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प्रोग्रेसिव जेंडर पॉलिटिक्स को नुकसान हो सकता है जब बॉलीवुड फिल्म में दो खूबसूरत लोग एक-दूसरे के लिए ललचाएं। टी-सीरीज ने शुक्रवार को अपकमिंग फिल्म थैंक गॉड के पहले गाने की शुरुआत की। मानिके शीर्षक वाला यह गीत श्रीलंकाई गायकों योहानी और सतीशन रथनायका द्वारा वायरल सनसनी मानिके मगे हिते ट्रैक का रीमिक्स है।
योहानी ने रीमिक्स गाने के लिए वापसी की, जिसे पर फिल्माया गया है सिद्धार्थ मल्होत्रा तथा नोरा फतेही. योहानी को जुबिन नौटियाल और सूर्य रगुन्नाथन ने शामिल किया है। रैप कविता मेलो डी द्वारा लिखी गई है। थैंक गॉड के लिए संगीत तनिष्क बागची और चमथ संगीत द्वारा रचित है।
फिर हवा नोरा के आउटफिट की ऊपरी परत को उड़ाने के लिए आगे बढ़ती है, क्योंकि वह सिद्धार्थ के सामने डांस करने की तैयारी करती है। जल्द ही, वे गुलाब के एक शाब्दिक बिस्तर पर नृत्य कर रहे हैं। ऐसा नहीं लगता है कि सिद्धार्थ का किरदार उसकी भावनाओं को दूर रखने के लिए अच्छा काम कर रहा है, क्योंकि वह नोरा को बताता है कि उसका दिल उसे देखकर ही राहत हो रहा है। वीडियो का अंत नोरा द्वारा सिद्धार्थ के चरित्र को एकांत क्षेत्र की ओर ले जाने के साथ होता है, क्योंकि उनके चारों ओर पर्दे गिरते हैं, उन्हें देखने से बचाते हैं।
इंद्र कुमार द्वारा निर्देशित, थैंक गॉड में रकुल प्रीत सिंह और सीमा पाहवा भी हैं। यह फिल्म २५ अक्टूबर को रिलीज़ होने वाली है, और २०१९ की मरजावां के बाद सिद्धार्थ की पहली नाटकीय रिलीज़ है। उन्होंने युद्ध नाटक शेरशाह में महामारी के दौरान यकीनन अपनी सबसे बड़ी हिट दी, जिसे सीधे अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज़ किया गया था। नोरा बिग बॉस के नौवें सीजन में दिखाई देने के बाद दृश्य में आ गईं। वह तब से कई हिट संगीत वीडियो और कई रियलिटी शो में जज के रूप में और भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया और स्ट्रीट डांसर ३ डी फिल्मों में दिखाई दी हैं। |
.....और अमन बी.कॉम के प्रथम वर्षमे. अमन अपने माता पिताके साथ रहता था. जब गौरव का तबादला हुआ तब अमन १२ वी कक्षा में था. उस साल उसे ३ महाविद्यालय बदलने पड़े! खैर!
केतकी ने एक दिन राघव की मुलाक़ात अपनी माँ तथा पितासे करवा दी. लड़का वाक़ई मेघावी और ख़ुशमिज़ाज था. अपनी माँ बाप की एकलौती औलाद. पहले तो पूजा समझी उसके माता पिता उसी शहरमे रहते हैं. उसकी खुशीका ठिकाना न रहा, क्योंकि पूजा और गौरव ने सेवा अवकाश के बाद उसी शहर में रहने का फैसला कर लिया था. लेकिन ये पूजाकी यह खुशफहमी ज़्यादा दिन टिकी नहीं. राघव छ्त्रवास में रहके पढ़ रहा था तथा, उसके माता पिता हायदरबाद के बाशिंदे थे. फिरभी पूजा ख़ुश ही हुई की, कमसे कम अपने देशमे तो था!
सुबह को पूजाके कमरेमे कुछ जल्दी ही खिटर पिटर सुनाई दी. पूजा ने आँख खोली तो भी उसके पास खड़ा था...बहन के कंधेपे पर्स थी...माजरा कुछ समझमे नही आया...बहन ने पूजा के हाथ में चाय की प्याली थमाई...पूजा फटी फटी आँखों से सबको देखे जा रही थी..!
भाई बोला: "आपा आप चाय तो पियो!"
पूजा ने दो घूँट लिए और बहनसे बोली:" तू पर्स लटकाए क्यों घूम रही है?"
भाई . ने पीछे से अपनी आपा को गले लगते हुए कहा:"आपा, दादिअम्मा नहीं रहीं...सुबह, सुबह गुज़र गयीं...चलिए जाना है.."
केतकी का आखरी साल ख़त्म हुआ औरपूजा ने अमरीका जाने की तैय्यारी शुरू कर दी. उसे शिश्यव्रुत्ती भी मिल रही थी. ग्रे की तैय्यारी करने के लिए वो अपने माँ पिता के साथ रहने चली आई इनटर्न शिप उसने वहीँ से की. एन दिन कंप्यूटर के आगे बैठ केतकी कुछ काम रही थी. पूजा उसके लिए फल काटके ले गयी ..... प्लेट पकडाते हुए उसने पीछेसे केतकी के गले में बाहें डाली और कहा," तुम्ही बच्चे मेरी दुनिया हो..."
केतकी ने एक झटके से उसे परे करते हुए कह दिया," माँ तुम अपनी दुनिया अब हमसे अलग बनाओ...अपनी दुनिया में हमें मत खींचो...अब मुझे पढाई करने दो प्लीज़.."
पूजा झट से हट गयी और अपने कमरे में जाके खूब रोई...उसका मानो जीने का हर सहारा छीन रहा था...वो और और अकेली पड़ती जा रही थी...गौरव तो अपने दफ्तर के काम में व्यस्त रहता...लेकिन वैसे भी औरत के इन कोमल भावों को उसने कब समझा?
उफ़्फ़ ! इतनी पीडा कैसे कोई सह सकता है ?॥जिन बच्चों के लिये वो जी रही है यदि वो भी ना समझें तो उसके जीवन का क्या मकसद रह गया?अब तक यूँ लग रहा था कि शायद अब पूजा के जीवन मे बदलाव आये मगर लगता है अभी इम्तिहान बाकी है।
लेकिन केतकी के अचानक बदले ऐसे व्यवहार की वज़ह क्या थी?
जीवनी की श्रंखला जीने का मन्त्र सिखाती है!
बहुत बढ़िया लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! बधाई!
अंतस से लिखी प्रभावशाली कहानी। शब्दों में आंतरिक सच लिपटा हुआ आया । दर्द तो फिर आना ही था।
समकालीन टूटते बिखरते मजबूर विकास का उम्दा चित्रण। अनुभूतियों की शमा मौजूद है, क्षमा बनकर।
मेरी रचना पर आपकी प्रतिक्रिया का आभर, मुझपर निरंतर नज़र रखने के लिए चाहें तो एड करलें, अपने ब्लाग में।
हे भगवान...अब केतकी भी। उफ़्फ़्फ़्फ़!
लेकिन क्यों मगर?
काबिले तारीफ़ है! बधाई! |
पिछले साल तक रैलियों के लिए केवल ६ लाख रुपये स्वीकृत किए जाते थे और यह राशि अब बढ़ाकर ९ लाख रुपये कर दी गई है। एक सूत्र ने बताया कि 201९ में चंद्रपुर में हुई पिछली रैली की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में भी १०,००० से अधिक है। राज्य सरकार सेना भर्ती की मेजबानी करती है। पूरी लागत राज्य सरकार ज़्सब के माध्यम करती है।
नागपुर:अग्निवीर योजना के तहत नागपुर में होने वाली पहली भर्ती रैली में ६०,००० उम्मीदवार सेना में नौकरी के लिए अपनी किस्मत आजमाएंगे। इस अयोजन के लिए राज्य सरकार के पास प्रति उम्मीदवार के लिए १५ रुपये का स्वीकृत बजट है। एक जिले में आयोजित रैली के लिए राज्य सरकार ९ लाख रुपये देती है। ६०,००० उम्मीदवारों के लिए प्रति उम्मीदवार १५ रुपये होगा। जिला प्रशासन पूरे खर्च का भुगतान करता है जिसमें बिजली, इंटरनेट बिल और कई अन्य सामान शामिल हैं। अंतिम राशि स्वीकृत राशि के तीन गुना से कम नहीं होती। अधिकारियों को अतिरिक्त खर्च के लिए अलग से मंजूरी लेनी होगी। भर्ती प्रक्रिया से जुड़े सूत्रों ने कहा कि इससे उम्मीदवारों के लिए सुविधाओं पर खर्च करने के लिए शायद ही पैसा बचेगा। रैली शुरू होने से पहले रुकना या खाने के पैकेट आदि के लिए कुछ बचेगा ही नहीं।
जिला सैनिक बोर्ड (ज़्सब) जो सेना और जिला प्रशासन के बीच समन्वय करता है, वह खाने के पैकेट के लिए गैर सरकारी संगठनों के दान पर निर्भर है। सूत्रों ने कहा कि अपील की गई थी। लेकिन प्रतिक्रिया निराशाजनक थी। हमारे सहयोगी ने टीओआई ने गढ़चिरौली, गोंदिया और भंडारा जिलों के गांवों से आए उम्मीदवारों की दुखद स्थिति के बारे में बताया था। सुबह जल्दी पहुंचने के बाद उम्मीदवार शुरू में पीने के पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ सड़कों पर इंतजार कर रहे थे। गरीब पृष्ठभूमि से आने वाले कई उम्मीदवारों के पास बहुत सीमित पैसा था। आधी रात को रैली शुरू होने की प्रतीक्षा करते हुए उनके पास खाने में केवल केला था। टीओआई की रिपोर्ट के बाद कुछ स्वयंसेवी संगठन मनकापुर स्टेडियम में साइट पर पहुंचे और उम्मीदवारों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए।
पिछले साल तक रैलियों के लिए केवल ६ लाख रुपये स्वीकृत किए जाते थे और यह राशि अब बढ़ाकर ९ लाख रुपये कर दी गई है। एक सूत्र ने बताया कि 201९ में चंद्रपुर में हुई पिछली रैली की तुलना में इस बार उम्मीदवारों की संख्या में भी १०,००० से अधिक है। राज्य सरकार सेना भर्ती की मेजबानी करती है। पूरी लागत राज्य सरकार ज़्सब के माध्यम करती है। बड़ा खर्च बिजली बिलों का है जो आसानी से ३० लाख रुपये तक पहुंच जाता है। भर्ती जारी रहे इसके लिए निर्बाध शक्ति होनी चाहिए। रैली रात में आयोजित की जाती है क्योंकि तापमान कम होता है, जिससे उम्मीदवारों के लिए दौड़ना आसान हो जाता है।
इसके अलावा हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए क्योंकि पूरी प्रक्रिया कम्प्यूटरीकृत है जो फिर से एक बड़ी लागत है। यहां तक कि वाहन भी किराए पर लेने पड़ते हैं। उम्मीदवारों के दस्तावेजों का मराठी में अनुवाद करने में सेना के जवानों की सहायता के लिए नागरिक प्राधिकरण डॉक्टर, स्वच्छता कार्य और राज्य सरकार के कर्मचारियों को भेजते हैं।
फिर भी पैसे की कमी के बावजूद चयनित उम्मीदवारों को भोजन उपलब्ध कराया जाता है क्योंकि उन्हें अधिक समय तक रहना पड़ता है। यह बिल राज्य सरकार तैयार करती है। रक्षा पीआरओ के माध्यम से भेजे गए उम्मीदवारों के लिए सुविधाओं के दायरे की जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कोई जवाब ही नहीं दिया।
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं? |
ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक और चाल चली। चुनाव की तारीखों का ऐलान होने और आचार संहिता लागू होने से कुछ घंटे पहले उन्होंने बंगाल में कॉन्ट्रैक्ट लेबर्स की मजदूरी बढ़ाने का ऐलान कर दिया। चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ममता बनर्जी ने भगवान का आशीर्वाद भी लिया। ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित घर पर विशेष पूजा हुई। इस पूजा का आयोजन ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने किया। वह खुद पूजा के दौरान मौजूद थे। इस विशेष पूजा के लिए पुरी के जगन्नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी को बुलाया गया था। यह बंगाल में बहुसंख्यक बंगाली हिंदू मतदाताओं को संदेश देने के लिए एक दिखावा था कि वह हिंदू रीति-रिवाजों को मानती है।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी के लिए विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। चुनाव आयोग की इस घोषणा के तुरंत बाद तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी एक प्रेस कॉन्फ्रेस बुलाई और यह आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहा है और भाजपा के मुताबिक ही चुनाव की तारीखों की घोषणा की गई है।
ममता की नाराजगी की वजह: पश्चिम बंगाल में ८ चरणों में वोट डाले जाएंगे, जबकि तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों में एक ही दिन में मतदान होगा। ममता को लगता है कि पश्चिम बंगाल में ८ चरण में चुनाव इसलिए कराए गए हैं कि पीएम मोदी को वहां प्रचार करने के लिए ज्यादा टाइम मिल सके। यही वजह है कि इसके लिए एक जिले को भी दो या तीन हिस्सों में बांटकर मतदान की तारीखें तय की गई हैं। जहां ममता चुनाव आयोग के फैसले पर आपत्ति जता रही हैं वहीं बंगाल के अन्य प्रमुख राजनीतिक दल, कांग्रेस और सीपीआई (एम) में से किसी ने भी इस पर आपत्ति नहीं जताई। ममता बनर्जी ने यहां तक आरोप लगाया कि बंगाल चुनाव का पूरा शेड्यूल राज्य भाजपा दफ्तर में कई दिन पहले ही उपलब्ध था।
पांच साल पहले पिछले विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस का मुकाबला कांग्रेस और सीपीएम से था। इस बार ये दोनों मिलकर ममता के खिलाफ लड़ रहे हैं पर ममता को इनकी ज्यादा परवाह नहीं है, क्योंकि उनकी पार्टी का मुकाबला बीजेपी से है। पश्चिम बंगाल में २७ मार्च से २९ अप्रैल तक आठ चरण में मतदान होंगे और चुनाव के इस पूरे शेड्यूल ने ममता की परेशानी बढ़ा दी है। हालांकि शुक्रवार को तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी की जमीनी पकड़ बहुत मजबूत है और वह चुनाव में बीजेपी के ऊपर बड़ी जीत हासिल करेगी।
ममता बनर्जी ने २०१६ के विधानसभा चुनाव में भी इसी तरह का एतराज जताया था। इस चुनाव में छह चरणों में मतदान हुआ था। उस वक्त भी ममता ने यही कहा था कि चुनाव आयोग भेदभाव कर रहा है। लेकिन नतीजे ममता बनर्जी के पक्ष में रहे थे और उनकी पार्टी को शानदार जीत मिली थी। विधानसभा की २९४ सीटों में से टीएमसी २११ सीटें जीतने में कामयाब रही थी। कांग्रेस को केवल ४४ सीटें मिली थी जबकि बीजेपी सिर्फ तीन सीटें जीत सकी थी।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि ममता फाइटर हैं। वह आसानी से हार नहीं मानती हैं और यही उनकी जीत का राज है। इसीलिए बंगाल की जनता ने उन्हें दो बार (१० वर्ष) शासन का मौका दिया। लेकिन इस बार हालात पिछली बार के मुकाबले अलग हैं। ममता के कई सहयोगियों ने उनका साथ छोड़ दिया है और वे बीजेपी में शामिल हो गए हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी चौथे नंबर की पार्टी थी और उसे सिर्फ तीन सीटें मिली थी। लेकिन २०१९ के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की ४२ लोकसभा सीटों में से १८ सीटों पर जीत दर्ज की और ममता को चिंता में डाल दिया।
२०१९ के लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को ४३.३ प्रतिशत वोट मिले जबकि बीजेपी को ४०.७ प्रतिशत वोट मिले थे। इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को २ करोड़ 4७ लाख ५६ हजार ९८५ वोट मिले थे जबकि बीजेपी को कुल २ करोड़ ३0 लाख २8 हजार ३४३ वोट मिले। मतलब ये है कि बंगाल में बीजेपी तृणमूल कांग्रेस को बराबर की टक्कर दे रही है। इन वजहों से ममता की नींद हराम हो रही है। इसीलिए ममता अब बंगाल में बंगाली बनाम बाहरी को मुद्दा बना रही हैं। बंगाल के लोगों को ये समझाने की कोशिश कर रही हैं कि बीजेपी के लोग बाहरी हैं। बाहरी लोग आएंगे तो बंगाल की संस्कृति को खत्म करेंगे।
ममता बनर्जी चुनाव की तारीखों से इतनी परेशान क्यों है ये समझने की जरूरत है। तृणमूल कंग्रेस के लिए वह अकेली ऐसी कैम्पेनर (प्रचारक) हैं जिनकी बात का असर होता है। उनकी चुनावी सभाओं में भीड़ जुटती है। टीएमसी में कोई ऐसा नेता नहीं है जिसके अंदर भीड़ को आकर्षित करने की ममता जैसी क्षमता हो। बीजेपी की तरफ से जहां पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह लगातार कई रैलियां कर चुके हैं, वहीं पीएम नरेंद्र मोदी भी २ रैलियां कर चुके हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और टेक्स्टाइल मंत्री स्मृति ईरानी भी रैलियां कर रही हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और फायरब्रांड लीडर योगी आदित्यनाथ भी चुनाव प्रचार में उतरने वाले हैं। बंगाल में मार्च के दूसरे हफ्ते से शुरू होकर अप्रैल के अंत तक करीब ४५ दिनों तक चुनाव प्रचार चलेगा।
असल में पिछले साल भर में बीजेपी ने बंगाल की जनता को ये समझाया है कि ममता बनर्जी को हिंदुओं की परवाह नहीं है। बीजेपी बार-बार ये कहती है कि ममता बनर्जी को ना दुर्गा से मतलब है ना ही बजरंग बली से। वह हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानती हैं। साथ ही ये बात भी ममता के साथ से चिपक गई कि वो जय श्रीराम के नारे से चिढ़ती हैं। आपको याद होगा कि पीएम मोदी की मीटिंग में जय श्री राम के नारे पर उन्होंने आपत्ति जताई थी। इसीलिए ममता को बार-बार दिखाना पड़ता है कि वह भी कम हिंदू नहीं हैं। ममता अपनी सभाओं में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों के बारे में बताती हैं, धारा प्रवाह दुर्गा स्तुति पढ़ती हैं। लेकिन हिंदुओं को लुभाने के चक्कर में, मंच से मंत्र पढ़ने के चक्कर में, कई जगह मुसलमानों के मन में ममता को लेकर सवाल पैदा हो गए हैं।
लेफ्ट फ्रंट और फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के बीच सीटों का समझौता इसका सबूत है। अब्बास सिद्दीकी ने ममता का साथ छोड़ दिया है। लेफ्ट और इंडियन सेक्युलर फ्रंट के बीच ३० सीटों पर सहमति बनी है। मुस्लिम मतदाताओं पर फुरफुरा शरीफ के पीरजादा का असर माना जाता है। इडिया टीवी संवाददाता अर्चना सिंह के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने कहा कि ममता बनर्जी को सत्ता से हटाने के लिए गठबंधन जरूरी था। इस बार मुसलमान मिलकर ममता के खिलाफ वोट करेंगे क्योंकि बंगाल में ममता ही बीजेपी को लाई हैं। दीदी-मोदी एक ही हैं।
अब्बास सिद्दीकी की कांग्रेस के साथ भी सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है।दोनों के बीच सीटों को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई है। इसके दो कारण है-पहला ये कि पीरजादा कांग्रेस ७० सीटों की मांग कर रहे हैं जो कांग्रेस बिल्कुल नहीं देना चाहती और दूसरा कारण ये कि कांग्रेस चाहती है कि असद्दुदीन ओवैसी किसी हाल में इस गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगे। जब तक ये क्लियर नहीं होगा तब तक कांग्रेस आगे नहीं बढ़ेगी। ओवैसी ने पीरजादा से दो हफ्ते पहले मुलाकात की थी, लेकिन पीरजादा ने लेफ्ट के साथ सीट गठबंधन का विकल्प चुना। हालांकि ओवैसी को अभी आईएसएफ के साथ गठबंधन की उम्मीद है।
कुल मिलाकर झगड़ा मुस्लिम वोटों का है। पश्चिम बंगाल में २८ से ३० प्रतिशत मुस्लिम वोट हैं। ममता ने ४० वर्ष की अपनी राजनीति में इस वोट बैंक को हमेशा काफी संभाल कर रखा है। मुस्लिम मतदाताओं ने एक मुश्त उनके पक्ष में वोट दिया। उनके समर्थन के बिना ममता सत्ता में बने रहना का सपना नहीं देख सकतीं, लेकिन अब वक्त बदल चुका है।
अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का भाजपा का आरोप अधिकांश बंगाली हिंदू मतदाताओं के मन में घर कर गया है। बीजेपी कार्यकर्ता मतदाताओं को ये बता रहे हैं कि ममता ने अपने सिर पर सफेद दुपट्टा कैसे पहना था और हर त्योहार के पर मुसलमानों को बधाई देने वाले विज्ञापन प्रकाशित कराए। बीजेपी कार्यकर्ता यह भी याद दिला रहे हैं कि ममता सरकार ने दुर्गा विसर्जन के मुकाबले ताजिए को तरजीह दी। उन्होंने इमामों की तन्ख्वाह बढ़ाई, लेकिन हिंदू मंदिर के पुजारियों का ध्यान नहीं रखा। अब ममता अपनी हिंदू साख को साबित करने की कोशिश कर रही हैं वहीं लेफ्ट पार्टी बंगाल में पुराना वैभव पाने की कोशिश कर रही है।
अब तक ममता बनर्जी की सबसे बड़ी ताकत ये रही कि वह एग्रेसिव कैम्पेनर हैं, लेकिन इस बार मामला उल्टा है। बीजेपी के नेता एग्रेसिव हैं और ममता डिफेंसिव हैं। इसका फायदा बीजेपी को हो सकता है। यह अब इस बात पर निर्भर करता है कि आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बीजेपी का चुनाव अभियान कैसे आगे बढ़ता है। इसमें कोई संदेह नहीं कि बीजेपी की स्थिति अभी मजबूत है और ममता संघर्ष कर रही हैं। |
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश निवेश के लिए आइडियल स्टेट है, जिसमें उद्योग स्थापित करने सकारात्मक वातावरण उपलब्ध है। उन्होंने दिल्ली में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट २०२३ के कर्टेन रेजर और राजदूत गोलमेज के दौरान यह बात कही।
सीएम शिवराज ने सहभागी राष्ट्रों को उनके राजदूत और दूतावास के अधिकारियों के माध्यम से ७ से ९ जनवरी २०२३ तक इंदौर में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ११-१२ जनवरी २०२३ को इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-२०२३ में सहभागिता और प्रदेश में निवेश के लिए भी आमंत्रित किया। कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने एक इन्वेस्ट मध्यप्रदेश पोर्टल का अनावरण भी किया।
उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा के साथ ५ हजार साल के ज्ञात इतिहास में भारत ने सारी दुनिया को एक परिवार माना है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व कल्याण में भारत अपना योगदान दे रहा है।
सीएम चौहान ने उपस्थित राजनयिकों को प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में शरबती गेहूँ और बासमती चावल जैसा गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादन होता है। मध्यप्रदेश सर्वाधिक जैविक खेती वाला प्रदेश है, जो अब प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ रहा है। प्रदेश में खाद्य प्र-संस्करण की अपार संभावनाएँ हैं। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के दौरान मध्यप्रदेश में निर्मित दवाइयाँ कई देशों में भेजी गई थी।
प्रदेश में वस्त्र और रेडीमेड गारमेंट, माइनिंग, आईटी और पर्यटन क्षेत्र में काफी संभावनाएँ हैं और प्रत्येक सेक्टर के लिए मध्यप्रदेश ने एक अलग नीति बनाई है।
प्रदेश में १ लाख २२ हज़ार एकड़ का लैंड बैंक उपलब्ध है, जिसका त्वरित आवंटन किया जाता है। मध्यप्रदेश में परिवहन और ऊर्जा अधो-संरचना का उत्तम विकास हुआ है। मध्यप्रदेश में श्रम कानून में सुधार लाया गया है। निवेश प्रक्रिया के सरलीकरण के लिए एकल खिड़की व्यवस्था स्थापित की गई है।
औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि मध्यप्रदेश में इन्वेस्टर फ्रेंडली नीतियाँ है। प्रदेश में सभी सहभागी राष्ट्रों के लिए फार्मा, ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और रक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए अवसर उपलब्ध हैं। राउंडटेबल में नेपाल, जापान, ब्राजील, फिजी, हंगरी, चेक गणराज्य, म्यांमार, थाइलैण्ड, वियतनाम, फिनलैंड जैसे सहभागी राष्ट्रों के राजनयिक सम्मिलित हुए।
ड्रीम११ : सिंगरौली का अतिथि शिक्षक रामेश्वर सिंह, ४९ रुपया खर्च करके बना करोड़पति !
एक्सीडेंट : होटल टाईगर इन के पास हुआ बड़ा हादसा,कई घायल !
गूगल पाय से घर बैठे कमाए ५०० से १००० रुपये तक, इस आसान तरीके से कमाए !
मेरेज सर्टिफिकेट : नवविवाहित जोड़े को मैरिज सर्टिफिकेट से मिलेंगे २.५० लाख रुपये !
इफोन १५ की पहली तस्वीर इंटरनेट पर आई सामने, तस्वीर देख इफोन यूजर्स हुए दीवाने !
७त पाय कमिश्न : खुशखबरी ! केंद्रीय कर्मचारियों को इस दिन मिलेगा १८ महीने का बकाया डा अरेयर, खाते मे आएगा २ लाख रुपये ! |
लखनऊ २९ अगस्त। एच०सी० अवस्थी, पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० द्वारा आज दिनांक २९.०8.2०2० को प्रातः समय 1०.०5 पर वीमेन पावर लाइन-1०9० का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
ऽ पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० द्वारा सर्वप्रथम वीमेन पावर लाइन-1०9० भवन परिसर का भ्रमण किया गया। परिसर भ्रमण के दौरान कुछ स्थानों पर बिल्ड़िग सामग्री बेतरतीब पड़ी दिखायी दी। बिल्ड़िग सामग्री भवन में हो रहे कार्य से सम्बन्धित बतायी गयी। पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० महोदय द्वारा इस पर आपत्ति प्रकट करते हुए स्पष्ट निर्देश दिये गये कि रख-रखाव एवं साफ-सफाई पर विशेष बल दिया जाय। कोविड प्रोटोकाल के दृष्टिगत भवन व परिसर की साफ-सफाई व उसके सेनेटाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाय।
ऽ वीमेन पावर लाइन-१०९० कार्यस्थल के निरीक्षण के दौरान काल टेकर्स के मध्य सोशल डिस्टेसिंग पर बल देते हुए कार्यस्थल पर कोविड प्रोटोकाल के सम्बन्ध में शासन द्वारा निर्गत गाइड लाइन्स का पूर्ण अनुपालन कराते हुए सेनेटाइजेशन आदि कार्यवाही के निर्देश दिये गये।
ऽ भ्रमण के दौरान उपस्थित दिवस अधिकारी द्वारा सेफ सिटी प्रोजेक्ट पर हो रहे कार्य के सम्बन्ध मंे अवगत कराया गया। पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० द्वारा इस सम्बन्ध में सम्बन्धित से विस्तृत जानकारी प्राप्त की गयी। सेफ सिटी प्रोजेक्ट के प्रचलित कार्यो का निरीक्षण किया गया तथा निर्धारित अवधि में गुणवत्तापरक कार्य करने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
ऽ भ्रमण के दौरान पर्यवेक्षण कार्यो में नियुक्त कुछ अधिकारी अनुपस्थित व विलम्ब से आना पाये गये, जिसके सम्बन्ध में अपर पुलिस महानिदेशक वीमेन पावर लाइन- १०९० को निर्देशित किया गया कि वे सम्बन्धित से स्पष्टीकरण प्राप्त करें एवं सुनिश्चित करें कि सभी अधिकारी/कर्मचारी समय से ड्यूटी पर उपस्थित हों। |
एक्सेल में गैंट चार्ट कैसे बनाएं?
एक्सेल में गैंट चार्ट का कोई भी आप्शन नहीं है, लेकिन हम माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल में दिए गए स्टैक्ड बार चार्ट (स्टैकड बार चार्ट) को अनुकूलित करके गैंट चार्ट बना सकते हैं।
हमारा लक्ष्य एक्सेल में एक गैंट चार्ट बनाना है जो हमें किसी कार्य को पूरा करने में लगे दिनों की संख्या को ट्रैक करने की अनुमति देगा।
चरण -१: सबसे पहले कॉलम हेडर सहित पूरे डाटा को चुनें।
चरण -२: इसके बाद इन्सर्ट टैब पर जाएँ और कॉलम सिंबल पर क्लिक करें तथा इसमें दिए गए स्टैक्ड बार पर क्लिक करें।
चरण -३: अब आप वर्कशीट में एक स्टैक्ड बार (जैसा नीचे प्रस्तुत किया गया है) देखेंगे।
चरण -१:- एक्सेल में इस स्टैक्ड चार्ट को गैंट चार्ट में बदलने के लिए, आपको नीली पट्टियों को हटाने की आवश्यकता होगी, यह सुनिश्चित करने के लिए कि कार्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले केवल नारंगी भाग दिखाई दे रहे हैं।
चार्ट पर किसी भी नीली पट्टी पर क्लिक करें। राइट-क्लिक करें और प्रारूप डेटा श्रृंखला (फोरमत डाटा सिरीज) चुनें।
प्रारूप डेटा श्रृंखला (फोरमत डाटा सिरीज) विंडो दिखाई देगी। फिल एंड लाइन आइकन> फिल पर जाएं और नो फिल चुनें। |
नई दिल्ली (भाषा)। दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने राजौरी गार्डन विधानसभा सीट के उपचुनाव में पार्टी की शर्मनाक हार के लिये पूर्व विधायक जरनैल सिंह के इस्तीफे से जनता में नाराजगी को जिम्मेदार ठहराया है। आप नेता और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने राजौरी गार्डन का चुनाव परिणाम घोषित होने से पहले ही पार्टी की हार स्वीकार करते हुये कहा कि जरनैल के इस्तीफे से जनता की नाराजगी को दूर कर पाने में पार्टी नाकाम रही।
ज्ञात हो कि १४ दौर की मतगणना पूरी होने से पहले १२वें दौर में ही आप उम्मीदवार हरजीत सिंह के भाजपा अकाली उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा से २३ हजार मतों से पीछे होते ही सिसोदिया ने पार्टी की हार स्वीकार करते हुये कहा कि चुनाव परिणाम आप के पक्ष में नहीं है।
जरनैल सिंह के पंजाब विधानसभा चुनाव में उतरने से राजौरी गार्डन की जनता थोड़ा नाराज थी। हमने इस बाबत जनता से बात भी की लेकिन शायद लोगों में नाराजगी कम नहीं हुयी।
उपचुनाव के नतीजों से नगर निगम चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने का भरोसा दिलाते हुये सिसोदिया ने कहा कि निगम चुनाव के मुद्दे अलग हैं और आप पूरी मजबूती से निगम चुनाव लड़ रही है, इसके बलबूते हमें जीत का पूरा विश्वास है। हालांकि भाजपा और कांग्रेस उपचुनाव परिणाम को दिल्ली की केजरीवाल सरकार के प्रति जनता की नाराजगी के रुप में पेश कर रही हैं।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा घोषित चुनाव परिणाम में भाजपा अकाली उम्मीदवार सिरसा को कांग्रेस उम्मीदवार मीनाक्षी चंदीला के मुकाबले लगभग १५ हजार मतों से जीत हासिल हुयी जबकि हरजीत सिंह महज १० हजार मत मिलने के साथ ही तीसरे स्थान पर रहे। वह जमानत बचाने के लिये जरुरी कुल वैध मतों का १६ प्रतिशत भी हासिल नहीं कर सके।
इसके साथ ही ७० सदस्यीय विधानसभा में भाजपा अकाली गठबंधन के विधायकों की संख्या तीन से बढकर चार हो गयी है। जबकि आप ६७ से सिमट कर ६६ पर आ गयी है।
साल २०१५ के चुनाव में आप उम्मीदवार जरनैल सिंह ने सिरसा को १० हजार मतों से हराया था। पिछले चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार धनवंती चंदीला महज ८ प्रतिशत वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहीं थी। जबकि दो साल बाद हुये उपचुनाव में चंदीला की पुत्रवधू मीनाक्षी चंदीला के प्रत्याशी रहते कांग्रेस के मत प्रतिशत में २१ फीसदी उछाल के साथ यह ३३ प्रतिशत हो गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने इसे उपलब्धि बताते हुये निगम चुनाव के लिये बेहतर संकेत बताया है।
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आईपीएल सीजन ११ का ३३वां मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेला जा रहा है।
आईपीएल सीजन ११ का ३३वां मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेला जा रहा है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सीएसके ने ५ विकेट के नुकसान पर १७७ रन बनाए।
चेन्नई को पहला झटका फाफ डू प्लेसिस (२७) के रूप में लगा। चेन्नई की ओर से धोनी ने २५ गेंदों पर सर्वाधिक ४३ रन बनाए। धोनी के अलावा शेन वाट्सन ३६, सुरेश रैना (३१) और अंबाती रायुडु ने २१ रन बनाए। केकेआर की ओर से सुनील नारायण और पीयूष चावला ने दो जबकि कुलदीप यादव ने १ विकेट लिया।
केकेआर ने नितीश राणा की जगह रिंकू सिंह को टीम में शामिल किया है जबकि चेन्नई ने टीम में कोई बदलाव नहीं किया है। जहां तक पॉइंट टेबल का सवाल है, चेन्नई सुपर किंग्स ८ मैचों से १२ अंक के साथ नंबर १ पर काबिज है, जबकि कोलकाता नाइट राइडर्स ४ मैचों से ८ अंक के साथ चौथे स्थान पर है।
आईपीएल में दोनों टीमों ने १८ बार एक-दूसरे का सामना किया है, जिसमें सीएसके ने ११ मुकाबले जीते हैं जबकि केकेआर ६ मैच जीतने में सफल रहा हैं। एक मैच रद्द हो गया था।
१७८ रनों के जबाव में क्क्र ने १७.४ ओवर में 0४ विकेट के नुकसान पर १८० रन बना लिए है। गिल (५७) और कार्तिक (४5) रन बनाकर नाबाद रहे।
पारी का आखिरी ओवर पीयूष चावला ने फेंका। पांचवीं बॉल पर जडेजा को दिनेश कार्तिक ने कैच आउट किया।
१९वां सुनील नारायण ने फेंका, ये ओवर काफी किफायती रहा, १९ ओवर के बाद चेन्नई का स्कोर ४ विकेट के नुकसान पर १६३ रन था।
चेन्नई ने १७ ओवर में ४ विकेट के नुकसान पर 1४6 रन बना लिए थे। महेंद्र सिंह धोनी २७ और रवींद्र जडेजा २ रन बनाकर खेल रहे थे।
१५वां ओवर सुनील नारायण ने फेंका, चौथी गेंद पर रायडू आउट, चेन्नई को लगा चौथा झटका, १५ ओवर के बाद चेन्नई का स्कोर ४ विकेट के नुकसान पर १२१ रन था।
१३वां ओवर मिशेल जॉनसन ने फेंका, इस ओवर से ७ रन आए।
११वां ओवर सुनील नारायण ने फेंका, दूसरी बॉल पर वाट्सन कैच आउट। चेन्नई को लगा दूसरा झटका। ११ ओवर के बाद चेन्नई का स्कोर २ विकेट के नुकसान पर ९७ रन था।
छह ओवरों के बाद चेन्नई ने १ विकेट के नुकसान पर ५७ रन बनाए, वॉटसन ने १6 गेंदों में 2१ रन और फाफ डु प्लेसिस ने २५ गेंदों में २७ रन बनाए थे।
तीसरा ओवर शिवम मावी ने फेंका। इस ओवर से ६ रन आए।
अब तक छह जीत के साथ, सीएसके को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए सिर्फ दो जीत हासिल करनी हैं। सीएसके की नजर इस जीत के साथ ही तालिका के शीर्ष पर अपनी जगह को और मजबूत करने पर होगी।
अब तक आठ खेलों में, केकेआर ने पॉवरप्ले में केवल सात विकेट लिए हैं। जबकि पिछले चार मैचों में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला है। आरसीबी के खिलाफ खेल में रिटायर होने वाले नीतीश राणा को कम पीठ का सामना करना पड़ा।
अंबाती रायडू इस सीजन २६ रन बनाते ही आईपीएल इतिहास में अपना सर्वाधिक रन बना लेंगे इससे पहले उन्होंने साल २०११ में ३९५ रन बनाए थे। |
भूटान यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूपे कार्ड को लॉन्च किया। आपको बता दें कि नोटबंदी के समय ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने के उद्देश्य से भारत में रूपे कार्ड लॉन्च किया गया था। अब इसकी शुरुआत भूटान में भी की गई है। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, मुझे बहुत खुशी है कि आज हमने भूटान में रुपय कार्ड को लॉन्च किया है। इससे डिजिटल भुगतान और व्यापार एवं पर्यटन में हमारे संबंध में और बढ़ेंगे।
पीएम ने कहा कि मेरे पिछले कार्यकाल के दौरान, प्रधानमंत्री के रूप में मेरी पहली यात्रा के लिए भूटान का चुनाव स्वाभाविक था। १३० करोड़ भारतीयों के दिलों में भूटान एक विशेष स्थान रखता है। इस बार भी अपने दूसरे कार्यकाल के शुरू में ही भूटान आकर मैं बहुत खुश हूं।
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को राजधानी थिंपू पहुंचे। यहां पर उनका बहुत गर्मजोशी से स्वागत गया। भूटान के प्रधानमंत्री डॉ लोते शेरिंग ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इससे पहले पीएम मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री ने मिलकर भारत भूटान हाइड्रोपावर कॉऑपरेशन के पांच दशक पूरे होने के मौके पर एक स्टाम्प रिलीज किया। २०१४ में पहली बार सत्ता में आने पर भी पीएम मोदी ने भूटान की यात्रा की थी।
आपको बता दें कि पीएम ने भारत की पनबिजली कंपनी एनएचपीसी के सहयोग से मध्य भूटान के ट्रोंगसा डोंग्खग जिले के मंगदेछु नदी में ७२० हजार मेगावाट की क्षमता वाली बिजली परियोजना का उद्घाटन भी किया। बता दें इस परियोजना की कुल लागत १ बिलियन डॉलर है।
देश में धीरे-धीरे रूपे डेबिट कार्ड धारकों की संख्या बढ़ रही है। वैश्विक स्तर पर जिस तरह से वीसा, मास्टर कार्ड आदि काम करते हैं उसी तरह भारत में रूपे डेबिट कार्ड काम करता है। भारत दुनिया का चौथा देश है जिसके पास खुद का पेमेंट गेटवे है। इससे पहले सिर्फ अमेरिका, जापान और चीन के पास खुद का पेमेंट गेटवे था। |
पुरुषों और महिलाओं के बीच अंतर को ध्यान में रखें? दिलचस्प बात यह है कि, जबकि पुरुष और महिलाएं अधिक उच्च प्रोटीन भोजन खाती हैं, नींद से वंचित महिलाओं ने अपने पुरुष समकक्षों की तुलना में औसतन ३१ ग्राम वसा का सेवन किया । हम जानते हैं कि पुरुष पुरुषों की तुलना में अधिक खराब सोते हैं-ऐसा लगता है कि नींद की कमी के कारण भूख में वृद्धि भी बराबर नहीं है। हालांकि अध्ययन में केवल वयस्कों को देखा जाता है, अन्य शोध से पता चलता है कि अधिक भोजन (विशेष रूप से जंक फूड) खाने की इच्छा भी किशोरावस्था के लिए एक समस्या है।
कई संभावित कारण हैं कि कम नींद वाले लोग ज्यादा खा रहे हैं। कई स्थितियों में कम नींद खराब स्थिति की ओर जाता है, और यदि आप पूरे दिन बहुत थक गए हो, तो आप जागृत रहने के प्रयास में अधिक भोजन खा सकते हैं, या ऊर्जा के पेय और सलाखों जैसे त्वरित सुधार की तलाश कर सकते हैं, जो अधिक बार नहीं हैं शक्कर और कैलोरी से भरा (वे भी नींद आना भी मुश्किल हो सकते हैं, जो नींद के अभाव की वजह से खाने की समस्या को बहुत अधिक खराब करता है)। साथ ही, समय बिताया गया वह समय है जो आप नहीं खा रहे हैं- अगर रात में देर हो चुकी हो, तो आपको नाश्ते की संभावना हो सकती है।
क्या आप मानसिक मायोपिया से पीड़ित हैं?
मैं अपनी नई किताब के बारे में बहुत उत्साहित हूं, १० मई को बाहर आ रहा हूं- नींद चिकित्सक की आहार योजना: वज़न के माध्यम से बेहतर नींद। मैंने इस किताब को लिखा है कि आपको यह जानने में सहायता के लिए कि नींद आपके चयापचय को कैसे बढ़ा सकता है, अपनी भूख को कम कर सकता है, और अपनी ऊर्जा और संकल्प को बढ़ा सकता है विज्ञान यह दिखाता है कि बेहतर नींद आपको स्वस्थ, खुश और पतली होने में मदद कर सकता है।
आप और आपके पूरे परिवार के लिए, एक स्वस्थ शरीर के लिए एक ठोस शुरुआत सिर्फ एक अच्छी रात की नींद दूर है।
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पिछले कुछ दिनों में तेजी से रिकवरी का प्रयास देखा गया, जबकि बाजार की भावना मंदी की प्रवृत्ति प्रदर्शित की। शीबा इनु ने २० एसएमए को पार करने के लिए संघर्ष किया और $०.००००35 के स्तर को खोने के बाद सामना करना मुश्किल पाया। लिटकोइन ने बिटकॉइन के प्रक्षेपवक्र का अनुसरण किया, लेकिन प्रवृत्ति-परिवर्तन की मात्रा के साथ इसका समर्थन करने में विफल रहा।
दूसरी ओर, २७ दिसंबर को अपने अथ से टकराने के बाद, नियर ने अपने २०-५०-२०0 स्मा से ऊपर कारोबार करना जारी रखा।
फिर से दावा करने के बाद, शिब बैल फिर से अपने तत्काल प्रतिरोध के लिए महत्वपूर्ण $ ०.००००35 नौ-सप्ताह के समर्थन से फ़्लिप कर गए। यह स्तर 2०-एसएमए (लाल) से भी सहमत है। डाउन-चैनल ब्रेकडाउन के बाद, ऑल्ट को $०.०००29-मार्क पर दीर्घकालिक समर्थन मिला।
तदनुसार, मूल्य कार्रवाई ने इस स्तर से ३९.१२% की छलांग लगाई और २४ दिसंबर को अपने तीन सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गई। $०.००००378 के स्तर ने एक मजबूत प्रतिरोध दिखाया क्योंकि पिछले सप्ताह में कई बार परीक्षण करने के बाद मूल्य कार्रवाई में एक पुलबैक देखा गया था।
शिब को गिरते वेज ब्रेकआउट की ताकत की पुष्टि करने के लिए अपने ५०% फाइबोनैचि समर्थन से ऊपर एक निरंतर बंद होने की आवश्यकता है।
प्रेस समय में, शिब $०.००००3३८7 पर कारोबार करता था। आरएसआई ३८ के करीब पहुंच गया। इसके अलावा, डीएमआई विक्रेताओं का पक्ष लिया और आरएसआई की वरीयता की पुष्टि की। जबकि कीमत अपने नियंत्रण बिंदु (लाल) के पास चली गई, एक निकट-अवधि की प्रवृत्ति प्रतिबद्धता की संभावना नहीं थी।
थोड़े समय के लिए $ १४३ और $ १५६-अंक के बीच अपनी दोलन सीमा को तोड़ने के बाद, लैक ने अपने एक महीने के प्रतिरोध को $ १६७-स्तर पर बाध्य किया। इस प्रकार, इसने अपने ४ घंटे के चार्ट पर डाउन-चैनल (सफेद) में एक पुलबैक देखा। यह प्रक्षेपवक्र पिछले एक सप्ताह में बिटकॉइन के डाउन-चैनल से संबंधित है।
सांडों ने अब लगभग पांच महीनों के लिए $ १४३ के समर्थन स्तर को बरकरार रखा है, जबकि भालू इसे कई बार सेवानिवृत्त करते रहे हैं। अब, जैसा कि एक डाउन-चैनल ब्रेकआउट देखें, बैल ऊपरी चैनल और २०-एसएमए (लाल) का परीक्षण कर रहे हैं।
प्रेस समय के अनुसार, लैक $ १५१.७ पर कारोबार करता था। आरएसआई ऊंची चोटियों और कुंडों को चिह्नित कर आधी रेखा को पार किया। यह भी एमएसीडी हिस्टोग्राम ने शून्य-स्तर को पार कर लिया है, जो तेजी की शक्ति में वृद्धि का संकेत देता है।
हालांकि, पुलबैक वॉल्यूम कमजोर बुलिश मोशन की ओर इशारा करते हुए इनलाइन वॉल्यूम से अधिक रहा है। इसके अतिरिक्त, ओबीवी अपने प्रक्षेपवक्र में एक समान स्पाइक को चिह्नित नहीं किया।
एक डाउन-चैनल में दोलन करने के बाद, नियर ने डबल-बॉटम से बाहर होकर अपना ४-घंटे का चार्ट बनाया। इसने २० दिसंबर के निचले स्तर से ९९.७६% की जबरदस्त छलांग लगाई और २७ दिसंबर को अपना अथ १६.४9 डॉलर पर पहुंच गया। फिर आरएसआई और मूल्य कार्रवाई के बीच एक मंदी का विचलन बनाने के बाद, यह लगभग २०% तक निकल गया, लेकिन तेजी की प्रवृत्ति (सफेद) पर समर्थन मिला।
प्रेस समय में, ऑल्ट ने अपने . से ऊपर कारोबार किया २०-५०-२०0 एसएमए $ १५.४९८ पर। यह कीमत अपने तत्काल $१५.४६-प्रतिरोध (पिछला) के पास थी।
आरएसआई लगातार उच्च चढ़ाव को चिह्नित किया और तेजी की प्राथमिकता को दर्शाया। यह भी डीएमआई पिछले विश्लेषण की पुष्टि की। इसके अलावा, एमएसीडी आरएसआई के निष्कर्ष की पुष्टि की। हालांकि वॉल्यूम थरथरानवाला पिछले तीन दिनों में निचले उच्च स्तर को चिह्नित किया।
निकिता को प्रौद्योगिकी और व्यवसाय रिपोर्टिंग में ७ साल का व्यापक अनुभव है। उसने 201७ में पहली बार बिटकॉइन में निवेश किया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। हालाँकि वह अभी किसी भी क्रिप्टो मुद्रा को धारण नहीं करती है, लेकिन क्रिप्टो मुद्राओं और ब्लॉकचेन तकनीक में उसका ज्ञान त्रुटिहीन है और वह इसे सरल बोली जाने वाली हिंदी में भारतीय दर्शकों तक पहुंचाना चाहती है जिसे आम आदमी समझ सकता है।
बीएनबी चेन नवंबर में सबसे सक्रिय प्रोटोकॉल था, लेकिन क्या इससे बीएनबी धारकों को मदद मिली? |
आज के चैघडिये का समय, शुभ काल एवं दैनिक मुहूर्त जानें।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार आज का पंचांग दैनिक हिंदू कैलेंडर ही है जो आज की तिथि के बारे में बताता है, और इसके बीच शुभ और अशुभ समय की जानकारी देता है। यह विजय विश्व पंचांग पर आधारित है, जो पंचांग में सबसे दुर्लभ है, जिसका उपयोग विशेषज्ञ ज्योतिषियों द्वारा सैकड़ों वर्षों से किया जा रहा है। दैनिक पंचांग के माध्यम से, आप एक शुभ कार्य या एक नया उद्यम शुरू करने के लिए सबसे उपयुक्त समय निर्धारित करने के लिए समय, तिथि और दिन के बारे में सभी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और सभी नकारात्मक प्रभावों और अनावश्यक परेशानियों को दूर कर सकते हैं।
पंचांग या पंचागम् हिन्दू कैलेंडर है जो भारतीय वैदिक ज्योतिष में दर्शाया गया है। पंचांग मुख्य रूप से ५ अवयवों का गठन होता है, अर्थात् तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण। पंचांग मुख्य रूप से सूर्य और चन्द्रमा की गति को दर्शाता है। हिन्दू धर्म में हिन्दी पंचांग के परामर्श के बिना शुभ कार्य जैसे शादी, नागरिक सम्बन्ध, महत्वपूर्ण कार्यक्रम, उद्घाटन समारोह, परीक्षा, साक्षात्कार, नया व्यवसाय या अन्य किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते ।
प्राचीन ऋषियों और वेदों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के साथ सामंजस्य स्थापित करता है, तो वह सकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया देता है और व्यक्ति को उसके कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करता है। हिन्दू दैनिक पंचांग इस सौहार्द को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसके उपयोग से व्यक्ति को तिथि, योग और शुभ-अशुभ समयों में ज्योतिषीय अंतर्दृष्टि प्राप्त होती है। जिससे हम सूक्ष्म संचार के आधार पर उपयुक्त समय के बारे में जान सकते हैं और अपने समय और कार्य का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
ज्योतिषी लोगों को सुझाव देते हैं कि वे अपने दैनिक पंचांग को रोजाना देखें और किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए इसका पालन करें जैसे कि वैवाहिक समारोह, सामाजिक मामलों, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, उद्घाटन, नए व्यापार उपक्रम आदि जैसे शुभ कार्यक्रम इसके अनुसार करें।
हिन्दू तिथि चंद्र दिवस या सूर्य और चंद्रमा के बीच अनुदैर्ध्य कोण द्वारा १२ डिग्री तक बढ़ने का समय है। ये चंद्र दिवस अवधि में भिन्न हो सकते हैं और २१.५ घंटे से २६ घंटे के बीच भिन्न-भिन्न हो सकते हैं।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, एक चंद्र माह में ३० तिथि या पूर्ण चंद्र दिवस होते हैं। इन्हें आगे इन्हें २ पक्ष या चंद्र चरणों में विभाजित किया गया है, जिन्हें कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष कहा जाता है। प्रत्येक पक्ष में १५ तिथियां होती हैं।
महत्वपूर्ण हिंदू तिथि जो शुभ हैं, उन्हें जानकर, आप अपने हर काम में सफलता और खुशी को प्राप्त करने के लिए सबसे अच्छा समय निर्धारित कर सकते हैं।
पंचांग के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने और ऐसे प्रश्न जो हमेशा उजागर होते हैं, इनके महत्व के बारे में गहराई से जानकारी प्राप्त करें।
१. पंचांग क्या है?
पंचांग दैनिक ज्योतिषीय कैलेंडर है जो ग्रहों और सूक्ष्म स्थितियों के आधार पर चंद्र दिवस के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करता है। इसमें पाँच विशेषताएँ शामिल हैं- तिथि (द लूनर डे), वार (सप्ताह का दिन), नक्षत्र (चन्द्र मेंशन), योग (चन्द्र-सौर दिवस) और करण (आधा चन्द्र दिवस)। इन पांच विशेषताओं के आधार पर, ज्योतिषी किसी भी नए कार्य या हिंदू धार्मिक अनुष्ठान को शुरू करने के लिए मुहूर्त या शुभ समय का निर्धारण करते हैं और इसके साथ-साथ अशुभ समय को भी देखते हैं जिससे हर किसी को बचना चाहिए।
२. पंचांग का क्या अर्थ है?
इसके निम्नलिखित नियम हैं जैसे कि दैनिक पंचांग की बेहतर समझ के लिए इससे अच्छी तरह से वाकिफ होना चाहिए। यह विभिन्न ज्योतिषीय घटनाओं के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करता है और किसी भी तरह से आपको कुछ भी नया शुरू करने के लिए सबसे उपयुक्त समय खोजने में मदद करता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त - हिंदू कैलेंडर में सूर्योदय से अगले सूर्यादय तक की अवधि को एक दिन माना जाता है। अतः, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय ज्योतिष में बहुत महत्व रखता है। सभी प्रमुख निर्णय सूर्य और चंद्रमा की स्थिति पर विचार करने के बाद ही लिए जाते हैं।
चंद्रोदय और चन्द्रास्त - अनुकूल समय का निर्धारण करने के लिए चंद्रोदय और चन्द्रास्त का समय हिंदू कैलेंडर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शक संवत - शक संवत भारतीय आधिकारिक नागरिक कैलेंडर है, जिसे ७८ ईस्वी में स्थापित किया गया था।
अमांत माह - हिंदू कैलेंडर, में जो चंद्र महीना अमावस्या के दिन समाप्त होता है, उसे अमांत माह के रूप में जाना जाता है। आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा कुछ ऐसे राज्य हैं जो इस हिंदू कैलेंडर का पालन करते हैं।
पूर्णिमांत माह - हिंदू कैलेंडर में चंद्र महीना पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है उसे पूर्णिमांत माह के रूप में जाना जाता है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश ऐसे राज्य हैं जो इस हिंदू कैलेंडर का पालन करते हैं।
सूर्य राशि और चंद्र राशि - सूर्य चिह्न, राशि के आधार पर किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाता है और यह उसके जन्म के समय एक मूल राशि के राशि चक्र में सूर्य की स्थिति से निर्धारित होता है। चंद्र चिन्ह से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व के भावनात्मक पहलू का पता चलता है, और यह उसके जन्म के समय मूल राशि के चार्ट में राशि चक्र की स्थिति से निर्धारित होता है।
पक्ष - तिथि को दो हिस्सों में बांटा गया है। प्रत्येक आधे भाग को एक पक्ष के रूप में जाना जाता है। इसके दो पक्ष हैं, जैसेः शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष।
अभिजीत नक्षत्र - जब भगवान ब्रह्मा मकर राशि में स्थित होते हैं, तो इसे अभिजीत नक्षत्र के रूप में जाना जाता है। नए कार्यों को करने और नई खरीदारी करने के लिए यह सबसे शुभ अवधियों में से एक माना जाता है।
अमृत कालम् - यह अन्नप्राशन संस्कार और अन्य हिंदू अनुष्ठानों को करने का समय है। यह बहुत ही शुभ समय माना जाता है।
गुलिकई कालम् - गुलिका मंडा के बेटे उर्फ शनि थे। इस समय को गुलिकई कालम् के नाम से जाना जाता है। इस अवधि के दौरान किसी भी कार्य की शुरुआत करना शुभ नहीं माना जाता है अतः इससे बचना चाहिए।
यमगंडा - यह एक अशुभ अवधि है, और किसी भी सफल और समृद्ध उद्यम के कार्य के लिए यह समयावधि वर्जित है।
व्रज्याम कालम् - व्रज्याम या विशघटिका वह समय है जो वर्तमान दिन से शुरू होता है और आने वाले दिन से पहले समाप्त होता है। इसे सौम्य काल नहीं माना जाता है।
राहु कालम् - राहु की अवधि किसी भी कार्य के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है। किसी भी नई पहल के लिए राहु के प्रभाव से पूरी तरह बचा जाना चाहिए।
३. पंचांग में सूर्यास्त और सूर्योदय का समय खगोलीय जानकारी से कैसे अलग है?
खगोलीय सूर्योदय को उस समय के रूप में जाना जाता है जब सूर्य का ऊपरी अंग (सूर्य और चंद्रमा का किनारा) पहली बार दिखाई देता है। इसी प्रकार, सूर्यास्त सूर्य के ऊपरी अंग के लुप्त होने का समय है। जबकि, ज्योतिषीय रूप से, सूर्योदय वह समय होता है जब सूर्य का मध्याचल या मध्य भाग पूर्वी क्षितिज से ऊपर उठ जाता है। इसके अलावा, वैदिक ज्योतिष में सूर्य की किरणों के अपवर्तन को अनदेखा किया जाता है।
४. राहु कालम् या राहु काल क्या है?
ज्योतिषीय रूप से, सूर्यास्त और सूर्योदय के बीच आठ खंड या मुहूर्त होते हैं जो एक दिन के शुभ और अशुभ समय का संकेत देते हैं। राहु काल इन आठ खंडों में से एक है जो हर दिन ९० मिनट तक रहता है। इस अवधि में, राहु, हानिकारक ग्रह, प्रमुख है। राहु काल में जो कुछ भी किया जाता है या शुरू किया जाता है उसका नकारात्मक परिणाम होता है। इस प्रकार, राहु काल के दौरान किसी भी शुभ कार्य को नहीं करने का सुझाव दिया गया है।
५. जब हम अशुभ मुहूर्त के दौरान कोई काम करते हैं तो क्या होता है?
हर दिन सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच, कुछ निश्चित समय अवधि होती है जब किसी भी शुभ कार्य को नहीं करना चाहिए या कोई नया काम शुरू नहीं करना चाहिए। इस समय को शुभ या बुरा मुहूर्त कहा जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस अवधि में, तारों और ग्रहों की स्थिति प्रतिकूल और अप्रभावी होती हैं। यह मूलभूत कार्यों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है और बुरे प्रभाव या विफलता का कारण बनता है। कभी-कभी, इस अवधि में नए उद्यम शुरू करने से अपेक्षित परिणाम नहीं मिलते हैं या अप्रत्याशित समय के लिए रुक जाते हैं। हिंदू पंचांग में, राहु कालम् या व्रज्याम काल में किसी भी अच्छे काम को करने के लिए सबसे अनुचित समय माना जाता है।
६. शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष क्या है?
चंद्रमा के रोशनी वाले पखवाड़े वाले समय को शुक्ल पक्ष कहा जाता है। यह अमावस्या से पूर्णिमा तक का समय होता है जब चंद्रमा चमकता है। जबकि वह समय जब चंद्रमा अपने रूप को धूमिल करता है उसे कृष्ण पक्ष कहा जाता है। यह अवधि पूर्णिमा से शुरू होती है और नव चन्द्र दिवस पर समाप्त होती है। इनमें से प्रत्येक अवधि में १५ दिन होते हैं जिन्हें क्रमशः शुक्ल पक्ष तिथि और कृष्ण पक्ष तिथि के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा, हिंदू पंचांग की पूर्णिमा तिथि और अमावस्या तिथि जैसी तिथियां हिंदू परंपराओं में सबसे महत्वपूर्ण तिथियां मानी जाती हैं।
म्पनचंग एक ही स्थान पर ज्योतिष, हिंदू कैलेंडर और हिंदू पंचांग की पूरी दुनिया को लाता है।
अपना पासवर्ड भूल गये हैं? |
बता दें कि संदीप अयाची पर ३ अगस्त २०२२ को महिला थाने में दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज हुआ था। एक महिला कॉन्स्टेबल ने फरार टीआई संदीप अयाची पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। फिर दर्ज होने के बाद से आरोपी टीआई फरार है।
पुलिस ने पुलिस के ऊपर ही ईमान घोषित किया है। जी हां अब तक पुलिस फरार आरोपियों पर इनाम घोषित करती थी, लेकिन इस बार पुलिस को पुलिस पर ही ईमान घोषित करना पड़ा हैं।
दरअसल,जबलपुर पुलिस के सामने बड़ी ही अजीबों गरीब स्थिति बनी है बने भी क्यों न जब उसके ही महकमे से कोई दागदार हो जाए। लव स्टोरी, फिर दुराचार के आरोप में जबलपुर के बहुचर्चित थाना प्रभारी संदीप अयाची की गिरफ्तारी पर एसपी ने ५ हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है। पुलिस को पुलिस की गिरफ्तारी के लिए इनाम की घोषणा सुनकर पब्लिक भी हैरान है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार,पीड़ित महिला पुलिस आरक्षक ने पुलिस को बताया कि संदीप अयाची वर्ष २०१८ में जब जबलपुर के गोरखपुर थाने में थाना प्रभारी के पद पर पदस्थ थे उस दौरान उन्होंने उससे दोस्ती की। संदीप अयाची का तबादला पनागर हुआ तो महिला आरक्षक की अक्टूबर २०१८ में पनागर में ड्यूटी लगाई गई थी। इस दौरान थाना प्रभारी संदीप उसे अपने साथ एक होटल ले गया और जहां पर शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला नव आरक्षक ने संदीप अयाची के खिलाफ कटनी एसपी से भी शिकायत की थी, पर बाद मे शिकायत को वापस ले लिया। करीब एक साल पहले जबलपुर कोतवाली पुलिस के सामने टीआई संदीप अयाची को पिता तुल्य बताने वाली महिला आरक्षक ने एक बार फिर संदीप अयाची पर दुष्कर्म के आरोप लगाए हैं। महिला की शिकायत पर महिला थाने में मामला दर्ज किया गया। अब एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने टीआई संदीप के खिलाफ ५ हज़ार का इनाम घोषित किया है।
पांच साल पहले टीआई संदीप अयाची गोरखपुर थाने में पदस्थ थे। इसी दौरान पुलिस लाइन में पदस्थ २५ वर्षीय महिला आरक्षक की भी गोरखपुर थाने में तैनाती की गई थी। एक थाने में रहते हुए महिला आरक्षक की टीआई से अच्छी जान पहचान हो गई। टीआई जब भी किसी कार्रवाई के लिए निकलते थे तो महिला आरक्षक उनके साथ मौजूद रहती थी। इसी कारण दोनों में नजदीकियां हो गईं। लेकिन कुछ दिनों बाद टीआई का तबादला पनागर थाने में कर दिया गया।
इसके बाद महिला आरक्षक की ड्यूटी पनागर मे लगी।इसी दौरान थाना प्रभारी संदीप अयाची उसे बहला फुसलाकर सोनिया पैलेस होटल में ले गया और शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। इसके बाद टीआई लगातार उसका दैहिक शोषण करता रहा। महिला आरक्षक जब शादी करने के लिए कहती तो टीआई उसकी बात को टाल देते थे। २०२२ में शादी करने के लिए राजी नहीं होने पर महिला आरक्षक ने बीते माह जनवरी में जबलपुर के कोतवाली थाने पहुँचकर काफी हंगामा मचाया था।
महिला आरक्षक के हंगामे के बाद टीआई संदीप अयाची ने झांसा देकर उसकी माँग में सिंदूर भर दिया था। तब कहीं जाकर महिला आरक्षक शांत हुई थी, लेकिन इस घटना के बाद टीआई ने महिला आरक्षक से पल्ला झाड़ना शुरू कर दिया। महिला आरक्षक के विरोध जताने के बाद अयाची उसे प्रयागराज ले गए, जहाँ फिर से उसकी माँग में सिंदूर भरकर विवाह कर लिया, लेकिन पत्नी के रूप में उसे साथ में नहीं रखा। अयाची के इस बर्ताव से परेशान होकर वह पुलिस अधिकारियों के पास पहुँची थी। तब यह बात वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आई और तत्कालीन कटनी एसपी ने उन्हें बरही थाने से हटाकर कटनी लाइन में भेज दिया था।
नो१ पुलिस डॉट कॉम ( वेब न्यूज पोर्तल ) का उद्देश्य पुलिस विभाग की उभरती हुई सुधरती छवि को जनता तक पहुँचाना है साथ ही आमजन की आवाज़ को पुलिस विभाग तक पहुँचाना है। आमजन को भी ये समझने की जरूरत है कि पुलिस भी हम में से ही समाज का हिस्सा है। क्योंकि पुलिस महासागर के समान है, अगर महासागर की कुछ बूंदें मैली है तो इसका मतलब ये नही की सम्पूर्ण महासागर मैला है। साथ ही आमजन को पुलिस के इस दर्द को भी समझना जरूरी है कि बहुत ही सीमित संसाधनों में दिन रात अपने प्रियजनों से दूर रहकर त्योहारों में भी बेहतर से बेहतर पुलिसिंग हमें उपलब्ध करायी जाती है। जब हम त्योहारों में अपने परिवार के साथ उत्सव मनाने में व्यस्त होतें है। उस समय मे भी पहले से दुगनी ड्यूटी के साथ दिनरात मुस्तैदी से हमारी सुरक्षा के लिए अपने सुखों का त्याग करतें है। इसलिए ये कहना गलत नही होगा कि पुलिसवालों के लिए कोई दिन खास नही होता क्योंकि इनका कभी अवकाश नही होता। इन विषम परिस्थितियों में कभी-कभी कुछ कठोर कदम भी उठाने पड़तें है ऐसी स्थिति में पूरा दोष पुलिस विभाग पर मढ़ देना उचित नही है। आज के युग मे पुलिस की आवश्यकता सभी को है पर, पसंद किसी को नही आज हम सभी को मिलकर एक नई सोच की सुरुआत करने की अत्यंत आवश्यकता है। |
होली की पूर्व संध्या पर सीओ क्राइम /गोरखनाथ प्रवीण सिंह ने क्राइम ब्रांच की टीम के साथ मदद सेवा संस्थान के बच्चों के साथ होली खेली,
सिरजम गांव की आबादी लगभग १३ हजार की है। कहने को तो यह ग्राम पंचायत ब्लाकक्षेत्र का दुसरा बड़ा गांव है। लेकिन सुविधाओं के नाम पर शून्य। इस ग्राम पंचायत को जोड़ने वाले सभी मार्ग खडन्जे में तब्दील है। इस गांव की विभिन्न सड़कों से सिरजमदेई, मठवालगिर चौराहा, लखनचन्द, चरियांव, केशवबारी, करजहां, खैरा बलुआं, सोहसा आदि गांवों तक की यात्रा की जाती है। गांव के धीरेन्द्र मणि त्रिपाठी, अखिलेश मणि शाण्डिल्य, सिंघासन कुशवाहा, विक्की, विशेश्वर मणि, राकेश मणि, बाबूलाल गुप्ता, मुन्ना सैनी, सूरज यादव समेत दर्जनभर लोगों ने जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी को शिकायती पत्र देकर मार्ग का उच्चीकरण कराकर आरसीसी सड़क निर्माण कराने की मांग की है। जिसकी दर्जनों बार उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के बाद थक चुके गांव वालों का कहना है कि बरसात में यह सड़क खेत में तब्दील हो जाती है। १० दिन के भीतर निर्माण कार्य शुरु नही हुआ तो सड़क के बीचों बीच धान के फसल की बुआई करेंगे।
सिरजम गांव की सड़क की समस्या संज्ञान में आया है। जिसकी जांचकर जेई आरईएस से निर्माण कार्य के लिए स्टीमेट तैयार कराकर उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
कुशीनगर:छ:माह पूर्व डीजे की दुकान हुए चोरी का पर्दाफाश नही कर सकी पुलिस।
छ:माह पूर्व डीजे की दुकान हुए चोरी का पर्दाफाश नही कर सकी पुलिस।
छ:माह पूर्व डीजे की दुकान मे हुए चोरी का पर्दाफाश नही कर सकी पुलिस।
कुशीनगर।जनपद के अहिंरौली बाजार थाना अंतर्गत जगदीशपुर से रेलवे क्रासिंग के तरफ जाने वाली पीच मार्ग स्थित डीजे के दुकान में हुई चोरी की घटना के बाद भी पुलिस मामले का पर्दाफाश नहीं कर पाई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बरडीहा निवासी रितेश सिह जो जगदीशपुर मुख्य मार्ग से बरडीहा रेलवे क्रासिंग के तरफ़ जाने वाली मार्ग पर डीजे की दुकान चलाते हैं।
छ:माह पूर्व ताला तोड़कर हुए लाखों की चोरी का पुलिस अब तक पर्दाफाश नही कर पाई जिससे पुलिस के कार्यप्रणाली पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे। लोगों का कहना है कि पुलिस रात्रि में गश्त कर रही है फिर भी क्षेत्र में चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही है जो कहीं कहीं पुलिस की भारी लापरवाही का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त थाना क्षेत्र बरडीहा गांव निवासी रितेश सिह पुत्र रविन्द्र सिंह के डीजे की दुकान में बीते दिनांक २९ जून २०२२ की दुकान के पीछे से खिड़की के रास्ते घुसकर तकरीबन ७० हजार रुपए के कीमती मिक्सर मशीन और अन्य सामान की चोरी कर फरार हो गए।सूचना पर मौके से पहुंची पुलिस ने चोरी की घटना का जायजा लिया और कार्रवाई का आश्वासन दिया।ताज्जुब इस बात कि है कि घटना को छ: माह बीत गए लेकिन पुलिस अबतक चोरों का सुराग नही लगा पायी है जिससे क्षेत्र में चोरों के हौसले बुलंद हो गए है।जब चाहे छोटी-बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे है।
तरकुलवा (देवरिया)। स्थानीय विकास खंड के कंचनपुर तिराहे पर हिंदू युवा वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष नीरज श्रीवास्तव की अगुआई में आयोजित होली मिलन समारोह को संबोधित करते हुए रामपुर कारखाना के नवनिर्वाचित विधायक सुरेंद्र चौरसिया ने कहा कि होली मिलन समारोह आपसी भाईचारे का संदेश देता है । आज इसी का परिणाम है कि यहां पर इतना उत्साह के साथ लोग आए हैं । लोगों का उत्साह यह सिद्ध करता है कि उत्तर प्रदेश की सरकार सबका साथ, सबका विकास के साथ काम किया है। एक बार पुनः आप सभी के आशीर्वाद से प्रदेश में दूसरी बार योगी आदित्यनाथ जी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। जिसके कारण अब लोगों को किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा। हर हाथों को काम मिलेगा तथा उनके चेहरे पर मुस्कान होगी। इस आशा और विश्वास के साथ आप सभी ने मुझे लखनऊ की महापंचायत में विधायक के रूप में चुन कर भेजा है। उसी विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। आप सभी के सम्मान की रक्षा होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष दीपक जायसवाल और संचालन नीरज श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रवीण प्रताप मल्ल, अजीत सिंह, मंडल अध्यक्ष पंकज सिंह, रोहित राय, मनोज भारती, सोनू गोंड़, जगदीश शर्मा, संजय श्रीवास्तव, रविंद्र शर्मा, रविंद्र प्रताप शर्मा, सत्य प्रकाश पांडेय, रविंद्र पांडेय, जेपी कुशवाहा, गंगा सागर यादव, जितेश पांडेय, अरुण मिश्रा, सहित सैकड़ों की तादाद में हिंदू युवा वाहिनी व भाजपा के कार्यकर्ता शामिल रहे। |
रीजेंट एक निजी उच्च शिक्षा संस्थान है, जो हमारे मुख्य कार्यालय के साथ केंद्रीय व्यापार जिले और डरबन के औद्योगिक केंद्र के केंद्र में स्थित है, जो दक्षिण अफ्रीका के पूर्वी समुद्री तट पर सबसे व्यस्त बंदरगाह शहरों में से एक है। र्ब्स दक्षिण अफ्रीका के सभी प्रमुख शहरों में शिक्षा केंद्रों के साथ एक प्रमुख निजी उच्च शिक्षा प्रदाता के रूप में गहराई से सन्निहित है, दक्षिण अफ्रीका, एसावातिनी और नामीबिया। संस्थान ने ऑनलाइन व्याख्यान, वेबिनार और ट्यूटोरियल के माध्यम से छात्रों का समर्थन करने के लिए दूरस्थ शिक्षा मॉडल को अनुकूलित किया है।
पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीकी प्रबंधन संस्थान (ईएसएएमआई) एक अंतर सरकारी क्षेत्रीय प्रबंधन विकास केंद्र है। ईएसएएमआई का हेड ऑफिस अरुशा, तंजानिया में स्थित है।
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आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : २४ नवम्बर २०२२ : बिक्रमगंज । बिस्कोमान भवन बिक्रमगंज एवं बिस्कोमान कृषक सेवा केंद्र काराकाट में बुधवार एवं गुरुवार को सुबह से ही खाद लेने के लिए किसानों का सैलाब उमड़ पड़ा । किसानों की भीड़ देख बिस्कोमान के कर्मियों और तैनात कृषि विभाग के कर्मियों के हांथ पांव फूलने लगे । अंततः पुलिस ने कमान संभाला इसके बाद खाद का वितरण शुरू हुआ । स्थानीय बिस्कोमान के प्रबंधक देवेश कुमार और बिस्कोमान कृषक सेवा केंद्र काराकाट के प्रबंधक आलोक कुमार सिन्हा ने बताया कि खाद का वितरण कृषि विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में किया जा रहा है । बिस्कोमान कृषक सेवा केंद्र काराकाट के प्रबंधक श्री सिन्हा ने बताया कि बुधवार को ३०६ किसानो को खाद वितरण किया गया । खबर लिखे जाने तक गुरुवार को समय ११ बजे तक १०१ किसानों को खाद वितरण किया गया था । साथ ही खाद वितरण करने की प्रक्रिया चल रही थी । श्री सिन्हा ने कहा कि एनपीके इफको खाद सभी किसानों को १४७० रुपये के हिसाब से प्रति बैग दिया जा रहा है । |
१८८१ में भारतेंदु हरिश्चंद्र का ताजा नाटक 'अंधेर नगरी' काशी की जानी-मानी नाटक संस्था नेशनल थियेटर (जिसके संरक्षक खुद भारतेंदु थे) की रंगमंडली द्वारा काशी के दशाश्वमेध घाट पर खेला गया।
नाट्य में वाचिक अभिनय का महत्त्वपूर्ण स्थान है इसे नाट्य का शरीर कहा गया है, क्योंकि नाटककार इसी के माध्यम से अपनी कथावस्तु को दर्शकों के सम्मुख प्रस्तुत करता है। नाट्यशास्त्र में वाचिक अभिनय के अन्तर्गत ही षट्त्रिंशत् लक्षण वर्णित है। इनकी संयोजना से वाणी में वैचित्र्य की सृष्टि होती है, जिससे प्रेक्षागृह में बैठे दर्शक विस्मित तथा आनन्द विभोर हो जाते हैं। भरतमुनि ने नाट्यशास्त्र के १६ वें अध्याय में ३६ लक्षण बताया है। इन्हीं लक्षणों से परवर्ती काल में अलंकारों का भी विकास हुआ। अलंकार काव्य के बाह्य सौन्दर्य को बढाता है तो लक्षण उसके आन्तरिक सौन्दर्य में वृद्धि करता है। प्रस्तुत शोध प्रपत्र के माध्यम से नाट्यशास्स्त्र में निरूपित लक्षण एवं इसके स्वरूप तथा नाट्य में इसकी उपयोगीता को बताया गया है। |
दिल्ली एक्सिस पॉलिसी: शराब घोटाले केस में अब एड का बड़ा एक्शन, सिसोदिया के करीबी समीर महेंद्रू गिरफ्तार, अगला नंबर किसका?
दिल्ली एक्सिस पॉलिसी: वहीं कथित शराब घोटाले में हुई गिरफ्तारी को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। भाजपा और आम आदमी पार्टी कथित शराब घोटाले को लेकर आमने सामने आ गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तारी करने की तैयारी हो रही है।
वहीं कथित शराब घोटाले में हुई गिरफ्तारी को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। भाजपा और आम आदमी पार्टी कथित शराब घोटाले को लेकर आमने सामने आ गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तारी करने की तैयारी हो रही है। केजरीवाल ने कहा कि, विजय नायर आप का एक छोटा सा कार्यकर्ता है। हमारा कम्युनिकेशन का काम देखता है। पहले विजय ने पंजाब में बहुत अच्छा काम किया था पंजाब में हमारी सरकार बन गई। अब विजय गुजरात का कम्युनिकेशन संभाल रहा था। उसको इन्होंने गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल ने आगे कहा कि उसने शराब घोटाला किया है। इसके साथ ही उन्होंने आप कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे गिरफ़्तारी के लिए तैयार रहें।
वहीं भाजपा ने हरीश खुराना ने शराब कांड में हुई गिरफ्तारी को लेकर आप पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, विजय नायर और समीर महेंद्रू की गिरफ्तार करना ये दिखाता है कि सीबीआई और ईडी शराब घोटाले के आरोपियों पर शिकंजा कसता जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस मामले में आरोपी नंबर मनीष सिसोदिया भी जेल के पीछे होंगे।
हिमाचल एक्सित पोल २०२२: इस एक्सित पोल में हिमाचल पर आए चौंकाने वाले रूझान, जानिए क्या होगा बड़ा उलटफेर! |
निगेटिव ग्लोबल सेंटीमेंट्स के बीच आज भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट है। सिंगापुरियन एक्सचेंज पर एसजीएक्स निफ्टी में भी गिरावट थी और उसी अनुमान पर ही भारतीय शेयर बाजार की कमजोर शुरूआत हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स ८११ अंक गिरकर ५९,४०० पर कारोबार कर रहा है है। वहीं नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी २३० अंक गिरकर १७६९४ पर है।
आज शुरूआती ५ मिनट में ही सेंसेक्स ५00 से अधिक अंक लुढ़क गया था। निवेशकों की कैपिटल पहले एक मिनट में ही २.७ लाख करोड़ रुपए कम हो गई है। इससे पहले सेंसेक्स आज 49२ अंक नीचे ५9,७31 पर खुला था। खुलते ही पहले मिनट में यह ६०० अंक टूट गया।
सेंसेक्स ने दिन में ५९,३५२ का निचला स्तर और ५९,७८१ का ऊपरी स्तर बनाया। वहीं निफ्टी १७,७६८ पर खुला था। दिन में इसने १७,७९७ का ऊपरी और १७,६७१ का निचला स्तर बनाया।
सेंसेक्स के ३० में से केवल २७ शेयर गिरावट में हैं। जबकि सिर्फ ३ शेयर ही बढ़त में है। वहीं निफ्अी के ५० शेयर्स में से 4३ गिरावट में और ७ बढ़त में कारोबार कर रहे हैं।
निफ्टी के मिडकैप, बैंकिंग, फाइनेंशियल और नेक्स्ट ५० इंडेक्स गिरावट में हैं। निफ्टी के गिरने वाले प्रमुख शेयर्स में हदफ्क, हल हदफ्क बैंक, टेक महिंद्रा, और आयशर मोटर्स हैं। हदफ्क लिमिटेड के शेयर में ३% की गिरावट है। वहीं बढ़ने वाले शेयर्स में हिंडालको, एयरटेल, उपल और सनफार्मा हैं। आज कारोबार के दौरान वोडाफोन आइडिया, रिलायंस, गेल इंडिया, एयरटेल, एनएचपीसी, एनटीपीसी और अडाणी एंटरप्राइजेज जैसे शेयरों पर फोकस रहेगा। |
भागलपुर : वक्त-वक्त की बात है, कभी जगदानंद सिंह के इस्तीफे को लालू प्रसाद यादव ने तकिये के नीचे रख दिया था। आज उसी जगदानंद सिंह के बेटे को एक झटके में इस्तीफा लेकर कैबिनेट से बाहर कर दिया गया। इसी को कहते हैं समय का फेर। तब लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे और आज उनका बेटा तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री हैं। यानि एक पैदान नीचे। चर्चा तो यह है कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ही जगदानंद सिंह के बेटे और बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को फोन कर इस्तीफा देने को कहा था। उसके बाद सुधाकर सिंह ने तेजस्वी यादव को अपना इस्तीफा भेज दिया। बाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वीकार कर लिया।
तटबंध टूटा तो दे देंगे इस्तीफा : कुछ ऐसा ही वाकया आज से ३० साल पहले हुआ था, बस पात्र अलग-अलग थे। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे और जगदानंद सिंह जल संसाधन मंत्री। जगदानंद सिंह के इस्तीफे का वाकया १९९२ का है। उस वक्त बिहार में जनता दल की सरकार थी। विधानमंडल का मानसून सत्र चल रहा था, बिहार विधानसभा में नदियों के तटबंध को लेकर सवाल किए जा रहे थे। उस वक्त जल संसाधन मंत्री जगदानंद सिंह ने सदन में ऐलान कर दिया कि बिहार में अगर कोई तटबंध टूटा तो वो इस्तीफा दे देंगे।
और जगदानंद सिंह ने दे दिया इस्तीफा : बताया जाता है कि जगदानंद सिंह के ऐलान के अगले दिन खबर आई कि उत्तर बिहार में एक तटबंध टूट गया है। बिहार विधानसभा में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ था। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना दिया था। विपक्षी विधायकों ने जल संसाधन मंत्री जगदानंद सिंह से इस्तीफे की मांग करने लगे। हो हंगामे के बाद सरकार ने विधानसभा की कमेटी बनाकर मामले की जांच कराने का ऐलान किया। राजो सिंह के नेतृत्व में जांच समिति गठित हुई। इधर जगदानंद सिंह ने इस्तीफा दे दिया। हालांकि, सरकारी अधिकारियों ने जो रिपोर्ट दी थी, उसमे कहा गया था कि तटबंध में टूट नहीं हुई है, कुछ हिस्से में मामूली कटाव हुआ था।
तब नीतीश ने की थी मध्यस्थता : बताया जाता है कि उस वक्त लालू प्रसाद यादव और जगदानंद सिंह के बीच उपजे विवाद को निपटाने के लिए नीतीश कुमार ने पहल की थी। कहा जाता है कि जगदानंद सिंह के इस्तीफे से लालू प्रसाद यादव बहुत नाराज थे। उनका कहना था कि राय मशवरा किए बिना ही मंत्री का इस्तीफा देना गलत परंपरा की शुरुआत है। लिहाजा न तो उन्होंने इस्तीफा स्वीकर कर राज्यपाल को भेजा और न ही उसे अस्वीकार कर जगदानंद सिंह को मंत्री को कामकाज संभालने को कहा। बहुत दिनों तक ये स्थिति बनी रही। बाद में नीतीश कुमार के कहने पर जगदानंद सिंह को मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया, आपसी बातचीत हुई और इस्तीफा अस्वीकार कर जगदा बाबू को वापस मंत्री का काम संभालने को कहा गया। |
रायपुर। प्रख्यात कवि, आलोचक व वरिष्ठ संस्कृतिविद् अशोक बाजपेई का कहना है कि एक कलाकार को बुद्ध की तरह अपना दीपक स्वयं बनना होता है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी आज के दौर के सबसे बड़े भारतीय हैं और उन्हें जानने और उन पर आधारित कृतियां बनाने के लिए कलाकारों को महात्मा गांधी पर खूब पढऩा चाहिए।बाजपेयी यहां संस्कृति विभाग परिसर आर्ट गैलरी में कला अकादमी छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद द्वारा आयोजित चित्रकला-मूर्तिकला शिविर में निर्मित कलाकृतियों की प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। रविवार की शाम आयोजित समारोह में उन्होंने कलाकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि कई बार कलाकार अपनी कलाकृति में बहुत अधिक विषय को समाहित करने की कोशिश करते हैं या फिर विषय को दोहराने लग जाते हैं, तो कलाकारों को इस स्थिति से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस छत्तीसगढ़ में मेरा जन्म हुआ वहां अनेक विधाओं के कलाकारों को देख कर खुशी महसूस हो रही है।
उल्लेखनीय है कि यह कला शिविर ७ नवंबर को शुरू हुआ था, जिसमें प्रदर्शनी रविवार को लगाई गई। शुरूआत में योगेंद्र त्रिपाठी,अध्यक्ष कला अकादमी छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद छत्तीसगढ़ शासन ने स्वागत उद् बोधन में आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। शिविर में प्रतिभागी वरिष्ठ चित्रकार हुकुम लाल वर्मा, चर्चित चित्रकार अमनुल हक,शिल्पकार राम कुमार इंदौरिया,मूर्ति कला की साधक करुणा सिदार,चित्रकार दीक्षा साहू,चित्रकार जितेंद्र साहू, संदीप किंडो, राजेंद्र ठाकुर, मोहनलाल बराल, मनीषा वर्मा, राजेंद्र सुनगरिया, विपिन सिंह राजपूत, चंचल साहू, श्याम सुंदर सिंह, छगेंद्र उसेंडी, सुरेश कुंभकार, प्रशंसा वर्मा, किशोर शर्मा, धरम नेताम और निखिल।तिवारी की कृतियों को अशोक बाजपेयी ने देखा और अपनी टिप्पणी दी। |
अनूपपुर. अमरकंटक में बर्फानी आश्रम के संचालक महामंडलेश्वर व श्रमिक कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी लक्ष्मण दास बालयोगी के खिलाफ महिला की शिकायत पर दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया है।
महिला ने बताया कि छह वर्ष पहले उसके पति की मौत हो गई थी। दो बच्चों के पालन-पोषण के लिए वह आश्रम के निर्माण में मजदूरी करने जाती थी। ३ महीने निर्माण कार्य के बाद महामंडलेश्वर ने उसे आश्रम में साफ-सफाई कराने के बहाने रख लिया।
इस बीच उससे कई बार दुष्कर्म किया। विरोध करने पर वह महिला के बच्चों को जान से मारने की धमकी देता था। महिला के अनुसार, आरोपी ने उसे अमरकंटक से ४० किलोमीटर दूर बटकी आश्रम में रखा था।
आरोपी यहीं पहुंचकर उसका शारीरिक शोषण करता था। एसडीओपी सोनाली गुप्ता ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। |
थे न्यूज एयर- (चंडीगढ़) एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने अवैध रेत खनन मामले में कम चरणजीत चन्नी के भांजे भूपिंदर हनी को गिरफ़्तार कर लिया है। एड ने भूपिंदर हनी को जालंधर में पूछताछ के लिए बुलाया था, जहां उससे क़रीब ७ से ८ घंटे की पूछताछ की गई। जवाबों से एड संतुष्ट नहीं हुई और उसे गिरफ़्तार कर लिया। उसे रात क़रीब १ बजे मेडिकल जांच के लिए जालंधर अस्पताल ले जाया गया। अब उसे रिमांड में लेकर पूछताछ होगी। हनी को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एड ने १८ जनवरी को भूपिंदर हनी और उसके साथियों के ठिकानों पर मोहाली और लुधियाना में रेड की थी। इस दौरान १० करोड़ कैश, १२ लाख की रोलैक्स घड़ी, २१ लाख का सोना बरामद किया था। एड ने ८ करोड़ हनी के मोहाली के होमलैंड स्थित घर और २ करोड़ उसके पार्टनर संदीप के लुधियाना स्थित ठिकाने से बरामद किए थे। सूत्रों के मुताबिक़ एड की जांच में यह भी सामने आया था कि हनी की साथियों के साथ एक कंसलटेंसी फर्म थी, जिसकी साल २019-२0 की टर्नओवर क़रीब १८ लाख था। इसके बावज़ूद इतनी बड़ी रक़म बरामद हुई।
सूत्रों की मानें तो एड की टीम ने करीब ८ घंटे की पूछताछ में भूपिंदर हनी से कम चन्नी से कनेक्शन के बारे में पूछताछ की। हनी से पूछा गया कि क्या यह रकम उनके मौसा, यानी कम चन्नी ने उनके पास रखवाई थी? या यह अवैध रेत का कारोबार उनके मौसा का है?। हालांकि इसके बारे में हनी से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। भूपिंदर हनी अपने घर से मिले ८ करोड़ के कैश के बारे में भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका।
एड ने दोपहर ३ बजे भूपिंदर हनी से पूछताछ शुरू की, जिसमें एड के वरिष्ठ अफसर मौजूद रहे। इसके बाद एड ने उसे अरेस्ट कर लिया। इस दौरान हनी ने घबराहट की शिकायत की। एड की टीम उसे जालंधर के सिविल अस्पताल ले गई। वहां जांच में वह पूरी तरह फिट मिला। हनी की सभी रिपोर्ट नॉर्मल आईं। इसके बाद एड उसे दफ्तर ले गई और वहां बंद कर दिया।
यह कार्रवाई २०१८ में दर्ज़ हुए अवैध रेत खनन के केस में की गई थी। यह केस तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के हवाई दौरे में अवैध रेत खनन पकड़े जाने के बाद हुआ था। पुलिस ने तब रोपड़ के थाने में इप्क की धारा ३७९, ४२०, ४६५, ४६७, ४६८, ४७१ और माइन्स एक्ट के तहत केस दर्ज़ किया था।
इस मामले में शुरूआती वक़्त में कुदरतदीप नाम के व्यक्ति को आरोपी बनाया गया था। इस मामले में पंजाब पुलिस की कार्रवाई के दौरान ही एड ने भी जांच शुरू कर दी। पूछताछ के बाद एड के हाथ भूपिंदर हनी तक पहुंच गए। इसके बाद १८ जनवरी को एड ने ताबड़तोड़ रेड की। जिसके बाद भूपिंदर हनी और उसके साथियों के ठिकानों से करोड़ों की रिकवरी हुई।
कांग्रेस ६ फरवरी को पंजाब में कांग्रेस का कम चेहरा घोषित करने जा रही है। इसमें नवजोत सिद्धू और कम चरणजीत चन्नी की दावेदारी है। ऐसे में इस कार्रवाई की टाइमिंग को लेकर ख़ूब चर्चा हो रही है। पंजाब कांग्रेस के कम चेहरे की रेस में चन्नी ही सबसे आगे हैं।
गवर्नमेंट श्शमे: खूब चलाएं टीवी, फ्रीज, पंखे, २५ साल तक फ्री बिजली, इस सरकारी स्कीम का ऐसे उठाएं फायदा! |
गसी ड्राइवर रिक्रूटमेन्ट २०२२: भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की तरफ से जीएसआई ड्राइवर भर्ती २०२२ के १३ पदों पर ऑफलाइन आवेदन मांगे गए हैं, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की तरफ से जारी किए गए नोटिस के अनुसार लगभग ऑर्डिनरी ग्रेड ड्राइवर के १३ पदों पर आवेदन मांगे गए हैं जो भी उम्मीदवार इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं उन्हें बता दें कि इन पदों पर ऑनलाइन आवेदन तो नहीं मांगी गए हैं लेकिन ऑफलाइन आवेदन २३ जुलाई २०२२ से शुरू की जा चुके हैं और आवेदन की अंतिम तिथि ४ सितंबर २०२२ रखी गई है जीएसआई ड्राइवर भर्ती २०२२ पदों से जुड़ी जानकारी दे दी गई है।
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया भर्ती २०२२ के ड्राइवर पदों पर जो भी उम्मीदवार आवेदन करना चाहते हैं उन्हें बता दें कि इन पदों का भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की तरफ से ऑफलाइन आवेदन मांगे गए हैं उम्मीदवार ऑफलाइन आवेदन आज २३ जुलाई से ही कर सकते हैं,और आवेदन की अंतिम तिथि ४ सितंबर २०२२ तय की गई है इसके बाद जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया भर्ती २०२२ के पदों पर आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
जीएसआई ड्राइवर भर्ती २०२२ यानी भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण भर्ती २०२२ के पदों पर आवेदन करने वाले युवाओं की योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से उम्मीदवारों के पास दसवीं पास आउट मार्कशीट होना अनिवार्य है इसके अलावा उम्मीदवारों को हैवी वाहन चलाने का ३ साल का अनुभव होना भी अति आवश्यक है साथ ही हैवी ड्राइविंग लाइसेंस होना भी अति आवश्यक है।
जीएसआई ड्राइवर भर्ती २०२२ के पदों पर आवेदन करने वाले युवाओं को बता दें कि इन पदों पर आवेदन करने वाले युवाओं की उम्र सीमा २५ वर्ष से अधिक तय की गई है आपको बता दें कि जिन उम्मीदवारों की उम्र सीमा ४० वर्ष है.उन उम्मीदवारों को सरकारी नियमानुसार उम्र सीमा में छूट दी जाएगी और अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को सरकारी नियमानुसार छूट दी जाएगी और आपकी उम्र सीमा की गणना ५ सितंबर २०२२ के आधार पर की जाएगी।
जीएसआई ड्राइवर भर्ती २०२२ के पदों पर आवेदन करने वाले युवाओं को बता दें कि इन पदों पर भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की तरफ से कोई भी आवेदन शुल्क तय नहीं किया गया है यानी आपको बता दें कि जीएसआई ड्राइवर भर्ती २०२२ पदों के लिए ऑफलाइन आवेदन मांगे गए हैं इस वजह से भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की तरफ से कोई भी आवेदन शुल्क नहीं किया गया है आप बिना आवेदन शुल्क के इन पदों पर आवेदन कर पाएंगे।
ऑर्डिनरी ग्रेड ड्राइवर पदों के लिए जो भी उम्मीदवार आवेदन करना चाहते हैं उन्हें बता दें कि इन पदों के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की तरफ से एक रिटन एग्जाम आयोजित कराया जाएगा रिटन एग्जाम में पास आउट उम्मीदवारों के लिए फिर एक ड्राइविंग टेस्ट आयोजित होगा उसके बाद उम्मीदवारों की डॉक्यूमेंट और मेडिकल टेस्ट करा जाएगा इस प्रकार ऑर्डिनरी ग्रेड ड्राइवर पदों के लिए सिलेक्शन किया जाएगा।
जीएसआई ड्राइवर भर्ती २०२२ के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा आपको बता दें कि ऑफलाइन आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले जारी किए गए ऑफिशल नोटिफिकेशन को ध्यान पूर्वक पढ़ लेना है उसके बाद आपको जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर आपको एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर लेना है और उसका एक प्रिंट आउट निकलवा कर आपको उसे भरना है।
एप्लीकेशन फॉर्म भरने से पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि आपको सबसे पहले एप्लीकेशन फॉर्म में अपनी जनरल डिटेल्स बिल्कुल सही से दर्ज करनी है उसके बाद आपको अपनी पासपोर्ट साइज फोटो और सिग्नेचर कर देने हैं फिर आपको इसके साथ आवश्यक दस्तावेज अटैच करने हैं अब आपको एक लिफाफे में अपने एप्लीकेशन फॉर्म को डालकर सील पैक कर देना है इसके बाद आपको नीचे दिए गए पोस्ट ऑफिस के जरिए ऑफिशल पते पर पहुंचाना होगा इस प्रकार जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया भर्ती २०२२ के ऑर्डिनरी ग्रेड ड्राइवर पदों के लिए आवेदन कर पाएंगे।
जीएसआई ड्राइवर भर्ती २०२२ के पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि ४ सितंबर २०२२ तय की गई है।
जीएसआई ड्राइवर भर्ती पदों पर आवेदन करने की संपूर्ण प्रोसेस और एप्लीकेशन फॉर्म ऊपर प्रोवाइड करा दिया गया है। |
पुलिस ने पिता की तहरीर पर शहजाद, बिलाल, फरमान, दोस्त समीर और हारून व इनकी मां गुलिस्ता, पिता हारून के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
उत्तर प्रदेश के बागपत में नाबालिग से दरिंदगी का मामला सामने आया है। नाबालिग के साथ तीन साल से गैंगरेप और धर्म परिवर्तन के लिए मानसिक उत्पीड़न हो रहा था। प्रेग्नेंट होने पर उसने घरवालों को आपबीती बताई। पीड़िता के पिता की तहरीर पर थाना पुलिस ने आरोपी युवक, उसकी मां और पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
नगर की एक कॉलोनी निवासी व्यक्ति ने कोतवाली में तहरीर दी थी, जिसमें बताया कि तीन साल पहले कॉलोनी के दूसरे समुदाय के लोगों के साथ मिलकर उसने टाइल्स लगाने का काम शुरू किया था। तभी उसकी नाबालिग बेटी को शादीशुदा शहजाद ने अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। अपने घर भी ले जाता था। शुरुआत में तो सब ठीक चला, पीड़िता को लगा कि वह उससे सच में प्यार करता है लेकिन बाद में, शहजाद उसे प्रताड़ित करने लगा। अपने घरवालों के साथ मिलकर उसे जबरदस्ती गोमांस खिलाता और धर्म परिवर्तन के लिए कहता। आरोप है कि उसके घर में ही शहजाद के दोस्त व रिश्तेदारों के लड़कों ने उसके साथ गैंगरेप किया। आरोप है कि जान से मारने की धमकी देते हुए आरोपी शहजाद, उसकी मां व पिता संबंध बनाने पर मजबूर करते थे।
पीड़िता ने दूरी बनानी भी शुरू कर दी थी, लेकिन जब उसे प्रेग्नेंट होने का पता चला तो उसने आरोपी शहजाद को इस बारे में बताया। इस पर आरोपी व उसके परिवार वालों ने अबॉर्शन कराने की भी कोशिश की।
पीड़िता के पिता के मुताबिक, विरोध पर जान से मारने की धमकी देते थे। आरोप है कि गोमांस खिलाकर धर्म परिवर्तन के लिए कह रहे थे। इस काम में आरोपी शहजाद व उसके परिवार वाले भी शामिल थे। एक बार आरोपी की मां ने पीड़िता को कमरे में बंद कर दिया और दुष्कर्म कराया।
पुलिस ने पिता की तहरीर पर शहजाद, बिलाल, फरमान, दोस्त समीर और हारून व इनकी मां गुलिस्ता, पिता हारून के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। शहजाद और उसकी मां गुलिस्ता व पिता हारून को गिरफ्तार कर लिया गया है। |
बिलासपुर।फेडरेशन घोषित हड़ताल के अंतिम दिन २९ जुलाई को जो ज्ञापन कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा सौपा जाना है उसमें २ सूत्रीय मांग डा व ह्रा के अलावा अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण व रसोइया संघ के मांग को शामिल करने कमल वर्मा ने सभी जिला संयोजक को पत्र लिखा है, बड़ी विडंबना है कि शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारी का हड़ताल बीच मे २6 जुलाई को मुद्दे से अलग विषय पर निर्देश जारी होता है, शायद फेडरेशन ने मान लिया था कि महंगाई भत्ता दूर की कौड़ी है, २6 को फेडरेशन ने मांग बदल दिया और २7 जुलाई को मुख्यमंत्री ने यथासमय विचार का बयान दे दिया।
अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ ने कहा कि यह फेडरेशन का मांग पत्र है, प्रदेश के ५ लाख कर्मचारी व अधिकारी को केवल यही बताया गया गया कि २५ से २९ जुलाई तक मात्र २ सूत्रीय डी ए व एच आर ए के लिए हड़ताल है, किन्तु अब डी ए व एच आर ए की मांग फेडरेशन की प्राथमिकता में नही बल्कि अनियमित कर्मचारी व रसोइया के लिए ही अब यह हड़ताल समर्पित है, यह आंदोलन भटक गया है, कर्मचारियो व अधिकारियों के साथ ही फेडरेशन ने अन्य मांग रखकर अन्याय कर दिया है, डी ए व एच आर ए की मांग को फेडरेशन ने स्वयं ही शून्य कर दिया है, केवल २ मांग के लिए ही कर्मचारियो व अधिकारियों को इस हड़ताल में लाया गया था किंतु कर्मचारियो के कठिन व दृढ़ संकल्प के इस हड़ताल का परिणाम फेडरेशन ने शून्य कर धोखा दिया है, हमारे अनिश्चितकालीन हड़ताल को भी इस मांग के जोड़ने के बाद धक्का लगा है।
फेडरेशन से अब ईमानदारी से महंगाई भत्ता का संघर्ष नही होगा क्योकि यह हड़ताल अब अनियमित कर्मचारी व रसोइया की मांग पर बदल दिया गया है। हड़ताल के अंतिम दिन ही अन्य मुद्दे पर मांग कर फेडरेशन ने ५ लाख कर्मचारी व अधिकारी के संघर्ष को मजाक बनाते हुए जाया कर दिया है। |
नई दिल्ली : भारत के लोकप्रिय इंडिपॉप गायक पलाश सेन ने हाल ही में सिंगापुर की बिगो टैक्नोलॉजी लिमिटेड की अग्रणी शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म लाईकी पर अपना नया सिंगल आई लाइक इट लॉन्च किया। यह पहला मौका था जब किसी शॉर्ट वीडियो ऍप पर एक ओरिजिनल गीत रीलीज किया गया और बहुत ही कम समय में इसने एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया । पलाश के नए गीत के लिए बनाए गए हैशटैग #इलीकीट को अब तक इस ऍप पर २०० मिलियन से अधिक व्यूज़ मिल चुके हैं और अभी भी इसे बेहद पसंद किया जा रहा है।
ईशा कोप्पिकर, अनुष्का सेन, तान्या शर्मा जैसे लाईकी के कई चर्चित इंफ्लुएंसर्स ने इस कर्णप्रिय डांस नंबर पर परफॉर्म किया और अपने वीडियोज़ #इलीकीट के तहत् शेयर किए। पलाश खुद भी इसमें शामिल हुए और अपने नवीनतम सिंगल की सफलता का जश्न मनाते हुए एक वीडियो बनाया। इसमें इंडीपॉप दिलों की धड़कन पलाश सेन ने खुद और उनके बैंड यूफोरिया के अन्य सदस्यों कि भूमिका अदा की। यह यूफोरिया के संस्थापक और फ्रंटमैन के प्रशंसकों के लिए किसी शानदार जश्न से कम नही था।
आई लाइक इट को लाईकी पर २८ मई को रीलीज किया गया था। इस गाने में पलाश के बेटे किंशुक सेन तथा लाईकी इंफ्लुएंसर मिली लखमनी ने अभिनय किया है। गीत के संगीत वीडियो को गैर-पारंपरिक तरीके से फिल्माया गया है। इस गीत को देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान शूट किया गया था, ऐसे में किंशुक ने अपने हिस्से का शॉट लॉस-एंजिलिस में शूट किया जबकि मिली ने दिल्ली में वीडियो बनाया। इसके बाद पलाश की टीम ने वीडियो को एडिट और उसका पोस्ट-प्रोडक्शन प्रोसेस किया। यह गीत एक कपल के इर्द-गिर्द मंडराता है जो एक-दूसरे से मिलने के लिए बेताब हैं। एक दिन अहले सुबह मिली के टैक्स्ट मैसेज के बाद दोनों रोमांटिक डेट की तैयारी करने लगे। पूरे वीडियो में उनका उत्साह गजब का दिखा परन्तु अंत में उन्हें मायूसी का भी सामना करना पड़ा।
इस गीत की सफलता पर चर्चा करते हुए पलाश ने कहा, सच कहूं तो मुझे सुखद आश्चर्य हुआ। यह लाईकी और यूफोरिया दोनों के लिए बड़ा जोखिम वाला था क्योंकि पहली बार इस तरह से किसी गीत को रिलीज़ किया गया। पहले तीन दिनों में १७ मिलियन व्यूज़ का आंकड़ा पार होने पर मुझे सुखद आश्चर्य हुआ था और अब यह २०० मिलियन व्यूज़ को पार कर चुका है, जो एक सपना-सा लग रहा है। मुझे गर्व है कि हमने म्यूजि़क बिज़नेस में क्रांतिकारी बदलाव लाया और एक यूनिक मॉडल तैयार किया। मैं अपने सभी प्रशंसकों और निर्माता समुदाय को इस तरह की जबरदस्त प्रतिक्रिया के लिए तहेदिल से धन्यवाद देता हूं। मुझे खुशी है कि हमने युवा कलाकारों और स्वतंत्र संगीतकारों को एक रास्ता दिखाया है, जिन्हें इस रोमांचक मंच और एक मिनट में कहानी कहने की कला के लिए तथाकथित उद्योग से कोई समर्थन नहीं मिलता है। सबसे बढ़कर यह कि मुझे यकीन है कि दर्शक इसे लाईक करेंगे!"
२०१७ में लॉन्च की गई लाईकी ने तेजी से लोकप्रियता के पायदान पर अपना ऊंचा मुकाम हासिल किया है और इसका श्रेय युवा दर्शकों को पसंद आने वाले इसके दिलचस्प कंटेंट को जाता है। ऍप फिल्मों के अलावा कुछ स्वतंत्र तथा उभरते कलाकारों के सिंग्ल्स का भी प्रमोशन करती रही है और इस तरह उन्हें लाखों लोगों तक पहुंच का लाभ दिलाती है। पलाश का नया गीत आई लाइक इट शॉर्ट वीडियो की दुनिया में एक बेहद महत्वपूर्ण उपलब्धि है। |