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Jammu University ने सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम किया घोषित, ऐसे देखें अपना परिणाम
वेबसाइट पर जाते ही छात्रों को अलग-अलग कोर्स का विकल्प दिखेगा. छात्र अपने कोर्स का सेलेक्शन करके अपना परिणाम देख सकते हैं. इसके लिए छात्रों को रोल नंबर व अन्य जानकारी देना होगा.
'आंखें' के सीक्वल को लेकर उत्साहित हैं सुष्मिता, पर नहीं होंगी फिल्म का हिस्सा
साल 2002 की हिट फिल्म 'आंखें' में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकीं अभिनेत्री और मॉडल सुष्मिता सेन फिल्म के सीक्वल को लेकर उत्साहित हैं. हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि वह इस फिल्म का हिस्सा नहीं होंगी. उन्होंने कहा, "फिल्म का सीक्वल बनने से मैं बेहद खुश हूं क्योंकि यह एक शानदार फिल्म है. इसकी पटकथा लोकप्रिय मराठी नाटक से लिखी गई. मैं इसका दूसरा सीक्वल देखने के लिए उत्साहित हूं." यह पूछे जाने पर कि क्या इस सीक्वल के लिए उनसे संपर्क किया गया है? अभिनेत्री ने कहा, "मेरे पास इसके लिए बहुत-ही साधारण जवाब है. मेरा किरदार पहले भाग में ही खत्म हो गया था, क्योंकि वह मर गई थी और अगर निर्माता हॉरर फिल्म बनाना चाहेंगे तभी मैं इसमें आ सकती हूं, लेकिन मैं इसका हिस्सा नहीं हूं इसके लिए मुझे बुरा लग रहा है."टिप्पणियां 'मैं हूं ना' की अभिनेत्री का भी मानना है कि प्रियंका चोपड़ा ने देश को सचमुच गौरवान्वित किया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, "फिल्म का सीक्वल बनने से मैं बेहद खुश हूं क्योंकि यह एक शानदार फिल्म है. इसकी पटकथा लोकप्रिय मराठी नाटक से लिखी गई. मैं इसका दूसरा सीक्वल देखने के लिए उत्साहित हूं." यह पूछे जाने पर कि क्या इस सीक्वल के लिए उनसे संपर्क किया गया है? अभिनेत्री ने कहा, "मेरे पास इसके लिए बहुत-ही साधारण जवाब है. मेरा किरदार पहले भाग में ही खत्म हो गया था, क्योंकि वह मर गई थी और अगर निर्माता हॉरर फिल्म बनाना चाहेंगे तभी मैं इसमें आ सकती हूं, लेकिन मैं इसका हिस्सा नहीं हूं इसके लिए मुझे बुरा लग रहा है."टिप्पणियां 'मैं हूं ना' की अभिनेत्री का भी मानना है कि प्रियंका चोपड़ा ने देश को सचमुच गौरवान्वित किया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह पूछे जाने पर कि क्या इस सीक्वल के लिए उनसे संपर्क किया गया है? अभिनेत्री ने कहा, "मेरे पास इसके लिए बहुत-ही साधारण जवाब है. मेरा किरदार पहले भाग में ही खत्म हो गया था, क्योंकि वह मर गई थी और अगर निर्माता हॉरर फिल्म बनाना चाहेंगे तभी मैं इसमें आ सकती हूं, लेकिन मैं इसका हिस्सा नहीं हूं इसके लिए मुझे बुरा लग रहा है."टिप्पणियां 'मैं हूं ना' की अभिनेत्री का भी मानना है कि प्रियंका चोपड़ा ने देश को सचमुच गौरवान्वित किया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 'मैं हूं ना' की अभिनेत्री का भी मानना है कि प्रियंका चोपड़ा ने देश को सचमुच गौरवान्वित किया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गोवा में अब इस वजह से बढ़ जाएगा पेट्रोल का दाम
प्रवक्ता ने कहा है कि वैट में वृद्धि गोवा में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अंतर को तर्कसंगत बनाने के लिए की गई है. उन्होंने आगे कहा, गोवा में पेट्रोल पर वैट कम होने के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अंतर काफी कम था. ग्राहकों पर अधिक बोझ न डालते हुए इनकी कीमतों में तर्कसंगत अंतर लाने के लिए ही सरकार ने वैट में दो फीसदी की वृद्धि का फैसला किया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पीएम पद पर मोदी की दावेदारी को लेकर बीजेपी अब भी मुंह खोलने को तैयार नहीं
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जहां राज्य में हैट्रिक लगाने की ओर बढ़ रहे हैं, वहीं उनकी पार्टी बीजेपी ने इस बारे में रुख स्पष्ट नहीं किया कि क्या वह अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे। बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, मोदी भाई हमेशा से बीजेपी में एक महत्वपूर्ण नेता रहे हैं। हमारी पार्टी वंशवाद से नहीं चलती, जिसमें कोई युवराज नेता हो। हम लोकतांत्रिक तरीके से काम करते हैं। रविशंकर प्रसाद से सवाल किया गया था कि क्या गुजरात में लगातार तीसरी जीत दिलाने वाले मोदी अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को इस बात का गर्व है कि उसमें प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखने वाले अनेक नेता हैं। उचित समय पर उम्मीदवार को चुना जाएगा। प्रसाद ने कहा कि मोदी राज्य में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने खिलाफ अनेक अभियानों के खिलाफ लड़ते रहे हैं। टिप्पणियां उन्होंने कहा, इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि देश में जहां जाति के नाम पर इतना विभाजन है, वहां एक नेता पूरी जनता की आकांक्षाओं के अनुरुप पहचान बनाते हुए विजेता बनकर उभरा है। रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जटिल रिश्तों के सवाल पर भी सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर मोदी के बढ़ने के खिलाफ रहे हैं। प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए। बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, मोदी भाई हमेशा से बीजेपी में एक महत्वपूर्ण नेता रहे हैं। हमारी पार्टी वंशवाद से नहीं चलती, जिसमें कोई युवराज नेता हो। हम लोकतांत्रिक तरीके से काम करते हैं। रविशंकर प्रसाद से सवाल किया गया था कि क्या गुजरात में लगातार तीसरी जीत दिलाने वाले मोदी अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को इस बात का गर्व है कि उसमें प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखने वाले अनेक नेता हैं। उचित समय पर उम्मीदवार को चुना जाएगा। प्रसाद ने कहा कि मोदी राज्य में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने खिलाफ अनेक अभियानों के खिलाफ लड़ते रहे हैं। टिप्पणियां उन्होंने कहा, इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि देश में जहां जाति के नाम पर इतना विभाजन है, वहां एक नेता पूरी जनता की आकांक्षाओं के अनुरुप पहचान बनाते हुए विजेता बनकर उभरा है। रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जटिल रिश्तों के सवाल पर भी सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर मोदी के बढ़ने के खिलाफ रहे हैं। प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को इस बात का गर्व है कि उसमें प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखने वाले अनेक नेता हैं। उचित समय पर उम्मीदवार को चुना जाएगा। प्रसाद ने कहा कि मोदी राज्य में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने खिलाफ अनेक अभियानों के खिलाफ लड़ते रहे हैं। टिप्पणियां उन्होंने कहा, इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि देश में जहां जाति के नाम पर इतना विभाजन है, वहां एक नेता पूरी जनता की आकांक्षाओं के अनुरुप पहचान बनाते हुए विजेता बनकर उभरा है। रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जटिल रिश्तों के सवाल पर भी सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर मोदी के बढ़ने के खिलाफ रहे हैं। प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए। उन्होंने कहा, इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि देश में जहां जाति के नाम पर इतना विभाजन है, वहां एक नेता पूरी जनता की आकांक्षाओं के अनुरुप पहचान बनाते हुए विजेता बनकर उभरा है। रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जटिल रिश्तों के सवाल पर भी सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर मोदी के बढ़ने के खिलाफ रहे हैं। प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए। प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए।
राफेल नडाल ने मैच रोका ताकि मां भीड़ में खोई अपनी बच्‍ची को खोज सके
एक प्रदर्शनी मैच के दौरान टेनिस स्‍टार राफेल नडाल ने उस वक्‍त सच्‍ची खेल भावना का परिचय दिया जब उन्‍होंने एक महिला की मदद के लिए मैच को रोक दिया.दरअसल उस महिला की बच्‍ची दर्शकों की भीड़ में खो गई थी. ऐसे में नडाल ने मैच रोक दिया ताकि मां अपनी बच्‍ची को खोज सके. इस घटना से जुड़ा वीडियो अब वायरल हो रहा है. 'द सन' के मुताबिक यह घटना उस वक्‍त की है जब राफेल नडाल और उनके हमवतन स्‍पेनिश युवा खिलाड़ी साइमन सोलबास की जोड़ी जॉन मैकनरो और कार्लोस मोया की जोड़ी के खिलाफ डबल्‍स मैच खेल रही थी. मैच के दौरान राफेल जब सर्विस करने जा रहे थे तो उन्‍होंने देखा कि एक महिला स्‍टैंड में अपनी बेटी को पागलों की तरह खोज रही है. उसके बाद वह रुक गए ताकि मां अपनी बच्‍ची को खोज सके.टिप्पणियां मैच रुकने और माजरा समझ में आते ही महिला की मदद के लिए अन्‍य दर्शक भी उसकी बेटी का नाम क्‍लारा जोर-जोर से चिल्‍लाने लगे. इस चक्‍कर में मैच कुछ क्षणों तक रुका रहा और इसी दौरान मां और बेटी के पुनर्मिलन हुआ और दर्शकों की जोरदार तालियों और उत्‍साह के बाद मैच सुचारू रूप से आगे बढ़ा. यहां देखिए इस घटना का वीडियो : 'द सन' के मुताबिक यह घटना उस वक्‍त की है जब राफेल नडाल और उनके हमवतन स्‍पेनिश युवा खिलाड़ी साइमन सोलबास की जोड़ी जॉन मैकनरो और कार्लोस मोया की जोड़ी के खिलाफ डबल्‍स मैच खेल रही थी. मैच के दौरान राफेल जब सर्विस करने जा रहे थे तो उन्‍होंने देखा कि एक महिला स्‍टैंड में अपनी बेटी को पागलों की तरह खोज रही है. उसके बाद वह रुक गए ताकि मां अपनी बच्‍ची को खोज सके.टिप्पणियां मैच रुकने और माजरा समझ में आते ही महिला की मदद के लिए अन्‍य दर्शक भी उसकी बेटी का नाम क्‍लारा जोर-जोर से चिल्‍लाने लगे. इस चक्‍कर में मैच कुछ क्षणों तक रुका रहा और इसी दौरान मां और बेटी के पुनर्मिलन हुआ और दर्शकों की जोरदार तालियों और उत्‍साह के बाद मैच सुचारू रूप से आगे बढ़ा. यहां देखिए इस घटना का वीडियो : मैच रुकने और माजरा समझ में आते ही महिला की मदद के लिए अन्‍य दर्शक भी उसकी बेटी का नाम क्‍लारा जोर-जोर से चिल्‍लाने लगे. इस चक्‍कर में मैच कुछ क्षणों तक रुका रहा और इसी दौरान मां और बेटी के पुनर्मिलन हुआ और दर्शकों की जोरदार तालियों और उत्‍साह के बाद मैच सुचारू रूप से आगे बढ़ा. यहां देखिए इस घटना का वीडियो :
टीचर्स डे को 'गुरु उत्सव' करने के बहाने संस्कृत थोपने का प्रयास : भाजपा की सहयोगी पीएमके
तमिलनाडु में भाजपा के दो सहयोगी दलों ने सोमवार को टीचर्स-डे का नामकरण 'गुरु उत्सव' के रूप में किए जाने का विरोध किया और पीएमके ने इसे संस्कृत को थोपने का गोपनीय प्रसास बताया। पीएमके और एमडीएमके के नेताओं क्रमश: एस रामदास और वाइको ने कहा कि केंद्र तुरंत टीचर्स डे को 'गुरु उत्सव' घोषित करने के आदेश को वापस ले। 5 सितंबर को छात्रों से चर्चा करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैसले का तो रामदास ने स्वागत किया, लेकिन इस दिवस को 'गुरु उत्सव' कहे जाने पर आपत्ति जताई। रामदास और वाइको ने हाल ही में सीबीएसई स्कूलों में संस्कृत सप्ताह मनाए जाने का विरोध किया था। रामदास ने एक बयान में कहा, 'केंद्र सरकार के लिए इसका नाम बदलकर गुरु उत्सव करना उचित नहीं है। यह संस्कृत थोपने का गोपनीय प्रयास है, जो स्वीकार्य नहीं है।' वाइको ने भी छात्रों के साथ चर्चा करने के मोदी के फैसले का स्वागत किया, लेकिन कहा कि पार्टी केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री द्वारा टीचर्स-डे का नाम बदलकर 'गुरु उत्सव' किए जाने की 'कड़ी निंदा' करती है। उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार को यह अहसास होना चाहिए कि राष्ट्रीय अखंडता केवल तभी मजबूत होगी जब विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों की पहचान को बेहतर किया जाएगा।' द्रमुक प्रमुख एम करूणानिधि पहले ही इस कदम का विरोध करते हुए आरोप लगा चुके हैं कि यह तमिल भाषा और समाज को नीचा दिखाने की साजिश है।
नीतीश की चुनावी रैली में युवाओं ने मोदी के पक्ष में नारेबाजी की
बिहार के गया जिले के वजीरगंज में मंगलवार को एक चुनावी सभा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नरेंद्र मोदी के गुजरात में विकास के दावे को गलत बताए जाने पर वहां मौजूद युवाओं के एक वर्ग ने मोदी के पक्ष में नारेबाजी की। वजीरगंज के उक्त रैली स्थल पर मोदी के पक्ष में नारेबाजी करने वाले उन युवाओं को पुलिस ने हालांकि खदेड़ दिया पर उनके रैली को संबोधित कर लौटने के दौरान भी उनका स्वागत लोगों ने मोदी समर्थक नारों से किया। मोदी के पक्ष में नारेबाजी से अविचलित नीतीश ने अपनी पार्टी जेडीयू के उम्मीदवार जीतन राम मांझी के पक्ष में उक्त रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी के देश में गुजरात के विकास मॉडल को लागू करने के प्रचार को खारिज करते हुए कहा कि वह धरती पर स्वर्ग लाने का दावा कर रहे हैं, पर क्या गुजरात में कुछ बड़े निवेश होने के बावजूद वहां रोजगार के अवसर उत्पन्न हो सके।
पैरा-एथलीट के लिए ऋतिक रोशन इकट्ठा करेंगे 20 लाख रुपये
अभिनेता ऋतिक रोशन पैरा-एथलीट की मदद के लिए करीब 20 लाख रुपये इकठ्ठा करेंगे, ताकि इन खिलाडियों को भी सुविधा मिले और ये विदेश में जाकर अपना और अपने देश का नाम रोशन कर सकें।   दरअसल, ऋतिक ने एक रिपोर्ट में पढ़ा था कि भारतीय पैरा-एथलीट को अगले साल होने वाले पैरालिम्पिक में मौका नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि इनके पास पैसे नहीं है। इसलिए ऋतिक ने फैसला किया कि वह 20 लाख रुपये जमा करेंगे, ताकि जो भी पैरा-एथलीट पैरालिम्पिक में हिस्सा लेना चाहते हैं, वे इसमें भाग ले सकें। अगला पैरालिम्पिक साल 2015 में रियो डी जनैरो, ब्राज़ील में होगा।   ऋतिक ख़ास तौर से तैराक शरथ गायकवाड और निरंजन मुकुंदन, पॉवर लिफ्टर सकीना खातून और राजेंदर सिंह रहेलु को इस प्रतियोगिता में भेजना चाहते हैं।   इनकी सहायता और पैसा इकठ्ठा करने के लिए ऋतिक अपने दोस्त कुनाल कपूर से बात कर चुके हैं, जिन्होंने एक संस्था भी बनाई हुई है। साथ ही ऋतिक ने अपने कुछ ब्रांड्स से भी बात कर मदद मांगी है और इन पैरा-एथलीट के लिए वे टाई-अप की तैयारी में हैं।   इस बारे में ऋतिक रोशन ने कहा, 'अप्रैल महीने के शुरू में जब मैंने पैरा-एथलीट के बारे में रिपोर्ट पढ़ा तो मुझे बहुत बुरा लगा, लेकिन मुझ में हिम्मत आई कुछ करने की। तभी मैंने इनकी मदद का फैसला किया और क्राउड फंडिंग से पैसा इकठ्ठा करके इनका सपना पूरा करने का निर्णय लिया। हम सिर्फ उनकी ट्रेनिंग के लिए पैसे इकठ्ठा नहीं करना चाहते, बल्कि पैरा-एथलीट की सहायता के लिए आम लोगों के साथ-साथ कॉर्पोरेट के बीच में जागरूकता भी फैलाना चाहते हैं। इसके ज़रिए हम उनके हौसलों को परवाज़ देना चाहते हैं।'
'एक नहीं, तीन गोली मारी गई थीं ज़िया उल हक़ को...'
डीएसपी ज़िया उल हक़ को एक गोली लगने के एडीजी अरुण कुमार के बयान को उनकी पत्नी परवीन आज़ाद ने गलत बताया है। परवीन के मुताबिक उन्होंने ज़िया उल हक के शरीर पर तीन निशान देखे थे और ज़िया उल हक को दो गोली पैर में और एक गोली सीने में लगी थी जबकि यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार के मुताबिक ज़िया उल हक़ को सिर्फ एक ही गोली लगी थी। दूसरी ओर, जिया उल हक के हत्याकांड के मामले में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम आने के बाद उनकी गिरफ्तारी कराने से कतरा रही उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जांच का आदेश केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को देने के बाद अब इससे अपना पल्ला झाड़ लिया है। राजा भैया की गिरफ्तारी को लेकर अभी भी सवाल बना हुआ है। राजा भैया के खिलाफ सीओ की पत्नी द्वारा हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज कराने के दो दिन बाद भी अब तक न तो उनकी गिरफ्तारी हुई और न ही उनसे पूछताछ की गई। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी। उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी। उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। परवीन के मुताबिक उन्होंने ज़िया उल हक के शरीर पर तीन निशान देखे थे और ज़िया उल हक को दो गोली पैर में और एक गोली सीने में लगी थी जबकि यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार के मुताबिक ज़िया उल हक़ को सिर्फ एक ही गोली लगी थी। दूसरी ओर, जिया उल हक के हत्याकांड के मामले में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम आने के बाद उनकी गिरफ्तारी कराने से कतरा रही उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जांच का आदेश केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को देने के बाद अब इससे अपना पल्ला झाड़ लिया है। राजा भैया की गिरफ्तारी को लेकर अभी भी सवाल बना हुआ है। राजा भैया के खिलाफ सीओ की पत्नी द्वारा हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज कराने के दो दिन बाद भी अब तक न तो उनकी गिरफ्तारी हुई और न ही उनसे पूछताछ की गई। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी। उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी। उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। दूसरी ओर, जिया उल हक के हत्याकांड के मामले में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम आने के बाद उनकी गिरफ्तारी कराने से कतरा रही उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जांच का आदेश केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को देने के बाद अब इससे अपना पल्ला झाड़ लिया है। राजा भैया की गिरफ्तारी को लेकर अभी भी सवाल बना हुआ है। राजा भैया के खिलाफ सीओ की पत्नी द्वारा हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज कराने के दो दिन बाद भी अब तक न तो उनकी गिरफ्तारी हुई और न ही उनसे पूछताछ की गई। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी। उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी। उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। राजा भैया की गिरफ्तारी को लेकर अभी भी सवाल बना हुआ है। राजा भैया के खिलाफ सीओ की पत्नी द्वारा हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज कराने के दो दिन बाद भी अब तक न तो उनकी गिरफ्तारी हुई और न ही उनसे पूछताछ की गई। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी। उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी। उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी। उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी। उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी। उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी। उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
ऋतिक रोशन की 'सुपर 30' की उड़ान जारी, उत्तर प्रदेश के बाद अब दिल्ली और गुजरात में भी फिल्म हुई टैक्स फ्री
बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) की फिल्म 'सुपर 30 (Super 30)' का दमदार प्रदर्शन लगातार जारी है. बिहार के मैथमेटिशियन आनंद कुमार (Anand Kumar) के जीवन पर आधारित यह फिल्म दर्शकों को प्रेरित करने के साथ ही रोंगटे खड़े करने वाली भी है. हाल ही में 'सुपर 30 (Super 30)' को लेकर एक और खुश खबरी आ रही है. दरअसल, बिहार, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के बाद अब 'सुपर 30 (Super 30)' को दिल्ली और गुजरात में भी टैक्स फ्री कर दिया गया है. वहींं, आनंद कुमार ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षा 11 और 12 के छात्रों के लिए हर महीने ऑनलाइन कक्षा आयोजित करने पर सहमति जताई है, जिसके बाद से ही फिल्म को दिल्ली में टैक्स फ्री कर दिया गया है.  Anand Kumar of #Super30 fame visited a #DelhiGovtSchool with me today. His work & personality r inspiration for all teachers across country, as children from humble backgrounds achieve their IIT-JEE dreams. This is what it truly means to be a guru (1/3)@iHrithik@teacheranand इस खास मौके पर दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की है. अपने ट्वीट में उन्होंने फिल्म और आनंद कुमार (Anand Kumar) के काम की सराहना करते हुए लिखा, "उनका काम और व्यक्तित्व पूरे देश के शिक्षकों के लिए प्रेरणा है, क्योंकि इनकी वजह से ही पिछड़े पृष्ठभूमि के बच्चे अपने आईआईटी-जेईई के सपने को पूरा कर पाते हैं. सही मायने में 'गुरु' होने का यही अर्थ है." इसके आगे उन्होंने फिल्म के टैक्स फ्री होने की सूचना देते हुए लिखा, "दिल्ली सरकार ने 'सुपर 30 (Super 30)' को टैक्स फ्री कर दिया है. अब फिल्म विद्यार्थियों और टीचर्स को प्रेरित कर सकेगी." Delhi Govt will be giving tax-free status to the movie ‘Super 30', so that it can inspire students and teachers in Delhi (2/3)#Super30@iHrithik@teacheranand इसके अलावा उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, "मैं काफी खुश हूं कि आनंद कुमार दिल्ली के स्कूली छात्रों के लिए हर महीने एक कक्षा आयोजित करने पर सहमत हुए हैं. यह हमारे स्कूलों के 11 और 12 कक्षा के छात्रों के लिए एक ऑनलाइन कक्षा होगी." Am also happy to share that Anand Kumar has agreed to conduct one class every month for Delhi Govt school students. This will be an online, virtual classroom for Class 11, 12 students of our schools (3/3) 'सुपर 30 (Super 30)' के दिल्ली में टैक्स फ्री होने के बाद खुद फिल्म के एक्टर ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) ने भी ट्वीट करते हुए उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को धन्यवाद कहा. ऋतिक रोशन ने अपने ट्वीट में लिखा, "श्री मनीष सिसोदिया जी का धन्यवाद, कि उन्होंने दिल्ली में सुपर 30 को टैक्स फ्री घोषित कर दिया है." Thank you Shri Manish Sisodia ji for considering us worthy of being a part of the nation builders team and announcing Super 30 tax - free in Delhi. https://t.co/wzY1QkR1iFpic.twitter.com/jj8GN1kteC बता दें कि इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) की फिल्म को राज्य में टैक्स फ्री घोषित किया था. ऋतिक रोशन और मृणाल ठाकुर की 'सुपर 30 (Super 30)' दर्शकों को प्रेरित करने के साथ ही बॉक्स ऑफिस पर भी खूब धमाल मचा रही है. इस फिल्म में ऋतिक रोशन के किरदार को उनकी अब तक की बेस्ट परफोर्मेंस माना जा रहा है.
मायावती के भाई पर आयकर विभाग का शिकंजा, 400 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
आयकर विभाग ने बसपा प्रमुख मायावती के भाई और भाभी का नोएडा स्थित 400 करोड़ रुपए कीमत का ‘बेनामी' प्लाट जब्त किया. आधिकारिक आदेश के अनुसार आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्र लता के ‘लाभकारी मालिकाना हक' वाले सात एकड़ के भूखंड को जब्त करने का अस्थाई आदेश विभाग की दिल्ली स्थित बेनामी निषेध इकाई (बीपीयू) ने 16 जुलाई को जारी किया था. मायावती ने हाल ही में कुमार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. आदेश की प्रति के अनुसार बेनामी संपत्ति लेनदेन निषेध अधिनियम 1988 की धारा 24(3) के तहत आदेश जारी किया गया. आदेश के अनुसार जब्त की गई सम्पत्ति को कुमार और उनकी पत्नी की ‘बेनामी' समझा जाएगा जो कि 28,328.07 वर्ग मीटर या करीब सात एकड़ में फैली है. उसने कहा कि जब्त की गई सम्पत्ति की कीमत 400 करोड़ रुपए है. कानून के अनुसार बेनामी अधिनियम का उल्लंघन करने वाले को सात साल कठोर कारावास और ''बेनामी'' सम्पत्ति के बाजार में कीमत का 25 प्रतिशत जुर्माने के तौर पर भी देना पड़ सकता है.  Sources: Book value of the property is approximately Rs. 400 Crore. https://t.co/VSUnrrKMR2 मोदी सरकार द्वारा 2016 में निष्क्रिय पड़े कानून को लागू करने के बाद विभाग ने एक नवंबर, 2016 से नए बेनामी लेनदेन (निषेध) संशोधन अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू की थी. आयकर विभाग देश में बेनामी अधिनियम को लागू करने वाला नोडल विभाग है. बता दें, लोकसभा चुनाव के बाद बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर कई बड़ी घोषणाएं की थी. मायावती ने अपने भाई आनंद कुमार (Anand Kumar) को बसपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था, वहीं भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) को नेशनल कॉर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी थी.
ध्यान दें : आधार नंबर से पैन लिंक करने की आखिरी तारीख 31 अगस्त ही, नहीं बढ़ेगी डेडलाइन
सुप्रीम कोर्ट के निजता के अधिकार पर दिए गए हालिया फैसले के सरकार के इस निर्देश पर पड़ने वाले असर को लेकर उन्होंने कहा कि पैन को आधार से जोड़ने को आयकर कानून में संशोधन के जरिये अनिवार्य किया गया है. कानून के तहत यह काम जारी रहेगा. इसमें कोई बदलाव नहीं होगा. उन्होंने भरोसा जताया कि आधार कानून अपने डेटा सुरक्षा सेफगार्ड के जरिये निजता के मौलिक अधिकार के तहत खरा उतरेगा.टिप्पणियां देश में अबतक 9.3 करोड़ से अधिक स्थायी खाता संख्या (पैन) को आधार से जोड़ा गया है. आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी. देश में पैनधारकों की संख्या 30 करोड़ है और इस हिसाब से अबतक 30 प्रतिशत पैन को आधार से जोड़ा गया है. करीब तीन करोड़ पैन और आधार को जून और जुलाई में जोड़ा गया. उसने कहा, ‘आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तारीख पांच अगस्त तक आयकर विभाग ने 9.3 करोड़ से अधिक पैन को आधार से जोड़ा.’ वीडियो- निजता के अधिकार पर दूसरे दिन भी हुई सुनवाई अधिकारी के अनुसार यह संख्या आने वाले समय में बढ़ने की संभावना है क्योंकि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) दोनों को जोड़ने की अंतिम समयसीमा बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी है. देश में अबतक 9.3 करोड़ से अधिक स्थायी खाता संख्या (पैन) को आधार से जोड़ा गया है. आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी. देश में पैनधारकों की संख्या 30 करोड़ है और इस हिसाब से अबतक 30 प्रतिशत पैन को आधार से जोड़ा गया है. करीब तीन करोड़ पैन और आधार को जून और जुलाई में जोड़ा गया. उसने कहा, ‘आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तारीख पांच अगस्त तक आयकर विभाग ने 9.3 करोड़ से अधिक पैन को आधार से जोड़ा.’ वीडियो- निजता के अधिकार पर दूसरे दिन भी हुई सुनवाई अधिकारी के अनुसार यह संख्या आने वाले समय में बढ़ने की संभावना है क्योंकि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) दोनों को जोड़ने की अंतिम समयसीमा बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी है. वीडियो- निजता के अधिकार पर दूसरे दिन भी हुई सुनवाई अधिकारी के अनुसार यह संख्या आने वाले समय में बढ़ने की संभावना है क्योंकि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) दोनों को जोड़ने की अंतिम समयसीमा बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी है.
राहुल गांधी ने ट्रांसजेंडर अप्सरा रेड्डी को किया कांग्रेस में शामिल, Twitter पर यूं आया रिएक्शन...
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक सकारात्मक कदम को अंजाम देते हुए दक्षिण भारत की चर्चित ट्रांसजेंडर (Transgender) सामाजिक कार्यकर्ता अप्सरा रेड्डी (Apsara Reddy) को कांग्रेस (Congress) में शामिल कर लिया है. अप्सरा रेड्डी पहले न्नाद्रमुक (AIADMK) से जुड़ी हुईं थीं और राष्ट्रीय प्रवक्ता की भूमिका में थी. अप्सरा रेड्डी पत्रकार भी हैं. (Apsara Reddy) ने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सुष्मिता देव के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और पार्टी में शामिल हुईं. कांग्रेस के इस फैसले की ट्विटर (Twitter) पर तारीफ हो रही है. टि्वटर यूजर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस पहल की तारीफ कर रहे हैं.   great work. hope to see @INCIndia walk the talk and be more inclusive and diverse   बहुत बढ़िया पहल हैं   समानता की इस नई पहल के लिए @RahulGandhi को बधाई महिला कांग्रेस की महासचिव बनीं ट्रांसजेंडर अप्सरा रेड्डीhttps://t.co/4YCYXN4u40   Great!!!   Wow, Really Fantastic @RahulGandhi Sir..   It's a great move by INC.Congratulation Apsara.A big thank to Mr Rahul Gandhi to make such historic step.   वहीं, सुष्मिता देव ने उनका कांग्रेस में स्वागत करते हुए कहा, 'यह बहुत गौरव की बात है कि आप महिला कांग्रेस में ट्रांसजेंडर समुदाय की पहली पदाधिकार होंगी. मैं आशा करती हूं कि हम संपूर्ण लैंगिक न्याय और विशेष तौर पर ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के लिए मिलकर काम करेंगे.'
21 साल की उम्र में ही बन गईं दुनिया की सबसे युवा अरबपति, Facebook के मार्क जकरबर्ग को यूं पछाड़ा
International Women's Day 2019: काइली जेनर (Kylie Jenner) दुनिया की सबसे युवा सेल्फ मेड अरबपति बन गई हैं. फोर्ब्स बिलियनेयर्स लिस्ट (Forbes billionaires' list) में इस बात की जानकारी दी है. 21 वर्षीया रियलिटी टीवी स्टार और मेक-अप की दुनिया की क्वीन काइली जेनर (Kylie Jenner) ने काइली कॉस्मेटिक्स की स्थापना की थी, और तीन साल पुराने ब्यूटी बिजनेस ने पिछले साल 36 करोड़ डॉलर की सेल की है. पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) काइली जेनर के बहुत बड़े फैन हैं. इस तरह काइली जेनर (Kylie Jenner) कम उम्र में ही अपने दम कर इस करिश्मे को कर दिखाया है.  दिलचस्प यह है कि काइली जेनर ने इस मामले में फेसबुक (Facebook) के संस्थापक मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) को पीछे छोड़ दिया है क्योंकि मार्क 23 साल की उम्र में सबसे कम उम्र में अरबपति बनने का खिताब हासिल कर पाए थे. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) पर ये खबर और भी खास हो जाती है.  A post shared by Kylie (@kyliejenner) on Jun 23, 2018 at 8:17pm PDT काइली जेनर (Kylie Jenner) ने फोर्ब्स (Forbes) से बातचीत में कहा, 'मैं कुछ एक्सपेक्ट नहीं किया था. मैंने भविष्य भी नहीं देखा था. लेकिन अब पहचान मिलने पर अच्छा लग रहा है. यह बहुत ही शानदार शाबासी है.' फोर्ब्स लिस्ट में अमेजन (Amazon) के संस्थापक जेफ बीजोस (Jeff Bezos) अब भी दुनिया के सबसे अमीर इंसान बने हुए हैं.  फोर्ब्स के मुताबिक वे 131 अरब डॉलर के मालिक हैं और 2018 की अपेक्षा इसमें 1.9 अरब डॉलर का उछाल आया है.  A post shared by Kylie (@kyliejenner) on Jan 16, 2019 at 1:06pm PST काइली जेनर (Kylie Jenner)  फेसबुक (Facebook) के संस्थापक मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg) को पछाड़ा है तो उनकी आय जानना भी मजेदार रहेगा. मार्क की कमाई में कमी आई है. पिछले साल की अपेक्षा उनकी कमाई में 8.7 अरब डॉलर की कमाई है, और उनकी कमाई 62.3 अरब डॉलर है. इस बात की जानकारी भी फोर्ब्स (Forbes) ने दी है. A post shared by Kylie (@kyliejenner) on Nov 20, 2018 at 12:42pm PST अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) के संदर्भ में देखें तो अरबपतियों की इस लिस्ट में 252 महिलाएं अपनी जगह बनाने में कामयाब रही हैं. फोर्ब्स बिलियनेयर्स लिस्ट (Forbes billionaires' list) में अपने दम पर सफलता हासिल करने वाली सबसे अमीर महिला में चीन की रियल स्टेट दिग्गज वू याजुन हैं और उनकी कमाई 9.4 अरब डॉलर रही है. अपने दम पर मुकाम हासिल करने वाली महिलाओं का आंकड़ा भी 56 से 72 पर पहुंच गया है.
भूषण कुमार और कृष्ण कुमार के खिलाफ यौन शोषण का आरोप निकला झूठा, केस वापस
फिल्म निर्माता भूषण कुमार (Bhushan Kumar) और कृष्ण कुमार (Krishan Kumar) के खिलाफ यौन शोषण के आरोप एकदम झूठे निकले हैं. एक महिला ने फिल्म निर्माताओं कृष्ण कुमार और भूषण कुमार के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराने के कुछ घंटे बाद ही इसे वापस ले लिया. महिला ने कहा है कि उसने 'निराशा और अवसाद के कारण उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए.' कृष्ण कुमार ने अम्बोली पुलिस थाने में इस महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. ये महिला कृष्णा कुमार को धमकाकर उनसे पैसे की मांग कर रही थी. कृष्ण कुमार को कई कॉल आए लेकिन उन्होंने पहले तो उन्हें नजरअंदाज किया लेकिन बाद में उन्होंने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी.  कृष्ण कुमार (Krishan Kumar) ने बताया कि इस महिला ने उन्हें धमकाया कि अगर उसे पैसे नहीं मिले तो वह उनके और उनके भतीजे भूषण कुमार (Bhushan Kumar) के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज करवा देगी. 16 जनवरी की दोपहर उस महिला ने कुछ ऐसा ही किया. कृष्णा कुमार ने बताया कि उसी शाम ओशीवारा पुलिस थाने ने उन्हें सूचित किया कि दोनों के खिलाफ उस महिला ने केस वापस ले लिया है.  इस महिला ने अपने बयान में माना है कि भूषण कुमार (Bhushan Kumar) और कृष्ण कुमार (Krishan Kumar) के खिलाफ आरोप झूठे हैं और इन्हें सिर्फ पैसा ऐंठने के उद्देश्य से लगाया गया था. महिला ने कृष्ण कुमार से भी केस वापस लेने के लिए कहा है. इस तरह कृष्ण कुमार के खिलाफ लगे यौन शोषण के आरोप झूठे निकले हैं.
अवैध शराब कारोबारी के साथ वायरल हुई फोटो पर आखिरकार नीतीश कुमार ने दी सफाई
नीतीश को मालूम है कि इस मामले में उनकी और पूरी सरकार की जमकर किरकिरी हुई है. भले फोटो वायरल होने पर कार्रवाई की गयी लेकिन पहले पार्टी ने कोई ऐक्शन नहीं लिया.
जानें कुछ सांसदों ने क्यों की भगवंत मान को पुनर्वास केंद्र भेजने की मांग
भगवंत मान की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं.कुछ सांसदों ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान की नशे की लत छुड़ाने के लिए पुनर्वास केन्द्र भेजने की मांग की है.चिट्ठी लिखने वाले सांसदों में प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेश गिरि और हरिंदर खालसा शामिल हैं.टिप्पणियां उधर, संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ वाले वीडियो मामले की जांच कर रही संसद की जांच समिति के सदस्य एकमत से भगवंत मान के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं.NDTV इंडिया को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी सदस्यों की एकराय है कि भगवंत मान संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ के दोषी हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. कुछ सदस्य मानते हैं कि मान इसके प्रति गंभीर नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने स्पीकर से माफी तो मांग ली, लेकिन जांच समिति के सामने पठानकोट का मुद्दा और पीएम को समन करने की बात कर गंदी राजनीति कर रहे हैं.किरीट सोमैया के नेतृत्व में बनी समिति कल उनके खिलाफ कार्रवाई पर फ़ैसला करेगी.सूत्रों के मुताबिक़, सुरक्षा पहलूओं की समीक्षा के लिए समिति और समय मांग सकती है. उधर, संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ वाले वीडियो मामले की जांच कर रही संसद की जांच समिति के सदस्य एकमत से भगवंत मान के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं.NDTV इंडिया को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी सदस्यों की एकराय है कि भगवंत मान संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ के दोषी हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. कुछ सदस्य मानते हैं कि मान इसके प्रति गंभीर नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने स्पीकर से माफी तो मांग ली, लेकिन जांच समिति के सामने पठानकोट का मुद्दा और पीएम को समन करने की बात कर गंदी राजनीति कर रहे हैं.किरीट सोमैया के नेतृत्व में बनी समिति कल उनके खिलाफ कार्रवाई पर फ़ैसला करेगी.सूत्रों के मुताबिक़, सुरक्षा पहलूओं की समीक्षा के लिए समिति और समय मांग सकती है. कुछ सदस्य मानते हैं कि मान इसके प्रति गंभीर नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने स्पीकर से माफी तो मांग ली, लेकिन जांच समिति के सामने पठानकोट का मुद्दा और पीएम को समन करने की बात कर गंदी राजनीति कर रहे हैं.किरीट सोमैया के नेतृत्व में बनी समिति कल उनके खिलाफ कार्रवाई पर फ़ैसला करेगी.सूत्रों के मुताबिक़, सुरक्षा पहलूओं की समीक्षा के लिए समिति और समय मांग सकती है.
बारिश से बेहाल तमिलनाडु में अब तक 71 की मौत, 500 करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान
पांडिचेरी विश्वविद्यालय के सहायक रजिस्ट्रार के महेश ने एक विज्ञप्ति में बताया है कि खराब मौसम के बाद 16, 17 और 18 नवंबर को निर्धारित मेडिकल, इंजीनियरिंग और एमसीए के इम्तिहान को स्थगित कर दिया गया है। नयी तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी।
बदायूं केस में नया मोड़ : पीड़ित लड़कियों के परिवार ने अहम सूचनाएं छिपाई?
बदायूं बलात्कार पीड़िताओं के परिवार द्वारा घटनाक्रम के बारे में दी गई जानकारी सीबीआई को विश्वास नहीं दिला पा रही है, क्योंकि यह बात सामने आई है कि अपराध के समय स्पष्ट रूप से बड़ी बहन ने जो चप्पल पहन रखी थी, उसे जांच दल से छिपाकर रखा गया। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि उन्होंने मिट्टी से सने चप्पलों को फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा है। उन्हें उम्मीद है कि यह उन्हें अपराध के बारे में कुछ सुराग दे सकता है। उन्होंने कहा कि पीड़िता की वस्तुओं से बाल, नाखून, खून, मिट्टी जैसे साक्ष्य महत्व वाली कई सामग्री जुटाई जा सकती है, जो अपराध की गुत्थी सुलझाने में गुम सुरागों को एकसाथ जोड़ने में मदद कर सकती है। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने काफी पूछताछ के बाद सीबीआई को चप्पल सौंपी। परिवार के सदस्यों ने चप्पलों के बारे में अनभिज्ञता जताई थी। सूत्रों ने कहा कि हालांकि वे परिवार के सदस्यों की मंशा पर संदेह नहीं कर रहे हैं, लेकिन वे जांच में पर्याप्त सहयोग नहीं कर रहे हैं। इससे पहले भी पीड़िता का मोबाइल फोन सीबीआई अधिकारियों को प्रदान नहीं किया गया था। जब एजेंसी ने दबाव डाला तब परिवार ने टूटी अवस्था में फोन प्रदान किया था।
खून जमा देने वाली ठंड में इस जोड़े ने किया ऐसा काम जो बन गया रिकॉर्ड
वहीं दूल्हा टॉम सेल्विस्टर का कहना था कि उनको अंदाजा नहीं था कि उनकी शादी ऐसी जगह पर होगी जो दुनिया की सबसे निर्जन जगह है.  आपको बता दें कि यह जोड़ा अपने टीम की अगुवाई करते हुए उत्तरी भारत, नेपाल, पेरू, इक्वाडोर, मंगोलिया, कजाखिस्तान, उज्बेकिस्तान, कंबोडिया और वियतनाम सहित पूरी दुनिया में घूम चुका है.
बैंक ग्राहक अब खुद अपडेट कर सकेंगे पासबुक
बैंकों में जाकर पासबुक अपडेट कराने और पैसा जमा कराने के लिए लगने वाली लंबी कतारें जल्द ही बीते दिनों की बात हो जाएंगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अब ग्राहकों को बेहतर एवं आधुनिक सुविधा देने के लिए नवीन तकनीक अपना रहे हैं, जिनमें ग्राहक अपनी पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा खुद दर्ज कर सकते हैं। बैंक शाखाओं में ऐसी सॉफ्टवेयर वाली कंप्यूटरीकृत मशीनें लग रहीं हैं, जहां ग्राहक खुद पासबुक अपडेट कराने के साथ साथ पैसा जमा करने, निकालने सहित विभिन्न सेवाओं को अपेक्षाकृत थोड़े समय में ही हासिल कर सकते हैं। बैंकों का मानना है कि ऐसी आधुनिक सुविधाओं से जहां एक तरफ ग्राहकों को फायदा मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ बैंकों की लागत भी कम होगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने इसकी शुरुआत करते हुए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई तथा अहमदाबाद में ऐसी सुविधाओं वाली कुछ अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। राष्ट्रीय राजधानी में करोलबाग और द्वारका समेत चार स्थानों पर ऐसी शाखाएं खोलीं गई हैं। बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बैंक ने फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत चारों महानगरों एवं अहमदाबाद में अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। 'भविष्य की बैंक शाखाएं' नाम की इन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगी हैं, जहां ग्राहक स्वयं पासबुक अपडेट कर सकते हैं। इनमें बैंकिंग कामकाज निपटाने में ज्यादा समय नहीं लगता। परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे। बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी। बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे। बैंक शाखाओं में ऐसी सॉफ्टवेयर वाली कंप्यूटरीकृत मशीनें लग रहीं हैं, जहां ग्राहक खुद पासबुक अपडेट कराने के साथ साथ पैसा जमा करने, निकालने सहित विभिन्न सेवाओं को अपेक्षाकृत थोड़े समय में ही हासिल कर सकते हैं। बैंकों का मानना है कि ऐसी आधुनिक सुविधाओं से जहां एक तरफ ग्राहकों को फायदा मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ बैंकों की लागत भी कम होगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने इसकी शुरुआत करते हुए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई तथा अहमदाबाद में ऐसी सुविधाओं वाली कुछ अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। राष्ट्रीय राजधानी में करोलबाग और द्वारका समेत चार स्थानों पर ऐसी शाखाएं खोलीं गई हैं। बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बैंक ने फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत चारों महानगरों एवं अहमदाबाद में अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। 'भविष्य की बैंक शाखाएं' नाम की इन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगी हैं, जहां ग्राहक स्वयं पासबुक अपडेट कर सकते हैं। इनमें बैंकिंग कामकाज निपटाने में ज्यादा समय नहीं लगता। परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे। बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी। बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे। बैंकों का मानना है कि ऐसी आधुनिक सुविधाओं से जहां एक तरफ ग्राहकों को फायदा मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ बैंकों की लागत भी कम होगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने इसकी शुरुआत करते हुए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई तथा अहमदाबाद में ऐसी सुविधाओं वाली कुछ अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। राष्ट्रीय राजधानी में करोलबाग और द्वारका समेत चार स्थानों पर ऐसी शाखाएं खोलीं गई हैं। बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बैंक ने फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत चारों महानगरों एवं अहमदाबाद में अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। 'भविष्य की बैंक शाखाएं' नाम की इन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगी हैं, जहां ग्राहक स्वयं पासबुक अपडेट कर सकते हैं। इनमें बैंकिंग कामकाज निपटाने में ज्यादा समय नहीं लगता। परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे। बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी। बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे। बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बैंक ने फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत चारों महानगरों एवं अहमदाबाद में अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। 'भविष्य की बैंक शाखाएं' नाम की इन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगी हैं, जहां ग्राहक स्वयं पासबुक अपडेट कर सकते हैं। इनमें बैंकिंग कामकाज निपटाने में ज्यादा समय नहीं लगता। परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे। बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी। बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे। परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे। बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी। बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे। बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी। बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे। बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी। बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे। बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे।
कठघरे में खड़ा एक तथाकथित क्रांतिकारी नेता
बात ग्यारह साल पहले सन् 2006 के सोमवार की है, जब भारत के मात्र अड़तीस साल के एक नौजवान को फिलीपींस की सरकार ने अपना नोबेल पुरस्कार ‘रेमन मेगसेस‘ देने की घोषणा की थी. यह पुरस्कार सूचना के अधिकार आंदोलन को आगे बढ़ाकर आम लोगों का सशक्तिकरण करने के लिए दिया गया था. ब्यूरोक्रेट होने के नाते मेरे लिए यह घोषणा इसलिए विशेष आकर्षण लिए हुए थी, क्योंकि इसको पाने वाला स्वयं एक नौकरशाह था. यह आकर्षण इतना प्रबल था कि कुछ ही दिनों बाद मैं गाजियाबाद के उनके फ्लैट में उनके सामने बैठा हुआ था. सच कहूं तो कुछ ही देर बाद फ्लैट की सीढ़ियां उतरते समय आकर्षण के उस ज्वार ने ढलान की मुद्रा अख्तियार कर ली थी. फिर से कुछ ऐसा ही एक दौर आया पांच साल बाद. दरअसल, लोकपाल की मांग वाले सन् 2011 के आंदोलन ने बहुत जल्दी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का रूप ले लिया. उस समय अन्ना हजारे के साथ चमकने वाला जो समानांतर सितारा था, वह था- अरविंद केजरीवाल. अरविंद केजरीवाल यानी कि ईमानदारी के सारथी, युवाओं के आइकॉन, भविष्य की संभावना तथा भारत का भविष्य आदि-आदि. इसका नतीजा क्या निकला? वे मुख्यमंत्री बने, और वह भी देश की राजधानी दिल्ली के. अद्भुत, अविश्वसनीय. फिर से एक प्रबल आकर्षण. लगा कि आप पार्टी पर खुद को कुर्बान कर दूं. खुद को रोका. “रुको और सुनो” की नीति अपनाई. लेकिन उनकी पुस्तक “स्वराज्य“ को पढ़ने के बाद लग गया था कि वे मोहल्लों की राजनीति से अधिक की सोच नहीं रखते. सत्तासीन होने के बाद उन्होंने बौनी और ओछी राजनीति के एक-दो नहीं, बल्कि रोज़ाना ही कोई-न-कोई प्रमाण दिया है. सन् 1974 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में जागकर फिर से सोया हुआ युवा सन् 2011 में सैंतीस साल बाद जागा था. आज वह खुद को छला हुआ महसूस कर रहा है, केजरीवाल के हाथों छला हुआ. लेकिन क्या अरविंद को इस बात का तनिक भी एहसास है? क्या इस इंजीनियर के पास वह संवेदनशीलता है, जो यह जान सके कि समूह के सपनों की हत्या करने वाले को क्या कहते हैं? भविष्य की भ्रूण-हत्या करने से भी बड़ा और जघन्य पाप क्या कोई अन्य हो सकता है? भविष्य की पीढ़ियां अपने इतिहास से इन प्रश्नों के उत्तर मांगेंगी और केजरीवाल को इनके उत्तर देने ही होंगे. यहां ईवीएम मशीन की आड़ काम नहीं आएगी, क्योंकि इतिहास अत्यंत तटस्थ होता है, और निर्मम भी.टिप्पणियां केजरीवाल जब गणतंत्र दिवस परेड की बाधा बनकर धरने पर बैठे थे, तब मीडिया और बुद्धिजीवी वर्ग ने उन्हें “एक अराजकतावादी” कहा था. लेकिन देश ने उस समय उन बुद्धिजीवियों की बात को पक्षपात एवं द्वेषपूर्ण मानकर नकार दिया था. बाद में वे हवा में हाथ लहराकर चुटकी बजाते और उनकी उंगलियों के बीच किसी न किसी बड़े नेता के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूती दस्तावेज आ जाते. लोग उनके द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों को न केवल ध्यान से सुनते, बल्कि उन पर विश्वस भी करते थे. इसके कारण दिल्ली के इस युवा मुख्यमंत्री की छवि करप्शन के खिलाफ जेहाद छेड़ने वाले एक अत्यंत निडर क्रांतिकारी की होती चली गई. और आज? मूर्ख से मूर्ख व्यक्ति भी यह सोचने को मजबूर है कि बात-बात पर, यहां तक कि बिना बात का भी बतंगड़ बनाकर लगभग रोजाना ही दहाड़ने वाला वह शेर आज मौन क्यों है? आरोप कोई बाहरी व्यक्ति नहीं लगा रहा है. लगाने वाला उन्ही के मंत्रीपरिषद का उनका एक विश्वसनीय साथी है. तो क्या उन आरोपों का उत्तर चुप्पी होगी ? देश के वित्तमंत्री ने उन पर मानहानि का मुकदमा ठोंक दिया है. यह विकल्प केजरीवाल के पास भी है. क्या वे भी कपिल मिश्रा के साथ ऐसा ही कुछ करके जनता के सामने अपने निर्दोष होने का प्रमाण पेश करेंगे? ब्यूरोक्रेट होने के नाते मेरे लिए यह घोषणा इसलिए विशेष आकर्षण लिए हुए थी, क्योंकि इसको पाने वाला स्वयं एक नौकरशाह था. यह आकर्षण इतना प्रबल था कि कुछ ही दिनों बाद मैं गाजियाबाद के उनके फ्लैट में उनके सामने बैठा हुआ था. सच कहूं तो कुछ ही देर बाद फ्लैट की सीढ़ियां उतरते समय आकर्षण के उस ज्वार ने ढलान की मुद्रा अख्तियार कर ली थी. फिर से कुछ ऐसा ही एक दौर आया पांच साल बाद. दरअसल, लोकपाल की मांग वाले सन् 2011 के आंदोलन ने बहुत जल्दी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का रूप ले लिया. उस समय अन्ना हजारे के साथ चमकने वाला जो समानांतर सितारा था, वह था- अरविंद केजरीवाल. अरविंद केजरीवाल यानी कि ईमानदारी के सारथी, युवाओं के आइकॉन, भविष्य की संभावना तथा भारत का भविष्य आदि-आदि. इसका नतीजा क्या निकला? वे मुख्यमंत्री बने, और वह भी देश की राजधानी दिल्ली के. अद्भुत, अविश्वसनीय. फिर से एक प्रबल आकर्षण. लगा कि आप पार्टी पर खुद को कुर्बान कर दूं. खुद को रोका. “रुको और सुनो” की नीति अपनाई. लेकिन उनकी पुस्तक “स्वराज्य“ को पढ़ने के बाद लग गया था कि वे मोहल्लों की राजनीति से अधिक की सोच नहीं रखते. सत्तासीन होने के बाद उन्होंने बौनी और ओछी राजनीति के एक-दो नहीं, बल्कि रोज़ाना ही कोई-न-कोई प्रमाण दिया है. सन् 1974 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में जागकर फिर से सोया हुआ युवा सन् 2011 में सैंतीस साल बाद जागा था. आज वह खुद को छला हुआ महसूस कर रहा है, केजरीवाल के हाथों छला हुआ. लेकिन क्या अरविंद को इस बात का तनिक भी एहसास है? क्या इस इंजीनियर के पास वह संवेदनशीलता है, जो यह जान सके कि समूह के सपनों की हत्या करने वाले को क्या कहते हैं? भविष्य की भ्रूण-हत्या करने से भी बड़ा और जघन्य पाप क्या कोई अन्य हो सकता है? भविष्य की पीढ़ियां अपने इतिहास से इन प्रश्नों के उत्तर मांगेंगी और केजरीवाल को इनके उत्तर देने ही होंगे. यहां ईवीएम मशीन की आड़ काम नहीं आएगी, क्योंकि इतिहास अत्यंत तटस्थ होता है, और निर्मम भी.टिप्पणियां केजरीवाल जब गणतंत्र दिवस परेड की बाधा बनकर धरने पर बैठे थे, तब मीडिया और बुद्धिजीवी वर्ग ने उन्हें “एक अराजकतावादी” कहा था. लेकिन देश ने उस समय उन बुद्धिजीवियों की बात को पक्षपात एवं द्वेषपूर्ण मानकर नकार दिया था. बाद में वे हवा में हाथ लहराकर चुटकी बजाते और उनकी उंगलियों के बीच किसी न किसी बड़े नेता के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूती दस्तावेज आ जाते. लोग उनके द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों को न केवल ध्यान से सुनते, बल्कि उन पर विश्वस भी करते थे. इसके कारण दिल्ली के इस युवा मुख्यमंत्री की छवि करप्शन के खिलाफ जेहाद छेड़ने वाले एक अत्यंत निडर क्रांतिकारी की होती चली गई. और आज? मूर्ख से मूर्ख व्यक्ति भी यह सोचने को मजबूर है कि बात-बात पर, यहां तक कि बिना बात का भी बतंगड़ बनाकर लगभग रोजाना ही दहाड़ने वाला वह शेर आज मौन क्यों है? आरोप कोई बाहरी व्यक्ति नहीं लगा रहा है. लगाने वाला उन्ही के मंत्रीपरिषद का उनका एक विश्वसनीय साथी है. तो क्या उन आरोपों का उत्तर चुप्पी होगी ? देश के वित्तमंत्री ने उन पर मानहानि का मुकदमा ठोंक दिया है. यह विकल्प केजरीवाल के पास भी है. क्या वे भी कपिल मिश्रा के साथ ऐसा ही कुछ करके जनता के सामने अपने निर्दोष होने का प्रमाण पेश करेंगे? फिर से कुछ ऐसा ही एक दौर आया पांच साल बाद. दरअसल, लोकपाल की मांग वाले सन् 2011 के आंदोलन ने बहुत जल्दी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का रूप ले लिया. उस समय अन्ना हजारे के साथ चमकने वाला जो समानांतर सितारा था, वह था- अरविंद केजरीवाल. अरविंद केजरीवाल यानी कि ईमानदारी के सारथी, युवाओं के आइकॉन, भविष्य की संभावना तथा भारत का भविष्य आदि-आदि. इसका नतीजा क्या निकला? वे मुख्यमंत्री बने, और वह भी देश की राजधानी दिल्ली के. अद्भुत, अविश्वसनीय. फिर से एक प्रबल आकर्षण. लगा कि आप पार्टी पर खुद को कुर्बान कर दूं. खुद को रोका. “रुको और सुनो” की नीति अपनाई. लेकिन उनकी पुस्तक “स्वराज्य“ को पढ़ने के बाद लग गया था कि वे मोहल्लों की राजनीति से अधिक की सोच नहीं रखते. सत्तासीन होने के बाद उन्होंने बौनी और ओछी राजनीति के एक-दो नहीं, बल्कि रोज़ाना ही कोई-न-कोई प्रमाण दिया है. सन् 1974 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में जागकर फिर से सोया हुआ युवा सन् 2011 में सैंतीस साल बाद जागा था. आज वह खुद को छला हुआ महसूस कर रहा है, केजरीवाल के हाथों छला हुआ. लेकिन क्या अरविंद को इस बात का तनिक भी एहसास है? क्या इस इंजीनियर के पास वह संवेदनशीलता है, जो यह जान सके कि समूह के सपनों की हत्या करने वाले को क्या कहते हैं? भविष्य की भ्रूण-हत्या करने से भी बड़ा और जघन्य पाप क्या कोई अन्य हो सकता है? भविष्य की पीढ़ियां अपने इतिहास से इन प्रश्नों के उत्तर मांगेंगी और केजरीवाल को इनके उत्तर देने ही होंगे. यहां ईवीएम मशीन की आड़ काम नहीं आएगी, क्योंकि इतिहास अत्यंत तटस्थ होता है, और निर्मम भी.टिप्पणियां केजरीवाल जब गणतंत्र दिवस परेड की बाधा बनकर धरने पर बैठे थे, तब मीडिया और बुद्धिजीवी वर्ग ने उन्हें “एक अराजकतावादी” कहा था. लेकिन देश ने उस समय उन बुद्धिजीवियों की बात को पक्षपात एवं द्वेषपूर्ण मानकर नकार दिया था. बाद में वे हवा में हाथ लहराकर चुटकी बजाते और उनकी उंगलियों के बीच किसी न किसी बड़े नेता के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूती दस्तावेज आ जाते. लोग उनके द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों को न केवल ध्यान से सुनते, बल्कि उन पर विश्वस भी करते थे. इसके कारण दिल्ली के इस युवा मुख्यमंत्री की छवि करप्शन के खिलाफ जेहाद छेड़ने वाले एक अत्यंत निडर क्रांतिकारी की होती चली गई. और आज? मूर्ख से मूर्ख व्यक्ति भी यह सोचने को मजबूर है कि बात-बात पर, यहां तक कि बिना बात का भी बतंगड़ बनाकर लगभग रोजाना ही दहाड़ने वाला वह शेर आज मौन क्यों है? आरोप कोई बाहरी व्यक्ति नहीं लगा रहा है. लगाने वाला उन्ही के मंत्रीपरिषद का उनका एक विश्वसनीय साथी है. तो क्या उन आरोपों का उत्तर चुप्पी होगी ? देश के वित्तमंत्री ने उन पर मानहानि का मुकदमा ठोंक दिया है. यह विकल्प केजरीवाल के पास भी है. क्या वे भी कपिल मिश्रा के साथ ऐसा ही कुछ करके जनता के सामने अपने निर्दोष होने का प्रमाण पेश करेंगे? सन् 1974 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में जागकर फिर से सोया हुआ युवा सन् 2011 में सैंतीस साल बाद जागा था. आज वह खुद को छला हुआ महसूस कर रहा है, केजरीवाल के हाथों छला हुआ. लेकिन क्या अरविंद को इस बात का तनिक भी एहसास है? क्या इस इंजीनियर के पास वह संवेदनशीलता है, जो यह जान सके कि समूह के सपनों की हत्या करने वाले को क्या कहते हैं? भविष्य की भ्रूण-हत्या करने से भी बड़ा और जघन्य पाप क्या कोई अन्य हो सकता है? भविष्य की पीढ़ियां अपने इतिहास से इन प्रश्नों के उत्तर मांगेंगी और केजरीवाल को इनके उत्तर देने ही होंगे. यहां ईवीएम मशीन की आड़ काम नहीं आएगी, क्योंकि इतिहास अत्यंत तटस्थ होता है, और निर्मम भी.टिप्पणियां केजरीवाल जब गणतंत्र दिवस परेड की बाधा बनकर धरने पर बैठे थे, तब मीडिया और बुद्धिजीवी वर्ग ने उन्हें “एक अराजकतावादी” कहा था. लेकिन देश ने उस समय उन बुद्धिजीवियों की बात को पक्षपात एवं द्वेषपूर्ण मानकर नकार दिया था. बाद में वे हवा में हाथ लहराकर चुटकी बजाते और उनकी उंगलियों के बीच किसी न किसी बड़े नेता के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूती दस्तावेज आ जाते. लोग उनके द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों को न केवल ध्यान से सुनते, बल्कि उन पर विश्वस भी करते थे. इसके कारण दिल्ली के इस युवा मुख्यमंत्री की छवि करप्शन के खिलाफ जेहाद छेड़ने वाले एक अत्यंत निडर क्रांतिकारी की होती चली गई. और आज? मूर्ख से मूर्ख व्यक्ति भी यह सोचने को मजबूर है कि बात-बात पर, यहां तक कि बिना बात का भी बतंगड़ बनाकर लगभग रोजाना ही दहाड़ने वाला वह शेर आज मौन क्यों है? आरोप कोई बाहरी व्यक्ति नहीं लगा रहा है. लगाने वाला उन्ही के मंत्रीपरिषद का उनका एक विश्वसनीय साथी है. तो क्या उन आरोपों का उत्तर चुप्पी होगी ? देश के वित्तमंत्री ने उन पर मानहानि का मुकदमा ठोंक दिया है. यह विकल्प केजरीवाल के पास भी है. क्या वे भी कपिल मिश्रा के साथ ऐसा ही कुछ करके जनता के सामने अपने निर्दोष होने का प्रमाण पेश करेंगे? केजरीवाल जब गणतंत्र दिवस परेड की बाधा बनकर धरने पर बैठे थे, तब मीडिया और बुद्धिजीवी वर्ग ने उन्हें “एक अराजकतावादी” कहा था. लेकिन देश ने उस समय उन बुद्धिजीवियों की बात को पक्षपात एवं द्वेषपूर्ण मानकर नकार दिया था. बाद में वे हवा में हाथ लहराकर चुटकी बजाते और उनकी उंगलियों के बीच किसी न किसी बड़े नेता के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूती दस्तावेज आ जाते. लोग उनके द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों को न केवल ध्यान से सुनते, बल्कि उन पर विश्वस भी करते थे. इसके कारण दिल्ली के इस युवा मुख्यमंत्री की छवि करप्शन के खिलाफ जेहाद छेड़ने वाले एक अत्यंत निडर क्रांतिकारी की होती चली गई. और आज? मूर्ख से मूर्ख व्यक्ति भी यह सोचने को मजबूर है कि बात-बात पर, यहां तक कि बिना बात का भी बतंगड़ बनाकर लगभग रोजाना ही दहाड़ने वाला वह शेर आज मौन क्यों है? आरोप कोई बाहरी व्यक्ति नहीं लगा रहा है. लगाने वाला उन्ही के मंत्रीपरिषद का उनका एक विश्वसनीय साथी है. तो क्या उन आरोपों का उत्तर चुप्पी होगी ? देश के वित्तमंत्री ने उन पर मानहानि का मुकदमा ठोंक दिया है. यह विकल्प केजरीवाल के पास भी है. क्या वे भी कपिल मिश्रा के साथ ऐसा ही कुछ करके जनता के सामने अपने निर्दोष होने का प्रमाण पेश करेंगे? और आज? मूर्ख से मूर्ख व्यक्ति भी यह सोचने को मजबूर है कि बात-बात पर, यहां तक कि बिना बात का भी बतंगड़ बनाकर लगभग रोजाना ही दहाड़ने वाला वह शेर आज मौन क्यों है? आरोप कोई बाहरी व्यक्ति नहीं लगा रहा है. लगाने वाला उन्ही के मंत्रीपरिषद का उनका एक विश्वसनीय साथी है. तो क्या उन आरोपों का उत्तर चुप्पी होगी ? देश के वित्तमंत्री ने उन पर मानहानि का मुकदमा ठोंक दिया है. यह विकल्प केजरीवाल के पास भी है. क्या वे भी कपिल मिश्रा के साथ ऐसा ही कुछ करके जनता के सामने अपने निर्दोष होने का प्रमाण पेश करेंगे?
बॉलीवुड एक्टर दीपराज राणा ने फिल्म 'मिलन टॉकीज' को लेकर कही यह बात...
एक्टर दीपराज राणा (Deepraj Rana) ने कई बॉलीवुड में कई फिल्मों जैसे- 'बुलेट राजा', 'गुंडे', 'सिंघम रिटर्नस', 'अय्यारी', 'साहेब बीबी और गैंगस्टर' फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया है. हाल ही में उनकी फिल्म 'मिलन टॉकिज' (Milam Talkies) आई थी, जिसमें वो एक्टर अली फजल और आशुतोष राणा के साथ धमाल मचाते नजर आए. "इस फिल्म में उन्होंने अपने किरदार के बारे में भी बातचीत और बताया, इस फिल्म में कप्तान सिंह के किरदार में हूं, जो इलाहाबाद का रहने वाला है. और कुछ समय के लिए फनी गुंडा भी रह चुका है. उसका सपना रहता है कि वो सलमान खान के साथ काम करे. मैं पहली बार किसी फिल्म में फनी किरदार निभा रहा हूं. यह किरदार निभाने में बहुत मजा आया."  दीपराज राणा (Deepraj Rana) ने आगे कहा कि इस फिल्म का किरदार भी इलाहाबाद का है और मैं भी इलाहाबाद का हूं, इसलिए मुझे इलाहाबादी एक्सेंट को पकड़ने में समय नहीं लगा और मैं किरदार के साथ जल्दी से कनेक्ट हो गया. उन्होंने फिल्म के डायरेक्टर तिग्मांशु धुलिया (Tigmanshu Dhulia) को लेकर कहा कि वह इंडस्ट्री के  सबसे अच्छे निर्देशकों में से एक हैं. मैंने उनके साथ करीब आधा दर्जन फिल्मों में काम किया है. इस बार उन्होंने मुझे यह रोल ऑफर करते हुए कहा कि तुम इस रोल के लिए फिट हो. यह फिल्म लोगों को क्या संदेश देती है इस संबंध में दीपराज राणा (Deepraj Rana) ने कहा यह फिल्म एक्शन पैक्ड थ्रिलर बेस्ड है. यह फिल्म लोगों को उनके सपनों का पीछा करने का संदेश देती हैं.
रैंसमवेयर वायरस : अलर्ट जारी, 'प्लीज रीड मी' फाइल में लिखा होता है कि कैसे देनी है फिरौती
देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने बेहद शक्तिशाली और वैश्विक स्तर पर सक्रिय फिरौती के लिए हमला करने वाले रैंसमवेयर वायरस 'वानाक्राई' के खिलाफ इंटरनेट यूजर्स को अलर्ट किया है. इस वायरस से कम्प्यूटर काम करना बंद कर देते हैं और दूर बैठे ही उन्हें लॉक किया जा सकता है. हैकिंग, जालसाजी रोकने वाली और सुरक्षा मजबूत करने वाली नोडल एजेंसी कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ऑफ इंडिया (सीईआरटी-इन) ने एक 'महत्वपूर्ण चेतावनी' जारी की है. दर्जनभर देशों में कल एक बड़ा साइबर हमला हुआ जिसमें उगाही के लिए अस्पतालों, दूरसंचार कंपनियों और अन्य कंपनियों के कम्प्यूटर डाटा हैक कर लिए गए. साइबर रैंसमवेयर वायरस फैलाने वाला सॉफ्टवेयर है जो आपके कम्यूटर सिस्टम तक पहुंच बनाकर उसे तब तक के लिए ब्लॉक किए रखता है जब तक ऑनलाइन माध्यम के जरिये फिरौती ना मिल जाए. सीईआरटी-इन ने  कहा, "ऐसी खबरें मिल रही है कि वानाक्राई नाम का एक नया रैंसमवेयर व्यापक पैमाने पर फैल रहा है. वानाक्राई प्रभावित विंडो सिस्टम पर फाइलों को एनक्रिप्ट करता है. रैंसमवेयर विंडो सिस्टम में सर्वर मैसेज ब्लॉक (एसएमबी) के इस्तेमाल में सुरक्षा ना बरतने से फैलता है."  उसने बताया कि 'वानाक्राई' या 'वानाक्रिप्ट' नाम का रैंसमवेयर कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क ड्राइव को एनक्रिप्ट करता है और फिर उसी लोकल एरिया नेटवर्क पर कम्प्यूटरों के बीच फैलता है.उसने कहा, "रैंसमवेयर ईमेल में वायरस फैलाने वाली अटैचमेंट से भी फैलता है." रैंसमवेयर वायरस इतना खतरनाक और स्मार्ट है कि यह 'प्लीज रीड मी' नाम से एक फाइल छोड़ता है जिसमें यह बताया जाया है कि कम्प्यूटर के साथ क्या हुआ और कैसे फिरौती देनी है. सीईआरटी-इन ने कुछ रैंसमवेयर रोधी कदम उठाने का सुझाव दिया है : डाटाबेस में संग्रहित सूचनाओं की प्रमाणिकता की नियमित तौर पर जांच करें, किसी भी अनाधिकृत डाटा रिकॉर्ड की एनक्रिप्टिड सामग्री के लिए डाटाबेस की बैकअप फाइलों की सामग्री की नियमित तौर पर जांच करें, अवांछित ईमेल में अटैचमेंट को ना खोलें चाहे वे आपकी संपर्क सूची में शामिल लोगों की ओर से ही आए हों और एक अवांछित ईमेल के यूआरएल पर कभी क्लिक ना करें."टिप्पणियां सीईआरटी-इन ने कहा, "वास्तविक यूआरएल के मामलों में ईमेल बंद करें और ब्राउजर के जरिए सीधे संगठन की वेबसाइट पर जाएं." सीईआरटी द्वारा जारी सबसे महत्वपूर्ण परामर्श में कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति या संगठन से फिरौती ना देने के लिए कहा जाता है क्योंकि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि फाइलों को रिलीज किया जाएगा.उसने कहा, ‘‘जालसाजी की ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट सीईआरटी-इन और कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों से करें."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दर्जनभर देशों में कल एक बड़ा साइबर हमला हुआ जिसमें उगाही के लिए अस्पतालों, दूरसंचार कंपनियों और अन्य कंपनियों के कम्प्यूटर डाटा हैक कर लिए गए. साइबर रैंसमवेयर वायरस फैलाने वाला सॉफ्टवेयर है जो आपके कम्यूटर सिस्टम तक पहुंच बनाकर उसे तब तक के लिए ब्लॉक किए रखता है जब तक ऑनलाइन माध्यम के जरिये फिरौती ना मिल जाए. सीईआरटी-इन ने  कहा, "ऐसी खबरें मिल रही है कि वानाक्राई नाम का एक नया रैंसमवेयर व्यापक पैमाने पर फैल रहा है. वानाक्राई प्रभावित विंडो सिस्टम पर फाइलों को एनक्रिप्ट करता है. रैंसमवेयर विंडो सिस्टम में सर्वर मैसेज ब्लॉक (एसएमबी) के इस्तेमाल में सुरक्षा ना बरतने से फैलता है."  उसने बताया कि 'वानाक्राई' या 'वानाक्रिप्ट' नाम का रैंसमवेयर कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क ड्राइव को एनक्रिप्ट करता है और फिर उसी लोकल एरिया नेटवर्क पर कम्प्यूटरों के बीच फैलता है.उसने कहा, "रैंसमवेयर ईमेल में वायरस फैलाने वाली अटैचमेंट से भी फैलता है." रैंसमवेयर वायरस इतना खतरनाक और स्मार्ट है कि यह 'प्लीज रीड मी' नाम से एक फाइल छोड़ता है जिसमें यह बताया जाया है कि कम्प्यूटर के साथ क्या हुआ और कैसे फिरौती देनी है. सीईआरटी-इन ने कुछ रैंसमवेयर रोधी कदम उठाने का सुझाव दिया है : डाटाबेस में संग्रहित सूचनाओं की प्रमाणिकता की नियमित तौर पर जांच करें, किसी भी अनाधिकृत डाटा रिकॉर्ड की एनक्रिप्टिड सामग्री के लिए डाटाबेस की बैकअप फाइलों की सामग्री की नियमित तौर पर जांच करें, अवांछित ईमेल में अटैचमेंट को ना खोलें चाहे वे आपकी संपर्क सूची में शामिल लोगों की ओर से ही आए हों और एक अवांछित ईमेल के यूआरएल पर कभी क्लिक ना करें."टिप्पणियां सीईआरटी-इन ने कहा, "वास्तविक यूआरएल के मामलों में ईमेल बंद करें और ब्राउजर के जरिए सीधे संगठन की वेबसाइट पर जाएं." सीईआरटी द्वारा जारी सबसे महत्वपूर्ण परामर्श में कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति या संगठन से फिरौती ना देने के लिए कहा जाता है क्योंकि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि फाइलों को रिलीज किया जाएगा.उसने कहा, ‘‘जालसाजी की ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट सीईआरटी-इन और कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों से करें."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीईआरटी-इन ने  कहा, "ऐसी खबरें मिल रही है कि वानाक्राई नाम का एक नया रैंसमवेयर व्यापक पैमाने पर फैल रहा है. वानाक्राई प्रभावित विंडो सिस्टम पर फाइलों को एनक्रिप्ट करता है. रैंसमवेयर विंडो सिस्टम में सर्वर मैसेज ब्लॉक (एसएमबी) के इस्तेमाल में सुरक्षा ना बरतने से फैलता है."  उसने बताया कि 'वानाक्राई' या 'वानाक्रिप्ट' नाम का रैंसमवेयर कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क ड्राइव को एनक्रिप्ट करता है और फिर उसी लोकल एरिया नेटवर्क पर कम्प्यूटरों के बीच फैलता है.उसने कहा, "रैंसमवेयर ईमेल में वायरस फैलाने वाली अटैचमेंट से भी फैलता है." रैंसमवेयर वायरस इतना खतरनाक और स्मार्ट है कि यह 'प्लीज रीड मी' नाम से एक फाइल छोड़ता है जिसमें यह बताया जाया है कि कम्प्यूटर के साथ क्या हुआ और कैसे फिरौती देनी है. सीईआरटी-इन ने कुछ रैंसमवेयर रोधी कदम उठाने का सुझाव दिया है : डाटाबेस में संग्रहित सूचनाओं की प्रमाणिकता की नियमित तौर पर जांच करें, किसी भी अनाधिकृत डाटा रिकॉर्ड की एनक्रिप्टिड सामग्री के लिए डाटाबेस की बैकअप फाइलों की सामग्री की नियमित तौर पर जांच करें, अवांछित ईमेल में अटैचमेंट को ना खोलें चाहे वे आपकी संपर्क सूची में शामिल लोगों की ओर से ही आए हों और एक अवांछित ईमेल के यूआरएल पर कभी क्लिक ना करें."टिप्पणियां सीईआरटी-इन ने कहा, "वास्तविक यूआरएल के मामलों में ईमेल बंद करें और ब्राउजर के जरिए सीधे संगठन की वेबसाइट पर जाएं." सीईआरटी द्वारा जारी सबसे महत्वपूर्ण परामर्श में कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति या संगठन से फिरौती ना देने के लिए कहा जाता है क्योंकि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि फाइलों को रिलीज किया जाएगा.उसने कहा, ‘‘जालसाजी की ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट सीईआरटी-इन और कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों से करें."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रैंसमवेयर वायरस इतना खतरनाक और स्मार्ट है कि यह 'प्लीज रीड मी' नाम से एक फाइल छोड़ता है जिसमें यह बताया जाया है कि कम्प्यूटर के साथ क्या हुआ और कैसे फिरौती देनी है. सीईआरटी-इन ने कुछ रैंसमवेयर रोधी कदम उठाने का सुझाव दिया है : डाटाबेस में संग्रहित सूचनाओं की प्रमाणिकता की नियमित तौर पर जांच करें, किसी भी अनाधिकृत डाटा रिकॉर्ड की एनक्रिप्टिड सामग्री के लिए डाटाबेस की बैकअप फाइलों की सामग्री की नियमित तौर पर जांच करें, अवांछित ईमेल में अटैचमेंट को ना खोलें चाहे वे आपकी संपर्क सूची में शामिल लोगों की ओर से ही आए हों और एक अवांछित ईमेल के यूआरएल पर कभी क्लिक ना करें."टिप्पणियां सीईआरटी-इन ने कहा, "वास्तविक यूआरएल के मामलों में ईमेल बंद करें और ब्राउजर के जरिए सीधे संगठन की वेबसाइट पर जाएं." सीईआरटी द्वारा जारी सबसे महत्वपूर्ण परामर्श में कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति या संगठन से फिरौती ना देने के लिए कहा जाता है क्योंकि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि फाइलों को रिलीज किया जाएगा.उसने कहा, ‘‘जालसाजी की ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट सीईआरटी-इन और कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों से करें."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीईआरटी-इन ने कहा, "वास्तविक यूआरएल के मामलों में ईमेल बंद करें और ब्राउजर के जरिए सीधे संगठन की वेबसाइट पर जाएं." सीईआरटी द्वारा जारी सबसे महत्वपूर्ण परामर्श में कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति या संगठन से फिरौती ना देने के लिए कहा जाता है क्योंकि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि फाइलों को रिलीज किया जाएगा.उसने कहा, ‘‘जालसाजी की ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट सीईआरटी-इन और कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों से करें."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आज दिनभर की खास खबरें नहीं पढ़ पाए हों तो यहां पढ़ें...
देश दिल्ली में आज की सुबह आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जाने माने वकील राम जेठमलानी द्वारा फीस मांगे जाने का मुद्दा सुर्खियों में छाया रहा है. इस मुद्दे पर बीजेपी ने केजरीवाल की ईमानदारी पर सवाल उठाए क्योंकि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने करोड़ों रुपये की इस फीस को दिल्ली सरकार के खाते से देने के लिए कहा. यह केस बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने निजी तौर पर अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के कुछ नेताओं पर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद किया था.  इस मुद्दे से जुड़ी खबरों के अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की होने वाली पहली कैबिनेट बैठक की खबरों ने भी दिनभर सुर्खियां बटोरी.   इसके अलावा लालू प्रसाद यादव पर एक और घोटाले के आरोप लगे हैं.  लालू प्रसाद यादव फिर विवादों में, चारा घोटाले के बाद अब मिट्टी घोटाले के आरोप, पढ़ें पूरा मामला आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर बिहार विधानमंडल में विपक्ष के नेता सुशील मोदी ने 90 लाख के मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया है. मोदी का आरोप है कि यह घोटाला लालू यादव के बेटे तेजप्रताप यादव के मार्फ़त किया गया है. सुशील मोदी ने मंगलवार को अपने संवादाता सम्मलेन में इस संबंध में दस्तावेज भी पेश किए थे. दरअसल, पटना के सगुना मोड़ के पास एक शॉपिंग मॉल का निर्माण कराया जा रहा है. सुशील मोदी के मुताबिक- जमीन के मालिक जिस डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड से हैं, उसके तीन डायरेक्टरों में लालू यादव के दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी के साथ बेटी चंदा यादव भी हैं.    अरविंद केजरीवाल से फीस वसूली के मामले में राम जेठमलानी ने फिर दिया नया ट्विस्ट आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के मानहानि केस में  अब फिर एक नया ट्विस्ट आ गया है. एएनआई के अनुसार मीडिया से बात करते हुए जाने माने वकील राम जेठमलानी ने कहा है कि वह  केवल पैसे वालों से ही फीस लेते हैं जबकि गरीबों के लिए वह मुफ्त में काम करते हैं. उन्होंने एक बार फिर आरोप लगाया कि यह सब अरुण जेटली का कराया हुआ है जो केस में उनके द्वारा किए गए क्रॉस इक्जामिनेशन से डर गए हैं.  केजरीवाल पर गिरिराज सिंह का पलटवार- 'जनता के पैसे पर इतनी मौज तो मुगलों ने भी नहीं की होगी' दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने मानहानि का केस कर रखा है. इस मसले में अब केजरीवाल चाहते हैं कि इस मुकदमे में 3.86 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान दिल्‍ली सरकार द्वारा वहन किया जाना चाहिए. अब इस मसले पर बिहार बीजेपी के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है.  आपने कहा था गाड़ी-बंगला नहीं लेंगे, अब केस का बोझ भी जनता पर डाल रहे हैं : अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी का वार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि उनके निजी मुकदमे पर हुआ खर्च जनता के पैसे से वहन हो. DDCA मामले में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था. बचाव में केजरीवाल ने वकीलों की पूरी फौज उतार दी, जिनमें वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी भी हैं. अब जेठमलानी ने अपनी फीस के तौर पर 3 करोड़ 80 लाख का बिल भेजा है, जिसे उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दस्तखत कर उप- राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेज दिया है.  अरविंद केजरीवाल से राम जेठमलानी के फीस मांगने के मुद्दे पर बोले लालू प्रसाद यादव, चाचा के पास पैसे की कमी नहीं है बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली द्वारा दायर मानहानि के केस में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी द्वारा फीस मांगें जाने के बाद उठे विवाद में अब राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी कूद पड़े हैं.  सुनील ग्रोवर से माफी मांगने के बाद पहली बार कपिल शर्मा ने किया ट्वीट, पढ़ें क्‍या बोले कॉमेडियन कपिल शर्मा वैसे तो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं, लेकिन सुनील ग्रोवर से झगड़ं के बाद कपिल ने अपने ट्विटर से भी लंबी दूरी बना ली. ट्विटर पर सुनील ग्रोवर से अपने बर्ताव के लिए माफी मांगने के लगभग 10-12 दिन बाद कपिल शर्मा ने पहली बार अपने फैन्‍स से कोई बात की है.  मुंबई में पंजाब पुलिस ने राखी सावंत को किया गिरफ्तार महर्षि वाल्‍मीकि पर टिप्‍पणी किए जाने के मामले में एक्‍ट्रेस राखी सावंत को मुंबई में अरेस्‍ट कर लिया गया है. एएनआई के अनुसार राखी को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सोमवार को पंजाब पुलिस का एक दल राखी सावंत को गिरफ्तार करने के लिए मुंबई रवाना हुआ था.
विदेशी फंडों की लिवाली से सेंसेक्स में तेजी
पिछले तीन कारोबारी सत्रों में 428 अंक की बढ़त हासिल करने वाला सेंसेक्स आज 43.93 अंक मजबूत होकर 16,509.98 अंक पर खुला। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 13.35 अंक की बढ़त के साथ 4,980.65 अंक पर खुला। ब्रोकरों ने कहा कि तेल व गैस, हेल्थकेयर और बिजली कंपनियों के शेयरों में लिवाली समर्थन से सेंसेक्स में तेजी का रुख बना। इस दौरान, आरआईएल का शेयर 3.90 प्रतिशत की मजबूती के साथ 769.25 रुपये पर पहुंच गया। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 13.35 अंक की बढ़त के साथ 4,980.65 अंक पर खुला। ब्रोकरों ने कहा कि तेल व गैस, हेल्थकेयर और बिजली कंपनियों के शेयरों में लिवाली समर्थन से सेंसेक्स में तेजी का रुख बना। इस दौरान, आरआईएल का शेयर 3.90 प्रतिशत की मजबूती के साथ 769.25 रुपये पर पहुंच गया।
अमीरों की सेवा के लिए ही पैदा होते हैं गरीब, पाकिस्‍तानी नेता के इस बयान पर हंगामा
पाकिस्तान में विवादित बयान देने वाले एक नेता की हर तरफ आलोचना हो रही है. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि अमीरों की सेवा के लिए ही गरीब पैदा होते हैं. समाचार पत्र डॉन की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्तारूढ़ पीएमएल-नवाज पार्टी के सीनेटर सरदार मोहम्मद याकूब खान नासर ने गुरुवार को सीनेट कमेटी की एक बैठक के दौरान यह विवादित टिप्पणी की. यह विवादित बयान तब सामने आया, जब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने एक चर्चा शुरू की कि किस प्रकार सत्तारूढ़ लोगों की संपत्ति बढ़ती जा रही है और अमीरों के हितों में फैसले लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, "देश के गरीबों को उनके भविष्य का फैसला करने का अधिकार कभी नहीं मिलेगा." इसके बाद नासर ने कहा कि अगर हर कोई अमीर हो जाएगा, तो अनाज उगाने और मजदूरी करने के लिए कोई नहीं बचेगा. उन्होंने कहा, "यह खुदा निर्मित प्रणाली है और उन्होंने कुछ लोगों को गरीब तो कुछ को अमीर बनाया है. हमें इस तंत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए." हैदर ने पलटवार करते हुए कहा कि सामाजिक-आर्थिक वर्ग लोगों का बनाया हुआ है और खुदा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. एक अन्य सीनेटर मोहम्मद उस्मान खान काकर ने कहा कि खुदा ने सभी लोगों को एक समान बनाया और गरीब लोग अमीरों की सेवा करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं. टिप्पणियां लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) समाचार पत्र डॉन की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्तारूढ़ पीएमएल-नवाज पार्टी के सीनेटर सरदार मोहम्मद याकूब खान नासर ने गुरुवार को सीनेट कमेटी की एक बैठक के दौरान यह विवादित टिप्पणी की. यह विवादित बयान तब सामने आया, जब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने एक चर्चा शुरू की कि किस प्रकार सत्तारूढ़ लोगों की संपत्ति बढ़ती जा रही है और अमीरों के हितों में फैसले लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, "देश के गरीबों को उनके भविष्य का फैसला करने का अधिकार कभी नहीं मिलेगा." इसके बाद नासर ने कहा कि अगर हर कोई अमीर हो जाएगा, तो अनाज उगाने और मजदूरी करने के लिए कोई नहीं बचेगा. उन्होंने कहा, "यह खुदा निर्मित प्रणाली है और उन्होंने कुछ लोगों को गरीब तो कुछ को अमीर बनाया है. हमें इस तंत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए." हैदर ने पलटवार करते हुए कहा कि सामाजिक-आर्थिक वर्ग लोगों का बनाया हुआ है और खुदा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. एक अन्य सीनेटर मोहम्मद उस्मान खान काकर ने कहा कि खुदा ने सभी लोगों को एक समान बनाया और गरीब लोग अमीरों की सेवा करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं. टिप्पणियां लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, "देश के गरीबों को उनके भविष्य का फैसला करने का अधिकार कभी नहीं मिलेगा." इसके बाद नासर ने कहा कि अगर हर कोई अमीर हो जाएगा, तो अनाज उगाने और मजदूरी करने के लिए कोई नहीं बचेगा. उन्होंने कहा, "यह खुदा निर्मित प्रणाली है और उन्होंने कुछ लोगों को गरीब तो कुछ को अमीर बनाया है. हमें इस तंत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए." हैदर ने पलटवार करते हुए कहा कि सामाजिक-आर्थिक वर्ग लोगों का बनाया हुआ है और खुदा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. एक अन्य सीनेटर मोहम्मद उस्मान खान काकर ने कहा कि खुदा ने सभी लोगों को एक समान बनाया और गरीब लोग अमीरों की सेवा करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं. टिप्पणियां लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हैदर ने पलटवार करते हुए कहा कि सामाजिक-आर्थिक वर्ग लोगों का बनाया हुआ है और खुदा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. एक अन्य सीनेटर मोहम्मद उस्मान खान काकर ने कहा कि खुदा ने सभी लोगों को एक समान बनाया और गरीब लोग अमीरों की सेवा करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं. टिप्पणियां लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कोल-गेट : सीबीआई ने पांच कंपनियों के खिलाफ दर्ज किया केस
कोयला आवंटन पर जारी विवाद के बीच सीबीआई ने पांच कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया है। सीबीआई इस मामले में देश के 10 शहरों के 30 ठिकानों पर छापेमारी की, जिन शहरों में छापेमारी की जा रही है, उनमें दिल्ली, कोलकाता, पटना, मुंबई, धनबाद, नागपुर और हैदराबाद शामिल हैं।टिप्पणियां जिन कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, वे हैं, जेएएस इंफ्रास्ट्रकचर, एएमआर, जेएलडी यवतमाल, विनी आयरन और नवभारत पावर। गौरतलब है कि सीबीआई ने कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने आवंटन के वक्त फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। जिन कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, वे हैं, जेएएस इंफ्रास्ट्रकचर, एएमआर, जेएलडी यवतमाल, विनी आयरन और नवभारत पावर। गौरतलब है कि सीबीआई ने कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने आवंटन के वक्त फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। गौरतलब है कि सीबीआई ने कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने आवंटन के वक्त फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।
आनंद महिंद्रा की पत्नी ने मांगी खाना बनाने में मदद तो मिला ऐसा जवाब, देखकर आपको भी आ जाएगी हंसी
बिजनेस टायकून आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. वो ऐसे ट्वीट्स करते हैं जो पल भर में ही वायरल हो जाते हैं. रविवार को आनंद महिंद्रा ने ऐसा ट्वीट किया जिसको पढ़कर यूजर्स हंस-हंसकर लोट-पोट हो रहे हैं. आनंद महिंद्रा की पत्नी ने उनसे बारिश के मौसम में खाना बनाने में मदद मांगी, जिसके बाद उन्होंने ऐसा रिप्लाई किया. जिसको देखकर आपको भी हंसी आ जाएगी.  माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर उन्होंने एक तस्वीर को ट्वीट करते हुए कैप्शन में लिखा- 'वीकेंड पर बारिश हो रही थी और हम घर पर ही थे. मेरी पत्नी ने अच्छा खाना बनाने के लिए मेरी मदद मांगी.' A rainy weekend & we're staying home. My wife asked me if I wanted to help cook some interesting dishes. I sent her this picture saying this is how I work & asked if she was sure my skills were relevant... pic.twitter.com/lKWYfnTphS जिसका उन्होंने रिप्लाई दिया. लिखा- 'मैंने ये तस्वीर भेज दी और कहा- मैं इस तरह काम करता हूं. अगर आप चाहती हो ऐसा काम हो तो मैं तैयार हूं...' उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट की थी. जिसमें एक शख्स आयरन के जरिए रोटी तैयार कर रहा था. उनका ये ट्वीट काफी वायरल हो रहा है. अब तक इस ट्वीट के 18 हजार से ज्यादा लाइक्स हो चुके हैं और कई कमेंट्स आ चुके हैं.  Aaaah you figured out my strategy! एक यूजर ने लिखा- इसके बाद वो आपसे इसमें मदद नहीं मांगेंगी? उन्होंने ये फोटो देखी होगी और आपको आयरन ड्यूटी पर लगा दिया होगा. जिसके बाद आनंद महिंद्रा ने रिप्लाई करते हुए लिखा- 'हां, आपने मेरी रणनीति समझ ली.' उनके इस ट्वीट्स पर कई लोगों ने जोक्स शेयर किए... Not as bad as this though.. pic.twitter.com/ZlZttr3BPK Chapaatis made such way have a lot of iron content. Sir, are you planning to roll out Electric Chapati after Electric Vehicle? इसी साल अप्रैल में उन्होंने एक ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने स्मार्ट पत्नी होने के खतरों के बारे में बताया था. जिसको काफी शेयर किया गया था और वो ट्वीट काफी वायरल हुआ था.
आईपीएल-8 : रोहित और रायडू ने मुंबई को दिल्ली पर पांच विकेट से दिलाई जीत
अंबाती रायडू (नाबाद 49) और कप्तान रोहित शर्मा (46) की पारियां युवराज सिंह के अर्धशतक पर भारी पड़ी और इनके दम पर मुंबई इंडियंस ने आज आईपीएल के मुकाबले में दिल्ली डेयरडेविल्स को पांच विकेट से हरा दिया । दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 152 रन बनाए जिसमें युवराज ने 44 गेंद में 57 रन की पारी खेली। जवाब में मुंबई ने जीत का लक्ष्य तीन गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया। रोहित ने 37 गेंद में दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से 46 रन बनाए जबकि रायडू ने 40 गेंद में चार चौकों और एक छक्के के साथ 49 रन जोड़े। कीरोन पोलार्ड (14 गेंद में 26 रन) ने इमरान ताहिर को छक्का लगाकर टीम को जीत तक पहुंचाया। इस जीत के बाद मुंबई दस मैचों में दस अंक लेकर चौथे स्थान पर पहुंच गई है जबकि दिल्ली 10 मैचों में आठ अंक के साथ छठे स्थान पर खिसक गई। मुंबई की शुरूआत काफी खराब रही थी जब पहली ही गेंद पर जहीर खान ने लेंडल सिमंस को पगबाधा आउट कर दिया। दूसरे ओवर में पंड्या भी अपना विकेट गंवा बैठे जबकि पार्थिव पटेल और हरभजन सिंह भी ज्यादा देर टिक नहीं पाए। मुंबई का स्कोर छठे ओवर में चार विकेट पर 40 रन था जब बारिश के कारण खेल दो बार रोकना पड़ा। इसके बाद रोहित और रायडू ने पांचवें विकेट के लिये 60 रन जोड़कर टीम को मैच में लौटाया। इससे पहले फॉर्म में लौटे युवराज के अर्धशतक की मदद से दिल्ली ने छह विकेट पर 152 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। इस साल आईपीएल खिलाड़ियों की नीलामी में सबसे महंगे 16 करोड़ रुपये में बिके युवराज अब तक किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 54 रन को छोड़कर कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके थे। दिल्ली को उनसे इस पारी की दरकार थी चूंकि पहले बल्लेबाजी चुनने के बाद उसने सात ओवर और 50 रन के भीतर तीन विकेट गंवा दिये थे। युवराज ने 44 गेंद में दो छक्कों और सात चौकों की मदद से 57 रन बनाए। वह 19वें ओवर में लसिथ मलिंगा की गेंद पर आउट हुए। उनके अलावा कप्तान जेपी डुमिनी ने 28 रन का योगदान दिया। मुंबई के लिये हरभजन सिंह ने चार ओवर में 11 रन देकर दो विकेट लिये जबकि मलिंगा ने 33 रन देकर दो विकेट चटकाए। मिशेल मैक्लेनगन महंगे साबित हुए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिल सका। जगदीश सुचित और हार्दिक पंड्या को एक एक विकेट मिला। दिल्ली की शुरूआत खराब हुई जब मलिंगा की पहली ही गेंद पर मयंक अग्रवाल विकेट के पीछे कैच दे बैठे। कप्तान डुमिनी और श्रेयस अय्यर ने वापसी की उम्मीदें जगाई जब डुमिनी ने आर विनय कुमार को छक्का जड़ा और बाद में अय्यर ने मैक्लेनगन के ओवर में 14 रन ले डाले। अय्यर को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कवर क्षेत्र में सुचित और पंड्या उनका कैच नहीं लपक सके। डुमिनी ने विनय कुमार को एक और छक्का और चौका लगाया। अ नुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के आने के बाद रनगति पर अंकुश लगा। अय्यर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विनय को कैच दे बैठे। वहीं अगले ओवर में सुचित ने डुमिनी को आउट किया और दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया। युवराज को हरभजन ने परेशान किया लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर खेला। हरभजन ने केदार जाधव को पवेलियन भेजा जिससे 12वें ओवर में दिल्ली का स्कोर चार विकेट पर 78 रन हो गया।टिप्पणियां एंजेलो मैथ्यूज और युवराज ने स्कोर को 100 के पार पहुंचाया लेकिन मैथ्यूज ने पंड्या को छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर विकेट गंवा दिया। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए। दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 152 रन बनाए जिसमें युवराज ने 44 गेंद में 57 रन की पारी खेली। जवाब में मुंबई ने जीत का लक्ष्य तीन गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया। रोहित ने 37 गेंद में दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से 46 रन बनाए जबकि रायडू ने 40 गेंद में चार चौकों और एक छक्के के साथ 49 रन जोड़े। कीरोन पोलार्ड (14 गेंद में 26 रन) ने इमरान ताहिर को छक्का लगाकर टीम को जीत तक पहुंचाया। इस जीत के बाद मुंबई दस मैचों में दस अंक लेकर चौथे स्थान पर पहुंच गई है जबकि दिल्ली 10 मैचों में आठ अंक के साथ छठे स्थान पर खिसक गई। मुंबई की शुरूआत काफी खराब रही थी जब पहली ही गेंद पर जहीर खान ने लेंडल सिमंस को पगबाधा आउट कर दिया। दूसरे ओवर में पंड्या भी अपना विकेट गंवा बैठे जबकि पार्थिव पटेल और हरभजन सिंह भी ज्यादा देर टिक नहीं पाए। मुंबई का स्कोर छठे ओवर में चार विकेट पर 40 रन था जब बारिश के कारण खेल दो बार रोकना पड़ा। इसके बाद रोहित और रायडू ने पांचवें विकेट के लिये 60 रन जोड़कर टीम को मैच में लौटाया। इससे पहले फॉर्म में लौटे युवराज के अर्धशतक की मदद से दिल्ली ने छह विकेट पर 152 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। इस साल आईपीएल खिलाड़ियों की नीलामी में सबसे महंगे 16 करोड़ रुपये में बिके युवराज अब तक किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 54 रन को छोड़कर कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके थे। दिल्ली को उनसे इस पारी की दरकार थी चूंकि पहले बल्लेबाजी चुनने के बाद उसने सात ओवर और 50 रन के भीतर तीन विकेट गंवा दिये थे। युवराज ने 44 गेंद में दो छक्कों और सात चौकों की मदद से 57 रन बनाए। वह 19वें ओवर में लसिथ मलिंगा की गेंद पर आउट हुए। उनके अलावा कप्तान जेपी डुमिनी ने 28 रन का योगदान दिया। मुंबई के लिये हरभजन सिंह ने चार ओवर में 11 रन देकर दो विकेट लिये जबकि मलिंगा ने 33 रन देकर दो विकेट चटकाए। मिशेल मैक्लेनगन महंगे साबित हुए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिल सका। जगदीश सुचित और हार्दिक पंड्या को एक एक विकेट मिला। दिल्ली की शुरूआत खराब हुई जब मलिंगा की पहली ही गेंद पर मयंक अग्रवाल विकेट के पीछे कैच दे बैठे। कप्तान डुमिनी और श्रेयस अय्यर ने वापसी की उम्मीदें जगाई जब डुमिनी ने आर विनय कुमार को छक्का जड़ा और बाद में अय्यर ने मैक्लेनगन के ओवर में 14 रन ले डाले। अय्यर को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कवर क्षेत्र में सुचित और पंड्या उनका कैच नहीं लपक सके। डुमिनी ने विनय कुमार को एक और छक्का और चौका लगाया। अ नुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के आने के बाद रनगति पर अंकुश लगा। अय्यर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विनय को कैच दे बैठे। वहीं अगले ओवर में सुचित ने डुमिनी को आउट किया और दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया। युवराज को हरभजन ने परेशान किया लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर खेला। हरभजन ने केदार जाधव को पवेलियन भेजा जिससे 12वें ओवर में दिल्ली का स्कोर चार विकेट पर 78 रन हो गया।टिप्पणियां एंजेलो मैथ्यूज और युवराज ने स्कोर को 100 के पार पहुंचाया लेकिन मैथ्यूज ने पंड्या को छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर विकेट गंवा दिया। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए। कीरोन पोलार्ड (14 गेंद में 26 रन) ने इमरान ताहिर को छक्का लगाकर टीम को जीत तक पहुंचाया। इस जीत के बाद मुंबई दस मैचों में दस अंक लेकर चौथे स्थान पर पहुंच गई है जबकि दिल्ली 10 मैचों में आठ अंक के साथ छठे स्थान पर खिसक गई। मुंबई की शुरूआत काफी खराब रही थी जब पहली ही गेंद पर जहीर खान ने लेंडल सिमंस को पगबाधा आउट कर दिया। दूसरे ओवर में पंड्या भी अपना विकेट गंवा बैठे जबकि पार्थिव पटेल और हरभजन सिंह भी ज्यादा देर टिक नहीं पाए। मुंबई का स्कोर छठे ओवर में चार विकेट पर 40 रन था जब बारिश के कारण खेल दो बार रोकना पड़ा। इसके बाद रोहित और रायडू ने पांचवें विकेट के लिये 60 रन जोड़कर टीम को मैच में लौटाया। इससे पहले फॉर्म में लौटे युवराज के अर्धशतक की मदद से दिल्ली ने छह विकेट पर 152 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। इस साल आईपीएल खिलाड़ियों की नीलामी में सबसे महंगे 16 करोड़ रुपये में बिके युवराज अब तक किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 54 रन को छोड़कर कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके थे। दिल्ली को उनसे इस पारी की दरकार थी चूंकि पहले बल्लेबाजी चुनने के बाद उसने सात ओवर और 50 रन के भीतर तीन विकेट गंवा दिये थे। युवराज ने 44 गेंद में दो छक्कों और सात चौकों की मदद से 57 रन बनाए। वह 19वें ओवर में लसिथ मलिंगा की गेंद पर आउट हुए। उनके अलावा कप्तान जेपी डुमिनी ने 28 रन का योगदान दिया। मुंबई के लिये हरभजन सिंह ने चार ओवर में 11 रन देकर दो विकेट लिये जबकि मलिंगा ने 33 रन देकर दो विकेट चटकाए। मिशेल मैक्लेनगन महंगे साबित हुए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिल सका। जगदीश सुचित और हार्दिक पंड्या को एक एक विकेट मिला। दिल्ली की शुरूआत खराब हुई जब मलिंगा की पहली ही गेंद पर मयंक अग्रवाल विकेट के पीछे कैच दे बैठे। कप्तान डुमिनी और श्रेयस अय्यर ने वापसी की उम्मीदें जगाई जब डुमिनी ने आर विनय कुमार को छक्का जड़ा और बाद में अय्यर ने मैक्लेनगन के ओवर में 14 रन ले डाले। अय्यर को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कवर क्षेत्र में सुचित और पंड्या उनका कैच नहीं लपक सके। डुमिनी ने विनय कुमार को एक और छक्का और चौका लगाया। अ नुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के आने के बाद रनगति पर अंकुश लगा। अय्यर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विनय को कैच दे बैठे। वहीं अगले ओवर में सुचित ने डुमिनी को आउट किया और दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया। युवराज को हरभजन ने परेशान किया लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर खेला। हरभजन ने केदार जाधव को पवेलियन भेजा जिससे 12वें ओवर में दिल्ली का स्कोर चार विकेट पर 78 रन हो गया।टिप्पणियां एंजेलो मैथ्यूज और युवराज ने स्कोर को 100 के पार पहुंचाया लेकिन मैथ्यूज ने पंड्या को छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर विकेट गंवा दिया। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए। मुंबई की शुरूआत काफी खराब रही थी जब पहली ही गेंद पर जहीर खान ने लेंडल सिमंस को पगबाधा आउट कर दिया। दूसरे ओवर में पंड्या भी अपना विकेट गंवा बैठे जबकि पार्थिव पटेल और हरभजन सिंह भी ज्यादा देर टिक नहीं पाए। मुंबई का स्कोर छठे ओवर में चार विकेट पर 40 रन था जब बारिश के कारण खेल दो बार रोकना पड़ा। इसके बाद रोहित और रायडू ने पांचवें विकेट के लिये 60 रन जोड़कर टीम को मैच में लौटाया। इससे पहले फॉर्म में लौटे युवराज के अर्धशतक की मदद से दिल्ली ने छह विकेट पर 152 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। इस साल आईपीएल खिलाड़ियों की नीलामी में सबसे महंगे 16 करोड़ रुपये में बिके युवराज अब तक किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 54 रन को छोड़कर कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके थे। दिल्ली को उनसे इस पारी की दरकार थी चूंकि पहले बल्लेबाजी चुनने के बाद उसने सात ओवर और 50 रन के भीतर तीन विकेट गंवा दिये थे। युवराज ने 44 गेंद में दो छक्कों और सात चौकों की मदद से 57 रन बनाए। वह 19वें ओवर में लसिथ मलिंगा की गेंद पर आउट हुए। उनके अलावा कप्तान जेपी डुमिनी ने 28 रन का योगदान दिया। मुंबई के लिये हरभजन सिंह ने चार ओवर में 11 रन देकर दो विकेट लिये जबकि मलिंगा ने 33 रन देकर दो विकेट चटकाए। मिशेल मैक्लेनगन महंगे साबित हुए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिल सका। जगदीश सुचित और हार्दिक पंड्या को एक एक विकेट मिला। दिल्ली की शुरूआत खराब हुई जब मलिंगा की पहली ही गेंद पर मयंक अग्रवाल विकेट के पीछे कैच दे बैठे। कप्तान डुमिनी और श्रेयस अय्यर ने वापसी की उम्मीदें जगाई जब डुमिनी ने आर विनय कुमार को छक्का जड़ा और बाद में अय्यर ने मैक्लेनगन के ओवर में 14 रन ले डाले। अय्यर को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कवर क्षेत्र में सुचित और पंड्या उनका कैच नहीं लपक सके। डुमिनी ने विनय कुमार को एक और छक्का और चौका लगाया। अ नुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के आने के बाद रनगति पर अंकुश लगा। अय्यर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विनय को कैच दे बैठे। वहीं अगले ओवर में सुचित ने डुमिनी को आउट किया और दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया। युवराज को हरभजन ने परेशान किया लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर खेला। हरभजन ने केदार जाधव को पवेलियन भेजा जिससे 12वें ओवर में दिल्ली का स्कोर चार विकेट पर 78 रन हो गया।टिप्पणियां एंजेलो मैथ्यूज और युवराज ने स्कोर को 100 के पार पहुंचाया लेकिन मैथ्यूज ने पंड्या को छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर विकेट गंवा दिया। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए। इससे पहले फॉर्म में लौटे युवराज के अर्धशतक की मदद से दिल्ली ने छह विकेट पर 152 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। इस साल आईपीएल खिलाड़ियों की नीलामी में सबसे महंगे 16 करोड़ रुपये में बिके युवराज अब तक किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 54 रन को छोड़कर कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके थे। दिल्ली को उनसे इस पारी की दरकार थी चूंकि पहले बल्लेबाजी चुनने के बाद उसने सात ओवर और 50 रन के भीतर तीन विकेट गंवा दिये थे। युवराज ने 44 गेंद में दो छक्कों और सात चौकों की मदद से 57 रन बनाए। वह 19वें ओवर में लसिथ मलिंगा की गेंद पर आउट हुए। उनके अलावा कप्तान जेपी डुमिनी ने 28 रन का योगदान दिया। मुंबई के लिये हरभजन सिंह ने चार ओवर में 11 रन देकर दो विकेट लिये जबकि मलिंगा ने 33 रन देकर दो विकेट चटकाए। मिशेल मैक्लेनगन महंगे साबित हुए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिल सका। जगदीश सुचित और हार्दिक पंड्या को एक एक विकेट मिला। दिल्ली की शुरूआत खराब हुई जब मलिंगा की पहली ही गेंद पर मयंक अग्रवाल विकेट के पीछे कैच दे बैठे। कप्तान डुमिनी और श्रेयस अय्यर ने वापसी की उम्मीदें जगाई जब डुमिनी ने आर विनय कुमार को छक्का जड़ा और बाद में अय्यर ने मैक्लेनगन के ओवर में 14 रन ले डाले। अय्यर को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कवर क्षेत्र में सुचित और पंड्या उनका कैच नहीं लपक सके। डुमिनी ने विनय कुमार को एक और छक्का और चौका लगाया। अ नुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के आने के बाद रनगति पर अंकुश लगा। अय्यर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विनय को कैच दे बैठे। वहीं अगले ओवर में सुचित ने डुमिनी को आउट किया और दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया। युवराज को हरभजन ने परेशान किया लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर खेला। हरभजन ने केदार जाधव को पवेलियन भेजा जिससे 12वें ओवर में दिल्ली का स्कोर चार विकेट पर 78 रन हो गया।टिप्पणियां एंजेलो मैथ्यूज और युवराज ने स्कोर को 100 के पार पहुंचाया लेकिन मैथ्यूज ने पंड्या को छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर विकेट गंवा दिया। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए। युवराज ने 44 गेंद में दो छक्कों और सात चौकों की मदद से 57 रन बनाए। वह 19वें ओवर में लसिथ मलिंगा की गेंद पर आउट हुए। उनके अलावा कप्तान जेपी डुमिनी ने 28 रन का योगदान दिया। मुंबई के लिये हरभजन सिंह ने चार ओवर में 11 रन देकर दो विकेट लिये जबकि मलिंगा ने 33 रन देकर दो विकेट चटकाए। मिशेल मैक्लेनगन महंगे साबित हुए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिल सका। जगदीश सुचित और हार्दिक पंड्या को एक एक विकेट मिला। दिल्ली की शुरूआत खराब हुई जब मलिंगा की पहली ही गेंद पर मयंक अग्रवाल विकेट के पीछे कैच दे बैठे। कप्तान डुमिनी और श्रेयस अय्यर ने वापसी की उम्मीदें जगाई जब डुमिनी ने आर विनय कुमार को छक्का जड़ा और बाद में अय्यर ने मैक्लेनगन के ओवर में 14 रन ले डाले। अय्यर को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कवर क्षेत्र में सुचित और पंड्या उनका कैच नहीं लपक सके। डुमिनी ने विनय कुमार को एक और छक्का और चौका लगाया। अ नुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के आने के बाद रनगति पर अंकुश लगा। अय्यर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विनय को कैच दे बैठे। वहीं अगले ओवर में सुचित ने डुमिनी को आउट किया और दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया। युवराज को हरभजन ने परेशान किया लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर खेला। हरभजन ने केदार जाधव को पवेलियन भेजा जिससे 12वें ओवर में दिल्ली का स्कोर चार विकेट पर 78 रन हो गया।टिप्पणियां एंजेलो मैथ्यूज और युवराज ने स्कोर को 100 के पार पहुंचाया लेकिन मैथ्यूज ने पंड्या को छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर विकेट गंवा दिया। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए। दिल्ली की शुरूआत खराब हुई जब मलिंगा की पहली ही गेंद पर मयंक अग्रवाल विकेट के पीछे कैच दे बैठे। कप्तान डुमिनी और श्रेयस अय्यर ने वापसी की उम्मीदें जगाई जब डुमिनी ने आर विनय कुमार को छक्का जड़ा और बाद में अय्यर ने मैक्लेनगन के ओवर में 14 रन ले डाले। अय्यर को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कवर क्षेत्र में सुचित और पंड्या उनका कैच नहीं लपक सके। डुमिनी ने विनय कुमार को एक और छक्का और चौका लगाया। अ नुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के आने के बाद रनगति पर अंकुश लगा। अय्यर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विनय को कैच दे बैठे। वहीं अगले ओवर में सुचित ने डुमिनी को आउट किया और दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया। युवराज को हरभजन ने परेशान किया लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर खेला। हरभजन ने केदार जाधव को पवेलियन भेजा जिससे 12वें ओवर में दिल्ली का स्कोर चार विकेट पर 78 रन हो गया।टिप्पणियां एंजेलो मैथ्यूज और युवराज ने स्कोर को 100 के पार पहुंचाया लेकिन मैथ्यूज ने पंड्या को छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर विकेट गंवा दिया। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए। अय्यर को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब कवर क्षेत्र में सुचित और पंड्या उनका कैच नहीं लपक सके। डुमिनी ने विनय कुमार को एक और छक्का और चौका लगाया। अ नुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के आने के बाद रनगति पर अंकुश लगा। अय्यर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर विनय को कैच दे बैठे। वहीं अगले ओवर में सुचित ने डुमिनी को आउट किया और दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 50 रन हो गया। युवराज को हरभजन ने परेशान किया लेकिन बाद में उन्होंने खुलकर खेला। हरभजन ने केदार जाधव को पवेलियन भेजा जिससे 12वें ओवर में दिल्ली का स्कोर चार विकेट पर 78 रन हो गया।टिप्पणियां एंजेलो मैथ्यूज और युवराज ने स्कोर को 100 के पार पहुंचाया लेकिन मैथ्यूज ने पंड्या को छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर विकेट गंवा दिया। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए। एंजेलो मैथ्यूज और युवराज ने स्कोर को 100 के पार पहुंचाया लेकिन मैथ्यूज ने पंड्या को छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर विकेट गंवा दिया। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए। अब रन बनाने की पूरी जिम्मेदारी युवराज पर थी जिन्होंने मलिंगा केा 17वें ओवर में लगातार तीन चौके लगाए। इसके बाद मैक्लेनगन को दो ओवरों में दो छक्के जड़े। उन्होंने सौरभ तिवारी के साथ 41 रन की साझेदारी की। दिल्ली ने आखिरी पांच ओवरों में 57 रन बनाए।
शाहरुख के नाइट राइडर्स ने किया चार्जर्स को फ्यूज
जाक कैलिस के अर्द्धशतक और इकबाल अब्दुल्ला की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत कोलकाता नाइट राइडर्स ने इंडियन प्रीमियर लीग में खाता खोलते हुए डेक्कन चार्जर्स को नौ रन से हराया। पहले मैच में मौजूदा चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स से सिर्फ दो रन से हारे शाहरुख खान के नाइट राइडर्स ने बेहतर खेल दिखाया। शानदार फार्म में चल रहे कैलिस के 53 रन के दम पर पहले उन्होंने चार विकेट पर 163 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। इसके बाद पूर्व चैम्पियन डेक्कन को आठ विकेट पर 154 रन पर ही रोक दिया। तेज गेंदबाज अब्दुल्ला ने चार ओवर में 24 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि जयदेव उनादकट और रजत भाटिया को दो-दो विकेट मिले। पहले बल्लेबाजी करने वाले नाइट राइडर्स को कैलिस और मानविंदर बिस्ला से अच्छी शुरुआत मिली। दोनों ने 51 रन की साझेदारी की। कैलिस ने 45 गेंद में 53 रन बनाए जबकि बिस्ला ने 19 रन की पारी खेली। कैलिस ने अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का जड़कर लगातार दूसरा अर्द्धशतक पूरा किया। इसके बाद मनोज तिवारी ने 21 गेंद में दो चौकों और दो छक्कों की सहायता से नाबाद 30 रन बनाए। नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर (18 गेंद में 29 रन) ने भी उपयोगी पारी खेली जबकि युसूफ पठान ने 15 गेंद में 22 रन जोड़े। केकेआर ने आखिरी पांच ओवर में 45 रन बनाए। डेक्कन चार्जर्स के लिए लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने 19 रन देकर चार विकेट लिए। पूर्व भारतीय कप्तान और प्रिंस ऑफ कोलकाता सौरव गांगुली के बिना पहली बार खेल रहे नाइट राइडर्स को हालांकि मैदान पर उतने दर्शक नहीं मिले जितने पहले तीन सत्र में मिले थे।
मिस्र में आतंकवादियों के साथ झड़पों में 35 सुरक्षाकर्मियों की मौत
मिस्र के पश्चिमी रेगिस्तान स्थित बहारिया के नखलिस्तान में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में कम से कम 35 पुलिस अधिकारी और सैनिक मारे गए. सुरक्षा एवं चिकित्सा सूत्रों ने यह जानकारी दी है. देश के गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में हताहतों का सही आंकड़ा तथा विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा गया था कि कुछ 'आतंकवादी' मारे गए हैं. एक आतंकवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली और एक बयान जारी करके कहा कि सुरक्षा बलों के 28 सदस्य मारे गए हैं और 32 लोग घायल हुए हैं. यह भी पढ़ें : मिस्र में सुरक्षाबलों की छापेमारी में 10 आतंकी ढेरटिप्पणियां गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद मोरसी को सत्ता से बेदखल करने के बाद से ही चरमपंथी समूहों ने देश की सेना और पुलिस पर हमले तेज कर दिए हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह भी पढ़ें : मिस्र में सुरक्षाबलों की छापेमारी में 10 आतंकी ढेरटिप्पणियां गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद मोरसी को सत्ता से बेदखल करने के बाद से ही चरमपंथी समूहों ने देश की सेना और पुलिस पर हमले तेज कर दिए हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद मोरसी को सत्ता से बेदखल करने के बाद से ही चरमपंथी समूहों ने देश की सेना और पुलिस पर हमले तेज कर दिए हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मुजफ्फरपुर : कलेक्ट्रेट परिसर में पांच लोगों ने कथित रूप से किया गैंगरेप
बिहार के मुजफ्फरपुर कलेक्ट्रेट परिसर में एक महिला के साथ गैंगरेप की ख़बर है। रविवार की रात हुए इस गैंगरेप के आरोपियों में से एक यहां के एडीएम का ड्राइवर है। यह महिला पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। वह ट्रेन से मुजफ्फरपुर उतरी थी, जहां से उसे अपने रिश्तेदार के घर जाना था, लेकिन सही जगह पर पहुंचाने के बहाने स्टेशन से ही पांचों आरोपी महिला को अपने साथ लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में आ गए, जहां इस वारदात को अंजाम दिया गया। घटना के बाद महिला ने किसी तरह पास के थाने पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि चार दूसरे आरोपियों की तलाश जारी है। मेडिकल जांच के लिए महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ऑस्कर अवार्ड्स : सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए 'स्पॉटलाइट' के सामने 'द रेवनैंट' की चुनौती
88वें अकादमी अवार्ड्स की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। सोशल मीडिया पर ऑस्कर को लेकर अनुमानों का बाजार गरम है। कैथोलिक चर्च में चाइल्ड एब्यूज स्कैंडल पर बोस्टन ग्लोब के पत्रकार के इन्वेस्टीगेशन पर बनी 'स्पॉटलाइट' रेस में आगे है। माइकल कीटन , मार्क रूफ्फालो और रचाएल एमसी एडम्स  की 'स्पॉटलाइट' को सबसे तगड़ा कम्पटीशन 12 नॉमिनेशंस जीतने वाली लिओनार्डो दी केप्रिओ की 'द  रेवनैंट' से झेलना पड़ेगा। 'स्पॉटलाइट' के अलावा 'द बिग शार्ट' नाम की क्रेडिट मार्किट के धराशायी होने के इर्द-गिर्द बायोग्राफिकल कॉमेडी तीसरे नंबर पर है। इस साल ऑस्कर्स के बेस्ट डायरेक्टर्स की बात करें तो अलेक्‍जैंड्रो  गोंजालेज फिर से ऑस्कर में छा सकते हैं। 2015 ऑस्कर्स में फिल्म 'बर्डमैन'   के लिए बेस्ट पिक्चर , बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट स्क्रीनप्ले के ऑस्कर्स जीतने वाले अलेजैंड्रो इस साल फिल्म'द रेवनैंट' के लिए बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड जीतने में पहले दावेदार माने जा रहे हैं। उनकी टॉम हार्डी और चार्लीज़े थेरॉन की 'मैड मैक्स फूरी रोड' के निर्देशक जॉर्ज मिलर से प्रमुख टक्कर है।  टिप्पणियां ऑस्कर 2016 की बेस्ट एक्टर केटेगरी में 'डेनिश गर्ल' के लिए एड्डी रेडमन और 'द रेवनैंट' के लिए लेओनार्डी दी केप्रिओ के बीच सबसे कड़ी टक्कर है। रेडमैन पिछले साल 'द थ्योरी ऑफ़ एवरीथिंग' के लिए बेस्ट एक्टर का ऑस्कर अवार्ड जीत चुके हैं। वहीं लिओनार्डो दी केप्रिओ ने बेहतरीन फिल्में करने के बावजूद अभी तक एक भी ऑस्कर नहीं जीता है और जानकार मानते हैं कि फिल्म 'द रेवनैंट' उनका बेस्ट एक्टर का ऑस्कर पाने का सपना पूरा कर सकती है। ऑस्कर 2016 के बेस्ट एक्ट्रेस की केटेगरी में फिल्म 'द रूम' में  ब्री लार्सन सबसे फेवरेट हैं। उन्हें गोल्डन ग्लोब और स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड से भी बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिल चुका है। बेस्ट एक्ट्रेस की रेस में फिल्म 'कैरोल' के लिए कैट ब्लैंचेट, 'जॉय' के लिए जेनिफर लॉरेंस और '45 इयर्स' के लिए शेर्लोट  राम्पलिंग से उनकी टक्कर है। ऑस्कर 2016 के बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस केटेगरी में 'द हेटफुल एट' के लिए जेनिफर ले, 'कैरोल' के लिए रूनी मारा ,  'स्पॉटलाइट' के लिए राशेल मैक्एडम्स और 'स्टीव जॉब्स' के लिए कैट विंसलेट दावेदारी में हैं।  बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर केटेगरी में सिलवेस्टर स्टालेन फिल्म 'क्रीड' के लिए सरप्राइज नॉमिनेशन हैं। इससे पहले स्टालेन 1977 में  'रॉकी' के लिए नामांकित हुए थे लेकिन ऑस्कर नहीं जीत पाये। उनकी 'बिग शार्ट' के लिए क्रिस्चियन बेले, 'रेवनैंट' के लिए टॉम हार्डी और 'स्पॉटलाइट' के लिए मार्क रूफ्फालो से टक्कर है। 88वें ऑस्कर्स 28 फरवरी को डॉल्बी थिएटर में एक शानदार समारोह में दिए जाएंगे, जिसका लाइव टेलीकास्ट 122 देशों में किया जाएगा। इस साल ऑस्कर्स के बेस्ट डायरेक्टर्स की बात करें तो अलेक्‍जैंड्रो  गोंजालेज फिर से ऑस्कर में छा सकते हैं। 2015 ऑस्कर्स में फिल्म 'बर्डमैन'   के लिए बेस्ट पिक्चर , बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट स्क्रीनप्ले के ऑस्कर्स जीतने वाले अलेजैंड्रो इस साल फिल्म'द रेवनैंट' के लिए बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड जीतने में पहले दावेदार माने जा रहे हैं। उनकी टॉम हार्डी और चार्लीज़े थेरॉन की 'मैड मैक्स फूरी रोड' के निर्देशक जॉर्ज मिलर से प्रमुख टक्कर है।  टिप्पणियां ऑस्कर 2016 की बेस्ट एक्टर केटेगरी में 'डेनिश गर्ल' के लिए एड्डी रेडमन और 'द रेवनैंट' के लिए लेओनार्डी दी केप्रिओ के बीच सबसे कड़ी टक्कर है। रेडमैन पिछले साल 'द थ्योरी ऑफ़ एवरीथिंग' के लिए बेस्ट एक्टर का ऑस्कर अवार्ड जीत चुके हैं। वहीं लिओनार्डो दी केप्रिओ ने बेहतरीन फिल्में करने के बावजूद अभी तक एक भी ऑस्कर नहीं जीता है और जानकार मानते हैं कि फिल्म 'द रेवनैंट' उनका बेस्ट एक्टर का ऑस्कर पाने का सपना पूरा कर सकती है। ऑस्कर 2016 के बेस्ट एक्ट्रेस की केटेगरी में फिल्म 'द रूम' में  ब्री लार्सन सबसे फेवरेट हैं। उन्हें गोल्डन ग्लोब और स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड से भी बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिल चुका है। बेस्ट एक्ट्रेस की रेस में फिल्म 'कैरोल' के लिए कैट ब्लैंचेट, 'जॉय' के लिए जेनिफर लॉरेंस और '45 इयर्स' के लिए शेर्लोट  राम्पलिंग से उनकी टक्कर है। ऑस्कर 2016 के बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस केटेगरी में 'द हेटफुल एट' के लिए जेनिफर ले, 'कैरोल' के लिए रूनी मारा ,  'स्पॉटलाइट' के लिए राशेल मैक्एडम्स और 'स्टीव जॉब्स' के लिए कैट विंसलेट दावेदारी में हैं।  बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर केटेगरी में सिलवेस्टर स्टालेन फिल्म 'क्रीड' के लिए सरप्राइज नॉमिनेशन हैं। इससे पहले स्टालेन 1977 में  'रॉकी' के लिए नामांकित हुए थे लेकिन ऑस्कर नहीं जीत पाये। उनकी 'बिग शार्ट' के लिए क्रिस्चियन बेले, 'रेवनैंट' के लिए टॉम हार्डी और 'स्पॉटलाइट' के लिए मार्क रूफ्फालो से टक्कर है। 88वें ऑस्कर्स 28 फरवरी को डॉल्बी थिएटर में एक शानदार समारोह में दिए जाएंगे, जिसका लाइव टेलीकास्ट 122 देशों में किया जाएगा। ऑस्कर 2016 की बेस्ट एक्टर केटेगरी में 'डेनिश गर्ल' के लिए एड्डी रेडमन और 'द रेवनैंट' के लिए लेओनार्डी दी केप्रिओ के बीच सबसे कड़ी टक्कर है। रेडमैन पिछले साल 'द थ्योरी ऑफ़ एवरीथिंग' के लिए बेस्ट एक्टर का ऑस्कर अवार्ड जीत चुके हैं। वहीं लिओनार्डो दी केप्रिओ ने बेहतरीन फिल्में करने के बावजूद अभी तक एक भी ऑस्कर नहीं जीता है और जानकार मानते हैं कि फिल्म 'द रेवनैंट' उनका बेस्ट एक्टर का ऑस्कर पाने का सपना पूरा कर सकती है। ऑस्कर 2016 के बेस्ट एक्ट्रेस की केटेगरी में फिल्म 'द रूम' में  ब्री लार्सन सबसे फेवरेट हैं। उन्हें गोल्डन ग्लोब और स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड से भी बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिल चुका है। बेस्ट एक्ट्रेस की रेस में फिल्म 'कैरोल' के लिए कैट ब्लैंचेट, 'जॉय' के लिए जेनिफर लॉरेंस और '45 इयर्स' के लिए शेर्लोट  राम्पलिंग से उनकी टक्कर है। ऑस्कर 2016 के बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस केटेगरी में 'द हेटफुल एट' के लिए जेनिफर ले, 'कैरोल' के लिए रूनी मारा ,  'स्पॉटलाइट' के लिए राशेल मैक्एडम्स और 'स्टीव जॉब्स' के लिए कैट विंसलेट दावेदारी में हैं।  बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर केटेगरी में सिलवेस्टर स्टालेन फिल्म 'क्रीड' के लिए सरप्राइज नॉमिनेशन हैं। इससे पहले स्टालेन 1977 में  'रॉकी' के लिए नामांकित हुए थे लेकिन ऑस्कर नहीं जीत पाये। उनकी 'बिग शार्ट' के लिए क्रिस्चियन बेले, 'रेवनैंट' के लिए टॉम हार्डी और 'स्पॉटलाइट' के लिए मार्क रूफ्फालो से टक्कर है। 88वें ऑस्कर्स 28 फरवरी को डॉल्बी थिएटर में एक शानदार समारोह में दिए जाएंगे, जिसका लाइव टेलीकास्ट 122 देशों में किया जाएगा। ऑस्कर 2016 के बेस्ट एक्ट्रेस की केटेगरी में फिल्म 'द रूम' में  ब्री लार्सन सबसे फेवरेट हैं। उन्हें गोल्डन ग्लोब और स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड अवार्ड से भी बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिल चुका है। बेस्ट एक्ट्रेस की रेस में फिल्म 'कैरोल' के लिए कैट ब्लैंचेट, 'जॉय' के लिए जेनिफर लॉरेंस और '45 इयर्स' के लिए शेर्लोट  राम्पलिंग से उनकी टक्कर है। ऑस्कर 2016 के बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस केटेगरी में 'द हेटफुल एट' के लिए जेनिफर ले, 'कैरोल' के लिए रूनी मारा ,  'स्पॉटलाइट' के लिए राशेल मैक्एडम्स और 'स्टीव जॉब्स' के लिए कैट विंसलेट दावेदारी में हैं।  बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर केटेगरी में सिलवेस्टर स्टालेन फिल्म 'क्रीड' के लिए सरप्राइज नॉमिनेशन हैं। इससे पहले स्टालेन 1977 में  'रॉकी' के लिए नामांकित हुए थे लेकिन ऑस्कर नहीं जीत पाये। उनकी 'बिग शार्ट' के लिए क्रिस्चियन बेले, 'रेवनैंट' के लिए टॉम हार्डी और 'स्पॉटलाइट' के लिए मार्क रूफ्फालो से टक्कर है। 88वें ऑस्कर्स 28 फरवरी को डॉल्बी थिएटर में एक शानदार समारोह में दिए जाएंगे, जिसका लाइव टेलीकास्ट 122 देशों में किया जाएगा।
दिल्ली : चेकिंग के दौरान कार ने तीन पुलिसकर्मियों को रौंदा, दो की मौत
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शनिवार रात में एक कार ने चालक ने दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी और एक कांस्टेबल को रौंद डाला, जिससे दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने कार को जांच के लिए रुकने का इशारा किया था। दक्षिण दिल्ली के कालिंदी कुंज में कार तब जाकर रुकी, जब वह सहायक उप पुलिस निरीक्षक नागेंद्र और कांस्टेबल प्रहलाद को कुछ मीटर तक घसीट ले गई। दुर्घटना में घायल कप्तान नामक एक हेड कांस्टेबल अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस ने कार चालक हेमंत को गिरफ्तार कर वाहन जब्त कर लिया है।
कोलकाता पुलिस आयुक्त की लोगों से अपील, महिला को मुसीबत में देख डायल करें 100 नंबर
महानगर के पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा ने रविवार को लोगों से अपील की कि जब भी वे किसी महिला को संकट में देखें तो 100 नंबर पर डायल करें और पुलिस से संपर्क करें. उन्होंने कहा कि फोन करने वाले अगर अपनी पहचान गुप्त रखना चाहते हैं तो उनकी पहचान उजागर नहीं की जाएगी. शर्मा ने ट्वीट किया, ''अगर आप किसी संदिग्ध व्यक्ति या संदिग्ध चीज को देखते हैं, अगर आप किसी महिला को संकट में पाते हैं, किसी व्यक्ति को परेशानी में देखते हैं तो कृपया 100 नंबर पर फोन करें और हमें सूचित करें. अगर आप अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहते तो हम पहचान गोपनीय रखेंगे''. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले हफ्ते सभी थानों को निर्देश दिया था कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा की शिकायतों को बिना किसी देरी के दर्ज करें. उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि इस तरह के मामलों में शिकायत दर्ज करने से इंकार करने वाले पुलिसकर्मियों को दंडित किया जाए. कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार को छेड़खानी करने वालों, गड़बड़ी पैदा करने वालों और बेतरतीब मोटरसाइकिल चलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर महानगर के विभिन्न स्थानों से 74 लोगों को गिरफ्तार किया था. शर्मा ने सोशल मीडिया के एक पोस्ट को भी खारिज किया जिसमें दावा किया गया कि कोलकाता पुलिस ''रात दस बजे से सुबह छह बजे तक महिलाओं को नि:शुल्क वाहन'' मुहैया कराएगी. उन्होंने ट्वीट किया, ''यह गलत संदेश है जो सोशल मीडिया पर चल रहा है.'' संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने 'पीटीआई' से कहा कि लुधियाना पुलिस ने महिलाओं के लिए नि:शुल्क आवाजाही सुविधा की शुरुआत की है और कोलकाता पुलिस का इससे कोई लेना-देना नहीं है.
'ट्यूबलाइट' के ट्रेलर लॉन्चिंग इवेंट पर कुछ इस अंदाज में दिखे सलमान खान
सलमान खान इन दिनों कैटरीना कैफ के साथ फिल्म 'टाइगर जिंदा है' की शूटिंग में बिजी हैं. साथ ही वे अपकमिंग फिल्म 'ट्यूबलाइट' का प्रमोशन कर रहे हैं. ईद के मौके पर रिलीज होने वाली सलमान की मोस्ट अवेटेड फिल्म 'ट्यूबलाइट' का ट्रेलर आज (25 मई) होने वाला है. सलमान ने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, "कर लो यकीन, ट्यूबलाइट का ट्रेलर आज रात 8.59 रिलीज होगा." 'ट्यूबलाइट' के ऑफिशियल ट्विटर पेज पर ट्रेलर लॉन्चिंग इवेंट की कई तस्वीरें साझा की गई है. इसमें स्टेज पर सलमान के साथ डायरेक्टर कबीर खान और सोहेल खान नजर आ रहे हैं. इस दौरान सलमान नेवी ब्लू टी-शर्ट और डेनिम जीन्स पहने दिखाई दे रहे हैं.   Laxman & team Tubelight greet the #Tubelight fanatics! #TubelightTrailer will be with us in few hours!@[email protected]/0HOTlHVZsq — Tubelight (@TubelightKiEid) May 25, 2017When the man arrives yakeen toh aayega hi! #TubelightTrailer@BeingSalmanKhan@kabirkhankk@[email protected]/RA2ZmHAOFZ — Tubelight (@TubelightKiEid) May 25, 2017  Tubelight and the team have taken centre stage at the #TubelightTrailer event! @BeingSalmanKhan@[email protected]/H5XqqybIa1 — Tubelight (@TubelightKiEid) May 25, 2017 4 मई को 'ट्यूबलाइट' का टीजर रिलीज हुआ था, जिसे अबतक 30 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं. 'ट्यूबलाइट' का टीजर काफी पसंद किया गया. डायरेक्‍टर कबीर खान की इस नई फिल्‍म में सलमान काफी मासूमियत भरे अंदाज में नजर आए. टीजर की शुरुआत युद्ध के सीन्‍स से होती है, इन सब के बीच सलमान आपको अपनी मसूमियत से दीवाना बनाते दिखे हैं. टीजर के साथ फिल्म का पहला गाना 'रेडियो सॉन्ग' भी काफी पॉपुलर हुआ है. फिल्म में सलमान के अलावा सोहेल खान और चीनी एक्ट्रेस झूझू अहम रोल में हैं. Peace, Respect, Love and Light in your life from the Tubelight team . pic.twitter.com/BXjkn0Xc9m — Salman Khan (@BeingSalmanKhan) April 20, 2017 एक और फैन्‍स इस फिल्म के ट्रेलर के इंतजार में एक्‍साइटेड हैं, वहां सलमान के पापा वह शख्‍स हैं जिन्‍होंने फिल्‍म देख भी ली है. सलमान वैसे तो हर मामले में अपने पिता से सलाह लेते हैं और यह जग जाहिर है कि वह अपने परिवार के काफी क्‍लॉज हैं. लगता है सलमान को अपनी इस फिल्‍म पर भी पहला रिएक्‍शन पापा से ही चाहिए. मीडिया में आई खबरों के अनुसार जब सलीम खान से पूछा गया कि क्या फिल्म 'ट्यूबलाइट' में सलमान की एक्टिंग उन्‍हें कोई अवॉर्ड दिला सकती है, तो उन्‍होंने साफ कर दिया कि उनके घर में कोई भी अवॉर्ड के लिए ललायित नहीं है. सलीम खान ने आगे कहा कि सलमान ने 'बजरंगी भाईजान' और 'सुल्तान' में बहुत अच्छा काम किया है और फिल्म 'ट्यूबलाइट' में भी उन्होंने काफी अच्छा किरदार निभाया है, मगर आप इन तीनों फिल्मों की तुलना नहीं कर सकते.टिप्पणियां Laxman & team Tubelight greet the #Tubelight fanatics! #TubelightTrailer will be with us in few hours!@[email protected]/0HOTlHVZsq When the man arrives yakeen toh aayega hi! #TubelightTrailer@BeingSalmanKhan@kabirkhankk@[email protected]/RA2ZmHAOFZ Tubelight and the team have taken centre stage at the #TubelightTrailer event! @BeingSalmanKhan@[email protected]/H5XqqybIa1 Peace, Respect, Love and Light in your life from the Tubelight team . pic.twitter.com/BXjkn0Xc9m
London attack: ब्रिटेन की PM टेरीजा मे ने कहा, 'ब्रिटिश नागरिक था आतंकी'
‘स्कॉटलैंड यार्ड’ ने लोगों से ‘सर्तक रहने’ की अपील करते हुए कहा कि लंदन में पुलिस रणनीति की समीक्षा की जा रही है और अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है. आतंकवाद रोधी नीति के राष्ट्रीय प्रमुख एवं कार्यवाहक उपायुक्त मार्क रॉवले ने हमलावर की पहचान से जुड़ी कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगता है कि वह ‘अंतरराष्ट्रीय आतंक’ और ‘इस्लाम संबंधी आतंकवाद’ से प्रेरित था. ’’ रॉवले ने कहा, ‘‘ हम मामले की फोरेंसिक जांच कर रहे हैं. ’’ संसद पर अन्य संभावित हमलों की आशंका के चलते की गई घेरेबंदी को अब हटा दिया गया है. ब्रिटेन में कुछ समय से खतरे का स्तर ‘गंभीर’ है और पुलिस का कहना है कि वह सुरक्षा स्तर में बदलाव करने पर विचार नहीं कर रही. लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने आतंकी घटना में फंसे भारतीयों की मदद के लिए विशेष ‘जन कार्रवाई इकाई’ का गठन किया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
तिब्बत : 'दुनिया की छत' के खास दौरे पर एनडीटीवी इंडिया
दुनिया की छत पर पहुंचने का मौका हर दिन नहीं मिलता, इसीलिए जब हमें यह मौका मिला, तो हमने फैसला किया कि जितना कुछ हो सके, इस मौके से हासिल कर लिया जाए। भारत से सीधा तिब्बत तक पहुंचने का फिलहाल न कोई जरिया है और राजनीतिक हालातों के कारण न इसकी इजाज़त। इसलिए नई दिल्ली से करीब साढ़े छह घंटे का हवाई सफर पूरा करके हम पहले चीन की राजधानी बीजिंग पहुंचे। तब तक शाम हो चुकी थी और हमारे पास सिर्फ एक घंटा बचा था तियानमेन चौक जाकर शूट के लिए। इसे शाम छह बजे बंद कर दिया जाता है। छुट्टी का दिन न होने के बावजूद यहां पर आम लोगों की काफी भीड़ दिखी। ऐसा ही कुछ नज़ारा यहां सू्र्योदय और सू्र्यास्त दोनों वक्त रहता है, जब राष्ट्रीय ध्वज को फहराया और फिर उतारा जाता है। यह चौक इतिहास के पन्नों जैसा एहसास देता है, जहां से न सिर्फ देश को पीपुल्स रिपब्लिक घोषित किया गया, बल्कि 1949 में लोकतंत्र के लिए आवाज भी यहीं से उठाई गई। अगले दिन सुबह चार बजे होटल से निकलना है और हमारी चीनी गाइड इज़ाबेल का कहना है कि नींद पूरी होना पहुत ज़रूरी है, नहीं तो हाई ऐल्टीट्यूड में बीमार पड़ने का पूरा खतरा है और यहां बीमार पड़ना बेहद खतरनाक हो सकता है। खैर, अगली सुबह हम तिब्बत के लिए रवाना हुए। चार घंटे के हवाई सफर के बाद तिब्बत की पहली झलक हमने आसमान से देखी...बादलों के बीच से पहाड़ की ऊंची चोटियां, चमकदार फीते सी नदियां। मन कर रहा था कि एक भी फ्रेम रिकॉर्ड करने से छूटने न पाए और जब तक संभव हुआ, हम सब कुछ कैमरे में उतारते गए। ल्हासा एयरपोर्ट पर अच्छी खासी चेकिंग हुई, आमतौर से ज्यादा। बार-बार हमें इज़ाबेल और उनकी सहयोगी बता रही हैं कि हम तेज़ कदम न चलें। यहां हवा में ऑक्सीजन कम है, चक्कर आने लगेंगे। हम मैदानी इलाकों से हैं और कई बार यह बात भूल जाते हैं, जिससे आने लगते हैं। जो सामान उठाया है उसका बोझ ज्यादा भारी लगता है। अब यहां से हमें सीधे पहुंचना है सैनॉन प्रांत के एक गांव में। वो अगले हिस्से में..
उत्तराखंड के निकाय चुनाव में भाजपा का दबदबा, देहरादून के मेयर पद सहित 34 निकायों के अध्यक्ष पद पर जीत
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Election 2019: शोले फिल्म में असरानी के किरदार की तरह हैं मोदी- प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें 'अभिनेता' करार दिया और कहा कि इससे अच्छा होता कि अमिताभ बच्चन को प्रधानमंत्री बना दिया जाता. प्रियंका ने मिर्जापुर में रोड शो के बाद कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कोई नेता नहीं हैं, बल्कि अभिनेता हैं. इससे अच्छा होता अगर अमिताभ बच्चन को प्रधानमंत्री बना दिया जाता.  उन्होंने कुशीनगर में कहा, ''आपने ‘शोले' फिल्म में असरानी का रोल देखा होगा. वह हमेशा कहता रहता था कि अंग्रेजों के जमाने में....उसी तरह मोदी जी हमेशा जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के जमाने की बात करते रहते हैं. वह अपने पिछले पांच साल में किये गये कामों के बारे में बात क्यों नहीं करते?  प्रियंका ने केन्द्र की मोदी सरकार पर जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र में ताकत जनता के हाथ में होती है लेकिन आज लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है, जो कि लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है. मैं कुछ महिला शिक्षामित्रों से मिली, जब उन्होंने सरकार से अपने अधिकार मांगे तो उन पर लाठियां बरसायी गयीं और उन्हें जेल में डाला गया. कांग्रेस महासचिव ने आगाह किया कि जनता भाजपा के विज्ञापनों के झांसे में नहीं आये, क्योंकि उनमें विकास की झूठी तस्वीर पेश की जाती है. सरकार की वादाखिलाफी से बेजार किसान छुट्टा पशुओं की समस्या से परेशान हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का एकमात्र मकसद सत्ता हथियाना है. मोदी पिछले लोकसभा चुनाव में जनता से किये गये तमाम वादों को पूरा करने में नाकाम रहे हैं.  कांग्रेस झूठे वादे करने के बजाय किसानों, गरीबों और युवाओं के हित में काम करती है.  कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में किये गये कार्यों का हिसाब देने में नाकाम रहे हैं. देश में एक ऐसी सरकार है जिसने देश की संवैधानिक संस्थाओं को लगातार कमजोर करने का काम किया है. भाजपा के सारे वादे खोखले साबित हुए हैं. प्रियंका ने बीच में अज़ान की आवाज सुनकर अपना भाषण रोक दिया. अज़ान पूरी होने के बाद उन्होंने अपना सम्बोधन दोबारा शुरू किया. उन्होंने किसानों से कहा कि जब छुट्टा पशु आपके खेत खाये जा रहे हैं, तब क्या खुद को चौकीदार कहने वाले सरकार के मंत्री आपके खेत की रखवाली करने आते हैं.  नोटबंदी से देश में कालाधन वापस लाने की बात कही थी. कुछ नहीं आया, सिवाय परेशानियों के. इसके अलावा 50 लाख रोजगार घटे हैं. उन्होंने कहा कि पांच साल पहले वादा किया गया था कि हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे, मगर सच्चाई क्या निकली? मोदी के शासन में पांच करोड़ रोजगार घट गये. तमाम नौजवान सड़क पर आ गये. किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कही गयी. क्या हुआ, किसान की आमदनी आधी हो गयी है. प्रियंका ने कहा कि पिछले पांच सालों से किसान बेहाल हैं. उन्हें उपज का सही दाम नहीं मिल रहा और देश में 12 हजार किसानों ने आत्महत्या की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो गरीबों को न्याय योजना के तहत 72 हजार रुपये सालाना मिलेंगे. किसानों, गरीबों और युवाओं का भविष्य सुधरेगा. इससे पहले, प्रियंका ने मिर्जापुर में कांग्रेस प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी के समर्थन में रोड शो किया. करीब दो किलोमीटर का यह रोड शो नगर के डंकीनगंज चौराहे से शुरू होकर वासलीगंज के संकट मोचन चौराहे तक चला.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्‍य गुजरात को बजट में AIIMS की सौगात
डरते हैं नई राह पर क्यूं चलने से हम आगे आगे चलते हैं आइए आप'' हम आगे आगे चलते हैं आइए आप'' वास्‍तव में इस शेर के माध्‍यम से अरुण जेटली सरकार के पिछले एक साल के दौरान लिए गए साहसिक निर्णयों को बता रहे थे. पिछले एक साल में सरकार ने नोटबंदी, स्‍टार्ट अप इंडिया जैसे कुछ बड़े साहसिक और निर्णायक फैसले लिए हैं. इसके साथ ही अरुण जेटली ने एक फरवरी को बजट पेश करने के दौरान कहा है कि भारत आर्थिक विकास का इंजन बना हुआ है. इस वक्‍त यह दुनिया का छठा सबसे बड़ा निर्माता देश है. उन्‍होंने कहा कि हमारे यहां विदेशी निवेश बढ़ा है, हमारी वित्‍तीय क्षमता बढ़ी है. महंगाई दर घटी है और यह काबू में रहेगी. उन्‍होंने कहा कि भारत दुनिया के आर्थिक नक्‍शे पर चमक रहा है. हमारे फोकस में नौजवान होंगे, जो विकास के फायदे ले सकें. देश में विदेशी निवेश बढ़ा है. चालू खाता घाटा भी कम हुआ है. हमारी वित्‍तीय मजबूती भी बढ़ी है. आईएमएफ के अनुसार-हमारी अर्थव्‍यवस्‍था तेजी की तरफ है.टिप्पणियां हमारी सरकार कालेधन से लड़ रही है. पिछले सालों में सरकार पर लोगों का भरोसा बढ़ा है. हम असंठित के मुकाबले संगठित अर्थव्‍यवस्‍था की तरफ बढ़े हैं. उल्‍लेखनीय है कि यह पहली बार है जब बजट 1 फरवरी को पेश किया जा रहा है. इससे पहले बजट 28 या 29 फरवरी को पेश होता था.यही नहीं अरुण जेटली का भी यह चौथा बजट है. साथ ही 92 साल में पहली बार रेल बजट अलग से पेश नहीं हो रहा है. इस बार रेल बजट आम बजट का ही हिस्सा है. नोटबंदी के बाद इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. सो लोगों को राहत देने के लिए बड़े ऐलान हो सकते हैं. इसके साथ ही अरुण जेटली ने एक फरवरी को बजट पेश करने के दौरान कहा है कि भारत आर्थिक विकास का इंजन बना हुआ है. इस वक्‍त यह दुनिया का छठा सबसे बड़ा निर्माता देश है. उन्‍होंने कहा कि हमारे यहां विदेशी निवेश बढ़ा है, हमारी वित्‍तीय क्षमता बढ़ी है. महंगाई दर घटी है और यह काबू में रहेगी. उन्‍होंने कहा कि भारत दुनिया के आर्थिक नक्‍शे पर चमक रहा है. हमारे फोकस में नौजवान होंगे, जो विकास के फायदे ले सकें. देश में विदेशी निवेश बढ़ा है. चालू खाता घाटा भी कम हुआ है. हमारी वित्‍तीय मजबूती भी बढ़ी है. आईएमएफ के अनुसार-हमारी अर्थव्‍यवस्‍था तेजी की तरफ है.टिप्पणियां हमारी सरकार कालेधन से लड़ रही है. पिछले सालों में सरकार पर लोगों का भरोसा बढ़ा है. हम असंठित के मुकाबले संगठित अर्थव्‍यवस्‍था की तरफ बढ़े हैं. उल्‍लेखनीय है कि यह पहली बार है जब बजट 1 फरवरी को पेश किया जा रहा है. इससे पहले बजट 28 या 29 फरवरी को पेश होता था.यही नहीं अरुण जेटली का भी यह चौथा बजट है. साथ ही 92 साल में पहली बार रेल बजट अलग से पेश नहीं हो रहा है. इस बार रेल बजट आम बजट का ही हिस्सा है. नोटबंदी के बाद इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. सो लोगों को राहत देने के लिए बड़े ऐलान हो सकते हैं. उन्‍होंने कहा कि भारत दुनिया के आर्थिक नक्‍शे पर चमक रहा है. हमारे फोकस में नौजवान होंगे, जो विकास के फायदे ले सकें. देश में विदेशी निवेश बढ़ा है. चालू खाता घाटा भी कम हुआ है. हमारी वित्‍तीय मजबूती भी बढ़ी है. आईएमएफ के अनुसार-हमारी अर्थव्‍यवस्‍था तेजी की तरफ है.टिप्पणियां हमारी सरकार कालेधन से लड़ रही है. पिछले सालों में सरकार पर लोगों का भरोसा बढ़ा है. हम असंठित के मुकाबले संगठित अर्थव्‍यवस्‍था की तरफ बढ़े हैं. उल्‍लेखनीय है कि यह पहली बार है जब बजट 1 फरवरी को पेश किया जा रहा है. इससे पहले बजट 28 या 29 फरवरी को पेश होता था.यही नहीं अरुण जेटली का भी यह चौथा बजट है. साथ ही 92 साल में पहली बार रेल बजट अलग से पेश नहीं हो रहा है. इस बार रेल बजट आम बजट का ही हिस्सा है. नोटबंदी के बाद इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. सो लोगों को राहत देने के लिए बड़े ऐलान हो सकते हैं. हमारी सरकार कालेधन से लड़ रही है. पिछले सालों में सरकार पर लोगों का भरोसा बढ़ा है. हम असंठित के मुकाबले संगठित अर्थव्‍यवस्‍था की तरफ बढ़े हैं. उल्‍लेखनीय है कि यह पहली बार है जब बजट 1 फरवरी को पेश किया जा रहा है. इससे पहले बजट 28 या 29 फरवरी को पेश होता था.यही नहीं अरुण जेटली का भी यह चौथा बजट है. साथ ही 92 साल में पहली बार रेल बजट अलग से पेश नहीं हो रहा है. इस बार रेल बजट आम बजट का ही हिस्सा है. नोटबंदी के बाद इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. सो लोगों को राहत देने के लिए बड़े ऐलान हो सकते हैं. उल्‍लेखनीय है कि यह पहली बार है जब बजट 1 फरवरी को पेश किया जा रहा है. इससे पहले बजट 28 या 29 फरवरी को पेश होता था.यही नहीं अरुण जेटली का भी यह चौथा बजट है. साथ ही 92 साल में पहली बार रेल बजट अलग से पेश नहीं हो रहा है. इस बार रेल बजट आम बजट का ही हिस्सा है. नोटबंदी के बाद इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. सो लोगों को राहत देने के लिए बड़े ऐलान हो सकते हैं.
सोना फिसलकर 32,000 रुपये के नीचे, चांदी की चमक बरकरार
कमजोर वैश्विक रुख के साथ घरेलू आभूषण कारोबारियों की कम मांग से आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव 20 रुपये कम होकर 31,980 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया. हालांकि, इसके विपरीत औद्योगिक इकाइयों के छिटपुट सौदों से चांदी 100 रुपये सुधरकर 40,300 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी.  कारोबारियों ने कहा कि घरेलू आभूषण निर्माताओं और खुदरा विक्रेताओं से कम मांग और डॉलर में मजबूती से वैश्विक बाजार में सोने के कमजोर होने से यहां भी पीली धातु की कीमतों पर दबाव रहा. इसके अतिरिक्त निवेशक आज जारी होने वाले अमेरिकी रोजगार आंकड़ों पर भी नजर बनाए हुए हैं.  वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में सोना 0.12 प्रतिशत गिरकर 1,310 डॉलर प्रति औंस रहा जबकि चांदी 0.15 प्रतिशत गिरकर 16.37 डॉलर प्रति औंस रही. टिप्पणियां दिल्ली सर्राफा बाजार में , 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 20-20 रुपये गिरकर क्रमश : 31,980 रुपये और 31,830 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया. दो दिनों में सोना 200 रुपये गिरा. हालांकि , आठ ग्राम वाली गिन्नी 24,700 रुपये प्रति इकाई पर टिकी रही.  वहीं , दूसरी ओर चांदी हाजिर 100 रुपये सुधरकर 40,300 रुपये प्रति किलोग्राम और साप्ताहिक डिलीवरी 150 रुपये बढ़कर 39,065 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी. चांदी सिक्का लिवाल और बिकवाल क्रमश : 74,000 रुपये और 75,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर रहे.  कारोबारियों ने कहा कि घरेलू आभूषण निर्माताओं और खुदरा विक्रेताओं से कम मांग और डॉलर में मजबूती से वैश्विक बाजार में सोने के कमजोर होने से यहां भी पीली धातु की कीमतों पर दबाव रहा. इसके अतिरिक्त निवेशक आज जारी होने वाले अमेरिकी रोजगार आंकड़ों पर भी नजर बनाए हुए हैं.  वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में सोना 0.12 प्रतिशत गिरकर 1,310 डॉलर प्रति औंस रहा जबकि चांदी 0.15 प्रतिशत गिरकर 16.37 डॉलर प्रति औंस रही. टिप्पणियां दिल्ली सर्राफा बाजार में , 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 20-20 रुपये गिरकर क्रमश : 31,980 रुपये और 31,830 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया. दो दिनों में सोना 200 रुपये गिरा. हालांकि , आठ ग्राम वाली गिन्नी 24,700 रुपये प्रति इकाई पर टिकी रही.  वहीं , दूसरी ओर चांदी हाजिर 100 रुपये सुधरकर 40,300 रुपये प्रति किलोग्राम और साप्ताहिक डिलीवरी 150 रुपये बढ़कर 39,065 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी. चांदी सिक्का लिवाल और बिकवाल क्रमश : 74,000 रुपये और 75,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर रहे.  वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में सोना 0.12 प्रतिशत गिरकर 1,310 डॉलर प्रति औंस रहा जबकि चांदी 0.15 प्रतिशत गिरकर 16.37 डॉलर प्रति औंस रही. टिप्पणियां दिल्ली सर्राफा बाजार में , 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 20-20 रुपये गिरकर क्रमश : 31,980 रुपये और 31,830 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया. दो दिनों में सोना 200 रुपये गिरा. हालांकि , आठ ग्राम वाली गिन्नी 24,700 रुपये प्रति इकाई पर टिकी रही.  वहीं , दूसरी ओर चांदी हाजिर 100 रुपये सुधरकर 40,300 रुपये प्रति किलोग्राम और साप्ताहिक डिलीवरी 150 रुपये बढ़कर 39,065 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी. चांदी सिक्का लिवाल और बिकवाल क्रमश : 74,000 रुपये और 75,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर रहे.  दिल्ली सर्राफा बाजार में , 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 20-20 रुपये गिरकर क्रमश : 31,980 रुपये और 31,830 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया. दो दिनों में सोना 200 रुपये गिरा. हालांकि , आठ ग्राम वाली गिन्नी 24,700 रुपये प्रति इकाई पर टिकी रही.  वहीं , दूसरी ओर चांदी हाजिर 100 रुपये सुधरकर 40,300 रुपये प्रति किलोग्राम और साप्ताहिक डिलीवरी 150 रुपये बढ़कर 39,065 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी. चांदी सिक्का लिवाल और बिकवाल क्रमश : 74,000 रुपये और 75,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर रहे.  वहीं , दूसरी ओर चांदी हाजिर 100 रुपये सुधरकर 40,300 रुपये प्रति किलोग्राम और साप्ताहिक डिलीवरी 150 रुपये बढ़कर 39,065 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी. चांदी सिक्का लिवाल और बिकवाल क्रमश : 74,000 रुपये और 75,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर रहे.
इस्रायल ने गाजा पर किए बम हमले
इस्रायल के दक्षिणी शहर बीरशीबा में मिसाइल हमले के बाद पिछले दो सालों में पहली बार इस्रायली जेट विमानों ने गाजा पट्टी में रातभर बमबारी की। समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक तेल अवीव में एक सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार को मध्यरात्रि में बमबारी शुरू हुई थी जो सुबह पांच बजे (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 03.00 बजे) तक चली। प्रवक्ता ने बम हमलों की संख्या नहीं बताई लेकिन उन्होंने पुष्टि की कि 2008-09 के तीन सप्ताह तक चले गाजा युद्ध के बाद से यह सबसे व्यापक बमबारी थी। एक फिलीस्तीनी प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक कसाम ब्रिगेड्स के दो अभ्यास मैदानों, गाज से चलने वाले इस्लामी हमास आंदोलन की सैन्य शाखा को निशाना बनाकर ये बम हमले किए गए। बम हमलों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन इससे काफी नुकसान हुआ है। बुधवार को रूसी शैली के एक ग्रैड रॉकेट से बीरशीबा में हमला हुआ था। इस शहर में करीब 200,000 लोग रहते हैं। यह मिसाइल एक घर के अहाते में जाकर लगी थी। शहर में चेतावनी के लिए एक सायरन बजने के बाद उस घर में रहने वाले लोग एक सुरक्षित कमरे में चले गए थे। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमले के लिए कौन जिम्मेदार था। गाजा की 18 लाख लोगों की आबादी मध्यरात्रि में उस समय नींद से जाग उठी जब उसने आकाश में उड़ते एफ-16 विमानों और अपाचे हेलीकॉप्टर जंगी जहाजों का शोर सुना। गाजा में कई हिंसक घटनाएं होने के एक दिन बाद बीरशीबा में मिसाइल हमला हुआ है। इन हिंसक घटनाओं में पूर्वी गाजा सिटी में इस्रायली सेना और इस्लामी जिहाद आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ भी शामिल है। इस मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था और 11 लोग घायल हुए थे।
UP Police: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया ऐलान, यूपी पुलिस में होगी 50,000 से अधिक भर्तियां
विगत दो-ढाई वर्ष के दौरान @UPGovt ने 75,000 से भी अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती की है। लगभग 50,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया अभी भी चल रही है, लेकिन कोई भी यह नहीं कह सकता कि पुलिस भर्ती के नाम पर किसी ने उससे पैसे मांगे हैं : #UPCM श्री @myogiadityanath योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार पुलिस विभाग को हाईटेक बनाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं के निस्तारण व लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए पुलिस को अभी और भी बदलाव लाने की जरूरत है. हम जनता की सुरक्षा व सुविधा के लिए बेहतर प्रयास कर सकते हैं. पुलिस की छवि में काफी बदलाव आया है, लेकिन जिनका दृष्टिकोण ही सीमित है, उन्हें यह नहीं दिखता. मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल करके यूपी पुलिस पहले से बेहतर ढंग से कार्य कर रही है. कुंभ मेला हो, प्रवासी भारतीय सम्मेलन हो या लोकसभा के चुनाव सब शांतिपूर्ण ढंग से पूरे हुए हैं. इन आयोजनों में पुलिस की भूमिका को देश और दुनिया मे सराहा गया. हमें ऐसी पुलिस की ही जरूरत है. आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल करके यूपी पुलिस पहले से बेहतर ढंग से कार्य कर रही है। कुंभ मेला हो, प्रवासी भारतीय सम्मेलन हो या लोकसभा के चुनाव सब शांतिपूर्ण ढंग से पूरे हुए हैं। इन आयोजनों में पुलिस की भूमिका को देश और दुनिया मे सराहा गया। हमें ऐसी पुलिस की ही जरूरत है : #UPCM उन्होंने कहा कि हमें पुलिस के उस चेहरे को बदलना है, जो अंग्रेजों से हमें विरासत में मिला है. आज पब्लिक फ्रेंडली पुलिस की आवश्यकता है. जिससे अपराधी, समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी तत्व तो भय खाएं, लेकिन आमजन के मन में श्रद्धा एवं सम्मान का भाव जागृत हो.
भारतीयों को गोली मारने वाला अमेरिकी नागरिक घृणित अपराध के लिए अभ्यारोपित
अमेरिका के कंसास के एक बार में भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की हत्या करने वाले तथा दो अन्य को जख्मी करने के मुख्य आरोपी एडम प्यूरिंटन को घृणित अपराध और हथियार रखने को लेकर अभ्यारोपित किया गया है. संघीय ग्रैंड जूरी ने कंसास में ऑलथे के 51 वर्षीय प्यूरिंटन को कल अभ्यरोपित किया. उस पर 22 फरवरी को शहर के एक बार में गोलीबारी करने का आरोप है. न्याय विभाग ने अभ्यारोपण का ऐलान किया है, जिसने प्यूरिंटन पर गोलीबारी करने तथा नस्ल, रंग, धर्म और देश के आधार पर कुचिभोटला की हत्या करने तथा एक अन्य भारतीय अलोक मदासानी की हत्या की कोशिश का आरोप लगाया है.टिप्पणियां चश्मदीदों ने कहा कि प्यूरिंटन पहले दो भारतीयों पर चिल्लाया कि उसके देश से दफा हो जाओ और फिर उनपर हमला कर दिया. बीते 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट गोलीबारी में हस्तक्षेप करने की कोशिश में जख्मी हो गया था. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए. संघीय ग्रैंड जूरी ने कंसास में ऑलथे के 51 वर्षीय प्यूरिंटन को कल अभ्यरोपित किया. उस पर 22 फरवरी को शहर के एक बार में गोलीबारी करने का आरोप है. न्याय विभाग ने अभ्यारोपण का ऐलान किया है, जिसने प्यूरिंटन पर गोलीबारी करने तथा नस्ल, रंग, धर्म और देश के आधार पर कुचिभोटला की हत्या करने तथा एक अन्य भारतीय अलोक मदासानी की हत्या की कोशिश का आरोप लगाया है.टिप्पणियां चश्मदीदों ने कहा कि प्यूरिंटन पहले दो भारतीयों पर चिल्लाया कि उसके देश से दफा हो जाओ और फिर उनपर हमला कर दिया. बीते 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट गोलीबारी में हस्तक्षेप करने की कोशिश में जख्मी हो गया था. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए. न्याय विभाग ने अभ्यारोपण का ऐलान किया है, जिसने प्यूरिंटन पर गोलीबारी करने तथा नस्ल, रंग, धर्म और देश के आधार पर कुचिभोटला की हत्या करने तथा एक अन्य भारतीय अलोक मदासानी की हत्या की कोशिश का आरोप लगाया है.टिप्पणियां चश्मदीदों ने कहा कि प्यूरिंटन पहले दो भारतीयों पर चिल्लाया कि उसके देश से दफा हो जाओ और फिर उनपर हमला कर दिया. बीते 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट गोलीबारी में हस्तक्षेप करने की कोशिश में जख्मी हो गया था. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए. चश्मदीदों ने कहा कि प्यूरिंटन पहले दो भारतीयों पर चिल्लाया कि उसके देश से दफा हो जाओ और फिर उनपर हमला कर दिया. बीते 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट गोलीबारी में हस्तक्षेप करने की कोशिश में जख्मी हो गया था. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए.
हड़बड़ी में गड़बड़ी...
मध्य प्रदेश चुनावों में प्रचार के दौरान राहुल गांधी की फिसली जुबान उन पर मुसीबत का सबब बनती दिख रही है. राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान ने भोपाल की एक अदालत में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का दावा कर दिया है. इस महीने ऐसे कई वाकये हुए हैं जो यह बता रहे हैं कि राहुल गांधी एक के बाद एक कई गलतियां कर बैठे हैं. हालांकि मुकदमे का सामना उन्हें अभी करना पड़ा है. दरअसल, सोमवार को झाबुआ में एक रैली में राहुल गांधी बीजेपी नेताओं पर भ्रष्टाचार के एक के बाद एक कई आरोप लगा रहे थे. रफाल के अलावा नीरव मोदी, विजय माल्या जैसे मुद्दों को उन्होंने उठाया. इसी दौरान उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान का नाम पनामा घोटाले में आया है. राहुल के इस बयान के बाद हंगामा मच गया. इसके तुरंत बाद शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट पर कहा कि   पिछले कई वर्षों से कांग्रेस मेरे और मेरे परिवार के ऊपर अनर्गल आरोप लगा रही हैं। हम सबका सम्मान करते हुए मर्यादा रखते हैं, लेकिन आज तो @RahulGandhi जी ने मेरे बेटे @yuva_kartikey का नाम पनामा पेपर्स में आया है कहा कर, सारी हदें पार कर दी! कल ही हम उन पर मानहानि का दावा कर रहे है। — ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 29, 2018 राहुल गांधी मंगलवार सुबह इंदौर में थे. उन्होंने एक होटल में पत्रकारों से मुलाकात की. इसमें उनसे उनके बयान के बारे में पूछा गया और याद दिलाया गया कि शिवराज सिंह चौहान के बेटे का नाम तो पनामा कागजों में नहीं है. इसके बाद राहुल गांधी ने माना कि उनसे गड़बड़ी हो गई. googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); }); लेकिन न तो शिवराज सिंह चौहान और न ही उनके बेटे कार्तिकेय इस सफाई से संतुष्ट हैं. कार्तिकेय ने मानहानि का दावा कर दिया. उनके वकील ने सबूत के तौर पर अखबारों की कटिंग और टीवी न्यूज़ की क्लिपिंग का हवाला दिया है. 3 नवंबर को इस मामले की सुनवाई होगी. कार्तिकेय ने कहा कि यह ठीक है कि राहुल गांधी ने सफाई दी. लेकिन उन्होंने सार्वजनिक मंच से उनके और उनके परिवार के बारे में गलत बातें कहीं. इसलिए दावा किया है. इधर, शिवराज सिंह चौहान राज्य विधानसभा में टिकटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने अमित शाह से मुलाकात की. साथ ही कहा कि राहुल गांधी ने उनका अपमान किया है. उधर, राहुल गांधी के शिवराज सिंह चौहान पर हमले जारी हैं. उन्होंने आज मध्य प्रदेश में कहा कि जितने मुकदमे करना हैं कर लें, व्यापम घोटाले से ध्यान नहीं भटका सकते. लेकिन राहुल गांधी की जुबान फिसलने का यह किस्सा चर्चा में जरूर आ गया है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने एक के बाद एक ऐसी कई घटनाएं हुई हैं. ऐसा ही एक वाकया सोमवार को ही हुआ जब राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में मिज़ोरम को मणिपुर लिख डाला. इसके बाद उनकी जबर्दस्त आलोचना हुई. यह कांग्रेस के लिए परेशानी में डालने वाली बात भी है क्योंकि मिज़ोरम में भी अभी चुनाव हो रहा है और वहां कांग्रेस की सरकार है. दरअसल, राहुल गांधी ने मिज़ोरम के उस सैनिक स्कूल के बारे में स्टोरी साझा की थी जिसने पचास साल बाद अपने दरवाजे लड़कियों के लिए खोले हैं. लेकिन गलती से मिज़ोरम की जगह मणिपुर लिख डाला. बाद में उस पोस्ट को हटा दिया गया. नई पोस्ट में सही जानकारी डाली गई. राहुल की गलतियों का सिलसिला यहीं नहीं थमा. उन्होंने इसी महीने मध्य प्रदेश में चुनावी सभा में आरोप लगाया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में नीरव मोदी से मुलाकात की थी. इसके बाद नीरव मोदी देश छोड़ कर भाग गया. लेकिन राहुल यहां भी ग़लती कर बैठे. नीरव मोदी न तो कभी संसद आया और न ही कभी अरुण जेटली से उसकी मुलाकात हुई. राहुल शायद विजय माल्या का ज़िक्र करना चाह रहे होंगे. जिसके बारे में वित्त मंत्री ने कहा था कि उसने अपने सांसद होने का दुरुपयोग करते हुए संसद भवन में उनसे मिलने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने उसको झाड़ दिया था. राहुल के ताज़ा आरोप के बारे में जेटली ने फेसबुक पर लिखा कि 'मुझे नहीं याद है कि मैंने कभी नीरव मोदी को देखा भी हो. संसद भवन में उससे मिलने का तो सवाल ही नहीं उठता. राहुल जैसा दावा कर रहे हैं कि नीरव मोदी संसद में आए तो संसद भवन के रिसेप्शन के रिकॉर्ड में इसका ज़िक्र होगा. क्या राहुल यह मानते हैं कि अगर एक झूठ बार-बार बोला जाये तो खुद को उसके सच होने का यकीन हो जाता है. या फिर यह मामला एक मसखरे राजकुमार की मसखरी का है. राहुल गांधी ने इस आरोप पर सफाई नहीं दी है. राहुल गांधी की गड़बड़ी का एक और मुद्दा सेना अफसरों और जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन यानी ओआरओपी का है. 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में ओआरओपी का वादा करने का राहुल गांधी ने जिक्र किया था. 19 अप्रैल 2014 को कांग्रेस पार्टी के एक ट्वीट में कहा गया कि 'मैनीफेस्टो में उन्होंने (बीजेपी ने) लिखा है, हम वन रैंक वन पेंशन करेंगे. ओआरओपी हो गया है, हमने कर दिया है: राहुल गांधी.' लेकिन इसी शनिवार को पूर्व सैनिककर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसमें उन्होंने उन्हें कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर सभी वादों को पूरा करेगी. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. राहुल के इस बयान के बाद हंगामा मच गया. इसके तुरंत बाद शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट पर कहा कि   पिछले कई वर्षों से कांग्रेस मेरे और मेरे परिवार के ऊपर अनर्गल आरोप लगा रही हैं। हम सबका सम्मान करते हुए मर्यादा रखते हैं, लेकिन आज तो @RahulGandhi जी ने मेरे बेटे @yuva_kartikey का नाम पनामा पेपर्स में आया है कहा कर, सारी हदें पार कर दी! कल ही हम उन पर मानहानि का दावा कर रहे है। — ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 29, 2018 राहुल गांधी मंगलवार सुबह इंदौर में थे. उन्होंने एक होटल में पत्रकारों से मुलाकात की. इसमें उनसे उनके बयान के बारे में पूछा गया और याद दिलाया गया कि शिवराज सिंह चौहान के बेटे का नाम तो पनामा कागजों में नहीं है. इसके बाद राहुल गांधी ने माना कि उनसे गड़बड़ी हो गई. लेकिन न तो शिवराज सिंह चौहान और न ही उनके बेटे कार्तिकेय इस सफाई से संतुष्ट हैं. कार्तिकेय ने मानहानि का दावा कर दिया. उनके वकील ने सबूत के तौर पर अखबारों की कटिंग और टीवी न्यूज़ की क्लिपिंग का हवाला दिया है. 3 नवंबर को इस मामले की सुनवाई होगी. कार्तिकेय ने कहा कि यह ठीक है कि राहुल गांधी ने सफाई दी. लेकिन उन्होंने सार्वजनिक मंच से उनके और उनके परिवार के बारे में गलत बातें कहीं. इसलिए दावा किया है. इधर, शिवराज सिंह चौहान राज्य विधानसभा में टिकटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने अमित शाह से मुलाकात की. साथ ही कहा कि राहुल गांधी ने उनका अपमान किया है. उधर, राहुल गांधी के शिवराज सिंह चौहान पर हमले जारी हैं. उन्होंने आज मध्य प्रदेश में कहा कि जितने मुकदमे करना हैं कर लें, व्यापम घोटाले से ध्यान नहीं भटका सकते. लेकिन राहुल गांधी की जुबान फिसलने का यह किस्सा चर्चा में जरूर आ गया है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने एक के बाद एक ऐसी कई घटनाएं हुई हैं. ऐसा ही एक वाकया सोमवार को ही हुआ जब राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में मिज़ोरम को मणिपुर लिख डाला. इसके बाद उनकी जबर्दस्त आलोचना हुई. यह कांग्रेस के लिए परेशानी में डालने वाली बात भी है क्योंकि मिज़ोरम में भी अभी चुनाव हो रहा है और वहां कांग्रेस की सरकार है. दरअसल, राहुल गांधी ने मिज़ोरम के उस सैनिक स्कूल के बारे में स्टोरी साझा की थी जिसने पचास साल बाद अपने दरवाजे लड़कियों के लिए खोले हैं. लेकिन गलती से मिज़ोरम की जगह मणिपुर लिख डाला. बाद में उस पोस्ट को हटा दिया गया. नई पोस्ट में सही जानकारी डाली गई. राहुल की गलतियों का सिलसिला यहीं नहीं थमा. उन्होंने इसी महीने मध्य प्रदेश में चुनावी सभा में आरोप लगाया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में नीरव मोदी से मुलाकात की थी. इसके बाद नीरव मोदी देश छोड़ कर भाग गया. लेकिन राहुल यहां भी ग़लती कर बैठे. नीरव मोदी न तो कभी संसद आया और न ही कभी अरुण जेटली से उसकी मुलाकात हुई. राहुल शायद विजय माल्या का ज़िक्र करना चाह रहे होंगे. जिसके बारे में वित्त मंत्री ने कहा था कि उसने अपने सांसद होने का दुरुपयोग करते हुए संसद भवन में उनसे मिलने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने उसको झाड़ दिया था. राहुल के ताज़ा आरोप के बारे में जेटली ने फेसबुक पर लिखा कि 'मुझे नहीं याद है कि मैंने कभी नीरव मोदी को देखा भी हो. संसद भवन में उससे मिलने का तो सवाल ही नहीं उठता. राहुल जैसा दावा कर रहे हैं कि नीरव मोदी संसद में आए तो संसद भवन के रिसेप्शन के रिकॉर्ड में इसका ज़िक्र होगा. क्या राहुल यह मानते हैं कि अगर एक झूठ बार-बार बोला जाये तो खुद को उसके सच होने का यकीन हो जाता है. या फिर यह मामला एक मसखरे राजकुमार की मसखरी का है. राहुल गांधी ने इस आरोप पर सफाई नहीं दी है. राहुल गांधी की गड़बड़ी का एक और मुद्दा सेना अफसरों और जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन यानी ओआरओपी का है. 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में ओआरओपी का वादा करने का राहुल गांधी ने जिक्र किया था. 19 अप्रैल 2014 को कांग्रेस पार्टी के एक ट्वीट में कहा गया कि 'मैनीफेस्टो में उन्होंने (बीजेपी ने) लिखा है, हम वन रैंक वन पेंशन करेंगे. ओआरओपी हो गया है, हमने कर दिया है: राहुल गांधी.' लेकिन इसी शनिवार को पूर्व सैनिककर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसमें उन्होंने उन्हें कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर सभी वादों को पूरा करेगी. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. पिछले कई वर्षों से कांग्रेस मेरे और मेरे परिवार के ऊपर अनर्गल आरोप लगा रही हैं। हम सबका सम्मान करते हुए मर्यादा रखते हैं, लेकिन आज तो @RahulGandhi जी ने मेरे बेटे @yuva_kartikey का नाम पनामा पेपर्स में आया है कहा कर, सारी हदें पार कर दी! कल ही हम उन पर मानहानि का दावा कर रहे है। लेकिन न तो शिवराज सिंह चौहान और न ही उनके बेटे कार्तिकेय इस सफाई से संतुष्ट हैं. कार्तिकेय ने मानहानि का दावा कर दिया. उनके वकील ने सबूत के तौर पर अखबारों की कटिंग और टीवी न्यूज़ की क्लिपिंग का हवाला दिया है. 3 नवंबर को इस मामले की सुनवाई होगी. कार्तिकेय ने कहा कि यह ठीक है कि राहुल गांधी ने सफाई दी. लेकिन उन्होंने सार्वजनिक मंच से उनके और उनके परिवार के बारे में गलत बातें कहीं. इसलिए दावा किया है. इधर, शिवराज सिंह चौहान राज्य विधानसभा में टिकटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने अमित शाह से मुलाकात की. साथ ही कहा कि राहुल गांधी ने उनका अपमान किया है. उधर, राहुल गांधी के शिवराज सिंह चौहान पर हमले जारी हैं. उन्होंने आज मध्य प्रदेश में कहा कि जितने मुकदमे करना हैं कर लें, व्यापम घोटाले से ध्यान नहीं भटका सकते. लेकिन राहुल गांधी की जुबान फिसलने का यह किस्सा चर्चा में जरूर आ गया है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने एक के बाद एक ऐसी कई घटनाएं हुई हैं. ऐसा ही एक वाकया सोमवार को ही हुआ जब राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में मिज़ोरम को मणिपुर लिख डाला. इसके बाद उनकी जबर्दस्त आलोचना हुई. यह कांग्रेस के लिए परेशानी में डालने वाली बात भी है क्योंकि मिज़ोरम में भी अभी चुनाव हो रहा है और वहां कांग्रेस की सरकार है. दरअसल, राहुल गांधी ने मिज़ोरम के उस सैनिक स्कूल के बारे में स्टोरी साझा की थी जिसने पचास साल बाद अपने दरवाजे लड़कियों के लिए खोले हैं. लेकिन गलती से मिज़ोरम की जगह मणिपुर लिख डाला. बाद में उस पोस्ट को हटा दिया गया. नई पोस्ट में सही जानकारी डाली गई. राहुल की गलतियों का सिलसिला यहीं नहीं थमा. उन्होंने इसी महीने मध्य प्रदेश में चुनावी सभा में आरोप लगाया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में नीरव मोदी से मुलाकात की थी. इसके बाद नीरव मोदी देश छोड़ कर भाग गया. लेकिन राहुल यहां भी ग़लती कर बैठे. नीरव मोदी न तो कभी संसद आया और न ही कभी अरुण जेटली से उसकी मुलाकात हुई. राहुल शायद विजय माल्या का ज़िक्र करना चाह रहे होंगे. जिसके बारे में वित्त मंत्री ने कहा था कि उसने अपने सांसद होने का दुरुपयोग करते हुए संसद भवन में उनसे मिलने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने उसको झाड़ दिया था. राहुल के ताज़ा आरोप के बारे में जेटली ने फेसबुक पर लिखा कि 'मुझे नहीं याद है कि मैंने कभी नीरव मोदी को देखा भी हो. संसद भवन में उससे मिलने का तो सवाल ही नहीं उठता. राहुल जैसा दावा कर रहे हैं कि नीरव मोदी संसद में आए तो संसद भवन के रिसेप्शन के रिकॉर्ड में इसका ज़िक्र होगा. क्या राहुल यह मानते हैं कि अगर एक झूठ बार-बार बोला जाये तो खुद को उसके सच होने का यकीन हो जाता है. या फिर यह मामला एक मसखरे राजकुमार की मसखरी का है. राहुल गांधी ने इस आरोप पर सफाई नहीं दी है. राहुल गांधी की गड़बड़ी का एक और मुद्दा सेना अफसरों और जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन यानी ओआरओपी का है. 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में ओआरओपी का वादा करने का राहुल गांधी ने जिक्र किया था. 19 अप्रैल 2014 को कांग्रेस पार्टी के एक ट्वीट में कहा गया कि 'मैनीफेस्टो में उन्होंने (बीजेपी ने) लिखा है, हम वन रैंक वन पेंशन करेंगे. ओआरओपी हो गया है, हमने कर दिया है: राहुल गांधी.' लेकिन इसी शनिवार को पूर्व सैनिककर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसमें उन्होंने उन्हें कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर सभी वादों को पूरा करेगी. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. कार्तिकेय ने कहा कि यह ठीक है कि राहुल गांधी ने सफाई दी. लेकिन उन्होंने सार्वजनिक मंच से उनके और उनके परिवार के बारे में गलत बातें कहीं. इसलिए दावा किया है. इधर, शिवराज सिंह चौहान राज्य विधानसभा में टिकटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने अमित शाह से मुलाकात की. साथ ही कहा कि राहुल गांधी ने उनका अपमान किया है. उधर, राहुल गांधी के शिवराज सिंह चौहान पर हमले जारी हैं. उन्होंने आज मध्य प्रदेश में कहा कि जितने मुकदमे करना हैं कर लें, व्यापम घोटाले से ध्यान नहीं भटका सकते. लेकिन राहुल गांधी की जुबान फिसलने का यह किस्सा चर्चा में जरूर आ गया है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने एक के बाद एक ऐसी कई घटनाएं हुई हैं. ऐसा ही एक वाकया सोमवार को ही हुआ जब राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में मिज़ोरम को मणिपुर लिख डाला. इसके बाद उनकी जबर्दस्त आलोचना हुई. यह कांग्रेस के लिए परेशानी में डालने वाली बात भी है क्योंकि मिज़ोरम में भी अभी चुनाव हो रहा है और वहां कांग्रेस की सरकार है. दरअसल, राहुल गांधी ने मिज़ोरम के उस सैनिक स्कूल के बारे में स्टोरी साझा की थी जिसने पचास साल बाद अपने दरवाजे लड़कियों के लिए खोले हैं. लेकिन गलती से मिज़ोरम की जगह मणिपुर लिख डाला. बाद में उस पोस्ट को हटा दिया गया. नई पोस्ट में सही जानकारी डाली गई. राहुल की गलतियों का सिलसिला यहीं नहीं थमा. उन्होंने इसी महीने मध्य प्रदेश में चुनावी सभा में आरोप लगाया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में नीरव मोदी से मुलाकात की थी. इसके बाद नीरव मोदी देश छोड़ कर भाग गया. लेकिन राहुल यहां भी ग़लती कर बैठे. नीरव मोदी न तो कभी संसद आया और न ही कभी अरुण जेटली से उसकी मुलाकात हुई. राहुल शायद विजय माल्या का ज़िक्र करना चाह रहे होंगे. जिसके बारे में वित्त मंत्री ने कहा था कि उसने अपने सांसद होने का दुरुपयोग करते हुए संसद भवन में उनसे मिलने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने उसको झाड़ दिया था. राहुल के ताज़ा आरोप के बारे में जेटली ने फेसबुक पर लिखा कि 'मुझे नहीं याद है कि मैंने कभी नीरव मोदी को देखा भी हो. संसद भवन में उससे मिलने का तो सवाल ही नहीं उठता. राहुल जैसा दावा कर रहे हैं कि नीरव मोदी संसद में आए तो संसद भवन के रिसेप्शन के रिकॉर्ड में इसका ज़िक्र होगा. क्या राहुल यह मानते हैं कि अगर एक झूठ बार-बार बोला जाये तो खुद को उसके सच होने का यकीन हो जाता है. या फिर यह मामला एक मसखरे राजकुमार की मसखरी का है. राहुल गांधी ने इस आरोप पर सफाई नहीं दी है. राहुल गांधी की गड़बड़ी का एक और मुद्दा सेना अफसरों और जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन यानी ओआरओपी का है. 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में ओआरओपी का वादा करने का राहुल गांधी ने जिक्र किया था. 19 अप्रैल 2014 को कांग्रेस पार्टी के एक ट्वीट में कहा गया कि 'मैनीफेस्टो में उन्होंने (बीजेपी ने) लिखा है, हम वन रैंक वन पेंशन करेंगे. ओआरओपी हो गया है, हमने कर दिया है: राहुल गांधी.' लेकिन इसी शनिवार को पूर्व सैनिककर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसमें उन्होंने उन्हें कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर सभी वादों को पूरा करेगी. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. इधर, शिवराज सिंह चौहान राज्य विधानसभा में टिकटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं. यहां उन्होंने अमित शाह से मुलाकात की. साथ ही कहा कि राहुल गांधी ने उनका अपमान किया है. उधर, राहुल गांधी के शिवराज सिंह चौहान पर हमले जारी हैं. उन्होंने आज मध्य प्रदेश में कहा कि जितने मुकदमे करना हैं कर लें, व्यापम घोटाले से ध्यान नहीं भटका सकते. लेकिन राहुल गांधी की जुबान फिसलने का यह किस्सा चर्चा में जरूर आ गया है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने एक के बाद एक ऐसी कई घटनाएं हुई हैं. ऐसा ही एक वाकया सोमवार को ही हुआ जब राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में मिज़ोरम को मणिपुर लिख डाला. इसके बाद उनकी जबर्दस्त आलोचना हुई. यह कांग्रेस के लिए परेशानी में डालने वाली बात भी है क्योंकि मिज़ोरम में भी अभी चुनाव हो रहा है और वहां कांग्रेस की सरकार है. दरअसल, राहुल गांधी ने मिज़ोरम के उस सैनिक स्कूल के बारे में स्टोरी साझा की थी जिसने पचास साल बाद अपने दरवाजे लड़कियों के लिए खोले हैं. लेकिन गलती से मिज़ोरम की जगह मणिपुर लिख डाला. बाद में उस पोस्ट को हटा दिया गया. नई पोस्ट में सही जानकारी डाली गई. राहुल की गलतियों का सिलसिला यहीं नहीं थमा. उन्होंने इसी महीने मध्य प्रदेश में चुनावी सभा में आरोप लगाया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में नीरव मोदी से मुलाकात की थी. इसके बाद नीरव मोदी देश छोड़ कर भाग गया. लेकिन राहुल यहां भी ग़लती कर बैठे. नीरव मोदी न तो कभी संसद आया और न ही कभी अरुण जेटली से उसकी मुलाकात हुई. राहुल शायद विजय माल्या का ज़िक्र करना चाह रहे होंगे. जिसके बारे में वित्त मंत्री ने कहा था कि उसने अपने सांसद होने का दुरुपयोग करते हुए संसद भवन में उनसे मिलने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने उसको झाड़ दिया था. राहुल के ताज़ा आरोप के बारे में जेटली ने फेसबुक पर लिखा कि 'मुझे नहीं याद है कि मैंने कभी नीरव मोदी को देखा भी हो. संसद भवन में उससे मिलने का तो सवाल ही नहीं उठता. राहुल जैसा दावा कर रहे हैं कि नीरव मोदी संसद में आए तो संसद भवन के रिसेप्शन के रिकॉर्ड में इसका ज़िक्र होगा. क्या राहुल यह मानते हैं कि अगर एक झूठ बार-बार बोला जाये तो खुद को उसके सच होने का यकीन हो जाता है. या फिर यह मामला एक मसखरे राजकुमार की मसखरी का है. राहुल गांधी ने इस आरोप पर सफाई नहीं दी है. राहुल गांधी की गड़बड़ी का एक और मुद्दा सेना अफसरों और जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन यानी ओआरओपी का है. 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में ओआरओपी का वादा करने का राहुल गांधी ने जिक्र किया था. 19 अप्रैल 2014 को कांग्रेस पार्टी के एक ट्वीट में कहा गया कि 'मैनीफेस्टो में उन्होंने (बीजेपी ने) लिखा है, हम वन रैंक वन पेंशन करेंगे. ओआरओपी हो गया है, हमने कर दिया है: राहुल गांधी.' लेकिन इसी शनिवार को पूर्व सैनिककर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसमें उन्होंने उन्हें कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर सभी वादों को पूरा करेगी. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. उधर, राहुल गांधी के शिवराज सिंह चौहान पर हमले जारी हैं. उन्होंने आज मध्य प्रदेश में कहा कि जितने मुकदमे करना हैं कर लें, व्यापम घोटाले से ध्यान नहीं भटका सकते. लेकिन राहुल गांधी की जुबान फिसलने का यह किस्सा चर्चा में जरूर आ गया है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने एक के बाद एक ऐसी कई घटनाएं हुई हैं. ऐसा ही एक वाकया सोमवार को ही हुआ जब राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में मिज़ोरम को मणिपुर लिख डाला. इसके बाद उनकी जबर्दस्त आलोचना हुई. यह कांग्रेस के लिए परेशानी में डालने वाली बात भी है क्योंकि मिज़ोरम में भी अभी चुनाव हो रहा है और वहां कांग्रेस की सरकार है. दरअसल, राहुल गांधी ने मिज़ोरम के उस सैनिक स्कूल के बारे में स्टोरी साझा की थी जिसने पचास साल बाद अपने दरवाजे लड़कियों के लिए खोले हैं. लेकिन गलती से मिज़ोरम की जगह मणिपुर लिख डाला. बाद में उस पोस्ट को हटा दिया गया. नई पोस्ट में सही जानकारी डाली गई. राहुल की गलतियों का सिलसिला यहीं नहीं थमा. उन्होंने इसी महीने मध्य प्रदेश में चुनावी सभा में आरोप लगाया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में नीरव मोदी से मुलाकात की थी. इसके बाद नीरव मोदी देश छोड़ कर भाग गया. लेकिन राहुल यहां भी ग़लती कर बैठे. नीरव मोदी न तो कभी संसद आया और न ही कभी अरुण जेटली से उसकी मुलाकात हुई. राहुल शायद विजय माल्या का ज़िक्र करना चाह रहे होंगे. जिसके बारे में वित्त मंत्री ने कहा था कि उसने अपने सांसद होने का दुरुपयोग करते हुए संसद भवन में उनसे मिलने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने उसको झाड़ दिया था. राहुल के ताज़ा आरोप के बारे में जेटली ने फेसबुक पर लिखा कि 'मुझे नहीं याद है कि मैंने कभी नीरव मोदी को देखा भी हो. संसद भवन में उससे मिलने का तो सवाल ही नहीं उठता. राहुल जैसा दावा कर रहे हैं कि नीरव मोदी संसद में आए तो संसद भवन के रिसेप्शन के रिकॉर्ड में इसका ज़िक्र होगा. क्या राहुल यह मानते हैं कि अगर एक झूठ बार-बार बोला जाये तो खुद को उसके सच होने का यकीन हो जाता है. या फिर यह मामला एक मसखरे राजकुमार की मसखरी का है. राहुल गांधी ने इस आरोप पर सफाई नहीं दी है. राहुल गांधी की गड़बड़ी का एक और मुद्दा सेना अफसरों और जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन यानी ओआरओपी का है. 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में ओआरओपी का वादा करने का राहुल गांधी ने जिक्र किया था. 19 अप्रैल 2014 को कांग्रेस पार्टी के एक ट्वीट में कहा गया कि 'मैनीफेस्टो में उन्होंने (बीजेपी ने) लिखा है, हम वन रैंक वन पेंशन करेंगे. ओआरओपी हो गया है, हमने कर दिया है: राहुल गांधी.' लेकिन इसी शनिवार को पूर्व सैनिककर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसमें उन्होंने उन्हें कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर सभी वादों को पूरा करेगी. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. लेकिन राहुल गांधी की जुबान फिसलने का यह किस्सा चर्चा में जरूर आ गया है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने एक के बाद एक ऐसी कई घटनाएं हुई हैं. ऐसा ही एक वाकया सोमवार को ही हुआ जब राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में मिज़ोरम को मणिपुर लिख डाला. इसके बाद उनकी जबर्दस्त आलोचना हुई. यह कांग्रेस के लिए परेशानी में डालने वाली बात भी है क्योंकि मिज़ोरम में भी अभी चुनाव हो रहा है और वहां कांग्रेस की सरकार है. दरअसल, राहुल गांधी ने मिज़ोरम के उस सैनिक स्कूल के बारे में स्टोरी साझा की थी जिसने पचास साल बाद अपने दरवाजे लड़कियों के लिए खोले हैं. लेकिन गलती से मिज़ोरम की जगह मणिपुर लिख डाला. बाद में उस पोस्ट को हटा दिया गया. नई पोस्ट में सही जानकारी डाली गई. राहुल की गलतियों का सिलसिला यहीं नहीं थमा. उन्होंने इसी महीने मध्य प्रदेश में चुनावी सभा में आरोप लगाया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में नीरव मोदी से मुलाकात की थी. इसके बाद नीरव मोदी देश छोड़ कर भाग गया. लेकिन राहुल यहां भी ग़लती कर बैठे. नीरव मोदी न तो कभी संसद आया और न ही कभी अरुण जेटली से उसकी मुलाकात हुई. राहुल शायद विजय माल्या का ज़िक्र करना चाह रहे होंगे. जिसके बारे में वित्त मंत्री ने कहा था कि उसने अपने सांसद होने का दुरुपयोग करते हुए संसद भवन में उनसे मिलने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने उसको झाड़ दिया था. राहुल के ताज़ा आरोप के बारे में जेटली ने फेसबुक पर लिखा कि 'मुझे नहीं याद है कि मैंने कभी नीरव मोदी को देखा भी हो. संसद भवन में उससे मिलने का तो सवाल ही नहीं उठता. राहुल जैसा दावा कर रहे हैं कि नीरव मोदी संसद में आए तो संसद भवन के रिसेप्शन के रिकॉर्ड में इसका ज़िक्र होगा. क्या राहुल यह मानते हैं कि अगर एक झूठ बार-बार बोला जाये तो खुद को उसके सच होने का यकीन हो जाता है. या फिर यह मामला एक मसखरे राजकुमार की मसखरी का है. राहुल गांधी ने इस आरोप पर सफाई नहीं दी है. राहुल गांधी की गड़बड़ी का एक और मुद्दा सेना अफसरों और जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन यानी ओआरओपी का है. 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में ओआरओपी का वादा करने का राहुल गांधी ने जिक्र किया था. 19 अप्रैल 2014 को कांग्रेस पार्टी के एक ट्वीट में कहा गया कि 'मैनीफेस्टो में उन्होंने (बीजेपी ने) लिखा है, हम वन रैंक वन पेंशन करेंगे. ओआरओपी हो गया है, हमने कर दिया है: राहुल गांधी.' लेकिन इसी शनिवार को पूर्व सैनिककर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसमें उन्होंने उन्हें कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर सभी वादों को पूरा करेगी. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. राहुल की गलतियों का सिलसिला यहीं नहीं थमा. उन्होंने इसी महीने मध्य प्रदेश में चुनावी सभा में आरोप लगाया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में नीरव मोदी से मुलाकात की थी. इसके बाद नीरव मोदी देश छोड़ कर भाग गया. लेकिन राहुल यहां भी ग़लती कर बैठे. नीरव मोदी न तो कभी संसद आया और न ही कभी अरुण जेटली से उसकी मुलाकात हुई. राहुल शायद विजय माल्या का ज़िक्र करना चाह रहे होंगे. जिसके बारे में वित्त मंत्री ने कहा था कि उसने अपने सांसद होने का दुरुपयोग करते हुए संसद भवन में उनसे मिलने की कोशिश की थी लेकिन उन्होंने उसको झाड़ दिया था. राहुल के ताज़ा आरोप के बारे में जेटली ने फेसबुक पर लिखा कि 'मुझे नहीं याद है कि मैंने कभी नीरव मोदी को देखा भी हो. संसद भवन में उससे मिलने का तो सवाल ही नहीं उठता. राहुल जैसा दावा कर रहे हैं कि नीरव मोदी संसद में आए तो संसद भवन के रिसेप्शन के रिकॉर्ड में इसका ज़िक्र होगा. क्या राहुल यह मानते हैं कि अगर एक झूठ बार-बार बोला जाये तो खुद को उसके सच होने का यकीन हो जाता है. या फिर यह मामला एक मसखरे राजकुमार की मसखरी का है. राहुल गांधी ने इस आरोप पर सफाई नहीं दी है. राहुल गांधी की गड़बड़ी का एक और मुद्दा सेना अफसरों और जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन यानी ओआरओपी का है. 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में ओआरओपी का वादा करने का राहुल गांधी ने जिक्र किया था. 19 अप्रैल 2014 को कांग्रेस पार्टी के एक ट्वीट में कहा गया कि 'मैनीफेस्टो में उन्होंने (बीजेपी ने) लिखा है, हम वन रैंक वन पेंशन करेंगे. ओआरओपी हो गया है, हमने कर दिया है: राहुल गांधी.' लेकिन इसी शनिवार को पूर्व सैनिककर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसमें उन्होंने उन्हें कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर सभी वादों को पूरा करेगी. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. राहुल गांधी ने इस आरोप पर सफाई नहीं दी है. राहुल गांधी की गड़बड़ी का एक और मुद्दा सेना अफसरों और जवानों के लिए वन रैंक वन पेंशन यानी ओआरओपी का है. 2014 में बीजेपी के घोषणापत्र में ओआरओपी का वादा करने का राहुल गांधी ने जिक्र किया था. 19 अप्रैल 2014 को कांग्रेस पार्टी के एक ट्वीट में कहा गया कि 'मैनीफेस्टो में उन्होंने (बीजेपी ने) लिखा है, हम वन रैंक वन पेंशन करेंगे. ओआरओपी हो गया है, हमने कर दिया है: राहुल गांधी.' लेकिन इसी शनिवार को पूर्व सैनिककर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल से राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसमें उन्होंने उन्हें कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर सभी वादों को पूरा करेगी. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. यहां यह बताना जरूरी है कि सिर्फ राहुल गांधी ही ऐसी गड़बड़ियां नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई भाषणों में भी ऐतिहासिक और तथ्यात्मक गलतियां दर्ज की गई हैं जिनके बारे में समय समय पर लिखा गया है. पीएम मोदी के भाषणों में भी कई बार ऐसा हुआ जब उनकी जुबान फिसली. ऐसी ही गलतियों पर एक नज़र डाल लेते हैं- - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. - पीएम बनने से पहले उन्होंने कहा कि 1947 में एक रुपया एक डॉलर के बराबर था. जबकि हकीकत यह है कि तब रुपये की तुलना पाउंड से होती थी और एक रुपए का मूल्य तीस सेंट था. - एक बार उन्होंने गलती से महात्मा गांधी को मोहनदास की जगह मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया था. - उनके मुंह से लाल किले की जगह लाल दरवाजा निकल गया था. उन्होंने कहा था कि पीएम 15 अगस्त को लाल दरवाजे से भाषण देते हैं. - प्रचार के दौरान उन्होंने कह दिया था कि ये 14वीं लोकसभा के चुनाव हैं. फिर किसी को टोकने पर उन्होंने कहा कि 16वीं लोकसभा के चुनाव हैं. - उन्होंने कहा जब हम गुप्त वंश की बात करते हैं तो चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है. लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य वंश के थे. हां चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश में जरूर हुए थे. - स्वतंत्रता सेनानी श्यामजी कृष्ण वर्मा की जगह पीएम मोदी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जिक्र कर बैठे थे. - दाओस में उन्होंने कह दिया था कि छह सौ करोड़ भारतीयों ने एक पार्टी की सरकार को चुना. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. तो ये ऐसी ग़लतियां हैं जो अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान होती हैं. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो अभी कांग्रेस के दो नेताओं के भाषणों में हुई गलतियों ने सुर्खियां बटोरी हैं. एक भाषण कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया का है. भूरियाजी राहुल गांधी और राजीव गांधी में गड़बड़ी कर बैठे. खैर जब उन्हें टोका गया तो उन्होंने खुद को ठीक भी कर लिया. ऐसे ही एक दूसरे नेता जीतू पटवारी भी सुर्खियां बटोर चुके हैं जब उन्होने कहा था पार्टी गई तेल लेने. लेकिन राहुल गांधी अपनी फिसली जुबां के कारण फिलहाल तो कानूनी दांवपेंच में उलझ गए हैं.टिप्पणियां (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. (अखिलेश शर्मा NDTV इंडिया के राजनीतिक संपादक हैं) डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है. डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं. इस आलेख में दी गई किसी भी सूचना की सटीकता, संपूर्णता, व्यावहारिकता अथवा सच्चाई के प्रति एनडीटीवी उत्तरदायी नहीं है. इस आलेख में सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं. इस आलेख में दी गई कोई भी सूचना अथवा तथ्य अथवा व्यक्त किए गए विचार एनडीटीवी के नहीं हैं, तथा एनडीटीवी उनके लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं है.
ऑस्ट्रेलिया और जीत के बीच तीसरे दिन दीवार बने एलिस्टर कुक
ऐशेज सीरीज के अंतिम मुकाबले के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया और जीत के बीच इंग्लिश कप्तान एलिस्टर कुक दीवार बन गए। उनकी शानदार बल्लेबाजी के चलते इंग्लैंड इस मुकाबले को चौथे दिन तक ले जाने में कामयाब रहा। हालांकि दिन का खेल खत्म होने से थोड़ी देर पहले ही स्टीवन स्मिथ ने एलिस्टर कुक को 85 रन पर आउट कर इंग्लैंड की उम्मीदों को झटका दे दिया। आउट होने से पहले छठे विकेट के लिए एलिस्टर कुक ने जॉस बटलर के साथ 59 रन की अहम साझेदारी निभाई। बटलर 33 रन बनाकर नाबाद हैं। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 6 विकेट पर 203 रन बना लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया अभी भी 129 रन आगे है और उसे टेस्ट जीतने के लिए चार विकेट झटकने हैं। ऐसे में जाहिर है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने कप्तान माइकल क्लार्क को जीत के साथ विदाई देने के लिए तैयार दिख रही है।टिप्पणियां ओवल के मैदान पर दूसरे दिन के खेल में कुल 15 विकेट गिरे थे, लेकिन तीसरे दिन के खेल में महज 8 विकेट ही गिरे। तीसरे दिन जब खेल शुरू हुआ तब इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 107 रन से आगे खेलना शुरू किया। इंग्लैंड की पहली पारी 149 रनों पर समाप्त हुई। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर 332 रन की बढ़त हासिल की। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 481 रनों पर समाप्त हुई थी। हालांकि दिन का खेल खत्म होने से थोड़ी देर पहले ही स्टीवन स्मिथ ने एलिस्टर कुक को 85 रन पर आउट कर इंग्लैंड की उम्मीदों को झटका दे दिया। आउट होने से पहले छठे विकेट के लिए एलिस्टर कुक ने जॉस बटलर के साथ 59 रन की अहम साझेदारी निभाई। बटलर 33 रन बनाकर नाबाद हैं। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 6 विकेट पर 203 रन बना लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया अभी भी 129 रन आगे है और उसे टेस्ट जीतने के लिए चार विकेट झटकने हैं। ऐसे में जाहिर है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने कप्तान माइकल क्लार्क को जीत के साथ विदाई देने के लिए तैयार दिख रही है।टिप्पणियां ओवल के मैदान पर दूसरे दिन के खेल में कुल 15 विकेट गिरे थे, लेकिन तीसरे दिन के खेल में महज 8 विकेट ही गिरे। तीसरे दिन जब खेल शुरू हुआ तब इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 107 रन से आगे खेलना शुरू किया। इंग्लैंड की पहली पारी 149 रनों पर समाप्त हुई। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर 332 रन की बढ़त हासिल की। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 481 रनों पर समाप्त हुई थी। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 6 विकेट पर 203 रन बना लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया अभी भी 129 रन आगे है और उसे टेस्ट जीतने के लिए चार विकेट झटकने हैं। ऐसे में जाहिर है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने कप्तान माइकल क्लार्क को जीत के साथ विदाई देने के लिए तैयार दिख रही है।टिप्पणियां ओवल के मैदान पर दूसरे दिन के खेल में कुल 15 विकेट गिरे थे, लेकिन तीसरे दिन के खेल में महज 8 विकेट ही गिरे। तीसरे दिन जब खेल शुरू हुआ तब इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 107 रन से आगे खेलना शुरू किया। इंग्लैंड की पहली पारी 149 रनों पर समाप्त हुई। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर 332 रन की बढ़त हासिल की। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 481 रनों पर समाप्त हुई थी। ओवल के मैदान पर दूसरे दिन के खेल में कुल 15 विकेट गिरे थे, लेकिन तीसरे दिन के खेल में महज 8 विकेट ही गिरे। तीसरे दिन जब खेल शुरू हुआ तब इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 107 रन से आगे खेलना शुरू किया। इंग्लैंड की पहली पारी 149 रनों पर समाप्त हुई। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर 332 रन की बढ़त हासिल की। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 481 रनों पर समाप्त हुई थी। तीसरे दिन जब खेल शुरू हुआ तब इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 107 रन से आगे खेलना शुरू किया। इंग्लैंड की पहली पारी 149 रनों पर समाप्त हुई। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर 332 रन की बढ़त हासिल की। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 481 रनों पर समाप्त हुई थी।
विराट कोहली-अनुष्का शर्मा की शादी से बेखबर थीं कैटरीना कैफ, कह डाली ये बात...
A post shared by Katrina Kaif (@katrinakaif) on Dec 3, 2017 at 11:14pm PST Congratulations to both of u @anushkasharma @virat.kohli all the love to u both Wish u all the happiness in the world at the start of this new journey A post shared by Katrina Kaif (@katrinakaif) on Dec 11, 2017 at 10:11pm PST
सुप्रीम कोर्ट ने मेनका गांधी से कहा, अपने तथ्य दुरुस्त कीजिए
भारत में लापता बच्चों के गलत आंकड़ों को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने मंत्री मेनका गांधी को फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने मेनका गांधी के मंत्रालय पर पच्चीस हजार का जुर्माना लगाते हुए पूछा कि क्या संसद में गलत जानकारी पेश की गई है।टिप्पणियां मेनका गांधी के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने अदालत को बताया कि 2013 से करीब 25 हजार बच्चों के लापता होने की रिपोर्ट है, लेकिन नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के एनजीओ ने बतौर याचिकाकर्ता कहा है कि श्रीमती गांधी ने कुछ दिन पहले संसद में एक लिखित जवाब दिया था कि इसी अवधि में 80 हजार बच्चों के लापता हुए हैं।   न्यायाधीश ने कहा है 'या तो हलफनामा फाइल करने वाले उपसचिव ने कोर्ट को गलत जानकारी दी है या फिर माननीय मंत्री ने राज्यसभा में गलत आंकड़े पेश किए हैं।' साथ ही सवालों के घरे में फंसे अफसर को जुर्माने की चेतावनी देते हुए कहा गया 'हमें नहीं लगता कि मंत्री जी ने संसद में गलत जानकारी दी होगी, वो तो आधिकारिक होनी चाहिए... तो फिर वह अधिकारी ही हो सकता है।' मेनका गांधी के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने अदालत को बताया कि 2013 से करीब 25 हजार बच्चों के लापता होने की रिपोर्ट है, लेकिन नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के एनजीओ ने बतौर याचिकाकर्ता कहा है कि श्रीमती गांधी ने कुछ दिन पहले संसद में एक लिखित जवाब दिया था कि इसी अवधि में 80 हजार बच्चों के लापता हुए हैं।   न्यायाधीश ने कहा है 'या तो हलफनामा फाइल करने वाले उपसचिव ने कोर्ट को गलत जानकारी दी है या फिर माननीय मंत्री ने राज्यसभा में गलत आंकड़े पेश किए हैं।' साथ ही सवालों के घरे में फंसे अफसर को जुर्माने की चेतावनी देते हुए कहा गया 'हमें नहीं लगता कि मंत्री जी ने संसद में गलत जानकारी दी होगी, वो तो आधिकारिक होनी चाहिए... तो फिर वह अधिकारी ही हो सकता है।' न्यायाधीश ने कहा है 'या तो हलफनामा फाइल करने वाले उपसचिव ने कोर्ट को गलत जानकारी दी है या फिर माननीय मंत्री ने राज्यसभा में गलत आंकड़े पेश किए हैं।' साथ ही सवालों के घरे में फंसे अफसर को जुर्माने की चेतावनी देते हुए कहा गया 'हमें नहीं लगता कि मंत्री जी ने संसद में गलत जानकारी दी होगी, वो तो आधिकारिक होनी चाहिए... तो फिर वह अधिकारी ही हो सकता है।'
हॉकी : फ्रांस को 4-1 से हरा भारत ने अपने नाम की श्रृंखला
भारतीय सीनियर पुरुष हॉकी टीम ने बुधवार को वाटेनीज स्पोर्ट्स सेंटर में हुए दूसरे मुकाबले में भी फ्रांस को 4-1 से बड़े अंतर से हरा दिया और दो मैचों की श्रृंखला 2-0 से अपने नाम कर ली। भारतीय टीम के लिए गुरजिंदर सिंह ने दो तथा आमिर और रूपिंदर पाल सिंह ने एक-एक गोल किए। फ्रांस के लिए एकमात्र बॉमगार्टेन कर सके। पहले मैच में 0-2 से मिली हार के बाद वापसी को उतावली फ्रांसिसी टीम ने दूसरे मैच में अच्छी शुरुआत की और पहले क्वार्टर में भारतीय टीम को दबाव में रखा। सरदार सिंह के नेतृत्व वाली भारतीय टीम हालांकि इस बार भी फ्रांसिसी टीम को कड़ी टक्कर दी और छोटे-छोटे तेज पास के जरिए शानदार खेल का प्रदर्शन किया। भारतीय टीम पहला पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही, हालांकि फ्रेंच गोलकीपर ने अच्छा बचाव किया। दोनों ओर से लगातार हमलों के बीच भारतीय टीम को 14वें मिनट में दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर गुरजिंदर ने शानदार ड्रैग फ्लिक के जरिए मैच का पहला गोल कर दिया। दूसरे क्वार्टर में हालांकि फ्रांसिसी टीम ने जबरदस्त वापसी करते हुए बॉमगार्टेन द्वारा 21वें मिनट में किए गए फील्ड गोल के जरिए स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया। भारतीय टीम ने भी तेजी से पलटवार किया और आमिर ने पेनाल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड होकर आई गेंद को गोल का रास्ता दिखा दिया और मध्यांतर तक भारतीय टीम को 2-1 की बढ़त दिला दी।टिप्पणियां मध्यांतर के बाद भी दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और लगातार गोल करने की कोशिशों के बीच भारतीय गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश ने फ्रांस के हर प्रयास को विफल किया। गेंद पर अधिक से अधिक समय तक कब्जा बनाए रखने में सफल भारतीय खिलाड़ियों ने कई पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए और गुरजिंदर ने 44वें मिनट में एक पेनाल्टी को गोल में तब्दील कर टीम की बढ़त 3-1 कर दी। भारतीय ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञ रुपिंदर पाल सिंह ने मैच के 52वें मिनट में भारत के लिए चौथा और मैच का निर्णायक गोल किया। फ्रांस को 2-0 से हराने के बाद अब भारतीय टीम तीन मैचों की श्रृंखला खेलने वहीं से स्पेन रवाना होगी। स्पेन के साथ पहला मैच सैंट कुगाट डेल वालेस में 10 अगस्त को खेला जाएगा। पहले मैच में 0-2 से मिली हार के बाद वापसी को उतावली फ्रांसिसी टीम ने दूसरे मैच में अच्छी शुरुआत की और पहले क्वार्टर में भारतीय टीम को दबाव में रखा। सरदार सिंह के नेतृत्व वाली भारतीय टीम हालांकि इस बार भी फ्रांसिसी टीम को कड़ी टक्कर दी और छोटे-छोटे तेज पास के जरिए शानदार खेल का प्रदर्शन किया। भारतीय टीम पहला पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही, हालांकि फ्रेंच गोलकीपर ने अच्छा बचाव किया। दोनों ओर से लगातार हमलों के बीच भारतीय टीम को 14वें मिनट में दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर गुरजिंदर ने शानदार ड्रैग फ्लिक के जरिए मैच का पहला गोल कर दिया। दूसरे क्वार्टर में हालांकि फ्रांसिसी टीम ने जबरदस्त वापसी करते हुए बॉमगार्टेन द्वारा 21वें मिनट में किए गए फील्ड गोल के जरिए स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया। भारतीय टीम ने भी तेजी से पलटवार किया और आमिर ने पेनाल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड होकर आई गेंद को गोल का रास्ता दिखा दिया और मध्यांतर तक भारतीय टीम को 2-1 की बढ़त दिला दी।टिप्पणियां मध्यांतर के बाद भी दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और लगातार गोल करने की कोशिशों के बीच भारतीय गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश ने फ्रांस के हर प्रयास को विफल किया। गेंद पर अधिक से अधिक समय तक कब्जा बनाए रखने में सफल भारतीय खिलाड़ियों ने कई पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए और गुरजिंदर ने 44वें मिनट में एक पेनाल्टी को गोल में तब्दील कर टीम की बढ़त 3-1 कर दी। भारतीय ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञ रुपिंदर पाल सिंह ने मैच के 52वें मिनट में भारत के लिए चौथा और मैच का निर्णायक गोल किया। फ्रांस को 2-0 से हराने के बाद अब भारतीय टीम तीन मैचों की श्रृंखला खेलने वहीं से स्पेन रवाना होगी। स्पेन के साथ पहला मैच सैंट कुगाट डेल वालेस में 10 अगस्त को खेला जाएगा। भारतीय टीम पहला पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही, हालांकि फ्रेंच गोलकीपर ने अच्छा बचाव किया। दोनों ओर से लगातार हमलों के बीच भारतीय टीम को 14वें मिनट में दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर गुरजिंदर ने शानदार ड्रैग फ्लिक के जरिए मैच का पहला गोल कर दिया। दूसरे क्वार्टर में हालांकि फ्रांसिसी टीम ने जबरदस्त वापसी करते हुए बॉमगार्टेन द्वारा 21वें मिनट में किए गए फील्ड गोल के जरिए स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया। भारतीय टीम ने भी तेजी से पलटवार किया और आमिर ने पेनाल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड होकर आई गेंद को गोल का रास्ता दिखा दिया और मध्यांतर तक भारतीय टीम को 2-1 की बढ़त दिला दी।टिप्पणियां मध्यांतर के बाद भी दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और लगातार गोल करने की कोशिशों के बीच भारतीय गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश ने फ्रांस के हर प्रयास को विफल किया। गेंद पर अधिक से अधिक समय तक कब्जा बनाए रखने में सफल भारतीय खिलाड़ियों ने कई पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए और गुरजिंदर ने 44वें मिनट में एक पेनाल्टी को गोल में तब्दील कर टीम की बढ़त 3-1 कर दी। भारतीय ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञ रुपिंदर पाल सिंह ने मैच के 52वें मिनट में भारत के लिए चौथा और मैच का निर्णायक गोल किया। फ्रांस को 2-0 से हराने के बाद अब भारतीय टीम तीन मैचों की श्रृंखला खेलने वहीं से स्पेन रवाना होगी। स्पेन के साथ पहला मैच सैंट कुगाट डेल वालेस में 10 अगस्त को खेला जाएगा। दूसरे क्वार्टर में हालांकि फ्रांसिसी टीम ने जबरदस्त वापसी करते हुए बॉमगार्टेन द्वारा 21वें मिनट में किए गए फील्ड गोल के जरिए स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया। भारतीय टीम ने भी तेजी से पलटवार किया और आमिर ने पेनाल्टी कॉर्नर पर रिबाउंड होकर आई गेंद को गोल का रास्ता दिखा दिया और मध्यांतर तक भारतीय टीम को 2-1 की बढ़त दिला दी।टिप्पणियां मध्यांतर के बाद भी दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और लगातार गोल करने की कोशिशों के बीच भारतीय गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश ने फ्रांस के हर प्रयास को विफल किया। गेंद पर अधिक से अधिक समय तक कब्जा बनाए रखने में सफल भारतीय खिलाड़ियों ने कई पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए और गुरजिंदर ने 44वें मिनट में एक पेनाल्टी को गोल में तब्दील कर टीम की बढ़त 3-1 कर दी। भारतीय ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञ रुपिंदर पाल सिंह ने मैच के 52वें मिनट में भारत के लिए चौथा और मैच का निर्णायक गोल किया। फ्रांस को 2-0 से हराने के बाद अब भारतीय टीम तीन मैचों की श्रृंखला खेलने वहीं से स्पेन रवाना होगी। स्पेन के साथ पहला मैच सैंट कुगाट डेल वालेस में 10 अगस्त को खेला जाएगा। मध्यांतर के बाद भी दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और लगातार गोल करने की कोशिशों के बीच भारतीय गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश ने फ्रांस के हर प्रयास को विफल किया। गेंद पर अधिक से अधिक समय तक कब्जा बनाए रखने में सफल भारतीय खिलाड़ियों ने कई पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए और गुरजिंदर ने 44वें मिनट में एक पेनाल्टी को गोल में तब्दील कर टीम की बढ़त 3-1 कर दी। भारतीय ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञ रुपिंदर पाल सिंह ने मैच के 52वें मिनट में भारत के लिए चौथा और मैच का निर्णायक गोल किया। फ्रांस को 2-0 से हराने के बाद अब भारतीय टीम तीन मैचों की श्रृंखला खेलने वहीं से स्पेन रवाना होगी। स्पेन के साथ पहला मैच सैंट कुगाट डेल वालेस में 10 अगस्त को खेला जाएगा। भारतीय ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञ रुपिंदर पाल सिंह ने मैच के 52वें मिनट में भारत के लिए चौथा और मैच का निर्णायक गोल किया। फ्रांस को 2-0 से हराने के बाद अब भारतीय टीम तीन मैचों की श्रृंखला खेलने वहीं से स्पेन रवाना होगी। स्पेन के साथ पहला मैच सैंट कुगाट डेल वालेस में 10 अगस्त को खेला जाएगा।
वाजपेयी के सम्मान में मॉरीशस के सरकारी भवनों में राष्ट्र ध्वज आधा झुका रहेगा
गौरतलब है कि लंबी बीमारी के बाद कल दिल्ली में एम्स में 93 वर्षीय वाजपेयी का निधन हो गया.    11 वें विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन 18 अगस्त 2018 को सुबह दस बजे मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण कुमार जगन्नाथ करेंगे. सम्मेलन स्थल पर अभिमन्यु अनत, गोपालदास नीरज, भानुमति नागदान तथा सुरूज प्रसाद मंगर ‘‘भगत’’ जैसे हिंदी रचनाकारों के नाम पर मुख्य सभागार एवं समानातंर सत्रों के कक्षों के नाम रखे गए हैं. तीन दिवसीय इस सम्मेलन का समापन 20 अगस्त को होगा. समापन समारोह की अध्यक्षता पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी करेंगे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
डीआरआई और सेना ने पाक सीमा से सटे इलाके में बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए
डीआरआई के मुताबिक जो हथियार बरामद हुए उनमें एक AK-56 राइफल, 15 हैंड ग्रेनेड, 5 पिस्टल, 12 डेटोनेटर्स और 294 कारतूस शामिल हैं. डीआरआई के मुताबिक इन हथियारों में चाइनीज़ मार्किंग थी जो पाकिस्तान से बॉर्डर क्रॉस कर आतंक फैलाने के लिए भारत भेजे जा रहे थे.
MCD में जीत की घोषणा से पहले BJP ने पोस्टर में कहा 'शुक्रिया दिल्ली', सुकमा शहीदों को समर्पित की जीत
दिल्ली नगर निगम के तीनों हिस्सों में मिली शानदार जीत की अभी घोषणा भी नहीं हुई है, और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी ने एक पोस्टर लगवाकर दिल्ली की जनता को धन्यवाद भी दे दिया, और जीत को सुकमा के शहीदों को समर्पित भी कर दिया... बुधवार सुबह 8 बजे एमसीडी चुनाव की मतगणना शुरू हुई थी, और लगभग 10 बजे तक रुझानों से स्पष्ट हो चुका था कि तीनों निगमों - दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम व पूर्वी दिल्ली नगर निगम - में बीजेपी को शानदार बहुमत हासिल होने जा रहा है... तभी NDTV ने एक पोस्टर देखा, जिसमें मनोज तिवारी ने दिल्ली की जनता को बीजेपी को 'प्रचंड जीत' देने के लिए शुक्रिया कहा, और साथ ही यह भी कहा कि यह जीत छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को समर्पित है... गौरतलब है कि मनोज तिवारी ने बुधवार सुबह दिन की शुरुआत पूजा-पाठ से की थी, और तस्वीरों में वह सूर्य को जल चढ़ाते दिख रहे थे. मनोज तिवारी एमसीडी चुनावों के नतीजों को लेकर उत्साहित बताए जा रहे थे, जिसकी सबसे बड़ी वजह एक्जिट पोलों में बीजेपी की जीत की घोषणा को माना जा रहा था... लेकिन अब स्पष्ट है कि वह बीजेपी की जीत के प्रति कितने आश्वस्त थे, कि नतीजे भी घोषित होने से पहले उन्होंने यह पोस्टर लगवा दिए...   बुधवार को ही मनोज तिवारी ने NDTV से खास बातचीत में कहा था कि अगर आज हम जीतते हैं, तो जश्न नहीं मनाएंगे, क्योंकि छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में कई जवान शहीद हुए हैं. उन्होंने कहा था कि उन्होंने भगवान से सबके लिए दुआ मांगी है. टिप्पणियां इससे पहले, रविवार को NDTV से बातचीत में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था कि हमे लग रहा है कि हमें 225 से ज़्यादा सीटें हासिल होंगी. तिवारी का कहना था कि पार्टी प्रत्याशियों को मोदी जी के चेहरे पर वोट मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ नहीं किया. वह केवल डेंगू और अन्य बीमारियों पर राजनीति कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल जनता को धमकाने वाले बयान देते हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि हमने केजरीवाल के खिलाफ़ इस मुद्दे पर एफआईआर भी दर्ज करवाई है. हाल ही कांग्रेस के दो दिग्गजों को पार्टी में शामिल करने के सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा था, हमें जो ठीक लगा, हमने उसे ले लिया. हाल ही में कांग्रेस की दिल्ली प्रदेश महिला शाखा अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह और पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में शामिल हो गए हैं. बुधवार सुबह 8 बजे एमसीडी चुनाव की मतगणना शुरू हुई थी, और लगभग 10 बजे तक रुझानों से स्पष्ट हो चुका था कि तीनों निगमों - दक्षिणी दिल्ली नगर निगम, उत्तरी दिल्ली नगर निगम व पूर्वी दिल्ली नगर निगम - में बीजेपी को शानदार बहुमत हासिल होने जा रहा है... तभी NDTV ने एक पोस्टर देखा, जिसमें मनोज तिवारी ने दिल्ली की जनता को बीजेपी को 'प्रचंड जीत' देने के लिए शुक्रिया कहा, और साथ ही यह भी कहा कि यह जीत छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को समर्पित है... गौरतलब है कि मनोज तिवारी ने बुधवार सुबह दिन की शुरुआत पूजा-पाठ से की थी, और तस्वीरों में वह सूर्य को जल चढ़ाते दिख रहे थे. मनोज तिवारी एमसीडी चुनावों के नतीजों को लेकर उत्साहित बताए जा रहे थे, जिसकी सबसे बड़ी वजह एक्जिट पोलों में बीजेपी की जीत की घोषणा को माना जा रहा था... लेकिन अब स्पष्ट है कि वह बीजेपी की जीत के प्रति कितने आश्वस्त थे, कि नतीजे भी घोषित होने से पहले उन्होंने यह पोस्टर लगवा दिए...   बुधवार को ही मनोज तिवारी ने NDTV से खास बातचीत में कहा था कि अगर आज हम जीतते हैं, तो जश्न नहीं मनाएंगे, क्योंकि छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में कई जवान शहीद हुए हैं. उन्होंने कहा था कि उन्होंने भगवान से सबके लिए दुआ मांगी है. टिप्पणियां इससे पहले, रविवार को NDTV से बातचीत में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था कि हमे लग रहा है कि हमें 225 से ज़्यादा सीटें हासिल होंगी. तिवारी का कहना था कि पार्टी प्रत्याशियों को मोदी जी के चेहरे पर वोट मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ नहीं किया. वह केवल डेंगू और अन्य बीमारियों पर राजनीति कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल जनता को धमकाने वाले बयान देते हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि हमने केजरीवाल के खिलाफ़ इस मुद्दे पर एफआईआर भी दर्ज करवाई है. हाल ही कांग्रेस के दो दिग्गजों को पार्टी में शामिल करने के सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा था, हमें जो ठीक लगा, हमने उसे ले लिया. हाल ही में कांग्रेस की दिल्ली प्रदेश महिला शाखा अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह और पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में शामिल हो गए हैं. गौरतलब है कि मनोज तिवारी ने बुधवार सुबह दिन की शुरुआत पूजा-पाठ से की थी, और तस्वीरों में वह सूर्य को जल चढ़ाते दिख रहे थे. मनोज तिवारी एमसीडी चुनावों के नतीजों को लेकर उत्साहित बताए जा रहे थे, जिसकी सबसे बड़ी वजह एक्जिट पोलों में बीजेपी की जीत की घोषणा को माना जा रहा था... लेकिन अब स्पष्ट है कि वह बीजेपी की जीत के प्रति कितने आश्वस्त थे, कि नतीजे भी घोषित होने से पहले उन्होंने यह पोस्टर लगवा दिए...   बुधवार को ही मनोज तिवारी ने NDTV से खास बातचीत में कहा था कि अगर आज हम जीतते हैं, तो जश्न नहीं मनाएंगे, क्योंकि छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में कई जवान शहीद हुए हैं. उन्होंने कहा था कि उन्होंने भगवान से सबके लिए दुआ मांगी है. टिप्पणियां इससे पहले, रविवार को NDTV से बातचीत में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था कि हमे लग रहा है कि हमें 225 से ज़्यादा सीटें हासिल होंगी. तिवारी का कहना था कि पार्टी प्रत्याशियों को मोदी जी के चेहरे पर वोट मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ नहीं किया. वह केवल डेंगू और अन्य बीमारियों पर राजनीति कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल जनता को धमकाने वाले बयान देते हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि हमने केजरीवाल के खिलाफ़ इस मुद्दे पर एफआईआर भी दर्ज करवाई है. हाल ही कांग्रेस के दो दिग्गजों को पार्टी में शामिल करने के सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा था, हमें जो ठीक लगा, हमने उसे ले लिया. हाल ही में कांग्रेस की दिल्ली प्रदेश महिला शाखा अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह और पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इससे पहले, रविवार को NDTV से बातचीत में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था कि हमे लग रहा है कि हमें 225 से ज़्यादा सीटें हासिल होंगी. तिवारी का कहना था कि पार्टी प्रत्याशियों को मोदी जी के चेहरे पर वोट मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ नहीं किया. वह केवल डेंगू और अन्य बीमारियों पर राजनीति कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल जनता को धमकाने वाले बयान देते हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि हमने केजरीवाल के खिलाफ़ इस मुद्दे पर एफआईआर भी दर्ज करवाई है. हाल ही कांग्रेस के दो दिग्गजों को पार्टी में शामिल करने के सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा था, हमें जो ठीक लगा, हमने उसे ले लिया. हाल ही में कांग्रेस की दिल्ली प्रदेश महिला शाखा अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह और पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में शामिल हो गए हैं. हाल ही कांग्रेस के दो दिग्गजों को पार्टी में शामिल करने के सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा था, हमें जो ठीक लगा, हमने उसे ले लिया. हाल ही में कांग्रेस की दिल्ली प्रदेश महिला शाखा अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह और पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
वैलेंटाइन डे वीक, डे 4 : आज teddy देकर कह दें उनसे अपने दिल की बात
एजेंसी से इनपुट
वरुण धवन की 'एबीसीडी-2' का ट्रेलर लॉन्च
थ्रिलर मूवी 'बदलापुर' के सुपरहिट हो जाने के बाद अब वरुण धवन अपनी अगली फिल्म 'एबीसीडी-2' की रिलीज के लिए तैयार हैं। मुंबई में फिल्म के प्रचार के दौरान वरुण ने कहा, मैं 'बदलापुर' के लिए शूटिंग कर रहा था और 'एबीसीडी-2' के लिए भी। साथ-साथ रिहर्सल करना पड़ता था। बहुत मुश्किल था मेरे लिए। दिल में 'बदलापुर' था दिमाग में 'एबीसीडी-2'। तब मुझे कहा गया कि फिल्म की शूटिंग पर तब आओ जब दिल और दिमाग यहीं हो।   फिल्म का ट्रेलर रिलीज करते हुए वरुण ने कहा, मुझे रीमो से मिन्नत करनी पड़ी की मेरा डांस सीक्वेंस प्रभु देवा सर के साथ हो चाहे इसके लिए स्क्रिप्ट बदली जानी पड़े। फिल्म 'एबीसीडी-2' थ्रीडी डांस फिल्म है और 19 जून को रिलीज़ हो रही है। साथ-साथ रिहर्सल करना पड़ता था। बहुत मुश्किल था मेरे लिए। दिल में 'बदलापुर' था दिमाग में 'एबीसीडी-2'। तब मुझे कहा गया कि फिल्म की शूटिंग पर तब आओ जब दिल और दिमाग यहीं हो।   फिल्म का ट्रेलर रिलीज करते हुए वरुण ने कहा, मुझे रीमो से मिन्नत करनी पड़ी की मेरा डांस सीक्वेंस प्रभु देवा सर के साथ हो चाहे इसके लिए स्क्रिप्ट बदली जानी पड़े। फिल्म 'एबीसीडी-2' थ्रीडी डांस फिल्म है और 19 जून को रिलीज़ हो रही है।
आग से बचाव के लिए उज्जैन सिंहस्थ कुंभ मेले में नहीं बनेंगी घास की झोपड़ियां और गुमटियां
आयोजन को लेकर चल रही तैयारियों के मुताबिक, मेला क्षेत्र में लगाए जाने वाले बड़े-बड़े टेंट और डोम इस प्रकार से बनाए जाएंगे कि टेंटों के बीच अग्नि शामक वाहनों को आने-जाने के लिए कम से कम आठ मीटर का रास्ता उपलब्ध रहे। टेंटों में प्राथमिक-स्तर पर आग रोकने के पूरे इंतजाम रहेंगे। बड़े टेंट में अग्नि-शमन यंत्र रखे जाएंगे और 200 लीटर पानी के दो ड्रम भी रखे जाएंगे। टेंटों का निर्माण प्रतिरोधक कपड़े या अग्निरोधी घोल से उपचारित कपड़े से किया जाएगा। पण्डाल में इलेक्ट्रिक हीटर्स का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा। आपदा प्रबंधन में यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि साधु-संतों के शिविरों और उनके भोजन-गृह के बीच की दूरी कम से कम 30 मीटर हो। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए टेंट और झोपड़ी में पेट्रोल, डीजल, केरोसिन और स्प्रिट जैसी ज्वलनशील सामग्री सक्षम अधिकारी की लिखित अनुमति के बिना नहीं रखी जा सकेगी। इसके लिए शिविर से कम से कम 50 मीटर की दूरी पर खुले स्थान पर अलग से भंडारगृह बनाए जाएंगे। आपदा प्रबंधन में यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि साधु-संतों के शिविरों और उनके भोजन-गृह के बीच की दूरी कम से कम 30 मीटर हो। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए टेंट और झोपड़ी में पेट्रोल, डीजल, केरोसिन और स्प्रिट जैसी ज्वलनशील सामग्री सक्षम अधिकारी की लिखित अनुमति के बिना नहीं रखी जा सकेगी। इसके लिए शिविर से कम से कम 50 मीटर की दूरी पर खुले स्थान पर अलग से भंडारगृह बनाए जाएंगे।
राज्यसभा चुनाव : सीताराम येचुरी हों उम्मीदवार तो कांग्रेस करेगी समर्थन 
सूत्रों के अनुसार माकपा अगले कुछ दिनों में कांग्रेस के प्रस्ताव पर विचार कर सकती है. फिलहाल पार्टी इस प्रस्ताव पर विचार कर रही है. (विशेष इनपुट भाषा से)
चीन का विदेश व्यापार नए रिकॉर्ड की ओर
मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 11 महीने में चीन का विदेश व्यापार (निर्यात-आयात) 3,310 अरब डॉलर हो गया, जो 23.6 प्रतिशत वृद्धि दिखाता है। इस तरह से चीन का विदेश व्यापार इस साल नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है। सीमा शुल्क प्रशासन (जीएसी) के आंकड़ों के अनुसार 2010 के पूरे साल में यह आंकड़ा 2970 अरब डॉलर रहा था। इस हिसाब से चीन का विदेश व्यापार पहले 11 महीने में ही पूरे साल से अधिक हो चुका है। जीएसी का कहना है कि विदेशी मांग में कमी तथा घरेलू अर्थव्यवस्था में नरमी के कारण नवंबर माह में व्यापार में वृद्धि दर अक्टूबर की तुलना में चार प्रतिशत कम रही। नवंबर में व्यापार 17.6 प्रतिशत बढ़कर लगभग 334 अरब डॉलर रहा। इस दौरान आयात 22.1 प्रतिशत बढ़कर 159.94 अरब डॉलर तथा निर्यात 13.8 प्रतिशत बढ़कर 174.46 अरब डॉलर रहा। आलोच्य महीने में व्यापार अधिशेष पिछले साल की तुलना में 34.9 प्रतिशत घटकर 14.52 अरब डॉलर रहा। 'शिन्हुआ' संवाद समिति के अनुसार साल के पहले 11 महीने में व्यापार अधिशेष पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 18.2 प्रतिशत घटकर 138.4 अरब डॉलर रहा।
Telangana Intermediate Results 2019: 1st, 2nd Year रिजल्ट घोषित, Check Here
Telangana Intermediate Results 2019 (TS ఇంటర్మీడియట్ ఫలితం 2019): तेलंगाना स्टेट बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (tsbie) फर्स्ट और सेकेंड ईयर का रिजल्ट रिजल्ट घोषित कर दिया गया है. स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट results.cgg.gov.in, tsbie.cgg.gov.in, bie.telangana.gov.in, exam.bie.telangana.gov.in, examresults.ts.nic.in और bie.tg.nic.in पर चेक कर सकते हैं. बोर्ड ने सबसे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस की फिर ऑनलाइन रिजल्ट घोषित किया. स्टूडेंट्स इन वेबसाइट पर नजर रखें. इन वेबसाइट्स पर रिजल्ट को घोषित किया गया है. ऑफीशियल वेबसाइट क्रैश हो जाती है तो स्टूडेंट्स थर्ड पार्टी वेबसाइट manabadi.com पर क्लिक करके भी इंटर रिजल्ट चेक कर सकते हैं. पहले बताया जा रहा था कि रिजल्ट सुबह 11 बजे घोषित होगा. लेकिन रिजल्ट घोषित होने में थोड़ी देरी हुई.
मालेगांव ब्लास्ट मामला : पुरोहित ने अपने ऊपर लगे UAPA को सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती
इसका विरोध करते हुए एनआईए के वकील संदेश पाटील ने कहा, "पुरोहित ने मंजूरी दिए जाने का मामला तब उठाया था, जब उनकी बेल पिटीशन पर हाईकोर्ट में दलील दी जा रही थी." हाईकोर्ट ने अपने ऑर्डर में कहा था कि मंजूरी दिए जाने के मुद्दे पर इस समय विचार नहीं किया जा सकता और इस पर निचली अदालत विचार कर सकती है. हाईकोर्ट ने पुरोहित को जमानत देते हुए भी यही बात कही थी. इसके बाद हाईकोर्ट ने एनआईए के वकील की दलीलों को स्वीकार कर लिया और पिटीशन को खारिज कर दिया था.
दो राजधानी एक्‍सप्रेस की बोगियों में लगी आग, दो घंटे में रेलवे के 12 करोड़ स्वाहा
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के वाशिंग यार्ड में खड़ी सियालदाह राजधानी के चार डिब्बे जलकर खाक हो गए। आग इतनी तेजी से फैली कि इसके पीछे खड़ी भुवनेश्वर राजधानी के डिब्बों में भी आग फैल गई। इसके भी दो डिब्बे जल गए। गनीमत ये रही कि जैसी ही डिब्बों में आग लगी वहां मौजूद रेलवे कर्मचारियों ने जलते डिब्बों को ट्रेन से अलग कर दिया। वरना पूरी ट्रेन जलकर खाक हो जाती है। आग सुबह करीब 11.30 बजे लगी जब ये दोनों राजधानी वाशिंग यार्ड पर खड़ी थी। इनकी साफ-सफाई का काम शुरू होने से पहले ही अचानक सियालदाह राजधानी के डिब्बे जलने लगे। करीब 12 बजे फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां पहुंची और दो घंटे में आग पर काबू पाया गया। फायर ब्रिगेड के अधिकारी आग लगने के तीन कारणों पर विचार कर रहे हैं। पहला जहां बोगी खड़ी थी उसी के नीचे डीजल आपूर्ति करने का एक पाइप गया है।टिप्पणियां फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि जितनी तेजी से आग लगी है उससे इस बात की आशंका ज्यादा है कि डीजल पाइप लाइन से लीकेज हुआ है और इसी के चलते आग लगी हो क्योंकि राजधानी की सभी बोगियां एसी थीं और चारो तरफ से लॉक थी। दूसरा कारण सियालदाह राजधानी में पैंट्री की बोगी है। तीसरा कारण किसी ने जानबूझकर आग लगाई हो सकती है। देशभर में अलग-अलग रेलवे यार्ड में खड़ी बोगियों में आग लगने का ये तीसरा मामला है। इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है। लेकिन रेलवे में राजधानी की एक कोच करीब 2 से ढाई करोड़ में बनकर तैयार होती है ऐसे में 12 करोड़ की चपत रेलवे को जरूर लग गई। गनीमत ये रही कि जैसी ही डिब्बों में आग लगी वहां मौजूद रेलवे कर्मचारियों ने जलते डिब्बों को ट्रेन से अलग कर दिया। वरना पूरी ट्रेन जलकर खाक हो जाती है। आग सुबह करीब 11.30 बजे लगी जब ये दोनों राजधानी वाशिंग यार्ड पर खड़ी थी। इनकी साफ-सफाई का काम शुरू होने से पहले ही अचानक सियालदाह राजधानी के डिब्बे जलने लगे। करीब 12 बजे फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां पहुंची और दो घंटे में आग पर काबू पाया गया। फायर ब्रिगेड के अधिकारी आग लगने के तीन कारणों पर विचार कर रहे हैं। पहला जहां बोगी खड़ी थी उसी के नीचे डीजल आपूर्ति करने का एक पाइप गया है।टिप्पणियां फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि जितनी तेजी से आग लगी है उससे इस बात की आशंका ज्यादा है कि डीजल पाइप लाइन से लीकेज हुआ है और इसी के चलते आग लगी हो क्योंकि राजधानी की सभी बोगियां एसी थीं और चारो तरफ से लॉक थी। दूसरा कारण सियालदाह राजधानी में पैंट्री की बोगी है। तीसरा कारण किसी ने जानबूझकर आग लगाई हो सकती है। देशभर में अलग-अलग रेलवे यार्ड में खड़ी बोगियों में आग लगने का ये तीसरा मामला है। इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है। लेकिन रेलवे में राजधानी की एक कोच करीब 2 से ढाई करोड़ में बनकर तैयार होती है ऐसे में 12 करोड़ की चपत रेलवे को जरूर लग गई। करीब 12 बजे फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां पहुंची और दो घंटे में आग पर काबू पाया गया। फायर ब्रिगेड के अधिकारी आग लगने के तीन कारणों पर विचार कर रहे हैं। पहला जहां बोगी खड़ी थी उसी के नीचे डीजल आपूर्ति करने का एक पाइप गया है।टिप्पणियां फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि जितनी तेजी से आग लगी है उससे इस बात की आशंका ज्यादा है कि डीजल पाइप लाइन से लीकेज हुआ है और इसी के चलते आग लगी हो क्योंकि राजधानी की सभी बोगियां एसी थीं और चारो तरफ से लॉक थी। दूसरा कारण सियालदाह राजधानी में पैंट्री की बोगी है। तीसरा कारण किसी ने जानबूझकर आग लगाई हो सकती है। देशभर में अलग-अलग रेलवे यार्ड में खड़ी बोगियों में आग लगने का ये तीसरा मामला है। इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है। लेकिन रेलवे में राजधानी की एक कोच करीब 2 से ढाई करोड़ में बनकर तैयार होती है ऐसे में 12 करोड़ की चपत रेलवे को जरूर लग गई। फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि जितनी तेजी से आग लगी है उससे इस बात की आशंका ज्यादा है कि डीजल पाइप लाइन से लीकेज हुआ है और इसी के चलते आग लगी हो क्योंकि राजधानी की सभी बोगियां एसी थीं और चारो तरफ से लॉक थी। दूसरा कारण सियालदाह राजधानी में पैंट्री की बोगी है। तीसरा कारण किसी ने जानबूझकर आग लगाई हो सकती है। देशभर में अलग-अलग रेलवे यार्ड में खड़ी बोगियों में आग लगने का ये तीसरा मामला है। इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है। लेकिन रेलवे में राजधानी की एक कोच करीब 2 से ढाई करोड़ में बनकर तैयार होती है ऐसे में 12 करोड़ की चपत रेलवे को जरूर लग गई। देशभर में अलग-अलग रेलवे यार्ड में खड़ी बोगियों में आग लगने का ये तीसरा मामला है। इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है। लेकिन रेलवे में राजधानी की एक कोच करीब 2 से ढाई करोड़ में बनकर तैयार होती है ऐसे में 12 करोड़ की चपत रेलवे को जरूर लग गई।
मध्‍यप्रदेश में आंगनवाड़ी के लिए बजट नहीं, मंत्रियों के बंगलों पर खर्च हो रहे करोड़ों
विधानसभा सत्र के दौरान पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक नरोत्तम मिश्रा के सवाल के जवाब में पता चला है कि मंत्रियों के बंगले को सजाने में 3 करोड़ 68 लाख रुपए खर्च हुए हैं. सबसे ज्यादा 45,30,606 रुपये चार इमली स्थित सूबे के वित्त मंत्री तरुण भनोट के बंगले को सजाने में खर्च किया गया है. दूसरे नंबर पर पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का नाम आता है, जिनके चार इमली इलाके में स्थित बंगले के मरम्मत के लिये 42.68 लाख रुपये खर्चे गये, तीसरे नंबर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं जिनके बंगलों की मरम्मत, साज सजावट पर 33.80 लाख रुपये से अधिक की राशि खर्च की गई. मंत्रियों के बंगलों पर पुनर्निर्माण-मरम्मत-फेसलिफ्ट कार्यों पर करोड़ों रुपये खर्च करने के मुद्दे पर पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, एक तरफ सरकार कहती है कि पिछली सरकार ने खजाना खाली छोड़ दिया, लेकिन दूसरी ओर यह मंत्रियों के बंगलों के रंग रोगन पर करोड़ों खर्च रही है. ये खर्च तब जब हाल ही में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री तरुण भनोट ने बताया था कि मध्य प्रदेश पर 31 मार्च 2018 तक 1,52,745 करोड़ रुपए का कर्ज था जो 31 मार्च 2019 तक 1,80,988 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.
Motorola One Action के स्पेसिफिकेशन लीक, प्रोसेसर और रैम के बारे में मिली जानकारी
Motorola One Action स्मार्टफोन को GeekBench पर लिस्ट किया गया है। लिस्टिंग से इस स्मार्टफोन में कुछ अहम स्पेसिफिकेशन सार्वजनिक हो गए हैं। संभवतः यह इशारा है कि मोटोरोला वन एक्शन लॉन्च से बहुत दूर नहीं है। फोन को लेटेस्ट एंड्रॉयड पाई सॉफ्टवेयर और 4 जीबी रैम के साथ लिस्ट किया गया है। फोन के बारे में पहले जानकारी नामी टिप्सटर इवान ब्लास द्वारा दी गई थी। Motorola ने हाल ही में Motorola One Vision स्मार्टफोन को लॉन्च किया था। ऐसा लगता है कि कंपनी अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने वाली है। GeekBench की लिस्टिंग के मुताबिक, Motorola One Action में सैमसंग एक्सीनॉस 9609 प्रोसेसर के साथ 4 जीबी रैम दिए गए हैं। ये हार्डवेयर  Motorola One Vision फोन का भी हिस्सा हैं। लिस्टिंग से खुलासा हुआ है कि फोन में सिंगल कोर टेस्ट में 1601 और मल्टी कोर टेस्ट में 5377 स्कोर पाया। इन दो फीचर के अलावा Motorola One Action के बाकी स्पेसिफिकेशन अभी रहस्य हैं। अगर इस फोन के नाम पर गौर किया जाए तो ऐसा प्रतीत होता है कि यह फोन अपने कैमरा फीचर के लिए जाना जाएगा। इसमें तीन या चार रियर कैमरे हो सकते हैं। ऐसी जानकारी पहले सामने आई थी। दूसरी तरफ, एक्शन रगेड फोन की ओर इशारा करता है। Motorola One Vision को इस महीने ही ब्राज़ील में लॉन्च किया गया था। यह होल-पंच डिस्प्ले, डुअल रियर कैमरा सेटअप, रियर फिंगरप्रिंट सेंसर, 21:9  डिस्प्ले के साथ आता है। अन्य स्पेसिफिकेशन की बात करें तो मोटोरोला के इस फोन में 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा और 25 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइज़ेशन जैसा कैमरा फीचर है।
सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक आरके दत्ता के ज़िम्मे 2जी मामले की जांच
सुप्रीम कोर्ट की ओर से सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा को 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच से अलग करने का निर्देश दिए जाने के बाद अब इस मामले की जांच का नेतृत्व आरके दत्ता करेंगे। दत्ता सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक हैं। कर्नाटक कैडर के 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी रूपक कुमार दत्ता सीबीआई के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के प्रभारी हैं। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि शुरुआत में यह साफ नहीं था कि रंजीत सिन्हा के बाद सीबीआई में नंबर दो अनिल सिन्हा (विशेष निदेशक) जांच की अगुवाई करेंगे या फिर एसीबी की कमान संभाल रहे दत्ता जांच का नेतृत्व करेंगे। सूत्रों ने कहा कि यह फैसला किया गया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार जांच का दल का नेतृत्व कर रहे व्यक्ति को 2जी मामले की जांच का प्रभार देना चाहिए। कुछ दिनों के भीतर सेवानिवृत्त होने जा रहे रंजीत सिन्हा को कल उस वक्त करारा झटका लगा जब देश की सबसे बड़ी अदालत ने उन्हें यह कहते हुए 2जी मामले की जांचे अलग कर दिया कि कुछ आरोपियों को बचाने को लेकर उनके खिलाफ लगाए गए आरोप 'प्रथम दृष्टया विश्वसनीय' दिखाई पड़ते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच की कमान सिन्हा के बाद जांच दल में वरिष्ठतम अधिकारी को सौंप दी थी। कोर्ट ने इस मुद्दे पर विस्तृत आदेश देने से इनकार किया था। उसका कहना था कि ऐसा करने से देश की प्रतिष्ठित जांच एजेंसी की 'छवि और प्रतिष्ठा' को धक्का लगेगा।
सरकार भारत को अधिक विकसित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सुधार को आगे बढ़ाएगी : वित्त मंत्री जेटली
उत्साहजनक आर्थिक वृद्धि के आंकड़ों के बीच वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार अपने सुधार एजेंडे को आगे बढ़ाएगी ताकि सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था का तमगा बरकरार रखा जा सके और भारत को अपेक्षाकृत अधिक विकसित अर्थव्यवस्था बनाने में मदद मिले। ओसाका यूनिवर्सिटी में एक व्याख्यान के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘भारत को अगले कुछ दशकों में अपनी पूरी संभावनाओं को हासिल करने के लिए अपनी आर्थिक वृद्धि के कार्यक्रमों को और मजबूती से आगे बढ़ाना होगा और तभी हम उच्च स्तर की वृद्धि बरकरार रख सकेंगे और तभी उचित परिणाम हासिल कर सकेंगे जहां तक गरीबी उन्मूलन का सवाल है।’’ उन्होंने कहा कि वैश्विक माहौल की प्रतिकूलता के बावजूद भारत ने सरकार की वृद्धिपरक नीतियों के मद्देनजर जनवरी-मार्च की तिमाही के दौरान 7.9 प्रतिशत और पूरे वित्त वर्ष 2015-16 के लिए 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल की। जेटली ने कहा, ‘‘भारत विश्व में सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था की इस शीर्ष स्थिति को बरकरार रखेगा और यदि हम ऐसा कर पाए तो हम अपने आपको ऐसे समाज के तौर पर पेश कर पाएंगे जो उभरती अर्थव्यवस्था से विकसित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ता है।’’टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) ओसाका यूनिवर्सिटी में एक व्याख्यान के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘भारत को अगले कुछ दशकों में अपनी पूरी संभावनाओं को हासिल करने के लिए अपनी आर्थिक वृद्धि के कार्यक्रमों को और मजबूती से आगे बढ़ाना होगा और तभी हम उच्च स्तर की वृद्धि बरकरार रख सकेंगे और तभी उचित परिणाम हासिल कर सकेंगे जहां तक गरीबी उन्मूलन का सवाल है।’’ उन्होंने कहा कि वैश्विक माहौल की प्रतिकूलता के बावजूद भारत ने सरकार की वृद्धिपरक नीतियों के मद्देनजर जनवरी-मार्च की तिमाही के दौरान 7.9 प्रतिशत और पूरे वित्त वर्ष 2015-16 के लिए 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल की। जेटली ने कहा, ‘‘भारत विश्व में सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था की इस शीर्ष स्थिति को बरकरार रखेगा और यदि हम ऐसा कर पाए तो हम अपने आपको ऐसे समाज के तौर पर पेश कर पाएंगे जो उभरती अर्थव्यवस्था से विकसित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ता है।’’टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) उन्होंने कहा कि वैश्विक माहौल की प्रतिकूलता के बावजूद भारत ने सरकार की वृद्धिपरक नीतियों के मद्देनजर जनवरी-मार्च की तिमाही के दौरान 7.9 प्रतिशत और पूरे वित्त वर्ष 2015-16 के लिए 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल की। जेटली ने कहा, ‘‘भारत विश्व में सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था की इस शीर्ष स्थिति को बरकरार रखेगा और यदि हम ऐसा कर पाए तो हम अपने आपको ऐसे समाज के तौर पर पेश कर पाएंगे जो उभरती अर्थव्यवस्था से विकसित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ता है।’’टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) जेटली ने कहा, ‘‘भारत विश्व में सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था की इस शीर्ष स्थिति को बरकरार रखेगा और यदि हम ऐसा कर पाए तो हम अपने आपको ऐसे समाज के तौर पर पेश कर पाएंगे जो उभरती अर्थव्यवस्था से विकसित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ता है।’’टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
सोने की वायदा कीमतें फिसलकर 26 हजार पर पहुंची
विदेशों में सोने की कीमत 15 सप्ताह के निम्न स्तर तक गिरने के बाद कमजोरी के रुख के अनुरूप कारोबारी अपने सौदों की कटान करने में लग गए, जिससे वायदा कारोबार में आज सोने की कीमत 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,205 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। एमसीएक्स में सोने के अगस्त डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 104 रुपये अथवा 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,205 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई, जिसमें 134 लॉट के लिए कारोबार हुआ। इसी प्रकार सोने की जून महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत भी 90 रुपये अथवा 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,868 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई, जिसमें 778 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी बाजारों में कमजोरी के रुख से यहां वायदा कारोबार में सोना कीमतें प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा डॉलर की मजबूती ने सर्राफा की अपील को कम कर दिया। वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में सोने की कीमत आज 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,260.97 डालर प्रति औंस रह गई।
सीमा पर पाक ने किया संघर्ष विराम का उल्लंघन
पाकिस्तानी सैनिकों ने इस वर्ष अपने पहले युद्ध विराम उल्लंघन में जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में सीमा से लगी भारत की अग्रिम चौकियों पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की है। एक वरिष्ठ सेना अधिकारी ने कहा, रविवार की रात नौ बजकर 40 मिनट पर पुंछ जिले के क्रिशनागती सेक्टर में नियंत्रण रेखा से लगी अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की गई। उन्होंने कहा कि सीमापार गोलीबारी कुछ देर तक होती रही लेकिन दोनों तरफ कोई भी नुकसान नहीं हुआ। अधिकारी ने कहा कि नियंत्रण रेखा की चौकसी कर रहे सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई नहीं की। सैन्य अधिकारी ने कहा कि इस गोलीबारी का उद्देश्य पाक अधिकृत कश्मीर से आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर में भेजना था। पाक सेना द्वारा संघर्ष विराम का यह पहला उल्लंघन है।
पेस-वेस्नीना की जोड़ी विम्बलडन के फाइनल में हारी
लिएंडर पेस और एलेना वेस्नीना की जोड़ी को अपने पहले ग्रैंडस्लैम खिताब के लिए और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि उन्हें रविवार को यहां विम्बलडन टेनिस प्रतियोगिता के मिश्रित युगल के फाइनल में माइक ब्रायन और लिसा रेमंड के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा। भारत और रूस की चौथी वरीय जोड़ी को खिताबी मुकाबले में अमेरिकी की दूसरी वरीय जोड़ी के हाथों दो घंटे और चार मिनट में 3-6, 7-5, 4-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी। इस साल यह दूसरा मौका है जब इस जोड़ी को ग्रैंडस्लैम फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी है। भारत और रूस की यह जोड़ी इससे पहले जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में भी बेथानी माटेक सैंड्स और होरिया तिकाउ से हार गई थी। हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की चौथी वरीय जोड़ी को खिताबी मुकाबले में अमेरिकी की दूसरी वरीय जोड़ी के हाथों दो घंटे और चार मिनट में 3-6, 7-5, 4-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी। इस साल यह दूसरा मौका है जब इस जोड़ी को ग्रैंडस्लैम फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी है। भारत और रूस की यह जोड़ी इससे पहले जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में भी बेथानी माटेक सैंड्स और होरिया तिकाउ से हार गई थी। हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। इस साल यह दूसरा मौका है जब इस जोड़ी को ग्रैंडस्लैम फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी है। भारत और रूस की यह जोड़ी इससे पहले जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में भी बेथानी माटेक सैंड्स और होरिया तिकाउ से हार गई थी। हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
यूपी : कलह से परेशान मां ने पांच बेटियों सहित खुद को जलाया
यूपी के गोंडा जिले के देवली भटपुरवा गांव में एक दर्दनाक घटना हुई है, जहां एक महिला ने अपनी पांच बेटियों के साथ खुद को आग लगाकार आत्महत्या कर ली।टिप्पणियां बताया जा रहा है कि महिला का पति सिर्फ बेटियों के जन्म को लेकर अक्सर पत्नी से झगड़ता था। इसी बात से तंग आकर उसने खुद पर और अपनी बेटियों पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। इस हादसे में लोध की पत्नी प्रेमा देवी (38) तथा उसकी पांच बेटियों सुधा (12), रेखा (10), निशा (सात), रूपा (पांच) तथा शिखा (तीन) की झुलसकर मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला का पति सिर्फ बेटियों के जन्म को लेकर अक्सर पत्नी से झगड़ता था। इसी बात से तंग आकर उसने खुद पर और अपनी बेटियों पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। इस हादसे में लोध की पत्नी प्रेमा देवी (38) तथा उसकी पांच बेटियों सुधा (12), रेखा (10), निशा (सात), रूपा (पांच) तथा शिखा (तीन) की झुलसकर मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में लोध की पत्नी प्रेमा देवी (38) तथा उसकी पांच बेटियों सुधा (12), रेखा (10), निशा (सात), रूपा (पांच) तथा शिखा (तीन) की झुलसकर मौके पर ही मौत हो गई।
इस ‘सुल्तान’ के स्टंट देख हैरत में पड़ जाएंगे आप, बार-बार देखा जा रहा है वीडियो
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जेएनयू में अफजल गुरु की फांसी को जूडिशियल किलिंग बताने के मामले में अवमानना याचिका दायर
जेएनयू विश्वविद्यालय में छात्रों द्वारा भारत विरोधी नारेबाजी और अफजल गुरु की फांसी को ज्यूडिशियल किलिंग बताने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में अदालत की अवमानना की याचिका दाखिल की गई है।टिप्पणियां इस याचिका में कहा गया है कि जेएनयू मे अफजल गुरु की फांसी के मामले को ज्यूडिशियल किलिंग बताया गया है। याचिका दाखिल करने वाले ने इस प्रकार के नारों को अदालत की अवमानना बताया है। इस याचिका को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह अगले हफ्ते इस पर सुनवाई करेगा। इस याचिका में कहा गया है कि जेएनयू मे अफजल गुरु की फांसी के मामले को ज्यूडिशियल किलिंग बताया गया है। याचिका दाखिल करने वाले ने इस प्रकार के नारों को अदालत की अवमानना बताया है। इस याचिका को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह अगले हफ्ते इस पर सुनवाई करेगा। याचिका दाखिल करने वाले ने इस प्रकार के नारों को अदालत की अवमानना बताया है। इस याचिका को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह अगले हफ्ते इस पर सुनवाई करेगा।
न्यूयॉर्क पर रासायनिक हमला कर सकता है रूस : अमेरिका की राजदूत निकी हेली
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निकी हेली ने ब्रिटेन के साथ एकजुटता दिखाते हुए चेतावनी दी है कि यदि सख्त कदम नहीं उठाए गए तो रूस न्यूयॉर्क पर या संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों के शहरों पर रासायनिक हमला कर सकता है. सीएनएन के मुताबिक, हेली ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन पिछले सप्ताह रूस के पूर्व जासूस एवं उनकी बेटी पर हुए नर्व एजेंट हमले के बाद ब्रिटेन के साथ खड़ा है. हेली ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन के उस आकलन से सहमत है कि पूर्व जासूस को जहर देने के पीछे रूस का हाथ है. हेली ने इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सख्त कदम उठाए जाने की मांग की. हेली ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक के दौरान कहा, "अमेरिका को विश्वास है कि ब्रिटेन में दो लोगों पर सैन्य स्तर के नर्व एजेंट का इस्तेमाल कर किए गए हमले के पीछे रूस का हाथ है." उन्होंने कहा कि रूस ने अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है. हेली ने कहा, "यदि हमने इस समस्या के समाधान के लिए त्वरित कदम नहीं उठाया तो साल्सिबरी आखिरी स्थान नहीं होगा, जहां इस रासायनिक हथियार का इस्तेमाल हुआ है. वे (रूस) न्यूयॉर्क पर या संयुक्त राष्ट्र के किसी भी सदस्य देश के शहरों पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं." टिप्पणियां गौरतलब है कि रूस के पूर्व जासूस सर्गेइ स्क्रिप्ल और उनकी बेटी यूलिया पर ब्रिटेन के साल्सिबरी में नर्व एजेंट के जरिए जहर दिया गया था. हालांकि, रूस ने इन आरोपों को मनगढ़ंत कहानियां बताकर खारिज कर दिया है और इस हमले में अपनी भागीदारी से इनकार किया है. ब्रिटेन का विश्वास है कि इस हमले में रूस का हाथ है और इस पर प्रतिक्रियास्वरूप बुधवार को ब्रिटेन ने देश से 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का ऐलान कर दिया था. इनपुट- IANS हेली ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन के उस आकलन से सहमत है कि पूर्व जासूस को जहर देने के पीछे रूस का हाथ है. हेली ने इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सख्त कदम उठाए जाने की मांग की. हेली ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक के दौरान कहा, "अमेरिका को विश्वास है कि ब्रिटेन में दो लोगों पर सैन्य स्तर के नर्व एजेंट का इस्तेमाल कर किए गए हमले के पीछे रूस का हाथ है." उन्होंने कहा कि रूस ने अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है. हेली ने कहा, "यदि हमने इस समस्या के समाधान के लिए त्वरित कदम नहीं उठाया तो साल्सिबरी आखिरी स्थान नहीं होगा, जहां इस रासायनिक हथियार का इस्तेमाल हुआ है. वे (रूस) न्यूयॉर्क पर या संयुक्त राष्ट्र के किसी भी सदस्य देश के शहरों पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं." टिप्पणियां गौरतलब है कि रूस के पूर्व जासूस सर्गेइ स्क्रिप्ल और उनकी बेटी यूलिया पर ब्रिटेन के साल्सिबरी में नर्व एजेंट के जरिए जहर दिया गया था. हालांकि, रूस ने इन आरोपों को मनगढ़ंत कहानियां बताकर खारिज कर दिया है और इस हमले में अपनी भागीदारी से इनकार किया है. ब्रिटेन का विश्वास है कि इस हमले में रूस का हाथ है और इस पर प्रतिक्रियास्वरूप बुधवार को ब्रिटेन ने देश से 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का ऐलान कर दिया था. इनपुट- IANS उन्होंने कहा कि रूस ने अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है. हेली ने कहा, "यदि हमने इस समस्या के समाधान के लिए त्वरित कदम नहीं उठाया तो साल्सिबरी आखिरी स्थान नहीं होगा, जहां इस रासायनिक हथियार का इस्तेमाल हुआ है. वे (रूस) न्यूयॉर्क पर या संयुक्त राष्ट्र के किसी भी सदस्य देश के शहरों पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं." टिप्पणियां गौरतलब है कि रूस के पूर्व जासूस सर्गेइ स्क्रिप्ल और उनकी बेटी यूलिया पर ब्रिटेन के साल्सिबरी में नर्व एजेंट के जरिए जहर दिया गया था. हालांकि, रूस ने इन आरोपों को मनगढ़ंत कहानियां बताकर खारिज कर दिया है और इस हमले में अपनी भागीदारी से इनकार किया है. ब्रिटेन का विश्वास है कि इस हमले में रूस का हाथ है और इस पर प्रतिक्रियास्वरूप बुधवार को ब्रिटेन ने देश से 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का ऐलान कर दिया था. इनपुट- IANS गौरतलब है कि रूस के पूर्व जासूस सर्गेइ स्क्रिप्ल और उनकी बेटी यूलिया पर ब्रिटेन के साल्सिबरी में नर्व एजेंट के जरिए जहर दिया गया था. हालांकि, रूस ने इन आरोपों को मनगढ़ंत कहानियां बताकर खारिज कर दिया है और इस हमले में अपनी भागीदारी से इनकार किया है. ब्रिटेन का विश्वास है कि इस हमले में रूस का हाथ है और इस पर प्रतिक्रियास्वरूप बुधवार को ब्रिटेन ने देश से 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का ऐलान कर दिया था. इनपुट- IANS इनपुट- IANS
बिहार: आंधी-तूफान की तबाही के बाद गिरी आसमानी बिजली, महिला समेत 7 लोगों की मौत
बिहार में रविवार को आंधी-तूफान और बिजली गिरने से जुड़ी घटनाओं में तीन बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गयी तथा चार अन्य व्यक्ति जख्मी हो गए. राज्य में भागलपुर जिले के नौगछिया अनुमंडल अंतर्गत गोपालपुर थाना क्षेत्र में एक घर पर बिजली गिरने से एक महिला और उसके एक वर्षीय पुत्र की मौत हो गयी. गोपालपुर थाना प्रभारी शिव यादव ने बताया कि सखतिया बाजार के वार्ड-1 में स्थित एक मकान परबिजली गिरने से गूलो देवी (30) और उसके एक साल के एक पुत्र की मौत हो गयी. सीतामढ़ी जिले के बथनाहा थाना क्षेत्र में अलग-अलग गांवों में आज बिजली गिरने की घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गयी. बथनाहा थाना प्रभारी एसके शर्मा ने बताया कि मृतकों में शिवजी पंडित (45) और संजय राम (35) शामिल हैं. वहीं, भागलपुर जिले के रंगरा थाना अंतर्गत कतिरिया बाजार स्थित एक फूंस के घर के आंधी-तूफान के कारण उड़ जाने से जूली देवी नाम की 22 वर्षीय महिला और उसका नवजात पुत्र बुरी तरह जख्मी हो गया. टिप्पणियां कटिहार जिले के फलका थाना प्रभारी रंजीत चौधरी ने बताया कि महेशपुर गांव निवासी बाडो मंडल का घर गिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो जाने और आग लग जाने से उसके तीन साल के पुत्र विक्रम की मौत हो गयी तथा उसकी पत्नी जानकी देवी और एक वर्षीय पुत्री झुलस गयी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बथनाहा थाना प्रभारी एसके शर्मा ने बताया कि मृतकों में शिवजी पंडित (45) और संजय राम (35) शामिल हैं. वहीं, भागलपुर जिले के रंगरा थाना अंतर्गत कतिरिया बाजार स्थित एक फूंस के घर के आंधी-तूफान के कारण उड़ जाने से जूली देवी नाम की 22 वर्षीय महिला और उसका नवजात पुत्र बुरी तरह जख्मी हो गया. टिप्पणियां कटिहार जिले के फलका थाना प्रभारी रंजीत चौधरी ने बताया कि महेशपुर गांव निवासी बाडो मंडल का घर गिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो जाने और आग लग जाने से उसके तीन साल के पुत्र विक्रम की मौत हो गयी तथा उसकी पत्नी जानकी देवी और एक वर्षीय पुत्री झुलस गयी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वहीं, भागलपुर जिले के रंगरा थाना अंतर्गत कतिरिया बाजार स्थित एक फूंस के घर के आंधी-तूफान के कारण उड़ जाने से जूली देवी नाम की 22 वर्षीय महिला और उसका नवजात पुत्र बुरी तरह जख्मी हो गया. टिप्पणियां कटिहार जिले के फलका थाना प्रभारी रंजीत चौधरी ने बताया कि महेशपुर गांव निवासी बाडो मंडल का घर गिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो जाने और आग लग जाने से उसके तीन साल के पुत्र विक्रम की मौत हो गयी तथा उसकी पत्नी जानकी देवी और एक वर्षीय पुत्री झुलस गयी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कटिहार जिले के फलका थाना प्रभारी रंजीत चौधरी ने बताया कि महेशपुर गांव निवासी बाडो मंडल का घर गिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो जाने और आग लग जाने से उसके तीन साल के पुत्र विक्रम की मौत हो गयी तथा उसकी पत्नी जानकी देवी और एक वर्षीय पुत्री झुलस गयी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मुल्लापेरियार विवाद : हजारों ग्रामीणों ने किया मार्च
केरल की सीमा से लगे तमिलनाडु के थेनी जिले में सैकड़ों ग्रामीणों ने मुल्लापेरियार बांध को लेकर बढ़ते विवाद के बीच पड़ोसी राज्य में कुमिली में तमिलों पर कथित हमलों के खिलाफ मार्च निकाला, जिसके बाद सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। तमिलनाडु के थेनी जिले के लोअर कैंप गांव में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। सीमा के दोनों ओर अधिकारियों ने अप्रिय घटना होने से रोकी हालांकि उन्हें मार्च की जानकारी नहीं थी क्योंकि 20 से ज्यादा गांवों के प्रदर्शनकारी यहां से 48 किलोमीटर दूर लोअर कैंप में तड़के ही इकट्ठा होना शुरू हो गये थे। मुख्यमंत्री जयललिता ने केरल की जनता तक अपना संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जो 116 साल पुराने मुल्लापेरियार बांध की जगह नया बांध बनाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने प्रमुख अखबारों में पूरे पन्ने के विज्ञापनों में कहा कि इस बात को मानने की कोई जायज वजह नहीं है कि बांध असुरक्षित है। जयललिता की कोशिश पर केरल के मंत्रियों और राजनेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। हालांकि केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने इसे कमतर आंकते हुए कहा, मैं इसे केवल उनकी अभिव्यक्ति की आजादी के तौर पर देखता हूं।
अतिरिक्त धन न मांगें मंत्रालय : वित्त मंत्रालय
ऊंचे राजकोषीय घाटे के बीच वित्त मंत्रालय ने मंत्रालयों से कहा है कि वे कुल मिलाकर बजटीय आवंटन से अधिक धन नहीं मांगें। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार की वित्तीय हालत के मद्देनजर हाल ही में विभिन्न मंत्रालयों के वित्तीय सलाहकारों के साथ बैठक में कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में आवंटन में 'किसी बड़ी वृद्धि' की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए। आमतौर पर मंत्रालयों से मिली जानकारी के आधार पर वित्तमंत्रालय अनुपूरक अनुदान मांगों के जरिये संसद से बजटीय आवंटन बढ़ाने की मंजूरी लेता है। राजकोषीय घाटा 2012-13 के पहले चार महीने में बजटीय अनुमान का 51.5 प्रतिशत (2.64 लाख करोड़ रुपये) रहा और इस पर काबू पाने के लिए ही ये निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार की वित्तीय हालत के मद्देनजर हाल ही में विभिन्न मंत्रालयों के वित्तीय सलाहकारों के साथ बैठक में कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में आवंटन में 'किसी बड़ी वृद्धि' की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए। आमतौर पर मंत्रालयों से मिली जानकारी के आधार पर वित्तमंत्रालय अनुपूरक अनुदान मांगों के जरिये संसद से बजटीय आवंटन बढ़ाने की मंजूरी लेता है। राजकोषीय घाटा 2012-13 के पहले चार महीने में बजटीय अनुमान का 51.5 प्रतिशत (2.64 लाख करोड़ रुपये) रहा और इस पर काबू पाने के लिए ही ये निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें। आमतौर पर मंत्रालयों से मिली जानकारी के आधार पर वित्तमंत्रालय अनुपूरक अनुदान मांगों के जरिये संसद से बजटीय आवंटन बढ़ाने की मंजूरी लेता है। राजकोषीय घाटा 2012-13 के पहले चार महीने में बजटीय अनुमान का 51.5 प्रतिशत (2.64 लाख करोड़ रुपये) रहा और इस पर काबू पाने के लिए ही ये निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें। राजकोषीय घाटा 2012-13 के पहले चार महीने में बजटीय अनुमान का 51.5 प्रतिशत (2.64 लाख करोड़ रुपये) रहा और इस पर काबू पाने के लिए ही ये निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें। सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें। सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें।
बीजेपी, मनसे ने कलमाड़ी के दौरे का किया विरोध
भाजपा और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने पुणे नगर निगम के परिसर में उस समय जमकर हंगामा किया जब नगर के सांसद और राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में  आरोपी सुरेश कलमाडी ने निगम के मुख्यालय का दौरा किया। कलमाडी अभी जमानत पर हैं। भाजपा और मनसे कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराए और कलमाड़ी को इमारत में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास किया। लेकिन उनके समर्थक और पुलिस ने हस्तक्षेप  किया और उन्हें दूसरे गेट से अंदर ले जाया गया। उल्लेखनीय है कि नगर निगम पर कांग्रेस और राकांपा का कब्जा है।टिप्पणियां कलमाड़ी के सचिव ने कहा कि सांसद के कार्यक्रमों में आयुक्त महेश पाठक के साथ स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और निगम की खेल समिति कार्यालय का उद्घाटन करना शामिल था। विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कलमाडी अभी जमानत पर हैं। भाजपा और मनसे कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराए और कलमाड़ी को इमारत में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास किया। लेकिन उनके समर्थक और पुलिस ने हस्तक्षेप  किया और उन्हें दूसरे गेट से अंदर ले जाया गया। उल्लेखनीय है कि नगर निगम पर कांग्रेस और राकांपा का कब्जा है।टिप्पणियां कलमाड़ी के सचिव ने कहा कि सांसद के कार्यक्रमों में आयुक्त महेश पाठक के साथ स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और निगम की खेल समिति कार्यालय का उद्घाटन करना शामिल था। विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उल्लेखनीय है कि नगर निगम पर कांग्रेस और राकांपा का कब्जा है।टिप्पणियां कलमाड़ी के सचिव ने कहा कि सांसद के कार्यक्रमों में आयुक्त महेश पाठक के साथ स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और निगम की खेल समिति कार्यालय का उद्घाटन करना शामिल था। विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। कलमाड़ी के सचिव ने कहा कि सांसद के कार्यक्रमों में आयुक्त महेश पाठक के साथ स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और निगम की खेल समिति कार्यालय का उद्घाटन करना शामिल था। विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
क्‍या कैराना में विपक्षी एकता के सामने बीजेपी होगी चित?
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राहुल ने किया सिक्किम के भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने बुधवार को सिक्किम पहुंचकर भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, राहुल भूकम्प पीड़ितों से मुलाकात भी करेंगे। सिक्किम में भूकम्प से 61 लोगों की मौत हो गई। कांग्रेस की युवा इकाई की सदस्यता के सिलसिले में राहुल का मेघालय जाने का कार्यक्रम था, लेकिन रविवार के भूकम्प के बाद इसमें परिवर्तन कर दिया गया। अब वह मेघालय में जनसभा से पहले भूकम्प पीड़ितों से मिलेंगे।
राहुल गांधी ने बढ़ाई अपनी छुट्टी, अब इस हफ्ते के आखिर तक लौटेंगे
संसद के बेहद अहम बजट सत्र से गैरहाजिर चल रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी 'छुट्टी' और बढ़ा दी है। राहुल को मंगलवार तक दिल्ली वापस आ जाना था, लेकिन अब सूत्रों से पता चला है कि वह इस हफ्ते के अंत तक ही दिल्ली लौटेंगे। हालांकि इस खबर पर पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी जल्द ही वापस लौट आएंगे। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनुसिंघवी ने कहा कि राहुल जहां कहीं भी हैं, वह पार्टी में निर्णय लेने की प्रक्रिया में पूरी तरह शामिल हैं और उनमें हाल के बदलाव भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, 'हर चीज उनकी निगरानी, उनके निरीक्षण में हो रही है। राहुल अपने उत्तरदायित्वों को निभा रहे हैं।' सिंघवी इस खबर का खंडन कर रहे थे कि जब तक अहमद पटेल और जर्नादन द्विवेदी जैसे वरिष्ठ नेता (अहम पदों से) हटा नहीं दिए जाते, तब तक राहुल पार्टी का काम हाथ में लेने वापस आने को तैयार नहीं हैं। प्रवक्ता ने कहा कि वह मीडिया की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर टिप्पणी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि कुछ लोग भले ही यह सोच रहे हों कि राहुल गांधी इस महीने के आखिर तक या इस साल के आखिर तक नहीं लौटेंगे, लेकिन कांग्रेस उपाध्यक्ष बिल्कुल निकट भविष्य में शायद अगले सप्ताह ही वापस आ जाएगें। जब सिंघवी को बताया गया कि उनके सहयोगी और एक अन्य पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि राहुल दो सप्ताह की छुट्टी पर गए हैं और इस आधार पर उन्हें अब तक वापस आ जाना चाहिए था, तो उन्होंने कहा, 'किसी ने भी (उनकी वापसी की) सटीक तारीख नहीं बताई थी।' दरअसल राहुल गांधी बजट सत्र के शुरू होने से पहले छुट्टी पर चले गए, जिससे राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें लगने लगी कि वह पार्टी चलाने के लिए पूरी तरह छूट नहीं मिलने से नाखुश हैं। पार्टी ने पहले कहा था कि राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पार्टी से जुड़े हाल के घटनाक्रम और उसकी भावी कार्ययोजना को लेकर चिंतन-मनन करने के लिए कुछ वक्त देने का अनुरोध किया। पार्टी नेताओं ने कहा था कि राहुल मानते हैं कि कांग्रेस अपने आगामी सत्र में जो दिशा अपनाएगी, वह उसके भविष्य के लिए अहम होगी, अतएव वह उसके लिए तैयारी करना चाहते हैं। उनकी छुट्टी इस अटकल के बीच आयी कि संभवत: अप्रैल में होने वाले कांग्रेस सम्मेलन में उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाया जा सकता है।   , ,,,,,
सियाचिन में चमत्‍कार : लांस नायक हनुमंतप्पा की मां को सोनिया गांधी की चिट्ठी
सियाचिन में बर्फ से 7 दिन बाद ज़िंदा निकलने वाले लांस नायक हनुमंतप्पा की मां को चिठ्ठी लिख कर उनकी बहादुरी की सराहना और उनके जल्द ठीक होने की कामना की है।टिप्पणियां हनुमंतप्पा इस समय गहरी कोमा में हैं और दिल्ली के सेना अस्पताल में डॉक्टर उन्हें हरसंभव इलाज दे रहे हैं। हनुमंतप्पा की मां बासम्मा को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने लिखा है कि “सियाचिन में बर्फ की चट्टान खिसकने से हुई दर्दनाक हादसे में देश की रक्षा करते हुए हमारे दस जवानों के प्रभावित होने के समाचार से मेरा हृदय वेदना और पीड़ा से भर आया। लेकिन उनमें से आपके पुत्र लांस नायक हनुमंतप्पा के समाचार से एक संतोष की किरण दिखाई दी है। सियाचिन जैसे दुर्गम क्षेत्र में रह कर जिस प्रतिकूल परिस्थिति में हमारे सैनिक देश की हिफाज़त करते हैं उसकी जितनी भी सराहना की जाए, कम ही है। ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि वह ऐसे बहादुर देशभक्त जवान को शीघ्र स्वस्थ करें ताकि स्वस्थ होकर एक बार फिर अपनी नियमित दिनचर्या शुरू कर परिजनों के साथ-साथ देश की सेवा में योगदान कर सके। पुन: लांस नायक हनुमंतप्पा के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ एवं दीर्घायु जीवन की कामना करती हूं।” हनुमंतप्पा इस समय गहरी कोमा में हैं और दिल्ली के सेना अस्पताल में डॉक्टर उन्हें हरसंभव इलाज दे रहे हैं। हनुमंतप्पा की मां बासम्मा को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने लिखा है कि “सियाचिन में बर्फ की चट्टान खिसकने से हुई दर्दनाक हादसे में देश की रक्षा करते हुए हमारे दस जवानों के प्रभावित होने के समाचार से मेरा हृदय वेदना और पीड़ा से भर आया। लेकिन उनमें से आपके पुत्र लांस नायक हनुमंतप्पा के समाचार से एक संतोष की किरण दिखाई दी है। सियाचिन जैसे दुर्गम क्षेत्र में रह कर जिस प्रतिकूल परिस्थिति में हमारे सैनिक देश की हिफाज़त करते हैं उसकी जितनी भी सराहना की जाए, कम ही है। ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि वह ऐसे बहादुर देशभक्त जवान को शीघ्र स्वस्थ करें ताकि स्वस्थ होकर एक बार फिर अपनी नियमित दिनचर्या शुरू कर परिजनों के साथ-साथ देश की सेवा में योगदान कर सके। पुन: लांस नायक हनुमंतप्पा के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ एवं दीर्घायु जीवन की कामना करती हूं।” लेकिन उनमें से आपके पुत्र लांस नायक हनुमंतप्पा के समाचार से एक संतोष की किरण दिखाई दी है। सियाचिन जैसे दुर्गम क्षेत्र में रह कर जिस प्रतिकूल परिस्थिति में हमारे सैनिक देश की हिफाज़त करते हैं उसकी जितनी भी सराहना की जाए, कम ही है। ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि वह ऐसे बहादुर देशभक्त जवान को शीघ्र स्वस्थ करें ताकि स्वस्थ होकर एक बार फिर अपनी नियमित दिनचर्या शुरू कर परिजनों के साथ-साथ देश की सेवा में योगदान कर सके। पुन: लांस नायक हनुमंतप्पा के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ एवं दीर्घायु जीवन की कामना करती हूं।”
रावत को मिलेगा हक लेकिन मुख्यमंत्री बदलने से कांग्रेस का इनकार
कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई में संकट के जारी रहने के बीच कांग्रेस आला कमान ने बागी नेता हरीश रावत को उनका उचित हक दिए जाने के प्रति आश्वस्त किया लेकिन विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री के पद से बदलने से इनकार कर दिया।टिप्पणियां कांग्रेस महासचिव चौधरी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तराखंड की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए जिन लोगों के नाम पर विचार किया जा रहा है उनमें रावत की पत्नी रेणुका भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की वरिष्ठ विधायक इंदिरा हृदयेश, पूर्व सांसद महेंद्र पाल और सेवानिवृत्त हो रहे सदस्य सत्यव्रत चतुर्वेदी के नाम पर भी इस सीट के लिए विचार चल रहा है। सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने साफ कर दिया कि फिलहाल आला कमान राज्य में किसी को उपमुख्यमंत्री बनाने पर विचार नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘आला कमान रावत को उनका हक देना चाहता है’ लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि बहुगुणा को उचित विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री चुना गया था। कांग्रेस महासचिव चौधरी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तराखंड की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए जिन लोगों के नाम पर विचार किया जा रहा है उनमें रावत की पत्नी रेणुका भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की वरिष्ठ विधायक इंदिरा हृदयेश, पूर्व सांसद महेंद्र पाल और सेवानिवृत्त हो रहे सदस्य सत्यव्रत चतुर्वेदी के नाम पर भी इस सीट के लिए विचार चल रहा है। सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने साफ कर दिया कि फिलहाल आला कमान राज्य में किसी को उपमुख्यमंत्री बनाने पर विचार नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘आला कमान रावत को उनका हक देना चाहता है’ लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि बहुगुणा को उचित विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री चुना गया था। सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने साफ कर दिया कि फिलहाल आला कमान राज्य में किसी को उपमुख्यमंत्री बनाने पर विचार नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘आला कमान रावत को उनका हक देना चाहता है’ लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि बहुगुणा को उचित विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री चुना गया था।
गर्मियां आते ही मुंबई में समर गैंग की घुसपैठ शुरू
मुंबई में गर्मियों के आते ही समर गैंग की घुसपैठ शुरू हो गई है। गर्मियों की छुट्टियों में जब लोग मुंबई से बाहर जाते हैं तो ये गैंग लोगों के सूने घर में हाथ साफ कर देता है। ये लोग ज्यादातर रात में घरों को निशाना बनाते हैं। 2010 में मुंबई में 3050 घरों में चोरी के मामले दर्ज किए गए जिनमें से 60 फीसदी गर्मियों के थे। इस गैंग के सदस्य शरीर में तेल लगाए रहते हैं जिससे कोशिश करने पर भी ये पकड़ में नहीं आते। इस गैंग के अधिकांश सदस्य मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के हैं और झुंड बनाकर वारदात को अंजाम देते हैं।
वोट के बदले बाइक देने पर विधान परिषद प्रत्याशी समेत दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में विधान परिषद पद के एक प्रत्याशी समेत दो लोगों के खिलाफ वोट के लिए मोटरसाइकिल देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि गौराबादशाहपुर थाना इलाके के क्षेत्र पंचायत सदस्य आनन्द कुमार राय ने थाने में दी गयी शिकायत में आरोप लगाया है कि विधान परिषद सदस्य पद के निर्दलीय प्रत्याशी योगेन्द्र प्रसाद ने वोट देने के लिये प्रलोभन के तौर पर उसे मोटरसाइकिल दी है। उन्होंने बताया कि राय की तहरीर पर आरोपी प्रत्याशी तथा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 127 और भारतीय दण्ड विधान की धारा 171 के तहत कल मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी गयी है।टिप्पणियां   (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) उन्होंने बताया कि राय की तहरीर पर आरोपी प्रत्याशी तथा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 127 और भारतीय दण्ड विधान की धारा 171 के तहत कल मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी गयी है।टिप्पणियां   (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)   (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अदालत ने ललित मोदी को ब्रिटेन से लाने के लिए ईडी को अनुमति दी
मुंबई की एक विशेष अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को ब्रिटिश सरकार को अनुरोध पत्र भेजने की अनुमति दी, ताकि पूर्व आईपीएल आयुक्त ललित मोदी के खिलाफ गैरजमानती वारंट पर तामील और धन शोधन के एक मामले में जांच का सामना करने के लिए उन्हें भारत लाया जा सके. ईडी ने 8 नवंबर को दायर अपने आवेदन में अदालत से ललित के खिलाफ गैरजमानती वारंट पर तामील के लिए अनुरोध पत्र जारी करने हेतु अदालत से प्रार्थना की. एजेंसी ने ब्रिटेन में ललित को खोजने के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा जरूरी कदम उठाने का अनुरोध किया. धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) अदालत ने इस संबंध में अनुरोध को स्वीकार कर लिया. ईडी के वकील हितेन वेनेगांवकर ने कहा, 'अनुरोध पत्र आदेश को अब विदेश मंत्रालय को भेजा जाएगा, जो इसे आगे की कार्रवाई के लिए इंग्लैंड के संबंधित प्राधिकार को भेजेगा.'टिप्पणियां एजेंसी 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग के लिए 425 करोड़ रुपये के टेलीविजन अधिकारों को लेकर वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप और मल्टी स्क्रीन मीडिया के बीच एक समझौते के संबंध में ललित के खिलाफ मामले की जांच कर रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ईडी ने 8 नवंबर को दायर अपने आवेदन में अदालत से ललित के खिलाफ गैरजमानती वारंट पर तामील के लिए अनुरोध पत्र जारी करने हेतु अदालत से प्रार्थना की. एजेंसी ने ब्रिटेन में ललित को खोजने के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा जरूरी कदम उठाने का अनुरोध किया. धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) अदालत ने इस संबंध में अनुरोध को स्वीकार कर लिया. ईडी के वकील हितेन वेनेगांवकर ने कहा, 'अनुरोध पत्र आदेश को अब विदेश मंत्रालय को भेजा जाएगा, जो इसे आगे की कार्रवाई के लिए इंग्लैंड के संबंधित प्राधिकार को भेजेगा.'टिप्पणियां एजेंसी 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग के लिए 425 करोड़ रुपये के टेलीविजन अधिकारों को लेकर वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप और मल्टी स्क्रीन मीडिया के बीच एक समझौते के संबंध में ललित के खिलाफ मामले की जांच कर रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ईडी के वकील हितेन वेनेगांवकर ने कहा, 'अनुरोध पत्र आदेश को अब विदेश मंत्रालय को भेजा जाएगा, जो इसे आगे की कार्रवाई के लिए इंग्लैंड के संबंधित प्राधिकार को भेजेगा.'टिप्पणियां एजेंसी 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग के लिए 425 करोड़ रुपये के टेलीविजन अधिकारों को लेकर वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप और मल्टी स्क्रीन मीडिया के बीच एक समझौते के संबंध में ललित के खिलाफ मामले की जांच कर रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एजेंसी 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग के लिए 425 करोड़ रुपये के टेलीविजन अधिकारों को लेकर वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप और मल्टी स्क्रीन मीडिया के बीच एक समझौते के संबंध में ललित के खिलाफ मामले की जांच कर रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पूर्व पाकिस्तानी टेस्ट क्रिकेटर हनीफ मोहम्मद का लंबी बीमारी के बाद निधन
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज हनीफ मोहम्मद का लंबे समय तक फेफड़ों के कैंसर से जूझने के बाद गुरुवार को निधन हो गया. हनीफ का आगा खान अस्पताल में इलाज चल रहा था. अस्पताल के प्रवक्ता ने 81 साल की उम्र में इस दिग्गज बल्लेबाज के निधन की पुष्टि की है. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सांस से जुड़ी समस्याओं के कारण उन्हें आईसीयू और वेंटीलेटर पर रखा गया था और आज उनका निधन हो गया.’’ इससे पहले भी हनीफ की दिल की धड़कन आज लगभग छह मिनट के लिए रुक गयी थी और डॉक्टरों ने उन्हें ‘क्लीनिकल तौर पर मृत’ घोषित कर दिया था लेकिन बाद में बाद डॉक्टरों को उनकी धड़कन वापस लाने में सफलता मिल गयी. इससे पहले हनीफ के बेटे शोएब मोहम्मद ने अस्पताल से कई टेलीविजन चैनलों को बताया कि उनके पिता का निधन हो गया है लेकिन कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने फिर से घोषणा की कि उनका निधन नहीं हुआ और वह जीवित हैं. शोएब ने कहा, ‘‘उनके दिल की धड़कन छह मिनट के लिए रुक गयी थी लेकिन डॉक्टर उनकी दिल की धड़कन वापस लाने में सफल रहे.’’ लेकिन कुछ घंटों बाद शोएब ने फिर पुष्टि की कि उनके पिता का निधन हो गया है.टिप्पणियां शोएब ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी बीमारियों से कड़ी जंग लड़ी और चार साल पहले फेफड़ों के कैंसर का पता चलने के बाद पिछले कुछ वर्षों से वह काफी बीमार थे.’’ पूर्व टेस्ट बल्लेबाज शोएब ने कहा, ‘‘हमारा परिवार शोक में डूबा है लेकिन हम सिर्फ उनके प्रशंसकों से कह सकते हैं कि उनके लिए दुआ करें कि अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे. वह पिछले कुछ हफ्तों से काफी दर्द में थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.’’ यह 81 साल का पूर्व क्रिकेटर 30 जुलाई से वेंटिलेटर पर था और उनकी हालत नाजुक थी. हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सांस से जुड़ी समस्याओं के कारण उन्हें आईसीयू और वेंटीलेटर पर रखा गया था और आज उनका निधन हो गया.’’ इससे पहले भी हनीफ की दिल की धड़कन आज लगभग छह मिनट के लिए रुक गयी थी और डॉक्टरों ने उन्हें ‘क्लीनिकल तौर पर मृत’ घोषित कर दिया था लेकिन बाद में बाद डॉक्टरों को उनकी धड़कन वापस लाने में सफलता मिल गयी. इससे पहले हनीफ के बेटे शोएब मोहम्मद ने अस्पताल से कई टेलीविजन चैनलों को बताया कि उनके पिता का निधन हो गया है लेकिन कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने फिर से घोषणा की कि उनका निधन नहीं हुआ और वह जीवित हैं. शोएब ने कहा, ‘‘उनके दिल की धड़कन छह मिनट के लिए रुक गयी थी लेकिन डॉक्टर उनकी दिल की धड़कन वापस लाने में सफल रहे.’’ लेकिन कुछ घंटों बाद शोएब ने फिर पुष्टि की कि उनके पिता का निधन हो गया है.टिप्पणियां शोएब ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी बीमारियों से कड़ी जंग लड़ी और चार साल पहले फेफड़ों के कैंसर का पता चलने के बाद पिछले कुछ वर्षों से वह काफी बीमार थे.’’ पूर्व टेस्ट बल्लेबाज शोएब ने कहा, ‘‘हमारा परिवार शोक में डूबा है लेकिन हम सिर्फ उनके प्रशंसकों से कह सकते हैं कि उनके लिए दुआ करें कि अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे. वह पिछले कुछ हफ्तों से काफी दर्द में थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.’’ यह 81 साल का पूर्व क्रिकेटर 30 जुलाई से वेंटिलेटर पर था और उनकी हालत नाजुक थी. हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए. इससे पहले हनीफ के बेटे शोएब मोहम्मद ने अस्पताल से कई टेलीविजन चैनलों को बताया कि उनके पिता का निधन हो गया है लेकिन कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने फिर से घोषणा की कि उनका निधन नहीं हुआ और वह जीवित हैं. शोएब ने कहा, ‘‘उनके दिल की धड़कन छह मिनट के लिए रुक गयी थी लेकिन डॉक्टर उनकी दिल की धड़कन वापस लाने में सफल रहे.’’ लेकिन कुछ घंटों बाद शोएब ने फिर पुष्टि की कि उनके पिता का निधन हो गया है.टिप्पणियां शोएब ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी बीमारियों से कड़ी जंग लड़ी और चार साल पहले फेफड़ों के कैंसर का पता चलने के बाद पिछले कुछ वर्षों से वह काफी बीमार थे.’’ पूर्व टेस्ट बल्लेबाज शोएब ने कहा, ‘‘हमारा परिवार शोक में डूबा है लेकिन हम सिर्फ उनके प्रशंसकों से कह सकते हैं कि उनके लिए दुआ करें कि अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे. वह पिछले कुछ हफ्तों से काफी दर्द में थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.’’ यह 81 साल का पूर्व क्रिकेटर 30 जुलाई से वेंटिलेटर पर था और उनकी हालत नाजुक थी. हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए. शोएब ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी बीमारियों से कड़ी जंग लड़ी और चार साल पहले फेफड़ों के कैंसर का पता चलने के बाद पिछले कुछ वर्षों से वह काफी बीमार थे.’’ पूर्व टेस्ट बल्लेबाज शोएब ने कहा, ‘‘हमारा परिवार शोक में डूबा है लेकिन हम सिर्फ उनके प्रशंसकों से कह सकते हैं कि उनके लिए दुआ करें कि अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे. वह पिछले कुछ हफ्तों से काफी दर्द में थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.’’ यह 81 साल का पूर्व क्रिकेटर 30 जुलाई से वेंटिलेटर पर था और उनकी हालत नाजुक थी. हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए. हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए.
शारापोवा को हरा कर सेरेना बनी ऑस्ट्रेलियन ओपन की चैम्पियन
सेरेना विलियम्स ने छठी बार ऑस्ट्रेलियन ओपन सिग्लस के ख़िताब पर क़ब्ज़ा कर लिया है। टूर्नामेंट में टॉप सीड सेरेना ने फ़ाइनल में दूसरी वरियता की खिलाड़ी मारिया शारापोवा को 6-3, 7-6 से हराया। शानदार फ़ॉर्म में चल रहीं शारापोवा से कड़ी टक्कर की उम्मीद थी लेकिन मैच के शुरुआत से ही सेरेना उनपर हावी रही। पहला सेट वर्ल्ड नंबर एक खिलाड़ी सेरेना ने आसानी से जीता। दूसरे सेट में शारापोवा ने कुछ चुनौती ज़रूर पेश की, लेकिन वह सेरेना के ज़ोरदार सर्व के सामने नहीं टिक सकीं। यह सेरेना का 19वां ग्रैंड स्लैम टाइटल है। इसी के साथ सेरेना ने मार्टिना नवरातिलोवा और क्रिस एवर्ट के 18 ग्रैंड स्लैम ख़िताब से आगे निकल गई।   सेरेना के मौजूदा फ़ॉर्म को देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि वह स्टेफ़ी ग्राफ़ के 22 ग्रैंड स्लैम ख़िताब को जल्दी ही पिछे छोड़ देंगी।
तेलंगाना : बस में अचानक लगी आग, और सब यात्री सुरक्षित बच गए...
तेलंगाना में मंगलवार को एक लग्जरी बस के 30 यात्रियों की जान पर उस समय खतरा मंडराया था जब बस में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी. घटना के वीडियो को देखकर पता लगता है कि बस में काफी तेज आग लग गई थी. यह दुर्घटना हैदराबाद से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर घटी थी. घटना कल दोपहर की है. अलैर नामक स्थान पर बस में अचानक आग लग गई थी. तेलंगाना राज्य परिवहन निगम की बस वारंगल से हैदरादबाद जा रही थी. बताया जा रहा है कि बस में अचानक ड्राइवर ने इंजन में चिंगारी देखी. रिपोर्टों के अनुसार इसके तुरंत बाद ड्राइवर ने बस रोक दी और सभी यात्रियों को बस से जल्द उतर जाने को कहा. कुछ ही मिनटों में लोग भी बस से उतर गए और बस में भी आग ने अपना कब्जा कर लिया. तेलंगाना के परिवहम मंत्री पी महेंद्र रेड्डी ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. रेड्डी ने परिवहन अधिकारियों को घटना पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है और यह भी ताकीद की है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.टिप्पणियां पिछले हफ्ते यूपी में एक डबल डेकर बस भी ऐसी ही एक हादसे का शिकार हो गई थी जिसमें करीब 70 यात्रियों की जान बच गई थी. यह सभी वर्कर थे. यह बस बहराइच जा रही थी और ड्राइवर ने अचानक तेजी से ब्रेक लगाया था और हर यात्री बस से कूदकर अपनी जान बचाने में कामयाब हुआ था. दिसंबर में इसी तरह एक और बस आग में जल गई थी. यह घटना मध्य प्रदेश की थी. भोपाल से बैरागढ़ जा रही बस में उस समय आग लग गई थी जब डीजल का पाइप फट गया. एक यात्री ने डीजल लीक को देख लिया था और सबको आगाह किया था. यह बस करीब आधे घंटे तक जलती रही थी तब जाकर बचावकर्मी मौके पर पहुंचे थे. घटना कल दोपहर की है. अलैर नामक स्थान पर बस में अचानक आग लग गई थी. तेलंगाना राज्य परिवहन निगम की बस वारंगल से हैदरादबाद जा रही थी. बताया जा रहा है कि बस में अचानक ड्राइवर ने इंजन में चिंगारी देखी. रिपोर्टों के अनुसार इसके तुरंत बाद ड्राइवर ने बस रोक दी और सभी यात्रियों को बस से जल्द उतर जाने को कहा. कुछ ही मिनटों में लोग भी बस से उतर गए और बस में भी आग ने अपना कब्जा कर लिया. तेलंगाना के परिवहम मंत्री पी महेंद्र रेड्डी ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. रेड्डी ने परिवहन अधिकारियों को घटना पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है और यह भी ताकीद की है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.टिप्पणियां पिछले हफ्ते यूपी में एक डबल डेकर बस भी ऐसी ही एक हादसे का शिकार हो गई थी जिसमें करीब 70 यात्रियों की जान बच गई थी. यह सभी वर्कर थे. यह बस बहराइच जा रही थी और ड्राइवर ने अचानक तेजी से ब्रेक लगाया था और हर यात्री बस से कूदकर अपनी जान बचाने में कामयाब हुआ था. दिसंबर में इसी तरह एक और बस आग में जल गई थी. यह घटना मध्य प्रदेश की थी. भोपाल से बैरागढ़ जा रही बस में उस समय आग लग गई थी जब डीजल का पाइप फट गया. एक यात्री ने डीजल लीक को देख लिया था और सबको आगाह किया था. यह बस करीब आधे घंटे तक जलती रही थी तब जाकर बचावकर्मी मौके पर पहुंचे थे. कुछ ही मिनटों में लोग भी बस से उतर गए और बस में भी आग ने अपना कब्जा कर लिया. तेलंगाना के परिवहम मंत्री पी महेंद्र रेड्डी ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. रेड्डी ने परिवहन अधिकारियों को घटना पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा है और यह भी ताकीद की है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.टिप्पणियां पिछले हफ्ते यूपी में एक डबल डेकर बस भी ऐसी ही एक हादसे का शिकार हो गई थी जिसमें करीब 70 यात्रियों की जान बच गई थी. यह सभी वर्कर थे. यह बस बहराइच जा रही थी और ड्राइवर ने अचानक तेजी से ब्रेक लगाया था और हर यात्री बस से कूदकर अपनी जान बचाने में कामयाब हुआ था. दिसंबर में इसी तरह एक और बस आग में जल गई थी. यह घटना मध्य प्रदेश की थी. भोपाल से बैरागढ़ जा रही बस में उस समय आग लग गई थी जब डीजल का पाइप फट गया. एक यात्री ने डीजल लीक को देख लिया था और सबको आगाह किया था. यह बस करीब आधे घंटे तक जलती रही थी तब जाकर बचावकर्मी मौके पर पहुंचे थे. पिछले हफ्ते यूपी में एक डबल डेकर बस भी ऐसी ही एक हादसे का शिकार हो गई थी जिसमें करीब 70 यात्रियों की जान बच गई थी. यह सभी वर्कर थे. यह बस बहराइच जा रही थी और ड्राइवर ने अचानक तेजी से ब्रेक लगाया था और हर यात्री बस से कूदकर अपनी जान बचाने में कामयाब हुआ था. दिसंबर में इसी तरह एक और बस आग में जल गई थी. यह घटना मध्य प्रदेश की थी. भोपाल से बैरागढ़ जा रही बस में उस समय आग लग गई थी जब डीजल का पाइप फट गया. एक यात्री ने डीजल लीक को देख लिया था और सबको आगाह किया था. यह बस करीब आधे घंटे तक जलती रही थी तब जाकर बचावकर्मी मौके पर पहुंचे थे. दिसंबर में इसी तरह एक और बस आग में जल गई थी. यह घटना मध्य प्रदेश की थी. भोपाल से बैरागढ़ जा रही बस में उस समय आग लग गई थी जब डीजल का पाइप फट गया. एक यात्री ने डीजल लीक को देख लिया था और सबको आगाह किया था. यह बस करीब आधे घंटे तक जलती रही थी तब जाकर बचावकर्मी मौके पर पहुंचे थे.
यौन प्रताड़ना मामला : हाईकोर्ट ने हॉकी खिलाड़ी सरदार सिंह के खिलाफ सुनवाई प्रक्रिया पर लगाई रोक
दिल्ली हाईकोर्ट ने भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदार सिंह के खिलाफ यहां ट्रायल कोर्ट की सुनवाई पर रोक लगा दी है. सरदार पर उनकी पूर्व महिला मित्र ने यौन प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं जो पूर्व ब्रिटिश खिलाड़ी है. न्यायमूर्ति विपिन सांघी ने सरदार की याचिका पर पूर्व अंडर-19 ब्रिटिश हॉकी खिलाड़ी को नोटिस जारी करके अगले साल छह जनवरी तक उनका जवाब मांगते हुए कहा, ‘सुनवाई अदालत के सामने आगे की प्रकिया पर रोक लगी रहेगी.’ अदालत ने सुनवाई अदालत के समक्ष कार्रवाई पर रोक लगाने की सरदार की याचिका पर दिल्ली पुलिस से भी जवाब मांगा है. सुनवाई अदालत ने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने वाली महिला की याचिका को स्वीकृति दी थी.टिप्पणियां अपनी पूर्व महिला मित्र द्वारा यौन प्रताड़ना, शोषण, मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे सरदार ने उच्च न्यायालय के समक्ष कहा था कि सुनवाई अदालत ने उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया और आदेश देने से पहले उन्हें कोई नोटिस जारी नहीं किया गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) न्यायमूर्ति विपिन सांघी ने सरदार की याचिका पर पूर्व अंडर-19 ब्रिटिश हॉकी खिलाड़ी को नोटिस जारी करके अगले साल छह जनवरी तक उनका जवाब मांगते हुए कहा, ‘सुनवाई अदालत के सामने आगे की प्रकिया पर रोक लगी रहेगी.’ अदालत ने सुनवाई अदालत के समक्ष कार्रवाई पर रोक लगाने की सरदार की याचिका पर दिल्ली पुलिस से भी जवाब मांगा है. सुनवाई अदालत ने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने वाली महिला की याचिका को स्वीकृति दी थी.टिप्पणियां अपनी पूर्व महिला मित्र द्वारा यौन प्रताड़ना, शोषण, मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे सरदार ने उच्च न्यायालय के समक्ष कहा था कि सुनवाई अदालत ने उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया और आदेश देने से पहले उन्हें कोई नोटिस जारी नहीं किया गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अपनी पूर्व महिला मित्र द्वारा यौन प्रताड़ना, शोषण, मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे सरदार ने उच्च न्यायालय के समक्ष कहा था कि सुनवाई अदालत ने उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया और आदेश देने से पहले उन्हें कोई नोटिस जारी नहीं किया गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भोपाल : 500 रुपये का नोट गिराकर ATM वैन से 43 लाख रुपये से भरी पेटी उड़ाकर ले गए चोर
उन्होंने कहा कि एटीएम के पास लगे सीसीटीवी कैमरों में इन दोनों आरोपियों द्वारा कैश पेटी लेकर जाने का फुटेज पुलिस को मिला है. उन्होंने कहा कि इस चोर गिरोह में चार युवक शामिल हो सकते हैं.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. (इनपुट भाषा से) टिप्पणियां उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. (इनपुट भाषा से) उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. (इनपुट भाषा से) (इनपुट भाषा से)
भगीरथ के बाद अब नरेंद्र मोदी बनेंगे गंगा के उद्धारक : उमा भारती
केंद्रीय जल संसाधन विकास और गंगा पुनरुद्धोर मंत्री उमा भारती ने गंगा की सफाई का दायित्व मिलने को अपने जीवन का सबसे सार्थक दिन बताते हुए कहा कि राजा भगीरथ के बाद नरेंद्र मोदी अब गंगा के उद्धारक की भूमिका निभाएंगे। अपना कार्यभार संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उमा ने कहा, यह मेरी जिंदगी का सबसे सार्थक दिन है। गंगा नदी भारत की पहचान है और मैं मोदीजी की आभारी हूं, जिन्होंने मुझे अपने जीवन का सबसे सुंदर दायित्व दिया। मैंने गंगा तटों पर जीवन गुजारा है और अब उन्हीं गंगाजी का दायित्व मुझे मिला है। मेरा जीवन सार्थक हो गया। वाराणसी से लोकसभा चुनाव जीतने वाले मोदी ने 2019 तक गंगा की सफाई के मिशन को पूरा करने के लिए गंगा पुनरुद्धोर मंत्रालय बनाया है, जिसकी बागडोर पार्टी की वरिष्ठ नेता और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी मंत्री रह चुकीं उमा भारती को सौंपी गई है। उमा ने कहा, भारत नदियों का देश है और मुझे लगता है कि भगीरथ के बाद मोदीजी गंगा के उद्धारक साबित होंगे। उन्होंने साबरमती का भी कायाकल्प कर दिया है और गुजरात के उनके अनुभव को देखते हुए मुझे यकीन है कि गंगा समेत देश की बाकी नदियों को भी वह संवारेंगे।
तेज बहादुर यादव बोले, मुझे चुनाव लड़ने से रोकने के लिए BJP अपना रही तानाशाही रवैैया, लेकिन...
पीएम मोदी के खिलाफ ताल ठोंकने वाले बीएसएफ़ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) का नामांकन पत्र खारिज हो गया है. वे अब सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में हैं. नामांकन पत्र खारिज होने के बाद तेज बहादुर यादव ने दावा किया कि उन्होंने चुनाव अधिकारियों को आवश्यक दस्तावेज सौंपे थे. उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, "मैंने बीएसएफ में रहते हुए उसी बारे में आवाज बुलंद की, जिसे मैंने गलत पाया. मैंने न्याय की उस आवाज को बुलंद करने बनारस आने का फैसला किया था. अगर मेरे नामांकन में कोई समस्या थी तो एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में दाखिल करने (मेरे कागजात) के समय उन्होंने मुझे इस बारे में क्यों नहीं बताया.   उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर खुद को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए "तानाशाही कदम" का सहारा लेने का आरोप लगाया. तेज बहादुर यादव ने कहा "मेरे दादा आजाद हिंद फौज के साथ थे, मैं एक किसान का बेटा हूं और एक जवान के रूप में सेवा की... मैं अब चुनाव भी नहीं लड़ सकता. यह तानाशाही है". उनके वकील राजेश गुप्ता ने कहा, "हम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे". दरअसल, वाराणसी के जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने मंगलवार को तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) के नामांकन पत्र के दो सेटों में ‘कमियां' पाते हुए उनसे बुधवार को 11 बजे तक अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने को कहा था. गौरतलब है कि तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) ने 24 अप्रैल को निर्दलीय और 29 अप्रैल को समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया था. तेज बहादुर यादव  (Tej Bahadur Yadav) ने बीएसएफ़ से बर्खास्तगी को लेकर दोनों नामांकनों में अलग अलग दावे किए थे. इसी बिंदु पर जिला निर्वाचन कार्यालय ने यादव को नोटिस जारी करते हुए अनापत्ति प्रमाण पत्र जमा करने का निर्देश दिया था. वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट सुरेन्द्र सिंह ने जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 9 और धारा 33 का हवाला देते हुए कहा कि तेज बहादुर यादव का नामांकन इसलिये स्वीकार नहीं किया गया क्योंकि वह निर्धारित समय में "आवश्यक दस्तावेजों को प्रस्तुत नहीं कर सके".
पूर्व राष्ट्रपति कलाम जिस जगह हुए थे सुपुर्द-ए-खाक, वहीं बनेगा उनका स्मारक : रक्षामंत्री पर्रिकर
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को बताया कि तमिलनाडु के रामेश्वरम में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की याद में स्मारक की आधारशिला रखी जाएगी। इसी स्थान पर कलाम के पार्थिव शरीर को दफनाया गया है। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन द्वारा राज्यसभा में यह मुद्दा उठाए जाने के बाद मंत्री ने यह कही। डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'आज गुरु पूर्णिमा है, वह दिन जब हम उन्हें सम्मान देते हैं जिन्होंने हमें जीवन में अच्छी बातें सिखाईं।' पर्रिकर ने कहा कि सरकार कलाम के स्मारक के निर्माण में सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में देर इसलिए हुई, क्योंकि केंद्र सरकार स्मारक के लिए अतिरिक्त भूमि चाहती थी। उन्होंने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरन बताया कि केंद्र मशहूर वैज्ञानिक कलाम के स्मारक के लिए पांच एकड़ भूमि चाहता है, लेकिन अभी सिर्फ 1.8 एकड़ भूमि ही उपलब्ध हो पाई है।टिप्पणियां पर्रिकर ने कहा, '27 जुलाई को आधारशिला रखी जाएगी। इसके डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है और हम अतिरिक्त भूमि के लिए इंतजार नहीं कर रहे।' गौरतलब है कि 27 जुलाई को कलाम की पहली पुण्यतिथि होगी। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन द्वारा राज्यसभा में यह मुद्दा उठाए जाने के बाद मंत्री ने यह कही। डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'आज गुरु पूर्णिमा है, वह दिन जब हम उन्हें सम्मान देते हैं जिन्होंने हमें जीवन में अच्छी बातें सिखाईं।' पर्रिकर ने कहा कि सरकार कलाम के स्मारक के निर्माण में सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में देर इसलिए हुई, क्योंकि केंद्र सरकार स्मारक के लिए अतिरिक्त भूमि चाहती थी। उन्होंने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरन बताया कि केंद्र मशहूर वैज्ञानिक कलाम के स्मारक के लिए पांच एकड़ भूमि चाहता है, लेकिन अभी सिर्फ 1.8 एकड़ भूमि ही उपलब्ध हो पाई है।टिप्पणियां पर्रिकर ने कहा, '27 जुलाई को आधारशिला रखी जाएगी। इसके डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है और हम अतिरिक्त भूमि के लिए इंतजार नहीं कर रहे।' गौरतलब है कि 27 जुलाई को कलाम की पहली पुण्यतिथि होगी। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पर्रिकर ने कहा कि सरकार कलाम के स्मारक के निर्माण में सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में देर इसलिए हुई, क्योंकि केंद्र सरकार स्मारक के लिए अतिरिक्त भूमि चाहती थी। उन्होंने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरन बताया कि केंद्र मशहूर वैज्ञानिक कलाम के स्मारक के लिए पांच एकड़ भूमि चाहता है, लेकिन अभी सिर्फ 1.8 एकड़ भूमि ही उपलब्ध हो पाई है।टिप्पणियां पर्रिकर ने कहा, '27 जुलाई को आधारशिला रखी जाएगी। इसके डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है और हम अतिरिक्त भूमि के लिए इंतजार नहीं कर रहे।' गौरतलब है कि 27 जुलाई को कलाम की पहली पुण्यतिथि होगी। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पर्रिकर ने कहा, '27 जुलाई को आधारशिला रखी जाएगी। इसके डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है और हम अतिरिक्त भूमि के लिए इंतजार नहीं कर रहे।' गौरतलब है कि 27 जुलाई को कलाम की पहली पुण्यतिथि होगी। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
फर्जी IPO आवेदनों की जांच के लपेटे में कई कंपनियां
बाजार नियामक सेबी ने पिछले कुछ वर्षों में आए कंपनियों के प्रथम सार्वजनिक शेयर निर्गमों (आईपीओ) में फर्जी आवेदन की संभावनाओं की जांच शुरू की है। नियामक ने वासवानी इंडस्ट्री का मामला प्रकाश में आने के बाद अन्य निर्गमों की पड़ताल का निर्णय किया है। वासवानी के आईपीओ में आवेन का स्तर बढ़ाने के लिये फर्जी आवेदन भवाए जाने का संदेह है। सेबी ने आईपीओ के आवेदनों में अनियमितता के संदेह पर इस महीने की शुरुआत में वासवानी इंडस्ट्रीज की सूचीबद्धता पर रोक लगा दी तथा पिछले सप्ताह मामले की जांच के आदेश दिए। जांच अगले छह महीने में पूरी होगी। सूत्रों के अनुसार सेबी को पिछले दो-तीन साल में आए आईपीओ के बारे में शिकायतें मिली हैं जिसमें कहा गया है कि प्रवर्तकों ने फर्जी बोली के जरिये निर्गम के अधिक अभिदान दिखाने के लिए कुछ ऑपरेटरों के साथ साठ-गांठ किया। बाद में उन्होंने इसे वापस ले लिया या शेयर सूचीबद्ध होने के पहले दिन ही टूट गया। कथित अनियमिता से चिंतित सेबी ने आईपीओ से जुड़े मामलों की विस्तृत जांच का निर्णय किया है और जल्दी ही शेयर बाजारों, मर्चेन्ट बैंकरों तथा अन्य इकाइयों से संबंधित आंकड़े तथा सूचना मांगेगा। सूत्रों ने कहा कि जांच में वैसे आईपीओ पर विशेष तौर पर गौर किया जाएगा जहां बोली पेशकश खुली रहने के दौरान वापस ले ली गई हो या फिर सूचीबद्धता के पहले दिन शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई।
महाराष्ट्र सरकार में फिर उप मुख्यमंत्री बने अजित पवार
सिंचाई परियोजना में सरकार के श्वेत पत्र में क्लीन चिट दिए जाने के एक सप्ताह बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। एनसीपी अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने राजभवन में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल के शंकरनारायणन ने मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की मौजूदगी में पवार को पद की शपथ दिलाई। इसकी आलोचना करने वाली विपक्षी पार्टियां शिवसेना और बीजेपी शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहीं। पवार ने सिचांई परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर 25 सितंबर को नाटकीय रूप से इस्तीफा देने की घोषणा कर कांग्रेस-एनसीपी सरकार को संकट में डाल दिया था, क्योंकि पार्टी के अन्य सभी 19 मंत्री इस्तीफा देने की पेशकश करने लगे थे। अजित पवार (53) ने मीडिया में आई इन खबरों के बाद इस्तीफा दे दिया था कि उन्होंने 1999 से 2009 के बीच सिंचाई मंत्री रहते हुए 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ठेके मनमाने ढंग से दिए। सिंचाई विभाग ने 29 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल को सौंपे गए अपने श्वेत पत्र में दावा किया था कि महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में सिंचाई क्षमता में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इसे सिंचाई पर स्थिति पत्र करार दिया गया, न कि जांच रिपोर्ट। राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी। अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए। बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं। एनसीपी अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने राजभवन में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल के शंकरनारायणन ने मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की मौजूदगी में पवार को पद की शपथ दिलाई। इसकी आलोचना करने वाली विपक्षी पार्टियां शिवसेना और बीजेपी शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहीं। पवार ने सिचांई परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर 25 सितंबर को नाटकीय रूप से इस्तीफा देने की घोषणा कर कांग्रेस-एनसीपी सरकार को संकट में डाल दिया था, क्योंकि पार्टी के अन्य सभी 19 मंत्री इस्तीफा देने की पेशकश करने लगे थे। अजित पवार (53) ने मीडिया में आई इन खबरों के बाद इस्तीफा दे दिया था कि उन्होंने 1999 से 2009 के बीच सिंचाई मंत्री रहते हुए 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ठेके मनमाने ढंग से दिए। सिंचाई विभाग ने 29 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल को सौंपे गए अपने श्वेत पत्र में दावा किया था कि महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में सिंचाई क्षमता में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इसे सिंचाई पर स्थिति पत्र करार दिया गया, न कि जांच रिपोर्ट। राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी। अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए। बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं। इसकी आलोचना करने वाली विपक्षी पार्टियां शिवसेना और बीजेपी शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहीं। पवार ने सिचांई परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर 25 सितंबर को नाटकीय रूप से इस्तीफा देने की घोषणा कर कांग्रेस-एनसीपी सरकार को संकट में डाल दिया था, क्योंकि पार्टी के अन्य सभी 19 मंत्री इस्तीफा देने की पेशकश करने लगे थे। अजित पवार (53) ने मीडिया में आई इन खबरों के बाद इस्तीफा दे दिया था कि उन्होंने 1999 से 2009 के बीच सिंचाई मंत्री रहते हुए 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ठेके मनमाने ढंग से दिए। सिंचाई विभाग ने 29 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल को सौंपे गए अपने श्वेत पत्र में दावा किया था कि महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में सिंचाई क्षमता में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इसे सिंचाई पर स्थिति पत्र करार दिया गया, न कि जांच रिपोर्ट। राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी। अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए। बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं। अजित पवार (53) ने मीडिया में आई इन खबरों के बाद इस्तीफा दे दिया था कि उन्होंने 1999 से 2009 के बीच सिंचाई मंत्री रहते हुए 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ठेके मनमाने ढंग से दिए। सिंचाई विभाग ने 29 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल को सौंपे गए अपने श्वेत पत्र में दावा किया था कि महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में सिंचाई क्षमता में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इसे सिंचाई पर स्थिति पत्र करार दिया गया, न कि जांच रिपोर्ट। राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी। अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए। बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं। राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी। अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए। बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं। अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए। बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं। उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए। बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं। बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं।
मोदी के ‘नीच’ संबंधी बयान को लेकर बरसीं मायावती
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी द्वारा ‘नीचतापूर्ण राजनीति’ संबंधी टिप्पणी पर बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के पलटवार की निंदा करते हुए आज कहा कि मोदी इस मुद्दे की आड़ में घिनौनी राजनीति कर रहे हैं। मायावती ने देर शाम संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने मोदी पर ‘नीची राजनीति’ करने का आरोप लगाया। मोदी इस मुद्दे को आज दिन भर उत्तर प्रदेश में अपनी सभाओं में भुनाते रहे। मोदी इस मुद्दे की आड़ में घिनौनी राजनीति करते रहे। बसपा इसकी निंदा करती है। उन्होंने कहा 'कांग्रेस नेताओं को इसका जवाब तुरंत ही दे देना चाहिये था, लेकिन संभवत: उन्होंने यह सोचकर इसका जवाब अभी तक नहीं दिया कि वह तो उत्तर प्रदेश में खत्म हो ही रहे हैं। अगर मोदी हमारे इस बयान की आड़ में यहां खासकर बसपा को नुकसान पहुंचाता है तो यह भी हमारे लिए अच्छा ही होगा। यही बात सोचकर सपा भी कुछ नहीं बोल रही है।' खास तौर से दलितों और पिछड़ों की राजनीति करने वाली मायावती ने कहा कि वह मोदी से कहना चाहती हैं कि नीची राजनीति करने का मतलब किसी जाति विशेष से नहीं होता है। इसका अर्थ घटिया किस्म की राजनीति करने से होता है। मोदी ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए इसको जबरदस्ती नीची जाति से जोड़कर इसकी आड़ में ‘पिछड़ा कार्ड’ खेलने की कोशिश की है। गौरतलब है कि प्रियंका ने कल अपने पिता राजीव गांधी पर सियासी हमला किए जाने के बाद मोदी को जवाब देते हुए कहा था कि वह ‘नीचता की राजनीति’ पर उतर आए हैं। इस पर मोदी ने आज प्रदेश में अपनी जनसभाओं में इसकी निंदा करते हुए कहा था कि वह नीच जाति में जरूर पैदा हुए हैं लेकिन उनकी राजनीति नीच नहीं है।
PAK vs WI T20: बाबर आजम ने खेली जोरदार पारी, पाकिस्‍तान की दूसरे टी20 मैच में बड़ी जीत
Babar Azam is the Man of the Match for his outstanding innings#PAKvWI#ApnaKhelApneGharpic.twitter.com/DLHAT5BIvu
बीजेपी के बागी उम्‍मीदवार सरयू राय को JMM का समर्थन, हेमंत सोरेन बोले- BJP का असली चेहरा सामने आया
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास के खिलाड़ बाग़ी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री सरयू राय की उम्मीदवारी का झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने समर्थन किया है. रांची में सोमवार को रिसालदार बाबा की मज़ार पर चादर चढ़ाने के बाद सोरेन ने कहा, हलांकि ये उनकी व्यक्तिगत राय हैं लेकिन वो सरयू राय के समर्थन में हैं क्योंकि भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाले लोगों का मैंने हमेशा साथ दिया है. हेमंत सोरेन के अनुसार सरयू राय को टिकट ना देकर बीजेपी ने साबित कर दिया है कि इस चुनाव में जैसे भ्रष्टाचार के आरोपियों को भाजपा ने टिकट दिया हैं उससे उसका असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा केवल साज़िश रच कर झारखंड को लूटने का प्रयास कर रही हैं. सोरेन के समर्थन से निश्चित रूप से सरयू राय कैम्प राहत की सांस ले रही होगी. वही AJSU के अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा कि सरयू राय अगर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं तो ज़रूर इसका कोई ना कोई दीर्घकालिक परिणाम होगा. ये अभी तय नहीं है कि सुदेश महतो की पार्टी सरयू राय के पक्ष में वोट देने की अपील करेंगे या नहीं. फ़िलहाल कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रत्याशी प्रोफेसर गौरव वल्लभ को मैदान से वापस लेने का कोई संकेत नहीं दिया है.
भारत कर रहा चीन के सैन्य विकास की ‘बढ़ा चढ़ाकर व्याख्या’ : चीनी मीडिया
चीन में सरकार संचालित एक अखबार ने कहा कि भारत को बीजिंग के सैन्य विकास की या चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे से जुड़ी चिंताओं की ' बढ़ा चढ़ाकर ' व्याख्या नहीं करनी चाहिए. अखबार ने यह बात ऐसे समय कही है जब कुछ दिन पहले भारत के सेना प्रमुख ने नई दिल्ली को ' भविष्य के प्रतिद्वंद्वियों की जवाबी घेराबंदी की सलाह दी थी.   सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रकाशन ग्लोबल टाइम्स में छपे लेख में कहा गया है कि भारत को चिंता है कि भारत-पाकिस्तान के बीच विवाद में चीन जानबूझकर दखल दे रहा है और वह ' सीपीईसी (जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है) को विवादित क्षेत्र पर इस्लामाबाद के कब्जे को वैधता देने के लिए इस्तेमाल कर रहा है ' इसने कहा ' बीजिंग और इस्लामाबाद को भारत संभावित खतरे के रूप में देख रहा है और वह बीजिंग की ' वन बेल्ट एंड वन रोड ' पहल तथा चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) को लेकर संदेह कर रहा है '. अखबार ने कहा कि ' भारत स्थिति को बढ़ा चढ़ाकर पेश कर रहा है '. इसने कहा, ‘‘बीजिंग नयी दिल्ली की संप्रभुता संबंधी चिंताओं का सम्मान करता है और भारत तथा पाकिस्तान दोनों की इच्छाओं के अनुरूप होने की शर्त पर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करना चाहता है '. चीनी दैनिक में यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पिछले सप्ताह जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि भारत को सुरक्षा परिदृश्य पर गौर करते हुए ईरान, इराक और अफगानिस्तान के साथ घनिष्ठ संबंध रखने चाहिए.   रावत ने कहा था कि इस तरह की रणनीति से पाकिस्तान के लिए दोतरफा दुविधा पैदा होगी और इससे अन्य कठिन पड़ोसी चीन से निपटने में भी मदद मिलेगी. उन्होंने सलाह दी थी कि भारत को ' भविष्य के प्रतिद्वंद्वियों की जवाबी घेराबंदी करनी चाहिए '. भारतीय सेना प्रमुख की इस टिप्पणी का उल्लेख करते हुए चीनी अखबार ने कहा कि चीन शांतिपूर्ण विकास की वकालत करता है और यह क्षेत्र में न तो कभी प्रभुत्व चाहता है और न ही चाहेगा.   अखबार ने कहा कि चीन के रक्षा बजट में इस साल लगभग सात प्रतिशत की वृद्धि होगी जो 2010 के बाद सबसे कम वृद्धि है. बीजिंग का सैन्य विकास ' इसके राष्ट्रीय निर्माण का हिस्सा है और नई दिल्ली को इसकी बढ़ा चढ़ाकर व्याख्या नहीं करनी चाहिए '. इसने कहा कि भारतीय मीडिया कहता है कि वर्ष 2017 के लिए चीन का सैन्य विकास सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 1.3 प्रतिशत है जो भारत के सैन्य खर्च के मुकाबले तीन गुना ज्यादा है. ' स्पष्ट बात की जाए तो यदि भारत का सैन्य खर्च भी इसी स्तर तक बढ़ा दिया जाए तब भी वह अभी अपनी सैन्य क्षमता के मामले में अपने उत्तरी पड़ोसी 'चीन' से पीछे रहेगा. भारत के विमानवाहक का विकास इसकी शुरुआत के बावजूद काफी धीमा है. चीन के पास एक नवीकृत विमानवाहक है और हाल में इसने देश में निर्मित एक विमानवाहक शुरू किया है जिसे संचालित होने में कुछ साल लगने की उम्मीद है. एक तीसरे विमानवाहक के निर्माणाधीन होने की खबर है.   चीन के आधिकारिक मीडिया ने इस सप्ताह के बी एंड आर शिखर सम्मेलन में भागीदारी को लेकर नई दिल्ली की चिंता के बीच भारत से एक बार फिर आग्रह किया कि वह बेल्ट एंड रोड (बी एंड आर) पहल के जरिए बीजिंग के साथ यूरेशिया को जोड़ने की चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना में शामिल हो. पाकिस्तान और श्रीलंका के प्रधानमंत्रियों सहित कम से कम 28 राष्ट्र प्रमुख शिखर सम्मेलन में शामिल होने की पुष्टि कर चुके हैं जिसे बीजिंग पहल को वैश्विक स्वीकृति मिलने के रूप में पेश कर रहा है.   लेख में कहा गया, 'चीन के उभार पर अत्यधिक चिंतित होने की जगह नई दिल्ली को बी एंड आर पहल में एक प्रारंभिक भूमिका निभाने पर विचार करना चाहिए. चीन की ढांचागत पहल से न सिर्फ आर्थिक लाभ होंगे, वरन क्षेत्र में प्रभावी आर्थिक शक्ति बनने की भारत की महत्वाकांक्षा भी पूरी होगी '. इसने भारत से 'संदेह' त्यागने और चीन एवं पाकिस्तान के विकास के प्रति व्यावहारिक रुख अपनाने का आग्रह किया. इस बीच, कुछ चीनी विचारकों ने आगाह किया कि बी एंड आर शिखर सम्मेलन में भारत का शामिल नहीं होना क्षेत्र में कई देशों की सक्रिय भागीदारी पर असर डाल सकता है.   फुडान यूनिवर्सिटी में इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के प्रोफेसर लिन मिनवांग ने पिछले हफ्ते कहा कि भारत की भागीदारी महत्वपूर्ण है क्योंकि दक्षिण एशिया की अर्थव्यवस्था में इसकी 80 प्रतिशत भागीदारी है. लिन ने कहा, यदि नयी दिल्ली चीन की विकास योजना में शामिल होने को लेकर अनिच्छुक होगी तो बी एंड आर पहल में भागीदारी के मुद्दे पर क्षेत्र में अन्य देश भी प्रभावित होंगे. इसीलिए बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यामां आर्थिक गलियारा (बीसीआईएम) की प्रगति बहुत धीमी है.
पोप फ्रांसीस ने गर्भपात के खिलाफ मौन बयान दिया
पोप फ्रांसिस हालांकि गर्भपात जैसे 'सांस्कृतिक लड़ाई' के मुद्दों से आम तौर पर बचते रहे हैं और यह दलील देते रहे हैं कि जिंदगी की पवित्रता पर गिरिजाघर के सिद्धांत सब जानते हैं। लेकिन दक्षिण कोरिया के आज के दौरे में उन्होंने गर्भपात के खिलाफ कुछ मौन लेकिन मजबूत बयान दिए। वह एक स्मारक पर रुके जो ऐसे समुदाय के गर्भपात के शिकार बच्चों के थे, जिन्हें गंभीर आनुवंशिक बीमारियां थीं। इन बीमारियों का इस्तेमाल गर्भपात को उचित ठहराने के लिए किया जाता है। फ्रांसीस ने स्मारक के पास अपने सिर झुकाए और बिना बांह और बिना टांग वाले एक गर्भपात विरोधी कार्यकर्ता से बात की।