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PM मोदी की तारीफ में CM अखिलेश ने पढ़े कसीदे | यूपी के फतेहपुर में एक निजी समारोह में पहुंचे सीएम अखिलेश यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि विदेशी दौरे से पूंजी निवेश आने से देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.
उन्होंने कहा कि देश के पीएम के किसी अन्य देश में जाने से वहां का हर वर्ग भारत की ओर आकर्षित होता है.
पीएम
की यह नीति बेहद कारगर साबित हो रही है. विदेशी पूंजी निवेश आकर्षित हो रहा है.
विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह समय अब लडऩे का नहीं है. लड़ाई चुनाव के समय होती है. यह विकास का समय है. हम विदेश से निवेश लाकर युवकों को रोजकार देने का प्रयास कर रहे हैं.
कमिश्नर को किया सस्पेंड
यमुना नदी में खनन माफिया द्वारा मुख्यधारा को रोककर पुल बनाने के मामले में कार्यवाही के आश्वासन देते हुए सीएम ने मौके पर ही इलाहाबाद कमिश्नर वीके सिंह को सस्पेंड कर दिया. |
विंटर ओलंपिक: इतनी तेज चली बर्फीली हवाएं, घायल हो गए 16 लोग | तेज हवाओं के कारण विंटर ओलंपिक के मुख्य आयोजन स्थल गेंगनियोंग ओलंपिक पार्क पर सब कुछ तहस नहस हो गया और करीब 16 लोग घायल हो गए. तेज हवाओं से होर्डिंग, टेंट और साजो सामान चारो तरफ बिखर गए. इसमें 13 स्टाफ और तीन दर्शक मामूली घायल हो गए.
पीटीआई के मुताबिक इसकी वजह से कल आइस खेलों की चार स्पर्धाओं के आयोजक प्लाजा को दर्शकों के लिए बंद करना पड़ा. समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय अस्पतालों में इन घायलों का इलाज चल रहा है.
विंटर ओलंपिक: नॉर्थ कोरिया का अमेरिकी अधिकारियों संग बैठक से इनकार
तेज हवाओं के चलने के कारण टेंट, बाड़ और अन्य चीजें उड़ने लगीं और इनके मलबे के कारण लोगों को चोटें आई हैं. आयोजन समिति के प्रवक्ता ने कहा कि स्टील की बाड़ और 60 टेंटों के करीब 120 टुकड़े गांगनेयुंग ओलंपिक पार्क में पाए गए. इस कारण 13 स्वयंसेवक और तीन दर्शक घायल हो गए.
इन तेज हवाओं के कारण अन्य आयोजन स्थल भी प्रभावित हुए हैं और इसके कारण कई स्पर्धाओं के आयोजन में देरी हो रही है और कई स्पर्धाओं को अन्य दिनों के लिए रद्द किया जा रहा है.
आपको बता दें कि 23वां विंटर ओलंपिक 9 फरवरी को शुरू हुआ था, जो 25 फरवरी तक चलेगा. यह इतिहास में सबसे बड़ा विंटर ओलंपिक है. विंटर ओलंपिक खेलों को आयोजित करने वाला प्योंगयोंग शहर वर्ष 1994 में नोर्वे खेलों के बाद सबसे ठंडा शहर है. |
मसूद अजहर को आज ही ग्लोबल आतंकी घोषित करेगा UN, चीन वापस लेगा अपना वीटो | जिस फैसले का इंतजार हर हिंदुस्तानी काफी लंबे समय से कर रहा था आखिरकार वह हो ही गया. पुलवामा आतंकी हमले के गुनाहगार और जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को आज संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल आतंकी घोषित कर सकता है. भारत पिछले लंबे समय से इस कोशिश में जुटा हुआ था, लेकिन चीन अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर टांग अड़ा रहा था. अब चीन भी इस पर राजी हो गया है और अपना वीटो पावर हटाने को तैयार है.
सूत्रों की मानें तो अमेरिका, यूके और फ्रांस की तरफ से संयुक्त रूप से प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसके बाद चीन पर खासा दबाव था. भारत एक दशक से कोशिश कर रहा था कि मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किया जाए. लेकिन, चीन चार बार अड़ंगा लगा चुका था. अब जब पुलवामा आतंकी हमला हुआ, तो भारत ने और भी दबाव बनाया.
दुनिया के दबाव में झुका चीन
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत ने मसूद अजहर पर बैन लगाने की कोशिशें तेज कर दी थी. इसको लेकर संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव भी लाया गया था. लेकिन चीन ने वीटो लगाकर इसे रोक दिया. जिसके बाद अमेरिका, फ्रांस और यूके ने भारत के प्रस्ताव को आगे बढ़ाया, और अब चीन को दबाव में आना ही पड़ा.
बता दें कि ये पहली बार होगा जब जम्मू-कश्मीर में किसी आतंकी हमले की वजह से एक आतंकी को ग्लोबल आतंकी घोषित किया जाएगा. इससे पहले हाफिज सईद को मुंबई हमले के बाद ग्लोबल आतंकी घोषित किया गया था. मसूद अजहर पर लगे इस बैन को भारत की कूटनीतिक जीत माना जा रहा है.
फेल ही चीन से पाकिस्तान की बात!
गौर करने वाली बात ये भी है कि कुछ ही दिन पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान चीन के दौरे पर थे. वहां उनकी मुलाकात चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी हुई थी. अब तक पाकिस्तान के बचाव में आता रहा चीन भी यहां कुछ नहीं कर पाया और अंतरराष्ट्रीय दबाव में उसे झुकना ही पड़ा.
चीन की तरफ से मंगलवार को ही बयान आया था, ''आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा.'' चीन के इसी बयान के बाद से संकेत मिलने लगे थे कि अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति जल्द ही मसूद अजहर पर बड़ा फैसला ले सकती है.
आपको बता दें कि अब अगर मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किया जाता है तो उसे कई बड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है.
- दुनियाभर के देशों में मसूद अजहर की एंट्री पर बैन.
- मसूद अजहर किसी भी देश में आर्थिक गतिविधियां नहीं कर सकेगा.
- संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों को मसूद के बैंक अकाउंट्स और प्रॉपर्टी को फ्रीज करना पड़ेगा.
- मसूद अजहर से संबंधित व्यक्तियों या उसकी संस्थाओं को कोई मदद नहीं मिलेगी.
- पाकिस्तान को भी मसूद अजहर के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने पड़ेंगे.
- बैन के बाद पाकिस्तान को मसूद अजहर के टेरर कैंप और उसके मदरसों को भी बंद करना पड़ेगा. |
नशीली दवा देकर यौन शोषण, मिथुन के बेटे ने किया था शादी का वादा: आरोप | मिथुन चक्रवर्ती के बेटे महाक्षय चक्रवर्ती (मिमोह) पर बलात्कार, धोखाधड़ी और मिसकैरिज का आरोप लगने के बाद अब विरोधी पक्ष के वकील का कहना है कि घटना को अंजाम दिए जाने से पहले पीड़िता के ड्रिंक में नशीला तत्व मिलाया गया था. एक समाचार एजेंसी से बातचीत में वकील रवि सोनी ने कहा, "दोनों एक दूसरे को 4 साल से जानते थे. मिमोह ने उनका यौन शोषण किया और उन्हें धोखा दिया."
वकील के मुताबिक, "उसने उनकी ड्रिंक में नशीला तत्व मिलाया और इसके बाद उनके (पीड़िता) साथ जबरदस्ती की. इसके बाद वह शादी का वादा करते रहे जिसके चलते पीड़िता इतने दिनों तक खामोश रही. अब वह उसे स्वीकार करने से इनकार कर रहे हैं. यहां तक कि मिमोह ने लड़की से साथ अपनी कुंडली भी मिलवा कर देखी थी."
मिथुन के बेटे पर रेप का आरोप, इस एक्ट्रेस की बेटी से होगी शादी
मिमोह की 7 जुलाई को होने वाली शादी के बारे में पूछे जाने पर वकील ने कहा, "पीड़िता लड़की अभी भी शादी करने को तैयार है लेकिन चक्रवर्ती परिवार उन्हें स्वीकार करने को तैयार नहीं है. इसलिए संभव है कि अगले 2-3 दिन में मिमोह को गिरफ्तार कर लिया जाए. हमें यह भी पता चला है कि उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दी थी जिसी अस्वीकार कर दिया गया है."
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मिमोह की होने वाली पत्नी मदालसा शर्मा की मां शीला शर्मा ने हाल ही में महाक्षय का सपोर्ट किया था. उन्होंने कहा, ""यह (शादी) 7 जुलाई को ही होगी. मिमोह उससे (शिकायतकर्ता से) साल 2015 में मिला था और हमें पहले से ही इस बात की पूरी जानकारी है. बल्कि मिमोह ने दिक्कतें खड़ी करने के लिए इस बारे में कम्प्लेंट भी की है. अब वह इनकार क्यों कर रही है जब शादी को सिर्फ कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं? उसने एक्शन लेने के लिए इतना लंबा इंतजार क्यों किया? सबका एक अतीत होता है और हम सच जानते हैं." |
पश्चिम बंगाल पब्लिक सर्विस कमिशन में वैकेंसी | पब्लिक सर्विस कमिशन, वेस्ट बंगाल (WBPSC) में असिस्टेंट मास्टरों के लिए वैकेंसी निकली हैं. आवेदन की अंतिम तारीख 2 दिसंबर है.
पदों की संख्या:
26
पदों के नाम:
असिस्टेंट मास्टर
उम्र सीमा:
32 साल
चयन प्रक्रिया:
लिखित परीक्षा और स्क्रीनिंग टेस्ट के आधार पर
ज्यादा जानकारी के लिए
http://pscwb.org.in/
पर लॉग इन करें. |
भारत में iPhone XS और iPhone XS Max के लिए शुरू हुआ प्री ऑर्डर | ऐपल के नए आईफोन्स – iPhone Xs और iPhone Xs Max की बिक्री भारत में 28 सितंबर से शुरू हो रही है. इससे पहले एयरटेल और रिलायंस जियो ने इन दोनों मॉडल्स के लिए प्री ऑर्डर लेने शुरू किए हैं. कस्टमर्स कंपनियों की वेबसाइट से प्री ऑर्डर कर सकते हैं. प्री ऑर्डर कराने के लिए भी आपको पूरे पैसे देने होंगे. हालांकि यहां आपको EMI का भी ऑप्शन मिलेगा.
ये दोनों iPhone डुअल सिम फीचर वाले हैं और एयरटेल और जियो ही भारत की टेलीकॉम कंपनियां हैं जो eSIM की सर्विस देते हैं. इसलिए एक सिम पहले से ही आपको इनबिल्ट मिलेगा. ये स्मार्टफोन्स तीन मेमोरी वेरिएंट में उपलब्ध हैं – 64GB, 256GB और 512GB.
कीमत की बात करें तो iPhone Xs के 64GB वेरिएंट की कीमत 99,900 रुपये है, जबकि 256GB मॉडल 1,14,900 रुपये में मिलेगा.
512GB मॉडल 1,34,900 रुपये का मिलेगा.
iPhone Xs Max
के 64GB वेरिएंट की कीमत 1,09,900 रुपये है, जबकि 256GB आपको 1,24,900 रुपये का मिलेगा. टॉप मॉडल यानी अब तक का सबसे महंगा
iPhone Xs
Max का का टॉप मॉडल है जिसकी कीमत 1,44,900 रुपये है.
टिम कुक ने महंगे आईफोन का ऐसा बचाव किया!
गौरतलब है कि अभी हाल ही में आईफोन की ज्यादा कीमत का बचाव करते हुए ऐपल के सीईओ टिम कुक ने कहा, ‘ज्यादातर लोग इसके लिए दूसरे तरीके से पैसे देते हैं, जैसे वो टेलीकॉम कंपनी के साथ डील करके हर महीने उन्हें पैसे देते हैं’
टिम कुक ने कहा कि जिस फोन की कीमत 1,000 डॉलर भी है, ज्यादातर लोग उसके लिए हर महीने लगभग 30 डॉलर देते हैं यानी हर दिन 1 डॉलर.
इंटरव्यू के दौरान टिम कुक ने अमेरिका और चीन ट्रेड वॉर पर भी बात की. उन्होंने कहा कि प्रोडक्ट्स भले ही चीन में ऐसेंबल होते हैं, लेकिन इसके पार्ट्स कई जगहों से जाते हैं जिनमें अमेरिका भी शामिल है. |
आंध्र प्रदेशः बस इतना नहीं काफी | ए. न. चंद्रबाबू नायडू ने कापू समुदाय को शिक्षा और सरकारी नौकरी में पांच प्रतिशत आरक्षण की मंजूरी देने वाले कानून को आंध्र प्रदेश विधानसभा से पारित करवा कर शायद एक छोटी-सी सियासी लड़ाई जीत ली है, पर क्या यह फैसला 18 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अदालत में टिक पाएगा? कापू समुदाय के लिए आरक्षण की वैधता सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के मद्देनजर कम ही नजर आती है, जिसमें आरक्षण 50 फीसदी से अधिक नहीं होने की बात कही गई थी. कुछ विशेषज्ञ कहते हैं कि एक विकल्प है, इसके लिए तमिलनाडु के उदाहरण का पालन करना होगा-आरक्षण के कानून को संविधान की नौवीं अनुसूची के अंतर्गत लाया जाए. पर वह भी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और न्यायिक समीक्षा से परे नहीं है.
सियासी विश्लेषक के. नागेश्वर कहते हैं, ''आरक्षण की व्यवस्था जातीय असमानताओं से निपटने में विफल रही है. 50 फीसदी की सीमा भी इस तरह की अन्य असमानताओं को मुखर होने से रोकती है.'' पर नायडू ने के.एल. मंजूनाथ आयोग की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना जल्दबाजी में ऐसा कदम क्यों उठाया, जबकि उन्होंने ही इसकी जांच के लिए आयोग की नियुक्ति की थी.
उन्होंने कापू समुदाय से वादा किया है कि वे केंद्र को आरक्षण कानून को नौंवी अनुसूची में डालने का सुझाव देंगे. नायडू तमिलनाडु के मामले का हवाला देते हैं, जहां आरक्षण को बढ़ाकर 69 फीसदी कर दिया गया है. यह सब कुछ चुनाव की दृष्टि से महत्वपूर्ण कापू समुदाय (27 फीसदी) को खुश करने और तेलगू फिल्म स्टार तथा कापू नेता पवन कल्याण का समर्थन पाने के लिए किया गया है. 2014 के चुनाव में इस समुदाय के समर्थन ने नायडू की तेलगू देशम पार्टी को वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस को 2.1 फीसदी के मामूली अंतर से हराने में अहम भूमिका निभाई थी.
लेकिन पुराना चुनावी गणित बदल भी सकता है. कल्याण अपनी जन सेना पार्टी को एक प्रभावशाली राजनीतिक ताकत के रूप में बदलना चाहते हैं. और कापू समुदाय भी नायडू के इस प्रस्ताव से बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं दिखता. कापू समुदाय के एक कद्दावर शख्स कहते हैं, ''अभी तो आधा काम पूरा हुआ है.'' वह जोर देते हुए कहते हैं कि उन्हें दस फीसदी आरक्षण चाहिए. |
क्रिकेट के इतिहास में यादगार मैच, पूरे देश को सचिन से 153 रनों की आस | भारत में क्रिकेट के 'भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर अपना 200वां और आखिरी टेस्ट खेलने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर उतरे चुके हैं. भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया है. अब सचिन को शायद कल ही बल्लेबाजी का मौका मिलेगा.
सचिन के सगे-संबंधी, खेल जगत के दिग्गज और करोड़ों फैन्स को उम्मीद है कि शतक के साथ वह अपने शानदार करियर को एक खूबसूरत अंजाम देंगे.अगर वह दोनों पारियों में153 रन बना लेते हैं तो टेस्ट क्रिकेट में 16,000 रन बनाने वाले इकलौते खिलाड़ी हो जाएंगे.
पहली बार सचिन की मां भी उनका मैच देखने स्टेडियम पहुंची हैं. मैच से पहले अंजलि ने भी अपने पति को 'गुड लक' बोला है.
चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर
सचिन के करियर के आखिरी टेस्ट मैच के लिए वानखेड़े स्टेडियम भी पूरी तरह तैयार है. यहां हर ओर उत्साह और जश्न-सा माहौल है. सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. यहां 850 से ज्यादा जवानों की तैनाती की गई है. 3 डीसीपी, 18 एसीपी, 35 इंस्पेक्टर और 95 एसआई की देखरेख में चप्पे-चप्पे पर पुलिस ने निगाह रखी हुई है. स्टेडियम में 45 मेटल डिटेक्टर और 352 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.
सबसे भावनात्मक क्षण का गवाह बनेगा वानखेड़े
दो साल पहले सचिन ने इसी स्टेडियम में अपने नौजवान साथियों के साथ 2011 का वर्ल्ड कप जीता था. टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने अपने कंधे पर सचिन को उठाकर मैदान का चक्कर लगाया था. अब वानखेड़े अपने इतिहास के शायद सबसे भावनात्मक क्षण का गवाह बनेगा.
खेल का लुत्फ लें सचिन: धोनी
धोनी और उनके धुरंधर भी सचिन के साथ आखिरी बार मैदान में नजर आएंगे. धोनी ने कहा था कि आखिरी दिन टीम सचिन को खास तरीके से विदाई देना चाहेगी, लेकिन वह खास तरीका क्या होगा, यह अभी सीक्रेट है. धोनी ने कहा कि वह और टीम का हर एक सदस्य चाहता है कि सचिन अपने करियर के अंतिम टेस्ट मैच का जमकर लुत्फ लें. धोनी ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि सचिन अपने खेल का लुत्फ लें. हम उनकी सफलता की गारंटी नहीं दे सकते. पर हम चाहेंगे कि वह खेल का लुत्फ लें.'
सचिन को शतक जड़ते देखना चाहते हैं कैरेबियाई कप्तान
टेस्ट मैच के पांचों दिन तमाम कैमरे और करोड़ों नजरें सचिन पर रहेंगी. कोलकाता टेस्ट में गलत आउट दिए जाने की वजह से सचिन 10 रन ही बना सके थे. कैरेबियाई टीम भी चाहती है कि सचिन वानखेड़े में बेहतरीन पारी खेलें. वेस्टइंडीज टीम के कप्तान डैरेन सैमी ने कहा है कि सचिन को जो सम्मान और प्यार मिल रहा है, वह उसके हकदार हैं. सैमी ने भी कहा कि वह चाहेंगे कि सचिन अपने आखिरी टेस्ट में सैकड़ा जड़ें.
उन्होंने कहा, 'हम चाहेंगे कि सचिन इस महान पल को खास बनाएं. वह शतक लगाएं, लेकिन साथ ही मैं यह भी चाहूंगा कि हमारे सबसे सीनियर बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल अपना 150वां टेस्ट खेलते हुए कम से कम 150 रन जरूर बनाएं.'
दिखेगी सचिन के 51 शतकों की झलक
मैच से पहले सचिन ने बुधवार को अपने बेटे अर्जुन के साथ भी अभ्यास किया. जाहिर है, अर्जुन भी चाहते हैं कि उनके पिता अपने अंतिम टेस्ट मैच को यागदार बनाएं.
एमसीए ने भी वानखेड़े स्टेडियम में सचिन के सभी 51 टेस्ट शतकों का पोस्टर लगाया है. स्टेडियम के बाहरी हिस्से में सचिन को वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, अनिल कुंबले और उनके साथ खेल चुके दूसरे दिग्गज खिलाड़ियों के साथ पोस्टर के जरिये दिखाया गया है. |
VIRAL TEST: क्या अमूल की आइसक्रीम में सूअर की चर्बी मिली होती है? | अगर ये सवाल पूछा जाए कि चिलचिलाती गर्मी में सबसे ज्यादा सूकून देने वाली चीज कौन सी है तो बहुत से लोगों का जवाब शायद एक ही होगा- आइसक्रीम.
लेकिन अगर कोई कह दे कि आपकी आइसक्रीम में सूअर की चर्बी मिली है तो उसके बाद क्या आप अपनी पसंदीदा चीज खा पाएंगे? शाकाहारी लोगों की बात तो छोड़िए, इसके बाद ज्यादातर लोग आइसक्रीम खाने से पहले सौ बार सोचेंगे.
इसी जुड़ा जब एक मैसेज वायरल होने लगा, जिसमें आइसक्रीम में सूअर की चर्बी होने की बात कही जा रही है तो हमने इसका वायरल टेस्ट करने का फैसला किया. आगे की बात जानने से पहले
इस फोटो को ध्यान से देखिए
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इस मैसेज के मुताबिक दावा किया जा रहा है कि अमूल की पिस्ता मलाई वाली इस कुल्फी में सूअर की चर्बी मिली है. आइसक्रीम के पैकट पर गोला लगाकर E- 407 और E-412 नाम के दो पदार्थों में सूअर की चर्बी होने का दावा किया जा रहा है. अमूल के पैकेट पर छपी जानकारी के मुताबिक ये दोनों चीजें स्टेबलाईज़र्स के तौर पर इस्तेमाल की गयी हैं. अगर आप गूगल पर अमूल ही नहीं, किसी भी आईसक्रीम के पैकेट का फोटो निकाल कर देखें तो पता चलेगा कि स्टेबलाईज़र्स का इस्तेमाल लगभग हर आइसक्रीम में किया जाता है.
स्टेबलाईज़र्स क्या होते हैं और इनका इस्तेमाल क्यों किया जाता है ये जानने के लिए हमने गुजरात के आनंद में अमूल के फैक्ट्री के क्लालिटी कंट्रोल विभाग से संपर्क किया. वहां से पता चला कि स्टेबलाईज़र्स का मतलब होता है वो पदार्थ जो आइसक्रीम में आइस के क्रिस्टल बनने से रोकते हैं, उसे मुलायम बनाते हैं और ठंडक कम होने पर उसे तेजी से पिघलने से रोकते हैं. लेकिन असली चुनौती इस बात की सच्चाई का पता लगाना था कि क्या E-407 और E-412 नाम के पदार्थों में वाकई सूअर की चर्बी मिली है?
इसका पता लगाने के लिए हमने भारत सरकार के संस्थान FSSAI यानी भारतीय खाघ संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण में संपर्क किया. भारत में इस्तेमाल होने वाली खाने-पीने की सभी चीजों के गुणवत्ता की जांच का काम FSSAI ही करता है. FSSAI के एडवाइजर सुनील बख्शी ने हमें बताया कि खाने पीने की चीजों में E का मतलब होता है कि इन पदार्थों को यूरोपियन इकोनॉमिक कम्युनिटी (EEC) ने खाने पीने की चीजों में मिलाने की अनुमति दी हुई है.
ऐसे पदार्थों की पूरी एक लिस्ट है. हर नंबर से ये साफ होता है कि वो क्या पदार्थ है. बख्शी ने बताया कि E-407 कैराजीनन होता है जो समुद्र में उगने वाले लाल एलगी (शैवाल) से बनता है. इसका सबसे ज्यादा उत्पादन फिलीपींस में होता है.
इसी तरह E-412 का मतलब है ग्वार गम जो एक फली से निकला है और दाल जैसे ग्वार गम के बीज को पीस कर उसका पाउडर बनाया जाता है. इसका बहुत बड़ी मात्रा में उत्पादन भारत में भी होता और यहां से कई देशों को निर्यात भी किया जाता है. सुनील बख्शी ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि ये दोनों चीजें पौधों से निकलती हैं इसलिए पूरी तरह शाकाहारी हैं. उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में आइसक्रीम बनाने में इसका खूब इस्तेमाल होता है.
हमने अमूल के एम डी आर एस सोढ़ी से भी पूछा कि क्या अमूल के आइसक्रीम में मांसहारी पदार्थ होने की बात में कोई सच्चाई है ? सोढ़ी ने बताया कि अमूल के हर खाने की चीज में सिर्फ और सिर्फ शाकाहारी पदार्थों का ही इस्तेमाल होता है. जिन पदार्थों के बारे में झूठी अफवाह फैलाई जा रही है वो भी प्लांट प्रोडक्ट हैं इसलिए पूरी तरह शाकाहारी हैं.
स्वीडन की एक वेबसाइट
halalcertifiering.se
न सिर्फ सभी खाने पीने की चीजों में मिलाए जाने वाले ऐडटिव्स के बारे में विस्तार से जानकारी देती है बल्कि इस बात को भी साफ करती है कि ये चीजें इस्लाम धर्म के हिसाब से खाने योग्य हैं या नहीं. इस वेबसाइट पर जाकर भी जब हमने चेक किया यही पाया कि E-407 और E-412 न सिर्फ शाकाहारी पदार्थों की लिस्ट में हैं बल्कि साफ लिखा है कि ये इस्लाम के हिसाब से भी हलाल हैं.
मतलब साफ है कि हमारे वायरल टेस्ट में अमूल आइसक्रीम में सूअर के चर्बी मिली होने की बात पूरी तरह गलत साबित हुई.
(अगर आपके पास भी कोई ऐसी फोटो, वीडियो या खबर है जो हैरान करने वाला लगे या जिसकी सच्चाई पर संदेह हो तो हमें इस ईमेल पर भेजें - [email protected]) |
दिल्ली के बाड़ा हिंदू राव इलाके में चार मंजिला इमारत गिरी, 2 की मौत | पुरानी दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव इलाके में एक चार मंजिला इमारत गिर गई, जिससे 2 व्यक्तियों की मौत हो गई. हादसे में कुछ लोगों के घायल होने की खबर है.
यह इमारत जर्जर हालत में थी. तीन घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है. खबरों के मुताबिक मलबे में कई और लोगों के फंसे होने की आशंका है.
बाडा़ हिंदूराव इलाके में सुबह साढ़े सात बजे अचानक चार मंजिला इमारत गिर गई. आसपास के लोगों को जैसे ही इसकी भनक लगी, आनन-फानन में सभी मदद के लिए मलबे में तब्दील हो गई इमारत के पास पहुंच गए.
एक शख्स, जो इमारत में रहने वाले नकी साहब और उनके परिवार को जानता था, उन्हें आवाज लगाना शुरू किया. जैसे ही पता चला कि आवाज मलबे के एक हिस्से से आ रही है, सबसे पहले नकी साहब के बेटे सलमान को निकाला गया. लेकिन तब तक सलमान की मौत हो चुकी थी.
सलमान के भाई बंटी को गंभीर हालत में निकाला गया. उसका इलाज चल रहा है. नकी साहब को भी तीन घंटों के बाद निकाल लिया गया. इस दौरान मौके पर पुलिस, फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन से ज्यादा गाडियां और डिजास्टर मैनेजमेंट टीम मौके पर पहुंच चुकी थी.
अब मलबा हटाने का काम जारी है. बताया जाता है कि ये बिल्डिंग चार साल पहले बनी थी. इलाका काफी संकरा है. लिहाजा प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में दिक्कतों का सामना करना पडा़. लोगों का कहना है कि हो सकता है कि नकी साहब के अलावा कोई राहगीर भी दबा हो.
नकी साहब का सदर बाजार में आर्टिफिशियल जूलरी का काम है. जब यह वाकया हुआ, तब उनका तीसरा बेटा घर पर मौजूद नहीं था. |
राजनाथ सिंह बोले- बायो टेररिज्म आने वाले समय में बड़ा खतरा, रहें तैयार | दिल्ली में SCO मिलिट्री मेडिसन कॉन्फ्रेंस का आयोजन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया संबोधित
बायो टेररिज्म को बताया बड़ा खतरा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) मिलिट्री मेडिसन कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया. इस दौरान रक्षा मंत्री ने बताया कि भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए भारत और भारत की सेना पूरी तरह से तैयार है राजनाथ सिंह ने कहा कि आने वाले समय में बायो टेररिज्म एक बड़ा खतरा है, ऐसे में समय की मांग है कि सेना-मेडिकल सर्विस इन हमलों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें.
राजधानी दिल्ली में हो रही इस कॉन्फ्रेंस में कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए. सेना से जुड़ी मेडिकल शोध के बारे में इस कॉन्फ्रेंस में मंथन हो रहा है. इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि आज दुनिया में कई देश एक साथ सैन्य अभ्यास कर रहे हैं, ताकि आतंकवाद के खिलाफ लड़ा जा सके और क्षेत्रीय शांति हो स्थापित हो सके.
Defence Min Rajnath Singh at Military Medicine Conference,Delhi:Want to underline the importance of building capabilities to deal with the menace of Bio-terrorism.Bio-terror is a real threat today.Armed forces&its medical services need to be at the forefront to combat this menace
pic.twitter.com/zaLevEz6gy
— ANI (@ANI)
September 12, 2019
उन्होंने कहा कि SCO के इस कॉन्फ्रेंस में वो देश शामिल हैं, जो दुनिया में बड़ा असर रखते हैं. भारत के डिफेंस स्टाफ के द्वारा इस मामले में आगे बढ़कर अगुवाई करने के लिए वह भी धन्यवाद के पात्र हैं. राजनाथ सिंह ने कहा कि आज सिर्फ हथियारों के जरिए नहीं बल्कि टेक्नॉलोजी के जरिए भी लड़ाई लड़ी जा रही है. ऐसे में ये जरूरी है कि सेनाओं की मेडिकल टीम इसके लिए तैयार रहे.
किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि न्यूक्लियर, केमिकल और बॉयोलॉजिकल के क्षेत्रों में माहौल बिगड़ता जा रहा है. और ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए हर सेना को तैयार होना चाहिए. इस तरह के खतरों को अब पहचाना जा चुका है और वैज्ञानिक तरीकों से इसपर शोध भी जारी है.
गौरतलब है कि बायो टेररिज्म के जरिए अक्सर बैक्टीरिया, नई तकनीक के जरिए हमला किया जाता है. जो हथियारों से और भी ज्यादा खतरनाक होता है. |
आज गब्बर है कोटला का 'बर्थडे ब्वॉय', 4 साल पहले डेब्यू में किया था धमाल | आज टीम इंडिया के 'गब्बर' शिखर धवन कोटला के लिए 'खास' हैं. घरेलू मैदान पर उनके फैंस 'कुछ तूफानी' के इंतजार में हैं. आखिर आज उनका बर्थडे जो ठहरा. विराट ब्रिगेड का यह धुरंधर 5 दिसंबर को 32 साल का हो गया. दिल्ली टेस्ट के चौथे दिन जैसे ही श्रीलंका की आखिरी जोड़ी टूटेगी, धवन और मुरली विजय की सलामी जोड़ी भारत की दूसरी पारी की शुरुआत करने उतरेगी.
शिखर धवन हैं तीन बच्चों के पिता, बड़ी बेटी की उम्र है 16 साल
दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले शिखर धवन के लिए अपने बल्ले का मुंह खोलने का यह बेहतर मौका है. बहन की शादी की वजह से नागपुर टेस्ट से बाहर रहे धवन कोलकाता में मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शतक से चूक (94 रन) से गए थे. और अब उनके लिए दिल्ली टेस्ट में जोरदार वापसी का शानदार चांस है. यहां पहली पारी में वह 23 रन बनाकर लौट गए थे.
चार साल पहले मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धवन के बल्ले का कमाल पूरी दुनिया ने देखा था. उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए न सिर्फ 85 गेंदों पर शतक ठोका, बल्कि टेस्ट डेब्यू में सबसे तेज शतक बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना डाला. उस मैच में धवन ने पहली पारी में 174 गेंदों में 187 रनों की धुआंधार पारी खेली थी.
टॉप-3: डेब्यू टेस्ट में सबसे तेज शतक
1. 85 गेंद- शिखर धवन (भारत), विरुद्ध ऑस्ट्रेलिया, मोहाली 2013
2. 93 गेंद- ड्वेन स्मिथ (वेस्टइंडीज), विरुद्ध द. अफ्रीका, केपटाउन 2004
3. 105 गेंद- मैट प्रायर (इंग्लैंड), विरुद्ध वेस्टइंडीज, लॉर्ड्स 2007
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December 5, 2017
शिखर धवन 2004 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे. लेकिन उन्हें टेस्ट टीम में मौका मिलन में 9 साल लग गए. दरअसल, शीर्ष क्रम में वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे स्थापित बल्लेबाजों के रहते टीम इंडिया में एंट्री बहुत मुश्किल थी.
हालांकि डेब्यू के बाद द. अफ्रीका दौरै में उनका कोई उल्लेखनीय प्रदर्शन नहीं रहा, लेकिन उसके बाद फरवरी 2014 में न्यूजीलैंड दौरे में धवन ने 115 और 98 रनों की शानदार टेस्ट पारियां खेलीं. इसके बाद एकबार फिर उनका बल्ला उनसे रूठ गया.
लेकिन, धवन 2015 के वनडे वर्ल्ड कप में 51.50 की औसत से 412 रन बनाने में सफल रहे. उसी साल वह विदेशी धरती (फातुल्लाह और गॉल) पर लगातार पारियों में शतक (173 ओर 134) जमाने वाले तीसरे भारतीय ओपनर बने. |
दुनिया का एकमात्र यहूदी देश इजरायल, भारत जैसा है पूरा इतिहास | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इजरायल दौरा मंगलवार से शुरू हो रहा है, इजरायल भारत के लिए काफी अहमियत वाला देश है. पहली बार कोई भारतीय पीएम इजरायल जा रहा है, इसलिए दोनों देशों में इस दौरे के लिए काफी उत्साह है. इजरायल का इतिहास भी भारत से ही मिलता-जुलता है, पढ़ें आखिर क्या है इसका इतिहास...
दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में से एक इजराइल. विश्वभर में यहूदी धर्म को मानने वाला एकमात्र देश इजराइल. इस देश का इतिहास भारत से काफी मिलता-जुलता है. भारत की तरह आजादी के बाद फिलिस्तीन भी तीन भागों में बंटा. जिसमें एक हिस्सा यहूदियों को इजराइल के रुप में मिला और बाकी दो हिस्सा अरबों को मिला. आज हम आपको फिलिस्तीन से अलग होकर बने इस नए देश इजरायल के जन्म की कहानी बताने वाले हैं.
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शुरुआत फिलिस्तीन से करते हैं. फिलिस्तीन उस्मान साम्राज्य का हिस्सा था. 1878 में उस्मान साम्राज्य में 87% मुस्लिम, 10% इसाई और 3% यहूदी लोग थे. 1900 ई. में पहली बार इजरायल की स्थापना की मांग उठी जिसे सीयनीज्म आंदोलन का नाम दिया गया. दूसरे विश्व युद्ध के बाद उस्मान साम्राज्य का पतन हो गया और ब्रिटेन फिलिस्तीन पर राज करने लगा. अंग्रेजों ने बेलफोर्स घोषणा कर के यहूदियों के लिए अलग देश की मांग का समर्थन किया. इसके पीछे उनकी "फूट डालो और शासन करो" की नीति थी.
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इसके बाद अंग्रेजों ने यहूदियों के अप्रवासन की सहमती दे दी. इससे बड़ी संख्या में यहूदी फिलिस्तीन का रुख करने लगे. ये लोग फिलिस्तीन आकर जमीन को कब्जा कर खेती करने लगे. यहूदियों की बढ़ती संख्या और पहले से रह रहे अरब लोगों में इसके कारण हिंसा होने लगी. इसे देखते हुए 1930 में अंग्रेजों ने अप्रवासन को सीमित करने का फैसला लिया. लेकिन इससे मामला और बिगड़ गया.
अप्रवासन सीमित करने के विरोध में यहूदी लड़ाकों का गठन होने लगा. वे लोग अरब के लोगों और ब्रिटिश राज को खत्म करने की कोशिश करने लगे. एक तरफ फिलिस्तीन में 1978 तक यहूदियों की संख्या महज 3% था. जो कि बढ़कर 1938 में 30% तक जा पहुंचा था.
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इसके बाद भी गैर कानूनी तौर पर यहूदी फिलिस्तीन आते रहे. जिससे हिंसा में और ज्यादा बढ़ोतरी होने लगी. वे लोग ब्रिटिश राज के जुड़े संस्थानों पर हमला करने लगे. दूसरे विश्व युद्ध के खत्म होने के बाद भी जुलाई 1946 तक लागातर 6 सालों के युद्ध से ब्रिटेन कमजोर हो चला था. इसके बाद भी यहूदियों के अप्रवासन का सिलसिला जारी रहा.
बढ़ती हिंसा को रोक पाने में नाकाम हो रही ब्रिटिश राज ने यूएन से इस मसले का हल निकालने को कहा. इसके बाद नवंबर 1947 में यूएन ने फिलिस्तीन को तीन हिस्सों में बांटने का फैसला लिया. पहला हिस्सा यहूदियों को, दूसरा अरब को तीसरा येरुशलम.14 मई 1948 में अंग्रेजी राज खत्म हो गया और इजरायल ने खुद को एक आजाद देश घोषित कर दिया था.
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रजत गुप्ता भेदिया कारोबार के आरोपों में दोषी | वॉल स्ट्रीट में सबसे सफल भारतीय अमेरिकियों में से एक रजत गुप्ता को अमेरिका के सबसे बड़े भेदिया कारोबारी मामले में गैलियन हेज फंड के संस्थापक राज राजारत्नम को गोपनीय सूचना पहुंचाने का शुक्रवार को दोषी करार दिया गया.
तीन सप्ताह तक चली सुनवाई के बाद अमेरिका की एक अदालत ने गोल्डमैन साक्स के पूर्व निदेशक 63 वर्षीय गुप्ता को अपने पूर्व मित्र राजारत्नम को गोपनीय सूचना उपलब्ध कराने का दोषी पाया गया. राजारत्नम को पहले ही भेदिया कारोबार का दोषी करार दिया जा चुका है और वह 11 वर्ष की कारावास की सजा काट रहे हैं.
मैनहटन में एक अदालत में गुप्ता पर छह में से चार आरोप सही पाए गए. अदालत 18 अक्तूबर को गुप्ता को सजा सुनाएगी.
ज्यूरी के एक सदस्य ने मीडिया से कहा कि यह उनके लिये कठिन फैसला है लेकिन उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं.
अभियोजकों ने गुप्ता पर आरोप लगाया था कि उन्होंने गोल्डमैन साक्स के बोर्ड में रहते हुए और मैकिंजे एंड कंपनी का नेतृत्व करते हुए हेज फंड मैनेजर राजारत्नम को गोपनीय सूचना उपलब्ध कराई. गुप्ता के खिलाफ 21 मई को मुकदमा शुरू हुआ जो तीन सप्ताह तक चला.
प्रतिभूति संबंधी धोखाधड़ी के लिए अधिकतम 20 साल की कारावास की सजा का प्रावधान है, जबकि षडयंत्र रचने के लिए अधिकतम पांच साल की कारावास की सजा का प्रावधान है. सजा सुनाए जाने तक गुप्ता जमानत पर स्वतंत्र रहेंगे.
गुप्ता को प्रतिभूति धोखाधड़ी के तीन आरोपों और गोल्डमैन व प्राक्टर एंड गैंबल के बोर्ड की गोपनीय सूचना बाहर करने के लिए षडयंत्र के एक आरोप में दोषी पाया गया है. हेज फंड को सूचना पहुंचाकर उन्होंने लाखों डालर की कमाई की. गुप्ता को वारेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे द्वारा 5 अरब डालर के निवेश की सूचना बाहर करने और 24 अक्तूबर, 2008 को गोल्डमैन के शेयर के बारे में सूचना देने का दोषी पाया गया.
जूरी ने जब गुप्ता के खिलाफ फैसला सुनाया तो अदालत में मौजूद उनकी पत्नी और चार बेटियां रो पड़ीं. जूरी के अदालत का कमरा छोड़ने के साथ गुप्ता ने अपने परिजनों को गले लगाया. |
NIA कॉन्स्टेबल ने चोरी किए 1.5 करोड़ रुपये के नकली नोट, हुआ गिरफ्तार | नकली नोट चुराने के आरोप में कॉन्स्टेबल गिरफ्तार
1.5 करोड़ रुपयों के नकली नोटों की हुई चोरी
NIA के मालखाने से चोरी हुए नकली नोट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के कॉन्स्टेबल को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों के मुताबिक एनआईए कॉन्स्टेबल को 1.5 करोड़ रुपये के नकली नोटों की चोरी की, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है. हाल ही में इन नकली नोटों को हरियाणा के गुरुग्राम से छापेमारी के बाद बरामद किया गया था. जो कि एनआईए कार्यालय में स्ट्रॉन्ग रूम(मालखाने) में रखे गए थे.
NIA जैसी संस्था में चोरी होना संस्था पर सवालिया निशान खड़ा करती है. सूत्रों के मुताबिक चोरी करने वाले शख्स ने ऐसी जगह से पैसा निकाला जहां कोई चोरी की सोच भी नहीं सकता है. बताया जा रहा है कि एक आरोपी ने अपनी गर्लफ्रैंड के घर में डेढ़ करोड़ के नकली नोट को छिपा रखा था. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस पैसे को बरामद कर लिया है.
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मामले की छानबीन के लिए केस दर्ज किया, फिर पैसा बरामद करते हुए सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की. सभी आरोपी अभी जेल में हैं. उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. नकली नोटों से ही जुड़ा हुआ एक और हाईप्रोफाइल केस इस मामले से जुड़ा हुआ है.
NIA टेरर फंडिंग रिश्वत मामले में अपने ही अधिकारियों पर नजर रख रही है. इस मामले की रिपोर्ट पूरी तरह से तैयार कर ली गई है. सूत्रों के मुताबिक 29 मई को 1 करोड़ 50 लाख रुपये नकली करेंसी मिलने के मामले जांच कर रही है.
सूत्रों के मुताबिक NIA के एक ड्राइवर ने नकली करेंसी रखने के एक आरोपी से 10 लाख रुपये रिश्वत के तौर पर मांगे थे. जब वरिष्ठ अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली तो ड्राइवर का तबादला हरियाणा पुलिस में कर दिया गया. जहां ड्राइवर पिछले कुछ वर्षों से NIA के दफ्तर में काम कर रहा था. NIA के डीजी वाईसी मोदी को गृह सचिव ने तलब किया था और सभी घटनाक्रम की जानकारी भी ली थी. |
इराक: बम हमले में 20 लोगों की मौत | इराक की राजधानी बगदाद में दो अलग-अलग कार बम हमलों में 20 लोगों की जान चली गई और 52 अन्य लोग घायल हो गए. दक्षिण बगदाद में मंगलवार को दो कार बमों में विस्फोट कर हमले को अंजाम दिया गया.
इराक पुलिस के एक सूत्र ने बताया
कि बगदाद इलाके में खड़े कार बम में विस्फोट हो गया. इसमें 18 लोगों की मौत हो गई. इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. हमले में 43 लोग घायल भी हुए हैं.
दूसरा कार बम विस्फोट दक्षिण
बगदाद में ही जाफरनिया इलाके में एक गैस स्टेशन के पास हुआ. इसमें दो लोगों की मौत हो गई और नौ लोग घायल हुए हैं. आसपास की इमारतों तथा दुकानों को क्षति पहुंची है. |
फरीदाबादः कोहरे ने ली एथलीट की जान | फरीदाबाद में कोहरा और तेज रफ्तार ने ले ली एक एथलीट की जान. हादसा उस वक्त हुआ जब खिलाड़ी स्टेडियम से प्रैक्टिस करके बाइक से अपने घर की तरफ लौट रहा था. इस घटना की खबर मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया और पुलिस ने आरोपी ड्राइवर और क्लीनर को गिरफ्तार कर लिया हैं.
फरीदाबाद की बसेलवा कॉलोनी का रहने वाला 16 साल का साबिर एथलीट था. गुरुवार की सुबह वो प्रैक्टिस करने के लिए घर से अपनी बाइक पर स्टेडियम गया था. जब वह लौट रहा था तो एक ट्रक ने उसे जोरदार टक्कर मारी, जिससे उसकी मौत हो गई. साबिर की मौत से गुस्साए लोगों ने सड़क पर उसकी डेड बॉडी रखकर प्रदर्शन किया. लोगों का आरोप है कि पुलिस कि लापरवाही के चलते साबिर कि मौत हुई है. उनका आरोप है कि जब पुलिस आरोपियों को ले जा रही थी तब उनकी जिप्सी ने पीड़ित पक्ष के एक युवक को भी घसीटा.
मृतक साबिर के दोस्त जितेंद्र ने बताया, ‘पुलिस ने हमारे साथी को भी जिप्सी से घसीटा जो आरोपियों के साथ जाने कि कोशिश कर रहा था.’
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर जा पहुंचे और डम्पर के ड्राइवर और क्लीनर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक सुबह के वक्त छाया कोहरा और तेज रफ्तार इस हादसे की वजह है. |
‘दिलवाले’ बना रहे अनोखा रिकॉर्ड, किया 800वां निशुल्क ऑपरेशन | डॉक्टरों के एक समूह ने मिसाल कायम कर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाने में सफलता पाई है. डॉक्टरों का यह समूह जरूरतमंदों को डॉक्टरी सेवाएं निशुल्क उपलब्ध करा रहा है. इस कड़ी में इन डाक्टरों ने एक लड़की का 800वें मरीज के रूप में सफल ऑपरेशन करने में कामयाबी हासिल की है.
यह समूह उन दीन-हीन लोगों के लिए जीवनदायक साबित हो रहा है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं. जिनके लिए महंगी डॉक्टरी सेवाएं लेना बूते से बाहर है. आगरा विकास मंच के सामाजिक कार्यकर्ता अशोक जैन ने बातचीत में बताया कि हम लोग मानते हैं कि बोलने से अधिक कर्म की महत्ता है. एक खुशहाल दिल जिंदगी बनाता है.
जैन ने बताया कि आगरा विकास मंच की स्थापना वर्ष 2004 में गरीब व जरूरतमंदों को निशुल्क चिकित्सा सुविधाएं देने के उद्देश्य से की गई. चाहे वो किसी धर्म, जाति व वर्ग से संबंध रखता हो.
असंख्य लोग हृदय व उससे संबंधित बीमारियों के चलते असमय मौत का शिकार हो जाते हैं. कुछ मरीज समस्या का पता चलने पर आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते इलाज बीच में छोड़ देते हैं. उन्होंने कहा कि आगरा विकास मंच हृदय संबंधी रोगों से जूझ रहे ऐसे ही अभावग्रस्त लोगों की मदद करने के लिए है.
यह मिशन चलाने का आइडिया 26 जुलाई, 2005 को हृदय विशेषज्ञ डॉक्टरों के सेमिनार में आया. सेमिनार में शहर के सभी हृदय विशेषज्ञ डॉक्टर पहुंचे थे. उस समय दिल्ली के मैक्स हार्ट सेंटर के परवीन चंद्रा ने लोगों को संबोधित किया.
इसके बाद से ही आगरा विकास मंच ने हृदय संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूक करने, उनके लक्षण व उपचार संबंधी तरीके बताने की मुहिम चलाई. शहर में जांच शिविर लगाए, उन मरीजों की सूची बनाई गई जिन्हें सर्जरी की आवश्यकता थी.
इसके बाद जांच शिविर लगाए जाने की खबरें धीरे-धीरे आगे बढ़ी. इसके चलते आसपास के राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व राजस्थान से भी मरीज शिविर में आने लगे. 2005 में दिल के मरीजों की सर्जरी दिल्ली के मैक्स हार्ट सेंटर, साकेत में डॉक्टर परवीन चंद्रा, आईएस विरधी, केएस डागर व वीरेश महाजन ने की.
इस कड़ी में आगरा निवासियों ने दिल खोलकर सहयोग किया. देखते-देखते अन्य अस्पताल जिसमें मेदांता, एस्कार्ट हार्ट इंस्टीट्यूट व पुष्पांजलि क्रासले अस्पताल भी मदद को आगे आ गए. एम्स के डॉक्टरों ने भी इस मिशन में मंच का सहयोग किया.
आगरा विकास मंच परामर्श, पूर्व जांच, दवाएं व ईसीजी जैसी सेवाएं भी निशुल्क दे रहा है. इसके अलावा मरीजों को आगरा से दिल्ली वापस एंबुलेंस में भी भेजता है. आगरा विकास मंच का ऑफिस ‘10, जयपुर हाउस, आगरा’ में है. कोई व्यक्ति चाहे तो इनकी वेबसाइट
www.agravikasmanch.org
पर जाकर डोनेशन भी दे सकता है और यहां किए दान पर टैक्स छूट भी मिलती है. |
राजकोट टेस्ट में कोहली फील्डिंग और गेंदबाजी से निराश, इंग्लैंड ने दिखाया दम | न्यूजीलैंड का क्लीन स्वीप करने के बाद टीम इंडिया से उम्मीदें काफी बढ़ गई थीं. इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट टेस्ट मैच में 'विराट टीम' से बेहतरीन खेल की उम्मीद थी. हालांकि भारतीय टीम का प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा. राजकोट टेस्ट मैच में इंग्लैंड की तरफ से चार शतक लगे और टीम इंडिया की तरफ से सिर्फ दो. इतना ही नहीं गेंदबाजी में इंग्लैंड का ही पलड़ा भारी रहा. इस टेस्ट मैच में आदिल रशिद ने सबसे ज्यादा सात विकेट झटके, तो जफर अंसारी और मोईन अली ने तीन-तीन विकेट लिए. वहीं टीम इंडिया की स्पिन तिगड़ी ने जडेजा,अश्विन, मिश्रा ने तीन-तीन विकेट झटकने में कामयाब रही. इस मुकाबले में टीम इंडिया ने जगह लापरवाही भी बरती नहीं तो परिणाम कुछ ओर भी हो सकता था.
भारत के मुकाबले इंग्लैंड ने बेहतरीन खेल दिखाया
इस टेस्ट मैच में दोनों ही टीमों की पर्फोमेंस को देखा जाए, तो इस बात में कोई दो राय नहीं है कि इंग्लैंड टीम ने खेल के हर विभाग में बेहतरीन प्रदर्शन किया. सीरीज में अब चार टेस्ट मैच बचे हैं. टीम इंडिया पर पिछली हार का बदला लेने का दबाव भी है. ऐसे में विराट टीम को अपने प्रदर्शन के स्तर को ऊंचा उठाना होगा. तभी इंग्लैंड पर जीत हासिल की जा सकती है.
ओपिंग जोड़ी को बनानी होगी एक बड़ी साझेदारी
गौतम गंभीर और मुरली विजय की सलामी जोड़ी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. पहली पारी में इस जोड़ी ने सिर्फ 68 रन जोड़े. तो दूसरी पारी में ये जोड़ी एक भी रन नहीं जोड़ सकी. हालांकि विजय पहली पारी में सिर्फ 126 रन की शतकीय पारी खेली. लेकिन गौतम के प्रदर्शन में गंभीरता नजर नहीं दिखी. इस टेस्ट की दो पारियों में गंभीर ने 23 और 0 का स्कोर किया. किसी भी मुकाबले को जीतने के लिए ओपनिंग जोड़ी का अच्छा प्रदर्शन कर बेहद जरूरी है. इसके अलावा भारतीय टीम की फील्डिंग भी सवालों में रही. कई कैच छोड़े गए. जिसका खामियाजा भी भारतीय टीम को उठाना पड़ा.
मि़डिल ऑर्डर भी लड़खड़ाया
पहली पारी में मुरली विजय का शतक, विराट कोहली की 40 रनों की पारी और आर अश्विन के बेहतरीन 70 रनों की बदौलत टीम इंडिया ने एक बड़ा स्कोर तो जरूर खड़ा किया. लेकिन दूसरी पारी में टीम इंडिया की बल्लेबाजी पूरी तरह से सवालों में रही. कप्तान विराट कोहली को छोड़ कोई भी बल्लेबाज इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सका. अजिंक्य रहाणे का फॉर्म टीम इंडिया के थिंक टैंक के माथे पर चिंता की लकीरें जरूर खींच रहा है.
भारतीय गेंदबाजों को अपने प्रदर्शन में सुधार लाना होगा
राकोट की विकेट स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार थी और अश्विन एंड कंपनी से फिर से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद थी. लेकिन टीम इंडिया के स्पिनर्स को कुछ नहीं कर पाए. लेकिन इंग्लैंड के युवा स्पिनर्स ने भारतीय बल्लेबाजों के होश ठिकाने जरूर लगा दिए. इस टेस्ट मैच में इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाज आदिल रशीद ने सबसे ज्यादा सात विकेट झटके. जबकि बेहतरीन स्पिनरों में से एक आर अश्विन, रवींद्र जडेजा और अमित मिश्रा जैसे गेंदबाज एक-एक विकेट लेने के लिए झूझते रहे. बहरहाल पहला टेस्ट मैच तो ड्रॉ हो गया. लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया की ये रहा किसी भी लिहाज से आसान नहीं होने वाली है. कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुंबले को नए सिरे रणनीति पर विचार करने की जरूरत होगी. |
ट्विटर पर भी कायम है शाहरूख की ‘बादशाहत’ | बॉलीवुड के बेताज ‘बादशाह’ शाहरूख खान की बादशाहत माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर भी कायम है और वह फिल्मी सितारों की भारी भीड़भाड़ के बीच करीब चार लाख फालोवरों के साथ शीर्ष पर बने हुये हैं.
शाहरूख के अलावा फिल्मी सितारों में अभिनेता रितिक रोशन, अभिषेक बच्चन, करन जौहर, रितेश देशमुख, अमिताभ बच्चन, शाहिद कपूर, आर माधवन, फरहान अख्तर, अभिनेत्री प्रीति जिंटा, समीरा रेड्डी, दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा, शिल्पा शेट्टी ट्विटर पर मौजूद हैं.
सितारों की इस भारी तादाद के बावजूद ‘किंग खान’ 391772 फालोवरों के साथ पहले नंबर पर हैं. यही नहीं करीब 9565 लोगों ने उन्हें लिस्टेड किया है. ‘बाजीगर’ की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कोई भी अभिनेता उनके आस पास भी नहीं टिकता है.
‘बाजीगर’ को जिस फिल्मी सितारे से कड़ी टक्कर मिल रही है वह हैं ‘विश्व सुंदरी’ प्रियंका चोपड़ा. प्रियंका 370190 फालोवरों के साथ दूसरे स्थान पर बनी हुई हैं. प्रियंका को 8342 लोगों ने लिस्टेड किया है.
अभिनेताओं में ‘एसआरके’ के सबसे नजदीक रितिक रोशन हैं. अपनी नवीनतम फिल्म ‘काइट’ में दमदार अभिनय को लेकर सुखिर्यां बटोर रहे रितिक 221470 फालोवरों के साथ तीसरे नंबर पर हैं. इस क्रम में जूनियर बच्चन चौथे नंबर पर हैं. अभिषेक बच्चन 217951 फालोवरों के साथ चौथे पायदान पर बने हुये हैं.
अभिषेक के बाद नंबर ‘डिंपल गर्ल’ प्रीति जिंटा का आता है. ट्विटर पर प्रिती के 210620 फालोवर हैं. अन्य फिल्मी सितारों में ‘युवा दिलों की धड़कन’ दीपिका पादुकोण के 195292, ‘बिग बॉस’ शिल्पा शेट्टी के 83065, ‘कालेज ब्वाय’ शाहिद कपूर के 195488 तथा फिल्म निर्माता करन जौहर के 206980 फालोवर हैं.
हालांकि किंग खान फालोवरों की सूची में शीर्ष पर कायम हैं फिर भी उन्हें सबसे बड़ा खतरा बालीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन से हो सकता है. बिग बी को ट्विटर से जुड़े अभी केवल छह दिन हुआ है लेकिन उनके फालोवरों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है.
इससे लगता है कि निकट भविष्य में वह शाहरूख की बादशाहत के लिये बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं. ट्विटर पर इस समय अमिताभ के 82,085 आठ फालोवर हैं. ‘शहशांह’ को करीब 1632 लोगों ने लिस्टेड किया है. |
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव: सत्ता किसी के बाप की नहीं है, जो हमें आने से रोक लेगा- हार्दिक पटेल | इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में दूसरे दिन के एक सत्र में गर्मा-गर्म बहस के बीच गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि सत्ता किसी के बाप की नहीं है जो हमें इसमें आने से कोई रोक लेगा.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के दूसरे दिन के एक प्रमुख सत्र 'द यंग तुर्क्स: द फ्यूचर ऑफ आइडेंटिटी पॉलिटिक्स' में सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता, हार्दिक पटेल, JNU के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, JNU की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद, BJYM के राष्ट्रीय मीडिया इंचार्ज रोहित चहल और लेखिका व स्तंभकार शुभ्रस्था के बीच जबर्दस्त, गर्मागर्म बहस हुई. चर्चा तो होनी थी पहचान की राजनीति पर, लेकिन बहस कन्हैया कुमार की पढ़ाई से लेकर हार्दिक पटेल के बहन की शादी तक पहुंच गई.
शुभ्रस्था ने कहा, सौ बात की एक बात है, ये एंटी सरकार गैंग हैं, इनके पास कुछ अपना करने का नहीं है. इसलिए ये सत्ता में नहीं आ सकते.' इस पर नाराज होते हुए हार्दिक पटेल ने कहा, 'सत्ता किसी के बाप की तो है नहीं जो हमें आने से रोक ले.' इस पर जब भाषा की गरिमा की बात कही गई तो उन्होंने कहा, 'गरिमा सिर्फ आपके लिए है आप कुछ भी मौज-मजा करें. हम करें तो सब चोरी, आप करें तो सब लीला.'
उन्होंने कहा, 'सत्ता में बीजेपी बैठी है. उन्होंने कहा कि हमारी भी अपेक्षा होती है कि सरकार हमारे लिए कुछ करे. हम इसके लिए लड़ते हैं. लेकिन यदि सरकार हमारे लिए कुछ नहीं करती. तो हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम
आंदोलन
करें.'
कन्हैया कुमार ने कहा कि आइडेंटिटी अलग- अलग जगह के हिसाब से बदलती रहती है. उन्होंने कहा कि आइडेंटिटी को अपराध तब बनाया जाता है, जब पिछड़ों के सरनेम सामने दिखते हैं. सबका साथ सबका विकास यदि करना है तो किसी
जाति
विशेष के पिछड़ेपन को दूर करना गलत नहीं. |
MP: कमलनाथ से अलग दिग्विजय की भविष्यवाणी, दिया सीटों का ये आकंड़ा | मध्य प्रदेश में मतदान के बाद कांग्रेस नेता जीते के दावे कर रहे हैं. रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 126 से 132 सीट जीत की भविष्यवाणी की. इससे पहले पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा था कि कांग्रेस 140 से ज्यादा सीटें जीतेगी.
मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं पिछले एक साल से पूरे प्रदेश में घूम रहा हूं. मतदान के बाद मैं विश्वास से कह सकता हूं कि कांग्रेस 126 से 132 सीटें जीतकर बहुमत के साथ सरकार बना रही है.
हालांकि, दिग्विजय सिंह की भविष्यवाणी उनके ही पार्टी के दूसरे सीनियर नेता कमलनाथ से कम है. मतदान खत्म होने के तुरंत बाद उन्होंने कुछ और ही आंकड़ा दिया था. कमलनाथ ने कहा था, 'मैंने पहले कहा था कि हम 140 से ज्यादा सीटें जीतेंगे, लेकिन वोटिंग प्रतिशत देखकर लग रहा है कि नतीजे और भी ज्यादा चौंकाने वाले रहेंगे.'
बता दें, इससे पहले दिग्विजय सिंह ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं चाहते हैं कि एमपी में शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान में वसुंधरा राजे सिंधिया और छत्तीसगढ़ में रमन सिंह जीते. ईवीएम पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि हमें इस पर भरोसा नहीं है, लेकिन मोदी खुद चाहते हैं कि यह तीनों नेता हारे तो
ईवीएम
में गड़बड़ी नहीं होगी, क्योंकि ईवीएम की चाबी मोदी के पास है.
बहरहाल, सभी को रिजल्ट का इंतजार है, लेकिन इससे पहले जमकर भविष्यवाणी की जा रही है. हालांकि, मध्य प्रदेश में काउंटिंग से पहले ईवीएम को लेकर गहमागहमी शुरू हो गई है.
मध्यप्रदेश चुनाव
का रिजल्ट 11 दिसंबर को आएगा. राज्य में कुल 230 सीटों पर वोटिंग हुई थी और सरकार बनाने के लिए 116 के जादुई आकंड़े की जरूरत होती है. ऐसे में भले ही दिग्विजय का आंकड़ा कमलनाथ से कम हो, लेकिन दोनों ही स्थिति में कांग्रेस की सरकार बनने की भविष्यवाणी की गई है. |
Exclusive: पाक की चालबाजियों का जवाब देंगे बीएसएफ के ये जांबाज़ कमांडो | ग्वालियर के टेकनपुर में कमांडो फैक्ट्री के नाम से जाना जाने वाला BSF की एकेडमी खास तरीके के उन कमांडोज को ट्रेंड करती है, जो पाकिस्तान की तरफ से होने वाली किसी भी चालबाजी को जवाब दे सकते हैं. यह कमांडो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान आर्मी की तमाम कोशिशों को ध्वस्त करने में सक्षम है. ये कमांडो पानी के रास्ते आने वाले आतंकवादियों को एम्फिबियन कमांडो के जरिए ढेर करेगी, तो चोर गली या फिर खतरनाक उबड़-खाबड़ रास्तों से घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों को स्नाइपर कमांडो के जरिए ढेर कर देगी.
बीएसएफ के ये जांबाज़ कमांडो, शार्प शूटिंग की ख़ास ट्रेनिंग के बाद नए तरीक़े से तैयार हो रहे हैं. ये सभी कमांडो LoC और इंटरनेशनल बॉर्डर पर पाकिस्तान की चालबाजियों पर नजर रखेंगे. आतंकवादियों को सीमा में घुसते ही ढेर कर देंगे. ये कमांडो बीएसएफ के टेकनपुर अकादमी में तैयार हो रहे हैं.
पाक के sniping और उनके BAT एक्शन से निपटने में पूरी तरह ये कमांडो सक्षम हैं. आतंक के घुसपैठ वाले नदी-नालों पर हाईटेक नज़र रखेंगे. ट्रेनिंग के बाद जम्मू-कश्मीर के सभी नदी और नालों पर ये BSF के खास एम्फिबियन कमांडो तैनात होंगे.
इस समय रिपोर्ट के मुताबिक 400 आतंकी पाकिस्तान के अलग-अलग लांचिंग कैंप पर मौजूद हैं. ये भारत में घुसने की फिराक में हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की बैट और स्नाइपर बड़े हमले करने की फिराक में हैं. इसके साथ आईईडी प्लांट का खतरा बढ़ रहा है. पाकिस्तान के गोए, स्कर्दू, मुजफ्फराबाद, गढ़ी हबीबुल्लाह, ठंडी कस्सी इलाके के लांचिंग पैड से घुसपैठ के पिछले 20 दिन में 18 इंटरसेप्ट पकड़े गये हैं. रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी कश्मीर घाटी में हजीन से लेकर बांदीपूरा तक 23 फरवरी से 26 फरवरी के बीच अटैक करने की फ़िराक़ में हैं. रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि कुपवाड़ा के कुंदर इलाके में भी आतंकी हमला कर सकते हैं. ये बड़े अटैक जैश के आतंकी प्लान कर रहे हैं. पिछले दिनों कश्मीर में सुरक्षाबलों पर कई हमले हुए हैं.
सूत्रों के मुताबिक स्नाइपर गन की और खरीद के लिए सुरक्षा एजेंसिया काम कर रही हैं. शूटिंग में ट्रेंड कमांडो का क्षमता और एक्यूरेसी का अंदाज़ा इसी लगाया जा सकता है कि ये जवान ‘एक गोली एक दुश्मन’ की तर्ज पर अपने दुश्मन पर वार करते हैं. जब यह कमांडो फायर करते हैं, तब आसपास ना तो दुश्मन टिकता है और ना ही दुश्मन को समर्थन देने वाले पाकिस्तान आर्मी और पाक रेंजर्स.
फायरिंग में महारथ हासिल
एक्स 95, इंसास रायफल, एलएमजी, बरेटा, स्नाइपर गन को जब ये फायर करते हैं तो इनके सामने कोई टिकता नहीं है. इन कमांडोज को सिर्फ हथियार चलाना ही नहीं सिखाया जाता है. पाकिस्तान के बॉर्डर एक्शन टीम के खतरे से निपटने के लिए जंगल वारफेयर और रिफ्लेक्स की ट्रेनिंग भी दी जा रही है. इस ट्रेनिंग में जिस तरह बैट सुबह-सुबह घात लगाकर हमले करते हैं उससे निपटने के ठीक वैसे ही गुर सिखाए जा रहे हैं.
रिफ्लेक्स एक्शन
सरहद पर कई जगह चट्टानें है तो कई जगह नदी और नाले. घुसपैठ करने के लिए ये रास्ता आतंकियों के लिए मुफ़ीद होता है. इसलिए रिवर क्रॉसिंग हो या फिर मगरमच्छ की तरह घात लगाकर अपने शिकार को पकड़ना, ये कमांडो खासकर तैयार किये गए हैं. इन कमांडो को एम्फिबियन कमांडो कहते हैं.
क्लोज बैटल और रूम इंटरवेंनशन की ट्रेनिंग
हाल के दिनों में श्रीनगर में हुए बीएसएफ कैंप के हमले के बाद रूम इंटरवेंशन और क्लोज बैटल कॉम्बैट की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि किसी भी हालत में आतंकियों को तबाह किया जा सके. इसमे स्पाइडर मैन की तरह कमांडो दीवार पर भी चढ़ सकता है. इसे चिमनी क्लाइंबिंग कहते हैं. बिना हाथ मैं कुछ बांधे ये कमांडो ऊपर चढ़कर पोजिशन लेते हैं. उसके बाद यह कमांडो शुरू करते हैं अपना खतरनाक ऑपरेशन. दरअसल ऑपरेशन ऑल आउट में इस समय ढाई सौ के आसपास आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने पिछले साल और इस साल अब तक मार गिराया है. वैसे में आतंकी भी अब बौखलाए हुए हैं. पर BSF के जांबाज कमांडो इन बौखलाए हुए आतंकियों को जहन्नुम भेजने की पूरी तैयारी कर चुके हैं. |
रणबीर को पड़ा कटरीना से ब्रेकअप महंगा, लगी 21 करोड़ की चपत | एक ब्रेकअप की कीमत भला 21 करोड़ रुपए भी हो सकती है! जी हां, आपको जानकार ताज्जुब होगा कि एक्ट्रेस कटरीना कैफ से अलग होने की कीमत बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर को 21 करोड़ रुपए बैठी.
कई सालों तक चली इन दोनों की प्रेम कहानी बड़े अजीब तरीके से कुछ दिन पहले खत्म हो गई. फैन्स को हैरानी इसलिए हुई क्यूंकि
ब्रेकअप से दो हफ्ते पहले ही ये दोनों अपने फ्लैट
की छत पर इंटिमेट किस करते हुए देखे गए थे.
कटरीना-रणबीर के रास्ते अलग-अलग
ब्रेकअप से बचने के लिए दोनों ने काफी कोशिशें भी कीं, लेकिन इनकी किस्मत में शायद एक दूजे का इतना ही साथ लिखा था. खैर जो भी हो, दोनों ने अपने अपने रास्ते जाने का फैसला ले लिया. शायद इसीलिए हर पब्लिक इवेंट के दौरान दोनों काफी शांत दिखे.
रणबीर को पड़ा ब्रेकअप महंगा
रणबीर कपूर को इस ब्रेकअप की एक भारी कीमत चुकानी पड़ी. यह बात तो सभी जानते हैं कि
कैट और रणबीर
एक ही फ्लैट में लिव-इन रिलेशन में साथ रहते थे.
ब्रेक-अप के बाद रणबीर
को वो फ्लैट छोड़कर जाना पड़ा. सिल्वर सैंड्स के जिस पेंटहाउस का किराया दोनों करीब 15 लाख रुपए देते थे, उसकी सिक्योरिटी रणबीर ने जमा की थी, जो कि 21 करोड़ रुपए थी. दोनों बड़े प्यार से अपने इस आशियाने में करीब एक साल तक रहे. अपनी फॉरेन ट्रिप से तरह-तरह की चीजें लाकर उन्होंने अपना यह पेंटहाउस सजाया था. लेकिन आखिर में सब बेकार गया.
पार्टी में कटरीना को नहीं मिला न्योता
ब्रेकअप के बाद
रणबीर
जनवरी के दूसरे हफ्ते में हिल रोड स्थित विल्सन अपार्टमेंट्स में अपने नए घर में शिफ्ट हो गए. बीते वीकेंड उन्होंने अपने नए घर में एक पार्टी भी दी, जिसमें बॉलीवुड की कई हस्तियां शामिल हुईं, लेकिन
कटरीना
को इसका न्योता नहीं भेजा गया. |
स्वामी जाएंगे सिब्बल के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में | जनता पार्टी के प्रमुख सुब्रम्ण्यन स्वामी ने आज कहा कि वह दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल के कैग रिपोर्ट पर दिये गये बयान को लेकर उनके खिलाफ अदालत की अवमानना का मामला चलाने के लिये उच्चतम न्यायालय जाएंगे. सिब्बल ने अपने बयान में कहा है कि कैग रिपोर्ट में 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन को लेकर 1. 76 लाख करोड़ रुपये के नुकसान की बात ‘भ्रामक’ है.
स्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि वह अगले एक..दो दिन में इस बाबत याचिका दायर करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘हम मंत्री के खिलाफ अवमानना का मामला चलाने के लिये याचिका दायर करने जा रहे हैं.’ |
जर्मनी में मनमोहन सिंह आज करेंगे कई करार | जर्मनी दौरे पर गए पीएम मनमोहन सिंह आज जर्मनी के साथ कई करार कर सकते हैं.
जर्मनी के साथ भारत का करार
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जर्मनी दौरे पर हैं. वह तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के तहत बुधवार को पांच केंद्रीय मंत्रियों वाली एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बर्लिन पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि आज वह जर्मनी के साथ कई करार करेंगे. वह शिक्षा के क्षेत्र में संयुक्त शोध के लिए 70 लाख यूरो के समझौते पर दस्तखत करेंगे.
पश्चिम बंगाल में आज भी हंगामे के आसार
ममता बनर्जी अस्पताल में भर्ती हैं. उनकी हालत स्थिर है. डॉक्टरों ने रात में एमआरआई और सीटी स्कैन किया. इस बीच प्रदेश में आज भी हंगामे के आसार हैं.
टी-20 लीग
टी-20 लीग में आज बेंगलौर की भिड़ंत कोलकाता से और पुणे की भिड़ंत राजस्थान से होगी.
नवरात्र का पहला दिन
आज से नवरात्र शुरू हो रहे हैं. देशभर में नवरात्र के पहले दिन से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है. सुबह से ही भक्त मंदिरों में पहुंचकर माता रानी की पूजा-अर्चना करते हैं. इस दौरान देशभर में देवी के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ कई गुना बढ़ जाती है.
संजय दत्त आज दायर कर सकते हैं पुनर्विचार याचिका
आज बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त के 1993 के मुंबई विस्फोटों में शामिल होने के मामले में पांच साल की कैद पूरी करने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सकते हैं. |
PAK के लिए सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज बने यूनिस खान | सदाबहार बल्लेबाज यूनिस खान पाकिस्तान की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने मंगलवार को अबुधाबी में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरूआती दिन 19वां रन बनाते ही यह रिकार्ड अपने नाम किया. यूनिस ने जावेद मियादाद का रिकार्ड तोड़ा जिन्होंने 124 टेस्ट मैचों में 8832 रन बनाए.
अपना 102वां
टेस्ट मैच
खेल रहे यूनिस ने मोइन अली की गेंद पर मिडविकेट पर छक्का जड़कर मियादाद के साथ इंजमाम उल हक को भी पीछे छोड़ा. इंजमाम ने अपने 119 टेस्ट मैचों के करियर में 8829 रन बनाए थे.
छक्का जड़कर बनाया रिकॉर्ड
मोहम्मद हफीज के 98 रन पर आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे
यूनिस
ने शुरू में सतर्कता बरती लेकिन उन्होंने खुद पर रिकार्ड तोड़ने का दबाव नहीं बनने दिया. मोइन की गेंद पर छक्का जड़ने के बाद उन्होंने अपना हेलमेट उतारकर दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया. मियादाद 20 अक्तूबर 1985 को जहीर अब्बास का रिकार्ड तोड़कर पाकिस्तान की तरफ से टेस्ट मैचों में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे. इस तरह से उनके नाम पर लगभग 30 साल तक यह रिकार्ड दर्ज रहा.
यूनिस खान ने श्रीलंका के खिलाफ 2000 में रावलपिंडी में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और तब से वह
पाकिस्तानी बल्लेबाजी
के मुख्य स्तंभ बने रहे. उन्होंने अब तक के करियर में सर्वाधिक 2286 रन श्रीलंका के खिलाफ ही बनाए हैं. भारत के खिलाफ यूनिस ने 1321 रन बनाए हैं. उनका उच्चतम स्कोर 313 रन है जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ बनाया था.
दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने अब तक अपने करियर में 30 शतक और 29 शतक लगाए हैं. वह पाकिस्तान की तरफ से सर्वाधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी हैं.
- इनपुट भाषा |
स्वच्छ भारत: आनंदीबेन ने इरफान पठान समेत 9 को किया नामित | गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी पटेल ने स्वच्छ भारत अभियान में भागीदारी के लिए सोमवार को प्रदेश 9 चर्चित शख्सियतों को नामित किया. अभियान के लिए पटेल ने आध्यात्मिक नेताओं रमेशभाई ओझा, कांकेश्वरी देवी, वकील सुधीर नानावती, कर सलाहकार मुकेश पटेल, क्रिकेटर इरफान पठान, महिला शूटर लज्जा गोस्वामी, गुजराती लोक गायक भिखुदन गढ़वी, अमिताभ भटनागर और तेजल अमीन को नामित किया है.
पटेल ने कहा, स्वच्छ भारत अभियान का नेता होने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के इन नौ नामी शख्सियतों को आमंत्रित कर मैं बहुत खुश हूं. उन्होंने कहा, मैं इन शख्सियतों की तरफ से सहयोग और समर्थन के प्रति आश्वस्त हूं. हम स्वच्छ गुजरात के सपने को सच में पूरा करेंगे.
(इनपुट: भाषा) |
कैबरे फिल्म की रिचा चड्ढा की तस्वीर रिलीज, जमकर नाच रही हैं | रिचा चड्ढ़ा की फिल्म 'कैबरे' की तस्वीर रिलीज हो गई है. फिल्म को पूजा भट्ट ने प्रोड्यूस किया है और इसे कौस्तव नारायण नियोगी ने डायरेक्ट किया है. फिल्म में गुलशन देवैया भी उनके साथ नजर आएंगे.
कथित तौर पर
फिल्म
को हेलन के जीवन पर आधारित बताया जाता है. लेकिन फिल्म से जुड़े सूत्रों ने इस बारे में कुछ भी नहीं कहा है. फिल्म के लिए रिचा ने जमकर मेहनत भी की है. अब देखना यह है कि वह इस किरदार को किस हद तक निभा पाई हैं. |
सावधान! इन चीजों को खाने से आपकी खूबसूरती छिन सकती है | सेहत के साथ खूबसूरती का भी डाइट से गहरा कनेक्शन है. जो भी हम खाते हैं, उससे सिर्फ हमारा पेट ही नहीं भरता, बल्कि इससे मिलने वाला पोषण कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है. और ये कोशिकाएं जितनी मजबूत व अच्छे तरीके से काम करने वाली होंगी, आपकी सेहत भी उतनी बेहतर रहेगी.
हमारी त्वचा भी इन्हीं कोशिकाओं की बनी होती है.
अच्छी डाइट
इनको भी स्वस्थ व टाइट रखेगी और आपको मिलेगी दमकती त्वचा. हालांकि अगर डाइट से पौष्टिक तत्व गायब रहेंगे तो त्वचा व बाल, दोनों ही चमक खोकर बेजान दिखने लगेंगे.
जानें कैसी डाइट आपकी खूबसूरती चुरा सकती है -
- जरूरत से ज्यादा नमक
अगर आपके खाने-पीने में नमक ज्यादा होने से शरीर में पानी भी ज्यादा हो जाता है जिससे शरीर में सूजन दिखती है. ज्यादा नमक खाने से त्वचा भी अपनी दमक खोने लगती है. इससे बचने के लिए पापड़, अचार, नमकीन, कैन्ड फूड, सब्जी व दाल में ज्यादा नमक आइटम वगैरह न खाएं.
- ज्यादा कैफीन
कैफीन की मात्रा अधिक लेने से शरीर में कोर्टिसोल का प्रोडक्शन ज्यादा होता है और यह त्वचा को पतला करके इसे उम्रदराज दिखाता है. कैफीन की वजह से शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है और
त्वचा व चेहरे पर झुर्रियां
दिखने लगती हैं. इससे बचने के लिए कॉफी, चाय और यहां तक कि ज्यादा चॉकलेट से भी परहेज करें.
- ज्यादा ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजें
जिन चीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है, उनसे ब्लड शुगर का बैलेंस बिगड़ने लगता है. इससे शरीर में इंसुलिन और एंड्रोजन्स का अमाउंट बढ़ जाता है. नतीजतन शरीर में सीबम ज्यादा बनता है, कोशिकाओं की बढ़त ज्यादा होती है और डेड सेल शरीर में जमा होने लगते हैं. इस वजह से एक्ने की समस्या हो जाती है.
ऐसे में ज्यादा शुगर ही नहीं, गुड़ व शहद खाने से भी बचें.
- प्रोसेस्ड फूड
रिफाइंड या प्रोसेस की गई चीजें जैसे कि मैदा व इससे बने प्रोडक्ट, डिब्बा बंद फ्रूट जूस आदि में फाइबर कम होता है और इस वजह से इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है. यही नहीं, अमूमन इनमें नमक या सोडियम की मात्रा भी अधिक रहती है और प्रोसेस्ड होने की वजह से
त्वचा को फायदा देने वाले इनके न्यूट्रिएंट्स
भी खत्म हो जाते हैं.
- अल्कोहल
अल्कोहल की वजह से एंटी-डाइयूरेटिक हॉर्मोन कम बनता है और इस वजह से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है. इसकी वजह से वैसोडाइलेशन भी होता है. इस अवस्था में त्वचा से जरूरत से ज्यादा पानी निकलता है. नतीजा त्वचा का कसाव खत्म हो जाता है और यह उम्र से अधिक दिखने लगती है. |
'माई नेम इज सईद शेर अली खान, आई एम नॉट ए टेरेरिस्ट' | मुंबई के एक शख्स का दावा है कि
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पर उसका फोटो ये कह कर डाल दिया गया कि वो आतंकवादी है. सईद शेर अली खान नाम का ये शख्स विरोध जताने के लिए अपने परिवार के साथ थाने के बाहर बैठ गया. उसने साथ ही तख्ती भी लटकाई हुई थी. जिस पर लिखा था- "माई नेम इज सईद शेर अली खान एंड आई एम नॉट ए टेरेरिस्ट."
दूसरी तरफ जिस सोसाइटी में सईद रहता है, वहीं के कुछ लोगों ने उस पर भी सोसाइटी की मेंटनेंस का पैसा नहीं देने और झगड़ने के आरोप लगाए हैं.
विरार पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में दोनों तरफ से शिकायत आई थी. पुलिस के मुताबिक मामले को देखा जा रहा है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
विरार के गोपचार पाड़ा निवासी सईद ने कहा, "मुझ पर मेंटनेंस के लिए अलग से 2000 रुपए देने को कहा जा रहा था, जिसे मैंने नहीं माना. इसके बाद मुझे देख लेने की धमकी दी गई और मेरा टेम्पो भी जला दिया. फिर
व्हाट्सएप
पर मेरी फोटो डालकर साथ में ये संदेश भी लिख दिया कि जो भी मुझे देखे, पुलिस को पकड़वाने में मदद करे."
सईद का कहना है कि अब घर से बाहर निकलने पर हर कोई शक की नजर से देखता है. इसके अलावा कई धमकी भरे कॉल भी आ चुके हैं. जिस वक्त सईद का तख्ती लटका कर विरोध प्रदर्शन जारी था, उस वक्त दूसरे पक्ष से कुछ लोग भी आ गए. उन्होंने सईद पर भी झगड़ने के आरोप लगाए हैं. |
सस्ते में छूटे धोनी, नहीं तो वर्ल्ड कप में भुगतना पड़ता खामियाजा | महेंद्र सिंह धोनी राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मौजूदा आईपीएल सीजन के 25वें मैच में मैदान के अंदर घुस आए और अंपायरों के साथ उनकी कहासुनी हुई. धोनी आईसीसी की आचार संहिता के उल्लंघन के दोषी पाए गए जिसके बाद उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया. महेंद्र सिंह धोनी के इस व्यवहार के बाद पूर्व क्रिकेटरों ने उनकी आलोचना की है. पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि धोनी अंपायर के साथ हुई अपनी इस बहस के बाद सस्ते में ही छूट गए.
मांजरेकर ने ट्वीट करते हुए कहा, मैं हमेशा धोनी का बड़ा प्रशंसक रहा हूं लेकिन उन्होंने सीधे तौर पर लक्ष्मण रेखा पार की है. वे खुशकिस्मत रहे कि बेहद छोटा जुर्माना देकर बच गए.
Have always been a big Dhoni admirer, but he was clearly out of line walking out like that. Lucky to get away with just a small fine.
#VIVOIPL
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar)
April 12, 2019
आपको बता दें कि आईसीसी की आचार संहिता के तहत अंपायर के फैसले पर असंतोष जताने और उनके साथ बहस करने पर एक टेस्ट या दो वनडे का बैन लग सकता है. धोनी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं तो ऐसे में यह बैन उनके वनडे मैचों पर लागू होता. भारतीय क्रिकेट टीम को आईपीएल के बाद सीधे वर्ल्ड कप में अपने मुकाबले खेलने हैं और धोनी पर बैन उसके लिए बड़ा झटका साबित हो सकता था.
IPL: बेदी ने दागा तीखा सवाल- सिर्फ 50% जुर्माना देकर कैसे छूट गए धोनी?
30 मई से शुरू हो रहे वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत को पहला पहला मैच 5 जून को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलना है. जबकि दूसरे मुकाबले में उसे ऑस्ट्रेलिया से 9 जून को भिड़ना है. आईसीसी अगर धोनी पर दो वनडे मैचों का बैन लगा देना तो साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह वर्ल्ड कप के बड़े मैच नहीं खेल पाते. जाहिर है गुरुवार रात IPL मुकाबले के दौरान एमएस धोनी का अस्वाभाविक आक्रोश दिखा.
आईसीसी ने धोनी के इस व्यवहार के बाद ट्वीट कर लिखा कि पिछली रात IPL मुकाबले के दौरान एमएस धोनी का अस्वाभाविक आक्रोश दिखा. इसके लिए उनकी मैच फीस का 50% जुर्माना लगाया गया.
There was an uncharacteristic outburst from MS Dhoni at last night's
#IPL
game, and he's been fined 50% of his match fee for it. 👇
https://t.co/IVxVyA6IVF
— ICC (@ICC)
April 12, 2019
पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, ‘मीडिया ने धोनी के मैदान के अंदर आने को अंपायरों के खिलाफ बेहद अपरिपक्व विरोध करार दिया है जिस पर मैं हैरान हूं. मेरे लिए यह अबूझ पहेली है कि खेल पत्रकार गलती करने वाले स्थापित सितारों के खिलाफ ईमानदार अभिव्यक्ति करने से क्यों बचते हैं. यहां तक कि अधिकारियों का भी धोनी के प्रति डरपोक रवैया अपनाकर 50 प्रतिशत जुर्माना लगाना बचकाना है.’
When MS Dhoni lost his cool
https://t.co/8EbqKzleXR
via
@ipl
— bishwa mohan mishra (@mohanbishwa)
April 12, 2019
ये था पूरा मामला?
हुआ यूं कि चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मैच के आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी के आउट होने के बाद चेन्नई को जीत के लिए 3 गेंदों में 8 रनों की दरकार थी. धोनी के आउट होने के बाद मिशेल सेंटनर बल्लेबाजी के लिए आए. उस समय राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाज बेन स्टोक्स गेंदबाजी कर रहे थे. बेन स्टोक्स ने इस ओवर की चौथी गेंद मिशेल सेंटनर को डाली जिस पर उन्होंने दौड़ कर 2 रन ले लिए.
तभी बेन स्टोक्स की इस गेंद को मैदानी अंपायरों ने पहले तो नोबॉल दिया, लेकिन फिर तुरंत ही वह फैसला वापस भी ले लिया. इस फैसले के बाद धोनी इतने नाराज हो गए कि वह मैदान में घुस आए और बीच मैदान पर अंपायरों के साथ उनकी कहासुनी हुई.
That roaring final over
https://t.co/Ul4cpITIrU
via
@ipl
— bishwa mohan mishra (@mohanbishwa)
April 12, 2019
इस गेंद पर बावल इसलिए हुआ क्योंकि चेन्नई का कहना था कि यह गेंद कमर से ऊपर थी इसलिए नो बॉल करार दी जानी चाहिए थी. इसी कारण धोनी भी मैदानी अंपायरों से बहस करने के लिए मैदान पर आ गए. लेकिन अंपायरों ने फैसला नहीं बदला. पांचवीं गेंद पर सैंटनर ने दो रन लिए. आखिरी गेंद पर जीतने के लिए चार रन की जरूरत थी यहां अगली गेंद वाइड हो गई. अब आखिरी गेंद पर तीन रन की दरकार थी सेंटनर ने आखिरी गेंद पर छक्का मार अपनी टीम को जीत दिलाई.
लेकिन इसके बाद मिशेल सेंटनेर ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर चेन्नई सुपर किंग्स को राजस्थान रॉयल्स पर चार विकेट से जीत दिलाई. इससे पहले चेन्नई ने एक बार फिर शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए रॉयल्स को सात विकेट पर 151 रनों पर रोक दिया. राजस्थान के गेंदबाजों ने चेन्नई को इस लक्ष्य को भी हासिल करने के लिए काफी मेहनत कराई लेकिन चेन्नई ने छह विकेट खोते हुए आखिरी गेंद पर यह लक्ष्य हासिल कर लिया. |
'जब तक है जान' की पहली झलक से प्रशंसक खुश | शाहरुख खान की आने वाली फिल्म 'जब तक है जान' की पहली झलक गुरुवार दोपहर एक बजे ऑनलाइन प्रदर्शित हुई और इसे देखने के बाद शाहरुख के प्रशंसक और अधिक उत्सुक हो गए.
पहली झलक के प्रदर्शित होने के महज दो घंटों के भीतर दो लाख 30 हजार से अधिक लोगों ने इसे यूट्यूब पर देखा. फिल्म में शाहरुख अभिनेत्री कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा के साथ अपने जोशीले प्रेमी अवतार में नजर आएंगे.
शाहरुख के एक रवि नाम के प्रशंसक ने फिल्म की पहली झलक देखने के बाद कहा, 'मैं समझता हूं कि यह पिछले एक दशक की सबसे अच्छी फिल्म आ रही है..ओह टाइगर, किंग लौट आया है.'
फिल्म में शाहरुख सेना के जवान की भूमिका में हैं, जिसका नाम समीर है. वह फिल्म में फुर्तीले नजर आ रहे हैं, लेकिन उनकी इश्क मिजाज हंसी भी बरकरार है.
'जब तक है जान' 13 नवम्बर को प्रदर्शित होगी और इसके विशेष होने के कई कारण हैं- 'वीर जारा' के बाद यश राज किसी फिल्म का सात वर्षों बाद निर्देशन कर रहे हैं, शाहरुख रोमांटिक अवतार में लौटे हैं. इसके अलावा फिल्म में गुलजार की अनोखी कविताएं हैं और संगीत ऑस्कर विजेता ए. आर. रहमान ने दिया है. |
चुनाव आयोग को दंतहीन निकाय मानते है संदीप दीक्षित | कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने बुधवार को कहा कि चुनाव आयोग एक दंतहीन निकाय है. उन्होंने कहा कि आयोग शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाता.
पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस प्रत्याशी दीक्षित ने कहा, 'चुनाव आयोग केवल दो-तीन दंतहीन चेतावनी जारी करता है और इससे ज्यादा कुछ नहीं कर पाता.' कांग्रेस ने मंगलवार को चुनाव आयोग में रामदेव और आर्ट ऑफ लीविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और कहा कि ये लोग राजनीतिक गतिविधि कर रहे हैं. उन्होंने चुनाव आयोग से दोनों लोगों के प्रचार संबंधी मुद्दों पर नजर रखने के लिए कहा है.
कांग्रेस नेता ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने एसएमएस देखे हैं जिसमें श्री श्री रविशंकर ने लोगों से पूर्वी दिल्ली में बुधवार की रात आयोजित होने वाले अपने आध्यात्मिक कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया है. इसमें 'भाजपा प्रत्याशी महेश गिरी के लिए समर्थन' मांगा जाएगा.
दीक्षित ने गिरी पर आध्यात्मिक कार्यक्रम को प्रचार के हथकंडे के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. दिल्ली में 10 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. |
तोते का अजय देवगन स्टाइल कार स्टंट, रितेश ने की खिंचाई | बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन 90 के दशक में एक एक्शन स्टार के तौर पर उभर कर आए थे. अजय के पिता वीरू देवगन एक स्टंट डायरेक्टर थे इसलिए अजय की छवि एक एक्शन हीरो के तौर पर निखरती चली गई. अजय देगवन पहले दो बाइक्स पर पैर रखकर स्टंट करते दिखे, फिर वह रोहित शेट्टी की फिल्मों में वह दो कारों पर खड़े दिखे. इसके बाद फिल्म सन ऑफ सरदार में उन्हें दो घोड़ों पर पैर रखकर स्टंट करते भी दिखाया गया.
अजय का यह स्टंट स्टाइल काफी पॉपुलर हुआ और यह एक तरह से उनका सिगनेचर स्टंट बन गया. शुक्रवार को अजय देवगन ने ट्विटर पर एक वीडियो रीट्वीट किया जिसमें एक तोता अजय देवगन की तरह दो कारों पर पैर रखकर स्टंट करता नजर आया. अजय देवगन ने जब एक यूजर की टाइमलाइन पर ये वीडियो देखा तो इसे शेयर किए बिना नहीं रह पाए. वीडियो के कैप्शन में लिखा था अजय देवगन का तोता.
Ajay Devgn's parrot.
pic.twitter.com/V6u9nnuHII
— Godman Chikna (@Madan_Chikna)
April 23, 2019
अजय देवगन ने जब इस वीडियो को रीट्वीट किया तो उन्होंने लिखा, "मुझे बड़ी खुशी हुई लेकिन ये उड़ना भूल गया क्या?" अजय देवगन के इस ट्वीट पर रितेश देशमुख उनकी चुटकी लेने से नहीं चूके. अजय के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए रितेश ने लिखा, "शादी हो चुकी है उसकी." अजय और रितेश के ट्वीट को हजारों लोगों ने लाइक और शेयर किया है.
I'm flattered, lekin udna bhool gaya kya?
https://t.co/YazCyuZggt
— Ajay Devgn (@ajaydevgn)
April 26, 2019
बात करें वर्क फ्रंट की तो अजय देवगन जल्द ही फिल्म तानाजी में काम करते नजर आएंगे. इसके अलावा अजय देवगन की कई फिल्म फिलहाल पेंडिंग हैं. वह फिल्म दे दे प्यार दे, तुर्रम खां, आरआरआर, महावीर कर्ण, सन ऑफ सरदार 2 और सिंघम 3 में काम करते दिखेंगे. इसके अलावा धमाल सीरीज की अगली सीरीज फुल ऑफ धमाल में भी वह काम करते दिखेंगे.
Shaadi ho chuki hai uski....
@ajaydevgn
https://t.co/q5xwKpUQvq
— Riteish Deshmukh (@Riteishd)
April 26, 2019 |
सट्टेबाज मुझे पेशकश नहीं कर सकता: युवराज | भारतीय बल्लेबाज युवराज सिंह ने कहा कि देश की तरफ से खेलते हुए उनकी ‘बाडी लैंग्वेज’ इस तरह की होती है कि कोई भी सट्टेबाज मैच फिक्सिंग के लिये उन्हें पेशकश नहीं कर सकता.
पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर फिक्सिंग के आरोपों के बाद विश्व क्रिकेट में तहलका मचा हुआ है, जिसकी जांच स्काटलैंड यार्ड और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद कर रहे हैं.
लेकिन युवराज ने कहा कि कोई भी सट्टेबाज उन्हें फिक्सिंग की पेशकश नहीं कर सकता.
युवराज ने कहा, ‘कोई भी मैच फिक्सिंग के लिये मुझे पेशकश नहीं कर सकता. मेरी बाडी लैंग्वेज ऐसी है कि कोई भी मुझसे ऐसी बात नहीं कर सकता. मेरे लिये भारत की ओर से खेलना गर्व की बात है. मैं कभी भी अपने देश के सम्मान पर दाग नहीं लगा सकता.’
मैच फिक्सिंग के बारे में उन्होंने कहा, ‘यह देश और उस खिलाड़ी के लिये भी काफी शर्मनाक है.’ |
गतिमान को पीछे छोड़ बना नया रिकॉर्ड, 180 Km प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ी टैल्गो | मथुरा और पलवल के बीच स्पेनिश डिब्बों से बनी टैल्गो ट्रेन को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर सफलतापूर्वक चलाकर परीक्षण किया गया. मथुरा और पलवल के बीच की दूरी है 84 किलोमीटर. टैल्गो ट्रेन सुबह 11 बजकर 28 मिनट पर मथुरा जंक्शन से चलकर 12 बजकर 5 मिनट पर पलवल पहुंच गई. यानी मथुरा से पलवल के बीच की दूरी महज 37 मिनट में तय कर ली गई.
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी के मुताबिक मथुरा और पलवल के बीच 84 किलोमीटर की दूरी में से सिर्फ 60 किलोमीटर का हिस्सा ऐसा है जिसपर
टैल्गो ट्रेन
को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा सकता है. इसी के साथ टैल्गो ट्रायल ने एक तरह से सफलता हासिल कर ली है. अभी इसी ट्रैक पर टैल्गो ट्रेन का परीक्षण अगले 20 दिनों तक चलता रहेगा. उसके बाद इससे मिले आंकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा.
9 जुलाई से शुरू हुआ था ट्रायल
स्पेन की ट्रेन टैल्गो को मथुरा और पलवल के बीच ट्रायल 9 जुलाई से शुरू हुआ था. पहले दिन ट्रेन को 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया गया. उसके बाद क्रमश 130, 140, 150, 160 और 170 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से टैल्गो को चलाकर देखा गया. 13 जुलाई यानी बुधवार को टैल्गो ट्रेन का 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर सफल परीक्षण किया गया.
मुंबई और दिल्ली के बीच भी चलेगा टेल्गो का ट्रायल
अभी टैल्गो के ट्रायल अगले 20 दिनों तक करने का प्लान है. उसके बाद टैल्गो ट्रेन
मुंबई और दिल्ली
के बीच अगस्त महीने में चलाकर देखी जाएगी. रेल मंत्रालय बरेली और मुरादाबाद के बीच पिछले महीने हुए टैल्गो के ट्रॉयल के नतीजों से संतुष्ठ है और इसके चलते मथुरा और पलवल के बीच टेल्गो के डिब्बों को तेज रफ्तार पर टेस्टिंग करने की अनुमति दे दी गई है.
भारतीय रेलवे ने बनाया नया रिकॉर्ड
खास बात ये है कि मथुरा और पलवल के बीच 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ाना भारतीय रेलवे के लिए रफ्तार का नया रिकॉर्ड है. देश में अब तक सबसे तेज चलने वाली गतिमान एक्सप्रेस की अधिकतम रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा ही है. |
टी-20: फाइनल भिड़ंत का LIVE अपडेट | चेन्नई के कप्तान धोनी और बैंगलोर के तूफान गेल के बीच टी-20 लीग का फाइनल चेन्नई में खेला जा रहा है. इसके ओवर दर ओवर की पूरी जानकारी का लाइव अपडेट पढ़ें.
चेन्नई के बल्लेबाज मुरली विजय को मिला मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार
11:31 PM :
रन:147, ओवर:20, विकेट:8, सौरभ तिवारी:42, सैयद मोहम्मद:2
11:30 PM :
चेन्नई ने बैंगलोर को 58 रनों से हराकर टी-20 का फाइनल मैच जीता
11:27 PM :
रन:133, ओवर:19, विकेट:8, सौरभ तिवारी:29, सैयद मोहम्मद:0
11:25 PM :
18.4 ओवर, बैंगलोर का आठवां विकेट गिरा, बोलिंजर की गेंद पर जहीर खान 21 रन बनाकर आउट हुए.
11:21 PM :
रन:127, ओवर:18, विकेट:7, सौरभ तिवारी:27, जहीर खान:19
11:19 PM :
17.3 ओवर, जकाती की गेंद पर जहीर खान ने मारा चौका
11:17 PM :
रन:119, ओवर:17, विकेट:7, सौरभ तिवारी:26, जहीर खान:12
11:12 PM :
रन:115, ओवर:16, विकेट:7, सौरभ तिवारी:24, जहीर खान:10
11:10 PM :
15.3 ओवर, बोलिंजर की गेंद पर जहीर खान ने मारा चौका
11:06 PM :
रन:107, ओवर:15, विकेट:7, सौरभ तिवारी:23, जहीर खान:3
11:02 PM :
रन:95, ओवर:14, विकेट:7, सौरभ तिवारी:13, जहीर खान:1
10:58 PM :
रन:92, ओवर:13, विकेट:7, सौरभ तिवारी:8, जहीर खान:0
10:58 PM :
12.6 ओवर, बैंगलोर का सातवां विकेट गिरा, ब्रावो की गेंद पर मिथुन 11 रन बनाकर आउट हुए.
10:54 PM :
रन:88, ओवर:12, विकेट:6, सौरभ तिवारी:8, अभिमन्यु मिथुन:11
10:52 PM :
11.3 ओवर, सुरेश रैना की गेंद पर अभिमन्यु ने चौका जड़ा.
10: 51 PM :
11.1 ओवर, सुरेश रैना की गेंद पर अभिमन्यु ने चौका जड़ा.
10:50 PM :
रन:73, ओवर:11, विकेट:6, सौरभ तिवारी:4, अभिमन्यु मिथुन: 2
10:47 PM :
10.2 ओवर, बैंगलोर का छठा विकेट गिरा, अश्विन की गेंद पर डेनियल विटोरी बिना खाता खोले आउट हो गए.
10:45 PM :
रन:69, ओवर:10, विकेट:5, सौरभ तिवारी: 1, डेनियल विटोरी: 0
10:45 PM :
9.6 ओवर, बैंगलोर को पांचवां झटका, सुरेश रैना की गेंद पर विराट कोहली 35 रन बनाकर आउट हुए.
10:39 PM :
रन:67, ओवर:9, विकेट:4, विराट कोहली:34, सौरभ तिवारी: 1
10:36 PM :
8.3 ओवर, बैंगलोर का चौथा विकेट गिरा, जकाती की गेंद पर पोमेरस्बच 2 रन बनाकर आउट हुए.
10:34 PM :
रन:60, ओवर:8, विकेट:3, विराट कोहली:30, ल्यूक पोमेरस्बच: 1
10:32 PM :
7.1 ओवर, सुरेश रैना की गेंद पर विरोट कोहली ने मारा छक्का.
10:30 PM :
रन:50, ओवर:7, विकेट:3, विराट कोहली:19, ल्यूक पोमेरस्बच: 1
10:28 PM :
6.3 ओवर, बैंगलोर को लगा तीसरा झटका, जकाती की गेंद पर एबी डिविलियर्स 18 रन बनाकर आउट हुए.
10:25 PM :
रन:47, ओवर:6, विकेट:2, विराट कोहली:18, एबी डिविलियर्स: 18
10: 22 PM :
5.2 ओवर, मोर्केल की गेंद पर डिविलियर्स ने जड़ा चौका
10:20 PM :
रन:38, ओवर:5, विकेट:2, विराट कोहली:14, एबी डिविलियर्स: 13
10: 19 PM :
4.6 ओवर, बोलिंजर की गेंद पर डिविलियर्स ने जड़ा चौका
10: 18 PM :
4.5 ओवर, बोलिंजर की गेंद पर डिविलियर्स ने जड़ा चौका
10:17 PM :
4.3 ओवर, बोलिंजर की गेंद पर विराट कोहली ने जड़ा चौका
10: 15 PM :
रन:24, ओवर:4, विकेट:2, विराट कोहली:9, एबी डिविलियर्स: 4
10:10 PM :
रन:18, ओवर:3, विकेट:2, विराट कोहली:5, एबी डिविलियर्स: 1
10: 08 PM :
2.3 ओवर, अश्विन की गेंद पर मयंक अग्रवाल 10 रन बनाकर आउट हुए
10:06 PM :
रन:15, ओवर:2, विकेट:1, मयंक अग्रवाल:10, विराट कोहली:4
10:02 PM :
रन:6, ओवर:1, विकेट:1, मयंक अग्रवाल:5, विराट कोहली:0
10: 02 PM :
0.6 ओवर, अश्विन की गेंद पर मयंक अग्रवाल ने मारा चौका
10: 01 PM :
0.4 ओवर, अश्विन ने चेन्नई को दिलाई पहली सफलता, क्रिस गेल आउट
9:45 PM :
चेन्नई ने बैंगलोर को जीत के लिए दिया 206 रनों का लक्ष्य
9:44 PM :
रन:205, ओवर:20, विकेट:5, रिद्धिमान साहा:0, ब्रावो: 6
9:44 PM :
19.6 ओवर, क्रिस गेल की गेंद पर ब्रावो ने मारा छक्का
9:43 PM :
19.5 ओवर, क्रिस गेल की गेंद पर सुरेश रैना 8 रन बनाकर आउट हुए.
9:42 PM :
19.4 ओवर, क्रिस गेल की गेंद पर मोर्केल 2 रन बनाकर आउट हुए.
9:40 PM :
रन:198, ओवर:19, विकेट:3, एल्बी मोर्केल:2, सुरेश रैना: 7
9:37 PM :
18.4 ओवर, अरविंद की गेंद पर सुरेश रैना ने जड़ा छक्का
9:36 PM :
18.2 ओवर, अरविंद की गेंद पर धोनी 22 रन बनाकर आउट हुए.
9:34 PM :
18.1 ओवर, अरविंद की गेंद पर मुरजी विजय 95 रन बनाकर आउट हुए.
9:32 PM :
रन:188, ओवर:18, विकेट:1, मुरली विजय:95, महेंद्र सिंह धोनी: 2
9:32 PM :
17.6 ओवर, क्रिस गेल की गेंद पर धोनी ने मारा छक्का
9:29 PM :
17.1 ओवर, क्रिस गेल की गेंद पर धोनी ने मारा छक्का
9:28 PM :
रन:172, ओवर:17, विकेट:1, मुरली विजय:95, महेंद्र सिंह धोनी: 7
9:22 PM :
रन:167, ओवर:16, विकेट:1, मुरली विजय:93, महेंद्र सिंह धोनी: 4
9:20 PM :
रन:161, ओवर:15, विकेट:1, मुरली विजय:89, महेंद्र सिंह धोनी: 2
9:16 PM :
14.5 ओवर, सैयद मोहम्मद की गेंद पर माइकल हस्सी आउट
9:14 PM :
14.3 ओवर, मुरली विजय ने जड़ा छक्का
9:14 PM :
14.1 ओवर, माइकल हस्सी ने जड़ा छक्का
9:13 PM :
रन:143, ओवर:14, विकेट:0, माइक हस्सी:56, मुरली विजय:80
9:11 PM :
13.3 ओवर, हस्सी ने जड़ा चौका
9:10 PM :
13.1 ओवर, मुरली विजय ने जड़ा चौका
9:05 PM :
रन:131, ओवर:13, विकेट:0, माइक हस्सी:49, मुरली विजय:75
8:56 PM :
12.2 ओवर, मुरली विजय ने जड़ा चौका
8:54 PM :
रन:121, ओवर:12, विकेट:0, माइक हस्सी:47, मुरली विजय:67
8:54 PM :
11.6 ओवर, मुरली विजय ने जड़ा छक्का
8:53 PM :
11.2 ओवर, मुरली विजय ने जड़ा छक्का
8:52 PM :
रन:103, ओवर:11, विकेट:0, माइक हस्सी:45, मुरली विजय:52
8:50 PM :
10.3 ओवर, हस्सी ने जड़ा चौका
8:48 PM :
रन:94, ओवर:10, विकेट:0, माइक हस्सी:39, मुरली विजय:49
8:46 PM :
9.4 ओवर, मुरली विजय ने जड़ा चौका
8:45 PM :
9.2 ओवर, मुरली विजय ने जड़ा चौका
8:43 PM :
रन:90, ओवर:9, विकेट:0, माइक हस्सी:38, मुरली विजय:40
8:43 PM :
8.5 ओवर, मुरली विजय ने जड़ा छक्का
8:39 PM :
रन:73, ओवर:8, विकेट:0, माइक हस्सी:37, मुरली विजय:30
8:39 PM :
7.5 ओवर, हस्सी ने जड़ा चौका
8:35 PM :
रन:61, ओवर:7, विकेट:0, माइक हस्सी:26, मुरली विजय:29
8:28 PM :
रन:56, ओवर:6, विकेट:0, माइक हस्सी:24, मुरली विजय:26
8:28 PM :
छठे ओवर की अंतिम गेंद पर मुरली विजय ने जड़ा छक्का.
8:25 PM :
रन:48, ओवर:5, विकेट:0, माइक हस्सी:23, मुरली विजय:19
8:24 PM :
पांचवें ओवर की अंतिम गेंद पर हस्सी ने जड़ा छक्का.
8:20 PM :
रन:36, ओवर:4, विकेट:0, माइक हस्सी:12, मुरली विजय:18
8:16 PM :
रन:26, ओवर:3, विकेट:0, माइक हस्सी:11, मुरली विजय:15
8:13 PM :
2.1 ओवर, हस्सी ने जड़ा छक्का
8:12 PM :
रन:16, ओवर:2, विकेट:0, माइकल हस्सी:4, मुरली विजय:12
8:12 PM :
दूसरे ओवर की अंतिम गेंद पर मुरली विजय ने जड़ा छक्का.
8:08 PM :
रन:5, ओवर:1, विकेट:0, माइकल हस्सी:2, मुरली विजय:3
7:35 PM :
चेन्नई ने टॉस जीता, पहले बल्लेबाजी का फैसला |
शिंजो आबे को गुजरात ले जाएंगे मोदी, बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की रखेंगे नींव | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे 13-14 सितंबर को गुजरात दौरे पर आ सकते हैं. दोनों देशों के पीएम यहां 1 लाख करोड़ अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट की नींव रख सकते हैं.
सूत्रों की मानें, तो शिंजो आबे पीएम मोदी के साथ साबरमती गांधी आश्रम भी जा सकते हैं. इसके अलावा दोनों नेता कई बड़े प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे. जिसमें जापान इंडस्ट्रियल पार्क I और II की शुरुआत करेंगे. कहा जा रहा है कि 15 से 20 जापानी कंपनियां गुजरात में निवेश करने की इच्छुक हैं.
2015 में हुआ था करार
आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच
बुलेट ट्रेन
को लेकर 2015 में मेमोरेंडम साइन किया गया था. इसके तहत जापान में टोक्यो से कोब से बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन की तर्ज पर मुंबई से अहमदाबाद के बीच ट्रेन चलाने का प्रस्ताव मंजूर किया गया था. नवंबर, 2016 में पीएम मोदी ने अपने जापान दौरे के दौरान इस बुलेट ट्रेन में सफर किया था. उसी ट्रेन की टेक्नोलॉजी को भारत में इस्तेमाल किया जाएगा.
हाल ही में हुए हैं कई रेल हादसे
गौरतलब है कि हाल ही में देश में कई बड़े रेल हादसे हुए हैं. बीते मंगलवार सुबह महाराष्ट्र के टिटवाला में नागपुर-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस का इंजन और नौ डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस ट्रेन में कुल 18 डिब्बे थे. यह दुर्घटना उस समय हुई जब अधिकतर यात्री सो रहे थे.
23 अगस्त 2017
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में बुधवार देर रात कैफियत एक्सप्रेस के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए. आजमगढ़ से दिल्ली आ रही इस ट्रेन के हादसे के शिकार होने के कारण कम से कम 74 लोग घायल हो गए. यूपी में पांच दिनों के अंदर यह दूसरी बड़ी ट्रेन दुर्घटना हुई थी.
19 अगस्त 2017
उत्कल एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर के खतौली के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें 24 लोगों की मौत हो गई जबकि तकरीबन 150 लोग जख्मी हो गए. इस हादसे में रेल अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई थी. रेलमंत्री ने इस मामले में रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारियों पर कार्रवाई की थी.
बुलेट तो चलाएंगे, ट्रेनों की दुर्घटनाएं कब रुकेंगी |
ट्रेड वॉर: ट्रंप ने चीनी सामानों पर लगाया 25% टैक्स तो चीन ने दी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को चीन से आयातित 50 अरब डॉलर मूल्य की वस्तुओं पर 25 फीसदी शुल्क लगा दिया, जिससे व्यापारिक जंग का सूत्रपात हो सकता है. दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापारिक हितों को लेकर पिछले दिनों जो जुबानी जंग का सिलसिला शुरू हुआ था वह अब बड़े व्यापार-युद्ध की चेतावनी के रूप में दिखाई दे रहा है.
अमेरिकी अखबार 'न्यूयार्क टाइम्स' की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने बीजिंग पर बौद्धिक कॉपीराइट चोरी का आरोप लगाते कहा कि अगर चीन जवाबी कार्रवाई करता है जो वह दोबारा शुल्क लगाएगा. आयात शुल्क 800 प्रकार के उत्पादों पर लगाया जाएगा और यह छह जुलाई से लागू होगा.
ट्रंप ने एक बयान में कहा कि अमेरिका उन वस्तुओं पर आयात शुल्क लगाएगा जो औद्योगिक रूप से महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी से जुड़ी हैं. इसमें उच्च प्रौद्योगिकी के उद्योगों पर कब्जा जमाने के लिए चीन की '
मेड इन चाइना
' 2025 योजना से जुड़ी वस्तुएं भी शामिल होंगी.
उन्होंने कहा कि आयात शुल्क लगाने का मकसद मुख्य रूप से अमेरिकी प्रौद्योगिकी और बौद्धिक संपदा का चीन को हस्तांतरण होने से रोकना है, जिससे अमेरिकी की नौकरियां बची रहेंगी. ट्रंप ने कहा, "अमेरिका गलत तरीके से अपनी प्रौद्योगिकी और बौद्धिक संपदा को खोना अब बर्दाश्त नहीं कर सकता है."
अमेरिकी राष्ट्रपति ने मार्च में घोषणा की थी कि
वाशिंगटन
चीनी वस्तुओं के आयात पर 50 अरब का जुर्माना लगाएगा. ट्रंप ने उस समय कहा, "हमारे साथ बौद्धिक संपदा की चोरी की बड़ी समस्या है."
ट्रंप प्रशासन ने आयात शुल्क के दायरे में चीन से आयातित जिन वस्तुओं को शामिल करने की बात अप्रैल में की थी उनमें फ्लैट स्क्रीन वाले टेलीविजन, मेडिकल उपकरण, विमानों के कल-पुर्जे और सैकड़ों अन्य उत्पाद शामिल हैं. ट्रंप प्रशासन ने कहा था कि 30 जून तक उत्पादों की संशोधित सूची जारी की जाएगी.
चीन ने जब जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी तो ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाकर 100 अरब डॉलर करने की धमकी दी.
मई के मध्य में दोनों देशों के बीच दो दौर की बातचीत के बाद उनके बीच व्यापारिक जुबानी जंग में कुछ समय के लिए विराम आया. अमेरिकी खजाना मंत्री स्टीवन मन्यूचिन ने बाद में व्यापार युद्ध विराम की घोषणा की. दस दिन बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका में चीनी निवेश की नई सीमा तय करने के साथ वह आयात शुल्क पर कार्रवाई करेगा. इसी महीने बीजिंग में व्यापार को लेकर नए दौर की बातचीत नाकाम रही. |
पाकिस्तान से जुड़े आईपीएस ऑफिसर साजी मोहन के तार | जहर का सौदागर आईपीएस साजी मोहन एटीएस की पूछताछ मे एक के बाद एक खुलासे कर रहा है. साजी मोहन ने वो तमाम तरीके एटीएस के सामने बयां कर दिये है जिनके जरिये उसने जहरा का जाल फैलाया था. एटीएस के शक घेरे में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो कुछ और कर्मचारी भी है. जहर का सौदागर साजी मोहन तीन तरीको से जहर का काला कारोबार करता था.
1) सीमापार पाकिस्तान से ड्रग्स की तस्करी
2) सीमा पर सीज किए गए ड्रग्स में घोटाला
3) एनसीबी के द्वारा जब्त ड्रग्स की हेराफेरी
एटीएस के मुताबिक पाकिस्तान से आने वाले ड्रग्स अक्सर भारत सीमा पर कभी छापो के दौरान तो कभी सर्च आपरेशन में सीज किये जाते है और इसी तरह का पकड़ा गया ड्रग्स नारकोटिक्स कंट्रोल ब्युरो मे जमा कराये जाते है. साजी मोहन उन सीज ड्रग्स मे से असली माल निकाल कर अंदर टेलकाम पाउडर या फिर नमक डाल कर ड्रग्स बाजार में बेच देता था. एटीएस के मुताबिक साजी मोहन के ड्रग्स के बड़े रेकेट में नार्कोटिस कंट्रोल ब्यूरो के कुछ और कर्मचारी भी शामिल है. एटीएस की एक टीम चंडीगढ भी गयी थी जो बलविंदर सिंह नाम के एनसीबी के सुप्रिडेंट को हिरासत मे लेकर आयी है और यहां उससे पुछताछ चल रही है. आईपीएस साजी मोहन ने अपने ग्रुप के हर आदमी को एक एक काम सौंप कर रखा था. मसलन साजी मोहन की टोली का जम्मू-कश्मीर का तस्कर पाकिस्तान से रोजमर्रा की जरूरत के सामान जैसे दूध साबुन और वाशिग पाउडर मे छिपा कर हेरोइन भारत लाता था और एक किलो हेरोइन पांच लाख रुपये में साजी मोहन को बेचता था. साजी मोहन के ग्रुप मे मुंबई का काम विक्की ओबेराय नाम का एक शख्स संभालता था जो खुद को फिल्म प्रोड्यूसर बताता है विक्की ओबेराय ड्रग्स मुंबई के बड़े बड़े पबो में सप्लाय करता था. साजी मोहन के ग्रुप मे राजेश कुमार नाम का हरियाणा पुलिस का एक कास्टेबल भी है जो कि ड्रग्स की डिलिवरी अलग अलग जगहो पर करता था. एटीएस के मुताबिक साजी मोहन तीन बार मुंबई आया था वो बडे कंसाइंटमेट की डिलवरी करने खुद आता था ताकि उस पर किसी को शक ना हो क्योकि वो खुद नारकोटिंक्स कंट्रोल ब्युरो से ताल्लुक रखता था यदि कोई उसे पकडे तो वो मामला संभाल सकता था और छोटी डिलवरी के लिये हरियाणा पुलिस का कांस्टेबल राजेश कुमार को भेजता था वो भी दो बार मुंबई मे आ चुका है. साजी मोहन के निशाने पर सबसे ज्यादा रेव पार्टीस रहती थी क्योंकि वहां एक बार में बड़ा आर्डर मिलता था. एटीएस विक्की ओबराय से कड़ी पूछताछ कर रही है. विक्की ज्यादातर डील ओशीवरा इलाके में करता था और ये इलाका बॉलीवुड से जुड़ा है लिहाजा एटीएस को शक है कि इसके तार बॉलीवुड से भी जुड़े हो सकते हैं. एटीएस जहर के इस कारोबार के तह तक जाना चाहती है वो हर एक पहलु को खंगाल रही है क्योकि वो अच्छी तरह से जानती है कि ये मामला सीमापार से जुडा हुआ है और आंतकवादियो को फाइनेंस अक्सर नकली नोट या फिर ड्गस की तस्करी से ही मिलता है. |
सेंसेक्स में 50 अंकों की गिरावट | देश के
शेयर बाजार
में मंगलवार को गिरावट का रुख रहा. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 50.45 अंकों की गिरावट के साथ 27,440.14 पर और निफ्टी 7.15 अंकों की कमजोरी के साथ 8,324.80 पर बंद हुआ.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 70.73 अंकों की मजबूती के साथ 27,561.32 पर खुला और 50.45 अंकों या 0.18 फीसदी की गिरावट के साथ 27,440.14 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 27,603.71 के ऊपरी और 27,338.23 के निचले स्तर को छुआ.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 6.45 अंकों की बढ़त के साथ 8,338.40 पर खुला और 7.15 अंकों या 0.09 फीसदी की कमजोरी के साथ 8,324.80 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 8,355.65 के ऊपरी और 8,280.60 के निचले स्तर को छुआ.
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में मजबूती का रुख रहा. मिडकैप 63.73 अंकों की मजबूती के साथ 10,613.15 पर और स्मॉलकैप 8.52 अंकों की बढ़त के साथ 11,178.17 पर बंद हुआ. बीएसई के 12 में से 6 सेक्टर में मजबूती रही.
इनमें धातु (2.86 फीसदी), तेल एवं गैस (0.95 फीसदी), रियल्टी (0.93 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.52 फीसदी) और तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.37 फीसदी) में सर्वाधिक मजबूती रही.
बीएसई के बिजली (0.84 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (0.60 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी), बैंकिंग (0.17 फीसदी) और सूचना प्रौद्योगिकी (0.08 फीसदी) में सर्वाधिक गिरावट रही.
इनपुट: IANS |
इनसानी खून से वोटों की सियासी साजिश | असल में मुजफ्फरनगर में जो कुछ हो रहा है वह हमारे राजनैतिक दौर का प्रतीक है. राजनैतिक दल बेहद सांप्रदायिक आम चुनाव से पहले अपना-अपना पक्ष मजबूत करने में जुटे हैं. 2013 में असम से लेकर राजस्थान और जम्मू-कश्मीर से लेकर तमिलनाडु तक जगह-जगह झ्ड़पें हुई हैं. इन सब झ्ड़पों का स्पष्ट राजनैतिक मकसद है.
इनमें से हरेक दंगा किसी न किसी मामूली बात से भड़का है. मध्य प्रदेश में इंदौर में जलधारा के पास मरा जानवर मिलने के बाद भड़की हिंसा में 20 अगस्त को 35 लोग घायल हो गए थे. असम में सिलचर में एक मंदिर में एक जानवर का मांस रखे जाने की अफवाह फैलते ही 25 अगस्त को हिंसा भड़की और 30 लोग घायल हो गए.
9 अगस्त को जम्मू में किश्तवाड़ में ईद की नमाज के बाद कथित रूप से पाकिस्तान समर्थक नारे लगने के बाद हिंसा भड़की. 3 मौतें हुईं और 60 लोग घायल हो गए. 10 अगस्त को बिहार में नवादा में सड़क किनारे एक ढाबे पर दो गुटों के बीच झड़प के बाद दो लोग मारे गए. कर्फ्यू लगाना पड़ा और कुछ लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया. कहते हैं, बिहार में छह हफ्ते में दंगे की यह छठी घटना थी.
नीतीश कुमार के सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता नीरज कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में भौंहें तानते हुए पूछा कि सांप्रदायिक झड़पें अचानक तभी क्यों होने लगी जब 16 जून को हमने बीजेपी से गठजोड़ तोड़ लिया? इस पर भौंहें तो तनेंगी ही.
भारत में चुनावी राजनीति स्वभाव से ही बांटने वाली और जोड़-तोड़ पर टिकी है. पर अब ऐसा लगता है कि सांप्रदायिकता की जो राजनीति 90 के दशक के मध्य से कुछ तो आर्थिक वृद्धि और कुछ दूसरे कामों में जुटे मध्यम वर्ग के विस्तार के कारण हाशिए पर चली गई थी, वही विकराल रूप में वापस आ रही है.
सबकी नजर बड़ी तादाद में मौजूद मुस्लिम वोंटों पर टिकी रहती है. देशभर में करीब 70 सीटें ऐसी हैं जहां मुसलमानों के 20 प्रतिशत से अधिक निर्णायक वोट हैं और 150 सीटों पर 10 प्रतिशत से अधिक मुसलमान वोट हैं.
महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और बिहार में मुस्लिम आबादी बहुत बड़ी है और साथ ही बीजेपी की उपस्थिति भी मजबूत है. ऐसी स्थिति में कांग्रेस, मुलायम सिंह यादव, मायावती, लालू प्रसाद यादव या नीतीश कुमार का मुस्लिम समर्थक रुख मुसलमानों को अपने पक्ष में गोलबंद कर सकता है. ऐसे किसी भी ध्रुर्वीकरण के जवाब में हिंदू वोट बीजेपी के हित में एकजुट हो सकता है.
नई दिल्ली में रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट इनिशिएटिव के निदेशक, विश्लेषक देवेंद्र कुमार का कहना है कि मुसलमान आम तौर पर इस हिसाब से वोट देता है कि सत्तारूढ़ दल उसे संतुष्ट या खुश कर पा रहा है या नहीं. मुस्लिम समर्थन वाले किसी भी दल के लिए जरूरी है कि वह इस बात का संतुलन रखे कि मुसलमानों को खुश करने लायक रियायतें दे पर इतनी भी नहीं कि बहुसंख्यक समुदाय अलग-थलग महसूस करे.
मुश्किल तब शुरू होती है जब दोनों पक्ष दबाव डालने लगते हैं. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी जैसे दल और कांग्रेस के कुछ वर्ग मुसलमानों को यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि उन्हें विशेष सुविधाएं दी गई हैं जो अकसर अधूरे वादे साबित होते हैं. 2006 में सच्चर समिति की रिपोर्ट से यह बात जाहिर हो गई थी.
इसमें दिखाया गया है कि आजादी के 60 साल बाद भी साक्षरता, दौलत और अच्छी नौकरियों में मुसलमानों की हिस्सेदारी राष्ट्रीय औसत से बहुत कम है. महाराष्ट्र में शिवसेना जैसे अन्य राजनैतिक दल और बीजेपी हिंदू बहुसंख्यक आबादी को यह यकीन दिलाने की कोशिश कर रही हैं कि वे अपने ही देश में सुविधाओं से वंचित हो गई है. यह शिकंजा जैसे-जैसे कसता जाता है, बीच में में फंसे समुदाय एक-दूसरे से भिड़ जाते हैं.
1996 से 1998 तक कैबिनेट सचिव रहे टी.एस.आर. सुब्रमण्यन का कहना है कि भारत में वोट बैंक अब भी सरकार के प्रदर्शन और आर्थिक हितों की बजाए धर्म और समुदाय पर टिके हैं. राजनैतिक दल इसका फायदा उठा सकते हैं. मुजफ्फरनगर में भी कुछ ऐसा हुआ लगता है जहां सपा मुस्लिम वोट को जबकि बीजेपी और राष्ट्रीय लोकदल अपने ऊंची जाति और जाट वोट बैंक को पुख्ता करना चाहते हैं.
बीजेपी: फिर सांप्रदायिकता सवार
मिसाल के तौर पर, प्रधानमंत्री पद के लिए बीजेपी के दावेदार नरेंद्र मोदी ने जुलाई में पुणे में एक जनसभा में कहा था कि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने धर्मनिरपेक्षता का बुर्का पहन रखा है. कुछ दिन बाद एक विदेशी समाचार एजेंसी के साथ इंटरव्यू में मोदी ने खुद को 'एक हिंदू और एक राष्ट्रवादी’ बताया यानी वे हिंदू राष्ट्रवादी हैं.
बीजेपी के एक जानकार का कहना है कि वे सिर्फ दो और दो चार की बात नहीं कर रहे थे बल्कि यह तो अगली सरकार बनाने की कोशिश में चुपके-चुपके हिंदुत्व की तरफ वापसी की रणनीति का हिस्सा है. भीतर के लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में पार्टी प्रभारी के पद पर मोदी के वफादार अमित शाह और पश्चिम बंगाल में वरुण गांधी की नियुक्ति इस बात का साफ संकेत है कि बीजेपी के भविष्य की राह ध्रुर्वीकरण ही है. उत्तर प्रदेश से लोकसभा में 80 और पश्चिम बंगाल से 42 सदस्य आते हैं. पश्चिम बंगाल में 30 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है.
केरल में साक्षरता का स्तर ऊंचा होने के कारण बीजेपी का ध्रुर्वीकरण का प्रयोग सफल होता नहीं लगता फिर भी पार्टी वहां ऊंची हिंदू जातियों का वोट एकजुट करने की उम्मीद में है. मोदी ने अप्रैल में शिवगिरि मठ के निमंत्रण पर अचानक केरल का दौरा किया था. उनका इरादा राज्य में कम से कम दो लोकसभा सीटें जीतने का है. माता अमृतानंदमयी के षष्ठीपूर्ति उत्सव में हिस्सा लेने के लिए मोदी सितंबर में फिर केरल जा रहे हैं.
कांग्रेस के कई नेताओं और बीएसपी की नेता मायावती का आरोप है कि बीजेपी सपा के साथ मिलकर मुजफ्फरनगर में शांति से साथ रहते आए जाटों और मुसलमानों का सांप्रदायिक विभाजन कर रही है. बीजेपी पर असम, बिहार, पश्चिम बंगाल और जम्मू में भी हिंसा भड़काने का आरोप है. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने तो ट्विटर पर यह भी कह दिया कि गैर बीजेपी शासित सभी राज्यों को सतर्क रहना चाहिए. लेकिन बीजेपी का नेतृत्व ऐसे आरोपों को निराधार बताता है.
तुष्टिकरण की नई लहर
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तो मुसलमानों के किसी भी आयोजन में जाने के लिए अपना हुलिया ही बदल लेती हैं. वे हिजाब पहनती हैं, भाषणों में उर्दू के शब्दों का प्रयोग करती हैं और समर्थन जुटाने की कोशिश में बड़ी महारत से नमाज भी अदा करती हैं.
कालीघाट में उनके निवास के बाहर टंगी उनकी हिजाब वाली बड़ी सी तस्वीर उनकी धर्मनिरपेक्षता की साक्षी है. मुस्लिम छात्रों और युवा स्नातकों के अलावा उन्होंने मुअज्जिनों को मासिक वजीफा देने और अपनी प्रिय, 'निज गृह, निज भूमि’ योजना के तहत भूमिहीन और बेघर इमामों को फायदा पहुंचाने की योजना भी चला रखी है.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी और सपा जहां रियायतों और कड़े सार्वजनिक बयानों से मुसलमानों को रिझाने में लगी हैं वहीं कांग्रेस पार्टी की योजना उनके मुकाबले दबी-छिपी है. जब से मोदी बीजेपी के अगुआ बनकर उभरे हैं तब से कांग्रेस का प्रचार विभाग आने वाले चुनावों में सांप्रदायिकता की आग से चिंतित है. उत्तर प्रदेश के पार्टी प्रभारी महासचिव मधुसूदन मिस्त्री के अनुसार दुर्भाग्य की बात है कि लाशों की सियासत करने वाले अब प्रधानमंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे हैं.
इसके अलावा कांग्रेस पार्टी अल्पसंख्यकों के हित में यूपीए सरकार की योजनाओं पर जोर दे रही है जिनमें महिला समृद्धि, नई रोशनी और सीखो और कमाओ जैसी योजनाओं के जरिए मुस्लिम महिलाओं के लिए कुशल नौकरियों के साथ शिक्षा सुविधाओं का प्रावधान है. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है, ''मुख्य विपक्षी दल देश को बांट रहा है. हम तो बस उसकी हरकतों का जवाब दे रहे हैं.” उन्होंने माना कि भ्रष्टाचार और नीतिगत ठहराव के आरोपों में उलझे यूपीए के लिए यह ध्रर्वीकरण वरदान साबित हो सकता है.
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुसलमानों को रिझने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रखी. जून में जयपुर में उन्होंने जाने-माने मुस्लिम नेताओं की एक सभा में सवाल किया था, ''आपको खुश करने के लिए मैं क्या करूं? आप जो चाहेंगे वह मिलेगा.” राजस्थान की आबादी में मुसलमानों की हिस्सेदारी 9 प्रतिशत है तथा 5 से 7 लोकसभा सीटों पर उनका सीधा प्रभाव है.
पर रियायतों और योजनाओं की घोषणा करना अलग बात है और उन पर अमल उससे भिन्न है. ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, सोनीपत में प्रोफेसर, समाजशास्त्री शिव विश्वनाथन का कहना है, ''ध्रुवीकरण की राजनीति और वोट खरीदने की राजनीति को लेकर आपस में मिला दें तो आज का लोकतंत्र बन जाएगा.”
आम चुनाव से पहले सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने की पूरी कोशिश होगी. और यह अनुमान लगाने के लिए राजनीति का जानकार होना जरूरी नहीं है कि इससे सबसे ज्यादा किस पार्टी को फायदा होगा.
—साथ में भावना विज अरोड़ा, कुमार अंशुमन, कौशिक डेका, राजेश शर्मा, सौधृति भबानी, अमिताभ श्रीवास्तव और रोहित परिहार |
बेस्ट ऑफ लक युवराज, फिर करो दुनिया पर राज | शनिवार को जब युवराज सिंह टीम इंडिया की जर्सी में विशाखापट्टनम के मैदान पर उतरेंगे, यकीन मानिये 120 करोड़ भारतीयों का 240 करोड़ हाथ उनकी जयजयकार में उठेगा.
युवराज सिंह पर विशेष कवरेज
क्रिकेट की दुनिया तो पहले से ही युवराज के सजदे में झुकी हुई है. क्रिकेट के दिग्गजों का मानना है कि युवराज एक बार फिर आपको वो सबकुछ कर दिखाएंगे जो सालों साल देश के लिए करते रहे हैं.
क्रिकेट में वापसी के घंटे गिन रहे हैं युवी
टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी तो उसी दिन खुशी से उछल पड़े थे जब उन्हें पता चला कि युवराज टीम में आ गये हैं. उनकी आवाज, उनकी आंखें और उसका अंदाज़ ये बयां कर रहा था कि ये खबर उनके लिए कितनी अहम है.
T-20 वर्ल्डकप: टीम में युवराज सिंह की वापसी
धोनी की खुशी इसलिए कई गुना बढ़ गई क्योंकि किसी ने कल्पना तक नहीं की थी कि कैंसर को हराकर युवराज इतनी जल्दी मैदान पर विरोधियों को हराने के लिए तैयार हो जाएंगे. जो जज्बा उन्होंने दिखाया उसे सलाम किये बगैर हिंदुस्तान रह नहीं सकता. कहने को क्रिकेट गेंद और बल्ले का आसान सा दिखने वाला खेल है लेकिन क्रिकेट से जुड़े लोग जानते हैं इतने कम समय में वापसी के लिए युवराज ने कितना जोर लगाया होगा.
क्रिकेट की दुनिया को फख्र है कि उसका ये जांबाज जिंदंगी की सबसे बड़ी जंग जीतकर उसमें नया अध्याय जोड़ने आया है.
युवराज को है सौगातें देन की उनकी आदत
युवराज को देश को सौगातें देन की उनकी आदत है. या यूं कहें इस काम में उन्हें महारत है. इसकी शुरुआत उन्होंने अपने जिंदगी के सबसे पहले वर्ल्ड कप से कर दिया था. जनवरी 2001 में उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में देश को चैंपियन बनाया. उस टूर्नामेंट में युवराज थे मैन ऑफ द टूर्नामेंट.
युवराज की अदा और बोल, देखिए तस्वीरों में...
इसके बाद इंतजार थोड़ा लंबा हुआ. लेकिन पहले ही वर्ल्ड टी-20 में उन्होंने जो धमाल किया वो अफसाना ही बन गया. इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंद में 6 छक्के और सेमीफाइनल कंगारू गेंदबाजों की क्लास.
और फिर जब भारत में एकदिवसीय वर्ल्ड कप हुआ तो हिंदुस्तान ने एकबार युवराज का वही अवतार देखा. हालांकि कि यही दौर था जब उन्हें कैंसर ने जकड़ दिया था. लेकिन युवराज ने अपनी जान तक की परवाह नहीं की. और देश को बनाया विश्व चैंपियन. अब युवराज को खिताबी जीत का चौका लगाना है. इसी तैयारी में वो जी-जान जुटे हैं.
वापसी पर सबसे ज्यादा खुश है मां
क्रिकेट बिरादरी जब इतनी खुश है तो सोचिये जरा इस जांबाज की मां कितनी खुश होंगी. कैंसर से लड़े युवराज लेकिन अपने लड़के को सबसे बड़ा लड़ाका उनकी मां ने ही तो बनाया.
इलाज के बाद युवराज ने कहा था मैं रोता था लेकिन मां नहीं रोती थी. ऐसा नहीं कि वो पत्थर दिल हैं, दरअसल उन्हें एहसास था अगर वो टूटीं तो उनका बेटा भारी मुसीबत में फंस जायेगा. वो आज अपने बेटे को वापसी के मुकाम तक लायीं हैं इस विश्वास के साथ की युवराज एक बार फिर विजेता ही साबित होंगे.
बॉलीवुड भी बोला, वेलकम युवराज...
बॉलीवुड तो इतना खुश है मानों उसकी तमाम मुरादें एक साथ पूरी हो गईं हों. बॉलीवुड के तमाम सितारों से क्रिकेट के इस सितारे की दोस्ती थी. वो सभी आज अपने दोस्त से कह रहे हैं लड़ो जीत तुम्हारी ही होगी.
बॉलीवुड का युवराज से तकरीबन उतना ही गहरा और पुराना रिश्ता है जितना युवराज का क्रिकेट से. युवराज के स्टाइल और स्टेटमेंट से कई सितारों तक को रश्क रहा है और अब जब युवराज मैदान पर उतर रहे हैं तो हर किसी को हिम्मत दिखाने और कुछ कर गुजरने की प्रेरणा मिल रही है. सितारें चाहते हैं कि ये सितारा एक बार फिर चमके और अबकी जब चमके तो चमकता ही रहे. युवराज की वापसी ने सरहदों की सारे हदें तोड़ दी है. पाकिस्तानी कलाकार भी चाहते हैं कि युवराज दिलों जान से खेलें और ऊपर वाला ऐसा करने में उनकी मदद करे.
हर खिलाड़ी चाहता है हमेशा चमकता रहे युवराज
दूसरे खेलों के खिलाड़ियों को अकसर क्रिकेट से शिकायत होती है. लेकिन अब जबकि युवराज एक्शन में आने वाले हैं तो सबकी चाहत है कि देश का नाम रौशन करें और अपनी जिंदगी भी. चंद दिनों पहले युवराज राष्ट्रपति भवन में थे. अर्जुन पुरस्कार लेने. उस शाम सबसे ज्यादा तालियां तब बज़ीं जब युवराज का नाम पुकारा गया. इसलिए नहीं कि युवराज क्रिकेटर हैं. बल्कि इसलिए कि वो खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल हैं.
चाहे वो खिलाड़ी किसी भी खेल से जुड़ा क्यों ना हो और अब जब युवराज कैंसर को हराकर क्रीज़ पर उतरने जा रहे हैं तो सबने उन्हें शुभकामनाएं भेंजी हैं.
एक खिलाड़ी के खुशी और ग़म को एक खिलाड़ी ही सबसे करीब से जानता है. ये खिलाड़ी जानते हैं कि युवराज के लिए वापसी की चुनौती कितनी बड़ी थी. सबको एहसास रहा है कि युवराज का दांव अगर उल्टा पड़ा तो बड़ी परेशानी हो सकती थी. लेकिन परेशानियों को पीटते हुए युवराज जब यहां तक पहुंच आये तो सब चाहते हैं कि वो और कई नई मिसालें कायम करें.
सही भी है हिंदुस्तान युवराज की वापसी का जश्न मना रहा है. कल वो और शिद्दत से उन्हें सलाम ठोंकेगा. क्योंकि युवराज जिस राह पर निकल पड़े हैं वो राह उन्हें इतिहास में वो मुकाम दिला सकती है जो जिसे पीढियां सराहती ही रहें. |
गठबंधन में फंसी महाराष्ट्र की सरकार, नंबर गेम की दुहाई देकर NCP ने भी खड़े किए हाथ | सोमवार को दिनभर चलता रहा मुलाकातों का दौर
अब तक साफ नहीं हो पाया किसकी बनेगी सरकार
महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं. सरकार गठन को लेकर महाराष्ट्र का दंगल दिल्ली पहुंच चुका है. सोमवार को बैठकों का दौर चलता रहा. एक ओर जहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की तो वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले. मुलाकात के बाद शरद पवार ने नंबर गेम की दुहाई देते हुए कहा कि जनता ने हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है. हम फिलहाल हालात पर नजर रखे हैं.
वहीं, शिवसेना बीजेपी पर लगातार दबाव बना रही है, लेकिन बीजेपी अभी भी फूंक-फूंककर कदम रख रही है. पार्टी शिवसेना से बातचीत के लिए दरवाजे खोले हुई है. बीजेपी फिलहाल इंतजार करो और देखो की रणनीति पर काम करेगी.
बीजेपी और शिवसेना के बीच पूरा विवाद 50-50 फॉर्मूले को लेकर है. शिवसेना बार-बार बीजेपी को उसका वादा याद दिलाई ला रही है तो वहीं बीजेपी राजी होने को तैयार नहीं है.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, 50-50 फॉर्मूले का मतलब
सरकार
में बराबरी की हिस्सेदारी से था. ढाई-ढाई साल के सीएम पद के लिए नहीं था. मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी पीछे हटने को तैयार नहीं है. पार्टी इसपर कोई समझौता नहीं करेगी. हालांकि बीजेपी मंत्रालय बांटने को तैयार है. साथ ही उपमुख्यमंत्री पद भी देने को तैयार है. बीजेपी को उम्मीद है कि शिवसेना से गतिरोध 8 नवंबर तक सुलझ जाएगा.
शाह की शरण में फडणवीस
महाराष्ट्र का मामला सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री
देवेंद्र फडणवीस
अमित शाह की शरण में पहुंचे. दोनों नेताओं की ये मुलाकात दिल्ली में हुई. अमित शाह से मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वो किसी के बयान पर कुछ नहीं कहना चाहते हैं. हालांकि, फडणवीस ने कहा कि मुझे विश्वास है और जल्द ही सरकार बनेगी. माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार 2014 नहीं दोहराएगी. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी राज्य में अल्पमत की सरकार नहीं बनाएगी.बता दें कि 2014 में बीजेपी 122 विधायकों के साथ सरकार बनाई थी और एनसीपी ने उसे बाहर से समर्थन दिया था. हालांकि बाद में शिवसेना सरकार में शामिल हो गई थी.
'सरकार नहीं बनने के लिए शिवसेना जिम्मेदार नहीं'
शिवसेना अपनी पार्टी का मुख्यमंत्री बनाने पर अड़ी है. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. शिवसेना को भले ही बीजेपी से आधी सीटें मिली हों, लेकिन वो मुख्यमंत्री पद पाने के लिए अटैकिंग मोड में है. मुलाकात के बाद तो सरकार के पेच का ठीकरा उन्होंने बीजेपी पर फोड़ दिया. उन्होंने कहा कि सरकार बनने में शिवसेना कोई रोड़ा नहीं अटका रही है, जिसके पास बहुमत हो वो सरकार बनाए. सरकार नहीं बनने के लिए शिवसेना जिम्मेदार नहीं है.
शिवसेना का दावा- सीएम हमारा होगा
शिवसेना बीजेपी के साथ अक्सर प्रेशर पॉलिटिक्स का सहारा लेती रही है, लेकिन इस बार तो शिवसेना ने बीजेपी का ब्लड प्रेशर बढ़ा दिया है. शिवसेना के तेवर तीखे हैं, वो झुकने के लिए तैयार नहीं है. बीजेपी पर दबाव डालने के लिए भी उसने एनसीपी से संपर्क साधा. शिवसेना का दावा है कि उसे 170 विधायकों का समर्थन हासिल है. इसके दम पर ही शिवसेना दावा कर रही है कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा.
शिवसेना को मिल सकते हैं ये मंत्रालय
बीजेपी खेमे से जो खबरें छन छनकर आ रही हैं, उनके मुताबिक बीजेपी शिवसेना के मुख्यमंत्री की मांग को कतई नहीं मानेगी बीजेपी. बीजेपी शिवसेना को राजस्व और वित्त या फिर पीडब्लूडी मंत्रालय दे सकती है. इसके अलावा कृषि या शहरी विकास या फिर जल संसाधन मंत्रालय भी बीजेपी शिवसेना को दे सकती है.
पवार और सोनिया गांधी की हुई मुलाकात
बीजेपी और शिवसेना के घमासान के बीच शरद पवार ने सोनिया गांधी से मुलाकात की. सोनिया से मिलने के बाद शरद पवार ने कहा शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि जनता ने उन्हें विपक्ष में बैठने के लिए चुना है. सोनिया से मुलाकात के बाद भी पवार ने अपने पत्ते पूरी तरह से नहीं खोले हैं.
एक ओर जहां एनसीपी की ओर से बयान आता है कि शिवसेना का सीएम होना मुमकिन है तो वहीं पवार कहते हैं कि हम विपक्ष में बैठेंगे. आशंका जताई जा रही थी पवार आज या कल अपने पत्ते खोल देंगे लेकिन अब तक उनका रुख साफ नहीं हुआ है. |
दुआएं कर रही हैं काम, जयललिता जल्द जनता के बीच लौटेंगी: AIADMK | ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) ने दावा किया है कि उनकी पार्टी की प्रमुख और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता के 'स्वास्थ्य में काफी सुधार' हुआ है और उन्होंने 'सामान्य जीवन जीना' शुरू कर दिया है. बता दें कि जयललिता बीते एक महीने से अस्पताल में भर्ती हैं.
AIADMK ने ये विश्वास भी जताया है कि
जयललिता
शीघ्र ही जनसेवा की शुरुआत कर देंगी. पार्टी प्रवक्ता पनरुत्ती एस रामचंद्रन ने बताया कि 22 सितंबर से चेन्नई में अपोलो अस्पताल में भर्ती जयललिता के स्वास्थ्य में प्रगति हुई है और वे गरीब लोगों के कामों के लिए शीघ्र लौट आएंगी. प्रवक्ता के मुताबिक लोग जयललिता की वापसी को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं और उनकी दुआएं काम कर रही हैं.
पार्टी की एक और प्रवक्ता सी आर सरस्वती ने कहा है कि डॉक्टरों ने कहा है कि जयललिता का
स्वास्थ्य
अब बहुत ठीक है लेकिन उन्हें निगरानी के लिए कुछ वक्त और अस्पताल में रखा जाएगा. प्रवक्ता के मुताबिक जयललिता अब सामान्य खाना ले रही हैं
जयललिता को 22 सितंबर को बुखार और डिहाइड्रेशन की वजह से अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके इलाज के लिए एम्स दिल्ली और लंदन से भी विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाया गया. |
चंदा कोचर के खिलाफ जारी जांच का दायरा बढ़ने की आशंका | आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर के खिलाफ जांच का दायरा बढ़ सकता है. आईसीआईसीआई बैंक ने गुरुवार को कहा कि उसकी प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी चंदा कोचर के खिलाफ जारी जांच से आगे और पड़ताल की नौबत आ सकती है. इससे लागत बढ़ने के साथ उसकी साख पर भी असर पड़ेगा.
बैंक की ऑडिट कमेटी ने जून में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बीएन श्रीकृष्णा की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र जांच समिति गठित की. समिति का काम चंदा के खिलाफ विभिन्न आरोपों की जांच करना है. इन आरोपों में भाई-भतीजावाद, एक-दूसरे को लाभ पहुंचाना और वीडियोकॉन समूह तथा उनके पति दीपक कोचर के नियंत्रण वाली कंपनी के बीच लेन-देन में हितों का टकराव शामिल हैं.
आईसीआईसीआई बैंक
ने अमेरिकी प्रतिभूति एंव विनिमय आयोग (यूएस एसईसी) को 31 जुलाई को दी सूचना में कहा कि नियामकीय और प्रवर्तनक प्राधिकरणों द्वारा जांच का जोखिम बढ़ा है. इससे हमारी साख पर असर पड़ सकता है. इससे अतिरिक्त लागत उठानी पड़ सकती है, जिससे कारोबार करने की क्षमता पर असर पड़ सकता है.
गौरतलब है कि जांच के चलते कोचर को छुट्टी पर भेजा गया है. वह 19 जून 2018 से छुट्टी पर हैं. इस बीच बैंक ने संदीप बख्शी को बैंक का मुख्य संचालन अधिकारी नियुक्त किया है. वह सीधे बोर्ड को रिपोर्ट करते हैं.
3,250 करोड़ के लोन में हेरा-फेरी का है आरोप
दरअसल, ICICI बैंक और वीडियोकॉन ग्रुप के निवेशक अरविंद गुप्ता ने
चंदा कोचर
पर आरोप लगाया था कि कोचर ने वीडियोकॉन को कुल 3250 करोड़ रुपये के ऋण मंजूर करने के बदले में गलत तरीके से निजी लाभ लिया. जिसके बाद मामले में बैंक की सीईओ और एमडी चंदा कोचर और उनके पति की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. |
NEWSWRAP: पढ़ें, बुधवार शाम की 5 बड़ी खबरें | देश भर में मॉब लिंचिंग पर मचे सियासी घमासान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि लिंचिंग की घटनाओं को बेवजह तूल दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर मॉब लिचिंग की बात करते हैं तो 1984 क्या था ? पढ़ें, बुधवार की शाम 5 बड़ी खबरें.
1- मॉब लिंचिंग को तिल का ताड़ बना रही कांग्रेस, इंसान भी जरूरी और गाय भी: CM योगी
देश भर में मॉब लिंचिंग पर मचे सियासी घमासान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि लिंचिंग की घटनाओं को बेवजह तूल दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर मॉब लिचिंग की बात करते हैं तो 1984 क्या था ?
2- मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में करप्शन का दीमक, घूसखोरी खा गई घर बनाने का पैसा
गरीबों को मकान मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट लांच किया था, जिसे हम 'प्रधानमंत्री आवास योजना' के तौर पर जानते हैं. लेकिन तमाम सरकारी योजनाओं की तरह इस योजना में भी भ्रष्टाचार का दीमक लग चुका है. दरअसल, यूपी के गोंडा जिले में ही अबतक 2032 लोग चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें अपात्र (अयोग्य) होने के बावजूद इस योजना से पैसा मिल गया है.
3- फैक्ट चेक: क्या BJP MLA ने खुद पीठ पर चावल के बोरे लाद राहत कैंप तक पहुंचाए?
असम में बाढ़ की स्थिति अब काफी बेहतर है. लेकिन सोशल मीडिया पर प्रभावित क्षेत्रों में तबाही और राहत कार्यों का दावा करने वाली तस्वीरें और वीडियो अब भी सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से शेयर की जा रही हैं. ऐसी ही एक तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसमें बीजेपी के एक विधायक को पीठ पर चावल का बोरा लेकर राहत कैम्प में जाते देखा जा सकता है. इस अच्छे काम के लिए बीजेपी विधायक की सोशल मीडिया पर जमकर वाहवाही भी की जा रही है.
4- IND vs ENG: शास्त्री का अंग्रेजों को संदेश- भारत आओ तो शिकायत मत करना
भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा कि वर्तमान टीम शिकायत करने में विश्वास नहीं रखती. वह इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की संभवत: कड़ी सीरीज के दौरान अपने प्रदर्शन के लिए मुश्किल परिस्थितियों का बहाना नहीं बनाएगी.
5- फैसले के खिलाफ सेशन कोर्ट पहुंचे सैफ, लगा था NRI को पीटने का आरोप
सैफ अली खान ने छह साल पुराने एक पुलिस मामले में निचली अदालत के एक फैसले के खिलाफ सेशन कोर्ट का रुख किया है. 2012 में सैफ पर एक फाइव स्टार होटल में एक एनआईआर को अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर पीटने का आरोप लगा था. |
गाजियाबाद: दिन दहाड़े युवती की गोली मारकर हत्या | यूपी के गाजियाबाद में बाइक सवार बदमाशों ने दिन दहाड़े एक युवती की गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात को अंजाम देकर हमलावर फरार हो गए. मौके पर मौजूद लोगों ने पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
मामला गाजियाबाद के राजेंद्र नगर का है.
मृतका की पहचान
रमा चतुर्वेदी के रूप में हुई है. रमा नोएडा के एक कॉल सेंटर में बतौर असिस्टेंट मैनेजर काम करती थी. वह राजेंद्र नगर में एक किराए के फ्लैट में रहती थी. उसके फ्लैट से कुछ दूरी पर करण गेट पुलिस चौकी भी है. घटना के समय आरोपियों ने उसे फोन कर घर से बाहर बुलाया था.
रमा आरोपियों से मिलने बाहर पहुंची. जैसे ही वह बाहर आई उन अज्ञात लोगों ने उस पर दो गोलियां दागी और वहां से फरार हो गए. मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस सूचना पर घटनास्थल पहुंची और आस-पास के लोगों से पूछताछ की.
पुलिस के मुताबिक,
आरोपी
पीड़िता के जानकार थे. यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ हो सकता है. मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. फिलहाल, इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है. |
राहुल के भाषण पर राम माधव का तंज, कांग्रेस खुश क्योंकि 'बेटा बोल रहा है' | कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का विदेशी धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर हमले करने का सिलसिला जारी है. बीती रात न्यूयॉर्क में इंडियन नेशनल ओवरसीज कांग्रेस (आईएनओसी) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अप्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए राहुल ने असहिष्णुता, बेरोजगारी का मुद्दा उठाया.
बीजेपी की ओर से पार्टी महासचिव राम माधव ने राहुल पर पलटवार करते हुए ट्वीट किए. राम माधव ने राहुल का मजाक उड़ाते हुए लिखा- 'नौकरियां नहीं थीं, यूपीए हार गया, नौकरियां न होने की वजह से ही मोदी हारेंगे. मैं पीएम बनने को तैयार हूं लेकिन नौकरियां कैसे पैदा होंगी, मुझे नहीं पता' कांग्रेस इस बात से ही खुश है कि बेटा बोल तो रहा है.
राम माधव ने थोड़ी देर बाद ही ऐसा ही एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने राहुल का यही बयान दोहराते हुए लिखा कि कांग्रेस खुश है. बच्चा 48 साल का हो गया है.
राम माधव ने
इसके बाद राहुल के भाषण का 45 सेकंड
का एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें राहुल भारत के विकास में एनआरआई के योगदान का जिक्र कर रहे हैं. उन्होंने लिखा कि ये बुद्धि का एक और नमूना है कि गांधी-नेहरू एनआरआई थे और कांग्रेस एनआरआई का आंदोलन था.
गौरतलब है कि जब से राहुल गांधी अमेरिका गए हैं तब से वे
तकरीबन हर कार्यक्रम में मोदी सरकार
पर हमला बोल रहे हैं. बीजेपी ने पिछली बार उनके बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी और उन्हें जवाब देने के लिए सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी. |
उमर ने पर्यटकों से की अपील, कश्मीर यात्रा रद्द ना करें | जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को पर्यटकों से अपील की कि वे कश्मीर में बाढ़ के खतरों के मद्देनजर अपनी बुकिंग रद्द नहीं करें. उमर ने ट्वीट लोगों से ये अपील की.
उमर ने ट्विटर पर लिखा, ‘आपमें से जिसने भी कश्मीर की यात्रा के लिए बुकिंग की है वो इसे रद्द नहीं करें. बल्कि मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इस बात को देखने के लिए प्रतीक्षा करें कि स्थिति में कैसे प्रगति होती हैं.’ नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि पिछले साल सितंबर में आई बाढ़ के समय से पर्यटन उद्योग के लिए काफी बुरा साल रहा है.
उमर ने अपने फॉलोअरों से कहा कि वे उनके ट्वीट को रीट्वीट करें ताकि घाटी के पर्यटन उद्योग की मदद की जा सके.
इनपुट: भाषा
Those of you with bookings to visit Kashmir please PLEASE don't rush to cancel. In stead I request you wait to see how things develop 1/n
— Omar Abdullah (@abdullah_omar)
March 31, 2015
The Tourist industry had a disastrous Autumn & a really bad winter because of the floods. Finally things were looking up in April 2/n
— Omar Abdullah (@abdullah_omar)
March 31, 2015
Now because of the recent rains & accompanying news stories hotels are reporting up to 40% cancellations which is a disaster for them 3/n
— Omar Abdullah (@abdullah_omar)
March 31, 2015
So my earnest appeal to you is please keep the faith, don't rush to cancel. Wait to see how the next few days go & then decide. Thanks 4/4
— Omar Abdullah (@abdullah_omar)
March 31, 2015
I've never asked for RTs before but as a favour to the tourist industry of Kashmir please RT my last 4 tweets as many times as possible. Tks
— Omar Abdullah (@abdullah_omar)
March 31, 2015 |
अहमद पटेल की नैया पार लगाने वाले वसावा से गठबंधन का फॉर्मूला तय नहीं | गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और शरद यादव की जेडीयू एक साथ सियासी रणभूमि में उतरने की तैयारी है, लेकिन दोनों दलों के बीच गठजोड़ का फार्मूला अभी तय नहीं हुआ है. गुजरात में जेडीयू के खेवनहार विधायक छोटूभाई वसावा हैं. वसावा राज्य की एक दर्जन सीटें मांग रहे हैं, लेकिन कांग्रेस दो-तीन सीट से ज्यादा देने के मूड में नहीं है. इसके चलते कांग्रेस और जेडीयू के बीच गठबंधन का रास्ता तय नहीं हो परा है. ऐसे में वसावा कांग्रेस से अलग भी अपनी राह तलास रहे हैं.
बता दें कि गुजरात राज्यसभा चुनाव में
कांग्रेस दिग्गज नेता अहमद पटेल
की डगमगाती नैया को पार लगाने का काम जेडीयू विधायक छोटूभाई वसावा ने ही किया था. गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपना फोकस हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी पर लगा रखा है, इससे वसावा असहज हो गए हैं.
छोटूभाई वसावा गुजरात के आदिवासी समुदाय के दिग्गज नेता माने जाते हैं. राज्य में करीब
12 फीसदी आदिवासी
मतदाता और राज्य की 27 विधानसभा सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित है. कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में इन 27 सीटों में से 16 पर जीत दर्ज की थी. इसके अलावा एक सीट जेडीयू और 10 सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.
वसावा दक्षिण गुजरात की आदिवासी बहुल्य की करीब एक दर्जन सीट मांग रहे हैं, लेकिन इन्हीं सीटों पर कांग्रेस का दबदबा है. ऐसे में कांग्रेस उन्हें दो से तीन सीट देने को तैयार है. कांग्रेस के इस प्लान पर वसावा राजी नहीं हो रहे हैं. इसके अलावा कांग्रेस डेडियापारा विधानसभा सीट पर अपना दावा पेश कर रही है जहां से छोटूभाई के बेटे महेश वसावा चुनाव लड़ना चाहते हैं. इसी मद्देनजर दोनों के बीच गठजोड़ का फॉर्मूला अधर में लटका हुआ है. बता दें कि जिला परिषद के चुनाव में जेडीयू ने डेडियापारा विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा सीटें जीतकर अपना दबदबा दिखाया है.
जेडीयू का दावा है कि आदिवासी इलाकों की लगभग 20 सीटों पर कई इलाकों में वसावा का प्रभाव है. ऐसे में वो एक दर्जन सीटें मांग रहे हैं. जेडीयू का मानना है कि हार्दिक और जिग्नेश अभी तक कोई राजनीतिक प्रभाव नहीं दिखा सके हैं, जबकि जेडीयू ने पंचायत चुनाव और विधानसभा में एक सीट जीतकर असर दिखाया है. कांग्रेस से उम्मीद के मुताबिक सीट न मिलने से वसावा कांग्रेस के बागी नेता शंकर सिंह वाघेला के साथ भी जाने की संभावना तलाश रहे हैं. |
दीपिका पादुकोण को लोग लेना चाहते हैं गोद | शूजीत सरकार की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'पीकू' में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को अपने बूढ़े पिता का ख्याल रखने वाली एक निस्वार्थ बेटी की भूमिका निभाने के लिए काफी सराहना मिल रही है. लेकिन दिलचस्प बात यह है कि उनकी फिल्म देखने के बाद लोग उन्हें गोद लेना चाहते हैं.
'पीकू'
एक पिता-बेटी के रिश्ते की कहानी है, जिसमें अभिनेता अमिताभ बच्चन ने
दीपिका
के 70 साल के बूढ़े पिता की भूमिका निभाई है. उनका रिश्ता आम पिता-बेटी की तरह है, उनके बीच लाख कहासुनी और लड़ाइयों के बावजूद यह रिश्ता बेहद मधुर एहसास देता है.
इसके अलावा फिल्म में इरफान के साथ
दीपिका
का रिश्ता और तालमेल भी दिलचस्प है. दीपिका ने बताया कि फिल्म को काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. फिल्म में उनका किरदार एक आत्मनिर्भर और खुले विचारों वाली लड़की का है.
दीपिका ने कहा
, 'हम सबने यही सोचा था कि यह एक प्यारी फिल्म है और दर्शकों को कहानी से जोड़ पाएगी. लेकिन हमने इतनी बड़ी कामयाबी की अपेक्षा नहीं की थी, यह तो हमारे नियंत्रण से भी आगे निकल गई है. आपको यह हास्यास्पद लग सकता है, लेकिन मेरे लिए सबसे बड़ी बात यह हुई कि फिल्म देखने के बाद कई लोग मुझे गोद लेना चाहते हैं.' दीपिका ने बताया कि फिल्म 'पीकू' देखने के बाद कई लोगों ने मुझसे कहा कि वे मुझे गोद लेना चाहते हैं. यह बेहद भावविभोर कर देने वाला अनुभव है.'
दीपिका के पिता प्रकाश पादुकोण पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. उनका कहना है कि उनका परिवार भी 'पीकू' देखने के बाद अचंभित रह गया. उन्होंने बताया, 'मेरा परिवार मेरा सबसे बड़ा आलोचक है. वे मेरी सभी फिल्में देखते हैं और हमेशा कहते हैं कि थोड़ा और बेहतर कर सकती थी. लेकिन 'पीकू' देखने के बाद पहली बार उन्होंने मुझे फोन किया और कुछ कहा नहीं.'
दीपिका ने बताया, 'मेरे घरवालों के पास भी
'पीकू'
देखने के बाद कुछ कहने के लिए शब्द नहीं थे.'
इनपुट: IANS |
7 हजार करोड़ लेकर फरार हैं अडाणी के रिश्तेदार, मोदी सरकार ने कराई एफआईआर | देश के बड़े डिफाल्टरों के खिलाफ केंद्र सरकार ने नकेल कसनी शुरू कर दी है. विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए सीबीआई और ईडी की एक संयुक्त टीम इन दिनों लंदन में है, तो दूसरी ओर सरकार ने दूसरे सबसे बड़े डिफाल्टर जतिन मेहता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.
जतिन मेहता विनसम डायमंड्स एंड ज्वैलरी लिमिटेड के चीफ प्रमोटर हैं. टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के मुताबिक एफआईआर में उनके खिलाफ आपराधिक साजिश,
धोखाधड़ी
और सरकारी कर्मचारियों के दुरुपयोग का मामला दर्ज किया गया है.
मेहता का संबंध देश के बड़े
कारोबारियों
में से एक अडाणी परिवार से भी है. रिश्ते में जतिन मेहता उनके समधी लगते हैं. जतिन मेहता पर 7 हजार करोड़ लेकर फरार होने का आरोप है और 2012 से उनकी कोई खबर नहीं है.
बता दें कि जतिन मेहता ने यूपीए शासन के दौरान प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के 13 बैंकों से 7 हजार करोड़ रुपये
कर्ज
के रूप में लिये, जबकि इसके एवज में उन्होंने कोई भी ठोस संपत्ति एक्सचेंज के रूप में ऑफर नहीं की.
क्या है पूरा मामला
1.
बैंकों ने इंटरनेशनल बुलियन बैंक के नाम पर कर्ज किया.
2.
इंटरनेशनल बुलियन बैंक विनसम ग्रुप को गोल्ड की सप्लाई करते हैं.
3.
मेहता का दावा है कि यूएई में चलने वाली 13 कंपनियां उनकी ग्राहक हैं.
4.
इनमें से 12 कंपनियां अबू अबेदा के पास हैं और 1 कंपनी को सुनील मेहता चलाते हैं.
5.
जतिन मेहता का दावा है कि यूएई के ग्राहक पैसा लौटा पाने में असमर्थ हैं.
6.
जांच एजेंसियों के मुताबिक विनसम के यूएई ग्राहकों में बेनामी कंपनियां हैं.
7.
पनामा पेपर्स के मुताबिक जतिन मेहता ने बैंकों से कर्ज ली गई राशि को बहामास में निवेश किया है.
8.
मेहता ने 2012 में भारत छोड़ दिया और 2016 में सेंट किट्स एंड नेविस की नागरिकता ले ली.
9.
बता दें कि सेंट किट्स और नेविस के साथ भारत का कोई प्रत्यर्पण समझौता नहीं है. |
भारत के विरोध के बावजूद जेल से बाहर आया मुंबई हमले का मास्टरमाइंड लखवी | मुंबई आतंकी हमले का अहम आरोपी
जकी-उर-रहमान लखवी
जेल से बाहर आ गया है. गुरुवार को लाहौर हाई कोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था. गुरुवार को कोर्ट ने 10 लाख रुपये के निजी मुचलके पर लखवी को रिहा करने का आदेश दिया था. लखवी के रिहाई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी आपत्ति जताई है.
इससे पहले लाहौर हाईकोर्ट ने 26/11 के मास्टरमाइंड
जकीउर रहमान लखवी
की उस याचिका को एक बार खारिज कर दिया था, जिसमें उसने अपने खिलाफ
हिरासत आदेश को चुनौती
दी थी. लाहौर हाईकोर्ट में लखवी ने पंजाब के गृह विभाग के अपने खिलाफ जारी हिरासत के आदेश को चुनौती देते हुए एक याचिका दाखिल की थी.
उसके वकील रिजवान अब्बासी ने याचिका दाखिल करते हुए अदालत से अपील की थी कि वह लखवी की हिरासत को रद्द करे, क्योंकि यह अवैध है और इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन है. इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने 13 मार्च, 2015 को तीसरी बार लखवी के हिरासत आदेश को निरर्थक करार दिया था. इससे एक दिन पहले ही पंजाब प्रांत के गृह विभाग ने उसके खिलाफ दोबारा हिरासत का आदेश जारी किया था.
गौरतलब है कि लखवी का नाम उन सात लोगों में शामिल है, जिन्होंने साल 2008 में मुंबई हमलों को अंजाम दिया था. 26/11 में संलिप्तता के लिए छह अन्य आरोपी अदियाला जेल में बंद हैं, जिनके खिलाफ सुनवाई चल रही है. माना जाता है कि हमले के समय लखवी प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा का कार्यवाहक प्रमुख था, जिसे भारत ने मुंबई हमले का जिम्मेदार ठहराया है. लखवी के साथ जरार शाह कथित तौर पर मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता हैं. इस हमले में 166 लोग मारे गए थे. |
हमीरपुर में पांच साल की बच्ची के साथ रेप | उत्तर प्रदेश के
हमीरपुर
जिले में एक वहशी दरिंदे
ने पांच साल की एक मासूम को अपनी हवस का शिकार बना डाला. बच्ची को बंधक बनाकर रेप की इस वारदात को अंजाम दिया गया. हादसे के बाद
मासूम बच्ची जिंदगी और मौत
के बीच झूल रही है. जिले में एक सप्ताह के भीतर इस तरह की
यह तीसरी वारदात
है.
हमीरपुर के उजनेड़ी गांव में रहने वाले एक किसान परिवार की
पांच वर्षीय मासूम बच्ची
कक्षा दो में पढ़ती है. शुक्रवार को जब वह स्कूल से वापस लौट रही थी. रास्ते में गांव के ही चालीस वर्षीय शीलू यादव ने उसे रोक लिया और उसे खेत में ले गया. जहां उसके मुंह में कपड़ा ठूस कर जबरन उसके साथ दुराचार किया. घटना के बाद डरी सहमी बच्ची किसी तरह से अपने घर पहुंची. और पूरा मामला अपने मां बाप को बताया.
बच्ची के घरवालों ने शीलू यादव के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों का कहना है कि बहुत ज्यादा खून बह जाने से उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. |
देश और दुनिया के इतिहास में 21 जुलाई | देश और दुनिया का इतिहास कई कारणों से खास है. आज ही के दिन प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं.
1920:
श्री रामकृष्ण परमहंस की धर्मपत्नी शारदा मां का निधन हुआ.
1947:
भारत की
संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज को मंजूरी दी.
1947:
भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी चेतन चौहान का जन्म हुआ.
1963:
काशी विद्यापीठ को विश्वविद्यालय का दर्जा मिला.
2007:
हैरी पॉटर सीरिज की आखिरी किताब 'हैरी पॉटर एंड द डेवली हैलोज' जारी की गई.
2007:
प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं.
2013:
बेल्जियम के महाराज अल्बर्ट द्वितीय ने बेटे फिलिप की ताजपोशी के लिए राजगद्दी छोड़ी. |
उच्चतम न्यायलय ने कर्नाटक में उप-लोकायुक्त की नियुक्ति रद्द की | उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) चंद्रशेखरैया की कर्नाटक के उप लोकायुक्त के तौर पर नियुक्ति इस आधार पर रद्द कर दी कि सरकार ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के साथ परामर्श के बिना उनकी नियुक्ति की है.
न्यायमूर्ति के एस राधाकृष्णन और न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर की पीठ ने व्यवस्था दी कि उप लोकायुक्त की नियुक्ति से पहले मुख्य न्यायाधीश के साथ विचार-विमर्श जरूरी है और मुख्यमंत्री ने मुख्य न्यायाधीश के साथ कोई सार्थक परामर्श नहीं किया.
पीठ ने हालांकि स्पष्ट किया कि यह न्यायमूर्ति चंद्रशेखरैया के खिलाफ नहीं है और राज्य सरकार इस पद पर नियुक्ति के लिए उनके नाम पर पुन: विचार कर सकती है. पीठ ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मुख्य न्यायाधीश से परामर्श न करके गलती की है और उप लोकायुक्त की नियुक्ति को अभी से अवैध माना जाए.
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने पिछले साल तीन अप्रैल को न्यायमूर्ति चंद्रशेखरैया की उप लोकायुक्त के तौर पर नियुक्ति को यह कहकर रद्द कर दिया था कि उनके चयन की प्रक्रिया 'कानून सम्मत' नहीं है. उच्च न्यायालय ने पिछले साल 21 जनवरी को कर्नाटक सरकार की उस अधिसूचना को रद्द कर दिया था, जो चंद्रशेखरैया की उप लोकायुक्त की नियुक्ति के संबंध में जारी की गई थी.
पीठ ने कहा था कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने जो चयन प्रक्रिया अपनाई वह कानून सम्मत नहीं है इसलिए यह नियुक्ति गैर कानूनी, असंवैधानिक और अवैध है. इसने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह नये उप लोकायुक्त की तलाश के लिए लोकायुक्त कानून के अनुरूप ताजा चयन प्रक्रिया शीघ्र शुरू करें, क्योंकि इस पद को अधिक समय तक रिक्त नहीं रखा जा सकता. अदालत ने चयन के लिए दिशानिर्देश भी सुझाए, जिनमें मुख्य न्यायाधीश की राय का जरूरी बताया गया. |
क्या बैंकों के और बुरे दिन आने वाले हैं, सरकार के लिए बढ़ेगा संकट? | केंद्र की मोदी सरकार चार साल का कार्यकाल पूरा करके चुनावी वर्ष में प्रवेश कर चुकी है. उसे इस साल अपनी उपलब्धियों के तमगे पहनकर जनता के सामने जाना है. लेकिन रिजर्व बैंक की ताज़ा रिपोर्ट सरकार के लिए संकट की घड़ी का संकेत दे रही है.
हम बात कर रहे हैं भारत में बैंकिंग की लगातार बिगड़ती स्थिति की. RBI की ताज़ा रिपोर्ट को देखें तो ऐसा लगता है कि अगली 2-3 तिमाही यानी छह से नौ महीने का समय बैंकिंग सेक्टर के लिए और भी बुरा वक्त साबित हो सकता है.
और यह स्थिति केवल सरकारी बैंकों के बाबत नहीं है, पूरा का पूरा बैंकिंग सेक्टर इसकी चपेट में आता नज़र आ रहा है. सचमुच सरकार के लिए ये संकेत खासे चिंताजनक हैं.
आपको याद होगा कि पिछला वित्त वर्ष देश की बैंकिंग व्यवस्था के लिए बेहद खराब साबित हुआ था. जहां पिछले साल महज दो सरकारी बैंकों ने नेट प्रॉफिट के साथ साल को खत्म किया वहीं बाकी बैंकों ने मिलकर कुल 87,000 करोड़ रुपये का घाटा उठाया.
इसे पढ़ें... बैड लोन से बैंकों को अभी राहत नहीं, 2019 तक 12% हो सकता है NPA: RBI
बैंकिंग की यह बदतर होती हालत पिछले साल महज सरकारी बैंकों तक नहीं सीमित रही. एनपीए (NPA- Non Performing Assets) की मार के चलते शेयर बाजार पर लिस्टेड कुल 38 बैंकों का गंदा कर्ज यानी बैड लोन 10 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया.
और भी बुरे दिन?
हाल में जारी हुई रिजर्व बैंक की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट का मानना है कि पहले से बिगड़ी बैंकिंग व्यवस्था के लिए अभी इससे खराब दिन आने वाले हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक देश में सरकारी और निजी बैंकों की कमाई के हिसाब से आने वाली दो-तीन तिमाही बेहद खराब रह सकती हैं. रिजर्व बैंक का दावा है कि मौजूदा तिमाही में कॉमर्शियल बैंकों का बैड लोन बढ़ने जा रहा है. इसके साथ ही मौजूदा वित्त वर्ष की आने वाली कुछ तिमाही में बैंकों के सामने मुनाफा घटने के साथ-साथ उनकी संपत्ति पर खतरा बढ़ सकता है जिसके चलते देश में एनपीए का आंकड़ा नया रिकॉर्ड छू सकता है.
रिजर्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट (FSR) में कहा है कि अगर अर्थव्यवस्था की स्थिति मौजूदा समय के अनुसार रहती है, तो मार्च 2019 तक एनपीए 12.2 फीसदी पर पहुंच सकता है. यह पिछले वित्त वर्ष के 11.6% से ज्यादा होगा.
बैंक के मुताबिक अगली कुछ तिमाही के दौरान मुनाफा घटने की वजह से बैंक अपने संभावित नुकसान को कम करने के लिए पैसे अलग से नहीं रख सकेंगे और इसकी वजह से उनको ऐसे झटकों से जूझने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
रिजर्व बैंक ने दावा किया है कि यदि आर्थिक स्थिति और खराब होती है तो यह आंकड़ा मार्च 2019 तक 13.3 फीसदी के पार भी जा सकता है. आरबीआई ने कहा है कि सरकारी बैंकों के लिए यह अनुपात 17.3% का आंकड़ा छू सकता है.
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रिजर्व बैंक की इस रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद इंडिया टुडे साप्ताहिक के संपादक अंशुमान तिवारी का कहना है कि बीते कुछ तिमाही के दौरान देश में बैंकों की स्थिति केन्द्र सरकार द्वारा किए गए कैपिटल इन्फ्यूजन (अतिरिक्त धन डालना) के बावजूद खराब हुई है. लिहाजा संभव है कि अगली कुछ तिमाही के दौरान सरकारी बैंकों के कुल कर्ज का लगभग पांचवां हिस्सा गंदे कर्ज में बदल सकता है और उनके एनपीए में बड़ा इजाफा हो सकता है.
जाहिर है कि चुनावी वर्ष में अगर बैंकिंग सेक्टर इस तरह का संकट देखने जा रहा है तो न तो यह देश की आर्थिक स्थिति के लिए सहज स्थिति होगी और न ही सरकार इन परिस्थितियों में खुद को लोगों के सामने मज़बूती से खड़ा रख पाने में सक्षम होगी.
केंद्र सरकार के अंदर भी आर्थिक पहलू पर जिस तरह का नेतृत्व संकट और भ्रम देखने को मिल रहा है, उससे किसी राजनीतिक पहल और समाधान के संकेत भी मिलने की गुंजाइश कम ही नज़र आ रही है.
लोगों के लिए बैंकिंग के बारे में आरबीआई की रिपोर्ट चिंता का सबब है लेकिन इससे भी बड़ी चुनौती यह है कि इस संकट से सरकार क्या निपट पाने में सक्षम है और अगर है तो उसके पास संकटमोचक बनने का क्या फार्मूला है. |
शाहनवाज का वार, राहुल ना भूलें उनके पिता-दादी की हत्या आतंकवाद के कारण हुई | कांग्रेस अध्यक्ष
राहुल गांधी
ने वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया है. अब बीजेपी के प्रवक्ता शाहनवाज़ हुसैन ने राहुल पर पलटवार किया है. शाहनवाज़ हुसैन ने कहा कि जो लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश कर रहे हैं, पुलिस ने उन्हें ही गिरफ्तार किया है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उनका बचाव क्यों कर रहे हैं, क्या वह भूल गए हैं कि उनकी दादी
इंदिरा गांधी
और पिता राजीव गांधी की हत्या भी आतंकवाद के कारण हुई थी. राहुल का विरोध करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
बीजेपी नेता ने कहा कि राहुल गांधी वैसे तो प्रधानमंत्री मोदी को संसद में गले लगाते हैं. लेकिन अब प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश हो रही है, तो जिन्हें गिरफ्तार किया गया है राहुल इसका विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एनजीओ के नाम पर हत्या की साज़िश रची जा रही है, ये देश के लिए ठीक नहीं हैं.
क्या था राहुल का बयान...
वामपंथी विचारकों के घरों पर छापेमारी और गिरफ्तारी की वाम दलों और
कांग्रेस
ने निंदा की है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि भारत में केवल एक एनजीओ के लिए जगह है, जिसका नाम आरएसएस है. बाकी सारे एनजीओ को ताला लगा दो. सारे एक्टिविस्टों को जेल में डाल दो और जो इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं उन्हें गोली मार दो. नए भारत में आपका स्वागत है. |
डेविस के तालिबान के साथ थे ‘घनिष्ठ संबंध’: रिपोर्ट | पाकिस्तान के लाहौर शहर में दो सशस्त्र पाकिस्तानियों को गोली चलाकर मार डालने के आरोप में गिरफ्तार
अमेरिकी राजनयिक
रेमंड डेविस के तालिबान के साथ ‘घनिष्ठ संबंध’ थे और वह इस आतंकी समूह के लिए युवाओं की भर्ती कराने के काम में काफी ‘सक्रिय’ था.
तालिबान के साथ डेविस के संबंधों के बारे में एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया. दूसरी ओर पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जमात उद दावा ने
डेविस
को मौत की सजा देने की मांग की है. उसने अमेरिका पर देशभर में बम विस्फोट कराने का आरोप लगाया जिनमें बड़ी संख्या में लोग मारे जा रहे हैं.
अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने पंजाब प्रांत पुलिस के अज्ञात अधिकारियों के हवाले से खबर दी कि डेविस के तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान से संबंध थे. इससे एक दिन पूर्व अमेरिकी मीडिया ने कहा था कि अमेरिकी अधिकारी सीआईए के सुरक्षा ठेकेदार के रूप में काम कर रहा था.
अखबार ने पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा, ‘लाहौर में हुई हत्याएं एक तरह से हमारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए वरदान हैं जिन्हें शक था कि डेविस लाहौर और पंजाब के अन्य प्रांतों में आतंकी गतिविधियों की योजना तैयार करता है.’ अधिकारी ने कहा, ‘पूछताछ के दौरान तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के साथ उसके संबंधों का खुलासा हुआ. डेविस तालिबान के लिए पंजाब के युवाओं की भर्ती में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था ताकि खूनी विद्रोह को बढ़ावा दिया जा सके.’
इस खुलासे के साथ ही पंजाब सरकार ने अदालत से आग्रह किया कि डेविस पर उच्च सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल में मुकदमा चलाया जाए जिसे अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने स्वीकार कर लया. अखबार ने सूत्रों के हवाले से कहा कि डेविस के मोबाइल फोन के कॉल रिकॉर्ड में डेविस का 33 पाकिस्तानियों के साथ कथित संपर्क स्थापित हुआ जिनमें से 27 लोग प्रतिबंधित आतंकी संगठन तालिबान और लश्कर ए झंगवी के सदस्य हैं.
रिपोर्ट में दावा किया गया, ‘डेविस ऐसी योजना के तहत काम कर रहा था जिससे अमेरिका की यह बात साबित हो सके कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार सुरक्षित नहीं हैं.’ इसमें कहा गया, ‘इस मकसद के लिए वह तालिबान का एक समूह स्थापित कर रहा था जो उसकी कोशिश को सफल कर सके.’
पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने 2006 में अमेरिका के साथ एक गुप्त समझौता किया था जिससे सीआईए पाकिस्तान में गुप्त रूप से अपना अभियान चला सके. एक सूत्र ने अखबार से कहा कि हालांकि, ‘सरकार और सुरक्षा एजेंसियां यह जानकर आश्चर्यचकित रह गईं कि डेविस और उसके कुछ सहकर्मी ऐसी गतिविधियों में लिप्त थे जो समझौते के अनुरूप नहीं थीं.’
सूत्र ने दावा किया कि डेविस का काम पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में तालिबान और अलकायदा के संबंधों का पता लगाना था लेकिन इसकी जगह उसके तालिबान के साथ, ‘घनिष्ठ संबंध’ हो गए. जांचकर्ताओं को डेविस के पास से 158 चीजें मिलीं जिनमें नौ एमएम ग्लॉक पिस्तौल 75 गोलियां एक जीपीएस उपकरण एक इन्फ्रारेड टॉर्च एक वायरलेस सेट दो मोबाइल फोन एक डिजिटल कैमरा एक जीवनरक्षक किट पांच एटीएम कार्ड तथा पाकिस्तानी और अमेरिकी मुद्रा शामिल हैं.
खुफिया अधिकारियों ने दावा किया कि इन चीजों से साबित हो गया है कि डेविस ‘पाकिस्तान के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ गतिविधियों’ में संलिप्त था. डेविस को 27 जनवरी को लाहौर में उस समय गिरफ्तार किया गया जब उसने दो पाकिस्तानियों को गोली चलाकर मार दिया था.
अमेरिकी अधिकारी का दावा था कि ये लोग उन्हें लूटने की कोशिश कर रहे थे. आतंकी संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) के सैकड़ों समर्थकों ने डेविस को मौत की सजा दिए जाने की मांग करते हुए चौबुर्जी से कुरतबा चौक तक मार्च निकाला.
संगठन के नेताओं ने कहा कि जब तक डेविस को फांसी नहीं दी जाती तब तक वे अपना अभियान जारी रखेंगे. उधर पंजाब सरकार के अभियोजन विभाग ने आवेदन दायर कर मांग की कि डेविस पर कोट लखपत जेल में मुकदमा चलाया जाए जहां वह फिलहाल बंद है. अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश यूसुफ औजला ने सरकार के इस आग्रह को स्वीकार कर लिया. |
साउथ कोरिया से वार्ता के बीच नॉर्थ कोरिया ने सरहद पर बढ़ाई सेना | एक तरफ नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीता वार्ता हो रही है, दूसरी तरफ दोनों की सीमा पर सेना की चौकसी बढ़ाई जा रही है. रविवार को नॉर्थ कोरिया ने सीमा पर अपनी फोर्स दोगुनी कर दी. इसके अलावा अपनी कई पनडुब्बियों को भी बेस से रवाना कर दिया है.
सरहदी गांव Panmunjom में रविवार दोपहर दोनों कोरियाई देशों के बीच बातचीत शुरी हुई जो सोमवार को भी जारी रही. इससे पहले शनिवार को भी दोनों देशों के बीच बात हुई. लेकिन
साउथ कोरिया के बॉर्डर पर
से अपने लाउडस्पीकर को ना हटाने के फैसले के बाद वार्ता विफल हो गई. नॉर्थ कोरिया का आरोप है कि उन लाउडस्पीकरों की मदद से साउथ कोरिया उनकी राजनीतिक व्यवस्था और नेता किम जॉग उन की आलोचना करता है और ये साफतौर पर जांग की निशानी है.
साउथ कोरिया के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक वार्ता सफल होता ना देख नॉर्थ कोरिया ने सीमा पर अपनी आर्टिलरी फोर्स बढ़ा दी है. उन्होंने कहा, 'हमें जानकारी मिली है कि नॉर्थ कोरिया की के बेस से करीब 70 पनडुब्बी गायब हैं. एकसाथ इतनी पनडुब्बियों का बेस पर ना होना संदेह पैदा करता है.' उन्होंने कहा, 'जब-जब दोनों देशों के बीच वार्ता होती है, तब-तब नॉर्थ कोरिया
सरहद पर सेना
बढ़ाकर हमपर दबाव बनाने की चाल चलता है.'
गौरतलब है कि लाउडस्पीकरों के मसले पर ही गुरुवार को दोनों देशों के बीच भारी गोलीबारी हुई. हालंकि घटना में किसी की मौत नहीं हुई. लेकिन दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच बीते पांच सालों में वो सबसे गंभीर लड़ाई थी. |
करणी सेना की धमकी- अब तक भंसाली जेल से बाहर कैसे? बीजेपी को सिखाएंगे सबक | संजय लीला भंसाली की बहुप्रतीक्षित फिल्म पद्मावती पर सेंसर बोर्ड और निर्माताओं के बीच कथित समझौते की खबरों के बाद करणी सेना ने देशभर में फिल्म रिलीज के खिलाफ आंदोलन और बीजेपी को सबक सिखाने की धमकी दी है. शुक्रवार को सेंसर बोर्ड पर आरोप लगाते हुए सेना ने कहा, सेंसर चीफ प्रसून जोशी को हटा देना चाहिए. पूरी फिल्म पर सवाल उठाते हुए पूछा कि अब तक फिल्म बनाने वाले संजय लीला भंसाली जेल से बाहर कैसे हैं.
फिल्म की फंडिंग पर सवाल
करणी सेना के नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने जौहर प्रथा के उल्लेख पर नाराजगी जताई. कहा, जौहर इसलिए किया गया था क्योंकि माता पद्मिनी नहीं चाहती थीं कि खिलजी उनके मृत शरीर को भी हाथ लगा सके. अगर जान देनी होती तो वो जहर पीकर भी दे सकती थीं. उनका ये बलिदान महान था.
भंसाली की पद्मावती को ब्रिटेन ने पास किया, पर रिलीज नहीं करना चाहते हैं निर्माता
पद्मावती की फंडिंग पर सवाल उठाते हुए करणी सेना ने कहा, फिल्म उस दौरान बनी जब देशभर में नोटबंदी लागू की गई थी. करणी हमारे पास नोटबंदी के दौर में 4 हजार रुपये भी नहीं थे और इनको फिल्म के लिए कहां से करोड़ों की फंडिंग मिल गई. सरकार इसकी भी जांच कराए.
राज्यवर्धन ने अबतक इस्तीफा क्यों नहीं दिया
करणी सेना ने इस बात पर भी सवाल उठाए कि अब तक जब फिल्म को सरकार ने अनुमति नहीं दी और ना ही सेंसर बोर्ड ने अनुमति दी तो फिर क्यों संजय लीला भंसाली पर देशद्रोह का केस क्यों दर्ज नहीं हुआ. करणी सेना ने संजय लीला भंसाली पर हिन्दू संस्कृति को बेचने का आरोप लगाया.
केंद्रीय खेल राज्य मंत्री नेशनल शूटर राज्यवर्धन सिंह राठौर के अब तक इस्तीफा ना देने पर भी सवाल उठाए. कहा, राज्यवर्धन माता पद्मीनी के राज्य से आते हैं फिर भी उन्होंने अब तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया.
उपचुनाव में देंगे बीजेपी की वादाखिलाफी का जवाब
करणी सेना ने पद्मावती को रिलीज करने को लेकर बीजेपी को भी धमकी दी. कहा, आगे चलकर राजस्थान में 3 उपचुनाव हैं. बीजेपी की वादाखिलाफी का हम जवाब दे सकते हैं. हम बीजेपी को वोट से वंचित भी कर सकते हैं.
CBFC के पैनल में शामिल प्रोफेसर ने पद्मावती को बताया 'विशुद्ध मसाला'
सेंसर बोर्ड चीफ प्रसून जोशी को हटाया जाए
28 दिसंबर को पद्मावती को लेकर हुई बैठक में फिल्म पद्मावती पर लिए गए फैसले पर करणी सेना ने कहा कि प्रसून जोशी को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी का भी विरोध किया.
प्रसून जोशी ने पिछले शनिवार को इन पांच सवालों के जवाब दिए और बताया कि पद्मावती रिलीज को लेकर सेंसर में किस तरह की प्रगति है.
1. क्या फिल्म में कई कट्स लगाए जा रहे हैं जैसा कि कुछ मीडिया हाउस का कहना है?
प्रसून : गलत. सेंसर बोर्ड ने कोई भी कट लगाने का सुझाव नहीं दिया है. सिर्फ 5 बदलाव सुझाए हैं. जो इस तरह हैं-
a). डिस्क्लेमर को बदलना जो कि फिल्म के ऐतिहासिक तथ्यों का सही होने का दावा नहीं करता.
b). विचार विमर्श के बाद फिल्म के टाइटल को 'पद्मावती' से 'पद्मावत' करना, जिससे ये साफ हो सके कि निर्माताओं की फिल्म की रचना महाकाव्य 'पद्मावत' पर आधारित है.
c). फिल्म के गाने घूमर में चरित्र के मुताबिक जरूरी बदलाव किए जाएं.
d). फिल्म में गलत, भ्रामक संदर्भ और ऐतिहासकि जगहों के नाम बदले जाएं.
e). फिल्म में एक डिस्क्लेमर शामिल किया जाए जो साफतौर से बताए कि 'जौहर' का महिमा मंडन नहीं किया जा रहा है.
2. क्या इन बदलावों पर फिल्म के निर्माता राजी हैं?
प्रसून : हां, फिल्म के निर्माता पूरी तरह से इस समझौते के साथ हैं. इसमें निर्माता और निर्देशक शामिल हैं.
3. CBFC ने कब देखी फिल्म?
प्रसून : 28 दिसंबर की शाम फिल्म देखी गई, जहां एग्जामिनिंग कमेटी, स्पेशल पैनल के साथ मैं मौजूद था. स्क्रीनिंग के बाद मेकर्स के साथ मुलाकात भी की गई और लंबी चर्चा हुई.
4. इस तरह का स्पेशल पैनल क्यों?
प्रसून : फिल्म को लेकर बने माहौल और जटिलताओं को देखते हुए इस तरह के पैनल की जरूरत पड़ी ताकि सेंसर बोर्ड अंतिम फैसले से पहले तमाम पहलुओं पर अच्छी तरह से सोच-विचार सके.
मीटिंग में कौन-कौन शामिल था?
मीटिंग में CBFC चीफ प्रसून जोशी, उदयपुर पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़, जयपुर यूनिवर्सिटी के डॉ चंद्रमणी सिंह और प्रोफेसर के.के. सिंह शामिल थे. पैनल के सदस्यों ने पद्मावती से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं और कई पहलुओं पर दावों के साथ सुझाव दिए.
क्या है पद्मावती पर जारी विवाद
फिल्म को लेकर लंबे समय से हंगामा है. आरोप है कि भंसाली ने पद्मावती के व्यक्तित्व को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है. आरोप है कि फिल्म में रानी पद्मावती और खिलजी के बीच ड्रीम सीक्वेंस है. हालांकि भंसाली खुद इस बात को खारिज कर चुके हैं. बाद में एक बयान में उन्होंने ये भी कहा था कि उनकी फिल्म मालिक मोहम्मद जायसी की पद्मावत पर आधारित है.
विवाद की वजह से 12 दिसंबर को प्रस्तावित फिल्म सेंसर में अटक गई और इसकी रिलीज डेट टालनी पड़ी. भंसाली को संसदीय कमेटी के सामने भी पेश होना पड़ा, जहां वो कई सवालों का जवाब नहीं डे पाए. चर्चा है कि अगर फिल्म अगले साल रिलीज हो सकती है. हालांकि अभी सेंसर को इसे पास करना है. पद्मावती को लेकर विवाद भी शांत नहीं हुए हैं. इस फिल्म में दीपिका पादुकोण पद्मावती की भूमिका जबकि रणवीर सिंह अलाउद्दीन खिलजी और शाहिद राज रतन सिंह रावल के किरदार में नजर आएंगे. |
पाकिस्तान ने पुंछ में तोड़ा सीजफायर, एक जवान शहीद | जम्मू-कश्मीर के रजौरी और पुंछ जिले से लगी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की ओर से रविवार को एक बार फिर संघर्ष विराम तोड़ा गया, जिसमें सेना का एक जवान शहीद हो गया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जवान राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर के अग्रिम इलाके में तैनात था और आज तड़के पाकिस्तान की ओर से हुए संघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान गोली लगने से उसकी मौत हो गई.
पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले के पास स्थित दिगवार सेक्टर में भी
अंधाधुंध गोलियां चलाईं
. अधिकारी ने बताया कि करीब देर रात एक बजे से गोली चलनी शुरू हुई जो सुबह पांच बजकर 30 मिनट तक जारी थी. पाकिस्तान की सेना की तरफ से संघर्ष विराम उल्लंघन में बढ़ोतरी के बीच सेना प्रमुख बिपिन रावत ने शनिवार को यहां सुरक्षा बल के अभियान की तैयारी और जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की.
सेना प्रमुख ने किया था दौरा
सेना प्रमुख ने नियंत्रण रेखा पर स्थित अग्रिम चौकियों का भी जायजा लिया और रजौरी सेक्टर के जवानों से बातचीत की. यहां 23 दिसंबर पाकिस्तानी सैनिकों ने सेना के एक मेजर और
तीन जवानों की हत्या
कर दी थी. इस साल जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम उल्लंघन के 881 मामले हुए हैं. यह पिछले सात वर्षों में सबसे अधिक है. संघर्ष विराम उल्लंघन की वजह से नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 34 लोगों की मौत हो गई.
अधिकारियों के मुताबकि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर स्थित नियंत्रण रेखा पर 10 दिसंबर तक 771 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. वहीं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नवंबर के अंत तक 110 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. सीमापार से हुई गोलीबारी में 30 लोगों की मौत हो गई. इनमें 30 सेना के जवान थे, 12 नागरिक थे और चार बीएसएफ के जवान थे. |
HSSC: टीचर्स के पद पर1035 वैकेंसी | हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने ट्रेनिंग ग्रेजुएट टीचर्स (TGT) के लिए 1035 वैकेंसी निकाली है. उम्मीदवार 21 सितंबर 2015 तक आवेदन कर सकते हैं.
पद का नाम:
ट्रेनिंग ग्रेजुएट
टीचर्स
(TGT)
पदों की संख्या:
1035
पे स्केल:
9300‐34800 रुपये
उम्र सीमा:
18 - 42 साल
चयन प्रक्रिया: उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा.
ज्यादा जानकारी के लिए
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भारत में पैदा हुईं ये हैं दुनिया की मशहूर शख्सियतें | क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर में अपना नाम रोशन करने वाली कुछ मशहूर शख्सियतें भारत में पैदा हुईं हैं. जानिए ऐसी ही कुछ शख्सियतों के बारे में:
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सौजन्य: NEWSFLICKS |
पूजा भट्ट बनेंगी 'मिस्टर चालू' में लेडी जासूस | महेश भट्ट की बेटी, डायरेक्टर और प्रॉड्यूसर पूजा भट्ट एक्टिंग की दुनिया में फिर लौट रही हैं. खबर है कि पूजा भट्ट 13 साल बाद रीमा कागती की रॉमकॉम 'मिस्टर चालू' में एक्टिंग करती नजर आएंगी. पूजा लेडी जासूस का रोल करेंगी. रीमा की पिछली फिल्म तलाश में आमिर खान और करीना कपूर लीड रोल में थे. मिस्टर चालू में लीड रोल में सैफ अली खान और कंगना रनोट हैं. ऋचा चड्ढा का भी इसमें अहम रोल है.
इससे पहले पूजा भट्ट साल 2001 में राहुल बोस की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म, ‘एवरी बडी सेज आई एम फाइन’ में नजर आई थीं. उसके बाद वह प्रॉडक्शन और दूसरे कामों में मसरूफ हो गईं और एक्टिंग से किनारा कर लिया.
मिस्टर चालू जनवरी 2015 में फ्लोर पर जाएगी. इसे रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर प्रॉड्यूस कर रहे हैं. बॉलीवुड सूत्रों के मुताबिक पहले लेडी जासूस के रोल के लिए तब्बू का नाम चल रहा था, मगर फिर उन्हें लगा कि पूजा भट्ट बेहतर रहेंगी.
इस रोल के लिए हामी भरने के बारे में पूजा ने बताया. रितेश का एसएमएस आया. क्या तुम अभी भी एक्टिंग करती हो. मैंने जवाब दिया. एक बार एक्टर, हमेशा के लिए एक्टर. |
उत्तर प्रदेश के लोग राजनीति में ‘तेज’ हैं: मनोहर पर्रिकर | रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उत्तर प्रदेश के लोगों को राजनीति में ‘तेज’ बताते हुए आज कहा कि उन्हें यहां की राजनीति समझने में कुछ वक्त लगेगा.
संवाददाताओं ने जब पर्रिकर से राजनीतिक सवाल करने शुरू किये तो उन्होंने अत्यंत सहज भाव से मुस्कुराते हुए कहा, ‘मैं उत्तर प्रदेश से सांसद जरूर हूं लेकिन गोवा से आया हूं.’
उन्होंने कहा, ‘यूपी के लोग पॉलिटिक्स में बहुत तेज हैं और यहां की पॉलिटिक्स समझने में मुझे थोड़ा वक्त लगेगा.’ यह कहकर पार्रिकर ने उत्तर प्रदेश से लेकर देश तक की राजनीति को लेकर किये गये विभिन्न सवालों को बहुत सहजता से टाल दिया और पूरे संवाददाता सम्मेलन में केवल अपने मंत्रालय से जुड़े सवालों के ही जवाब दिए. |
राहुल की नामांकन प्रक्रिया के दौरान आखिर क्यों नहीं आईं सोनिया-प्रियंका? | जब राहुल गांधी 24 अकबर रोड कांग्रेस मुख्यालय में अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने पहुंचे, तो मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी वहां मौजूद नहीं थी. पार्टी के तमाम बड़े नेता तो मौजूद थे, लेकिन परिवार का कोई सदस्य वहां दिखाई नहीं दिया. जब भी राहुल गांधी ने अमेठी से लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन भरा, तब मां सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी में से कोई ना कोई मौजूद रहा, लेकिन आज दोनों में से एक भी मौजूद नहीं थीं. केवल पार्टी नेताओं की उपस्थिति में राहुल गांधी ने नामांकन भरा.
नामांकन से पहले मां सोनिया से मिले राहुल
हालांकि नामांकन भरने से पहले
राहुल गांधी
सोनिया गांधी से मिलने दस जनपथ गए. सोनिया गांधी राहुल गांधी के नामांकन में पहली प्रस्तावक भी हैं. मगर मां का अपने बेटे के अध्यक्ष पद के नामांकन के वक्त मौजूद ना रहना, थोड़ा चर्चा का विषय जरूर बना है. हालांकि कांग्रेस के नेता इस बात को ज्यादा तूल देने के मूड में नहीं हैं.
नामांकन पत्र में प्रस्तावक हैं सोनिया
कांग्रेस
का कहना है कि इस बात को देखने के लिए मीडिया का अपना नजरिया है. कोई जरूरी नहीं कि वह इस मौके पर मौजूद रहे. जब उन्होंने राहुल गांधी के नामांकन पत्र में प्रस्तावक के तौर पर सबसे पहले साइन किया है, तो ये ही काफी है.
कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप
राजनीतिक गलियारों में ये भी चर्चा है, हो सकता है कि सोनिया गांधी इसलिए मौजूद नहीं हुई हों ताकि यह संदेश ना जाए कि एक मां अपने बेटे को अपनी कुर्सी दे रही है क्योंकि गांधी परिवार पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगता रहा है. खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह हमेशा से सवाल उठाते रहे हैं कि बीजेपी में कोई भी पार्टी अध्यक्ष बन सकता है, लेकिन कांग्रेस में तो पहले से ही तय है कि पार्टी का अध्यक्ष कौन बनेगा और कुर्सी परिवार के भीतर ही रहनी है.
काफी नहीं है कांग्रेस का तर्क
कांग्रेस के तमाम नेता इस बात को नकार रहे हैं कि परिवारवाद की राजनीति से सोनिया के उपस्थित रहने या ना रहने का कोई लेना-देना है क्योंकि सोनिया गांधी खुद प्रस्तावक हैं. राहुल गांधी के नामांकन पत्र पर इसलिए इसमें किसी राजनीति को नहीं देखा जाना चाहिए. कांग्रेस भले ही कुछ भी तर्क दे, लेकिन ये सवाल उठना लाजिमी है कि मां सोनिया गांधी इस मौके पर क्यों मौजूद नहीं थी. |
EXCLUSIVE: कश्मीर पर अगले हफ्ते सरकार की अहम बैठक, लागू होगा ये 'ट्रिपल फॉर्मूला' | कश्मीर में लगातार बिगड़ते हालात ने केंद्र सरकार की फिक्र बढ़ा दी है और अब हालात को काबू में करने के लिए उपाय सोचे जा रहे हैं. आजतक को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक मोदी सरकार घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मोर्चे पर समस्या से निपटने के लिए कई बड़े कदम उठाने की तैयारी में है.
बैठक में बनेगी रणनीति
सूत्रों की मानें तो कश्मीर के हालात पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अगले हफ्ते एक अहम बैठक बुलाई है. देश की सभी सुरक्षा एजेंसियों के आला अधिकारियों को मीटिंग में बुलाया गया है. इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, अर्धसैनिक बलों के बड़े अधिकारी और सेना के अफसर भी बैठक में शामिल होंगे. उम्मीद है कि राज्य की सियासी पार्टयों के नेता और दूसरे संबद्ध गुटों के नुमाइंदे में बैठक में शामिल होंगे. हाल ही में सेनाध्यक्ष बिपिन रावत और सीआरपीएफ के डीजी ने कश्मीर घाटी का दौरा करने के बाद गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी है. माना जा रहा है कि बैठक में इन रिपोर्ट्स के आधार पर हालात को बेहतर बनाने के उपायों पर गौर किया जाएगा. सरकार के एजेंडा में पत्थरबाजों और आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ ही सिविल सोसाइटी की मदद से लोगों के गुस्से को शांत करना शामिल है.
विदेशी फंडिंग पर लगाम कसने की तैयारी
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी समस्या कश्मीर में अलगाववादियों को विदेशों से मिलने वाली फंडिंग है. उन्हें पाकिस्तान से तो पैसा मिलता ही है, खाड़ी देशों में भी कई संगठन अलगाववादियों की मदद करते हैं. लिहाजा सरकार के उच्च सूत्रों के मुताबिक सरकार कश्मीर में जमात ए इस्लामी की फंडिंग रोकने के लिए मध्य-पूर्व के कई इस्लामिक देशों से मदद मांग रही है. इसी सिलसिले में सेना ने ओमान के रक्षा महासचिव मोहम्मद बिन नासिर को घाटी की उत्तरी कमान के दौरे पर बुलाया है. इस कदम का मकसद जमात ए इस्लामी और खाड़ी देशों के बीच रिश्तों को तोड़ना है. सूत्रों का दावा है कि ओमान के मेहमान को घाटी में जमीनी हालात से रुबरु करवाया गया है. इसके साथ सेना जम्मू में शरणार्थी रोहिंग्या मुसलमानों पर भी नजर बनाए हुए है. आने वाले तीन महीनों में आतंकियों के जमीनी समर्थकों पर कार्रवाई मुमकिन है.
सत्ताधारी गठबंधन में मतभेद
लेकिन हालात को सुधारने के लिए राज्य में सत्ताधारी बीजेपी और पीडीपी के बीच ही एक राय कायम नहीं हो पा रही है. जहां बीजेपी चरमपंथियों के साथ सख्ती से पेश आने के हक में है, वहीं पीडीपी की राय है कि मसले से नरमी के साथ निपटा जाए. ये मतभेद राज्य में बीजेपी के मंत्री चंद्रप्रकाश गंगा के ताजा बयान से जाहिर हुए हैं. गंगा ने कहा था कि सेना को पथराव का जवाब गोलियों से देना चाहिए. जवाब में पीडीपी प्रवक्ता महबूब बेग ने कहा कि इसी तरह की सोच कश्मीर में बिगड़ते हालात के लिए जिम्मेदार है.
बेकाबू होते हालात
कश्मीर में पिछले साल हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस हिंस में अब तक सैकड़ों नौजवान जान गंवा चुके हैं. इस महीने श्रीनगर लोकसभा उप-चुनाव के बाद स्थिति और खराब हुई है. सोशल मीडिया पर जवानों के साथ मारपीट और कश्मीरी युवाओं के साथ कथित ज्यादती के वीडियो आग में घी का काम कर रहे हैं. सेना ने उस वीडियो की जांच के आदेश दिये हैं जिसमें एक कश्मीरी युवा को जीप पर बांधकर घुमाते हुए देखा जा सकता है. जांच की रिपोर्ट अगले महीने सामने आएगी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 9 महीनों में 250 से ज्यादा नौजवानों ने हथियार उठाए हैं. घाटी में पुलिसवालों के परिवारों और सियासी पार्टियों के कार्यकर्ताओं को रोज धमकियां मिल रही हैं. |
'मेरा राजकुमार वही जिसका सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा हो': सोनाक्षी सिन्हा | सलमान खान के साथ फिल्म दबंग से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाली एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा की हालिया रिलीज फिल्म 'अकीरा' के बारे में सोनाक्षी से हुई बातचीत के पेश हैं कुछ खास अंश:
फिल्म में
एक्शन
करना कितना मुश्किल था?
देखिए पुरुष हो या महिला, दोनों के लिए एक्शन करना काफी मुश्किल होता है, काफी ट्रेनिंग और तैयारी करनी पड़ती है, स्क्रीन पर देखकर आप अंदाजा नहीं लगा सकते लेकिन काफी मुश्किल होती है.
फिल्म कैसी मिली?
मेरे पास मुरुगदॉस सर ये फिल्म लेकर आए, उन्होंने बड़े-बड़े एक्टर्स के साथ काम किया है और स्क्रिप्ट भी कमाल की थी.
फिल्म को लोग क्यों देखने जाएं?
देखिए, फिल्म में एक खास मैसेज है और यकीन मानिए हर एक इंसान के लिए इसमें कुछ न कुछ स्पेशल है.
आपको लगता है की महिला प्रधान फिल्में आजकल ज्यादा बन रही हैं?
देखिए सिर्फ इंडस्ट्री में ही नहीं बल्कि ओलंपिक में भी महिलाओं ने देश का मान बढ़ाया है. महिलाएं आगे बढ़कर आ रही हैं. इंडस्ट्री में भी ऐसा दौर आ गया है जब अलग तरह के रोल लिखे जा रहे हैं. हीरो की तरह उनका फिल्मांकन हो रहा है, मैं बहुत खुश हूं.
आपके सपनो का राजकुमार कैसा होगा?
मेरे सपनों का राजकुमार फिल्मी बिल्कुल भी नहीं है, बस उसका सेन्स ऑफ ह्यूमर अच्छा होना चाहिए, जो मुझे हंसा सके.
खबर थी कि शत्रुघ्न सिन्हा भी ये फिल्म करने वाले थे?
जी हां, वो करने वाले थे, लेकिन दूसरे कमिटमेंट की वजह से नहीं कर पाए.
क्या शत्रु जी के साथ आप स्क्रीन स्पेस शेयर करेंगी?
जी अभी तक तो ऐसी स्क्रिप्ट नहीं आई है, लेकिन जरूर करना चाहूंगी, क्योंकि वो अलग ही अनुभव होगा.
आगामी प्रोजेक्ट्स?
अकीरा के बाद फॉर्स 2 है. उसके बाद 'नूर' फिल्म कर रही हूं, जिसकी शूटिंग शुरू हो गई है. |
स्कूल में हुमा के जुनियर थे खालिद, ट्विटर पर हुमा ने दी यह जानकारी | जेएनयू में देश विराेधी नारे लगाने के आरोपी उमर खालिद के पक्ष में बॉलीवुड की एक जानी-मानी एक्ट्रेस आ गई हैं. हम बात कर रहे हैं 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से अपनी पहचान बनाने वाली अभिनेत्री हुमा कुरैशी की.
हुमा ने
सोशल नेटवर्किंग साइट
ट्विटर पर कहा है कि उमर स्कूल में उनके जूनियर थे. इसके अलावा उन्होंने लोगों से यह अपील की है कि वह एक बार सुनें जरूर कि उमर कहना क्या चाहता है. इसके साथ ही
हुमा ने एक वीडियो
का लिंक भी शेयर किया है जिसमें उमर ने जेएनयू लौटने का बाद भाषण दिया है.
Umar Khalid was my junior in school..been following his witch hunt closely
https://t.co/U7aiUNL0d0
India hear what this student has to say
— Huma Qureshi (@humasqureshi)
February 22, 2016
गौरतलब है कि अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के विरोध में हुए
जेएनयू विवाद
में उमर खालिद को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. हालांकि उमर ने देश विरोधी नारे लगाने की बात से इनकार किया है. |
मुस्लिम महिला ने बनाई मोदी-योगी की पेंटिंग, ससुरालवालों ने पिटाई कर घर से निकाला | उत्तर प्रदेश में एक मुस्लिम महिला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पेंटिंग बनाना काफी महंगा पड़ा. महिला के ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया, अब इस मामले में छह लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है.
Ballia's Shamsher Khan claims his daughter Nagma was beaten up by husband and thrown out of the house for painting PM Modi, Yogi Adityanath
pic.twitter.com/8GhrKAc8Lr
— ANI UP (@ANINewsUP)
September 11, 2017
पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि सिकन्दरपुर थाना में मुस्लिम महिला के पिता शमशेर खान ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं 147, 323 , 506 और 498 के तहत पति समेत छह लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने देर रात मुस्लिम महिला का सिकन्दरपुर के सरकारी अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया. चिकिसक ने महिला को जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
Her husband called her insane for painting those pictures, said she has lost mental balance and just threw her out: Shamsher Khan,Father
pic.twitter.com/ty1WDd04yL
— ANI UP (@ANINewsUP)
September 11, 2017
उल्लेखनीय है कि सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र के मटूरी गांव के मोहम्मद शमशेर खान ने अपनी पुत्री नगमा परवीन (24) की शादी इसी थाना क्षेत्र के ही बसारिकपुर गांव के परवेज खान के साथ 26 नवंबर 2016 को की थी.
पुलिस अधीक्षक ने दर्ज मुकदमा का हवाला देते हुए बताया कि नगमा के पिता शमशेर खान का आरोप है कि ससुराल में हंसी खुशी रह रही उसकी पुत्री ने
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
की पेंटिंग बनाई. उसने अपनी बनाई गयी पेंटिंग पति और ससुराल के अन्य लोगों को दिखायी, जिसके बाद ससुराल के सभी लोग उसपर नाराज हो गए तथा उसे मार-पीटकर घर से निकाल दिया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला के पिता शमशेर खान की शिकायत पर आज मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस इस मामले में आवश्यक वैधानिक कार्रवाई कर रही है. |
वर्षों से अटका पड़ा है लोकपाल विधेयक | लोकपाल विधेयक पिछले 40 साल से संसद में पारित नहीं हो सका है और राजनीतिक पार्टियां इसके लिए एक दूसरे पर दोषारोपण कर रही हैं. लोकसभा में आठ बार के प्रयास के बावजूद लोकपाल विधेयक पारित नहीं हो सका है.
देश के 17 राज्यों में लोकायुक्त हैं, लेकिन उनके अधिकार, कामकाज और अधिकार क्षेत्र एक समान नहीं हैं. अकसर विधायिका को जानबूझ कर लोकायुक्त के दायरे से बाहर रखा जाता है जो इस तरह की संस्थाएं बनाने के मूलभूत सिद्धांतों के खिलाफ है.
जांच के लिए लोकायुक्त का अन्य सरकारी एजेंसियों पर निर्भर होना उनके कामकाज को तो प्रभावित करता ही है, मामलों के निपटान में भी विलंब होता है. वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में 2001 में इसे लोकसभा में पेश किया गया, लेकिन यह पारित नहीं हो सका. उस विधेयक में प्रधानमंत्री के पद को लोकायुक्त के अधिकार क्षेत्र से बाहर रखा गया था.
यह विधेयक भ्रष्टाचार निरोधक संथानम समिति के निष्कर्षों का नतीजा था. प्रशासनिक सुधार आयोग ने भी 1966 में अपनी एक रिपोर्ट में लोकपाल गठित करने की सिफारिश की थी. लोकपाल विधेयक सांसदों के भ्रष्ट आचरण के मामलों में मुकदमे की कार्यवाही तेजी से संचालित करने का अधिकार देता है.
लोकपाल विधेयक हर प्रमुख राजनीतिक पार्टी के चुनावी एजेंडे में रहने के बावजूद 40 साल से संसद में पारित नहीं हो सका. 2004 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वयं स्वीकार किया था कि आज के समय में लोकपाल की आवश्यकता पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा है. उन्होंने वायदा किया था कि वह बिना देरी किये इस संबंध में कार्रवाई आगे बढाएंगे. सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया था कि प्रधानमंत्री के पद को भी लोकपाल के दायरे में लाया जाए, लेकिन केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने यह प्रस्ताव नामंजूर कर दिया.
दूसरे प्रशासनिक सुधार आयोग ने सिफारिश की थी कि लोकपाल को संवैधानिक दर्जा दिया जाए और इसका नाम बदलकर ‘राष्ट्रीय लोकायुक्त' किया जाए. हालांकि आयोग ने भी प्रधानमंत्री को इसके दायरे से बाहर रखने का सुझाव दिया था. इसी आयोग ने सांसद निधि को समाप्त करने की भी सिफारिश की थी. |
कुंभ से मोदी सरकार पर RSS का तंज- '2025 में बनेगा राम मंदिर' | अयोध्या में राम मंदिर की पहल न करने से नाराज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अब केंद्र की मोदी सरकार पर सीधे तौर पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. आरएसएस को ऐसा लगता है कि अगर मोदी सरकार फिर से सत्ता में आ भी गई तो मंदिर निर्माण को लेकर कोई पहल नहीं करेगी. इस बारे में आरएसएस में नंबर दो माने जाने वाले सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने गुरुवार को प्रयागराज के कुंभ मेले में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्र की मोदी सरकार पर इशारों-इशारों में निशाना साधा और व्यंग्य करते हुए कहा कि राम मंदिर साल 2025 में बनेगा.
भैया जी जोशी ने कहा कि जब राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा तो देश तेजी से विकास करने लगेगा. इस कार्यक्रम में उन्होंने साफ तौर पर कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर अब भी बहुत सी चुनौतियां हैं, जिनसे निपटने की जरूरत है. उनके मुताबिक अयोध्या में राम मंदिर सिर्फ एक मंदिर का निर्माण नहीं है, बल्कि यह करोड़ों हिन्दुओं की आस्था और सम्मान से भी जुड़ा हुआ है. कुंभ मेले में हरिद्वार की संस्था दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित सेमिनार में संघ के सर कार्यवाह भैया जी जोशी ने सिर्फ मंदिर ही नहीं बल्कि विकास के मुद्दे पर भी मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
राम मंदिर बनने के बाद होगा विकास
भैया जी जोशी ने कहा कि विकास को गति तब मिलेगी, जब साल 2025 में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा. उन्होंने कहा कि भारत उसी तरह तेजी से आगे बढ़ेगा जिस तरह 1952 में सोमनाथ मंदिर के निर्माण के बाद हुआ था और जवाहर लाल नेहरू पीएम थे. भैया जी जोशी ने मोदी राज में भारत के फिर से विश्वगुरु बनने की राह पर चलने के दावों को भी नजरअंदाज किया और व्यंग्य करते हुए कहा कि भारत तकरीबन 150 साल बाद विश्वगुरु बन जाएगा.
भाषण के बाद जब भैया जी जोशी से इस बारे में बात करनी चाही तो उन्होंने कैमरे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया. उन्होंने कैमरे से अलग हुई बातचीत में इतना जरूर कहा कि मंदिर पर हर कोई अपनी मर्जी से बोल रहा है तो 2025 में मंदिर बनने की बात उन्होंने अपनी इच्छा से बोल दी है. भैया जी जोशी ने इस कार्यक्रम में हिन्दू समाज को जातियों में बंटने पर भी अफसोस जताया और एकजुटता पर जोर दिया.
हिंदुओं की भावनाओं का ध्यान रखे
गौरतलब है कि संघ के कुछ नेताओं का मानना रहा है कि अगर बीजेपी को सत्ता मिली है तो उसे मंदिर निर्माण की पहल करनी चाहिए थी. क्योंकि लोगों ने मोदी सरकार को इसलिए भी चुना था कि उनका मानना था कि सरकार हिंदुओं की भावनाओं का ध्यान रखेगी. लेकिन सत्ता में आने के बाद सरकार की प्राथमिकताएं बदल गईं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हालिया इंटरव्यू में कहा था कि कोर्ट के फैसले के बाद ही सरकार मंदिर निर्माण के बारे में कोई फैसला लेगी. इसके बाद राम मंदिर के पक्ष में आवाज उठाने वालों की त्योरियां चढ़ी हुई हैं. |
मां-बाप की डेड बॉडी के साथ दो दिन तक चिपका रहा मासूम | हैदराबाद में एक चौंका देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक साल का मासूम बच्चा माता-पिता के शव के साथ दो-दिन तक रहा. संदेह जताया जा रहा है कि माता-पिता ने घर में खुदकुशी कर ली है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक,
कुकटपल्ली इलाके के साईं प्रसन्ना नगर में बच्चे के रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी घर में घुसे तो उन्होंने माता-पिता के शव के पास बच्चे को देखा. दो-दिन शव के साथ रहने से उसकी हालत काफी खराब थी. इसके बाद पड़ोसियों ने उसे दूध पिलाया और नहलाया.
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. संदेह है कि
दोनों की मौत
दो दिन पहले हुई है. मंजूनाथ (30) और रानी (25) मूल रूप से बेंगलुरू के रहने वाले थे. वे यहां कुछ महीनों से रह रहे थे. उनके रिश्तेदारों को घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है. |
टेस्ट क्रिकेट को डे नाइट करने की जरूरत नहींः ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क | आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए इसे डे नाइट मैच में तब्दील करने की जरूरत नहीं है. एक क्रिकेट वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में क्लार्क ने कहा, मैं समझता हूं कि खेल के तीनों फॉर्मेट के लिए गुंजाइश है. यह अच्छा है कि वनडे और टी20 क्रिकेट डे नाइट के हो सकते हैं. लेकिन मैं नहीं मानता कि टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए हमें डे नाइट टेस्ट की जरूरत है.
तैंतीस वर्षीय क्लार्क ने इसके साथ ही न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान मार्टिन क्रो की विरोधी खिलाडि़यों के प्रति ऑस्ट्रेलियाई आक्रामकता की आलोचना का भी जवाब दिया. इस बल्लेबाज ने आस्ट्रेलियाई रवैये को कड़ा और निष्पक्ष करार दिया. उन्होंने कहा, हम मैदान पर कड़ी क्रिकेट खेलते हैं लेकिन ऑस्ट्रेलियाई होने के नाते हम जानते हैं कि यहां कोई सीमा है जो हम पार नहीं कर सकते. आप इसके करीब जा सकते हैं लेकिन इसे पार नहीं कर सकते. यह ऑस्ट्रेलियाई तरीका है कि मैदान पर कड़ी और गैर समझौता वाली क्रिकेट खेलो.
साल 2013 के क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए क्लार्क की एशेज सीरीज के दौरान इंग्लैंड के फास्ट बॉलर जेम्स एंडरसन के साथ कहासुनी हो गई थी. लेकिन बाद में उन्हें अपनी हरकत सही नहीं लगी. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने स्वीकार किया कि इंग्लैंड का नंबर 11 बल्लेबाज ब्रिस्बेन टेस्ट के दौरान जब तेज गेंदबाज मिशेल जानसन के सामने गार्ड ले रहा था तो उन्होंने कहा था कि वह अपना हाथ तुड़वाने के लिए तैयार रहे. क्लार्क ने कहा, मैंने जेम्स एंडरसन से जो कुछ कहा था वह सही नहीं था. विशेषकर स्टंप माइक्रोफोन के इतने करीब से कहना. कई बार जब आप उच्च स्तर पर अंतरराष्ट्रीय खेल खेलते हो तो भावनाएं हावी हो जाती हैं.
रिकी पोंटिंग के बाद कप्तानी का दायित्व संभालने वाले क्लार्क पर अक्सर मैदान पर पोंटिंग शैली की आक्रामकता अपनाने का आरोप लगता रहा है. उन्होंने कहा, हम खेल का जज्बा बनाए रखने के लिए वह सब कुछ करते हैं जो हमारे हाथ में है. खेल की अखंडता महत्वपूर्ण है. हम सभी जानते हैं कि एक खिलाड़ी और निश्चित तौर पर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान के रूप में यह मेरा काम है कि हम खेल की अखंडता सुनिश्चित करें. |
पाकिस्तानी सेना में कई बदलाव, फैज हामिद बने आईएसआई के नए चीफ | पाकिस्तानी थल सेना में कई बदलाव किए गए हैं. फैज हामिद को अब आईएसआई का नया महानिदेशक बनाया गया है. इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल आमिर अब्बासी को क्वार्टर मास्टर जनरल (QMG) पाकिस्तान सेना और लेफ्टिनेंट जनरल मोअज्जम एजाज को चीफ इंजीनियर के रूप में नियुक्त किया गया है.
वहीं लेफ्टिनेंट जनरल सैयद आसिम मुनीर अहमद शाह को कॉर्प्स कमांडर गुजरांवाला के रूप में नियुक्त किया गया. लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को एडजुटेंट जनरल पाकिस्तान सेना के रूप में बनाया गया.
फैज हामीद को लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर की जगह ISI प्रमुख नियु्क्त किया गया है. जनरल मुनीर को अपने पूर्ववर्ती लेफ्टिनेंट जनरल नावेद मुख्तार की सेवानिवृत्ति के बाद पिछले साल अक्टूबर में आईएसआई प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था.
बता दें कि 22 अप्रैल को पाकिस्तान आर्मी ने तत्कालीन मेजर जनरल हमीद को लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर पदोन्नत किया था और उसके बाद जनरल मुख्यालय (जीएचक्यू) में उन्हें एडजुटेंट जनरल नियुक्त किया. वह पहले ISI में आतंकवाद निरोधी शाखा में काम कर चुके हैं. |
नच बलिए 9 छोड़ने के बाद फैजल खान हुए बाल्ड, सोशल मीडिया पर लिखी ये पोस्ट | पॉपुलर टीवी एक्टर फैजल खान इन दिनों में चर्चा में बने हुए हैं. पहले पैर में चोट लगने की वजह से तो अब बॉल्ड होने के कारण. नच बलिए 9 छोड़ने के बाद फैजल खान बाल्ड हो गए हैं. सोशल मीडिया पर फोटो के साथ इंस्पायरिंग पोस्ट शेयर की है. तस्वीर में फैजल व्हीलचेयर पर बैठे नजर आ रहे हैं.
फोटो शेयर करते हुए फैजल ने लिखा- जब मैं बच्चा था तभी से लड़ रहा हूं. मैं सर्वाइवर नहीं हूं मैं योद्धा हूं. उनके इस लुक को देखकर फैंस भी हैरान हैं.
बता दें कि फैजल और उनकी बलिए मुस्कान कटारिया नच बलिए में काफी अच्छा परफॉर्म कर रहे थे. दोनों को कई बार हाईफाइव भी मिल चुका है. उनकी परफॉर्मेंस से जज भी काफी इंप्रेस थे. लेकिन अचानक ही फैजल के पैर में चोट लग जाने से उन्हें शो छोड़ना पड़ा. क्योंकि शो का फॉर्मेट ही नच बलिए है और बिना फैजल के मुस्कान डांस नहीं कर सकतीं.
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I have been fighting since I was a child. I am not a Survivor, I am a Warrior 🗡
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Faisal Khan
(@faisalkhan30) on
Sep 9, 2019 at 5:27am PDT
बता दें कि उनके शो 'चंद्रगुप्त मोर्य' के सेट पर हादसा हो गया था. वो घुड़सवारी करते हुए गिर गए थे. इससे उनके पैर में चोट आ गई. डॉक्टर्स ने उन्हें पूरी तरह आराम करने की सलाह दी है.
बीते दिनों फैजल खान ने हॉस्पिटल से अपनी तस्वीर पोस्ट करते हुए एक इमोशनल नोट भी लिखा था. उन्होंने लिखा था, "कभी-कभी, भाग्य आपकी इच्छाओं के खिलाफ काम करता है और दुर्भाग्य से आप इसे कंट्रोल नहीं कर सकते. नच बलिए मंच पर मेरी वापसी थी, मंच पर शानदार प्रदर्शन करने, डांस करने और वह सब कुछ जो मुझे पसंद है. और इस बार बच्चे के तौर पर नहीं बल्कि एक वयस्क के रूप में!" |
श्रीनगर में हुए ग्रेनेड धमाके, 3 जवान घायल | आतंकवादियों ने श्रीनगर में सुरक्षा बलों के प्रतिष्ठानों पर मंगलवार को पांच मिनट के अंतराल पर दो ग्रेनेड हमले किये जिसमें सीआरपीएफ के तीन जवान घायल हो गये.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि उग्रवादियों ने लाल चौक के माइसूमा इलाके के निकट दशनामी अखाड़ा के बाहर सीआरपीएफ के एक बंकर पर एक ग्रेनेड फेंका. ग्रेनेड चौकी के भीतर गिरकर फट गया जिसके कारण सीआरपीएफ के तीन जवान घायल हो गये जिन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
सूत्रों ने कहा, इसके कुछ ही मिनटों बाद आतंकवादियों ने बटमालू में एक पुलिस चौकी पर एक ग्रेनेड फेंका. यह स्थान पहले विस्फोट स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर है. बटमालू में हुए विस्फोट के कारण कोई घायल नहीं हुआ. पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने विस्फोट के दोनों स्थानों को घेर लिया है और एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
गर्मियों की राजधानी में हुए दो ग्रेनेड हमलों के कारण इलाके में दहशत पैदा हो गयी है. गौरतलब है कि राज्य सरकार राज्य के कुछ हिस्सों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम को वापस लेने पर विचार कर रही है. पुलिस ने उग्रवादियों की धरपकड़ के लिए व्यापक अभियान छेड़ दिया है और सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गयी है. |
कारोबारियों के लिए जरूरी खबर, सरकार ने नोटिफाई किया सालाना GST रिटर्न फॉर्म | सरकार ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के सालाना रिटर्न के नए फॉर्म को नोटिफाई कर दिया है. जीएसटी के तहत रजिस्टर्ड कंपनियों को इस फॉर्म को 30 जून, 2019 तक जमा कराना है. इस वार्षिक रिटर्न फॉर्म में कंपनियों को 2017-18 के वित्त वर्ष की बिक्री, खरीद और इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) लाभ के डिटेल भी देने होंगे. केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने 31 दिसंबर, 2018 को जीएसटीआर-9, जीएसटीआर-9ए और जीएसटीआर-9सी को नोटिफाई किए.
जीएसटीआर-9 सामान्य टैक्सपेयर्स के लिए वार्षिक रिटर्न फॉर्म है, जबकि जीएसटीआर-9ए कम्पोजिशन वाले टैक्सपेयर्स के लिए है. जीएसटीआर-9 सी में आंकड़ों के मिलान का विवरण देना होगा. व्यापार और उद्योग संगठनों ने जीएसटी के सालाना रिटर्न फॉर्म को लेकर कई आपत्तियां दी थीं. इसे पिछले साल सितंबर में नोटिफाई किया गया था. इन आपत्तियों के बाद सीबीआईसी ने नए फॉर्म नोटिफाई किए हैं. इससे पहले सरकार ने जुलाई 2017 से सितंबर 2018 के लिए सारांश और अंतिम बिक्री रिटर्न दाखिल नहीं करने वाली कंपनियों को लेट फीस से छूट दी है. अब इन कंपनियों को 31 मार्च 2019 तक 15 महीने की अवधि के लिए अपना रिटर्न भरने का समय मिला है.
बता दें कि दिसंबर महीने के
जीएसटी
कलेक्शन का आंकड़ा हाल ही में आया है. इस आंकड़े के मुताबिक दिसंबर 2018 में जीएसटी कलेक्शन 94,726 करोड़ रुपये रहा. यह कलेक्शन तीन महीनों में सबसे कम है. इससे पहले नवंबर के 97,637 करोड़ रुपये का कलेक्शन हुआ था जबकि अक्टूबर में सरकार को 1.07 लाख करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था. सरकार हर महीने 1 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन का लक्ष्य लेकर चल रही है. |
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने दिया नारा- अब होगा न्याय | लोकसभा चुनाव के लिए 11 अप्रैल को पहले चरण के मतदान होने से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में जुट गई हैं. राजनीतिक पार्टियां नए-नए चुनावी नारे भी गढ़ रही हैं.सत्ता पर वापसी की राह देख रही कांग्रेस भी इसमें पीछे नहीं है. कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए नारा तय कर लिया है. पार्टी 'अब होगा न्याय' के सहारे लोकसभा चुनाव लड़ेगी.
कांग्रेस के इस 'न्याय' में न्याय का मतलब न्यूनतम आय योजाना है. दरअसल इस 'न्याय' के सहारे ही कांग्रेस गरीबों को साध रही है. कांग्रेस ने चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में वादा किया है कि वह देश के 20 फीसदी गरीब परिवारों को हर साल 72 हजार रुपये सालाना राशि उपलब्ध कराएगी.
कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष आनंद शर्मा ने कहा कि हमारा अभियान न्याय पर है. देश न्याय मांग रहा है. नौजवान नौकरी के लिए, किसान सही दाम के लिए, महिलाएं सुरक्षा के लिए न्याय मांग रहे हैं. काम, दाम और सम्मान के लिए न्याय.
दरअसल इस 'न्याय' के सहारे ही कांग्रेस मोदी सरकार पर निशाना साध रही है. कांग्रेस एक ओर जहां न्याय से गरीबों को सालाना 72000 रुपये देने का वादा कर रही है तो वहीं वह समाज के सभी वर्गों को भी न्याय देने की बात कर रही है. कांग्रेस मोदी सरकार पर आरोप लगाती रही है कि उसने युवाओं को रोजगार नहीं दिया, महिलाओं के खिलाफ अपराध पर लगाम नहीं लगा और किसानों को उनकी फसलों का सही दाम नहीं मिला. कांग्रेस इन सभी मुद्दों पर मोदी सरकार पर हमलावर है और अपनी योजना 'न्याय' के सहारे सत्ता पर वापसी का सपना देख रही है.
घोषणापत्र के पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 'न्याय' का ऐलान कर दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो देश के 20 फीसदी गरीब परिवारों को हर साल 72 हजार रुपये सालाना राशि उपलब्ध कराएंगे. इसके लिए कांग्रेस पार्टी 'न्यूनतम आय योजना' (NYAY) शुरू करेगी.
गरीबी पर वार होगा, सपना ये साकार होगा।
कांग्रेस सरकार में, सशक्त गरीब परिवार होगा।।
#AbHogaNYAY
pic.twitter.com/sBlf5ITnHY
— Congress (@INCIndia)
April 7, 2019
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी राहुल गांधी के इस ऐलान को गरीबी पर सबसे बड़ा वार बताया था. उन्होंने कहा कि गरीबी पर सबसे बड़ा वार होने जा रहा है. कांग्रेस पार्टी न्यूनतम आय योजना 'न्याय' लेकर आई है. देश के सबसे गरीब 20 फीसदी परिवारों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए हम हर साल 72,000 रुपए देने जा रहे हैं. सबको न्याय सबको सम्मान. इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 'कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ' का नारा दिया था.
ये रहे कांग्रेस के कुछ नारे
1965: जय जवान, जय किसान
1971: गरीबी हटाओ
1978: एक शेरनी सौ लंगूर, चिकमंगलूर,चिकमंगलूर
1984: जब तक सूरज चांद रहेगा, इंदिरा तेरा नाम रहेगा
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इंटर कास्ट मैरिज करने पर 5 लाख देगी मोदी सरकार | देश में अंतरजातीय शादी को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. सरकार के एक मंत्री ने घोषणा की है कि केंद्र सरकार अंतरजातीय शादी करने वाले जोड़ों को पांच लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देगी. पहले यह राशि एक लाख रुपये थी.
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत के मुताबिक केंद्र सरकार पहले अंतरजातीय विवाह करने वाले युगल को एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देती थी लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार ने इसे बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया.
हालांकि राज्य सरकारें भी अपने अपने फैसलों और नीति के मुताबिक अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देने के लिए अलग अलग धनराशि की सहायता देती हैं.
पहली बार केंद्र ने पांच लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया है. सरकार का कहना है कि समाज में अंतरजातीय विवाह की दर बढ़ रही है. सरकार समाज में समता औऱ समरसता के माहौल को ज्यादा मजबूत करने की गरज से ये प्रावधान लेकर आई है.
इसके अलावा अंतरजातीय विवाह के बाद किसी भी पक्ष की ओर से युवक या युवती को सताने या प्रताडि़त करने के मामले में भी मौजूदा कानून में संशोधन कर सख्त प्रावधान किये गये हैं.
इसके तहत अतंरजातीय विवाह के अलावा भी दलित वर्ग या अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्ति को सताने, जुल्म करने या उनके साथ भेदभाव करने जैसे अपराध पर पिछले प्रावधानों के मुकाबले सख्त प्रावधान किये गये हैं. अधिकतम सजा को बढ़ा दिया गया है. |
परमाणु हथियारों की रेस जीत रहा है पाकिस्तान | एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के पास भारत की तुलना में ज्यादा परमाणु हथियार है. अगर ऐसा है तो भारत को क्या करना चाहिए.
सौजन्य: NEWSFLICKS |
‘महाराष्ट्र के साथ मत खेलो, खत्म हो जाओगे’, संजय राउत का ट्वीट- अब डरना मना है | संजय राउत का फिर बीजेपी पर निशाना
ट्वीट- अब डरना और हारना मना है
सामना के जरिए भी बीजेपी को घेरा
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग गया है, लेकिन राजनीति अभी भी जोरो पर चल रही है. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस आपस में समन्वय बनाने के लिए लगातार मंथन कर रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रपति शासन लगकर सबसे ज्यादा घाटा BJP को ही हुआ है. अब गुरुवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट किया है कि हारना और डरना मना है.
संजय राउत ने गुरुवार सुबह फिर ट्वीट किया, उन्होंने एक टैक्स्ट फोटो साझा किया जिसपर लिखा है ‘हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है’. संजय राउत ने इसी के साथ कैप्शन लिखा अब हारना और डरना मना है.
अब हारना और डरना मना है..
pic.twitter.com/mMCZyQmr84
— Sanjay Raut (@rautsanjay61)
November 14, 2019
सामना के जरिए बीजेपी पर साधा निशाना
शिवसेना के मुखपत्र सामना में आज एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा गया है. सामना में लिखा गया है कि राज्यपाल की तरफ से शिवसेना को सरकार बनाने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया है. बीजेपी को 48 घंटे मिले थे, लेकिन शिवसेना को समय नहीं दिया गया.
सामना में लिखा है कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन बिल्कुल भी मान्य नहीं होगा, इसे तुरंत वापस लेना चाहिए. कुछ लोग हैं जो महाराष्ट्र के साथ खेलना चाहते हैं, हम बताना चाहते हैं कि महाराष्ट्र के साथ मत खेलो खत्म हो जाओगे.
सामना में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी सवाल खड़े किए गए हैं.
सामना में लिखा गया है कि महाराष्ट्र एक अलग राज्य है, यहां कुछ टेढ़ा-मेढ़ा नहीं चलेगा.
क्या कर रही हैं चारों पार्टियां?
राष्ट्रपति शासन लगने के बाद भी सरकार बनाने के लिए हलचल हो रही है. बुधवार को एनसीपी, कांग्रेस ने गठबंधन पर चर्चा के लिए कमेटियों का गठन किया तो वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की. दूसरी ओर भाजपा ने भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई है, जो 3 दिनों तक चलेगी. इस बैठक में मध्यावधि चुनाव पर भी चर्चा होगी. |
...जब सामने दिखा सांप, तो हाथ में लेकर खेलने लगीं प्रियंका गांधी, देखें VIDEO | चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं के कई रंग देखने को मिल रहे हैं, कभी चुनावी भाषण तो कभी वोटरों से मिलना जुलना. लेकिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का एक अनोखा रूप देखने को मिला है, जिसमें वह सांप के साथ खेलती दिख रही हैं. अपनी मां सोनिया गांधी की संसदीय सीट रायबरेली में जब प्रियंका प्रचार कर रही थीं तो वह एक सपेरे से मिलीं.
प्रियंका जब प्रचार कर रही थीं तब वह एक सपेरे से मिलीं और उसके पास मौजूद सांपों के बारे में जानकारी लेने लगीं. इस दौरान प्रियंका ने सांप को कई बार अपने हाथ में भी उठाया. इस दौरान उनके साथ सैकड़ों लोगों की भीड़ मौजूद थी.
#WATCH
Priyanka Gandhi Vadra, Congress General Secretary for Uttar Pradesh (East) meets snake charmers in Raebareli, holds snakes in hands.
pic.twitter.com/uTY0R2BtEP
— ANI UP (@ANINewsUP)
May 2, 2019
आपको बता दें कि प्रियंका गांधी पिछले कई दिनों से रायबरेली और अमेठी में ही घूम रही हैं. इससे पहले भी वह लोकसभा चुनाव के दौरान इन क्षेत्रों में आती रही हैं, लेकिन इस बार उनके ऊपर पूरे पूर्वांचल की जिम्मेदारी है. प्रियंका को इस बार पूर्वांचल का प्रभारी बनाया गया है.
इससे पहले भी कई बार प्रियंका का इस तरह का अंदाज देखने को मिला है. कभी प्रियंका बच्चों के साथ हंसते हुए बातें करती नज़र आती हैं, तो कभी किसी बच्चे का बटन ठीक करती हुईं दिखती हैं. यही कारण है कि युवाओं में प्रियंका की पॉपुलैरिटी काफी ज्यादा है.
अभी बीते दिनों अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का कुछ अलग अंदाज देखने को मिला था. जब स्मृति ईरानी अमेठी में चुनाव प्रचार कर रही थीं तो वहां एक खेत में आग लग गई थी. तब स्मृति ने अपने लोगों के साथ आग बुझाने में मदद की. इसी बीच स्मृति ईरानी की हैंडपंप चलाते हुए तस्वीरें भी सामने आईं जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी रहीं.
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मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर बाजार | भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुआ. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स कारोबारी सत्र के अंत में 43 अंकों की गिरावट के साथ 25,580 पर और निफ्टी 6.65 अंकों की गिरावट के साथ 7,785 पर बंद हुआ.
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 121.35 अंकों की तेजी के साथ 25,744.70 पर खुला और 43 अंकों या 0.17 फीसदी की गिरावट के साथ 25,580 पर बंद हुआ. दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 25,767 के ऊपरी और 25,514 के निचले स्तर को छुआ.
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई)
का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 37.10 अंकों की तेजी के साथ 7,828.40 पर खुला और 6.65 अंकों या 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 7,785 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 7,831 के ऊपरी और 7,763 के निचले स्तर को छुआ.
मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स
हालांकि मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में बढ़त का रुख देखने को मिला.
बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.56 फीसदी की
बढ़त के साथ 11,172 पर पहुंचा. वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स भी 0.79 फीसदी की बढ़त के साथ 11,901 पर पहुंचा. |
लव मैरिज से हुई जिंदगी बर्बाद? ये ग्रह हैं इसके लिए जिम्मेदार | आपकी राशि ही मुख्यतः विश्वास और धोखे के बारे में बताती है. राहु कल्पना और भ्रम पैदा करता है. इसका ज्यादा प्रभाव होने से धोखे की संभावना बढ़ जाती है. बुध भी चतुराई और छल फरेब को जन्म देता है. नकारात्मक बुध हो तो भी व्यक्ति धोखे का शिकार हो जाता है. चन्द्रमा और बृहस्पति व्यक्ति की धोखे से रक्षा करते हैं. मजबूत और शुभ शनि भी व्यक्ति को बचा ही लेता है
प्रेम के मामले में धोखे की संभावनाएं और बचने के उपाय-
- प्रेम के मामले में चतुर्थ,पंचम और सप्तम भाव बड़ी भूमिका निभाते हैं
- इसके अलावा शुक्र और मंगल की स्थिति भी महत्वपूर्ण होती है
- राहु की इसमें भूमिका हो तो प्रेम में धोखा मिलता ही है
- बुध के कारण प्रेम भावनाओं से नहीं बुद्धि से होता है
- कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों को प्रेम में धोखा होने की संभावना ज्यादा होती है
उपाय
उपाय-
- नित्य प्रातः सूर्य को जल अर्पित करें
- प्रातःकाल गायत्री मंत्र का जप करें
- पूर्णिमा का उपवास रक्खें
- सलाह लेकर पन्ना या पुखराज धारण करें
विवाह के मामले में धोखा होने की सम्भावनाएं और बचने के उपाय-
- कुंडली के सातवें भाव या इसके स्वामी के साथ राहु का सम्बन्ध हो तो धोखा निश्चित होता है
- शुक्र की ख़राब स्थिति भी विवाह में धोखा करवा सकती है
- गुरु चांडाल योग में भी धोखा होने का योग होता है
- जिनकी कुंडलियों में चन्द्रमा कमजोर हो उन्हें भी विवाह में धोखा मिल सकता है
उपाय
सोच समझकर ही विवाह का निर्णय लें-
- कुंडली में राहु और शुक्र की स्थिति पर विचार कर लें
- विवाह सही मुहूर्त में ही करें
- सलाह लेकर एक पीला पुखराज धारण करें
- नियमित रूप से देवी कवच का पाठ करें |
बीसीसीआई कड़े फैसले लेने को तैयार: शुक्ला | इस्तीफा देने से इनकार करने वाले ललित मोदी के रुख को देखते हुए बीसीसीआई ने भी तल्ख लहजे में कहा कि अपनी छवि को ठेस पहुंचने से बचाने के लिये वह कड़े फैसले लेने में नहीं हिचकिचायेगा.
बीसीसीआई की मीडिया और वित्त समिति के अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि यदि हालात का तकाजा हुआ तो 26 अप्रैल को आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में कड़े फैसले लिये जायेंगे.
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर और शरद पवार की कल हुई बैठक में यह तय किया गया कि 26 अप्रैल को गवर्निंग काउंसिल की बैठक होगी. हम आपस में मिलकर कोई फैसला लेंगे. शुक्ला ने कहा कि ये फैसले क्रिकेट और बीसीसीआई के हित में लिये जायेंगे. बीसीसीआई अपनी और क्रिकेट की छवि को ठेस पहुंचने से बचाने के लिये कड़े फैसले ले सकता है. हमने पिछले 60 साल में कभी अपनी छवि को लेकर कोई समझौता नहीं किया है. |
अमेठी में सपा नेता को गोली मारी, बसपा नेता नामजद | उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में शुक्रवार की सुबह चुनावी रंजिश के मामले ने हिंसक रूप धारण कर लिया. यहां अमेठी विधानसभा क्षेत्र के सपा अध्यक्ष राकेश यादव को उस समय गोली मार दी गई जब वह घर से सैर के लिए निकले थे.
अमेठी के पुलिस अधीक्षक हीरालाल ने जानकारी देते हुए बताया कि
सपा नेता राकेश यादव मुंशीगंज
के ग्राम शिवापुर में रहते हैं. शुक्रवार की सुबह वह सैर करने निकले थे. उसी दौरान अज्ञात हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी. जिसकी वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गए.
राकेश यादव को
गंभीर हालत में लखनऊ के ट्रॉमा
सेंटर रेफर कर दिया गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में बहुजन समाज पार्टी के भेदुआ ब्लॉक प्रमुख जयप्रकाश तिवारी समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
गौरतलब है कि बसपा नेता जयप्रकाश की पत्नी विजय कुमारी वार्ड नंबर 35 से जिला पंचायत का चुनाव लड़ रही हैं. जिसके चलते करीब एक सप्ताह पहले राकेश और जयप्रकाश के बीच काफी तकरार हुई थी. जिसमें राकेश के समर्थकों ने जय प्रकाश की गाड़ियां तोड़ दी थीं.
इनपुट- भाषा |
बाइक पर नहीं बैठी, तो मार दी गोली | उत्तर प्रदेश के उन्नाव में मनचलों की हिमाकत इतनी बढ़ गई है कि छेड़छाड़ का विरोध करने पर एक लड़की को गोली मार दी. बताया जा रहा है कॉलेज जा रही छात्रा को एक शख्स ने जबरन अपनी बाइक पर बिठाने की कोशिश की.
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में मनचलों की हिमाकत इतनी बढ़ गई है कि छेड़छाड़ का विरोध करने पर एक लड़की को गोली मार दी. बताया जा रहा है कॉलेज जा रही छात्रा को एक शख्स ने जबरन अपनी बाइक पर बिठाने की कोशिश की.
छात्रा के विरोध करने पर लड़के ने कमर से पिस्तौल निकाली और उसे गोली मार दी. फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठे हो गए और भाग रहे बदमाश को पकड़ लिया. लोगों ने पहले तो उसकी जमकर पिटाई कर डाली और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया. लड़की को कानपुर के अस्पताल में भर्ती कराया कराया गया है.
लड़के का नाम प्रमोद बताया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि प्रमोद के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. घटना की जांच की जा रही है. |
आपातकालीन स्थिति में उतारा गया चार्टर्ड विमान | शिमला जाने वाला निजी कंपनी का एक विमान शनिवार को तकनीकी खराबी आ जाने के बाद यहां आपातकालीन स्थिति में उतारा गया. इस विमान में तीन लोग सवार थे.
हवाई अड्डे के एक आला अधिकारी ने बताया कि ‘दि सराया एविएशन’ कंपनी का विमान गियर व्हील लॉक में समस्या आने के कारण शिमला में उतारा नहीं जा सका और इसे चंडीगढ़ लौटना पड़ा.
अधिकारी ने बताया कि चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर विमान को आपातकालीन स्थितियों में सुरक्षित उतार लिया गया.
उन्होंने बताया ‘इस विमान में पायलट, सह-पायलट और सराया एविएशन कंपनी के एक अधिकारी सवार थे.’ |
रांची में धोनी का आखिरी वनडे ! | भारतीय टीम एक वनडे मुकाबले में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के होमग्राउंड रांची में सीरीज चौथा मैच खेली हो सकता है ये उनका अपने मैदान पर आखिरी मैच हो. दरअसल अगले साल जून तक रांची में कोई वनडे मैच नहीं है. हालांकि अभी धोनी का संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है.
क्यों खास है सीरीज का चौथा मैच
टीम इंडिया इस मैच को जीत लेती है तो उसका सीरीज पर कब्जा हो जाएगा. बीते दो सालों से धोनी वनडे सीरीज जीत के लिए तरस रहे है. दो सालों में धोनी की सेना तीन बार सीरीज गवां चुकी है. JSCA ग्राउंड टीम इंडिया के लिए अबतक लकी साबित हुआ है. यहां भारत ने कोई भी मैच नहीं गवाया है.
फिल्म रिलीज के बाद पहली बार रांची में खेल रहे हैं
धोनी पर बनी फिल्म की अधिकतर शूटिंग रांची और उसके आसपास के इलाकों में हुई है. धोनी के इस बायोपिक के माध्यम से लोग अपने चहेते रांची के राजकुमार के जीवन से सम्बंधित के अनजाने पहलुओं को भी देखा. सुपर हिट साबित हुए इस फिल्म के रिलीज के बाद धोनी पहली बार रांची में खेल रहे है. लोगों को उम्मीद है कि इसबार धोनी फिर से चौथे नंबर पर उतर कर अपनी बल्लेबाजी का जौहर दिखाएंगे. |
GATE परीक्षा के आवेदन तीन सितंबर से शुरू होंगे, देखें Exam का शेड्यूल | इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली (IITD) ने GATE Exam Date 2020 की डेट्स जारी कर दी है. एग्जाम अगले साल 2020 में फरवरी माह में आयोजित होगा. एग्जाम चार दिनों तक होगा. गेट 2020 एग्जाम 1, 2, 8 और 9 फरवरी को आयोजित होगा. परीक्षा की जानकारी ऑफिशियल वेबसाइट www.iitd.ac.in पर देख सकते हैं.
गेट परीक्षा इंजीनियरिंग कोर्सेज में एडमिशन के लिए ली जाती है. इसे Graduate Aptitude Test in Engineering (GATE) कहा जाता है. परीक्षा का आयोजन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बेंगलुरु और देश के 7 आईआईटी मिलकर कराते हैं. इस बार दिल्ली आईआईटी इस परीक्षा का आयोजन करा रहा है.
साल 2020 गेट परीक्षा 2020 दो पालियों में आयोजित होगी. पहली पाली सुबह 9.30 बजे दोपहर 12.30 बजे तक होगी. वहीं दूसरी पाली 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक होगी. परीक्षा के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 3 सितंबर से शुरू होंगे.
जानें शेड्यूल की खास तारीखें
आवेदन शुरू होंगे 3 सितंबर 2019
अंतिम तारीख 24 सितंबर 2019
बढ़ी हुई तारीख का अंतिम दिन 1 अक्टूबर 2019
एग्जाम सिटी बदलने की अंतिम तारीख (फीस भुगतान के बाद) 15 नवंबर 2019
एडमिट कार्ड डाउनलोड 3 जनवरी 2020
गेट परीक्षा तारीख 1,2,8 और 9 फरवरी 2020
रिजल्ट की घोषणा 16 मार्च 2020
गेट 2020 एप्लिकेशन फीस
24 सितंबर से पहले 750 रुपए
24 सितंबर के बाद 1250 रुपए
यहां देखें लिंक
सामान्य वर्ग ध्यान दें:
24 सितंबर से पहले सामान्य वर्ग की आवेदन फीस 1500 रुपए है और 24 सितंबर के बाद 2000 रुपए होगी.
GATE 2020- ऐसा होगा पैटर्न
GATE 2020 कंप्यूटर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न या MCQ के सवाल पूछे जाएंगे. ये परीक्षा तीन घंटे के लिए आयोजित की जाएगी. जिसमें कुल 100 अंकों के लिए 65 सवालों के जवाब देने होंगे. परीक्षा में दो सेक्शन होते हैं. पेपर में सामान्य योग्यता (15 अंक), इंजीनियरिंग मैथेमेटिक्स (10-13 अंक) और कोर इंजीनियरिंग क्षेत्र के प्रश्न होंगे. |
NIA ने सलविंदर सिंह को क्लीन चीट से किया इनकार | राष्ट्रीय जांच एजेंसी-NIA ने पठानकोट हमले के मामले में गुरदासपुर से पूर्व एसपी सलविंदर सिंह को क्लीन चीट दिए जाने की खबरों का खंडन किया है. एनआईए के सूत्रों के अनुसार अभी सलविंदर के दोस्त राजेश वर्मा, कुक मदन और तीर्थ के केयरटेकर सोमराज का अगले हफ्ते पॉलिग्राफ टेस्ट अगले हफ्ते होने वाला है उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
इससे पहले खबर आई थी कि पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सलविंदर सिंह को एनआईए ने क्लीन चिट दे दी है. खबरों के अनुसार लाई डिटेक्टर टेस्ट समेत अन्य वैज्ञानिक जांच में उनके खिलाफ कुछ भी प्रतिकूल नहीं पाया गया. पठानकोट आतंकवादी हमले के सिलसिले में एनआईए सिंह से पूछताछ कर रही थी.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एसपी रैंक के अधिकारी
सलविंदर सिंह
से कई दौर की पूछताछ के अलावा उनका
लाई डिटेक्टर टेस्ट
समेत अन्य वैज्ञानिक जांच की गई. वह पिछले कई दिनों से पूछताछ के लिए एनआईए मुख्यालय में उपस्थित हो रहे थे.
सलविंदर सिंह के अमृतसर स्थित
निवास स्थान
समेत विभिन्न स्थानों की तलाशी में उसके खिलाफ कुछ नहीं मिला. जो दस्तावेज बरामद किए गए वो भी उनके खिलाफ नहीं निकलें. सूत्रों ने बताया कि
एनआईए
इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही थी कि क्या पठानकोट और गुरदासपुर जैसे सीमावर्ती जिलों में चल रहे ड्रग रैकेट में सलविंदर की कोई भूमिका थी.
31 दिसंबर और एक जनवरी की रात को सलविंदर सिंह का उनके जौहरी मित्र राजेश वर्मा और रसोइया मदन गोपाल के साथ पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया था. इन आतंकवादियों ने बाद में पठानकोट वायु सेना ठिकाने पर हमला किया था. |
ब्रिटिश संसद ने ब्रेग्जिट प्रक्रिया शुरू करने का रास्ता किया साफ | ब्रिटेन की संसद ने ब्रेग्जिट विधेयक पारित कर दिया है. इसके साथ ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे के यूरोपीय संघ (ईयू) से ब्रिटेन के अलग होने की प्रक्रिया शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है. अब महारानी की स्वीकृति मिलने के बाद यह विधेयक कानून बन जाएगा. इससे पहले हाउस ऑफ कॉमंस ने हाउस ऑफ लॉर्ड्स के संशोधनों को 335-287 मतों के अंतर से खारिज कर दिया था.
इनमें सरकार से कहा गया था कि वह
ब्रेग्जिट वार्ताओं
की शुरूआत के तीन माह के भीतर यूरोपीय संघ के नागरिकों की स्थिति की सुरक्षा करे. उन्होंने ब्रेग्जिट के समझौते पर संसद में मतदान कराने को भी 331-286 मतों के अंतर से खारिज कर दिया. इसका मतलब यह हुआ कि यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने संबंधी विधेयक बिना किसी बदलाव के हाउस ऑफ कॉमंस में पारित हो गया. इसके बाद यह हाउस ऑफ लॉर्ड्स में बिना किसी संशोधन के पारित हो गया। वहां इसके पक्ष में 274 और विरोध में 118 मत पड़े.
इससे ब्रिटेन
के ईयू से अलग होने की शर्तों पर संसद के पास वीटो के अधिकार के मुद्दे पर अब इसे कॉमंस में दोबारा चुनौती नहीं दी जा सकती. हाउस ऑफ लॉर्डस पहले ही इस बात पर सहमत हो गया था कि यूरोपीय संघ के नागरिकों के दर्जे के मुद्दे की गारंटी को विधेयक में दोबारा शामिल नहीं किया जाएगा. इन्हें सांसदों ने खारिज कर दिया था.
ऐसी उम्मीद है कि विधेयक को कानून बनाने के लिए अब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से शाही मंजूरी मिल जाएगी. इसके बाद एलिजाबेथ लिस्बन संधि के अनुच्छेद 50 को इस सप्ताह किसी भी समय सैद्धांतिक तौर पर शुरू कर सकती हैं. हालांकि इस बात के संकेत कम हैं कि वह इस माह के अंत तक बातचीत शुरू कर पाएं. विपक्षी लेबर पार्टी ने पहले मे से अपील की थी कि वह ‘वाकई अहम’ लॉर्डस संशोधनों को बरकरार रखने पर विचार करे. |
बॉलीवुड डायरेक्टर अनुराग कश्यप के जन्मदिन पर जानें उनके बारे में खास बातें | बॉलीवुड को लीक से हट कर फिल्में देने वाले बेहतरीन डायरेक्टर, स्क्रीनराइटर, प्रोड्यूसर, एक्टर अनुराग कश्यप का आज(10 सितंबर) जन्मदिन है. गैंग्स ऑफ वासेपुर, बर्फी, ब्लैक फ्राइडे, बॉम्बे वेलवेट और कई फिल्में बनाने डायरेक्टर अनुराग कश्यप के बारे में आइए जानते हैं कुछ खास बातें:
1.
अनुराग कश्यप
का जन्म 10 सितम्बर 1974 को गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) में हुआ था.
2.
बचपन से ही वैज्ञानिक बनने की चाह से अनुराग ने दिल्ली जाकर हंसराज कॉलेज से ग्रेजुएशन की.
3.
ग्रेजुएशन के दौरान ही दिल्ली में अनुराग ने स्ट्रीट प्ले ग्रुप 'जन नाट्य मंच' ज्वॉइन कर लिया था और कई नाटक किए.
4.
दिल्ली में ही उन दिनों 'इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया' के दौरान
अनुराग
ने 10 दिनों में 55 फिल्में देखी.
5.
फिल्म फेस्टिवल से प्रेरित होकर अनुराग 1993 में पॉकेट में 5000 रुपये के साथ मुंबई चले आए, जल्द ही सारे पैसे खत्म हो जाने के बाद अनुराग ने कई महीने बेंच पर, बीच के पास और सेंट जेवियर बॉयज हॉस्टल में बिताए.
6.
इसी बीच
अनुराग
ने जुहू के पृथ्वी थिएटर में काम ढूंढ लिया लेकिन उनका पहला प्ले भी अधूरा रह गया क्योंकि उसके डायरेक्टर की मृत्यु हो गई थी.
7.
साल 1995 में शिवम नायर से मुलाकात के बाद अनुराग ने 'टैक्सी ड्राइवर' से प्रेरित होकर टीवी सीरीज 'ऑटो नारायण' लिखना शुरू किया जो सीरियल किलर ऑटो शंकर पर आधारित था. लेकिन किन्ही कारणों से यह सीरीज नहीं बन पाई.
8.
साल 1997 में अनुराग ने हंसल मेहता की 'जयते' फिल्म लिखी लेकिन वो भी रिलीज नहीं हो पाई, फिर सीरियल 'कभी कभी' के कई एपिसोड्स अनुराग ने लिखे थे. साल 1998 में अनुराग का नाम मनोज बाजपाई ने रामगोपाल वर्मा को सुझाया और
अनुराग
को 'सत्या' फिल्म लिखने का मौका मिला. फिल्म सफल भी हुई. उसके बाद अनुराग ने 'शूल' और 'कौन' के डायलॉग्स भी लिखे.
9.
अनुराग ने डायरेक्टर के तौर पर फिल्म 'पांच' बनाई जो आज तक रिलीज नहीं हो पाई. उसके बाद 'ब्लैक फ्राइडे', 'नो स्मोकिंग', 'देव डी', 'गुलाल', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'अग्ली' और इसी साल रिलीज हुई फिल्म 'बॉम्बे वेलवेट' फिल्म को अनुराग ने डायरेक्ट किया.
10.
अनुराग कश्यप
ने पहली शादी एडिटर आरती बजाज से की थी उसके बाद 2009 में उनका तलाक हो गया. फिर एक्ट्रेस कल्की कोचलीन से अनुराग की शादी हुई और उनके साथ भी 2015 में
तलाक
हो गया. अनुराग की पहली पत्नी से एक बेटी है जिसका नाम आलिया कश्यप है. |
Xolo Black का 3GB रैम वैरिएंट लॉन्च, कीमत 11,999 रुपये | स्वदेशी कंपनी Xolo ने हाल ही में 3GB रैम के साथ अपना फ्लैगशिप स्मार्टफोन Black लॉन्च किया है. कंपनी ने पुराने 2GB रैम वाले Black स्मार्टफोन का दूसरा वैरिएंट लॉन्च किया है. इस नए मॉडल में 1 GB रैम ज्यादा दी गई है.
इस फोन में फोटोग्राफी
के लिए 2 रियर कैमरे दिए गए हैं, जिसमें पहला 13 मेगापिक्सल का है जबकि दूसरा 2 मेगापिक्सल का है. इसके कैमरे में UbiFocus दिया गया है जो ऑब्जेक्ट को रिफोकस करता है. इसके अलावा इसका कैमरा कुछ और खूबियों से लैस है जिनमें क्रोमा फ्लैश और ऑप्टी जूम शामिल हैं. इसका सेल्फी कैमरा 5 मेगापिक्सल का है.
इस ड्यूल सिम स्मार्टफोन में 5.5 इंच की एचडी स्क्रीन है जिसका रेज्योल्यूशन 1920X1080p है. यह फोन एंड्रॉयड लॉलीपॉप 5.0 बेस्ड कंपनी के कस्टम यूजर इंटरफेस Hive Atlas पर चलता है. इस फोन में 64 बिट स्नैपड्रैगन 615 प्रोसेसर लगा है जो 1.5GHz तक की स्पीड देगा. इसकी इन्बिल्ट स्टोरेज 16GB है जिसे माइक्रो एसडी कार्ड के जरिए बढ़ा कर 32GB तक किया जा सकता है.
कनेक्टिविटी के लिए
इसमें 4G LTE सपोर्ट दिया गया है साथ ही इसमें यूएबी ओटीजी, माइक्रो यूएसबी 2.0 जैसे फीचर्स दिए गए हैं. इस फोन की कीमत 11,999 रुपये है और इसके लिए बुधवार से ई-कॉमर्स वेबासाइट पर रजिस्ट्रेशन की जा रही है, जिसे 29 दिसंबर को फ्लैश सेल के जरिए बेचा जाएगा.
स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर:
1.5GHz क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 615 ऑक्टाकोर (64 बिट)
कैमरा:
13+2 मेगापिक्सल रियर , 5 मेगापिक्सल फ्रंट
रैम:
3GB
स्क्रीन:
5.5 एचडी
मेमोरी:
16
ओएस:
एंड्रॉयड लॉलीपॉप (Hive)
बैट्री:
3,200mAh
कनेक्टिविटी :
4G LTE
इससे पहले कंपनी ने Xolo ने 3GB रैम और ऑक्टाकोर प्रोसेसर के साथ अपना फ्लैगशिप स्मार्टफोन Black 1X महज 9,999 रुपये में लॉन्च किया था. कंपनी ने इस फोन को खासतौर पर टेक-लवर युवाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया था.
बता दें कि
Xolo Black 1X
में एंड्रॉयड लॉलीपॉप पर बना कंपनी का कस्टम ओएस HIVE दिया गया है. कंपनी के मुताबिक इसे जरूरत के हिसाब से ढाला जा सकता है. 5 इंच एचडी आईपीएस डिस्प्ले वाले इस फोन में 1.3 GHz के MediaTek MT6753 प्रोसेसर के साथ 32GB की इंटरनल मेमोरी दी गई है. इसे OTG और मेमोरी कार्ड के जरिए बढ़ाया जा सकता है. |
Amazon में इंटरव्यू देकर नौकरी पाने का मौका | Amazon, हैदराबाद में कस्टमर सर्विस के लिए वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं.
इंटरव्यू की तारीख:
8 अगस्त
समय:
10AM- 3PM
जॉब लोकेशन:
हैदराबाद
योग्यता:
12वीं पास/ ग्रेजुएट
चयन प्रक्रिया:
उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा.
वेन्यू:
Amazon Development Centre Pvt.Ltd,
Jairaj Orange Towers,Sy.No 116 117
Gorund to 4th floor,Road No:2,
Financial Dist.Gachibowli,Hyderabad
ज्यादा जानकारी के लिए लिंक:
http://www.amazon.jobs/ |
इंस्टाग्राम में बड़ा बदलाव, ऐसा होगा नया डिजाइन | इंस्टाग्राम यूज करते हैं तो आप बड़े बदलाव के लिए तैयार हो जाएं. कंपनी के मुताबिक इंस्टाग्राम के लिए नया यूजर प्रोफाइल लेआउट्स की टेस्टिंग की जा रही है. इंस्टाग्राम ब्लॉग में कहा गया है, ‘अगले कुछ हफ्तों में आपको अपने प्रोफाइल में कुछ बदलाव दिखेंगे. इनमें आइकॉन, बटन और नेविगेशन टैब्स शामिल हैं’
इंस्टाग्राम रीडिजाइन में सबसे बड़ा बदलाव ये है कि आपको फॉलोअर्स काउंट पहले से अलग तरह से दिखेगा. यह प्रोफाइल के टॉप पर नहीं दिखेगा और यह छोटे फॉन्ट में होंगे. हाल ही में ट्विटर ने भी iOS ऐप के लिए ऐसे ही बदलाव किए हैं.
फेसबुक की कंपनी
इंस्टाग्राम
ने कहा है कि ये बदलाव लोगों को उन्हें बेहतर तरीके से खुद को एक्सप्रेस करने का मौका देगा. नया बदलाव इस लिए है कि आप जिनका पोस्ट देखना चाहते हैं उनसे बेहतर तरीके से कनेक्ट हो सकें.
फौलो और मैसेज बटन एक दूसरे के बगल में होंगे और यूजर के फॉलोइंग टैब पर क्लिक करते ही आपको म्यूचुअल फॉलोअर्स दिखेंगे. अब ग्रिड, पोस्ट्स और टैग्ड पोटोज आइकॉन्स की जानकारियां दिखेंगी. IGTV के लिए एक अलग से नया टैब दिया जा सकता है. बिजनेस अकाउंट्स के लिए एक शॉप टैब है और एडिशनल बटन्स हैं. इनमें डायरेक्शन, कॉल और स्टार्ट ऑर्डर शामिल हैं.
इंस्टाग्राम ने कहा है कि कंपनी इस बदलाव पर काम कर रही है और अगले हफ्ते तक इसकी टेस्टिंग लोगों को देकर शुरू की जाएगी. कंपनी ने कहा है कि इंस्टाग्राम लगातार फीडबैक के आधार पर प्रोफाइल को लेकर एक्सपेरिमेंट करती है ताकि यूजर्स को पहले से बेहतर अनुभव मिले. |