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026258baafbc98fe548f9010540f21b16498077d | नई दिल्ली,। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) सोसायटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। बैठक में सीएसआईआर सोसायटी के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन, पीयूष गोयल और जितेंद्र सिंह मौजूद हैं। सीएसआईआर वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत एक सोसायटी है और प्रधानमंत्री सोसायटी के अध्यक्ष हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कानून मंत्रियों और कानून सचिवों के अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- देश के लोगों को सरकार का अभाव भी नहीं लगना चाहिए और देश के लोगों को सरकार का दबाव भी महसूस नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी ने इस मौके पर आगे कहा, 'हमारे समाज की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि वो प्रगति के पथ पर बढ़ते हुए खुद में आंतरिक सुधार भी करता चलता है। हमारा समाज अप्रासंगिक हो चुके कायदे-कानूनों, गलत रिवाजों को हटाता भी चलता है। ' इसके अलावा, हरियाणा के गुरुग्राम के बिलासपुर इंडस्ट्रियल एरिया में ऑटो पार्ट्स बनाने वाली एक कंपनी में आग लग गई। मौके पर दमकल की गाड़ियां मौजूद हैं।
Hindi Breaking News Today Updates;
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिरमौर में आयोजित एक सार्वजनिक रैली में हिस्सा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे। हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज सिरमौर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को होंगे विधानसभा चुनाव होगा और 8 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी।
अमूल ने सभी राज्यों में फुल क्रीम दूध और भैंस के दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर बढाया है। गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड के एमडी आरएस सोढ़ी ने कहा -अमूल ने गुजरात को छोड़कर सभी राज्यों में फुल क्रीम दूध और भैंस के दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है।
JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन(ललन) सिंह के PM मोदी पर पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग वाले टिप्पणी पर BJP सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा - PM मोदी के बारे में ऐसी भाषा का प्रयोग करना शर्मनाक है, नीतीश कुमार जी से मैं पूछूंगा कि आपके राष्ट्रीय अध्यक्ष की यही शालीनता है? आज तक आजाद भारत के इतिहास में किसी ने PM के बारे में इस तरह की बात नहीं की। ये देश के गरीबों और पिछड़ों का अपमान है।
तेलंगाना के टीआरएस के पूर्व सांसद डॉ बूरा नरसैय्या गौड़ ने पार्टी प्रमुख और तेलंगाना के सीएम केसी राव को लिखे पत्र में पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
बैठक में सीएसआईआर सोसायटी के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन, पीयूष गोयल और जितेंद्र सिंह मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) सोसायटी की बैठक की अध्यक्षता की ।
लखनऊ में सीएम योगी ने 12वीं राज्य स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी UPHILEX-2022 के मौके पर कहा- डाक टिकटों का संग्रह एक समय में काफी रुचि का क्षेत्र था। आज यहां 300 से ज्यादा फ्रेम्स लगे हैं। आजादी के अभी तक कौन-कौन से डाक टिकट और कवर जारी हुए हैं उन सबको देखने का अवसर आज मिला है।
कानून मंत्रियों और कानून सचिवों के अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा- युवाओं के लिए मातृभाषा में एकेडमिक सिस्टम भी बनाना होगा, कानून से जुड़े कोर्सेस मातृभाषा में हो,हमारे कानून सरल, सहज भाषा में लिखे जाएं, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के महत्वपूर्ण केसेस की डिजिटल लाइब्रेरी स्थानीय भाषा में हो,इसके लिए हमें काम करना होगा।
कानून मंत्रियों और कानून सचिवों के अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते पीएम मोदी ने कहा- आज जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तब लोकहित को लेकर सरदार पटेल की प्रेरणा हमें सही दिशा में भी ले जाएगी और हमें लक्ष्य तक भी पहुंचाएगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कानून मंत्रियों और कानून सचिवों के अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर भी बल दिया कि देश ने डेढ़ हज़ार से ज्यादा पुराने और अप्रासंगिक कानूनों को रद्द कर दिया है इनमें से अनेक कानून तो गुलामी के समय से चले आ रहे थे।
कानून मंत्रियों और कानून सचिवों के अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- कानून बनाते हुए हमारा फोकस होना चाहिए कि गरीब से गरीब भी नए बनने वाले कानून को अच्छी तरह समझ पाएं। किसी भी नागरिक के लिए कानून की भाषा बाधा न बने, हर राज्य इसके लिए भी काम करे, इसके लिए हमें लॉजिस्टिक और इंफ्रास्ट्रक्चर का सपोर्ट भी चाहिए होगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कानून मंत्रियों और कानून सचिवों के अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- देश के लोगों को सरकार का अभाव भी नहीं लगना चाहिए और देश के लोगों को सरकार का दबाव भी महसूस नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी ने इस मौके पर आगे कहा, हमारे समाज की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि वो प्रगति के पथ पर बढ़ते हुए खुद में आंतरिक सुधार भी करता चलता है। हमारा समाज अप्रासंगिक हो चुके कायदे-कानूनों, गलत रिवाजों को हटाता भी चलता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कानून मंत्रियों और कानून सचिवों के अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा -भारत के समाज की विकास यात्रा हजारों वर्षों की है। तमाम चुनौतियों के बावजूद भारतीय समाज ने निरंतर प्रगति की है। देश के लोगों को सरकार का अभाव भी नहीं लगना चाहिए और देश के लोगों को सरकार का दबाव भी महसूस नहीं होना चाहिए।
JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन(ललन) सिंह ने कहा- 2014 में PM मोदी कह रहे थे वे अति पिछड़ा हैं। गुजरात में अति पिछड़ा नहीं पिछड़ा वर्ग है और ये पिछड़ा वर्ग में भी नहीं थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद इन्होंने अपने समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल कर लिया। ये तो डुप्लीकेट हैं।
दुष्कर्म के दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 40 दिन की पैरोल मिली। गुरमीत राम रहीम बरनावा में डेरा सच्चा सौदा आश्रम पहुंचे।
दिल्ली में जर्मन दूतावास ने जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए साइकिलिंग 4 फ्यूचर कार्यक्रम का आयोजन किया।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में UPSSSC PET परीक्षा में प्रत्येक उम्मीदवार को मेटल डिटेक्टर से स्कैन करने के बाद परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है।
देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है। कोरोना के केस लगातार तीन दिन तक बढ़े, लेकिन शनिवार को मामलों में कमी दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटे में कोरोना के कुल 2430 मामले सामने आए हैं। देश में अब कोरोना के एक्टिव मामले 26,618 हो गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के बड़ियारा और कंबाथी गांव क्षेत्र के बीच बांदीपोरा-सोपोर सड़क पर IED का पता चला। मौके पर बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है। एहतियात के तौर पर सड़क पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
काशीपुर में यूपी पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प में जान गंवाने वाली महिला के पति गुरताज सिंह ने कहा- मेरी पत्नी सरकारी कर्मचारी थी। जो मेरे साथ हुआ किसी और के साथ ऐसा न हो। दोनों राज्यों में BJP की सरकार है। दोनों जगह पुलिस सरकार के अंदर है। मैं सरकार से CBI जांच की मांग करता हूं।
मुरादाबाद पुलिस ने मुठभेड़ के बाद जफर नाम के एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। उस पर एक लाख रुपये का इनाम था। मुरादाबाद के एसपी अखिलेश भदौरिया ने कहा- वह उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के भरतपुर से भाग गया (जहां कुछ दिन पहले यूपी पुलिस उसे गिरफ्तार करने गई थी)।
कर्नाटक में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के 38वें दिन की शुरुआत हलाकुंडी गांव से की। वहीं भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ पार्टी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए।
कर्नाटक में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के 38वें दिन की शुरुआत हलाकुंडी गांव से की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कानून मंत्रियों और कानून सचिवों के अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। दो दिवसीय सम्मेलन की मेजबानी एकता नगर, गुजरात में कानून और न्याय मंत्रालय द्वारा की जा रही है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, इस सम्मेलन का आयोजन गुजरात के कानून और न्याय मंत्रालय ने किया है।
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eb4ae87653ee77a43ef1222293b7853ff02b41baa2d96c318dafcb3296fe5acc | बदलने का एक साधन है"। मार्शल इ. डिमोक के शब्दों में, "अधिकारी तंत्र समाज की ऐसी व्यवस्था है जिसमें संस्थाएँ व्यक्तियों, और साधारण पारिवारिक संबंध को ढाँक देती हैं, एकं विकास की अवस्था है जिसमें, श्रम विभाजन, विशेषीकरण, संगठन, पद-सोपान, नियोजन तथा ऐच्छिक या अनैच्छिक तरीकों से व्यक्तियों के समूह का विभाजन, आज की व्यवस्था है।
अधिकारी तंत्र को सार्वजनिक तथा निजी सेवा में बड़े संगठनों की उत्पत्ति कहा जाता है। अधिकारी तंत्र संगठन अपने व्यवस्थित प्रशासन के कारण चुने हुए नेतृत्व तथा राजा की निरंकुश शक्ति को तोड़ देता है। एक व्यवस्था के रूप में राजनैतिक नेताओं को परामर्श देने में इसे अपनी स्वायत्तता तथा स्वतंत्रता को बनाए रखना है तथा निर्धारित नीतियों का निष्ठापूर्वक कार्यान्वयन करना है। हंस रोज़ेनबर्ग ने लिखा है कि ".. शासन की वर्तमान संरचना का मुख्य भाग है व्यावसायिक प्रशासन की दूर तक फैली हुई व्यवस्था तथा मनोनीत पदाधिकारियों की सोपानात्मक व्यवस्था जिसपर समाज पूरी तरह निर्भर है। चाहे हम बहुत अधिक तानाशाही या निरंकुश व्यवस्था के अंतर्गत जी रहे हों या उदारवादी प्रजातंत्र के अंतर्गत, हम बहुत हद तक किसी न किसी प्रकार की नौकरशाही से शासित होते हैं।'
हरमन फाइनर का कहना है कि अधिकारी तंत्र "स्थायी, वेतनभोगी तथा कुशल अधिकारियों की एक व्यावसायिक संकाय है । "
आर्थर के. डेविस नौकरशाही / अधिकारी तंत्र को संरचनात्मक दृष्टिकोण से देखते हैं। उनके अनुसार नौकरशाही "विशिष्ट पदों का एकीकृत पदसोपान है जिसे व्यवस्थित नियमों, अवैयक्तिक बने बनाए ढांचे से परिभाषित किया जा सकता है जहाँ वैधानिक सत्ता पद में निवास करती है न कि पदधारी में । "
चौंकरशाही प्रशासन की एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें समस्त कर्मचारियों को कार्यालयों के पद- सोपान में संगठित किया जाता है तथा प्रत्येक के पद तथा उत्तरदायित्व का क्षेत्र स्पष्ट रूप से उल्लिखित होते हैं। अधिकारी तंत्र की मुख्य विशेषताओं का उल्लेख करते समय अधिकारी तंत्र का अर्थ और भी स्पष्ट हो जाएगा।
अधिकारी तंत्र की मुख्य विशेषताएँ
पद-सोपान (Hierarchy) : अधिकारी तंत्र में कार्य विशिष्टीकरण पर आधारित होता है, उनकी विशिष्ट स्थिति होती है, कार्य योग्यता प्राधिकार, उत्तरदायित्व तथा दूसरे कार्यों का स्पष्ट विभाजन होता है। प्रत्येक छोटा कार्यालय उच्चतर कार्यालय के नियंत्रण तथा पर्यवेक्षण के अधीन होता है। पदाधिकारी अपने सरकारी कार्यों के लिए उच्चाधिकारी के प्रति उत्तरदायी होता है ।
व्यावसायिक गुण : समस्त पदाधिकारियों में व्यावसायिक गुण होते हैं, जिनके आधार पर नियुक्ति के लिए चुने जाते हैं। उनके चुनाव की योग्य वस्तुनिष्ठ मानदंड के आध निर्धारित होती है। उनके संबंध दूसरों के साथ बड़े ही औपचारिक ढंग के होते हैं तथा सरकारी कर्तव्यों में कार्यान्वयन में भी यही रवैया अपनाते हैं। उन्हें सेवा की पर्याप्त सुरक्षा तथा उन्नति के उचित अवसर के साथ स्थायी जीवनवृत्ति प्राप्त होती है।
नियम तथा कार्यविधियाँ : अधिकारी तंत्र अमूर्त नियमों की अनुरूप व्यवस्था से शासित होता है। सरकारी व्यवहार में उन्हें आचरण तथा अनुशासन के निश्चित नियमों का पालन करना होता है। प्राधिकार का प्रयोग संगठन के विनियमों के अनुसार करना होता है जिसे लिखित, युक्तिसंगत तथा अवैयक्तिक होना चाहिए।
विशिष्टीकरण : सरकारी कार्य निरंतर नियमबद्ध रूप से संगठित होते हैं। ये कार्य कार्यात्मक रूप से भिन्न क्षेत्रों में उप विभाजित होते हैं। प्रत्येक के पास अपेक्षित प्राधिकार तथा अनुमोदन ( sanctions) होते हैं । यह कार्यात्मक विशिष्टता कार्यों को विशिष्टीकरण की ओर अग्रसरित करती है ।
नीति निर्माण :
संरचना और प्रक्रिया - I
संगठनात्मक साधन : संगठन के साधन निजी व्यक्ति के रूप में सदस्यों के साधन से बहुत भिन्न होते हैं। इसका तात्पर्य यह है कि अधिकारियों को सरकारी कर्तव्यों के संपादन के लिए प्राप्त आवश्यक साधनों पर उनका स्वामित्व नहीं होता, किंतु सरकारी साधनों के प्रयोग के लिए उत्तरदायी होते हैं। सरकारी राजस्व तथा निजी आय को कठोरता से अलग रखा गया है।
8.3 अधिकारी तंत्र की बदलती हुई प्रकृति
ब्रिटेन के विख्यात लोक सेवक सर वारेन फिशर ने मंत्री तथा लोक सेवा के संबंधों को निम्नलिखित शब्दों में बताया है, "नीति का निर्धारण मंत्रियों का कार्य है तथा एक बार नीति निर्धारित हो जाए तो इस पर प्रश्न नहीं किया जा सकता तथा लोक सेवक का भी यह असंदिग्ध कर्तव्य है कि वह उन नीतियों को उसी शक्ति तथा सद्भाव से कार्यान्वित करे चाहे वह उससे सहमत हो या न हो । वह स्वयं सिद्ध होती है जिसपर कभी विवाद नहीं उठ सकता। साथ ही यह लोक सेवकों का पारंपरिक कर्तव्य है कि जब निर्णय का निर्धारण हो रहा हो तो अपने राजनैतिक अध्यक्ष (chief) को अपने समस्त अनुभवों तथा सूचना से परिचित कराए तथा इसे बिना पक्षपात के भय से करे, चाहे यह परामर्श मंत्री के प्रारंभ के विचार के अनुरूप हो या न हो। लोक सेवकों को मंत्रियों या अनुभवी अधिकारियों जिनका चुनाव सेवा में उच्च पदों को भरने के लिए किया गया है, के साथ सत्यनिष्ठता, निडरता एवं विचारों तथा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखना अच्छी सरकार के आवश्यक तत्व हैं। यह विचार अधिकारी तंत्र तथा राजनैतिक कार्यपालिका के संबंध को दर्शाता है।
आधुनिक प्रजातंत्र में अधिकारी तंत्र ने ऊंचाई को स्पर्श किया है। इसके आकार तथा कार्यों में अधिकाधिक वृद्धि हुई है। कल्याणकारी राज्य के प्रादुर्भाव ने अधिकारी तंत्र के विस्तार में नए आयामों को जोड़ा है। इस तरह नीति निर्माण में अधिकारी तंत्र की भूमिका की प्रकृति धीरे-धीरे बदल रही है। अधिकारी तंत्र की तटस्थता की संकल्पना भी अपना महत्व खो चुकी है। राजनैतिक तटस्थता का तात्पर्य राजनैतिक कार्य तथा अधिकारी तंत्र के व्यक्तिगत सदस्य के रूप में पक्षपात का अभाव ही नहीं, बल्कि अधिकारी तंत्र को राजनैतिक कार्य पालिका की इच्छानुसार जवाब देना है। इससे उसे कोई मतलब नहीं कि इसका राजनैतिक परिणाम क्या हो सकता है। अब "वचनबद्ध अधिकारी तंत्र" शब्द का तात्पर्य यह नहीं है कि लोक सेवक विशेष व्यक्ति, राजनैतिक व्यक्ति या नेता के प्रति निष्ठा रखता है बल्कि वचनबद्धता का तात्पर्य है - संविधान तथा सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के निहित उद्देश्यों, आदर्शों, संस्थाओं एवं रूपों (Modalities) के प्रति तथा कार्यपालिका द्वारा जारी किए गए विधियों - विनिमयों तथा नियमों के प्रति वचनबद्धता ।
भारतीय संदर्भ में सत्ताधारी दलों के बीच मतों की भिन्नताओं में शिथिलता आई है तथा नीति निर्धारण और कार्यान्वयन के संदर्भ में राजनीतिज्ञों एवं अधिकारी तंत्र के मध्य कार्यों के विभाजन की कठोरता में कमी आई है। नीति निर्धारण की प्रक्रिया अब राजनैतिक कार्यपालिका तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे सराकर के समस्त दायरे में व्याप्त है जिसका परिणाम है ऐसे क्षेत्र तथा नीति का हस्तांतरण जहां राजनैतिक कार्यपालिका उस दृश्य से बिल्कुल ही बाहर होती है। राजनैतिक अधिकारी तंत्र के नेतृत्व की भूमिका समस्त राजनैतिक व्यवस्था में दृष्टिगोचर होती है। अब राज्य के उद्देश्यों में कुछ तरह या दूसरे तरह की वचनबद्धता से बचना कठिन हो गया है। हां आत्म चेतना संबंधी पक्षपात (subjective bias) को कुछ सीमा तक दूर नहीं किया जा सकता।
8.4 नीति निर्माण में अधिकारी तंत्र की भूमिका
नीति निर्माण में अधिकारी तंत्र अपनी भूमिका निम्न तरीकों से निभाती है। यह कार्यपालिका के बृहद नीति क्षेत्र को पहचानने, बड़े नीति प्रस्तावों को तैयार करने,
सामाजिक समस्याएँ, जिनपर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता होती है, के विभिन्न विकल्पों तथा समाधानों का विश्लेषण, मुख्य नीतियों को उपनीतियों में बदलना, कार्य की योजना निर्धारित करना, वर्तमान नीतियों में इसके अनुभव के आधार पर निष्पादन के स्तर पर संशोधन का सुझाव देने में सहायता प्रदान करती है। उनकी भूमिका को तीन बृहद् क्रियाओं में विभाजित कर सकते हैंः सूचना देना, परामर्श देना तथा विश्लेषण करना। आइए उनका संक्षेप में विवेचन करें ।
सूचना देना : नीति निर्माण की तैयारी का मुख्य कार्य अधिकारी तंत्र के द्वारा किया जाता है। नीति मुद्दों को पहचानने तथा नीति प्रस्ताव को आकार देने के लिए वर्तमान समस्याओं के व्यवस्थित विश्लेषण की आवश्यकता होती है। अधिकारी तंत्र समस्या के सार को पहचानने के लिए स्वयं को उपयुक्त आंकड़ों तथा सूचना को एकत्रित करने में व्यस्त रखती है। इसे निर्धारित करना है कि किस प्रकार की सूचना चाहिए, किस हद तक सूचना अर्थपूर्ण या मौलिक है तथा नीति प्रस्ताव के लिए प्राप्त सूचना का उचित उपयोग कैसे किया जा सकता है। जैसा कि हम पिछली इकाई में पढ़ चुके हैं कि सरकार को लोक समर्थन प्राप्त करने के लिए नीति प्रस्तावों को प्रमाणित करना पड़ता है। अधिकारी तंत्र नीति प्रस्ताव को प्रमाणित करने के लिए उपयुक्त आंकड़े प्रस्तुत करती है। उदाहरण के लिए, यदि अधिकारी तंत्र को कृषि विकास के लिए नीति निर्धारण में सहायता करनी है तो उसे देश में पूर्ण खेतिहर भूमि की उपलब्धता, उपलब्ध भूमि के प्रकार तथा गुणवत्ता, कौन-सी फसल अच्छी बोयी जा सकती है, देश में कृषि संबंधी आवश्यकता, सिंचाई सुविधा की उपलब्धता, कृषि उत्पादन के लिए बाजार की शर्ते, देश में खपत का स्तर, निर्यात के संभावित अवसर आदि पर सूचना एकत्रित करना तथा उसे व्यवस्थित करना है। दूसरे शब्दों में, नीति निर्माण में अधिकारी तंत्र की सूचना संबंधी भूमिका नीति प्रस्तावों की व्यवस्थित रचना के लिए वस्तुगत आधार तैयार करने तथा प्रस्तावों को प्रमाणित करने के लिए आवश्यक आंकड़े प्रदान करने से संबंधित है।
परामर्श देना : अधिकारी तंत्र निरंतर नीति प्रस्तावों को प्रमाणित करने तथा उपयुक्त आंकड़े एकत्रित करने में व्यस्त रहता है, इसलिए यह देश में चल रही विभिन्न समस्याओं तथा मुद्दों से घनिष्ठ रूप से जुड़ा होता है। अधिकारी तंत्र को विशेष रूप से सचिवालय स्तर पर सरकार का मस्तिष्क (Think-tank) समझा जाता है। इस संदर्भ में, यह सदैव विभन्न राजनैतिक, सामाजिक तथा आर्थिक समस्याओं पर सोचते रहते हैं। इसी कारण अधिकारी तंत्र नीति निर्माण में परामर्श देने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह राजनैतिक कार्यपालिका को समस्याओं की प्रकृति के बारे में तथा विचार के लिए कुछ मुद्दों को लेने की आवश्यकता के बारे में परामर्श देकर नीति मुद्दों को पहचानने में सहायता प्रदान करता है। यह अपने विचारों को इस ढंग से रचना करती है कि वे राजनैतिक कार्यपालिका के परामर्श के रूप में कार्य करते हैं। ये परामर्श प्रशासकीय दक्षता तथा अधिकारी तंत्र की योग्यता पर आधारित होती है। यह आवश्यक नहीं है कि नीति की
• पहल सदैव राजनैतिक कार्यपालिका ही करे, अधिकारी तंत्र बहुत सारे अवसरों पर राजनैतिक कार्यपालिका को नीति मुद्दे प्रदान करता है। अधिकारी तंत्र के परामर्श देने की भूमिका राजनैतिक कार्यपालिका को वर्तमान समस्या के लिए भिन्न वैकल्पिक समाधान देने से भी संबंधित है।
विश्लेषण करना : जैसा कि पहले बताया गया है, लोक नीति बहुत ही जटिल प्रक्रिया है। अधिकारी तंत्र नीति निर्धारण में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महत्वपूर्ण मुद्दा, जिनपर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता होती है, को पहचानने के बाद, यह निश्चित करना होता है कि ऐसे मुद्दे जीवंत नीतियों को बना सकते हैं या नहीं, अधिकारी तंत्र नीति निर्धारण के लिए लिए गए मुद्दों के गुण-दोषों का विश्लेषण करने में स्वयं को व्यस्त रखती है। यह नीति प्रस्तावों को इसकी जीवन योग्यता (viability), भविष्य में आशा (future prospects), साधनों की उपलब्धता, स्वीकार्यता आदि को ध्यान में रखकर इसका निर्माण तथा पुनर्निर्माण करती है। यह अधिकारी तंत्र का उत्तरदायित्व है कि नीति प्रस्तावों को संविधान के उपबंधों, संसद द्वारा बनाई गई विधियों तथा दूसरे वर्तमान नियम एवं उपनियमों के संदर्भ में विश्लेषित करें। इस तरह अधिकारी तंत्र हो तथा प्रभावशाली नीतियों के निर्माण में सहायता करता है।
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1767c8bad1e0000f4681e0f4a61e06ebabd158f9 | चौतरफा दबाव के बाद झरखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री ने मामले के दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने लातेहार के डीसी को निर्देश दिया कि परिवार की सहमति से कब्र से रामचरण मुंडा के शव को निकालकर दोबारा पोस्टमॉर्टम कराया जाए।
झारखंड के महुआडांड़ प्रखंड के लुरगुमी कला गांव में रामचरण मुंडा नाम के शख्स की भूख से मौत के बाद राज्य की बीजेपी सरकार बुरी तरह घिर गई है। खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू रॉय ने यह कबूल कर लिया है कि जिस शख्स की मौत हुई है, उसे दो महीने से पीडीएस डीलर के द्वारा सरकारी राशन नहीं दिया गया था। पूरे मामले की रिपोर्ट आ गई है। जांच में लापरवाही के आरोप लगे हैं।
चौतरफा दबाव के बाद खाद्य आपूर्ति मंत्री ने मामले के दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने लातेहार के डीसी को निर्देश दिया कि परिवार की सहमति से कब्र से रामचरण मुंडा के शव को निकालकर दोबारा पोस्टमॉर्टम कराया जाए, ताकि मौत का कारण स्पष्ट हो सके। भूख से हुई मौत का मामला गर्माने के बाद राज्य सरकार हरकत में आई है। दबाव के बाद अब सरकार निष्पक्ष जांच का आश्वासन दे रही है। सरकार ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
गौरतलब है कि लुरगुमी कला गांव में 5 जून को 65 साल के रामचरण मुंडा की मौत हो गई थी। उनकी बेटी ने कहा था कि पिता ने 3 दिनों से कुछ नहीं खाया। जैसे ही यह खबर मीडिया में सुर्खियां बनीं दूसरे दिन ही प्रशासन ने उनके घर 50 किलो चावल भिजवाया दिया था। साथ ही प्रशासन ने अंतिम संस्कार के भी पैसे दिए थे। आनन-फानन में जांच कर एसडीओ ने यह बयान भी दे दिया था कि मौत भूख से नहीं हुई, और अब विपक्ष और मीडिया के दबाव के बाद सरकार ने दोबारा मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
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1fce2c381a2d6d0657de9967fc5a6a58af5429e2 | Meerut: दहेज हत्या के आरोप में ससुरालियों को सलाखों के पीछे भिजवाना अब आसान नहीं रहा है, जितना दहेज लेने वाला दोषी है, उतना ही दोषी दहेज देने वाला भी दोषी है। इसी कानून के तहत एक मायके वाले फंस गए हैं। जज ने मायके वालों को भी अभियुक्त बना लिया है, जिसके बाद से मायके पक्ष के लोग भी काफी दहशत में है। वहीं ससुरालियों ने राहत की सांस ली है।
देहली गेट एरिया के रहने वाले विपिन अग्रवाल ने अपने बेटे विपुल अग्रवाल की शादी ख्00म् में जागृति विहार निवासी शिल्पी से की थी। शादी के बाद से ही विपिन और शिल्पी में क्लेश रहने लगा था। रोजाना की मारपीट से तंग आकर शिल्पी ने ख्ख् जून ख्009 को जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद मायके वालों ने दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए ससुराल में हंगामा खड़ा कर दिया था। देहली गेट थाने में शिल्पी के पिता सतेंद्र अग्रवाल ने पति सास, ससुर, ननद और उसके पति के खिलाफ देहली गेट थाने में दहेज एक्ट की धारा ब्98 ए, फ्0ब् बी, फ्ख्फ् आईपीसी व धारा फ्-ब् दहेज अधिनियम में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में भाई विशाल अग्रवाल और सतेंद्र अग्रवाल ने कोर्ट में गवाही दी थी। यह मुकदमा एसीजेएम फर्स्ट कोर्ट में विचाराधीन है। इस मामले में पति विपुल, ससुर विपिन, सास स्वराज अग्रवाल जेल में गए थे। बाद में जमानत पर बाहर आ गए थे। एसीजेएम प्रथम ने मृतक लड़की के पिता सतेंद्र और भाई विशाल को दहेज देने के आरोप में मुल्जिम बना दिया है। जिसके बाद से मायके पक्ष के लोगों में खलबली मची हुई है।
कचहरी के सीनियर एडवोकेट विजय कुमार ने बताया कि यूपी में पहली बार मुकदमा दहेज देने वालों के खिलाफ दर्ज करने के लिए जज ने आदेश दिए हैं। इस प्रकार के मुकदमे कायम होने से दहेज हत्या के होने वाले फर्जी मुकदमों में कमी आएगी। इस प्रकार के मुकदमे कायम होने से लोग फर्जी मुकदमे लिखवाने से डरेंगे। साथ ही कानून का पालन भी होगा। दहेज देने से भी लोग परहेज करेंगे।
एडवोकेट विजय कुमार ने बताया कि दहेज प्रतिषेध धिनियम सेक्सन तीन के तहत दहेज देने वालों के खिलाफ पांच साल या पांच साल से अधिक सजा दी जा सकती है। अभी कोर्ट में क्8 सितंबर ख्0क्ब् की तारीख लगी हुई है, इसके लिए कोर्ट ने सम्मन भी भेज दिया है। तारीख पर नहीं पहुंचने पर गैर जमानती वारंट भी जारी कर दिए जाएंगे। साथ ही क्8 सितंबर को पांच साल की सजा भी कानून का मजाक बनाने वालों पर हो सकती है। इसमें कार्रवाई का प्रावधान पांच साल का है।
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6d60d472cdf11c75f1d9089ef278ca6685d2d02e | इंडिया न्यूज, वाराणसी।
Honorary Fellowship to PM Modi : राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान अकादमी का 61वां वार्षिक सम्मेलन 26 से 28 नवंबर तक बीएचयू में मनाया जाएगा। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के उत्थान और कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फेलो ऑफ मेडिकल साइंसेज (एफएएमएस) देने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा अकादमी की ओर से 52 चिकित्सकों तथा वैज्ञानिकों को फेलोशिप और 106 युवा डॉक्टरों को सदस्यता दी जाएगी। आईएमएस के डीन रिसर्च और सम्मेलन के आयोजन सचिव प्रो. अशोक कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान अकादमी की स्थापना 1961 में की गई थी।
डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन होंगे मुख्य अतिथि (Honorary Fellowship to PM Modi)
अकादमी भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की योजना और प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कृषि विज्ञान संस्थान के शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह में 26 नवंबर को होने वाले उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि तेलंगाना की राज्यपाल और पुंडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन होंगे। विशिष्ट अतिथि केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड और प्रभारी वीसी प्रो. वीके शुक्ला रहेंगे। प्रो. अशोक ने बताया कि आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. बीआर मित्तल सम्मेलन के संरक्षक हैं।
(Honorary Fellowship to PM Modi)
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7eb98e021e6895e789e084cc18d672b7e59ebdfd | ज़ेबरा ट्रेडमार्क से वैलेनोक्स फैशनेबल हैं औरबच्चों के लिए गर्म सर्दियों के जूते। एक बड़ा मॉडल और आकार सीमा, उत्कृष्ट गुणवत्ता और सस्ती कीमतें ज़ेबरा जूते की पसंद को आसान और आनंददायक बनाती हैं।
ज़ेबरा फैक्ट्री 2004 से चल रही हैसाल। आकार सीमा में बच्चों के लिए एक वर्ष से किशोरावस्था के लिए उत्पाद शामिल हैं। मॉडल रेंज किसी भी मौसम और स्वाद वरीयताओं के लिए हर रोज और उत्सव के जूते में समृद्ध है।
ब्रांड "ज़ेबरा" के उत्पादों के निर्माण मेंकेवल पर्यावरण के अनुकूल और प्राकृतिक सामग्री का उपयोग करें। सभी डिजाइन परियोजनाओं और जूता पैटर्न इतालवी कारीगरों द्वारा रूसी उपभोक्ता के लिए अनुकूलित मानकों के लिए डिजाइन किए गए हैं। रूस में आधुनिक उद्यमों में सामग्रियों और सिलाई की प्रसंस्करण की जाती है। तैयार जूते अंतरराष्ट्रीय और रूसी मानकों को पूरा करते हैं।
बच्चों की वैलेंकी "ज़ेबरा"
"ज़ेबरा" से गर्म जूते जितना संभव हो उतना आसान है।और गर्म वह बच्चों के पैर निचोड़ नहीं करती है और रगड़ती नहीं है। सभी मॉडलों में एक इंस्टेप सपोर्ट, एक कठोर पृष्ठभूमि और एक ऑर्थोपेडिक सही इनसोल होता है, जो कि बच्चे के लिए जूते चुनते समय महत्वपूर्ण होता है।
सभी उत्पादों के अनुसार डिजाइन कर रहे हैंबच्चों के पैर की संरचना की रचनात्मक विशेषताएं। सुंदर और सुरुचिपूर्ण जूते सबसे छोटे विवरणों के बारे में सोचते हैं और बच्चे वास्तव में इसे पसंद करेंगे, क्योंकि यह आसान और सुविधाजनक है।
लड़कों के लिए सुंदर और आरामदायक जूते "ज़ेबरा"और लड़कियों बस पोशाक और ले लो। सभी उत्पादों को रूसी क्षेत्रों की जलवायु सुविधाओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बच्चों के लिए मूल जूते नियमों के अनुसार बनाए जाते हैं, और गुणवत्ता में वे अन्य कंपनियों के कई समान उत्पादों से बेहतर होते हैं। जोड़ी की लागत माता-पिता को सुखद आश्चर्यचकित करेगी, फैक्ट्री के अधिकांश मॉडल लाइन "इकोनॉमी +" के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
सर्दियों के जूते "ज़ेबरा" का सोल महसूस किया जाता हैऔर पारंपरिक ऊन, परंपरागत महसूस जूते की विनिर्माण तकनीक दोहराते हैं। एल्यूमीनियम पन्नी की एक विशेष परत वाला एक टैब भी प्रदान किया जाता है, जो ठंड से अतिरिक्त सुरक्षा के रूप में कार्य करता है। जोड़ी में एक उच्च गुणवत्ता वाले झुकाव है, जिपर के चारों ओर विशेष कपड़े की एक पानी की प्रतिरोधी परत भी प्रदान की जाती है।
आंतरिक इन्सुलेट परत न केवल बनाई गई हैचर्मपत्र। निटवेअर एक आधार के रूप में कार्य करता है, जो बेहतर गर्मी प्रतिधारण के लिए अनुमति देता है। अधिकांश मॉडलों में, मोजे और ऊँची एड़ी के जूते विशेष प्रभाव प्रतिरोधी आवेषण से ढके होते हैं जो जूते को गीले होने से रोकते हैं और उन्हें यांत्रिक क्षति से बचाते हैं। वैलेनोक "ज़ेबरा" की बाहरी परत प्राकृतिक महसूस ऊन से बना है। सामग्री को पानी की प्रतिरोधी के साथ इलाज किया जाता है। जूता का घिरा हुआ एकमात्र सतह का पालन करता है, फिसलने से रोकता है और चलते समय आसानी प्रदान करता है।
कुल मिलाकर, ज़ेबरा ब्रांड के जूते सुंदर हैंउच्च गुणवत्ता वाले घरेलू उत्पादों का एक उदाहरण। कंपनी के सामान के लिए बाजार में लंबे और व्यापक रूप से प्रतिनिधित्व किया गया है और पहले ही वफादार ग्राहकों को जीतने में कामयाब रहा है। माता-पिता अपने उत्कृष्ट गुणवत्ता, लालित्य, उचित मूल्य और रूसी बच्चों के आकार सीमा के लिए उपयुक्त घरेलू जूते ब्रांड पसंद करते हैं। बच्चों को बस आरामदायक और सुंदर जूते पसंद हैं, जो पहले मोजे के तुरंत बाद खराब नहीं होते हैं। कंपनी ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए अक्सर सभी प्रकार के प्रचार और छूट की व्यवस्था करती है।
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676d261929bb97c3b1f941d7f49574d6737a8d3d | नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। कोरोना से निपटने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश की राजधानी में ऑपरेशन शील्ड चलाने का ऐलान किया है। इसके तहत बारीकी से कोरोना के मामलों को निपटा जाएगा। इसके साथ ही डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने साफ कहा कि कल हमने आदेश निकाले थे कि हर व्यक्ति जब घर से बाहर निकलेगा तो उसको मास्क पहनना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कई देशों से सीख लेकर दिल्ली सरकार ने भी यह आदेश दिया है। कई देशों में सुनने को मिला है कि अगर सब लोग मास्क पहनना शुरू कर दें तो कोरोना को काफी हद तक पहनने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि मास्क बाजार से खरीदने की जरूरत नहीं है, आप अपने घर में साफ धुला हुआ कपड़ा या रुमाल इस्तेमाल कर सकते हैं। उसे ही बतौर मास्क की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
केजरीवाल चेताया कि पिछले 24 घंटों में अमेरिका में 2000 लोगों की मौत हो चुकी है, इससे हमें सबक लेते हुए इस बीमारी के प्रति अलर्ट हो जाना चाहिए। उन्होंने 71 लाख लोगों को पहले ही राशन दे रहे हैं। जिनके पास राशन कार्ड नहीं थे, उनको भी राशनदेना शुरू किया है। लेकिन क्योंकि पहले कोई व्यवस्था नहीं थी, इसलिए देने में दिक्कत आ रही है।
71 लाख लोगों को हम फ्री राशन दे रहे हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं था उन्हें भी अब हम राशन दे रहे हैं।
71 लाख लोगों को हम फ्री राशन दे रहे हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं था उन्हें भी अब हम राशन दे रहे हैं।
दिल्ली के सीएम ने कहा कि अगले दो-चार दिनों में दिक्कतें ठीक हो जाएंगी, बस थोड़ा सब्र रखिए। आज नहीं तो कल या परसों राशन मिल जाएगा। मैं सबको राशन दिलवा लूंगा, कल हमने एक और आर्डर निकाला। कोई काम धंधा नहीं चल रहा है, इसलिए सरकार को टैक्स आना बंद हो गया है। महीने 2 महीने के बाद सरकार के पास तनख्वाह देने के लिए कहां से रकम आएगी। इसलिए हमने पहला निर्णय यही लिया कि एक तो वेतन और दूसरा कोरोना से संबंधित खर्च के अलावा कोई खर्च नहीं होगा।
इस मुश्किल परिस्थिति में सब लोगों को अपने अपने स्तर पर कुर्बानी करनी पड़ेगी, कटौती करनी पड़ेगी। दिल्ली में 21 ऐसे इलाके की पहचान की गई हैं, जिनमें कंटेंटमेंट लागू किया गया है। कंटेनमेंट मतलब जहां पर हमें कोरोना के कुछ मरीज मिलते हैं तो वहां हम सील कर देते हैं। कंटेनमेंट का मतलब उस इलाके को हमने शील्ड कर दिया। उस एरिया के लोग बाहर नहीं जाएंगे ना ही बाहर वाले अंदर आएंगे।
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80f0a458fec593fa05b7214e12437e96ebad2db1 | कैसे हुई 'शक्तिमान' की मौत?
मार्च महीने में बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान घायल देहरादून पुलिस के घोड़े 'शक्तिमान' की मौत हो गई है.
इस घोड़े को अमरीका से आया कृत्रिम पैर लगाया गया था.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवानंद दाते ने बीबीसी को बताया कि बुधवार को इस घोड़े के घायल पैर की पट्टी बदली जानी थी और इसके लिए उसे एनस्थीसिया (बेहोश करने के लिए) दिया गया था.
इससे घोड़े को शॉक लगा और फिर वो नहीं उठा.
मार्च महीने में इस घोड़े को कथित तौर पर एक बीजेपी विधायक ने ज़ख़्मी किया था. उन्हें गिरफ़्तार भी किया गया लेकिन विधायक गणेश जोशी बाद में ज़मानत पर छूट गए थे.
उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष अजय भट्ट ने शक्तिमान के लिए सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
इससे पहले, शक्तिमान के पैर को आपातकालीन जीवन रक्षक सर्जरी में काटना पड़ा था.
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू ने पैर काटने के फ़ैसले पर कहा था कि घोड़े के घायल पैर में ख़ून का पहुंचना बंद हो गया था और ऐसी हालत में अगर तत्काल टांग नहीं काटी जाती तो घो़ड़े में गैंगरीन फैल जाता.
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5614f78aa66d1bfe6c2938dde8af62144aed99b2 | Ranchi : सीधे मुठभेड़ के बजाय नई रणनीति से सुरक्षाबलों को माओवादी नुकसान पहुंचा रहे हैं. राज्य के भाकपा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों और माओवादी संगठन के कैडरों के बीच मुठभेड़ की घटनाएं कम हुई हैं. कैडर और हथियारों की कमी से जूझ रहे भाकपा माओवादी अब सीधे मुठभेड़ के बजाय पुलिस बलों को नुकसान पहुंचाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. नक्सली अब लैंडमाइंस विस्फोट कर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. पिछले छह महीने के दौरान राज्य के अलग-अलग जिलों में नक्सलियों के द्वारा किए लैंड माइंस विस्फोट में चार जवान शहीद हो गए, जबकि तीन ग्रामीणों की भी लैंड माइंस के चपेट में आकर मौत हो गई. इसके अलावा पांच सुरक्षाबल व ग्रामीण घायल हो गए.
14 जुलाईः गुमला जिले के कुरमगढ़ के सीमावर्ती जंगल मरवा केरागानी जंगल में लैंड माइंस विस्फोट हुआ और इसकी चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत हो गई.
13 जुलाईः गुमला के कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के मरवा जंगल में माओवादियों के द्वारा लगाए गए आइईडी की चपेट में आने से जवान घायल हो गया. घायल जवान को एयर लिफ्ट कर रांची लाया गया.
20 जून 2021: लोहरदगा के पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल में नक्सलियों के बिछाए गए लैंडमाइंस की चपेट में आने से ग्रामीण की मौत हो गई.
4 मार्चः चाईबासा जिले के टोकलो थाना क्षेत्र लांजी पहाड़ी पर नक्सलियों ने पुलिस जवानों पर अत्याधुनिक तरीके से हमला कर दिया था. डायरेक्शनल लैंडमाइन नक्सलियों द्वारा ब्लास्ट किया गया था. जिसमें तीन जवान शहीद हो गए थे.
25 फरवरीः गुमला जिले के कुरूमगढ़ थाना स्थित रोरेद जंगल में भाकपा माओवादियों द्वारा आईईडी बम ब्लास्ट किया गया था. जिससे छापामारी अभियान में निकले सीआरपीएफ के जवान रॉबिन्स कुमार घायल हो गये थे.
27 फरवरी 2021: जिला गुमला थाना क्षेत्र के मड़वा जंगल में आईईडी ब्लास्ट में एक ग्रामीण घायल हो गया. घायल ग्रामीण की पहचान महेंद्र महतो के रूप में हुई है. इसके बारे में बताया गया कि आईईडी की चपेट में आने से उसका एक पैर उड़ गया.
16 फरवरीः लोहरदगा जिले के घोर नक्सल प्रभावित पेशरार प्रखंड के सेरेंगदाग (गम्हरिया) थाना क्षेत्र के चपाल जंगल में आईईडी विस्फोट में पुलिस जवान दुलेश्वर पराश गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें हेलीकॉप्टर से रांची के मेडिका हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
20 जनवरी 2021: चतरा जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के कुल्हैया पंचायत अंतर्गत डुमरिया जंगल में नक्सलियों के लगाए गए आईईडी में हुए ब्लास्ट से एक युवक घायल हो गया.
16 जनवरी 2021: लातेहार-गुमला सीमा पर स्थित गारू थाना क्षेत्र के पंडरा जंगल में माओवादियों के द्वारा लगाए आईडी ब्लास्ट में एक महिला की मौत हो गई,जबकि एक महिला घायल हो गयी थी.
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d6dfc93a9e72b310cc67523ae136e0a2f0bebd55 | सीएम केजरीवाल ने कहा, "हम COVID-19 टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, कल दिल्ली में 71,000 टीकाकरण किए गए थे। "
नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कोरोना (COVID-19) मामलों को बढ़ाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी है कि दिल्ली में कोरोना की चौथी लहर आ चुकी है। इसके बावजूद सीएम केजरीवाल ने लॉकडाउन लगाने से साफ इनकार कर दिया है।
बता दें कि दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना बढ़ रहा है। सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कोरोना संक्रमण के बारे में जानकारी देते हुए कहा है, "पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में कोरोना (COVID-19) मामले बढ़ रहे हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 3,583 नए मामले सामने आए हैं। मामलों में यह वृद्धि अब चौथी लहर है। हम हर संभव उपाय कर रहे हैं, चिंता करने की जरूरत नहीं है। "
उन्होंने आगे कहा, "हम COVID-19 टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, कल दिल्ली में 71,000 टीकाकरण किए गए थे। " सीएम केजरीवाल ने कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के बारे में जाननकारी देते हुए कहा, "16 मार्च को 425 केस थे, आज 3 हजार 583 केस आएंगे। दिल्ली में तेजी के साथ कोरोना मामले बढ़ रहे हैं, जो चिंता की बात है। इस बार की लहर पिछली लहर से कम गंभीर है। ICU में अक्टूबर के मुकाबले आज कम मरीज भर्ती हो रहे हैं, तब 40 मौतें हो रही थीं, आज 10 मौत हो रही हैं। "
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05724207a036cceb40334dcb07cb14a7dd6b622baa07e5f565df3e4e0f914173 | जातियों' के नामसे किया गया है, की व्याख्या के बारेमें ही अनिश्चित है, बल्कि अगर फैसला ठीक है तो, इस शब्दकी अभीतक कोई कानूनी परिभाषा ही नहीं बनी है। यदि यह ठीक है, तो यह समझना कुछ कठिन नहीं है कि इस परिभाषाके अभाव में हरिजनोंके प्रति घोर अन्याय हो सकता है और उससे दुःखदायी परिणाम निकल सकते हैं। इससे तो सवर्णों और हरिजनों, तथा हरिजनों और हरिजनों एवं हिन्दुओं और गैर-हिन्दुओंके बीच बहुत कटुता व लड़ाई-झगड़े पैदा हो सकते हैं। अगर कानून द्वारा अस्पृश्यताको स्थायी नहीं बनाना है, तो यह बहुत जरूरी है कि इस शब्दकी उचित व्याख्या निश्चित करनेकी ओर जनता अपना ध्यान एकाग्र करे । पाठक यदि उक्त मुन्सिफके फैसले के निम्न अंश' को ध्यानसे पढ़ डालें तो वे मेरे अभिप्रायको अधिक अच्छी तरह समझ सकेंगे ।
[ अंग्रेज़ी से ] हरिजन, ३०-९-१९३३
४३. हरिजन छात्रावास
एक हरिजन छात्रावासके संचालकने लिखा है :
यह कोई नई बात नहीं है । हरएक छात्रावास में पाखानेकीसफाई तकका काम विद्यार्थियोंसे कराना चाहिए, इसमें मुझे तनिक भी शंका नहीं । ऐसा करानेसे विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आती। सच पूछा जाये तो इससे तो उनके अध्ययनमें वास्तविकताका योग होता है और उनके स्वास्थ्यकी भी उन्नति होगी; और पैसेकी बचत होती है, सो अलग । परन्तु जो संचालक विद्यार्थियोंमें सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करनेके लोभसे अथवा अपने विद्यार्थियोंके साथ इन बातोंकी चर्चा करने में आलस्य करनेके कारण उन्हें छात्रावासके सारे काम करना नहीं समझाता, वह विद्यार्थियोंकी कोई भलाई नहीं करता । ऐसी मेहनतको विद्यार्थियोंकी शिक्षाका एक अंग समझना चाहिए । पर विद्यार्थियोंसे यह दैनिक काम कराने में एक शर्त जरूरी है । वह यह कि संचालकोंको स्वयं काममें मदद देकर अपना उदाहरण उनके आगे रखना चाहिए । ऐसा किया जाये तो फिर "क्षुद्रताकी भावना बढ़नेका" जरा भी भय नहीं रहेगा । [ अंग्रेजी से ]
१. यहाँ नहीं दिया गया है। निर्णय में कहा गया था : "नगरपालिका अधिनियम में 'दलित वर्ग ' को कोई व्याख्या नहीं दी गई है। अदालतको यह पता नहीं है कि कानून द्वारा जो मान्य हो, ऐसी कोई कानूनी परिभाषा इस शब्दकी है।...
२. इस अंग्रेजी लेखको यद्यपि ३०-९-१९३३ के हरिजन में प्रकाशित किया गया तथापि इसका गुजराती अनुवाद हरिजनबन्धु के २४-९-१९३३ के अंक में पहले ही छाप दिया गया था।
३. पत्र यहाँ नहीं दिया गया है। पत्र लेखकने गांधीजीसे पूछा था कि यदि छात्रावासों में छात्रोंसे बर्तन मंजबाये जायें तो क्या इसमें अनुचित होगा ? | pdf |
d7686adbd1598c37fdfca3b6a835efa5352d3a17 | 4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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c247aa4a63c2fce5db52cac4764eaa2d26296bb7 | भांडेर अनुभाग की ग्राम पंचायत कमलापुरी में ग्रामीणों को सड़क, पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है। गांव की अधिकतर गलियां कच्ची पड़ी है। गांव में पर्याप्त पेयजल की व्यावस्था न होने पर इस भीषण गर्मी में लोग बूंद-बूंद पानी के लिए भटक रहे है। गांव के कई हैंडपंप खराब पड़े है। इन्हें ठीक कराने के लिए स्थानीय लोग कई बार ग्राम पंचायत के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से शिकायत कर चुके है। लेकि न इसके बाद भी अबतक बंद पड़े हैंडपंपों को ठीक नहीं कराया गया। गलियों में पक्की सीसी रोड न होने से घरों का गंदा पानी 24 घंटे रास्ते में भरा रहता है। इससे ग्रामीणों को निकलने में काफी परेशानी होती है। इसी परेशानी से बचने के लिए ग्रामीणों ने खुद ही जागरुक होकर नालियों की खुदाई करना शुरूकर दिया है। ताकि गांव में आने वाले लोगों को कि सी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत कमलापुरी में ग्रामीणों की व्याप्त जनसमस्याओं के निराकरण एवं मूलभूत सुविधाऐं मुहैया कराने के लिए हर बार ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी निभाने के लिए नया जनप्रतिनिधि चुना जाता है। चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधि ग्रामीणों को विकास कार्य कराने के लिए कई आश्वासन देते है। लेकि न जमीनी स्तर पर विकास कार्य शुन्य पडे है। गांव की अधिकतर गलियां कच्ची पड़ी है। नतीजन लोगों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड रहा है। इसी परेशानी को दूर करने के लिए ग्रामीण खुद पत्नी सहित फावड़ा, तसला उठाकर नाली की खुदाई करने में लग गए। यह वाक्या हैं कमलापुरी ग्राम पंचायत के अंर्तगत आने वाले ग्राम काशीपुर कु आं का। गांव में अभी तक सीसी सडक नहीं बनाई गई। तीस साल पुरानी पत्थर की सड़क पूरी तरह उखड़ ? ई। वहीं तीस साल पुरानी नाली भी मिट्टी से पूर्णत? बन्द हो चुकी है। जिससे घरों से निकलने वाला पानी पूरे रास्ते पर फै लता रहता है। इस समस्या से ग्रामीण काफी परेशान है। ग्रामीण इस समस्या को लेकर कई बार सरपंच से शिकायत कर चुके है। लेकि न इसके बाद भी सरपंच ने इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा।
बंद पड़ी नालियों से हो रही परेशानी से बचने के लिए ग्रामीणों ने खुद ही जागरुक होकर नालियों की खुदाई करना शुरूकर दिया है। ताकि स्थानीय एवं बाहर से आने वाले लोगों को कि सी प्रकार की कोई परेशानी न हो। ग्रामीणों का कहना है कि गांव की अधिकतर गलियों में सीसी रोड और नालियों का निर्माण न होने से घरों का गंदा पानी हमेशा बीच रास्ते में भरा रहता है। जिससे लोगों को निकलने में काफी परेशानी होती है। ग्गंदे पानी में मच्छर पनपने के अलावा आस पास के लोगों हमेशा पानी उठने वाली दुर्गंध से काफी परेशानी होती है। इसी परेशानी से बचने के लिए ग्रामीण खुद ही नालियों की ख्ुदाई कर पानी निकासी के इंतजाम कर रहे है।
गांव में नालियों का निर्माण न होने की वजह से हमारे घर के सामने हमेशा गंदा पानी भरा रहता है। जिससे हम लोगों को निकलने में काफी परेशानी होती हैं। हम लोग कई बार सरपंच और सचिव से नाली और सीसी रोड निर्माण की मांग कर चुके है। लेकि न इसके बाद भी सरपंच ने हमारी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया। परेशानी से बचने के लिए स्वयं ही हमने अपनी पत्नी के साथ मिलकर नाली की ख्ुइाई कर दी है। ताकि पानी की निकासी होती रहें।
खूजा। आखिल भारतीय कौरव समाज का आदर्श विवाह सम्मेलन ग्राम गैंथरी की माता मंदिर पर 7 मई मंगलवार को आयोजित कि या जा रहा है। जिसमें आखिल भारतीय कौरव जाग्रति मंच एवं गैंथरी ग्राम के सामाजिक सदस्य और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के कौरव समाज द्वारा बड़ी तैयारी के साथ कि या जाएगा। कौरव समाज के लोगों ने कार्यक्रम में सभी सजातीय भाईयों और क्षेत्र के लोगों से आग्रह कि या गया है कि वह इस सामूहिक विवाह सम्मेलन मे उपस्थित होकर वर -वधु को आशीर्वाद देकर अपना सहयोग प्रदान करे। कार्यक्रम में समाज के पदाधिकारी एवं आयोजक मौजूद रहेंगे।
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33ae7a8655a8fabd44cb0a664cb3b1b87f106b0b | नवी मुंबई नगर निगम (NMMC) के अधिकारी, पिछले कुछ हफ्तों से, जिले में वार्डों को बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं और रिपोर्टों के अनुसार, उसी के बारे में निर्णय मंगलवार, 1 फरवरी, 2022 को घोषित किए जाने की संभावना है।
कहा जा रहा है कि इसके लिए मसौदा तैयार कर लिया गया है और एक बार मंजूरी मिलने के बाद इसे प्रकाशित किया जाएगा। यह प्रस्तावित किया गया है कि जिले में कुल 122 वार्ड होने चाहिए और इसे मौजूदा 111 वार्डों से बढ़ाना होगा, जिससे संबंधित विभाग को मौजूदा वार्डों का सीमांकन करना होगा और नए बनाना होगा।
राज्य चुनाव आयोग द्वारा अतिरिक्त वार्डों की आवश्यकता का सुझाव दिया गया था और एक बार घोषित होने के बाद, नगरपालिका चुनाव 122 वार्डों के अनुसार होंगे। वार्डों को बढ़ाने का निर्णय बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए लिया गया था, जो पिछले 10 वर्षों में जिले भर में काफी बढ़ गया है।
महामारी के कारण नवी मुंबई में नगरपालिका चुनाव 2020 से स्थगित कर दिया गया था, और नागरिक निकाय को मार्च या अप्रैल 2022 में होने की उम्मीद है, और उसी के बारे में अंतिम निर्णय नवी मुंबई महानगरपालिका प्रमुख अभिजीत बांगर द्वारा कई कारकों को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा।
नागरिक निकाय ने दिसंबर 2021 में बेलापुर और ऐरोली निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाताओं के रूप में नए नागरिकों को नामांकित करने के लिए एक अभियान चलाया। हालांकि एक मसौदा मतदाता सूची पिछले साल की शुरुआत में प्रकाशित की गई थी, अधिकारियों ने कहा कि कई नागरिकों के नाम गायब थे और इसलिए चुनाव से पहले अतिरिक्त नामों को शामिल करने के लिए अभियान की योजना बनाई गई थी।
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f02ee32d419d7a2736df2e5324a649bb7720c9d5 | नई दिल्ली। हरियाणा के जींद जिले से हैरान कर देने वाली वारदात सामने आई है। यहां धनोरी गांव में एक शख्स ने अपने भाई की गोली मारकर हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि उसने लड्डू चुराकर खाए थे।
मृतक के पिता ने पुलिस को बताया कि तरसेम और विकास की दादी मंगलवार को एक शादी समारोह में गई थी। वहां से वो लड्डू लेकर आई थीं। दादी ने लड्डू एक संदूक में ताला लगा कर रखा था।
यह बात जब 20 साल के तरसेम को पता चली तो उसने ताला खोलकर लड्डू चुरा लिए। जब तसमेर के चचेरे भाई विकास को पता चला तो वो गुस्से से आगबबूला हो गया और दोनों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। दोनों झगड़ते हुए खेत में चले गए जहां तैश में आकर विकास ने तमसेर के सीने में गोली मार दी।
उसके बाद परिवार के सदस्यों ने विकास को गंभीर हालत में स्थानीय अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने मृतक तरसेम के पिता मिट्ठू लाल की शिकायत के आधार पर आरोपी विकास के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, पुलिस का यह भी कहना है कि हत्या के पीछे कोई और भी वजह हो सकती है जिसकी जांच की जा रही है।
अयोध्या। प्रभु श्रीराम जी नगरी अयोध्या में राम की पैड़ी पर दीपावली के शुभ अवसर पर 24 लाख दीये प्रज्ज्वलित होंगे। इसके लिए डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने कमर कस ली है। कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने बताया कि राम की पैड़ी के सभी घाटों व चौधरी चरण सिंह घाट के सभी चिह्नित स्थानों पर 24 लाख दीये 25 हजार स्वयंसेवकों की मदद से प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए 21 समितियां बना दी गई हैं। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (GBoWR) में नाम दर्ज करने की कवायद की जा रही है।
कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर संयोजकों, सह-संयोजकों व अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। कौटिल्य प्रशासनिक सभागार में कुलपति ने तैयारियों का खाका खींचा व जानकारी प्राप्त की।
प्रो. प्रतिभा गोयल ने बताया कि राम की पैड़ी पर शासन द्वारा 11 नवंबर को 21 लाख दीये जलाने के लिए स्वयंसेवकों की तैनाती पर कार्य शुरू कर दिया गया है। इस संबन्ध में आवासीय परिसर, सम्बद्ध महाविद्यालयों व इंटर कॉलेजों के प्राचार्यों से घाट समन्वयक व स्वयंसेवकों की सूची मांगी जा रही है।
कुलपति ने बताया कि राम की पैड़ी के सभी घाटों एवं चौधरी चरण सिंह घाट के सभी चिह्नित स्थानों पर 24 लाख दीये 25 हजार स्वयंसेवकों की मदद से सजेंगे। उन्होंने बताया कि दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए 21 समितियां बना दी गई। सभी समिति एक दूसरे से सामंजस्य बनाते हुए पिछला रिकार्ड तोड़कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करेगी।
बैठक में वित्त अधिकारी पुणेंदू शुक्ल, कुलसचिव डॉ. अंजनी कुमार मिश्र, परीक्षा नियंत्रक उमानाथ, मुख्य नियंता प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. चयन कुमार मिश्र, डॉ. विजयेंदु चतुर्वेदी, डॉ. रामजी सिंह, डॉ. त्रिलोकी यादव सहित अन्य मौजूद रहे।
दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने अयोध्या के प्रान्तीयकृत दीपोत्सव पर पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि राम की पैड़ी के स्थलों का जिला प्रशासन के समन्वय में निरीक्षण किया गया है। शीघ्र ही मैपिंग का खाका खींच लिया जायेगा। इस बार 47 घाटों पर दीये सजाने व प्रज्ज्वलित करने का कार्य किया जायेगा। सभी समितियां शीघ्र ही कार्यों को अंतिम रूप देना शुरू कर देंगी।
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7abc3bd803c82d3a84d4c3b7ba43fcbb7a352e18 | India China Relation: चीन के हवाले से भारत को लेकर एक ऐसी खबर आई है, जिस पर यकीन होना मुश्किल है। दरअसल, चीन के विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) के उस बयान की तारीफ कर डाली हैं, जिसमें उन्होंने भारत और चीन के रिश्तों पर यूरोप के दबदबे को नकारा था।
By- Election: राजेंद्र नगर सीट पर होने वाले उपचुनाव में अगर आम आदमी पार्टी जीत दर्ज करती हैं तो उससे कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता हैं, लेकिन यदि राजेंद्र नगर के उपचुनाव में 'आप' हार जाती है, तो इससे उनकी छवि पर काफी गहरा प्रभाव पड़ेगा।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट से पता चलता है कि 2015 की तुलना में 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में दागी विधायकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। आम आदमी पार्टी के जीते हुए 62 में से 38 विधायकों (61%) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को कहा कि दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने रामलीला मैदान में रविवार को होने वाले अरविंद केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के शपथग्रहण समारोह में स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को निमंत्रण दिया है। पार्टी ने कहा कि शिक्षक बीते पांच वर्षो में दिल्ली के कायाकल्प के ध्वजवाहक रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषक रतनमणि लाल कहते हैं कि केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में बहुत चालाकी से कैंपेनिंग की। वह वाम या दक्षिण की राजनीति की जगह मध्यमार्गी बनने की कोशिश करते रहे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 'गोली मारो' और 'भारत-पाक मैच' जैसे बयानों ने भाजपा नेताओं को बचना चाहिए था।
दिल्ली में पार्टी की बुरी हार पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सलाह दी है कि पार्टी खुद को निर्ममता से पुनर्जीवित करे अन्यथा कांग्रेस पार्टी अप्रासंगिक होने की संभावना के लिए तैयार रहे।
इस बार केजरीवाल 16 फरवरी को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पिछली बार की तरह इस बार भी दिल्ली के रामलीला ग्राउंड में ही शपथ ग्रहण समारोह होगा, जहां केजरीवाल के साथ-साथ उनके मंत्री भी शपथ लेंगे।
गौरतलब है कि विश्वासनगर विधानसभा सीट से भाजपा के ओम प्रकाश शर्मा ने 65830 वोट हासिल कर जीत हासिल की है। उनके खिलाफ आम आदमी पार्टी ने दीपक सिंगला को उतारा था, जिन्हें 49373 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के गुरचरण सिंह को यहां से महज 7881 वोट मिले हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को हुई मतगणना में आम आदमी पार्टी आप ने भारी जीत दर्ज की है। आप ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 62 सीटें जीती है, जबकि भाजपा महज आठ सीटें जीत पाई है।
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465df2afd538b6a1b21163826d46946b8e1e8035 | कोरोना के कहर से अमेरिका बेहाल है और अब ख़बर आ रही है कि अमेरिकी पॉप सिंगर मैडोना के शरीर में कोरोना एंटीबॉडीज़ मौजूद हैं। खुद सिंगर ने इस बात का खुलासा इंस्टाग्राम के ज़रिए किया है।
इस ख़बर के सामने आने के बाद अब ज्यादा से ज्यादा लोग ये जानने के लिए उत्सुक हैं कि ये एंटीबॉडीज़ हैं क्या? सेंटर फोर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन (सीडीसी), यूएस की माने तो एंटीबॉडी टेस्ट्स का इस्तेमाल यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि कोई व्यक्ति कोविड-19 के संपर्क में है या नहीं। हालांकि ये इम्युनिटी के तौर पर काम करता है या नहीं इसकी कोई पुख्ता रिपोर्ट नहीं है।
ये अमेरिकन पॉप सिंगर सोशल मीडिया पर भी खूब एक्टिव रहती हैं और लगातार कोरोनावायरस को लेकर अपनी तस्वीरें भी शेयर करती रहती हैं। हाल ही में इन्होने एक कोलाज शेयर किया था और कैप्शन में लिखा था कि क्रिएटिव लोग क्वारंटाइन में कभी भी बोर नहीं होते। इस समय का फायदा उठाइए।
यूएसए में कोरोनावायरस से हाहाकार मचा हुआ है। यहां पर 1 लाख 13 हज़ार के करीब लोग कोरोनावायरस से पॉजीटिव पाए गए हैं जिनमें से 65 हज़ार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पूरी दुनिया की बात करें तो स्पेन में 25,100, इटली में 28, 236, यूके में 27,510, जर्मनी में 6,735, फ्रांस में 24, 594, रूस में 1,222, टर्की में 3,258, ईरान में 6,091 लोगों की मौत कोरोनावायरस से हो चुकी है।और पढ़ेंः अमेरिका में लॉकडाऊन के दौरान आमिर खान की 3 Idiots का बजा डंका, हॉलीवुड फिल्मों को पछाड़ा..
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dc7e16be21bdb927720ef59bb8148208b1546722 | क्रिकेट का मैदान हो, टीवी का स्क्रीन या फिर सियासत की पिच नवजोत सिंह सिद्धू हमेशा फ्रंट फुट पर खेलते हैं. अपने बेबाक अंदाज़ से सामने वाले की बोलती बंद करने का हुनर वो बखूबी जानते हैं लेकिन इस बार सिद्धू खुद गुगली में उलझते दिख रहे हैं.
पंजाब सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर विवादों में हैं. हाल ही में उनके टीवी शो में शामिल होने के मुद्दे पर विवाद जारी था, इस बीच इनकम टैक्स का मामला भी सामने आया है. खबर है कि आयकर विभाग ने उनके दो खातों को सीज कर दिया है.
आरोप है कि सिद्धू ने कई चीजों में पूरा टैक्स अदा नहीं किया है. इसमें 2014-15 के रिटर्न में सिद्धू ने जो खर्चे दिखाए हैं उनके बिल पेश नहीं किए थे. सूत्रों के मुताबिक रिटर्न में सिद्धू ने कपड़ों पर 28 लाख, यात्रा पर 38 लाख से ज्यादा, फ्यूल पर करीब 18 लाख, स्टाफ की सैलरी पर 47 लाख से ज्यादा का खर्च दिखाया है.
हालांकि, सिद्धू ने इन आरोपों को नकार दिया है. उनका कहना है कि मेरा इनकम टैक्स पूरी तरह से सही है, पिछले 10 साल से कुछ भी गलती नहीं की है.
अब आयकर विभाग ने सिद्धू को टूक कहा कि या तो वो बिल पेश करें या फिर टैक्स अदा करें. इसे लेकर विभाग की तरफ से सिद्धू को 3 नोटिस भी जारी किए गए. इसके बाद 14 फरवरी को विभाग ने सिद्धू के दो खाते सीज़ कर 58 लाख रुपए की रिकवरी की. हालांकि सिद्धू का दावा ये कि उन पर कोई देनदारी बकाया नहीं है.
गौरतलब है कि नवजोत सिद्धू के टीवी शो में शामिल होने पर अकाली दल ने निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री के पास जनता के लिए समय नहीं है. टीवी शो के लिए समय है. जनता कहां जाए और किससे मिले?
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b204e19a94d817271ce0175153545214e515d08c | 4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है।
विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है।
किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है।
- ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है।
- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
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518c0acfcc347c7b96d1c84c1ada331deac1a851 | Gwalior Drinking Water Problem News: दीपक सविता, ग्वालियर नईदुनिया। गर्मी में जहां अन्य शहराें में पेयजल संकट की स्थिति बन रही है, वहीं ग्वालियर में अब तक ऐसी काेई समस्या नहीं है। यहां पानी ताे पर्याप्त है, लेकिन ड्रिस्ट्रीब्यूशन की गड़बड़ाई व्यवस्था काे सुधारना अफसराें के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इस समस्या के निराकरण के लिए अफसर भी लगातार प्रयास में जुटे हुए हैं। अब गर्मी के प्रकाेप काे देखते हुए पानी की बर्बादी राेकना जरूरी हाे गया है, इसलिए मंत्रियाें काे भी कमान संभालना पड़ रही है। जिससे ड्रिस्ट्रीब्यूशन व्यवस्था काे सुधारा जा सके। साथ ही हर घर तक नियमित पानी पहुंच सके। इसके लिए आज प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने ग्वालियर में जिला प्रशासन, नगर निगम, पीएचई के अधिकारियाें के साथ बैठक की है। बैठक में पूर्व मंत्री एवं लघु उद्याेग विकास निगम की अध्यक्ष इमरती देवी ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि अफसर हमारी सुनते ही नही हैं।
शहर के लिए तिघरा में पर्याप्त पानी है, लेकिन अमृत योजना की लाइनों में परेशानी है। जिससे डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम में थोड़ी परेशानी आ रही है। आज प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सभी मंत्री, जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली है। बैठक के बाद यह जानकारी ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह ताेमर ने पत्रकाराें काे दी। उन्हाेंने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ एवं दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए बयान के सवाल पर कहा कि राजनीति के लिए यह दोनों इस प्रकार के बयान देते हैं। जबकि इस प्रकार के मामलों में राजनीति नहीं समाधान होना चाहिए । जबकि इन दोनों नेताओं के बयान से सौहार्दपूर्ण वातावरण बिगड़ रहा है। बैठक में पानी की समस्याओं को लेकर डबरा विधानसभा क्षेत्र, ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र, ग्वालियर नगर निगम को लेकर सभी जनप्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखीं। बैठक में पूर्व मंत्री इमरती देवी सुमन ने प्रभारी मंत्री से कहा कि भाईसाहब पहले हमारी सुन लो, यहां पर अधिकारी बात नहीं सुनते हैं, इसके कारण जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैठक के दौरान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ,बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल,लघु उद्याेग विकास निगम की अध्यक्ष इमरती देवी ,जिला पंचायत अध्यक्ष मनीषा भुजवल यादव ,पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, मदन कुशवाह, कौशल शर्मा के अलावा नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल ,सीईओ जिला पंचायत आदि मौजूद थे।
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83474d9a1766ea4e96f649c557bb072c221f2693 | Online Fraudsters Arrested in Ujjain: देशभर में ऑनलाइन ठगी करने वाले शातिर बदमाशों को तेलंगाना पुलिस ने उज्जैन में गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने महाकाल मंदिर के समीप एक होटल में शरण ले रखी थी. आरोपियों पर ओटीपी के जरिए करोड़ों रुपये की हेराफेरी का आरोप है.
तेलंगाना पुलिस ने महाकाल मंदिर के समीप स्थित होटल नंदी में छापा मारकर 7 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. बदमाशों द्वारा ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया था. पुलिस को बदमाशों की लंबे समय से तलाश थी. सिटी एसपी पल्लवी शुक्ला ने बताया कि महाकाल थाना पुलिस के सहयोग से तेलंगाना पुलिस ने जिन बदमाशों को गिरफ्तार किया है, वे रवि, अशोक आदि नाम से होटल में रुके हुए थे. सभी आरोपी तेलंगाना पुलिस के सर्विलांस में थे. आरोपियों ने लगभग 3 दिन उज्जैन में गुजारा. इस दौरान भगवान महाकाल के दर्शन भी किए.
वहीं महाकाल थाना प्रभारी मुनेंद्र गौतम ने बताया कि आरोपियों के 3 साथी पहले ही गिरफ्तार हो गए थे, जिसके बाद इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. ऑनलाइन ठगी करने वाले बदमाशों में शामिल कुछ अपराधी दिल्ली के होने की जानकारी मिली है. हैदराबाद के थाने में आरोपियों के खिलाफ साइबर क्राइम का मामला दर्ज हुआ था, इसके बाद से ही लगातार फरार चल रहे थे. महाकाल थाना पुलिस की मदद से तेलंगाना पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे इन शातिर बदमाशों को पकड़ा है.
सिटी एसपी पल्लवी शुक्ला ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद तेलंगाना पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई. सिटी एसपी के मुताबिक आरोपियों द्वारा लोगों से मोबाइल पर ओटीपी पता कर खातों से राशि गायब कर दी जाती थी. इस संबंध में तेलंगाना में वेंकटेश नाम के शख्स ने रिपोर्ट लिखाई थी, जिसके बाद आरोपी पुलिस के रडार पर आए थे.
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9b607374e8e3073c9405d852cf02b45e0aad53cf | Jamia Millia Islamia Violence: दिल्ली पुलिस ने दिल्ली हाई कोर्ट में 15 दिसंबर, 2019 को जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के संबंध में स्वतंत्र जांच और एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग वाली संशोधित अर्जी का विरोध किया है।
हाई कोर्ट में दाखिल दिल्ली पुलिस ने अपने जवाब में कहा कि एक जनहित याचिका किसी तीसरे पक्ष की एजेंसी द्वारा न्यायिक जांच या जांच की मांग नहीं कर सकती है। इससे पहले कोर्ट ने इस मामले में पुलिस से उसका जवाब मांगा था। अब मामले की अगली सुनवाई 12 जनवरी, 2023 को होगी।
इससे पहले इस मामले में न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल और न्यायमूर्ति तलवंत सिंह की खंडपीठ ने पहले कहा था कि इस मामले में कई प्रार्थनाएं निरर्थक हो गई हैं और याचिकाकर्ता मौद्रिक मुआवजे, एसआईटी के गठन आदि की संशोधित याचिका के माध्यम से केवल कुछ प्रार्थनाओं के लिए दबाव बना रहा है।
हाल ही में दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने 15 दिसंबर, 2019 को जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) विश्वविद्यालय में हुई हिंसा से संबंधित याचिकाओं के एक बैच को दूसरी पीठ को स्थानांतरित कर दिया था। पीठ ने यह देखते हुए संबंधित मामलों को स्थानांतरित कर दिया कि न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल की अध्यक्षता वाली पीठ पहले से ही उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा से संबंधित याचिकाओं के एक समूह की जांच कर रही है।
इस मामले में याचिकाकर्ता पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गोंजाल्विस पेश हुए और केंद्र सरकार (दिल्ली पुलिस) की ओर से अधिवक्ता रजत नायर पेश हुए। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता के वकील द्वारा सुप्रीम कोर्ट में यह प्रस्तुत करने के बाद कि मामला दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष वर्षों से लंबित है, दिल्ली उच्च न्यायालय से याचिका पर जल्द सुनवाई करने का अनुरोध किया था।
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3d18b3c099c436d91c7e5f8dfd162d2a96a52c03 | थालास्सेरी में भंयकर गर्मी और भारी बारिश होती है अतः इन दोनों ही मौसम को नकारें। इस जगह को घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून के बाद का और सर्दियों के अंत के बीच ( अक्टूबर से फरवरी ) का होता है। जो भी पर्यटक थालास्सेरी में अपनी सैर के दौरान यहां के स्थानीय त्यौहारों जैसे - ओणम का मजा उठाना चाहते हैं वह अगस्त से सितम्बर के बीच आने का प्लान बनाएं।
थालास्सेरी में गर्मियां, गर्म और शुष्क होती हैं। मार्च के महीने से शुरू होने वाली गर्मी थालास्सेरी में मई के अंत तक पड़ती है। इस सीजन के दौरान तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है। थालास्सेरी की सैर के लिए इस अवधि में आने की सलाह नहीं दी जाती है। जो भी पर्यटक इस मौसम में इस शहर की सैर के लिए आना चाहते हैं वह अपने साथ सूती कपड़ों को लाएं।
केरल के अन्य शहरों की तरह, थालास्सेरी में मानसून की शुरूआत जून से होती है और सितम्बर तक होती है। तटीय रेखा की समीपता के कारण, शहर में भारी वर्षा होती है। मानसून के दौरान पर्यटकों को थालास्सेरी को भ्रमण करने की सलाह नहीं दी जाती है क्यूंकि इस दौरान हर समय चिपचिप करने वाली बारिश होती रहती है ऐसे में पर्यटन स्थलों का लुत्फ उठाना संभव नहीं है।
थालास्सेरी में सर्दियों के दौरान सबसे खुशनुमा और स्वागत करने वाली जलवायु रहती है। दिसम्बर से यहां सर्दियां दस्तक देती हैं और फरवरी तक पड़ती हैं। इस दौरान तापमान 20 डिग्री से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहता है। यह मौसम इस क्षेत्र में किलों, बागानों और ऐतिहासिक इमारतों को भ्रमण करने का आदर्श समय है।
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8e548d297b72c5b13655d36f7ceaf4ef6c84919a | उत्तराखंड में बारिश ने कहर मचा रखा है। इस आपदा से मरने वालों की संख्या बढ़कर 72 हो गई है। राज्य में बाढ़ और भूस्खलन का कहर लगातार जारी है। राज्य सरकार ने रविवार को जानकारी दी कि लगातार हो रही बारिश के कारण चार लोग अब भी लापता हैं। एएनआई रिपोर्ट के अनुसार, 17 से 19 अक्टूबर के बीच आये इस कहर के कारण 26 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है।
लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से राज्य में कई जगहों पर मकान ढह गए हैं, जिससे जान-माल दोनों का नुकसान हुआ है। इन हादसों में अब तक कुल 224 घर इसकी चपेट में आये हैं। वहीं बारिश से प्रभावित उत्तराखंड में अन्य राज्यों के कई लोगों के फंसे होने की खबर है।
इससे पहले शुक्रवार को, राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री राहत कोष (CMRF) के लिए अक्टूबर 2021 के महीने के लिए अपना वेतन देने का निर्णय लिया था। उन्होंने ट्वीट करके इसकी घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, "राज्य में आई प्राकृतिक आपदा को देखते हुए मैंने माह अक्टूबर, 2021 का अपना वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है। इसके साथ ही उन्होंने , "इस संबंध में अपर मुख्य सचिव, सचिवालय प्रशासन विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश भी दे दिए थे।"
दूसरी ओर, उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के अलग-अलग हिस्सों में सर्च और बचाव अभियान जारी है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने राज्य भर में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण फंसे कुल 60 लोगों को सुरक्षित निकला है। एसडीआरएफ की टीम ने बागेश्वर क्षेत्र से पांच शव भी बरामद किए हैं। एसडीआरएफ द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, सुंदरधुंगा ग्लेशियर क्षेत्र से चार लोगों को पहले ही बचाया जा चुका है, जबकि एक लापता है।
17 अक्टूबर से एसडीआरएफ ने राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में बचाव अभियान शुरू किया है। लगातार बारिश के कारण पहाड़ी राज्य में सड़कों, घरों और नदियों में बाढ़ आ गई है, जिससे लोग अलग-अलग स्थानों पर फंस गए हैं।
उत्तराखंड राज्य में बाढ़ और बारिश के कारण गंभीर स्थिति बनी हुई है। कई क्षेत्रों में सर्च अभियान अभी भी जारी है। 19 अक्टूबर को, उत्तराखंड ने बाढ़ से संबंधित मौतों में भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की। नैनीताल, अल्मोड़ा, पौड़ी क्षेत्र, चंपावत, उधम सिंह नगर और बागेश्वर में बाढ़ से 50 से ज्यादा घर तबाह हो गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी देहरादून पहुंचे थे, जहां उन्होंने राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था।
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a0e6f0ed4889a71c96ff85ec1f7dc40cb64acdc2 | अपना एक पुराना देश-भक्ति गीत!
मेरे प्यारे वतन, जग से न्यारे वतन।
मेरे प्यारे वतन, ऐ दुलारे वतन।।
अपने पावों को रुकने न दूँगा कहीं,
मैं तिरंगे को झुकने न दूँगा कहीं,
तुझपे कुर्बान कर दूँगा मैं जानो तन।
मेरे प्यारे वतन, ऐ दुलारे वतन।।
जन्म पाया यहाँ, अन्न खाया यहाँ,
सुर सजाया यहाँ, गीत गाया यहाँ,
नेक-नीयत से जल से किया आचमन।
मेरे प्यारे वतन, ऐ दुलारे वतन।।
तेरी गोदी में पल कर बड़ा मैं हुआ,
तेरी माटी में चल कर खड़ा मैं हुआ,
मैं तो इक फूल हूँ तू है मेरा चमन।
मेरे प्यारे वतन, ऐ दुलारे वतन।।
स्वप्न स्वाधीनता का सजाये हुए,
लाखों बलिदान माता के जाये हुए,
कोटि-कोटि हैं उनको हमारे नमन।
मेरे प्यारे वतन, ऐ दुलारे वतन।।
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"देश-भक्ति गीत" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
"दो हल्की-फुल्की परिभाषाएँ" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
"चलना ही है जीवन!" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
।जीवन पथ पर, आगे बढ़ते रहो हमेशा,
साहस से टल जायेंगी सारी ही उलझन।
नदी और तालाब, यही देते हैं सन्देशा,
रुकना तो सड़ना है, चलना ही है जीवन।।
पोथी पढ़ने से जन पण्डित कहलाता है,
बून्द-बून्द मिलकर ही सागर बन जाता है,
प्यार रोपने से ही आता है अपनापन।
रुकना तो सड़ना है, चलना ही है जीवन।।
सर्दी,गर्मी, धरा हमेशा सहती है,
अपना दुखड़ा नही किसी से कहती है,
इसकी ही गोदी में पलते हैं वन कानन।
रुकना तो सड़ना है, चलना ही है जीवन।।
शीतल-मन्द-सुगऩ्ध बयारें चलकर आतीं,
नभ से चल कर मस्त फुहारें जल बरसातीं,
चलने से ही स्वस्थ हमेशा रहता तन-मन।
रुकना तो सड़ना है, चलना ही है जीवन।।
"श्यामपट (BLACK-BOARD" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
"होली के हुड़दंग मेंःमदन विरक्त" (प्रस्तुति-डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
"स्लेट और तख़्ती" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
।सिसक-सिसक कर स्लेट जी रही,
तख्ती ने दम तोड़ दिया है।
सुन्दर लेख-सुलेख नहीं है,
कलम टाट का छोड़ दिया है।।
दादी कहती एक कहानी,
बीत गई सभ्यता पुरानी,
लकड़ी की पाटी होती थी,
बची न उसकी कोई निशानी।।
फाउण्टेन-पेन गायब हैं,
जेल पेन फल-फूल रहे हैं।
रीत पुरानी भूल रहे हैं,
नवयुग में सब झूल रहे हैं।।
समीकरण सब बदल गये हैं,
शिक्षा का पिट गया दिवाला।
बिगड़ गये परिवेश प्रीत के,
बिखर गई है मंजुल माला।।
"लैपटॉप" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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620a32a6647241db04d3817109a30e187f806a51 | सभी वर्गों के लोगों को एक साथ आने को कहा।
कई जल संरक्षण विशेषज्ञों और आध्यात्मिक गुरुओं ने रविवार को जल संकट के कारण दुनिया भर में अशांति की चेतावनी दी और इसे रोकने के लिए सभी वर्गों के लोगों को एक साथ आने को कहा।
अगले साल होने वाले संयुक्त राष्ट्र जल सम्मेलन से पहले यहां आयोजित एक बैठक में सूखे और बाढ़ पर पीपुल्स वर्ल्ड कमीशन के अध्यक्ष और भारत के 'वाटरमैन' राजेंद्र सिंह ने कहा कि जल संकट के कारण दुनिया भर में अशांति फैल जाएगी और इसे रोकने के लिए सभी वर्गों के लोगों को साथ आना होगा, तभी शांति कायम होगी।
आध्यात्मिक गुरुओं ने सर्वसम्मति से जल संरक्षण और प्रबंधन पर अपने प्रवचनों के माध्यम से समाज को जगाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि विश्व के सभी धर्म ग्रंथों में प्रकृति के संरक्षण को सबसे महत्वपूर्ण बताया गया है।
आयोजकों के एक बयान के अनुसार, धर्मगुरुओं ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत सहित पूरी दुनिया में जल संरक्षण के माध्यम से शांति के लिए सभी को एक साथ आना चाहिए.
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जल और प्रकृति में भारतीय आस्था की रक्षा के लिए धार्मिक नेता और सामाजिक कार्यकर्ता मिलकर काम करेंगे।
बयान में कहा गया है, "विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में जल सुरक्षा के लिए अभियान चलाया जाएगा, भूजल पुनर्भरण के लिए चेतना यात्रा आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी धर्मों के धर्मगुरु नेतृत्व करेंगे। "
हिमालयन रिवर बेसिन काउंसिल की अध्यक्ष इंदिरा खुराना ने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि जलवायु परिवर्तन इतनी जल्दी हम सभी को प्रभावित करेगा, लेकिन जिस तरह से इसका प्रभाव बढ़ रहा है, यह भविष्य के लिए चिंता का विषय है और यह जरूरी भी है. समाज के लिए इसे दूर करने के लिए।
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7051884c644d7cad03fe09663de26e1b5df42e42 | नई दिल्ली/अनिल सागर। दिल्ली के बॉर्डर पर नौ महीने से धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ अब अन्ना हजारे भी दिखाई देंगे। किसान आंदोलन में अन्ना हजारे को लाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसीलिए 12 सितंबर को अन्ना हजारे के गांव रालेगण में किसानों के आंदोलन को मजबूत करने और सबको एकजुट करने के लिए मीटिंग बुलाई गई है।
टीम अन्ना हजारे की राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य व भारतीय किसान यूनियन किसान सरकारके चौधरी भूपाल सिंह काकरान ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि अन्ना हजारे को रालेगण सिद्धि से निकालने और किसानों के हित में खड़ा किया जाएगा।
सहित देश के सभी प्रमुख किसान संगठनों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इस पूरी कवायद में समाजसेवी कल्पना इनामदार की विशेष भूमिका है और किसानों ने अन्ना हजारे को आंदोलन के लिए राजी कर रालेगण सिद्धि से बाहर लाने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है। अब बैठक के बाद अन्ना हजारे की तरफ से औपचारिक घोषणा की उम्मीद की जा रही है।
गौरतलब है कि दिल्ली के सिंघू, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन लंबे समय से जारी है। प्रदर्शनकारी यूनियनों के संयुक्त संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने दावा किया है कि विभिन्न किसान संगठनों, ट्रेड यूनियनों, छात्र संगठनों, बार संघों, राजनीतिक दलों और राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों ने 'भारत बंद' के उसके आह्वान का समर्थन किया।
मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान दिल्ली के सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर करीब चार माह से डेरा डाले हुए हैं। ये किसान तीनों कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं और इन्हें पूरी तरह से रद्द करने और अपनी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दिए जाने की मांग कर रहे हैं। अब तक, प्रदर्शनकारी यूनियनों और सरकार के बीच 11 दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन गतिरोध जारी है क्योंकि दोनों पक्ष अपने अपने रुख पर कायम हैं।
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215b0b065a63a978b60a8cb1ffabde86151527d5 | ऑटोमोटिव वाहनों की एक श्रृंखला "टाइफून" ऑफ-रोड क्षमता वाले बख्तरबंद वाहनों को संदर्भित करती है। इस महीने, सेंट्रल मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट की इकाइयों को इस श्रृंखला से संबंधित नए बख्तरबंद वाहन "टाइफून" और एक बख्तरबंद एम्बुलेंस "लिंजा" प्राप्त हुआ।
एजेंसी कैसे सूचित करती है "Interfax", यह आज सेंट्रल मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट की प्रेस सर्विस में बताया गया।
उन्होंने बताया कि टाइफून बख्तरबंद कारों को समारा क्षेत्र में भेजा गया था, जहां रूसी सशस्त्र बलों की शांति इकाई तैनात है। और चेल्याबिंस्क, नोवोसिबिर्स्क और सेवरडलोव्स्क क्षेत्रों में सैन्य इकाइयों को एक-एक लेंस एम्बुलेंस बख्तरबंद कार मिली। के अतिरिक्त, टैंक चेल्याबिंस्क क्षेत्र में भाग को चार-धुरी कामाज़ के आधार पर बनाए गए ईंधन AC-14-63501 के लिए ऑटोमोबाइल टैंकों से भर दिया गया था।
टाइफून वाहनों ने कवच सुरक्षा बढ़ा दी है और कर्मियों को परिवहन के लिए डिज़ाइन किया गया है। चालक और चालक दल पूरे चौतरफा दृश्य प्रदान करने वाले वीडियो कैमरों की मदद से स्थिति का निरीक्षण कर सकते हैं।
बख्तरबंद कार "टाइफून" के आधार पर बनाई गई बख्तरबंद एम्बुलेंस "लिंजा" की मदद से, युद्ध के मैदान पर सीधे घायलों को खोजना और निकालना संभव है।
पहली बार टाइफून परिवार के बख्तरबंद वाहनों को 2011 में प्रशिक्षण मैदान में प्रदर्शित किया गया था। और 9 मई 2014 को, इन कारों को पहले से ही विजय दिवस के सम्मान में परेड में आम जनता को दिखाया गया था।
- इस्तेमाल की गई तस्वीरेंः
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c6bfbe6de086c56509cd719e1336441074ef0430 | Petrol Diesel Price Today, 14 Dec 2021: 40 दिन हो चुके हैं, पेट्रोल और डीजल की कीमत (Petrol Diesel Price Today) में ऑयल कंपनियों ने कोई बदलाव नहीं किया है। वहीं दूसरी ओर ओमाइक्रोन के असर से क्रूड ऑयल की कीमत (Crude Oil Price) में हल्की गिरावट देखने को मिल रही है।
Petrol Diesel Price Today, 14 Dec 2021, बिजनेस डेस्क। भले ही क्रूड ऑयल की कीमत (Crude Oil Price) में उतार चढ़ाव का माहौल देखने को मिल रहा हो, लेकिन भारत में फ्यूल प्राइस (Fuel Price in India) में कोई असर देखने को नहीं मिला है। 40 दिन हो चुके हैं, पेट्रोल और डीजल की कीमत (Petrol Diesel Price Today) में ऑयल कंपनियों ने कोई बदलाव नहीं किया है। वहीं दूसरी ओर ओमाइक्रोन के असर से क्रूड ऑयल की कीमत में हल्की गिरावट देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि एक दिन पहले नए वैरिएंट की वजह से ब्रिटेन में एक की मौत चुकी है। यह दुनिया का पहला ऐसा शख्स है कि जिसकी कोविड के नए वैरिएंट के कारण हुई है।
आईओसीएल से मिली जाानकारी के अनुसार देश के चारों महानगरों में पेट्रोल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। आज भी वहीं कीमत लागू हैं, जो कि एक दिन पहले सोमवार को लागू थी। दिल्ली में पेट्रोल के दाम 95. 41 रुपए प्रति लीटर पर हैं। वहीं दूसरी ओर कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत क्रमशः 104. 67 रुपए, 109. 98 रुपए और 101. 40 रुपए प्रति लीटर हैं। आपको बता दें कि बीते दिनों दिल्ली में वैट कम होने के कारण पेट्रोल की कीमत में 8. 56 रुपए प्रति लीटर गिरावट देखने को मिली है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने बीते 4 नवंबर 2021 से पेट्रोल और डीजल की कीमत ने कोई बदलाव नहीं किया है।
डीजल की कीमत की बात करें तो लगातार 40वें दिन स्थिरता देखने को मिली है। आईओसीएल से मिली जानकारी के अनुसार देश के चारों महानगरों में डीजल के दाम वही लागू रहेंगे जोकि बीते दिनों से देखने को मिल रहे हैं। आंकड़ों पर बात करें तो नई दिल्ली में डीजल के दाम 86. 67 रुपए, कोलकाता में 89. 79 रुपए, मुंबई में 94. 14 रुपए और चेन्नई में 91. 43 रुपए प्रति लीटर हैं। बता दें कि केंद्र सरकार ने दिवाली के ठीक पहले पेट्रोल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में 5 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी। इसके बाद से राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल-डीजल के भाव स्थिर बने हुए हैं।
अगर बात क्रूड ऑयल की बात करें तो इंटरनेशनल मार्केट में मंगलवार को गिरावट का दौर देखने को मिल रहा है। ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 74. 17 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रही हैं। जबकि डब्ल्यूटीआई के दाम 71. 09 डॉलर प्रति बैरल पर हैं। जानकारों की मानें तो दुनिया के कई देशों ने ओमाइक्रोन वैरिएंट को लेकर सख्ती कर दी है। खासकर यूरोपीय देशों में कई तरह की पाबंदी हैं। ब्रिटेन में नए वैरिएंट की वजह से मौत होने के कारण देश में नियमों को और सख्त कर दिया गया है।
पेट्रोल-डीजल के रेट रोज सुबह 6 बजे बदलते हैं। पेट्रोल-डीजल का रोज़ का रेट आप SMS के जरिए भी जान सकते हैं। इंडियन ऑयल (Indian Oil) के कस्टमर RSP स्पेस पेट्रोल पंप का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर और बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP लिख कर 9223112222 नंबर पर भेज जानकारी हासिल कर सकते हैं। जिससे आपको अपने शहर में पेट्रोल की कीमत की जानकारी मिलेगी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत के आधार पर हर दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज़ाना पेट्रोल और डीजल के रेट तय करती हैं। इंडियन ऑयल , भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल के रेट बदलती हैं।
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(पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से संबंधित जारी प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी फील्ड कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी का फैक्ट चेक शामिल)
ब्रिटेन में पाए गए कोरोनावायरस के नए स्वरूप सार्स सीईओवी-2 से 20 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें पहले संक्रमित पाए गए छः लोग भी शामिल हैं,जिन्हें देश की विशिष्ट प्रयोगशालाओं (निम्हान्स बेंगलुरु में 3, सीसीएमबी हैदराबाद में 2 और एनआईवी पुणे में 1) में जांच और उपचार हेतु भर्ती कराया गया है। 107 नमूनों की 10 प्रयोगशाला में जांच की गई है। नए वायरस को देखते हुए भारत सरकार ने इसके जिनोम सीक्वेंसिंग हेतु इंसाकॉग(भारतीय सार्स सीओवी-2 जिनोमिक्स कंसोर्टीयम) का गठन किया है जिसमें विशिष्ट प्रयोगशालाएं(एनआईबीएमजी कोलकाता, आईएलएस भुवनेश्वर, एनआईवी पुणे, सीसीएस पुणे, सीसीएमबी हैदराबाद, सीडीएफडी हैदराबाद, इनस्टेम बेंगलुरु,निम्हान्स बेंगलुरु, आईजीआईबी दिल्ली और एनसीडीसी दिल्ली शामिल हैं। स्थिति पर गंभीरता से निगरानी रखी जा रही है और नए वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान करने, कंटेनमेंट और संभावित नए वायरस से संक्रमित के सैंपल इकट्ठा करने तथा उसे इंसाकॉगके लिए चिन्हित प्रयोगशालाओं को भेजने के लिए राज्यों को नियमित रूप से परामर्श जारी किए जा रहे हैं। इस बीच भारत में बीते 33 दिनों से हर दिन स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या नए सामने आने वाले मामलों से ज्यादा है। पिछले 24 घंटों में 20,549 लोग कोविड-19से पॉज़िटिव पाए गए जबकि इस दौरान 26,572 लोग स्वस्थ हुए। नए मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक होने के चलते देश में सक्रिय कोविड-19मरीजों की संख्या निरंतर कम हो रही है। आज तक भारत में कुल 98,34,141 कोरोनावायरस रोगी स्वस्थ हो चुके हैं जोकि विश्व में सबसे अधिक है। स्वस्थ होने की दर भी बढ़ते हुए लगभग 96 प्रतिशत (95.99 प्रतिशत) के स्तर पर पहुंच गई है। इसके चलते सक्रिय मामलों और स्वस्थ होने वालों की संख्या में अंतर(95,71,869) लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत में इस समय सक्रिय कोविड-19 की संख्या 2,62,272 है जो कि भारत में कुल संक्रमित हुए मरीजों का मात्र 2.56 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों के दौरान स्वस्थ हुए लोगों की संख्या नए मामलों की संख्या से 6,309अधिक है। विश्व स्तर पर तुलना करने से यह पता चलता है कि प्रति दस लाख आबादी पर कोविड-19 की संख्या भारत में न्यूनतम स्तर (7,423) पर है। स्वस्थ हुए कुल नए लोगों में 78.44 प्रतिशत लोग 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। इसमें महाराष्ट्र सबसे ऊपर है, जहां पिछले 24 घंटों में 5,572 लोग स्वस्थ हुए। दूसरे स्थान पर केरल है, जहां 5,029 लोग स्वस्थ हुए जबकि तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ है जहां 1607 लोग स्वस्थ हुए। इसी तरह से बीते 24 घंटों में आए कुल नए मामलों में 79.24 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। केरल में सबसे अधिक 5,887 नए मामले सामने आए। दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र रहा, जहां पर 3,018 नए मामले आए और तीसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल में 1,244 नए मामले सामने आए। बीते 24 घंटों में 286 कोविड मरीजों की मृत्यु हुई। 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 79.37 प्रतिशत नई मौत के मामले हैं। महाराष्ट्र इसमें सबसे ऊपर रहा जहां 68 लोगों की मौत हुई। पश्चिम बंगाल में 30 और दिल्ली में 28 मौतें दर्ज की गईं। भारत में हर दिन होने वाली मौतों में निरंतर कमी आ रही है। भारत में प्रति दस लाख आबादी 107 लोगों की मौत हुई है जोकि दुनिया के देशों की तुलना में सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से सिफारिश की है कि ब्रिटेन से भारत में आने वाली उड़ानों के अस्थायी निलंबन को 7 जनवरी (गुरुवार), 2021 तक और बढ़ाया जाए। यह सिफारिश स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) के नेतृत्व में संयुक्त निगरानी समूह (जेएमजी) और महानिदेशक, आईसीएमआर और सदस्य (स्वास्थ्य) नीति आयोग के संयुक्त नेतृत्व वाले नेशनल टास्क फोर्स से प्राप्त इनपुट के आधार पर की गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय को यह भी सुझाव दिया गया है कि 7 जनवरी 2021 के बाद ब्रिटेन से भारत आने वाली उड़ानों को सीमित संख्या में नियमित बहाली पर विचार किया जाए। नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ परामर्श कर ऐसी व्यवस्था बनाने के लिए मिल कर काम किया जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों को लिखा है कि वे ऐसे सभी कार्यक्रमों पर कड़ी निगरानी रखी जाए जहाँ से संभावित "सुपर स्प्रेडर" यानि तेजी से संक्रमण का खतरा हो सकता है। साथ ही नए साल के जश्न और इसके साथ-साथ सर्दियों के मौसम में होने वाली विभिन्न कार्यक्रमों के मद्देनजर भीड़ पर अंकुश लगाने के लिए कहा गया है। गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों के लिए हाल ही में जारी की गई सलाह और मार्गदर्शन को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दोहराया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को अंतरराष्ट्रीय टीका और प्रतिरक्षा गठबंधन, गावी के बोर्ड में नामित किया गया है। डॉ. हर्षवर्धन इस बोर्ड में दक्षिण-पूर्व क्षेत्र क्षेत्रीय कार्यालय (एसईएआरओ)/ पश्चिमी प्रशांत क्षेत्रीय कार्यालय (डब्ल्यूपीआरओ) निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे। उनका कार्यकाल एक जनवरी, 2021 से 31 दिसंबर, 2023 तक रहेगा। वर्तमान में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व म्यांमार के श्री मिंत ह्टवे कर रहे हैं। इस बोर्ड की साल में दो बार जून और नवंबर/दिसंबर में बैठकें होती हैं। इसके अलावा मार्च या अप्रैल में एक वार्षिक रिट्रीट का आयोजन होता है। गावी बोर्ड रणनीतिक दिशा एवं नीति-निर्माण के लिए जिम्मेदार है। इसके अलावा यह टीका गठबंधन के संचालनों और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की निगरानी भी करता है। वहीं कई साझेदार संगठनों और निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ बोर्ड संतुलित रणनीतिक निर्णय लेने, नवाचार और सहयोगात्मक साझेदारी के लिए भी एक मंच उपलब्ध कराता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने चार राज्यों - असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कोविड-19 टीकाकरण संबंधित गतिविधियों के लिए 28 और 29 दिसंबर, 2020 को दो दिवसीय पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) का आयोजन किया गया। वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) को शुरू करने तथा खसरा-रूबेला (एमआर) और वयस्क जापानी एन्सेफलाइटिस (जेई) जैसे राष्ट्रव्यापी मल्टीपल वाइड-रेंज इंजेक्टेबल टीकाकरण अभियान को आयोजित करने के अनुभव के साथ, कोविड -19 के लिए स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और 50 वर्ष से ऊपर के लोगों, जैसे टीकाकरण प्राथमिकता वाले जनसंख्या समूहों को टीका लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इस पूर्वाभ्यास क्रिया का उद्देश्य एक सिरे से दूसरे सिरे तक कोविड-19 टीकाकरण प्रक्रिया का परीक्षण करना है। इसमें परिचालन दिशा-निर्देशों के अनुसार योजना बनाना और तैयारियां करना, सीओ-विन एप्लिकेशन पर सुविधाओं और उपयोगकर्ताओं का सृजन, सत्र स्थल का निर्माण और स्थलों की मैपिंग, स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं (एचसीडब्लू) का डेटा अपलोड करना, जिले में वैक्सीन की प्राप्ति और आवंटन, सत्र की योजना बनाना, टीकाकरण टीम की तैनाती, सत्र स्थल पर लॉजिस्टिक प्रबंधन और ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर टीकाकरण आयोजित करने के लिए मॉक ड्रिल और समीक्षा बैठकों का आयोजन करना शामिल हैं। इस पूर्वाभ्यास का उद्देश्य आईटी प्लेटफॉर्म को-विन के क्षेत्र में कार्यान्वयन और वास्तविक कार्यान्वयन से पूर्व आगे बढ़ने के तरीकों के बारे में मार्गदर्शन करना शामिल है।
केन्द्रीय पृथ्वी विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद (टीआईएफएसी) द्वारा तैयार की गई आत्म निर्भर भारत के लिए कार्य सूची रिपोर्ट जारी की। इस अवसर पर वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा, टीआईएफएसी के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर प्रदीप श्रीवास्तव और वरिष्ठ वैज्ञानिक उपस्थित रहे।
टीआईएफएसी के जुलाई 2020 में जारी किए गए कोविड-19 के बाद के मेक-इन-इंडिया के लिए केन्द्रित हस्तक्षेप पर श्वेत पत्र के फॉलोअप के रूप में आत्म निर्भर भारत के लिए कार्य सूची रिपोर्ट जारी की गई है। श्वेत पत्र में पांच क्षेत्रों पर जोर दिया गया है। ये हैं- स्वास्थ्य सेवाओं की मशीनरी, आईसीटी, कृषि, विनिर्माण और इलेक्ट्रॉनिक्स जो कि कोविड-19 के काल के बाद की भारत के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होंगे। डॉ. हर्ष वर्धन ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री की सोच कोविड महामारी के दौरान हम सबको प्रेरित करती रही है। इसने देश के लोगों को विश्वास दिया है और हम वायरस को हराने में कामयाब रहे हैं। हमने विश्व के पेशेवर कौशल को पीछे छोड़ दिया है। हमने दिखा दिया है कि भारत कुछ तय करता है तो कर के दिखा देता है।
भारत सरकार ने ब्रिटेन में कोविड-19 विषाणु की नई प्रजाति सार्स कोविड-2 के पाए जाने की खबरों का संज्ञान लेते हुए इसके जीनोमअनुक्रमण का पता लगाने और तथा इसके नियंत्रण और बचाव के लिए समय से पहले ही एक सक्रिय रणनीति तैयार कर ली है। इस रणनीति में निम्नलिखित बातें शामिल हैं, लेकिन यह इतने तक ही सीमित नहीं है - 23 दिसंबर, 2020 की मध्यरात्रि से 31 दिसंबर, 2020 तक ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर अस्थायी रोक, ब्रिटेन से आने वाले सभी विमान यात्रियों का अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर परीक्षण, आरटी-पीसीआर परीक्षण में पॉजिटिव पाए गए सभी नमूनों के जीनोम अनुक्रमण का पता लगाने के लिए इन्हें इस काम के लिए चिन्हित दस सरकारी प्रयोगशालाओं अर्थात आईएनएसएसीओजी में भेजा जाना, परीक्षण, उपचार, निगरानी और नियंत्रण रणनीति पर विचार करने और सुझाव देने के लिए कोविड-19 के संबंध में 26 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्य बल (एनटीएफ) की बैठक का आयोजन, ब्रिटेन में पाए गए सार्स कोविड-2 के म्यूटेंट रूप से निपटने के लिए 22 दिसंबर, 2020 को राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को जारी मानक संचालन प्रोटोकॉल। 26 दिसंबर, 2020 की बैठक में राष्ट्रीय कार्यबल (एनटीएफ) की ओर से इस पूरे मामले पर विस्तार से चर्चा की गई और यह निष्कर्ष निकाला गया कि सार्स कोविड-2 के नए म्यूटेंट रूप को देखते हुए मौजूदा राष्ट्रीय उपचार प्रोटोकॉल या मौजूदा परीक्षण प्रोटोकॉल में किसी तरह के बदलाव की कोई आवश्यकता नहीं है। एनटीएफ ने यह भी सुझाव दिया कि मौजूदा निगरानी रणनीति के अतिरिक्त यदि कुछ करना है तो कोविड के नए रूप के जीनोम अनुक्रमण की निगरानी बढ़ाने पर ज्यादा जोर देना बेहतर होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज भारत के पहले न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) का उद्घाटन किया। इस 'न्यूमोसिल' टीके का विकास सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसआईआईपीएल) ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन जैसे भागीदारों के सहयोग से किया है। टीके की खुराक की संख्या के लिहाज से एसआईआईपीएल को दुनिया की सबसे बड़ी विनिर्माता और भारत की अर्थव्यवस्था में इसके योगदान का उल्लेख करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट के टीके का उपयोग 170 देशों में किया जाता है और दुनिया में हर तीसरे बच्चे को इस विनिर्माता के टीके से प्रतिरक्षित किया जाता है। उन्होंने याद दिलाया कि एसआईआईपीएल को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण के अनुरूप कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान भारत सरकार से पहली स्वदेशी न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) विकसित करने के लिए लाइसेंस मिला था। उन्होंने पीसीवी में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के इस प्रयास में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के असाधारण प्रयासों का भी उल्लेख किया। डॉ. हर्षवर्धन ने भारत की जरूरत के लिए टीका विकसित करने में एसआईआईपीएल की उपलब्धियों का विस्तार से उल्लेख करते हुए कहा,'सीरम इंस्टीट्यूट का पहला स्वदेशी न्यूमोकोकल कंजुगेट टीका एकल खुराक (शीशी और सिरिंज) में और कई खुराक वाली शीशी में न्यूमोसिल ब्रांड नाम के तहत बाजार में सस्ती कीमत के साथ उपलब्ध होगा। डॉ. हर्षवर्धन ने आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता और मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड के उनके दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए कहा,'न्यूमोसिल अनुसंधान एवं विकास और उच्च गुणवत्ता वाले टीके के विनिर्माण में भारत की क्षमता का एक उदाहरण है। वास्तव में कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान यह ऐतिहासिक उपलब्धि हमारे देश के लिए गर्व की बात है क्योंकि अब तक हम पूरी तरह से विदेशी विनिर्माताओं द्वारा तैयार न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन पर निर्भर रहे हैं जो बाजार में बहुत अधिक कीमत पर उपलब्ध हैं।'
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज वीडियो कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से अच्छे और अनुकरणीय व्यवहारों पर 7वें राष्ट्रीय सम्मेलन का डिजिटल रूप में उद्घाटन किया। डॉ. हर्ष वर्धन ने एबी-एचडब्ल्यूसी में टीबी सेवाओं के लिए संचालन दिशा निर्देशों तथा सक्रिय पहचान तथा कुष्ठ रोग के लिए नियमित निगरानी पर संचालन दिशा निर्देश 2020 के साथ नई स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) भी लॉन्च की। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय अच्छे, अनुकरणीय व्यवहारों तथा भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों में नवाचार पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करता है। डॉ. वर्धन ने सम्मेलन के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की और महामारी की स्थिति में सम्मेलन आयोजित करने के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि नवाचारी कनवरजेंस रणनीति पर फोकस आवश्यक है। यह भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को नई ऊंचाई तक ले जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा नावाचार पोर्टल पर 2020 में 210 नए कदमों को अपलोड किया गया। इन नवाचारों का अंतिम उद्देश्य एक ओर लोगों की स्वास्थ्य स्थिति को सुधारना है तो दूसरी ओर स्थायी रूप से सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत बनाना है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा इको सिस्टम में नवाचार पर चिंतन के लिए जमीनी स्तर के स्वास्थ्य सेवा कर्मियों को शामिल और एकीकृत किया जाना चाहिए तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य डिलीवरी प्रणाली में काम कर रहे लोगों के वर्षों के अनुभव और विशेषज्ञता से प्राप्त सामूहिक समझ का लाभ उठाया जाना चाहिए। डॉ. हर्ष वर्धन ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में पोलियो उन्नमूलन अभियान के अपने अनुभव को साझा किया और स्वास्थ्य कार्यक्रमों में लोगों तथा समुदाय की भागीदारी की शक्ति के बारे में बताया।
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि कोरोना वायरस ने सामाजिक रिश्तों, आर्थिक गतिविधियों, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और जीवन के अन्य विभिन्न आयामों के तौर पर विश्व में काफी बदलाव ला दिया है, लेकिन जीवन की गति रुकी नहीं है और इसका श्रेय मुख्य रूप से सूचना और संचार तकनीकी को जाता है। तकनीकी विकास को आमतौर पर बाधा के रूप में देखा जाता है, लेकिन इस साल उसने हमें एक बड़ी 'बाधा' से पार पाने में मदद की। श्री कोविंद ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डिजिटल इंडिया अवार्ड-2020 प्रदान किये। राष्ट्रपति ने कहा कि सक्रिय डिजिटल हस्तक्षेप के चलते हम लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद महत्वपूर्ण सरकारी सेवाओं के संचालन को जारी रखना सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों से पार पाने में देश की मदद करने के काम में डिजिटल योद्धाओं की भूमिका बहुत प्रशंसनीय रही। आरोग्य सेतु, ई-ऑफिस और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेवाओं जैसे आईसीटी अवसंरचना समर्थित मंचों के जरिये देश महामारी की परेशानियों को कम करने में सफल रहा।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 31 दिसंबर, 2020 को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजकोट, गुजरात में एम्स की आधारशिला रखेंगे। गुजरात के राज्यपाल, गुजरात के मुख्यमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। इस परियोजना के लिए 201 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 1195 करोड़ रूपये हैं। इस परियोजना का कार्य 2022 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। 750 बेड वाले इस अत्याधुनिक अस्पताल में 30 बेड का आयुष ब्लॉक भी होगा। इसमें एमबीबीएस की 125 सीटें और नर्सिंग की 60 सीटें होंगी।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार के बीच 100वीं किसान रेल को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर और श्री पीयूष गोयल भी उपस्थित थे। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि किसान रेल सेवा देश के किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।उन्होंने कोविड-19 महामारी के बीच 4 महीनों में 100वीं किसान रेलचलाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह सेवा कृषि से जुड़ी अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव लेकर आएगी और देश की कोल्ड सप्लाई चेन को सशक्त करेगी।
उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने युवाओं को कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों को अवसरों में बदलने की सलाह दी है। सोमवार को विजयवाड़ा में स्वर्ण भारत ट्रस्ट के प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र देने के अवसर पर एक सभा को संबोधित करते हुए श्री नायडू ने कहा कि महामारी ने जहां कई क्षेत्रों को प्रभावित किया है, वहीं इसने दूसरे क्षेत्रों में लोगों के लिए अवसर का मार्ग भी खोला है। देश की 65 प्रतिशत आबादी के 35 वर्ष से कम आयु का होने का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि यदि हम इस मानव संसाधन का सदुपयोग करें, तो युवा और महिलाएं राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भागीदार बन सकते हैं। उन्होंने कहा "इन महत्वपूर्ण मानव संसाधनों के साथ, हम भविष्य में एक बेहतर दुनिया का निर्माण कर सकते हैं"। इस संबंध में उपराष्ट्रपति ने युवाओं के कौशल विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के विभिन्न प्रयासों को याद किया और इन्हें और गति प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने 21वीं सदी की जरूरतों के अनुरूप कौशल विकास पर जोर देते हुए इस क्षेत्र में निजी भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया।
उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने आज ऐसा मीडिया अभियान चलाने का आह्वान किया, जिससे प्लास्टिक उत्पादों के निपटान के संबंध में लोगों के व्यवहार में बदलाव लाया जा सके। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समस्या प्लास्टिक के साथ नहीं है, बल्कि समस्या प्लास्टिक केउपयोग के बारे में हमारे दृष्टिकोण में है।
विजयवाड़ा स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीईटी)के छात्रों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों को आज यहां संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने प्लास्टिक के स्थायित्व और लंबे समय तक कायम रहने के चलते पैदा होने वाली पर्यावरण चुनौतियों पर चिंता जताई। उन्होंने प्लास्टिककचरे के प्रबंधन की प्रक्रिया को अपनाने और जनता को तीन आर-रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकल (यानी प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करना, दोबारा इस्तेमाल करनाऔर दोबारा इस्तेमाल योग्य उत्पाद बनाना) के संबंध में जागरूक बनाने की जरूरत पर जोर दिया। श्री नायडू ने देश में जारी कोविड-19 महामारी के दौरान प्लास्टिक की महत्ता की खासतौर से प्रशंसा की, क्योंकि इस महामारी के प्रसार को रोकने और इससे निपटने के लिए चिकित्सा सुरक्षा उपकरण और पीपीई किट के निर्माण में इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया। प्लास्टिक के अलावा पॉलीमर सामग्री का इस्तेमाल भी चिकित्सकीय उपकरण और इन्सुलिन पेन्स, आईवी ट्यूब्स, इम्प्लांट्स और टिश्यू इंजीनियरिंग में किया गया। भारतीय अर्थव्यवस्था में पॉलीमर्स के महत्व को बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि 30,000 से ज्यादा प्लास्टिक प्रसंस्करण इकाइयां देशभर में 40 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मुहैया करा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष प्रति व्यक्ति करीब 12 किलोग्राम की औसत राष्ट्रीय खपत के साथ भारत का स्थान विश्व के पांच सबसे बड़े पॉलीमर उपभोक्ताओं में है।
गृह मंत्रालय (एमएचए) ने पूर्व में जारी निगरानी से संबंधित दिशा-निर्देशों को 31 जनवरी 2021 तक लागू रखने के लिए सोमवार को एक आदेश जारी कर दिया है। भले ही कोविड-19 के नए और सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार कमी आ रही है, लेकिन वैश्विक स्तर पर मामलों में बढ़ोतरी और यूनाइटेड किंगडम (यूके) में वायरस के नए संस्करण के सामने आने के बाद निगरानी, रोकथाम और सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता है। इस क्रम में, नियंत्रण (कंटेनमेंट) क्षेत्रों का सावधानी से सीमांकन; इन क्षेत्रों में सुझाए गए रोकथाम के सख्त उपायों के पालन; कोविड संबंधी उपयुक्त व्यवहार को प्रोत्साहन और सख्ती से अनुपालन; और विभिन्न स्वीकृत गतिविधियों के संबंध में मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का ईमानदारी से पालन जारी रखा गया है। इस प्रकार 25 नवंबर 2020 को जारी दिशा-निर्देशों में उल्लिखित गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (एमओएचएफडब्ल्यू) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों/एसओपी की निगरानी, रोकथाम और सख्ती से पालन पर केंद्रित दृष्टिकोण को सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने की जरूरत है।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने कोविड-19 की अवधि के दौरान जम्मू और कश्मीर में खादी कारीगरों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। इस बीच, केवीआईसी ने देश भर में स्थायी रोजगार सृजित करने के लिए अथक प्रयास किये हैं, इतना ही नहीं आयोग ने केवल जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में ही खादी संस्थानों को 29.65 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जिस पर भारत सरकार विशेष तौर पर ध्यान दे रही है। इस राशि को मई 2020 से लेकर सितंबर 2020 तक जम्मू-कश्मीर के 84 खादी संस्थानों में वितरित किया गया है, जिससे इन संस्थानों से जुड़े लगभग 10,800 खादी कारीगरों को लाभ पहुंचा है।
- केरलः केरल सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड -19 के नए स्वरूप के मामलों और ब्रिटेन से लौटे 20 लोगों के पॉजिटिव परीक्षण के बाद बरती जा रही सतर्कता के बीच यूरोप से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए कड़े कदम उठाए हैं। ब्रिटेन से आये 18 यात्रियों के पॉजिटिव परीक्षण के बाद राज्य सरकार सतर्कता बरत रही है। पॉजिटिव नमूने जिनोम सीक्वेंसिंग हेतु एनआईवी, पुणे भेजे गए थे जिससे यह जांचा जा सके कि वे नए स्वरूप के हैं या नहीं। इसके परिणाम की अभी प्रतीक्षा की जा रही है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा है कि वायरस के नए स्वरूप से संक्रमि मामले में, मौजूदा कोविड -19 उपचार ही जारी रहेगा। केरल में हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों के बाद, यह आशंका थी कि राज्य में कोविड-19 मामलों में बड़े पैमाने पर उछाल आएगा। हालांकि, पिछले पखवाड़े में दर्ज किए गए नए सकारात्मक मामलों की संख्या कम से कम इस तरह की आशंकाओं को नकारती है। राज्य में मंगलवार को 5,887 नए मामले आए और 5,029 मरीज ठीक हुए। राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 3014 है। वर्तमान परीक्षण पॉजिटिव दर 9.5 है।
- तमिलनाडुः तमिलनाडु में आज तक कुल 8,16,132 मामले दर्ज किए गए हैं और 12,092 मौतें दर्ज की गई है। ऱाज्य मे 8747 सक्रिय मामले है और 7,95,293 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है।
- कर्नाटकः राज्य में आज तक कुल मामले 9,17,571 और सक्रिय मामले की संख्या 11,861 है। संक्रमण से मौतों की संख्या 12074 है जबकि 8,93,617 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है।
- आंध्र प्रदेशः गुजरात, पंजाब और असम के साथ-साथ आंध्र प्रदेश में भी कोविड -19 प्रतिरक्षण अभियान के लिये निर्धारित तंत्र की व्यवस्था के आकलन के लिए दो दिवसीय पूर्वाभायस का अभियान चलाया गया। यह अभ्यास सोमवार और मंगलवार को कृष्णा जिले में विभिन्न कार्यों के लिए गठित विशिष्ट टीमों द्वारा किया गया था। यह पूर्वाभ्यास योजना, कार्यान्वयन और रिपोर्टिंग तंत्र के अलावा, को - विन की परिचालन व्यवहार्यता की जांच करने के लिए था। अभियान के तहत डमी लाभार्थी डेटा, साइट निर्माण, वैक्सीन आवंटन और टीकाकरण, टीकाकारों के विवरण और लाभार्थियों की जानकारी अपलोड करने, और लाभार्थी एकत्र करने जैसी गतिविधियां की गईं। दिल्ली हवाई अड्डे पर कर्मचारियों को चकमा देने वाली महिला के नए कोविड स्ट्रेन के लिए पॉज़िटिव होने की पुष्टि के बाद राज्य सरकार अलर्ट पर है। राज्य में अब तक ब्रिटेन से आने वाले 1,423 लोगों की पहचान की जा चुकि है साथ ही उनके संपर्क में आने वाले 6,364 लोगों की भी पहचान की गई है। कुछ दिनों में समाप्त होने जा रहा यह साल कोविड माहामारी की वजह से प्रभावित रहा है। बहुत से लोग वायरस के प्रसार के डर से फूलों के गुलदस्ते खरीदने से डरते हैं, फूलों के खरीदार उन्हें विश्वास दिलाने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं।
- तेलंगानाः राज्य में आज तक, कुल मामलों की संख्या 2,81,730 तक पहुंच गई है। राज्य में कुल सक्रिय मामले 6590 है और इससे होने वाली मौतों की संख्या 1538 है। साथ ही 2,85,939 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है। तेलंगाना के वारंगल में 49 वर्षीय व्यक्ति के कोविड -19 के नए स्वरूप से संक्रमित होने के बाद राज्य सरकार ने इससे निपटने के लिये कमर कस ली है। इस बीच सीसीएमबी के निदेशक डॉ. राकेश मिश्रा ने लोगों से आग्रह किया है कि वे कोविड के प्रति बरती जा रही सावधानियों को कम न होने दें क्योंकि ब्रिटेन से आए वेरिएंट में संक्रमण की दूसरी लहर पैदा करने की क्षमता है। भारत बायोटेक के एमडी डॉ. कृष्णा एला ने आश्वासन दिया है कि को-वाक्सिन जो उत्पादन कर रहा है वह नए स्वरूप के खिलाफ भी करगर होगा।
- असमः असम में, कोविड-19 से 66 और लोग संक्रमित पाए गए और मंगलवार को 87 रोगियों को छुट्टी दी गई। राज्य में कुल मामले 216063 हो गए हैं। राज्य में कुल डिस्चार्ज मरीजों की संख्या 211720 है, जबकि सक्रिय मामले 3300 है और 1040 लोगों की कुल हुई है। राज्य में कल दो मरीजों की मौत हुई।
- सिक्किमः सिक्किम में मंगलवार को 19 और लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए। राज्य में कुल मामलों की संख्या बढ कर 5864 हो गई है और सक्रिय मामले 537 हो गए हैं।
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9b20d55ef6733b7459072d1d425d29372e80cd9d | नई दिल्ली : सेल्फी मैंने ले ली आज वाला गाना तो आपने सुना होगा. इस गाने के पीछे धिनचैक पूजा का हाथ है. जहाँ इस गाने ने धिनचैक पूजा को पूरे इंडिया में फेमस कर दिया है वहीँ कुछ लोग तो इस गाने को झेल ही नहीं पा रहे हैं. लेकिन अब आपको ये बात जानकार थोड़ी राहत मिलेगी कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान में भी लोग ऐसे ही एक खुराफाती सिंगर की आवाज़ को बर्दाश्त करने के लिए मजबूर है.
दरअसल भारत में धिनचैक पूजा के पॉप्युलर होने के बाद अब पाकिस्तान में भी एक सिंगर ने जन्म ले लिया है जो बिल्कुल धिनचैक पूजा के नक़्शे कदम पर चल रहा है बस फर्क सिर्फ इतना है कि ये सिंगर एक लड़का है.
पाकिस्तानी सिंगर हनी किंग, ने 'ढिंचैंक आइटम' की भी नकल कर ली, लेकिन अपने अंदाज में। हनी किंग ने 25 जून 2017 को यूट्यूब पर अपने अंदाज में गाया ढिंचैक पूजा का गाना 'सेल्फी मैंने ले ली आज' अपलोड किया, जिसे खबर लिखे जाने तक महज 6 हजार 459 लोगों ने देखा था। यानी म्यूजिक लवर्स एक और सदमा बर्दाश्त करने के लिए तैयार मालूम नहीं होते हैं।
हनी किंग ने अपनी गाने में ढिंचैक पूजा की तस्वीरों का इस्तेमाल कर उन्हें अजीब ढंग से क्रेडिट दी है।
उधर ढिंचैक पूजा का ऑरिजनल वर्जन सेल्फी 'मैंने ले ली आज' को यूट्यूब पर अब तक करीब 2 करोड़ लोग देख चुके हैं। ढिंचैक के गानों ने संगीत की दुनिया में कई बहसें छेड़ दी हैं, जिनका कोई सिर-पैर नहीं हैं!
धिनचैक पूजा के गाने जहाँ कुछ लोगों को वाहियात लगते हैं वहीँ पर कुछ लोगों के लिए ये गाने किसी प्रेरणा से कम नहीं होते हैं. इसी का नतीजा है कि अब पाकिस्तान में भी धिनचैक पूजा के मेल वर्जन ने जन्म ले लिया है हालाकि इस मेल वर्जन की लोकप्रियता पूजा जितनी नहीं है लेकिन पाकिस्तान के हिसाब से हनी किंग को काफी लोकप्रियता मिल चुकी है.
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bae8da470d50b613de1b20d68408569c5be2139f | जयपुर : देश की गुलाबी नगरी कहे जाने वाले जयपुर के हथरोई में हथरोई वाले बालाजी मंदिर में पौष बड़ा महोत्सव का आयोजन किया गया.
जम्मूः जम्मू डिवीजन में पाकिस्तानी गोलीबारी का सामना करने वाले सीमाई बाशिंदों के लिए नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास 14,000 से ज्यादा सामुदायिक और निजी बंकर बनाए जाएंगे.
बैतूल : हालात इंसान से कुछ भी करवा सकते है. मज़बूरी और गरीबी में जीवन यापन करने वाले लोगो को घर का चूल्हा जलाने के लिए भी जान तक जोखिम में डालनी पड़ती है.
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को समीक्षा यात्रा के दौरान बेगूसराय पहुंचे जहां उनकी सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया.
यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने जम्मू-कश्मीर के मसले पर मोदी सरकार के रुख पर सवाल उठाया है.
इन दिनों एमपी के कुछ हिस्सों में नगरपालिका चुनाव का दौर चल रहा है . इसमें धार जिले की धामनोद नगर परिषद भी शामिल है. यहाँ भी चुनाव प्रचार हो रहा है.
नई दिल्लीः WWE और विवादों का लम्बा नाता रहा है, आये दिन कोई ना कोई विवाद की वजह से या तो कंपनी मुसीबत में पड़ जाती है या इसमें नजर आने वाले रेस्लर्स।
जापान की राजधानी टोक्यो में एक रेस्त्रां इन दिनों काफी चर्चा का विषय बना हुआ है, जापान में एक रेस्त्रां है जिसका नाम कायाबुकिया है.
बॉलीवुड के दिग्गज फिल्म निर्माता महेश भट्ट इन दिनों अपने बयान को लेकर चर्चा में है. उनका कहना है कि, अभिनेता संजय दत्त के लिए हीरोइन की लत से ऊबरना बेहद मुश्किल था.
बॉलीवुड के सुपस्टार सलमान खान ने इन दिनों नागपुर के ईश्वर देशमुख कॉलेज कैंपस में शिरकत की. यहां पर पहुंचकर जब उन्होंने कहा "टाइगर से बेहतर शिकार कोई नहीं करता" तो जैसे फैन्स के जोश का तूफान थमने का नाम ही नहीं लिया.
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7ef4daaabfa90fb20adb9985a76ad6287b646080 | खगड़िया के मुफ़्सील थाना क्षेत्र के एनएच 31 पर थाना के समीप सड़क दुर्घटना में बाइक सवार एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि बाइक के पीछे बैठे दूसरा युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घटना रविवार शाम की है। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार मानसी थाना क्षेत्र के खुटिया पंचायत के पावर हाउस निवासी कैलाश साह का 25 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार की सड़क दुर्घटना में घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि बाइक के पीछे बैठे प्रिंस कुमार गम्भीर रूप से जख्मी हो गया। लोगों ने बताया कि मनीष और प्रिंस बाइक पर सवार होकर मानसी जा रहा था। इसी दौरान पीछे से आ रही तेज रफ्तार में बुलेट चालक ने धक्का मार दिया। राहगीरों ने बुलेट चालक को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन बुलेट चालक भागने में सफल रहा।
इधर, मुफ़्सील पुलिस घटनास्थल पर पहुँच कर जख्मी प्रिंस से नाम पता पूछकर परिजनों को सूचना दिया। परिजनों को घटना की जानकारी परिजनों को मिलने पर घटनास्थल पहुँच गया। परिजनों का शव देखकर दहाड़ मारकर रोने लगे। मुफसिल पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। बताया कि युवक मक्का व्यवसायी का काम करता था। बताया कि एक वर्ष पूर्व की युवक की शादी हुई थी। घटना के जानकारी के बाद पत्नी और माता पिता का रोकर बुरा हाल है।
थानाध्यक्ष जेपी यादव के बताया कि एक युवक की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। जख्मी युवक को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया। बताया कि शव का भी पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। मृतक के परिजनों द्वारा आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
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e81e9dafbabba82bce0c0a4cf340223a89ba65ec | दुनियाभर में लगातार फैलते जा रहे कोरोना वायरस का कहर के आग हर कोई हिम्मत हार चुका है. हर दिन इस वायरस के कारण दुनियाभर में मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा. तो वहीं विश्व के एक से बढ़कर एक वैज्ञानिक इस वायरस का तोड़ ढूंढ़ने में दिन रात एक कर रहे है. इतना ही नहीं इस वायरस के प्रकोप को काम करने के लिए अलग अलग तरह के शोध किए जा रहे है. लेकिन अब भी यह नहीं कहा जा सकता है की इससे कब तक निजात मिल सकता है.
मिली जानकारी के अनुसार आधे से ज्यादा प्रांतों में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए ट्रंप प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट से अफोर्डेबल केयर एक्ट को पलटने का आग्रह किया है. इसे ओबामा केयर के नाम से जाना जाता है. जंहा सरकार ने बताया कि कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए आर्थिक बंदी के बीच अपना स्वास्थ्य बीमा खोने वाले करीब 5 लाख लोगों ने हेल्थकेयर डॉट जीओवी के माध्यम से कवरेज प्राप्त किया है.
प्रशासन की वैधानिक टिप्पणी में वायरस के बारें में कोई भी बात नहीं की गई है. यदि कोर्ट प्रशासन से सहमत हो जाता है तो उस स्थिति में दो करोड़ से ज्यादा अमेरिकी अपना स्वास्थ्य कवरेज खो देंगे. पहले से ही स्वास्थ्य की गंभीर स्थितियों का सामना कर रहे लोगों का संरक्षण भी समाप्त हो जाएगा और वे खतरे में घिर जाएंगे.
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c4338ca1db093328d6440ed9f95f9742494be9ad | थेरेसा मैरी मे (उर्फ़ ब्रेसियर; जन्म 1 अक्टूबर 1956) यूनाइटेड किंगडम की प्रधानमंत्री और कंजर्वेटिव पार्टी की नेता है। वे 1997 से मेडनहैड सीट से संसद के सदस्य (सांसद) हैं। उन्हें एक एक-राष्ट्र रूढ़िवादी और एक उदार रूढ़िवादी के रूप में जाना जाता है। इससे पूर्व मार्गरेट थैचर वर्ष 1979 से 1990 तक ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री रहीं। गौरतलब है कि डेविड कैमरून ने जनमत संग्रह के जरिए ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर आने के फैसले के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद 13 जुलाई, 2016 को उन्होने ब्रिटेन की दूसरी महिला प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया। .
9 संबंधोंः एलिज़ाबेथ द्वितीय, डेविड कैमरन, प्रदत्त नाम, ब्रिटेन, मारग्रेट थैचर, यूरोपीय संघ, सांसद, संयुक्त राजशाही के प्रधानमंत्री, जनसत्ता।
एलिज़ाबेथ द्वितीय (Elizabeth II) (एलिजाबेथ ऐलैग्ज़ैण्ड्रा मैरी, जन्मः २१ अप्रैल १९२६) यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, जमैका, बारबाडोस, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीपसमूह, तुवालू, सन्त लूसिया, सन्त विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स, बेलीज़, अण्टीगुआ और बारबूडा और सन्त किट्स और नेविस की महारानी हैं। इसके अतिरिक्त वह राष्ट्रमण्डल के ५४ राष्ट्रों और राज्यक्षेत्रों की प्रमुख हैं और ब्रिटिश साम्राज्ञी के रूप में, वह अंग्रेज़ी चर्च की सर्वोच्च राज्यपाल हैं और राष्ट्रमण्डल के सोलह स्वतन्त्र सम्प्रभु देशों की संवैधानिक महारानी हैं। एलिज़ाबेथ को निजी रूप से पर घर पर शिक्षित किया गया था। उनके पिता, जॉर्ज षष्ठम को १९३६ में ब्रिटेन और ब्रिटिश उपनिवेश भारत का सम्राट बनाया गया था। ६ फरवरी १९५२ को अपने राज्याभिषेक के बाद एलिज़ाबेथ राष्ट्रकुल की अध्यक्ष व साथ स्वतंत्र देशों यूनाइटेड किंगडम, पाकिस्तान अभिराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका व सिलोन की शासक रानी बन गयीं। उनका राज्याभिषेक समारोह अपने तरह का पहला ऐसा राज्याभिषेक था जिसका दूरदर्शन पर प्रसारण हुआ था। 1956 से 1992 के दौरान विभिन्न देशों को स्वतंत्रता मिलते रहने से उनकी रियासतों की संख्या कम होती गई। वह विश्व में सबसे वृद्ध शासक और ब्रिटेन पर सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली रानी है। ९ सितम्बर २०१५ को उन्होंने अपनी परदादी महारानी विक्टोरिया के सबसे लंबे शासनकाल के कीर्तिमान को तोड़ दिया व ब्रिटेन पर सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली व साम्राज्ञी बन गयीं। एलिज़ाबेथ का जन्म लंदन में ड्यूक जॉर्ज़ षष्टम व राजमाता रानी एलिज़ाबेथ के यहाँ पैदा हुईं व उनकी पढाई घर में ही हुई। उनके पिता ने १९३६ में एडवर्ड ८ के राज-पाठ त्यागने के बाद राज ग्रहण किया। तब वह राज्य की उत्तराधिकारी हो गयी थीं। उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जनसेवाओं में हिस्सा लेना शुरु किया व सहायक प्रादेशिक सेवा में हिस्सा लिया। १९४७ में उनका विवाह राजकुमार फिलिप से हुआ जिनसे उनके चार बच्चे, चार्ल्स, ऐने, राजकुमार एँड्रयू और राजकुमार एडवर्ड हैं। एलिज़ाबेथ के शासन के दौरान यूनाइटेड किंगडम में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए, जैसे अफ्रीका की ब्रिटिश उपनिवेशीकरण से स्वतंत्रता, यूके की संसद की शक्तियों का वेल्स, स्कॉटलैंड, इंग्लैंड व आयरलैंड की संसदों में विभाजन इत्यादि। अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न युद्धों के दौरान अपने राज्य का नेतृत्व किया। .
डैविड विलियम डोनाल्ड कैमरन (जन्म ९ अक्तूबर, १९६६) २०१० से जुलाई २०१६ तक संयुक्त राजशाही के प्रधान मंत्री रह चुके हैं। वे कंज़र्वेटिव पार्टी के नेता थे तथा ये विटने से संसद सदस्य थे। यूरोपीय संघ की सदस्यता पर हुए जनमत संग्रह में जनता ने संघ को छोड़ने का निर्णय दिया तो उन्होंने इस्तीफे की घोषणा कर दी। कैमरन ने ब्रेज़नोज़ महाविद्यालय, ऑक्स्फ़ोर्ड से दर्शनशास्त्र, अर्थशास्त्र एवं राजनीतिशास्त्र (पीपीई) विषय में १९८८ में प्रथम श्रेणी (ऑनर्स) में स्नातक किया है। इन्हें इनके पढ़ाने वाले प्रोफ़ेसर वर्नॉन बोगडेनॉर "समर्थतम छात्रों में से एक" कहा करते थे। अपने ऑक्सफोर्ड प्रवास काल में ये बुलिंग्डब क्लब के सदस्य रहे थे। इन्हॊने कंज़र्वेटिव अनुसंधान विभाग ज्वाइन किया और नॉर्मन लेमाउण्ट एवं माईकल हावर्ड के विशेष सलाहकार बने। फ़िर ये कार्ल्टन कम्युनिकेशंस के कारपोरेट मामलों के निदेशक पद पर सात वर्ष तक आसीन रहे। कैमरन पहली बार संसद के लिये १९९७ में स्टैफ़्फ़ोर्ड निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में आए। ये यूरोस्केप्टिक मंच पर अपनी पार्टी से उसकी एकल-यूरोपीय मुद्रा (यूरो) में ब्रिटिश सदस्यता विरोधी विचारधारा के कारण उससे अलग हो गए। हालांकि राष्ट्रीय औसत वोटों से कुछ न्यून रहने पर वे हारे भी। इसके बाद उनको संसद सदस्यता हेतु प्रथम विजय २००१ के आम चुनावों में ऑक्स्फ़ोर्डशायर की विट्टने निर्वाचन क्षेत्र से मिली। तब इन्हें आधिकारिक विपक्ष का स्थान मिला। २००५ के आम चुनावों में नीति समन्वय अध्यक्ष भी बने। अपनी युवा एवं उदारवादी प्रत्याशी की छवि के कारण ही २००५ में इन्होंने कंज़र्वेटिव पार्टी के चुनावों में विजय पाई। तब ये प्रथम बार ब्रिटेन के प्रधान मंत्रीबने। .
प्रदत्त नाम या दिया हुआ नाम एक ऐसा व्यक्तिगत नाम है जो कि लोगों के समूह में सदस्यों की पहचान कराता है, विशेषकर परिवार में, जहां सभी सदस्य आम तौर पर एकसमान पारिवारिक नाम (कुलनाम) साझा करते हैं, उनके बीच अंतर स्पष्ट करता है। एक प्रदत्त नाम किसी व्यक्ति को दिया गया नाम है, जो पारिवारिक नाम की तरह विरासत में नहीं मिलता। अधिकांश यूरोपीय देशों में और ऐसे देशों में जहां की संस्कृति मुख्य रूप से यूरोप से प्रभावित है (जैसे कि उत्तर और दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, आदि में बसे यूरोपीय आनुवंशिकता वाले व्यक्ति), आम तौर पर प्रदत्त नाम पारिवारिक नाम से पहले आता है (हालांकि सामान्यतः सूचियों और कैटलॉग में नहीं) और इसलिए पूर्व नाम या प्रथम नाम के रूप में जाना जाता है। लेकिन विश्व की कई संस्कृतियों में - जैसे कि हंगरी, अफ्रीका की विभिन्न संस्कृतियों और पूर्व एशिया की अधिकांश संस्कृतियों (उदा. चीन, जापान, कोरिया और वियतनाम) में - प्रदत्त नाम परंपरागत रूप से परिवार के नाम के बाद आते हैं। पूर्वी एशिया में, प्रदत्त नाम का अंश भी परिवार की किसी विशिष्ट पीढ़ी के सभी सदस्यों के बीच साझा किया जा सकता है, ताकि एक पीढ़ी की दूसरी पीढ़ी से अलग पहचान की जा सके। सामान्य पश्चिमी नामकरण परंपरा के तहत, आम तौर पर लोगों के एक या अधिक पूर्व नाम (या तो दिए गए या प्राप्त) होते हैं। यदि एक से अधिक है, तो आम तौर पर (हर रोज़ के इस्तेमाल के लिए) एक मुख्य पूर्व नाम और एक या अधिक पूरक पूर्व नाम मौजूद होते हैं। लेकिन कभी-कभी दो या अधिक एकसमान महत्व वाले होते हैं। इस तथ्य के परे कि पूर्व नाम उपनाम से पहले होते हैं, इनके लिए कोई विशिष्ट क्रमांकन नियम मौजूद नहीं है। अक्सर मुख्य पूर्व नाम शुरूआत में होता है, जिसके परिणामस्वरूप एक प्रथम नाम और एक या अधिक मध्यम नाम बनते हैं, लेकिन अन्य व्यवस्थाएं भी काफ़ी प्रचलित है। प्रदत्त नाम का उपयोग अक्सर अनौपचारिक स्थितियों में एक परिचित और मैत्रीपूर्ण ढंग से किया जाता है। अधिक औपचारिक स्थितियों में इसके बजाय उपनाम का प्रयोग किया जाता है, जब तक कि एक ही उपनाम वाले लोगों के बीच अंतर करना ज़रूरी न हो। मुहावरा "प्रथम-नाम के आधार पर" (या "प्रथम-नाम संबोधन") इस तथ्य का संकेत देता है कि व्यक्ति के प्रदत्त नाम का उपयोग, सुपरिचय जताता है। .
ब्रिटेन शब्द का प्रयोग हालाँकि आम तौर पर हिंदी में संयुक्त राजशाही अर्थात् यूनाइटेड किंगडम देश का बोध करने के लिए होता है, परंतु इसका उपयोग अन्य सन्दर्भों के लिए भी हो सकता है.
मारग्रेट हिल्डा थैचर, बैरोनेस थैचर (13 अक्टूबर 1925 - 8 अप्रैल 2013) ब्रिटिश राजनीतिज्ञ थीं, जो बीसवी शताब्दी में सबसे लंबी अवधि (1979-1990) के लिए यूनाईटेड किंगडम की प्रधानमंत्री रही थीं और एकमात्र महिला जिन्होंने यह कार्यभार संभाला हो। .
यूरोपियन संघ (यूरोपियन यूनियन) मुख्यतः यूरोप में स्थित 28 देशों का एक राजनैतिक एवं आर्थिक मंच है जिनमें आपस में प्रशासकीय साझेदारी होती है जो संघ के कई या सभी राष्ट्रो पर लागू होती है। इसका अभ्युदय 1957 में रोम की संधि द्वारा यूरोपिय आर्थिक परिषद के माध्यम से छह यूरोपिय देशों की आर्थिक भागीदारी से हुआ था। तब से इसमें सदस्य देशों की संख्या में लगातार बढोत्तरी होती रही और इसकी नीतियों में बहुत से परिवर्तन भी शामिल किये गये। 1993 में मास्त्रिख संधि द्वारा इसके आधुनिक वैधानिक स्वरूप की नींव रखी गयी। दिसम्बर 2007 में लिस्बन समझौता जिसके द्वारा इसमें और व्यापक सुधारों की प्रक्रिया 1 जनवरी 2008 से शुरु की गयी है। यूरोपिय संघ सदस्य राष्ट्रों को एकल बाजार के रूप में मान्यता देता है एवं इसके कानून सभी सदस्य राष्ट्रों पर लागू होता है जो सदस्य राष्ट्र के नागरिकों की चार तरह की स्वतंत्रताएँ सुनिश्चित करता हैः- लोगों, सामान, सेवाएँ एवं पूँजी का स्वतंत्र आदान-प्रदान.
सांसद, संसद में मतदाताओं का प्रतिनिधि होता है। अनेक देशों में इस शब्द का प्रयोग विशेष रूप से निम्न सदन के सदस्यों के लिए किया जाता है। क्योंकि अक्सर उच्च सदन के लिए एक अलग उपाधि जैसे कि सीनेट एवं इसके सदस्यों के लिये सीनेटर का प्रयोग किया जाता है सांसद अपनी राजनीतिक पार्टी के सदस्यों के साथ मिलकर संसदीय दल का गठन करते हैं। रोजमर्रा के व्यवहार में अक्सरसांसद शब्द के स्थान पर मीडिया में इसके लघु रूप "MP"का प्रयोग किया जाता है। .
ब्रिटेन के प्रधान मन्त्री.
जनसत्ता हिन्दी का प्रमुख दैनिक समाचार पत्र है। .
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dea5d4fe67b2e82a0c786186b104bf73c9ff361a | कई लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि ईसबगोल कैसे लें या उम्र के हिसाब से इसबगोल भूसी की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए। आमतौर पर इसबगोल भूसी को पानी में मिलाकर खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। इसबगोल की भूसी को पानी में मिलाने से यह चिपचिपा जेल जैसा मिश्रण बन जाता है, इस मिश्रण में ना कोई गंध होती है ना ही कोई स्वाद होता है। एक गिलास गर्म पानी में एक से दो चम्मच ईसबगोल की भूसी मिलाएं और रात में खाना खाने के बाद इसका सेवन करें। एक कटोरी दही में एक से दो चम्मच इसबगोल की भूसी मिलाएं। मिठास के लिए आप इसमें चीनी भी स्वादानुसार मिला सकते हैं। इसबगोल और दही का मिश्रण दस्त से आराम दिलाने में बहुत कारगर होता है। इसबगोल और दही को खाने के कुछ देर बाद एक गिलास पानी पिएं। पेट साफ़ करने के लिए रात में एक चम्मच त्रिफला पाउडर और दो चम्मच ईसबगोल भूसी मिलाकर गर्म पानी के साथ इसका सेवन करें।
पेट से जुड़ी तमाम दिक्कतें सिर्फ कब्ज़ की समस्या के कारण ही होती हैं। इसलिए ज़रुरी है कि सबसे पहले कब्ज़ का इलाज किया जाए जिससे बाकी समस्याएं अपने आप ठीक हो जाती हैं। ईसबगोल में मौजूद फाइबर की अधिक मात्रा लैक्सेटिव की तरह काम करती है। यह आंतों की मांसपेशियों की गतिशीलता बढ़ाती है और मल को मुलायम बनाती है जिससे मलत्याग करना काफी आसान हो जाता है।
इसबगोल की भूसी के रोजाना सेवन से डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगल लेवल को बैलेंस रखने में काफी मदद मिल सकती है। ये शुगर स्पाइक्स को भी कंट्रोल करने में कारगर है। दिन में दो बार 5 ग्राम इसबगोल के सेवन से टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में ब्लड शुगर लेवल को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।
एक स्वस्थ शरीर के लिए पाचन का ठीक रहना जरूरी है और इसबगोल इसमें मदद कर सकता है। एक रिसर्च से पता चलता है कि इसबगोल में लैक्सेटिव प्रभाव होता है। यह प्रभाव पाचन क्रिया को अच्छी तरह से कार्य करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, इसबगोल का उपयोग चिकित्सीय एजेंट के रूप में कब्ज, दस्त और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम यानी आंतों से जुड़ी समस्या के घरेलू उपचार के लिए भी किया जाता रहा है।
बवासीर की स्थिति में पीड़ित को मल त्याग के वक़्त खून आने की परेशानी के साथ दर्द भी होता है। इस समस्या के लक्षण को कम करने में इसबगोल भूसी लाभदायक हो सकती है। एनसीबीआई की रिसर्च के मुताबिक, इसबगोल भूसी का सेवन करने से इसमें मौजूद फाइबर बवासीर के दौरान होने वाले रक्तस्राव को कम कर सकता है।
ईसबगोल का प्रयोग सांस की दुर्गन्ध से बचाता है, इसके अलावा खाने में गलती से कांच या कोई और चीज पेट में चली जाए, तो ईसबगोल की मदद से वह बाहर निकलने में आसानी होती है।
इसबगोल, आंतों को साफ करता है जो संक्रमण के कारण सूक्ष्म जीवों को हटाने में मदद करता है। दस्त के दौरान आप इसबगोल को दही में मिलाकर खा सकते हैं। दही और इसबगोल दोनों ही दस्त को रोकने में प्रभावी हैं।
इसबगोल पित्त ऐसिड को बांधता है और एलडीएल यानी बैड कलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह एचडीएल यानी गुड कलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाने में भी मददगार है। यह शरीर में ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करता है। यह दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, लिपिड के स्तर को बढ़ाता है।
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2c3676ffe4a0fc418d7e83e0752748f16a75e2a6 | रायपुर. कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता, हमारा नजरिया ही उसे छोटा या बड़ा बनाता है. तभी तो राजस्थान में झीलों के शहर उदयपुर में रहने वाली प्रिया सचदेव जो कॉमर्स से ग्रेजुएशन करने के बाद इवेंट कंपनी के लिए काम कर रही थी वो आज चाय की एक ठेली लगाती हैं. हालांकि इस काम को शुरू करने से पहले उनको अपने ही घर में विरोध का सामना करना पड़ा और जैसे-तैसे घरवाले इस बात के लिया तैयार हुए तो समाज ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया, यहां तक की उनको धमकियां तक मिलने लगीं. आलोचनाओं और धमकियों से बेपरवाह प्रिया अपने फैसले से पीछे नहीं हटीं और आज उनकी 'थ्री एडिक्शन' नाम की चाय की ये ठेली यहां आने वाले सैलानियों को भी अपनी ओर खींच लाती है.
प्रिया ये देखकर सोचने को मजबूर हुईं कि हमारा समाज चाहे जितनी भी समानता की बात करे, लेकिन वो आज भी लड़के और लड़कियों में भेद करता है. इसी परेशानी को देखकर उन्होने लड़कियों के लिए चाय का ठेला लगाने का सोचा.
खास बात ये है कि प्रिया वाई-फाई की सुविधा अपने कस्टमर को बिल्कुल मुफ्त देती हैं. प्रिया का काम आज भले ही समाज के लिए मिसाल बन रहा हो लेकिन इसकी शुरूआत इतनी आसान नहीं थीं.
प्रिया के पिता कारोबारी हैं और वो बेकरी चलाते थे और उनकी मां ब्यूटी पार्लर चलातीं थीं. इसलिए जब उन्होने अपने इस आइडिया के बारे में अपने घर में बात की तो घर वालों ने खासतौर पर उनकी मां इसके लिए तैयार नहीं हुईं. तब उन्होने अपनी मां को विश्वास दिलाया कि वो उनको इस काम के लिये थोड़ा वक्त दे और अगर वो इसमें असफल रहीं तो वो इस काम को छोड़ देंगी. इसके बाद उन्होने एक कॉलोनी के पास चाय का ठेला लगाया. ये ठेला उन्होने उस जगह पर लगाया जहां पर काफी सारे कॉलेज और हॉस्टल थे.
प्रिया का मुताबिक उनका ये ठेला सड़क किनारे लगता था जिसे नगर निगम वाले कभी भी हटा सकते थे. इसलिए उन्होने एक पक्की दुकान किराये पर ली. ये दुकान उदयपुर के सुभाष नगर इलाके में है. उनके इस ठेले में ज्यादातर लड़कियों का जमघट लगा रहता है, हालांकि यहां पर लड़के भी चाय पीने आते हैं. प्रिया किसी को मना नहीं करती. 'थ्री एडिक्शन' नाम के चाय की ये ठेली को उन्होने नो-स्मोकिंग जोन बनाया हुआ है, ताकि वहां मौजूद दूसरी लड़कियों को किसी तरह की असुविधा ना हो. बावजूद अगर कोई कस्टमर यहां पर स्मोक करता है तो वो पूरी विनम्रता से उसे मना कर देती हैं.
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a88dc2c3879b264fe5e745cef9b86cb349ce6427 | कोलकाता। कलकत्ता उच्च न्यायालय में सोमवार को एक जनहित याचिका दायर कर विधायक बायरन बिस्वास की विधायकी तत्काल रद्द करने की मांग की गई। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा है। तीन महीने पहले मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में बिस्वास को वाम मोर्चा समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। हालांकि, पिछले सप्ताह ही वह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
जनहित याचिका कलकत्ता उच्च न्यायालय की वरिष्ठ वकील सौम्या शुभ्रा रॉय ने दायर की है। उन्होंने इसी मांग के साथ 1 जून को पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमन बंदोपाध्याय और भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त के कार्यालयों को पत्र भेजा था।
अंत में दोनों कार्यालयों में से किसी से कोई जवाब नहीं मिलने के बाद रॉय ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की।
जनहित याचिका में रॉय ने तर्क दिया है कि चूंकि सागरदिघी के अधिकांश मतदाताओं ने बिस्वास को कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुना था, इसलिए उन्होंने तृणमूल में शामिल होकर उनकी भावनाओं को धोखा दिया और इसलिए उनके विधायक बने रहने का कोई आधार नहीं है। इस मामले पर अगले सप्ताह सुनवाई होने की संभावना है।
हालाँकि, बिस्वास दावा कर रहे हैं कि चूंकि वह पश्चिम बंगाल विधानसभा में कांग्रेस के अकेले प्रतिनिधि थे, इसलिए दल-बदल कानून उनके लिए लागू नहीं होता है। साथ ही, यदि इस्तीफा भी देना पड़े तो उन्हें तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में सागरदिघी से फिर से जीत का भरोसा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और दिग्गज पार्टी सांसद अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया था कि अगर उन्हें तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में अपनी जीत का भरोसा है, तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए और फिर से चुनाव लड़ना चाहिए।
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c9de91b089e5fcb63c7e8b9485a922a0cbcdfe97 | बिहार के मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह फरार हो गए हैं। एके-47 बरामदगी के मामले में बाहुबली विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पटना में पुलिस उनके सरकारी आवास पर पहुंची थी, लेकिन वे पुलिस को चकमा देकर पिछले दरवाजे से फरार हो गए। हालांकि इस दौरान पुलिस ने बाहुबली विधायक अनंत सिंह के करीबी छोटन को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि छोटन पर हत्या के 22 मुकदमे दर्ज हैं।
गौरतलब है कि मोकामा में बाहुबली विधघायक अनंत सिंह के घर से पुलिस ने एके-47 बरामद किया था। शुक्रवार को पुलिस ने अनंत सिंह के पैतृक गांव लदमा में उनके घर पर छापेमारी की थी। इसी दौरान एके-47 बरामद किया गया था। शनिवार को विधायक के खिलाफ यूएपीए एक्ट के तहत केस दर्ज गया था। इसी मामले में पटना में पुलिस शनिवार रात को अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए उनके सरकारी आवास पर पहुंची थी।
बताया जा रहा है कि पटना में विधायक अनंत सिंह के सरकारी आवास में घुसने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। बड़ी मुश्किल से पुलिस विधायक के घर के अंदर दाखिल हुई, लेकिन तब तक विधायक घर के पिछले दरवाजे से फरार हो चुके थे। अब पुलिस बाहुबली विधायक को जल्द गिरफ्तार करने और उनकी पत्नी के खिलाफ एक्शन लेने की बात कह रही है।
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76acd0c8fe124eef585d19133a0563ee3aaa4316 | सभी देश अपनी अपनी संस्कृति और सभ्यता के लिए जाने जाते हैं. आज हम आपको श्रीलंका में मौजूद लंकापुरी के बारे में बताने जा रहे हैं. लंकापुरी में आपको आज भी रावण के महल में कुछ ऐसे अवशेष देखने को मिलेंगे, जो रामायण काल की कहानी कहते हैं.
लंकापुरी में रावण का महल मौजूद है, और इसमें ऐसे कई मंदिर मौजूद हैं जहां पर रामायण काल में बहुत सी महत्वपूर्ण घटनाएं हुई थी. लंकापुरी को रावण का गढ़ माना जाता है, और आप यहां पर आज भी हनुमान मंदिर, सीता मंदिर, अशोक वाटिका और रावण की साधना करने वाली जगहों को देख सकते हैं. यहां पर घूमते समय आपको ऐसा लगेगा कि आप रामायण काल में आ गए हैं.
यहां पर एक तरफ रावण का पुष्पक विमान रखा हुआ है, और आप यहां पर 50 ऐसी जगहों को देख सकते हैं जिनके बारे में शायद आपने कभी न सुना हो. यहां पर आज भी रावण की तपस्या करने की रहस्यमई और रोमांचकारी जगह मौजूद है. लंकापुरी के एला शहर में रावण ने अपनी पहली तपस्या की थी, और यही पर उन्होंने सीता को कैदी बनाकर रखा था. इला शहर से एक गुफा और सुरंग निकलती है जो रावण के जलप्रपात तक जाती है.
लंकापुरी में आज भी हनुमान जी के पैरों के निशान देखने को मिलते हैं. और आप यहां पर हनुमान जी के द्वारा खराब की हुई अशोक वाटिका को भी देख सकते हैं यह जगह प्राकृतिक नजारों से भरपूर है.
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75e5eee068c89d288ababa842ba3066692ada62e | Garhwa :झारखंड के कई जिलों में जंगली हाथियों ने अपना आतंक मचा रखा है, वहीं गढ़वा जिले के रमकंडा प्रखंड में कई गांवों में इन दिनों हाथी के आंतक से लोग काफी परेशान है. बीती रात जंगली हाथियों का झुंड 2 गांवों में घुस कर जमकर उत्पात मचाया है. 4 घरों समेत कई क्विंटल अनाजों बर्बाद किया है.
हाथियों ने कई घरों को क्षतिग्रस्त किया है वहीं कई क्विंटल धान और मक्के का खा गये है. मिली जानकारी के अनुसार रमकंडा प्रखण्ड के बलिगढ़ पंचायत के तेतरडीह गांव में देर रात हाथियों ने बुधु मांझी के घर पर हमला बोल दिया. घर को पूरी तरह से तोड़ दिया है. इसके साथ ही घर में रखे अनाज जैसे धान , मक्का इत्यादि को भी चट कर गया. जिसे लोगों को काफी नुकसान हुआ है.
पीड़ित किसानों ने बताया कि देर रात हाथियों के झुंड ने एक- एक करके 4 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. किसी तरह ग्रामीणों के सहयोग से टीन बजाकर एवं टॉर्च लाइट जलाकर गांव से हाथियों के झुंड को भगाया गया. घटना की सूचना मिलते ही पंचायत के मुखिया पति विनोद प्रसाद ने पीड़ित किसानों के घर पहुंचकर मामले की जानकारी ली. वहीं वन विभाग से मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया है. इसी तरह पिछले दिनों चार हाथियों के झुंड ने रमकंडा प्रखण्ड के सेमरटाड गांव निवासी अवधेश सिंह,रामलाल राम,विकाश कुमार के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया था. इसके साथ ही बरवा गांव के रुबिला बाखला व रुबित बाखला के खलिहान में रखे करीब 70 बोझा धान खा गया था. वहीं देनवा लकड़ा के खलिहान में दव कर बोरी में रखे गये करीब 10 किवंटल धान पूरी तरह चट कर गये थे.
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ec71894e0231b2ca3ce58b538836977c3ebb11fb | भारतीय ऑल राउंडर केदार जाधव ने शुक्रवार को मुंबई में कहा कि वह दो से तीन हफ्ते के समय में खेलना शुरू कर देंगे. आईपीएल के दौरान हैमस्ट्रिंग चोट के बाद जाधव को सर्जरी करानी पड़ी थी. चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते हुए जाधव को इस साल आईपीएल के उद्धाटन मुकाबले में मुंबई इंडियंस के खिलाफ चोट लगी थी. इसके बाद वह पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए.
33 वर्षीय महाराष्ट्र के क्रिकेटर ने बताया कि उन्हें यह तीसरी बार चोट लगी है. जिसकी वजह से यह चोट बेहद गंभीर हो चुकी थी. सबसे पहले दिसंबर में धर्मशाला में श्रीलंका के खिलाफ चोट लगी, फिर तीसरे वन-डे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और इसके बाद आईपीएल में चोटिल हुआ.
टीम इंडिया के प्रतिभाशाली खिलाड़ी जाधव के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक 40 वनडे मैच खेलते हुए 798 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 2 शतक और 3 अर्धशतक जड़े. जाधव का सर्वश्रेष्ठ वनडे स्कोर 120 रन है.
इसके अलावा उन्होंने इस फॉर्मेट में गेंदबाजी करते हुए 16 विकेट भी झटके हैं. उनका गेंदबाजी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3 विकेट लेकर 29 रन देना रहा है. इसके अलावा जाधव ने 6 इंटरनेशनल टी-20 पारियों में 120 रन बनाए हैं.
टी-20 में वह तक 1 फिफ्टी भी लगा चुके हैं। महाराष्ट्र की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले केदार टीम इंडिया के मुख्य खिलाड़ी बन गए थे, लेकिन इस चोट के बाद उन्हें दोबारा टीम इंडिया में अपनी जगह बनानी होगी.
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1fccf1332a551b2b9dee3b2ec0b9ac13481187b3 | साउथैम्पटनः इंग्लैंड पर शानदार जीत दर्ज करने वाली कैरेबियाई क्रिकेट टीम के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा है कि वह इस बात को लेकर काफी हैरान थे कि आखिरकार पहले टेस्ट के लिए स्टुअर्ट ब्रॉड को मौका क्यों नहीं दिया गया। कैरेबियाई टीम ने तीन मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में चार विकेट से जीत हासिल कर 1-0 की लीड ले ली है।
वेस्टइंडीज की पहली पारी के दौरान इंग्लैंड के लिए मार्क वुड और जोफ्रा आर्चर कोई खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे लेकिन आर्चर ने दूसरी पारी में अपनी कहर बरपाती गेंदों से कैरेबियाई टीम को परेशान कर दिया था। उनकी घातक गेंदबाजी की बदौलत ही शुरुआत में वेस्टइंडीज का जीत के लिए 200 रन के लक्ष्य तक पहुंचना मुश्किल नजर आ रहा था। कैरेबियाई टीम ने महज 27 रन के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए थे और ओपनर जॉन कैंपबेल चोटिल होकर पवेलियन लौट गए थे।
ऐसी स्थिति से वेस्टइंडीज की टीम ने शानदार वापसी करते हुए मैच अपने नाम किया। सीरीज का दूसरा मैच गुरुवार 16 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ट ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जाएगा। ऐसे में कैरेबियाई टीम की नजर लगातार दूसरे मैच में जीत हासिल कर विजडन ट्रॉफी पर अपना कब्जा बरकरार रखने पर होगी। कैरेबियाई टीम को ऐसा करने से रोकने की जिम्मेदारी इंग्लैंड के पेस अटैक पर होगी।
साउथैमप्टन टेस्ट में इंग्लैंड की एकादश में शामिल नहीं किए जाने की वजह से स्टुअर्ट ब्रॉड घरेलू सरजमीं पर लगातार 52वां टेस्ट खेलने से चूक गए। इसी के साथ ही उनका इंग्लैंड के लिए घरेलू सरजमीं पर लगातार 8 साल और 51टेस्ट मैच खेलने के बाद ये सिलसिला टूट गया। साल 2012 में एजबेस्टन में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही टेस्ट मैच खेलने के बाद से वो घर पर खेले गए सभी टेस्ट मैच में इंग्लैंड की एकादश का हिस्सा रहे थे।
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57299342db220aa69fb3c9c73494e8042476bbd5 | उत्तरी कोरिया के उप संसद सभापति ने कहा है कि जो भी कोरिया प्रायःद्वीप की शांति को भंग करने के प्रयास करेगा वह हमारे हमले का निशाना बनेगा।
केलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग से मरने वालों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हो रही है।
उत्तर कोरिया ने कहा है कि अगर इस देश के ख़िलाफ़ अमरीकी धमकियां जारी रहीं तो गोओम द्वीप में अमरीकी सेना की छावनी पर मीज़ाईल बरसाएंगे।
मलेशिया के क़ुद्स फ़ाउंडेशन का कहना है कि इस्राईल म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के जनसंहार के लिए हथियारों की आपूर्ति कर रहा है।
यूरोप के बड़े देशों ने जेसीपीओए के बारे में अमरीकी राष्ट्रपति के दृष्टिकोण से असहमति जताई है।
रूस के विदेशमंत्रालय ने एक बयान जारी करके ईरान और जेसीपीओए के विरुद्ध ट्रम्प की नीतियों को ख़ारिज करते हुए कहा कि जेसीपीओए से पहले और प्रतिबंधों की ओर पलटना असंभव है।
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी आईएईए के महानिदेशक यूकिया अमानो ने ईरान और जेसीपीओए के विरुद्ध अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ईरान वर्तमान समय में परमाणु सत्यापन व्यवस्था में सबसे मज़बूती के साथ शामिल है और वह जेसीपीओए के अनुसार अपने समस्त वचनों पर अमल कर रहा है।
अमरीका के विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता ने ईरान विरोधी ट्रम्प के भाषण का विवरण देते हुए कहा है कि वाशिंग्टन जेसीपीओए से नहीं निकला है।
फ़्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी, यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी और रूसी संचार माध्यमों ने बड़ी तेज़ी से अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के ईरान विरोधी और जेसीपीओए के बारे में उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान ने अमरीका के साथ हर स्तर पर संपर्क जारी रखने की घोषणा की है जबकि दोनों देशों का एजेंडा संयुक्त दुशमन को पराजित करना है और इंटैलीजेन्स जानकारियों के सही समय पर आदान प्रदान से आतंकियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही संभव हुई।
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ffc4af7fe59619143f9aa48c60320c56de643c6c | ।ग्राम क्रमांक :
।ग्राम का नाम :
।तहसील :
।जनपद :
।फसली वर्ष :
।भाग :
।प्रत्येक गाटे का क्षेत्रफल (हे.)
।1 - ऐसी भूमि, जिसमें सरकार अथवा गाँवसभा या अन्य स्थानीय अधिकारिकी जिसे1950 ई. के उ. प्र. ज. वि.एवं भू. व्य. अधि.की धारा 117 - क के अधीन भूमि का प्रबन्ध सौंपा गया हो , खेती करता हो । ( नदारद )
।1क(क) - रिक्त ( नदारद )
।1-ख - ऐसी भूमि जो गवर्नमेंट ग्रांट एक्ट केअन्तर्गत व्यक्तियों के पास हो । ( नदारद )
।2 - भूमि जो असंक्रमणीय भूमिधरो केअधिकार में हो। ( नदारद )
।3 - भूमि जो असामियों के अध्यासन या अधिकारमें हो। ( नदारद )
।4 - भूमि जो उस दशा में बिना आगम केअध्यासीनों के अधिकार में हो जब खसरेके स्तम्भ 4 में पहले से ही किसी व्यक्तिका नाम अभिलिखित न हो। ( नदारद )
।4-क - उ.प्र. अधिकतम जोत सीमा आरोपण.अधि.अन्तर्गत अर्जित की गई अतिरिक्त भूमि -(क)जो उ.प्र.जोत सी.आ.अ.के उपबन्धो केअधीन किसी अन्तरिम अवधि के लिये किसी पट्टेदार द्वारा रखी गयी हो । ( नदारद )
।4-क(ख) - अन्य भूमि । ( नदारद )
।5-1 - कृषि योग्य भूमि - नई परती (परतीजदीद)
।5-2 - कृषि योग्य भूमि - पुरानी परती (परतीकदीम) ( नदारद )
।5-3-क - कृषि योग्य बंजर - इमारती लकड़ी केवन। ( नदारद )
।5-3-ख - कृषि योग्य बंजर - ऐसे वन जिसमें अन्यप्रकर के वृक्ष,झाडि़यों के झुन्ड,झाडि़याँ इत्यादि हों।
।5-3-ग - कृषि योग्य बंजर - स्थाई पशुचर भूमि तथा अन्य चराई की भूमियाँ । ( नदारद )
।5-3-घ - कृषि योग्य बंजर - छप्पर छाने की घास तथा बाँस की कोठियाँ । ( नदारद )
।5-3-ङ - अन्य कृषि योग्य बंजर भूमि।
।5-क (क) - वन भूमि जिस पर अनु.जन. व अन्य परम्परागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यत्ाा) अधि. - 2006 के अन्तर्गत वनाधिकार दिये गये हों - कृषि हेतु ( नदारद )
।5-क (ख) - वन भूमि जिस पर अनु.जन. व अन्य परम्परागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यत्ाा) अधि. - 2006 के अन्तर्गत वनाधिकार दिये गये हों - आबादी हेतु ( नदारद )
।5-क (ग) - वन भूमि जिस पर अनु.जन. व अन्य परम्परागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यत्ाा) अधि. - 2006 के अन्तर्गत वनाधिकार दिये गये हों - सामुदायिक वनाधिकार हेतु ( नदारद )
।6-1 - अकृषिक भूमि - जलमग्न भूमि ।
।6-2 - अकृषिक भूमि - स्थल, सड़कें, रेलवे,भवन और ऐसी दूसरी भूमियां जोअकृषित उपयोगों के काम में लायी जाती हो।
।6-3 - कब्रिस्तान और श्मशान (मरघट) , ऐसेकब्रस्तानों और श्मशानों को छोड़ करजो खातेदारों की भूमि या आबादी क्षेत्र में स्थित हो।
।6-4 - जो अन्य कारणों से अकृषित हो ।
।यह खतौनी इलेक्ट्रोनिक डिलीवरी सिस्टम द्वारा तैयार की गयी है तथा डाटा डिजीटल हस्ताक्षर द्वारा हस्ताक्षरित है।
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f97999e659874071eb59f5da013baea147e468da61b719f76632a8958cb32012 | बंगाल में पीड़ितों की सहायता का आर्यसमाज का कार्य
विज्ञप्ति न० २
सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से कार्य प्रतिनिधिसभा बगाल आसाम के प्रबन्ध में २३ - ७ - ५२ से सुन्दरबन "बगाल के भयकर - दुर्मिस मस्त में कुमीरमारी कन्द्र से पड़ितों की सहायता का कार्य हो रहा है। अनेक सुयोग्य कार्यकर्त्ता स्वयसेवक और चिकित्सक मनोयोग पूर्वक काम में जुटे हुए हैं । २३ जलाई से ३१ जलाई तक २००० वस्त्रहोन नर नारियों व बच्चों में पहनने के कपड़े वितीर्ण किए हैं। ८०० दरिद्र व्यक्तियों को सरकारी सस्ती दूकान से चावल क्रय करने में आर्थिक सहायता दी गई। सरकार की ओर से वहा इन दिनों सवा छ भाने सेर के अत्यन्त सस्ते ) भाव पर पीड़ितों को चावल बेचा खाता है। निरन्तर वर्षा, कीचड़ आदि की कठिनाइयों के होते हुए भी हमारे चिकित्सकों द्वारा रोगियों को उनके घर पर औषधि पहुॅचाई व चिकित्सा की जाती है। हर्ष का विषय है कि जैन समाज के कई उत्साही नवयुवक आर्य समाज के काम में हाथ बटा रहे हैं और हर प्रकार की सहायता दे रहे हैं। सार्वदेशिक समा ने प्रारम्भिक सहायता के रूप में २००० रुपया आाय प्रतिनिधि ग्रमा वगाल को भेज दिया है। वर्तमान अनुमान के अनुसार इस कार्य में १०००० रुपया "इस सहल" के व्वय की सभावना है।
कुमीरमारी सुन्दरबन का अन्तिम ग्राम है। इसकी जन सख्या लगभग ३०००० है । ६ वर्ष तक वर्षा न होने के कारण यहा भयंकर दुर्मिंच पड़ गया है। इस ग्राम के चहुँ ओर नदी और नदी के दूसरे पार पर सुन्दरवन गहन का बन है जहा बगाल रोयल टाइगर, हरिण, सूअर सर्प आदि बहुत सख्या में पाए जाते हैं। नदी में बड़े भयकर मगर भरे हुए हैं।
इस समय वहा के लिये धन के साथ २ वस्त्रों की अत्यन्त आवश्यकता है। जो भी स्थानीय समाज में जमा करा के इस सभा को सज्जन नए वा पुराने वस्त्र भेजना चाहे, वे सूचना देवें । जो सज्जन अपने घन का इस पुण्य कार्य में सदुपयोग करना चाहें वे सावदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा भद्धानन्द बाजार देहली के पते पर भेज सकते हैं। जो सब्जन सेवा कार्य के लिये वहां जाने के लिये उत्सुक हों वे भी सभा को लिख सकते हैं।
कविराज हरनामदास बी० ए०
मंत्रीसार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा, बलिदान भवन देहली। | pdf |
2b6fae39e39384ca60c5e740ca19d7a37f669fd9 | नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को निधन हो गया. 89 साल के कल्याण सिंह लंबे वक्त से बीमार थे और लखनऊ पीजीआई में भर्ती थे. कल्याण सिंह के निधन के बाद भारतीय राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उमा भारती समेत तमाम बड़े नेताओं ने दुख जताया है.
पीएम ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, भारत के सांस्कृतिक उत्थान में उनके योगदान के लिए आने वाली पीढ़ियां हमेशा कल्याण सिंह जी की आभारी रहेंगी. वह दृढ़ता से भारतीय मूल्यों में निहित थे और हमारी सदियों पुरानी परंपराओं पर गर्व करते थे. पीएम ने कहा, कल्याण सिंह जी ने हाशिए पर खड़े समाज के करोड़ो लोगों को आवाज दी. किसानों, युवाओं और महिलाओं को सशक्त किया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, कल्याण सिंह जी के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है. उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव है. ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे. ओम शान्ति!
उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, जनसंघ के समय से ही उन्होंने भाजपा को मजबूत बनाने और समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की. श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन में भी उनकी महती भूमिका के लिए उन्हें यह देश हमेशा याद रखेगा. उनका निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है और मेरे लिए तो यह बहुत ही पीड़ादायक क्षण है. उन्होंने कहा, कल्याण सिंह जी उ. प्र. ही नहीं भारतीय राजनीति की वह कद्दावर हस्ती थे, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से देश और समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी. उनका लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित रहा. वे उत्तर प्रदेश के अत्यंत लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में जाने गए.
श्री कल्याण सिंह जी के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है। उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव है। ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे। ओम शान्ति!
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, कल्याण सिंह जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी कर्तव्यनिष्ठा व राजनीतिक कौशल से सुशासन की संकल्पना को साकार कर जनता को भय व अपराध से मुक्त एक जनकल्याणकारी शासन दिया और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार कर आने वाली सरकारों के लिए उत्कृष्ट आदर्श भी स्थापित किए.
उन्होंने ट्वीट किया, जन-जन के हृदय में बसने वाले प्रखर राष्ट्रवादी आदरणीय कल्याण सिंह जी जैसा महान व्यक्तित्व ढूंढने पर विरले ही मिलता है. बाबूजी ने अपनी कर्मठता से विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए किसान, गरीब और वंचित वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर देश की प्रगति में अपना अनुपम योगदान दिया.
जन-जन के हृदय में बसने वाले प्रखर राष्ट्रवादी आदरणीय कल्याण सिंह जी जैसा महान व्यक्तित्व ढूंढने पर विरले ही मिलता है।
बाबूजी ने अपनी कर्मठता से विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए किसान, गरीब और वंचित वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर देश की प्रगति में अपना अनुपम योगदान दिया।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा, कल्याण सिंह का निधन राजनीति के एक युग का अंत है.
कल्याण सिंह जी के निधन से आज हमने एक ऐसा विराट व्यक्तित्व खो दिया जिसने अपने राजनीतिक कौशल, प्रशासकीय अनुभव और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण से राष्ट्रीय स्तर पर एक अमिट छाप छोड़ी। वे वंचित वर्ग के उत्थान और सभी वर्गों के कल्याण को समर्पित रहे। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
ओम बिरला ने कहा, कल्याण सिंह जी के निधन से आज हमने एक विराट व्यक्तित्व खो दिया. अपनी सहजता व सरलता के कारण वे जनता में लोकप्रिय थे. अपने राजनीतिक कौशल, प्रशासकीय अनुभव और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण से राष्ट्रीय स्तर पर अमिट छाप छोड़ी. वे वंचित वर्ग के उत्थान और सभी वर्गों के कल्याण को समर्पित रहे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने प्रदेश के विकास को नई गति दी. उनके सुदीर्घ अनुभव का लाभ राजस्थान व हिमाचल प्रदेश को भी मिला.
हमारे वरिष्ठ नेता आदरणीय कल्याण सिंह जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत व्यथित हूं। जनसंघ और भाजपा को उत्तर प्रदेश में खड़ा करने में कल्याण सिंह जी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
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61d72a0994e97ba4086cbdb2070d4f9eef5f7e5cb6e9370e0035d031a1d2dfa0 | मानसिक चिन्ता
रात चिन्ता करते करते अपने सोचने और समझनेकी शक्तिका विलकु नाश कर बैठते है और तब उनकी अवस्था दिनपर दिन इतनी अधि हीन होती जाती है कि उनके फिरसे उठनेकी कोई सम्भावना नही जाती । उसी दशामे वे निराश होकर उन चिन्ताओसे मुक्त होनेके लि मद्यपान करने लगते है अथवा और किसी प्रकारका नशा करने लग हे । मानो धीरे धीरे सुलगती हुई आग और जोरसे मुलगाई जा लगती है जो अन्तमे समस्त मानसिक और शारीरिक शक्तियोको भर करके ही छोड़ती है ।
जो व्यक्ति अपने जीवनमे कभी कोई काम अच्छी तरह या तोरसे न कर सका हो, उसे सबसे पहला काम यह करना चाहिए वह चिन्तासे अपने आपको मुक्त कर ले । हमारे सुख और उन्नति जितनी अधिक वावक छोटी छोटी चिन्ताएँ हुआ करती है, उतन अधिक बाधक और कोई वात या चीज नहीं होती । घोडा मेहन करनेसे उतना ज्यादा परेशान नहीं होता जितना मक्खिपोसे परेशान रहता है । मेहनत उसे चिन्तित नही करती, पर मक्खियो उसे चिन्ति कर देती हैं । फिर गाडी रवीचनेसे वह उतना नहीं घबराता जितन बार बार रासके खीचे जाने और चावुक के हिलनेसे घबड़ाता है। इस तरह आदमी भी वडे बडे कामोसे उतना परेशान नहीं होता जितन व्यर्थकी छोटी मोटी चिन्ताओसे । इसलिए प्रत्येक समझदार आदमीव यह मुख्य कर्तव्य है कि वह अपने आपको सदा सन प्रकारकी चिन्ता ओसे मुक्त रक्खे और व्यर्थकी बातोकी फिकरके अपने आपको परे शान न करे । क्योकि यही चिन्ता एक ऐसी चीन जो हमारी ि योका भी नाश करती है और हमारे सुखका भी । | pdf |
14f129259aa594f7bdb0da7fcd6e1a91b9d38b03 | इगलास। हर वर्ष श्रावण शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन तुलसी जयंती मनाई जाती है। शनिवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा द्वारा महाकवि गोस्वामी तुलसीदास की जयंती पूर्व संध्या पर महामंत्री के आवास पर सुंदर कांड पाठ आयोजित कर मनाई गई। इस दौरान विश्व कल्याण व कोरोना से मुक्ति दिलाए जाने के लिए हवन-यज्ञ किया गया। अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण कौशिक ने कहा कि तुलसीदास ने सगुण भक्ति की रामभक्ति धारा को ऐसा प्रवाहित किया कि वह धारा आज भी प्रवाहित हो रही है। उन्होंने रामभक्ति से सिर्फ अपना ही जीवन कृतार्थ नहीं किया बल्कि सभी को श्रीराम के आदर्श से बांधने का प्रयास भी किया। डा. नृपतिदेव भारद्वाज ने कहा कि तुलसीदास ने भगवान श्रीराम के जीवन को रामचरित मानस में दर्शाया है। तुलसीदास ने अपनी रचनाओं को आम जन तक पहुंचाने के लिए उन्हीं की भाषा का प्रयोग किया है। कालीचरन गौड़ ने कहा कि तुलसी भारत के सर्वश्रेष्ठ कवियों में एक हैं। इस मौके पर गोकुलचंद कटारा, फूलचंद तिवारी, प्रभात कुमार शर्मा, बाबूदत्त शर्मा, गौरीशंकर उपाध्याय, दीवान सिंह, अमित कटारा, सूरजपाल शर्मा, चौ. रामवीर सिंह, जगदीश प्रसाद, राजकुमार शर्मा, अरुन कटारा, आंशू शर्मा, डा. सुभाषचंद्र शर्मा, भीष्म कुमार, आदित्य कटारा आदि थे।
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2702d5e34d443594a7fbe6318dd94cabd333b40f | दिल्ली (New Delhi) के सदर बाजार (Sadar Bazar)में घटित हुई एक घटना में स्कूटर सवार दो बदमाशों ने महिला की चेन छीन (Chain Snatching) ली। झटका लगने के कारण महिला सड़क पर गिरी, पीछे से स्कूल वैन आ गई। पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
राजधानी दिल्ली (New Delhi) में हर रोज अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। स्नेचिंग करने वाले अपराधियों के इरादे इतने बुलंद हो चुके हैं कि वह भरे बाजार में स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देने लगे हैं। दिल्ली के सदर बाजार से भी ऐसी एक घटना सामने आई है जिसमें महिला के साथ चेन स्नैचिंग (Chain Snatching) की गई, जिसके कारण महिला सड़क पर गिर गई और बड़े हादसे का शिकार होते होते बची।
यह घटना 16 सितंबर सुबह 7. 30 बजे उस वक्त हुई जब महिला अपने घर से जिम जा रही थी। इसी दौरान पीछे से आकर एक स्कूटर सवार बदमाश ने चेन छीनने की कोशिश की। चेन छीनते समय धक्का लगने से महिला सड़क पर गिर पड़ी और स्कूटर सवार बदमाश चेन छीनकर फरार हो गए। लेकिन उसी समय पीछे से एक स्कूल वैन और सामने से एक कार भी आ रही थी। कार सवार ने आखिरी समय पर ब्रेक लगा लिए जिस कारण महिला बड़े हादसे का शिकार (Car Accident) होते होते बच गई।
घटना के तुरंत बाद वहां मौजूद लोगों ने पीसीआर को फोन किया। पुलिस महिला को थाने लेकर गई लेकिन महिला का आरोप है कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज न करके एक सादा कागज पर शिकायत लिखी। महिला के पति ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी की फुटेज निकलवाई जिसमें घटना साफतौर पर कैद हुई है। उसमें बदमाशों के स्कूटर का नंबर भी साफ देखा जा सकता है। लेकिन पीड़ित पक्ष का कहना है पुलिस को फुटेज देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
वारदात हो जाने बाद भी कई बार बदमाश को लोगों ने इलाके में घूमते हुए देखा है। लोगों का आरोप है कि उसी घटनास्थल पर 17 तारीख को फिर से वारदात हुई है। इस मामले पर डीसीपी मोनिका ने जानकारी मांगी गई है लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
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8b5dfbb06d1292694076cc329cc4ba498e38da69 | बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने वाला अल-साल्वाडोर दुनिया का पहला देश है। हाल में यह देश क्रिप्टो से जुड़े मामलों का सामना कर रहा है। देश के लोगों ने सरकार की ओर से जारी किए गए चिवो Chivo वॉलेट में फ्रॉड लेनदेन की शिकायत की है। अल-साल्वाडोर के कई लोगों ने शिकायत की है कि उनके चिवो वॉलेट से रहस्यमयी तरीके से बिटकॉइन गायब हो रहे हैं। सितंबर में अल-साल्वाडोर ने बिटकॉइन को लीगल करेंसी के रूप में अपनाया था। उसके बाद से ही देश के राष्ट्रपति नायब बुकेले, सोशल मीडिया पर बिटकॉइन का सपोर्ट करते रहते हैं।
पीड़ित लोग अपना पक्ष रखने के लिए ट्विटर पर स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं। कई लोग सरकार के अलावा चिवो वॉलेट अधिकारियों से मदद के लिए संपर्क कर रहे हैं। उनसे जवाब भी मांग रहे हैं। लोगों ने आरोप लगाया है कि 'अनधिकृत लेनदेन' के बदले उन्हें बिटकॉइन टोकन की कीमत चुकानी पड़ी है।
एक यूजर ने अल साल्वाडोर से होने का दावा करते हुए Gadgets 360 को बताया कि शिकायत करने पर भी लोगों को कोई जवाब नहीं मिलता। शख्स अपना नाम नहीं बताना चाहता है।
उस व्यक्ति ने Gadgets 360 के साथ एक स्प्रेडशीट भी शेयर की, जिसमें यूजर्स की शिकायतों के ट्वीट के लिंक हैं। कुछ ट्वीट्स में चिवो वॉलेट पर लेन-देन के स्क्रीनशॉट हैं।
अल साल्वाडोर सरकार के सपोर्ट के साथ चिवो वॉलेट को दुनिया भर में USD और बिटकॉइन में लेनदेन की सुविधा देने के लिए बनाया गया था। मैक्सिकन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Bitso इसका सर्विस प्रोवाइडर है। अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति बुकेले के अनुसार 20 लाख से ज्यादा लोग चिवो वॉलेट का इस्तेमाल करते हैं।
का अनुमान है कि अल साल्वाडोर में चिवो वॉलेट से लगभग 16,000 डॉलर (लगभग 12 लाख रुपये) कीमत के बिटकॉइन गायब हो गए हैं। दूसरी ओर एक अन्य ट्विटर थ्रेड का दावा है कि $120,000 (लगभग 90 लाख रुपये) कीमत के बिटकॉइन गायब हो गए हैं।
इस मामले पर अल-साल्वाडोर की ओर से कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है। चिवो वॉलेट के ट्विटर अकाउंट पर भी 2 नवंबर के बाद कोई एक्टिविटी नहीं हुई है। इस बीच, अल साल्वाडोर में बिटकॉइन के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है।
CryptoWhale के अनुसार, देश में बिटकॉइन ट्रांजैक्शंस में 89 फीसदी की कमी आई है, जब से इसे करेंसी का दर्जा दिया गया है। इसके बावजूद राष्ट्रपति बुकेले का दृष्टिकोण क्रिप्टो के समर्थन में है।
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4ab343d10701cb056e5d728123cb415dbb3417ac | चतरा/कुंदा/कान्हाचट्टी/पत्थलगडा। जिले में दिखा यास चक्रवात का व्यापक असर। दो दिनों तक हुए भारी बारिश से जिले के कुंदा, टंडवा, कान्हाचट्टी, इटखोरी, मयूरहंड, पत्थलगडा सहित अन्य प्रखंडों में दर्जनों गरीबों के कच्चे आशियाने ध्वस्त हो गए है। स्थिति ऐसी हो गई है कि प्रभावितों में कई दूसरे के घरों में शरण लिए हुए हैं। वहीं पत्थलगडा, गिद्धौर, सिमरिया व लावालौंग प्रखंड में तीन दिनों से बिजली आपूर्ति ठप है। मिली जानकारी के अनुसार कुंदा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत नवादा पंचायत के कोडहास गांव निवाशी बिरजू दास, मौर्य देवी, जुगल प्रसाद एवं उमेश भारती का मिट्टी का घर बारिश की वजह से ध्वस्त हो गया है। सभी के पास रहने के लिए घर नहीं बचा है, साथ ही घर में रखे खाद्य सामग्री भी दब कर नष्ट हो गए हैं। जिसके कारण सभी को रहने के साथ भोजन की भी समस्या उत्पन हो गई है। किसी तरह से अपने पड़ोसियों के घर में फिलहाल रह रहे हैं। वही टिकैतबांध व कोजराम समेत अन्य पंचायतों म कई गरीबों के घर ध्वस्त हो गए है। जिन्हें राहत नही पहुंचाई गई है। आपदा प्रबंधन के तहत भुक्तभोगियों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। वहीं कान्हाचट्टी प्रखंड के करमा गांव निवासी प्रीतम यादव पिता स्व. महावीर यादव का घर बारिश से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे प्रीतम घर से बेघर हो गया है, पिडीत के पास मात्र एक गिरा हुआ घर हीं रहने के लिए है। जिसमें जैसे तैसे अपने परिवार के साथ रहने को मजबूर है। मुखिया रामानंद कुमार ने पीडित को ढाढस बंधाते हुए कहा प्रयास करेंगे आपदा प्रबंधन से आवास योजना की स्वीकृति मिल जाए। दुसरी ओर टंडवा, पत्थलगडा, इटखोरी व मयूरहंड में भी दर्जनों गरीबों का आशियाना भारी बारिश की भेट चढ़ गई। लेकिन पीड़ितों को राहत पहुंचाने का काम नही किया गया।
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0aab9d5e6561bc629754159c35b7b37b8ea327a4999f87d187f7c71e6c76e1e0 | छायाः- अहोनञ्चेन्द्रियत्वमपि स लभते, उत्तमधर्मच तिहि दुर्लभा ।
कुतिथि निपेवको जनः, समयं गौतम ! मा प्रमादीः ॥१८॥ शब्दार्थः- हे गौतम ! वह जीव यदि परिपूर्ण पांचों इन्द्रियां प्राप्त कर ले तो उत्तम धर्म का श्रवण दुर्लभ है - श्रेष्ठ धर्म के तत्त्व का उपदेश पाना कठिन है, क्योंकि मनुष्य कुतीर्थियों की उपासना करने वाले देखे जाते हैं । इसलिए समय मात्र भी प्रमाद न करो ।
भाष्यः - पुण्य अधिक प्रबलतर हुआ और किसी जीव को, मनुष्यत्व, आर्यत्व और परिपूर्ण कार्यकारी इन्द्रियां भी प्राप्त हो गई तो भी धर्म साधना के अन्तरायों का अन्त नहीं होता। क्योंकि जगत् में बहुतेरे मनुष्य कुतीर्थियों का सेवन करते हैं ।
जिसके द्वारा तरा जाय या जो तारने वाला हो उसे तीर्थ कहते हैं। कहा भी हैतिज्जइ जं तेरण तहि, तओ व तित्थं तयं च दव्वम्मि । सरियाई भागो निरवायो तम्मिय पसिद्धे ॥
गाथा का भाव ऊपर आ चुका है। जिसके सहारे तिरने योग्य वस्तु तिरती है - पार पहुंचती है, वह तीर्थ कहलाता है । सुविधाजनक नदी आदि का एक विशिष्ट भाग (घाट) द्रव्यतीर्थ है ।
नाम, स्थापना, द्रव्य और भाव रूप चार निक्षेपों के भेद से तीर्थ चार प्रकार का है। किसी वस्तु का, जिसमें तीर्थ का गुण न हो, 'तीर्थ' ऐसा नाम रख लेना नामतीर्थ है । किसी तदाकार अथवा अतदाकार वस्तु में 'तीर्थ' की स्थापना कर लेना स्थापना तीर्थ कहलाता है। नदी सरोवर आदि द्रव्य तीर्थ कहे जाते हैं, क्योंकि उनसे शरीर ही तिरता है अर्थात् शरीर ही इस पार से उस पार पहुंचता है । इसके अतिरिक्त नदी आदि शरीर के द्रव्यमल-बाह्य मैल को ही हटाता है । तथा नदी प्रभृति कभी तिराती है, कभी नहीं तिराती-तैरने वाले को डुवा भी देती है। इन सब कारणों से नदी आदि द्रव्य-तीर्थ कहलाते हैं ।
भावतीर्थ का स्वरूप इस प्रकार है ---
भावे तित्थं संघो, सुयविहियं तारओ तहिं साहू । । नारगाइतियं तरणं तरियव्वं भवसमुद्दोऽयं ।।
अर्थात् - संघ भावतीर्थ है । साधु तारने वाले हैं । सम्यग्दर्शन, ज्ञान और चारित्र रूप रत्नत्रय तिरने के साधन हैं और संसार रूपी समुद्र तिरने योग्य है ।
एकान्त रूप मिथ्या प्ररूपणा करने वाले सिद्धान्त के अनुयायियों का समूह कुतीर्थ समझना चाहिए और उसकी स्थापना करने वाले कुतीर्थी हैं । जगत् के अनेक मनुष्य, मनुष्य भव, आर्य क्षेत्र, इन्द्रियपरिपूर्णता रूप कल्याण की सामग्री प्राप्त करके भी कुतीर्थीयों का सेवन करते हैं। उनका सेवन करने से कल्याण के बदले अकल्याण होता है। नास्तिक लोग आत्मा का अस्तित्व अस्वीकार करके खाने पीने और आनन्दोपभोग करने की वृत्ति जागृत करते हैं और आत्मा को धर्म - मार्ग से हटा देते हैं । कोई लोग समस्त पदार्थों को क्षणिक मानते हैं । अतः किये हुए पुण्य पाप का फल | pdf |
46d1c6425bd9d0d6c42bd381b229f7a8e7bb4be38de5016e41b18624b403b656 | की स्त्री को ले गया । कहा ऐसा जाता है कि सारनपूला से पहिले उस स्त्री की शादी पाँडु को होने वाली थी । पाँडु ने स्त्री को उड़ा कर गलती ही की। किन्तु सभी जाट राज्यों का उससे शत्रुता कर लेना भी उचित न था । एक ओर से मोहिल जाति गोदारों की शत्रु बनी हुई थी, दूसरी ओर से जैसलमेर के भाटी उन्हें हड़प जाना चाहते थे, तीसरी ओर स्वयं जाट उन्हें मिटाने पर तुले हुए थे। चौथी ओर से प्रवल राठौर आक्रान्ता आ रहे थे। ऐसी हालत में गोदारा क्या करते ? आत्म-समपेरण के सिवा उन्हें कोई चारा नहीं दिखाई दिया। उन्होंने राठौरों के साथ जो संघि की थी उसकी शर्ते मांडलिक राजों से कम नहीं हैं। मुन्शी ज्वालासहायजी ने लिखा है-बीका के वंशजों ने उन शर्तों को पालन नहीं किया १ ।
गोदारों का वर्णन जो 'वानए राजपूताना' में लिखा गया है उसके कुछ अंश हम ज्यों के त्यों देते हैं"अपनी कीम रियासत जोधपुर से आने के कुछ दिनों बाद बीका २४७० गाँव का मालिक हो गया। चूंकि इन दलों के लोगों ने उसे खुद मालिक स्वीकार कर लिया था, यह स्वीकारी उसे विजय से अच्छी पड़ी। किन्तु तब से अब तक उनमें से आधे देहात वरवाद हो गये हैं। किन्तु सूरतसिंह के ज़माने में तो आधे भी न रहे थे। इस देश के जाट और जोहिया उत्तरी देशों में गाढ़ा नदी तक फैले हुए थे । वे अपना निर्वाह प्रायः पशुपालन से करते थे । भेड़-बकरियों के ऊन और भैंसों गायों के घी को सारस्वत ब्राह्मणों के हाथ बेच देते थे । उस रुपये से आवश्यक वस्तु मँगा लेते थे। जाटों की प्राचीन सादगी रफा ही के राजपूतों के अधिकृत होने और राज्य चीकानेर के कायन होने में चन्द नगर अनुकूल हो गये थे । बीदा के मोहिलों पर विजयी होने से उन्हें विजय करना सुगम हो गया था। किन्तु जाटों में वह फूट न होती जिसने दुनियाँ की प्रायः सल्तनतों को चर्बाद कर दिया है तो सहज ही में बिना ख़ून सराबी के सफल न होता । जाटों के छः दलों में से उनके दो बड़े दलों --- जोहिया और गोदारों में अन-यन थी। इससे उन्होंने राजी से पका की हुकूमत को स्वीकार कर लिया। दूसरे वे र्यादा की फ़ौज के उस अत्याचार को देरा चुके थे जो उसने मोहिलो पर विजय पाने के समय किये थे । तीसरे वे यह भी चाहते थे कि हमारे और जैसलमेर के यीच फोई सरहद कायम हो जाय ।
१राजाना । जिरव ३ । | pdf |
f66b2090d07c467ce3ff413139ee664e2da94309 | Ranchi: अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ का लक्ष्य एवं मकसद बिल्कुल स्पष्ट है. आम जनमानस को उनके अधिकार, संविधान की प्रस्तावना, मौलिक अधिकार तथा संवैधानिक कर्तव्यों के बारे में जानकारी प्रदान करना तथा शोषितों, वंचितों, पिछड़ों और समाज के अंतिम छोर पर खड़े लोगों को न्यायिक प्रक्रियाओं से अवगत कराना तथा न्याय दिलाना. राज्य के विकास एवं सामाजिक बेहतरी के लिए अधिवक्ताओं को आगे आकर नेतृत्व देना होगा, यही मौजूदा समय की जरुरत है.
उक्त बातें आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव डॉ. लंबोदर महतो ने रांची स्थित केंद्रीय कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में उपस्थित अधिवक्ताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही.
मौके पर आजसू पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने सभी अधिवक्ताओं से आग्रह करते हुए कहा कि आत्मसंतुष्टि के लिए कार्य करें, शोषितों-पीड़ितों और आर्थिक रुप से अक्षम लोगों को न्यायिक विषयों एवं न्यायिक प्रक्रिया में मदद करें। कहा कि जबतक जिम्मेदार लोग आगे आकर नेतृत्व नहीं करेंगे तबतक राज्य का कायाकल्प संभव नहीं है.
मौके पर आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी ने कहा कि आज भी ग्रामीणों में कानूनी विषयों की जानकारी बहुत कम है. जागरुकता की कमी के कारण सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी छोटे-छोटे कार्यों के लिए भी आम जनता को कोर्ट, कचहरी एवं कार्यालयों का चक्कर लगवाते रहते हैं. ऐसी परिस्थितियों में अखिल झारखण्ड अधिवक्ता संघ की जिम्मेदारियां और बड़ी हो जाती हैं.
ग्रामीणों को न्याय दिलाने के लिए अधिवक्ताओं को बड़ी एवं महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी. सभी अधिवक्ता आम जनता को न्यायिक प्रणाली एवं विषयों को लेकर तार्किक, बौद्धिक एवं वैचारिक मदद करें. तथा गरीब और आमजन को सुलभता से न्याय दिलाने तथा उनके कल्याण के लिए कार्य करते रहें. वर्तमान राजनीतिक परिपेक्ष्य तथा झारखंड के नवनिर्माण में अधिवक्ताओं एवं बुद्धिजीवियों की भूमिका एवं जिम्मेदारियां व्यापक हैं.
आजसू पार्टी की सदस्यता ग्रहण करते हुए विधि विभाग, झारखंड सरकार के पूर्व प्रधान कानून सचिव एवं पूर्व न्यायाधीश श्री पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि जिस प्रकार आजसू पार्टी बिना भय, पक्षपात, राग या द्वेष के सकारात्मक राजनीति करती आई है, ठीक उसी प्रकार अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। राज्य में कानून का शासन स्थापित हो तथा न्यायिक स्वतंत्रता बरकरार रहे, इसे लेकर हमें व्यापक रोडमैप के साथ कार्य करना है.
मिलन समारोह को संबोधित करते हुए अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी ने कहा कि कानूनी रुप से परिपक्व एवं सक्षम नेताओं को समाज की जरुरत है, यही मौजूदा समय की भी मांग है. दूरगामी सोच के साथ इस दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा. इसी क्रम में अधिवक्ता संघ के गठन, पुनर्गठन एवं विस्तार का कार्य निरंतर जारी है.
मिलन समारोह के दौरान अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी, प्रधान महासचिव भरत चंद्र महतो सहित सभी प्रदेश पदाधिकारियों को भी सम्मानित किया गया.
इन्होंने ली आजसू की सदस्यता : पूर्व प्रधान कानून सचिव एवं न्यायाधीश पंकज श्रीवास्तव, झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अमरेश कुमार, आशीष गौतम, राजेश कुमार पासवान तथा रंजीत महतो, उमेश चंद्र दास एवं प्रदीप कुमार.
मिलन समारोह में मुख्य रूप से आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव डॉ. लंबोदर महतो, मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत, केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी, केंद्रीय प्रवक्ता मनोज सिंह, अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी, अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ के प्रधान महासचिव भरत चंद्र महतो, उपाध्यक्ष दिनेश चौधरी, जेपी झा, महासचिव गोपेश्वर सिंह, सचिव संजीत कुमार, रमेश कुमार सिंह, सर्वेश्वरी कुमारी, अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ के रांची जिलाध्यक्ष अंजीत कुमार, केंद्रीय कार्यालय मीडिया प्रभारी परवाज़ खान सहित अन्य मौजूद रहें.
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c723819fe6591b6f792dd6d17898e38fcddf5c10 | अक्षय कुमार (Akshay Kumar) अपनी अपकमिंग फिल्मों की शूटिंग को पूरा करने में बिजी हैं. एक्टर ने हाल ही में 'रामसेतू' की शूटिंग पूरी की थी और अब 'रत्सासन' की शूटिंग के लिए मसूरी पहुंचे हैं.
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) अपनी अपकमिंग फिल्म 'रत्सासन' (Ratsasan) में अभिनेत्री रकुलप्रीत सिंह (Rakulpreet Singh) के साथ नजर आएंगे. फिल्म की शूटिंग के लिए अभिनेता मसूरी पहुंचे है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने मसूरी के बार्लोगंद स्थित सेंट जॉर्ड स्कूल में फिल्म के कई सीन्स को शूट किया है. इस फिल्म को लेकर फैंस काफी उत्साहित है. रत्सासन तमिल फिल्म का हिंदी रीमेक है. इस फिल्म में अक्षय पुलिसवाले के किरदार में नजर आएंगे. ये फिल्म इंप्रेशन गुप्र के बैनर तले बन रही हैं जिसे मयंक तिवारी ने प्रोड्यूस किया है और इसके निर्माता वासु भगवानी और रंजीत तिवारी है. फिल्म की शूटिंग मसूरी धनोल्टी, देहरादून समेत कई स्थानों पर की जाएगी.
इस क्राइम थ्रिलर सस्पेंस फिल्म में एक साइको किलर की कहानी को दिखाया गाया है जो युवा लड़कियों को अपना शिकार बनाता है और बार- बार पुलिस से बचता है. इसके तमिल वर्जन में विशाल, अमाला पॉल और सरवनन ने अभिनय किया था. रिपोर्ट के अनुसार फिल्म को विदेश में भी शूट किया गया है. 'रत्सासन' तमिल की सुपरहिट फिल्मों में से एक थी, इस फिल्म को दर्शकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला था.
अक्षय कुमार सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. एक्टर अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट्स की जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करते रहते हैं. कुछ समय पहले ही उन्होंने अपनी अपकमिंग फिल्म 'रामसेतू' का शूट पूरा किया था जिसकी जानकारी उन्होंने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर की थी.
इस प्रोजेक्ट को शुरू करने से पहले अक्षय ने 'राम सेतू' का आखिरी शूट पूरा किया है. इस फिल्म में वह जैकलीन फर्नांडीज और नुसरत भरुचा के साथ नजर आएंगे. अक्षय ने फिल्म के रैप की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की थी. अक्षय के पास पाइपलाइन में कई प्रोजेक्ट्स हैं. जिसमें मानुषी छिल्लर के साथ 'पृथ्वीराज', कृति सेनन के साथ 'बच्चन पांडे' और 'गोरखा' जैसी फिल्में शामिल हैं. वहीं रकुल प्रीत सिंह के पास भी कई प्रोजेक्ट्स हैं जिसमें 'रनवे 34', 'डॉक्टर जी', 'अटैक', 'थैंक गॉड' समेत कई फिल्में शामिल हैं.
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8dbe84d29592c590d01df74c32722fb7a004c55d | कई वर्षों के बाद राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित दही-चूड़ा का भोज स्थगित कर दिया गया है। लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाला में जेल जाने के पहले तक मकर संक्रांति के अवसर पर उनका दही-चूड़ा भोज राजनीतिक गलियारों में सुर्खियों में रहा।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के पर्व पर दही-चूड़ा के भोज का अपना महत्व है। सूबे की राजनीति में ये एक ऐसा अवसर होता है जब सियासी प्रतिद्वंद्वी भी दही-चूड़ा और चीनी की मिठास में अपने मन की कड़वाहट भूल जाते हैं। हालांकि, इस बार मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के अवसर पर राजधानी पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के राबड़ी आवास (Rabri House) पर सन्नाटा छाया रहेगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव (Sharad Yadav) के निधन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) और जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) के आवास पर शनिवार को आयोजित होने वाले दही-चूड़ा भोज को स्थगित कर दिया गया है।
कई वर्षों के बाद राबड़ी देवी के आवास पर दही-चूड़ा का भोज आयोजित होने वाला था। लालू प्रसाद द्वारा राबड़ी देवी के आवास पर एक बार दही-चूड़ा के भोज में शरद यादव भी आए थे। वहीं, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा अपने आवास पर पहली बार दही-चूड़ा का भोज आयोजित कर रहे थे।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के यहां हर साल मकर संक्रांति पर भोज का विशेष आयोजन होता रहा है। लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाला में जेल जाने के पहले तक मकर संक्रांति के अवसर पर उनका दही-चूड़ा भोज सुर्खियों में रहा। इसमें राजनीतिक दलों की सीमा से हटकर राजनेताओं की जुटान होती रही। लालू के दरवाजे आम लोगोंं के लिए भी खुले रहे। हालांकि, लालू प्रसाद यादव के जेल जाने का इसपर असर पड़ा।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने कहा है कि शरद यादव उम्र भर संघर्ष करते रहे। पिछले 20 वर्षों से उनसे मेरा व्यक्तिगत और राजनीतिक संबंध रहा है। उनके आकस्मिक निधन से मैं स्तब्ध हूं। हमने एक संघर्षशील साथी खो दिया है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और स्वजनों को दुख सहने की क्षमता दें।
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3d5b124db0c65fd1cc83c367c1ab64533ffffcfe | तिरुवनंतपुरम। केरल उच्च न्यायालय ने तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य शशि थरूर के निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी। इस संबंध में शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि एलियास जॉन नाम के एक व्यक्ति ने थरूर के 2014 के निर्वाचन को यह कहते हुए चुनौती दी कि उन्होंने प्रचार अभियान के दौरान वर्ष 2009-14 के बीच की अपनी उपलब्धियों को लेकर जो दावे किए थे, उनमें से कई गलत थे। लेकिन न्यायालय इस मामले में थरूर के जवाब से संतुष्ट हुआ और उसने याचिका खारिज कर दी।
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में चोरी की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां के जंगपुरा इलाके में स्थित शोरूम को चोरों ने निशाना बनाया। दीवार काटकर चोर शोरूम में दाखिल हुए। यहां से सोना, हीरा और जेवरात चोरी करके फरार हो गए।
सीसीटीवी की मदद से चोरों की तलाश की जा रही है। जंगपुरा के ज्वेलरी शोरूम में चोरों ने सेंध लगाकर वारदात को अंजाम दे दिया। चोरों ने छत काटकर करीब 25 करोड़ रुपये के जेवरात चोरी कर लिए।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली के जंगपुरा भोगल इलाके में स्थित शोरूम को चोरों ने निशाना बनाया। दीवार काटकर चोर शोरूम में दाखिल हुए। यहां से 20-25 करोड़ रुपए के सोना, हीरा और जेवरात चोरी करके फरार हो गए। सीसीटीवी की मदद से चोरों की तलाश की जा रही है।
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1567a323c70f5bb5207c078a64bfe18f90c51271 | सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ने आज सोमवार को नोटबंदी (demonetisation) पर अपना फैसला सुनाया है। कोर्ट ने केंद्र की मोदी सरकार की नोटबंदी को चुनौती देने वाली सभी 58 याचिकाओं को खारिज कर दिया है। शीर्ष कोर्ट ने केंद्र सरकार के 2016 में 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले को बरकरार रखा है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि नोटबंदी से पहले केंद्र और आरबीआई के बीच सलाह-मशविरा हुआ था। कोर्ट का कहना है कि हम मानते हैं कि नोटबंदी आनुपातिकता के सिद्धांत से प्रभावित नहीं हुई थी। जस्टिस अब्दुल नजीर की अध्यक्षता वाली 5 जजों की संवैधानिक बेंच ने 7 दिसंबर को सरकार और याचिकाकर्ताओं की पांच दिन की बहस सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। जस्टिस नजीर अपने रिटायरमेंट से दो दिन पहले नोटबंदी पर फैसला सुनाया है। फैसला सुनाने वाली बेंच में जस्टिस अब्दुल नजीर, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस ए. एस. बोपन्ना, जस्टिस वी. रामासुब्रमण्यन, और जस्टिस बी. वी. नागरत्ना शामिल हैं। इससे पहले कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रखते हुए केंद्र और आरबीआई से नोटबंदी से जुड़े सभी दस्तावेज और रिकॉर्ड कोर्ट में पेश करने को कहा था।
टीम इंडिया (Team India) को साल 2022 में चोटों (injuries) से जूझना पड़ा और उसके कई खिलाड़ी (player) इसका शिकार बने. जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah), रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) जैसे स्टार प्लेयर्स चोटिल खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल रहे. बुमराह और जडेजा की कमी तो टीम इंडिया को काफी खली और उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था. अब भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने खिलाड़ियों की इंजरी से निपटने के लिए एक बड़ा फैसला लिया. अब खिलाड़ियों के सेलेक्शन का आधार यो-यो टेस्ट के अलावा डेक्सा (DEXA) भी होगा. अगर डेक्सा स्कैन में कोई समस्या आती है तो खिलाड़ियों का सेलेक्शन नहीं किया जाएगा. यानी कि अब भारतीय टीम में चयन के लिए यो-यो टेस्ट के साथ-साथ इस नए टेस्ट में भी खिलाड़ियों को सफलता प्राप्त करनी होगी.
मैक्सिको (mexico) के सीमावर्ती शहर जुआरेज शहर (juarez city) में एक जेल (Jail) में कुछ हमलावरों ने गोलियां चला दीं। इस हमले में 14 लोगों की मौत (Death) हो गई, वहीं एक अधिकारी ने बताया कि जेल हमले में मरने वालों में 10 सुरक्षाकर्मी और चार कैदी थे, जबकि 13 अन्य घायल हुए और कम से कम 24 भाग निकले। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका कि हमला किसने किया। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि हमलावर स्थानीय समयानुसार सुबह करीब सात बजे बख्तरबंद वाहनों में जेल पहुंचे और गोलियां चलाईं। शहर के एक अलग हिस्से में, बाद में दिन में दो और ड्राइवरों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि सशस्त्र हमले में उनकी मौत हुई है। राज्य अभियोजक ने यह नहीं बताया कि क्या तीनों घटनाएं संबंधित थीं। अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना उस वक्त हुई, जब जेल में बंद कैदियों के अपने परिवारों से मिलने का समय था। इसी दौरान सुबह लगभग 7 बजे कुछ बंदूकधारी एक गाड़ी से जेल में घुस आए और सुरक्षा अधिकारियों को गोली मार दी। इस डर के माहौल में 24 कैदी जेल से भाग निकले।
सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के गोरखनाथ मंदिर में होने के दौरान रविवार दोपहर 12. 30 बजे मंदिर परिसर में आतंकी घुसने की सूचना से हड़कंप मच गया। पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 112 पर कॉल आते ही डीएम कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर फोर्स के साथ गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर जांच पड़ताल करने लगे। उधर, एसओजी, सर्विलांस टीम नंबर के आधार पर जांच पड़ताल में जुट गई। देर शाम एसओजी ने आरोपी को गिरफ्तार कर कैंट पुलिस को सौंप दिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी सिरफिरा है और पुलिस को परेशान करने के लिए सूचना दी थी। पकड़े गए आरोपी की पहचान बिहार के वैशाली निवासी कुर्बान अली के रूप में हुई है। वह गोरखनाथ इलाके के इंड्रस्ट्रियल एरिया में किराए के मकान में रहकर बेकरी की दुकान पर काम करता है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण (increasing infection of corona) को देखते हुए उत्तरप्रदेश में टीकाकारण कार्य में तेजी लाने का काम किया जा रहा है. कोविड प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गठित उच्चस्तरीय टीम 09 के साथ सोमवार को प्रदेश की स्थिति की समीक्षा की. बैठक के दौरान सीएम ने जानकारी दी कि यूपी सरकार (UP Government) ने केंद्र सरकार से कोविड वैक्सीन की 10 लाख डोज मांगी है. समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश में कोरोना की स्थिति को लेकर चर्चा की गयी. इस बैठक के बाद सीएम योगी आदियानाथ ने कहा कि विभिन्न देशों में बढ़ते कोविड-19 के संक्रमण (Corona Cases In UP) के बीच उत्तर प्रदेश की स्थिति सामान्य है. दिसंबर माह में 09 लाख 06 हजार से अधिक टेस्ट किए गए, जिसमें 103 केस की पुष्टि हुई. इस अवधि में प्रदेश की पॉजिटिविटी दर 0. 01% दर्ज की गई. वर्तमान में प्रदेश में कुल 49 एक्टिव केस हैं. विगत 24 घंटों में 42 हजार से अधिक टेस्ट किए गए. यह समय सतर्क और सावधान रहने का है.
विमुद्रीकरण (Demonetisation) को लेकर जारी एक मामले में सुप्रीम कोर्ट की 5 सदस्यीय पीठ ने आज 4:1 के अनुपात में नोटबंदी के पक्ष में फैसला दिया. कोर्ट ने कहा कि केंद्र द्वारा नोटबंदी करना बिलकुल वाजिब था. आज इस ऐतिहासिक फैसले के मौक पर देखते हैं कि आखिर किन कारणों से नोटबंदी की गई थी. सरकार का कहना था कि देश में बड़ी मात्रा में काला धन (black money) छुपा है. साथ ये काला धन मुख्यतः 500 और 1000 रुपये के नोटों के रूप में रखा गया है. नोटबंदी से ये सारा धन बेकार हो जाएगा, वरना सरकार की नजर में आ जाएगा. इसके अलावा एक और बड़ी समस्या देश में जाली नोटों की थी. इसकी वजह से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच रहा था. नोटबंदी से जाली नोटों की समस्या पर लगाम लगाने की मंशा थी. ब्लैक मनी और जाली नोटों से देश में अशांति फैलाने वाले तत्वों को फंडिंग की जा रही थी. कश्मीर में मिलिटेंसी से लेकर छत्तीसगढ़ में माओवाद तक को इससे समर्थन दिया जा रहा था. नकली नोटों के कारण बैंकों के लिए परेशानी खड़ी हो गई थी. आए दिन एटीएम से नकली नोट निकलने की शिकायतें आ रही थी और एटीएम बंद तक करने की नौबत आ रही थी. इन जाली नोटों और काले धन के कारण एक समानांतर अर्थव्यवस्ता का संचालन हो रहा था जिसकी वजह से बैंकों को बड़ा नुकसान हो रहा था. नोटबंदी से इस पर भी रोक लगाने में मदद मिली.
पाकिस्तानी हिंदुओं (Pakistani Hindus) की एक ख्वाहिश पूरी करने में नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi government) बड़ी मदद करने जा रही है. पाकिस्तान में कई हिंदुओं की अंतिम ख्वाहिश थी कि मरने के बाद उनकी अस्थियों को पवित्र गंगा नदी में विसर्जित किया जाए. लेकिन उनके परिवार के लोगों के लिए अस्थियां लेकर पाकिस्तान से भारत आना आसान नहीं है. ऐसे में अब नरेंद्र मोदी सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिसके जरिए वे सभी परिवार अपने लोगों की अस्थियों की लेकर उत्तराखंड के हरिद्वार आ सकेंगे और अस्थियों को धार्मिक क्रियाओं के अनुसार पवित्र गंगा में विसर्जित कर सकेंगे. नरेंद्र मोदी सरकार की स्पॉन्सरशिप पॉलिसी में संशोधन के बाद ऐसा पहली बार होगा, जब 426 पाकिस्तानी हिंदुओं की अस्थियों को उनके परिवार के लोगों के द्वारा हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जित किया जाएगा. वर्तमान में ये अस्थियां कराची के कुछ मंदिरों और श्मशान घाटों और अन्य जगहों पर रखी हुई हैं.
पंजाब के चंडीगढ़ (Chandigarh) में बम होने की खबर सामने आई. पुलिस बम (लाइव शैल) होने की सूचना जिस इलाके से मिली है वह पंजाब के सीएम हाउस (CM House) से कुछ ही दूरी पर है. पुलिस ने तुरंत ही बम स्क्वाड (bomb squad) को इस बात की सूचना दी है. फिलहाल मौके पर पुलिस और बम स्क्वाड (police and bomb squad) पहुंच गए हैं. मामले की जांच की जा रही है. इस वीवीआईपी इलाके (VVIP area) में बम की खबर से पूरे प्रशासन में खलबली मच गई है. यह बम एक आतंकी हमले की साजिश के तहत यहां होने के शक है. हालांकि यह साजिश नाकाम हो गई है. जानकारी के मुताबिक शहर के कांसल और मोहाली के नया गांव की सीमा पर यह बम मिला है. इसे सबसे पहले एक ट्यूबवैल चालक ने देखा था जिसके बाद उसने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने तुरंत बम स्क्वाड को सूचना दी और दोनों ही टीमें मौके पर पहुंच गई. बताया जा रहा है कि जहां यह बम मिला है वहां पर सीएम हाउस के अलावा पंजाब और हरियाणा सचिवालय (Punjab and Haryana Secretariat) और विधानसभा परिसर (विधानसभा परिसर) भी हैं. इस बम की लोकेशन से सीएम हाऊस के लिए बनाया गया वीवीआईपी हैलिपेड भी है.
दिल्ली (Delhi) में रविवार को हुए कंझावला (Kanjhawala) मामले ने पुरे देश को अंदर तक झकझोर दिया है. जिस तरह से एक गाड़ी ने लड़की को कई किलोमीटर तक सड़क पर घसीटा, हर कोई स्तब्ध रह गया है. अब इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने दिल्ली पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे इस केस की एक विस्तृत रिपोर्ट (detailed report) उन्हें तुरंत सौंपे. बता दें कि दिल्ली के कंझावला में रविवार तड़के एक युवती का नग्न अवस्था में शव मिला था. बॉडी के कई हिस्से क्षत-विक्षत हो गए थे. पुलिस का दावा है कि कार सवार 5 युवकों ने एक युवती को टक्कर मारी, फिर सड़क पर 10 से 12 किमी तक घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. दिल्ली पुलिस ने शव मिलने के बाद जांच की तो घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर पुलिस को एक स्कूटी भी पड़ी मिली, जो दुर्घटनाग्रस्त थी. स्कूटी के नंबर के आधार पर युवती के बारे में पता किया गया.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के एक चर्च में धर्मांतरण (conversion to church) को लेकर हिंसा हुई। नारायणपुर में आदिवासी समाज (tribal society) में गुस्सा है और वो सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों (protesters) ने सोमवार को मौके पर पहुंचे नारायणपुर के एसपी सदानंद कुमार (SP Sadanand Kumar) पर हमला कर दिया। इस हमले में उनके सिर पर गंभीर चोट आई। बताया जा रहा कि आदिवासी समाज को धर्मांतरण की जानकारी मिली थी। जिसे लेकर समाज के लोग भड़क गए। आरोप है कि इस दौरान धर्म विशेष के लोगों ने उनके साथ मारपीट की। इसमें कई लोग घायल हो गए। विरोध बढ़ गया और भीड़ ने एक चर्च में तोड़फोड़ करने की कोशिश की। भीड़ को शांत करने की कोशिश करने वाले नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। Share:
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bbbfd31a98e6777601ccc3b9fe2807e485d5a916 | दुर्भाग्यवश, फिलहाल, डॉक्टर नहीं कर सकते हैंइस तरह के रोगविज्ञान के एक विशिष्ट कारण का नाम दें। इसके विकास के लिए अग्रणी प्रमुख कारकों के लिए, निम्नलिखित प्रतिष्ठित हैंः हेपेटाइटिस बी, सी, डी, आनुवांशिक पूर्वाग्रह, शराब का दुरुपयोग, ऑटोम्यून्यून रोग आदि।
- दाईं ओर असुविधा और दर्दरोगभ्रम। आम तौर पर, इस प्रकार का दर्द फैटी खाद्य पदार्थ या अल्कोहल उत्पादों, एक गंभीर शारीरिक तनाव खाने के बाद तेज होता है। डॉक्टरों द्वारा इस स्थिति को समझाया गया है कि जिगर लगातार आकार में बढ़ रहा है, और इसके कैप्सूल भी फैला हुआ है। अक्सर, यह बीमारी पुरानी गैस्ट्र्रिटिस या अग्नाशयशोथ से जुड़ा हुआ है।
- मतली और उल्टी। पेट और एसोफैगस की वैरिकाज़ नसों की उपस्थिति में, रक्त स्प्लेश के साथ उल्टी की उच्च संभावना होती है।
- मुंह में कड़वाहट और सूखापन की लगातार भावना।
- सामान्य मलिनता, थकान, चिड़चिड़ाहट।
- यकृत हेरोसिस के लक्षणों का उल्लंघन किया गया हैहमारी मानवता के मेले आधे के प्रतिनिधियों में मासिक धर्म, और पुरुषों में - यौन कमजोरी में (कुछ मामलों में, यहां तक कि पूर्ण नपुंसकता का निदान किया जाता है)।
- इस तथ्य के संबंध में कि शरीर में तथाकथित पित्त एसिड का एक सतत संचय होता है, त्वचा का सबसे मजबूत खुजली संभव है।
एक रोगी की जांच करते समय डॉक्टर आमतौर पर ध्यान देते हैंकुल वजन घटाने, शरीर के थकावट और संयोगी मांसपेशी एट्रोफी को पूरा करने के लिए। अक्सर, वजन घटाने से चेहरे के साथ शुरू होता है, और कुछ मामलों में अंगों के साथ भी। गालियां बहुत स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं, सबसे कम edema निचले हिस्सों पर मनाया जाता है। ध्यान दें कि वयस्क आबादी की तुलना में बच्चों में यकृत ज़ीरोसिस के दृश्य लक्षण थोड़ा अलग हैं। उदाहरण के लिए, डॉक्टर शारीरिक और यौन विकास में गंभीर अंतराल देखते हैं। थोड़ा हल्का छाया के साथ, त्वचा ज्यादातर सूखी होती है। जब अंग की तलछट होती है, तो इस क्षेत्र में इसकी वृद्धि देखी जाती है, साथ ही छोटी सूजन और यहां तक कि ट्यूबरोसिटी भी देखी जाती है।
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b76f39f5e0eac8f804230286171fd4b3474d32fb | काम उबाऊ है। इन हास्यास्पद कार्यालय प्रशंसकों के साथ मसाला चीजें।
आइए इसका सामना करते हैं, कभी-कभी काम वास्तविक ड्रैग हो सकता है , लेकिन इसे हमेशा काम नहीं करना चाहिए और कोई खेल नहीं है। जबकि निम्नलिखित पंद्रह प्रशंसकों की तरह कुछ ऐसा लगता है जो जिम हेलपर कार्यालय पर ड्वाइट श्राउट के साथ करेंगे, ये बहुत अधिक मनोरंजक हैं क्योंकि वे असली हैं ।
यह तब होता है जब आप छुट्टी पर जाते हैं और बहुत मज़ेदार लोगों के साथ काम करते हैं। इन तरह के सहकर्मियों के साथ, जो परेशान ग्राहकों की जरूरत है?
साथ ही साथ अपने पूरे कार्यालय को भी ले जा सकते हैं, है ना? या ठीक इसके विपरीत।
उन्होंने Bieber में अपने क्यूबिकल को पछाड़ दिया।
ऐसा लगता है कि किसी के पास Bieber बुखार का गंभीर मामला है , और उसका निदान महान नहीं है।
बेकन-लपेटा हुआ माउस, कोई भी?
रुको . . . मैं उलझन में हूँ। यह बेकन है, लेकिन मैं इसे नहीं खाना चाहता। क्या हो रहा है? ? ?
ऑटोरेवो कॉरपोरेट यूट्यूब चैनल ने इस वीडियो को अपने कर्मचारियों को अपने राष्ट्रीय बिक्री निदेशक पर खींचने के लिए एक विस्तृत प्रचार के रूप में पोस्ट किया, जो दो सप्ताह तक छुट्टी पर थे। अपनी अमूल्य प्रतिक्रिया देखने के लिए वीडियो देखें। अधिक "
सर्वश्रेष्ठ कार्यालय शरारत कभी?
यह हर समय सबसे श्रम-केंद्रित कार्यालयों में से एक होना है, और यह सवाल पूछता है, "उनके कार्यालय को समझने के लिए कितने अधिकारी इसे लेते हैं? "
कभी-कभी ऐसा लगता है कि काम आपको मारने जा रहा है।
आरआईपी उत्पादकता!
इतना आसान, लेकिन इतना परेशान! इस चाल के बारे में सबसे अच्छा हिस्सा यह है कि यह धीमा जल रहा है। एक दिन आप अपने कीबोर्ड के माध्यम से एक छोटी हरी चीज अंकुरित करते हैं, तो अगले दिन, और भी . . . और अधिक . . . और अधिक होते हैं।
आप इन सभी लोगों की तरह सोड के साथ अपने पूरे कार्यालय में भी जा सकते हैं और कवर कर सकते हैं।
लोक सेवा घोषणाः यदि आपके सहकर्मियों को हृदय की स्थिति है, तो आज तक यह कोशिश न करें, जब तक कि आप आज एम्बुलेंस में सवारी करना पसंद न करें।
वैकल्पिक रूप से, आप हवा की सींग को अपने कार्यालय की कुर्सी पर संलग्न कर सकते हैं, जैसे कि बहुत अधिक और अधिक तीव्र हूपी कुशन।
"मेरे हाथ इतने फिसलन क्यों हैं ? ! "
सबसे कलात्मक एंडी वॉरहोल मार्ग में संभव है, लेकिन फिर भी।
यह कहीं 5 बजे है, और वह जगह ठीक है!
जब उनके सहयोगी मेक्सिको के कैबो सैन लुकास की यात्रा से लौट आए, तो उनके सहकर्मियों ने इस उष्णकटिबंधीय स्वर्ग के साथ अपने संक्रमण को कम करने का फैसला किया। अगर मैं उसे था, तो मैं इसे कभी नहीं ले जाऊंगा।
सैकड़ों और सैकड़ों गुब्बारे।
यह भी देखेंः 20 बहुत मजेदार अप्रैल फूल दिवस दिन!
उन्होंने अपने कॉल आयोजित किए। उन सभी को।
यह क्लासिक "फोन / स्टेपलर को जेल-ओ मोल्ड" चाल में डालने का एक और बदलाव है, लेकिन कम उल्लसित (या कष्टप्रद) नहीं है।
जब एक कर्मचारी को कार्यालय-व्यापी सम्मेलन यात्रा से बाहर रखा गया था, तो वह अपने सहकर्मियों के साथ पीले पोस्ट-नोट नोट्स के साथ हर उपलब्ध कार्य सतह को कवर करके भी मिला।
5,300 पोस्ट-इसके।
हॉफ को परेशान मत करो!
हमने Bieber के साथ सूची शुरू की, और हम इसे डेविड हैसलहॉफ़ के साथ समाप्त कर रहे हैं। मुझे यकीन नहीं है कि कौन सा बुरा है।
क्या होता है जब आपके सहकर्मियों को आपकी 8 वीं कक्षा की सालाना तस्वीर की प्रतिलिपि पर हाथ मिलते हैं? इस। ऐसा ही होता है।
साल की किताबों की तस्वीरों के बारे में बात करते हुए, यहां 15 हिंसक ईरानी उद्धरण हैं, हम चाहते हैं कि हम सोचें कि उनमें से 20 सबसे ज्यादा अजीब वरिष्ठ चित्र हैं ।
या इन तस्वीरों पर नज़र डालें जिन्होंने स्कूल चित्र दिवस पर गंभीर रूप से भयानक बाल कटवाने को रोका !
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73f8c9a01577dcaac5bca3bb495a255e0e28b2aa35297f1869d09ff07ccbe649 | "स्कन्दक ! मेरे धर्मगुरु धर्माचार्य श्रमण भगवान् महावीर स्वामी सर्वज्ञ-सर्वदर्शी हैं । उनसे किसी भी प्रकार का रहस्य छुपा नहीं है। उन्हीं ने मुझ से अभी कहा ।"
स्कन्दक गौतम स्वामी के साथ भगवान् के निकट आये । तीर्थंकर नामकर्म के उदय से भगवान् का शरीर शोभायमान् और प्रभावशाली था ही और उस समय भगवान् के तपस्या भी नहीं चल रही थी । इसलिये विशेष प्रभावशाली था । स्कन्दक प्रथम-दर्शन में ही आकर्षित हो गये । उनके हृदय में प्रीति उत्पन्न हुई । वे आनन्दित हो उठे और अपने आप झुक गए। उन्होंने भगवान् की वन्दना की । भगवान् ने उनके आगमन का उद्देश्य प्रकट किया और पिंगल निग्रंथ के प्रश्नों के उत्तर बताने लगे;
स्कन्दक ! लोक चार प्रकार का है -- १ द्रव्य २ क्षेत्र ३ काल और ४ भाव लोक । १ द्रव्यदृष्टि से लोक एक है और अंत सहित है।
२ क्षेत्र से असंख्येय योजन प्रमाण है और अंतयुक्त है ।
३ कालापेक्षा भूतकाल में था, वर्तमान में है और भविष्य में भी रहेगा। ऐसा कोई भी काल नहीं कि जब लोक का अभाव हो । लोक सदाकाल शाश्वत है, ध्रुव है, नित्य है, अक्षय है, अव्यय है यावत् अंत-रहित है ।
४. भाव से लोक अनन्त वर्ण- पर्यव, गन्ध-रस-स्पर्श-संस्थानादि पर्याय से युक्त है और अनन्त है । अर्थात् द्रव्य और क्षेत्र की अपेक्षा सान्त और काल तथा भाव दृष्टि से अनन्त है ।
..इसी प्रकार एक जीव, द्रव्य और क्षेत्र की अपेक्षा अन्त वाला और काल और भाव से अन्त रहित है । सिद्धि और सिद्ध तथा वाल-मरण, पंडितमरण सम्वन्धी भगवान् के उत्तर सुन कर स्कन्दक प्रतिबोध पाये । भगवान् का धर्मोपदेश सुना और अपने परिव्राजक के उपकरणों का त्याग कर निग्रंथ -श्रमण हो गये । वे सर्वसाधक हो, साधना करने लगे । उन्होंने एकादशगत पढ़ा, द्वादश भिक्षुप्रतिमा का आराधन किया, गुणरत्न सम्वत्सर तप किया और अनेक प्रकार की तपस्या की । तपस्या से उनका शरीर रुक्ष, शुष्क, दुर्बल, जर्जर और अशक्त हो गया । एक रात्रि जागरणा में उन्होंने सोचा- "अब मुझ में शारीरिक शक्ति नहीं रही । मैं धर्माचार्य भगवान् महावीर की विद्यमानता में ही अंतिम साधना पूरी कर लूं । " प्रातःकाल भगवान् की अनुमति प्राप्त कर और साधुसाध्वियों से क्षमायाचना कर, कडाई स्थविर के साथ विपुलाचल पर्वत पर चढ़े और पादपोपगमन संथारा किया । एक मास का संथारा पाला और आयु पूर्ण कर अच्युत (वारहवें ) स्वर्ग में देव हुए। वहीं | pdf |
4c290bec72931fd8878246be53f09328a8d914a5 | - Movies बिन ब्रा साड़ी पहनकर ऐसे मचलीं सोफिया अंसारी, वीडियो प्ले करते ही एक जगह पर अटक जाएगी नजर!
- Travel भक्ति की अनुठी कहानी सुनाता है कर्नाटक का कोटिलिंगेश्वर मंदिर, कहां से आते हैं मंदिर में इतने शिवलिंग?
जब आप कोई बहुत इम्पोर्टेन्ट काम काम कर रहे हों और नेट काफी स्लो हो जाए तो आपको बेहद गुस्सा आता होगा। लेकिन अब आपको परेशान होने की या गुस्सा होने की कोई जरुरत नहीं है। विंडोज 7 और विंडोज 8 में आप ऐसे बढ़ा सकते हैं नेट की स्पीड। स्लाइडर में दिए गए ये आसान ट्रिक्स अपनाएं और देखिए आपका इंटरनेट फिर से दौड़ने लगेगा. .
इसके बाद आपके सामने एक टैब ओपन होगा। उसमें Computer configurathion पर क्लिक करें।
इसके बाद Administrative templates पर क्लिक करें। Administrative templates पर क्लिक करने के बाद Network पर क्लिक करें।
इसके बाद आपके सामने कई ऑप्शन्स होंगे जिसमें से आपको Qos Packet Scheduler को सिलेक्ट करना है।
इस स्टेप को दोहराने से आपके इंटरनेट की स्पीड बढ़ जाएगी।
अब Limits reservable bandwidth पर क्लिक करें। इसके बाद नया टैब ओपन होगा जिसमें 3 ऑप्शन्स दिए गए हैं इसमें से आपको Disabled को सिलेक्ट करना है।
इसके बाद इसी टैब में सबसे नीचे Apply का ऑप्शन दिया गया है। इसपर क्लिक करके OK पर क्लिक करें।
Start मेन्यू में जाएं। इसके बाद Command Prompt में जाकर। Run As Administrative को सिलेक्ट करें।
netsh interface tcp set global autotuning=disabled टाइप करें।
इसके बाद OK कर दें। अगर आपने सही कमांड टाइप किया है तो यह काम करेगा। इंटरनेट की स्पीड बढ़ाने के आसान स्टेप्स आपके लिए हेल्पफुल हो सकते हैं।
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e32b35f8ee1ae4b1e1deba88cc3982eef30e9b65 | बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर्स में से एक नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने अभी तक के करियर में कई शानदार और यादगार फिल्में की हैं जिसकी छाप आज तक उनके फैंस के मन में है. नवाजुद्दीन सिद्दीकी के स्टारडम की जहां तक बात है तो वो हमेशा ही अपने फैंस के लिए एक खुली किताब रहे हैं. अब चाहे वो उनकी प्रोफेशनल लाइफ हो या उनकी पर्सनल लाइफ हो, उनके फैंस को हमेशा उनकी हर चीज़ के बारे में पता ही होता है.
सिद्दीकी की पत्नी आलिया सिद्दीकी ने उनपर कई गंभीर आरोप भी लगाए और अपने वकील से कहलवाया कि नवाजुद्दीन और उनके परिवार के लोगों ने पिछले हफ्ते उनकी क्लाइंट आलिया सिद्दीकी को फूड, बेड, नहाने के लिए बाथरूम' अवेलेबल नहीं कराया.
आलिया सिद्दीकी के वकील रिजवान सिद्दीकी ने अपने एक बयान में कहा है कि, " नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी और उनके परिवार के सदस्यों ने मेरी क्लाइंट आलिया सिद्दीकी को घर से निकालने के लिए हर संभव कोशिश की. उन्होंने आलिया के खिलाफ एक शिकायत भी दर्ज करा दी है जिसमें पुलिस के जरिए उन्होंने गिरफ्तार करने की धमकी दी जा रही है और हर दिन सूरज छिपने के बाद उनकी क्लाइंट को पुलिस स्टेशन बुलाया जा रहा है."
आगे अपने बयान में रिजवान सिद्दीकी ने कहा कि, "हालांकि, मैं डायरेक्टली पुलिस डिपार्टमेंट के एक्शन और फेलियर को उनके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराना चाहता, फिर भी फैक्ट ये है कि कोई भी पुलिस अधिकारी कभी भी मेरे क्लाइंट के अधिकारों की रक्षा के लिए नहीं आया, भले ही पुलिस अधिकारियों के सामने उसकी मॉडस्टी का अपमान किया गया हो." वकील ने आगे कहा कि पुलिस अधिकारी के सामने केवल नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के साथ उसके संबंधों पर सवाल उठाया गया था, लेकिन यहां तक कि नाबालिग बेटे की वैधता पर भी सवाल उठाया गया था. फिर भी पुलिस अधिकारी ने आईपीसी की धारा 509 के तहत मेरे मुवक्किल द्वारा दी गई लिखित शिकायत पर कार्रवाई नहीं की."
आपको बता दें, पिछले हफ्ते आलिया की ओर से ये कहा गया था कि नवाजुद्दीन की मां द्वारा पैसों के विवाद को लेकर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी जिसके बाद उनके घर पर उन्हें परेशान किया जा रहा है. आलिया सिद्दीकी फिलहाल नवाजुद्दीन के अंधेरी वाले घर में रहती हैं.
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ecdb691a3b356496fada60e8b7ae48c74a1a856b | उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने मुंंबई दौरे में उत्तरप्रदेश में विश्वस्तर की फिल्मसिटी निर्मित किए जाने की बात कही. योगी के इस बयान के बाद सियासत गर्म हो गई है. हालाकि फिल्म सिटी निर्माण होना देश की प्रगति में एक महत्वपूर्ण योगदान भी साबित हो सकता है. योगी ने कहीं भी ऐसा नहीं कहा है कि वे मुंबई की फिल्म सिटी को उत्तरप्रदेश के नोयडा में ले जा रहे है. बल्कि उन्होंने उत्तरप्रदेश मेें नये रूप से फिल्म सिटी के निर्माण की बात कहीं है. मुख्य बात तो यह है कि मुंबई यह फिल्मसिटी की जननी है. एक माता के अलग-अलग पुत्र यदि अन्यत्र जाकर नये रूप से कुछ सृजन करते है तो वे माता के अस्तित्व को चुनौती नहीं देते बल्कि माता के अस्तित्व को अपनी योग्यता के बल पर चार चाँद लगा देते है. फिल्मसिटी के मामले में भी यही कहा जा सकता है. मुंबई यह बालीवुड की जननी रही है. उसका अस्तित्व वहीं रहेगा. भले ही उत्तरप्रदेश सहित अनेक राज्यों में फिल्म सिटी का निर्माण हो. इस हालत में यदि कोई योगी के इस निर्णय का विरोध करता है या आपत्ति जताता है तो वह अपनी एक संकुचित मानसिकता का परिचय देता है. सर्वमान्य सिध्दांत है कि जितने चिराग जलाओं उतनी रोशनी होगी. भारत में फिल्मसिटी का उद्योग बहुत पुराना है. मुंबई में सभी प्रांत के कलाकार इस फिल्मसिटी का हिस्सा हैे. भले ही फिल्मसिटी की रचना मुंबई की हो. लेकिन इसमें अधिकांश कलाकार उत्तरप्रदेश के ही है. महानायक अमिताभ बच्चन स्वयं प्रयागराज निवासी है. इसी तरह अनेक गायक,गीतकार, संगीतकार का भी उत्तरप्रदेश से तालुक रखते हैे,ऐसे में विभिन्न प्रांतों की संस्कृति से जुड़ी फिल्म सिटी है. इसलिए फिल्म सिटी का विकेन्द्रीकरण किसी क्षेत्र के उद्योग को समेटने की प्रक्रिया नहीं है बल्कि उद्योग के विस्तार का कदम है. निश्चित रूप से इससे संबंधित क्षेत्र के कालाकारों को प्रोत्साहन मिलेगा,ऐसा नहीं की पहलीबार फिल्म सिटी का विकेन्द्रीकरण किया गया हो. इससे पूर्व भी हैदराबाद में रामोजी फिल्म सिटी आरंभ हुई थी. दक्षिण भारत में तो अनेक फिल्में निर्माण हो रही है.
भारत जैसे विकसनशील देश में किसी एक दायरे में सिमटकर नहीं रहा जा सकता. उसके लिए अलग-अलग जगह पर विस्तार की रूपरेखा तय करनी होगी. महाराष्ट्र में फिल्म उद्योग का व्यापक कारोबार है. उसमें हजारों लोग जुड़े हुए है. इस हालत में फिल्मसिटी को यहां से हटाने का कोई कारण नहीं हो सकता है. लेकिन उसका विस्तार तो किया जा सकता है. खासकर उत्तरप्रदेश मेें वहां के मुख्यमंत्री द्वारा विश्वस्तर की फिल्म सिटी बनाने की बात कहीं जा रही है. इससे देश की गरिमा को भी बढ़ावा मिलेगा. स्थानीय कलाकारों को योग्य अवसर भी प्राप्त होंगे. इसलिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ द्वारा यदि उत्तरप्रदेश में विश्वस्तर की फिल्म ािसटी के निर्माण का बहुमान मिलेगा. इसके साथ ही उत्तरप्रदेश में जहां जातिगत राजनीति का भी सफाया हो सकता है. फिल्म के माध्यम से चाहे वह अपने संदेश ओरो तक दे सकते है. इसलिए फिल्म सिटी के लिए तत्काल प्रयास भी आरंभ करने होगे. मुंबई के गोरेगांव में जो फिल्म सिटी है उसकी भारी दुर्दशा हो रही है. उसके सुधार की अति आवश्यकता है.
कुल मिलाकर योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश में विश्वस्तर की फिल्म सिटी आरंभ करने की जो बात कहीं जा रही है. उससे सही स्वरूप में देश के विकास में योगदान मिलेगा. वर्तमान में फिल्म उद्योग नष्ट होने की कगार पर है. लॉकडाऊन के बाद से नई फिल्मों का आना लगभग रूका हुआ है. इससे मनोरंजन जगत पर असर हुआ है. फिल्म उद्योग लगभग ाठप्प सा चल रहा है. हालांकि अनलॉक प्रक्रिया में सिनेमा उद्योग को अनुमति दी गई है. लेकिन दर्शकों की कमी आज भी पायी जा रही है. इस हालत में जरूरी है कि फिल्म उद्योग को बढ़ावा दिया जाए. यह सब तभी संभव है जब इस उद्योग को पोषक वातावरण मिले. अभिप्राय यह उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की जानेवाली घोषणाा सराहनीय है तथा अनेक कलाकारों को उससे राहत मिल रही है. जरूरी है कि नये रूप से यदि कोई फिल्म सिटी निर्मित होती है तो वह सभी के लिए योग्य ही कही जायेगी. इसके लिए जरूरी है कि प्रतिस्पर्धा अच्छे से अच्छे निर्माण की हो. यदि आदित्यनाथ यह कहते है कि वे उत्त्तरप्रदेश में नई फिल्म सिटी का निर्माण कर रहे है तो उसका स्वागत होना चाहिए. क्योंकि उनके द्वारा निर्मित की जानेवाली फिल्मसिटी इस देश की भूमि में ही बन रही है. इससे देश के उद्योग में बढ़ोतरी होगी. इसका विरोध करना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है. बल्कि इस लक्ष्य का स्वागत किया जाना चाहिए. यथाशीघ्र इस फिल्म सिटी का कार्य आरंभ हो तथा उसे पूर्ण किया जा सके. एवं नये कलाकारों को इसका लाभ मिले. इस बारे में हर कोई चाहता है. अतः योगी आदित्यनाथ की घोषणा विकास के लिए पूरक ही साबित होगी.
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798bf0fa0870dcc67c00ebef60e1d66a1e746105 | केंद्रीय दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि जिन 118 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाये गये हैं, उनके साथ सुरक्षा, निगरानी और भारतीय उपयोक्ताओं (यूजरों) की सूचनाओं की गोपनीयता से संबंधित दिक्कतें थीं।
सरकार ने लोकप्रिय गेमिंग ऐप पबजी सहित चीन की कंपनियों से जुड़े 118 अन्य मोबाइल ऐप पर बुधवार को प्रतिबंध लगा दिया। इन्हें भारत की संप्रभुता, अखंडत, सुरक्षा और शांति-व्यवस्था के लिये खतरनाक मानते हुए इन पर पाबंदी लगायी गयी है।
इससे चीन की कंपनियों से संबंधित जिन ऐप पर भारत में प्रतिबंध लगाया गया है, उनकी संख्या बढ़कर अब 224 हो गयी है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, बुधवार को प्रतिबंधित ऐप में बायदू, बायदू एक्सप्रेस एडिशन, अलीपे, टेनसेंट वॉचलिस्ट, फेसयू, वीचैट रीडिंग, गवर्नमेंट वीचैट, टेनसेंट वेयुन, आपुस लांचर प्रो, आपुस सिक्योरिटी, कट कट, शेयरसेवा बाइ श्याओमी और कैमकार्ड के अलावा पबजी मोबाइल और पबजी मोबाइल लाइट शामिल हैं।
बयान में कहा गया कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय को विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों में एंड्रॉयड व आईओएस जैसे प्लेटफॉर्म पर मौजूद कुछ मोबाइल ऐप के उपयोक्ताओं (यूजरों) का डेटा चुराकर देश से बाहर के सर्वरों पर भंडारित किये जाने की रपटें भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, जैसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, हम अगले एक हजार दिन के भ्रीमर छह लाख गांवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ने वाले हैं। उन्होंने कहा कि सरकार एक लाख गांवों को डिजिटल गांव के रूप में तैयार करना चाहती है। उन्होंने अमेरिका की कंपनियों से कुछ गांवों का चयन करने तथा शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में उनका सलाह देने का भी अनुरोध किया।
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d8a0d884fe725033fb253ee95e237d93e97433a4 | आस्ट्रेलियाई आल राउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने आईपीएल नीलामी में किंग्स इलेवन पंजाब द्वारा 10. 75 करोड़ रुपए में खरीदे जाने के बाद शुक्रवार को बिग बैश लीग में मेलबर्न स्टार्स के लिए 39 गेंद में 83 रन की विस्फोटकीय पारी खेली।
आस्ट्रेलियाई आल राउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने आईपीएल नीलामी में किंग्स इलेवन पंजाब द्वारा 10. 75 करोड़ रुपए में खरीदे जाने के बाद शुक्रवार को बिग बैश लीग में मेलबर्न स्टार्स के लिए 39 गेंद में 83 रन की विस्फोटकीय पारी खेली।
मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए ब्रेक लेकर वापसी करने के बाद मैक्सवेल ने एक बार फिर दिखा दिया कि उन्हें टी20 क्रिकेट में सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक क्यों माना जाता है। उन्होंने पारी के दौरान सात चौके और पांच छक्के जमाए। उन्होंने साथ ही अपने सबसे तेज अर्धशतक (23 गेंद) की बराबरी की।
उनकी पारी से उनकी टीम ने ब्रिसबेन हीट के खिलाफ सात विकेट पर 167 रन का स्कोर खड़ा किया। किंग्स इलेवन पंजाब ने ट्विटर पर मैक्सवेल की पारी की प्रशंसा की जो तीन साल के बाद फ्रेंचाइजी में वापसी कर रहे हैं। किंग्स इलेवन पंजाब ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'बिग शो' ने 'बिग शो' दिखाया। ग्लेन मैक्सवेल अपनी खतरनाक फार्म में हैं जिन्होंने बीबीएल में महज 39 गेंद में 83 रन बनाए।
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3530499d0b8c9c323deb706f8c7e0759c13f547c | अमरावती प्रतिनिधि/दि. २३ - पुणे की ब्रिक्स इंडिया कंपनी (BRICS India Company) ने अधिकारियों से मिलीभगत कर करोडों रुपए हजम कर लिये और मजदूरों को ईएसआईसी (ESIC) व पीएफ (PF) के रुपए नहीं लौटाए, जिससे उनकी हालत खराब है. बीमारी में खर्च करने के लिए रुपए नहीं, ऐसे पीडित बीमार मजदूरों को स्ट्रेचर पर लिटाकर शिवसैनिकों ने समाज कल्याण विभाग के प्रादेशिक उपायुक्त के कक्ष में लाया. मगर उपायुक्त विजय सालवे कक्ष में न होने के कारण मरीजों के साथ वहीं ठिय्या आंदोलन शुरु किया.
यह देखकर फे्रजरपुरा पुलिस की टीम ने शिवसैनिकों को समझाने का प्रयास किया. मगर शाम तक आंदोलन इसी तरह जारी रहा. शिवसैनिकों के अनुसार पुणे, शिवाजी नगर स्थित ब्र्निस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को नियमानुसार मजदूरों के ईएसआईसी व पीएफ के १० दिन में रुपए भरना जरुरी थी, इसके अलावा अधिकारी किसी भी कंपनी के किसी भी तरह के चेक जारी नहीं कर सकते. मगर किसी भी तरह के ईएसआईसी व पीएफ के रुपए न भरते हुए समाजकल्याण के अधिकारियों ने ३० करोड रुपए के चेक जारी किये. १९ माह बीत जाने के बाद भी उनके वेतन से रकम काटकर ईएसआईसी व पीएफ के रुपए नहीं भरे. इसके कारण मजदूरों के १९ माह में खर्च हुए रुपए व अप्रैल से ईएसआईसी व पीएफ के रुपए भरने की मांग के लिए व कंपनी के कर्मचारियों के जीवन के साथ खिलवाड किया जा रहा है.
इस वजह से उस कंपनी को तत्काल बैक सूची में डालकर अमरावती जिले के काम बंद करने के आदेश दिये जाए. ऐसी मांग पिछले कई दिनों से की जा रही है. रुपए न मिलने के कारण रेखा गुणवंत्त इंगोले, नंदा अशोक असवार, चित्रा महादेव वानखडे, रेखा मनोहर बागडे, समाधान सुधाकर पाटिल, चंद्रशेखर इंगोले, प्रिति अनंत कडू, अर्चना बालकृष्ण मुगदल आदि को उनके रुपए दिए जाए, फिलहाल उनमें से कुछ मजदूर बीमार है. उनके पास इलाज के लिए रुपए की व्यवस्था नहीं है, इसके बाद भी समाज कल्याण अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा. मजदूरों को रुपए दिलाने के लिए शिवसैनिकों ने आज बीमार मजदूरों को स्ट्रेचर पर लिटाकर समाज कल्याण कार्यालय के प्रादेशिक उपायुक्त विजय सालवे के कक्ष में लाया. मगर उपायुक्त भी हमेशा की तरह नदारत थे तब शिवसैनिकों ने उसी कक्ष में मरीजों के साथ ठिय्या आंदोलन किया. इस समय शिवसेना के महानगर प्रमुख पराग गुडधे, युवा सेना शहर प्रमुख वैभव मोहोकार, उपमहानगर प्रमुख बाला सावरकर, उपशहर प्रमुख विजय ठाकरे, प्रित कडू, अर्चना मुदल, रेखा बागडे, रेखा इंगोले, मंदा आसवार, चित्रा वानखडे, युवा सेना के महासचिव मयुर गव्हाणे, आदित्य ठकारे, प्रतिक कलस्कर, अंकुश कोडेकर आदि उपस्थित थे.
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f8b764f541c04500c68b7d85a78fd2aeb6067ae0 | अब तक आप ऑस्ट्रेलिया में अजीबोगरीब जानवरों को लेकर किस्से सुनते थे. लेकिन, एक शख्स ने जुगाड़ से सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है.
देश और दुनिया में इन दिनों 'जुगाड़' टेक्नोलॉजी की डिमांड बढ़ती जा रही है. खासकर, भारत ने तो जुगाड़ के मामले में सबको हैरान कर रखा है. लेकिन, कई और भी देश हैं जो 'जुगाड़' टेक्नोलॉजी को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. इसी कड़ी में ऑस्ट्रेलिया से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने सबको हैरान कर दिया है. अब तक आप ऑस्ट्रेलिया में अजीबोगरीब जानवरों को लेकर किस्से सुनते थे. लेकिन, एक शख्स ने जुगाड़ से सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. यहां एक शख्स ने कार की छत पर कई साइकिल लाद दी और फिर आरम से सड़क पर निकल पड़ा. यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी है और लोग इस पर जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
बताया जा रहा है कि यह तस्वीर न्यू साउथ वेल्स के Eastern Creek की है. क्रिसमस के मौके पर इस नजारे को पहली बार देखा गया. दरअसल, यहां की पुलिस चेकिंग को लेकर काफी सख्त रहती है. पुलिसकर्मियों ने जब इस नजारे को देखा तो वे भी हैरान रह गए. रिपोर्ट के अनुसार, 'किया' गाड़ी की छत पर एक शख्स ने 10 साइकिल को लोड कर दिया और फिर सड़क पर निकल पड़ा. जिसने भी यह नजारा देखा वह हैरान रह गया. इस फोटो को Dash Cam Owners Australia ने फेसबुक पर शेयर किया है. अब यह तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, इस तस्वीर पर 68 सौ ज्यादा लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. 2.5 हजार से ज्यादा लोगों ने कमेंट किए हैं. जबकि, एक हजार के करीब लोगों ने इसे शेयर की है. हालांकि, यह कोई पहला मौका नहीं जब इस तरह की तस्वीर सामने आई है. इससे पहले पिछले साल एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक शख्स गाड़ी की छत पर ग्रीन हाउस को लोड कर सड़कों पर जाते हुए देखा गया था.
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3f98eb3fa78eefddc38894512151ceb8367dd434 | पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान के मुख्यमंत्री संभालने के दूसरे ही दिन शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक और पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल ने पूर्व विधायक के तौर पर मिलने वाली पेंशन छोड़ने का ऐलान कर दिया। 5 बार पंजाब के सीएम रह चुके प्रकाश सिंह बादल को पेंशन के तौर पर हर महीने तकरीबन 5 लाख रुपए मिलने की बात कही जाती रही है। हालांकि खुद बादल परिवार या पंजाब विधानसभा ने कभी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की। 10 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके बादल इस बार लंबी विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट गुरमीत सिंह खुडियां से हार गए थे।
प्रकाश सिंह बादल के हवाले से अकाली दल ने ट्वीट करके उनके पेंशन छोड़ने की जानकारी दी। इस ट्वीट में कहा गया कि प्रकाश सिंह बादल पंजाब सरकार और विधानसभा स्पीकर से गुजारिश करते हैं कि उन्हें पूर्व विधायक के तौर पर जो भी पेंशन या भत्ते मिलते हैं, वह न दिए जाएं। इस रकम का इस्तेमाल पंजाब के हित में किया जाए। ट्वीट में यह भी कहा गया कि प्रकाश सिंह बादल इस बारे में औपचारिक पत्र भी सरकार को भेज रहे हैं।
पंजाब की पिछली कांग्रेस सरकार में चुने हुए जनप्रतिनिधियों का इनकम टैक्स राज्य सरकार द्वारा भरे जाने का मुद्दा उठा था। एक RTI के अनुसार प्रकाश सिंह बादल और नवजोत सिद्धू समेत 93 विधायकों का इनकम टैक्स पंजाब सरकार भर रही है। उसी वक्त यह मुद्दा उठा था कि सिर्फ इनकम टैक्स ही नहीं बल्कि कई नेता पेंशन के रूप में भी एक से ज्यादा पेंशन ले रहे हैं। इनमें पहला नाम प्रकाश सिंह बादल का था।
यह मामला उठने के बाद पंजाब विधानसभा में आम आदमी पार्टी के नेता हरपाल चीमा स्पीकर से मिले थे। आप नेताओं ने मांग की थी कि एक विधायक को एक ही पेंशन मिलनी चाहिए चाहे वह कितनी ही बार चुना क्यों न गया हो। उन्होंने तत्कालीन स्पीकर राणा केपी को इसका पत्र भी सौंपा था। अब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। इसलिए यह भी चर्चा हो रही है कि CM भगवंत मान इस बार में कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
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2c379490e157de4569a33fd324cddf492a39a37a | रायपुर। रकम दोगुना करने का झांसा देते हुए कागज का बंडल पकड़ा कर ठगी करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शिवप्रसाद मनहरे निवासी जैजैपुर करवाडीह थाना जैजैपुर जिला शक्ति और अनिल गुप्ता निवासी तकियापारा अशरफ नगर थाना मोहन नगर दुर्ग को पकड़ा है।
आरोपित शिवप्रसाद मनहरे पूर्व में भी थाना जैजैपुर जिला शक्ति एवं थाना गंज रायपुर से जाली नोट के प्रकरणों में जेल जा चुका है। सिविल लाइन थाने में प्रार्थी दिनेश निषाद ने ठगी रिपोर्ट दर्ज कराई। वह करैली चौकी मगरलोड धमतरी में रहता है। प्रार्थी शनिवार को कुछ काम से कटोरा तालाब रायपुर आया था।
जहां शिव प्रसाद एवं अनिल गुप्ता नामक व्यक्ति प्रार्थी से मिलकर बोले की उनके पास रकम दोगुना करने की स्कीम है। उन्होंने एक बीस रुपये के काले रंग से रंगा नोट को पानी में भिगा कर नोट बना कर दिखाया, जिससे प्रार्थी उनके झांसे में आकर रकम दोगुना करने के लालच में उन्हें 30 हजार रुपये दे दिए।
प्रार्थी को काले रंग से रंगे नोट जैसे दिखने वाले कागज को देकर वहां से चले गए। जिस पर प्रार्थी द्वारा कुछ देर बाद काले रंग के नोट को पानी में भिगा कर देखने पर चार नोट के अलावा सभी काले रंग में भीगे साधारण कागज निकले। प्रार्थी ने इसकी शिकायत थाने में की। पुलिस ने जांच शुरू की।
प्रार्थी से घटना व आरोपितों के हुलिए के संबंध में विस्तृत पूछताछ कर पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करते हुए प्रकरण में संलिप्त आरोपित शिवप्रसाद मनहरे एवं अनिल गुप्ता को चिन्हांकित कर पकड़कर कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपितों द्वारा ठगी की उक्त घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया।
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d14dbaab866bd71e322710d221e7bb3e9f87af56 | नई दिल्ली। शेयर बाजार में दोपहर के कारोबार में शानदार रिकवरी की मदद से प्रमुख इंडेक्स आज लगातार तीसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुए हैं। बुधवार के कारोबार में सेंसेक्स 355 अंक की बढ़त के साथ 40116 पर और निफ्टी 95 अंक की बढ़त के साथ 11908 के स्तर पर बंद हुआ है। आज के कारोबार में फार्मा सेक्टर में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली है।
फिलहाल बाजार की नजर अमेरिका के चुनावों पर लगी हुई है। निवेशकों के लिए सबसे अहम ये है कि नतीजे जल्द से जल्द साफ हों क्योंकि नतीजों में देरी का मतलब है कि राहत पैकेज में और देरी होना। फिलहाल संकेत हैं कि जीत हार का फैसला जल्द सामने आ सकता है इससे निवेशकों की बीच सेंटीमेंट्स बेहतर हो रहे हैं। इसके साथ बाजार में बढ़त की एक और वजह रिलायंस इंडस्ट्रीज सहित दिग्गज शेयरों में आई खरीदारी रही है। आज के कारोबार में रिलायंस इंडस्ट्रीज में 3. 46 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है। मार्केट कैप के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर का प्रमुख इंडेक्स के प्रदर्शन पर सबसे ज्यादा असर होता है। इसके साथ ही इंफोसिस 3 फीसदी, टीसीएस 0. 78 फीसदी एचडीएफसी बैंक 0. 75 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है।
आज के कारोबार में सबसे ज्यादा बढ़त फार्मा सेक्टर में देखने को मिली है, इंडेक्स 2. 18 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। वहीं आईटी सेक्टर में 1. 78 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है। ऑटो सेक्टर इंडेक्स 0. 67 फीसदी और बैंकिंग सेक्टर इंडेक्स 0. 35 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। दूसरी तरफ मेटल सेक्टर में 0. 31 फीसदी और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में 0. 08 फीसदी की गिरावट रही है। निफ्टी में शामिल 33 स्टॉक बढ़त के साथ बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा 4. 89 फीसदी की बढ़त इंडसइंड बैंक में दर्ज हुई है। वहीं यूपीएल 3. 9 फीसदी की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाला शेयर रहा।
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797bf0fca4a168f5fa6ec8e5183a764e035caabd | Quick links:
Rakul Preet Singh Latest Video: बी टाउन की फेमस एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह फिल्मों के साथ-साथ एडवेंचर्स में भी काफी इंट्रेस्ट रखती हैं और अक्सर वह कुछ न कुछ करती नजर आ रहती हैं ऐसा ही कुछ एक बार फिर से एक्ट्रेस करती नजर आईं है जिसे देखकर उनके फैंस की भी रुह कांप उठेगी। दरअसल, एक्ट्रेस ने माइनस 15 डिग्री के तापमान में आइस कोल्ड वॉटर के पूल में डुबकी लगाई है जिसका वीडियो उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है।
Rakul Preet Singh फिल्मों के साथ-साथ सोशल मीडिया के जरिए भी अपने फैंस को एंटरटेन करने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं। एक्ट्रेस अक्सर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो और फोटोज शेयर करती रहती हैं इसी बीच उन्होंने अपनी लेटेस्ट क्लिप अपने चाहने वालों के साथ साझा की है जिसे देख यूजर्स भी कांप उठेंगे।
Rakul Preet Singh ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर नया वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वह लगभग -15 डिग्री सेल्सियस के तापमान में बिकनी पहने एक बर्फीले पूल के अंदर जाती दिखीं। एक्ट्रेस ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'क्रायो इन -15 एनीवन?' रकुल के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि वह एक पहाड़ी इलाके में पर्यटकों के साथ खड़े होकर बर्फबारी के दौरान अपने गाइड को सुनती हैं और फिर वो एक लकड़ी से बने कमरे से बाहर आती हैं और बर्फीले पानी में उतर जाती हैं।
वीडियो में देखा जा सकता है कि रकुल ने जिस पूल के अंदर डुबकी लगाई उसके ऊपर बर्फ की मोटी चादर जमी हुईं थी। पानी से कांपते हुए निकलने के बाद उन्होंने कैमरे में देखा और फिर रूम में चली गईं। रकुल अपनी सिजलिंग बिकनी में बेहद बोल्ड नजर आ रही हैं। उन्होंने अपनी हॉट बॉडी को कैमरे के सामने फ्लॉन्ट करने से परहेज नहीं किया। अब एक्ट्रेस का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसे फैंस काफी पसंद कर रहे हैं।
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आपको बता दें कि Rakul Preet Singh आर्मी फैमिली से बिलॉन्ग करती हैं यही वजह है कि एक्ट्रेस फिटनेस के अलावा स्पोर्ट्स भी खेलना काफी पसंद करती हैं। मालूम हो कि रकुल एक टेनिस प्रीमियर लीग टीम की मालिक भी हैं, वो खुद भी गोल्फर रही हैं और नेशनल लेवल पर मैच भी खेला है। बता दें कि एक्ट्रेस को आखिरी बार ओटीटी फिल्म 'कठपुतली' में देखा गया था।
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d89feb3bb26444854583b25f14b1b6331fbc1c7f8c4e8c763cadb723cdec0e93 | : आखाह ! यह बुनियादी चीजों का जिक्र कौन कर रहा । बुनियादी चीजें विशेषज्ञों की सम्पत्ति हैं। मसलन, दुनिया एक कार्ल मार्क्स से दूसरे कार्ल मार्क्स पर, जिस तरह लंगूर एक डाल से दूसरी और दूसरी से तीसरी पर कूदता है, कूद सकती है, लेकिन जॉन स्टुअर्ट मिल के बुनियादी सिद्धान्तों के खिलाफ नहीं जा सकती। यही तो मैं सोवियत रूस से कहता हूँ कि देखा भाई तुम...
: सोवियत रूस ! कब और कहाँ मिल गया तुम्हें ?
: बुनियादी बातें ठीक हैं, लेकिन अपूर्ण हैं। वे अपूर्ण हैं, कमजोर हैं- और एक सही और इंसानी मसरफ की मुहताज हैं। क्राईसिस, संकट (खाँसता है।)
(गवैयों की तरह गुनगुनाता कवि बाई तरफ से दाखिल होता है। कवि बेउम्र है । न बूढ़ा है न जवान और न जाने किस चीज में मगन है, ऐसी कोई चीज जिसे वह खुद नहीं जानता।)
: नमस्कार बंधुओं । यहाँ तो अच्छी खासी बहस छिड़ी हुई है। लेकिन मैं आप लोगों से एक बात पूछता हूँ जिसके पीछे सारे वेद हैं, सारा सार है। पूछता हूँ कि उद्गम कहाँ है ?
: तुम कवि, तुम सकून और विश्राम के कीड़े हो । तुम न गा सकते हो न चिल्ला सकते हो, इसलिए इनके बीच की चीज कविता करते हो । क्राइसिस तुम्हें न छूती है न चिढ़ाती है, वह तुम्हें मिटाने से इनकार कर ही देती है । वह तुम्हें एक हिजड़ा बनाकर अभयदान देती है।
( भीतर से दरवाजे के पास आकर दाई जरा तीखे स्वर से कहती है । )
: यह तुम लोग आपस में बातें करते हो कि गालीगलौज करते हो - यह भी कोई बात है । यहाँ यह सब मत किया करो कि...
: क्या यह तुम्हारी खादिमा है ? (दाई की तरफ उँगली उठाकर दिखाते हुए )
: उसने अपनी जिन्दगी में एक बार भी पब्लिक मीटिंग नहीं देखी है । वह तबला तक तो बजाना जानती नहीं है। उसकी बात पर भरोसा मत करो । तुम कवि को खूब गालियाँ दो...
: लेकिन क्यों गालियाँ दो। मैंने सीधी दो टूक बात पूछी-लेकिन शायद मैंने उद्गम की बात उठायी, नेता उससे चिढ़ गया । उसका सारा तर्करथ सरकण्डे की गाड़ी की तरह लौट गया ।
: सरकण्डे की नहीं, कूड़े गाड़ी की तरह लौट पड़ा।
: ईश्वर के लिए तुम चुप रहो । ईमानदार बातूनजी, तुम्हारी खादिमा ने मेरा अपमान किया है। (पैर पटककर) तुम लोगों की दावत करके अपने नौकरों से तौहीन कराते हो । लानत है तुम्हारी ईमानदारी पर ! (और तेज होकर) ये मेयर सर्वेंट ।
: लेकिन वह बुनियादी उसूल जानती है । वह जानती है कि तुम कवि और नेता एक ही पेशे के आदमी हो। एक पेशे के आदमियों का आपस में लड़ना-लथाड़ना रायज और जायज है। उसने तुम्हारी दाद दी । उसका अपना तरीका, है, चलो, आगे बढ़ो...
(इस बीच में कमसखुन अन्दर आ जाता है। वह मोटा भद्दा और असुशील-सा एक अधेड़ है। वह कम बोलता है। यह शायद उसकी वजाकता से ही जाहिर होता है। कमरे में आकर वह दो सेकेण्ड अजनबियों की तरह खड़ा रहता है और फिर अचानक जानकारी से मुस्करा देता है।)
: लेकिन आप लोग सब खड़े क्यों हो ? बैठ क्यों नहीं जाते ? कुर्सियाँ बैठने के लिए ही बनायी जाती हैं।
( वे सब एकबारगी ऐं करते हैं और दरअसल अचम्भे में पड़ जाते हैं कि वाकई कुर्सियों के होते हुए भी वे अब तक क्यों खड़े रहे। अपनी इस जरा जाहिर अपदार्थता पर कुछ झेंप भी जाते हैं, ईमानदार बातून इसमें सबसे पहले सन्तुलित हो जाता है।)
: खूब कहा । दुनिया की तमाम बुनियादी बातों की नाक मोम कर दी । बुनियादी बात यह है : कुर्सियाँ बैठने के लिए होती हैं यह !
(सब बैठ जाते हैं। भीतर से बूढ़ी दाई फिर दरवाजे के पास जाकर कुछ तबीह के साथ कहती है।)
: अब तो सब लोग आ गये - (झाँककर) अभी वह बिटिया नहीं आयी । लेकिन लल्लन बाबू, तुम्हारा नौकर शाम का गया अभी तरकारी लेकर नहीं लौटा है । अब अगर खाने में देर हो तो धरती न छेद डालना। भला कब तरकारी आयेगी तो कब बनेगी और कब खायी जायेगी ?
: तुमने फिर वही किया ( उठकर खड़ा हो जाता है।) मैं हमेशा के लिए बैठने से इनकार करता हूँ। मैंने तुमसे गुस्से में, खुशी में, होश में, बेहोशी में, न जाने कितनी मरतबे कहा है कि तुम लल्लन बाबू मत कहो । लेकिन तुम... आह तुम... आह तुम ! (दाई हकबकी रह जाती है)
: माताजी, जाइए, आप भीतर बैठिए । यह तो अपना थोड़ा-सा मनोरंजन कर रहे है। खाना खाने की भी जल्दी नहीं है । सुनिए, तब तक मेरा एक छोटा-सा गीत सुनिए ।
(सब एकबारगी उठकर उसे रोकना चाहते हैं, लेकिन कवि शुरु कर देता है । )
'हमको हर पशु से न बैर पंछी प्यारा
'मानव ने मानव देख ठहाका मारा । "
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da9d57f8334d6c3d99e46261a70f9bec22146f37 | उत्तर प्रदेश में बहुत ही खौफनाक घटना सामने आई है। इस घटना से साफ जाहिर होता है कि इंसान अब इंसान नहीं रहा बल्की हैवान बन गया है। इस भयावह घटना में, एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने उत्तर प्रदेश में एक विवाहित महिला के घर में घुसकर कथित तौर पर उसे कई बार चाकू मार दिया पुलिस ने कहा कि नाबालिग के साथ छेड़छाड़ करने के बाद उसके मुंह में तेजाब डालने की कोशिश की। पति बाहर रहता है और महिला बच्चों के साथ बंदायू में रहती है।
आरोपी ने दो साल पहले सकरी कासिमपुर गांव में अपने घर में महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने की कोशिश की थी। 40 वर्षीय महिला को गंभीर हालत में घटना के बाद बदायूं के एक अस्पताल में ले जाया गया था और उसे उन्नत उपचार के लिए बरेली में दूसरे अस्पताल में भेजा गया था। महिला अपने तीन नाबालिग बच्चों के साथ घर पर थी जब आरोपी ने उस पर हमला किया। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि महिला को सबसे अच्छा इलाज मिले। आरोपी उस महिला का पड़ोसी है जिसका पति दिल्ली में काम करता है।
बदायूं एसएसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि हमें पता चला है कि पीड़ित और आरोपी के बीच हाथापाई हुई थी। हमने तेजाब की बोतल भी बरामद की है। आरोपी के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास) और गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के दौरान, यह पाया गया कि आरोपी सत्येंद्र जाटव ने करीब दो साल पहले एक अन्य महिला से बलात्कार करने का प्रयास किया था। उसे तब ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उसकी पिटाई की है।
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925fe71d1d8f494fb8658ece81a5e577a3ddd659 | पार्टी के जिलाध्यक्ष मंजू कुमारी उर्फ गुड्डी देवी ने कहा कि जदयू के कार्यकर्ता भाजपा के आरक्षण विरोधी नीतियों से गांव गांव में लोगों को अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को उलझा कर आरक्षण के विरोध में काम कर रही है।
मधेपुरा, जागरण संवाददाता। जनता दल यू की ओर से गुरुवार को शहर के कला भवन के समक्ष भाजपा के खिलाफ धरना दिया गया। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू जिलाध्यक्ष मंजू कुमारी उर्फ गुड्डी देवी ने की। वहीं धरना का संचालन जदयू नेता महेंद्र पटेल ने किया। धरना के मौके पर जदयू नेताओं ने कहा कि आरक्षण विरोधी भाजपा का पोल खोल धरना दिया जा रहा है।
आलमनगर के विधायक सह पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि भाजपा की आरक्षण विरोधी नीतियों से जनता को अवगत कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 2005 में सरकार बने के बाद 2006 में कैबिनेट द्वारा सबसे पहला निर्णय एवं सभी मुख्य विपक्षी दल के साथ मिलकर आरक्षण लागू किया गया था। अब भाजपा समर्थित लोगों के द्वारा न्यायालय में केस करा कर अति पिछड़ा आरक्षण को समाप्त कराने के पीछे लगी हुई है। जबकि चार बार पंचायत चुनाव आरक्षण के माध्यम से किया गया एवं नगर पंचायत एवं नगर निगम का चुनाव तीन बार आरक्षण के तहत हो चुका है।
पार्टी के जिलाध्यक्ष मंजू कुमारी उर्फ गुड्डी देवी ने कहा कि जदयू के कार्यकर्ता भाजपा के आरक्षण विरोधी नीतियों से गांव गांव में लोगों को अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को उलझा कर आरक्षण के विरोध में काम कर रही है। वहीं जिला मुख्य प्रवक्ता डा. नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा आरक्षण को खत्म करने की साजिश कर रही है। इसे कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा।
मौके पर जिला संगठन प्रभारी शिव कुमार यादव, अक्षय झा, भूपेंद्र नारायण मधेपुरी, विजेंद्र नारायण यादव, नरेश पासवान, आनंद रजक, बीबी प्रभाकर, सत्यजीत यादव, नीला कांत, यादव उमेश, रूपेश कुमार गुलटेन, अशोक चौधरी, अमरेंद्र चंद्रवंशी, शैलेश सिंह, प्रमोद यादव ,राणा राम कृष्ण, दीपक यादव, मनोज कुशवाहा, विनोद कांबली निषाद, इंजीनियर कौशल यादव, मनोज भटनागर, डाक्टर एमएस रहमान बाबुल आदि नेता उपस्थित थे।
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112137dab8e2c82d190a25a18b5bd0001253b652 | चेन्नईः पंजाब किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद का बुधवार को आईपीएल 2021 के 14वें मैच में आमना-सामना हुआ। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पंजाब की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसके सलामी बल्लेबाज केएल राहुल 6 गेंदों में महज 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। राहुल को भुवनेश्वर कुमार चौथे ओवर में केदार जाधव के हाथों लपकवाया। राहुल भले ही सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठे हों, लेकिन उन्होंने कुछ ही रन बनाने के दौरान एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली, जो बतौर भारतीय बल्लेबाज एक रिकॉर्ड है। उन्होंने विराट कोहली और रोहित शर्मा को भी पछाड़ दिया है।
इस मैच में सिर्फ 4 रन की पारी खेलने वाले केएल राहुल ने टी20 क्रिकेट में बतौर भारतीय सबसे तेज 5000 रन पूरे कर लिए है। राहुल ने इस मामले में विराट कोहली और रोहित शर्मा को भी पीछे छोड़ दिया है। राहुल के अब टी20 क्रिकेट की 143 पारियों में 5003 रन हो चुके हैं। इस दौरान उनका औसत 42 का रहा है जबकि उनका स्ट्राइक रेट 138 का है। वे अब तक लीग और इंटरनेशनल क्रिकेट में 4 शतक और 41 अर्धशतक ठोक चुके हैं।
ओवरऑल टी20 में सबसे तेज 5 हजार रन बनाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के ताबड़तोड़ बल्लेबाज और आईपीएल में राहुल की ही टीम के खिलाड़ी क्रिस गेल के नाम पर है। उन्होंने 132 पारियों में ये कारनामा किया था। राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के शॉन मार्श को इस मामले में पीछे छोड़कर दूसरे नंबर पर जगह बनाई। मार्श ने 144 पारियों में ऐसा किया था।
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372e177fcb9598b4043f49814b32cc0bde253a553d1c0bb3e620e8c114d173fd | भडन्डस हुन प्रेस क
२०. ( क ) तदनन्तर किसी दिन राजा कूणिक स्नान करके, सुगन्धित द्रव्य, तिलक आदि लगाकर और राजा के योग्य शुद्ध वस्त्र - आभूषण पहनकर चेलनादेवी के पास चरण-वंदना करने के लिए आया ।
उस समय कूणिक राजा ने माता चेलनादेवी को उदासीन यावत् चिन्ता, शोक मे डूबी हुई देखा। देखते ही चेलनादेवी के पाँव पकड़ लिए और चेलनादेवी से इस प्रकार पूछने लगा- "माता । ऐसी क्या बात है कि आज तुम्हारे चित्त मे सतोष, उत्साह, हर्ष और आनन्द नही है जबकि मै स्वय ( आपका पुत्र ) राज्य - वैभव का उपभोग करते हुए सुखपूर्वक समय बिता रहा हूँ ?" (अर्थात् मेरा राजा बनना क्या आपको अच्छा नहीं लग रहा है ?)
उत्तर मे चेलनादेवी ने कूणिक राजा से इस प्रकार कहा- "हे पुत्र । मेरे मन मे प्रसन्नता, उत्साह, 1 हर्ष अथवा आनन्द कैसे हो सकता है? जबकि तुमने देवतास्वरूप, गुरुजन जैसे अत्यन्त स्नेहानुरागयुक्त अपने पिता श्रेणिक राजा को बेडियो से बाँधकर अपना महान् राज्याभिषेक स्वय कराया है।"
HOMAGE AT THE FEET OF THE MOTHER
20. (a) One day after taking his bath, applying perfumes and auspicious mark (tılak), and wearing clean garb and ornaments suitable for the royalty, King Kunik came to Queen Chelana to touch her feet and pay homage
On this occasion he found mother Chelana sad, worried and melancholic He at once touched Queen Chelana's feet and asked"Mother ! What is the matter ? Today you do not appear contented, zealous, joyous or happy, even when 1, your son, live happily enjoying the glory of the kingdom ?" ( Iri other words, does my becoming king not please you ? )
Queen Chelana replied - "Son! How can I be contented, zealous, Joyous or happy when you have ceremoniously ascended the throne by imprisoning your god-like and guru-like father, King Shrenik, who has only love and affection for you "
चेलना रानी द्वारा भ्रान्तिनिवारण
२०. ( ख ) तए णं से कूणिए राया चेल्लणं देविं एवं वयासी- "घाएउकामे णं, अम्मो ! मम सेणिए राया, एवं मारेउ बंधिउ निच्छुभिउकामे णं अम्मो ! ममं सेणिए राया। तं कहं णं अम्मो ! ममं सेणिए राया अच्चंतनेहाणुरागरत्ते ?"
तए णं सा चेल्लणा देवी कूणियं कुमारं एवं वयासी - "एवं खलु, पुत्ता ! तुमंसि ममं गब्भे आभूए समाणे तिन्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं ममं अयमेयारूवे दोहले पाउब्भूए 'धन्नाओ णं ताओ अम्मयाओ, (जाव) अंगपडिचारियाओ, निरवसेसं भाणियव्वं (जाव), जाहे वि य णं तुमं वेयणाए अभिभूए महया. (जाव) तुसिणीए संचिट्ठसि । एवं खलु पुत्ता ! सेणिए राया अच्चंतनेहाणुरागरत्ते।"
तए णं कूणिए राया चेल्लणाए देवीए अंतिए एयमट्ठे सोच्चा निसम्म चेल्लणं देविं एवं वयासी"दुटु णं अम्मो ! मए कयं सेणियं रायं पियं देवयं गुरुजणगं अच्चंतनेहाणुरागरत्तं नियलबंधण करतेणं । तं गच्छामि णं सेणियस्स रन्नो सयमेव नियलाणि छिंदामि" त्ति कटु परसुहत्थगए जेणेव चारगसाला तेणेव पहारेत्थ गमणाए।
२०. ( ख ) माता चेलनादेवी की बात सुनकर कूणिक ने इस प्रकार कहा- "माता । श्रेणिक राजा तो मेरा घात करने के इच्छुक थे। हे अम्मा ! श्रेणिक राजा तो मुझे मार डालना चाहते थे, बाँधना चाहते थे और मुझे राज्य से निर्वासित कर देना चाहते थे। तो फिर हे माता । आप यह कैसे कहती है कि श्रेणिक राजा का मेरे प्रति अतीव स्नेहानुराग था ?"
यह सुनकर चेलनादेवी ने कृणिककुमार से इस प्रकार कहा- "हे पुत्र । जब तू मेरे गर्भ मे आया था, तब तीन मास अच्छी तरह पूरे होने पर मुझे इस प्रकार का दोहद उत्पन्न हुआ था कि वे माताएँ धन्य है, यावत् । अगपरिचारिकाओ से मैने तुम्हे उकरडे पर फिकवा दिया, आदि। जब भी तुम वेदना से पीडित होते और जोर-जोर से रोते तब श्रेणिक राजा तुम्हारी व्रणग्रस्त अंगुली मुख मे लेते और मवाद चूसते । तब तुम शान्त हो जाते, इत्यादि पूर्व वर्णित सब वृत्तान्त चेलना ने कूणिक को सुनाया। इसी कारण हे पुत्र । मैने कहा कि श्रेणिक राजा के मन मे तुम्हारे प्रति अत्यन्त स्नेहानुराग था ।"
चेलना रानी के मुख से कूणिक राजा ने इस पूर्व वृत्तान्त को सुना, उस पर विचार किया तो वह चेलनादेवी से इस प्रकार कहने लगा- "माता । निश्चित ही मैने बहुत बुरा किया जो देवतास्वरूप, गुरुजन जैसे अत्यन्त स्नेहानुराग से अनुरक्त अपने पिता श्रेणिक राजा को बेडियो से बाँधा। अब मै जाता हूँ और स्वय अपने हाथो से ही श्रेणिक राजा की बेडियो को काटता हूँ।' ऐसा कहकर वह परशु-कुल्हाडी हाथ मे लेकर जहाँ कारागृह था, उस ओर चल दिया।
QUEEN CHELANA REMOVES MISUNDERSTANDING
20. (b) To these words of mother Chelana Kunik responded - "Mother King Shrenik was desirous of destroying me O mother King Shrenik wanted to kill me or apprehend me and exile me from the state O mother' How then do you say that he dearly loved me
Hearing these words Queen Chelana said to prince Kunik-"Son ' On completion of three months after I conceived you I had this dohad"Blessed, fortunate, and contented are those mothers who and so on up to with the help of my maids I threw you on a heap of trash and so on whenever you wailed, King Shrenik came near you and sucked out the blood and pus from your wounded finger. This gave you relief and you stopped crying" Thus Queen Chelana narrated the aforesaid details to Kunik and added - "That is the reason, why I told you that King Shrenik dearly loved you
King Kunik heard this story about his past from Queen Chelana and thought about it He then said - "Mother । Indeed, I have committed a grave mistake by shackling King Shrenik, my god-like and guru-like father who so profoundly loved me Now I shall go and cut his shackles with my own hands" With these words he picked up an axe and left for the prison.
विवेचन - इस सूत्र पर टिप्पणी लिखते हुए आचार्य श्री आत्माराम जी महाराज सूचित करते है - "इससे पता चलता है कि कूणिक इससे पूर्व अपने जन्म-विषयक, सम्पूर्ण घटनाक्रम से अपरिचित था। राजतिलक नही करने के कारण वह क्षुब्ध भी था। कुछ गलतफहमियों के कारण पिता को अपना शत्रु समझने लगा था। दूसरी बात, राज्य लोभ मे वह फँस चुका था। इस दुष्कर्म मे पूर्वजन्मो के कर्म भी प्रेरक कारण बने है। (पूर्वजन्म का वृत्तान्त परिशिष्ट मे देखे )
Elaboration Commenting on this aphorism Acharya Shri Atmaram ji M informs-This informs that prior to the said moment Kunik was not aware of all these details about the post birth incidents of his life He was also angry because of the delay in his coronation He considered his father to be his enemy because of some misunderstandings Further, he was caught in the trap of greed for the kingdom Besides, karmas accumulated in the past births were also the inspiring factor for this (see appendix for the story of the past births)
श्रेणिक का अन्तर्द्वन्द्व
२१. (क) तए णं सेणिए राया कूणियं कुमारं परसुहत्थगयं एज्जमाणं पासइ, पासित्ता एवं वयासी - "एस णं कूणिए कुमारे अपत्थियपत्थिए (जाव) हिरि - सिरि- परिवज्जिए परसुहत्थगए इह हव्यमागच्छइ । तं न नज्जइ णं ममं केणइ कु-मारेणं मारिस्सइ" त्ति कट्टु भीए (जाव) तत्थे तसिए उब्बिग्गे संजायभये तालपुडगं विस आसगंसि पक्खिवइ ।
तए णं से सेणिए राया तालपुडगविसंसि आसगंसि पक्खित्ते समाणे मुहुत्तंतरेण परिणममाणंसि निप्पाणे निच्चेट्ठे जीवविप्पजढे ओइण्णे ।
तए णं से कूणिए कुमारे जेणेव चारगसाला तेणेव उवागए, उवागच्छित्ता सेणियं रायं निप्पाणं निच्चेदूं जीवविप्पजढं ओइण्णं पासइ, पासित्ता महया पिइसोएणं अप्फुण्णे समाणे परसुनियत्ते विव चम्पगवरपायवे धस त्ति धरणीयलंसि सव्यंगेहिं संनिवडिए ।
२१. ( क ) तब श्रेणिक राजा ने कूणिककुमार को हाथ मे कुल्हाडी लिए अपनी ओर आते हुए देखा। देखते ही उसने मन ही मन विचार किया- 'यह अकर्त्तव्य को कर्त्तव्य मानने वाला मेरा विनाश चाहने वाला, यावत् लोक-लाज से रहित, निर्लज्ज कूणिककुमार हाथ मे कुल्हाडी लेकर इधर आ रहा है। न मालूम मुझे यह किस कुमौत से मारेगा।' इस विचार से भयभीत, त्रस्त, आशकाग्रस्त, उद्विग्न और भयाक्रान्त होकर तालपुट विष को अपने मुख मे डाल लिया।
तालपुट विष को मुख मे डालते ही कुछ क्षणो के बाद उस विष के शरीर मे घुल जाने पर श्रेणिक राजा निष्प्राण, निश्चेष्ट एव जीवनरहित हो गया ।
इसके बाद वह कूणिककुमार जहाँ कारावास था वहाँ पहुँचा। पहुँचकर उसने श्रेणिक राजा को निष्प्राण, निश्चेष्ट, निर्जीव देखा। तब वह असह्य भयकर पितृ-शोक से बिलबिलाता हुआ शोक सतप्त हुआ, कुल्हाडी से कटे चम्पक वृक्ष की तरह धडाम से पछाड खाकर भूमि पर गिर पड़ा।
SHRENIK'S INNER CONFLICT
21. (a) King Shrenik saw prince Kunik approaching with an axe in his hand The moment he saw this he thought-Prince Kunik, who considers misdeeds as his duty wishes to destroy me He is shameless and devoid of any considerations of honour He is coming this way with an axe in his hand I do not know what contemptible death he will inflict on me " Filled with fear, awe, apprehension, nervousness and horror, he put taalput-vish ( a deadly poison ) in his mouth
Within a few moments of swallowing it the poison spread throughout the body of King Shrenik and it was rendered breathless, motionless, and lifeless
Prince Kunik reached the prison after this and found King Shrenik breathless, motionless, and lifeless Whining with bereavement of losing his father and engulfed in grief, he fall on the ground like an axed champak tree कूणिक का पश्चात्ताप
२१. ( ख ) तए णं से कूणिए कुमारे मुहुत्तंतरेण आसत्थे समाणे रोयमाणे कंदमाणे सोयमाणे विलवमाणे एवं वयासी - "अहो णं मए अधन्त्रेणं अपुण्णेणं अकयपुण्णेणं दुटुकयं सेणियं रायं पियं देवयं अच्चतनेहाणुरागरत्तं नियलबंधणं करतेणं मम मूलागं चेव णं सेणिए राया कालगए" त्ति कट्टु । राईसरतलवर जाव माडम्बिय - कोडुम्बिय - इब्भ - सेट्ठि- सेणावइ - सत्यवाह-मंति-गणगदोवारिय- अमच्च-चेड पीढमद्द - नगर निगम - दूय - संधिवालसद्धिं संपरिवुडे रोयमाणे कंदमाणे सोयमाणे विलवमाणे महया इड्ढीसक्कारसमुदएणं सेणियस्स रन्नो नीहरणं करेइ ।
तए णं से कूणिए कुमारे एएणं महया मणोमाणसिएणं दुक्खेणं अभिभूए समाणे अन्नया कयाइ अंतेउरपरियाल - संपरिवुडे सभण्डमत्तोवगरणमायाए रायगिहाओ पडिनिक्खमइ, जेणेव चंपानयरी तेणेव उवागच्छइ तत्थ वि णं विउलभोग-समिइसमन्त्रागए कालेणं अप्पसोए जाए यावि होत्था ।
तए णं से कूणिए राया अन्नया कयाइ कालाईए दस कुमारे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता रज्जं च जाव रट्ठे च बलं च वाहणं च कोसं च कोट्ठागारं च अंतेउरं च जणवयं च एक्कारसभाए विरिंचइ, विरिचित्ता सयमेव रज्जसिरि करेमाणे पालेमाणे विहरइ । | pdf |
007951466203328c369361eb3a666556f433a160 | पीलीभीत पुलिस ने सिख तीर्थयात्रियों से भरी बस से 11 युवकों को उतारा, लेकिन उनमें से केवल 10 ही मृत पाए गए, जबकि एक का कोई पता नहीं चल पाया है।
सीबीआई के वकील एस. सी. जायसवाल ने कहा कि 12 जुलाई 1991 को 25 सिख तीर्थयात्रियों का जत्था नानकमठ पटना साहिब, हजूर साहिब और अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन कर बस से लौट रहा था. पीलीभीत के कच्छल घाट के पास पुलिस ने बस को रोक दिया और 11 युवकों को अपनी नीली बस में बिठा लिया. इनमें 10 शव मिले, जबकि शाहजहांपुर निवासी तलविंदर सिंह का आज तक पता नहीं चल सका है.
इस मामले को लेकर पुलिस ने पूरनपुर, नेवरिया और बिलसंडा थाने में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए थे. पुलिस ने इन मामलों में विवेचना के बाद फाइनल रिपोर्ट सौंपी थी।
एडवोकेट आर. एस। सोढ़ी ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 15 मई 1992 को मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। सीबीआई ने मामले की जांच के बाद सबूतों के आधार पर 57 पुलिसकर्मियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. शुक्रवार को कोर्ट ने 47 को दोषी करार दिया, जबकि 10 की मौत हो चुकी है।
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में 178 गवाह पेश किए। पुलिसकर्मियों के हथियार, कारतूस समेत 101 साक्ष्य मिले हैं। जांच एजेंसी ने अपनी 58 पन्नों की चार्जशीट में सबूत के तौर पर 207 दस्तावेजों को भी शामिल किया था।
चार्जशीट के सुप्रीम कोर्ट में आने के बाद, इसने 12 जून 1995 को संज्ञान लिया और 3 फरवरी 2001 को सुनवाई के लिए सत्र न्यायालय को सौंप दिया। सत्र न्यायालय ने 20 जनवरी 2003 को आरोपी के खिलाफ आरोप तय किए।
कोर्ट ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि हत्याएं हुई हैं, ये घटनाएं उन्हीं जगहों पर हुई हैं, जहां बताया गया है. सेवानिवृत्त सीएफएसएल वैज्ञानिक सत्य पाल शर्मा के बयान के विश्लेषण से साबित होता है कि जिस बस में 10 सिख युवकों को ले जाया गया था, उसी बस में गोलियों के निशान पाए गए थे.
प्रत्यक्षदर्शी डॉ. जीजी गोपालदास व फार्मासिस्ट डीपी अवस्थी के अनुसार घटना के समय नेवरिया थानाध्यक्ष जीपी सिंह का पीलीभीत जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा था. जबकि एसएचओ खुद जी. डी. दर्ज किया था कि वे मौके पर मौजूद थे। कोर्ट ने कहा कि युवक की हत्या पहले ही की जा चुकी है। बस रात के आने और गुजर जाने का इंतजार था, ताकि एनकाउंटर को रात में होते दिखाया जा सके।
पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉ. विमल कुमार के बयानों के मुताबिक युवक के शरीर पर न सिर्फ गोली और चोट के निशान थे, बल्कि अन्य चोट के निशान भी थे. इस मामले में यह कहा जा सकता है कि युवकों को पहले पकड़ा गया और बाद में मार दिया गया.
पीएससी प्लाटून कमांडर दयान सिंह व पीएसी जवानों ने बताया कि घटना वाले दिन थाना आने व जाने का तीनों थाना क्षेत्रों में गलत उल्लेख किया गया था. पीएससी ने किसी मुठभेड़ में हिस्सा नहीं लिया, जबकि तीनों थानों की जीडी में पीएसी के आने और जाने को दिखाया गया, जबकि पीएसी के जवान अपने-अपने कैंप में आराम फरमा रहे थे. एनकाउंटर को जायज ठहराने के लिए पीएसी के जवानों को 13 जुलाई 1991 की सुबह 3 बजे थाने बुलाया गया और ड्यूटी शीट दी गई.
कोर्ट ने कहा कि जरूरत इस बात की है कि पीएससी के आगमन और प्रस्थान को तीनों संबंधित थानों के जीडी में गलत तरीके से दिखाया जाए। यह भी माना जा सकता है कि एक थाने के जीडी ने गलत समय दर्ज किया होगा, लेकिन तीनों थानों में गलत समय दर्ज करने से यह साबित होता है कि हत्याओं को मुठभेड़ के रूप में दिखाने के लिए फर्जी सबूत गढ़े गए थे।
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cd32f8ac68aa6a9c208ca630fc777ffe5759f7d8 | पश्चिमी राजस्थान का लक्खी बाबा रामदेव का मेला 28 से 5 सितम्बर तक चलेगा। इससे पहले ही हजारों की तादाद में रोज श्रद्धालु जोधपुर के मसूरिया स्थित बालीनाथजी की समाधि पर पहुंच रहे हैं। गुरू बालीनाथजी बाबा रामदेव के गुरू माने जाते हैं। ऐसे में यहां शीश झुकाकर ही जत्थे के जत्थे श्रद्धालु रामदेवरा रवाना हो रहे हैं।
राज्य के कई जिलों व अन्य राज्यों से श्रद्धालु पैदल, बाइक व समूह में मसूरिया के इस मंदिर में पहुंच रहे हैं। यहां से रामदेवरा दर्शन को जा रहे हैं। मान्यता है कि रामदेवरा से पहले लोकदेवता रामदेव बाबा के गुरू बालीनाथ की समाधि के दर्शन होते हैं। ऐसे में बाबा के दर्शन को आने वाले जातरू पहले जोधपुर में बालीनाथजी की समाधि पर धोक लगाते हैं, फिर रामदेवरा जाते हैं।
हाथों में कई फीट लम्बी ध्वजा (निशान) उठाए पैदल लोग आस्था के सैलाब के साथ दर्शन के लिए मसूरिया मंदिर पहुंच रहे हैं। दिल्ली से आने वाली पूजा व पिंकी 35 लोगों के समूह के साथ जोधपुर पहुंची। यहां से बाबा का घोड़ा ( कपड़े से बना) लेकर जाएंगे। वहां रामदेव बाबा के मंदिर की स्थापना करेंगे। मध्यप्रदेश के मंदसौर से 8 लोगों के जत्थे के साथ बाइक पर चार दिन में जोधपुर पहुंचे लोकेश डांगी का कहना है कि एक दिन और लगेगा रामदेवरा पहुंचने में। फिर सीधा मंदसौर के लिए निकलेंगे। बाबा में आस्था के चलते वह हर साल दर्शन को आते हैं।
मंडोर से मसूरिया पहुंचे मनीष घारु 8 फीट लंबा घोड़ा लेकर पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि इस घोड़े के साथ दस लोगों का जत्था पांच दिन पैदल चल कर रामदेवरा पहुंचेगा। पीपा क्षत्रिय समस्त न्याति सभा ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान व सचिव नरेंद्र गोयल ने बताया कि 28 अगस्त से 05 सितम्बर 2022 तक आयोजित होने वाले मेले को व्यवस्थित एवं सुचारू रूप से चलाने के लिये श्रीपीपा क्षत्रिय समस्त न्याति सभा ट्रस्ट द्वारा तैयारियां पूर्ण कर ली गयी हैं।
उन्होंने बताया कि मंदिर में प्रवेश के लिए तीन भव्य द्वार बने हैं। ट्रस्ट ने 61 सीसीटीवी कैमरे मंदिर परिसर, मुख्य द्वार से सीढ़ीयों व परचानाड़ी एवं मुख्य मार्ग पर लगवाए ताकि शरारती तत्वों पर निगरानी रखी जा सके। पिछले दो वर्षों से कोरोना जातरू नहीं आ पाए थे। इस बार भीड़ ज्यादा रह सकती है। इसको ध्यान में रखते हुए मेला अवधि में 27 से 30 अगस्त तक मंदिर को 24 घंटे दर्शनाथियों के लिए खुला रखने की व्यवस्था की गयी है।
बाबा रामदेवजी के गुरू महाराज श्रीबालीनाथजी का मुख्य मेले का 27 अगस्त को शाम 7. 00 बजे जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, गौरव यादव, उपायुक्त पुलिस, (पश्चिम),अरूण पुरोहित आयुक्त नगर निगम-पश्चिम, निर्मल गहलोत समाजसेवी द्वारा विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। 28 अगस्त, को रात्रि 11. 15 बजे रुद्राभिषेक प्रारम्भ होगा जो दिनांक 29 अगस्त प्रातः 3. 00 बजे तक चलेगा, तत्पश्चात भाद्रपद द्वितीया (बाबा की बीज) को प्रातः 4. 15 बजे पंचामृत अभिषेक एवं 108 ज्योत से महाआरती होगी। 29 अगस्त दोपहर 11. 00 बजे प्रतिवर्ष की भाति पहाड़ी पर ध्वज पूजा अर्चना कर चढ़ाई जाएगी।
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14aa9263bb26a0cc72534a0c6c4f87eba5b6d66b | बाॅलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों से घिर जाती हैं। इंडस्ट्री के बहुत सारे स्टार्स ऐसे हैं जिनके साथ कंगना का पंगा रह चुका है और एक्ट्रेस की यह तू-तू मैं-मैं अभी भी खत्म नहीं हुई है। वहीं अब कंगना सेलेब्स को छोड़ कांग्रेस नेता शशि थरूर के पीछे पड़ गई हैं। कमल हासन के दिए एक बयान की तारीफ करने पर कंगना ने शशि थरूर पर निशाना साधा है।
दरअसल, कमल हासन ने बयान देते हुए कहा था कि घर के काम को सैलरी प्रोफेशन बनाया जाना चाहिए। जिसकी तारीफ करते हुए शशि थरूर ने लिखा, 'मैं कमल हासन के उस विचार का स्वागत करता हूं जिसमें उन्होंने सैलरीड पेशे के रूप में गृहकार्य को मान्यता देने के लिए कहा गया है। राज्य सरकार को इसके लिए गृहणियों को मासिक वेतन का भुगतान करना चाहिए। यह समाज में घर का काम करने वाली महिलाओं की पहचान करेगा और उनकी सेवाओं का मुद्रीकरण होगा। '
जिसके बाद शशि थरूर के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कंगना ने लिखा, 'हमारे प्यार और हमारी लैंगिगता का मूल्य मत लगाइए। हमें हमारे खुद के पालन-पोषण के लिए भुगतान न करें। हमें अपने छोटी सी दुनिया अपने घर की क्वीन बनने के लिए वेतन की आवश्यकता नहीं है। हर चीज़ को व्यवसाय के रूप में देखना बंद करें। '
आपको बता दें कंगना का इस तरह तंज कसना या निशाना साधना कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले कंगना और एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर एक दूसरे को जमकर निशाने पर ले चुकी हैं। दरअसल हाल ही में उर्मिला ने एक नया ऑफिस खरीदा। जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। वहीं इन खबरों के सामने आने के बाद कंगना रनौत कहां चुप बैठने वाली थी। उन्होंने उर्मिला को अपने निशाने पर लेते हुए ट्वीट कर उनपर तंज कसा था।
जिसके बाद उर्मिला ने भी कंगना को खूब खरी खोटी सुनाते हुए एक वीडियो जारी किया था।
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39be173f9040d0e8eb4013c538a5f4c0a21f58e3 | यह सिर्फ इतना है कि बाथरूम टाइल परिष्करण के लिए सबसे लोकप्रिय और व्यावहारिक सामग्री माना जाता है होता है। लेकिन कई बार जब, कुछ निश्चित परिस्थितियों की वजह से यह नहीं किया जा सकता है। कमरे या सीमित वित्तीय संसाधनों का एक बहुत ही छोटे से क्षेत्र घर के मालिक मजबूर विकल्प की मरम्मत के लिए विकल्पों को देखने के लिए। इससे पहले, ऐसी स्थितियों में, दीवारों चित्रित या लेप किया जा सकता था, लेकिन हाल के वर्षों में यह बाथरूम में वॉलपेपर लटका बहुत फैशनेबल बन गया है। कई लोग अभी भी इस तरह के विचारों की उलझन में हैं, लेकिन जो लोग पहले से इस विकल्प परिष्करण का लाभ लेने में कामयाब रहे, कहते हैं कि यह कई मामलों में चीनी मिट्टी कोटिंग्स से बेहतर साबित होता है। तो क्या हुआ वॉलपेपर के सभी एक ही फायदे, क्या उनकी प्रजातियों सजावट बाथरूम के लिए उपयोग करने के लिए, और कैसे परिसर की मरम्मत प्रदर्शन करने के लिए बेहतर है है? ये सवाल इस लेख में विचार किया जाएगा।
आप जा रहे हैं वॉलपेपर लटका बाथरूम में, यह पहली उत्पादों की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आवश्यक है। वहाँ प्राथमिकता दी जानी चाहिए नमी प्रतिरोधी वेरिएंट, क्योंकि उत्पाद कागज और कपड़े अधिक तेजी के आधार पर विफल हो जाएगा पर है। सही विकल्प हो जाएगाः विनाइल वॉलपेपर, तरल कोटिंग और ग्लास फाइबर सामग्री। उनके उपयोग सकारात्मक पहलुओं की एक संख्या है। अर्थात्ः
• सजावट बाथरूम वॉलपेपर मालिकों खर्च होंगे ज्यादा बिछाने टाइल्स से सस्ता है।
• रंग, बनावट और छवियों का एक विशाल विविधता वास्तविकता में सबसे बोल्ड और असामान्य डिजाइन समाधान का अनुवाद करने की अनुमति देता है।
• रोलर ब्लेड का प्रयोग बहुत अधिक परिसर की मरम्मत की सुविधा है, तो आप भी अपने ही हाथों से काम कर सकते हैं।
• वॉलपेपर आदर्श शौचालय प्रशंसकों के साथ सजा अक्सर इस स्थिति को बदलने। चीनी मिट्टी टाइल कई वर्षों के लिए पर रखा जाता है, यह लगभग हर साल रोल सामग्री को बदलने के लिए संभव है।
देखा जा सकता है, इस तरह के उत्पादों के उपयोग के लिए पूरी तरह से जायज है, यह अपने विचार निर्धारित करने के लिए केवल बनी हुई है।
तथ्य यह है कि शौचालय की दीवारों लगभग पानी के साथ कोई संपर्क, उनमें नमी के प्रभाव के लिए लचीला होना करने के लिए कवर के बावजूद। इसका कारण यह है कमरे की विशिष्टता, समय-समय पर सफाई सतहों की आवश्यकता है क्रम संचय और बैक्टीरिया के गुणन से बचने के लिए है।
करने के लिए बाथरूम में वॉलपेपर अच्छी तरह से रखा गया था, तो आप उन्हें संलग्न के लिए एक विशेष जल प्रतिरोधी चिपकने वाला प्रयोग करना चाहिए। यह भी वेंटिलेशन की गुणवत्ता है, जो नमी और संक्षेपण का संचय कर पाएगा की देखभाल करने की सिफारिश की है।
अब हम आधुनिक के साथ सौदा करते हैं वॉलपेपर के प्रकार , और उनकी विशेषताओं।
विनाइल वॉलपेपर कागज पर बना रहे हैं, लेकिन, सबसे सस्ता समकक्षों के विपरीत, वे नमी प्रतिरोधी बहुलक कोटिंग कर रहे हैं। विशेष समाधान के साथ इस तरह का बना देता है गर्भवती वे भी बाथरूम में इस्तेमाल किया जा सकता, नए नए साँचे को स्थानांतरित करने के अधीन नहीं हैं।
कागज जाले सबसे आसान नहीं हैं। उनके भारी वजन नमी गोंद के लिए एक ही हेवी-ड्यूटी, और प्रतिरोधी का उपयोग करता है। सुखाने के बाद, पट्टी जंक्शन में एक अंतराल के रूप में संकुचित किया जा सकता है।
इस तरह के एक सामग्री का चयन, आप लेबल है, जो यह दर्शाता है कि यह यह धोने के लिए संभव है पर ध्यान देना चाहिए। उत्पाद है, जो एक भी लहर से पता चलता एक नम स्पंज के साथ साफ किया जा सकता। दो संस्करणों में संकेत मिलता है कि उत्पाद धीरे एक डिटर्जेंट से साफ किया जा सकता। चित्रित ब्रश या तीन तरंगों हेवी-ड्यूटी का तार कोटिंग संकेत मिलता है।
तरल वॉलपेपर के मूल रूप में रोल सामग्री के साथ कुछ नहीं नहीं है। कई और भी उन पर विचार प्लास्टर का एक प्रकार किया जाना है। वे ठीक सेलूलोज़ फाइबर का रंग योगों के रूप में बेचा जाता है। फिनिशिंग दीवारों वॉलपेपर शौचालय (इस प्रकार) काम कर रचना कि प्लास्टर के रूप में दीवार पर लागू होता है और साथ ही के मिश्रण के साथ शुरू होता है।
इस सामग्री का सकारात्मक सुविधाओं उच्च शोर को अवशोषित गुणों मामूली अनियमितताओं और आधार में दोष को छिपाने के लिए की क्षमता है, साथ ही शामिल हैं। समाप्त कोटिंग नमी प्रतिरोध देने के लिए, यह clearcoat की एक परत के साथ कवर किया जाता है।
यह विकल्प, एक ही विनाइल वॉलपेपर है बस के रूप में आधार यहाँ interlining है। वे पूरी तरह से छुपाने के सभी धक्कों के बाद गोंद सूख गया है संकोचन के अधीन नहीं हैं, और कहा कि महत्वपूर्ण है, यह बहुत नमी के लिए प्रतिरोधी है। वॉलपेपर (धोने योग्य) शौचालय के लिए अलग अलग डिजाइन है, लेकिन सबसे लोकप्रिय सेरेमिक टाइल्स की छवि माना जाता है। यह विकल्प सबसे अच्छा शास्त्रीय डिजाइन बाथरूम है, जो किसी कारण से टाइल्स का उपयोग नहीं कर सकते हैं के प्रशंसकों के लिए अनुकूल है।
गैर-बुनी वॉलपेपर दो प्रकार के होते हैंः गोंद और चित्रकला के आधार पर। पहले प्रकार चिपकने वाला आधार की उपस्थिति और दूसरे रंग तैयार करने की विशेषता है अप करने के लिए 10 बार के साथ कवर किया जा सकता है। जब एक को चुनने स्वयं चिपकने वॉलपेपर बाथरूम के लिए, आप ध्यान उनके जल-प्रतिकारक गुण के लिए, कुछ विकल्प इस तरह के गुणों के पास नहीं के रूप में भुगतान करना चाहिए।
ग्लास फाइबर उत्पादों कांच और कागज की पतली किस्में बुनाई से बनते हैं। प्रारंभ में, कपड़े एक हल्के भूरे रंग के रंग, जो बाद में किसी भी रंग में पानी आधारित पेंट के साथ खत्म हो गया चित्रित किया गया है। उत्कृष्ट प्रदर्शन, पर्यावरण मित्रता, कई repainting की संभावना, नमी के लिए प्रतिरोध, आग - यह इन वॉलपेपर के पास सभी सकारात्मक गुण नहीं है। अपार्टमेंट में शौचालय आदर्श है। हालांकि, अगर हम इस मुद्दे की वित्तीय घटक के बारे में बात करते हैं, तो उस फाइबरग्लास उत्पादों बहुत पिछले समकक्षों की तुलना में अधिक महंगा ध्यान दिया जाना चाहिए। लेकिन जब आप इस कोटिंग की लंबी सेवा के जीवन पर विचार, लागत उचित हैं।
जो लोग कला का एक वास्तविक टुकड़ा में अपने बाथरूम चालू करना चाहते हैं, तो आप भित्ति पर गौर करना चाहिए। इंटीरियर डिजाइन और मालिक का स्वाद के किसी भी शैली के तहत एक छवि लेने के लिए सक्षम इस उत्पाद बहुत लोकप्रिय बनाता है। एक अच्छी तरह से चुना चित्रों नेत्रहीन एक छोटे से स्थान का विस्तार करने और इसे करने के लिए परिष्कार जोड़ सकते हैं। (इस प्रकार की) मरम्मत शौचालय वॉलपेपर अपने ही हाथों से प्रदर्शन करने के लिए मुश्किल हो जाता है। दोष और झुर्रियों के बिना pokleit कपड़े केवल पेशेवर जादूगर, और यह अतिरिक्त लागत के लिए नेतृत्व करेंगे कर सकते हैं। खरीदारी बाहर जा रहा है, मन है कि नहीं सभी वॉलपेपर उच्च आर्द्रता के साथ कमरे में इस्तेमाल के लिए तैयार कर रहे हैं में रहते हैं। इस बिंदु उत्पाद को खरीदने से पहले विक्रेता के साथ जांच करने के लिए सबसे अच्छा है।
प्रारंभ करने के लिए समझ जाएगा कि कैसे एक तरल दीवार सतह तैयार करने के लिए है, क्योंकि इस विकल्प दीवारों विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
1. पहला कदम (putties, वॉलपेपर, रंग, आदि पी) और किसी भी दूषित पदार्थों को जो अंततः पानी के साथ संपर्क में प्रकट वर्ष माल की दीवार साफ करने के लिए है।
2. बड़े अंतराल, छेद, छेद और किसी भी अन्य अनियमितताओं देखते हैं दीवारों, तो वे एक करणी और पोटीन के साथ दफनाया गया था। इस आदेश wholemeal मिश्रण की बेकार की खपत को कम करने के लिए आवश्यक है। अगर गहरे recesses पहले से नहीं हटाया, एक दीवार पर सूखे सजावटी परत की मोटाई की बहुत ध्यान देने योग्य अचानक परिवर्तन हो जाएगा।
3. मामलों में जहां विभिन्न दोषों की सतह पर बहुत ज्यादा, जिप्सम पोटीन के एक समान परत के साथ लेपित दीवार में।
4. आधार समतल करने के बाद यह एक मानक प्राइमर के साथ इलाज किया जाना चाहिए। इस काम में तीन बार हर तीन घंटे किया जाता है।
5. इसके तत्काल बाद तरल वॉलपेपर पूरी सतह एक विशेष पोटीन या सफेद रंग के जलीय पायस रंग के साथ लेपित लागू करने से पहले।
रोल सामग्री, यहां दीवारों की तैयारी कर थोड़ा आसान करने की प्रक्रिया के रूप में। सतह भी दुरुस्त है, यह परिष्करण पलस्तर, जिस oshkurivaetsya के माध्यम से गठबंधन है। प्राइमर के साथ फ्लैट दीवार फिर से इलाज किया। आधार की पूरी सुखाने के बाद आप wallpapering शुरू कर सकते हैं।
तरल pokleit करने के लिए बाथरूम में वॉलपेपर, यह पहली बार एक काम मिश्रण तैयार करने के लिए आवश्यक है। इस प्रक्रिया को भड़काना सतह के स्तर पर आगे बढ़ सकते हैं के बाद से तरल वॉलपेपर समाधान के लिए दिए गए निर्देशों का कम से कम 6 घंटे तैयार रहना चाहिए।
सामग्री की संरचना तीन मुख्य घटक शामिल हैंः
• cellulosic फाइबर;
• सजाने मिश्रण;
• सूखी गोंद।
ज्यादातर मामलों में, वे, विभिन्न संकुल में पैक कर रहे हैं ताकि सभी अवयवों मिश्रण करने के लिए आप एक बड़ी क्षमता की आवश्यकता होगी। प्राप्त मिश्रण किसी भी गांठ नहीं होने चाहिए। समाप्त पानी धीरे-धीरे डालना सूखी फाइबर (अनुदेश के साथ सख्त अनुसार) गूंथी और समय निर्माता द्वारा निर्दिष्ट के लिए खड़े करने के लिए अनुमति दी है।
तैयार समाधान की दीवार के साथ छोटे लेपनी और triturated वर्दी परत एक विशेष नाव का उपयोग कर प्राप्त कर रहा। परत मोटाई आम तौर पर 3-4 मिमी है। इस प्रकार यह पूरे दीवार को शामिल किया गया।
बाथरूम में सभी प्रारंभिक कार्य पूरा कर लिया है, तो आप सजा दीवारों शुरू कर सकते हैं।
बहुत आसान वॉलपेपर, जब पाइप plasterboard के बक्से में छिपे हुए हैं और पाइपलाइन स्थापित किया गया है गोंद के लिए।
1. सुनिश्चित करें कि दीवार काफी सुगमता से और काम करने के लिए सूखी शुरू की हुई है।
2. टेप बाहर उपाय फर्श से लेकर छत तक दीवारों की ऊंचाई मापने। चयन पद्धति की आवश्यकता नहीं चयनित वॉलपेपर (किनारों के आसपास एक छोटे से मार्जिन के अधीन) इच्छित लंबाई के कई स्ट्रिप्स मापा रहे हैं। बैंड एक पैटर्न, पहले साफ और फर्श चयनित पैटर्न सुखाने के लिए के साथ एकजुट हो रहे हैं।
3. जो के आधार पर सामग्री इस मामले में प्रयोग किया जाता है, चिपकने वाला तीन तरीकों से लागू किया जा सकताः सतह पर, केवल एक कपड़े या एक दीवार और रोल एक साथ पर। ध्यान में रखते हुए निर्माता बाथरूम में वॉलपेपर चिपके की सिफारिशों।
4. सबसे अच्छा कोनों में से एक के साथ दीवार के ऊपर चस्पा करने के लिए शुरू करो। पहली पट्टी के लिए एक ऊर्ध्वाधर लेआउट हो सकता है। तो अगर आप यह सुनिश्चित करें कि वॉलपेपर पूर्वाग्रह के बिना दीवार पर स्थित है हो सकता है। बाद के सभी कपड़े गोंद बट जोड़ों पंक्तियों के बीच ध्यान से promazyvaya।
5. एक विशेष रबर रोलर्स की मदद से वॉलपेपर रोल, उन्हें शेष हवा से बाहर मजबूर कर दिया। Desirably, चिपकने वाला पूरी तरह सूख जाने कमरे में कोई ड्राफ्ट और अत्यधिक तापमान था।
• यह शौचालय भी चमकदार रंगों में दीवार आकर्षित करने के लिए अनुशंसित नहीं है। इस तरह के हरे, नीले, बेज, ऊंट, आड़ू के रूप में यहाँ और अधिक प्रासंगिक विचारशील रंग।
• यदि आप अंतरिक्ष विस्तार करने के लिए नेत्रहीन कमरे की जरूरत है, विस्तृत क्षैतिज धारियों और मध्यम आकार के चित्रों के साथ वॉलपेपर हल्के रंगों का चयन करें।
• खरीद वॉलपेपर, ध्यान रखें कि अलग-अलग पार्टियों से उत्पादों अक्सर विभिन्न रंग हैं में रहते हैं। इस अंतर के रोल लगभग unnoticeable हो सकता है, लेकिन अंतर की दीवार पर स्पष्ट हो जाएगा।
आजकल वित्तीय घटक मरम्मत के बाद से पहली जगह में सभी इच्छुक वेब सामग्री की एक किस्म की कीमत पर ध्यान देना चाहिए।
तो, विनाइल उत्पाद की औसत लागत रोल प्रति 500 रूबल है। गैर बुना कोटिंग की कीमत एक ही राशि के लिए 2000 रूबल से शुरू होता है। Paintable वॉलपेपर रोल प्रति 300 रूबल से खरीदार, और 50-150 रूबल अधिक पर ग्लास फाइबर के उत्पादन खर्च होंगे। तरल वॉलपेपर के लिए औसत लागत पैक प्रति 1000 रूबल है।
हमें उम्मीद है इस लेख में जानकारी आप उपयोगी के लिए किया जाएगा और ड्रेसिंग रूम के परिवर्तन की प्रक्रिया में उपयोगी होगा। आराम से आप की मरम्मत!
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f31529718b9aae4a011edafdb9bca3e278054b5a | वेस्टइंडीज़ टीम के आक्रामक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ शिमरोन हेटमायर (Shimron Hetmyer) पिछले काफी समय से आईपीएल का हिस्सा रहे हैं. इन्होंने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत 2019 में आरसीबी के साथ की थी. लेकिन, उस सीज़न यह ज़्यादा कुछ खास नहीं कर पाए थे. उसके बाद लगातार 2 आईपीएल सीज़न इन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेले हैं और उनके लिए अच्छा प्रदर्शन भी करके दिखाया है. ऐसे में अब आईपीएल 2022 में हेटमायर (Shimron Hetmyer) राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने जा रहे हैं.
आपको बता दें कि आईपीएल 2021 के बाद शिमरोन हेटमायर (Shimron Hetmyer) को दिल्ली कैपिटल्स ने रिलीज़ कर दिया था. जिसके चलते इन्होंने अपना नाम आईपीएल मेगा ऑक्शन में दिया. ऑक्शन में इस खिलाड़ी में सबसे ज़्यादा रूचि राजस्थान रॉयल्स ने दिखाई और 8. 5 करोड़ की मोटी रकम देकर इनको अपनी फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनाया. ऐसे में अब आईपीएल 2022 में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
अगर इनके आईपीएल करियर की बात करें तो, शिमरॉन हेटमायर ने अब तक आईपीएल में कुल 31 मुकाबले खेले हैं, जिसमें इन्होंने 25. 85 की औसत से 517 रन बनाए हैं. आईपीएल में इनका स्ट्राइक रेट 151. 16 का है. जोकि काफी शानदार है. इसके अलावा हाल ही में इन्होंने अपने प्राइस टैग को लेकर बड़ा बयान दिया है.
शिमरोन हेटमायर (Shimron Hetmyer) को राजस्थान रॉयल्स ने काफी मोटी रकम में खरीदा है. या कहें तो राजस्थान ने हेटमायर पर बहुत बड़ा दांव खेला है. लेकिन, जब इस खिलाड़ी ने इस प्राइस टैग को लेकर अपना बयान दिया तो कही से कही तक नहीं लगा कि आईपीएल 2022 में इन पर प्राइस टैग का कोई भी दबाव दिखने वाला है. शिमरोन हेटमायर ने आईपीएल 2022 में अपने प्राइस टैग को लेकर कहा कि,
उन्होंने आगे कहा कि,
राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच और क्रिकेट डायरेक्टर कुमार संगाकारा से एक बेहतरीन खिलाड़ी बनने के लिए खेल को और अच्छे से जानने के लिए एक्ससिटेड हैं हेटमायर (Shimron Hetmyer). उन्होंने कुमार संगाकारा को लेकर कहा,
बहरहाल, 25 वर्षीय शिमरोन हेटमायर ने अपने बयान में यह भी कहा है कि आईपीएल खेलने से उनके खेल के विकास में मदद हुई है.
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7823dd9df416c12a42b50a737514938da88a95d5 | भारत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के टूर्नामेंटों में दक्षिण अफ्रीका पर लगातार छठी जीत दर्ज की है। विश्व की दूसरे नंबर की टीम भारत ने इंग्लैंड में चल रहे आईसीसी विश्वकप (ICC World Cup 2019) में बुधवार को दक्षिण अफ्रीका को एकतरफा अंदाज़ में छह विकेट से पराजित किया। दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट पर 227 रन पर रोकने के बाद भारत ने 47. 3 ओवर में चार विकेट पर 230 रन बनाकर मैच जीत लिया।
भारत ने इस तरह 2012 से अब तक आईसीसी टूर्नामेंटों में दक्षिण अफ्रीका को लगातार छह बार हरा दिया है। भारत ने 2012 के टी-20 विश्वकप में दक्षिण अफ्रीका पर एक रन से, 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में 26 रन से, 2014 के टी-20 विश्वकप में छह विकेट से, 2015 के वनडे विश्वकप में 130 रन से, 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में 8 विकेट से और 2019 के विश्वकप में छह विकेट से जीत दर्ज की।
दक्षिण अफ्रीका को इस टूर्नामेंट में लगातार तीसरी हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ वनडे विश्वकप में यह पहला मौका है जब दक्षिण अफ्रीका ने लगातार तीन मैच गंवाए। दक्षिण अफ्रीका को पहले मुकाबले में इंग्लैंड ने, दूसरे मुकाबले में बंगलादेश ने और तीसरे मुकाबले में भारत ने पराजित किया। लगातार तीन पराजय से दक्षिण अफ्रीका का सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना टूटता दिखाई दे रहा है और वापसी करने के लिए उसे अगले छह मैचों में चमत्कारिक प्रदर्शन करना होगा।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका को बुधवार को छह विकेट से हराने के साथ ही कप्तान के रूप में अपनी 50वीं जीत हासिल कर ली।
विराट की कप्तान के रूप में 69 मैचों में यह 50वीं जीत है। वह सबसे कम वनडे मैचों में 50 जीत हासिल करने के मामले में वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड्स को पीछे छोड़कर तीसरे नंबर पर आ गए हैं। रिचर्ड्स ने 70 मैचों में 50वीं जीत हासिल की थी।
दक्षिण अफ्रीका के हैंसी क्रोनिए ने 68 मैचों में और वेस्ट इंडीज के क्लाइव लॉयड तथा ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने 63 मैचों में 50वीं जीत हासिल की थी।
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dcf982f9f8fa2168e1ea594ae0ff315cd8ab4bc6 | 'सूरमा' फिल्म मशहूर हॉकी प्लेयर संदीप सिंह की प्रेरणादाई कहानी को दिखाएगी।
हॉकी लीजेंड संदीप सिंह की बॉयोपिक 'सूरमा' से अभी हाल ही में दिलजीत दोसांझ का फर्स्ट लुक रिवील किया गया था और अब मेकर्स ने तापसी पन्नू का एक मोशन पोस्टर जारी किया है। दलजीत और तापसी के पोस्टर फिल्म को लेकर उत्सुकता जगा रहे हैं। इस फिल्म में दिलजीत दोसांझ जहां संदीप सिंह के किरदार में नजर आएंगे, वहीं तापसी पन्नू भी एक हॉकी प्लेयर के किरदार में ही नजर आएंगी। इस फिल्म में तापसी पन्नू हरप्रीत उर्फ प्रीत का किरदार निभा रही हैं।
जा सके। संदीप सिंह ने उन्हें इसके लिए ट्रेनिंग दी है। अभिनेत्री ने अपने ट्विटर पर फिल्म का मोशन पोस्टर शेयर करते हुए लिखा- 'खेलों के लिए मेरे कभी न मरने वाले प्यार और देश के लिए।' पोस्टर को देखकर लग रहा है कि उनकी मेहनत जाया नहीं जाने वाली है। तापसी के फैंस के लिए भी उन्हें हॉकी खेलते हुए देखना सुखद अनुभव रहने वाला है।
'सूरमा' की बात करें तो यह फिल्म मशहूर हॉकी प्लेयर संदीप सिंह की प्रेरणादाई कहानी को दिखाएगी। बता दें कि संदीप सिंह जब शताब्दी ट्रेन ने जर्मनी में होने वाले वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए अपनी टीम को ज्वाइन करने के लिए जा रहे थे, तब उन पर गोलियां दागी गई थी। इस हमले में वह गंभीर रूप से वह जख्मी हो गए थे। इस हमले के बाद संदीप सिंह तकरीबन दो हफ्तों के लिए व्हीलचेयर पर रहने को मजबूर हो गए थे। इस घटना के बाद संदीप न केवल स्वस्थ हुए बल्कि उन्होंने नेशनल टीम में जोरदार वापसी भी की। इस फिल्म को शाद अली निर्देशित कर रहे हैं। फिल्म में अंगद बेदी भी महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म 13 जुलाई को रिलीज हो रही है। इसी दिन अनिल कपूर, राजकुमार राव और ऐश्वर्या राय बच्चन की 'फन्ने खान' भी रिलीज होने जा रही है।
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3a2366d458757ca3ad38d8525e91f3e9ee3280e8 | राज्य मंत्री और प्रमुख विपक्षी आईएनएलडी के एक विधायक के बीच हाथापाई की नौबत आने से बच गई। मार्शल, कुछ मंत्री और कुछ विधायक दीवार बनकर खड़े हो गए और तब जाकर हालात जैसे-तैसे संभाल गए।
चंडीगढ़ हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इतनी सियासी गर्मी बढ़ी कि एक राज्य मंत्री और प्रमुख विपक्षी आईएनएलडी के एक विधायक के बीच हाथापाई की नौबत आने से बच गई। सदन में जबरदस्त शोरगुल और हंगामे के बीच अचानक हुए घटनाक्रम को थामने के लिए मार्शल, कुछ मंत्री और कुछ विधायक दीवार बनकर खड़े हो गए और तब जाकर हालात जैसे-तैसे संभाल गए। यह वाकया राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी और आईएनएलडी के विधायक केहर सिंह रावत के बीच व्यक्तिगत टिप्पणी के चलते कुछ ऐसा घटा कि हर कोई अवाक रह गया।
सदन में विवाद की शुरुआत विपक्ष के नेता अभय चौटाला और राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी के बीच शुरु हुई थी। उस वक्त किसानों का मुद्दा गूंज रहा था। अभय किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने में लगे थे तो राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी समेत बीजेपी के अन्य विधायक जवाबी नोकझोंक करते नजर आए। इसी दौरान राज्य मंत्री बेदी ने अभय चौटाला की भाभी और डबवाली से विधायक नैना चौटाला व भतीजों दुष्यंत व दिग्विजय चौटाला द्वारा पूर्व में की गई बयानबाजियों का उल्लेख कर टिप्पणी कर डाली।
शोरगुल के बीच गुंडागर्दी जैसे शब्द भी सुनाई दिए। इससे सदन में शोर बढ़ गया और अभय चौटाला इस कदर बिफरे कि शिकायत करने के लिए पहले स्पीकर के आसन तक पहुंच गए। वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु इस दौरान कुछ बोलने के लिए उठे थे कि अभय सीधे उनके पास गए। वहां कैप्टन का हाथ पकड़ कर वह उन्हें समझाते नजर आए। शोरगुल के कारण दोनों के बीच हुई बातचीत सुनी नहीं जा सकी।
उधर, कैप्टन अभिमन्यु व अभय चौटाला आपस में बात कर रहे थे कि आईएनएलडी के अन्य विधायक भी सीटें छोड़कर सत्तापक्ष की सीटों की तरफ बढ़ गए। इसी दौरान बेदी और आईएनएलडी विधायक केहर सिंह रावत में तीखी कहासुनी शुरु हो गई। दोनों एक दूसरे को चुनौती पेश करते हुए और एक दूसरे की ओर हाथ लहराते देखे गए। इसी बीच केहर सिंह, मंत्री बेदी की सीट की तरफ बढ़े तो मौके की नजाकत देख कार्यवाही का संचालन कर रहे स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने तुरंत मार्शलों को सक्रिय कर दिया।
मार्शलों और बेदी के पास बैठे राज्य मंत्री कर्ण देव कांबोज और मंत्री कविता जैन समेत अन्य बीजेपी के विधायक ढाल बनकर बेदी और रावत के बीच खड़े हो गए और दोनों को दूर करते और समझाते दिखाई दिए। हालात इतने गर्म थे कि एक मौके पर हाथापाई वाली नौबत आते-आते रह गई। उल्लेखनीय है कि पिछले मॉनसून सत्र के दौरान भी विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला और कांग्रेस के विधायक कर्ण सिंह दलाल के बीच एक शब्द को लेकर जूते निकालने और एक दूसरे से भिड़ने की घटना हुई थी। यह विवाद इतना आगे बढ़ गया था कि दलाल को एक साल के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया था।
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ef2f531b0ba6fc20b9d7abebf66fbd5ee8ce6197 | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए रिटेंशन के तहत जिन खिलाड़ियों को रखा हैं उसकी लिस्ट 4 जनवरी को शाम को कर दी गयी हैं जिसमें कई बड़े खिलाड़ियों को रिटेन नहीं हैं और कई चौंकाने वाले नाम भी सामने आये हैं। जी हाँ, इस बार रिटेंशन पालिसी जारी की गई है, जिसमें कोई भी टीम रिटेन के अंतर्गत अधिकतम 3 खिलाड़ियों को बनाये रख सकती थी और 2 खिलाड़ियों को राईट टू मैच यानि आर टी एम कार्ड से।
इसी बीच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने भी अपने ख़ास तीन खिलाड़ियों को बनाये रखा हैं जिसमें कप्तान विराट कोहली को सबसे ज्यादा 17 करोड़ में और जबकि एबी डिविलियर्स और सबसे चौंका देने वाले सरफराज खान को भी बैंगलोर ने रिटेन किया हैं।
इसी बीच ख़ास बात यह हैं बैंगलोर ने न तो हार्ड हिटर क्रिस गेल को रिटेन किया और न ही साल 2017 के सबसे बेस्ट गेंदबाज चहल को लेकिन इन्होंने 20 वर्षीय सरफराज खान पर भरोसा किया हैं जिन्होंने अभी तक इतना ज्यादा क्रिकेट तो नहीं खेला हैं। तो अब देखना यही होगा कि क्या सरफराज अपने आप को आईपीएल 11 में साबित कर पायेंगे।
इसी बीच ख़बरें यह मिल रही है कि एक बार कप्तान विराट कोहली ने सरफराज खान को उनके वजन के कारण कहा था कि आप अपना पहले वजन को कम करो फिर बाद में ही आपको मौका दिया जाएगा, अर्थात आपको बता दें कि सरफराज खान उम्र में भले 20 साल के है, लेकिन इनपर मोटापा आमतौर पर काफी देखा जा सकता हैं। इस कारण विराट से भी यह डांट सुननी पड़ी थी। इसी बिच सरफराज खान ने अपने कप्तान विराट कोहली की बात को नजरअंदाज नहीं किया और आज अच्छी फिटनेस के साथ नजर आ रहे हैं।
इस प्रकार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर द्वारा रिटेन किये जाने के बाद सरफराज खान का एक वीडियो रॉयल चैलेंजर्स ने ट्विटर पर अपलोड किया हैं, जिसमें इन्होंने बैंगलोर टीम मैनेजमेंट और विराट कोहली को धन्यवाद दिया हैं।
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873eba75815ba2f6c48efaa407e7d023bc9a3a3b | स्पाइसजेट (SpiceJet) एयरलाइंस अगले महीने यानी अक्टूबर से अपने पायलटों को करीब 20 पर्सेंट की सैलरी बढ़ोतरी देगी। यह बात कंपनी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताई है।
स्पाइसजेट (SpiceJet) एयरलाइंस अगले महीने यानी अक्टूबर से अपने पायलटों को करीब 20 पर्सेंट की सैलरी बढ़ोतरी देगी। यह बात कंपनी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताई है। स्पाइसजेट ने पिछले महीने 6 पर्सेंट बढ़ोतरी की घोषणा की थी और यह सैलरी रिवीजन उसके बाद किया जा रहा है। यह फैसला कंपनी ने अपने कुछ पायलटों को लीव विदाउट पे (leave without pay) पर भेजने के बाद किया है।
स्पाइसजेट (SpiceJet) ने 20 सितंबर को अपने 80 पायलटों को 3 महीने की छुट्टी पर भेज दिया है। इस दौरान पायलटों को उनकी सैलरी नहीं मिलेगी। कंपनी का कहना है कि यह कदम 'कॉस्ट रेशनलाइज़' करने के लिए उठाया गया है। इसके अलावा, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने स्पाइसजेट पर 50 पर्सेंट उड़ानों के अंकुश को 29 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है।
स्पाइसजेट में फ्लाइट ऑपरेशंस के SVP कैप्टन गुरचरण अरोड़ा ने कहा है कि हम क्रमबद्ध तरीके से सैलरी बढ़ाने के अपने वायदे को पूरा कर रहे हैं। अक्टूबर महीने में हमारे कैप्टन्स और सीनियर फर्स्ट ऑफिसर्स की सैलरी में करीब 20 पर्सेंट की बढ़ोतरी होगी। सूत्रों ने यह भी बताया है कि एयरलाइन अगले 2-3 हफ्ते में सभी एंप्लॉयीज का TDS डिपॉजिट कर देगी। इसके अलावा, प्रॉविडेंट फंड्स का एक बड़ा हिस्सा भी क्रेडिट हो जाएगा। कैप्टन अरोड़ा ने बताया है कि ECLGS पेमेंट की पहली किस्त मिल गई है और दूसरी किस्त जल्द मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि सरकार से मिलने वाले ECLGS के अलावा मैनेजमेंट 200 मिलियन डॉलर जुटाने की तैयारी में है।
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7727339e69f746fdb4161610d80e1372cd010279 | असम के नगांव जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां अवैध संबंधों का पता लगने पर पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं उन दोनों ने मृतक के शरीर को कई टुकड़ों में काटकर शौचालय के सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया था, जिसे लगभग तीन महीने बाद बरामद किया गया था। घटना जिले के नगांव के कलियाबोर के कुठौरी इलाके की है।
नगांव की पुलिस अधीक्षक लीना डोले ने बताया कि मृतक की पहचान उमेश बोरा के रूप में हुई है, जो पेशे से बढ़ई था। वह बेंगलुरु में रहता था और वहां काम करता था। वह आमतौर पर दो-तीन महीने के अंतराल के बाद अपने घर आता था। इस बीच उनकी पत्नी रीता बोरा का मुजीबुर रहमान नाम के एक व्यक्ति के साथ संबंध बन गए। लगभग तीन महीने पहले जब उमेश बेंगलुरु से घर लौटा तो उसने अपनी पत्नी और मुजीबुर को आपत्तिजनक स्थिति में पाया।
पुलिस के मुताबिक पत्नी और पति के बीच तीखी नोकझोंक हुई। ऐसा अंदेशा था कि रीता और उसके प्रेमी मुजीबुर ने उमेश का गला घोंटकर वहीं उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने उमेश के शव को कई टुकड़ों में काटकर सेप्टिक टैंक में डाला गया। इसके बाद रीता ने दूसरों को बताया कि उमेश बेंगलुरु में है और वहां से नहीं लौटा है, लेकिन कई दिनों तक बोरा का कोई पता नहीं चलने के कारण परिजनों को शक हुआ कि उसके साथ कुछ गलत हो गया है। उन्होंने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस की जांच शुरू होने के बाद मामले का खुला हुआ। पुलिस को शक हुआ और तलाशी लेने पर उन्होंने शौचालय के सेप्टिक टैंक से एक कंकाल बरामद किया। डोले ने कहा कि हमने रीता बोरा और मुजीबुर रहमान को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
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0aa4c8e596aca8df6a904c05de8286d0b62d39ee | फेस में खुजली या इचिंग होना किसी महिला के लिए बहुत तकलीफदेह हो सकता है। इसके वजह से आपकी त्वचा खराब दिख सकती है और यह आपको बहुत अनकंफरटेबल महसूस कराता है। (Image Credit: Freepik)
फेस में खुजली या इचिंग होना किसी महिला के लिए बहुत तकलीफदेह हो सकता है। इसके वजह से आपकी त्वचा खराब दिख सकती है और यह आपको बहुत अनकंफरटेबल महसूस कराता है। (Image Credit: Freepik)
अपनी त्वचा के लिए सही प्रोडक्ट का उपयोग करें। इसमें सही त्वचा टोनर, मॉइस्चराइजर, और क्रीम शामिल कर सकते है। हमेशा अपने त्वचा के लिए हाइपोअलर्जेनिक प्रोडक्ट का चयन करें और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। (Image Credit: Pinterest)
यदि आपके चेहरे में इचिंग हो रही है, तो सबसे पहले आपको इस इचिंग की वजह से निपटने के लिए अपनी त्वचा की सफाई को ध्यान देना चाहिए। दिन में कम से कम दो बार गुनगुने पानी से अपना चेहरा धोएं और साबुन का उपयोग करें जिसमें केमिकल न हों। (Image Credit: Freepik)
कई बार फेस इचिंग भोजन के खपत से होती है। अगर आपको लगता है कि कोई भोजन आपको इचिंग करवा रहा है, तो उसे अपने आहार से हटा दें। आमतौर पर, चॉकलेट, मसालेदार और तली हुई चीजें आदि शामिल हो सकते हैं। (Image Credit: Eat this, not that)
त्वचा को स्वस्थ और पर्याप्त मोइस्चर वाले प्रोडक्ट से पोषित रखने के लिए एक अच्छा मोइस्चराइज़र उपयोग करें। यह आपकी त्वचा को नर्म और चिकनी बनाए रखेगा, जिससे त्वचा की सूखापन कम होगी और फेस इचिंग में सुधार होगा। (Image Credit : New Love Make-up)
जब आपकी त्वचा में खुजली होती है, तो अपनी उंगलियों या किसी रूखे सामग्री का उपयोग न करें। यह आपकी त्वचा को और अधिक खराब कर सकता है और फेस इचिंग को बढ़ा सकता है। (Image Credit: Healthline)
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90c97f016dcaabb09a8ef637c7567188cd265eb0 | हिन्द मजदूर-किसान समिति ने छेड़ा अभियान, गुरू चन्द्रमोहन की मौजूदगी में मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में होगा भव्य मूर्ति अभिषेक शनिवार को होगा, इस कार्यक्रम में भारी संख्या में लोगों के जुटने का दावा किया गया है।
कोरोना संकट काल के दौरान लगे लाकडाउन में सर्वाधिक बन्दी की मार झेलने वाले हेयर सैलून संचालकों को अभी तक भी आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ऐसे ही एक सैलून संचालक ने अपने मंदे धंधे को दोबारा खड़ा करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया।
दिल्ली नगर निगम के चुनाव में अरविन्द केजरीवाल के नाम पर जनता ने फिर से दिल खोलकर वोटिंग की और आम आदमी पार्टी के विजन डवलपमेंट के आगे भाजपा को दरकिनार कर दिया। निगम के पांच वार्डों में हुए चुनाव में चार सीटों पर आप प्रत्याशियों ने कब्जा किया।
यूपी में शासन द्वारा देर रात छह जिलों के डीएम व चार मंडलों के आयुक्त बदल दिए गए।
मुजफ्फरनगर जनपद में समाजवादी पार्टी द्वारा नौजवान सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें युवजन सभा की जिला कार्यकारिणी का गठन करते हुए पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिये गये।
उत्तर प्रदेश के साथ ही देश की सियासत में महत्वपूर्ण योगदान रखने वाले वेस्ट यूपी के जनपद मुजफ्फरनगर में समाजवादी पार्टी का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। बसपा छोड़कर अखिलेश यादव के साथ आये पूर्व विधायक अनिल कुमार लगातार पार्टी को मजबूती देने का काम कर रहे हैं।
कोरोना टीकाकरण अभियान में शासन ने अब बड़ा फैसला लेते हुए प्राइवेट हाॅस्पिटल में निःशुल्क कोविड-19 वैक्सीन नहीं लगाये जाने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत अब मुजफ्फरनगर में हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को इन निजी अस्पतालों में दूसरी डोज नहीं लगेगी।
मुजफ्फरनगर जनपद के जिला पंचायत के 43 वार्डों के आरक्षण की अनन्तिम सूची मंगलवार देर रात जिलाधिकारी द्वारा जारी कर दी गयी है। आप भी जानिए कौन सा जिला पंचायत वार्ड किस श्रेणी में रखा गया है।
पंचायत चुनाव-मुजफ्फरनगर में आबकारी विभाग ने छोड़ा आनलाइन मुखबिर!
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर मुजफ्फरनगर जनपद में जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश ने गोपनीय टीमों को सक्रिय कर दिया है। बार्डर पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। मुखबिर भी गांव गांव काॅकटेल की खबर लेने में जुटे गये हैं।
पति द्वारा पत्नी का शोषण करने और प्रताड़ित करने के मामले में गाहे बगाहे सुन ही लेते है। अहमदाबाद की आयशा का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, लेकिन वेस्ट यूपी में आज एक ऐसा मामला एसएसपी कार्यालय पहुंचा, जिसमें पत्नी के जुल्म की दास्तां सुनाई दी।
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aa1f9626055df925df5666fa18f752186b9cfbb1 | गर्मी के मौसम में पेयजल का दुरुपयोग करने वाले उपभोक्ताओं पर जलशक्ति विभाग की कड़ी निगाह रहेगी। इस दौरान टुल्लू पंप का प्रयोग और भवन निर्माण व सिंचाई करते पकड़े जाने वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए जाएंगे। इसके लिए जलशक्ति विभाग ने टीमें गठित कर फील्ड में उतार दी हैं। जलशक्ति विभाग सिहुंता उपमंडल के सहायक अभियंता राजेश्वर शर्मा ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि गर्मियों के मौसम में पेयजल स्रोत का जलस्तर घटने से पानी की डिमांड व सप्लाई में कमी आ जाती है। इसके मद्देनजर हरेक उपभोक्ताओं को पेयजल उपलब्ध करवाने के उद्देश्य को लेकर यह कार्ययोजना तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में टूल्लू पंप का प्रयोग करने और भवन निर्माण व सिंचाई आदि कार्य में पेयजल का प्रयोग करने वालों पर शिंकजा कसा जाएगा। इसके तहत टीमें लगातार इलाके में गश्त पर रहेंगी। इस दौरान अगर कोई उपभोक्ता पेयजल का दुरुपयोग करते पकडा जाता है तो उसका क्नेक्शन काट दिया जाएगा। इतना ही नहीं भवन व सिंचाई कार्य में प्रयोग होने वाली पाइपों को भी जब्त कर लिया जाएगा। उन्होंने उपमंडल के उपभोक्ताओं से पेयजल का दुरुपयोग न करने का आह्वान किया है। उन्होंने लोगों से पेयजल आपूर्ति को बेहतर रखने में सहयोग भी मांगा है। अन्यथा जलशक्ति विभाग को पेयजल का दुरूपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
सिहुंता। सिहुंता-जोलना-कोटला संपर्क मार्ग पर सिहुंता जीरो प्वाइंट से 0/230 तक इंटरलाकिंग टाइल कार्य किया जा रहा है। इसके चलते यह मार्ग बारह अप्रैल से आगामी तीन मई तक बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहेगा। इस संदर्भ में उपायुक्त चंबा की ओर से आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
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2a427200c42c7e56918479eb12f398433e28d052 | कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और असंतुष्ट कांग्रेस नेता सचिन पायलट से आज बात करने वाले हैं। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव है। कांग्रेस किसी भी कीमत इस राज्य को खोना नहीं चाहती है।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट का आज मंगलवार को अशोक गहलोत पर किया गया हमला कांग्रेस को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। कर्नाटक में कल वोट डाले जाएंगे और उससे ठीक पहले पायलट ने बयान दे दिया। पीएम मोदी बुधवार को राजस्थान में होंगे और वो कांग्रेस की उठापटक को अपने भाषण का हिस्सा जरूर बना सकते हैं।
निजी अस्पताल और डॉक्टर इस बिल का विरोध कर रहे हैं, बुधवार को उन्हें राज्य के सरकारी डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवाओं के कर्मचारियों का भी साथ मिल गया। विरोध कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि इस विधेयक में आपातकाल में निजी अस्पतालों को निशुल्क इलाज करने के लिए बाध्य किया गया है।
राजस्थान सरकार दोनों युवकों की पत्नियों तथा बच्चों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता देगी। इस सहायता राशि में से एक-एक लाख रुपये की राशि नकद दी जाएगी बाकि बचे चार-चार लाख रुपयों की फिक्स डिपॉजिट (एफडी) कराई जाएगी।
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1cfd3bd9df2e69faac57091d3803b6636cb75faf | अंतरिम रेल बजट में फरीदाबाद के लोगों और दैनिक यात्रियों को निराशा हाथ लगी है। यात्री संघों ने इस बजट को खानापूर्ति वाला बताया।
दैनिक यात्रियों का कहना है कि वर्षों से उनकी अनदेखी की जा रही है। दिल्ली से लेकर कोसीकलां तक लोग शटल गाड़ियों में जानवरों की तरह और जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं।
दैनिक यात्री संघ फरीदाबाद के प्रधान बाबूलाल शर्मा ने कहा कि इस अंतरिम रेल बजट से उन्हें निराशा हाथ लगी है। करीब दो साल से केरला एक्सप्रेस, जीटी एक्सप्रेस और श्रीधाम एक्सप्रेस की फरीदाबाद में स्टॉपेज को लेकर कई बार रेल अधिकारियों से पत्राचार कर चुके हैं।
इसके अतिरिक्त दिल्ली से पलवल तक चलने वाली शटल गाड़ियों में बोगियों की संख्या बढ़ाकर 15-15 करने, कोसीकलां वाली शटल को मथुरा तक बढ़ाने और पलवल तक जाने वाली शटल को कोसीकलां तक बढ़ाने की मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार ने जनता की इन मांगों पर विचार तक नहीं किया।
रेल पैसेंजर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान बिजेन्द्र सिंह रावत व प्रेस सचिव प्रकाश मंगला ने कहा कि अंतरिम रेल बजट ने फरीदाबाद और पलवल दोनों को निराश किया है। न तो किसी गाड़ी के स्टापेज की घोषणा की गई और न ही कोई शटल गाड़ी बढ़ाने की। बजट में क्षेत्रीय सांसदों की बात सुनी जाती है लेकिन हमारे सांसद को दैनिक यात्रियों की सुविधाओं से कोई लेना-देना नहीं है।
दैनिक यात्री संघ होडल के प्रधान लेखराज शर्मा ने कहा कि रेल बजट में केंद्र सरकार ने दैनिक यात्रियों के साथ धोखा किया है। शटल गाड़ियों में बोगी की संख्या बढ़ाने और गाड़ियों की संख्या में इजाफा करने के लिए सांसद अवतार सिंह भड़ाना को कई बार ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इस अंतरिम रेल बजट से सभी दैनिक यात्री संघों में सरकार के प्रति नाराजगी है। जल्द ही सभी संघों से बात करके सांसद को ज्ञापन देकर अपना विरोध दर्ज कराऐंगे।
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f009b7bde556299d81152d589e22c2c8d31ebd22 | खराब मौसम से फसलों को बचाने के लिए नेट हाउस में खेती का चलन का बढ़ रहा है. वहीं गुणवत्ता और आकार के मामले में तो इनका कोई जवाब ही नहीं होता. यहीं कारण है कि किसानों को अच्छी कीमत मिलती है और उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होती है.
नेट हाउस या पॉली हाउस में आम तौर पर सब्जियों की खेती की जाती है. संरक्षित खेती में विशेष तौर से छोटे आकार के फलों को ही उगाया जाता है. लेकिन इसमें अब केले की खेती भी हो रही है और किसान अपनी आय कई गुना तक बढ़ा रहे हैं. गुजरात के कच्छ में किसानों ने प्रयोग के तौर पर नेट में केले की खेती शुरू की और उन्हें जबरदस्त सफलता मिली.
खराब मौसम से फसलों को बचाने के लिए नेट हाउस में खेती का चलन का बढ़ रहा है. साथ ही जैविक और अजैविक कारकों से भी फसल नेट हाउस में प्रभावित नहीं होती. वहीं गुणवत्ता और आकार के मामले में तो इनका कोई जवाब ही नहीं होता. यहीं कारण है कि किसानों को अच्छी कीमत मिलती है और उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होती है.
कच्छ के किसान हरेश भाई नेट हाउस में केले की खेती कर रहे हैं. डीडी किसान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हरेश भाई तीन साल पहले इजराइल गए थे. वहां पर उन्होंने देखा कि नेट हाउस में केले की खेती भी हो रही है. आने के बाद हरेश भाई ने केले की जी-9 किस्म की खेती शुरू की.
हरेश भाई बताते हैं कि मैंनै एक एकड़ में 1244 प्लांट लगाए हैं. एक-एक केले का लूम 60 किलो का हो रहा है. सामान्य तौर पर लगाने से मुश्किल से 20 से 25 किलो का लूम होता है. उन्होंने बताया कि नेट हाउस में केले की खेती कर किसान अपनी इनकम दोगुनी ही नहीं, चार गुनी तक बढ़ा सकते हैं.
उन्होंने बताया कि नेट हाउस बनाने में भी सरकार से मदद मिल रही है. हरेश भाई के मुताबिक, जब मैंने नेट हाउस बनाया तो मुझे सरकार की तरफ 65 प्रतिशत सब्सिडी मिली है. अपने जेब से लगाया गया पैसा भी जल्द ही वापस आ गया. गुणवत्ता पूर्ण उत्पादन होने से लोग इन केलों की खरीद बड़ी चाव से करते हैं.
नेट हाउस के केले की गुणवत्ता एक्सपोर्ट लायक होती है. सरकार एपीडा के माध्यम से इन केलों का दूसरे कई देशों में निर्यात करती है और इसका सीधा लाभ किसानों को मिलता है. इस समय जी-9 किस्म के केले की खेती बड़े पैमाने पर हो रही है. यहां के कृषि विज्ञान केंद्र ने इस बदलाव में बड़ी भूमिका अदा की है.
कृषि विज्ञान केंद्र, कच्छ के वैज्ञानिक डॉ राम निवास कहते हैं कि नेट हाउस में केले की खेती में कई फायदे हैं. पहला तो कीट और मौसम की मार का असर नहीं पड़ता. केले के पौधे तेज हवाओं को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं और उखड़ जाते हैं. लेकिन नेट हाउस में इस समस्या से भी निजात मिल जाती है. किसानों का कीट आदी पर लगने वाला खर्च बच जाता है. नुकसान न के बराबर होता है, जिससे आय में बढ़ोतरी होती है. वहीं गुणवत्ता इतनी अच्छी होती है कि बाहर से लोग ऑर्डर देते हैं.
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fa0d02241beac7c8462365cc098950d81020c5ad | सुप्रीम कोर्टसे विपक्ष को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने PMLA के तहत गिरफ्तारी को ईडी के अधिकार को बरकरार रखा है। कोर्ट ने कहा, ईडी की गिरफ्तारी की प्रक्रिया मनमानी नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के कई प्रावधानों की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए ये फैसला सुनाया। हालांकि, कोर्ट ने कानून में फाइनेंस बिल के जरिए किए गए बदलाव के मामले को 7 जजों की बेंच में भेज दिया है।
दरअसल, विपक्ष ने याचिका दायर PMLA के कई प्रावधानों को कानून और संविधान के खिलाफ बताया था। वहीं आज सुप्रीम कोर्ट ने उनकी दायर याचिका को रद्द करते हुए कानून को सही बताया है।
कोर्ट ने कहा, मनी लॉन्ड्रिंग एक स्वतंत्र अपराध है। उसे मूल अपराध के साथ जोड़ कर ही देखने की दलील खारिज की जा रही है। कोर्ट ने ये भी कहा कि, सेक्शन 5 में आरोपी के अधिकार भी संतुलित किए गए हैं। ऐसा नहीं कि सिर्फ जांच अधिकारी को ही पूरी शक्ति दे दी गई है।
केंद्र सरकार ने लोकसभा में बीते सोमवार को एक सवाल के जवाब में कहा कि 17 साल पहले कानून के लागू होने के बाद PMLA के तहत दर्ज 5,422 मामलों में केवल 23 लोगों को दोषी ठहराया गया है। 31 मार्च, 2022 तक ईडी ने PMLA के तहत करीब 1,04,702 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की और 992 मामलों में चार्जशीट दायर की, जिसमें 869. 31 करोड़ रुपये जब्त किए गए और 23 आरोपियों को दोषी ठहराया गया।
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e38cecb0018c1241bbd142673630f4822aad0539 | Oil Free Samosa Recipe: ऑयली खाना हमारी सेहत को बिगाड़ भी सकता है. अगर आप भी इस डर से समोसे खाने से परहेज करते हैं तो ओप आपको ऐसा करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है. बिना तेल में फ्राई करे भी आप स्वादिष्ट समोसे तैयार कर सकते हैं. आज हम आपके लिए बेक्ड समोसे की रेसिपी लेकर आए हैं. आइए जानते हैं बेक्ड समोसे तैयार करने का परफेक्ट तरीका.
बेक्ड समोसा के लिए सामग्रीः Oil Free Samosa Ingredients:
आटे के लिएः
भराई के लिएः
How to make Baked Samosa: बेक्ड समोसा बनाने की विधिः
समोसे बनाने के लिए सबसे पहले हम इसका आटा गूंथ कर तैयार कर लेंगे. इसके लिए एक बाउल में गेंहू का आटा, नमक, अजवायन, बेकिंग पाउडर डालकर मिला लें. अब इसमें थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए सख्त आटा गूंथ लेंगे. आटा मलने के लिए आधा कप पानी का इस्तेमाल करें. याद रहें इसके लिए आपको ठंडे पानी का इस्तेमाल करना है. आटा गूंथने के बाद इसे मलमल के कपड़े से ढककर सेट होने रख दें. अब कुकर में 3 गिलास पानी डालकर आलुओं को उबलने रख दें. फिर उबले आलू को हाथों से मैश करके एक बाउल में निकाल लें. अब हम समोसे की फिलिंग के लिए मसाला तैयार करेंगे.
फिलिंग के मसाला तैयार करने की विधिः
मसाला तैयार करने के लिए सबसे पहले गैस पर पैन को चढ़ाकर गर्म करें. इसमें 1 टेबल स्पून तेल डालें फिर इसमें 1 छोटी चम्मच ग्रेटेड अदरक, 2 हरी मिर्च बारीक कटी, 1 छोटी चम्मच जीरा पाउडर, 1 छोटी चम्मच धनिया पाउडर. अब लो फ्लेम पर इन मसालों को भून लेंगे. 2 मिनट बाद इसमें आधा कप मटर डालकर भून लें. अगर मटर बाजार में ना मिलें तो फ्रोजन मटर के पैकेट का इस्तेमाल क लें. मटर हल्की पक जाए तो इसमें उबले हुए आलू को मैश करके मिला दें. आलू और मटर को 1-2 बार मिला दें. अब हम इसमें मसाले डालना शुरू करेंगे.
मसाला फ्राई करेंः
आलू और मटर के ऊपर सबसे पहले आधा चम्मच अमचूर पाउडर, 1 चौथाई चम्मच लाल मिर्च, आधा चम्मच गरम मसाला, 1 चम्मच सूखा धनिया पाउडर, स्वादानुसार नमक, 1-2 स्पून बारीक कटा हरा धनिया. इन सभी मसालों को मिलाते हुए अच्छे से मसाला भून लेंगे. आलुओं को ना ज्यादा मैश करें ना ही ज्यादा मोटा रखें. आलुओं को ग्रेट करने से बचें. हमेशा हाथों से फोड़ें. करीबन 7-8 मिनट तक मसाले को लगातार चलाते हुए अच्छे से भून लें. इस पूरे प्रोसेस में आपको गैस को लो फ्लेम पर ही रखना है. इतने में हमारा आटा भी सेट हो चुका होगा.
आटे की लोई तैयार करेंः
अब आटे को थोड़ा सा मसल लेंगे. फिर इसकी लोई बना लेंगे. लोई थोड़ी बड़ी बनाएं. अब लोई को बेलना शुरू करेंगे. सबसे पहले लोई को हाथों से एकदम गोल कर लें फिर बेलन की मदद से ओवल शेप में बेल लें. एकदम पतला नहीं बेलना है. लोई का साइज थोड़ा मोटा होना चाहिए. रोटी के साइज में लोई को बेलने के बाद बीच में से चाकू की मदद से इसे दो बराबर भागों में बाट लेंगे. एक 1 हिस्से में पानी लगाएंगे फिर हाथों से इसे समोसे की शेप दे दें.
लोई बेलने के बाद ऐसे भरें मसालाः
अब तिकोन में फिलिंग करना शुरू करेंगे. तैयार किए हुए मसाले में से आधा चम्मच मसाला इसमें भर दें. चम्मच की मदद से हल्का सा दबा दें. ऊपर से थोड़ा खाली छोड़े दें. अब कोनों में पानी लगाकर चिपका दें. ऐसे करके सभी लोई के समोसे तैयार कर लेंगे. अब हम इन्हें सेकने की बजाए बेक करने वाले हैं तो निशचिंत हो जाएं इसमें तेल का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं होने वाला है. हालांकि बेक करने से पहले हम समोसे को ग्रीस भी करेंगे. इसके लिए हम 2 चम्मच क्रीम को आधी कोटरी दूघ में मिलाकर चला देंगे फिर इसको सभी समोसों के ऊपर लगा देंगे. अगर क्रीम नहीं है तो घर की मलाई को फेंटकर भी आप इसपर लगा सकते हैं.
ओवन और कुकर में बेक करें समोसेः
अब बेंकिंग ट्रे में सभी समोसों को रख देंगे. ओवन को 200 डिग्री सेंटिग्रेंट पर प्रीहीट कर लेंगे. करीबन 25 मिनट तक समोसों को बेक करना है. इसके बाद समोसे निकालकर चम्मच से दबाकर चेक करें. अगर यह बेक हो चुके हैं तो चटनी के साथ सर्व करें. अगर आपके पास ओवन नहीं है तो ऐसे में घबराएं नहीं आप कुकर में भी समोसे बेक कर सकते हैं. इसके लिए कुकर में 2 कटोरी नमक डालेंगे फिर ऊपर एक जाली स्टैंड रखेंगे. स्टैंड पर समोसे रख दें. ढक्कन लगाकर 25 मिनट तक पका दें. आपके समोसे तैयार हैं.
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348b8525093ead41bbceec8a9c6d0078df28ba08 | संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के एक नए अध्ययन में सामने आया है कि कोविड-19 महामारी के गंभीर दीर्घकालिक परिणामों के चलते 2030 तक 20 करोड़ 70 लाख और लोग घोर गरीबी की ओर जा सकते हैं और अगर ऐसा हुआ तो दुनिया भर में बेहद गरीब लोगों की संख्या एक अरब के पार हो जाएगी।
अध्ययन में कोविड-19 से उबरने के विभिन्न परिदृश्यों के कारण सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर पड़ने वाले असर और महामारी की वजह से अगले दशक तक पड़ने वाले बहुआयामी प्रभावों का आकलन किया गया। यह अध्ययन यूएनडीपी और डेनवर विश्वविद्यालय में 'पारडी सेंटर फॉर इंटरनेशनल फ्यूचर्स' के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी का हिस्सा है।
अध्ययन के मुताबिक कि कोविड-19 महामारी के गंभीर दीर्घकालिक परिणामों के चलते वर्ष 2030 तक 20 करोड़ 70 लाख और लोग घोर गरीबी की ओर जा सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो दुनिया भर में बेहद गरीब लोगों की संख्या एक अरब के पार हो जाएगी।
वर्तमान मृत्यु दर और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के हालिया वृद्धि दर अनुमान के आधार पर 'बेसलाइन कोविड' परिदृश्य यह होगा कि महामारी के पहले दुनिया जिस विकास पथ पर थी, उसकी तुलना में चार करोड़ 40 लाख अतिरिक्त लोग 2030 तक घोर गरीबी की चपेट में आ जाएंगे।
इसमें कहा गया है कि 'हाई डैमेज' परिदृश्य के तहत कोविड-19 के चलते वर्ष 2030 तक 20 करोड़ 70 लाख और लोग घोर गरीबी की ओर जा सकते हैं। यूएनडीपी के प्रशासक अचिम स्टीनर ने कहा कि नया गरीबी शोध यह दिखा है कि इस वक्त नेता जो विकल्प चुनेंगे, वे दुनिया को अलग-अलग दिशाओं में ले जा सकते हैं।
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879d1edcf319b462e2a77f9a5456b69de8150d644acb70dadb910ec0752638a4 | यदि मिष्ट पुष्ट रसीला माहारादिक मिले तो उसके निमित्तसे प्रमत्त होकर शयनादिक करे 'रसगौरव' है । मुनि इसप्रकार गौरवसे तो रहित हैं और परजीवोंकी करुणासे सहित हैं - ऐसा नहीं है कि परजीवोंसे मोहममत्व नहीं है इसलिये निर्दय होकर उनको मारते हैं, परन्तु जबतक राग अंश रहता है तबतक परजीवोंकी करुणा ही करते हैं, उपकारबुद्धि रहती है । इसप्रकार ज्ञानी मुनि पाप जो अशुभकर्म उसका चारित्रके बलसे नाश करते हैं ॥ १५६।।
आगे कहते हैं कि जो इसप्रकार मूलगुण और उत्तरगुणोंसे मंडित मुनि हैं वे जिनमतमें शोभा पाते हैं :गुणगणमणिमालाए जियमय गयणे पिसायर मुगिंदो तारावलिपरियरिओ पुण्णिमईदुव्व पवणपहे ॥१६०।।
गुणगणमणिमालया जिनमतगगने निशाकरमुनींद्रः । तारावलीपरिकरितः पूर्णिमेन्दुरिव पवनपये ।।१६०।।
अर्थः - जैसे पवनपथ (-आकाश ) में ताराओंकी पंक्तिके परिवारसे वेष्टित पूर्णिमाका चन्द्रमा शोभा पाता है, वैसेही जिनमतरूप आकाशमें गुणोंके समूहरूपी मणियोंकी मालासे मुनीन्द्ररूप चंद्रमा शोभा पाता ।
भावार्थः- अट्ठाईस मूलगुण, दसलक्षण धर्म, तीन गुप्ति और चौरासीलाख उत्तरगुणोंकी मालासहित मुनि जिनमतमें चन्द्रमाके समान शोभा पाता है, ऐसे मुनि अन्यमतमें नहीं हैं ।।१६०।।
आगे कहते हैं कि जिनके इसप्रकार विशुद्ध भाव हैं वे सत्पुरुष तीर्थंकर आदि पदके सुखोंको पाते हैं
चक्कहररामकेसव सुरवरजिणगणहराईसोक्खाई । चारणमुणिरिद्धीओ विसुद्धभावा णरा पत्ता ।।१६१।।
चक्रधररामकेशवसुरवरजिनगणधरादिसौख्यानि । चारणमुन्यः विशुद्धभावा नराः प्राप्ताः ।। १६१।।
अर्थः - विशुद्ध भाववाले ऐसे नर मुनि हैं वह चक्रधर ( - चक्रवर्ती, छह खंडका राजेन्द्र ) राम ( - बलभद्र ) केशव ( -नारायण, अर्द्धचक्री) मुरवर ( - देवोंका इन्द्र ) | pdf |
83e898623b4bf62926cf66b06ac8ee6eea359b3510cf7c98b3f71aad90ca0e7c | प्रमुख स्थान देते है; हम नईदुनिया प्रिन्टरी के संचालक मण्डल को जितना धन्यवाद देवे उतना कम है उन्होंने अपना अन्य कार्य को बीच में ही रुकवा कर इस कार्य को सर्वप्रथम प्रमुखता प्रदान की और इतने वर्षो का जो प्रेम व्यवहार बना हुआ है उसे ध्यान में रखते हुए इस कार्य को समय पर पूर्ण करने की पूरी कोशिश की।
अतः क्रियेटिव पेज मेकर, वम्बई, श्री टोनिक टाइप सेटर, वम्बई, जयन्त प्रिन्टरी बम्बई एवं नईदुनिया प्रिन्टरी, इन्दौर के संचालक मण्डल एवं कर्मचारियों मण्डल के हम बहुत-बहुत आभारी है, सभी को हम बहुत-बहुत धन्यवाद प्रदान करते है ।
दोपचंद भाई गार्डी
हार्दिक आभारः -- प्रतः हम सभी पूज्य आचार्यों, मुनिराजों, साध्वियोंजी म. सा., जैन श्री संघों, हितेषी महानुभावों, विज्ञापनदाताओं, भेटकर्ताओं नये सदस्यों, चतुर्विध संघों, नईदुनिया प्रिन्टरी मण्डल एवं जयन्त प्रिन्टर्स, क्रियेटिव पेज मेकर एवं श्री टोनिक टाइप सेटिंग वम्वई आदि का हम बहुत-बहुत आभार प्रकट करते हुए सभी से यही आशाएँ करते हैं कि भविष्य में भी इसी तरह का पूर्ण सहयोग प्रदान करते रहेगे, इसी आशाओं के साथ ! बम्बई : 25-8-1993
- हम है आपकेशांतीलाल छाजेड़ (जैन) महामंत्री
रमेश चन्द जैन नेमनाथ जैन डी. टी. नोसर मंत्री
हार्दिक आभार
अ. भा. समग्र जैन चातुर्मास सूची प्रकाशन परिषद् बम्बई द्वारा प्रकाशित "समग्र जैन चातुर्मास सूची" के प्रचार-प्रसार के कार्य हेतु इस वर्ष मैंने देश के अनेक भागो का दौरा किया। छत्तीसगढ़ क्षेत्र के दुर्ग, रायपुर, राजनांदगांव आदि, नागपुर, जलगाँव, नासिक, अहमदनगर, शिर्डी, पूना, जयपुर, दिल्ली, गाजियाबाद, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, उदयपुर आदि, जिन-जिन क्षेत्रों में मैं गया वहाँ के श्री संघों, महानुभावो ने मुझे जो आदर, सत्कार प्रदान किया, उसे मै जीवन में कभी भी नहीं भूला सकता । कई क्षेत्रो में तो में प्रथम बार गया था । वहां चाहे मुझे कोई शक्ल से नही पहचानते हो, परन्तु मेरे नाम से सभी परिचित हैं। मुझे यह आभास प्रथम बार हुआ एव प्रथम देखा कि मेरे कार्यो, सेवाओं का प्रभाव देश-विदेश तक फैल चुका है। इस सूची पुस्तक से सम्पूर्ण जैन समाज के चतुर्विध संघ में मेरा नाम भी सव जानने लग गये हैं। मैं जहाँ भी गया जिनसे भी सम्पर्क किया सभी ने मेरे कार्य की भूरी-भूरी प्रशसा की, सुझाव भी प्रदान किये सभी ने एक स्वर से सराहना भी की। मैं तो समाज का एक छोटा-सा निर्धन अल्प वृद्धि का सेवक हूँ, मैं मेरा फर्ज अदा कर रहा हूँ। मुझे किसी तरह का कोई लोभ-लालच या आजीविका का साधन बनाकर समाज को धोखा देकर लूटना जैसा घिनौना कार्य करना नही है। मैने न तो ऐसा घिनौना कार्य पूर्व में कभी किया है, न भविष्य में करने का कोई इरादा है। मैंने तो मेरा फर्ज अदा करके सम्पूर्ण जैन समाज को दिखा दिया है कि अगर सच्ची सेवा करनी है तो वह करके दिखावे, जो कार्य बड़ी-बडी संस्थाएँ नही कर सकी, वह मैंने कई मुसीवतो का सामना करके दिखा दिया है और उसे समग्र जैन समाज ने एक स्वर से स्वीकारा भी है।
अतः सभी का बहुत-बहुत आभार प्रगट करता हुआ, आप सभी को अनेकानेक धन्यवाद अर्पित कर रहा हूँ । समयाभाव के कारण सभी के नाम प्रकाशित नहीं कर पा रहा हूँ, आगामी अंक में पूर्ण विवरण के साथ प्रकाशित करूंगा। आशा करता हूँ कि आप भविष्य में भी इसी प्रकार का सहयोग प्रदान करते रहेंगे, ऐसी आशा करता हुआ ।
बाबूलाल जैन 'उज्जवल' संपादक | pdf |