजर हो चुके हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि हमने कई बार प्रशासन को भी इस समस्या के बारे में बताया, लेकिन विभाग ने भी कोई करवाई नहीं की. लोगों का कहना है कि हम अपना और अपने परिवार के लोगों का भरण-पोषण इसी जमीन के बूते कर पाते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो चक्का जाम कर देंगे और धरनाप्रदर्शन भी करेंगे. गांव के प्रधान का कहना है कि लोगों की समस्याओं को उन्होंने विभाग के समक्ष कई बार उठाया, लेकिन विभाग ने आजतक इस दिशा में कोई भी उचित कदम नहीं उठाया है. उन्होंने विभाग से मांग की है कि हम लोगों की समास्यो का समाधान शीघ्र ही किया जाये. गांव के लोगों का कहना है कि खेतों में पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से हमारे खेत काफी बंजर हो चुके हैं. एक किसान का कहना है कि अगर यहां पर्याप्त मात्रा में पानी मिल जाए तो हमें बाहर काम करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. उन्होंने बताया कि हम अपना और अपने बच्चों का पेट पालते हैं. उन्होंने बताया कि अगर विभाग इस कुल्ह को ठीक करवाता है तो हमारे खेतों में सिंचाई सही ढंग से हो पाएगी और हमें बाहर जाकर काम नहीं करना पड़ेगा.