proverb
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पारा चढ़ना | क्रोधित होना |
उल्लू बोलना | किसी जगह पर एकांत होना या किसी जगह का उजड़ जाना |
नाक का बाल होना | बहुत प्यारा होना |
सिर चढ़ाना | अधिक महत्त्व देना। |
आँख नीली-पीली करना | गुस्सा दिखाना, धमकाना। |
आपे से बाहर होना | सामर्थ्य से अधिक क्रोध प्रकट करना। |
आ धमकना | अचानक आ जाना। |
घाव पूरना/भरना /पूजना | घाव का भर कर सूख जाना। |
सुनते-सुनते कान पक जाना | एक ही बात को सुनते-सुनते ऊब जाना |
पीठ दिखाना | हारकर भागना / पीछे हटना |
गर्दन उड़ाना | सिर काट देना, कत्ल कर देना, करना करना। |
के-के करना | पिल्ले की तरह चीखना |
गोड़ी जमना/लगना | प्रयत्न का सफल होना। |
घी का चिराग (या दीपक) जलाना | कामना पूरी होने पर खुशी मनाना। |
डंका पीटना | प्रचार करना |
मन में बसना | प्रिय लगना। |
खराद पर चढ़ाना | सुधारना, दुरुस्त करना। |
चढ़ बैठना | दाब, हावी हो जाना। |
दाँतों में जीभ-सा रहना | शत्रुओं से घिरा रहना |
इन्द्र की परी | अप्सरा, अति सुन्दरी नारी। |
गला फाड़ना | चीखकर बोलना। |
कलेजा धक-धक करना | भयभीत होना। |
नाक रगड़ना | दीनतापूर्वक प्रार्थना करना। |
आँखें सेंकना | किसी की सुन्दरता देख आँखें जुड़ाना। |
घोड़े बेचकर सोना | बेफिक्र होना |
कागज़ की नाव | अस्थायी या क्षणभंगुर वस्तु। |
मौका हाथ आना | परिस्थिति अनुकूल होना |
अपना-सा मुँह लेकर रह जाना | किसी कार्य में असफल होने पर अपमानित या लज्जित होना। |
दर-दर की खाक छानना/दर-दर-मारा-मारा फिरना | जगह-जगह की ठोकरें खाना |
कुत्ते की मौत करना | बहुत दुर्दशा के साथ मारना। |
तलवार की धार पर चलना | बहुत कठिन कार्य करना |
खाक में मिलना | नष्ट होना, बरबाद होना। |
लकड़ी होना | अत्यन्त दुर्बल होना। |
एक और एक ग्यारह होना | एकता में शक्ति होना। |
घर में डाल लेना | रखैल बना लेना। |
खूँटा गाड़ना | अड्डा बना लेना, जम जाना। |
आँच खाना | ताव आना। |
सनक सवार होना | किसी काम को करने की धुन लग जाना |
शिकस्त देना | पराजित करना |
चिराग तले अंधेरा | महत्त्वपूर्ण स्थान के समीप अपराध या दोष |
कान खड़े होना | होशियार होना। |
नाक-कान काटना | बहुत अधिक अपमानित करना |
सोने की चिड़िया | धनी देश |
आठ-आठ आँसू रोना | बहुत विलाप करना। |
बेवक्त की शहनाई बजाना | अवसर के प्रतिकूल कार्य करना |
आग उठाना | झगड़ा खड़ा करना। |
मन में आशा जगाना | आशाओं से भर देना। |
बैरंग लौटना | खाली हाथ वापिस आना |
सिर पर तलवार लटकना | खतरा होना |
दीन-दुनिया की खबर न होना | संसार का कुछ भी पता न होना |
मन हरा होना | मन का प्रसन्न तथा प्रफुल्लित हो जाना। |
पानी उतारना | इज्जत लेना |
दुनिया से उठ जाना | मर जाना |
थाह मिलना या लगना | भेद खुलना |
दामन छुड़ाना | पीछा छुड़ाना |
सात खून माफ करना | बहुत बड़े अपराध माफ करना |
आँख का परदा उठना | भ्रम दूर होना |
पानी में रहकर मगरमच्छ से बैर नहीं करना | परिस्थिति का ध्यान रखते हुए काम करना। |
तानकर सोना | निश्चित होकर सोना |
प्राण हथेली पर लेना | जान खतरे में डालना |
साँस लेने की फुर्सत न होना | बहुत व्यस्त होना |
खड़ी पछाड़ें खाना | खड़े हो-होकर गिर पड़ना। |
दिल बाग-बाग होना | अत्यधिक हर्ष होना |
फलना-फूलना | तरक्की करना |
हाथ लगना | पाना/प्राप्त करना |
हवा हो जाना | गायब हो जाना |
मन की मन में रह जाना | इच्छा पूरी न होना। |
पाँव फिसलना | गलती होना |
अक्ल के तोते उड़ जाना | होश ठिकाने न रह जाना। |
हाथ मलना | पछताना |
ईंट से ईंट बजाना | सब कुछ नष्ट कर देना। |
उड़ चलना | कुमार्ग पर जाना, इतराना। |
घाव खाना | आहत होना। |
दुम दबाकर भागना | डटकर भागना / चले जाना |
तौबा करना | भविष्य में किसी काम को न करने की प्रतिज्ञा करना |
मोर्चा लेना | मोर्चा विजय कर लेना। |
आँख सुख कलेजे ठंडक | पूर्ण प्रसन्नता। |
चरवी चढ़ना | मोटा होना। |
बाजी ले जाना या मारना | जीतना |
चमड़ी जाए दमड़ी न जाए | बहुत कंजूस होना |
खाट पकड़ना | किसी का इतना बीमार पड़ना कि वह अच्छा हो ही नहीं। |
हक्का-बक्का रह जाना | हैरान रह जाना |
कंठ करना | ज़बानी याद करना, कंठाग्र करना। |
भगीरथ प्रयत्न | बहुत बड़ा प्रयत्न |
मारा-मारा फिरना | दर दर भटकना। |
बिल्ली के गले में घंटी बांधना | कोई खतरनाक या जोखिम भरा काम करना। |
पाँव धोकर पीना | अत्यन्त सेवा-शुश्रुषा और सत्कार करना |
आँखों में धूल झोंकना | धोखा देना। |
उल्टी हवा बहना | उलटी रीति चलना। |
आँखों पर परदा पड़ना | विपत्ति की ओर ध्यान न जाना। |
धूल फाँकना | दर-दर की ठोकरें खाना। |
कान देना | ध्यान देना। |
बुद्धि पर पत्थर पड़ना | अक्क काम न करना |
ऋण चढ़ना | कर्ज़ होना। |
जिरह करना | बहस करना। |
उखाड़-पछाड़ करना | इधर-उधर लगना या उलट-पलट करना। |
वचन से फिरना | अपनी प्रतिज्ञा पूरी न करना। |
समाँ बाँधना | रंग जमाना |
थूक कर चाटना | कह कर मुकर जाना |
आँख को रो बैठना | आँख खो देना। |